ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के गोचर एवं राशि परिवर्तन का उल्लेख किया गया है। जब ग्रह गोचर करते हैं, तो इस
![50 साल बाद सिंह राशि में बना चतुग्रर्ही योग, इन राशियों की चमक उठेगी किस्मत](https://horoscope.astrosage.com/wp-content/uploads/2024/07/chaturgrahi-yoga-in-leo-these-signs-will-get-better-results-900x400.jpg)
ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के गोचर एवं राशि परिवर्तन का उल्लेख किया गया है। जब ग्रह गोचर करते हैं, तो इस
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है जो एक लाभकारी ग्रह माने गए हैं। इन्हें
सौरमंडल के लगभग सभी ग्रह एक समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। ग्रहों के
सावन 2024: देवों के देव महादेव को सावन का महीना अत्यंत प्रिय होता है इसलिए इन्हें प्रसन्न करने के लिए
सौरमंडल के सभी ग्रह समय-समय पर एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते रहते हैं। इसके अलावा ग्रह उदित
वैदिक ज्योतिष में नवग्रह एक निश्चित समय और अंतराल के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं
16 जुलाई को सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करने वाले हैं। इस राशि में सूर्य 16 अगस्त तक रहने
ज्योतिष शास्त्र में कई बेशकीमती रत्नों के बारे में चर्चा की गई है और इन रत्नों का संबंध ग्रहों से
हिंदू धर्म में सावन माह का अत्यंत महत्व है। यह महीना भगवान शिव की उपासना के लिए होता है। स्कंदपुराण
मंगल महाराज को युद्ध, साहस एवं पराक्रम के कारक ग्रह माना गया है और ऐसे में, यह मनुष्य जीवन को