साप्ताहिक राशिफल (26 फरवरी से 03 मार्च, 2024): कैसा रहेगा ये सप्ताह आपके लिए?

साप्ताहिक राशिफल 26 फरवरी से 03 मार्च 2024: एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपके लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है जिसमें आपको साप्ताहिक राशिफल 26 फरवरी से 03 मार्च, 2024 की जानकारी प्राप्त होगी। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि फरवरी महीने का यह आख़िरी सप्ताह राशि चक्र की 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा। साथ ही, इस राशिफल की मदद से कैसे आप इस सप्ताह को बेहतर बना सकते हैं, तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

साप्ताहिक राशिफल 26 फरवरी से 03 मार्च, 2024: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में परिणाम काफ़ी अच्छे रह सकते हैं। आप घरेलू समस्याओं से मुक्ति पा सकेंगे। साथ ही, घर से बाहर की दुनिया में भी अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे। विशेषकर शासन-प्रशासन और प्रतिस्पर्धात्मक कामों में आप बेहतर कर सकेंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय अच्छा रहेगा। आप साझेदारी के कामों में बेहतर कर सकेंगे। इसके अलावा, व्यक्तिगत जीवन में भी अनुकूल परिणाम देखने को मिलेंगे, विशेषकर दांपत्य जीवन में। 

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि कमज़ोर रहेगी। अतः इस अवधि में मन को संयमित रखना होगा। बेकार के तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन आदि का सहारा लेना उचित रहेगा।

उपाय: बुजुर्गों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें।

वृषभ राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में आपको मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी, लेकिन इसके बावजूद भी विद्यार्थियों को अपने सब्जेक्ट पर फोकस करने के लिए अधिक कोशिश करने की आवश्यकता होगी।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय आपको अच्छे परिणाम दे सकता है। इस दौरान यात्राओं से अच्छा लाभ मिल सकता है। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है। साथ ही, आपका कॉन्फिडेंस आपको विभिन्न मामलों में लाभ करवा सकता है।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि आपको औसत या फिर औसत से बेहतर परिणाम दे सकती है। चंद्रमा नीच का है, अतः जज्बाती होने के बजाय प्रैक्टिकल होकर काम करेंगे तो परिणाम अच्छे मिल सकेंगे।

उपाय: गाय को हरा चारा खिलाएं। 

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मिथुन राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। घर-परिवार के किसी मामले को लेकर आप कुछ हद तक तनाव ग्रस्त नज़र आ सकते हैं।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय तुलनात्मक रूप से बेहतर रहेगा। चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि आपके लिए अनुकूल रहेगी। इसके बावजूद भी मित्रों या अन्य शुभचिंतकों पर निर्भर न रहकर आत्मनिर्भर रहना ज्यादा उचित रहेगा। विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। लव लाइफ में भी अनुकूलता देखने को मिल सकेगी, लेकिन आपको अपनी सीमाओं में रहना होगा।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि में चंद्रमा नीच का रहेगा जो कि कमज़ोर बात है, लेकिन छठे भाव में है यह अनुकूल बात है। इस तरह से इस अवधि में आपको औसत या फिर औसत से कुछ हद तक बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। आपका आत्मविश्वास आपको सफलता दिलाएगा, परंतु  ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचें।

उपाय: संभव हो, तो घरेलू स्तर पर दूध या दूध के उत्पादों का व्यापार करने वाले सप्ताह के शुरुआती दिनों में ऐसा न करें। 

कर्क राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि आपको अच्छी खासी अनुकूलता दे सकती है। कम दूरी की यात्राएं संभावित हैं और इन यात्राओं से आपको लाभ भी मिल सकता है। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है। आपके शुभचिंतक आपका सपोर्ट करेंगे, इस बात की भी संभावनाएं हैं।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय थोड़ा कमज़ोर रहेगा। इस समय आप घर-परिवार को लेकर कुछ चिंतित नज़र आ सकते हैं। माता का स्वास्थ्य या फिर आपका स्वास्थ्य भी कमज़ोर रहने की आशंका है। 

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम देना चाहेगी। इस दौरान स्वयं के स्वास्थ्य और भावनाओं का ख्याल रखते हुए व्यवहार करने की स्थिति में परिणाम अच्छे मिल सकते हैं। इस अवधि में किसी नई योजना पर काम करने की बजाय पुराने कामों को मेंटेन करना ही समझदारी का काम होगा।

उपाय: भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना करें। 

सिंह राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम दे सकती है। यदि आप सावधानी पूर्वक कुछ मामलों में काम करेंगे तो परिणाम अच्छे रहेंगे। वहीं, लापरवाही की स्थिति में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपको पारिवारिक और आर्थिक जीवन में समझदारी से काम लेना होगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय आपको काफ़ी अच्छे परिणाम देना चाह रहा है। विशेषकर यात्राओं से जुड़े मामले में इस समय अनुकूलता देखने को मिलेगी। यात्राएं सुखद और लाभकारी रह सकती हैं। यदि आपका संबंध किसी भी प्रकार के दूर के स्थान अथवा विदेश से है तो वहां से जुड़ी कोई अच्छी खबर भी आपको मिल सकती है।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि कुछ कमज़ोर रहेगी। अत: इस दौरान स्वयं को तनाव मुक्त रखने की कोशिश करें। बहुत दूर की सोचने की बजाय तात्कालिक समस्याओं पर फोकस करना ज्यादा उचित रहेगा। माता का स्वास्थ्य और माता के साथ संबंध अच्छे बने रहें, इस बात की भी कोशिश करनी होगी।

उपाय: अपनी कमाई से माँ या माँ समान स्त्री को खरीदकर वस्त्र भेंट करें। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

कन्या राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में सामान्य तौर पर आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। लेकिन, राहु-केतु के प्रभाव के चलते स्वयं को आवेगी होने से बचाना होगा। साथ ही, अपने अनुभव के आधार पर और अनुभवी लोगों की सलाह के अनुसार काम करें, तब जाकर आप अच्छे परिणाम प्राप्त करने में समर्थ होंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय आपको औसत या फिर औसत से बेहतर परिणाम दे सकता है। बस थोड़ी जागरूकता के सहारे कामों को अंजाम देंगे तो परिणाम काफ़ी अच्छे रहेंगे। विशेषकर आर्थिक और पारिवारिक जीवन में ऐसा करके आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि औसत से बेहतर परिणाम दे सकती है। यद्यपि परिणाम काफ़ी अच्छे भी हो सकते हैं, लेकिन चंद्रमा नीच अवस्था में रहेगा इसलिए सावधानी बरतनी होगी। यह अवधि आत्मविश्वास को मेंटेन करने की स्थिति में विभिन्न मामलों में अच्छे परिणाम दिला सकती है।

उपाय: मंदिर में पीले फल चढ़ाएं। 

तुला राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि कुछ हद तक कमज़ोर रह सकती है। हालांकि, काम के सिलसिले में की गई यात्राएं थोड़े कष्ट के बाद अच्छे परिणाम दे सकेंगी। लेकिन, अन्य मामलों के लिए इस समय को अच्छा नहीं कहा जाएगा। अतः आर्थिक मामलों के साथ-साथ स्वास्थ्य आदि का भी पूरा ख्याल रखना होगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय अनुकूल रहेगा। इस अवधि में आपकी बुद्धिमत्ता से लोग प्रभावित होंगे। आपकी योजनाएं अच्छे परिणाम दे सकेंगी। साथ ही, लोग आपकी भावनाओं की कद्र भी करेंगे। इन सबके बावजूद भी अधिक भावुक होने से बचेंगे तो अच्छा रहेगा।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम दे सकती है। इस दौरान कार्य-व्यापार को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही उचित नहीं रहेगी। साथ ही, विनम्रता से बातचीत करना भी जरूरी रहेगा। ऐसा करने की स्थिति में आप आर्थिक और पारिवारिक मामले में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं। 

वृश्चिक राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में आप अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। दूर की यात्राएं हों या फिर धार्मिक यात्राएं, इन यात्राओं से इच्छित लाभ की प्राप्ति संभव है। विशेषकर आर्थिक मामले में यह अवधि काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकती है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय कमज़ोर रहेगा। अतः इस अवधि में किसी भी प्रकार का रिस्क लेने से बचें। हालांकि, दूर की यात्राएं संभावित हैं लेकिन गैर जरूरी यात्राओं को टालना समझदारी का काम होगा। अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना होगा।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम देने का काम करेगी। पुरानी समस्याएं दूर होंगी और आप नए उत्साह के साथ काम करने की सोचेंगे, लेकिन अति उत्साही होने से बचना होगा। भावनाओं में बहने की बजाय प्रैक्टिकल होकर काम करेंगे तो परिणाम अच्छे मिल सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

धनु राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में परिणाम आपके पक्ष में रह सकते हैं। यद्यपि छोटे-मोटे व्यवधान रह सकते हैं, लेकिन समस्याओं के बाद आपके कार्य संपन्न होंगे और उनसे आपको फायदा भी मिल सकेगा। सामाजिक जीवन में किसी भी प्रकार का रिस्क न लें, तब ही अनुकूल परिणाम मिलते रहेंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय आपको काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो आप अपनी मेहनत के अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। वहीं, कार्य-व्यापार या आर्थिक जीवन में आपको अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि कुछ कमज़ोर रहेगी। अतः इस दौरान किसी भी प्रकार का नया प्रयोग करना उचित नहीं रहेगा इसलिए दूर की यात्राओं से बचना तथा अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना बेहतर रहेगा। आर्थिक जीवन में भी किसी भी प्रकार का रिस्क लेने से बचें।

उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाना शुभ रहेगा। 

मकर राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम दे सकती है। किसी काम की योजना बन सकती है। मन में धर्म और अध्यात्म  के प्रति रुचि बढ़ेगी।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय काफ़ी हद तक अनुकूल प्रतीत हो रहा है। इस समय वरिष्ठों की सलाह से काम करने की स्थिति में न केवल आपके काम संपन्न होंगे बल्कि आप अपनी सोसाइटी में सम्मानित हो सकते हैं, प्रशंसा के पात्र बन सकते हैं।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि सामान्य तौर पर अनुकूल रहेगी। हालांकि, दैनिक रोजगार से जुड़े मामलों में रिस्क नहीं लेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। वैसे आर्थिक जीवन की बात हो या फिर अन्य किसी भी प्रकार का मामला हो; थोड़ी कठिनाई के बाद आपको सही उपलब्धियां मिल जाएगी।

उपाय: मछलियों को चावल खिलाएं। 

कुंभ राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि आपके लिए थोड़ी कमज़ोर रह सकती है। अतः इस दौरान किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है। अपने स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना है और आर्थिक निवेश आदि से बचना है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम दे सकता है। पुरानी समस्याएं धीरे-धीरे करके दूर होने लगेंगी और आप नई योजनाओं पर नए तरीके से काम करने में लग सकते हैं।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकती है। हालांकि, ये परिणाम अच्छे हो सकते हैं लेकिन नीच के चंद्रमा के कारण आपको कुछ सावधानी बरतनी होगी। यदि आप सावधानी पूर्वक कार्यक्षेत्र और सामाजिक मामलों में निर्वाह करेंगे तो परिणाम अच्छे रह सकते हैं।

उपाय: मंदिर में चने की दाल का दान करें। 

मीन राशि

सप्ताह के शुरुआती हिस्से अर्थात 26 फरवरी से लेकर 28 फरवरी की रात 9:00 बजे के बीच की अवधि में आप औसत या फिर औसत से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। चंद्रमा पर राहु-केतु का प्रभाव इस बात का संकेत कर रहा है कि यदि आप किसी मामले में मनमौजी होकर या उतावलेपन के साथ काम नहीं करेंगे तो सामान्य तौर पर परिणाम आपके फेवर में रहेंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 28 फरवरी की रात 9:00 बजे से लेकर 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे के बीच का समय कमज़ोर परिणाम दे सकता है। अतः इस दौरान किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है और संबंधों को मेंटेन करने की लगातार कोशिश करनी होगी। इसके अलावा, इस समय कोई नया प्रयोग न करें।

सप्ताहांत अर्थात 2 मार्च की सुबह 8:15 बजे से लेकर 3 मार्च के मध्य की अवधि तुलनात्मक रूप से बेहतर रह सकती है। भले ही समस्याएं पूरी तरह से दूर न हों, लेकिन धीरे-धीरे आप सकारात्मक दिशा में बढ़ने लगेंगे। मन में ईश्वर के प्रति आस्था के भाव राहत देने का काम करेंगे।

उपाय: किसी पूर्वज के निमित्त अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को भोजन कराएं। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.