शुक्र का तुला राशि में गोचर: इन राशियों के प्रेम जीवन में आएगी ख़ुशियों की बहार!
शुक्र का तुला राशि में गोचर: शुक्र देव को ज्योतिष में प्रेम, भोग-विलास, ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि, वैवाहिक जीवन और विलासिता का कारक ग्रह माना गया है।यह मनुष्य जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को नियंत्रित करते हैं इसलिए इनका हर व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
ऐसा माना जाता है कि जिन जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान होते हैं, उन्हें जीवन के अधिकांश क्षेत्रों में शुभ परिणामों की प्राप्ति होती हैं। सरल शब्दों में कहें, तो शुक्र देव न सिर्फ़ ज्योतिष में बल्कि मनुष्य जीवन के लिए भी अत्यधिक महत्व रखते हैं क्योंकि इनकी स्थिति, चाल, दशा और राशि में होने वाला प्रत्येक बदलाव विश्व समेत सभी राशियों को भी प्रभावित करता है।
ऐसे में, अब जल्द ही शुक्र का तुला राशि में गोचर होने जा रहा है और यहाँ हम आपको इसकी समस्त जानकारी प्रदान करेंगे जैसे कि तिथि, समय आदि।
जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया है कि शुक्र महाराज का गोचर तुला राशि में होने जा रहा है और ऐसे में, इसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संसार पर प्रभाव पड़ेगा। इस प्रकार, शुक्र का यह गोचर किन राशियों के लिए वरदान साबित होगा और किनके जीवन में बढ़ेंगी समस्याएं? जातकों के प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिए शुक्र का यह गोचर रहेगा शुभ? इनके दुष्प्रभावों से आप कैसे बच सकते हैं? साथ ही, शुक्र का यह गोचर क्यों है ख़ास? इन सभी सवालों का जवाब पाने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें।
शुक्र का तुला राशि में गोचर: तिथि व समय
बात करें शुक्र गोचर की, तो प्रेम और ऐश्वर्य के ग्रह शुक्र देव का गोचर लगभग हर महीने होता है जो एक राशि में तक़रीबन 30 दिनों तक रहते हैं और उसके बाद एक राशि से दूसरी राशि में गोचर कर जाते हैं। इसी क्रम में, शुक्र देव 02 नवंबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 05 मिनट पर तुला राशि में गोचर करेंगे।
बता दें कि शुक्र ग्रह का यह गोचर बेहद ख़ास रहेगा क्योंकि इस गोचर के दौरान शुक्र महाराज अपने स्वामित्व वाली राशि तुला में होने जा रहा है। ऐसे में, तुला राशि में शुक्र का गोचर कुछ राशियों के लिए फलदायी कहा जाएगा क्योंकि इस दौरान शुक्र देव ग्रहों के साथ युति भी करेंगे।
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शुक्र का तुला राशि में गोचर:शुक्र-सूर्य की युति
ज्योतिष की दुनिया में जब कभी कोई ग्रह अपनी चाल, स्थिति और राशि में बदलाव करता है, तो कई तरह के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। साथ ही, हर गोचर से अनेक युतियां भी निर्मित होती हैं। बात करें शुक्र ग्रह की, तो जब तुला राशि में शुक्र देव प्रवेश करेंगे, उस समय वहां पहले से सूर्य देव मौजूद होंगे। ऐसे में, तुला राशि में सूर्य और शुक्र युति करेंगे जिसका प्रभाव नकारात्मक रूप से संसार पर नज़र आएगा क्योंकि यह दोनों ग्रह एक-दूसरे के शत्रु माने गए हैं। बता दें कि सूर्य देव 16 नवंबर 2025 तक तुला राशि में रहेंगे। आइए अब जान लेते हैं शुक्र ग्रह का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व।
शुक्र ग्रह का ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष में शुक्र देव सबसे चमकीला ग्रह है इसलिए इसे आसमान में अक्सर साफ देखा जा सकता है।
बता दें कि जिन महिलाओं और पुरुषों पर शुक्र ग्रह का स्वामित्व होता है, वह स्वभाव से बेहद दयालु और सामाजिक होते हैं।
वहीं, अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह कमज़ोर या अशुभ अवस्था में होता है, तो उन्हें पारिवारिक जीवन में कठिनाइयों, प्रेम जीवन में समस्याओं और धन के कारण दोस्तों के साथ परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शुक्र ग्रह सभी 12 राशियों में वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं। साथ ही, किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र देव दूसरे और सातवें भाव को नियंत्रित करते हैं।
प्रत्येक व्यक्ति के विवाह, सुखी वैवाहिक जीवन और पत्नी के लिए शुक्र ग्रह की स्थिति विशेष मायने रखती है।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह के मित्र शनि, बुध और राहु ग्रह को माना जाता है जबकि यह चंद्रमा, सूर्य और मंगल से शत्रुता के भाव रखते हैं।
शुक्र ग्रह को सिर्फ ज्योतिषीय दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है, बल्कि इन्हें सनातन धर्म में भी विशेष स्थान दिया गया है।
शायद आप यह नहीं जानते होंगे कि शुक्र महाराज को शुक्राचार्य के नाम से जाना जाता है जो असुरों के गुरु माने गए हैं।
भागवत पुराण में शुक्र देव को लेकर वर्णन मिलता है कि शुक्र ग्रह के पिता महर्षि भृगु हैं। वहीं, इन्हें धन की देवी माता लक्ष्मी का भी स्वरूप माना जाता है।
ऐसे में, जो जातक शुक्र देव को प्रसन्न करके व्यापार में धन लाभ और वृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखना और माता लक्ष्मी की पूजा करना कल्याणकारी होता है।
बता दें कि सप्ताह में शुक्र महाराज को शुक्रवार का दिन समर्पित होता है।
आइए अब आपको अवगत करवाते हैं कुंडली में शुक्र ग्रह के शुभ और अशुभ होने पर मिलने वाले संकेतों से।
यदि व्यक्ति के जीवन में अचानक से भौतिक सुखों में वृद्धि होने लगती है, तो इसे शुक्र ग्रह के मज़बूत होने का संकेत माना जाता है।
कुंडली में शुक्र के शुभ होने पर जातक का व्यक्तित्व बेहद आकर्षक और सुंदर होता है।
शुक्र देव के बलवान होने पर व्यक्ति आत्मविश्वास से पूर्ण होता है और लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय होता है।
मज़बूत शुक्र वाले जातकों का संबंध कला और मनोरंजन से होता है और वह इन क्षेत्रों में कामयाबी प्राप्त करता है।
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र का प्रभाव शुभ होता है, उनकी छवि समाज में काफ़ी मज़बूत होती है। साथ ही, उन्हें ख़ूब मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
शुक्र देव की कृपा से व्यक्ति को हर कार्य में सफलता मिलने लगती है।
शुक्र ग्रह के कमज़ोर होने के संकेत
कुंडली में शुक्र ग्रह का अशुभ प्रभाव होने से स्वास्थ्य समस्याओं और रोगों का सामना करना पड़ता है।
शुक्र के निर्बल होने के कारण आपको संतान सुख प्राप्ति की राह में समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है।
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र महाराज नकारात्मक अवस्था में होते हैं, उनके जीवन में भौतिक सुख-सुविधाओं का अभाव सदैव बना रहता है।
अगर आपकी कुंडली में शुक्र देव अशुभ स्थिति में होते हैं, तो आपका झुकाव धार्मिक कार्यों में बढ़ने लगता है और आपका विलासिता से मोह भंग हो सकता है।
चलिए अब नज़र डालते हैं और जान लेते हैं शुक्र ग्रह से बचने के उपायों पर।
शुक्र का तुला राशि में गोचर के दौरान करें ये उपाय
शुक्र देव को बलवान करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत करें और इस दिन सफेद वस्तुओं जैसे दही और चीनी आदि का दान करें।
शुक्र देव से शुभ फल प्राप्त करने के लिए सफ़ेद रंग के वस्त्र धारण करें।
कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति को मज़बूत करने के लिए नियमित रूप से “शुं शुक्राय नम:” का 108 बार जाप करें।
ज्योतिष में शुक्र देव का रत्न हीरा माना गया है और ऐसे में, कुंडली में शुक्र ग्रह की शुभता के लिए हीरा धारण करें। हालांकि, ऐसा करने से पहले आपको किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शुक्र का तुला राशि में गोचर कब होगा?
शुक्र देव का तुला राशि में गोचर 02 नवंबर 2025 को होगा।
तुला राशि का स्वामी कौन है?
राशि चक्र में तुला राशि के अधिपति देव शुक्र हैं।
शुक्र एक राशि में कितने दिन रहते हैं?
ज्योतिष के अनुसार, शुक्र ग्रह एक राशि में लगभग 30 दिन तक रहते हैं।
देवउठनी एकादशी के बाद खुलते हैं शुभ कार्यों के द्वार, पढ़ें पूरी कथा और महिमा!
देवउठनी एकादशी 2025, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि माना जाता है कि भगवान विष्णु चार महीने की शयनावस्था के बाद इस दिन योग निद्रा से जागते हैं। चातुर्मास का आरंभ आषाढ़ शुक्ल एकादशी से होता है और समापन कार्तिक शुक्ल एकादशी यानी देवउठनी एकादशी पर होता है। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णुके जागने के साथ ही मांगलिक और शुभ कार्य की शुरुआत होती है।
इस दिन से विवाह, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार और अन्य धार्मिक व पारिवारिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। यही कारण है कि इसे शादी ब्याह का शुभारंभ करने वाला दिन भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस तिथि को व्रत और पूजा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। भक्त घरों में भगवान विष्णु का जागरण करते हैं, तुलसी विवाह का आयोजन करते हैं और मांगलिक कार्यक्रमों का शुभारंभ करते हैं।
देवउठनी एकादशी 2025 : तिथि व मुहूर्त
हिंदू पंचांगके अनुसार, साल 2025 में देवउठनी एकादशी का व्रत 02 नवंबर 2025 रविवार के दिन रखा जाएगा।
एकादशी तिथि प्रारम्भ: नवम्बर 01, 2025 की सुबह 09 बजकर 13 मिनट से
एकादशी तिथि समाप्त: नवम्बर 02, 2025 की सुबह 07 बजकर 33 मिनट तक
देवउठनी एकादशी पारण मुहूर्त : 03 नवंबर की सुबह06 बजकर 15 मिनट से 08 बजकर 32 मिनट तक।
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देवउठनी एकादशी 2025 का महत्व
देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं। आषाढ़ा शुक्ल एकादशी से लेकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक का समय चातुर्मास कहलाता है, जिसमें विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है। जब देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु निद्रा से जागते हैं, जब सभी शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है।
इस दिन विशेष रूप से तुलसी विवाह की परंपरा निभाई जाती है, जिसमें तुलसी जी का विवाह भगवान शालिग्राम से कराया जाता है। इसे घर में मांगलिक कार्यों की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
दांपत्य जीवन में सुख, परिवार में समृद्धि और जीवन में शुभता आने का आशीर्वाद भी मिलता है। सामाजिक दृष्टि से यह पर्व लोगों को संयम और अनुशासन का संदेश देता है। इस दिन से लोग नए कार्यों की योजना बनाते हैं और पारिवारिक मांगलिक कार्यों की शुरुआत करते हैं। इसलिए देवउठनी एकादशी को धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र और मंगलकारी पर्व माना गया है।
देवउठनी एकादशी 2025 की पूजा विधि
देवउठनी एकादशी का व्रत व पूजन बड़े नियम और श्रद्धा से किया जाता है। इस दिन प्रातःकाल स्नान करके व्रत का संकल्प लिया जाता है और भगवान विष्णु का जागरण कर उनका पूजन किया जाता है। पूजा विधि इस प्रकार है:
सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और घर के पूजा स्थान को साफ-सुथरा कर दें।
इसके बाद एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु की प्रतिमा चित्र स्थापित करें।
उनके सामने शालिग्राम शिला रखी जाती है और तुलसी का पौधा भी पास में रखा जाता है।
फिर दीप जलाकर भगवान विष्णु को गंगाजल में स्नान कराएं और पीले फूल, चंदन, रोली, धूप, दीप, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
इस दिन भगवान को शंख, चक्र और गदा अर्पित करें।
पूजा के दौरान “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें और विष्णु सहस्रनाम या गीता पाठ करना उत्तम रहता है।
शाम को तुलसी विवाह की परंपरा निभाई जाती है, जिसमें तुलसी जी का विवाह शालिग्राम से कराया जाता है।
पूजन के बाद भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि वे परिवार में सुख-शांति और समृद्धि प्रदान करें।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जब आषाढ़ शुक्ल एकादशी को भगवान विष्णु योगनिद्रा में जाते हैं, तो चार महीने तक वे पाताल के क्षीरसागर में विश्राम करते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है, जिसमें किसी भी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते। कार्तिक शुक्ल एकादशी को जब भगवान विष्णु निद्रा से जागते हैं, तो देवताओं और भक्तों में हर्ष का वातावरण छा जाता है।
कथा के अनुसार, एक समय नारद मुनि ने भगवान विष्णु से पूछा- भगवन देवउठनी एकादशी का महत्व क्या है? तब भगवान ने कहा कि इस दिन मेरा जागरण होता है और इस दिन व्रत पूजन करने वाला भक्त मेरे परमाधाम को प्राप्त होता है। इसी दिन से विवाह जैसे मांगलिक कार्यों की शुरुआत मानी जाती है।
मान्यता है कि एक बार एक राजा ने इस दिन व्रत और तुलसी विवाह कराकर अपने राज्य में मांगलिक कार्यों का शुभारंभ किया। इसके फलस्वरूप उसके राज्य में समृद्धि, शांति और सुख की वास हुआ। तभी से इस तिथि पर तुलसी विवाह की परंपरा चली आ रही है। तुलसी माता का विवाह भगवान शालिग्राम से कराया जाता है।
देवउठनी एकादशी 2025 पर क्या करें, क्या न करें
देवउठनी एकादशी 2025 पर क्या करें
सूर्योदय से पहले स्नान कर भगवान विष्णु का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें।
इस दिन उपवास या फलाहार करें। पूरे दिन भगवान का स्मरण करें।
भगवान विष्णु, शालिग्राम और तुलसी जी की विधिवत पूजा करें। दीपक जलाएं और मंत्र जप करें।
शाम के समय तुलसी माता का विवाह शालिग्राम (विष्णु स्वरूप) से करें। यह बहुत शुभ माना जाता है।
व्रत के अगले दिन (द्वादशी को) ब्राह्मणों को भोजन और दान दें।
इस दिन विष्णु सहस्रनाम, गीता पाठ या भजन-कीर्तन करना अत्यंत फलदायी है।
देवउठनी एकादशी 2025 पर क्या न करें
व्रत के दिन असत्य बोलना, क्रोध करना या किसी का अपमान करना वर्जित है।
इस दिन मांस, शराब, प्याज, लहसुन आदि का सेवन बिल्कुल न करें।
स्नान किए बिना भोजन न करें और घर-पूजा स्थल को गंदा न रखें।
व्रत के दौरान दांपत्य संबंध से परहेज करना चाहिए।
भगवान विष्णु का जागरण होता है, इसलिए व्रती को आलस्य छोड़कर भक्ति और जप करना चाहिए।
एकादशी के दिन विवाह या गृहप्रवेश जैसे कार्य न करें; इन्हें अगले दिन (द्वादशी से) शुभ माना जाता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. देवउठनी एकादशी कब मनाई जाती है?
कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। इसे प्रबोधिनी एकादशी या देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं।
प्रश्न 2. देवउठनी एकादशी का महत्व क्या है?
इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। चातुर्मास का समापन होता है और विवाह, गृह प्रवेश, यज्ञ, संस्कार आदि मांगलिक कार्य पुनः प्रारंभ किए जाते हैं।
प्रश्न 3. इस दिन कौन-सा व्रत रखा जाता है?
इस दिन एकादशी व्रत रखा जाता है। व्रती प्रातः स्नान कर संकल्प लेता है, दिनभर उपवास करता है और भगवान विष्णु का पूजन कर रात्रि में जागरण करता है।
मासिक अंक फल नवंबर 2025: ये महीना किसके लिए है ख़ास?
मासिक अंक फल नवंबर 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार, नवंबर का महीना साल का ग्यारहवां महीना होने के कारण अंक 2 का प्रभाव लिए होता है। यानी कि इस महीने पर चंद्र ग्रह का अधिक प्रभाव रहने वाला है। आपको बता दें कि इस साल का अंक 9 है, ऐसे में नवंबर 2025 के महीने पर चंद्र के अलावा मंगल का भी प्रभाव रहने वाला है।
हालांकि मूलांक के अनुसार, अलग-अलग लोगों पर चंद्र और मंगल का अलग-अलग असर पड़ेगा लेकिन नवंबर 2025 का महीना सामान्य तौर पर स्त्रियों, बारिश, मौसम में त्वरित बदलाव और मौसम जनित बीमारियों, यातायात दुर्घटनाओं आदि के लिए विशेष रह सकता है। आइए जानते हैं कि आपके मूलांक के लिए नवंबर 2025 का महीना कैसा रहेगा।
मूलांक 1
यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा और मूलांक 1 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 3,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी यह माह आपको अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा। सामाजिक क्रियाकलापों में भाग लेने के लिए भी इस महीने को सामान्य तौर पर अच्छा कहा जाएगा। यदि आप किसी तरीके का कोई क्रिएटिव काम करते हैं तो उस क्षेत्र में भी आप अच्छा कर सकेंगे। मित्रों से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम मिलने की अच्छी संभावनाएं हैं। रिश्ते नाते निभाने की बात हो या फिर प्रेम या विवाह का मामला हो; सभी मामलों में आप अच्छा कर सकेंगे। तुलना करें तो महीने के पहले हिस्से की तुलना में महीने का दूसरा हिस्सा ज्यादा अच्छे परिणाम दे सकता है।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में सूर्य भगवान को हल्दी मिला हुआ जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
मूलांक 2
यदि आप किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 2 होगा और मूलांक 2 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 4,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने के अंक आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। अंक 4 इस बात का संकेत कर रहा है कि धैर्य के साथ काम करने की स्थिति में संतोषप्रद परिणाम मिल सकते हैं। वहीं लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमजोर भी रह सकते हैं। अंक 9 की उपस्थिति इस बात का संकेत कर रही कि क्रोध या आवेश में लिए गए निर्णय ठीक नहीं रहेंगे। इस महीने आपको बेवजह के विवाद से भी बचने की जरूरत रहेगी।
इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में ही अच्छे परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। इस महीने अपेक्षाकृत अधिक कठिन परिश्रम करने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए। कठिन प्रयास के परिणाम अच्छे मिलेंगे लेकिन आसानी से किसी चीज की प्राप्ति होने की संभावनाएं कम ही है। आपको स्वयं को अनुशासित बनाए रखना है तभी परिणाम संतोषप्रद रह सकेंगे।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में सफाई कर्मचारी या फिर जरूरतमंद लोगों को 4 मूलियां दान करना शुभ रहेगा।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मूलांक 3
यदि आप किसी महीने की 3,12, 21 या फिर 30 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 3 होगा और मूलांक 3 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 5,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने सबसे अधिक प्रभाव डालने वाला अंक 5 आपके फेवर में नहीं है। बाकी के अंक आपके फेवर में नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में इस महीने आपको संतुलन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। मूलांक 3 में जन्म होने के कारण आप हर मामले में धैर्य के साथ काम करते हैं, साथ ही साथ संतुलन बिठाकर ही आगे बढ़ते हैं लेकिन अंक 5 के प्रभाव के चलते शायद इस महीने कुछ मामलों में आपसे लापरवाही हो सकती है।
उसके प्रति जागरूक रहकर आप माहौल को ठीक रखकर अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इस महीने चापलूसों से दूर रहना भी हितकारी रहेगा। ऐसा करने की स्थिति में आप अपने अनुभव के आधार पर काम लेकर कुछ सार्थक परिवर्तन कर सकेंगे। यात्राओं से जुड़े मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आमोद प्रमोद और मनोरंजन के लिए भी महीना अनुकूल परिणाम दे सकता है। स्वयं को विस्तार देने के लिए भी यह महीना मददगार हो सकता है।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना शुभ रहेगा।
मूलांक 4
यदि आप किसी भी महीने की 4,13, 22 या फिर 31 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 4 होगा और मूलांक 4 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 6,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने सबसे अधिक प्रभाव डालने वाला अंक 6 आपके साथ शत्रुवत व्यवहार करेगा। वहीं अंक तीन और नौ आपके लिए औसत रह सकते हैं। हालांकि अंक 2 का सपोर्ट आपको मिल सकता है। यही कारण है कि यह महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमजोर भी रह सकते हैं।
इस महीने स्त्रियों से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। यद्यपि प्रेम प्रसंग और विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने में महीने के अंक कुछ मदद कर सकते हैं लेकिन किसी भी रिश्ते के लिए हां तभी कहें जब उसके बारे में विधिवत पड़ताल कर लें। यानी कि भलीभांति जांच पड़ताल करने के बाद ही किसी रिश्ते को या किसी प्रपोजल को स्वीकार करना उचित रहेगा। इस महीने घर परिवार पर एक्स्ट्रा ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में कन्याओं का पूजन कर उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
यदि आप किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 5 होगा और मूलांक 5 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 7,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी सिर्फ अंक 3 ही आपके सपोर्ट में नजर आ रहा है। बाकी के अंक या तो आपके लिए औसत हैं या फिर आपके लिए कमजोर; यही कारण है कि इस महीने आपको कई मामलों में बहुत ही सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।
वैसे बेहतर तो यही रहेगा की महत्वपूर्ण व्यापारिक निर्णय को इस महीने टाला जाए लेकिन यदि पहल बहुत जरूरी रहे तो संबंधित मामले की भली भांति पड़ताल कर लेना जरूरी रहेगा। हालांकि धर्म और अध्यात्मिक के दृष्टिकोण से महीना सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा लेकिन कार्यक्षेत्र से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। प्रेम, विवाह या सगाई इत्यादि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए भी किसी जानकार का सहयोग लेना समझदारी का काम होगा।
उपाय: उपाय के रूप में मंदिर में चने की दाल का दान करना शुभ रहेगा।
मूलांक 6
यदि आप किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 6 होगा और मूलांक 6 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 8,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने आप पर सबसे अधिक प्रभाव डालने वाला अंक 8 आपके लिए औसत है। वहीं अंक 9 आपके लिए कमजोर परिणाम दे रहा है। अंक 2 औसत परिणाम तो वहीं अंक 3 फ़ेवर के परिणाम दे सकता है। यानी कि इस महीने के ज्यादातर परिणाम मिले जुड़े रह सकते हैं। धीरे-धीरे ही सही आप तरक्की करेंगे।
विशेषकर आर्थिक मामले में आपको धैर्य पूर्वक काम करने की स्थिति में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। व्यापार व्यवसाय से संबंधित मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। सावधानी पूर्वक किया गया बदलाव भी अच्छे परिणाम दे सकता है। अंक 9 आपके फेवर में नहीं है। इसलिए महीने के पहले हिस्से में अपेक्षाकृत अधिक सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। वहीं महीने के दूसरे हिस्से में परिणाम तुलनात्मक रूप से काफी अच्छे रह सकते हैं।
उपाय: उपाय के रूप में गरीब लोगों को सरसों के तेल से बने हुए पकवान खिलाना शुभ रहेगा।
यदि आप किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 7 होगा और मूलांक 7 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 9,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी की अंक 3 के अलावा बाकी के सभी अंक आपके सपोर्ट में नजर नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि महीने की दूसरे हिस्से में कुछ अनुकूलता देखने को मिल सकती है लेकिन बाकी के हिस्से में आपको पूरी सावधानी के साथ निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। आपके जो भी काम अधूरे हैं उन्हें पूरा करने की कोशिश कीजिए अन्यथा आने वाले समय में काम का प्रेशर बढ़ सकता है और पूरा न करने की स्थिति में आपको नुकसान हो सकता है।
विशेष कर यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपके सीनियर्स या फिर बॉस आपसे नाराज हो सकते हैं। वहीं स्वयं का व्यापार अथवा व्यवसाय होने की स्थिति में भी, काम पूरा होने की स्थिति में ही फायदे मिल सकेंगे। बेहतर होगा धैर्य के साथ काम किया जाए। जल्दबाजी की स्थिति में काम बिगड़ भी सकते हैं। अर्थात इस महीने धैर्य, समझदारी और अनुभव के साथ काम करना बहुत जरूरी रहेगा। भूमि, भवन से संबंधित मामलों में भी पूरी समझदारी और संयम के साथ काम करने की आवश्यकता रहेगी।
उपाय: उपाय के रूप में नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा।
मूलांक 8
यदि आप किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 8 होगा और मूलांक 8 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 1,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी की अंक 3 आपके लिए फ़ेवर में रह सकता है जबकि अंक 1 आपके विरोध में; बाकी के सभी अंक आपके लिए औसत लेवल के परिणाम दे सकते हैं। ऐसे में महीने का दूसरा हिस्सा तुलनात्मक रूप से बेहतर कहा जाएगा। महीने के पहले हिस्से में बहुत ही सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।
शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार के लापरवाही नहीं बरतनी है। किसी भी सरकारी कर्मचारी के साथ संबंधों को खराब नहीं करना है। यद्यपि यह महीना कुछ नए कामों की शुरुआत करवाने में मददगार बन सकता है लेकिन शुरुआत से पहले भली भांति पड़ताल और अच्छी योजना का होना बहुत जरूरी रहेगा। पिता और पिता तुल्य व्यक्तियों का मार्गदर्शन और आशीर्वाद लेकर आगे बढ़ाने की स्थिति में संतोषप्रद परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। वैसे इस पूरे महीने भर ही किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे।
उपाय: उपाय के रूप में सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
यदि आप किसी भी महीने की 9,18 या फिर 27 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 9 होगा और मूलांक 9 के लिए नवम्बर का महीना क्रमशः 2,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने कोई भी अंक आपके विरोध में नहीं है लेकिन अंक 9 के अलावा कोई भी अंक पूरी तरह से सपोर्ट में भी नहीं है। ऐसे में इस महीने ज्यादातर समय आपको मिले-जुले या औसत लेवल के परिणाम मिल सकते हैं। अंक 2 इस बात का संकेत कर रहा है कि यदि किसी कारण से आपके रिश्ते में इस समय अनुकूलता नहीं चल रही है तो यह महीना उस मामले में आपके लिए मददगार बन सकता है।
विशेषकर स्त्रियों से संबंधित रिश्तों को सुधारने में यह महीना आपके लिए बहुत मददगार रह सकता है। साझेदारी से जुड़े कामों का मामला भी आगे बढ़ सकता है और अच्छे परिणाम दे सकता है। इस महीने धैर्य की आवश्यकता भी रहने वाली है। यद्यपि आप यथा संभव धैर्य के साथ आगे बढ़ते हैं लेकिन कभी-कभी जोश की अधिकता के चलते अधीर भी हो जाते हैं। ऐसे में इस महीने धैर्य के लेवल को बढ़ाने की आवश्यकता रहेगी। ऐसा करने की स्थिति में परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर रह सकते हैं। कहने का तात्पर्य है कि महीना औसत या औसत से बेहतर परिणाम दे सकता है बस अनुभवी लोगों की मार्गदर्शन में, साथ ही साथ अपने स्वयं के अनुभवों से सीखते हुए आगे बढ़ते जाएं।
उपाय: उपाय की बात करें तो उपाय के रूप में केसर मिश्रित जल से शिवजी का अभिषेक करना शुभ रहेगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
नंबर 4 के लिए 2025 कैसा है?
यह महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमजोर भी रह सकते हैं।
6 नंबर में किसका प्रभाव है?
यह अंक 8,9,2,2,9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है।
7 नंबर का स्वामी कौन है?
अंक ज्योतिष के मुताबिक, 7 नंबर का स्वामी केतु है।
टैरो मासिक राशिफल: नवंबर 2025 में इन राशियों को मिलेगा बड़ा तोहफा!
टैरो मासिक राशिफल: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि नवंबर 2025 का यह महीना राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?
मेष राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो थ्री ऑफ पेंटाकल्सकार्ड प्यार के मामलों में अक्सर सहयोग, टीमवर्क और रिश्ते की मजबूत नींव को दर्शाता है। इसका मतलब हो सकता है कि कोई नया रिश्ता शुरू हो सकता है, या फिर अगर पहले से रिश्ता है तो साथ में किसी प्रोजेक्ट, लक्ष्य या घर से जुड़े काम करने से रिश्ते और बेहतर होंगे। यह कार्ड इस बात पर जोर देता है कि रिश्ते में खुलकर बात करना, एक-दूसरे का साथ देना और भविष्य की एक जैसी सोच रखना बहुत जरूरी है।
सन कार्ड आर्थिक जीवन में धन, सफलता और अच्छे नतीजों का संकेत देता है। यह बताता है कि भाग्य आपका साथ है और वित्तीय स्थिति बेहतर होने की संभावना है। यह कार्ड पैसे के मामलों में सकारात्मक सोच रखने को कहता है और इशारा करता है कि आपके काम के अच्छे परिणाम मिलेंगे जिससे आपको आर्थिक सुरक्षा और संतोष महसूस होगा। यह कार्ड यह भी याद दिलाता है कि आपको अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति के लिए आभारी रहना चाहिए।
नाइट ऑफ कप्स करियर के मामले में अच्छे बदलावों का संकेत देता है, खासकर उन क्षेत्रों में जो रचनात्मकता, समझदारी और भविष्य की संभावनाओं से जुड़े हैं। यह कार्ड बताता है कि नौकरी के लिए दिया गया आवेदन या किसी ऑफर का परिणाम अच्छा रहेगा और आप ऑफिस के किसी विवाद या समस्या को समझदारी से सुलझा पाएंगे। यह कार्ड यह भी कहता है कि अपनी रचनात्मक ताकतों का इस्तेमाल करें।
द चेरियट कार्ड आत्म-नियंत्रण, हिम्मत और किसी भी स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौती को पार करने की ताकत का प्रतीक होता है। यह कार्ड आपको बताता है कि अगर एक्टिव रहेंगे, मजबूत इरादा रखेंगे और फोकस बनाए रखेंगे, तो अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
शुभ मौसम: वसंत ऋतु
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: द इम्प्रेस
आर्थिक जीवन: द डेविल
करियर: द मून
स्वास्थ्य: पेज ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन में द इम्प्रेस कार्ड प्रेम संबंधों में प्यार, देखभाल और भरपूर ऊर्जा का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि आपके रिश्ते में स्थिरता है, गहरा भावनात्मक जुड़ाव है और आप दोनों एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील हैं। इसमें शारीरिक आकर्षण और भावनात्मक संतुलन दोनों की झलक मिलती है। यह नए रिश्ते की शुरुआत, विकास और रिश्ते में सुखद माहौल बनाए रखने का संकेत भी हो सकता है।
आर्थिक जीवन में द डेविल कार्ड नकारात्मक संकेत दे सकता है। यह लालच, ऋण में फँसना, गलत निवेश, या बिना सोचे-समझे जोखिम लेने जैसे व्यवहारों का प्रतीक है। यह चेतावनी देता है कि आप पैसों के प्रति अत्यधिक मोह या त्वरित लाभ के चक्कर में अपने नुकसान का रास्ता खोल सकते हैं। यह कार्ड वित्तीय धोखाधड़ी या भ्रमित करने वाले सिस्टम की ओर भी इशारा करता है।
करियर में द मून कार्ड भ्रम, अनिश्चितता और संदेह को दर्शाता है। आपको यह स्पष्ट नहीं हो रहा होगा कि आपको किस दिशा में जाना चाहिए, या आप अपने फैसलों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही, यह कार्ड कार्यस्थल पर धोखाधड़ी, झूठी जानकारी या अस्पष्ट संवाद की संभावना भी दिखाता है।
स्वास्थ्य के लिहाज से पेज ऑफ स्वॉर्ड्स का मानसिक स्पष्टता और बीमारी से उबरने की संभावना का प्रतीक है। यह बताता है कि आपके पास मानसिक शक्ति है जिससे आप स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर सकते हैं, लेकिन संतुलन बनाकर चलना जरूरी है। यदि यह कार्ड उल्टा आता है, तो यह मानसिक भ्रम या स्वास्थ्य से जुड़े तनाव को दर्शा सकता है।
शुभ मौसम: वसंत ऋतु
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: द हाई प्रीस्टेस
आर्थिक जीवन: सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स
यह कार्ड बताता है कि आपके रिश्ते में गहराई, आत्मिक जुड़ाव और मजबूत भावनात्मक रिश्ता है। यह एक ऐसे संबंध की ओर इशारा करता है तो अंतर्ज्ञान पर आधारित है लेकिन इसमें कुछ राज या छुपी बातें भी हो सकती है। इस कार्ड का संदेश है कि आपको अपने दिल की आवाज सुननी चाहिए, रिश्ते में पूरी ईमानदारी बरतनी चाहिए और धैर्य रखना चाहिए। यह प्रेम में भरोसे और समझदारी की अहयमित को दर्शाता है।
आर्थिक जीवन में एट ऑफ कप्स कार्ड सतर्कता की चेतावनी देता है। यह दर्शाता है कि आपके आसपास कोई व्यक्ति या शायद आप स्वयं, किसी वित्तीय धोखाधड़ी, चोरी या गलत सौदे में शामिल हो सकते हैं। यह कार्ड बताता है कि कोई मौका जितना अच्छा दिखता है वह शायद उतना सही न हो इसलिए पैसे से जुड़े मामलों में विशेष सावधानी बरतें और किसी भी प्रस्ताव को ठीक से जांचें।
करियर में नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड नौकरी या काम से जुड़ी चिंता और तनाव को दिखाता है। हो सकता है कि आप जरूरत से ज्यादा सोच रहे हों और काम की परेशानियां आपको मानसिक रूप से थका रही हों। यह कार्ड सलाह देता है कि अपने डर का सामना करें, किसी विश्वसनीय व्यक्ति से मदद लें और ऐसी आदतें अपनाएं जो आपको मानसिक शांति दें।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से क्वीन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड खुद का ध्यान रखने, अच्छी दिनचर्या और संतुलित जीवनशैली को दर्शाता है। अगर यह अपराइड आया तो यह अच्छी सेहत, व्यायाम और पोषक खानपान का संकेत देता है। लेकिन अगर यह रिवर्सड हो तो यह चेतावनी देता है कि आप खुद को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
शुभ मौसम: वसंत और ग्रीष्म
कर्क राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: द मैजिशियन
करियर: ऐट ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफपेंटाकल्स
टेन ऑफ कप्स कार्ड बताता है कि आपके जीवन में एक खुशहाल,सच्चा और संतुलित रिश्ता हो सकता है। अगर आप पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो यह प्यार, संतोष और गहराई का समय है। अगर आप सिंगल हैं, तो यह कार्ड संकेत देता है कि आपके जीवन में कोई ऐसा व्यक्ति आ सकता है जो आपके जीवनसाथी जैसा हो सकता है, यानी एक सच्चा प्यार और मजबूत रिश्ता शुरू हो सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें तो द मैजिशियन कार्ड बताता है कि आपके पास पैसे कमाने और अपने आर्थिक लक्ष्य पूरे करने की पूरी क्षमता है। आपने वो हुनर और संसाधन हैं जो आपको सफल बना सकते हैं। यह समय है कि आप अपनी काबिलियत का सही इस्तेमाल करें और खुद ही अपने लिए मौके बनाएं।
करियर की बात करें तो यह कार्ड बताता है कि आप जिस नौकरी या काम में हैं, वह आपको अब खुशी नहीं दे रहा है। आप कुछ नया सुकून देने वाला करना चाहते हैं। यह कार्ड यह भी संकेत देता है कि आप अपने करियर पर फिर से सोच सकते हैं या कुछ समय के लिए ब्रेक लेकर अपने फैसलों पर गौर कर सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में नाइन ऑफपेंटाकल्स कार्ड बताता है कि आप अच्छी सेहत की ओर बढ़ रहे हैं और आपने जो मेहनत की है, उसका फायदा मिल रहा है। अगर यह कार्ड रिवर्सड आता है, तो यह दर्शाता है कि आप अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं, या कुछ गलत आदतें परेशानी खड़ी कर सकती हैं, खासकर प्रजनन संबंधी मामलों में।
प्रेम जीवन में एट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आमतौर पर यह दर्शाता है कि आप किसी रिश्ते में फंसे हुए महसूस कर रहे हैं, जैसे आपके पास कोई और विकल्प नहीं हैं। यह भावना आत्म-संकोच, अपनी भावनाओं को बहुत ज्यादा न दिखाने का डर या बुरी यादों के कारण उत्पन्न हो सकती है। यह कार्ड यह याद दिलाता है कि आप अपनी परिस्थितियों को बदलने और अपनी सीमाओं को पार करने की ताकत रखते हैं।
आर्थिक जीवन में यह कार्ड पैसे से जुड़ी बातों संयम, संतुलन और दीर्घकालिक योजना को प्राथमिकता देता है, बजाय कि जल्दबाजी में खरीदारी करने या अत्यधिक बचत करने के। यह दिखाता है कि पैसों को ठीक से प्रबंधित करना जरूरी है, ताकि आप वित्तीय सुरक्षा प्राप्त कर सकें और एक संतुलित और सुखी जीवन जी सकें, बिना अधिक खर्च किए।
करियर में पेज़ ऑफ वैंड्स कार्ड आपके करियर के लिए अच्छा है, क्योंकि यह नए अवसरों, जोश और तरक्की की संभावना को दर्शाता है। यह एक रोमांचक समय का संकेत है, जिसमें नए प्रोजेक्ट या नए प्रयासों में सफलता मिलने का मौका हो सकता है। हालांकि, इसमें यह भी संकेत है कि उत्साह के साथ-साथ अच्छी योजना और तैयारी की भी आवश्यकता है।
स्वास्थ्य में फाइव ऑफ कप्स कार्ड अक्सर मानसिक तनाव, दुख या निराशा को दर्शाता है, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह बताता है कि ठीक होने के लिए आपको पुराने दर्द को समझकर, अंदरूनी भावनात्मक समस्याओं से निपटने की जरूरत है और समर्थन प्राप्त करना जरूरी है। यह कार्ड आराम और आत्म-देखभाल की आवश्यकता की ओर भी इशारा करता है, और यह मानसिक समस्याओं, अवसाद या नींद की कमी को भी इंगित कर सकता है।
प्रेम जीवन में नाइन ऑफ कप्स यदि अपराइट आता है, तो यह गहरी संतुष्टि, भावनात्मक पूर्णता और सफल रिश्ते को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि आप और आप साथी दोनों ही रिश्ते से खुश हैं और भावनात्मक जरूरतें पूरी हो रही हैं। अगर आप सिंगल हैं, तो यह दिखाता है कि आप भावनात्मक रूप से परिपक्व हैं और खुद से प्यार करते हैं इसलिए अब आप एक अच्छे रिश्ते के लिए तैयार हैं।
आर्थिक जीवन में नाइन ऑफ कप्स कार्ड आर्थिक स्थिरता, सुरक्षा और मेहनत के अच्छे परिणामों को दर्शाता है। यह समय जश्न का हो सकता है, जैसे कि कोई सफलता, प्रमोशन या लाभ जो अपनों के साथ बांटने लायक हो। दोस्तों और परिवार पर खर्च करना स्वाभाविक रहेगा, लेकिन ध्यान रखें कि खर्च अपनी योजना के अनुसार करें और हद से ज्यादा न जाएं।
करियर में टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आमतौर पर किसी काम के अंत, रुकावट या कठिन बदलाव का संकेत होता है। यह किसी प्रोजेक्ट के खत्म होने, नौकरी छूटने या अत्यधिक दबाव और थकान की स्थिति को दर्शा सकता है। हालांकि, यह भी बताता है कि इन सब के बाद ही आपको नई और बेहतर दिशा में बढ़ने का अवसर मिलेगा।
स्वास्थ्य में जस्टिस कार्ड स्वास्थ्य में संतुलन और न्याय का प्रतीक है। यह बताता है कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है, और किसी भी चीज़ में अति से बचना चाहिए। यह भी संकेत देता है कि अपने स्वास्थ्य से जुड़े फैसलों की जिम्मेदारी लेना जरूरी है, चाहे वे अच्छे हों या बुरे और अब उनके नतीजों से आपको गुजरना पड़ सकता है।
प्रेम जीवन में एस ऑफ स्वॉर्ड्स सच्चाई, स्पष्टता और नए शुरुआत का प्रतीक है। यह बताता है कि रिश्तों में खुलकर ईमानदारी से बात करने से पुराने झगड़े सुलझ सकते हैं और एक-दूसरे को बेहतर समझने का मौका मिल सकता है। यदि आप सिंगल हैं, तो यह दर्शाता है कि कोई ऐसा व्यक्ति आपके जीवन में आ सकता है, जो स्वतंत्र सोच वाला है और जिसकी बौद्धिक रुचियां आपसे मिलती-जुलती हैं।
आर्थिक जीवन में एस ऑफ कप्स कार्ड आमतौर पर एक सकारात्मक और लाभदायक नई शुरुआत को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि आपके लिए आर्थिक तरक्की के मौके आ रहे हैं, जिनमें खुशियों और संतोष का अनुभव भी शामिल हो सकता है। इसमें किसी नई साझेदारी, बढ़ी हुई आय या नए काम के जरिए सफलता मिलने के संकेत हो सकते हैं।
करियर में जजमेंट कार्ड करियर में बड़े बदलाव या पुनर्विचार का समय दर्शाता है। यह संकेत हो सकता है कि आपकी अब तक की मेहनत का मूल्यांकन हो रहा है, जिससे प्रमोशन या नए अवसर मिल सकते हैं। यह कार्ड आत्म-विश्लेषण की भी जरूरत बताता है और यह समझने की कि अतीत में किए गए कार्यों की जिम्मेदारी अब आपको खुद लेनी होगी।
स्वास्थ्य की बात करें तो थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड स्वास्थ्य से जुड़ी प्रगति, सुधार और आगे बढ़ने को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि आप एक स्वस्थ जीवन की दिशा में प्रयासरत हैं और अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। यह आपको नए विचारों और तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है और अपने अंदर की आवाज पर भरोसा रखने की सलाह देता है।
शुभ मौसम:पतझड़
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
करियर: द स्टार
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन में ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का अर्थ है कि आपके प्यार की जिंदगी में एक नई शुरुआत हो सकती है। यह एक ऐसा रिश्ता हो सकता है, जो भरोसेमंद, स्थिर और सुरक्षित हो। ये नया रिश्ता पूरी तरह से नया भी हो सकता है या फिर कोई पुराना दोस्त पुराना दोस्त अब प्यार में बदल रहा हो। यह संकेत देता है कि ये रिश्ता मजबूत नींव पर टिकेगा, समझदारी, आर्थिक स्थिरता और भविष्य की एक समान सोच के आधार पर।
टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड बताता है कि इस समय आपकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव हो सकता है और आपको बहुत सोच-समझकर पैसों का प्रबंधन करना होगा। आपको आय-व्यय का संतुलन बनाए रखना होगा, उधारी या कर्ज को ठीक से संभालना होगा और पैसे से जुड़े अहम फैसले लेने होंगे। साथ ही यह संकेत देता है कि अगर आप थोड़ी समझदारी और लचीलापन दिखाएं तो मुश्किलें संभाली जा सकती हैं।
करियर के क्षेत्र में द स्टार कार्ड का अर्थ है कि अब आपके पास अच्छे मौके आ सकते हैं। आपको अपने काम में सफलता मिलने के संकेत हैं, खासकर अगर आप किसी क्रिएटिव फील्ड में हैं। यह समय उम्मीदों और विश्वास से भरा हो सकता है। अगर पिछला वक्त करियर में कठिन था तो अब आप ठीक होने और आगे बढ़ने की दिशा में हैं।
नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड बताता है कि सेहत को सुधारने के लिए अब ठोस और फुर्तीले कदम उठाने की जरूरत है। यह समय है कि आप अपनी एनर्जी को अच्छे कामों में लगाएं, जैसे कि हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना। साथ ही, यह कार्ड संकेत देता है कि आपको नर्वस सिस्टम सांस से जुड़ी समस्याएं या कंधों की तकलीफ पर ध्यान देना पड़ सकता है।
इस कार्ड का मतलब है कि आपका रिश्ता संतुलित, समझदार और आपसी सहयोग वाला हो सकता है। इसमें दोनों लोग एक-दूसरे को भावनात्मक और कभी-कभी आर्थिक रूप से भी सहारा देते हैं। अगर रिश्ता अच्छा चल रहा है, तो यह कार्ड उस आपसी समझ को दर्शाता है। लेकिन यह कार्ड यह भी बताता है कि अगर रिश्ता असंतुलित हो रहा है, जैसे कि एक व्यक्ति ज्यादा दे रहा है और दूसरा सिर्फ ले रहा है, तो उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
आर्थिक स्थिति में नाइन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का मतलब है कि आप पैसों को लेकर संतुलन में रहेंगे। मानसिक शांति बनी रहेगी और आपकी सोच सकारात्मक होगी। आप दूसरों की मदद करने के लिए भी आगे आ सकते हैं, जैसे किसी को पैसे उधार देना, दान करना या किसी की आर्थिक रूप से मदद करना। हालांकि, यह कार्ड आपको सावधान भी करता है कि कहीं आप किसी जटिल या उलझे हुए पैसों के झमेले में न फंस जाएं और सिर्फ धन के पीछे भागते हुए ज़िंदगी के बाकी ज़रूरी पहलुओं को न भूल जाएं।
करियर में यह कार्ड बताता है कि आपने काम में बहुत मेहनत की है, मुश्किलों का सामना किया है और अब आप अपने मंजिल के बिल्कुल करीब हैं। थोड़ा और धैर्य और मेहनत आपको बड़ी सफलता दिला सकती है। यह समय ऐसा भी हो सकता है जब आप खुद को थका हुआ महसूस करें, लेकिन हार न मानें। यह कार्ड यह भी बताता है कि आपको अपनी ऊर्जा और संसाधनों की रक्षा करनी चाहिए क्योंकि आसपास के लोग या काम का दबाव आपको थका सकता है।
द चेरियट कार्ड सेहत को लेकर दर्शा रहा है कि अगर आप अपनी सेहत के प्रति सजग रहेंगे, खुद पर कंट्रोल रखेंगे और अच्छे निर्णय लेंगे, तो आप स्वास्थ्य की चुनौतियों को पार कर सकते हैं। यह आत्मनियंत्रण और इच्छाशक्ति का कार्ड है यानी अगर आपने ठान लिया कि आपको फिट रहना है, तो आप जरूर रहेंगे। यह शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत को सुधारने का समय हो सकता है, बशर्ते आप खुद को अनुशासित रखें।
शुभ मौसम: पतझड़ और सर्दी का मौसम
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मकर राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: द सन
करियर: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन में यह कार्ड बताता है कि आपके जीवन में एक नई और रोमांटिक प्रेम कहानी शुरू हो सकती है। अगर आप पहले से किसी रिश्ते में हैं तो यह शादी का प्रस्ताव या रिश्ता एक कदम आगे बढ़ाने का संकेत हो सकता है। इस समय भावनाएं गहरी होंगी, प्यार में अपनापन, संवेदनशीलता और आकर्षण बना रहेगा। साथ ही, यह कार्ड किसी अच्छी रोमांटिक खबर का इशारा भी करता है।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, द सन कार्ड बेहद शुभ माना जाता है। यह बताता है कि आपके आर्थिक हालात अच्छे रहेंगे। आपकी मेहनत रंग लाएगी, व्यापार और निवेश से फायदा हो सकता है। साथ ही यह कार्ड ये भी समझाता है कि आपको जो भी धन-संपत्ति मिली है, उसके लिए आभार प्रकट करना चाहिए और हर हाल में सकारात्मक सोच बनाए रखनी चाहिए, चाहे हालात थोड़े कठिन क्यों न हों।
करियर की बात करें तो यह कार्ड बताता है कि इस समय आपके करियर में टीम वर्क का बहुत महत्व है। अलग-अलग लोगों की क्षमताओं और नजरिए का सही इस्तेमाल कर आप अपने काम को आगे बढ़ा सकते हैं। मिलकर काम करना, सुझाव साझा और अपनी विशेषता तो टीम के साथ जोड़ना आपके करियर को आगे ले जाएगा।
सेहत थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड सेहत के मामले में थोड़ी चिंता का संकेत देता है, खासकर मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को लेकर। यह तनाव, चिंता या उदासी जैसी स्थितियों की ओर इशारा कर सकता है, जो किसी दुखद अनुभव या भावनात्मक आघात की वजह से हो सकती है। इसलिए इस समय अपने मानसिक स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें, और ज़रूरत हो तो किसी से बात जरूर करें।
शुभ मौसम : सर्दी का मौसम
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कुंभ राशि
प्रेम जीवन: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: एट ऑफ पेंटाकल्स
करियर: द वर्ल्ड
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ वैंड्स
किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड बताता है कि आपका साथी समझदार, सोच-विचार करने वाला और शायद भावनाओं को खुलकर न जताने वाला हो सकता है। यह रिश्ता दिल से ज्यादा दिमाग से जुड़ा होता है। इसमें एक-दूसरे की सोच, बातचीत और समझ का मेल होता है। आपका पार्टनर ऐसा हो सकता है, जो दिल की बजाय दिमाग से फैसले लेता हो और प्यार को भी बहुत तर्क और व्यावहारिक नज़रिए से देखता हो।
आर्थिक जीवन में एट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड कहता है कि आप मेहनती हैं और अपने काम को लगन से करते हैं। आपकी ये मेहनत और स्किल्स आपको आर्थिक रूप से स्थिर बनाएगी और आगे चलकर अच्छी कमाई भी हो सकती है। यह कार्ड बताता है कि आप सही रास्ते पर हैं और लगातार मेहनत से आर्थिक आजादी मिल सकती है। साथ ही, यह सलाह भी देता है कि अपने खर्चों पर ध्यान रखें और समय के साथ अपने हुनर को और बेहतर बनाएं।
द वर्ल्ड कार्ड इस बात का संकेत है कि आपके करियर में सफलता और संतुष्टि मिलने वाली है। आप किसी महत्वपूर्ण लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं या किसी बड़ी उपलब्धि को हासिल कर सकते हैं। यह कार्ड यह भी दिखाता है कि आपको काम के सिलसिले से यात्रा करनी सकती है या कोई बड़ा प्रोजेक्ट पूरा होने वाला है। साथ ही करियर में एक नए फेज़ की शुरुआत का भी संकेत दे सकता है।
नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड बताता है कि आपके अंदर जोश और ऊर्जा भरपूर है, लेकिन आप चीजों को जल्दबाजी में कर सकते हैं, जिससे चोट या नुकसान हो सकता है। यह कार्ड सलाह देता है कि जोश में होश न खोएं और अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहें।
शुभ मौसम: सर्दी का मौसम
मीन राशि
प्रेम जीवन: द लवर
आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
करियर: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ वैंड्स
द लवर कार्ड बताता है कि आपका और आपके पार्टनर का रिश्ता आत्मिक स्तर पर जुड़ा हुआ है। यदि आप सिंगल हैं, तो बहुत जल्द आपकी जिंदगी में कोई ऐसा आ सकता है, जो आपका सोलमेट होगा और अगर आप पहले से किसी रिश्ते में हैं या शादीशुदा हैं, तो यह दर्शाता है कि आप दोनों मिलकर अपना भविष्य संवारने की कोशिश कर रहे हैं और एक-दूसरे के साथ रहने के लिए ईमानदारी से मेहनत कर रहे हैं।
नाइट ऑफ पेंटाकल्स संकेत देता है कि आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आप सोच-समझकर निवेश कर रहे हैं ताकि भविष्य में अच्छा लाभ मिले। इस महीने आपको कोई नया मौका भी मिल सकता है या आमदनी का कोई और रास्ता खुल सकता है।
फोर ऑफ स्वॉर्ड्सकार्ड बताता है कि अगर हाल ही में काम या तनाव बहुत ज्यादा रहा है, तो अब आपको थोड़ा आराम करने की जरूरत है। यह समय खुद को आराम देने, मन की शांति पाने और दोबारा ऊर्जा जुटाने का है, ताकि आप फिर से काम पर लौटें, तो ज्यादा साफ सोच और नई ऊर्जा के साथ लौटें।
सिक्स ऑफ वैंड्स दर्शाता है कि अगर आप बीमार थे या किसी मुश्किल दौर से गुजरे हैं, तो अब सुधार होने वाला है। यह कार्ड बताता है कि अब सेहत में अच्छा सुधार होगा, ऊर्जा और आत्मविश्वास लौटेगा और आपकी कोशिशों का अच्छा नतीजा मिलेगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कौन सा टैरो कार्ड दो लोगों के बीच मिलन को दर्शाता है?
टू ऑफ कप्स
टैरो डेक में कितने कार्ड होते हैं?
78 कार्ड
एक डेक में कितने कोर्ट कार्ड होते हैं?
14 कार्ड
शुक्र का तुला राशि में गोचर: राशि सहित देश-दुनिया पर देखने को मिलेगा प्रभाव
एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का तुला राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि शुक्र के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा।
बता दें कुछ राशियों को शुक्र के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।
बता दें कि शुक्रका तुला राशि में गोचर 02 नवंबर 2025 की सुबह 01 बजकर 05 मिनट पर होगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को एक शुभ ग्रह माना गया है। यह ग्रह प्यार सौंदर्य, ऐश्वर्य, सुख-सुविधाएं, रिश्ते और भौतिक व कलात्मक इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करता है। शुभ ग्रहवृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं। यह मीन राशि में उच्च और कन्या राशि में नीच के माने जाते हैं। शुक्र जीवन के नाजुक और सुंदर पहलुओं का प्रतीक है। यह आकर्षण, मोहकता और मेलजोल को बढ़ाता है।
संक्षेप में, ज्योतिष में शुक्र को प्यार, सौंदर्य, कला, ऐश्वर्य और सामंजस्य का ग्रह कहा जाता है। लेकिन कुंडली में इसकी शक्ति या कमजोरी ही तय करती है कि ये आशीर्वाद जीवन में सहजता से मिलेंगे या चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। शुक्र ग्रह संगीत, चित्रकला, अभिनय, नृत्य, कविता और अन्य रचनात्मक कलाओं पर भी अधिकार रखता है। यह कारण है कि कलाकारों की कुंडली में अक्सर शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में पाया जाता है।
शुक्र का तुला राशि में गोचर: विशेषताएं
जब शुक्र ग्रह तुला राशि में होते हैं, तब व्यक्ति के स्वभाव में आकर्षण, शालीनता और एक बेहतरीन व्यवहार दिखाई देता है। शुक्र यहां आपके व्यक्तित्व और सौंदर्य का प्रतीक बनता है। दिल से आप हमेशा कोमल और भावनात्मक बने रहते हैं। ऐसे समय में व्यक्ति को अच्छा पहनना, सलीके से रहना और सबके प्रति दयालु होना पसंद आता है।
शुक्र जीवन में ग्लैमर और आकर्षण जोड़ता है, जिसकी वजह से लोग आपकी ओर सहज ही खिंचे चले आते हैं। आप अक्सर सबके ध्यान का केंद्र बने रहते हैं। शुक्र को प्रेम का ग्रह माना जाता है इसलिए यह आपकी खुशियों और सौंदर्य पर राज करता है। तुला राशि में शुक्र की स्थिति व्यक्ति को गहरा प्रेम करने वाला साथी बनाती है, जो रिश्ते के आर्थिक और भौतिक पहलुओं का भी सम्मान करता है।
ऐसे जातक दूसरों से गहरी भावनात्मक जुड़ाव रखते हैं और भीतर से हमेशा सुंदर व सजीव चीज़ों की ओर आकर्षित रहते हैं। आप जन्मजात मध्यस्थ होते हैं और अक्सर अपनी सहानुभूति व समझदारी से लोगों के बीच के विवादों को सुलझाने में सफल रहते हैं। चूंकि तुला राशि कल्पनाशीलता की प्रतीक है और शुक्र वायु का ग्रह है इसलिए इस स्थिति में भावनाएं सहज रूप से प्रवाहित होती हैं। तुला की विशेषता संतुलन है, इसलिए शुक्र के तुला राशि में रहने से जीवन में उचित न्याय, सामंजस्य और गहरी समझ का विकास होता है।
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शुक्र का तुला राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का तुला राशि में गोचर आपके सातवें भाव में हो रहा है। इस समय आपको अपने दोस्तों और परिचितों के साथ अधिक यात्रा करनी पड़ सकती है, जो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी। यह यात्राएं न केवल आपके रिश्तों को मजबूत करेंगी बल्कि कुछ नए अवसर भी दिला सकती हैं।
करियर की दृष्टि से यह समय आपके लिए शुभ है। आपको विदेश से जुड़े कार्यों में नए अवसर मिल सकते हैं। हो सकता है कि कोई नया रोजगार या जॉब ऑफर विदेश से आए, जिससे आपको प्रगति और आसा मिले। व्यवसाय करने वालों के लिए यह समय और भी खास है। आपको व्यापार में धन लाभ होने की संभावना है। विशेषकर मल्टी-लेवल मार्केटिंग या नेटवर्किंग बिज़नेस से जुड़े लोगों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। इस दौरान आप अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और आपकी मेहनत रंग लाएगी।
इसके अलावा, आपके मित्र भी इस समय आपकी मदद करने के लिए आगे आ सकते हैं और आपके प्रयासों को सफल बना सकते हैं और आपके प्रयासों को सफल बना सकते हैं। कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए नए अवसर आर्थिक लाभ और रिश्तों में सामंजस्य लेकर आने वाला है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। अभी शुक्र तुला राशि में आपके छठे भाव में गोचर कर रहा है। आर्थिक दृष्टि से यदि आपको किसी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए लोन लेने की जरूरत है, तो इस समय आपको उसका लाभ मिल सकता है। करियर में, आपकी कार्यशैली और व्यवहार आपको सफलता दिला सकता है। इस समय नए ऑनसाइट पोजीशन या कार्यस्थल पर अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
व्यवसाय के क्षेत्र में, इस दौरान आपको थोड़ा बहुत लाभ हो सकता है, लेकिन नए काम शुरू करना या बड़ा मुनाफा कमाना कठिन रहेंगे। बहुत बड़ी आर्थिक सफलता की संभावना कम है, इसलिए संतुलन और धैर्य रखना जरूरी होगा। व्यक्तिगत जीवन में, अपने जीवनसाथी से बातचीत करते समय सावधानी बरतें, क्योंकि बहस या तकरार की स्थिति बन सकती है। हालांकि, आप अपनी समझदारी से हालात संभालने में सक्षम रहेंगे।
कुल मिलाकर, यह गोचर वृषभ राशि वालों के लिए मिलाजुला फल देने वाला है। सही व्यवहार और धैर्य से आप परिस्थिति को अपने पक्ष में कर पाएंगे।
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का तुला राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा।
आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए लाभकारी रहेगा। आपकी परिस्थितियों में लचीलापन आएगा और धन बढ़ाने के प्रयास सफल हो सकते हैं। करियर में आपके मेहनत का फल मिलेगा। पदोन्नति मिलने की संभावना है और अच्छे पुरस्कार भी मिल सकते हैं।
व्यवसाय में,यदि आप स्पेकुलेशन या निवेश से जुड़े काम कर रहे हैं, तो इस दौरान अच्छा मुनाफा और बड़े रिटर्न मिल सकते हैं। व्यक्तिगत जीवन में, यह गोचर आपको अपने जीवनसाथी के साथ तालमेल और सामंजस्य बनाने का अवसर देगा।
आपसी संबंधों को और मजबूत करने के लिए बदलाव किए जा सकते हैं। कुल मिलाकर, मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र का यह गोचर धन करियर और रिश्तों, तीनों ही क्षेत्रों में शुभता और संतुलन लेकर आएगा।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे और यह आपके तीसरे व दसवें भाव के स्वामी हैं। इस कारण आप जीवन में बदलाव करने या कहीं स्थान परिवर्तन करने का निर्णय ले सकते हैं। इस समय आपकी बातचीत की कला बेहतरीन रहेगी। करियर की बात करें तो विदेश में नौकरी या नए अवसर मिलने की संभावना है, जिससे सफलता मिल सकती है।
व्यवसाय में आपको इस दौरान औसत लाभ हो सकता है, जिससे संभावना है कि आप पूरी तरह संतुष्ट नहीं रहेंगे। आर्थिक रूप से धीरे-धीरे धन प्राप्त होगा और आप उसमें से थोड़ी बहुत बचत कर पाएंगे। निजी जीवन में अपने जीवनसाथी के साथ कुछ बदलाव करके आप रिश्ते में सामंजस्य और नैतिक मूल्यों को बनाए रख सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र आपके दूसरे और नवें भाव के स्वामी होकर इस समय दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। इसके प्रभाव से आपको धन लाभ, पारिवारिक सुख और संपत्ति में वृद्धि जैसी खुशियां मिल सकती हैं। करियर के क्षेत्र में अपनी मेहनत रंग लाएगी और आप सहकर्मियों से आगे निकल सकते हैं। व्यवसाय में अच्छे मुनाफे की संभावना रहेगी और आप अपने प्रतिस्पर्धियों के लिए चुनौती बन सकते हैं।
आर्थिक दृष्टि से यह समय आपके लिए लाभदायक रहेगा, आप ज्यादा कमाई कर पाएंगे और बचत करने की प्रवृत्ति भी बढ़ेगी। साथ ही, आप इस दौरान उपयोगी चीजों में निवेश कर सकते हैं। निजी जीवन में जीवनसाथी के साथ अच्छा तालमेल रहेगा और आप दोनों उच्च मूल्य व सिद्धांतों को बनाए रख पाएंगे।
धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर इस समय ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहा है। इसके प्रभाव से इस अवधि में आपके प्रयास सफल हो सकते हैं और आपको व्यक्तिगत विकास व प्रगति पर ध्यान देने का मौका मिलेगा। नौकरी के क्षेत्र में आपको कार्य संबंधी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, जो आपके लिए लाभदायक साबित होंगी।
व्यवसाय में आप अपने पार्टनर के साथ बेहतर तालमेल बनाकर बातचीत के जरिए मजबूत कर पाएंगे। आर्थिक रूप से यह समय शुभ रहेगा, आपको अच्छा धन लाभ होगा और साथ ही अतिरिक्त लाभ या प्रोत्साहन भी मिलेगा, जिससे प्रसन्नता होगी। निजी जीवन में आप अपनी बात सीधे और स्पष्ट तरीके से रखेंगे, जिससे जीवनसाथी के साथ संबंध और मजबूत होंगे।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी होकर इस समय दसवें भाव में गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से आप लाभकारी संपत्ति में निवेश कर सकते हैं। अपने जीवन के दायरे को बढ़ा सकते हैं और आराम-सुविधाओं में वृद्धि कर सकते हैं।
करियर की दृष्टि से आपको नए रोजगार के अवसर मिल सकते हैं, जो अच्छे परिणाम देंगे। वरिष्ठ और सहकर्मियों का सहयोग भी प्राप्त होगा। व्यवसाय के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी और धन अर्जित करने के लिए अधिक अवसर मिलेंगे। कुछ लोग इस समय नया बिज़नेस भी शुरू कर सकते हैं।
आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी, आपको अतिरिक्त धन प्राप्ति के योग बनेंगे, जिससे प्रसन्नता मिलेगी। शुक्र के इस गोचर के दौरान बोनस या प्रोत्साहन भी आपकी आय में इज़ाफा करेंगे। व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ मिलकर आप अच्छे मूल्यों का निर्माण कर पाएंगे, जिससे आप दोनों के बीच निकटता और भी गहरी होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी होकर इस समय नवम भाव में गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से आपको अपने कार्यों में भाग्य का अधिक साथ मिलेगा और मेहनत के बल पर पदोन्नति भी मिलेगी। साथ ही, इस समय संपत्ति या रियल एस्टेट में निवेश करने के योग भी बन रहे हैं।
करियर की दृष्टि से वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना और मान्यता प्राप्त होगी। व्यवसाय में आप नए काम की शुरुआत कर सकते हैं, जिससे शानदार सफलता और आय में बढ़ोतरी होगी। नए व्यावसायिक अवसरों से लाभ होने के योग हैं।
आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए अच्छा रहेगा, आप धन अर्जित करने, बचाने और संपत्ति जुटाने में सक्षम होंगे। व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ तालमेल बेहतर रहेगा, आपसी समायोजन से संबंधों में संतोष और सुख बना रहेगा।
शुक्र का तुला राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपके लग्न और अष्टम भाव के स्वामी होकर इस समय पहले भाव में गोचर कर रहा है। इस दौरान आपको धैर्य रखने की जरूरत होगी ताकि जीवन में शांति और सामंजस्य बना रहे। अगर ऐसा नहीं किया, तो परेशानियां बढ़ सकती हैं। करियर के मामले में आपको काम से जुड़ा तनाव झेलना पड़ सकता है, जिससे दबाव बढ़ेगा।
व्यवसाय में इस समय कुछ महत्वपूर्ण अवसर और लाभ हाथ से निकल सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से यह समय सतर्कता बरतना का है, खासकर यात्रा के दौरान लापरवाही से धन हानि हो सकती है। व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ बातचीत ऐसी हो सकती है, जिससे नजदीकियों पर असर पड़े। वहीं अगर कोई छुपा रिश्ता है तो उसके उजागर होने से दांपत्य जीवन में समस्या खड़ी हो सकती है।
मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में गोचर कर रहा है। इस समय आपके लिए पैतृक संपत्ति या विरासत से लाभ मिलने की संभावना बन सकती है। साथ ही, आपका मन दूसरों की सेवा करने और एक ही काम पर ध्यान लगाने की ओर अधिक रहेगा।
करियर की बात करें, तो ऑफिस में आपको अपने सीनियर्स का दबाव झेलना पड़ सकता है। ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप अपने काम की योजना सही तरह से बनाएं और समय पर पूरा करें, तभी सफलता मिलेगी।
पैसों की स्थिति सामान्य रहेगी। जितनी जरूरत होगी उतनी कमाई और बचत हो पाएगी। अगर अचानक पैसों की कमी हो जाए, तो आपको कर्ज से सहारा मिल सकता है। निजी जीवन में जीवनसाथी के साथ तालमेल बिठाने में दिक्कत आ सकती है। ऐसे हालात में रिश्ते कमजोर हो सकते हैं और आप नैतिक मूल्यों से भी समझौता कर सकते हैं। इसलिए धैर्य और समझदारी से काम लेना आपके लिए बेहतर होगा।
शुक्र का तुला राशि में गोचर : विश्व स्तर पर प्रभाव
जब प्रेम, सुंदरता, कूटनीति, धन और सामंजस्य के कारक ग्रह शुक्र अपनी ही राशि तुला में गोचर करता है, तो यह बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली हो जाता है। इस दौरान संतुलन, रिश्ते, कला, न्याय और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति पर खास जोर रहेगा। चूंकि तुला राशि मेलजोल, समानता और न्याय की प्रतीक है, इसलिए शुक्र यहां परिष्कृत, रचनात्मक और शांति लाने वाली ऊर्जा को पूरे विश्व में फैलाता है।
कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध
देशों के बीच शांति वार्ता, समझौते और कूटनीतिक बातचीत में बढ़ोतरी होगी।
लंबे समय से चली आ रही समस्याओं और विवादों को सुलझाने की कोशिशें तेज़ हो सकती हैं।
राजनीतिक और आर्थिक स्तर पर नए गठबंधन और सहयोग बनने की संभावना है। हालांकि, इनमें से कुछ समझौते सतही हो सकते हैं और लंबे समय तक टिक नहीं पाएंगे।
वैश्विक अर्थव्यवस्था और व्यापार
तुला राशि में शुक्र के गोचर के दौरान फैशन, कॉस्मेटिक, लग्ज़री उत्पाद और कला के क्षेत्र लाभ में रह सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में सकारात्मकता देखने को मिल सकती है, खासकर उन उद्योगों में जो रियल एस्टेट, मनोरंजन, अवकाश और आभूषण से जुड़े हैं।
व्यापार समझौते व्यवसाय को मदद कर सकते हैं और मुद्राओं की अस्थायी स्थिरता भी ला सकते हैं।
कला, संस्कृति और मीडिया
तुला राशि में शुक्र के गोचर के दौरान कला, फैशन, सिनेमा और संगीत के क्षेत्र में नई जान आ सकती है।
सांस्कृतिक त्योहारों, कलात्मक सहयोगों और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी में वैश्विक रुचि बढ़ सकती है।
लोकप्रिय संस्कृति में सौंदर्य, एस्थेटिक्स और प्रेम व संबंधों के विषयों प्रमुखता पा सकते हैं।
वैश्विक स्तर पर मानवतावादी कार्यों पर जोर
इस समय दुनिया भर में समानता, न्याय और कानूनी सुधारों पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है।
महिलाओं के अधिकार, मानवाधिकार और सामाजिक संतुलन के लिए आंदोलनों में तेजी आ सकती है।
विवाह कानून, साझेदारी और पारिवारिक ढांचे पर चर्चा भी प्रमुख रूप से सामने आ सकती है।
शुक्र का तुला राशि में गोचर : शेयर बाजार की रिपोर्ट
इस दौरान बाजार का माहौल अधिक आशावादी और निवेशों के अनुकूल रहेगा।
ट्रेडर्स सुरक्षित और संतुलित रणनीतियों को अपनाएंगे, जोखिम लेने की बजाय स्थिरता और सामंजस्य पर ध्यान देंगे।
लक्जरी और प्रीमियम सेक्टर्स में संक्षिप्त रैलियां देखने को मिल सकती हैं।
कीमती धातुएं जैसे, चांदी, प्लेटिनम और हीरे की मांग बढ़ सकती है।
मुद्रा बाजारों में स्थिरता आ सकती है, क्योंकि व्यापारिक समझौते और कूटनीतिक वार्ताएं संतुलित रहेंगी।
सौंदर्य, कला और लाइफस्टाइल से जुड़े उत्पादों का वैश्विक व्यापार भी इस समय बढ़ सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. शुक्र का तुला राशि में गोचर कब होगा?
02 नवंबर 2025 की सुबह 01 बजकर 05 मिनट पर होगा।
2. तुला राशि के स्वामी कौन हैं?
शुक्र
3. कौन सी राशि में शुक्र उच्च के होते है?
शुक्र मीन राशि में उच्च के होते हैं।
छठ पूजा 2025: नहाय-खाय से लेकर सूर्योदय के अर्घ्य तक, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
सनातन धर्म में छठ पूजा का स्थान बेहद पवित्र और विशेष है। यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी लोक आस्था का प्रतीक माना जाता है।
छठ महापर्व साल में दो बार आता है, पहलाचैत्र मास में और दूसरा कार्तिक मास में। इनमें से कार्तिक मास का छठ पर्व सबसे ज्यादा लोकप्रिय और भव्य तरीके से मनाया जाता है। इस महापर्व की शुरुआत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और समापन सप्तमी को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होता है।
छठ पूजा का आरंभ ‘नहाय-खाय’ से होता है। इस व्रत में प्रकृति के साक्षात रूप सूर्य देव और उनकी बहन छठी मैया की उपासना की जाती है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में यह पर्व विशेष भव्यता से मनाया जाता है। धीरे-धीरे यह पर्व पूरे भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों तक भी अपनी आस्था और भक्ति की छाप छोड़ चुका है।
तो आइए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज एआई के इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं छठ पूजा 2025 की तिथि, मुहूर्त और महत्व के बारे में।
छठ पूजा 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 27 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगी और 28 अक्टूबर की सुबह 08 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में छठ का पर्व 28 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
सूर्य को अर्घ्य देने का समय
28 अक्टूबर (संध्या अर्घ्य) सूर्यास्त का समय : शाम 05 बजकर 46 मिनट
29 अक्टूबर (उषा अर्घ्य) सूर्योदय का समय : सुबह 06 बजकर 13 मिनट
छठ पूजा कैलेंडर 2025
25 अक्टूबर 2025, शनिवार (चतुर्थी): नहाय-खाय
26 अक्टूबर 2025, रविवार (पंचमी): लोहंडा और खरना
27 अक्टूबर 2025, सोमवार (षष्ठी): संध्या अर्घ्य
28 अक्टूबर 2025, मंगलवार (षष्ठी): उषा अर्घ्य और पारण का दिन
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा का महत्व सनातन धर्म में अत्यंत ऊंचा माना गया है। यह महापर्व सूर्यदेव और छठी मैया की आराधना का पर्व है। माना जाता है कि सूर्य देव जीवनदाता हैं और उनकी उपासना से आयु, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। छठी मैया को संतान की रक्षा और दीर्घायु प्रदान करने वाली देवी माना जाता है इसलिए माताएं विशेष रूप से अपने बच्चों के कल्याण के लिए इस व्रत को करती हैं।
यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि शुद्धता, आत्मसंयम और अनुशासन का प्रतीक भी है। व्रती चार दिनों तक कठोर नियमों का पालन करते हुए शरीर और मन को पवित्र रखते हैं, जिससे व्यक्ति की आत्मा शुद्ध होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
छठ पूजा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें कोई मूर्ति पूजा नहीं की जाती है, बल्कि प्रकृति के साक्षात रूप सूर्य और जल की आराधना की जाती है। यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि मानव जीवन का आधार प्रकृति है और उसका सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है। सामाजिक दृष्टि से छठ का महत्व बहुत बड़ा है।
इस दिन जाति, धर्म और वर्ग का भेद मिटाकर सभी लोग एक साथ घाटों पर जुटते हैं और सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। यह पर्व भाईचारे, समानता और एकता का प्रतीक है। वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो सूर्य की उपासना से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है, मानसिक शांति मिलती है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है। यही कारण है कि छठ पूजा को लोक आस्था का महापर्व कहा जाता है, जो न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
छठ पूजा 2025 के चार दिनों का महत्व
नहाय-खाय (पहला दिन)
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इस दिन व्रती घर की पूरी साफ-सफाई करते हैं और खुद भी पवित्र स्नान करके शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं। भोजन में पूरी तरह सात्विकता का ध्यान रखा जाता है। आमतौर पर चने की दाल, कद्दू की सब्जी और चावल बनाया जाता है। नहाय-खाय का महत्व यह है कि इस दिन व्रती शरीर और मन की शुद्धि करके आगे के कठिन व्रत के लिए स्वयं को तैयार करते हैं।
छठ पूजा 2025 पर खरना (दूसरा दिन)
दूसरे दिन को खरना कहते हैं। इस दिन व्रती पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं और शाम के समय सूर्यास्त के बाद खरना का प्रसाद बनाती हैं। खरना का प्रसाद आमतौर पर गुड़-चावल की खीर, रोटी और केला होता है। व्रती प्रसाद ग्रहण करती हैं और फिर इसे परिवार और आस-पड़ोस में बांटते हैं। खरना का महत्व यह है कि इससे आत्मा और शरीर दोनों को पवित्र किया जाता है और यह कठोर उपवास की शुरुआत का संकेत है।
छठ पूजा 2025 पर संध्या अर्घ्य (तीसरा दिन)
तीसरे दिन छठ व्रती पूरे दिन निर्जल उपवास करते हैं और शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। व्रती नदी, तालाब या घाट पर पहुंचकर जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं। इस दिन घाटों पर विशेष सजावट और सामूहिक पूजा का आयोजन होता है। संध्या अर्घ्य का महत्व यह है कि यह सूर्य की ऊर्जा और जीवनदायिनी शक्ति के प्रति आभार प्रकट करने का प्रतीक है।
उषा अर्घ्य या भोर का अर्घ्य (चौथा दिन)
चौथे दिन सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इसे उषा अर्घ्य कहा जाता है। यह क्षण छठ पूजा का सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है। व्रती जल में खड़े होकर सूर्य देव से परिवार की सुख- समृद्धि, संतान की दीर्घायु और आरोग्य की कामना करते हैं। इसके बाद ही व्रत का पारण किया जाता है।
छठ पूजा 2025 की सामग्री
छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की उपासना बड़े ही श्रद्धा और नियम से की जाती है। इस दिन पूजा की हर सामग्री का अपना अलग महत्व होता है। आइए जानते हैं छठ पूजा के दौरान कौन-कौन सी सामग्री आवश्यक होती है-
बांस की टोकरी (सूप): इसमें पूजा का प्रसाद और फल सजाए जाते हैं।
ठेकुआ: गेहूं के आटे और गुड़ से बनाया गया विशेष प्रसाद, जिसे सबसे पवित्र माना जाता है।
फलों का प्रसाद: केला, नारियल, गन्ना, सेब, नींबू, मौसमी और अन्य फल अर्घ्य में अर्पित किए जाते हैं।
गंगाजल: स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए अनिवार्य।
नारियल: जल से भरा नारियल पूजा सामग्री में विशेष महत्व रखता है।
दीपक: मिट्टी के दीये में शुद्ध घी डालकर सूर्य देव को अर्पित किए जाते हैं।
धूप और अगरबत्ती: आराधना और आरती के लिए उपयोग होती है।
सिंदूर और हल्दी: सुहागन स्त्रियों के लिए पूजन सामग्री का अहम हिस्सा।
कपूर: पूजा में आरती और वातावरण को पवित्र बनाने के लिए।
चावल, गुड़ और गेहूं: व्रत और प्रसाद में उपयोग की जाने वाली आवश्यक सामग्री।
छठ पूजा बेहद पवित्र और नियमों से जुड़ा हुआ पर्व है। इसमें व्रती सूर्य देव और छठी मैया की उपासना पूरे विधि-विधान से करते हैं। आइए जानते हैं पूजा करने का तरीका:
व्रती सबसे पहले गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करती हैं।
पूजा से पहले घर और आंगन को अच्छे से धोकर शुद्ध किया जाता है।
कार्तिक शुक्ल चतुर्थी यानी नहाय-खाय को व्रत शुरू होता है, व्रती इस दिन शुद्ध और सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं।
पंचमी को दिनभर निर्जला उपवास रखकर शाम को गुड़ और खीर, रोटी और फल का प्रसाद बनाकर पूजा की जाती है।
इसके बाद डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस समय व्रती बांस की टोकरी में प्रसाद और फल सजाकर जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्पित करते हैं।
अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और व्रत का समापन होता है।
पूजा के दौरान सूर्य देव और छठी मैया के भजन गाए जाते हैं और दीपक, अगरबत्ती, कपूर से आरती की जाती है।
छठ पूजा की कथाएं
छठ पूजा 2025 पर सूर्य पुत्र कर्ण की कथा
महाभारत के समय का यह प्रसंग है। सूर्य पुत्र कर्ण प्रतिदिन सूर्योदय और सूर्यास्त के समय जल में खड़े होकर सूर्य देव की पूजा और अर्घ्य अर्पित करते थे। उनकी इस साधना से उन्हें असीम शक्ति, तेज और दानवीरता प्राप्त हुई। कहते हैं कि छठ पर्व पर सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा कर्ण की तपस्या से ही जुड़ी हुई है।
राम और सीता से जुड़ी कथा
त्रेतायुग में भगवान श्री राम और माता सीता जब 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे और राजसूय यज्ञ करने लगे, तब उन्होंने कार्तिक शुक्ल षष्ठी को सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की। तभी से छठ पूजा का महत्व और अधिक बढ़ गया और यह पर्व परंपरा का हिस्सा बन गया।
छठ पूजा 2025 पर द्रौपदी और पांडवों की कथा
महाभारत काल में जब पांडव अपना राजपाट और सब कुछ जुए में हार गए, तब द्रौपदी ने छठ व्रत किया और सूर्य देव की उपासना की। सूर्य देव की कृपा से द्रौपदी की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हुईं और पांडवों को पुनः राजपाट मिला।
लोक मान्यता है कि छठी मैया वास्तव में सूर्य देव की बहन मानी जाती हैं। कहा जाता है कि छठी मैया की पूजा करने से संतान को लंबी उम्र, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि मिलती है। इसी कारण से यह पर्व विशेष रूप से संतान सुख और परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है।
छठ पूजा 2025 के दिन करें राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
मेष राशि छठ पूजा के दिन उगते सूर्य को जल में लाल फूल और गुड़ मिलाकर अर्घ्य दें। इससे करियर में प्रगति और धन लाभ होगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि सूर्य को दूध और जल मिलाकर अर्घ्य दें। इस दिन ठेकुआ और मीठा प्रसाद जरूर बांटें। इससे पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि छठी मैया को हरे फल (जैसे अमरूद या हरा नारियल) चढ़ाएं और गरीब बच्चों को मिठाई बांटें। इससे मानसिक तनाव दूर होगा और पढ़ाई में सफलता मिलेगी।
कर्क राशि
कर्क राशि सूर्य को खीर और दूध का भोग लगाएं। इस दिन चांदी का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा। इससे घर-परिवार में सुख और समृद्धि आएगी।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
छठ पूजा कब और कितने दिनों तक होती है?
छठ पूजा हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तक यानी 4 दिनों तक होती है।
छठ पूजा किसकी आराधना के लिए की जाती है?
इस पर्व पर सूर्य देव और छठी मैया की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
छठ पूजा की शुरुआत कैसे होती है?
इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इस दिन व्रती घर की सफाई कर स्नान करके शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं।
वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति का 12 राशियों पर कैसा पड़ेगा प्रभाव? जानें!
वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति: एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष लेख आपको ज्योतिष की दुनिया में होने वाली नवीनतम घटना की जानकारी प्रदान करेगा। इसी क्रम में, अब जल्द ही बुद्धि और वाणी के ग्रह बुध और साहस एवं पराक्रम के कारक मंगल देव वृश्चिक राशि में युति का निर्माण करने जा रहे हैं।
बता दें कि मंगल और बुध ग्रह की यह युति 27 अक्टूबर 2025 की दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर वृश्चिक राशि में होगी, जिसका प्रभाव संसार समेत सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगी। तो आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इन दोनों की युति के बारे में विस्तृत जानकारी।
जब बुध ग्रह और मंगल देव किसी राशि में युति का निर्माण करते हैं, तो यह दोनों ग्रह बुद्धि और कर्म का विशेष संयोजन तैयार करते हैं। एक तरफ. बुध महाराज बुद्धि, वाणी, तर्क, संचार कौशल और विश्लेषण क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि मंगल देव ऊर्जा, साहस, आक्रामकता और दृढ़ता को नियंत्रित करते हैं। हालांकि, बुध और मंगल ग्रह की यह युति आपको तेज़ बुद्धि, तुरंत निर्णय लेने की क्षमता और दूसरों को प्रेरित करने वाली वाणी प्रदान करेगी जो अक्सर व्यक्ति को निडर, साहसी और मजाकिया बनाने का काम करती है।
ऐसे जातक वाद-विवाद, लेखन रणनीति, कानून और तकनीक से जुड़े क्षेत्रों में महारत हासिल करते हैं। दूसरी तरफ, मंगल का यह गोचर आपको अधीर, आपके शब्दों और वाणी को कठोर, व्यर्थ की बहस या विवाद में फंसाने का काम कर सकता है जिसकी वजह आपका घमंड और कटु वचन हो सकते हैं। अगर बुध और मंगल की युति मज़बूत अवस्था में होती है, तो जातक को तेज़ बुद्धि, दृढ़ विश्वास, साहस और पूरे विश्वास के साथ अपने विचार और आइडिया रखने का साहस प्रदान करती है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति: 12 राशियों पर प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए मंगल और बुध देव की युति का निर्माण आपके आठवें भाव में होगा इसलिए यह युति थोड़ी कठिन रह सकती है। आपके लग्न भाव के स्वामी और ऊर्जा के कारक ग्रह मंगल आपके तीसरे व छठे भाव के स्वामी बुध देव के साथ युति का निर्माण करेंगे जो रहस्य, अचानक से होने वाले बदलावों और गूढ़ विषयों का भाव होगा। इसके परिणामस्वरूप, यह जातक को तेज़ और चीज़ों की गहराई तक जाने वाली बुद्धि प्रदान करेंगे जिसे रिसर्च, मनोविज्ञान, ज्योतिष या गुप्त विज्ञान से जुड़े क्षेत्रों के लिए सकारात्मक कहा जाएगा। साथ ही, आपके भीतर जीवन की हर समस्या का सामना करना का साहस होगा। हालांकि, यह दोनों ग्रह आपको तार्किक, रहस्यमयी और अचानक से विवादों में फंसने वाला बना सकते हैं, विशेष रूप से ससुराल वालों, भाई-बहनों या पार्टनर के साथ।
इस अवधि में इन जातकों को आर्थिक जीवन में पैतृक संपत्ति, इंश्योरेंस या संयुक्त संपत्ति को लेकर उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आपको किसी दुर्घटना, सर्जरी या तनाव की वजह से अपनी सेहत का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। मंगल और बुध की यह युति आपके रिश्ते में समस्याएं और चुनौतियों लेकर आ सकती हैं। दूसरी तरफ, अगर आप जीवन में संतुलन और अनुशासन बनाकर चलेंगे, तो आप आध्यात्मिक जीवन में प्रगति, परिवर्तन और ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे।
वृषभ राशि वालों की कुंडली में मंगल और बुध की युति का निर्माण आपके सातवें भाव में होगा जो रिश्तों और पार्टनरशिप में समस्याएं पैदा करने का काम करेंगे। बता दें कि वृषभ राशि के जातकों के लिए कुंडली का सातवां भाव विवाह, बिज़नेस पार्टनरशिप और सामाजिक जीवन से संबंधित होता है। वहीं, सातवें और बारहवें भाव के स्वामी मंगल देव आपके जीवन में तुरंत कार्यवाही, जुनून और अचानक से होने वाले विवादों को जन्म दे सकते हैं। दूसरी तरफ, बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें के स्वामी हैं जो आपके जीवन में संचार कौशल, बुद्धिमानी और आर्थिक प्रचुरता लेकर आते हैं। बुध और मंगल की युति जातकों को पार्टनरशिप में बुद्धिमान, सोच-विचार कर कदम उठाने वाला और बेहतरीन रणनीति बनाने वाला बनाएगी और ऐसे में, आपकी तरफ कोई बुद्धिमान और ऊर्जावान व्यक्ति आकर्षित हो सकता है।
हालांकि, मंगल महाराज की आक्रामकता और बुध की तीखी वाणी के मिलने से आपके जीवन में यह बार-बार विवाद, अहंकार से होने वाला टकराव या वैवाहिक जीवन में साथी पर हावी होने की स्थिति को पैदा कर सकती है। बता दें कि इस राशि के जातकों को पार्टनरशिप और बिज़नेस डील्स के माध्यम से लाभ प्राप्त होगा। अगर हम मंगल-बुध की शुभ दृष्टि की बात करें, तो इन दोनों ग्रहों के प्रभाव से आपको एक ऐसा जीवनसाथी मिल सकता है जो बुद्धिमान और साहसी होगा जिसके साथ आपका रिश्ता मज़बूत और लंबे समय तक बना रहेगा। लेकिन, इस युति का कुंडली में अशुभ प्रभाव होने पर जातकों को निजी और पेशेवर जीवन की पार्टनरशिप में उतार-चढ़ाव, विवाद या कानूनी मतभेद का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि वालों की कुंडली में बुध और मंगल ग्रह की युति आपके छठे भाव में बनने जा रही है जो आपको बुद्धि, साहस के बल पर समस्याओं से लड़कर उनसे बाहर आने में समर्थ बनाएगी। बुध देव आपके लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं जिसका संबंध बुद्धि, संचार कौशल और व्यक्तिगत क्षमताओं से होता है जबकि छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी मंगल महाराज विवाद, सेवा, कर्ज़ और लाभ आदि को दर्शाते हैं। जब यह दोनों ग्रह आपके छठे भाव में एक साथ आएंगे, तो आपकी विश्लेषण क्षमता को मज़बूत बनाएंगे। साथ ही, आप अपने प्रतिद्वंदियों को कार्यों और नीतियों के माध्यम से पराजित करने में सक्षम होंगे।
वृश्चिक राशि में बुध और मंगल की युति करियर में कानून, चिकित्सा, रक्षा या विश्लेषण से जुड़े क्षेत्रों के लिए फलदायी साबित होगी क्योंकि इन क्षेत्रों में व्यक्ति को समस्या का समाधान ढूंढ़ने के साथ-साथ साहस की भी जरूरत होगी। हालांकि, कुंडली में बन रही यह स्थिति जातकों को तर्क-वितर्क करने वाला और बेचैन बना सकती है। साथ ही, आप अपने सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ विवाद में भी पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से, मंगल-बुध की इस युति के प्रभाव से आपको तंत्रिका तंत्र, तनाव, एसिडिटी या चोट लगने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह आपके द्वारा हद से ज्यादा मेहनत करना हो सकता है। बात करें आर्थिक जीवन की, तो आपको यह युति सेवाओं, प्रतियोगिताओं और लगातार किए जा रहे प्रयासों के माध्यम से लाभ प्रदान करेगी। लेकिन, आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है जिसके चलते आप पर कर्ज़ बढ़ सकता है। अगर शुभ दृष्टि से देखें, तो मंगल-बुध की यह युति आपकी क्षमताओं में वृद्धि करवाएगी और ऐसे में, आप प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ अपने शत्रुओं पर विजय पाने में सक्षम होंगे, लेकिन इस युति के नकारात्मक प्रभाव से आपको विवाद, तनाव और काम के बोझ का सामना करना पड़ सकता है।
कर्क राशि के जातकों की कुंडली में वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति आपके पांचवें भाव में निर्मित होने जा रही है। ऐसे में, जुनून, बुद्धि और रचनात्मकता का यह संयोजन आपके प्रेम जीवन, शिक्षा और संतान से जुड़े क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। मंगल देव आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो महत्वाकांक्षा, ऊर्जा और प्रतिस्पर्धा का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि बुध महाराज आपके तीसरे और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं और यह शानदार संचार कौशल, बेहतरीन विश्लेषण क्षमता तथा रचनात्मक विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में, जब यह दोनों ग्रह आपके पांचवें भाव में एक साथ बैठे होंगे, तब जातकों को तेज़ बुद्धि, तुरंत फैसले लेने की क्षमता और रचनात्मकता प्रदान करेंगे, लेकिन अपने शब्दों की वजह से आप दूसरों के साथ बहस में पड़ सकते हैं।
बुध और मंगल देव की यह युति आपको शिक्षा, सट्टेबाजी, राजनीति, शिक्षण के साथ-साथ ऐसे क्षेत्रों में सफलता प्रदान करेगी जहाँ तार्किक बुद्धि और साहस की आवश्यकता होगी। बात करें प्रेम जीवन की, तो इस अवधि में आपका प्रेम गहरा होगा, एक-दूसरे के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और वाणी में भी मधुरता आएगी। संतान के संबंध में, मंगल और बुध की युति आपके मन में ख़ुशी और बेचैनी दोनों पैदा कर सकती है। इस दौरान आप अपने बच्चों को अनुशासन सिखाएंगे और कभी-कभी कठोरता के साथ उनका मार्गदर्शन भी कर सकते हैं। इन दोनों ग्रहों का शुभ प्रभाव होने पर आपको शिक्षा में नेतृत्व करने वाला, वाद-विवाद में माहिर और सट्टेबाजी में सफलता दिला सकती है। वहीं, यह युति अशुभ होने पर प्रेम जीवन, शिक्षा, संतान और निवेश से जुड़े क्षेत्रों में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सिंह राशि वालों के लिए मंगल और बुध की युति का निर्माण आपके चौथे भाव में होने जा रहा है जो आपके घर, पारिवारिक जीवन और आंतरिक शांति को प्रभावित करेगा। साथ ही, यह आपको बेचैन भी कर सकता है। आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी के रूप में मंगल ऊर्जा, भाग्य और किस्मत को दर्शाते हैं जबकि बुध देव आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जिसका संबंध वाणी, धन और सामाजिक जीवन से है। अब वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति आपके चौथे भाव में होने जा रही है जो आपको सुख-सुविधाओं से पूर्ण जीवन, संपत्ति और अपनी अलग पहचान बनाने को लेकर महत्वाकांक्षी बनाएगी। साथ ही, यह बुद्धि को तेज़ और आपको दृढ़ बनाने का काम करेगी।
मंगल और बुध की युति सिंह राशि के जातकों को रियल एस्टेट, शिक्षा, पब्लिक स्पीकर, जनता या देश से जुड़े करियर में सफलता प्रदान करेगी। बता दें कि इस दौरान आपकी वाणी कटु और कठोर हो सकती है जो परिवार के साथ बहस या मतभेद का कारण बन सकती है। साथ ही, परिवार को नियंत्रित करने का प्रयास करने या फिर संपत्ति से जुड़े विवाद के कारण आपके घर-परिवार में अशांति का माहौल बन सकता है। वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति का शुभ प्रभाव होने से आपकी इच्छाशक्ति मज़बूत होगी और आप आर्थिक जीवन में प्रगति हासिल करेंगे। साथ ही, आप अपने बेहतरीन संचार कौशल के माध्यम से दूसरों को प्रभावित करने में भी सक्षम होंगे। लेकिन, इन दोनों ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव होने से आप भावनात्मक रूप से बैचैन नज़र आ सकते हैं और परिवार में भी समस्याएं जन्म ले सकती हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके लग्न भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, मंगल महाराज आपके तीसरे भाव तथा आठवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके साहस, पडोसी और भाई-बहन के भाव अर्थात तीसरे भाव में युति का निर्माण करेंगे। ऐसे में, यह दोनों ग्रह आपके व्यक्तित्व को निडर, तेज़ और तुरंत कदम उठाने वाला बनाएंगे। बुध और मंगल ग्रह का प्रभाव आपको साहसी, बुद्धिमान और बातचीत में माहिर बनाने का काम करेगा। बता दें कि कुंडली का तीसरा भाव साहस, भाई-बहन, संचार कौशल और प्रयासों को दर्शाता है और इस भाव में मंगल-बुध की युति का निर्माण होने से आप बेखौफ, वाणी से दूसरों को प्रभावित करने वाले और वाद-विवाद में निपुण बनेंगे।
इस राशि के जातकों का जुड़ाव लेखन, मीडिया, कानून या किसी ऐसे करियर से हो सकता है जहां आपको तेज़ बुद्धि और दृढ़ता की आवश्यकता होगी। हालांकि, आठवें भाव के स्वामी के रूप में मंगल देव आपको भाई-बहनों के साथ मतभेद दे सकते हैं या लगातार प्रयासों के बल पर आपको एकदम से परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं या यह आपकी वाणी को कठोर बना सकते हैं। सिंह राशि के जातक मेहनती और महत्त्वाकांक्षी होंगे, लेकिन कभी-कभी यह जल्दबाज़ी में निर्णय ले सकते हैं। हालांकि, मंगल और बुध का शुभ प्रभाव होने पर आप लक्ष्यों को पाने के लिए समर्पित रहेंगे और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ेंगे। लेकिन, इस युति के अशुभ प्रभाव से आपको मतभेद, गलतफ़हमियों और रिश्तों में भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जबकि मंगल देव आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में, बुध और मंगल महाराज की युति आपके दूसरे भाव में होने जा रही है जिसका सीधा प्रभाव आपकी वाणी, धन और पारिवारिक जीवन पर पड़ेगा। साथ ही, आपकी वाणी तीखी होगी और आप बेबाक तरीके से अपनी राय रख सकेंगे। लेकिन, कभी-कभी आपके शब्द कठोर हो सकते हैं। आपको आर्थिक जीवन में बड़े फैसले लेने, बिज़नेस पार्टनरशिप या संचार से जुड़े क्षेत्रों में लाभ की प्राप्ति होगी।
हालांकि, तुला राशि में बुध और मंगल ग्रह की प्रवृति मारक होती है इसलिए यह युति परिवार में मतभेद, संपत्ति से जुड़े विवाद या फिर आर्थिक जीवन में अस्थिरता लेकर आ सकती है। इस युति के सकारात्मक पक्ष को देखें, तो यह जातक ज्ञानी, तार्किक और आर्थिक स्थिति मज़बूत बनाने को लेकर समर्पित रहेंगे। हालांकि, इन जातकों को कई समस्याओं के बाद सफलता की प्राप्ति होगी, लेकिन फिर भी आपको शब्दों का इस्तेमाल सोच-समझकर करना होगा और परिवार से जुड़े मामलों में धैर्य बनाकर रखना होगा। धन से जुड़ी योजनाओं का निर्माण भी सोच-समझकर करना होगा ताकि आप इस युति के दौरान संतुलन बना रहे।
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध देव आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, मंगल ग्रह आपके लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह दोनों ग्रह आपके लग्न भाव में युति का निर्माण करने जा रहे हैं और ऐसे में, इस युति के प्रभाव से आपका व्यक्तित्व तीव्र, मज़बूत और तुरंत कार्य करने वाला बनेगा। साथ ही, आपकी इच्छाशक्ति और चीज़ों का विश्लेषण करने की क्षमता भी मज़बूत होगी। मंगल और बुध के प्रभाव से आप जीवन में निडरता के साथ आगे बढ़ेंगे। हालांकि, जब मंगल की उग्र ऊर्जा बुध देव के तर्क के साथ मिलेगी, तो यह दोनों ग्रह जातक को अधीर और दूसरों से बहस करने वाला बना सकती है या फिर आप हद से ज्यादा आलोचना करने वाले बन सकते हैं।
आठवें भाव पर बुध देव का प्रभाव होने से वृश्चिक राशि के जातकों का झुकाव गहराई से चीज़ों के बारे में जानने, जिज्ञासु, रिसर्च, और गूढ़ विज्ञान में होगा जबकि इनका ग्यारहवें भाव से संबंध आपको नेटवर्किंग और सामाजिक जीवन के माध्यम से लाभ प्रदान करेगा। स्वास्थ्य की बात करें तो, मंगल और बुध की यह युति कभी-कभी आपको तनाव या घबराहट देने का काम कर सकती है या फिर आप इस दौरान जल्दबाजी में कार्यों को कर सकते हैं जिससे स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले सकती हैं। वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति का शुभ प्रभाव आपको समस्याओं का समाधान खोजने वाला, निडर लीडर और बुद्धिमानी से नीतियों का निर्माण करने वाला बनाएगा। लेकिन, इस युति का नकारात्मक प्रभाव होने पर आपको प्रेम जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप स्वभाव से बेचैन और आक्रामक हो सकते हैं।
धनु राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, मंगल देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं। ऐसे में, वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति आपके बारहवें भाव में हो रही है जो आपके जीवन में रिश्तों, करियर और आध्यात्मिक जीवन को प्रभावित करेगी। इस युति के प्रभाव से आपको मजबूत व्यक्तित्व और कल्पनाशील बुद्धि प्राप्त होगी जो उन लोगों के लिए मददगार साबित होगी जिनका संबंध रिसर्च और विदेश से है। यह जातक रणनीति, मेडिसिन, गूढ़ विज्ञान या तकनीक से जुड़े क्षेत्रों में करियर बनना पसंद करेंगे।
इस अवधि में आपके रिश्ते मज़बूत होंगे जो कि गुप्त और रहस्यमय हो सकते हैं। साथ ही, आपको अहंकार की वजह से वैवाहिक जीवन में समस्याओं और गलतफ़हमियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके खर्चों में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है, विशेष रूप से पार्टनरशिप और सट्टेबाजी के माध्यम से। लेकिन, बारहवें भाव में पांचवें भाव की उपस्थिति आपको रचनात्मक और आध्यात्मिकता का आशीर्वाद देगी। कुंडली में मंगल और बुध की स्थिति के मज़बूत होने से आप गहराई से सोच-विचार करने वाले बनेगे और आप रिसर्च या आध्यात्मिक जीवन में प्रगति हासिल करेंगे। लेकिन, इस संयोजन के नकारात्मक प्रभाव से आप जल्दबाज़ी में निर्णय ले सकते हैं और आपको नींद न आना, अज्ञात शत्रुओं या शादी-विवाह में तनाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। वहीं, मंगल महाराज आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। बता दें कि वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रही है और ऐसे में, यह जातको को लाभ प्रदान करेगी, विशेष रूप से सामाजिक जीवन और महत्वाकांक्षाओं के संबंध में। यह युति जातक को अपने जीवन के रिश्तों, दोस्तों और पेशेवर जीवन में बुद्धिमान, निडर और प्रेरणादायक बनाएगी। इसके परिणामस्वरूप, आप अपने जीवन में बेहतरीन संचार कौशल, सोच-समझकर उठाए गए कदमों और साहसिक फैसलों के बल पर सफलता प्राप्त करेंगे। संभव है कि आपको प्रभावशाली लोगों के माध्यम से भी लाभ की प्राप्ति होगी।
नौवें भाव के स्वामी के रूप में बुध ग्रह आपके जीवन में लगातार किए जा रहे प्रयासों के माध्यम से सौभाग्य लेकर आएंगे, जबकि छठे भाव के स्वामी मंगल देव की उपस्थिति विवाद, प्रतिस्पर्धा, या सामाजिक जीवन में या दोस्तों के बीच गलतफ़हमियां पैदा कर सकती है। आर्थिक जीवन में इन दोनों ग्रहों की युति आपको अप्रत्याशित रूप से अच्छा-ख़ासा लाभ दिला सकती है। हालांकि, कभी-कभी आप दूसरों के साथ मतभेदों या विवाद में भी पड़ सकते हैं। वृश्चिक राशि में मंगल-बुध की युति कुंडली में मज़बूत होने पर जातक समाज या पेशेवर जीवन में नेतृत्व कर सकता है। ऐसे में, वह हर चुनौती को अवसर में बदलने में सक्षम होगा। लेकिन, इन दोनों ग्रहों के दुर्बल होने पर जातकों को दोस्ती में समस्या, अहंकार का टकराव या लक्ष्य पाने को लेकर अत्यधिक जुनूनी होना जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है।
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जबकि मंगल महाराज को तीसरे और दसवें भाव पर आधिपत्य प्राप्त हैं। इसी क्रम में, अब मंगल और बुध देव युति का निर्माण आपके दसवें भाव में कर रहे हैं जिसका प्रभाव आपके करियर, अधिकार और सामाजिक छवि पर नज़र आ सकता है। यह स्थिति आपको पेशेवर जीवन में तेज़ बुद्धि, साहसिक और निडर बनाएगी। इस युति के प्रभाव से जातक महत्वाकांक्षी, बेहतरीन रणनीति बनाने वाला और मेहनती बनेगा, विशेष रूप से वह उन क्षेत्रों में सफलता हासिल करेगा जिसमें विश्लेषण, तकनीकी ज्ञान, रिसर्च, मज़बूत संचार कौशल या नेतृत्व की क्षमता की आवश्यकता होगी।
पांचवें भाव के स्वामी बुध महाराज आपको करियर के क्षेत्र में रचनात्मकता और बुद्धिमानी का आशीर्वाद देंगे। वहीं, दसवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह आपको मोटिवेशन, प्रगति और दृढ़ता प्रदान करेंगे। हालांकि, आठवें भाव से बुध का संबंध आपके जीवन में अचानक से उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है और ऐसे में, आपको कार्यक्षेत्र में राजनीति या फिर करियर में अचानक से बदलाव देखने को मिल सकता है। बुध और मंगल देव वृश्चिक राशि में बैठकर आपको वरिष्ठों और अधिकारियों के साथ वाद-विवाद करने वाला बना सकते हैं। साथ ही, आप इस दौरान समस्याओं का सामना डटकर करेंगे और हर चुनौती को अवसर में बदलने में सक्षम होंगे। इस युति का आप पर शुभ प्रभाव होने से आपको सरकार, तकनीक प्रबंधन या रणनीति से जुड़े क्षेत्रों में सफलता की प्राप्ति होगी। अगर इसका प्रभाव कमज़ोर हुआ तो आपको वरिष्ठों के साथ समस्याओं, कार्यक्षेत्र में तनाव या फिर आप जल्दबाज़ी में कुछ ऐसे फैसले ले सकते हैं जिनका असर आपके मान-सम्मान पर पड़ सकता है।
मीन राशि के जातकों की कुंडली में बुध देव आपके चौथे और सातवें भाव के अधिपति देव हैं, जबकि मंगल महाराज आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह दोनों ग्रह वृश्चिक राशि में आपके नौवें भाव में युति करने जा रहे हैं जो आपके भाग्य, सीखने की क्षमता और दूर स्थान से जुड़े मामलों को गहराई से प्रभावित करेंगे। इस युति के प्रभाव से जातक तेज़ बुद्धि वाला, अपने विचारों को निडरता से रखने वाला, तार्किक और किसी बात की गहराई तक जाने वाला बनेगा। ऐसे में, इन लोगों का झुकाव लॉ, फिलॉसफी और अध्यात्म से जुड़े क्षेत्रों में बढ़ेगा। कुंडली में नौवें भाव का संबंध धर्म, पिता, टीचर और भाग्य से होता है और ऐसे में, इस भाव के स्वामी मंगल आपकी इच्छाशक्ति और दृढ़ता को मज़बूत बनाने का काम करेगा, तो दूसरी तरफ बुध देव आपकी तर्क, और वाद-विवाद की क्षमता में वृद्धि करवाएंगे।
ऐसा जातक पुराने समय से चली आ रही मान्यताओं या परंपराओं पर सवाल उठता हुआ नज़र आ सकता है और आध्यात्मिक क्षेत्र या फिर कुछ विषयों पर रिसर्च कर सकता है। साथ ही, आपको विदेश के माध्यम से लाभ प्राप्त होने की संभावना है। हालांकि, इन जातकों का पिता, गुरु या टीचर के साथ विवाद होने की आशंका है जिसकी वजह अहंकार का टकराव हो सकता है। इसके अलावा, ससुराल पक्ष और पति के साथ भी विचारों में भिन्नता होने के कारण आपको रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। मंगल और बुध की युति का शुभ प्रभाव होने से तेज़ बुद्धि, साहस, शिक्षा में सफलता और साहसिक क़दमों के माध्यम से आपको लाभ की प्राप्ति होगी। दूसरी तरफ, इसका नकारात्मक असर होने पर आपको परंपराओं को लेकर विवाद या फिर उच्च शिक्षा में मार्ग में अचानक से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कौन सा ग्रह रूचक योग का निर्माण करेगा?
वृश्चिक राशि में मंगल देव का गोचर होने से रूचक योग निर्मित होगा।
बुध ग्रह से कौन सा राजयोग निर्मित होता है?
बुध देव द्वारा भद्रा योग का निर्माण होता है।
क्या मंगल और बुध मित्र हैं?
नहीं, मंगल और बुध दोनों एक-दूसरे के प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं।
चार महीने बाद देवउठनी एकादशी पर योग निद्रा से जागेंगे श्रीहरि, नोट कर लें तिथि!
साप्ताहिक राशिफल 27 अक्टूबर से 02 नवंबर 2025: हर सप्ताह एस्ट्रोसेज एआई अपने पाठकों के लिए “साप्ताहिक राशिफल” का यह ब्लॉग लेकर आता रहा है, जिसके माध्यम से आपको “अक्टूबर 2025” के अंतिम सप्ताह से संबंधित सारी जानकारी विस्तारपूर्वक प्राप्त होगी। साथ ही, अगर आप उत्सुक हैं, तो यह ब्लॉग इस सप्ताह को लेकर आपके मन में उठने वाली जिज्ञासाओं को शांत करेगा।
साप्ताहिक राशिफल के इस स्पेशल लेख में आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे करियर, व्यापार, प्रेम से लेकर वैवाहिक जीवन तक का संपूर्ण भविष्यफल प्राप्त होगा। इस सप्ताह आप ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कैसे कम कर सकते हैं, इसके लिए हम आपको उपाय भी प्रदान करेंगे।
बता दें कि साप्ताहिक राशिफल का यह लेख हमारे अनुभवी और विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों-नक्षत्रों की चाल, दशा और स्थिति के आधार पर तैयार किया गया है, जिसके अंतर्गत आप सभी 12 राशियों के राशिफल के अलावा अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पड़ने वाले ग्रहण-गोचर, व्रत-त्योहारों और बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में भी जान सकेंगे। साथ ही, इस हफ्ते जन्मे मशहूर हस्तियों से भी अवगत करवाएंगे। तो आइए हम आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं साप्ताहिक राशिफल के इस लेख की।
इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना
अक्टूबर 2025 का यह अंतिम सप्ताह होगा और इसी के साथ हम वर्ष के ग्यारहवें महीने नवंबर में भी प्रवेश कर जाएंगे। अगर हम बात करें इस सप्ताह के हिंदू पंचांग की, तो इस हफ़्ते की शुरुआत मूल नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि अर्थात 27 अक्टूबर 2025 को होगी।
वहीं, इस सप्ताह का समापन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर होगा। धार्मिक दृष्टि और ज्योतिषीय दृष्टि से यह सप्ताह शुभ कहा जाएगा क्योंकि इस सप्ताह कई बड़े पर्व मनाए जाएंगे और ग्रहों के गोचर भी होंगे। इनके बारे में हम आगे से विस्तार से बात करेंगे।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की पूरी सूची
व्रत एवं पर्व हमारे जीवन को ख़ुशियों और उमंग से भरने का काम करते हैं। साथ ही, यह हमें हमारे अपनों से मिलने के मौके देते हैं। ऐसे में, व्रत और त्योहारों की तिथियों को याद रखना महत्वपूर्ण होता है, लेकिन आजकल व्यक्ति के लिए अपनी भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में समय पर भोजन करना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में, व्रत एवं पर्वों की तिथियां अक्सर हम भूल जाते हैं और आपको ऐसी किसी परिस्थिति का सामना न करना पड़ें, इसलिए यहाँ हम आपको अक्टूबर 2025 के अंतिम सप्ताह यानी 27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025 के दौरान पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियां प्रदान कर रहे हैं जो इस प्रकार हैं:
छठ पूजा (28 अक्टूबर 2025, मंगलवार): छठ पर्व लगातार छह दिनों तक चलने वाला पर्व है जो हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इसे छठ पूजा और सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। दिवाली के 6 दिन बाद छठ पूजा को किया जाता है और इस पर्व को मुख्य रूप से उत्तर भारत के बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है।
देवुत्थान एकादशी (02 नवंबर 2025, रविवार): देवउठनी एकदशी को सभी एकादशी तिथियों में सर्वाधिक महत्व दिया गया है। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार महीनों तक योगनिद्रा में रहने के बाद जागते हैं। पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इसे देवोत्थान, देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि भगवान विष्णु आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को शयन करते हैं और कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन उठते हैं। इस दिन चातुर्मास का भी अंत हो जाता है।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।
इस सप्ताह में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
व्रत-त्योहारों की तिथियों से आपको अवगत करवाने के बाद अब हम इस सप्ताह में होने वाले ग्रहण और गोचर के बारे में चर्चा करेंगे। जैसे कि हम हमेशा से आपको बताते आए हैं कि ग्रहण और गोचर दोनों ही ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण घटना मानी गई है। इनका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। इस सप्ताह की बात करें तो, अक्टूबर 2025 के अंतिम सप्ताह यानी 27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025 में दो ग्रहों के गोचर होने जा रहे हैं। कौन से हैं वह ग्रह? चलिए जानते हैं।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर (24 अक्टूबर 2025): बुध देव को ग्रहों के राजकुमार कहा जाता है जो बुद्धि, वाणी और संचार के ग्रह हैं। अब यह 27 अक्टूबर 2025 की दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर वृचिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
शुक्र का तुला राशि में गोचर (02 नवंबर 2025): प्रेम, भोग-विलास और ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र देव 02 नवंबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 05 मिनट पर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में, इस गोचर का असर सभी राशियों के प्रेम जीवन पर नज़र आ सकता है।
नोट: अक्टूबर के इस अंतिम सप्ताह अर्थात 27 अक्टूबर से 02 नवंबर 2025 के दौरान कोई ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।
इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश
यदि आपको भी बैंक से जुड़ा कोई काम है या किसी काम को पूरा करने के लिए बैंक जाना है, लेकिन आप नहीं जानते हैं कि किस दिन बैंक बंद है? तो यहाँ हम आपको अक्टूबर के चौथे सप्ताह (27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025) में पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तिथियां प्रदान करने जा रहे हैं जिससे आप अपने काम समय पर पूरे कर सकेंगे।
आइए अब हम आपको अवगत करवाते हैं इस सप्ताह के शुभ मुहूर्तों से।
इस सप्ताह (27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025) के शुभ मुहूर्त
साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग के माध्यम से हमने आपको इस सप्ताह के व्रत-त्योहार, ग्रहण, गोचर और बैंक अवकाशों के बारे में जानकारी प्रदान की। अब हम आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं 27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025 के दौरान उपलब्ध शुभ मुहूर्तों से।
इस सप्ताह (27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025) के नामकरण मुहूर्त
अगर आप अपने शिशु का नामकरण संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त ढूंढ रहे हैं, तो यहां हम आपको इस सप्ताह के नामकरण संस्कार की तिथियां दे रहे हैं।
तिथि
मुहूर्त
29 अक्टूबर 2025, बुधवार
06:30:35 से 30:30:35
31 अक्टूबर 2025, शुक्रवार,
18:51:48 से 30:31:59
02 नवंबर 2025, रविवार
17:04:18 से 30:33:26
इस सप्ताह (27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2025) के वाहन खरीद मुहूर्त
वाहन खरीदने के इच्छुक जातकों के लिए साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग में आपको अक्टूबर के अंतिम सप्ताह के वाहन खरीद मुहूर्त की तिथियां दी जा रही हैं।
तिथि
मुहूर्त
29 अक्टूबर 2025, बुधवार
17:30:18 से 30:30:35
31 अक्टूबर 2025, शुक्रवार
10:05:13 से 30:31:59
इस सप्ताह में जन्मे मशहूर सितारे
27 अक्टूबर 2025: डेनियल सैम्स, श्रीकांत मुंढे, सरफराज खान
एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कब होगा?
बुध देव 24 अक्टूबर 2025 को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।
मेष राशि का स्वामी कौन है?
राशि चक्र की पहली राशि मेष का स्वामी मंगल ग्रह है।
छठ पूजा 2025 में कब है?
इस साल छठ पर्व 28 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
टैरो साप्ताहिक राशिफल: 26 अक्टूबर से 01 नवंबर, 2025
टैरो साप्ताहिक राशिफल 26 अक्टूबर से 01 नवंबर, 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषयों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।
टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्मा से बात करने का मौका देता है।
आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं।
इन कारणों से या अन्य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।
टैरो की उत्पति 15वीं शताब्दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।
टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्त किया जा सकता है। आप कुछ स्तर पर अध्यात्म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।
तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 26 अक्टूबर से 01 नवंबर, 2025 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 26 अक्टूबर से 01 नवंबर, 2025: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: व्हील ऑफ फॉर्च्यून
करियर: ऐट ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
अपराइट फोर ऑफ पेंटाकल्स कार्ड दर्शाता है कि आपके रिश्ते में नियंत्रण, सुरक्षा और स्थिरता की बहुत जरूरत है। कभी-कभी यह जरूरत इतनी गहरी हो सकती है कि रिश्ते में ज्यादा पकड़ या अधिकार जताने की प्रवृत्ति आ सकती है। यह कार्ड इस बात के भी संकेत देता है कि आप अपने पार्टनर को बहुत महत्व देते हैं लेकिन उन्हें खोने का डर आपको और ज्यादा चिपकू या हावी होने वाला बना सकता है।
यह कार्ड जीवन चक्र, किस्मत और भाग्य में उतार-चढ़ाव को दर्शाता है। यह कार्ड बताता है कि आपकी आर्थिक स्थिति में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के बदलाव आ सकते हैं। इसमें आपको अचानक अच्छे अवसर मिल सकते हैं या फिर आपका खर्चा बढ़ सकता है। इस कार्ड को व्हील ऑफ फॉर्च्यून नाम की किताब से भी जोड़ा जा सकता है जिसमें आर्थिक मार्गदर्शन मिलता है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल में करियर रीडिंग के अंदर ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड प्रगति, गति और करियर के क्षेत्र में शुभ समाचार मिलने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने कार्यक्षेत्र में नए अवसर और तेजी से प्रगति मिलने की संभावना है। इसके साथ ही आप अपनी कंपनी का विस्तार कर सकते हैं या फिर आपको छुट्टी पर जाने का मौका भी मिल सकता है। इस कार्ड का कहना है कि कोई कदम उठाने के लिए यह सही समय है, अवसरों का लाभ उठाएं और अपने पेशेवर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इस तेजी या गति का उपयोग करें।
हेल्थ टैरो रीडिंग में नाइन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि अच्छी सेहत और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है। खुद का अच्छे से ख्याल रखने, संतुलित जीवनशैली अपनाने और शारीरिक स्वास्थ्य में समझदारी से निवेश कर के आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। वहीं रिवर्स कार्ड ज्यादा अति करने, अपने शरीर की उपेक्षा करने और पर्यावरणीय स्वास्थ्य समस्याओं से सावधान कर रहा है। वहीं अपराइट कार्ड कुछ फुर्सत के पल बिताने और विलासिता का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
शुभ अक्षर: ए और एल
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
वृषभ राशि के जातकों को टैरो साप्ताहिक राशिफल में नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि प्रतिबद्धता की कमी या तेजी से आगे बढ़ने को दर्शाता है। लव टैरो रीडिंग में इस कार्ड का कहना है कि आपके रिश्ते में जुनून रहेगा और आपको रोमांचक अनुभव हो सकते हैं। इसके साथ ही आपके रिश्ते में अचानक आकर्षण बढ़ सकता है। सिंगल जातकों के लिए यह कार्ड संकेत देता है कि आपको जीवन और प्रेम में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। इससे आपके रिश्ते में उत्साह और जोश आ सकता है लेकिन ये रिश्ते ज्यादा समय तक टिक नहीं पाएंगे।
धन की बात करें, तो टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड धोखे, असफलता या पतन का प्रतीक है। यह कार्ड कहता है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर निराश या बोझिल महसूस कर सकते हैं। परिस्थिति के आपके नियंत्रण से बाहर जाने या गलत लोगों या सलाह पर भरोसा करने की वजह से ऐसा हो सकता है। यह कार्ड बताता है कि अब आप अपने पैसों से जुड़ी पिछली गलतियों या नुकसान के परिणामों का सामना कर रहे हैं।
अपराइट नाइट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत, लगन, विश्वसनीयता और एक स्थिर एवं व्यवस्थित दृष्टिकोण रखने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि करियर में दीर्घकालिक सफलता पाने के लिए जरूरी प्रयास करते रहना चाहिए। यह कार्ड दर्शाता है कि आप भरोसेमंद और दृढ़ निश्चयी हैं एवं अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक प्रयास करने के लिए तैयार हैं, भले ही इसके लिए आपको मुश्किल और व्यावहारिक होकर ही काम क्यों न करना पड़े।
स्वास्थ्य के मामले में आपको अपराइट सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि स्वस्थ होने और उपचार के मार्ग की ओर संकेत कर रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप पिछली बीमारियों और लक्षणों को पीछे छोड़कर बेहतर भविष्य और स्वास्थ्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। यह कार्ड बताता है कि आप अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ले रहे हैं और आपके उपचार के प्रयासों का प्रभाव पड़ रहा है।
शुभ अक्षर: वी और डब्ल्यू
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: सेवेन ऑफ वैंड्स
करियर: टू ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: सेवेन ऑफ पेंटाकल्स
ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मानसिक स्पष्टता, बातचीत द्वारा किसी नतीजे पर पहुंचने और एक पार्टनरशिप या फिर एक नए रिश्ते की शुरुआत को दर्शाता है। टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार यह कार्ड विवाद को सुलझाने के लिए खुलकर बात करने और आपसी समझ को बढ़ाने के लिए कह रहा है। यदि आप सिंगल हैं, तो आप एक ऐसे रिश्ते में आ सकते हैं जो कि केवल आकर्षण पर आधारित नहीं होगा बल्कि वह गहरी बातचीत, विचारों के आदान-प्रदान और मानसिक स्तर पर जुड़ाव पर टिका होगा।
फाइनेंशियल टैरो रीडिंग में अपराइट सेवेन ऑफ वैंड्स कार्ड स्थिरता और सफलता को दर्शाता है लेकिन इसके साथ ही यह कार्ड कहता है कि आपको सावधानीपूर्वक योजना बनाने और शत्रुता या ईर्ष्या से बचने की जरूरत है। अपनी प्रगति को बनाए रखने के लिए आपको अपनी संपत्ति की सुरक्षा करनी है, अपनी वित्तीय सीमाओं का सम्मान करना है और दबाव या चुनौती का विरोध करना है।
अपराइट टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड इस बात की याद दिलाता है कि आपको अपने ऊपर बोझ बढ़ने से बचने के लिए चीज़ों को संतुलित और व्यवस्थित रखना है। यह कार्ड वित्तीय असंतुलन या अव्यवस्था का संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आप अपने ऊपर बहुत ज्यादा जिम्मेदारियां ले रहे हैं, प्राथमिकताओं को तय करने में आपको कठिनाई महसूस हो रही है या फिर आप गलत वित्तीय निर्णय ले रहे हैं। अब आपको अपने कदम पीछे ले लेने चाहिए, अपनी योजना को सरल बनाना चाहिए और नियंत्रण वापस पाने के लिए संतुलन बनाना चाहिए।
हेल्थ रीडिंग में अपराइट सेवेन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड दर्शाता है कि आपने जो पहले प्रयास किए हैं, अब आपको उनका फल मिलने वाला है लेकिन आपको कुछ समय के लिए राहत देने वाले उपचारों से दूर रहना चाहिए। यह कार्ड कहता है कि लंबे समय तक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए धैर्य, सहनशीलता और सकारात्मक आदतों का योजनाबद्ध तरीके से विकास करना जरूरी है।
शुभ अक्षर: के और पी
कर्क राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: द चैरियट
करियर: थ्री ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
कर्क राशि के जातकों को टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो मुश्किल निर्णय लेने, गतिरोध या दो विकल्पों के बीच फंसे होने को दर्शाता है। आपको दो लोगों या रास्तों या फिर रिश्ते की जरूरतों और व्यक्तिगत इच्छाओं में से किसी एक को चुनना पड़ सकता है। इस कार्ड का कहना है कि समस्या को अनदेखा करने से तनाव बढ़ेगा और आप अपने रिश्ते में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
फाइनेंशियल टैरो रीडिंग में द चैरियट कार्ड कहता है कि आपको जिम्मेदारी लेनी चाहिए, चुनौतियों का सामना करना चाहिए और आप दृढ़ता, आत्म-संयम एवं एकाग्रता से वित्तीय सफलता प्राप्त कर सकते हैं। अपने धन को संभालना और विशेष आर्थिक लक्ष्य तय करना, यह दर्शाता है कि आपके पास आर्थिक चुनौतियों को पार करने, समझदारी से निर्णय लेने और भविष्य को सुरक्षित करने की इच्छाशक्ति मौजूद है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार करियर में आपको थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि प्रगति के अवसर, विस्तार और नए कार्यों को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अधिक बार यात्रा या फिर मार्केट रिसर्च करनी पड़ सकती है। यह कार्ड बताता है कि आप अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही आपने हाल ही में जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए साहस एवं आत्मविश्वास के साथ प्रगति करने का समय आ गया है। यह कार्ड आपको ऊंचे लक्ष्य निर्धारित करने, अपने ज्ञान और दक्षता को बढ़ाने की सलाह दे रहा है।
हेल्थ टैरो रीडिंग में सिक्स ऑफ पेंटाकल्स कार्ड आपसी सहयोग और संतुलन का प्रतीक है। इस कार्ड का कहना है कि आप सहायता मांग सकते हैं या दूसरों की मदद कर सकते हैं और साथ ही अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, यह कार्ड इस बात की ओर भी ध्यान दिलाता है कि कहीं आपके जीवन में असंतुलन तो नहीं है या आप दूसरों के लिए जरूरत से ज्यादा तो नहीं कर रहे हैं। इस कार्ड के अनुसार आपको अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए और अपने प्रति थोड़ी दया दिखानी चाहिए।
शुभ अक्षर: एच और ई
सिंह राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: द मून
स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ कप्स (रिवर्स्ड)
टैरो साप्ताहिक राशिफल का कहना है कि सिंह राशि के जातकों को फोर ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो कि अक्सर असफलता के पुराने अनुभवों या भावनात्मक रूप से खुलकर सामने आने की अनिच्छा के कारण दिखाई देता है। यह कार्ड लव लाइफ में सुस्ती, ऊब, असंतोष और अवसरों का लाभ उठाने से चूकने का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपने मौजूदा रिश्ते से ऊब महसूस कर सकते हैं या फिर आपके रिश्ते में ठहराव या रुकावट आ सकती है या फिर आपको अपने पार्टनर के लिए भावनात्मक रूप से मौजूद रहने की जरूरत है।
फाइनेंस में थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड अक्सर तनाव, धन की हानि या फिर अपने धन या आय के स्रातों को बांटने जैसे कि तलाक या ब्रेकअप का प्रतीक है। यह कार्ड आपको संकेत दे रहा है कि आने वाला समय आपके लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है, आपकी नौकरी जा सकती है, आपको अप्रत्याशित बाधाएं देखनी पड़ सकती हैं या फिर आपको अपने कर्मचारियों की संख्या कम करनी पड़ सकती है। इस समय आपको अपने कदम पीछे खींच लेने चाहिए और अपने वित्तीय निवेश एवं स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए।
करियर के क्षेत्र में सिंह राशि के लोगों को द मून अपराइट कार्ड मिला है जो कि शक, रहस्य, घबराहट और नौकरी के अस्पष्ट अवसरों से दूर रहने के लिए अपने मन की सुनने की आवश्यकता को दर्शाता है। यह कार्ड आत्म चिंतन करने और अपने ज्ञान एवं बुद्धि पर विश्वास करने का बढ़ावा देता है। यह कार्ड सलाह देता है कि आपको अनजानी चीज़ों से डरने के बजाय अपने अंदर झांक कर जवाब तलाश करना चाहिए।
हेल्थ रीडिंग में क्वीन ऑफ कप्स इनवर्टिड कार्ड मिला है जो कि थकान, कई तरह की भावनाओं को एकसाथ संभालने में असमर्थ होना, खुद को अनदेखा करना या खुद की देखभाल न करने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहिए, आराम करना चाहिए और अपनी जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए। कभी-कभी यह कार्ड मानसिक समस्याओं के संकेत दे सकता है।
शुभ अक्षर: एम और आई
कन्या राशि
प्रेम जीवन: द लवर्स
आर्थिक जीवन: द फूल
करियर: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द सन
कन्या राशि के लोगों को लव लाइफ में द लवर्स कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आपके रिश्ते का भविष्य उज्जवल है। आपके प्रति आपके पार्टनर की भावनाएं सच्ची हैं। आप उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं। आपका पार्टनर आपके प्यार में पूरी तरह से डूबा हूआ है और आपके प्रति उनके अंदर बहुत पैशन है। इसके अलावा उन्हें आपको अपना जीवनसाथी कहने में गर्व महसूस होता है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार आपको द फूल कार्ड मिला है जिसका कहना है कि आपको नए अवसरों को अपनाना चाहिए लेकिन इसके साथ ही सावधानी बरतनी चाहिए और लापरवाही से काम करने से बचना चाहिए। यह कार्ड बताता है कि नए अवसरों से आर्थिक सफलता मिल सकती है लेकिन बिना ठोस योजना के केवल उत्साह से काम करना जोखिमभरा हो सकता है।
करियर टैरो रीडिंग में आपको फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि आपको तनाव और अत्यधिक काम से ब्रेक लेने और उबरने के लिए कह रहा है। इससे खुद की देखभाल करने को बढ़ावा मिलता है और यह नया नज़रिया विकसित करने के लिए सावधानी से तैयारी करने के समय को दर्शाता है। यह कार्ड थकान की ओर भी संकेत कर सकता है और यह बताता है कि मौजूदा परिस्थितियां शारीरिक या मानसिक रूप से आप पर थोप दी गई हैं।
अपराइट सन कार्ड जल्दी ठीक होने और स्वास्थ्य में सुधार आने को दर्शाता है जो कि सेहत के लिए बहुत ही सकारात्मक संकेत है। यह कार्ड शक्ति, ऊर्जा, संतुलन और सामान्य स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करता है। सन कार्ड स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन लाने को बढ़ावा देता है।
शुभ अक्षर: पी और प्रा
तुला राशि
प्रेम जीवन: द हर्मिट
आर्थिक जीवन: जजमेंट
करियर: नाइट ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ वैंड्स
टैरो साप्ताहिक राशिफल में तुला राशि के लोगों को द हर्मिट कार्ड मिला है। यह कार्ड आत्म खोज, आत्मनिरीक्षण और एकांत के समय को दर्शाता है। यह कार्ड संकेत देता है कि व्यक्ति को अपनी जरूरतों, इच्छाओं और पिछले रिश्तों के पैटर्न पर गहराई से विचार करने की आवश्यकता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको मैच्योर होने के लिए समय चाहिए, आप प्रतिबद्ध होने के लिए तैयार नहीं हैं या आपको किसी सदमे से उबरने की जरूरत है। यह कार्ड कहता है कि आपको इस बात पर विचार करना चाहिए कि आप असल में प्रेम के संबंध में क्या चाहते हैं ताकि आप अधिक सच्चा और संतोषजनक रिश्ता बना सकें।
आपके पुराने प्रयासों और कड़ी मेहनत के आधार पर अपराइट जजमेंट कार्ड वित्तीय स्तर पर अपने भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण और सोच-समझकर निर्णय लेने के समय को दर्शाता है। इन निर्णयों की वजह से आपको प्रमोशन मिल सकता है या फिर आपकी वित्तीय स्थिति में बड़े बदलाव आने की संभावना है। इस कार्ड का कहना है कि अब समय आ गया है कि आप अपनी वित्तीय रुचियों को लेकर निष्पक्ष हों, पहल करें और जल्दबाज़ी करने से बचें एवं आर्थिक जीवन में किसी भी नए अवसर या बदलाव पर नज़र रखें।
करियर के क्षेत्र में आपको नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि उत्साह, साहस और नए अवसरों एवं चुनौतियों को स्वीकार करने की इच्छा को दर्शाता है। इसमें अक्सर नौकरी में बदलाव या फिर व्यक्तिगत प्रयास शामिल होते हैं। यह कार्ड जल्दबाज़ी में निर्णय लेने से बचने और दीर्घकालिक सफलता के लिए सोच-समझकर काम करने की चेतावनी भी दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको साहसिक कदम उठाने चाहिए, अपने पैशन पर चलना चाहिए और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
स्वास्थ्य के मामले में आपको टू ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है कि जो कि भविष्य के लिए अपने स्वास्थ्य को लेकर योजना बनाने और निर्णय लेने को दर्शाता है। यह कार्ड आपको स्वास्थ्य के मामले में नई आदतें अपनानी चाहिए या फिर कई दीर्घकालिक स्वास्थ्य रणनीतियों में से किसी एक को चुनने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। यह कार्ड आपको सलाह दे रहा है कि आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर अपने लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और अपने दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए विभिन्न विकल्पों के बारे में सोचना चाहिए।
लव टैरो रीडिंग में वृश्चिक राशि को नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है कि जो कि लंबे समय से चले आ रहे रिश्ते में समस्या और जल्दी ऊब जाने की प्रवृत्ति के संकेत दे सकता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने पार्टनर से खुलकर और ईमानदारी से बात करने एवं साहसिक कदम उठाने की जरूरत है। यह कार्ड कहता है कि आपको लापरवाह होकर फैसले लेने से बचना चाहिए और रिश्ते में संघर्ष या ब्रेकअप से बचने के लिए एक जैसे उद्देश्यों और खुलकर बात करने पर ध्यान देना चाहिए। सिंगल जातकों के लिए यह कार्ड नए और जोश से भरपूर लेकिन कमजोर रिश्ते के संकेत दे रहा है।
वित्तीय जीवन में आपको अपराइट सेवेन ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो कि अनेक अवसरों को दर्शाता है। इसके साथ ही यह कार्ड धोखाधड़ी या गलत निर्णयों से बचने के लिए सावधानी बरतने के लिए भी कह रहा है। यह समय अपने विकल्पों पर विचार करने, अपने मन की बात सुनने और कोई भी कदम उठाने से पहले फायदे और नुकसान के बारे में सोचने की सलाह दे रहा है।
करियर टैरो रीडिंग में अपराइट नाइन ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि आपका मुश्किल वक्त अब खत्म होने वाला है, आप एक लंबी जंग के बाद थका हुआ महसूस कर रहे हैं लेकिन फिर भी अपने उद्देश्यों को पाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस कार्ड का कहना है कि आपको मुश्किलों को सहने, अपनी व्यक्तिगत सीमाओं को बनाए रखने एवं उपलब्धि पाने की राह में आने वाली आखिरी अड़चन को पार करने के लिए अपने अनुभव पर भरोसा करना चाहिए।
सेहत में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्स रिवर्स्ड कार्ड मिला है जो कि पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से ठीक होने, अकेलेपन के दूर होने और स्वास्थ्य को लेकर आशावादी बनने का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्ड के आने का मतलब है कि आपको यह सोचने से बचना चाहिए कि आपके पास पर्याप्त साधन, पैसा, प्यार आौर सहयोग नहीं है। इसके बजाय आपको अपने पास उपलब्ध संसाधनों और सहायता को पहचानने की जरूरत है। इससे आपके उपचार को बढ़ावा मिलेगा और आपका मानसिक या शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होगा।
शुभ अक्षर: एन और टी
धनु राशि
प्रेम जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: सेवेन ऑफ पेंटाकल्स
करियर:थ्री ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ कप्स
धनु राशि के लोगों को लव टैरो रीडिंग में फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि कलह और असहमति की ओर संकेत कर रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपके और आपके पार्टनर के बीच रिश्ते में तालमेल बिठाने या ध्यान देने के लिए लड़ाई हो सकती है। आप दोनों के बीच कलह या झगड़े के संकेत मिल रहे हैं। यह कार्ड सलाह देता है कि आपको कोई कदम उठाने, विवादों को सुलझाने के लिए तर्कशील होकर बात करने और अड़चनों को बाधा के बजाय विकास के अवसर के रूप में देखना चाहिए।
फाइनेंस में सेवेन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड का कहना है कि आपको अपनी दृढ़ता, दीर्घकालिक निवेश और धैर्य से लाभ मिल सकता है। यह कार्ड संकेत करता है कि आपको अपने प्रयासों का फल मिलना शुरू हो गया है। अब आप अपनी सफलता का आंकलन कर सकते हैं और भविष्य के लिए योजना बना सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि अगर आप चाहते हैं कि आपके प्रयास सफल हों और लंबे समय तक आपको लाभ पहुंचाएं, तो आपको समय-समय पर ध्यान देना होगा और सही देखभाल करनी होगी।
करियर के क्षेत्र में आपको थ्री ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि आपसी सहयोग, सीखने, भविष्य में सफलता पाने के लिए एक ठोस आधार बनाने और टीम के साथ मिलकर काम करने को दर्शाता है। यह कार्ड आपके कौशल के विकसित होने के संकेत दे रहा है जो कि किसी प्रशिक्षण से हो सकता है। आपके प्रयासों की सराहना होगी और आपको दूसरों के साथ मिलकर काम करने से आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त होगा।
आमतौर पर स्वास्थ्य के मामले में थ्री ऑफ कप्स कार्ड सामाजिक और सामुदायिक स्तर पर ठीक होने को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने प्रियजनों से भावनात्मक सहयोग लेना चाहिए। बुरी आदतों या लोगों से बचना चाहिए एवं शराब जैसे पदार्थों का संयम से सेवन करना चाहिए क्योंकि ये शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
शुभ अक्षर: डी और ध
मकर राशि
प्रेम जीवन: फाइव ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: जस्टिस
स्वास्थ्य: व्हील ऑफ फॉर्च्यून
यह कार्ड हानि, दुख और शोक को दर्शाता है। मकर राशि के जातकों की लव लाइफ में फाइव ऑफ कप्स कार्ड पिछले ब्रेकअप, रिश्ते में विवाद या असंतोष की भावना के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप सिर्फ उन चीज़ों पर ध्यान दे रहे हैं जिन्हें आप खो चुके हैं और जो अच्छी बातें या सुधार के अवसर मौजूद हैं, उन्हें अनदेखा कर रहे हैं।
टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार अपराइट ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि आप खुद को काल्पनिक सीमाओं या वित्तीय चिंताओं में फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसा वास्तविक परस्थितियों के कारण नहीं बल्कि आपके मन के द्वारा बनाई गई मानसिक रुकावटों की वजह से हो रहा है। यह कार्ड आपको किसी भरोसेमंद सलाहकार से बात करके नया दृष्टिकोण अपनाने या फिर वित्त से संबंधित अपने कार्यों का पुनर्मूल्यांकन करने एवं अपनी मानसिक बाधाओं को दूर करने की सलाह दे रहा है।
करियर के क्षेत्र में अपराइट जस्टिस कार्ड कहता है कि आपको निष्पक्षता, जिम्मेदारी और तटस्थ होकर सही निर्णय लेने की जरूरत है। यह कार्ड अक्सर तब दिखाई देता है, जब करियर में किसी विवाद या पेशेवर मार्ग का आंकलन किया जा रहा हो। यह कार्ड आपको नैतिक व्यवहार करने, अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेने और करियर में अनुकूल एवं संतुलित परिणाम प्राप्त करने के लिए सभी के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार करने की सलाह दे रहा है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो व्हील ऑफ फॉर्च्यून कार्ड सेहत के चक्रीय पहलू को दर्शाता है। कहने का मतलब है कि आपके स्वास्थ्य में बदलाव आ सकता है। यह कार्ड स्वास्थ्य के मामले में एक बड़े बदलाव को दिखा रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको पुनर्वास या जीवनशैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है। इसके अनुसार आपको खुद की देखभाल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए, स्वस्थ दिनचर्या अपनानी चाहिए और शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में होने वाले बदलावों के अनुसार खुद को ढालना चाहिए।
शुभ अक्षर: जे, घ और ख
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: स्ट्रेंथ
स्वास्थ्य: टेन ऑफ वैंड्स
टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार कुंभ राशि के लोगों को लव लाइफ में टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि संतुलन की एक नाजुक स्थिति को दर्शाता है। कहने का मतलब है कि यह एक नए रोमांचक संबंध को संभालना हो जिसमें आपका साथी मनोरंजक हो लेकिन शायद पूरी तरह से भरोसेमंद न हो या फिर किसी मजबूत और प्रतिबद्ध रिश्ते में बदलती जरूरतों और लक्ष्यों के अनुसार आपको खुद को ढालना पड़ सकता है। इस कार्ड का कहना है कि स्थिरता और प्रतिबद्धता लाने के लिए आपको कई विकल्पों या रिश्तों में से किसी एक को चुनने का फैसला लेना पड़ सकता है।
वित्तीय जीवन में आपको टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि एक गंभीर आर्थिक संकट को दर्शाता है जैसे कि पैसों की तंगी या निवेश का नुकसान होना। इसके लिए सच्चाई का सामना करना और निए सिरे से शुरुआत करना आवश्यक है। लेकिन यह एक निष्कर्ष को भी दर्शाता है जिसके बाद आगे बढ़ने के लिए एक सही और नई शुरुआत की जरूरत को दिखाता है। यह कार्ड संकेत देता है कि अगर आप किसी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, तो अभी आपको थोड़ा और कष्ट सहना पड़ सकता है।
करियर रीडिंग में आपको द स्ट्रेंथ कार्ड मिला है जो दर्शाता है कि आपके पास अपने कार्यक्षेत्र में आने वाली बाधाओं को पार करने और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आंतरिक शक्ति, आत्मविश्वास और लचीलापन मौजूद है। इस कार्ड का कहना है कि अपने कौशल पर भरोसा करने और अपने करियर के मार्ग में साहसिक एवं निर्णायक कदम उठाने के लिए यह सही समय है। शायद आप कोई नई कंपनी शुरू कर सकते हैं या फिर कॉर्पोरेट जगत में आगे बढ़ सकते हैं।
हेल्थ रीडिंग में आपको टेन ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप बहुत ज्यादा काम के बोझ तले दबे हुए हैं जिससे आपको थकान और स्वास्थ्य समस्याएं होने का डर है। तनाव, मानसिक या शारीरिक समस्या से बचने के लिए आपको खुद की देखभाल करनी चाहिए, कुछ सीमाएं तय करनी चाहिए, काम को बांटना चाहिए और दूसरों की मदद लेनी चाहिए। यह कार्ड दर्शाता है कि मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए आराम करना, खुश रहना और एक अच्छी दिनचर्या अपनाना कितना जरूरी है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल के अनुसार मीन राशि के लोगों को प्रेम जीवन में टू ऑफ कप्स कार्ड मिला है जिसका कहना है कि आपके रिश्ते में आपसी सम्मान और समझ होगी। इसके साथ ही आपका और आपके पार्टनर का रिश्ता बहुत गहरा होगा जो कि एक उत्साही प्रेम या रिश्ते में संतुलन का आधार होता है। इस कार्ड का कहना है कि आपका रिश्ता सामंजस्यपूर्ण रहेगा और उसमें आकर्षण एवं भावनात्मक जुड़ाव देखने को मिलेगा। यह कार्ड एक ऐसे रिश्ते को दर्शाता है जिसमें तालमेल एवं एकता हो और जहां दोनों पार्टनर एक-दूसरे से खुलकर बात कर सकें।
फाइनेंशियल टैरो रीडिंग दर्शाता है कि ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स आप अपने सवालों का जवाब पाने और एक सुरक्षित भविष्य के लिए आप अपनी स्थिति पर नियंत्रण ले रहे हैं। इसके साथ ही आप अपनी चिंता और अपने द्वारा लगाए गए वित्तीय प्रतिबंधों को पार कर रहे हैं। अपनी चिंताओं को अपने फैसलों से अलग कर के, आप सही वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम हो सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में मीन राशि के लोगों को सिक्स ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि सफलता, काम को पहचान मिलने और प्रयासों के सफल होने को दर्शाता है। आपके सहकर्मी और वरिष्ठ अधिकारी आपकी प्रतिबद्धता को पहचान सकते हैं और इससे आपको प्रमोशन, वेतन में वृद्धि या नए अवसर मिलने की संभावना है। यह कार्ड शत्रुओं को हराने और विवादों को सुलझाने के बाद जीत का प्रतीक है जिससे आप आत्मविश्वास और करियर में संतुष्टि की ओर जा सकते हैं।
हेल्थ रीडिंग में सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड का मतलब है कि आपको अपने शरीर से मिल रहे संकेतों को ध्यान से सुनना चाहिए, चिकित्सकीय मार्गदर्शन के लिए सलाह लेनी चाहिए और उन सभी चेतावनी भरे संकेतों पर ध्यान देना चाहिए जो आपसे छूट गए हैं। इस कार्ड का कहना है कि आप स्वास्थ्य से संबंधित किसी योजना में असफल हो सकते हैं या स्वास्थ्य समस्याओं से बचने या उनसे भागने की कोशिश कर सकते हैं।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स एक सकारात्मक कार्ड है?
उत्तर. नहीं, यह नकारात्मक कार्ड है।
प्रश्न 2. भविष्यवाणी करने के लिए क्या टैरो एक अच्छा उपकरण है?
उत्तर. भविष्य की गणना करने के बजाय यह घटना के आसपास की ऊर्जा को पढ़ने के लिए ज्यादा अच्छा है।
प्रश्न 3. क्या टैरो भारत में लोकप्रिय है?
उत्तर. हां, पिछले कुछ सालों में टैरो की भारत में लोकप्रियता बहुत बढ़ी है।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर: देश-दुनिया और सभी राशियों को कैसे करेगा प्रभावित? जानें!
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि आप ग्रहों-नक्षत्रों की चाल और दशा में होने वाले हर बदलाव के बारे में सबसे पहले जान सकें। बता दें कि मंगल देव को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और इन्हें नौ ग्रहों के सेनापति माना गया है। मंगल को लाल ग्रह और युद्ध के देवता के नाम से भी जाना जाता है।
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में मंगल ग्रह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं क्योंकि इनका संबंध पराक्रम, जुनून और मनोकामनाओं आदि से है। ऐसे में, मंगल देव की स्थिति और राशि में होने वाला परिवर्तन विशेष महत्व रखता है जो अब जल्द ही वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
इसी क्रम में, एस्ट्रोसेज एआई “मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर” आपके लिए ख़ासतौर पर लेकर आया है, जिसके अंतर्गत आपको मंगल गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, मंगल का यह गोचर सभी 12 राशियों को किस तरह के परिणाम देगा? किन जातकों को मिलेगा इस दौरान भाग्य का साथ और किन्हें करना होगा मुश्किलों का सामना? मंगल गोचर संसार के लिए शुभ या अशुभ कैसा रहेगा? इन सभी सवालों का जवाब पाने के लिए आपको यह लेख अंत तक पढ़ना होगा, इसलिए चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं मंगल गोचर के इस विशेष लेख की।
पराक्रम और साहस के ग्रह के नाम से विख्यात मंगल देव को उग्र स्वभाव का ग्रह माना जाता है जो तकरीबन 45 दिनों तक एक राशि में रहते हैं। सरल शब्दों में कहें तो, यह लगभग डेढ़ महीने एक राशि में रहने के बाद दूसरी राशि में गोचर कर जाते है। ऐसे में, अब यह 27 अक्टूबर 2025 की दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
शायद ही आप जानते होंगे कि मंगल के इस गोचर को काफ़ी हद तक अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल ही हैं अर्थात इनका यह गोचर अपनी ही राशि में होने जा रहा है। इस प्रकार, मंगल ग्रह कुछ राशियों को शुभ परिणाम दे सकते हैं। अब हम बात कर लेते हैं इस राशि में होने वाली युतियों की।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
वृश्चिक राशि में मंगल-बुध करेंगे युति
लाल ग्रह के नाम से प्रसिद्ध मंगल ग्रह 27 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे, जो कि इनकी खुद की राशि है। जब मंगल ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब वहां पहले से बुद्धि, वाणी, व्यापार और संचार कौशल के ग्रह बुध देव बैठे होंगे। ऐसे में, वृश्चिक राशि में बुध ग्रह और मंगल देव युति का निर्माण करेंगे, जिसे एक अशुभ स्थिति कहा जाएगा, क्योंकि यह दोनों ग्रह एक-दूसरे के प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं।
बता दें कि यह दोनों ग्रह इस राशि में लगभग एक माह तक साथ रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, संसार में तनाव बढ़ सकता है और लोगों के बीच वाद-विवाद एवं मतभेद बढ़ने की आशंका है, इसलिए इस दौरान आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
अब हम आपको रूबरू करवाते हैं मंगल ग्रह के धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व से।
मंगल ग्रह का ज्योतिषीय महत्व
वैदिक ज्योतिष में मंगल को पुरुष स्वभाव का उग्र ग्रह माना गया है, जिन्हें युद्ध के देवता भी कहा जाता है। यह सभी ग्रहों में अत्यंत शक्तिशाली हैं जो मनुष्य जीवन में सेना, ऊर्जा, भाई, पराक्रम, साहस, शक्ति और भूमि आदि क्षेत्रों को भी नियंत्रित करते हैं। वहीं, किसी व्यक्ति के भीतर मंगल देव जुनून, प्रेरणा और दृढ़ संकल्प का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इसके अलावा, कोई इंसान अपने जीवन में लक्ष्यों को कैसे हासिल करता है और अपने कार्यों को किस तरह से पूरा करता है? आप शारीरिक रूप से कितने ऊर्जावान हैं? इसका अंदाज़ा भी कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति को देखकर पता लगाया जा सकता है।
बात करें मंगल ग्रह की, तो राशि चक्र में मंगल महाराज को पहली राशि मेष और आठवीं राशि वृश्चिक पर आधिपत्य प्राप्त है। मंगल देव मकर राशि में उच्च के होते हैं जबकि कर्क राशि में यह नीच अवस्था में होते हैं। बात करें नक्षत्रों की, तो इन्हें 27 नक्षत्रों मे चित्रा, धनिष्ठा और मृगशिरा नक्षत्र के अधिपति देव हैं।
दूसरी तरफ़, मंगल ग्रह के प्रभाव से जातक के भीतर ऊर्जा में वृद्धि होती है और इनकी कृपा से इंसान अपने कार्यों को पूरी क्षमता और समर्पण के साथ करता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल की स्थिति शुभ और बलवान होती है, वह साहसी, निडर और बहादुर होते हैं। साथ ही, वह अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सक्षम होते हैं। हालांकि, कुंडली में मंगल की गलत भावों में उपस्थिति मंगल दोष को जन्म देती है।
ज्योतिष के साथ-साथ मंगल ग्रह का अपना धार्मिक महत्व भी है। बता दें कि सनातन धर्म में मंगल देव के नाम का अर्थ ‘पवित्र और शुभ’ से होता है। इन्हें सप्ताह के सात दिनों में मंगलवार का दिन समर्पित होता है इसलिए इस दिन नए काम का आरंभ करना बेहद शुभ माना जाता है। शायद ही आप जानते होंगे कि मंगल ग्रह के नाम पर ही मंगलवार का नाम पड़ा है जिसका अर्थ कुशल होता है।
धार्मिक दृष्टि से, भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी से भी मंगल देव संबंधित हैं। मान्यता है कि अगर किसी से मंगल कुपित होते हैं और नकारात्मक परिणाम देते हैं, तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा से वह प्रसन्न हो जाते हैं। पौराणिक कथाओं में मंगल को पृथ्वी का पुत्र कहा गया है इसलिए इन्हें भौम पुत्र भी कहा जाता है। चलिए अब हम आपको अवगत करवाते हैं मंगल ग्रह की जन्म कथा से।
मंगल देव के जन्म की कथा
धार्मिक ग्रंथों में वर्णित कथा के अनुसार, प्राचीन समय में भगवान शिव का युद्ध अंधकासुर नामक असुर से हो रहा था और इस युद्ध के दौरान शिव जी के मस्तक से पसीने की कुछ बूँद भूमि पर जा गिरी। धरती पर पसीने की इन बूंदों के गिरने से भूमि के गर्भ से एक अंगार क्षीण लिंग अवतरित हुआ और उसमें से एक बालक प्रकट हुआ। इस बालक के द्वारा ही अंधकासुर का वध हुआ और इसके पश्चात, महादेव के आशीर्वाद से यह बालक अंतरिक्ष में ग्रह के रूप में स्थापित हुआ, जिसे मंगल ग्रह के नाम से जाना गया।
चलिए अब हम आपको रूबरू करवाते हैं मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से।
कुंडली में मंगल ग्रह की कमज़ोर अवस्था होने पर जातकों में आत्मविश्वास की कमी दिखाई देती है। इन लोगों को फैसले लेने में समस्या होती है और मन में एक तरह का डर बना रहता है।
विवाह में देरी
जातकों की कुंडली में मंगल दोष होने पर विवाह में देरी या फिर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वैवाहिक जीवन में अशांति
दुर्बल मंगल का प्रभाव नकारात्मक रूप से आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है और ऐसे में, व्यक्ति को जीवनसाथी के साथ तनाव और मतभेद से जूझना पड़ता है।
क्रोध का बढ़ना
अगर आपका मंगल पीड़ित या दुर्बल अवस्था में होता है, तो आपके भीतर गुस्से में बढ़ोतरी होती है। इन्हें छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगता है।
कार्यक्षेत्र में परेशानी
यदि मंगल ग्रह आपसे अप्रसन्न होते हैं, तो इसका दुष्प्रभाव आपके करियर को भी प्रभावित करता है। ऐसे में, कार्यक्षेत्र में आपका सहकर्मियों से विवाद हो सकता है और मेहनत का फल भी देर से मिलता है।
दुर्घटनाएं होना
जिन लोगों को बार-बार चोट लग रही है या बार-बार उनका एक्सीडेंट हो रहा है, तो इसे भी मंगल ग्रह के कमज़ोर होने का संकेत माना जाता है।
आक्रामक या डरपोक होना
ऐसे जातक जिनका मंगल ग्रह अशुभ होता है, तो वह इनके प्रभाव से या तो अत्यधिक आक्रामक हो सकते हैं या फिर पूरी तरह से डरपोक बन सकते हैं।
रक्तचाप की समस्या
मंगल के पीड़ित होने पर व्यक्ति को ब्लड प्रेशर या खून से जुड़ी समस्याओं की शिकायत रहती हैं।
मतभेदों में वृद्धि
अशुभ मंगल की वजह से परिवार या समाज में लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनने लगती है। साथ ही, आप कानूनी विवादों में भी फंस सकते हैं।
कुंडली में मंगल ग्रह नकारात्मक स्थिति में होने पर आप नीचे दिए गए उपायों को आज़मा सकते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, जब हनुमान जी लंका गए थे, तो वहां पर अशोक वाटिका में उन्होंने आम का फल खाया था, जो उन्हें बहुत अच्छा लगा था। साथ ही, वह श्रीराम के लिए भी आम लेकर आए थे। ऐसे में, कुंडली में मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी को मंगलवार के दिन आम का भोग लगाएं और इस दिन स्वयं भी आम का सेवन करें।
मंगलवार को करें इन मंत्रों का जाप
मंगलवार के दिन मंगल ग्रह की कृपा पाने के लिए “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का जाप 108 बार करें। इस मंत्र का जाप करने के लिए सबसे पहले आप अपने घर के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें और उसके सामने तिल के तिल का दीपक जलाएं, फिर लाल आसन पर बैठकर मंत्र का जाप करें।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर पर करें केले का दान
कुंडली में मंगल देव को मजबूत करने के लिए मंगलवार के दिन केले का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। साथ ही, इस दिन हनुमानजी के मंदिर में जाकर घी का एक दीपक जलाएं और हनुमान जी को केले अर्पित करें। संभव हो, तो लोगों को भी केले बांटे।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर पर करें हनुमान चालीसा का पाठ
अगर आप मंगल ग्रह को बलवान करना चाहते हैं, तो मंगलवार के दिन नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से पूर्व एक तांबे के लोटे में जल भरें और घी का दीपक जलाएं। इसके पश्चात, हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मंगलवार को व्रत करें
मंगल देव से शुभ परिणाम पाने के लिए मंगलवार का व्रत करना फलदायी माना जाता है। इस उपाय को करने से मांगलिक दोष का प्रभाव कम हो जाता है। मंगलवार का व्रत करने वाले जातक को तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। मंगल ग्रह को बलवान करने के लिए कम से कम 21 या 45 मंगलवार का व्रत अवश्य करें।
मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मंगल आपकी कुंडली में लग्न या राशि के स्वामी ग्रह होने के साथ-साथ… (विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
मंगल आपकी कुंडली में सप्तम भाव का स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश… (विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
मंगल आपकी कुंडली में छठे तथा लाभ भाव का स्वामी ग्रह होता है और वृश्चिक… (विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
मंगल आपकी कुंडली में पंचम तथा दशम भाव के स्वामी होते हैं और गोचर… (विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
मंगल आपकी कुंडली में चौथे तथा भाग्य भाव के स्वामी होते हैं। अर्थात इस कुंडली में… (विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी होते हैं और मंगल का… (विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा सातवें भाव के स्वामी होते हैं और मंगल का… (विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
मंगल आपकी कुंडली में पहले तथा छठे भाव के स्वामी ग्रह होते हैं और मंगल का वृश्चिक…(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
मंगल आपकी कुंडली में पंचम तथा द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और मंगल का… (विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
मंगल आपकी कुंडली में चौथे तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और मंगल का वृश्चिक… (विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी होते हैं और मंगल… (विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा भाग्य भाग के स्वामी होते हैं और मंगल… (विस्तार से पढ़ें)