सूर्य का गोचर मेष सहित इन 4 जातकों के लिए रहेगा शुभ; ये दो राशि के जातक हो जाए सावधान!

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का मिथुन राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रभाव से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को सूर्य के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस ब्लॉग में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे। बता दें कि सूर्य 15 जून 2024 को बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

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ज्योतिष में, सूर्य व्यक्ति के व्यक्तित्व, जीवन शक्ति और अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सबसे महत्वपूर्ण खगोलीय पिंडों में से एक माना जाता है, जो आत्मा , इच्छाशक्ति, अधिकार, नेतृत्व गुण, पिता या पिता के तुल्य, और सरकार या उच्च पदों के कारक होते हैं। किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जीवन में कुछ ऐसे पहलू भी हैं जिस पर सूर्य की स्थिति का भी प्रभाव पड़ता है।

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: तिथि व समय

ज्योतिष में मान-सम्मान, उच्च पद और नेतृत्व क्षमता के कारक ग्रह व ग्रहों के राजा सूर्य 15 जून 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट पर बुध द्वारा शासित राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। बुध और सूर्य मित्र राशि हैं इसलिए मिथुन सूर्य की मित्र राशि है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि सूर्य का मिथुन राशि में गोचर से देश-दुनिया पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा। बता दें कि सूर्य 15 जुलाई 2024 तक मिथुन राशि में ही विराजमान रहेंगे।

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मिथुन राशि में सूर्य: विशेषताएं

जब किसी भी जातक की जन्म कुंडली में सूर्य मिथुन राशि में विराजमान होते हैं, तो यह व्यक्ति के व्यक्तित्व में कई बड़े बदलाव लेकर आता है। मिथुन राशि बुध द्वारा शासित एक वायु तत्व की राशि है, जो संचार, बुद्धि, बहुमुखी प्रतिभा और जिज्ञासा के कारक है। मिथुन राशि में सूर्य आमतौर पर बौद्धिक क्षमता का प्रतीक है, इसके परिणामस्वरूप मिथुन राशि में सूर्य की मौजूदगी से व्यक्ति जिज्ञासु प्रवृत्ति का होता है और मानसिक रूप से चुस्त होता है। ऐसे जातक विभिन्न विषयों को सीखने और उसका आनंद लेने में विश्वास करते हैं। इन लोगों एक से ज्यादा चीज़ों में रुचि रखते हैं। मिथुन एक परिवर्तनशील राशि है, जो अनुकूलनशीलता का संकेत देती है।

मिथुन राशि में सूर्य वाले लोग भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में भी घुल मिल जाते हैं। ये लोग ऐसे वातावरण में रहना पसंद करते हैं, जहां त्वरित सोच और बहुमुखी प्रतिभा की आवश्यकता होती है। मिथुन राशि में सूर्य के जातक आमतौर पर मिलनसार होते हैं और विभिन्न प्रकार के लोगों के साथ बातचीत करना और समय बिताना इन्हें पसंद होता है। वे अक्सर पार्टी में आकर्षण का केंद्र होते हैं और अपने ज्ञान और सेंस ऑफ ह्यूमर से दूसरों को अपनी ओर आकर्षित कर देते हैं। कुल मिलाकर, मिथुन राशि में सूर्य बुद्धि, अनुकूलनशीलता, संचार कौशल और विविधता और सीखने की क्षमता प्रदान करता है। 

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहे हैं। सूर्य के इस गोचर से आपकी यात्राओं के योग बनेंगे। छोटी दूरी की अनेक यात्राएं होने लगेंगी। साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन शासन और प्रशासन से आपको अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। आपके कार्यों में उनका समर्थन रहेगा और अच्छे लोगों से आपकी मेल मुलाकात होगी। आपकी प्रशासनिक और नेतृत्व क्षमता में बढ़ोतरी होगी। आर्थिक मोर्चे पर भी यह समय उन्नति दायक साबित होगा। हालांकि, भाई-बहनों के साथ तालमेल बिठाने के लिए आपको कुछ प्रयास जरूर करने होंगे लेकिन, वह आपकी सभी बातों को ध्यान पूर्वक समझेंगे और उन्हें महत्व देंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर कई मामलों में बहुत लाभदायक होगा। सूर्य का ग्यारहवें भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है। आपको सफलताएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। जिस काम को आप करना चाहेंगे, वह काम आपको प्रशंसा भी दिलाएगा, लोकप्रियता भी दिलाएगा, लोगों से आपको आगे रखेगा और आपकी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति कराएगा। इस दौरान प्रबल धन लाभ के योग बनेंगे। आपको समाज के प्रतिष्ठित और सम्मान प्राप्त लोगों से मेल मुलाकात का अवसर मिलेगा और आपके आपसी संबंध सुधरेंगे। प्रेम संबंधों में यह समय कई बदलाव लेकर आ सकता है।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहा है। यह गोचर आपके करियर के लिए बहुत अधिक अनुकूल रहेगा और आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते दिखेंगे। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वे लोगों से कम कराने में सक्षम होंगे और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में भी आपको सफलता मिलेगी। कुछ बड़े लोगों के साथ मिलकर काम करने का मौका मिलेगा जिससे व्यावसायिक बाधाएं दूर होंगी। व्यवसायिक यात्राओं के दौरान थोड़ी सावधानी बरतें और किसी से व्यर्थ में उलझने से बचें। इस गोचर के प्रभाव से आपको जीवन साथी के माध्यम से कोई लाभ प्राप्त हो सकता है।

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आठवें भाव के स्वामी है। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है। हालांकि मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य एक हानिकारक ग्रह है, लेकिन सूर्य का यह गोचर इन लोगों के लिए सकारात्मक साबित होगा। आपको आर्थिक लाभ होगा। यदि आपने पहले कोई कर्ज लिया है तो उससे आपको राहत मिलेगी। इस दौरान आप अपने पुराने कर्जों से मुक्ति पा सकेंगे और पूरी तरह कर्ज मुक्त हो जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपको राहत और संतुष्टि मिलेगी। सूर्य के गोचर से नौकरी में आपकी स्थिति मजबूत होगी। आपको वित्तीय स्थिरता प्राप्त होगी और आप जिन वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे, उन पर काबू पाने में सक्षम होंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए यह एक अच्छा समय है और यदि आप अपनी नौकरी बदलना चाहते हैं या नई नौकरियों के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होगा। सूर्य आपके लाभ, सामाजिक दायरे और समृद्धि के ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। इस दौरान लंबी यात्राओं के योग बनेंगे लेकिन यात्राओं के दौरान थोड़ी सावधानी भी बरतनी आवश्यक होगी अन्यथा शारीरिक और मानसिक समस्याएं सामने आ सकती हैं। तीर्थ यात्रा करने में आपको सफलता मिलेगी। ईश्वर की शरण में जाकर मानसिक शांति प्राप्त होगी। नौकरी करने वाले लोगों को स्थानांतरण के आदेश हो सकते हैं।

आपके कार्यों में कुछ विलंब हो सकता है। पारिवारिक सदस्यों, मित्रों और भाई बहनों से संबंध उतार-चढ़ाव के बीच सुधारते हुए नजर आएंगे। आपको जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए थोड़ा प्रयास अधिक करना होगा और थोड़ा संघर्ष करना होगा, तब जाकर आपको सफलता मिलेगी। सूर्य का यह गोचर चुनौतियों को दरकिनार कर निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके दसवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। दसवें भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता है, इसलिए इस अवधि में आपको बहुत अधिक सावधान बरतने की आवश्यकता होगी। अनैतिक कार्यों में आपका नाम शामिल हो सकता है और उसके कारण आपकी मानसिक शांति भंग हो सकती है। 

हालांकि, आप बाद में इस स्थिति से बाहर निकलने में सफल रहेंगे लेकिन वर्तमान समय में आपको मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और समाज में आपका नाम भी खराब हो सकता है। इसलिए इस दौरान आपको सावधान रहना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि अधिक पैसा कमाने के लालच में गलत रास्ता चुनने से बचें और धन अर्जित करने के लिए सही मार्ग पर चलें, भले ही आमदनी कम क्यों न हो। इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। सूर्य के गोचर के परिणामस्वरूप, पारिवारिक माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है इसलिए घर में सुख शांति बनाए रखने की कोशिश करें।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: सरल उपाय

  • रविवार को गुड़, गेहूं और तांबे का दान करें।
  • रविवार को छोड़कर प्रतिदिन तुलसी के पौधे को जल दें।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • अक्सर लाल और नारंगी रंग पहनें।
  • प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल दें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

प्रश्न 1. सूर्य मिथुन राशि में कब गोचर करेगा?

उत्तर. सूर्य 15 जून 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

प्रश्न 2. क्या मिथुन राशि सूर्य के लिए अच्छा स्थान है?

उत्तर. हां, मिथुन सूर्य के लिए मित्र राशि है।

प्रश्न 3. सूर्य को किस भाव में दिग्बल प्राप्त होता है?

उत्तर.  सूर्य कोदसवें भाव में दिग्बल प्राप्त है।

प्रश्न 4. सूर्य को मजबूत करने वाले रत्न कौन से हैं?

उत्तर. सूर्य को मजबूत करने के लिए माणिक्य रत्न धारण करें।

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