26 अगस्त को मंगल इन चार लोगों पर रहेंगे मेहरबान, कदम-कदम पर होगा धन लाभ
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सभी ग्रह एक समयावधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। कुछ ग्रह ढाई दिन में गोचर करते हैं, तो वहीं कुछ ग्रह एक महीने के अंतराल में राशि परिवर्तन करते हैं। बात करें मंगल ग्रह की तो ग्रहों के सेनापति मंगल लगभग 45 दिनों के अंदर एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं।
मंगल के गोचर का प्रभाव सभी राशियों के जातकों के जीवन पर पड़ता है। किसी के लिए यह गोचर अनुकूल साबित होता है, तो वहीं कुछ लोगों के लिए यह नकारात्मक परिणाम लेकर आता है।
इस समय मंगल वृषभ राशि में संचरण कर रहे हैं और 26 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 15 मिनट पर वह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल के इस गोचर से कुछ राशियों के लोगों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। इनके जीवन में खुशियां ही खुशियां आने वाली हैं और इनके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।
तो चलिए जानते हैं कि मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर किन राशियों के लोगों को अच्छे परिणाम एवं सफलता मिलने के योग हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इन राशियों की बदलेगी किस्मत
मेष राशि
मेष राशि के तीसरे भाव में यह गोचर होने जा रहा है। इस दौरान आपको अत्यंत लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। व्यापारियों के लिए भी अच्छा समय है। आप अपने बिज़नेस का विस्तार करने के बारे में सोच सकते हैं। आप जरूरी कामों पर ध्यान देंगे। आपको अपने भाई-बहनों का भी सहयोग मिलने वाला है। आपकी आय के स्रोतों में वृद्धि देखने को मिलेगी। आपकी धन-संपत्ति में इज़ाफा होगा और आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी।
तुला राशि के नौवें भाव में यह गोचर होने जा रहा है। इस समय आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। धन-सपंत्ति आपके कदम चूमेगी। आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं। आप अपने लिए प्रॉपर्टी आदि खरीद सकते हैं। आपको यात्रा पर जाने का मौका भी मिल सकता है। यह यात्रा छोटी या बड़ी हो सकती है।
आप इस दौरान किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। नौकरी करने वाले लोगों को अपने कार्यक्षेत्र में शानदार अवसर मिलने की संभावना है। व्यापारियों को भी असीम मुनाफा होगा। आप खूब कमाई करने वाले हैं।
मीन राशि से चौथे भाव में यह गोचर होने जा रहा है। यह समय आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। आप अपना जीवन सभी सुख-सुविधाओं के साथ व्यतीत करेंगे। इसके अलावा आप अपने लिए वाहन या प्रॉपर्टी आदि भी खरीद सकते हैं। आप अपनी मधुर वाणी से लोगों को प्रभावित करेंगे।
रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को लाभ होने के आसार हैं। आप किसी बड़ी डील से मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। आपकी आय में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी मज़बूत होगी। इसकी वजह से आपको करियर में लाभ प्राप्त होगा। आप निवेश के माध्यम से भी मुनाफा कमा सकते हैं।
आयात-निर्यात के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए भी अनुकूल समय है। इस दौरान ये खूब मुनाफा कमाएंगे। नौकरीपेशा जातकों को अपने उच्च अधिकारियों से प्रशंसा मिल सकती है। इसकी वजह से आप इस समय बहुत संतुष्ट महसूस करेंगे।
ज्योतिषशास्त्र में मंगल को ऊर्जा, भूमि, शक्ति, साहस और पराक्रम का कारक माना गया है। इस ग्रह को मेष एवं वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है। मंगल मकर राशि में उच्च के और कर्क राशि में नीच के होते हैं। यह मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी भी हैं।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल मज़बूत हो, तो वह व्यक्ति निडर और साहसी बनता है। उसे युद्ध में विजय प्राप्त होती है। वहीं मंगल के कमज़ोर होने पर व्यक्ति को अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। गरुड़ पुराण के अनुसार मानव शरीर में मंगल का स्थान नेत्र हैं।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
टैरो साप्ताहिक राशिफल (25 अगस्त से 31 अगस्त, 2024): जानें आपके लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह
टैरो साप्ताहिक राशिफल 25 अगस्त से 31 अगस्त 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।
साल 2024 के आठवें महीने अगस्त का यह आखिरी सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 25 अगस्त से 31 अगस्त 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा।
लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि अगस्त का यह आखिरी सप्ताह यानी कि 25 अगस्त से 31 अगस्त 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 25 अगस्त से 31 अगस्त, 2024: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स
करियर: नाइट ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: टेन ऑफ कप्स
प्रेम जीवन के लिए थ्री ऑफ कप्स संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप अपने साथी के साथ जश्न मनाने और मौज-मस्ती करने में बहुत समय बिताएंगे। मेष राशि के जो जातक सिंगल हैं वे दोस्तों और परिवार के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं और अपनी चिंताओं को दूर करने के लिए डांस कर सकते हैं और म्यूजिक सुन सकते है। आप इस सप्ताह किसी पार्टी में शामिल हो सकते हैं और खूब सामाजिक मेलजोल बढ़ा सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें तो थ्री ऑफ वैंड्स संकेत देता है कि इस सप्ताह आप आय के नए स्रोत खोजने में सफल हो सकते हैं। आप कोई अतिरिक्त काम या कुछ और नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और आय का यह स्रोत विदेश से संबंधित हो सकता है।
करियर के संदर्भ में नाइट ऑफ कप्स नई नौकरी के प्रस्ताव, पदोन्नति या आपके लिए आने वाली कुछ नई और रोमांचक चीज़ों का संकेत दे रहा है। इस अवधि आपके कार्यस्थल का वातावरण सकारात्मक बना रहेगा।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से टेन ऑफ कप्स संकेत देता है कि इस पूरे सप्ताह आपका स्वास्थ्य शानदार रहेगा और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। साथ ही, परिवार के करीब रहेंगे और उन्हें देखने में सक्षम होने से आप मानसिक रूप से शांत और खुश महसूस करेंगे।
अनुकूल राशि चिन्ह: सिंह
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ वैंड्स
प्रेम जीवन में वृषभ राशि के जातकों के लिए टू ऑफ कप्स बहुत शानदार कार्ड प्राप्त हुआ है। इस सप्ताह आप प्यार में डूबे रहेंगे और अपने परिवार एवं जीवनसाथी के साथ बिताए हर एक पल का आनंद उठाएंगे। आप दोनों एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे।
सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि अब आपका अपनी आर्थिक स्थिति पर धीरे-धीरे नियंत्रण आने लगेगा। आप प्रॉपर्टी या संपत्ति खरीदने के लिए लोन ले सकते हैं और आपको बिना किसी परेशानी के आसानी से लोन मिल जाएगा। अब आपके जीवन से आर्थिक परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
नाइट ऑफ पेंटाकल्स बताता है कि इस समय आपका अपने करियर पर पूरा नियंत्रण रहने वाला है। करियर के मामले में आप संतुलित और संपन्न महसूस करेंगे। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे या जो पेशा आपने चुना है, उसमें आपको उच्च पद या प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।
सेहत के लिहाज से वृषभ राशि के लोगों को थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि इस सप्ताह आपकी सेहत बहुत अच्छी रहने वाली है और आप अपने परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों से घिरे रहेंगे।
अनुकूल राशि चिन्ह: कन्या
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ कप्स
करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
मिथुन राशि वालों के लिए टू ऑफ वैंड्स कह रहा है कि जहां तक आपके निजी जीवन का सवाल है यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा। यह जातक पार्टनर के साथ यादगार समय बिताते हुए नज़र आएंगे और ऐसे में, आप उनके साथ सुखद लम्हें बिताएंगे। इन लोगों को भावनात्मक रूप से अपना रिश्ता मज़बूत करने का समय मिलेगा।
आर्थिक जीवन को देखें, तो किंग ऑफ कप्स कह रहा है कि इन जातकों के पास अपने बिलों का भुगतान करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पैसा होगा और ऐसे में, आप जीवन आराम से जीते हुए दिखाई देंगे। हालांकि, यह लोग अपने पैसों को मैनेज बहुत सोच-विचार कर करेंगे। साथ ही, परिस्थितियों को बेहतर करने के उद्देश्य से आप एक बजट का निर्माण करेंगे। इसके फलस्वरूप, यह हफ़्ता आराम से बीतेगा और आपको किसी भी तरह के उतार-चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पेज ऑफ स्वॉर्ड्स को चाहे कितना भी नकारात्मक कार्ड माना जाएगा। लेकिन, करियर के लिए इस कार्ड को हम सकारात्मक कहेंगे। इस सप्ताह करियर के संबंध में आपके विचारों में स्पष्टता देखने को मिलेगी। संभव है कि इस दौरान आपको नई-नई चीज़ें सीखने का मौका मिले और आपको नई जिम्मेदारियां मिलने की संभावना है।
नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स बता रहा है कि आप इस सप्ताह बुखार, सर्दी, एलर्जी, खांसी आदि की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में, यह हफ़्ता आपके लिए थोड़ा मुश्किल रह सकता है इसलिए अपना ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
अनुकूल राशि चिन्ह: तुला
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द एम्प्रेस
आर्थिक जीवन: द लवर
करियर: द फूल
स्वास्थ्य: चैरियट
प्रेम जीवन के लिए द एम्प्रेस कार्ड आपके लिए अनुकूल प्रतीत हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप इस सप्ताह आपके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ने वाला है और इस प्रभाव के चलते आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। यह कार्ड भविष्यवाणी करता है कि यह अवधि सिंगल जातकों और किसी रिलेशनशिप में रहने वाले जातकों के लिए शानदार रहेगा। आपके रिश्ते में प्रेम देखने को मिलेगा और साथ ही, आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त करेंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें तो द लवर कार्ड दर्शाता है कि इस सप्ताह आप वित्तीय को लेकर कुछ बड़े निर्णय लेने वाले हैं और आपको इन फैसलों को लेने के लिए बहुत ही सोच समझकर कर आगे बढ़ना होगा, जल्दबाजी में या नादानी में कोई भी फैसले न लें अन्यथा आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
करियर को लेकर द फूल कार्ड भविष्यवाणी करता है कि इस सप्ताह आप कोई नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं या अपनी नौकरी व करियर में बदलाव कर सकते हैं। यह परिवर्तन आपके लिए महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आ सकता है। इस सप्ताह आप कुछ बड़ा कर दिखाने का जज्बा रखेंगे और इसके लिए आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आपको सलाह दी जाती है कि रिस्क लेने के लिए तैयार रहें और आगे बढ़े।
स्वास्थ्य के लिहाज से द वर्ल्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपकी सेहत बहुत ही अच्छी रहेगी और आप फिट महसूस करेंगे। कुल मिलाकर इस सप्ताह आप खुलकर मौज-मस्ती करेंगे और अपने शानदार स्वास्थ्य का पूरा आनंद लेंगे।
प्रेम जीवन में क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड भविष्यवाणी करता है कि आप एक मजबूत, स्वतंत्र व्यक्ति हैं और अपने साथी में भी यही गुण चाहते हैं। आप किसी भी कम चीज़ के लिए समझौता करने के लिए तैयार नहीं होंगे। आप भावनात्मक रूप से बहुत स्थिर हैं और अपने दिल की बात किसी से भी खुलकर नहीं कहते।
आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो पेज ऑफ वैंड्स संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप नए स्रोतों से आय कमाने में सक्षम होंगे या हो सकता है कि इस सप्ताह आपके वेतन में वृद्धि हो। यदि आप नौकरी में परिवर्तन करना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है। जिन जातकों का खुद का बिज़नेस हैं वे इस सप्ताह अच्छा मुनाफ़ा कमाने में सक्षम होंगे।
करियर में ऐस ऑफ पेंटाकल्स कार्ड दर्शाता है कि इस सप्ताह आपको कार्यक्षेत्र में पदोन्नति हासिल होगी। ऐस ऑफ पेंटाकल्स यह भी दर्शाता है कि आप सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं और आपका करियर भी यहीं से आगे बढ़ेगा। यह कार्ड नौकरी करने वाले जातकों, जिनका खुद का बिज़नेस हैं और नए उद्यम की शुरुआत करने वाले जातकों को नई शुरुआत का संकेत देता है।
हैंग्ड मैन (रिवर्स) संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप किसी बड़ी बीमारी, चोट या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से उबरने में सक्षम होंगे। यदि आप पूरी तरह से मेडिकल जांच करवाते हैं, तो इस सप्ताह के दौरान छिपी हुई स्वास्थ्य समस्याओं का भी निदान किया जा सकता है।
अनुकूल राशि चिन्ह: धनु
कन्या राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: जस्टिस
करियर: जजमेंट
स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स
कन्या राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें, तो यह कार्ड संकेत दे रहा है कि आप अभी-अभी किसी टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आए हैं या उससे बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं, जिसे लेकर आप काफी परेशान हो सकते हैं और आपको यह समय काफी मुश्किल भरा लग रहा हो। लेकिन, याद रखें कि हर रात के बाद सुबह होती है। आपके अच्छे दिन बस आने ही वाले हैं और आप जल्दी ही इन तमाम चीज़ों से उबरने में सक्षम होंगे।
जस्टिस कार्ड आर्थिक जीवन में आपको याद दिलाता है कि इस सप्ताह आपको सोच-समझकर और कम मात्रा में धन खर्च करना चाहिए। तभी खर्च करना चाहिए जब आपको जरूरत लगें। यह कार्ड आपको फिज़ूलखर्ची करने से रोकता है।
करियर को लेकर जजमेंट कार्ड भविष्यवाणी करता है कि आप इस सप्ताह पदोन्नति का इंतज़ार कर रहे होंगे। अच्छी बात यह है कि आपका इंतजार खत्म होगा और आपको उच्च पद की प्राप्ति होगी। इस अवधि के दौरान आपका करियर तेज़ी से आगे बढ़ेगा और आप खूब तरक्की करेंगे।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर टू ऑफ स्वॉर्ड्स कुछ मानसिक तनाव के मुद्दों की ओर संकेत कर रहे हैं। ऐसे में, आपको अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से राय लेनी चाहिए और अपना उपचार करवाना चाहिए।
तुला राशि वालों के प्रेम जीवन की बात करें, तो अगस्त का यह अंतिम सप्ताह आपके लिए ज्यादा ख़ास नहीं रहने की आशंका है। फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि आप दोनों के रिश्ते में कुछ सही नहीं चल रहा है और संभव है कि आपका जीवनसाथी आपके प्रति वफादार न हो। आशंका है कि आप दोनों के बीच अहंकार एक बड़ी समस्या बन जाए जिसके चलते आप समस्याओं को सुलझाने के लिए तैयार न हों।
आर्थिक स्थिति के लिए ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि आपको तार्किक होकर सोच-विचार करने की आवश्यकता होगी। जब बात पैसों की आती है तो आपके दिल और दिमाग की सोच अलग हो सकती है। इस सप्ताह आपको आवेग में आकर काम करने से बचना होगा और जो भी काम करें उसे योजना बनाकर करें।
करियर को लेकर द टॉवर तुला राशि वालों के लिए एक चेतावनी संकेत है। आशंका है कि आपको किसी कारणवश नौकरी से निकाला जा सकता है। ऐसे में, इस सप्ताह आपको अपने कार्यस्थल पर बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है। यह भी हो सकता है कि कार्यस्थल का खराब माहौल आप पर हावी हो सकता है और आप नौकरी छोड़ने के बारे में सोच सकते हैं।
तुला राशि के जातकों का स्वास्थ्य ज्यादा अच्छा नहीं रहने का अनुमान है। ऐसे में, आपको अपने खानपान का ध्यान रखना होगा और अपनी फिटनेस के प्रति सावधानी बरतनी होगी। लेकिन, आशंका है कि कोई अज्ञात रोग आपको परेशान करें या फिर आपको चोट लग सकती है।
अनुकूल राशि: कुंभ
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: टूऑफ़ कप्स
आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्स
करियर: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स
वृश्चिक राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए टू ऑफ कप्स कहता है कि इन जातकों की मुलाकात अपने पार्टनर से हो सकती है। यह कार्ड किसी ऐसे रिश्ते की तरफ इशारा कर रहा है जो रोमांटिक न होकर शांति और प्रेम से भरा होगा। टू ऑफ कप्स दो लोगों के बीच प्यार का प्रतिनिधित्व करता है और यह दो लोग दोस्त, परिवार या पार्टनर हो सकते हैं।
फाइव ऑफ पेंटाकल्स आपके आर्थिक जीवन में आने वाले वित्तीय संकट या धन संबंधित समस्याओं की तरफ इशारा कर रहा है। इन जातकों की गंभीर आर्थिक समस्याओं में फंसने की आशंका है। ऐसे में, आपको धन की बचत करने के साथ-साथ पैसों की योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
करियर को लेकर नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कह रहा है कि वृश्चिक राशि वाले अपने लक्ष्यों के प्रति केंद्रित होंगे और आप उन्हें पूरा करने के लिए प्रयास करते दिखाई देंगे। हालांकि, यह सप्ताह आपके करियर में स्पष्टता लेकर आएगा और आप खुद के लिए छोटे लक्ष्य निर्धारित करेंगे।
क्वीन ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि इस सप्ताह वृश्चिक राशि वालों का स्वास्थ्य शानदार रहेगा जो आपके लिए राहत लेकर आएगा। सुनिश्चित करें कि अपने स्वास्थ्य पर काम करते हुए फिटनेस को बनाए रखेंगे। हालांकि, छोटी-मोटी परेशानियां आ सकती हैं।
अनुकूल राशि चिन्ह: मीन
धनु राशि
प्रेम जीवन: टेंपरेंस
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ वैंड्स
करियर: ऐस ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: एट ऑफ स्वॉर्ड्स
धनु राशि वालों को प्रेम जीवन में टेंपरेंस कार्ड मिला है, जो आपके रिश्ते में सौहार्द, दया और सही फैसला लेने की क्षमता को दर्शा रहा है। हालांकि, इस कार्ड को एक चेतावनी के रूप में भी आप देख सकते हैं और ऐसे में, आपको अत्यधिक भावुक होने से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही, भावनाओं में बहकर कोई भी काम न करें।
किंग ऑफ वैंड्स आपकी अच्छी आर्थिक स्थिति की तरफ संकेत कर रहा है। लेकिन, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं होगा कि आपके पास ख़ूब पैसा आएगा परंतु आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन आता रहेगा। ऐसे में, इस पूरा सप्ताह आप आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे। साथ ही, आपके निवेश से आपको अच्छा मुनाफ़ा होगा।
ऐस ऑफ वैंड्स आपके करियर को लेकर बता रहा है कि इस हफ़्ते आपको प्रमोशन मिलने के योग बनेंगे या फिर आप नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। इस सप्ताह आपका करियर एक नया रास्ता अपनाएगा और आपको निश्चित रूप से विकास के मार्ग पर ले जाएगा।
एट ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत कर रहा है कि इस राशि के जातक तनाव, अनजान भय, नकारात्मक विचार से परेशान रह सकते हैं या स्वयं पर संदेह करते हुए दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में, इन लोगों के लिए अच्छे से काम करना मुश्किल हो सकता है। आपके मन में चल रहे बुरे विचारों को दूर करने के लिए आप किसी ऐसे से बात करें जो आपके बेहद करीब हों।
अनुकूल राशि चिन्ह: मेष
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मकर राशि
प्रेम जीवन: एट ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: द फूल
करियर: फाइव ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम जीवन की बात करें तो एट ऑफ स्वॉर्ड्स दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आप अपने रिश्ते और रिश्ते में आने वाली चुनौतियों को लेकर काफ़ी चिंतित हो सकते हैं और इन चिंताओं से छुटकारा पाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। यह समय प्रेम जीवन के लिए बेहद कठिन साबित हो सकता है।
आर्थिक जीवन के बारे में द फूल कहता है कि इस सप्ताह आप किसी नई नौकरी या व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं। यदि आप इस काम में जोख़िम उठाते हुए अपना सबकुछ दांव पर लगाते हैं, तो आपको सफलता मिलने की संभावना है। ऐसे में, आपको सोच-समझकर फैसला लेना होगा क्योंकि इसका अच्छा या बुरा असर आपके भविष्य पर पड़ सकता है।
मकर राशि वालों को करियर के क्षेत्र में इस सप्ताह किसी प्रोजेक्ट या प्रमोशन पाने के लिए सहकर्मियों से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, कार्यक्षेत्र पर काफ़ी उतार-चढ़ाव आने की आशंका है। ऐसे में, इन जातकों के लिए अपनी राह में आने वाली समस्याओं और तनाव से निजात पाना मुश्किल हो सकता है।
फोर ऑफ स्वॉर्ड्स सेहत को लेकर इन जातकों को भागदौड़ भरी ज़िन्दगी से अपने लिए समय निकालते हुए थोड़ा आराम करने की सलाह दे रहा है। ऐसे में, आप आराम करने के लिए किसी सैलून या स्पा में या फिर छुट्टियां पर भी जा सकते हैं। ऐसा करने से आपको आगे बढ़ने की ऊर्जा मिलेगी।
अनुकूल राशि चिन्ह: वृषभ
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: टेन ऑफ पेंटाकल्स
आर्थिक जीवन: द हीरोफेंट
करियर:किंग ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ कप्स
प्रेम संबंध के लिए टेन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड एक बेहद ही शानदार कार्ड माना जाता है। यह आपके और आपके साथी के बीच खुशहाल प्रेम को दर्शाता है। यह सोलमेट कार्ड भी है और यह इस बात को इंगित करता है कि आप दोनों अपने रिश्ते में बेहद ही खुश और संतुष्ट हैं। अगर आपके रिश्ते में कोई गलतफहमी थी तो वह इस सप्ताह अवश्य ही दूर हो जाएगी।
द हीरोफेंट कार्ड दर्शाता है कि फिलहाल आप अपनी आर्थिक स्थिति से संतुष्ट हैं। यह कार्ड यह भी दर्शाता है कि आप अपने पैसों को अपनी पुरानी जगहों में सुरक्षित रखना पसंद करते हैं और बिना किसी धोखाधड़ी और शॉर्टकट के साफ सीधे तरीकों का उपयोग करके पैसा कमाना चाहते हैं। आप अपने जीवन में धन का सम्मान करते हैं और इसे महत्व देना भी सीख चुके हैं।
किंग ऑफ स्वॉर्ड्स यह दर्शाता है कि कार्यस्थल पर आपकी स्थिति मज़बूत और प्रभावशाली बनी हुई है। हालांकि आप मतलबी भी हो सकते हैं लेकिन, आपको नए अवसरों की प्राप्ति के लिए अपने सेफ जोन से बाहर निकलकर नई चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। यह आपके करियर में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेगा।
नाइन ऑफ कप्स का कार्ड अच्छे स्वास्थ्य को दर्शाता है। आप इस अवधि फिट महसूस करेंगे और यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो इस सप्ताह आपको उससे निजात मिल सकती है और आप पहले से बेहतर महसूस करेंगे। इसके अलावा, आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे और बाहर घूमेंगे और हर काम सक्रिय होंगे।
अनुकूल राशि चिन्ह: मिथुन
मीन राशि
प्रेम जीवन: नाइनऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: पेज़ ऑफ कप्स
करियर: पेज़ ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ कप्स
प्रेम जीवन में आपको नाइन ऑफ स्वोर्ड्स कार्ड मिला है और यह एक माइनर आर्काना कार्ड है, जो अफसोस, चिंता और पश्चाताप को दर्शाता है। सरल भाषा में कहें तो, यह बताता है कि आप अपने रिश्ते में खुश नहीं हैं और कोई न कोई ऐसी बात है, जो आप नहीं जानते हैं। इसके अलावा, इस सप्ताह आपको ऐसा भी महसूस हो सकता है कि आपका पार्टनर आपको धोखा दे रहा है।
आर्थिक पक्ष के मुताबिक नाइट ऑफ कप्स दर्शाता है कि आपको नए अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपने पहले किसी तरह का निवेश किया था, तो इस अवधि आपको बड़ा धन लाभ हो सकता है। अगर आप पैसों को लेकर परेशान हैं, तो इस सप्ताह आपकी परेशानी का हल हो सकता है।
आपके करियर के लिहाज़ से पेज़ ऑफ पेंटाकल्स कार्ड यह दर्शाता है कि आपको नए मौके मिल सकते हैं, जो आपके करियर में चार चांद लगा देगा और इससे आपको संतुष्टि महसूस होगी। इस सप्ताह आपके करियर में तेजी से आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा, कार्यक्षेत्र में आपको उच्च पद पर पदोन्नत मिल सकती है। पेज़ ऑफ पेंटाकल्स आने वाले भविष्य में तरक्की के संकेत दे रहा है, जो आपके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
फोर ऑफ कप्स स्वास्थ्य को लेकर दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आप अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर रहे हैं और अपने शरीर पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे पहले कि आपकी चिंता और तनाव बड़ा रूप ले ले और गंभीर स्वास्थ्य स्थिति में बदल जाए, आपको अपनी सेहत पर ख़ास ध्यान देने की आवश्यकता होगी ताकि आने वाली समस्या को आप रोक सके।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. टैरो कार्ड कैसे काम करते हैं?
उत्तर. टैरो कार्ड इस विचार के माध्यम से काम करते हैं कि जब आप अंतर्ज्ञान, कंपन, आध्यात्मिक मार्गदर्शक आदि के रूप में पूछते हैं तो ब्रह्मांड आपको वह जानकारी देता है जिसकी आपको आवश्यकता होती है।
प्रश्न 2. क्या टैरो कार्ड भविष्य की भविष्यवाणी कर सकते हैं?
उत्तर. टैरो कार्ड वर्तमान ऊर्जाओं का उपयोग करते हैं और भविष्य के बारे में संकेत दे सकते हैं और वर्तमान मार्गदर्शन का पालन कर सकते हैं।
प्रश्न 3. टैरो सीखने के लिए सबसे अच्छे संसाधन क्या हैं?
उत्तर. एक अनुभवी टैरो कोच की किताबें और मार्गदर्शन।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: राशि सहित देश-दुनिया पर देखने को मिलेगा इसका प्रभाव
एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का कन्या राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि शुक्र के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को शुक्र के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।
बता दें कि आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक ग्रह शुक्र 25 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करेंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।
शुक्र ग्रह वैदिक ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है, क्योंकि यह प्रेम, सौंदर्य, सद्भाव और रचनात्मकता से संबंधित है। शुक्र ग्रह इस बात को प्रभावित करता है कि हम अपनी भावनाओं, इच्छाओं और स्नेह को कैसे व्यक्त करते हैं, साथ ही हम दूसरों को कैसे आकर्षित करते हैं और उनसे कैसे संबंध बनाते हैं। इसके अलावा, शुक्र भौतिक संपत्ति और वित्तीय मामलों को भी नियंत्रित करता है। यह संकेत दे सकता है कि आप अपने धन को संभालते हैं। शुक्र जीवन में धन, वैभव और यश से संबंध रखता है। ये सुविधा के साथ-साथ सुख भी देता है। आपकी कुंडली में ग्रह स्थिति बेहतर होने से बेहतर फल प्राप्त होते हैं लेकिन ग्रह स्थिति अशुभ होने की दशा में अशुभ फल भी प्राप्त होते हैं।
आपकी जन्म कुंडली में शुक्र जिस राशि और भाव में स्थित होते हैं, वह इस बात की जानकारी देता है कि आप प्यार कैसे व्यक्त करते हैं, आपको क्या सुंदर लगता है और आप अपने वित्त को कैसे संभालते हैं। उदाहरण के लिए, तुला राशि में शुक्र रिश्तों और सौंदर्य पर एक मजबूत ध्यान केंद्रित करने का संकेत दे सकता है, जबकि वृषभ राशि में शुक्र विलासिता और स्थिरता के लिए प्यार का संकेत दे सकता है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
कन्या राशि में शुक्र: विशेषताएँ
कन्या राशि में शुक्र नीच के होते हैं, लेकिन शुक्र की यह स्थिति अनुकूल होती है क्योंकि कन्या राशि के स्वामी बुध हैं और शुक्र व बुध मित्र राशि हैं। कन्या राशि में शुक्र के प्रभाव से वैवाहिक जीवन में नकारात्मकता देखने को मिल सकती है क्योंकि शुक्र पार्टनर और विवाह से जुड़ा हुआ ग्रह है और कन्या राशि में ये नीच में होने के कारण प्रतिकूल परिणाम दे सकते हैं। कुल मिलाकर, कन्या राशि में शुक्र सतर्क और सावधान रहने का संकेत देता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति विपरीत लिंग की ओर आकर्षण होता है। बुध मन के कारक हैं और जब शुक्र के साथ युति होती है, तो जातक का मन हमेशा प्रेम और कामुकता के विचारों से भरा रहता है।
कन्या राशि में शुक्र वाले व्यक्ति अपने प्रेम और विवाहित जीवन में संतुष्टि पाने के लिए संघर्ष कर सकते हैं। ये जातक प्रतिबद्ध प्रेम भरे रिश्ते बनाने में सक्षम होते हैं। ये आमतौर पर समर्पित साथी होते हैं। जातक एक दयालु, अच्छे व्यवहार वाले, आकर्षक और दिल के साफ व्यक्तित्व वाले होते हैं। कन्या राशि में शुक्र विलासिता के लिए भी गहरा जुनून दिखाता है। ऐसा व्यक्ति एक शानदार जीवन शैली जीने और ब्रांडेड कपड़े पहने में सक्षम होते हैं।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों पर होगा सकारात्मक प्रभाव
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह विलासिता, सुख, खुशी और माता के चौथे भाव में गोचर करेंगे। आप अपने करियर में बेहतर करने के लिए इस अवधि का पूरा उपयोग करेंगे और इससे आपको परम संतुष्टि प्राप्त होगी। आपके जीवनसाथी के साथ आपके संबंध बेहतर बनेंगे और आप दोनों एक दूसरे के करीब आएंगे। इस अवधि आपको नए काम के अवसर भी मिल सकते हैं जो आपके करियर को आगे बढ़ाएंगे।
आप अपनी कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप उच्च पद प्राप्त कर सकते हैं। कार्यस्थल पर आप अपने नेतृत्व गुणों को दिखाने में सक्षम होंगे। यदि आपका खुद का व्यवसाय हैं, तो आप नए संबंध बनाएंगे और व्यावसायिक दुनिया में उन संबंधों से लाभान्वित होंगे। यदि कन्या राशि के स्वामी बुध अच्छी स्थिति में हैं, तो इस गोचर के दौरान आपको पदोन्नति भी प्राप्त हो सकती है।
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपके जीवनसाथी और आपके साथी के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे। आप उनके साथ छोटी यात्राओं पर भी जा सकते हैं। कन्या राशि में शुक्र के गोचर के दौरान, आपको करियर में शानदार परिणाम प्राप्त होंगे और आपको अपने बेहतर काम के लिए अपने वरिष्ठों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल सकती है और वे आपके और आपके काम की बहुत अधिक तारीफ करेंगे।
यदि आपका खुद का व्यवसाय हैं, तो इस गोचर के परिणामस्वरूप अच्छी सफलता मिल सकती है। यदि आप अच्छा धन अर्जित करने का लक्ष्य रखते हैं, तो आप अपने लक्ष्य की पूर्ति करेंगे। इस अवधि आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं, जिससे आपको सतुंष्टि प्राप्त होगी। हालांकि, आपको अपने प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, लेकिन फिर भी आप लाभ उठाने की स्थिति में होंगे।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब दुर्बल अवस्था में दसवें भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपका अपने जीवनसाथी के साथ संबंध बेहतर होंगे और आपको भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होगी। आपके घर पर किसी उत्सव या समारोह का आयोजन हो सकता है।
करियर की बात करें तो, शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपको नौकरी में संतुष्टि देने का काम कर सकता है या फिर आपको विदेश से नौकरी के नए अवसरों की प्राप्ति हो सकती हैं जो आपकी इच्छाओं को पूरा करने में मददगार साबित होंगे। इस दौरान आप नौकरी से संतुष्ट नज़र आएंगे और काम में किये जा रहे आपके कठिन प्रयासों को सराहा जाएगा।
जिन जातकों का अपना व्यापार है, उनके लिए शुक्र का गोचर बिज़नेस के क्षेत्र में अच्छी सफलता लेकर आएगा और ऐसे में, लाभ प्राप्त करने में भी आप सक्षम होंगे। इन जातकों को प्रतिद्वंदियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आप अपनी अच्छी तकनीक और कार्यशैली के दम पर काफ़ी लाभ कमाने में सफल हो सकते हैं। साथ ही, आप एक साथ कई व्यापार करते हुए नज़र भी आ सकते हैं।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह छठे भाव में स्थित होंगे। इसके परिणामस्वरूप आपको नींद न आने या नींद में कमी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आपको अपने बॉस और सहकर्मियों के साथ संबंधों में भी समस्या हो सकती है। ऐसे में, आपको अपनी कार्य प्रक्रियाओं की योजना बनानी होगी और एक मजबूत प्रतिष्ठा स्थापित करने का प्रयास करना होगा।
आप अपने पेशे को पूरी तरह से बदलने में भी सक्षम हो सकते हैं, जो आपके लिए शानदार साबित होगा। यदि आप व्यवसाय कर रहे हैं तो यह व्यवसाय करने के लिए एक आदर्श समय है। यदि आप कोई व्यवसाय चलाते हैं, तो इस समय आपको कम लाभ हो सकता है, साथ ही वित्तीय नुकसान की भी संभावना है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपके प्रेम जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है क्योंकि प्रेम संबंधों के लिए यह अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है। कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठों से काम का दबाव मिल सकता है, जिससे करियर में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है। इस दौरान आप कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानी का अनुभव कर सकते हैं, जिसे आप काम करते समय महसूस करेंगे। सोच-समझकर फैसले लेने की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप अपने लक्ष्यों तक सफलतापूर्वक पहुंचना चाहते हैं, तो आपको पहले से ही योजना बनाकर चलने की आवश्यकता होगी। शुक्र के गोचर के दौरान, व्यवसाय के लिहाज से आपको लाभ और हानि दोनों हो सकती है, जिसे संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। यदि आप पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे हैं, तो आपको इस अवधि बहुत अधिक सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपकी बातों का गलत मतलब निकाला जा सकता है और आपके और आपके जीवनसाथी के बीच बहस छिड़ सकती है। इस गोचर के दौरान आपको अपने करियर में उतार-चढ़ाव का अनुभव भी हो सकता है। आशंका है कि नौकरी से संतुष्टि शायद न मिले और ऐसा इसलिए क्योंकि आपके बॉस आपकी उपलब्धियों का श्रेय आपको न दे रहे हों।
आपको करियर से जुड़ी निराशा का अनुभव हो सकता है। आपको अपने वरिष्ठों और अधीनस्थों दोनों से आलोचना मिल सकती है। इस चिड़चिड़ाहट के परिणामस्वरूप आप अधिक चिंतित व तनाव में आ सकते हैं। शुक्र का कन्या राशि में गोचर के दौरान, आप अपने पेशेवर जीवन में लगातार बदलावों का भी अनुभव कर सकते हैं, जैसे कि किसी ऐसे पद के लिए स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होना जो आपको पसंद न हो, इससे आप निराश हो सकते हैं। यदि आप कोई व्यवसाय चलाते हैं, तो आशंका है कि इस दौरान आपको वित्तीय लाभ न प्राप्त हो।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप एक्स्ट्रा मैरिज अफेयर में शामिल हो सकते हैं और इस वजह से आपके प्रतिष्ठा खराब हो सकती है। इसके अलावा, आप कार्यस्थल पर बढ़ते दबाव और करियर से जुड़ी कुछ चुनौतियों से निपट सकते हैं। इस दौरान, आप वरिष्ठों और सहकर्मियों से अधिक समस्याओं का सामना कर सकते हैं। ये मुद्दे आपकी नौकरी की संतुष्टि को कम कर सकते हैं और आपको कहीं और बेहतर अवसरों की तलाश करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
यदि आप कोई व्यवसाय चलाते हैं, तो आशंका है कि आपको इस समय वह अच्छी सफलता और विश्वसनीय राजस्व न मिले जिसकी आप उम्मीद कर रहे थे। सफल और लाभदायक होने के लिए आपको व्यापक योजनाएं बनाने और नई व्यावसायिक रणनीति लागू करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अतिरिक्त, आपके प्रतिद्वंद्वी आपको कड़ी टक्कर दे सकते हैं इसलिए सफल होने के लिए, आपको मौजूदा परिदृश्य के अनुसार समायोजित करने की आवश्यकता होगी।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: उपयुक्त उपाय
हर शुक्रवार को देवी लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और इसे छोटी लड़कियों में भी बांटें।
प्रतिदिन कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
प्रत्येक शुक्रवार को देवी लक्ष्मी को 5 लाल फूल चढ़ाएं।
हर शुक्रवार को शुक्र बीज मंत्र का जाप करें।
संभव हो, तो अक्सर सफेद और गुलाबी रंग पहनें।
शुक्रवार को व्रत रखें।
अपने घरों और कार्यस्थल में शुक्र यंत्र स्थापित करें और उसकी पूजा करें।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
बैंकिंग, फाइनेंस और मीडिया
शुक्र का कन्या राशि गोचर बैंकिंग और वित्त क्षेत्र को प्रभावित करेगा। इस समय अवधि के दौरान देश के बैंकिंग क्षेत्र में कुछ प्रतिकूल परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं, लेकिन सितंबर के दूसरे सप्ताह में बैंकिंग क्षेत्र में तेजी देखने को मिल सकती है।
पत्रकारिता, मीडिया और जनसंपर्क से जुड़े लोगों को नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है और आशंका है कि इस समय आप अच्छा प्रदर्शन करने में असमर्थ हों।
फैशन ब्लॉगर, लेखक और आलोचक
मजबूत संचार की वजह से आप संपादन, लेखन आदि क्षेत्र में उन्नति प्राप्त करेंगे।
लेखक, कवि और रहस्य विज्ञान से जुड़े लोग तेजी से फलेंगे-फूलेंगे।
दुनिया भर के ब्लॉगर और वक्ता अपने लाभ के लिए इस गोचर का अच्छा उपयोग कर सकते हैं।
दुनिया भर के फिल्म समीक्षक और संपादक लोकप्रियता हासिल करेंगे और उनके करियर को लाभ होगा।
फैशन, कला और मनोरंजन उद्योग
दुनिया भर में फैशन उद्योग और कपड़ा उद्योग कुछ समय के लिए धीमी गति का अनुभव कर सकते हैं।
देश और दुनिया भर के गायक और गायिकाएं भी इस दौरान खूब तरक्की कर सकती हैं।
डिजाइनर, वेब डिजाइनर, ललित कला से जुड़े लोग आदि इस अवधि के दौरान सुस्ती का अनुभव कर सकते हैं।
सौंदर्य प्रसाधन उद्योग और त्वचा और बाल देखभाल उद्योग भी मंदी का अनुभव कर सकते हैं।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट
इस महीने के अंत और अगले महीने की शुरुआत में शेयर बाजार में तेजी का रुख रहेगा।
कंप्यूटर, कॉटन मिल, दूरसंचार, ऑटोमोबाइल फर्म, परिवहन कंपनियां और सौंदर्य प्रसाधन के शेयरों में कुछ हद तक तेजी आएगी।
15 सितंबर से बाजार में तेजी आने और बैंकिंग क्षेत्र में नए रुझान सामने आने की संभावना है।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: आने वाली बॉलीवुड व हॉलीवुड फिल्मों पर इसका प्रभाव
शुक्र कला और मनोरंजन पर शासन करने वाला ग्रह है और इस गोचर का प्रभाव जिस प्रकार देश-दुनिया पर पड़ेगा उसी प्रकार बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों में भी देखने को मिलेगा। शुक्र अब 25 अगस्त को कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं तो ऐसे में देखते हैं कि इस गोचर का फिल्मों और उनके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
25 अगस्त 2024 के बाद रिलीज़ होने वाली बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्में
फिल्म का नाम
स्टार कास्ट
रिलीज़ की तारीख़
बीटल जूस 2
माइकल कीटन, विनोना राइडर
06 सितंबर, 2024
इमरजेंसी
कंगना रनौत
06 सितंबर, 2024
अभी तो पार्टी शुरू हुई है
सौरभ शुक्ला, पंकज त्रिपाठी
15 सितंबर, 2024
तेहरान
मानुषी छिल्लर, जॉन अब्राहम
24 सितंबर, 2024
ऊपर सूचीबद्ध इन फिल्मों में से, बीटल जूस 2, और अभी तो पार्टी शुरू हुई है बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, लेकिन आशंका है कि इमरजेंसी और तेहरान फिल्म उम्मीद से कम प्रदर्शन करें लेकिन अभिनेता अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन के लिए प्रशंसा बटोर सकते हैं।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1- शुक्र क्या दर्शाता है?
शुक्र विलासिता, आराम, पत्नी, पैसा, प्रसिद्धि, प्रेम संबंध और सुंदरता का संकेत देता है।
2- जब बुध और शुक्र मित्र हैं, तो कन्या राशि में शुक्र दुर्बल क्यों हो जाता है?
कन्या एक बहुत ही विश्लेषणात्मक और व्यावहारिक राशि है, जबकि शुक्र चमक-दमक के बारे में है। यह एक आकर्षक ग्रह है और कन्या राशि के विपरीत है।
3- शुक्र किन दो राशियों पर शासन करता है?
वृषभ और तुला।
सितंबर की अनोखी झलक: इस महीने के व्रत-त्योहार, ग्रहण-गोचर सब मिलेंगे एक जगह!
सितंबर का महीना यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का नौवां महीना अब जल्द ही शुरू होने वाला है। अगर आप भी ज्योतिष में दिलचस्पी रखते हैं और इस महीने से संबंधित ज्योतिषीय तथ्य जानना चाहते हैं, साथ ही जानना चाहते हैं कि सितंबर के महीने में कब कौन से व्रत और त्योहार किए और मनाए जाएंगे तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि एस्ट्रोसेज के अपने इस ब्लॉग में हम आपको इन्हीं सब बातों की जानकारी प्रदान करेंगे।
सिर्फ इतना ही नहीं इस खास ब्लॉग में हम आपको सितंबर के महीने में लगने वाले ग्रहण, गोचर, बैंक अवकाशों और सभी 12 राशियों की भविष्यवाणी की एक झलक भी देने वाले हैं। तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं सितंबर महीने का हमारा यह खास ब्लॉग और जानते हैं साल के नौवें महीने में क्या कुछ खास और दिलचस्प होने वाला है।
सबसे पहले बात करें सितंबर महीने के ज्योतिषीय महत्व की तो हिंदू पंचांग के अनुसार सितंबर का महीना भाद्रपद महीने में पड़ेगा। भाद्रपद का महीना 20 अगस्त से शुरू हो जाएगा और यह 18 सितंबर तक रहने वाला है। इसके अलावा सितंबर के महीने में सूर्य शनि के बीच सम सप्तक दृष्टि संबंध रहने वाला है। बात करें इसके प्रभाव की तो इसका सीधा और प्रत्यक्ष रूप से प्रभाव अमेरिका, ब्रिटेन, यूक्रेन जैसे बड़े देशों के प्रधान नेताओं पर पड़ सकता है और इन्हें इस अवधि के दौरान कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या यह जानते हैं आप? ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि जब सूर्य शनि का सम सप्तक योग बनता है तो घर परिवार में वैचारिक मतभेद के चलते परेशानियां होती हैं, लोगों के स्वास्थ्य में गड़बड़ाहट देखने को मिलती है, वाणी में संयम न रख पाने की वजह से कई बनते-बनते कार्य बिगड़ने लगते हैं, साथ ही इस दौरान अगर जातक चाहें भी तो धन संचित करने में उन्हें परेशानियां उठानी पड़ती हैं।
सितंबर महीने में पड़ेंगे ये हिन्दू माह
सितंबर महीने में पड़ने वाले हिंदू माह की तो,
सितंबर के महीने में भाद्रपद और आश्विन माह पड़ने वाले हैं। जहां भाद्रपद का महीना 20 अगस्त 2024 शुक्रवार से शुरू होकर 18 सितंबर 2024 रविवार के दिन तक रहेगा वहीं अश्विन का महीना 19 सितंबर से 17 अक्टूबर तक रहेगा।
बात करें भाद्रपद महीने और आश्विन महीने के महत्व की तो, भाद्रपद के महीने को हिंदू कैलेंडर के अनुसार छठा महीना माना जाता है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व होता है क्योंकि इसी दौरान जन्माष्टमी जैसे बड़े त्यौहार मनाए जाते हैं। इसके अलावा भाद्रपद के महीने में गणेश चतुर्थी का भी उत्सव मनाया जाता है। ऐसे में देखा जाए तो यह महीना शिव परिवार का पूजन करने के लिए बेहद ही उपयुक्त होता है।
इसके अलावा यहां यह भी जानना आवश्यक है कि भाद्रपद का महीना चातुर्मास का दूसरा महीना होता है और इस दौरान भी पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
कहा जाता है कि भादो के महीने में अगर लड्डू गोपाल का विधि पूर्वक पूजन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि के साथ-साथ संतान सुख की भी प्राप्ति होती है। भाद्रपद के महीने में चावल और नारियल का दान नहीं करना चाहिए, गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए, पूजा करते समय भगवान श्री कृष्ण को तुलसी के पत्ते अवश्य अर्पित करने चाहिए। इसके अलावा अपनी यथाशक्ति के अनुसार दान करना चाहिए।
अब बात करें आश्विन महीने के महत्व की तो, यह महीना पितरों और देवताओं की पूजा के लिए विशेष माना गया है। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से अमावस्या तक पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध, ब्राह्मण भोज आदि किया जाता है। इस अवधि को पितृपक्षकहते हैं। कहा जाता है पितृपक्ष की तिथियों पर अगर पितरों की पूजा की जाए तो उनकी आत्मा को तृप्त किया जा सकता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इसके अलावा पितृपक्ष की सर्वपितृ अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक नवरात्रि मनाई जाती है। इस दौरान देवी के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। अष्टमी के दिन बहुत से लोग कन्या पूजन करते हैं और नवमी तिथि को नवरात्रि का हवन किया जाता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सितंबर का महीना ढेरों व्रत-त्योहार और महत्वपूर्ण अनुष्ठान लेकर आता है। ऐसे में इसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक माना गया है।
आश्विन के महीने में धार्मिक कर्म और पूजा पाठ के काम करने से व्यक्ति को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस महीने तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए, इस महीने बैंगन, मूली, दूध, मसूर की दाल, चना, करेला, बासी भोजन, भी नहीं खाना चाहिए। अश्विन के महीने में जितना हो सके ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए, झूठ नहीं बोलना चाहिए, दूसरों से घृणा नहीं करनी चाहिए।
इसके बाद अश्विन के महीने से ही दरअसल मौसम बदलता है और गर्मी कम होने लगती है और धीरे-धीरे सर्दी का आगमन होने लगता है। ऐसे में इस दौरान अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत ही ज्यादा सावधान और सतर्क रहना चाहिए।
सितंबर में हुआ है जन्म तो ऐसा हो सकता है आपका व्यक्तित्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि, जिन लोगों का जन्म सितंबर के महीने में होता है वह दिल के बहुत ही कोमल होते हैं और स्वभाव से बेहद की भावुक होते हैं लेकिन जब भी यह किसी बाहरी व्यक्ति से मिलते हैं तो खुद को बहुत ही दृढ़ता और मजबूती के साथ पेश करते हैं। ऐसे जातक मेहनती होते हैं।
सितंबर के महीने में जिन लोगों का जन्म हुआ है उन्हें जीवन में चीज़ें आसानी से प्राप्त नहीं होती है। इसके लिए वह कड़ी मेहनत करते हैं, संघर्ष करते हैं और अपने जीवन में हर तरह के सुख सुविधा प्राप्त करते हैं। सितंबर के महीने में जन्म लेने वाले स्मार्ट होने के साथ-साथ थोड़े संकोची भी होते हैं।
आमतौर पर इनका रंग गेहूंआ होता है और लंबाई औसत होती है लेकिन उनकी पर्सनैलिटी बेहद ही एटरेकटिव होती है और स्वभाव संकोची होता है। ऐसे में जल्दी यह लोगों से अपनी बातें शेयर नहीं कर पाते हैं। सितंबर के महीने में जन्म लेने वाले लोगों का गुस्सा बहुत ही तेज होता है। यह खुशमिजाज तो होते हैं लेकिन जब इन्हें गुस्सा आता है तो उसका प्रकोप भी बेहद ही भयंकर होता है।
इसके अलावा सितंबर के महीने में जन्म लेने वाले लोग प्रोफेशनल होते हैं, बहुत ही क्रिएटिव होते हैं और जो भी काम करते हैं उसे बहुत ही बारीकी से करना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों का दिमाग बहुत तेज होता है और यह जीवन का हर फैसला सोच समझ कर लेते हैं।
क्या आप यह जानते हैं कि यश चोपड़ा, गुलशन ग्रोवर, सुधा चंद्रन, करीना कपूर, जेंडया, दीपक डोबरियाल, राम कपूर आदि का जन्म सितम्बर के महीने में ही हुआ है।
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली अंक:4, 5 और 6 अंक
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग: भूरा, नीला और हरा
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन: बुधवार
सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रत्न: नीलम (Sapphire) सितंबर में जन्मे लोगों की राशि कन्या होती है और ऐसे में नीलम (Sapphire) रत्न इनके लिए शुभ साबित होता है। हम सलाह यही देते हैं कि कोई भी रत्न धारण करने से पहले आप विद्वान ज्योतिषियों से इससे संबंधित परामर्श अवश्य ले लें।
उपाय/सुझाव:
पंछियों के लिए दाना डालें।
मछलियों को घर में पालें। हालांकि अगर किसी भी कारणवश आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो किसी तालाब में जाएँ और मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएँ।
सितंबर 2024 महीने के बैंक अवकाश
तारीख
दिन
छुट्टी
5 सितंबर 2024
गुरुवार
श्रीमंत शंकरदेव की तिथि
7 सितंबर 2024
शनिवार
विनयगर चतुर्थी
14 सितंबर 2024
दूसरा शनिवार
बैंक अवकाश
15 सितंबर 2024
रविवार
तिरुवोनम
16 सितंबर 2024
सोमवार
मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद (पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन)
कालाष्टमी , मध्य अष्टमी , श्रीमहालक्ष्मी व्रत समाप्त
25 सितंबर 2024 बुधवार
अविधवा नवमी
27 सितंबर 2024 शुक्रवार
विश्व पर्यटन दिवस
28 सितंबर 2024 शनिवार
इंदिरा एकादशी
29 सितंबर 2024 रविवार
माघ श्रद्धा , प्रदोष व्रत
30 सितंबर 2024 सोमवार
मास शिवरात्रि
2024 ग्रहों का परिवर्तन
ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर काफी गहरा असर पड़ता है। ऐसे में जब भी ग्रहों की चाल या स्थिति में कोई भी परिवर्तन होता है तो इसका भी व्यक्ति के जीवन पर असर अवश्य पड़ता है। यही वजह है कि ग्रहों के हर एक परिवर्तन की जानकारी होना अनिवार्य हो जाता है।
बात करें सितंबर के महीने में होने वाले ग्रहण और गोचरों की तो, जहां सितंबर के महीने में कोई ग्रहण नहीं लगेगा वहीं इस महीने में ग्रहों के पाँच अहम परिवर्तन होने वाले हैं।
जिसमें से पहला है बुध का सिंह राशि में गोचर, ये 4 सितंबर को होगा। इसके बाद 14 सितंबर को बुध सिंह राशि में ही अस्त हो जाएंगे। महीने की 16 तारीख को सूर्य का कन्या राशि में गोचर होगा, इसके ठीक 2 दिन बाद 18 सितंबर को शुक्र तुला राशि में गोचर कर जाएंगे, फिर अंत में 23 सितंबर को बुध का कन्या राशि में गोचर हो जाएगा।
ऐसे में यहाँ ये जानना ज़रूरी है कि सूर्य और बुध की इस महीने कन्या राशि में युति होने वाली है।
करियर: करियर के लिए सितंबर का महीना महत्वपूर्ण साबित होगा। इस महीने मेहनत करते रहें और ऑफिस पॉलिटिक्स में ना पड़ें।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में आपको मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। इस महीने बुधादित्य योग का निर्माण होगा जो आपको और भी ज्यादा समझदार और निपुण बनाएगा।
पारिवारिक जीवन: इस महीने आपका पारिवारिक जीवन सामान्य रहने वाला है। साथ ही आपके पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं और आपकी माता जी की सेहत भी बिगड़ सकती है। इसके प्रति सावधान रहें।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो सितंबर के महीने में आपके और आपके पार्टनर की दूरियां खत्म होगी। आप दोनों का तालमेल बेहतर बनेगा और आप खुलकर अपनी बात अपने पार्टनर से कह पाएंगे।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष के हिसाब से यह महीना अनुकूल रहेगा। आपको इस महीने खुशियां प्राप्त होगी। आपकी दैनिक आमदनी भी बढ़ेगी और खर्चे भी नियंत्रित रहेंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महीना थोड़ा कमजोर रहने वाला है। हालांकि आपके अंदर भरपूर साहस और पराक्रम देखने को मिलेगा।
उपाय: कर्ज से मुक्ति पाने के लिए ऋण मोचक मंगल स्त्रोत का पाठ करें।
वृषभ राशि
करियर: वृषभ राशि के जातकों के लिए करियर के संदर्भ में यह महीना ठीक-ठाक रहेगा। आप कड़ी मेहनत करेंगे और आप पर काम का दबाव भी देखने को मिलेगा। हालांकि धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में बात करें तो यह महीना आपके लिए चुनौती पूर्ण होने वाला है। पढ़ाई में तमाम तरह की बाधाएँ आएंगे साथ ही एकाग्रता की कमी भी नज़र आ सकती है।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल देखने को मिलेगी। आपकी वाणी में कटुता आ सकती है जिससे आप लोगों को कुछ कड़वा कह सकते हैं जिससे घर परिवार का माहौल खराब हो सकता है।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें आपके प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो इस संदर्भ में यह महीना आपकी परीक्षा ले सकता है। प्रेम संबंध में तमाम उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। हालांकि अगर आप धैर्य बनाए रखेंगे और आपसी समझ तो आपका रिश्ता अनुकूल बन सकता है।
आर्थिक जीवन: आर्थिक स्थिति के लिहाज से देखा जाए तो यह महीना अच्छी प्रगति लेकर आने वाला है। आपके जीवन में अगर पहले से आर्थिक समस्या चल रही थी तो वह अब दूर होगी और आप धन संचित करने में भी कामयाब रहेंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इस महीने आपको ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। अपने खान-पान का ध्यान रखें साथ ही योग ध्यान करते रहें।
उपाय: शनिवार के दिन श्री चालीसा शनि चालीसा का पाठ करें और श्री बजरंग बाण का पाठ करें।
मिथुन राशि
करियर: करियर के लिहाज से सितंबर का यह महीना काफी हद तक फलदायक साबित होगा। आप काम के सिलसिले में किसी लंबी दूरी की यात्रा या विदेश भी जा सकते हैं। कुल मिलाकर आप अपने काम में व्यस्त रहेंगे और आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में यह महीना ठीक-ठाक रहेगा। आप अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देंगे। हालांकि आपकी एकाग्रता भंग हो सकती है लेकिन आपको पता चल जाएगा कि आपके जीवन में पढ़ाई की अहमियत क्या होती है।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल देखने को मिलेगी। हालांकि इस महीने परिवार में खुशियां टिकेगी और लोग आपका समर्थन भी करेंगे।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के संदर्भ में यह महीना अनुकूल संकेत दे रहा है। अपने विचारों पर नियंत्रण रखकर अगर आप अपने प्रेम को महत्व देते हैं तो आप खुद देखेंगे कि आपका रिश्ता मजबूत और खुशहाल बनेगा।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात की जाए तो यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है। जहां एक तरफ आपको अच्छी आय प्राप्त होगी वहीं आपके खर्च भी रहने वाले हैं लेकिन कुल मिलाकर आपके जीवन से आर्थिक चुनौतियां कम होने वाली हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो यहां पर महीना मध्यम फलदायक रहने की संकेत दे रहा है। महीने के उत्तरार्ध में आपको स्वास्थ्य संबंधित कुछ परेशानियां हो सकती है। साथ ही त्वचा संबंधित और रक्तचाप से संबंधित विकार आपको परेशान कर सकते हैं। उनके प्रति सावधान रहें।
करियर: करियर के लिहाज से बात करें तो यह महीना अनुकूल रहने वाला है। काम के सिलसिले में आपके जीवन में काफी भागदौड़ बनी रहेगी। आप एक शहर से दूसरे शहर और एक के बाद दूसरी मीटिंग करते रहेंगे लेकिन इन सभी का अंत में सकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर नजर आएगा।
शिक्षा: शिक्षा के लिहाज से बात करें तो यह महीना बेहद ही शानदार रहने वाला है। आप दिल लगाकर पढ़ेंगे करेंगे। पढ़ाई में आपका इंटरेस्ट बढ़ेगा जिसके दम पर आप अच्छी सफलता प्राप्त कर पाएंगे।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन के लिए महीना मिश्रित परिणाम देने वाला साबित होगा। जहां एक तरफ आपके परिवार का यश बढ़ेगा, आपके बुजुर्गों का सम्मान होगा वही कभी-कभी वाणी में कठोरता की वजह से परिवार में थोड़ी बहुत नोक झोंक भी हो सकती है। उचित सामंजस्य और बातचीत के माध्यम से आप इस परेशानी को भी हल कर सकते हैं।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपका प्रेम और वैवाहिक पक्ष अनुकूल रहने के संकेत दे रहा है। आप अपने पार्टनर से अपने दिल की बात खुलकर कहेंगे जिससे आपका प्रेम परिपक्व बनेगा। हालांकि जीवन साथी को आप कुछ कड़वी बातें कह सकते हैं जो उनके दिल को दुखा सकती है। इसके प्रति सावधान रहें।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष के लिहाज से यह महीना मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है। आपकी आर्थिक स्थिति बढ़िया होगी, आमदनी के स्रोत होंगे, लेकिन आपके खर्च भी बराबर चलते रहेंगे। धन संचित करने में आप चाहे तो सफलता पा सकते हैं।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो यह महीना सावधानी रखने वाला महीना रहने वाला है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरती तो आपको कोई बड़ी परेशानी हो सकती है। साथ ही चोट और दुर्घटना से भी सावधान रहें।
उपाय: पुखराज रत्न सोने की मुद्रिका में जड़ाकर अपने तर्जनी उंगली में गुरुवार के दिन धारण करें।
सिंह राशि
करियर: करियर के लिहाज से बात करें तो यह महीना अनुकूल रहने वाला है। आप अपने काम और अपने अनुभव से अपने कार्यक्षेत्र में अलग पहचान बनाएंगे, आपकी छवि मजबूत होगी और वेतन वृद्धि के भी प्रबल योग बन रहे हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस महीने आप अपनी नौकरी को लेकर काफ़ी आश्वस्त रहने वाले हैं।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में बात करें तो आपकी एकाग्रता बनी रहेगी। साथ ही पढ़ाई के संदर्भ में आपके जीवन में उचित ऊर्जा भी नज़र आएगी जिसके दम पर आप अपनी की पढ़ाई में मनचाहे परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं। इसके अलावा इस राशि के जो छात्र जातक कैम्पस इंटरव्यू के लिए जा रहे हैं उन्हें भी अच्छी सफलता मिलने वाली है।
पारिवारिक जीवन: आपके पारिवारिक जीवन की बात करें तो आपके घर में इस महीने कोई बड़ा फंकशन हो सकता है जिसने घर परिवार में खुशियाँ का देखने को मिलेगी। परिवार के लोगों के बीच प्यार और अपनापन देखने को मिलेगा। कुल मिलाकर आपके घर का माहौल शानदार रहने वाला है।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो यहां थोड़ी बहुत उठापटक देखने को मिल सकती है। आप अपने पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बताने की कोशिश करेंगे लेकिन ऐसा हो नहीं पाएगा। सलाह दी जाती है कि सही समय आने का इंतजार करें।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष की बात करें तो इस महीने आपके खर्च बढ़ाने वाले हैं। हालांकि आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और अगर आप थोड़ी सी भी कोशिश कर लें तो आप धन संचित करने में भी कामयाब होंगे। सलाह केवल इतनी दी जा रही है कि इस महीने किसी भी तरह की फिजूल खर्ची से बचें।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो सितंबर का महीना सिंह राशि के जातकों के लिए यूं तो ठीक-ठाक रहेगा हालांकि आप बीच-बीच में हद से ज्यादा थका हुआ महसूस कर सकते हैं। सलाह दी जाती है कि समय पर भोजन करें, पर्याप्त मात्रा में भोजन करें, उचित मात्रा में आराम करें, साथ ही योग ध्यान आदि में शामिल हों, जिसके दम पर आप अपना स्वास्थ्य उत्तम रख पाएंगे।
उपाय: भगवान श्री हरि विष्णु के सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें।
कन्या राशि
करियर: सितंबर में आपका करियर अनुकूल रहने वाला है। आपकी हाजिर जवाबी और बातचीत करने का ढंग आपको कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता दिलाएगा। काम की सिलसिले में आप ढेरों यात्राएं भी करेंगे और इससे भी आपको फायदा होगा। इस महीने कार्यक्षेत्र में आपकी परीक्षा होने वाली है लेकिन आप कड़ी मेहनत के दम पर उससे भी सफलता पाएंगे।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो कन्या राशि के छात्र जातकों को इस पूरे ही महीने लगातार मेहनत करनी होगी। कठिन मेहनत से ही आप सफलता प्राप्त कर पाएंगे। इस महीने आप पढ़ाई करने और अन्य काम को करने की कशमकश के बीच में उलझे खुद को पाएंगे। सलाह दी जाती है की कड़ी मेहनत करते रहें आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
पारिवारिक जीवन: परिवार के संदर्भ में आपको इस महीने अनुकूलता मिलेगी। आप सही फैसला ले पाएंगे। घर में अगर किसी के विवाह की बात चल रही है तो इसमें सफलता मिलेगी। कुल मिलाकर पारिवारिक जीवन अनुकूल बना रहेगा। आपको इस महीने अपने भाई बहनों का सहयोग भी प्राप्त होगा।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो सितंबर के महीने में प्रेम के संदर्भ में आपके और आपके पार्टनर के बीच शक और गलतफहमियाँ पैदा हो सकती है जिससे आपके रिश्ते पर नकारात्मक असर पड़ेगा। हालांकि अगर आप उचित कोशिश करेंगे तो आपका रिश्ता संभल भी सकता है। वैवाहिक जीवन में रोमांस बढ़ेगा आप अपने जीवनसाथी के लिए कुछ भी कर गुजरने की हद तक जा सकते हैं। इसके अलावा इस महीने आप अपने जीवनसाथी के साथ कहीं लंबी दूरी की यात्रा अभी जाने वाले हैं।
आर्थिक पक्ष: आर्थिक पक्ष की बात करें तो यह महीना ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा आपकी आय में वृद्धि के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं वहीं खर्च लगातार बढ़ने वाले हैं। आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण लगाने की सलाह दी जा रही है। कुल मिलाकर आर्थिक पक्ष के संदर्भ में यह महीना औसत ही रहेगा।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो सितंबर के महीने में आपका स्वास्थ्य ठीक-ठाक रहेगा। सलाह केवल इतनी भी जा रही है कि कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे आपके स्वास्थ्य पर नाकारात्मक असर पड़े। साथ ही अपनी आंखों और जोड़ों का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इस महीने इन दोनों ही क्षेत्र में कुछ परेशानियां हो सकती है।
करियर: करियर की दृष्टि से बात करें तो सितंबर का महीना आपके लिए अनुकूल रहेगा। इस महीने आपको नौकरी में अच्छी पदोन्नति प्राप्त होगी। साथ ही कुछ नए अवसर भी आपको मिलने की संभावना है लेकिन सलाह दी जा रही है कि अभी नौकरी बदलने का विचार ना करें। जहां है वहीं बने रहें।
शिक्षा: शिक्षा के लिहाज से सितंबर का महीना कठिन रहने वाला है। इस महीने आपके अंदर एकाग्रता की कमी नजर आएगी। हालांकि अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं तो इससे आपको सफलता अवश्य मिल सकती है। उच्च शिक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी सितंबर में अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं।
पारिवारिक जीवन: तुला राशि के जातकों के लिए सितंबर का महीना पारिवारिक दृष्टि से अनुकूल रहेगा। आप अपने परिवार के साथ किसी दूर की जगह पर घूमने जा सकते हैं, आपके परिवार में प्रेम और अपनापन नजर आएगा, सब एक दूसरे की मदद करेंगे और घर में खुशियों का माहौल रहेगा।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो यहां पर आपको कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इस महीने तनाव और टकराव आपके जीवन में निरंतर बने रहेंगे। आपको और आपके पार्टनर को एक दूसरे को समझ पाने में कठिनाई हो सकती है। वहीं विवाहित जातकों के लिए महीना अनुकूल रहेगा। आप अपने रिश्ते में अपनापन और निकटता की वृद्धि महसूस करेंगे।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष के संदर्भ में यह महीना खर्चों से भरा रहने वाला है। हालांकि आपकी आमदनी भी अच्छी होगी यह राहत की बात है। सरकार से आपको कोई वित्तीय लाभ मिल सकता है। विदेश यात्रा पर खर्च होने की संभावना है। साथ ही सलाह दी जाती है कि अभी शेयर बाजार में निवेश करने जा रहे हैं तो रुक जाएँ इसके लिए समय अनुकूल नहीं है।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो सितंबर के महीने में आपका स्वास्थ्य कमजोर रहने वाला है। आपको बीमारियां होने की संभावना है और स्वास्थ्य समय-समय पर आपको झटका दे सकता है। सेहत उत्तम बनाए रखने के लिए अपने दिनचर्या व्यवस्थित करें, कोई बीमारी है तो उसका इलाज करवाएँ।
उपाय: शुक्रवार के दिन कन्या पूजन करें।
वृश्चिक राशि
करियर: करियर के संदर्भ में बात करें तो यह महीना आपको विशेष सफलता दिलाएगा। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से लेकर बॉस तक आपकी प्रशंसा करेंगे। कड़ी मेहनत के दम पर आप इस महीने मनवांछित सफलता प्राप्त करने में निश्चित रूप से सफल होंगे।
शिक्षा: शिक्षा से संबंधित इस राशि के जातकों की बात करें तो आपको इस महीने आलस्य करने से बचना होगा तभी आप अपनी पढ़ाई में मनवांछित सफलता प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही अपनी एकाग्रता बढ़ाने पर ध्यान दें। उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले जातकों के लिए यह महीना अनुकूल संकेत दे रहा है। अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो इसमें भी आपको सफलता मिल सकती है।
पारिवारिक जीवन: परिवार की दृष्टि से सितंबर का यह महीना उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। हालांकि परेशानियों के बावजूद आप काफी हद तक अपने परिवार को और उनसे संबंधित चीजों को संभालने में कामयाब रहेंगे। माता-पिता को स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हो सकती हैं इसके प्रति सावधान रहें।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम जीवन में आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आपके रिश्ते में रूमानियत, प्रेम और समझ बढ़ेगी। अगर आपका रिश्ता नया-नया है तो थोड़ी अधिक सावधानी बरतनी पड़ेगी। वैवाहिक जीवन की बात करें तो आप अपनी मेहनत से अपने वैवाहिक जीवन को अनुकूल बनाए रख सकते हैं। साथ ही इस महीने आपके जीवनसाथी को कहीं से धन लाभ भी होगा और उनका मान सम्मान भी बढ़ेगा।
आर्थिक पक्ष: आर्थिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपकी आर्थिक स्थिति अनुकूल ही रहेगी। सरकारी क्षेत्र से लाभ मिलेगा तो वहीं आपके कुछ खर्च भी बढ़ने वाले हैं। अगर आप समझदारी से शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो इससे आपको निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो यह महीना थोड़ा सावधानी से चलने वाला साबित होने वाला है। आप अगर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे तो बड़ी चुनौतियों से बच सकते हैं। वाहन चलाते वक्त भी सावधानी बरतें। इसके अलावा इस महीने आपको रक्त जनित परेशानियां, अनियमित रक्तचाप की दिक्कत, उठानी पड़ सकती है।
उपाय: राहु के अनुकूल प्रभाव प्राप्त करने के लिए दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
धनु राशि
करियर: बात करें धनु राशि के करियर की तो सितंबर का महीना सावधानी रखने वाला महीना साबित होगा। इस महीने कार्यक्षेत्र में किसी को भी ज्यादा बातें साझा करने से और ऑफिस पॉलिटिक्स में फंसने से बचें। साथ ही इस महीने आपको कार्यक्षेत्र में तमाम परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है लेकिन राहत की बात यह है कि इस महीने नई नौकरी के अवसर आपके जीवन में दस्तक दे सकते हैं।
शिक्षा: धनु राशि के विद्यार्थी जातकों के लिए सितंबर का महीना अनुकूल रहेगा। आप जोश और ऊर्जा से भरे रहेंगे। हालांकि बीच-बीच में आलस्य बढ़ सकता है जिससे आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। इसके अलावा शिक्षा के लिहाज से यह समय अनुकूल रहने वाला है।
पारिवारिक जीवन: सितंबर के महीने में धनु राशि के जातकों का पारिवारिक जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। इस महीने माता-पिता का स्वास्थ्य भी पीड़ित नजर आने वाला है। हालांकि राहत की बात यह है कि इस महीने आप कोई नई संपत्ति खरीद सकते हैं, घर की आमदनी में बढ़ोतरी होगी और आपके पिता आपका मार्गदर्शन करेंगे।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम के लिहाज से सितंबर का महीना बेहद ही महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। आप अपने पार्टनर से शादी का प्रस्ताव रख सकते हैं। हालांकि संकेत मिल रहे हैं कि वह अभी आपका प्रस्ताव नकार सकते हैं लेकिन आप उनसे प्यार जारी रखेंगे। वैवाहिक जीवन की बात करें तो आप अपने जीवन साथी के साथ लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। आपके रिश्ते में प्रेम और अपनापन बढ़ेगा और उचित मजबूती आएगी।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष की बात करें तो यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। आपकी आय बढ़ेगी और आपके खर्च भी बढ़ेंगे लेकिन अगर खर्चों पर लगाम नहीं लगाया तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में सोच समझकर धन खर्च करें और जहां बहुत आवश्यक हो वहीं अपने पैसे लगाएँ। शेयर बाजार में निवेश करना बहुत रिस्की है सोच समझकर ही कदम आगे बढ़ाएं।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो यहां आपको विशेष रूप से सावधानी बरतनी होगी। शारीरिक समस्याएं इस महीने बढ़ने वाली है। हालांकि धीरे-धीरे आपके स्वास्थ्य में ठहराव आएगा, स्वास्थ्य लाभ होगा लेकिन बीमारियों का खतरा रहने वाला है जिससे बचने के लिए आपको अपने खान-पान और दिनचर्या का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन राशि स्वामी देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
करियर: करियर के लिहाज से यह महीना मध्यम रूप से फलदायक साबित होगा। नौकरी में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। आप दबाव के चलते नौकरी बदलने का भी विचार कर सकते हैं। हालांकि सलाह दी जाती है कि अभी नौकरी ना बदलें केवल कड़ी मेहनत करें और कार्य क्षेत्र में होने वाले पॉलिटिक्स से बचकर रहें। भविष्य में आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
शिक्षा: विद्यार्थी जातकों की बात करें तो यह महीना अनुकूल रहेगा। शिक्षा के संबंध में आप मनचाहा परिणाम प्राप्त करेंगे क्योंकि इस महीने शिक्षा को लेकर आपके अंदर सजगदा नजर आएगी। इस महीने आपकी एकाग्रता भी शानदार रहेगी। आप मन लगाकर पढ़ाई करेंगे। जो लोग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र जातकों को लाभ मिलेगा और उच्च शिक्षा की चाह रखने वाले छात्र जातकों को भी सितंबर में लाभ मिलने की संभावना है।
पारिवारिक जीवन: इस महीने आपका पारिवारिक जीवन औसत रहेगा। आपके परिवार और आपके जीवन साथी के परिवार के बीच कुछ कहासुनी होने की आशंका है जिससे आपके परिवार का तनाव बढ़ सकता है और परिवार में कुछ अशांति देखने को मिल सकती है। सलाह दी जाती है कि धैर्य पूर्वक आप इस परेशानी से निपटने का कोई रास्ता निकालें।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से यह महीना अनुकूल रहेगा और अंतरंग संबंधों में बढ़ोतरी होगी और प्रेम विवाह के योग बनेंगे। विवाहित जातकों के लिए भी महीना अनुकूल रहने वाला है। हालांकि आपके ससुराल पक्ष और आपके परिवार के बीच कुछ कहा सुनी अवश्य हो सकती है। सलाह दी जाती है कि किसी भी तरह के वाद विवाद से दूर रहकर अपने घर परिवार का माहौल अनुकूल बनाए रखने का प्रयत्न करें।
आर्थिक पक्ष: यह महीने उतार-चढ़ावों से भरा रहने वाला है। आपके खर्चे लगातार होंगे। आमदनी भी आती जाती रहेगी। साथ ही अगर आप धन संचित करने का प्रयत्न कर रहे हैं तो कड़ी मेहनत से आपको इसमें भी सफलता मिल सकती है। जो लोग इवेंट मैनेजमेंट से संबंधित काम करते हैं उन्हें इस महीना उत्तम लाभ होने की संभावना है।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य मोर्चे की तो यहां आपको ढ़ेरों उतार चढ़ाव उठाने पड़ सकते हैं। ऐसे में आपको विशेष रूप से इस मोर्चे पर सावधानी रखनी होगी। वाहन चलाते समय ध्यान रखना होगा और अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने पर काम करना होगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद अवश्य लें।
कुंभ राशि
करियर: इस महीने आपकी एकाग्रता में कुछ कमी आ सकती है जिसकी वजह से काम के संबंध में आपसे गलतियां होने की आशंका है और इसका नकारात्मक प्रभाव आपके करियर में देखने को मिलेगा। उचित सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।
शिक्षा: कुंभ राशि के विद्यार्थी जातकों को भी इस महीने कठिन परिश्रम करना होगा और तभी आप सभी सफलता प्राप्त कर पाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में इस महीने आपकी बहुत परेशानियां मिलने वाली है। आपको सही समय आने का इंतजार करने और धैर्य बनाकर रखने की सलाह आपको दी जा रही है।
पारिवारिक जीवन: परिवार के लिहाज से सितंबर का महीना अनुकूल रहेगा। हालांकि बीच-बीच में छोटी मोटी परेशानियां और गलतफहमियां घरवालों के बीच पनप सकती है लेकिन अपनी समझदारी से आप इनसे पार पा लेंगे। माता-पिता का स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो यहां पर भी उतार-चढ़ाव के संकेत मिल रहे हैं। प्रियतम और आपके बीच कहासुनी होने वाली और आप दोनों के बीच अहम का टकराव भी होने वाला है। धैर्य के साथ काम लेंगे तो समय के साथ चीज़ें अनुकूल होने लगेगी। वैवाहिक जीवन की बात करें तो ससुराल पक्ष से कहा सुनी हो सकती है। हालांकि आप अपने जीवनसाथि की बात सुनेंगे और समझेंगे जिससे आप आपका आपके जीवनसाथी के साथ रिश्ता मजबूत बनेगा।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष पर आपको माध्यम फल प्राप्त होने वाले हैं। धन संचित करने में इस महीने परेशानियां उठानी पड़ेगी। हालांकि राहत की बात यह है कि इस पूरे महीने आपकी आय में वृद्धि होती रहेगी और आपके खर्चों पर भी नियंत्रण लगेगा।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है। आपका स्वास्थ्य पीड़ित नजर आएगा। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, पेट से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती है। हृदय से संबंधित कोई परेशानी है तो आपको विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए।
उपाय: नियमित रूप से शनि देव के बीज मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
करियर: करियर की दृष्टि से यह महीना मध्यम रहेगा। नौकरी पेशा हैं तो सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय करते हैं तो आप अपने विरोधियों को इस महीने परास्त करने में कामयाब रहेंगे। कुछ जातकों को नौकरी में पदोन्नति भी प्राप्त हो सकती है।
शिक्षा: विद्यार्थी जातकों को पढ़ाई में लाभ मिलेगा, स्मरण शक्ति मजबूत होगी। आप संस्कृत, गणित, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र जैसे विषयों पर अच्छी पकड़ बनाने में कामयाब रहेंगे।
पारिवारिक जीवन: इस मोर्चे पर आपको मिश्रित फल मिलेंगे। मकान और संपत्ति पर इस महीने आपका विशेष ध्यान रहेगा। किसी भी बाहरी व्यक्ति के हस्तक्षेप से बचें। पारिवारिक संपत्ति प्राप्त होने के भी प्रबल योग बन रहे हैं। सलाह केवल इतनी दी जा रही है कि अपनी वाणी पर ध्यान रखें।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: आप इस महीने अपने प्यार का खुलकर इजहार करेंगे, अपने साथी से बातें करेंगे। वैवाहिक जातक भी अपने रिश्ते में प्यार की वृद्धि महसूस करेंगे।
आर्थिक जीवन: यहां आपको थोड़े बहुत उतार चढ़ाव मिलने की संभावना है। आपको कोई पारिवारिक संपत्ति मिलने वाली है जिससे आपका आर्थिक पक्ष मजबूत बनेगा। किसी भी तरह की फिजूल खर्चे से बचें।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के संदर्भ में यह महीना अनुकूल रहेगा। हालांकि छोटी-मोटी समस्या, आंखों में एलर्जी, मोच आदि का खतरा बना हुआ है। इसके प्रति सावधान रहें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
बृहस्पति का नक्षत्र परिवर्तन, तीन महीने तक इन राशियों को मिलेगा छप्पड़ फाड़ के पैसा
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगस्त के महीने में बृहस्पति ग्रह नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं। गुरु इस नक्षत्र में तीन महीने तक रहने वाले हैं। बृहस्पति 20 अगस्त को रोहिणी नक्षत्र से निकलकर मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और वह 28 नवंबर तक इसी नक्षत्र में रहने वाले हैं।
बृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव मेष से लेकर मीन राशि तक के लोगों के जीवन पर देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस नक्षत्र परिवर्तन से सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है।
इस ब्लॉग में हम आपको उन्हीं राशियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें बृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन के दौरान सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होगी लेकिन उससे पहले मृगशिरा नक्षत्र के बारे में जान लें।
ज्योतिष में कुल 27 नक्षत्रों में मृगशिरा नक्षत्र पांचवे स्थान पर आता है। इस नक्षत्र का आधा भाग वृषभ राशि और आधा भाग मिथुन राशि में आता है। मृगशिरा नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों का मन प्रेम और स्नेह से भरा होता है। ये बहुत संवेदनशील स्वभाव के होते हैं। इसके अलावा ये बुद्धिमान और ईमानदार भी होते हैं। इनका व्यवहार विनम्र, शिष्ट और मिलनसार होता है। इस नक्षत्र के स्वामी ग्रह मंगल हैं और यह नक्षत्र हिरण के सिर की तरह दिखाई देता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
ये लोग खोजी स्वभाव के होते हैं और इनमें जिज्ञासा का भाव बहुत ज्यादा होता है। ये आध्यात्मिक, मानसिक या भावनात्मक स्तर पर रोज नई खोज और अनुभव पाने के लिए तैयार रहते हैं। इन्हें सिद्धांतवादी और साधारण जीवन पसंद होता है।
गुरु का नक्षत्र परिवर्तन वृषभ राशि के लोगों के लिए सौभाग्यशाली साबित होगा। आपके पारिवारिक जीवन में खुशियां आएंगी। यदि परिवार में किसी मसले को लेकर मतभेद चल रहे हैं, तो अब वे सब समाप्त हो जाएंगे। परिवार के सदस्यों के बीच आपसी समझ और स्नेह बढ़ेगा। नौकरीपेशा जातकों को प्रगति करने के कई मौके प्राप्त होंगे। आपके लिए प्रमोशन और वेतन में वृद्धि के योग भी बन रहे हैं।
समाज में आपका मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। इसके अलावा आपकी आमदनी के स्रोतों में भी इज़ाफा देखने को मिलेगा जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा।
सिंह राशि के लोगों के लिए भी गुरु का नक्षत्र परिवर्तन करना फलदायी साबित होगा। आपके जीवन की सभी बाधाएं और अड़चनें दूर होंगी। नौकरीपेशा जातकों को तरक्की मिलेगी। इन्हें अपने कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों का भी सहयोग प्राप्त होगा। इसके साथ ही इनके उच्च अधिकारी भी इनकी प्रशंसा करते हुए नज़र आएंगे।
आपको अपने करियर के क्षेत्र में जो भी बाधा आ रही है, अब वह दूर होगी। सिंगल लोगों के लिए शादी का प्रस्ताव आ सकता है। आपकी शादी की तारीख पक्की हो सकती है। आपको अचानक धन लाभ होने की संभावना है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
जब तक गुरु मृगशिरा नक्षत्र में हैं, तब तक का समय आपके लिए बहुत शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आपके धन में वृद्धि होगी। आपको इन तीन महीनों में सुख-संपदा मिलेगी। आपको पैतृक संपत्ति से भी लाभ मिलने के आसार हैं। आपके परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा। परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और स्नेह बढ़ेगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
माता पार्वती ने सबसे पहले रखा था कजरी तीज का व्रत, इन उपायों से मिलेगा अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का पर्व मनाया जाता है। कजरी तीज को कई जगहों पर कज्जली तीज के नाम से भी पुकारा जाता है। यह पर्व रक्षा बंधन के तीन दिन बाद होता है, जिसे सुहागन महिलाएं बड़े ही धूमधाम के साथ मनाती हैं क्योंकि पर्व उनके लिए बेहद खास होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।
कजरी तीज का व्रत हरियाली और हरतालिका तीज की तरह ही अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं और करवाचौथ की तरह शाम को चंद्रमा देखकर व चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि कजरी तीज के दिन विधि पूर्वक पूजा करने से भगवान शिव और माता पार्वती का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पौराणिक कथा के मुताबिक कजरी तीज का सबसे पहला व्रत माता पार्वती ने ही किया था। माता पार्वती के व्रत और तप से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कजरी तीज व्रत का महत्व और पूजा विधि आदि के बारे में।
कजरी तीज 2024: तिथि व समय
इस वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 22 अगस्त दिन गुरुवार को पड़ेगी। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त।
तृतीया तिथि आरम्भ: 21 अगस्त, 2024 की शाम 05 बजकर 09 मिनट से
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कजरी तीज का महत्व
सनातन धर्म में कजरी तीज के त्योहार का बहुत अधिक महत्व है। पूरे साल मनाए जाने वाले तीन तीज में कजरी तीज बहुत अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह पर्व बाकी तीज की तरह ही रखा जाता है। यही नहीं इस व्रत को रखने का तरीका भी एक जैसा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और पूरे विधि-विधान से पूजा करती हैं। मान्यता है कि इस यह व्रत को रखने से निसंतान महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति होती है। वहीं कुंवारी कन्याएं इस दिन व्रत रखकर मनचाहा वर की कामना करती हैं।
कजरी तीज का व्रत करने से एक तरफ जहां सुहागन महिलाओं को सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है तो वहीं दूसरी तरफ विधि-विधान पूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की भी प्राप्ति होती है। करवा चौथ की तरह ही कजरी तीज का व्रत रखा जाता है और शाम के समय चंद्रमा को जल देने के बाद ही व्रत पारण किया जाता है।
कजरी तीज की पूजा विधि
कजरी तीज के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कार्य से निवृत्त हो जाएं।
इसके बाद पूजा स्थल को साफ करके, गंगाजल छिड़ककर एक चौकी पर लाल रंग या पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
उस चौकी में माता पार्वती और भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें या चित्र लगाएं। यह मूर्ति आप मिट्टी से स्वयं भी बना सकती हैं या फिर बाजार से लाकर स्थापित कर सकती हैं।
इसके बाद माता गौरी को सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करें और फिर शिव-गौरी की विधि विधान से पूजा करें।
इसके बाद भगवान शिव को बेलपत्र, गाय का दूध, गंगा जल और धतूरा अर्पित करें।
कजरी तीज के दिन शिव-गौरी के विवाह की कथा जरूर सुनें।
रात्रि में चंद्रोदय होने पर पूजा करें और हाथ में चांदी की अंगूठी और गेहूं के दाने लेकर चंद्रदेव को जल अर्पित करें।
पूजा समाप्त होने के बाद किसी गरीब सुहागिन महिला को सुहाग का सामान भेंट करें और उनसे आशीर्वाद लें। साथ ही, किसी ब्राह्मण को भोजन और अपने सामर्थ्य अनुसार दान-दक्षिणा दें।
इसके बाद अपने पति के पैर छूकर आर्शीवाद लें और व्रत पारण करें।
कजरी तीज के पर्व में चंद्रमा का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि महिलाएं व्रत पारण चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही करती है।चंद्रदेव की पूजा करने के लिए हाथ में चांदी की अंगूठी और गेहूं के दाने लेकर चंद्रदेव को जल का अर्घ्य दें। पूजा समाप्त होने के बाद किसी सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग की वस्तुएं दान करके उनका आशीर्वाद लें।
सुहागन महिलाओं के लिए ख़ास माना जाता है कजरी तीज का व्रत
सनातन धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए कजरी तीज का व्रत बहुत ही खास व महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं ब्रह्म मुहूर्त में स्नान ध्यान करने के बाद विधि-विधान से भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं और व्रत का संकल्प लेती हैं। अपनी जीवनसाथी की लंबी आयु और साथ ही, उनके स्वास्थ्य कामना के लिए सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं। तो वहीं कुंवारी कन्याएं इस दिन अच्छा वर पाने के लिए माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना करती है।
कजरी तीज पर इन बातों का रखें ध्यान
कजरी तीज का व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा रखा जाता है। इस दौरान महिलाओं को कई बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं इस दौरान क्या करें और क्या न करें।
कजरी तीज पर न करें ये काम
इस दिन पति से तेज आवाज में बात न करें और न ही वाद-विवाद करें। साथ ही, किसी प्रकार से क्रोध करने से बचें और गलती शब्दों का प्रयोग न करें।
इस दिन जितना हो सके पति के करीब रहें और अच्छी-अच्छी बातें करें।
इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को अन्न व जल ग्रहण नहीं करना चाहिए क्योंकि यह व्रत निर्जला रखा जाता है।
इस व्रत के दिन किसी की भी बुराई व चुगली करने से बचें।
इस दिन सुहागिन महिलाओं को सफेद व काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए क्योंकि सनातन धर्म में यह अशुभ रंग माना जाता है।
इस दिन अपने पति के नाम की मेहंदी जरूर लगाएं।
कजरी तीज पर जरूर करें ये काम
तीज पर महिलाओं द्वारा लोकगीत गाने की परंपरा रही है। सनातन धर्म में लोकगीत गाने की परंपरा बहुत पुरानी है। मान्यता है कि वातावरण सकारात्मक होता है।
इस दिन झूला झूलने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस दिन हर किसी को झूला जरूर झूलना चाहिए।
इस दिन सुहागिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार करके पूजा करनी चाहिए और श्रृंगार का सामान सुहागन महिलाओं को बांटना चाहिए।
कजरी तीज के दिन हरे व लाल रंग के कपड़े पहनने शुभ माना जाता है।
इस दिन सोना नहीं चाहिए और पूरे दिन भगवान शिव व माता पार्वती के नाम का जागरण करना चाहिए।
कजरी तीज की पूजा पति-पत्नी को साथ मिलकर करनी चाहिए।
इस दिन कजरी तीज माता की कथा जरूर सुननी चाहिए क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में एक गरीब ब्राह्मण रहता था। वह इतनी गरीब था कि उसके पास खाने को भी नहीं होता था। उसके साथ उसकी पत्नी ब्राह्मणी भी रहती थी। ब्राह्मण की पत्नी ने भाद्रपद महीने की कजरी तीज का व्रत किया। यह बात उसने अपने पति यानी ब्राह्मण से कहा कि उसने तीज माता का व्रत रखा है और उसे चने का सत्तू चाहिए। ब्राह्मण ने ब्राह्मणी को बोला कि वो सत्तू कहां से लाएगा। इस पर ब्राह्मणी ने कहा कि उसे सत्तू चाहिए फिर चाहे वो चोरी करें या डाका डाले। लेकिन उसके लिए सत्तू लेकर आए। रात का समय था। ब्राह्मण घर से निकलकर साहूकार की दुकान में चुपचाप घुस गया। उसने साहूकार की दुकान से चोरी से चने की दाल, घी, शक्कर लिया और सवा किलो तोल लिया। फिर इन सब से सत्तू बना लिया। जैसे ही वो जाने लगा वैसे ही आवाज सुनकर दुकान के सभी नौकर अचानक जाग गए।
सभी मिलकर जोर-जोर से चोर-चोर चिल्लाने लगे। इतने में ही साहूकार वहां आ गया और ब्राह्मण को रंगे हाथ पकड़ लिया। ब्राह्मण ने कहा कि वो चोर नहीं है। वो एक एक गरीब ब्राह्मण है। उसकी पत्नी ने तीज माता का व्रत किया है और उसे सत्तू की जरूरत है इसलिए सिर्फ यह सवा किलो का सत्तू बनाकर घर ले जाने आया था। जब साहूकार ने ब्राह्मण की तलाशी ली तो उसके पास से सत्तू के अलावा और कुछ नहीं मिला।
उधर चांद निकल गया था और ब्राह्मणी सत्तू का इंतजार कर रही थी। साहूकार ने ब्राह्मण से कहा कि आज से वो उसकी पत्नी को अपनी धर्म बहन मानेगा। यह कहकर साहूकार ने ब्राह्मण को सत्तू, सुहाग का सामान जैसे- गहने, मेहंदी, लच्छा और बहुत सारा धन देकर दुकान से विदा कर दिया। ब्राह्मण घर पहुंचते ही पूरी बात ब्राह्मणी को बताई। इसके बाद दोनों ने खुशी-खुशी मिलकर कजरी माता की विधि-विधान से पूजा की। जिस तरह से ब्राह्मण के दिन सुखमय हो गए ठीक वैसे ही कजरी माता की कृपा से सबका कल्याण होता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. साल 2024 में कजरी तीज कब मनाई जाएगी?
उत्तर 1. इस वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 22 अगस्त दिन गुरुवार को पड़ेगी और कजरी तीज का व्रत 22 अगस्त को रखा जाएगा।
प्रश्न 2. कजरी तीज का क्या महत्व है?
उत्तर 2. कजरी तीज के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयू के लिए व्रत रखती है और अविवाहित लड़कियां इस पर्व पर अच्छा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं।
प्रश्न 3. कजरी तीज का व्रत क्यों रखा जाता है?
उत्तर 3. हरियाली तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है।
प्रश्न 4. कजरी तीज में पानी पी सकते हैं क्या?
उत्तर 4. कजरी तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस दिन पानी नहीं पिया जाता है।
सिंह में बनेगा शुक्रादित्य राजयोग, तीन लोगों को मिलेगा पिटारा भर के पैसा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह कुछ समय के अंतराल में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। ग्रहों के गोचर का सभी राशियों के जीवन पर गहरा असर पड़ता है। शुक्र का वृषभ राशि में गोचर 19 मई 2024 को 8:29 पर हो चुका है। वहीं सूर्य का सिंह राशि में गोचर 16 अगस्त 2024 की शाम 07 बजकर 32 मिनट पर होगा।
इस तरह 16 अगस्त को सूर्य और शुक्र का सिंह राशि में युति हो रही है। शुक्र और सिंह की युति से शुक्रादित्य योग बन रहा है। सिंह राशि के स्वामी ही सूर्य देव हैं। शुक्रादित्य योग से कुछ राशियों के लोगों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। इस योग के शुभ प्रभाव से इन राशियों के जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और वे दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की मिलेगी।
तो चलिए जानते हैं कि शुक्र और सूर्य की सिंह राशि में युति करने से किन राशियों के लोगों को फायदा मिलेगा।
सिंह राशि के लग्न भाव में यह योग बनने जा रहा है। इस योग के प्रभाव से सिंह राशि के जातकों को अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा। इस समय आपके आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगी। अगर आप लंबे समय से बीमार हैं, तो अब आपकी सेहत में सुधार आ सकता है। विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं। सिंगल लोगों की शादी पक्की हो सकती है।
नौकरीपेशा जातकों को नौकरी का शानदार अवसर मिल सकता है। पार्टनरशिप में काम करने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा। आपको अपने पार्टनर का पूरा सहयोग मिलेगा। इस समय आपकी लोकप्रियता में इज़ाफा होगा। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपकी पद-प्रतिष्ठा भी बढ़ जाएगी। शादीशुदा लोगों की जिंदगी में भी खुशियां आएंगी।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
तुला राशि
इस राशि के आय और लाभ के स्थान पर यह योग बन रहा है। आपको इस समय अत्यंत लाभ मिलने की संभावना है। आपकी आमदनी में अपार बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। आपकी आय के नए स्रोत भी खुलेंगे। नौकरीपेशा जातकों के कौशल में निखार आएगा। इससे इन्हें अपने कार्यक्षेत्र में लाभ मिलने की संभावना है।
पूर्व में किए गए निवेश से अब लाभ मिल सकता है। व्यापारियों के लिए भी तरक्की के योग बन रहे हैं। आप अपने बिज़नेस का विस्तार करने के बारे में सोच सकते हैं। आप कोई व्यापारिक डील साइन कर सकते हैं। इससे आपको मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आपको अपनी संतान की ओर से कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है।
यह योग आपकी गोचर कुंडली के कर्म भाव में बनने जा रहा है। यह समय आपके लिए बहुत अनुकूल साबित होगा। आपको अपने व्यवसाय में खब सफलता मिलेगी। आप अच्छा मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे। नौकरीपेशा जातकों के कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव हो सकते हैं। बेरोज़गार लोगों को भी मनचाही नौकरी मिलने के आसार हैं।
आपकी आर्थिक स्थिति को भी फायदा होगा। आपके धन में वृद्धि होने के योग हैं। आपकी आय के स्रोत बढ़ेंगे। व्यापारियों को अच्छे ऑर्डर मिल सकते हैं। इससे इन्हें धन लाभ होगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपने उच्च अधिकारियों और सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। आपके कंधों पर कोई नई जिम्मेदारी भी डाली जा सकती है।
जब किसी एक भाव या राशि में शुक्र और सूर्य की युति होती है, तब शुक्रादित्य योग का निर्माण होता है। इस योग को ज्योतिष में अत्यंत शुभ और मंगलकारी माना गया है। सूर्य को आदित्य के नाम से भी जाना जाता है इसलिए सूर्य और शुक्र की युति को शुक्रादित्य के नाम से जाना जाता है।
शुक्र हर 28 दिन में गोचर करता है और सूर्य भी लगभग एक माह के अंतराल में राशि परिवर्तन करता है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. शुक्रादित्य योग क्या है?
उत्तर. शुक्र और सूर्य की युति पर इस योग का निर्माण होता है।
प्रश्न 2. शुक्र और सूर्य की युति पर कौन सा योग बनता है?
उत्तर. इन दो ग्रहों की युति से शुक्रादित्य योग बनता है।
प्रश्न 3. क्या सूर्य और शुक्र की युति फलदायी है?
उत्तर. इस युति को शुभ माना जाता है।
प्रश्न 4. सूर्य ग्रह कितने दिनों में गोचर करते हैं?
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
ग्रहों के राजकुमार बुध देव के गोचर से मालामाल हो जाएंगे ये जातक, जानें सभी राशियों पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को राजकुमार का दर्जा दिया गया है। बुध ग्रह बुद्धि, व्यापार, गणित, लेखक और तर्कशास्त्र के कारक ग्रह हैं। माना जाता है कि जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में मौजूद होते हैं, उनके जीवन में उन्हें धन-दौलत, सुख-समृद्धि और मान-सम्मान की कभी कमी नहीं होती है। सभी ग्रहों की तरह बुध भी एक निश्चित समय के बाद एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं और इनके गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ता है।
बता दें कि बुध जल्द ही वक्री अवस्था में अगस्त माह में कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इस ख़ास ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे अगस्त माह में कर्क राशि में वक्री बुध के गोचर की ये ज्योतिषीय घटना सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगी, ज्योतिष में बुध के गोचर का क्या महत्व होता है, साथ ही जानेंगे बुध के गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के कुछ बेहद सरल और ज्योतिषीय उपायों की जानकारी। लेकिन, इससे पहले जान लेते हैं वक्री बुध का कर्क राशि में गोचर करने की समयावधि।
ज्योतिष में बुद्धि और सीखने की क्षमता के कारक ग्रह बुध वक्री अवस्था में 22 अगस्त 2024 की सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे। तो आइए जानते हैं वक्री बुध का क्या अर्थ है।
ग्रहों के वक्री होने का अर्थ
वक्री ग्रह से आशय जब कोई भी ग्रह अपनी सामान्य दिशा की बजाए उल्टी दिशा यानी विपरीत दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है तो उसे ग्रहों का वक्री होना कहा जाता है। वास्तव में ग्रह कभी पीछे या उल्टे नहीं चलते, बल्कि उनकी गति के कारण ऐसा केवल आभास होता है। हालांकि, सूर्य और चंद्रमा कभी भी वक्री नहीं होते हैं। वहीं राहु-केतु सदैव वक्री चाल चलते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
वक्री गोचर का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के वक्री होने से उनके परिणामों में बदलाव देखने को मिलता है। वक्री ग्रह के प्रभाव को लेकर ज्योतिष विद्वानों के अपने अलग-अलग मत सामने आए हैं। कुछ का मानना है कि वक्री ग्रह अपनी उल्टी चाल के कारण उच्च राशि में नीच का फल देते हैं तो नीच राशि में उच्च का फल देते हैं। जबकि एक अन्य मत यह भी है कि वक्री चाल में ग्रह सदैव नकारात्मक परिणाम देते हैं। वहीं गोचर में ग्रह उच्च राशि में सकारात्मक और नीच राशि में अशुभ परिणाम देते हैं।
बुध ग्रह का ज्योतिष में महत्व
बुध ग्रह सौरमंडल में सबसे छोटा ग्रह है, जो सूर्य के सबसे निकट है। बुध ग्रह को बुद्धि का देवता कहा जाता है और यह दिस्वाभावक ग्रह है। काल पुरुष कुंडली में बुध को मिथुन व कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है। यह कन्या राशि में उच्च के व मीन राशि में नीच के होते है। यह 15 अंशों पर परम उच्च और नीच के होते हैं। बुध उत्तर दिशा के स्वामी हैं और सूर्य व शुक्र इनके मित्र हैं लेकिन मंगल और चंद्रमा से शत्रुता का भाव रखते हैं। बृहस्पति और शनि इसके सम ग्रह है। बुध महादशा 17 वर्ष की होती है।
बुध के शुभ प्रभाव से व्यक्ति हंसना,बोलना व मजाक करना पसंद करता है और साथ ही, अच्छा बिजनेसमैन बनता है। बुध ग्रह अपने गुणों के साथ-साथ जिस ग्रह के साथ बैठते हैं उसके भी फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष में 27 नक्षत्रों में से बुध को आश्लेषा,ज्येष्ठा,रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है। जिन लोगों का बुध मजबूत होता है, वे संवाद और संचार के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं। बुध से प्रभावित जातक हास्य विनोद प्रिय होते हैं। ऐसे लोग बुद्धिमान,कूटनीतिज्ञ और राजनीति कुशल होते है।
कुंडली के अलग-अलग भावों में बुध ग्रह का प्रभाव
पहले भाव में प्रभाव
कुंडली के पहले भाव बुध की स्थिति को बहुत अधिक शुभ माना जाता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति समाज में उच्च पद-प्रतिष्ठा व मान-सम्मान प्राप्त करता है और इन जातकों की बातों को हर कोई बड़े गौर से सुनता है। यदि सूर्य के साथ बुध विराजमान हों, तो बुधादित्य योग का निर्माण होता है जो व्यक्ति को जीवन में अपार सफलता दिलाता है।
दूसरे भाव में प्रभाव
दूसरे भाव में बुध जातक को बुद्धिमान, कुशल वक्ता तथा अपनी योजनाओं को फलीभूत करवाने वाला बनता है। ऐसे जातक को खोया हुआ धन प्राप्त होता है। उसके जीवन में आकस्मिक धन प्राप्ति के योग भी बने रहते हैं। ऐसा व्यक्ति न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास करने वाला, दूसरों की मदद करने वाला और बहुत अधिक दयालु स्वभाव का होता है।
जन्म कुंडली के तीसरे भाव में बुध के विराजमान रहने जातक परिवार व मित्रों का सहयोग व प्यार प्राप्त करता है। उसके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होती है। ऐसे लोग कई बार रूढ़िवादिता का भी शिकार हो जाते हैं। इन जातकों की धर्म एवं अध्यात्म के प्रति गहरी आस्था रहती है। ये घूमने फिरने तथा विदेश प्रवास में अच्छी रुचि रखते हैं।
चौथे भाव में प्रभाव
जन्म कुंडली के इस भाव में विराजमान रहने पर बुध व्यक्ति को स्वाभिमानी, कुशल वक्ता, सफल उद्यमी तथा परिश्रमी बनाते हैं। जातक अपने ही बाहुबल पर मकान-वाहन का सुख प्राप्त करता है। मित्रों की संख्या कम रहती है। पाप ग्रहों के साथ रहने पर ये व्यक्ति को वासनाओं की ओर जाने के लिए प्रेरित करते हैं। ये जातक टीचिंग, लेखन तथा प्रशासनिक कार्यों में अच्छी सफलता अर्जित करते हैं। साथ ही, नेतृत्व करने की क्षमता इनमें बेहतर होती है।
पांचवें भाव में प्रभाव
जन्म कुंडली के इस भाव में विराजमान बुध किसी भी जातक के लिए वरदान से कम नहीं है। यदि बुध अपने भाव में मौजूद हों तो ऐसा जातक गायक, संगीतज्ञ, तथा ललित कलाओं का प्रेमी होता है। साधारण से परिवार में जन्म लेने पर भी ऐसे लोग अपनी कुशल बुद्धिमत्ता के बल पर समाज में अच्छी मान प्रतिष्ठा हासिल करते हैं। दूसरों से प्रेम करने वाले, शिक्षा देने वाले और समाज में एक अलग तरह का उदाहरण पेश करने वाले ऐसे लोग कामयाब जीवन व्यतीत करते हैं।
छठे भाव में प्रभाव
जन्मकुंडली में बुध छठे भाव में विराजमान हों तो ऐसे में, जातक को मिले-जुले परिणाम प्राप्त होते हैं। गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहती है और इनके शत्रु इन पर हावी भी हो सकते हैं। इस वजह से इन्हें जीवन में आगे बढ़ने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यहीं नहीं जीवन कोर्ट-कचहरी के मामलों से भी दो-चार होना पड़ता है। कई बार देखा गया है कि ऐसे लोगों के करियर में काफी उतार-चढ़ाव रहता है।
सातवें भाव में प्रभाव
जन्म कुंडली के इस भाव में विराजमान बुध अति शुभ फल देते हैं। जातक व्यापार के क्षेत्र में अच्छी सफलता हासिल करते हैं। दांपत्य जीवन सुखद रहता है किंतु शनि के साथ ही यदि यहां विराजमान हों तो उनके फल अच्छे नहीं रहते। बुध अपनी राशि के हों तो ऐसे लोगों को ससुराल पक्ष से सहयोग मिलता है और धन का आगमन होता रहता है। ऐसा जातक दीर्घजीवी, प्रसिद्ध, यशस्वी और कुशल प्रशासनिक अधिकारी होता है। हालांकि, कई बार अहंकार की भावना के चलते इन्हें भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
आठवें भाव में प्रभाव
आठवें भाव में विराजमान बुध का फल काफी मिला-जुला रहता है। ऐसे लोगों को कहीं न कहीं स्वास्थ्य संबंधी समस्या जैसे चर्मरोग, एलर्जी, हड्डी और पेट से संबंधित समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। अपने भाव विराजमान बुध जातक को उत्तम स्वास्थ्य और सामाजिक पद-प्रतिष्ठा भी दिलाते हैं, मकान वाहन का सुख तो मिलता ही है। साथ ही, सभी भौतिक उपलब्धियों का भी सुख प्राप्त होता है।
किसी भी जातक की जन्मकुंडली के इस भाव में विराजमान बुध का फल बेहतरीन सफलता देते हैं। ऐसा व्यक्ति धर्म-कर्म में रुचि वाला धार्मिक ग्रंथों का संपादन करने वाला, प्रकाशक और कुशल वक्ता होता है। कई बार सामाजिक जिम्मेदारियों का दबाव उन पर सीधा दिखाई देता है। बुध अपने भाव में विराजमान हों तो फल दोगुना हो जाता है। ऐसा जातक जीवन में अच्छी ख्याति अर्जित करता है। देश विदेश में घूमने का भी इनको मौका मिलता है
दसवें भाव में प्रभाव
जन्म कुंडली के इस भाव में विराजमान बुध जातक को अति मिलनसार, न्यायिक प्रक्रिया का पालन करने वाला, कुशल प्रशासक और समाजसेवी बनाते हैं। सामान्य परिवार में जन्म लेने के बावजूद ऐसा व्यक्ति अपने जीवन के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचता है। ये जातक सभी तरह के निर्णय लेने में कुशल और निर्भीक प्रकृति का ऐसा जातक सफल जीवन व्यतीत करता है।
ग्यारहवें भाव में प्रभाव
ग्यारहवें इस भाव में विराजमान बुध जातक को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाता है। व्यक्ति नौकरी करें या व्यापार सफलताओं के शिखर तक पहुंचता है। इसके अलावा, ये जातक कुशल गणितज्ञ, ज्योतिषी, न्यायिक प्रक्रिया में रुचि रखने वाले, लेखन तथा प्रकाशन के क्षेत्र में अच्छी ख्याति अर्जित करते हैं। इन्हें चाहने वालों की संख्या बहुत अधिक होती है। ये संगीत प्रेमी होती है।
बारहवें भाव में प्रभाव
बारहवें भाव में विराजमान बुध का प्रतिकूल परिणाम प्रदान करते हैं। ऐसे व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार के उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ये लोग यात्रा करना पसंद करते हैं और धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर रुचि लेते हैं। ऐसे लोग खूब सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। बुध अपने भाव में विराजमान हों तो ऐसा व्यक्ति विदेशी कंपनियों में बड़े पदों पर नौकरी करता है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
बुध ग्रह को मजबूत करने के आसान उपाय
बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए कुछ आसान उपाय बताएं जा रहे हैं,जो इस प्रकार है।
बुधवार का व्रत करें
बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए 21 बुधवार का व्रत करें। यदि आप बुधवार का पहली बार व्रत करना शुरू कर रहे हैं तो ज्येष्ठ के शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरू करें। आप 21 या 45 बुधवार तक व्रत कर सकते हैं। व्रत के दिन साधक को हरे रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए। साथ ही बुध के बीज मंत्र (ॐ बुं बुधाय नमः) का जाप करना चाहिए।
बुधवार को दान-पुण्य करें
बुध ग्रह को शांत करने के लिए व्रत करने के साथ-साथ दान-पुण्य भी करना चाहिए। ऐसा करना बहुत अधिक शुभ माना जाता है। इस दिन आप हरा वस्त्र, कांस्य, घृत, पुष्प, कपूर, मिस्री, हाथी दांत, सुवर्ण, पन्ना, दक्षिणा आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करने से बुध के प्रभाव को कम किया जा सकता है और बुध के प्रभाव से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
गाय को हरा चारा खिलाएं
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं। इसके साथ ही, आप गरीब व जरूरतमंदों को हरी चीजों का दान भी कर सकते हैं। ऐसा करने से बुध की स्थिति मजबूत होगी और आपके सभी समस्याओं का निवारण होगा।
हरे पौधे लगाएं
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं। यदि संभव हो तो पेड़-पौधों का दान भी कर सकते हैं। इसके साथ ही, बुधवार के दिन घर के मुख्य द्वार पर पांच तरह के हरे पत्तों का तोरण बनाकर लगाएं इससे घर में सकारात्मकता आती है।
तुलसी का पौधा लगाएं
यदि आप बुध देव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो बुधवार के दिन तुलसी का पौधा घर में जरूर लगाएं और इस पौधे की नियमित पूजा करें और इस पर जल चढ़ाएं।
बुधवार के दिन कौड़ी का उपाय
बुध ग्रह से जुड़े दोष को दूर करने के लिए बुधवार के दिन 5 कौड़ियों को बहते हुए जल में प्रवाहित करें और बुध की मजबूती की कामना करें। इस उपाय से आपके सभी दोष दूर हो सकते हैं और कुंडली में बुध की स्थिति ठीक की जा सकती है।
गणपति का करें पूजन
बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। ऐसे में, इस दिन गणपति का विशेष रूप से पूजा करें और उन्हें दूर्वा अर्पित करें। इस उपाय से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होगी और आपके घर सुख-समृद्धि का वास होगा।
बुध का कर्क राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
इस गोचर के परिणामस्वरूप, आपको पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
आशंका है कि आपको अपने प्रयासों में सफलता प्राप्त न हो। इसके अलावा…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
आपको पारिवारिक मामलों में अधिक खर्च और विवादों का सामना करना पड़ सकता है। आप भविष्य…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
आपको अनचाही यात्रा का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आपको नुकसान हो सकता है इसलिए…(विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
आप अपने प्रयासों में देरी और बाधाओं का सामना कर सकते हैं। आपको असुरक्षा…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
आप अपनी नौकरी में बदलाव कर सकते हैं, जिससे आपकी रुचियों को बढ़ावा मिल सकता है, लेकिन…(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
आपको नए अवसर मिल सकते हैं। हालांकि, तुला राशि के कुछ जातकों को…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
आपको वरिष्ठों और कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
आप जो प्रयास कर रहे हैं, उनमें बाधाएं आ सकती हैं और जिस वजह से…(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
भाग्य का साथ मिलता नज़र नहीं आ रहा है और इससे आपको संतुष्टि की कमी…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
आप भविष्य को लेकर असुरक्षित महसूस कर सकते हैं और वहीं दूसरी ओर आपको विरासत के माध्यम से…(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
आपको जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी महसूस हो सकती है और समस्याओं का… (विस्तार से पढ़ें)
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. बुध का कर्क राशि में गोचर कब होने जा रहा है?
उत्तर. ज्योतिष में बुद्धि और सीखने की क्षमता के कारक ग्रह बुध वक्री अवस्था में 22 अगस्त। 2024 की सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे
प्रश्न 2. ग्रह की वक्री अवस्था क्या होती है?
उत्तर. वक्री ग्रह से आशय जब कोई भी ग्रह अपनी सामान्य दिशा की बजाए उल्टी दिशा यानी विपरीत दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है तो उसे ग्रहों का वक्री होना कहा जाता है।
प्रश्न 3. बुध कौन सी राशि में उच्च का होता है?
उत्तर. बुध मिथुन एवं कन्या राशियों के स्वामी हैं तथा कन्या राशि में उच्च भाव में स्थित रहते हैं तथा मीन राशि में नीच भाव में रहते हैं।
प्रश्न 4. बुध का गोचर कितने दिन का होता है?
उत्तर. बुध ग्रह जल्द ही गोचर करने वाले हैं. बुध का गोचर 15-20 दिन में होता है।
पूरे एक साल के बाद सिंह राशि में बनेगा बुधादित्य योग, इन राशियों की लगने वाली है लॉटरी
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य देव हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों के राजा सूर्य के गोचर करने से सभी राशियों के जीवन में बदलाव आते हैं। सूर्य के हर महीने होने वाले गोचर को संक्रांति कहते हैं।
अब सूर्य देव 16 अगस्त 2024 की शाम को 07 बजकर 32 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य इस राशि में 16 सितंबर 2024 तक रहेंगे। सिंह राशि के स्वामी ग्रह स्वयं सूर्य देव ही हैं। सूर्य का यह गोचर रक्षाबंधन के ठीक 3 दिने पहले होगा।
सिंह राशि में ही बुध 12 अगस्त तक 09 बजकर 49 मिनट पर अस्त होंगे। इस प्रकार सिंह राशि में बुध और सूर्य की युति हो रही है और इन दो ग्रहों की युति होने से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है।
बुधादित्य योग सभी राशियों के लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस योग से सबसे अधिक फायदा मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं कि बुधादित्य योग से अगस्त के महीने में किन राशियों के लोगों का भाग्य चमकने वाला है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इन राशियों के जीवन में आएंगी खुशियां
मेष राशि
मेष राशि के पांचवे भाव में यह राजयोग बनने जा रहा है। आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति मिलेगी। सफलता आपके कदम चूमेगी और इससे आपका मन काफी प्रसन्न महसूस करेगा। आपके साहस और आत्मविश्वास में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। आपको खूब धन कमाने का मौका मिलेगा। करियर के क्षेत्र में आपके उच्च अधिकारी आपके काम की प्रशंसा करते हुए नज़र आएंगे।
आपने अपने लिए जो लक्ष्य तय किए हैं, उनमें आपको सफलता मिलने के योग हैं। व्यापारियों को भी मुनाफा होने के आसार हैं। आपको निवेश से भी धन लाभ हो सकता है। आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आपके और आपके पार्टनर के बीच सब कुछ अच्छा रहने वाला है। यदि आप दोनों के बीच लंबे समय से कोई समस्या चल रही है, तो अब वह खत्म होगी। स्वास्थ्य को लेकर आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आप ऊर्जा और जोश से लबरेज़ रहेंगे।
इस राशि के तीसरे भाव में बुधादित्य योग बनने जा रहा है। आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलने के आसार हैं। नौकरीपेशा जातकों को नए अवसर मिल सकते हैं। विदेश में नौकरी करने का ऑफर भी मिल सकता है। करियर में प्रगति को देखकर आपका मन प्रसन्न और संतुष्ट रहेगा। व्यापार के क्षेत्र में आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी। व्यवसाय में आपकी रणनीतियां काम आएंगी और आप खुश रहेंगे।
आपको खूब धन कमाने का मौका मिलेगा। इससे आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। आप अपने पार्टनर के साथ खुशियां बांटेंगे। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी तालमेल बहुत अच्छा रहने वाला है। आप दोनों कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं।
सिंह राशि के लग्न भाव में यह योग बनने जा रहा है। बुधादित्य योग से सिंह राशि के लोगों को सबसे अधिक फायदा मिलने के संकेत हैं। सफलता के साथ-साथ आपको धन लाभ होने के संकेत हैं। आपको इस समय विदेश से अधिक लाभ होने की उम्मीद है। विदेश से व्यापार करने वाले लोगों को मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
जो जातक विदेश जाकर नौकरी करना चाहते हैं, अब उनका यह सपना पूरा हो सकता है। व्यापारी अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देंगे। आप अपने क्षेत्र में अपनी जगह बनाने में सक्षम होंगे। आपकी वित्तीय स्थिति अच्छी रहने वाली है। सेहत के मामले में भी आप लकी रहेंगे। आपको अपनी आंखों का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
कुंडली के किसी भाव में सूर्य और बुध के एकसाथ विराजमान होने पर बुधादित्य योग का निर्माण होता है। ज्योतिष में सूर्य को सम्मान, पद-प्रतिष्ठा और कीर्ति का कारक माना गया है और बुध बुद्धि, वाणी, संचार एवं व्यापार के कारक हैं। बुधादित्य अत्यंत शुभ राजयोग है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1. बुधादित्य राजयोग क्या होता है?
उत्तर. बुध और सूर्य की युति से इस योग का निर्माण होता है।
प्रश्न 2. बुधादित्य योग किन ग्रहों की युति से बनता है?
उत्तर. सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बनता है।
प्रश्न 3. कुंडली में बुधादित्य योग क्या होता है?
उत्तर. जब कुंडली के किसी भाव में सूर्य-बुध साथ में हों, तब यह योग बनता है।
प्रश्न 4. ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह किसके कारक हैं?
उत्तर. बुध बुद्धि, वाणी, संचार और व्यापार के कारक हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
कृष्ण जन्माष्टमी 2024: इस दिन के राशि अनुसार उपाय पूरी करेंगे हर मनोकामना!
भगवान विष्णु के आठवें अवतार, प्रभु श्री कृष्ण के जन्मदिन को सनातन धर्म में जन्माष्टमी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए सबसे शुभ दिन माना गया है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी पर यदि पूजा की जाए तो व्यक्ति को मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
सिर्फ इतना ही नहीं इस दिन का महत्व और भी कई गुना है। आज के हमारे खास ब्लॉग में हम इसी विषय पर जानकारी हासिल करेंगे। साथ ही जानेंगे वर्ष 2024 में जन्माष्टमी का पर्व किस दिन मनाया जाएगा, इस दिन कौन से शुभ योग बन रहे हैं, जन्माष्टमी का क्या महत्व होता है, साथ ही जानेंगे जन्माष्टमी से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प और रोचक बातों की जानकारी।
सबसे पहले बात करें तिथि की तो, वर्ष 2024 में जन्माष्टमी का यह पावन पर्व 26 अगस्त के दिन मनाया जाएगा। शुभ योग की बात करें तो इस दिन जयंती योग बनने जा रहा है। ज्योतिष के जानकारों की माने तो इस योग में अगर कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा की जाए तो व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। दरअसल कृष्ण जन्माष्टमी का यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाता है।
इस वर्ष कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 26 अगस्त सोमवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। बात करें शुभ पूजा मुहूर्त की तो,
निशीथ पूजा मुहूर्त :24:00:30 से 24:45:02 तक
अवधि :0 घंटे 44 मिनट
जन्माष्टमी पारणा मुहूर्त :05:56:15 के बाद 27, अगस्त को
अधिक जानकारी: ऊपर दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।
क्या यह जानते हैं आप? कृष्ण जन्माष्टमी के मुहूर्त से जुड़े कुछ विशेष नियम बताए गए हैं।
जैसे अगर अष्टमी पहले ही दिन आधी रात तक रहती है तो जन्माष्टमी का व्रत पहले दिन किया जाता है।
अष्टमी अगर दूसरे दिन आधी रात को व्याप्त रहती है तो जन्माष्टमी का व्रत दूसरे दिन किया जाता है।
अगर अष्टमी दोनों दिन आधी रात को व्याप्त हो और अर्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र का योग एक ही दिन हो तो जन्माष्टमी उसी दिन मनाई जाएगी जब रोहिणी नक्षत्र होगा।
अगर अष्टमी दोनों दिन आधी रात को हो और दोनों ही दिन अर्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र हो तो जन्माष्टमी का व्रत दूसरे दिन किया जाएगा।
अष्टमी दोनों दिन आधी रात को व्याप्त हो और अर्धरात्रि में दोनों दिन रोहिणी नक्षत्र का योग ना हो तो जन्माष्टमी का व्रत दूसरे दिन किया जाएगा।
अगर दोनों दिन अष्टमी आधी रात को व्याप्त ना हो तो प्रत्येक स्थिति में जन्माष्टमी का व्रत दूसरे ही दिन किया जाता है।
विशेष: उपरोक्त मुहूर्त स्मार्त मत के अनुसार दिए गए हैं। वैष्णवों के मतानुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी अगले दिन मनाई जाएगी। ध्यान रहे कि वैष्णव और स्मार्त सम्प्रदाय मत को मानने वाले लोग इस त्यौहार को अलग-अलग नियमों से मनाते हैं।
अब बात करें जन्माष्टमी के दिन किए जाने वाले व्रत और पूजा की सही और सटीक विधि की तो,
इस व्रत में अष्टमी का उपवास से पूजन और नवमी के पारण से व्रत की पूर्ति होती है। जो कोई भी व्यक्ति इस व्रत को करता है उन्हें व्रत से एक दिन पहले अर्थात सप्तमी तिथि को हल्का और सात्विक भोजन करने की सलाह दी जाती है।
उपवास वाले दिन व्यक्ति को स्नान आदि से निवृत होकर सभी देवी देवताओं को नमस्कार करके पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके बैठना होता है।
इसके बाद हाथ में जल, फल, पुष्प लेकर संकल्प करें और मध्यान्ह में काले तिलों को जल में डालकर इससे देवकी जी के साथ प्रसूति गृह बनाएं।
इस प्रसूति गृह में सुंदर बिछौना तैयार करें और उस पर कलश स्थापित करें।
इसके बाद भगवान श्री कृष्ण जी को स्तनपान कराती माँ देवकी जी की मूर्ति या कोई सुंदर चित्र आप यहां इस्तेमाल कर सकते हैं।
पूजा में देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंदलाल, यशोदा मैया और लक्ष्मी जी का नाम लेते हुए विधिवत पूजा करें।
ध्यान रखें जन्माष्टमी का व्रत रात्रि 12:00 बजे के बाद पूरा किया जाता है।
इस व्रत में अनाज नहीं खाते हैं। फलाहार के रूप में आप फलाहारी भोजन कर सकते हैं।
बहुत सी जगहों पर इस दिन मंदिरों का श्रृंगार किया जाता है। इस दिन श्री कृष्ण अवतरण के उपलक्ष में झांकियां सजाई और निकाली जाती है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण का श्रृंगार किया जाता है, उनका झूला सजाया जाता है और फिर उन्हें झूला झुलाया जाता है। बहुत से लोग इस दिन व्रत रखते हैं रात को 12:00 बजे शंख और घंटे की आवाज से प्रभु श्री कृष्ण के जन्म की खबर चारों दिशाओं में गूंज उठती है। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण की आरती उतारते हैं और प्रसाद का वितरण करते हैं।
सनातन धर्म में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व बताया गया है। भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से आठवां अवतार योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण का जिनका जन्म द्वापर युग के अंत में भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इन्होंने कंस के अत्याचारों से पृथ्वी को मुक्ति दिलाने के लिए सनातन धर्म की पुनः स्थापना की थी। इस वजह से भगवान योगेश्वर कृष्ण स्वरूप में जन्मे थे। कृष्ण जन्मोत्सव सनातन धर्म के लोग बेहद ही हर्षोल्लास और ज़ोरों-शोरों से मनाते हैं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी राशि अनुसार उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि, भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से व्यक्ति को पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुख की प्राप्ति होती है। ऐसे में अगर आप भी भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद अपने जीवन में प्राप्त करना चाहते हैं तो इस श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर आप अपनी राशि अनुसार और मनोकामना पूर्ति के लिए कुछ विशेष उपाय और विधि का पालन कर सकते हैं।
मेष राशि: अगर आप की राशि मेष है तो श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन स्नान ध्यान आदि करने के बाद भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें, उन्हें कुमकुम का तिलक लगाएँ, उन्हें गुलाबी रंग के वस्त्र पहनाएँ। साथ ही इस दिन के प्रसाद में आटे की पंजीरी अवश्य शामिल करें। ऐसा करने से आपके दुख और संकट दूर होंगे।
वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपाल को दूध और शहद से स्नान कराएं और पीले चंदन का तिलक लगाएँ। इसके बाद आप पूजा में शुद्ध दूध से बनी मिठाई लड्डू गोपाल को अर्पित कर सकते हैं। आप इस दिन भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी की पूजा भी अवश्य करें।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक भगवान श्री कृष्ण को लाल चुनरी अर्पित करें। इसके अलावा भोग में आप बेसन के लड्डू अवश्य शामिल करें। इस बेहद ही सरल उपाय को करने से शीघ्र विवाह और मनचाहे जीवनसाथी का सुख मिथुन राशि के जातकों को प्राप्त हो सकता है।
कर्क राशि: अगर आपकी राशि कर्क है तो श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को शंख में जल भरकर स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं। भोग में बेसन की पंजीरी अवश्य शामिल करें।
सिंह राशि: अगर आपकी राशि सिंह है तो श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को माखन मिश्री का भोग अवश्य लगाएँ। साथ ही धनिया की पंजीरी भगवान कृष्ण को अवश्य अर्पित करें। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि हमेशा बनी रहेगी।
कन्या राशि: कन्या राशि के जातक श्री कृष्ण जन्मोत्सव के दिन बाल गोपाल को गंगाजल में दूध मिलाकर स्नान कराएं और फिर उन्हें हरे रंग के वस्त्र अर्पित करें और हरे रंग के चीजों से ही उनका श्रृंगार करें। भोग में आप दही और पंजरी अवश्य शामिल करें।
तुला राशि: तुला राशि के जातक श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को दूध से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें पीले चंदन का तिलक लगाएँ और लाल रंग के वस्त्र पहनाएँ। इसके अलावा आप इस दिन के भोग में खीर अवश्य शामिल करें।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर गंगाजल से लड्डू गोपाल का स्नान कराएं, फिर उन्हें पीले वस्त्र पहनाएँ और इसके बाद बाल गोपाल की विधिवत पूजा करें। इस दिन के भोग में आप नारियल की बर्फी अवश्य शामिल करें।
धनु राशि: धनु राशि के जातक कृष्ण जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को दही से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें लाल रंग के वस्त्र पहनाएँ। इसके साथ ही इस दिन की पूजा में आप लड्डुओं का और मुमकिन हो तो नारियल के लड्डू का भोग अवश्य लगाएँ।
मकर राशि: मकर राशि के जातक श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को कच्चे दूध से स्नान कराएं, विधिपूर्वक उनकी पूजा करें और इस दिन के भोग में आटे की पंजीरी अवश्य शामिल करें। ऐसा करने से आपके ऊपर भगवान श्री कृष्ण की कृपा बनी रहेगी।
कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातक जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को दूध से स्नान कराएं। फिर हरे रंग के वस्त्र उन्हें अर्पित करें। भोग में बेसन के लड्डू अवश्य शामिल करें।
मीन राशि: मीन राशि के जातक भगवान कृष्ण के अवतरण दिवस पर उन्हें जल से स्नान कराएं। इसके बाद विधिपूर्वक उनकी पूजा करें और दूध से बनी मिठाई उन्हें अर्पित करें।