12 साल बाद बनने वाला है गुरु आदित्य राजयोग, इन राशियों को छप्पर फाड़ के मिलेगा पैसा

ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह एक समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पृथ्वी पर देखने को मिलता है। मानव जीवन पर भी ग्रहों के गोचर का असर पड़ता है। जब कोई ग्रह गोचर या राशि परिवर्तन करता है तो इसका असर लोगों की आर्थिक स्थिति, करियर, लव लाइफ और तरक्की पर पड़ता है।

इस बार गुरु और सूर्य की युति से एक बहुत ही शुभ योग बना रहा जिससे कुछ राशियों के लोगों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। इस ब्लॉग मे आगे बताया गया है कि गुरु और सूर्य की युति कब हो रही है और इस युति से बनने वाले योग से किन राशियों के लोगों को फायदा होगा।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

कब हो रही है गुरु और सूर्य की युति

बृहस्पति 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर कर चुके हैं। वहीं सूर्य 14 मई 2024 की शाम 05 बजकर 41 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। इस तरह वृषभ राशि में सूर्य और गुरु की युति हो रही है और इस युति से गुरु आदित्य योग बन रहा है।

आगे जानिए कि गुरु आदित्य योग क्या होता है और इसका मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

क्या है गुरु आदित्य योग

सूर्य को आदित्य के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार जब किसी राशि या भाव में सूर्य और देवताओं के गुरु बृहस्पति एकसाथ आते हैं, तब गुरु आदित्य योग का निर्माण होता है। गुरु ग्रह को विस्तार, प्रगति और ज्ञान का कारक ग्रह माना जाता है और वृषभ राशि में यह स्थिरता लेकर आते हैं। वहीं सूर्य शुभ स्थान में होने पर जातकों को सकारात्मक परिणाम देने के साथ-साथ अपार सफलता भी प्रदान करते हैं।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस योग से किन राशियों को लाभ मिलने वाला है।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

गुरु आदित्य योग की इन राशियों पर बरसेगी कृपा

मेष राशि

मेष राशि के दूसरे भाव में यह योग बन रहा है। इस भाव को संपत्ति, परिवार और वाणी का कारक माना जाता है। यह समय आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। आप अपनी बात को खुलकर रख पाएंगे। आपको अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। छात्रों के लिए भी अनुकूल समय है। आपकी एकाग्रता में वृद्धि होगी और आप इस समय बहुत प्रसन्न रहेंगे।

आपको अपनी संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए भी अच्छा समय है। आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है। आपके लिए प्रमोशन के योग भी बन रहे हैं। आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करेंगे और इसमें आपको सफलता मिलेगी। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपकी प्रतिष्ठा में भी इज़ाफा होगा।

मेष साप्ताहिक राशिफल

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

सिंह राशि

सिंह राशि के दूसरे भाव में यह योग बनने जा रहा है। आपके लिए यह योग कई तरह के लाभ लेकर आ रहा है। समाज में आपका नाम बढ़ेगा और लोग आपकी प्रशंसा करेंगे। आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी और आपके अटके हुए काम भी अब पूरे होंगे। आपको अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। नौकरीपेशा जातकों को व्‍यापार में सफलता मिलने के योग हैं। आप कोई नया पेशा भी चुन सकते हैं। वहीं व्यापारियों के लिए भी अच्छा समय है। आप अपने बिज़नेस को बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं। आप नया वाहन या जमीन भी खरीद सकते हैं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

मीन राशि

आपकी राशि के तीसरे भाव में यह योग बनने जा रहा है। आप कुछ नया सीखने के लिए यात्रा पर जा सकते हैं। आपके जीवन में खुशियां आएंगी और आप इस समय काफी संतुष्ट और प्रसन्न महसूस करेंगे। आप अपनी प्रतिभा से एक अलग पहचान बना पाएंगे। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आपकी आर्थिक स्थिति में मज़बूती आएगी। आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा।

मीन साप्ताहिक राशिफल

FAQ

प्रश्‍न. सूर्य का गोचर कितने दिन में होता है?

उत्तर. सूर्य 30 दिनों में गोचर करते हैं।

प्रश्‍न. सूर्य किसी घर में कब तक गोचर करता है?

उत्तर. सूर्य किसी घर में 30 दिनों तक विराजमान रहते हैं।

प्रश्‍न. सूर्य की उच्‍च राशि कौन सी है?

उत्तर. सूर्य सिंह राशि के स्‍वामी हैं और इनकी मेष उच्‍च राशि है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.