राहु की कृपा से 2025 तक इन राशियों के लोग रहेंगे मालामाल, छाया रहेगा खुशियों का माहौल
सौरमंडल के सभी ग्रहों में राहु और केतु को छाया ग्रह की उपाधि दी गई है। इन दो ग्रहों का किसी राशि या भाव पर स्वामित्व नहीं है। हालांकि, नवग्रहों में इन दोनों ग्रहों को बहुत खास माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु अशुभ स्थान में हो, तो उस व्यक्ति का पूरा जीवन ही नष्ट हो जाता है क्योंकि राहु एक क्रूर ग्रह है।
राहु एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में 18 महीने का समय लेता है। राहु पिछले साल 30 अक्टूबर, 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर मंगल की राशि मेष से निकल कर मीन राशि में वक्री होकर प्रवेश कर चुके हैं। यहां पर राहु 18 मई, 2025 तक रहने वाले हैं। इसके बाद राहु का गोचर कुंभ राशि में होगा।
राहु के गोचर के दौरान कुछ राशियों के लोगों को शुभ परिणाम प्राप्त होंगे, तो वहीं कुछ राशियों के जातकों को संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
इस ब्लॉग में आगे विस्तार से बताया गया है कि राहु के मीन राशि में साल 2025 तक रहने से किन विशेष राशियों को लाभ मिलने की संभावना है।
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वृषभ राशि
राहु के इस गोचर से लाभ प्राप्त करने वाली राशियों में सबसे पहला नाम वृषभ राशि का आता है। इनके ग्यारहवें भाव में राहु मौजूद हैं। इस दौरान आप खूब धन कमाएंगे जिससे आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने में मदद मिलेगी। आपकी आमदनी बढ़ेगी और आप अपने साथ-साथ अपने परिवार की भी सभी ज़रूरतों को पूरा कर पाएंगे।
आपको अचानक धन लाभ होने के भी संकेत हैं। यदि आपका कोई काम अटका हुआ है या आपकी कोई इच्छा पूरी नहीं हो पा रही है, तो अब आपका वह काम भी बन सकता है। इस समय आपका जीवन खुशियों से भर जाएगा। अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ आप पैसों की बचत भी कर पाएंगे। विदेश से व्यापार करने वाले लोगों को भी लाभ होगा।
आप नया वाहन या प्रॉपर्टी आदि खरीद सकते हैं। निवेश के लिए भी शुभ समय है। आपके लिए काम से संबंधित लंबी यात्राओं के योग भी बन रहे हैं। आप अपने परिवार को ज्यादा समय नहीं दे पाएंगे। हालांकि, आपके करियर के लिए यह समय अनुकूल साबित होगा।
मिथुन राशि के लोगों को भी राहु के मीन राशि में आने पर अपार लाभ की प्राप्ति होगी। इस राशि के नवम भाव में राहु का गोचर हुआ है। इस तरह आपको अपने भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और आपको विदेश यात्रा पर जाने का मौका भी मिल सकता है। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी रहने वाली है।
नौकरीपेशा जातकों के लिए भी अनुकूल समय है। आप अपने खर्चों को बहुत आसानी से संभाल पाएंगे। आप अपने कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे जिससे आपके लिए पदोन्नति और वेतन में वृद्धि के योग बन रहे हैं। आपको अपने जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
वृश्चिक राशि के पांचवे भाव में राहु का गोचर हुआ है। इस गोचर काल के दौरान आप बहुत खुश रहने वाले हैं और आपको अपने भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। अपार सफलता आपके कदम चूमेगी। इसके साथ ही आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं।
आपकी आमदनी के नए स्रोत खुलेंगे। आप शेयर मार्केट में भी पैसा लगा सकते हैं। इससे आपका पैसा दोगुना हो सकता है। आपको अचानक कहीं से पैसा मिल सकता है। आपकी एकाग्रता और बुद्धिमानी में वृद्धि देखने को मिलेगी।
आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। आप अपने बच्चों के भविष्य को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं।
यहां हम आपको बता रहे हैं कि राहु के प्रभाव से नामचीन और लोकप्रिय हस्तियों के जीवन में क्या-क्या बदलाव आए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंडली के छठे भाव में राहु ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी वजह से उन्हें गोरखनाथ मठ के महंत की उपाधि प्राप्त हुई है। वह हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं।
राहु व्यक्ति के अंदर अध्यात्म की भावना को जागृत करता है और शायद यही भूमिका राहु ने योगी आदित्यनाथ के जीवन में भी निभाई है।
मुकेश अंबानी
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के जीवन में भी राहु ने बहुत कमाल दिखाया है। उनकी कुंडली में राहु 12वें भाव में विराजमान हैं जिसकी वजह से उन्हें व्यापार के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त हुई है।
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नरसिंह जयंती 2024 पर इन आसान उपायों से मिलेगी आपको शत्रुओं पर विजय!
नरसिंह जयंती 2024 को भगवान नरसिंह के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को सनातन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो कि हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। बता दें कि भगवान नरसिंह को विष्णु जी का अवतार माना जाता है, उन्होंने हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए यह अवतार लिया था। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको नरसिंह जयंती 2024 के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस साल कब मनाया जाएगा यह पर्व और क्या है इसका महत्व आदि से भी आपको रूबरू कराएंगे। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
हिंदू पंचांग के अनुसार, नरसिंह जयंती प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह तिथि सामान्य रूप से अप्रैल या मई के महीने में आती है। बता दें कि इस साल नरसिंह जयंती को 22 मई 2024, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान नरसिंह की पूजा विधि-विधान से और शुभ मुहूर्त में करना शुभ सिद्ध होता है। आइए अब नज़र डालते हैं नरसिंह जयंती के पूजा मुहूर्त पर।
नरसिंह जयंती पूजा मुहूर्त
नरसिंह जयंती की तिथि: 22 मई 2024, बुधवार
नरसिंह जयंती पर व्रत संकल्प का पूजा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 04 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक
नरसिंह जयंती पर संध्या पूजा का मुहूर्त: शाम 04 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 35 मिनट तक
व्रत का पारण मुहूर्त: अगले दिन 23 मई 2024 की सुबह 06 बजकर 03 मिनट
चतुर्दशी तिथि का आरंभ: 21 मई 2024 की शाम 05 बजकर 41 मिनट से,
चतुर्दशी तिथि का समापन: 22 मई 2024 की शाम 06 बजकर 49 मिनट तक।
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नरसिंह जयंती का धार्मिक महत्व
धार्मिक ग्रंथों में भगवान नरसिंह और नरसिंह जयंती की महानता का वर्णन विस्तार पूर्वक किया गया है। हिंदू शास्त्रों में नरसिंह जयंती को बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म की सुरक्षा का प्रतीक माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने अत्याचारी राक्षस राजा हिरण्यकश्यप का संहार करने के लिए नरसिंह अवतार लिया था। यह श्री हरि के चौथे अवतार हैं और इनके सबसे अधिक पूजित अवतार माने गए हैं। जिस दिन विष्णु जी ने नरसिंह अवतार लिया था, उस तिथि को ही नरसिंह जयंती कहते हैं।
ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस दिन नरसिंह भगवान का पूजन करते हैं और व्रत का पालन करते हैं, उन्हें अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, इन जातकों को दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है और जीवन से नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है। इसके अलावा, नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह के भक्त को बीमारियों से सुरक्षा के साथ-साथ सुख, समृद्धि, साहस एवं विजय की प्राप्ति होती है।
नरसिंह जयंती पर कैसे करें भगवान नरसिंह का पूजन?
नरसिंह जयंती पर सर्वप्रथम भक्त सूर्योदय से पूर्व उठें और अपने नित्य कर्मों से निवृत होकर भगवान नरसिंह की विधिपूर्वक पूजा की शुरुआत करें।
इस दिन जातक माता लक्ष्मी और भगवान नरसिंह की मूर्तियों को स्थापित करके पूजा करें।
मंत्रो का उच्चारण करते हुए चंदन, केसर, कुमकुम, अक्षत (चावल), फल, नारियल, पुष्प और प्रसाद आदि अर्पित करें।
इसके पश्चात, भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्ति के लिए नरसिंह गायत्री मंत्र का जाप करें।
संभव हो, तो व्रत पूर्ण होने पर भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार तिल, वस्त्र आदि का दान करें।
कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से नरसिंह जयंती पर नरसिंह भगवान के लिए व्रत करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है और वह किसी कारणवश कोई पूजा या ज्योतिषीय उपाय नहीं कर पा रहे हैं, तो वह नरसिंह जयंती के दिन नरसिंह मंदिर में जाएं और वहां एक मोरपंख चढ़ाएं। इस उपाय को करने से आपको राहत की प्राप्ति होगी।
यदि आपका कोई प्रियजन आपसे नाराज है या फिर उसने आपसे दूरी बना ली है, तो उनके साथ रिश्ते को दोबारा पहले जैसा बनाने के लिए इस दिन मंदिर में मक्के का आटा दान करें।
जो भक्त धन प्राप्ति या फिर पैसों की बचत करने के इच्छुक हैं, वह इस दिन भगवान नरसिंह को नागकेसर अर्पित करें और इसके बाद थोड़ा नागकेसर अपने साथ घर ले आएं। इसे घर की तिजोरी या अलमारी में वहां रखें जहां आप धन और गहने आदि रखते हैं।
अगर आप किसी कानूनी मुक़दमे में फंसे हुए हैं और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं, तो नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को प्रसाद के रूप में दही का भोग लगाएं।
जो जातक प्रतिस्पर्धा से परेशान हो चुके हैं या फिर आपको हमेशा अनजान शत्रुओं का भय बना रहता है, वह नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को बर्फ मिला हुआ पानी चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
यदि आप लंबे अर्से से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और आपको राहत नहीं मिल रही है, तो इस दिन भगवान नरसिंह को चंदन का लेप अर्पित करें।
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जून 2024 में कब पड़ेंगे बैंक अवकाश और कौन सा त्योहार मनाया जाएगा इस महीने, जानें!
जून 2024: जून के महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है। इस दौरान लोग सूरज के प्रकोप से त्रस्त नज़र आते हैं। अब जल्द ही मई का महीने हमसे अलविदा कहने वाला है और जून अपने आगाज़ के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह साल का छठा महीना होता है और इस महीने के मौसम की बात करें तो, जून का मिज़ाज थोड़ा उग्र होता है क्योंकि ज्येष्ठ मास होने के कारण सूरज अपनी ज्येष्ठता पर होता है। हालांकि, हर महीने की तरह इस महीने को लेकर भी आपके मन में उत्सुकता होगी कि कैसा रहेगा जून आपके लिए और क्या कुछ छुपा है इस माह में? नौकरी हो या व्यापार, क्या करियर पकड़ेगा रफ़्तार? इन सभी सवालों के जवाब आपको मिलेंगे एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में।
यह लेख विशेष रूप से पाठकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिसमें आपको न केवल अपने दिलोंदिमाग में उठने वाले प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे, बल्कि जून 2024 में आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों, ग्रहण और गोचरों के साथ-साथ इस माह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों की तिथियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। इसके अलावा, जून में जन्मे जातकों का कैसा होता है व्यक्तित्व और कौन सी बातें इन लोगों को बनाती है सबसे हटकर, यह भी हम आपको बताएंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं “जून 2024” के इस ब्लॉग की।
जून 2024 को यह विशेषताएं बनाती हैं सबसे ख़ास
एस्ट्रोसेज का यह लेख आपको जून महीने में आने वाले व्रत-त्योहारों की तिथियों के बारे में बताएगा जिससे आप पहले ही उनकी तैयारियां कर सकें।
और इस महीने में पैदा होने व्यक्तियों को क्या बनाता है सबसे ख़ास। साथ ही जानेंगे, इन लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
जून 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक हॉलिडे?
कौन सा ग्रह करेगा कब-कब अपनी राशि और स्थिति में परिवर्तन? क्या जून में लगेगा कोई ग्रहण? इसकी जानकारी भी आपको इस ब्लॉग में प्राप्त होगी।
और जून का महीना राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा? इसके बारे में भी हम आपको बताएंगे।
अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं जून 2024 पर आधारित इस ब्लॉग में।
जून 2024 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
जून 2024 के पंचांग के अनुसार, वर्ष 2024 के छठे महीने जून का आरंभ पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि यानी कि 01 जून 2024 को होगा और इसकी समाप्ति अश्विनी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि अर्थात 30 जून 2024 को होगी। इस महीने के पंचांग से आपको अवगत करवाने के बाद अब हम उन लोगों के बारे में बात करेंगे जिनका जन्म जून के महीने में हुआ है।
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जून में जन्में लोगों के व्यक्तित्व में होती हैं ये खूबियां
हम सब इस बात को भली भांति जानते हैं कि “नोबडी इज परफेक्ट” यानी कि कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता है। हर मनुष्य के व्यक्तित्व में अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के गुण मौजूद होते हैं जो उन्हें दूसरों से सबसे सबसे अलग बनाते हैं। हालांकि, इन्हीं गुणों और अवगुणों के आधार पर हम किसी व्यक्ति की तरफ आकर्षित होते हैं, परंतु क्या आपको पता है कि प्रत्येक व्यक्ति के व्यवहार और स्वभाव के निर्धारण में वह महीना महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है जिसमें उनका जन्म हुआ होता है। इसी क्रम में, जून में जन्मे लोगों में कौन सी विशेषताएं पाई जाती हैं, चलिए जानते हैं इसके बारे में।
ज्योतिष के लिहाज़ से, अगर आपका जन्मदिन जून में आता है, तो बता दें कि यह साल का छठा महीना होता है। इस माह में पैदा होने वालों की राशि मिथुन या कर्क होती है। इन लोगों का स्वभाव ज्यादातर काफ़ी अच्छा होता हैं और यह हमेशा जुनून से भरे रहते हैं। इनके स्वभाव की जो बात इन्हें सबसे ख़ास बनाती है वह है विनम्रता और दयालुता। इन जातकों में दयालुता कूट-कूट कर भरी होती है जिसके चलते यह दूसरों की मदद करने के लिए सबसे आगे रहते हैं और कभी भी किसी की सहायता करने से अपने कदम पीछे नहीं खींचते हैं। ऐसे में, यह लोगों और अपने करीबियों के बीच बेहद लोकप्रिय होते हैं।
जून में जन्मे लोग बहुत मिलनसार होते हैं और इन्हें लोगों से घुलने-मिलने में ज्यादा समय नहीं लगता है। दूसरे लोगों इनके अच्छे स्वभाव की वजह से जल्द ही प्रभावित हो जाते हैं। लेकिन, अक्सर यह जातक अपनी कल्पना की दुनिया में खोये हुए दिखाई देते हैं। अगर हम कहें कि जून बोर्न जातकों को दिन में सपना देखना पसंद होता है, तो इसे गलत नहीं कहा जाएगा। शांत बैठना इनके लिए बहुत मुश्किल होता हैं क्योंकि इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है। साथ ही, इनके पास एक से एक नए आईडिया होते हैं जिसके कारण इन्हें कभी भी आइडियाज की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। यह जातक जो भी काम करते हैं, उसे बहुत सोच-समझकर और योजना बनाने के बाद ही करते हैं।
जब बात आती है इनके मूड की, तो जून में जन्मे लोग काफ़ी मूडी होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, इनका मूड किस पल बदल जाए, यह कहना बहुत ही मुश्किल होता है क्योंकि एक पल में जहां यह जातक हँसते-मुस्कराते हुए नज़र आते हैं, तो अगले ही पल आपसे रूठ सकते हैं। यह जातक अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करने में माहिर होते हैं।
जहां तक सवाल है इनकी पसंद-नापसंद का, तो इन्हें महंगे कपड़े खरीदना बहुत पसंद होता है। साथ ही, यह सिंगिंग और डांसिंग में भी रुचि रखते हैं। इन लोगों का संचार कौशल बेहद शानदार होता है और यह अपनी बातों से दिल जीतने में माहिर होता हैं। नकारात्मक पक्ष देखें, तो जिन लोगों का जन्मदिन जून में होता है, उन्हें बात-बात पर गुस्सा आता है लेकिन जितनी जल्दी इनको गुस्सा आता है उतनी ही जल्दी ठंडा भी हो जाता है। यह जातक बहुत ज़िद्दी होते हैं और एक बात पर अड़ जाते हैं, तो उस पर ही बने रहते हैं जिसके चलते इन्हें कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है।
जून में जन्मे लोग अपने करियर के रूप में डॉक्टर, पत्रकार, टीचर, मैनेजर और अधिकारी आदि बनना पसंद करते हैं। इसके अलावा, इन्हें नाचना, गाना, पेंटिंग या कला से संबंधित कार्य करना अच्छा लगता है और इसे ही यह अपने करियर के रूप में चुनते हैं।
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली अंक: 6, 9
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रंग: हरा, पीला, मजेंटा
जून में जन्म लेने वालों के लिए शुभ दिन: मंगलवार, शनिवार, शुक्रवार
जून में जन्म लेने वालों के लिए भाग्यशाली रत्न: रूबी
जून में पैदा होने वाले लोगों के व्यक्तित्व के बारे में रोचक तथ्य जानने के बाद अब हम इस महीने में आने वाले बैंक अवकाशों के बारे में बात करेंगे।
जून 2024 में कब-कब पड़ेंगे बैंक अवकाश?
दिन
बैंक अवकाश
किस राज्य में मान्य होगा
9 जून 2024, रविवार
महाराणा प्रताप जयंती
हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान
10 जून 2024, सोमवार
श्री गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस
पंजाब
14 जून 2024, शुक्रवार
पहला राजा उत्सव
उड़ीसा
15 जून 2024, शनिवार
राजा संक्रांति
उड़ीसा
15 जून 2024, शनिवार
वाईएमए दिवस
मिजोरम
17 जून 2024,सोमवार
ईद-उल-अधा (बकरीद)
पूरे देश में (अरुणाचल प्रदेश , चंडीगढ़, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, सिक्किम के अलावा)
18 जून 2024, मंगलवार
ईद-उल-अधा (बकरीद) का अवकाश
जम्मू-कश्मीर
22 जून 2024,शनिवार
संत कबीर जयंती
छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब
30 जून 2024, रविवार
रेमना नी
मिजोरम
जून 2024 के प्रमुख व्रत एवं त्योहारों की तिथियां
तिथि
पर्व
02 जून 2024, रविवार
अपरा एकादशी
04 जून 2024, मंगलवार
मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
06 जून 2024, गुरुवार
ज्येष्ठ अमावस्या
15 जून 2024, शनिवार
मिथुन संक्रांति
18 जून 2024, मंगलवार
निर्जला एकादशी
19 जून 2024, बुधवार
प्रदोष व्रत (शुक्ल)
22 जून 2024, शनिवार
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
25 जून 2024, मंगलवार
संकष्टी चतुर्थी
जून में आने वाले बैंक अवकाश और व्रत-त्योहारों की तिथियां जानने के बाद अब हम इस महीने मनाये जाने वाले त्योहारों का महत्व जानेंगे।
अपरा एकादशी व्रत (02 जून 2024, रविवार): वर्ष भर में आने वाली समस्त एकादशी तिथियों में से अपरा एकादशी पर भगवान त्रिविक्रम की पूजा-अर्चना की जाती है। इस एकादशी को ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी और अचला एकादशी के नाम से जाना जाता है। अपरा एकादशी का अर्थ देखें, तो अपार पुण्य वाली एकादशी से है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से पुण्य, धन-धान्य और कीर्ति की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह व्रत मनुष्य को ब्रह्म हत्या और प्रेत योनि जैसे घोर पापों से भी मुक्ति प्रदान करता है।
मासिक शिवरात्रि (04 जून 2024, मंगलवार): भगवान शिव को सनातन धर्म में “शिव शंकर” और “देवों के देव महादेव” के नाम से जाना जाता है क्योंकि इन्हें अपने भक्तों से प्रसन्न होने में देर नहीं लगती है। महाशिवरात्रि का पर्व जहां हर साल भक्तों द्वारा बहुत आस्था और श्रद्धाभाव से मनाया जाता है। वहीं, हर महीने में आने वाली मासिक शिवरात्रि का भी अत्यधिक महत्व है जो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत करते हैं, उनके जीवन से सभी समस्याएं एवं कष्ट दूर होते हैं।
ज्येष्ठ अमावस्या (06 जून 2024, गुरुवार): अमावस्या तिथि को पितरों का तर्पण और दान-पुण्य आदि करने के लिए उत्तम माना जाता है। साथ ही, ज्येष्ठ माह की अमावस्या को शनि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है जिससे इसके महत्व में कई गुना वृद्धि हो जाती है। शनि जयंती होने की वजह से इस दिन शनि देव की पूजा फलदायी साबित होती है। इसके विपरीत, उत्तर भारत में इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए वट सावित्री व्रत करती हैं।
मिथुन संक्रांति (15 जून 2023): सूर्य ग्रह को नवग्रहों के राजा कहा गया है और यह जब एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, वह संक्रांति कहलाती है। बता दें कि सूर्य का यह गोचर हर महीने होता है और इस प्रकार, एक वर्ष में कुल 12 संक्रांति आती हैं। हालांकि, मिथुन संक्रांति को महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि दान, धर्म, तर्पण और स्नान आदि कार्य करने के लिए शुभ होती है। अब जून के महीने में सूर्य महाराज वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
निर्जला एकादशी (18 जून 2024, मंगलवार): हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भीमसेन ने निर्जला एकादशी का व्रत किया था इसलिए इसे भीमसेन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि इस एकादशी का व्रत करने से वर्ष भर में आने वाली समस्त एकादशी के समान शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस व्रत में सूर्योदय से लेकर अगले सूर्योदय तक निर्जल रहना होता है इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (19 जून 2024, बुधवार): प्रदोष व्रत को बहुतशुभ माना जाता है और पंचांग के अनुसार, यह व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। हालांकि, प्रदोष व्रत एक महीने में दो बार कृष्ण एवं शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर आता है। इस व्रत में भगवान शिव की उपासना की जाती है। धर्म ग्रंथों में वर्णित है कि इस दिन भोलेबाबा प्रसन्न होकर कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं।
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत (22 जून 2024, शनिवार): ज्येष्ठ माह को बेहद शुभ एवं मंगलकारी माना गया जाता है और यह तिथि स्नान, दान और अन्य धार्मिक कार्यों को करने के लिए श्रेष्ठ रहती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के संबंध में कहा जाता है कि इस पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति गंगा नदी में स्नान करता है, उसकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं। साथ ही, व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते है। बता दें कि ज्येष्ठ पूर्णिमा उन लोगों के लिए भी विशेष मायने रखती है जिन्हें विवाह में देरी या फिर विवाह में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
संकष्टी चतुर्थी (25 जून 2024, मंगलवार): संकष्टी चतुर्थी गौरी पुत्र भगवान गणेश को समर्पित होती है जो कि प्रथम पूज्य कहे गए हैं।हिंदू धर्म में प्रत्येक शुभ एवं मांगलिक कार्य के आरंभ से पहले गणेश जी का स्मरण एवं पूजन आदि करने का विधान है। जो जातक विघ्नहर्ता गणेश जी की कृपा एवं आशीर्वाद पाना चाहता है, उनके लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत सर्वश्रेष्ठ साबित होता है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा का विधान है। पंचांग के अनुसार, हर माह प्रदोष व्रत कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। मान्यता है कि यह व्रत करने से गणेश जी अपने भक्तों के जीवन से सभी कष्ट एवं बाधाएं हर लेते हैं।
जून 2024 के व्रत-त्योहारों के बाद अब जानते हैं इस महीने का धार्मिक महत्व।
धार्मिक दृष्टि से जून का महीना
एक वर्ष में आने वाले हर दिन, महीने और वार का अपना महत्व होता है जो कि अपनी विशेषताओं के साथ आता है। प्रत्येक साल में बारह महीना होते हैं और हर महीने को सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। पंचांग की बात करें, तो जून माह का आरंभ ज्येष्ठ मास के साथ होगा जबकि इसका अंत आषाढ़ में होगा। हिंदू कैलेंडर में जून का महीना ज्येष्ठ का होता है और ग्रेगोरियन कैलेंडर में, यह माह सामान्य रूप से मई-जून में आता है। इस महीने को ज्येष्ठ और जेट के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, वर्ष 2024 में ज्येष्ठ मास का आरंभ 24 मई 2024 को होगा और वहीं, इसका समापन 22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा के साथ होगा।
ज्येष्ठ के धार्मिक महत्व की बात करें, तो इस माह में सूर्य पूजा को विशेष माना गया है क्योंकि ज्येष्ठ में सूर्य बेहद मज़बूत और शक्तिशाली स्थिति में होते हैं इसलिए धरती पर आम जनजीवन गर्मी से बेहाल नज़र आता है। इनकी ज्येष्ठता की वजह से ही इस महीने को ज्येष्ठ कहा जाता है। साथ ही, इस माह में सूर्य महाराज वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे जिसकी वजह से यह दिन मिथुन संक्रांति के रूप में मनाया जाएगा। दूसरी तरफ, ज्येष्ठ मास मनुष्य को जीवन में जल के महत्व को समझाने में भी अहम भूमिका अदा करता है क्योंकि इस दौरान तेज़ गर्मी की वजह से तालाब और जलाशय सूख जाते हैं। हालांकि, ज्येष्ठ में हनुमान जी की पूजा मंगलवार के दिन करना फलदायी होता है।
जून में ही आषाढ़ मास की भी शुरुआत होगी। बता दें कि हिंदू वर्ष में आषाढ़ चौथा महीना होता है और यह जून या जुलाई में आता है। जैसे ही ज्येष्ठ का अंत होगा उसके साथ ही आषाढ़ माह का आरंभ हो जाएगा। वर्ष 2024 में आषाढ़ की शुरुआत 23 जून से होगी और इसका समापन आषाढ़ पूर्णिमा के दिन 21 जुलाई 2024 को हो जाएगा। आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि हिंदू धर्म में माह के नाम नक्षत्र के आधार पर रखे जाते हैं। सामान्य शब्दों में कहें, तो महीने के बदलने पर चंद्रमा जिस नक्षत्र में उपस्थित होता है उस नक्षत्र के नाम पर ही माह का नाम पड़ता है। इस प्रकार, इस पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के मध्य होता है इसलिए यह माह आषाढ़ के रूप में जाना जाता है। यह माह अपने साथ तपती-झुलसती गर्मी से राहत लेकर आता है और बारिश की बूँदें हमें ठंडक पहुंचाने का काम करती हैं।
धार्मिक दृष्टि से, आषाढ़ माह जगत के पालनकर्ता श्रीहरि विष्णु को समर्पित होता है और इस महीने इनकी पूजा कल्याणकारी सिद्ध होती है। आषाढ़ में दान, स्नान, तप और पूजन आदि करने से मनुष्य को शुभ फल प्राप्त होते है। इस महीने मिथुन संक्रांति, गुप्त नवरात्रि, जगन्नाथ रथयात्रा आदि बड़े पर्व आते हैं। इस रथयात्रा में भाग लेने के लिए विश्व के कोने-कोने से लोग आते हैं। आषाढ़ में देवशयनी एकादशी भी आती है और इस एकादशी से विष्णु जी चार महीने की निद्रा में चले जाते हैं। इसके साथ ही चातुर्मास का आरंभ हो जाता है और ऐसे में, इन चार महीनों के दौरान सभी तरह के मांगलिक या शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
व्रत-त्योहार, बैंक हॉलिडे और जून का धार्मिक महत्व जानने के बाद, अब हम इस महीने में होने वाले गोचर और लगने वाले ग्रहण के बारे में बात करेंगे। जून 2024 में कुल 9 बार ग्रहों की स्थिति और दशा में परिवर्तन देखने को मिलेगा जिसमें 5 बड़े ग्रह गोचर करेंगे और इसमें एक ग्रह 2 बार अपनी राशि बदलेगा जबकि 4 बार ग्रहों की चाल एवं दशा में बदलाव आएगा। तो आइए बिना देर किये जानते हैं इन ग्रहों के गोचरों के बारे में।
मंगल का मेष राशि में गोचर (01 जून 2024): लाल ग्रह के नाम से प्रसिद्ध मंगल महाराज 01 जून 2024 की दोपहर 03 बजकर 27 मिनट पर अपनी राशि मेष में गोचर कर जाएंगे।
बुध वृषभ राशि में अस्त (02 जून 2024): बुध को ग्रहों के राजकुमार के नाम से जाना जाता है जो अब 02 जून 2024 की शाम 06 बजकर 10 मिनट पर वृषभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं।
बृहस्पति का वृषभ राशि में उदय (03 जून 2024): गुरु ग्रह को देवताओं के गुरु का दर्जा प्राप्त है और इनके उदय व अस्त होने से संसार पर प्रभाव पड़ता है। अब यह 03 जून 2024 की रात 03 बजकर 21 मिनट पर उदय होने जा रहा है।
शुक्र का मिथुन राशि में गोचर (12 जून 2024): प्रेम, विलासिता और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र देव 12 जून 2024 की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का मिथुन राशि में गोचर (14 जून 2024): बुद्धि, वाणी और तर्क के कारक ग्रह के रूप में प्रसिद्ध बुध महाराज 14 जून 2024 की रात 10 बजकर 55 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे।
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर (15 जून 2024): ज्योतिष में सूर्य देव को नवग्रहों के राजा का दर्जा प्राप्त है और अब यह 15 जून 2024 की रात 12 बजकर 16 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं।
बुध का मिथुन राशि में उदय (27 जून 2024): जून में एक बार फिर बुध ग्रह की दशा में सुबह बदलाव देखने को मिलेगा और यह अपनी अस्त अवस्था से बाहर आते हुए 27 जून 2024 की सुबह 04 बजकर 22 मिनट पर मिथुन राशि में उदित होने जाएंगे।
बुध का कर्क राशि में गोचर (29 जून 2024): ज्योतिष में बुध ग्रह को तेज़ गति से चलने वाला ग्रह माना गया है और ऐसे में, जून में यह पुनः अपनी राशि में परिवर्तन करते हुए 29 जून 2024 की दोपहर 12 बजकर 13 मिनट पर कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे।
शनि कुंभ राशि में वक्री (29 जून 2024): न्याय और कर्मफल दाता के नाम से विख्यात सूर्य पुत्र शनि अपनी ही राशि कुंभ में 29 जून 2024 की रात 11 बजकर 40 मिनट पर वक्री हो जाएंगे।
नोट: जून 2024 में कोई ग्रहण नहीं लगेगा।
जून 2024 के लिए 12 राशियों का राशिफल और उपाय
मेष राशि
इस राशि के जातक करियर में कड़ी मेहनत करेंगे और इस मेहनत के बल पर आप अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे।
मेष राशि वालों का पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा और इस दौरान आपके परिवार के सदस्य किसी गंभीर मामले में विचार-विमर्श करते हुए नज़र आएंगे।
प्रेम जीवन के लिए जून का महीना अनुकूल रहेगा। ऐसे में, आप पार्टनर के साथ दिल खोलकर बातें करेंगे और उनके दिल में अपनी जगह भी बना सकेंगे।
आर्थिक जीवन के लिए यह माह उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। इस अवधि में खर्चे बहुत होंगे जो कि आपके नियंत्रण से बाहर रहने की आशंका है।
इन जातकों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और आप तंदुरुस्त दिखाई देंगे। लेकिन, रोज़ाना व्यायाम और योग करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: शनिवार के दिन सुबह-सवेरे मंदिर में जाकर साफ-सफाई करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों का करियर जून 2024 में अनुकूल रहेगा। इस दौरान आप काम में ख़ूब मेहनत करेंगे और ऐसे में, आप अपने पद पर बने रहेंगे।
पारिवारिक जीवन के लिए यह महीना अच्छा रहेगा। साथ ही, घर-परिवार में आपकी माता की स्थिति मज़बूत रहेगी और सब उनकी बातों को मानते हुए दिखाई देंगे।
इस राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह महीना थोड़ा मुश्किल रहेगा क्योंकि आपके और पार्टनर के बीच बहस होने की आशंका है।
वृषभ राशि के जातकों की आय काफ़ी अच्छी रहेगी। इस दौरान आपकी आय में अपार वृद्धि होगी जिससे आप प्रसन्न रहेंगे।
इन लोगों को जून में कुछ स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं जैसे कि चोट या बुखार आदि। लेकिन, समय पर इलाज करवाने से आप स्वस्थ हो जाएंगे।
उपाय: शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की पूजा करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों का करियर इस महीने उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। इस अवधि में आप जो भी काम करेंगे उसे आसानी से करने में सक्षम होंगे।
इन लोगों का आर्थिक जीवन उत्तम रहेगा और आपके जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर होंगी। साथ ही, आपकी आमदनी भी स्थिर बनी रहेगी।
इन लोगों के घर का वातावरण थोड़ा अशांत रह सकता है और ऐसे में, आपको परिवारजनों के बीच अच्छा तालमेल बिठाने के लिए काफ़ी प्रयास करने होंगे।
आपके प्रेम जीवन में जून का महीना मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकता है। इस दौरान आपका रिश्ता पार्टनर के साथ मज़बूत होगा जिसके चलते आप खुश रहेंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, यह महीना आपके लिए थोड़ा कठिन रह सकता है क्योंकि आपको कुछ रोग परेशान कर सकते हैं। ऐसे में, आपको इन पर समय रहते हुए ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
उपाय:ش बुधवार के दिन गौ माता को हरा चारा या हरी सब्जियां खिलाएं।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की करियर के क्षेत्र में स्थिति मज़बूत होगी और आप तरक्की हासिल करेंगे। आपका पद और शक्तियां दोनों बढ़ने की संभावना हैं।
इन जातकों का पारिवारिक जीवन औसत रहने की आशंका है। हालांकि, इस दौरान आपको पैतृक संपत्ति मिलने के योग बनेंगे और फैमिली बिज़नेस भी प्रगति हासिल करेगा।
इस राशि के सिंगल जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह महीना शानदार रहेगा क्योंकि आपकी मुलाकात आपके पार्टनर से हो सकती है।
कर्क राशि वालों की आर्थिक स्थिति जून में काफ़ी मज़बूत रहेगी। इस दौरान आपको विभिन्न स्रोतों से आय की प्राप्ति होगी और धन कमाने के भी नए स्रोत मिलेंगे।
जून का महीना कर्क राशि के जातकों की सेहत के लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन, कभी-कभी आप तनाव में आ सकते हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में पके हुए लाल अनार चढ़ाएं।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों का जून 2024 में करियर अनुकूल रहेगा। नौकरी ढूंढ रहे जातकों को नौकरी मिल सकती है जबकि नौकरीपेशा जातकों को स्थानांतरण मिलने की संभावना है।
जून में राहु की स्थिति आपके सामने अप्रत्याशित खर्चे लेकर आ सकती है जिन्हें रोकना आपके लिए संभव नहीं होगा। साथ ही, आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
पारिवारिक जीवन के लिए यह माह औसत रह सकता है। साथ ही, ग्रहों की शुभ स्थिति घर-परिवार के लोगों में अच्छा तालमेल बनाए रखेगी।
इस राशि के उन जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा जो किसी को पसंद करते हैं और उनसे अपने दिल की बात कहने के लिए सही समय की तलाश में हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, यह माह आपके लिए कुछ नाज़ुक रह सकता है। इस दौरान सेहत के प्रति लापरवाही बरतने से बचें, अन्यथा आप किसी बड़ी बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन श्री आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों का करियर जून माह में सामान्य रहेगा। इस अवधि में आप अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकेंगे। लेकिन, काम के प्रति सतर्क रहना होगा।
इन जातकों का पारिवारिक जीवन जून में सामान्य रहेगा और इसके परिणामस्वरूप, परिवार के साथ आपके किसी लंबी यात्रा पर जाने के योग बनेंगे।
इस राशि के लोगों का प्रेम जीवन अनुकूल रहेगा और आप खुद को पार्टनर के करीब महसूस करेंगे। साथ ही, आप हर सुख और दुख में एक-दूसरे का साथ देंगे।
कन्या राशि के जातकों का आर्थिक जीवन इस महीने औसत रहने के आसार है। इस अवधि में आप किसी काम की वजह से बैंक से लोन या फिर कर्ज़ ले सकते हैं।
इस महीने आपका स्वास्थ्य कुछ कमजोर रहने की आशंका है इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी क्योंकि लापरवाही आपको रोगों का शिकार बना सकती है।
उपाय: शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को सफेद मिठाई दें।
तुला राशि
तुला राशि वालों का करियर इस महीने उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। शनि देव की स्थिति नौकरी के क्षेत्र में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकती है।
इस राशि के लोगों का आर्थिक जीवन जून में थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इस दौरान आपको व्यापार में लाभ प्राप्त होने की संभावना है। साथ ही, बिज़नेस की योजनाएं भी सफल रहेंगी।
पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से जून आपके लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन, परिवार के बुजुर्ग सदस्यों का स्वास्थ्य ख़राब रह सकता है इसलिए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
इन जातकों का प्रेम जीवन अच्छा रहेगा। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं, तो वह प्यार सच्चा है या नहीं, इस साल आप इसकी पहचान करने में सक्षम होंगे।
इन लोगों का स्वास्थ्य थोड़ा कमज़ोर रह सकता है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें क्योंकि आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: नियमित रूप से देवी दुर्गा की पूजा और श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों का करियर जून 2024 में ज्यादातर अनुकूल रहेगा। इस दौरान नौकरी में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा जिससे आपको पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे।
इस राशि के लोगों का आर्थिक जीवन औसत रह सकता है। इस अवधि में आपकी आय में वृद्धि होगी और आपके पास पर्याप्त मात्रा में पैसा आएगा।
पारिवारिक जीवन आपके लिए सामान्य रहेगा। साथ ही, इस महीने गुरु ग्रह की स्थिति की वजह से परिवार का सारी जिम्मेदारियां आपके पार्टनर पर आ सकती हैं।
इन जातकों का प्रेम जीवन थोड़ा कठिन रह सकता है। ऐसे में, आपका पार्टनर कुछ बातों को लेकर आपसे असहमत रह सकता है जिससे आप तनाव में आ सकते हैं।
वृश्चिक राशि वालों को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि आपको पेट संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपाय: मंगलवार के दिन श्री बजरंग बाण का पाठ करें।
धनु राशि
धनु राशि वालों का मन करियर के क्षेत्र में किसी बात को लेकर भटक सकता है जिसकी वजह से आपको नौकरी में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
जून में आपका पारिवारिक जीवन काफ़ी अशांत रह सकता है जिसकी वजह से आप बैचैन नज़र आ सकते है। ऐसे में, आपको थोड़ा समय घर से बाहर बिताने की सलाह दी जाती है।
जून में आपका आर्थिक जीवन नाज़ुक रहने की आशंका है क्योंकि आपको धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपना ध्यान धन बचाने पर केंद्रित करें।
इस राशि वालों का प्रेम जीवन प्यार से भरा रहेगा और इस दौरान आपका प्रेम परवान चढ़ेगा। साथ ही, आप साथी के दिल में अपनी जगह बनाने में भी सक्षम होंगे।
सेहत की दृष्टि से, इन लोगों का स्वास्थ्य कमज़ोर रहने की आशंका है। ग्रहों की स्थिति आपको बीमार बना सकती है। ऐसे में, आपको अपनी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: गुरुवार के दिन ब्राह्मण या विद्यार्थियों को भोजन कराएं।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों का करियर इस महीने मिल-जुला रहेगा क्योंकि आपको नौकरी में बदलाव से जूझना पड़ सकता है या फिर आपकी नौकरी बदलने की कोशिश अब सफल हो सकती है।
आपका पारिवारिक जीवन थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। हालांकि, इस दौरान आपके परिवार की धन संपत्ति में वृद्धि होने की संभावना है।
इस राशि के लोगों का प्रेम जीवन मिला-जुला रह सकता है क्योंकि यह समय अपने साथ खुशियां और समस्याएं दोनों लेकर आ सकता है, परन्तु पार्टनर के साथ आप अच्छा समय बिताएंगे।
आर्थिक जीवन के लिए जून का महीना शानदार रहेगा। इस समय आपकी आय में वृद्धि न श्री शनि चालीसा का पाठ करें।
प्रति सावधानी बरतनी के लिए कह रही है, अन्यथा रोग परेशान कर सकते हैं।
उपाय: शनिवार के दिन श्री शनि चालीसा का पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों का करियर इस महीने मिश्रित रह सकता है। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
आर्थिक जीवन के लिए जून का महीना औसत रहेगा। इस अवधि में आपका सारा ध्यान घर की खुशियों और देखने को मिल सकती है।
इन जातकों का स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। लेकिन, ग्रहों की विशेष स्थिति आपको सेहत के प्रति सावधानी बरतनी के लिए कह रही है, अन्यथा रोग परेशान कर सकते हैं।
इन जातकों का पारिवारिक जीवन अनुकूल रहेगा और आपके माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही, घर-परिवार भी सुख शांति से पूर्ण रहेगा।
इस महीने आपका प्रेम जीवन अच्छा रहेगा और आप पार्टनर को परिवार वालों से मिलवाने का काम कर सकते हैं।
कुंभ राशि के जातकों का स्वास्थ्य थोड़ा बेहतर रहेगा। ऐसे में, जो रोग इन्हें परेशान कर रहे हैं, उसमें अब इन्हें राहत देखने को मिलेगी जिसके चलते आपके स्वास्थ्य में सुधार आएगा।
उपाय: छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लें।
मीन राशि
मीन राशि वालों का करियर जून 2024 में अनुकूल रहेगा। इस दौरान आप अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए नौकरी में प्रदर्शन को बेहतर कर सकेंगे।
इस माह आपका पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा। लेकिन, आपको ध्यान रखना होगा कि भावनाओं में बहकर कुछ भी ऐसा न करें जिससे आपके पार्टनर को दुख पहुंचे।
प्रेम जीवन में मीन राशि वालों के दायरे में वृद्धि होगी। आपके नए दोस्त बनेंगे और आप किसी के करीब आ सकते हैं। साथ ही, उनसे अपने दिल की बात भी कह सकते हैं।
इन लोगों को अपने आर्थिक जीवन पर ध्यान देना होगा। ऐसे में, आप धन की बचत करने में सक्षम होंगे और आपके बैंक-बैलेंस में भी वृद्धि होगी।
आपका स्वास्थ्य जून के महीने में औसत रहेगा। ग्रहों की विशेष स्थिति की वजह से आपके स्वास्थ्य में सुधार आएगा और आपको रोगों से छुटकारा मिलेगा।
उपाय: अमावस्या पर नाग-नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर अर्पित करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या 2024 में 31 जून है?
उत्तर 1. नहीं, जून 2024 में 30 दिन है।
प्रश्न 2. 22 जून को कौन सा त्योहार है?
उत्तर 2. 22 जून 2024 को ज्येष्ठ पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
प्रश्न 3. 12 जून को क्या होगा?
उत्तर 3. 12 जून को शुक्र का मिथुन राशि में गोचर होगा।
प्रश्न 4. जून महीने के लोग कैसे होते हैं?
उत्तर 4. इन लोगों का स्वभाव ज्यादातर काफ़ी अच्छा होता हैं और यह हमेशा जुनून से भरे रहते हैं।
नाम में एक बड़ा बदलाव और रातों-रात मशहूर हो गए यह सितारे
अजय देवगन, एकता कपूर, करिश्मा कपूर, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, इन सभी सितारों के नाम में आपने पहले की तुलना में कोई बदलाव देखा है? दरअसल इन सितारों के नाम की स्पेलिंग पहले कुछ और थी लेकिन अपने भविष्य को और भी सुनहरा, खूबसूरत और सफल बनाने के लिए इन सभी सितारों ने और उनके जैसे तमाम सितारों ने अपने नाम की स्पेलिंग को बदला है।
ज्योतिष में इसे नेम न्यूमैरोलॉजी कहते हैं जिसके अंतर्गत लोग अपने भविष्य में अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए विद्वान ज्योतिषियों की सलाह पर अपने नाम की स्पेलिंग में बदलाव करते हैं। आज के अपने इस खास ब्लॉग में हम ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने के महत्व के बारे में जानेंगे, साथ ही जानेंगे कि इसकी जरूरत कब पड़ती है और किन्हे अपना नाम बदलना चाहिए।
आपने अक्सर देखा होगा लोग अपने नाम की स्पेलिंग एकदम अलग ही रख लेते हैं। वजह पूछो तो कहते हैं कि यह हमने किसी ज्योतिषी के कहने पर किया है। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन नाम की स्पेलिंग बदलने से व्यक्ति अपना भाग्य चमका सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार ऐसा कैसे मुमकिन है और नाम बदलकर कोई व्यक्ति सफलता कैसे प्राप्त कर सकता है आज इसी विषय पर हम यह ब्लॉग आपके सामने लेकर आए हैं।
क्या है नेम न्यूमैरोलॉजी?
सबसे पहले बात करें नेम न्यूमैरोलॉजी क्या है, तो दरअसल न्यूमैरोलॉजी जिसे हिंदी में अंक शास्त्र कहते हैं यह संख्याओं का एक अध्ययन है जिसके अनुसार माना जाता है कि, ब्रह्मांड संख्याओं की एक प्रणाली है। इन अंकों को समझने से अंक शास्त्री किसी व्यक्ति के नाम और जन्म तिथि के अनुसार उनके बारे में भविष्यवाणी करते हैं। इसका मतलब हुआ कि अंक शास्त्र का मानना है कि आपका नाम और जन्मतिथि आपके भाग्य और गुणों पर व्यापक रूप से प्रभाव डाल सकते हैं।
अंक ज्योतिष आपकी मदद कैसे करता है?
दरअसल अंक ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने का महत्वपूर्ण चलन चल चुका है। अंक ज्योतिष का मानना है कि अगर आपका नाम आपकी जन्म तिथि और जीवन पथ अंक के अनुसार तय नहीं होता है तो इस अंक से आपको लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में अगर आपको नाम बदलने से प्राप्त अंक भाग्यशाली है तो भी इसका लाभ आपको पूरी तरह से नहीं मिल पाएगा इसीलिए लोग अपनी जन्मतिथि के अनुसार अपना नाम बदलने के लिए विशेषज्ञ अंक शास्त्रियों से संपर्क करते हैं।
नाम बदलने के कारण
अब बात करें कि लोग आखिर नाम बदलवाते क्यों तो दरअसल,
नाम बदलने से नाम कुंडली में पहले से मौजूद नाम की सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। यह ऊर्जा व्यक्ति के जीवन में अनुकूल परिणाम लेकर आती है जिससे व्यक्ति का भविष्य उज्जवल बनता है।
अगर कोई व्यक्ति संस्कृति, समुदाय या धर्म को बदलने का निर्णय लेता है तो उसे एक निश्चित संगठन के अनुसार मानदंडों के अनुसार नाम बदलना होता है।
कुछ संस्कृतियों में शादी के बाद महिला का उपनाम बदलना एक रस्म मानी गई है। परंपरा के अनुसार शादी के बाद पत्नी अपने पति का उपनाम ले लेती है।
गायन, अभिनय, लेखन, जैसे रचनात्मक या कलात्मक उद्योगों से जुड़े लोग अक्सर अपना नाम बदलते हैं। यह लोग या तो एक मंच या उपनाम रखते हैं या ऐसा नाम चुनते हैं जिससे उनको भविष्य में लाभ मिलता है।
ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने के लाभ
जन्म तिथि के अनुसार नाम बदलने से जीवन में आने वाले कई तरह के चुनौतियां कम होने लगती है। यह व्यक्ति को उन चुनौतियों से लड़ने में मददगार साबित होती है या उन चुनौतियों को जीवन से कम कर सकता है।
यह आपके व्यक्तित्व संख्या के मूल्यों को बढ़ाता है जिसके परिणाम स्वरुप लक्ष्यों, व्यक्तित्व, महत्वाकांक्षाएं और कौशल में बदलाव देखने को मिलता है।
अक्सर देखा गया है कि लोग अपना नाम इसलिए बदल लेते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि उनके लिए जीवन के संदर्भ में उनका नाम अनुकूल नहीं है।
नाम बदलने से उनकी अभिव्यक्ति, संख्या के साथ-साथ व्यक्तित्व सब बदलने लगता है।
अंक व्यक्ति के जीवन में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसी तरह अंक ज्योतिष के अनुसार नाम बदलने से भी व्यक्ति का भविष्य बदला जा सकता है।
नाम बदलने से पहले इन बातों का रखें विशेष ध्यान
हालांकि यहां पर इन कुछ बातें हैं जिनका नाम में कोई भी बदलाव करने से पहले विशेष ध्यान तौर पर ध्यान रखना बेहद आवश्यक हो जाता है।
जब कानूनी वैधता की बात आती है तो नाम बदलना निश्चित रूप से मुश्किल काम माना गया है इसलिए आपको कोई भी कदम उठाने से पहले ऑनलाइन या ऑफलाइन अंक ज्योतिष परामर्श लेना सही रहता है।
हर व्यक्ति के लिए एक अंक ज्योतिष चार्ट होता है और उसमें पांच मुख्य अंक होते हैं जिन्हें अंक ज्योतिष चार्ट में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। इन पांच अंको में से दो अंक व्यक्ति की जन्म तिथि से निकाले जाते हैं और बाकी तीन अंक व्यक्ति के पूर्ण नाम से निकाले जाते हैं। इन तीन अंको को आत्मा आग्रह अंक, अभिव्यक्ति अंक और व्यक्तित्व अंक कहा जाता है। हालांकि हमारी सलाह है कि जल्दबाजी में किसी भी निर्णय पर न पहुँचें। नाम में कोई भी बदलाव करने से पहले आप किसी अच्छे अंक शास्त्री से परामर्श अवश्य लें।
कई ऐसे जाने-माने और मशहूर लोग हैं जिन्होंने अंक ज्योतिष के माध्यम से अपने नाम में बदलाव किया और यह उनके जीवन में बेहद ही कारगर साबित हुई है। हालांकि हम फिर भी यही कहेंगे कि नाम बदलने से पहले आपको इसके बारे में गहन जानकारी होनी चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दे राजकुमार राव, ऋतिक रोशन, जावेद जाफरी, आयुष्मान खुराना, राज कपूर, मिथुन चक्रवर्ती जैसे ऐसे कई बड़े सितारे हैं जिन्होंने अंक ज्योतिष की मान्यताओं के आधार पर अपना नाम बदला है।
जैसे ऋतिक रोशन ने अपने नाम में H अक्षर को जोड़ा है (Ritik Roshan- Hritik Roshan)
राजकुमार राव ने अपने नाम में एक एक्स्ट्रा M जोड़ा है (Rajkumar Rao- Rajkummar Rao) और
करिश्मा कपूर ने अपने नाम से H अक्षर हटा ही दिया है (Karishma Kapoor- Karisma Kapoor)
ऐसे ही अजय देवगन ने अपने उपनाम से U अक्षर हटा दिया है (Ajay Devgun- Ajay Devgn)
आयुष्मान खुराना ने अपने नाम और उपनाम में N और R अक्षर जोड़े हैं (Ayushman Khurana- Ayushmann Khurrana)
एकता कपूर ने अपने नाम में R अक्षर को जोड़ा है (Ekta Kapoor- Ekta R Kapoor)
हमें यहाँ बताने की भी आवश्यकता नहीं है कि नाम में इन बदलावों के बाद इन सितारों ने कितनी सफलता और प्रसिद्धि हासिल की है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: अपना मूलांक कैसे जानें?
उत्तर: अपने जन्म की तारीख का जोड़ निकाल कर अपना मूलांक जाना जा सकता है। जैसे अगर आपका जन्म 19 तारीख को हुआ है तो 1+9=10 और फिर 1+0=1। यानि आपका मूलांक 1 हुआ।
प्रश्न 2: नाम के लिए मूलांक कैसे जानें?
उत्तर: पहले ये पता करें कि आपके नाम के सभी अक्षर किन-किन अंकों को दर्शाते हैं। फिर इंका जोड़ निकाल लें।
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2025 में चमकने वाला है इन राशियों का करियर, प्रमोशन और पैसा खुद चलकर आएंगे
नए साल के नाम से ही मन को नई आशाएं और सपने घेर लेते हैं। नववर्ष 2025 को लेकर भी आपने कुछ सपने संजोकर रखे होंगे कि आने वाला साल आपके करियर या बिज़नेस के लिए अच्छा रहेगा। आज इस ब्लॉग के ज़रिए हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि वर्ष 2025 किन खास राशियों के करियर के लिए फलदायी साबित होगा।
जी हां, वर्ष 2025 में हर किसी को अलग फल प्राप्त होंगे। किसी को अपने करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे, तो वहीं कुछ लोगों के लिए यह समय मुश्किल साबित होगा। आगे जानिए कि साल 2025 में जिन राशियों का करियर चमकने वाला है, उसमें आपकी राशि शामिल है या नहीं।
फरवरी 2025 तक शनि दसवें भाव के स्वामी के रूप में आपके ग्यारहवें भाव में मौजूद होंगे। यह भाव मनोकामाओं की पूर्ति करता है इसलिए इस समय करियर के क्षेत्र में आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है। आपकी प्रगति के मार्ग में कोई बाधा नहीं आएगी। आप काफी संतुष्ट महसूस करेंगे।
हालांकि, मार्च के बाद शनि की साढ़ेसाती के दौरान थोड़ा सावधान रहें। 15 मई 2025 तक शुभ ग्रह बृहस्पति आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी के रूप में आपके दूसरे भाव में उपस्थित होंगे। इस दौरान आप खूब पैसा कमाएंगे।
मई के बाद वृषभ राशि के लोगों को अपने करियर में अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। गुरु के आपकी चंद्र राशि के दूसरे भाव में स्थित होने की वजह से आपको अपने करियर में सफलता मिलने के संकेत हैं। शनि देव मार्च 2025 से आपके ग्यारहवें भाव में रहने वाले हैं। शनि की इस स्थिति से कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपको प्रमोशन या इंसेंटिव भी मिल सकता है।
मई 2025 के बाद आपको अपनी कड़ी मेहनत के दम पर सफलता मिल सकती है। शनि के आपके ग्यारहवें भाव में होने की वजह से आप आर्थिक रूप से संपन्न होंगे। आप अपनी मेहनत से अपने करियर में चमकने वाले हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
तुला राशि
मार्च तक शनि देव आपके पांचवें भाव में स्थित होंगे और इसके बाद वह आपके छठे भाव में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के प्रभाव से आप जो भी काम करेंगे, उसमें आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आप इस दौरान अपने करियर को लेकर संतुष्ट महसूस करेंगे। आपके लिए पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं।
आप अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपने कार्यक्षेत्र में एक अलग पहचान बनाएंगे। आपकी कड़ी मेहनत को देखकर आपके उच्च अधिकारी भी आपकी प्रशंसा करेंगे। नौकरी के शानदार अवसर मिलेंगे। विदेश से भी नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
साल की शुरुआत में फरवरी 2025 तक आपको अपने करियर में अपार सफलता प्राप्त होगी। शनि आपके तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त हो पाएंगे। मार्च महीने के आखिर में शनि आपके चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। इस समय आपको थोड़ा संभलकर रहने की ज़रूरत है।
राहु तीसरे और केतु आपके नौवें भाव में स्थित होंगे। इससे आपको अपने करियर में लाभ होने की संभावना है। आपको नौकरी के शानदार अवसर मिलेंगे। व्यापारियों के लिए फरवरी तक का समय बेहतरीन रहेगा। आपने जो भी योजनाएं बनाई हैं, वे मई के बाद आपको अनुकूल परिणाम देना शुरू करेंगी।
मार्च के महीने के बाद मकर राशि के लोगों को अपने करियर में अपार सफलता मिलने के संकेत हैं। शनि देव आपके तीसरे भाव में बैठे हैं और इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में मनचाहे परिणाम मिल सकते हैं। शनि के गोचर के दौरान आपको खूब कामयाबी मिलेगी।
अप्रैल के बाद गुरु छठे भाव में स्थित रहेंगे। इस समय आप थोड़ा सतर्क रहें। राहु के दूसरे और केतु के आठवें भाव में होने की वजह से आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापारियों के लिए मार्च के बाद का समय शानदार रहेगा। आप नया बिज़नेस भी शुरू कर सकते हैं।
मार्च 2025 के बाद आपको अपने करियर में अनुकूल परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। शनि आपके दूसरे भाव में स्थित होंगे। मार्च में शनि का गोचर होगा और इस दौरान वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस दौरान आपको अपने करियर में औसत परिणाम मिलने की संभावना है।
मई के बाद आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्छे फल मिल सकते हैं। इस माह में होने वाला बृहस्पति का गोचर आपके लिए अच्छा साबित होगा। आपको नौकरी के नए अवसर मिलने वाले हैं। इनसे आपकी इच्छाओं की पूर्ति तो होगी ही साथ ही आपको संतुष्टि भी मिलेगी।
नौकरीपेशा जातकों और व्यापारियों को मार्च के बाद अच्छे परिणामों की अपेक्षा करनी चाहिए। इस समय शनि आपके दूसरे भाव में उपस्थित होकर आपकी तरक्की का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
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शनि की कृपा से मिला है शाहरुख को इतना बड़ा मुकाम, कुंडली में बन रहे हैं दो राजयोग
फिल्मों की दुनिया में अगर कोई ऐसा शख्स है जिसे नाम, शोहरत, पैसा और प्यार सब कुछ मिला है, तो वो सिर्फ शाहरुख खान ही हैं। विवादों में आने पर भी शाहरुख के लिए लोगों का प्यार कम नहीं हुआ और इसकी वजह उनकी कड़ी मेहनत तो थी ही लेकिन उनकी किस्मत ने भी खूब साथ दिया है।
जब हम सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं, तो इसमें हमारी कड़ी मेहनत का योगदान तो होता ही है लेकिन साथ ही हमारी कुंडली के ग्रहों की चाल भी कुछ इस तरह रहती है कि हमें एक के बाद एक सक्सेस मिलती चली जाती है। शाहरुख के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है।
आज इस ब्लॉग के ज़रिए हम आपको बता रहे हैं कि शाहरुख खान को अपनी कुंडली में किन ग्रहों की वजह से अपने करियर और जीवन में इतनी बड़ी सफलता हासिल हुई है।
शाहरुख खान का जन्म 02 नवंबर, 1965 को दोपहर के 02 बजे दिल्ली में हुआ था।। उनकी लग्न राशि सिंह है और जन्म के समय तुला राशि में सूर्य थे और वृश्चिक राशि में बुध, मंगल और केतु की युति हो रही थी। इसके साथ ही शुक्र धनु राशि में था और चंद्रमा मकर राशि में विराजमान थे।। वहीं शनि अपनी ही राशि कुंभ में थे और राहु वृषभ में एवं बृहस्पति मिथुन राशि में बैठे थे।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
शाहरुख को किन ग्रहों की वजह से मिली इतनी सफलता
शाहरुख खान का फिल्मी करियर दो चरणों में बंटा हुआ है। 1992 से लेकर 2008 तक का पहला चरण बृहस्पति ग्रह का है। उनका लग्न सिंह राशि का है और बृहस्पति ग्यारहवें भाव में बैठे हैं जो कि लाभ का स्थान है और इस पर पंचम भाव से शुक्र की दृष्टि पड़ रही है।
शनि सप्तम भाव में हैं और सूर्य तीसरे भाव में हैं। मंगल केतु और बुध के साथ चौथे भाव में हैं और मंगल की अष्टम दृष्टि गुरु पर पड़ रही है। गुरु यहां बहुत ज्यादा बलवान हैं और सूर्य शनि एवं गुरु त्रिकोण बना रहे हैं। ज्योतिष में सभी ग्रहों में त्रिकोण को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है।
गुरु और शुक्र की परस्पर दृष्टि दर्शाती है कि लड़का बहुत ही ज्यादा प्रतिभावान होगा और एक्टिंग के क्षेत्र में खूब नाम कमाएगा। ग्रहों के इस संयोजन के कारण शाहरुख को पूरी दुनिया में लोकप्रियता हासिल हुई है। वहीं सूर्य के नीच में होने की वजह से शाहरुख के सिर से कम उम्र में ही उनके पिता का साया उठ गया था। इसके बावजूद सूर्य ने उन्हें बहुत ज्यादा आत्मविश्वास और ताकत प्रदान की है।
सातवें भाव में शनि दिग्बल है और विवाह ने उनके भाग्य को मज़बूती दी है। बृहस्पति वक्री है और ग्यारहवें भाव में बैठा है। गुरु पर योगकारक मंगल की चौथे भाव से दृष्टि पड़ रही है। मंगल स्वयं रुचक नामक पंच महापुरुष योग में शामिल है। सातवें भाव में शनि की उपस्थिति से एक और पंच महापुरुष योग शश राजयोग बन रहा है।
बृहस्पति बुद्धि प्रदान करते हैं लेकिन ग्यारहवें भाव में मज़बूत होने पर ये संपन्नता भी देते हैं। बृहस्पति और शनि के बीच त्रिकोण बनने से शाहरुख को पूरी दुनिया से प्यार मिला है। वहीं बृहस्पति और सूर्य से बन रहे अन्य त्रिकोण ने उन्हें गुरु की महादशा के दौरान बॉलीवुड का राजा बना दिया और ऐसी लोकप्रियता प्रदान की जो पहले कभी किसी और को नहीं मिल सकी है।
मंगल के गुरु पर प्रभाव के कारण शाहरुख को हमेशा अपनी किस्मत का साथ मिला है। साल 2008 तक गुरु की महादशा की वजह से उन्हें अपने करियर में खूब तरक्की मिली है।
साल 2008 से 2027 तक शाहरुख की जिंदगी का दूसरा चरण चल रहा है। शनि की महादशा 19 साल तक रहेगी। सिंह राशि के लोगों के लिए शनि की महादशा ज्यादा कष्टकारी होती है लेकिन शाहरुख के मामले में ऐसा नहीं है।
शनि शश राजयोग नामक पंच महापुरुष योग बना रहे हैं। ऐसे सिर्फ पांच पंच महापुरुष राजयोग ही हैं जो जातक को अकेले अपने दम पर सफलता पाने का मौका देते हैं। पांच ग्रहों के विशेष स्थिति में होने की वजह से कुछ खास राजयोगों का निर्माण हुआ है। पंच महापुरुष योग के पांच योगों में से दो योग शाहरुख की कुंडली में मौजूद हैं। इनमें से एक है मंगल द्वारा बन रहा रुचक योग और दूसरा है शश राजयोग।
06 मार्च 2027 तक शाहरुख की शनि की महादशा चल रही है। शनि मज़बूत है और उनकी कुंडली में अच्छे स्थान में बैठा है। गोचर में शनि शाहरुख के छठे भाव में बैठा है जो कि सेहत और मुकदमेबाज़ी का कारक है।
कुंभ राशि में प्रवेश करने तक शनि का शाहरुख को सहयोग मिलता रहेगा। उनकी सेहत अच्छी रहेगी और उनका स्टारडम भी बरकरार रहने वाला है।
शाहरुख की कुंडली में भाग्य बहुत मज़बूत है लेकिन इसमें ग्रहों का कुछ नकारात्मक प्रभाव भी है। साल 2021 में शाहरुख के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार कर लिया गया था। छठे भाव के स्वामी शनि की वजह से शाहरुख कानूनी पचड़ों में फंसे।
साल 2021 में शाहरुख की शनि की मुख्य महादशा शुरू हुई थी जो अब तक चल रही है। गुरु वक्री होकर कानूनी मामलों के छठे भाव में बैठा है। शनि और गुरु की इस स्थिति के कारण शाहरुख के बेटे को आगे चलकर भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके बाद शाहरुख की कुंडली में अगली महादशा बुध की है जो कि उनके करियर के लिए बहुत ज्यादा अच्छी रहने वाली है लेकिन उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा शाहरुख को अपनी किस्मत का साथ मिलता रहेगा और वो खूब लाभ कमाएंगे।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. शाहरुख खान की कौन सी राशि है?
उत्तर. शाहरुख खान सिंह लग्न के हैं।
प्रश्न. शाहरुख की जन्मतिथि क्या है?
उत्तर. शाहरुख 02 नवंबर, 1965 को दिल्ली में पैदा हुए थे।
प्रश्न. अभी बॉलीवुड का किंग कौन है?
उत्तर. शाहरुख खान को ही बॉलीवुड का किंग खान कहा जाता है।
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100 साल बाद तीन बड़े ग्रह आएंगे एक साथ, सिंह सहित इन राशियों के चमकेंगे भाग्य!
वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रह एक निश्चित समयांतराल की अवधि पूरी करने के बाद एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। कई बार एक ही राशि में जब दो से तीन ग्रह एक साथ विराजमान रहते हैं यानी युति करते हैं तो इससे कई शुभ योगों का निर्माण होता है। इस योग का प्रभाव जातक के जीवन में देखने को मिलता है। इसी क्रम में तीन शुभ ग्रह शुक्र, सूर्य व देव गुरु बृहस्पति वृषभ राशि में एक साथ युति करेंगे और इस युति से त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। वृषभ राशि में इस योग का निर्माण 100 साल बाद हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष गणना के मुताबिक, इस समय सूर्य और गुरु वृषभ राशि में विराजमान है और 19 मई को शुक्र भी वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
शुक्र के वृषभ राशि में प्रवेश करते ही सूर्य गुरु और शुक्र एक ही राशि में आ जाएंगे, जिससे त्रिग्रही योग का निर्माण होगा। इस योग का प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों के जीवन पर पड़ेगा लेकिन 6 राशियां ऐसी होंगी, जिन्हें इस दौरान बेहद शुभ फलों की प्राप्ति होगी। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि वे कौन से छह राशियां हैं, जिन्हें इस दौरान धन लाभ होगा लेकिन इससे पहले जान लेते हैं त्रिग्रही योग के बारे में।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
कैसे बनता है त्रिग्रही योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की युति का विशेष महत्व होता है और इन ग्रहों की युति से कई शुभ योगों का निर्माण होता है। इसी क्रम में त्रिग्रही योग का निर्माण तब होता है जब तीन ग्रहों की युति होती है। यह योग किसी राशि में तीन ग्रहों के एक साथ आने पर बनता है। यह बेहद शुभ योगों में एक है और अत्यंत फलदायी योग है। अब जानते हैं कि इस योग से किन जातकों को लाभ होने वाला है।
त्रिग्रही योग से इन 6 राशियों को होगा लाभ
मेष राशि
मेष राशि के जातक की बात करें तो त्रिग्रही योग से आपको बेहद शुभ परिणाम मिलेंगे। इस दौरान आपको अपनी सारी समस्याओं का समाधान मिलेगा। आपको अपने करियर में संतुष्टि प्राप्त होगी और आर्थिक जीवन में अप्रत्याशित लाभ होगा। साथ ही, आपको भाग्य का भी पूरा साथ मिलेगा। इस दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक हो सकता है और आप धर्म-कर्म के कामों में बढ़ चढ़कर भाग ले सकते हैं, जिससे आपको संतुष्टि महसूस हो सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस गोचर के फलस्वरूप आप तेज़ी से धन कमाने में सक्षम होंगे। साथ ही, आपको अधिक धन कमाने के अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। वहीं, जो लोग सट्टेबाजी से जुड़ी गतिविधियों से संबंध रखते हैं उन्हें अच्छा लाभ होगा। ऐसे में, आप इस अवधि अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में सफल रहेंगे। आपका लंबे समय से रुका हुआ धन वापस मिलेगा।
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह अवधि शानदार रहेगी। करियर के लिहाज़ से, नौकरी में तरक्की लेकर आएगा। आपको नौकरी में नए अवसर प्राप्त होंगे जो आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं और आपका करियर तेजी से प्रगति के रास्ते पर आएगा। इस अवधि आपको नौकरी के सिलसिले में विदेश से भी अवसर मिल सकते हैं। जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल रहेगी। आप इस दौरान किसी बिज़नेस डील से अच्छा लाभ कमाएंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे। आर्थिक रूप से देखा जाए तो, यह अवधि आपके लिए भाग्यशाली साबित होगी क्योंकि इस दौरान आप अच्छा ख़ासा पैसा कमाने के साथ-साथ धन की बचत करने में भी सक्षम होंगे। वहीं, जो लोग विदेश में रहते हैं वह काफ़ी धन अर्जित करेंगे। इस अवधि आप एक से अधिक स्रोतों से धन कमाने में सफल हो सकते हैं और बचत करने में भी सफलता हासिल करेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए त्रिग्रही योग बेहद शुभ साबित होगा। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने काम में किए गए कठिन से कठिन प्रयासों से अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपके कार्यों और आपकी ऊर्जा को देख आपके वरिष्ठ आपकी सराहना करेंगे और आपको इसके लिए पुरस्कृत भी कर सकते हैं। आप अधिक लाभ कमाएंगे और तेजी से आगे बढ़ेंगे। जो लोग व्यापार कर रहे हैं वह इस दौरान धन लाभ कमाते हुए बिज़नेस में सफलता प्राप्त करेंगे और परिणाम आपके पक्ष में आएंगे। आप ऊर्जा से भरे रहेंगे और पूरे उत्साह से अपने काम को पूरा करेंगे। इसके अलावा, आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सफल हो सकते हैं। पार्टनरशिप में व्यापार करना आपके लिए अच्छा साबित होगा। आर्थिक रूप से आपको काफ़ी धन लाभ होगा और अधिक धन कमाने में सक्षम होंगे।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए त्रिग्रही योग शुभ परिणाम देने वाले साबित हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपको कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। ये जातक अपने जीवन का दायरा बढ़ाते हुए दिखाई दे सकते हैं। अगर आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा रहे हैं, तो उसके सफल होने की संभावना है। करियर के लिहाज़ से, यह अवधि आपके लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है क्योंकि इस समय आप कार्यों में सफलता के साथ-साथ उच्च पद प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, आप करियर में तेजी आगे बढ़ेंगे और शीर्ष पर पहुंचेंगे। आपको पदोन्नति आदि के रूप में अधिक लाभ प्राप्त होगा। यही नहीं आपको विदेश से भी नए अवसर मिलने की संभावना है जो आपके लिए फलदायी रहेंगे। जो जातक व्यापार करते हैं उन्हें इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा और आपको अच्छी दर पर मुनाफा होगा। आर्थिक रूप से यह योग आपके लिए बहुत अधिक भाग्यशाली साबित होगा क्योंकि इस दौरान आपके लिए धन के योग बनेंगे। साथ ही, आप ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने में सक्षम होंगे।
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के करियर के लिए यह समय लाभकारी रहेगा। आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और आपकी किस्मत अच्छी रहेगी। नौकरी करने वाले जातकों के लिए यह अवधि बेहद अनुकूल साबित होगी। आपको कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के साथ-साथ आपके वेतन में वृद्धि भी होगी। इस दौरान आपको अपनी मेहनत के लिए पुरस्कृत किया जा सकता है। आपको नई-नई चीज़ें सीखने को मिलेगी। इस दौरान घर में मांगलिक कार्य हो सकते हैं। घर में खुशी का माहौल रहेगा और आपको विदेश यात्रा पर भी जाने के अवसर प्राप्त होंगे। व्यापार करने वाले जातकों को अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा। आपको इस दौरान भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। व्यापार में आपको कुछ ऐसे पल देखने को मिल सकते हैं जो आपके बिज़नेस के लिए फलदायी साबित होंगे। साथ ही, इस दौरान आप अच्छा लाभ कमाने में भी सक्षम होंगे।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के व्यापार में वृद्धि होगी। आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही, इन लोगों में सेवा की भावना प्रबल होने की संभावना है। करियर की बात करें तो, इस दौरान आपको वेतन वृद्धि, प्रमोशन आदि के रूप में लाभ प्राप्त होगा। जीवन का दायरा बढ़ाते हुए दिखाई दे सकते हैं। अगर आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा रहे हैं, तो उसके सफल होने की संभावना है। करियर के लिहाज़ से, आपके लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है क्योंकि इस समय आप कार्यों में सफलता के साथ-साथ उच्च पद प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, आप करियर में तेजी आगे बढ़ेंगे और शीर्ष पर पहुंचेंगे। आपको पदोन्नति आदि के रूप में अधिक लाभ प्राप्त होगा। यही नहीं आपको विदेश से भी नए अवसर मिलने की संभावना है जो आपके लिए फलदायी रहेंगे। आपके दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दूर होगी। मीन राशि के छात्रों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। साथ ही, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. गुरु शुक्र की युति से कौन सा योग बनता है?
उत्तर 1. इस राशि के जातकों के लिए सूर्य शुक्र और गुरु की युति से त्रिग्रही योग लाभकारी साबित होगा।
प्रश्न 2. सूर्य और गुरु की युति से कौन सा योग बनता है?
उत्तर 2. सूर्य-गुरु की युति से गुरु आदित्य योग का निर्माण होता है।
प्रश्न 3. शुक्र का शत्रु ग्रह कौन सा है?
उत्तर 3. बुध और शुक्र शत्रु समान हैं।
प्रश्न 4. गुरु चांडाल योग कैसे होता है?
उत्तर 4. अगर कुंडली में राहु बृहस्पति एक साथ हों तो गुरु चांडाल योग बन जाता है।
बुध का वृषभ में गोचर- 4 राशियों के लिए वरदान और 2 राशियों को उठाना पड़ेगा नुकसान!
बुध का वृषभ में गोचर: ऐस्ट्रोसेज हमेशा से अपने रीडर्स को ज्योतिष की इस रहस्यमई दुनिया की नवीनतम अपडेट देते आया है। आज इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध गोचर से संबन्धित हमारा यह खास ब्लॉग जिसके माध्यम से हम जानेंगे कि जल्द होने वाला बुध का वृषभ राशि में गोचर किन राशियों के लिए अनुकूल रहेगा और किन राशियों को इसके प्रतिकूल परिणाम उठाने पड़ेंगे।
इस ब्लॉग में हम बुध के वृषभ राशि में होने वाले गोचर के बारे में जानेंगे जो 31 मई 2024 को होने वाला है। साथ ही जानेंगे कि देश, दुनिया और राशियों को यह गोचर किस तरह से प्रभावित करेगा।
ज्योतिष में बुध संचार, बुद्धि और मन से जुड़ा ग्रह माना जाता है। यह इस बात को भी निर्धारित करता है कि एक व्यक्ति खुद को मौखिक या फिर लिखित रूप से औरों के सामने किस तरह से व्यक्त करते हैं, हम जानकारी को कैसे संसाधित करते हैं और अपने तात्कालिक वातावरण के साथ कैसे बातचीत करते हैं। बुध ग्रह यात्रा, प्रौद्योगिकी और वाणिज्य से भी जुड़ा ग्रह माना जाता है। माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में बुध की स्थिति उनकी संचार शैली, सोच, पैटर्न और सीखने की प्राथमिकताओं को प्रभावित करती है। उदाहरण के तौर पर बात करें तो मेष जैसी अग्नि राशि में बुध वाला व्यक्ति अपने संचार में ज्यादा प्रत्यक्ष और मुखर हो सकता है वहीं मीन जैसी जल तत्व की राशि में बुध वाला व्यक्ति अपनी अभिव्यक्ति में ज्यादा सहज और सहानुभूति पूर्ण होगा। सभी 12 राशियों में मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व बुध ग्रह को प्राप्त है।
बुध का वृषभ राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?
सबसे पहले बात करें समय की तो बुध 31 मई 2024 को दोपहर 12:02 पर अपने मित्र शुक्रद्वारा शासित वृषभ राशिमें गोचर कर जाएगा। वृषभ बुध की मित्र राशि है और कहा जाता है कि यह वृषभ राशि में सहज रहता है। आईए जानते हैं कि इस गोचर का राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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वृषभ राशि में बुध विशेषताएं
बात करें विशेषताओं की तो जब संचार और बुद्धि का ग्रह बुध वृषभ राशि में होता है तो यह व्यक्ति के सोचने, जानकारी संसाधित करने और खुद को अभिव्यक्त करने के तरीकों को प्रभावित करता है। वृषभ एक पृथ्वी चिन्ह है जो अपनी स्थिरता, व्यवहारिकता और जमीनी स्वभाव के लिए जाना जाता है। यहां आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं वृषभ राशि में बुध किस तरह के विशेषताएं दिखाता है।
व्यवहारिक सोच: वृषभ राशि के प्रभाव से बुध व्यावहारिक मामलों पर ज्यादा केंद्रित हो जाता है। ऐसी स्थिति वाले लोग मूर्त वास्तविक दुनिया के समाधानों के बारे में सोचते हैं। वह अमूर्त सिद्धांतों के बजाय ठोस तथ्यों और विचारों से निपटना ज्यादा पसंद करते हैं।
स्थिर संचार: संचार शैली सुविचार और स्थिर हो जाती है। वृषभ राशि में बुध वाले लोग धीरे-धीरे और सोच समझ कर बोलते हैं। अपने शब्दों का चयन सावधानीपूर्वक करते हैं, स्पष्टता को महत्व देते हैं और उनमें जटिल विचारों को सरल शब्दों में व्यक्त करने की शानदार क्षमता होती है।
संवेदी बुद्धि: वृषभ इंद्रियों और शारीरिक अनुभवों से जुड़ा ग्रह माना जाता है। वृषभ राशि के जातकों में बुध को संवेदी विवरण के बारे में गहरी जागरूकता होती है। साथ ही ऐसे व्यक्ति कला, संगीत, भोजन या प्रकृति जैसे विषयों की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। यह सभी चीज इंद्रियों से संलग्न में रहती हैं।
परिवर्तन के प्रति प्रतिरोधी: वृषभ एक स्थिर राशि है जो परिवर्तन के लिए प्रतिरोधी होने के लिए जानी जाती है। इसी प्रकार वृषभ राशि के जातकों में बुध रूढ़िवादी मानसिकता वाला हो सकता है और नए विचारों या प्रौद्योगिकियों को अपने में धीमा साबित हो सकता है। वह स्थिरता पसंद करते हैं और निर्णय लेने में जल्दबाजी नहीं दिखाते हैं।
मजबूत और स्पष्ट राय: एक बार जब ऐसे व्यक्ति कोई राय बना लेते हैं तो उस पर कायम रहते हैं। वह आसानी से दूसरों के बहकावे में नहीं आते हैं और जब अपने विश्वासों का बचाव करने की बात आती है तो वह जिद्दी स्वभाव के भी नजर आ सकते हैं।
वित्तीय समझदारी: वृषभ धन और संपत्ति पर शासन करता है इसलिए वृषभ राशि में बुध वाले लोग वित्त के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण रखते हैं। वे पैसों को लेकर सतर्क रहते हैं और जोखिम लेने के बजाय अपने जीवन में बचत करना और समझदारी पूर्वक निवेश करना ज्यादा पसंद करते हैं।
कलात्मक अभिव्यक्ति: सुंदरता और रचनात्मकता के लिए वृषभ की सराहना भी वृषभ राशि के व्यक्तियों की अभिव्यक्ति में बुध को प्रभावित कर सकती है। ऐसे व्यक्तियों में लिखने, बोलने या कलात्मक बातचीत के अन्य रूपों की प्रतिभा हो सकती है। खासकर जब स्थाई मूल्य की कोई चीज बनाने की बात आती है तब।
कुल मिलाकर देखा जाए तो वृषभ राशि में बुध स्थिरता, कामुकता और जीवन के मूर्त पहलुओं पर ध्यान देने के साथ संचार और सोच के लिए एक व्यवस्थित व्यावहारिक और जमीनी दृष्टिकोण लेकर आता है।
बुध का वृषभ राशि में गोचर- इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे घर का और पंचम भाव का स्वामी है और अब पहले घर में गोचर करने वाला है। करियर के संबंध में यह गोचर वृषभ राशि के जातकों को ज्यादा पेशेवर लाभ और नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त करने में सफलता प्रदान करेगा। इस गोचर के दौरान जातकों को विदेश में नौकरी के प्रस्ताव या अवसर भी मिल सकते हैं। वह अपने व्यवसाय में अपनी बुद्धि का पूरा उपयोग करते और उसमें सफलतापूर्वक पूरा करने में कामयाब होंगे। धन के मामले में बात करें तो वृषभ राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान ज्यादा लाभ होगा और इस गोचर के दौरान आप बचत भी करने में कामयाब रहेंगे। इस दौरान पैसे कमाने के संबंध में आपके अंदर ज्यादा जागरुकता देखने को मिलेगी।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और करियर के दसवें भाव में गोचर करने जा रहा है। आईटी क्षेत्र में काम करने वाले जातकों के लिए यह गोचर बेहद ही शुभ साबित होगा। लोग खुद को धीरे-धीरे काम में डूबता हुआ पाएंगे। अपने काम की योजना बनाना और एक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार काम करने से आप अपने लक्ष्य को तेजी से हासिल कर पाने में कामयाब रहेंगे। यूं तो व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए यह समय बेहद ही लाभदायक नहीं साबित होगा। हालांकि आपकी व्यावसायिक रणनीतियों में थोड़ा सा बदलाव आपको वांछित लाभ प्राप्त करने में मददगार साबित हो सकता है। अगर आप सही दिशा में प्रयास करेंगे तो चीज़ें आपके लिए निश्चित रूप से कामयाबी लेकर आएंगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले घर और दसवें घर का स्वामी है और अब नवम भाव में गोचर करने जा रहा है। करियर के लिहाज से इन जातकों के लिए यह समय ज्यादा अनुकूल रहने वाला है। आपको नई नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे जिससे आपको संतुष्टि मिलेगी। बुध के वृषभ राशि में गोचर के दौरान जातकों को अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करने में उच्च सिद्धांत बनाए रखने में कामयाबी मिलेगी। इस दौरान व्यवसायी जातकों को भी भारी मुनाफा होगा और इन जातकों को नया व्यवसाय शुरू करने के अवसर भी मिल सकते हैं। भाग्य और आर्थिक स्थिति आपके पक्ष में रहने वाली है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और अब पंचम भाव में गोचर करेगा। करियर के मामले में इन जातकों को वृद्धि और विदेश में कोई अच्छी संभावना प्राप्त हो सकती है जो आपके लिए खुशियां लेकर आएगी। मकर राशि के जातकों को पदोन्नति और वेतन वृद्धि भी मिलने के योग बन रहे हैं। इस राशि के जो जातक व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनके लिए यह गोचर नए व्यावसायिक अवसर लेकर आएगा जो आपको ज्यादा रिटर्न दिलाएंगे। इस दौरान इन जातकों को व्यापार के सिलसिले में ज्यादा यात्राएं करनी पड़ सकती है। वित्तीय पक्ष पर बात करें तो अगर आप सट्टा बाजार में निवेश करते हैं तो पांचवे घर में बुध की स्थिति आपको बेहतर रिटर्न प्रदान करने में कामयाब रहेगी।
बुध का वृषभ राशि में गोचर- इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि का स्वामी मंगल है मंगल और बुध शत्रु होते हैं और बुध मेष राशि के जातकों के लिए एक हानिकारक ग्रह भी है जो तीसरे और छठे भाव पर शासन करता है। अब अगर बुध वृषभ राशि में दूसरे भाव में स्थित है तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक मित्र राशि में स्थित है लेकिन इस तथ्यों के चलते यह बुरे घरों पर शासन करता है। बुद्ध यहां सकारात्मक परिणाम नहीं दे पाएगा। इस अवधि में आपको वित्त में कमी देखने को मिलेगी।
साथ ही आपके जीवन से वित्तीय स्थिरता भी गायब रहने वाली है। आपके खर्च आपकी कमाई से ज्यादा रहेंगे। आपको अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और नौकरी में भी समस्याएं उठानी पड़ सकती हैं। व्यवसाय में शामिल लोगों को मुनाफे के संदर्भ में उतार-चढ़ाव और बढ़े हुए ऊपरी खर्चों का सामना करना पड़ेगा।
वृश्चिक राशि
बुध आठवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और अब साझेदारी, व्यापार और विवाह के सातवें घर में गोचर करेगा। आठवें भाव के स्वामी के रूप में सातवें भाव में बुध एक अच्छी स्थिति नहीं दर्शाता है और यह पार्टनर्स के बीचअ शांति पैदा कर सकती है। आपकी बातचीत करने की शैली, आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में समस्याएं खड़ी कर सकती है। बिजनेस पार्टनर के साथ भी आपका विवाद होने की प्रबल आशंका है।
बुध का वृषभ राशि में गोचर- ये उपाय दिलाएंगे राहत
भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास और देसी घी के लड्डू चढ़ाएँ।
बुध ग्रह के लिए हवन करें और अपने परिवार की महिलाओं को वस्त्र और हरी चूड़ियों का दान करें।
किन्नरों का आशीर्वाद लें।
प्रतिदिन गाय को चारा खिलाएं।
पक्षियों को भीगे हुए चने खिलाएँ विशेष कर कबूतरों और तोतों को।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न: मई के महीने में बुध का वृषभ राशि में गोचर कब होगा?
उत्तर: 31 मई 2024 को बुध वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे।
प्रश्न: बुध का वृषभ राशि में गोचर किन राशियों के लिए अनुकूल रहेगा?
उत्तर: वृषभ राशि, सिंह राशि, कन्या राशि और मकर राशि के जातकों को बुध के इस गोचर से अनुकूल परिणाम मिलेंगे।
प्रश्न: बुध का वृषभ राशि में गोचर किन राशियों के लिए प्रतिकूल रहेगा?
उत्तर: मेष और वृश्चिक राशि के लिए ये गोचर ज़्यादा अनुकूल नहीं साबित होगा।
प्रश्न: बुध के मजबूत होने से कैसे परिणाम मिलते हैं?
उत्तर: बुध ग्रह मजबूत होता है तो व्यक्ति के बोलने, समझने, समझाने, आदि का शानदार कौशल होता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
30 साल बाद बन रहे शश और मालव्य राजयोग से 5 राशियों की लगेगी लौटरी!
वैदिक ज्योतिष में, सभी ग्रह एक निश्चित अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। कई बार एक साथ दो या दो से अधिक ग्रह राशि परिवर्तन करते हुए एक ही राशि में आ जाते हैं, तो इसे ग्रहों की युति कहते हैं और इस युति से कई शुभ योगों का निर्माण होता है। जिसका प्रभाव जातक के जीवन में पड़ता है। इसी क्रम में शनि के गोचर से दो बेहद शुभ योगों शश और मालव्य राजयोग का निर्माण हो रहा है।
इन योग का निर्माण 30 साल बाद हो रहा है। बता दें कि यह दोनों योग शुक्र और शनि के गोचर के फलस्वरूप बन रहा है। इसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियां इन योगों के प्रभाव से बेहद भाग्यशाली साबित होंगी। तो आइए जानते हैं यह योग कैसे बन रहा है और इस योग से किन जातकों को लाभ मिलने वाला है।
कैसे बन रहे हैं ये योग
बता दें कि शनि अभी अपनी ही राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं और शनि के गोचर से शश योग व 19 मई 2024 को शुक्र वृषभ राशि में गोचर करेंगे। शुक्र के गोचर से मालव्य राजयोग का निर्माण हो रहा है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र उसकी राशि के पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में यानी वृषभ और तुला में या उच्च राशि मीन में स्थित होता है, तो मालव्य योग बनता है। शुक्र ग्रह को धन का कारक ग्रह माना जाता है और इस योग के बनने से जातक को कभी भी धन की कमी नहीं महसूस होती है।
शश योग की बात करें तो शश राजयोग तो शश योग कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में शनि अपने स्वयं की राशि मकर, कुंभ में या उच्च राशि तुला में मौजूद होता है तब शश योग बनता है। आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इन योग से किन जातकों को लाभ होने वाला है।
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शश व मालव्य राजयोग से इन जातकों को होगा धन लाभ!
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह दोनों योग बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। इस अवधि आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक होगा, जिसके चलते आप तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं। करियर की बात करें तो आप तेज़ी से तरक्की करेंगे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे। कार्यक्षेत्र में लोग आपका मान-सम्मान करेंगे और आपके काम से आपके वरिष्ठ प्रसन्न होंगे। प्रबल संभावना है कि आपको इस अवधि पदोन्नति प्राप्त हो या आपके वेतन में वृद्धि हो। किस्मत से मिल रहे साथ की वजह से कारोबारियों को अच्छा-खासा मुनाफा हो सकता है और धन लाभ भी हो सकता है। आप जल्द ही अपने नाम पर नई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। आमदनी में बढ़ोतरी के भी योग बन रहे हैं, जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। आपके स्वास्थ्य की बात करें तो आप एकदम फिट महसूस करेंगे। हालांकि आपको अपनी दिनचर्या में योग व्यायाम शामिल करने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए भी यह योग बेहद शानदार साबित होगा। कार्यक्षेत्र में आपके काम की सराहना की जाएगी। नौकरीपेशा लोगों का प्रमोशन होने के साथ-साथ सैलरी में भी इंक्रीमेंट हो सकता है। इस अवधि आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा और आपको पैसों की कोई कमी नहीं होगी। इस अवधि आप कई स्रोतों से धन कमाने का मौका मिलेगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में स्थिरता देखने को मिलेगी। आपकी कमाल की कम्युनिकेशन स्किल की वजह से आपके रिश्ते अच्छे बन सकते हैं। आपके पार्टनर के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे और आप एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे। जिन लोगों का खुद का बिजनेस है, उन्हें इस अवधि के दौरान अच्छा-खासा मुनाफा हो सकता है। आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और मुमकिन है कि आप ऐसा आपके अंदर मौजूद उचित उत्साह के चलते हो।
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सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए भी यह योग बेहद शुभ साबित होगा। इस दौरान धन लाभ होगा। जो लोग लंबे समय से विदेश जाने का प्लान बना रहे हैं, उनका सपना पूरा हो सकता है। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको मुनाफा मिल सकता है। आर्थिक जीवन भी शानदार रहेगा और आपको नए स्रोतों से धन कमाने का मौका मिलेगा। यदि आपने अपना धन पहले कभी निवेश में लगाया था तो आपको इस अवधि बहुत ही शानदार रिटर्न मिलने वाला है, जो आपने सोचा भी न था। यह अवधि निवेश करने के लिए शानदार रहेगी। रिश्ते की बात करें तो आप अपने जीवन साथी के साथ रिश्ते में आकर्षण बनाए रखने में कामयाब रहेंगे। शादीशुदा जो जातक परिवार को आगे बढ़ाने का विचार बना रहे हैं, उन्हें इस अवधि खुशखबरी मिल सकती है। स्वास्थ्य की बात करें तो आप एक फिट महसूस करेंगे। हालांकि छोटी-मोटी समस्याएं जैसे- खांसी, जुकाम हो सकता है।
तुला राशि के लोगों के लिए शश और मालव्य राजयोग बेहद लाभकारी रह सकता है। बिजनेस में मुनाफा हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों का प्रमोशन हो सकता है। विदेशी स्रोत से भी आपको बहुत अधिक धन लाभ हो सकता है। आपका करियर इस अवधि बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ेगा और आपको अपने लक्ष्य की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, आपको किसी नए प्रोजेक्ट में काम करने का ऑफर मिल सकता है और इस प्रोजेक्ट में आप पूरे मन से काम करेंगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। आर्थिक जीवन की बात करें, तो आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी और आप अपनी मनपसंद कार खरीद सकते हैं। इसके अलावा प्रॉपर्टी या अन्य जगहों पर निवेश कर सकते हैं। यह अवधि निवेश के लिए अच्छी साबित होगी। आपको अच्छा मुनाफा मिलने की संभावना है। जो लोग मीडिया या फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें जल्द ही बड़ा ऑफर मिल सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज़ से देखा जाए तो छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्या परेशान हो सकती। हालांकि कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करेगी इसलिए घबराने की कोई बात नहीं हैं।
कुंभ राशि
शश और मालव्य राजयोग के निर्माण से कुंभ राशि के लोगों को बहुत अधिक लाभ होगा। कार्यस्थल में आपके काम की सराहना की जाएगी और आपको नौकरी में सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होगी। यदि आप प्रमोशन या वेतन वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं तो आपको ये खुशखबरी मिल सकती है। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो यह गोचर आपको ज्यादा सफलता और ज्यादा मुनाफा प्रदान करेगा। सात ही आपको कई अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, व्यापारियों को धन लाभ हो सकता है। आर्थिक पक्ष के लिहाज से बात करें तो आप ज्यादा धन संचित कर पाने में कामयाब होंगे और बचत करने में भी सक्षम होंगे। आपके प्रेम जीवन की बात करें तो जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते बेहद मजबूत होंगे और एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे। आपके स्वास्थ्य पर चर्चा करें तो आप फिट महसूस करेंगे और यह आपके अंदर मौजूद प्रतिरक्षा स्तर के चलते मुमकिन हो पाएगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. शश राजयोग कैसे बनता है?
उत्तर 1. शश योग कुंडली में शनि ग्रह की विशेष स्थिति के कारण बनता है।
प्रश्न 2. मालव्य योग क्या होता है?
उत्तर 2. कुंडली में शुक्र उसकी राशि के पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में यानी वृषभ और तुला में या उच्च राशि मीन में स्थित होता है, तो मालव्य योग बनता है।
प्रश्न 3. शश राजयोग का दूसरा नाम क्या है?
उत्तर 3. शश राजयोग का दूसरा नाम शशका योग है।
प्रश्न 4. देवगुरु बृहस्पति के भगवान कौन है?
उत्तर 4. देवगुरु बृहस्पति के भगवान बृहस्पति हैं।
साप्ताहिक राशिफल (20 मई से 26 मई, 2024): कैसा रहेगा यह सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए?
साप्ताहिक राशिफल 20 मई से 26 मई 2024: एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपके लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है जिसमें आपको साप्ताहिक राशिफल 20 मई से 26 मई, 2024 की जानकारी प्राप्त होगी। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि मई का यह सप्ताह राशि चक्र की 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा। साथ ही, इस राशिफल की मदद से कैसे आप इस सप्ताह को बेहतर बना सकते हैं, तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।
साप्ताहिक राशिफल 20 मई से 26 मई, 2024: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देती हुई प्रतीत हो रही है। अतः इस अवधि में आप कार्यक्षेत्र और आर्थिक मामले में अच्छा कर सकेंगे।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 AM तक की अवधि भी आपके फेवर में नज़र आ रही है। अत: घर-गृहस्थी और दांपत्य जीवन के मामलों में अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामलों में भी परिणाम अच्छे रह सकते हैं।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय कमजोर रह सकता है। अतः इस अवधि में किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है। साथ ही, स्वयं को तनाव मुक्त रखें।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि पुन: धीरे-धीरे अनुकूलता की ओर लेकर जाएगी और आप नई इस स्फ़ूर्ति के साथ आगे बढ़ने लगेंगे।
उपाय: हर प्रकार के आर्थिक रिस्क से दूर रहें और भगवान भोलेनाथ का स्मरण करें।
वृषभ राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकती है। अतः इस अवधि में जोश के साथ-साथ होश का सहारा लेना फायदेमंद रहेगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि आपको काफी अच्छे परिणाम देने का संकेत कर रही है। इस अवधि में आप अपनी जॉब में कुछ विशेष कर सकते हैं। प्रतिस्पर्धियों से आगे ले जाने में भी यह अवधि मददगार हो सकती है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय एवरेज या एवरेज से थोड़ा बेहतर परिणाम दे सकता है। यद्यपि चंद्रमा नीच का रहेगा और यह कमजोर बात है, लेकिन सप्तम भाव में चंद्रमा का गोचर अच्छे परिणाम दिलाने वाला कहा गया है। अतः इस अवधि में मिले-जुले किंतु एवरेज से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। सावधानी पूर्वक निर्वाह करके आप न केवल काम धंधे में बल्कि निजी जीवन में भी आनंद की अनुभूति कर सकेंगे।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि कमजोर परिणाम दे सकती है। अतः किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है। साथ ही, अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखना होगा।
उपाय: श्रद्धापूर्वक बुजुर्गों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें।
मिथुन राशि
इस सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपके लिए कमजोर रहेगी। अतः इस दौरान आर्थिक और पारिवारिक मामलों के साथ-साथ घरेलू मामलों में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करना जरूरी होगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम देने का काम कर सकती है। यदि इस अवधि में आपने समझदारी दिखाकर पिछले तनाव को दूर कर लिया तो परिणाम अच्छे रह सकते हैं। विशेषकर अध्ययन-अध्यापन और प्रेम से संबंधित मामलों में अच्छी अनुकूलता मिल सकती है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है। हालांकि, चंद्रमा नीच का रहेगा और ऐसे में, वाणी और भावनाओं पर संयम रखने की जरूरत तो रहेगी लेकिन इन सावधानियां को अपनाने के बाद अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद की जा सकेगी।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि आपको पूरी तरह से अनुकूल परिणाम देना चाहेगी। इस अवधि में किसी भी प्रकार का कन्फ्यूजन होने की स्थिति में एक्सपर्ट एडवाइस लेकर काम करने पर अच्छे परिणाम की उम्मीद की जा सकेगी।
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको काफी अच्छे परिणाम देना चाह रही है। अच्छी सूचनाओं के मिलने से आप प्रफुल्लित और उत्साहित रहेंगे। साथ ही, लगभग हर क्षेत्र में अच्छा करने में कामयाब रहेंगे।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि थोड़े कमजोर परिणाम दे सकती है। चतुर्थ भाव में चंद्रमा का गोचर जिस पर मंगल की दृष्टि भी रहेगी, मन में किसी बात को लेकर आक्रोश या तनाव के भाव दे सकता है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। लग्न या राशि का स्वामी चंद्रमा पंचम भाव में नीच अवस्था में रहेगा, अतः आत्मीय संबंधों के प्रति अपेक्षाकृत अधिक जागरूक रहना होगा। बेहतर होगा कि भावनाओं की बजाय तथ्यात्मक होकर काम करें। इन सावधानियां को अपनाने की स्थिति में परिणाम अनुकूल रह सकते हैं।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की समय अवधि सामान्य तौर पर अच्छे और अनुकूल परिणाम दे सकती है। आप प्रतिस्पर्धात्मक मामलों में काफी अच्छा कर सकते हैं। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों के अलावा आर्थिक जीवन में भी आप अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे।
उपाय: माता और माता तुल्य स्त्रियों की सेवा सत्कार करके उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
सिंह राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकती है। व्यय भाव का स्वामी धन भाव में रहेगा, अतः खर्चे हो सकते हैं। ऐसे में ध्यान इस बात पर देना होगा कि खर्च व्यर्थ की बजाय सार्थक कामों में होंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। आर्थिक मामलों के अलावा पारिवारिक मामले में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करना होगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे की अवधि काफी अच्छे परिणाम दे सकती है। आपका आत्मविश्वास आपको लगभग हर मामले में सफलता दिला सकता है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय कमजोर रहेगा। अतः इस अवधि में स्वयं को तनाव मुक्त रखने की कोशिश करें। यथा संभव यात्राओं से बचने का प्रयास भी करें। कुछ अप्रत्याशित खर्च भी आपको देखने को मिल सकते हैं।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि आपको राहत देने का काम कर सकती है। भले ही सारी चीजें इस अवधि में अनुकूल रहें या न रहें लेकिन कई मामलों में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे और बेहतरी का अनुभव कर सकेंगे।
उपाय: दादाजी या फिर किसी भी बुजुर्ग के साथ मंदिर जाकर वहां पर उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
कन्या राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकती है। लाभ भाव का स्वामी चंद्रमा प्रथम भाव में आकर आपको विविध माध्यमों से लाभ करवाना चाहेगा। हालांकि, चंद्रमा पर राहु, केतु व मंगल जैसे ग्रहों का प्रभाव धैर्य की जरूरत का संकेत दे रहा है।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि भी आपको मिले-जुले परिणाम देती हुई प्रतीत हो रही है। यद्यपि किसी बड़ी नकारात्मकता के योग नहीं है लेकिन फिर भी आर्थिक और पारिवारिक मामलों में संयमित बातचीत और संतुलित कदम उठाने की जरूरत होगी।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय एवरेज से बेहतर परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। लाभेश चंद्रमा आपके तीसरे भाव में पहुंचकर बृहस्पति के प्रभाव के कारण अनुकूल परिणाम ही देना चाहेंगे, लेकिन चंद्रमा की अवस्था नीच की रहेगी। अत: अनुकूलता का ग्राफ थोड़ा कम रह सकता है, फिर भी हम इस अवधि से विभिन्न मामलों में अच्छे परिणाम की उम्मीद रख सकते हैं।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि कुछ मामलों में कमजोर परिणाम देती हुई प्रतीत हो रही है। घर-परिवार या किसी अन्य मामलों को लेकर आप थोड़े से चिंतित या परेशान रह सकते हैं।
उपाय: अपनी कमाई से खरीद कर मां या मां समान स्त्री को वस्त्र भेंट करना शुभ रहेगा।
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपके लिए कुछ हद तक कमजोर प्रतीत हो रही है। व्यर्थ की भागदौड़ और व्यर्थ के खर्चे देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, दूर स्थान से जुड़े कुछ मामलों में अच्छे परिणामों की भी उम्मीद की जा सकती है।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि आपके लिए अनुकूलता का पिटारा लेकर आ रही है। आप अपने कामों को बेहतर ढंग से अंजाम देकर बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा की दृष्टिकोण से भी यह अवधि अच्छी कही जाएगी।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय मिले-जुले परिणाम दे सकता है। बेहतर होगा कि घर-परिवार के लोगों और रिश्तेदारों से बातचीत करते समय वाणी में मिठास और विनम्रता के भाव रखे जाएं। ऐसा करने की स्थिति में ही परिणाम संतुलित रह सकते हैं, अन्यथा आर्थिक और पारिवारिक मामले में कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि आपको काफी अच्छे परिणाम दे सकती है। आपका आत्मविश्वास आपको विभिन्न मामलों में सफलता दिलाने का काम कर सकता है। आपके चाहने वाले और आपके सहयोगी भी आपके कदम से कदम मिलाकर आपको सफलता तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
उपाय: पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जल चढ़ाना शुभ रहेगा।
वृश्चिक राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको काफ़ी अच्छे परिणाम देगी। दूर की यात्राएं फायदेमंद रहेंगी और वरिष्ठों के सहयोग से आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि कुछ हद तक कमजोर रह सकती है। इस अवधि में बेकार के खर्चे देखने को मिल सकते हैं और बेकार की भागदौड़ भी रह सकती है, लेकिन दूर के स्थान विशेषकर विदेशों से संबंध रखने वाले लोगों को अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय मिले-जुले परिणाम दे सकता है। कुछ लोगों को एवरेज से बेहतर परिणाम भी मिल सकते हैं। भाग्य स्थान का स्वामी चंद्रमा पहले भाव में नीच अवस्था में रहेगा। अतः संतुलित मन मस्तिष्क के साथ आगे बढ़ने की स्थिति में अच्छे परिणामों की उम्मीद की जा सकेगी। मन में अध्यात्म के प्रति भाव मजबूत होंगे।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकती है। मनपसंद भोजन करने के मौके मिलेंगे। आपकी बातों से लोग प्रभावित भी होंगे, लेकिन इन मामलों में भी संयम का साथ नहीं छोड़ना है।
उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा।
धनु राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकती है। विशेषकर कार्यक्षेत्र से जुड़े मामलों में अच्छी अनुकूलता मिल सकती है। वरिष्ठों के साथ संबंध बेहतर हो सकेंगे, लेकिन यदि कोई वरिष्ठ आपकी किसी बात का विरोध करें तो बात का बतंगड़ बनाने से बचना समझदारी का काम होगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि काफी अच्छे परिणाम दे सकती है। आर्थिक मामले में इस समय में आपका प्रदर्शन काफी अच्छा रह सकता है। आमदनी के स्रोतों में इजाफा भी देखने को मिल सकता है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय कमजोर रह सकता है। अतः इस अवधि में किसी भी तरीके का रिस्क लेना उचित नहीं रहेगा। हालांकि, अष्टम भाव के स्वामी का द्वादश भाव में नीच का होना अप्रत्याशित रूप से कुछ फायदे दिलाने का काम भी कर सकता है, लेकिन सामान्य तौर पर इस समय को हम कमजोर ही कहेंगे।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि आपकी खोई हुई स्फूर्ति और सकारात्मकता को वापस लाने का काम करेगी। पुरानी समस्याएं दूर होंगी और आप नए उत्साह के साथ सकारात्मक दिशा में बढ़ सकेंगे।
उपाय: माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान करना और उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
मकर राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकती है। यदि कामों में अड़चन नजर आ रही हैं तो एक-दो दिनों तक धैर्य रखते हुए योग, मेडिटेशन और परमात्मा का ध्यान करें।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि आपको काफी अच्छे परिणाम दे सकती है। विशेषकर व्यापार-व्यवसाय से जुड़े हुए लोग इस अवधि में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। साथ ही, अन्य लोगों को भी सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय काफी हद तक अनुकूल रह सकता है। हालांकि, चंद्रमा नीच का रहेगा लेकिन लाभ भाव में होने के कारण आपको लाभ दिलवाना चाहेगा। भले ही छोटी-मोटी चिंताएं या परेशानियां आएं लेकिन सामान्य तौर पर परिणाम आपके फेवर के ही रह सकते हैं।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की समय अवधि कमजोर रह सकती है। अतः इस दौरान जो जैसा चल रहा है उसको उसी तरह चलने देना समझदारी माना जाएगा।
उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाएं।
कुंभ राशि
इस सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपके लिए कमजोर रह सकती है। अतः इस दौरान किसी भी प्रकार का रिस्क न लें, विशेषकर अपने विरोधियों को हल्के में लेना ठीक नहीं रहेगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह 3:00 बजे तक की अवधि तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम दे सकती है। पुरानी समस्याएं कम होने से आप राहत की सांस लेंगे। इसके अलावा आप किसी नई योजना से जुड़ने की योजना बना सकते हैं।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय काफी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है, लेकिन चंद्रमा की नीच अवस्था को देखते हुए काम धंधे या वरिष्ठों से संबंधित मामलों में लापरवाही उचित नहीं रहेगी।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि सामान्य तौर पर आपको अच्छी खासी मदद देने का संकेत कर रही है। नौकरीपेशा लोग इस अवधि में काफी अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। लाभ के दृष्टिकोण से भी यह अवधि काफी अच्छी रह सकती है।
उपाय: कन्याओं का पूजन कर उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
मीन राशि
सप्ताह के शुरुआती घंटे अर्थात 20 मई की शाम 4:30 बजे तक की अवधि आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकती है। व्यापार-व्यवसाय की दृष्टिकोण से समय अनुकूल है और प्रेम संबंध के लिए भी इस अवधि को अच्छा कहा जाएगा।
वहीं, 20 मई की शाम 4:30 बजे से लेकर 23 मई की सुबह अर्थात 3:00 बजे तक की अवधि कमजोर परिणाम दे सकती है। अत: इस अवधि में किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है। साथ ही, किसी भी तरीके का इंटरव्यू या परीक्षा होने की स्थिति में खूब तैयारी करके जाना ही समझदारी का काम होगा।
सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 23 मई की सुबह 3:00 से लेकर 25 मई की सुबह 10:30 बजे के बीच का समय मिले-जुले परिणाम दे सकता है। यदि कामों में किसी भी प्रकार की रूकावट या अड़चन है तो एक-दो दिन तक संयम के साथ प्रतीक्षा कर लेना ज्यादा उचित रहेगा। वरिष्ठों के मार्गदर्शन से काम करने की स्थिति में अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।
सप्ताहांत अर्थात 25 मई की सुबह 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक की अवधि में परिणाम काफी अच्छे रह सकते हैं। कार्यक्षेत्र से जुड़े मामलों में इस अवधि में अच्छी खासी उपलब्धियां देखने को मिल सकती हैं। काम-धंधे को लेकर की गई यात्राएं भी सकारात्मक परिणाम दे सकती हैं। नौकरी आदि में परिवर्तन की योजना के दृष्टिकोण से भी यह अवधि अच्छी कही जाएगी।