ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र हैं। हर नक्षत्र के अपने अलग गुण होते हैं और इन्हीं गुणों के आधार

ज्योतिष शास्त्र में कुल 27 नक्षत्र हैं। हर नक्षत्र के अपने अलग गुण होते हैं और इन्हीं गुणों के आधार
नक्षत्र क्या और कितने प्रकार के होते हैं और उनकी विशेषताएं क्या होती हैं? इस आर्टिकल में जानते हैं इन
कृतिका नक्षत्र(Kritika Nakshatra) को तेजस्वी नक्षत्र माना जाता है। पूरे नक्षत्र चक्र में इसका स्थान तीसरा है। यह नक्षत्र सूर्य
27 नक्षत्रों को ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह तारों का एक समूह है जिसका व्यक्ति के
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रमाणित रूप से माना जाता है कि, व्यक्ति का जीवन जन्म के समय स्थित ग्रह
‘सर्वसिद्धिकरः पुष्यः’ ज्योतिष शास्त्र में सही और सटीक भविष्यवाणी करने के लिए नक्षत्रों का उपयोग किया जाता है। बता दें
पैसे कमाने की मंशा किसके मन में नहीं होती है, इस दुनिया में शायद ही कोई ऐसा होगा जो अपनी