शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: किन राशियों का होगा अच्छा समय शुरू?

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर:  प्रेम और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र 07 मार्च 2024 को कुंभ राशि में प्रवेश कर गए हैं और 31 मार्च 2024 तक कुंभ राशि में रहेंगे। शुक्र ग्रह को भौतिक सुख-सुविधा देने वाला ग्रह कहा गया है जो व्यक्ति को जीवन में धन, वैभव, ऐश्वर्य एवं विलासिता आदि प्रदान करते हैं। इसके अलावा, शुक्र मनोरंजन तथा स्त्रियों से संबंधित मामलों के भी कारक हैं। ऐसी स्थिति में शुक्र का गोचर इन तमाम क्षेत्रों में प्रभाव डालेगा, फिलहाल अब जब शुक्र ग्रह शनि की पहली राशि अर्थात मकर राशि को छोड़कर शनि की ही दूसरी राशि कुंभ में विराजमान हैं। शुक्र के लिए यह नैसर्गिक तथा तत्कालिक मित्रता के अनुसार सम राशि होगी और ऐसे में, शुक्र आपको कैसे परिणाम देंगे, आइए जानते हैं । 

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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में शुक्र सामान्य तौर पर आपको विभिन्न मामलों से लाभ करवा सकते हैं। विशेषकर आर्थिक मामलों में शुक्र काफ़ी अच्छी सकारात्मक दे सकते हैं। निजी संबंधों विशेषकर दांपत्य जीवन के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा रह सकता है। व्यापार-व्यवसाय और साझेदारी के कामों से मुनाफा हो सकता है।

उपाय: नियमित रूप से लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। 

वृषभ राशि

शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। दशम भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। अतः शुक्र का यह गोचर स्वास्थ्य, नौकरी व व्यापार इत्यादि को लेकर कुछ चिंताएं देने का काम कर सकता है। शासन-प्रशासन से जुड़े कामों में भी कुछ विलंब या व्यवधान देखने को मिल सकता है।

उपाय: शिव जी के मंदिर जाकर वहां की साफ-सफाई करें।  

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मिथुन राशि

शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और गोचर करके शुक्र आपके भाग्य भाव में पहुंच रहे हैं। ऐसे में, दूर के स्थानों से संबंधित मामलों में आपको अनुकूलता देखने को मिल सकती है। प्रेम संबंध के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा कहा जाएगा। शिक्षा और बौद्धिक कार्यों में भी सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। संतान से संबंधित मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।

उपाय: इत्र मिले हुए जल से शिवजी का अभिषेक करें।  

कर्क राशि

शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में शुक्र आपके अष्टम भाव में गोचर कर गए हैं। हालांकि, सामान्य तौर पर अष्टम भाव को अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन शुक्र के गोचर को अष्टम भाव में अच्छा कहा गया है। ऐसी स्थिति में छोटी-मोटी समस्याओं के बाद आमदनी के रास्ते मजबूत होंगे। इसी तरह, कुछ व्यवधान के बाद घर-गृहस्थी में भी अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। इसके बावजूद भी इस बात को लेकर आपको सचेत रहना होगा कि माता या घर के किसी भी सदस्य के साथ आपके संबंध कमजोर न होने पाएं।

उपाय: गाय को दूध और चावल खिलाना शुभ रहेगा।

सिंह राशि

शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं और अब यह आपके सप्तम भाव में पहुंच गए हैं। सप्तम भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। इस कारण से शुक्र का यह गोचर कार्यक्षेत्र में कुछ कठिनाइयां देने का काम कर सकता है। लेकिन, आपको कुछ बेकार की भागदौड़ भी देखने को मिल सकती है। भाइयों और पड़ोसियों के साथ संबंध उतार-चढ़ाव भरे रह सकते हैं। साथ ही, जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ यथा संभव संबंधों को अच्छा बनाए रखने की कोशिश करते रहें और बेकार की यात्राओं को टालने का प्रयास करें।

उपाय: भूरी लाल गाय की सेवा करना शुभ रहेगा। 

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कन्या राशि

शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके छठे भाव में पहुंचे हैं। यहां पर शुक्र गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। अतः आर्थिक और पारिवारिक मामलों में कुछ परेशानियां पैदा हो सकती हैं। इस अवधि में पिता के साथ संबंध खराब न होने पाएं, इस बात का ख्याल भी रखना होगा। यथासंभव धर्म-कर्म के कार्यों से जुड़े रहें और निष्ठापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते रहें।

उपाय: मां दुर्गा को लाल फूलों की माला पहनाएं।

तुला राशि

शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में गोचर करके आपके पंचम भाव में गए हैं। यहां पर शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः शुक्र का यह गोचर आपके स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मददगार बनेगा। प्रेम संबंध और शिक्षा आदि के लिए भी शुक्र का यह गोचर अनुकूलता देने वाला कहा जाएगा। 

उपाय: मां दुर्गा को खीर का भोग लगाएं। 

वृश्चिक राशि

शुक्र आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके चतुर्थ भाव में पहुंचे हैं। शुक्र आपको काफ़ी हद तक अनुकूलता देना चाहेंगे और यह आपकी मनोकामना पूर्ति करने में सहायक बन सकते हैं। आर्थिक मामले में भी अनुकूल परिणाम दे सकते हैं। यद्यपि कुछ खर्च भी रहेंगे लेकिन फिर भी धन लाभ के योग मजबूत होंगे। भूमि, भवन, वाहन आदि से संबंधित मामलों में भी अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।

उपाय: माता तथा माता के समान स्त्रियों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें। 

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धनु राशि

शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके तीसरे भाव में पहुंचे हैं। अतः सामान्य तौर पर शुक्र आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। आपकी मेहनत के अच्छे परिणाम इस अवधि में मिल सकते हैं। नौकरी में परिवर्तन आदि की कोशिश कर रहे लोगों को सफलता मिल सकती है। साथ ही, कम दूरी की यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है।

उपाय: शुद्ध जल में साबुत चावल बहाएं।

मकर राशि

शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके दूसरे भाव में गए हैं। सामान्य तौर पर शुक्र के इस गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः आर्थिक मामलों में शुक्र का यह गोचर अच्छी अनुकूलता दे सकेगा। कार्यक्षेत्र और सामाजिक मामले में भी अच्छे परिणाम मिलेंगे। प्रेम संबंध तथा शिक्षा से संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं।

उपाय: देसी गाय के घी से बनी हुई मिठाइयां मां दुर्गा को चढ़ाएं। 

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कुंभ राशि

शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पहले भाव में पहुंच गए हैं। शुक्र के इस गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः यात्राओं के माध्यम से लाभ मिल सकता है। भूमि, भवन, वाहन इत्यादि की प्राप्ति में सहयोग आपको मिल सकता है। शिक्षा, विवाह, व्यापार-व्यवसाय और मनोरंजन से संबंधित मामलों के लिए समय अच्छा रहेगा। 

उपाय: काली गाय की सेवा करना शुभ रहेगा।

मीन राशि

शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके द्वादश भाव में गए हैं। शुक्र के इस गोचर से आप काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम की उम्मीद रख सकते हैं। यद्यपि यात्राओं पर कुछ धन खर्च हो सकता है लेकिन यात्राएं फायदेमंद भी रह सकती हैं। शुक्र का यह गोचर अप्रत्याशित रूप से फायदा दिलाने में मददगार बन सकता है और भोग-विलास की वस्तुओं को एकत्र करने में सहायता कर सकता है। दूर स्थान से संबंधित यात्राएं हों या फिर मनोरंजन का मामला हो, इन सभी में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

उपाय: किसी सौभाग्यवती स्त्री को श्रृंगार सामग्री भेंट करें। 

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