वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जिसे हमारे पूर्वजों और साधु-संतों ने दिशा का अध्ययन कर के तैयार किया है।

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जिसे हमारे पूर्वजों और साधु-संतों ने दिशा का अध्ययन कर के तैयार किया है।
वास्तु दोष को एक बेहद ही मुश्किल और बड़ा दोष माना गया है। यदि किसी व्यक्ति के जीवन में वास्तु
वास्तु शास्त्र मानता है कि प्रत्येक दिशा पर किसी न किसी देवता का हक है, अधिकार है। ऐसे में किसी
वास्तु शास्त्र का मानना है कि हमारे आस-पास की हर वस्तु हम पर नकारात्मक या सकारात्मक ऊर्जा के जरिये प्रभाव
वास्तु शास्त्र का मानना है कि हमारे जीवन पर हमारे आसपास की वस्तुओं का बहुत प्रभाव पड़ता है। कोई भी
वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बड़ा महत्व है। वास्तु शास्त्र का मानना है कि प्रत्येक दिशा पर किसी न किसी
वास्तु शास्त्र का मानना है कि हर दिशा पर किसी न किसी देवता का आधिपत्य है और इन दिशाओं में
वास्तु शास्त्र का मानना है कि हमारे जीवन में आने वाली हर समस्या की वजह नकारात्मक या फिर सकारात्मक ऊर्जा
घर, वह जगह जहां एक इंसान अपने परिवार अथवा अपने प्रियजनों के साथ रहता है, जहां वह सुकून और भावनात्मक
भला वो कौन होगा जिसे फूल न पसंद हों। जो फूलों को देख दूर भागता हो। शायद ही कोई ऐसा