वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक अति महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह किसी भी जातक की कुंडली में वैवाहिक

वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक अति महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह किसी भी जातक की कुंडली में वैवाहिक
वैदिक ज्योतिष के अनुसार हम जो भी कर रहे हैं या करने वाले हैं, वो सब ग्रहों की स्थिति या
वैदिक ज्योतिष ग्रहों के गोचर को बहुत महत्वपूर्ण मानता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी भी ग्रह के गोचर का
सौरमंडल में शुक्र ग्रहण को, शुभ ग्रहों में से एक माना गया है। समस्त सभी ग्रहों में से सबसे ज़्यादा
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि ग्रहों का गोचर हमारी ज़िंदगी को प्रभावित करता है। यही वजह है कि हम गोचरों
ग्रहों का गोचर मनुष्य के जीवन पर कई तरह के प्रभाव डालता है। 10 अप्रैल शनिवार को शुक्र ग्रह मीन
हिन्दू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भौतिक सुख-सुविधाओं को देने वाले ग्रह के रूप में देखा जाता है।
ज्योतिष शास्त्र का मानना है कि, आपके और हमारे जीवन में जो कुछ घट रहा होता है, उसका सीधा-सीधा वास्ता