ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के गोचर एवं राशि परिवर्तन का उल्लेख किया गया है। जब ग्रह गोचर करते हैं, तो इस
![50 साल बाद सिंह राशि में बना चतुग्रर्ही योग, इन राशियों की चमक उठेगी किस्मत](https://horoscope.astrosage.com/wp-content/uploads/2024/07/chaturgrahi-yoga-in-leo-these-signs-will-get-better-results-900x400.jpg)
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के गोचर एवं राशि परिवर्तन का उल्लेख किया गया है। जब ग्रह गोचर करते हैं, तो इस
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सौरमंडल के सभी ग्रह एक समयावधि के बाद राशि के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं। गोचर
ग्रह एक समयावधि के बाद राशि परिवर्तन के साथ-साथ नक्षत्र में भी परिवर्तन करते हैं। जिस प्रकार राशि परिवर्तन का
सौरमंडल के लगभग सभी ग्रह एक समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ग्रहों के
सौरमंडल के सभी ग्रह समय-समय पर एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते रहते हैं। इसके अलावा ग्रह उदित
धन एक ऐसी चीज़ है जिसकी जरूरत हर किसी को हर कदम पर पड़ती है। भोजन करना हो या फिर
30 अक्टूबर, 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर केतु ने कन्या राशि में प्रवेश किया है और इस
ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक कहा गया है। सूर्य देव की कृपा के बिना किसी भी व्यक्ति को
16 जुलाई को सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करने वाले हैं। इस राशि में सूर्य 16 अगस्त तक रहने
हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के अगले दिन भड़ली नवमी तिथि आती है। अक्षय तृतीया