बुढ़वा मंगल पर बन रहा है शुभ योग, हनुमान जी की पूजा के लिए नहीं मिलेगा इससे ज्यादा शुभ दिन
हर साल ज्येष्ठ मास में बुढ़वा मंगल पड़ता है। इस दिन हनुमान जी के वृद्धि स्वरूप की पूजा की जाती है और यही वजह है कि इस इस दिन को बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। हनुमान जी की पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं इसलिए अगर आप भी अपनी किसी परेशानी से छुटकारा पाना चाहते हैं या किसी मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं, तो बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी की उपासना जरूर करें।
इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि बुढ़वा मंगल 2024 में कब पड़ रहा है और ज्योतिष में इस दिन का क्या महत्व है।
हिंदू पंचांग के अनुसार 28 मई को पहला बुढ़वा मंगलवार पड़ेगा। आपको बता दें कि 22 मई को शाम 06 बजकर 49 मिनट पर पूर्णिमा तिथि आरंभ हो जाएगी और इसका समापन अगले दिन 23 मई को शाम 07 बजकर 24 मिनट पर होगा। यहीं से प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी और यह 24 मई को शाम 07 बजकर 26 मिनट तक रहेगी। प्रतिपदा तिथि से ही ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष शुरू होंगे और ज्येष्ठ माह का आरंभ होगा। इस प्रकार 28 मई को बुढ़वा मंगल का पहला मंगलवार पड़ेगा।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
पहले बुढ़वा मंगल पर बन रहा है शुभ योग
पहला बुढ़वा मंगल 28 मई को पड़ रहा है और इस दिन एक शुभ योग भी बनने जा रहा है। इस दिन ब्रह्म योग बन रहा है जिसकी शुरुआत 28 मई को ही सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होगी और इसका समापन अर्ध रात्रि 02 बजकर 05 मिनट पर होगा।
ब्रहृम योग एक शुभ योग है जो व्यक्ति को सुख-संपत्ति, ज्ञान और लंबी आयु प्रदान करता है। इस योग में शुभ कार्य एवं दान-पुण्य किया जा सकता है। अगर आप कोई शुभ कार्य या नया काम शुरू करना चाहते हैं, तो बुढ़वा मंगलवार के दिन इस योग में कर सकते हैं। इस योग में किए गए सभी कार्य जरूर सफल होते हैं।
ज्योतिष के अनुसार ज्येष्ठ के महीने में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बुढ़वा मंगल या बड़े मंगलवार के नाम से जाना जाता है। इसके बाद बुढ़वा मंगलवार 04 जून, 11 जून और 18 जून को पड़ेगा।
क्या है बुढ़वा मंगल का इतिहास
इस शुभ दिन के इतिहास का संबंध रामायण और महाभारत काल से है। इस दिन को लेकर यह माना जाता है कि एक बार पांडव पुत्र भीम को अपने बल और शक्ति पर घमंड हो गया था। उस समय हनुमान जी वहां पर एक बूढ़े वानर के रूप में प्रकट हुए।
हनुमान जी ने इसी रूप में भीम को सबक सिखाया था और तभी से उस दिन को हिंदू धर्म में बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाने लगा है।
हनुमान जी के जन्म की लीला रामायण काल से अधिक संंबंधित है। जब हनुमान जी माता सीता को ढूंढते हुए लंका पहुंचे और रावण ने उन्हें बंदी बना लिया था, तब लंकापति रावण ने हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी थी। हनुमान जी ने अपनी जली हुई पूंछ से पूरी लंका में आग लगा दी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उस दिन ज्येष्ठ मास का बुढ़वा मंगलवार ही था। यही वजह है कि हनुमान जी की उपासना के लिए ज्येष्ठ मास के बुढ़वा मंगल को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
यदि आप हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो बुढ़वा मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जी के मंदिर दर्शन करने जाएं और प्रसाद चढ़ाएं। इस दिन दान करने का भी बहुत महत्व है। आप हनुमान जी को एक बड़ के पेड़ का पत्ता भी अर्पित कर सकते हैं।
इस पत्ते के सूख जाने पर आप उसे किसी पवित्र नदी में बहा दें। इस उपाय को करने से आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो सकते हैं।
बुढ़वा मंगल पर कैसे करें हनुमान जी की पूजा
बुढ़वा मंगल पर आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और इसके बाद अपने घर के पूजन स्थल की सफाई करें। आपको आज के दिन साफ और धुले हुए वस्त्र ही पहनने हैं। इसके बाद पूजन स्थल के सामने कुश का आसन ग्रहण करें।
यदि आप आज व्रत कर रहे हैं, तो हनुमान जी की मूर्ति के आगे घी का दीपक जलाएं और व्रत रखने का संकल्प लें। इसके पश्चात् हनुमान जी को सिंदूर, पुष्प, तिलक और धूप-दीप दें। हनुमान जी को बूंदी के लड्डू बहुत प्रिय हैं इसलिए आज के दिन आप उन्हें इनका भोग जरूर लगाएं। इसके बाद हनुमान जी की आरती करें और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
हनुमान जी की पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें
ज्योतिष में मंगलवार के दिन व्रत रखने को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। अगर इस दिन आपके घर में किसी ने बुढ़वा मंगलवार का व्रत रखा है, तो आप इस दिन तामसिक भोजन या मांस-मदिरा का सेवन न करें।
मंगलवार के दिन काले या सफेद रंग के वस्त्र पहनना भी अशुभ रहता है। आप इस दिन किसी को भी पैसे उधार न दें और न किसी से पैसे उधार लें।
बुढ़वा मंगलवार के दिन दान-पुण्य करें और किसी का भी अपमान न करें। उत्तम होगा अगर आप इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
हनुमान जी की प्रिय राशियां
राशिचक्र की सभी राशियों में से कुछ राशियां ऐसी हैं जिन पर सदैव हनुमान जी की कृपा बरसती है। आगे उन्हीं राशियों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
मेष राशि
मेष राशि के लोगों के जीवन के सारे संकट हनुमान जी की उपासना से दूर हो सकते हैं। इस राशि के लोगों को हनुमान जी ज्ञान, कौशल और बुद्धि प्रदान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि मेष राशि के लोगों को हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।
इससे उनके जीवन के सारे संकट दूर होते हैं और उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इन जातकों की आर्थिक परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।
इस राशि के लोगों पर भी हनुमान जी की विशेष कृपा बरसती है। यदि ये सच्चे मन से हनुमान जी की उपासना करें, तो इनका जीवन परेशानियों और अड़चनों से मुक्त हो सकता है। इनके परिवार में सुख-शांति रहती है और इनका जीवन संपन्नता से भर जाता है।
वृश्चिक राशि के लोगों को हनुमान जी की कृपा से अपने सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। ये मुश्किल काम को आसानी से कर लेते हैं और अपनी सभी जिम्मेदारियों और कर्त्तव्यों को पूरा करते हैं। हनुमान जी की पूजा करने से इन्हें संपन्नता प्राप्त होती है।
हनुमान जी की प्रिय राशियों में कुंभ राशि का नाम भी आता है। इनके कार्य बिना किसी अड़चन के पूरे होते हैं। ये शांतिपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं और आर्थिक स्थिति भी इनकी संतुलित रहती है। हनुमान जी कुंभ राशि के लोगों की भक्ति से जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इन्हें हर मंगलवार को हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के दर्शन करने चाहिए।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
बुध के गोचर से बिगड़ने वाला है 7 लोगों का करियर, नौकरी से धोना पड़ेगा हाथ
ग्रह के गोचर करने पर राशिचक्र की सभी राशियां प्रभावित होती हैं। ग्रह गोचर करने के अलावा मार्गी और वक्री चाल भी चलते हैं और इसका प्रभाव लोगों के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है। गोचर के प्रभाव से किसी के करियर में प्रगति आती है, तो वहीं कुछ राशियों के लोगों की लव लाइफ में मुश्किलें आती हैं। ज्योतिष के अनुसार गोचर लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव लेकर आता है और इस बार मई के महीने में होने जा रहे बुध के गोचर से भी कुछ ऐसी ही उम्मीद लगाई जा रही है।
इस ब्लॉग में आगे बताया गया है कि बुध का गोचर कब एवं किस राशि में हो रहा है और इस गोचर से किन राशियों के लोगों को अपने करियर में असफलता मिलने के योग हैं।
31 मई 2024 को बुध वृषभ राशि में 12:02 पर गोचर कर जाएंगे। बुध के इस गोचर का असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें बुध के इस राशि परिवर्तन के कारण अपने करियर में सफलता, प्रगति और उन्नति देखने को मिलेगी। आगे ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह के महत्व के बारे में बताया गया है।
वैदिक ज्योतिष में बुध का महत्व
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध शुभ स्थान या उच्च राशि में बैठा हो तो उस जातक को अपने जीवन में अच्छे परिणाम मिलते हैं और उसकी वाणी में मधुरता एवं प्रभावशीलता आती है। ये लोग व्यापार करने में निपुण होते हैं और अपनी बात को अच्छे से रख पाते हैं। बुध जातक को बुद्धिमान, सरल और विश्लेष्णात्मक बनाते हैं।
वहीं अगर बुध पीड़ित हो, तो जातक चतुर और शरारती बनता है। इन्हें जो भी पसंद नहीं आता है, ये उसके खिलाफ रहते हैं। ये दिखावा करने में विश्वास रखते हैं और धोखेबाज़ एवं झूठ बोलने वाले होते हैं। ये अपने किए वादों को बहुत जल्दी भूल जाते हैं और मनमौजी स्वभाव के होते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इन राशियों का बिगड़ सकता है करियर
मेष राशि
मेष राशि के लोगों को अपने करियर और आर्थिक जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपकी एकाग्रता में भी कमी आने की आशंका है। इसकी वजह से आप पूरे फोकस के साथ काम करने में असफल हो सकते हैं। ऐसे में आपके प्रदर्शन में भी गिरावट आने का डर है। यह समय नौकरीपेशा जातकों के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है।
वृषभ राशि के लोगों को करियर के क्षेत्र में कुछ रुकावटों और अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही नौकरी से मिलने वाले लाभ से भी आपको कोई परेशानी होने की आशंका है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में बुद्धिमानी और कौशल से काम लेने की सलाह दी जाती है। इससे आपको अपने पेशेवर जीवन में सफलता मिल सकती है।
मिथुन राशि के लोगों को बुध के वृषभ राशि में आने पर अपने काम में रुकावटें देखने को मिल सकती हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र में प्रेरणा की कमी महसूस हो सकती है। इसके अलावा आप अपने करियर को लेकर थोड़ा असंतुष्ट महसूस करेंगे और नाखुश नज़र आएंगे। इस समय आपकी दक्षता एवं कौशल में भी कमी देखने को मिल सकती है।
सिंह राशि के लोगों को भी बुध के गोचर के दौरान संभलकर रहने की आवश्यकता है। आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और आपके सामने कुछ चुनौतियां भी आ सकती हैं। यदि आप इस मुश्किल समय में खुद को साबित करना चाहते हैं, तो अपने काम की योजना बनाकर चलें और अपने कार्यक्षेत्र में व्यवस्थित होकर आगे बढ़ें। इससे आपको अपने करियर में संतुलन लाने में मदद मिल सकती है।
करियर के क्षेत्र में तुला राशि के लोगों को अचानक से कोई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आपकी नौकरी में कोई परिवर्तन आ सकता है या फिर आपका स्थानांतरण होने की भी संभावना है। व्यापारियों को मुनाफा कमाने में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको किसी भी तरह की हानि से बचने के लिए सावधान रहने और अपने काम को प्रबंधित होकर करने की सलाह दी जाती है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
वृश्चिक राशि
करियर के क्षेत्र में वृश्चिक राशि के लोगों को अपने उच्च अधिकारियों की ओर से दबाव मिल सकता है। आपके अपने सहकर्मियों के साथ भी अच्छे संबंध नहीं रहने वाले हैं। आपके ऊपर काम का बोझ बढ़ने की आशंका है। कड़ी मेहनत करने के बाद भी आपके काम को पहचान नहीं मिल पाएगी और इस वजह से आप निराशा से घिर सकते हैं।
करियर के मामले में धनु राशि के लोगों के लिए भी यह समय ज्यादा अनुकूल साबित नहीं होगा। आपको अपने काम में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपके ऊपर काम का दबाव भी बढ़ सकता है। इन सभी चीज़ों की वजह से आप थोड़ा असंतुष्ट महसूस करेंगे। आपके कार्यक्षेत्र में उन्नति करने की गति धीमी पड़ सकती है। आपको इस समय अपने काम को लेकर योजना बनाकर चलने और दृढ़ता के साथ काम करने की सलाह दी जाती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
साप्ताहिक राशिफल (20 से 26 मई 2024): इस सप्ताह गड़बड़ा सकता है आर्थिक पक्ष, ये राशियां भूल से भी न दें उधारी!
मई महीने का तीसरा सप्ताह मेष से लेकर मीन राशि के जातकों के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आने वाला है। आपके जीवन पर इस सप्ताह का क्या प्रभाव पड़ेगा? स्वास्थ्य, आर्थिक पक्ष, पारिवारिक जीवन, प्रेम जीवन, नौकरी, व्यवसाय आदि के संदर्भ में इस सप्ताह आपको किस तरह के परिणाम मिलेंगे यह जानने के लिए पढ़ें हमारा विशेष राशिफल ब्लॉग।
वैदिक ज्योतिष पर आधारित हमारे राशिफल ब्लॉग में सभी 12 राशियों की विस्तृत भविष्यवाणी के साथ-साथ हम आपको इस सप्ताह में मनाए जाने वाले व्रत त्योहारों की जानकारी, इस सप्ताह पड़ने वाले ग्रहण गोचर की जानकारी, सप्ताह के विवाह मुहूर्त और बैंक अवकाश की जानकारी आदि भी प्रदान कर रहे हैं।
तो चलिए इन्हीं सभी बातों को जानने और समझने के लिए शुरू करते हैं हमारे खास ब्लॉग। सबसे पहले जान लेते हैं इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य क्या कुछ कह रहे हैं।
इस सप्ताह का हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना
सबसे पहले बात करें सप्ताह के हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना की तो मई महीने का यह सप्ताह शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को चित्रा नक्षत्र के तहत वैशाख के महीने में प्रारंभ हो जाएगा। वहीं इस सप्ताह का समापन कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मूल नक्षत्र के तहत वैशाख माह में होगा।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इस सप्ताह में किए जाने वाले व्रत और त्योहारों की जानकारी
व्रत और त्योहार ही एक सप्ताह को जीवंत और खुश गवार बनाते हैं। हालांकि कई बार अपने व्यस्त जीवन के चलते हम इन त्योहारों को भूल जाते हैं। ऐसे में आपके साथ भी यह ना हो और आप कोई भी महत्वपूर्ण तिथि न भूलें इसके लिए चलिए जान लेते हैं मई के तीसरे सप्ताह में कौन-कौन से दिन कौन-कौन से व्रत और त्योहार किए जाएंगे।
बात करें ग्रहण और गोचर की तो ज्योतिष में ग्रहों का विशेष महत्व माना गया है और ग्रहों से जुड़ी हर छोटी बड़ी हलचल को भी खास माना जाता है। यही वजह है कि जब भी भविष्यवाणी की जाती है तो ग्रहों की चाल का विशेष विश्लेषण किया जाता है। इस सप्ताह सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर किन ग्रहों का विशेष रूप से प्रभाव दिखने वाला है अर्थात कौन से ग्रह गोचर करने वाले हैं, बात करें इस बारे में तो इस सप्ताह में कोई भी ग्रहण या गोचर नहीं होने वाला है।
20 से 26 मई 2024: विवाह मुहूर्त
बात करें विवाह मुहूर्त की तो मई के महीने में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं है।
20 से 26 मई 2024: बैंक अवकाश
मई के दूसरे सप्ताह में तीन बैंक अवकाश पड़ने वाले हैं जिनमें से पहला अवकाश 23 मई गुरुवार को होगा इस दिन बुद्ध पूर्णिमा है। दूसरा 24 मई शुक्रवार को होगा इस दिन काजी नज़रुल जयंती है। 25 मई शनिवार चौथा शनिवार है। ऐसे में इसका भी बैंक अवकाश मनाया जाएगा।
20 से 26 मई 2024: इस सप्ताह जन्मे सितारों की जानकारी
20 से 26 मई के सप्ताह में जन्मे सितारों के जन्म दिन के बारे में जानने से पहले आइये बात करते हैं मई के महीने में जन्मे लोगों के स्वभाव के बारे में। सबसे पहले बात करें करियर की तो मई में जन्मे लोग चाहे व्यापार का रास्ता चुनें या नौकरी का इन्हें सफलता अवश्य मिलती है। अक्सर देखा गया है कि मई में जन्मे लोग कंप्यूटर इंजीनियर, जर्नलिस्ट, पायलट या प्रशासनिक अधिकारी बनने का विकल्प चुनते हैं। इस महीने में जन्मी लड़कियों का फैशन सेंस बहुत अच्छा होता है ऐसे में वह फैशन उद्योग में भी सफलता प्राप्त करती है।
मई में जन्मे लोगों की कल्पना शक्ति बेहद ही शानदार होती है और बुद्धि बहुत ही तेज होती है। कला के प्रति भी इनका रुझान देखने को मिलता है। मई महीने में जन्मे लोग साहित्य और कल के प्रेमी होते हैं। रोमांटिक जीवन की बात करें तो मई के महीने में जन्म लेने वाले लोग स्वभाव में बेहद ही रोमांटिक होते ।हैं इसकी एक वजह यह भी है कि इन जातकों पर शुक्र ग्रह का प्रभाव होता है और ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम और काम का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह माना गया है।
अब बात करें मई में जन्मे लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी नकारात्मक बातों की तो मई के महीने में जन्मे लोग बेहद ही जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। यह दोनों ही चीज उनके व्यक्तित्व की एक बहुत बड़ी नकारात्मकता मानी गई है जो कई बार उनकी तरक्की की राह में बाधा भी बनती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. साप्ताहिक राशिफल क्या होता है?
उत्तर 1. साप्ताहिक राशिफल वह होता है, जिसमें सभी 12 राशियों के लिए एक सप्ताह की भविष्यवाणी की जाए।
प्रश्न 2. मिथुन राशि का साप्ताहिक राशिफल क्या है?
उत्तर 2. ये सप्ताह आपका स्वास्थ्य जीवन, काफी बेहतरीन रहने की उम्मीद है।
प्रश्न 3. मेष राशि का साप्ताहिक राशिफल क्या है?
उत्तर 3. यदि आप अपने प्रेमी से सच्चा प्यार करते हैं तो, इस सप्ताह कई जातक अपने प्रेमी संग शादी की योजना बना सकते हैं।
प्रश्न 4. इस सप्ताह वृश्चिक राशि वालों के लिए क्या हो रहा है?
उत्तर 4. इस राशि की महिलाओं के लिये इस सप्ताह एरोबिक्स करना, उनके स्वास्थ्य में अनुकूल बदलाव लाने में मदद कर सकता है।
शुक्र की राशि में आएंगे बुध, पांच राशियों को देंगे पैसों की तंगी
सौरमंडल में कुल नौ ग्रह हैं जिनमें से केवल सात ग्रहों को ही प्रमुख माना गया है। इनमें से राहु और केतु छाया ग्रह हैं। एक तय समयावधि के बाद सभी ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और इनके गोचर करने के कारण सभी राशियां एवं मानव जीवन प्रभावित होता है। ग्रह के गोचर के दौरान कुछ राशियों को अनुकूल परिणाम मिलते हैं, तो वहीं कुछ राशियों के लोगों के जीवन में संकट के बादल छाने शुरू हो जाते हैं।
इस बार मई के महीने में बुध ग्रह का एक महत्वपूर्ण गोचर होने जा रहा है जो कि कुछ राशियों के जातकों की आर्थिक स्थिति के लिए अशुभ साबित हो सकता है। इन राशियों के बारे में जानने से पहले आप यह जान लें कि बुध का गोचर कब एवं किस राशि में हो रहा है और ज्योतिष में बुध ग्रह का क्या महत्व है।
31 मई 2024 को बुध वृषभ राशि में 12 बजकर 02 मिनट पर गोचर करेंगे। वैसे तो बुध के इस गोचर का प्रभाव देश-दुनिया और मानव जीवन पर देखने को मिलेगा लेकिन मेष राशि, कन्या राशि, मिथुन राशि, कुंभ राशि और तुला राशि के जातकों को विशेष रूप से बुध ग्रह के इस गोचर का प्रभाव महसूस होगा। आगे जानिए कि ज्योतिष में बुध ग्रह का क्या महत्व है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह का क्या महत्व है
ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि का कारक माना गया है जो बुद्धि और ज्ञान प्रदान करते हैं। इसके अलावा उन्हें ग्रहों के राजकुमार की उपाधि भी दी गई है। बुध ग्रह की स्थिति से ही यह निर्धारित होता है कि व्यक्ति का संचार कौशल कैसा होगा और उसकी निर्णय लेने की क्षमता कैसी होगी। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह बुध ही हैं।
तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध ग्रह के वृषभ राशि में गोचर करने पर किन राशियों को वित्तीय क्षेत्र में परेशानियां हो सकती हैं।
इन राशियों को होगी आर्थिक तंगी
मेष राशि
इस समय आपके लिए अपने खर्चों और बचत के बीच संतुलन बनाकर चलना मुश्किल हो जाएगा। बढ़ते हुए खर्चों के बीच पैसों की बचत न कर पाने की वजह से आप बहुत ज्यादा तनाव में आ सकते हैं। हालांकि, आपको धन लाभ होने की भी संभावना है लेकिन आपको खर्चों और मुनाफों के बीच संतुलन बनाने में परेशानियां आ सकती हैं। बेहतर होगा कि आप अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें और बचत करने पर ध्यान दें। इस तरह आपकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार आ सकता है।
मिथुन राशि के लोगों के लिए भी बुध का वृषभ राशि में प्रवेश करना ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। आपके खर्चों में बढ़ोत्तरी होने की आशंका है। इसके अलावा आपका ज्यादातर पैसा दवाओं और इलाज पर खर्च हो सकता है। इस वजह से आप परेशानी में आ सकते हैं। आपको अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए किसी से पैसे उधार तक लेने पड़ सकते हैं। आर्थिक जीवन में इस तरह की समस्याओं को देखने के बाद आप थोड़ा उदास और बोझिल महसूस कर सकते हैं। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपको कर्ज तक लेना पड़ सकता है।
सिंह राशि के लोगों के लिए भी बुध का यह गोचर मंगलकारी साबित नहीं होगा। आपको इस समय खर्चों के साथ-साथ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। आप इस दौरान धन से जुड़ा कोई भी निर्णय न लें वरना आपको हानि होने की आशंका है। आपको धन कमाने में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह कुल मिलाकर यह गोचरकाल आपकी आर्थिक स्थिति के लिए अशुभ साबित होगा।
अगर आपकी तुला राशि है, तो समझ लें कि यह गोचर आपके लिए ज्यादा अच्छे परिणाम लेकर नहीं आ रहा है। इस समय आपके खर्चे बहुत ज्यादा बढ़ने वाले हैं और आपके लिए इन खर्चों को पूरा कर पाना मुश्किल हो जाएगा। इसकी वजह से आप बहुत ज्यादा तनाव में आ सकते हैं। यात्रा के दौरान होने वाले किसी भी तरह के नुकसान और अन्य अप्रत्याशित परिस्थितियों से आपकी वित्तीय चिंता बढ़ने वाली है। यात्रा करते समय सावधान रहें और किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरतें। आप पैसों की बचत करने पर ध्यान दें और आर्थिक योजना बनाकर चलें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों को भी बुध के वृषभ राशि में प्रवेश करने पर धन के मामले में संभलकर रहने की जरूरत है। आपको इस समय पैसों को लेकर बहुत सावधानी बरतनी होगी। नए निवेश को लेकर इस समय कोई भी फैसला न लें। इसके अलावा इस मामले में किसी भी तरह की कोई लापरवाही या जल्दबाज़ी भी न करें। आप धन के मामलों में बुद्धिमानी और समझदारी से काम करें। आर्थिक स्थिति को संतुलित करने और जोखिम के खतरे को कम करने के लिए आपको वित्तीय योजना बनाने की आवश्यकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
मोहिनी एकादशी पर इन उपायों से दूर होगी पैसों की तंगी, खुलेगा मोक्ष प्राप्ति का द्वार
हिंदू धर्म में अनेक व्रत एवं त्योहार हैं जिनमें से एकादशी के व्रत को सर्वोत्तम माना जाता है। पुराणों के अनुसार एकादशी का व्रत करने से सहस्त्र गायों का दान करने जितना पुण्य मिलता है। सभी एकादशियों में से मोहिनी एकादशी को भी विशेष महत्व दिया गया है। भगवान विष्णु की उपासना करने एवं अपनी मनोकामना की पूर्ति हेतु मोहिनी एकादशी फलदायी मानी गई है।
वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी पड़ती है। इस बार 19 मई, 2024 को रविवार के दिन मोहिनी एकादशी पड़ रही है। मोहिनी एकादशी पारण मुहूर्त 20 मई को सुबह 05 बजकर 27 मिनट से शुरू होगा और 08 बजकर 11 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी।
18 मई, 2024 को सुबह 11 बजकर 24 मिनट से एकादशी तिथि आरंभ होगी और इसका समापन 19 मई, 2024 को 01 बजकर 52 मिनट पर होगा। हिंदू धर्म में इस एकादशी को पवित्र और फलदायी माना गया है। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत एवं पूजन करता है, उसके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति मोह-माया से निकल कर मोक्ष पाने की ओर अग्रसर होता है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
बन रहा है शुभ योग
मोहिनी एकादशी पर सिद्धि योग बन रहा है और 19 मई, 2024 को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर इस योग की शुरुआत होगी और यह 20 मई, 2024 को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक रहेगा।
कुल 27 योगों में से एक सिद्धि योग भी है। इसे सिद्ध योग के नाम से भी जाना जाता है। वैदिक ज्योतिष में सिद्ध योग को बहुत ही शुभ और शक्तिशाली योग बताया गया है। यह कोई दुर्लभ योग नहीं है बल्कि अत्यंत मंगलकारी है। इस योग में किए गए कार्य निश्चित ही सफल होते हैं।
मोहिनी एकादशी की पूजन विधि
जानिए कि मोहिनी एकादशी पर पूजन एवं व्रत करने की विधि क्या है:
एकादशी तिथि पर ब्रह्म मुहूर्त में उठें और इसके बाद स्नान कर के साफ धुले हुए वस्त्र धारण कर लें।
इसके बाद कलश स्थापना कर के भगवान विष्णु की उपासना करें। मोहिनी एकादशी पर व्रत कथा का पाठ करें या किसी अन्य व्यक्ति से इस कथा को सुनें। रात्रि को भगवान विष्णु का स्मरण करें एवं उनके नाम या मंत्र का जाप करें।
आप इस रात्रि को कीर्तन भी कर सकते हैं। अगले दिन द्वादश तिथि पर अपने व्रत का पारण करें। व्रत का पारण करने से पहले किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन करवाएं और उन्हें दक्षिणा दें। इसके बाद ही आप स्वयं भोजन करें।
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ था। उस समय अमृत पान करने को लेकर देवताओं और असुरों के बीच आपाधापी शुरू हो गई। देवताओं और असुरों के बीच इस तनातनी को दूर करने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया और असुरों को अपने मोह जाल में फंसाकर पहले देवताओं को अमृत पिला दिया। उस दौरान राहु नाम के एक राक्षस ने देवता का रूप धारण कर अृमत का पान कर लिया। इससे क्रोध में आकर मोहिनी अवतार लिए विष्णु जी ने उस असुर का अपने सुदर्शन चक्र से सिर काट दिया। तभी से, इस एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
मोहिनी एकादशी का महत्व
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले भगवान कृष्ण ने राजा युधिष्ठिर और संत वशिष्ठ ने भगवान राम को मोहिनी एकादशी के महत्व के बारे में बताया था। यदि कोई व्यक्ति पूरे मन और श्रद्धा के साथ मोहिनी एकादशी का व्रत रखता है, तो उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।
अनेक तीर्थस्थानों की यात्रा करने, यज्ञ करने और हजार गायों का दान करने से जितना पुण्य मिल सकता है, उतना सिर्फ मोहिनी एकादशी पर व्रत रखने से मिल जाता है।
इसके अलावा मोहिनी एकादशी को लेकर यह भी माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से श्रद्धालु को जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल जाती है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार सरस्वती नदी के किनारे एक भद्रावती नाम का स्थान था। इस जगह पर चंद्रवंशी राजा धृतिमान का शासन हुआ करता था। वे बड़े धार्मिक प्रवृत्ति के थे और भगवान विष्णु की भक्ति में लीन रहते थे।
उनके पांच पुत्र थे लेकिन उनका पांचवा पुत्र धृष्टबुद्धि पापी था। वह स्त्रियों पर अत्याचार करता था और उनके साथ अनैतिक व्यवहार करता था। उसे जुआ खेलने एवं मांस-मदिरा का सेवन करने का भी शौक था। अपने पुत्र की इस प्रवृत्ति से राजा बहुत परेशान थे इसलिए राजा ने अपने पुत्र का त्याग कर दिया। पिता के त्याग करने के बाद धृष्टबुद्धि ने कुछ दिनों तक अपने आभूषण और वस्त्र बेचकर अपना जीवनयापन किया लेकिन इसके बाद उसके पास भोजन के लिए पैसे नहीं बचे और वो भूखा-प्यासा इधर-उधर भटकने लगा।
अपनी क्षुधा को शांत करने के लिए उसने डकैती का सहारा लेना शुरू किया और उसे रोकने के लिए राजा ने उसे बंदी बना लिया। इसके पश्चात् उसे राज्य से निष्किासित कर दिया गया। अब वह जंगल में रहकर अपने भोजन के लिए पशु-पक्षियों को मारने लगा। भूख से व्याकुल होकर वह ऋषि कौंडिन्य के आश्रम में पहुंचा। उस समय वैशाख का महीना चल रहा था और ऋषि गंगा नदी में स्नान कर रहे थे। उस समय ऋषि कौंडिन्य के कपड़े गीले थे और उनके वस्त्रों से कुछ बूंदें धृष्टबुद्धि के ऊपर गिर गईं। इससे धृष्टबुद्धि की पाप बुद्धि में परिवर्तन आया। उसने ऋषि के आगे अपने अपराधों को स्वीकार किया और अपने पाप कर्मों से मुक्ति पाने का मार्ग पूछा।
इस पर ऋषि कौंडिन्य ने धृष्टबुद्धि को वैशाख माह में शुक्ल पक्ष के दौरान एकादशी का व्रत करने को कहा। उनका कहना था कि इस व्रत को करने से उसके सभी पाप मिट जाएंगे। धृष्टबुद्धि ने ऐसा ही किया और उसके सभी पाप मिट गए एवं उसे विष्णु लोक की प्राप्ति हुई। मान्यता है कि मोहिनी एकादशी का व्रत करने से भी व्यक्ति को भौतिकवाद से छुटकारा मिल जाता है।
एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद धुले हुए वस्त्र पहनें। दशमी तिथि की शाम से ही मोहिनी एकादशी व्रत की तैयारियां शुरू हो जाती हैं।
एकादशी तिथि पर सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इस दिन सूर्यास्त से पूर्व ही भोजन करना उचित माना गया है। एकादशी तिथि के समाप्त होने तक व्रत रखना होता है। इस व्रत को करने के दौरान किसी भी तरह का बुरा या नकारात्मक विचार अपने मन में आने न दें। इसके अलावा आप इस दिन झूठ बोलने से भी बचें।
जो भी व्यक्ति मोहिनी एकादशी का व्रत रखता है, उसे एकादशी की रात्रि को सोना नहीं चहिए। पूरी रात भगवान विष्णु की उपासना करें और उनके मंत्र का जाप करें।
इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना भी बहुत शुभ माना गया है।
इस शुभ दिन पर ब्राह्मण एंव गरीब लोगों को वस्त्र, भोजन और दक्षिणा का दान देना चाहिए।
एकादशी पर चावल और जौ न खाएं। ऐसा करने से मनुष्य के अच्छे कर्म नष्ट हो जाते हैं।
इस दिन बाहर का खाना खाने से भी बचना चाहिए। भोजन में लहसुन और प्याज़ का उपयोग भी न करें।
मोहिनी एकादशी पर क्रोध करने से बचें और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मोहिनी एकादशी के लिए ज्योतिषीय उपाय
अगर आप आर्थिक तंगी से ग्रस्त हैं और बहुत प्रयास करने के बाद भी आपके जीवन से धन की कमी दूर नहीं हो रही है, तो आप मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को गाय के दूध से तैयार खीर का भोग लगाएं। इसके साथ ही मां लक्ष्मी को लाल रंग के वस्त्र भी अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपकी पैसों की तंगी की समस्या अवश्य दूर हो जाएगी।
मोहिनी एकादशी पर राहगीरों को जल पिलाएं एवं पशु-पक्षियों के लिए भी जल की व्यवस्था करें। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए गरीबों को अन्न, जूते-चप्पल या छाता आदि दान करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. मोहिनी एकादशी का महत्व क्या है?
उत्तर 1. यदि कोई व्यक्ति पूरे मन और श्रद्धा के साथ मोहिनी एकादशी का व्रत रखता है, तो उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रश्न 2. मोहिनी एकादशी को क्या दान करना चाहिए?
उत्तर 2. पीले रंग के वस्त्र, फल,अनाज आदि का दान करना चाहिए।
प्रश्न 3. मोहिनी एकादशी व्रत का पालन कैसे करें?
उत्तर 3. मोहिनी एकादशी व्रत के दिन रात को जागरण करते हुए जगत पालनहार की उपासना करनी चाहिए।
प्रश्न 4. क्या मोहिनी एकादशी हर साल आती है?
उत्तर 4. हां यह एकादशी हर साल आती है।
2025 तक सभी 12 में से किन जातकों को शनि देंगे कष्ट, किस पर होंगे मेहरबान, यहां जानें!
ज्योतिष में शनि ग्रह का बहुत अधिक महत्व है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शनिदेव को न्याय का देवता और कर्म फल दाता कहा जाता है। यह सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं और इस वजह से यह एक राशि में ढाई सालों तक विराजमान रहते हैं यानी एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने के लिए ढाई साल का वक्त लगते हैं। इस समय काल को ज्योतिष की भाषा में ढैय्या लगना कहते हैं। शनि की ढैय्या का शुभ-अशुभ प्रभाव काफी समय तक रहता है। अगर किसी जातक की कुंडली में शनि अशुभ भाव में हैं तो जातक को अशुभ फल की प्राप्ति होती है यानी जीवन में कई प्रकार के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। वहीं यदि शनिदेव जातक की कुंडली में शुभ भाव में विराजमान हों तो यह जातक को हर तरह से सफलता दिलाता है।
शनि के शुभ प्रभाव के कारण जातक कर्मठ, कर्मशील और न्यायप्रिय बनाता है। शनि के कृपा से जातक अपने कार्यक्षेत्र में सफलता की प्राप्ति करता है। जातक अपने काम को लेकर गंभीर हो जाता है। जिन जातकों की कुंडली में शनि पीड़ित व अशुभ स्थान में हो तो जातक को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि शनि 17 जनवरी 2023 की शाम 05 बजकर 04 मिनट पर अपनी राशि कुंभ में गोचर कर चुके थे और ये अगले साल यानी 2025 तक कुंभ राशि में ही विराजमान रहेंगे। अपनी ढाई साल की अवधि पूरी होने के बाद शनि मीन राशि में गोचर करेंगे। एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में हम आपको सभी 12 राशियों पर 2025 तक पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
2025 तक सभी 12 राशियों में शनि ग्रह का प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि की बात करें तो 2025 तक शनि की आप पर कृपा रहेगी। आपकी आमदनी में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे और आमदनी प्राप्ति का कोई ना कोई पक्का जरिया भी इस साल आपको प्राप्त हो जाएगा। अब तक आपने जो परेशानी झेली है और जितनी कठिन मेहनत की, अब उस सबका अच्छा फल आपको प्राप्त होगा। आपके मन की इच्छाएं पूरी होगी और महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति होगी। आपकी जो योजनाएं लंबित थीं, वे भी अब पूर्ण होने लगेंगी और आपका आत्मविश्वास लौट आएगा। इस अवधि आपको धन की कमी महसूस नहीं होगी।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों को 2025 तक बहुत अधिक लाभ होने वाला है। आप चाहे व्यापार करते हों अथवा नौकरी करते हों, दोनों ही क्षेत्रों में असीम सफलता के योग बनेंगे। आपके करियर में स्थायित्व आने का समय रहेगा। नौकरी में पदोन्नति और प्रमोशन होने के योग भी बनेंगे तथा व्यापार भी नई-नई योजनाओं के साथ आगे बढ़ेगा और व्यापार में बढ़ोतरी होने के भी योग बनेंगे। काम के सिलसिले में विदेश यात्रा की संभावनाएं प्रबल होंगी और आप विदेश जाकर काम को और ज्यादा बढ़ा पाएंगे। इस अवधि आपका स्वास्थ्य बहुत अधिक शानदार रहेगा और आप खुद में फिट महसूस करेंगे।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए भी यह अवधि शानदार रहेगी। इस अवधि लंबी-लंबी यात्राएं आपके जीवन में सफलता के योग बनाएंगी। हालांकि पिता के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं और उनके स्वास्थ्य के लिए भी यह समय कमज़ोर रहेगा। आपको अपनी मेहनत से भाग्य बनाने का मौका मिलेगा इसलिए जितनी मेहनत आप कर लेंगे, उतना फल इस समय में आप प्राप्त कर पाएंगे। नौकरी में तबादले का योग बन सकता है। आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है लेकिन उसके लिए आपको कठिन प्रयास करने होंगे। व्यापार में जोखिम लेने के लिए यह अच्छा समय होगा।
कर्क राशि
इस अवधि आपके कार्यों में कुछ व्यवधान जरूर आएंगे लेकिन यदि आप अपनी ओर से पूर्ण प्रयास करेंगे तो सफलता प्राप्त अवश्य कर पाएंगे। हालांकि थोड़ा मानसिक तनाव रहेगा और काम को लेकर थोड़ा दबाव भी होगा लेकिन आप अपनी मेहनत से बाहर निकलने में कामयाब भी हो जाएंगे। अचानक से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। ससुराल से धन लाभ या किसी तरह के सुख की प्राप्ति हो सकती है। संतान को लेकर कुछ चिंता महसूस करेंगे। प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव महसूस होगा। छात्रों को अपनी शिक्षा को लेकर कठिन मेहनत करने की आवश्यकता होगी। वर्तमान नौकरी में बदलाव के योग भी बन सकते हैं और एक अच्छी नौकरी की प्राप्ति हो सकती है।
सिंह राशि वालों को इस अवधि अपने जीवनसाथी का सहयोग आपको प्राप्त होगा और आप दोनों साथ मिलकर कोई नया कार्य शुरू कर सकते हैं। व्यापार में अच्छी सफलता मिलने के योग बनेंगे और आपकी कार्यकुशलता आपको सफलता दिलाएगी। काम को लेकर लंबी यात्राएं करेंगे। जीवनसाथी के साथ भी कुछ अच्छी यात्राएं करने का मौका मिलेगा और घूमने-फिरने भी जाएंगे। अति व्यस्तता और लापरवाही से बचना आपके लिए बेहद आवश्यक होगा नहीं तो स्वास्थ्य समस्या परेशान कर सकती है।
कन्या राशि
यह समय आपके विरोधियों पर भारी पड़ने वाला है क्योंकि यहां स्थित शनि आप को मजबूत बनाएंगे। आप अपने विरोधियों के छक्के छुड़ा देंगे और वे चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, आपके ऊपर विजय प्राप्त नहीं कर पाएंगे। नौकरी के लिए शनि की यह स्थिति आपके लिए बहुत मददगार साबित होगी। आप अपने काम में माहिर हो जाएंगे और नौकरी में आप की स्थिति मजबूत बनेगी। इस दौरान आप अच्छी आर्थिक स्थिति प्राप्त करने के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत करते भी नजर आएंगे और इस वजह से आपको शारीरिक समस्या परेशान कर सकती है। इस अवधि आपको अपने भाई बहनों के साथ संबंधों को अनुकूल बनाए रखने का प्रयास करना होगा।
तुला राशि
2025 तक आप तनाव मुक्त महसूस करेंगे। यदि आप अपने रिश्ते में सच्चे और वफादार हैं तो आपका रिश्ता बहुत खूबसूरत हो जाएगा और आपको अपने प्रियतम की बाहों में बाहें डालने का मौका मिलेगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान आप अपनी संतान को अनुशासित बनाने के लिए हर प्रयास करते हुए नजर आएंगे। दांपत्य जीवन के लिए यह समय अच्छा रहेगा। यदि आप किसी को पसंद करते हैं और उनसे ही शादी करना चाहते हैं तो इस दौरान आपको सफलता अवश्य मिल सकती है और आपका प्रेम विवाह हो सकता है। जीवनसाथी से प्रेम भी बढ़ेगा और जीवनसाथी के माध्यम से धन लाभ की स्थिति भी उत्पन्न होगी।
साल 2025 तक का समय आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है। शनि का प्रभाव होने से परिवार से दूरी बढ़ सकती है। हो सकता है कि आपको परिवार से दूर जाना पड़े और आप काफी भावुक हो सकते हैं। इसके अलावा, आप घर बनाने के लिए किसी बैंक लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और उसमें आपको सफलता मिल सकती है। इस अवधि यदि आप कोई भी संपत्ति खरीद रहे हैं तो पहले उसकी अच्छी तरह से कानूनी जांच-पड़ताल अवश्य कर लें। माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट आने की संभावना रहेगी इसलिए उनकी सेवा का ध्यान रखें।
धनु राशि
इस अवधि आप जिस काम को करना चाहेंगे, पूरे दृढ़ निश्चय के साथ करेंगे और उसमें अच्छी सफलता भी प्राप्त करेंगे। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो ऑफिस में आपके सहकर्मी भी आपको पूरा सहयोग देंगे और उनकी वजह से आप अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी स्थिति प्राप्त कर पाएंगे। आप का साहस और पराक्रम बढ़ेगा। व्यापार में भी जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ाकर आप अपने व्यापार की आशातीत बढ़ोतरी करने में सफल हो सकते हैं। प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी। आप अपने प्यार के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहेंगे। विद्यार्थियों को भी शिक्षा में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।
मकर राशि
2025 तक आपके पारिवारिक जीवन में थोड़ा तनाव रहेगा और कुटुंब के लोग आपस में थोड़ी अव्यवस्था महसूस करेंगे लेकिन यदि आप कठिन प्रयास करेंगे तो सब परिस्थितियों को संभालने में कामयाब भी हो सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। आपने पूर्व में जितनी भी मेहनत की है, उसका उत्तम फल आपको इस दौरान प्राप्त होगा और आपका बैंक बैलेंस बढ़ने लगेगा। आप अपने पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में आप पीछे नहीं हटेंगे और इसलिए परिवार वालों की नजरों में आपका स्थान ऊंचा होगा। इस दौरान आपका सामाजिक स्तर भी ऊंचा होगा।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
कुंभ राशि
यदि आप अपने कार्यक्षेत्र में जमकर मेहनत करेंगे। जितनी मेहनत आप करते जाएंगे, उसी के अनुपात में आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होती रहेगी। करियर के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। आपको विदेशी व्यापार करने में भी सफलता मिल सकती है। नौकरी में भी आपकी स्थिति प्रबल होगी। इस अवधि आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। आप एक मजबूत व्यक्तित्व के स्वामी बनेंगे। भाई-बहनों का सहयोग आपके साथ रहेगा लेकिन उन्हें किसी तरह की शारीरिक समस्या परेशान कर सकती है।
मीन राशि
इस अवधि आपके पैरों में दर्द की शिकायत, एड़ियों में दर्द या फिर पैर में किसी तरह की चोट लगने या मोच आने की समस्या हो सकती है। इसके अतिरिक्त आंखों से पानी बहना, आंखों में दर्द होना या आंखों की रोशनी में कमी आना जैसी शिकायत भी आपको हो सकती है। इसका थोड़ा ध्यान रखें। यदि आप विदेश जाना चाहते हैं तो उसके लिए सर्वोत्तम समय है। आप विदेश जाकर अच्छी स्थिति प्राप्त कर सकते हैं। विदेशी व्यापार से और विदेशी मुद्रा प्राप्त होने के योग बन सकते हैं। विरोधियों और कोर्ट-कचहरी से संबंधित मामलों के लिए आपको खर्च करना पड़ेगा, तभी विजय प्राप्त हो पाएगी। यह समय आपसे लंबी यात्राएं कराएगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. शनि अपनी राशि कब बदलेंगे?
उत्तर 1. 29 मार्च 2025 को मीन राशि में गोचर करेंगे।
प्रश्न 2. 2025 में शनि कहां होगा?
उत्तर 2. शनि मीन राशि में होंगे।
प्रश्न 3. 2024 में शनि कहां है?
उत्तर 3. शनि अभी अपनी ही राशि कुंभ में विराजमान है।
प्रश्न 4. शनि कमज़ोर कब होता है?
उत्तर 4. यदि आपको लगातार आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है और पैसा हाथ में नहीं टिकता तो समझें आपकी कुंडली में शनि कमजोर है।
शुक्र गोचर से बदलेगा भाग्य- 5 राशियों की लगेगी लॉटरी, घर खरीदने के भी बन रहे हैं योग!
शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: मई के महीने में वृषभ राशि में कई ग्रहों की हलचल होने वाली है। दरअसल जहां पहले वृषभ राशि में सूर्य का गोचर हुआ वहीं 19 मई को शुक्र भी वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। अपने इस खास ब्लॉग में आज हम जानेंगे शुक्र के इस गोचर का राशि अनुसार प्रभाव, इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के उपाय और भी बहुत कुछ।
साथ ही जानेंगे की कुंडली में शुक्र ग्रह का मजबूत होना क्यों आवश्यक होता है? शुक्र ग्रह पीड़ित अवस्था में हो तो व्यक्ति को किस तरह की परेशानियां उठानी पड़ सकती है, आदि। इसके अलावा यहाँ हम जानेंगे शुक्र ग्रह को मजबूत करने के बेहद ही कारगर और सटीक उपायों की भी जानकारी।
आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले बात कर लेते हैं शुक्र के गोचर के समय की तो, स्वभाव से स्त्री ग्रह शुक्र 19 मई 2024 को 8:29 पर वृषभ राशि में गोचर कर जाएगा। जैसा कि हमने पहले भी बताया कि वृषभ राशि में शुक्र से पहले सूर्य का गोचर हो चुका है ऐसे में इस दौरान अर्थात 19 मई से वृषभ राशि में सूर्य और शुक्र की युति भी होने वाली है।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह का दर्जा दिया गया है। इसके प्रभाव से जातक को भौतिक, शारीरिक, वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। यही वजह है कि ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौंदर्य, रोमांस, कामवासना, फैशन डिजाइनिंग आदि का कारक माना जाता है। जहां वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व शुक्र ग्रह को दिया गया है वहीं मीन इसकी उच्च राशि है और कन्या इसकी नीच राशि कहलाती है।
गोचर की बात करें तो शुक्र ग्रह का गोचर तकरीबन 23 दिनों की अवधि के लिए रहता है। अर्थात 23 दिनों तक एक राशि में रहने के बाद शुक्र राशि परिवर्तन कर लेते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कुंडली में बली और पीड़ित शुक्र
बली और पीड़ित शुक्र के प्रभाव की बात करें तो जब भी किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह बली अर्थात मजबूत अवस्था में होता है तो ऐसे जातकों का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, पति-पत्नी के बीच निरंतर प्रेम बढ़ता है, ऐसे व्यक्तियों को अपने जीवन में सभी सुख सुविधा, ऐश-ओ-आराम की चीज प्राप्त होती है, रोमांस में वृद्धि होती है। ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह के भौतिक सुख का आनंद लेते हैं और साहित्य और कला में भी रुचि दिखाते हैं। वहीं इसके विपरीत अगर कुंडली में शुक्र ग्रह पीड़ित अवस्था में हो तो ऐसे जातक वैवाहिक जीवन के संदर्भ में परेशान रहते हैं, पति-पत्नी के बीच बेवजह के मुद्दों को लेकर के परेशानियां बनती रहती हैं, जीवन में दरिद्रता आती है, भौतिक सुख में कमी होती है, शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक कष्ट ऐसे व्यक्ति को उठाने पड़ते हैं आदि।
शुक्र ग्रह को असुरों का गुरु कहा जाता है यही वजह है कि इनका एक नाम शुक्राचार्य भी है। अंग्रेजी में इसे वीनस कहते हैं और इसे प्लेनेट ऑफ ब्यूटी कहा जाता है अर्थात सुंदरता से संबंधित ग्रह। भागवत पुराण में शुक्र ग्रह के लिए बताया गया है कि शुक्र महर्षि भृगु के पुत्र हैं और इन्हें भार्गव नाम से भी जाना जाता है। शुक्र ग्रह का संबंध धन की देवी मां लक्ष्मी से भी जोड़कर देखा जाता है यही वजह है कि धन वैभव और ऐश्वर्या की कामना के लिए लोग शुक्रवार के दिन व्रत रखते हैं।
बात करें खगोलीय दृष्टि से शुक्र ग्रह के महत्व की तो इसे एक स्थलीय ग्रह का दर्जा दिया गया है। शुक्र आकार और दूरी में पृथ्वी के सबसे निकटतम है और इसी वजह से कई बार इस पृथ्वी की बहन भी कहते हैं। इस ग्रह के वायुमंडल में सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड गैस मौजूद है। सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद कुछ समय के लिए शुक्र ग्रह सबसे तेज चमकता है और यही वजह है कि इसे भोर का तारा या फिर साँझ का तारा भी कहते हैं।
बात करें कमजोर और मजबूत शुक्र की तो जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में मौजूद होता है ऐसे व्यक्ति आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं, धनवान होते हैं, जीवन में हर तरह की सुख विलासिता की चीज प्राप्त करते हैं। इसके अलावा ऐसे लोग अपना प्रभावशाली व्यक्तित्व बनाते हैं, समाज में अलग रसूख बनाते हैं और ऐसे जीवन लोगों को जीवनसाथी भी खूबसूरत मिलता है। शुक्र ग्रह कर्म भाव में शुभ या उच्च का विराजमान हो तो ऐसे व्यक्ति कला, मनोरंजन, फिल्म मीडिया और फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में नाम कमाते हैं।
वहीं इसके विपरीत अगर आप लाख जतन के बावजूद अपना दांपत्य जीवन सुख प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं तो यह संकेत है कि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर है। ऐसे व्यक्तियों के विवाह के बाद भी दूसरी महिलाओं के साथ रिश्ते होते हैं। शुक्र ग्रह कमजोर हो तो व्यक्ति को संतान सुख नहीं मिल पाता है। कमजोर शुक्र की वजह से प्रेम जीवन सफल नहीं होता है और कई बार जातकों को विश्वासघात या रिश्ते में चीटिंग धोखाधड़ी का भी सामना करना पड़ता है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति को बार-बार या बहुत ज्यादा स्किन से जुड़ी समस्या होती है तो यह भी कमजोर शुक्र के लक्षण हैं।
आंख, आंत, स्किन, किडनी या शुगर से जुड़ी बीमारी हो तो यह भी शुक्र के कमजोर होने के लक्षण होते हैं। इसके अलावा जिन व्यक्तियों का शुक्र कमजोर होता है उनके पास धन, सुख सुविधाओं का अभाव रहता है और ऐसे लोगों का आत्मविश्वास भी कमजोर होता है। ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकार शुक्र ग्रह को मजबूत करने के कुछ सरल उपाय बताते हैं। क्या कुछ हैं ये उपाय आगे जान लेते हैं।
शुक्र ग्रह को मजबूत करेंगे ये उपाय
शुक्रवार का व्रत प्रारंभ कर दें।
भोजन में दूध, दही, चावल, शक्कर ज्यादा से ज्यादा शामिल करें।
शुक्रवार के दिन पूजा करें और फिर किसी गरीब ब्राह्मण को सफेद रंग के वस्त्र, सुगंधित वस्तुएं, दान में दें।
श्रृंगार सामग्री, कपूर, मिश्री, दही का भी दान कर सकते हैं। इससे भी शुक्र ग्रह मजबूत बनेगा।
इसके अलावा आप चाहे तो किसी विद्वान ज्योतिषी को अपनी कुंडली दिखाकर आप हीरा या फिर ओपल रत्न धारण कर सकते हैं। इससे भी शुक्र मजबूत बनता है।
मां लक्ष्मी और जगदंबे की पूजा करें।
श्री सूक्त का पाठ करें।
आज ही शुक्र यंत्र को अपने घर में ले आयें और फिर उसकी नियमित रूप से पूजा करें।
शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: क्या पड़ेगा राशियों पर प्रभाव?
अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं शुक्र के इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने की आशंका है। साथ ही जान लेते हैं राशि अनुसार किए जाने वाले उपायों की जानकारी।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. शुक्र के गोचर में होने का क्या मतलब है?
उत्तर 1. जब शुक्र ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं, तो उस प्रक्रिया को शुक्र का गोचर कहा जाता है।
प्रश्न 2. शुक्र ग्रह से कौन सी बीमारी होती है?
उत्तर 2. शुक्र पीलिया,बांझपन, वीर्य संबंधित और त्वचा संबंधित रोग दे सकता है।
प्रश्न 3. शुक्र ग्रह मजबूत होने से क्या होता है?
उत्तर 3. जब शुक्र ग्रह मजबूत होता है तो ये जातक को सकारात्मक परिणाम प्रदान करता है।
प्रश्न 4. शुक्र के लिए कौन सी अंगूठी पहननी है?
उत्तर 4. चांदी का छल्ला पहनने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
संजय दत्त से लेकर सोनाली बेंद्रे तक के लिए, ये ग्रह-नक्षत्र बने थे कैंसर की वजह
आपके जीवन की हर एक घटना कहीं न कहीं आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह-नक्षत्रों पर निर्भर करती है। आपका स्वास्थ्य भी इन ग्रहों की चाल से प्रभावित होता है।
आज इस ब्लॉग के ज़रिए हम बात करेंगे कि कुंडली में किन ग्रह-नक्षत्रों या योग की वजह से किसी व्यक्ति को कैंसर की बीमारी हो सकती है। इसके साथ ही कुछ सिलेब्रिटीज़ की कुंडली की सहायता से संक्षेप में जानेंगे कि उन्हें अपनी जन्मपत्रिका में किन ग्रहों की वजह से कैंसर की बीमारी का सामना करना पड़ा था और वे कौन-से योग हैं जो कैंसर की बीमारी का कारण बनते हैं।
जब कुंडली में कई पीड़ित ग्रहों का किसी एक ही भाव पर प्रभाव हो, तो इस स्थिति में उस भाव से संबंधित शारीरिक अंगों में कैंसर होने का खतरा रहता है। कैंसर का पता लगाने के लिए दशा की जानकारी प्राप्त करना भी आवश्यक होता है।
अगर शुभ दशा चल रही हो या योगकारक ग्रह हों, तो बीमारी का बहुत जल्दी पता चल जाता है। आमतौर पर राहु को इस बीमारी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार माना जाता है लेकिन शनि और मंगल भी कैंसर की बीमारी कर सकते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
ग्रहों के किस योग से होता है कैंसर
कैंसर के मामले में राहु को विष माना गया है। अगर राहु किसी भाव से संबंधित हो या उसका स्वामी हो और इसका संबंध लग्न या लग्न भाव या बीमारी के भाव से हो तो शरीर में विष की मात्रा बढ़ सकती है।
यदि छठे भाव का स्वामी लग्न, आठवें भाव या दसवें भाव में हो और राहु की इस पर दृष्टि हो, तो इस स्थिति में कैंसर होने का खतरा रहता है।
बारहवें भाव में शनि और राहु, शनि और केतु या शनि और मंगल की युति हो तो इससे भी कैंसर हो सकता है।
अगर राहु की त्रिक भावों या इनके स्वामी पर दृष्टि पड़ रही हो, तो इस स्थिति में जातक के अंदर कैंसर के लक्षण विकसित हो सकते हैं। वहीं अगर छठा भाव या इस भाव का स्वामी पीड़ित हो या अशुभ ग्रह के नक्षत्र में आ रहा हो, तो भी कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है।
बुध ग्रह त्वचा को दर्शाता है इसलिए बुध के अशुभ ग्रहों के साथ पीड़ित होने पर और राहु की इस पर दृष्टि होने पर त्वचा कैंसर हो सकता है।
यदि बुध ग्रह पीड़ित ग्रहों के नक्षत्रों में है तो भी कैंसर होने की आशंका बनी रहती है। वहीं अगर राहु और शनि छठे भाव में हों, तो जातक को कोई लाइलाज बीमारी होने का खतरा रहता है।
आगे कुछ सिलेब्रिटीज़ की जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर बताया गया है कि उन्हें कैंसर क्यों हुआ था या उनकी कुंडली में ग्रहों की किस स्थिति के कारण वे कैंसर जैसी घातक बीमारी का शिकार हुए थे।
04 जुलाई, 2018 को सोनाली बेंद्रे को कैंसर होने की खबर 12 बजकर 19 मिनट पर आई थी। उस समय राहु, बुध और शुक्र सर्प द्रेष्काण में थे और राहु सर्प द्रेष्काण में होकर विषैला हो रखा था। राहु मार्गी और विषयुक्त था और मंगल 27 जून 2018 को वक्री हुआ था। जिस समय सोनाली को कैंसर हुआ था उस समय राहु कर्क राशि में गोचर कर रहा था।
साल 2020 में संजय दत्त को लंग कैंसर हुआ था और जब तक इसका पता चला उनका कैंसर चौथे स्टेज तक पहुंच गया था। इसके कुछ महीनों बाद ही संजय ने बताया कि अब वो कैंसर से मुक्त हैं। साल 2017 में राहु के कर्क राशि में आने पर संजय की सेहत में गिरावट आने का खतरा शुरू हो गया था।
संजय दत्त की कुंडली वृषभ लग्न की है और वृषभ लग्न पर मंगल का स्वामित्व है और इनका लग्न स्वामी मंगल है। इनकी सिंह राशि में मंगल और शुक्र की युति हो गई। इनकी कुंडली में केतु की दृष्टि सीधे लग्न भाव पर पड़ रही है जो कि अचानक से कैंसर का पता चलने की ओर संकेत करता है।
केतु की दशा 2021 जनवरी तक चली थी और इनके लग्नेश यानी मंगल के ऊपर किसी भी क्रूर ग्रह की दृष्टि नहीं है जिससे संजय दत्त इतनी बड़ी बीमारी से भी बहुत जल्दी ठीक हो पाए। इनका लग्नेश मज़बूत है। शनि दूसरे भाव से अष्टम भाव को देख रहा है। यह एक अच्छा संकेत है और यह बताता है कि संजय की आयु लंबी है। संजय को कैंसर हुआ केतु की स्थिति की वजह से।
जानिए कि कुंडली के किस भाव या ग्रह से किस अंग का कैंसर हो सकता है:
तीसरे भाव और इसके स्वामी को गले में कैंसर होने का कारक माना जाता है। वहीं चौथे भाव, सूर्य और शनि के पीड़ित होने पर फेफड़ों का कैंसर हो सकता है।
लग्न भाव के स्वामी के अशुभ ग्रहों के साथ होने पर जातक को अधिक धूम्रपान करने की लत होती है जिससे फेफड़ों में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
गुर्दा से संबंधित बीमारियों का कारक बुध होता है। बुध राहु के साथ वृश्चिक राशि में पीड़ित हो और मंगल-बुध लग्न भाव के स्वामी के रूप में मेष या वृश्चिक राशि में विराजमान हों, तो कोलोन और रेक्टम से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
बृहस्पति और पांचवे भाव के स्वामी के कारण पेट का कैंसर होता है। वहीं बारहवें भाव या लग्न भाव में बुध के पीड़ित होने पर त्वचा का कैंसर हो सकता है।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
FAQ
प्रश्न. कैंसर के लिए कौन सा ग्रह जिम्मेदार है?
उत्तर. जब कुंडली में एक भाव पर ही ज्यादातर पाप ग्रहों का प्रभाव हो।
प्रश्न. कैसे पता करें राहु खराब है?
उत्तर. नींद न आए, डरावने सपने आएं और सोते समय डर लगे।
प्रश्न. राहु को खुश करने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर. राहु को प्रसन्न करने के लिए रोज़ भगवान शिव की पूजा करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
200 साल बाद शनि ने पलटी इन तीन राशियों की किस्मत, पैसा तो मिला ही भाग्य ने भी दिया साथ
शनि ग्रह का नाम सौरमंडल के उन ग्रहों में आता है जो गोचर करने में सबसे अधिक समय लेते हैं। शनि एक राशि में लगभग ढ़ाई वर्ष लगाते हैं और इसके बाद राशि परिवर्तन करते हैं। अब 200 साल के बाद शनि ने पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश किया है। शनि की इस चाल का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।
शनि 06 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 55 मिनट पर पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं और अब वे इस नक्षत्र में 03 अक्टूबर 2024 तक रहेंगे।
ज्योतिष की मानें तो शनि के पूर्वा भाद्रपद में आने पर सभी राशियों के लोगों के जीवन पर इसका अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलेगा। किसी के लिए यह परिवर्तन शुभ साबित होगा, तो वहीं कुछ लोगों को इस दौरान संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
वैदिक ज्योतिष में शनि देव को दुख, रोग, आयु, विज्ञान, तकनीक, खनिज तेल, कर्मचारी, जेल और लोहा आदि का कारक माना गया है और अब शनि देव की चाल में परिवर्तन आने पर इन क्षेत्रों पर खास प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके साथ ही इस नक्षत्र परिवर्तन से तीन राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
नक्षत्र परिवर्तन किन राशियों के लिए रहेगा शुभ
मेष राशि
मेष राशि के लोगों के लिए शनि का नक्षत्र परिवर्तन करना फायदेमंद साबित होगा। आपको इस समय अचानक से धन लाभ होने की भी उम्मीद है। आपकी आमदनी में जबरदस्त इज़ाफा देखने को मिलेगा। करियर के लिए भी अच्छा समय है। आप अपने कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे। आपके काम से आपके वरिष्ठ अधिकारी प्रसन्न होंगे।
अगर आप अपनी नौकरी को लेकर परेशान थे, तो अब आपकी इस परेशानी का भी अंत हो जाएगा। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं। व्यापारियों को अपने व्यावसायिक क्षेत्र में खूब धन कमाने का मौका मिलेगा।
यदि आपकी कुंभ राशि है, तो आपको भी शनि के नक्षत्र परिवर्तन करने से लाभ मिलने वाला है। इस समय आपकी निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होगी जिससे आप सही फैसले ले पाएंगे। आपके व्यक्तित्व में भी निखार आएगा। वैवाहिक जीवन के लिए भी अनुकूल समय है। आपके जीवनसाथी को तरक्की मिल सकती है। इससे आपके घर में खुशी का माहौल रहेगा।
समाज में आपका मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपके अपने पिता के साथ संबंध मज़बूत होंगे। यदि आप पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं, तो आपको इस दौरान खूब मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
तुला राशि के लोगों के लिए भी अनुकूल समय शुरू हो चुका है। आपके भाग्य में वृद्धि होगी आपके अपने पिता के साथ संबंध मज़बूत होंगे और आपके परिवार में खुशियों का माहौल बना रहेगा। आपको अपनी संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आपके लिए अचानक धन लाभ के योग भी बन रहे हैं।
आपके व्यापार में वृद्धि होगी और अपने व्यावसायिक क्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। अगर आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो अब आपकी यह इच्छा भी पूरी हो सकती है।
कुंभ और मीन राशि के बीच स्थित पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक द्विस्वभाव वाले होते हैं और इनकी गूढ़ विज्ञान या वैज्ञानिक अध्ययन में रुचि होती है। राशियों के 25 नक्षत्रों में से एक है पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र। यह कुंभ राशि में 20 डिग्री और मीन राशि में 3.20 डिग्री के अंतर्गत आता है।
अब शनि बृहस्पति के नक्षत्र में हैं लेकिन अभी भी उसे शक्तिशाली ही कहा जाएगा क्योंकि शनि कुंभ राशि में हैं जो इस ग्रह की मूल त्रिकोण राशि है।
पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र वित्त, संपन्नता, प्रॉपर्टी, और संतुलन का कारक है। यह संगीत और थिएटर में काम करने वाले कलाकारों को बढ़ावा देता है।
जिन लोगों की कुंडली में शनि इस नक्षत्र में होता है, उनके जीवन में संपन्नता और आर्थिक सुरक्षा की कमी देखी जाती है लेकिन ये धीरे-धीरे अपने जीवन में स्थिरता लाने में कामयाब रहते हैं।
32 साल की उम्र के बाद इनके जीवन में आर्थिक सुरक्षा आती है। जब शनि कुंभ राशि में और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होता है, तब व्यक्ति को ताकत, पद और शक्ति मिलती है।
हालांकि, व्यक्ति को इन परिणामों को प्राप्त करने में समय लगता है और उसे बहुत ज्यादा प्रयास एवं मेहनत करनी पड़ती है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
टैरो साप्ताहिक राशिफल (19-25 मई 2024): जानें ये सप्ताह आपकी राशि के लिए लाएगा क्या सौगात?
टैरो कार्ड, कार्ड्स का एक ऐसा प्राचीन डेक है और भविष्य बताने का इतना कारगर तरीका है जिसका उपयोग सदियों से तमाम रहस्यवादियों और टैरो रीडर करते आए हैं। आध्यात्मिक विकास और आत्म समझ के लिए कार्ड्स का प्रयोग प्राचीन काल से चला आ रहा है। अगर कोई व्यक्ति पूरे विश्वास और विनम्रता के साथ अपने जीवन को बदलने से संबंधित और अपने जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर खोजने के लिए आता है तो टैरो की रहस्यमई दुनिया में उन्हें उनके सवालों का जवाब अवश्य मिलता है। बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि टैरो दोस्तों के साथ मनोरंजन के लिए किया जाने वाला सत्र जैसा है लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है। अपने 78 कार्ड्स के डेक में टैरो राशिफल सबसे गहरे रहस्य और इंसान के गहरे से गहरे डर को बाहर निकालने की क्षमता रखता है।
इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे मई के महीने के इस सप्ताह के लिए सभी 12 राशियों के लिए टैरो भविष्यवाणी क्या कुछ कहती है लेकिन इससे पहले आइए हम यह समझ लेते हैं कि यह शक्तिशाली जादुई उपकरण आया तो आया कहां से। दरअसल टैरो की उत्पत्ति 1400 के दशक की मानी जाती है। इसका सबसे पहला उल्लेख इटली और इसके आसपास के क्षेत्रों से आता है। शुरुआत में इसे बड़े घर के लोग ताश के पत्तों के रूप में खेलते थे और रॉयल्टी कलाकारों को अपने दोस्तों और पार्टियों के लिए आने वाले मेहमानों का मनोरंजन करने के लिए बनाने का निर्देश देते थे।
माना जाता है कि वास्तव में 16वीं शताब्दी के आसपास ही टैरो कार्ड का देवीय उपयोग शुरू किया गया था जब यूरोप के रहस्यवादियों ने इसे अभ्यास करना और सीखना शुरू किया कि कार्ड को किस तरह से व्यवस्थित रूप से फैलाना होता है और उन जटिल रेखा चित्रों के पीछे छुपे रहस्यों को कैसे समझा जाता है। कहा जाता है तब से टैरो केवल ताश के पत्तों का डेक नहीं रह गया था। इसके बाद मध्ययुगीन काल के दौरान टैरो जादू टोना से जुड़ा हुआ था और कई तरह के अंधविश्वास का साया इसके ऊपर पड़ चुका था। यही वजह थी कि फिर बहुत से लोग इसे भाग्य बताने की मुख्यधारा से दूर मानने लगे थे।
हालांकि हाल ही में कुछ दशकों पहले से टैरो को वापस अपनी खोई हुई पहचान वापस मिल गई और अब यह भविष्य बताने की मुख्यधारा में दोबारा जुड़ चुका है। टैरो भविष्यवाणी एक बार फिर भारत और दुनिया भर में भविष्य बताने के एक मुख्य उपकरण के रूप में उपयोग किया जा रहा है और निश्चित रूप से ही वापस से अपनी खोई हुई प्रसिद्धि और सम्मान प्राप्त कर रहा है। आइए अब बिना देरी किए हुए टैरो की इस दुनिया में प्रवेश करते हैं और जानते हैं कि, 19 से 25 मई 2024 का यह सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए कितना खास होने वाला है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल 19-25 मई 2024: राशि अनुसार भविष्यवाणियां
मेष राशि
प्रेम जीवन: द हर्मिट
आर्थिक पक्ष: फाइव ऑफ पेंटेकल्स (रिवर्ज़्ड़)
करियर: द फूल (रिवर्ज़्ड़)
स्वास्थ्य जीवन: थ्री ऑफ कप्स
इस सप्ताह के लिए मेष राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में द हर्मिट का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि यह समय है जब आप और आपका पार्टनर मिलकर इस बारे में विचार कर सकते हैं कि आप असल में अपने रिश्ते से क्या उम्मीद करते हैं और आप दोनों को क्या खुश करता है। बेशक इस मुद्दे पर शुरुआती बातचीत थोड़ी परेशानी भरी और असहज महसूस हो सकती है लेकिन भविष्य के लिए यह आपके रिश्ते के संदर्भ में एक मजबूत आधार अवश्य तैयार करेगा।
अगला कार्ड आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्स (रिवर्ज़्ड़) का प्राप्त हुआ है जो संकेत दे रहा है कि अब आप अंततः उस वित्तीय परेशानी से बाहर आ चुके हैं जिसका आपको लंबे समय से सामना करना पड़ रहा था। अगर पिछली बार आपको वेतन वृद्धि नहीं मिली थी तो उच्च संभावना है कि इस बार आपको अच्छी वेतन वृद्धि प्राप्त होगी। कुल मिलाकर वित्त अब आपके लिए चिंता का विषय नहीं नहीं रहेगा। अब आपके जीवन में वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता दोनों आने वाली है।
करियर के संदर्भ में आपको द फूल (रिवर्ज़्ड़) का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप जोखिम बिल्कुल भी नहीं लेना चाहते हैं और काम पर रोज़मर्रा की जिम्मेदारियां करने में सहज महसूस करते हैं। आप अपने काम में व्यवस्थित हैं और किसी भी तरह के बदलाव की तलाश में फिलहाल नहीं हैं।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है और आपके स्वास्थ्य के संदर्भ में भी कोई परेशानी और चिंता नहीं रहेगी। आप किसी रूकावट, किसी बाधा के बिना ही एक स्वस्थ जीवन जीने में कामयाब होंगे।
इस सप्ताह के लिए आपका शुभ रंग: ईंटा लाल
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: सेवेन ऑफ पेंटेकल्स
आर्थिक पक्ष: सिक्स ऑफ कप्स
करियर: ऐट ऑफ पेंटेकल्स
स्वास्थ्य जीवन: फोर ऑफ पेंटेकल्स
इस सप्ताह के लिए वृषभ राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में सेवेन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो एक स्वागत योग्य कार्ड माना जाता है क्योंकि यह संकेत देता है कि आप और आपका साथी दोनों ही साफ इरादे और प्यार के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने की दिशा में कार्यरत हैं। यह समय आपका और आपके पार्टनर को एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझ कर अपने रिश्ते को धीरे-धीरे मजबूत बनाने का समय साबित होगा।
आर्थिक रीडिंग में आपको सिक्स ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो संकेत देता है कि इस सप्ताह आपको अच्छा बोनस प्राप्त होने वाला है या फिर कोई और वित्तीय लाभ उपहार के रूप में परिवार या फिर दोस्तों के माध्यम से आपके जीवन में आ सकता है।
करियर रीडिंग में आपको ऐट ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आपका करियर अच्छी गति से आगे बढ़ेगा और आपके जीवन में अनुकूल चीजे होंगी। अगर आप प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं तो खुश हो जाइए क्योंकि यह समय आपके लिए उचित प्रमोशन भी लेकर आने वाला है। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनको भी अपनी बिक्री में वृद्धि का अनुभव होगा।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपको फोर ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो अनसुलझे मुद्दों के बारे में संकेत देता है जो आपके लिए चिंता की वजह बन सकते हैं। आप ज्यादा बोझ या दबाव महसूस करेंगे। अपने अंदर मौजूद किसी भी नकारात्मकता से खुद को मुक्त करें और सकारात्मक इंसान के रूप में विकसित होने के लिए खुद को आराम दें।
इस सप्ताह के लिए आपका शुभ रंग: हल्का पीला
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ कप्स
आर्थिक पक्ष: नाइट ऑफ वौण्ड्स
करियर: क्वीन ऑफ कप्स
स्वास्थ्य जीवन: द मून
मिथुन राशि के जातकों प्रेम के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप बहुत ज्यादा अकेले हैं और इस पूरे सप्ताह अपने दोस्तों की कंपनी का आनंद लेते नजर आएंगे और आप एक सक्रिय सामाजिक जीवन भी व्यतीत करेंगे। इस समय आपका ध्यान प्यार या किसी रिश्ते में बंधने का नहीं है और आप सिर्फ खुलकर अपना समय व्यतीत करना चाहते हैं।
वित्तीय रीडिंग में आपको नाइट ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आप अपने वित्त को लेकर के लापरवाही दिखा रहे हैं। आपको इस बात का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है कि अपना संचित धन खत्म ना करें क्योंकि यह बाद में आपके लिए वित्तीय परेशानी की वजह बन सकता है। जितने जल्दी हो सके बचत शुरू करें और अपने वित्त को सही ढंग से प्रबंधित करें तभी आपको लाभ मिलेगा।
अगला कार्ड है क्वीन ऑफ कप्स का जो संकेत दे रहा है कि आप अपने काम में खुश, संतुष्ट और पोषित महसूस करते हैं और मुमकिन है कि आप इसी जगह पर अपना काम जारी भी रखना चाहेंगे। आपके वर्तमान कार्य स्थल में बहुत सारे ऐसे अवसर हैं जहां पर आप अपने काम से संबंधित नई चीज़ें सीख कर एक व्यक्ति के रूप में खुद को विकसित कर सकते हैं।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको द मून का कार्ड मिला है जो आपके अंदर अनकहे विचारों को दर्शाता है जो आपको परेशान कर रहे हैं और आपके समग्र स्वास्थ्य को खराब कर रहे हैं। आपके यहां सलाह दी जाती है कि अपने आसपास के वातावरण पर ज्यादा ध्यान दें और आवश्यक बदलाव करें ताकि आप अंदर से भी ठीक हो सकें।
इस सप्ताह के लिए आपका शुभ रंग: हल्का पीला
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द वर्ल्ड
आर्थिक पक्ष: द हेरोफेंट
करियर: नाइट ऑफ कप्स
स्वास्थ्य जीवन: टेन ऑफ स्वोर्ड्स
कर्क राशि के जातकों प्रेम के संदर्भ में आपको द वर्ल्ड का कार्ड मिला है जो की प्रेम के संबंध से स्थिरता और संतुष्टि का संकेत देता है। इसके अलावा यह कार्ड एक संतुलित और सामंजस्य पूर्ण रिश्ते का भी संकेत दे रहा है जहां आप दोनों के बीच में विश्वास और आपसी सम्मान दोनों नजर आएगा। द वर्ल्ड का कार्ड बताता है कि आपका रिश्ता अब अगले स्तर पर जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
वित्तीय जीवन के लिहाज से बात करें तो आपको द हेरोफेंट का कार्ड मिला है जो वित्तीय पक्ष में स्वतंत्रता और स्थिरता के संकेत दे रहा है। हालांकि यह आपके जीवन में धीरे-धीरे आएगी लेकिन ढंग से आएगी। इसका मतलब यह भी है कि आप पैसे कमाने के लिए केवल पारंपरिक तरीकों पर ही भरोसा करेंगे और अपने वित्त को जोखिम में नहीं डालेंगे। आप धीमी और स्थिर गति से आगे बढ़ने में विश्वास रखेंगे।
करियर रीडिंग में नाइट ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो आपकी राह में आने वाले नए प्रस्तावों और अवसरों के संकेत दे रहा है। आपके पद के साथ-साथ आपके भूमिकाएं और जिम्मेदारियां भी बढ़ने वाली है। आप अभी अपने करियर में जहां भी हैं उससे संतुष्ट हैं और आगे भी इसी राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं।
स्वास्थ्य संबंधित रीडिंग में आपको टेन ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो किसी लंबी बीमारी या फिर चोट से ठीक होने का संकेत दे रहा है। मुमकिन है कि अब आप इस बीमारी का उपचार प्राप्त कर लें जो आपको लंबे समय से परेशान कर रही थी। डॉक्टरी परामर्श से आप जल्द ही अपना स्वास्थ्य दोबारा उत्तम होता देख पाएंगे।
इस सप्ताह के लिए आपका भाग्यशाली रंग: मोती सफेद
सिंह राशि
प्रेम जीवन: किंग ऑफ पेंटेकल्स
आर्थिक पक्ष: सेवेन ऑफ वौण्ड्स
करियर : किंग ऑफ पेंटेकल्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ पेंटेकल्स
सिंह राशि के जातकों प्रेम रीडिंग में आपको किंग ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो एक ऐसे रिश्ते का संकेत देता है जो मजबूत है गहरा है और विश्वसनीय है। हालांकि इसमें बहुत ज्यादा रोमांस नहीं नजर आएगा। अगर आप अपने प्रेम जीवन में प्रतिबद्धता, स्थिरता और सुरक्षा की तलाश में हैं तो यह कार्ड निश्चित रूप से एक शुभ कार्ड माना गया है। यह एक साझेदारी का भी संकेत देता है जिसमें आप और आपका पार्टनर दोनों ही अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों की दिशा में एक साथ काम करते नजर आएंगे।
अगला कार्ड सेवेन ऑफ वौण्ड्स का है जो व्यक्ति की परिपक्वता और उसके विकास का संकेत देता है। वित्तीय प्रसार में यह कार्ड इस बात के संकेत देता है कि आपने अपने जीवन में इस वित्तीय स्थिति को प्राप्त करने के लिए लंबी और कठिन लड़ाई लड़ी है और अब आप वित्तीय रूप से स्थिर होने के साथ-साथ सुरक्षित होने के मूल्य को भी समझ चुके हैं।
करियर रीडिंग में आपको टू ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो इस सप्ताह आपकी राह में आने वाले पदोन्नति और वेतन वृद्धि के संकेत दे रहा है। यह कार्ड दर्शाता है कि इस सप्ताह आप अपने संगठन में कोई महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। चाहे फिर आप यहां पर मालिक हों या कर्मचारी हों। आपके बॉस और सहकर्मी आपकी प्रशंसा करेंगे और आपकी उचित सराहना भी होगी।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको सेवेन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो संकेत देता है कि बहुत सारे उतार-चढ़ावों के बाद अब आखिरकार अपने बीमारियों और सभी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बाहर आ चुके हैं जो आपको परेशान कर रही थी लेकिन अभी भी आप उपचार की राह पर हैं। यह सप्ताह आपको पूरी तरह से ठीक करने के लिए उपयुक्त साबित होगा।
इस सप्ताह के लिए भाग्यशाली रंग: केसरिया
कन्या राशि
प्रेम जीवन: द टावर
आर्थिक पक्ष: थ्री ऑफ पेंटेकल्स
करियर: थ्री ऑफ कप्स
स्वास्थ्य जीवन: थ्री ऑफ वौण्ड्स
कन्या राशि के जातकों को प्रेम जीवन के संदर्भ में द टावर का कार्ड मिला है जो एक बुरे खराब ब्रेकअप का संकेत दे रहा है। ऐसी संभावना बन रही है जैसे कि आपका रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच चुका है। हर छोटी-मोटी लड़ाई मिनटों में ही तीखी बहस में तब्दील हो जाती है और अब आप यह सोचने में ज्यादा समय बिताते हैं कि क्या यह रिश्ता आपके लिए सही भी है या नहीं? यह अध्याय अर्थात यह रिश्ता खत्म करने, अपना मान सम्मान बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए यह समय उपयुक्त साबित होगा।
वित्त के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो बताता है कि इस सप्ताह कम से कम वित्त आपके लिए कोई समस्या नहीं साबित होगा। वित्त के मामले में आप वर्तमान में जहां भी हैं वहां तक पहुंचाने के लिए अपने कड़ी मेहनत की है और आपको एक अधिक अनुभवी व्यक्ति से भी सहायता प्राप्त होगी जो आपके वित्त को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने और योजना बनाने में आपकी अच्छी तरह से मदद करेगा। सलाह दी जाती है कि उनके सुझावों को ध्यान से सुनें और उस पर अमल करें।
करियर के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो निश्चित रूप से संकेत दे रहा है कि आपका करियर बेहद दिलचस्प है और आपको दुनिया भर के लोगों के साथ घुलने मिलने का मौका मिलता है। आप अपने नेटवर्क सर्कल में ऐसे लोगों के संपर्क में भी आ सकते हैं जो आपके करियर में आपको आगे बढ़ाने में मदद करेंगे। इस सप्ताह नौकरी में कोई परिवर्तन भी मुमकिन है।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको थ्री ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या से नहीं परेशान रहेंगे। यह दीर्घकालिक बीमारी से उबरने और अपने स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखने को दर्शा रहा है। इस अवधि में आपके स्वास्थ्य के लिए बहुमूल्य अर्थात उचित भोजन करने और अपने जीवन के प्रति अपने दृष्टिकोण बदलने की सलाह दी जाती है।
तुला राशि के जातकों प्रेम के संदर्भ में इस सप्ताह आपको फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स का कार्ड मिला है। फाइव ऑफ वौण्ड्स का कार्ड इस बात के संकेत दे रहा है कि कोई समस्या है जो आपका साथी आपको बिल्कुल भी नहीं बता रहा है या आपसे कोई सच छुपा रहा है। यह भी मुमकिन है कि आप में से कोई भी संघर्ष को यह अपने बीच की लड़ाई को सुलझाने के लिए तैयार नहीं है और आप केवल अहंकार में डूबे हुए अपने रिश्ते को दांव पर लगा रहे हैं।
वित्तीय रीडिंग में ऐस ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड आया है जो आपको बहुत समझदार निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा। जब बात पैसे की आती है तो मुमकिन है कि आपकी भावनाएं और कारण बिल्कुल भी मेल ना खाएं। इस सप्ताह आपको ज्यादा विचारशील रहना होगा और अचानक कोई बड़ा निर्णय लेने से बचना होगा।
करियर रीडिंग में आपको जजमेंट का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपके वरिष्ठों द्वारा किया गया आपका मूल्यांकन उचित साबित होगा। अगर आपको लग रहा है कि कोई आपको देख नहीं रहा तो आप थोड़ा सा धैर्य दिखाएँ और फिर चीजों पर ध्यान रखें क्योंकि आप पर नजर रखी जा रही है और आपके काम का बहुत ही सावधानीपूर्वक और बारीकी से मूल्यांकन भी किया जा रहा है। आप इस परीक्षा को निश्चित रूप से पास कर लेंगे।
स्वास्थ्य में आपको थे डेथ का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि स्वास्थ्य के लिहाज से शायद यह सप्ताह आपके लिए सर्वोत्तम ना साबित हो। आपको अपने आहार और नियमित फिटनेस व्यवस्था पर विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा। कोई अज्ञात बीमारी आकर आपको परेशान कर सकती है। साथ ही रास्ते में आपको कोई चोट लगने की भी संभावना है।
इस सप्ताह के लिए आपका भाग्यशाली रंग: गुलाबी
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: थ्री ऑफ स्वोर्ड्स
आर्थिक पक्ष: नाइट ऑफ वौण्ड्स
करियर: फोर ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्स
वृश्चिक राशि के जातकों को प्रेम रीडिंग में थ्री ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपको अपने निजी जीवन और रोमांटिक रिश्ते में काफी उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ सकता है। मुमकिन है कि आपको कोई दर्दनाक ब्रेकअप भी झेलना पड़ेगा। अगर आपका ब्रेकअप नहीं हुआ तो भी आप दोनों के बीच गंदी लड़ाई होने की संभावना है।
वित्तीय रीडिंग में नाइट ऑफ वौण्ड्स का कार्ड आपके वित्त को अच्छी तरह से संचित करने और प्रबंधित करने की आवश्यकता की ओर इशारा कर रहा है। इस सप्ताह आपके पास पैसा तो आएगा लेकिन यह इस बात का भी संकेत दे रहा है कि वह उतनी ही जल्दी से बाहर भी चला जाएगा। आपको अपने खर्चों में कटौती करने की आवश्यकता है।
करियर रीडिंग में फोर ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो बताता है कि इस सप्ताह आपकी नौकरी या करियर आपको उदास महसूस करा सकते हैं और आपको असंतुष्टि की भावना घेर सकती है। आप अपने कामकाजी जीवन के अच्छे पहलुओं की अपेक्षा करते नजर आने वाले हैं क्योंकि आप दूसरों की सफलताओं, जीवन और उनकी उपलब्धियां से ईर्ष्या करने वाले हैं।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको नाइट ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह अगर आप बेहतर होने या किसी स्वास्थ्य समस्या से उबरने का संघर्ष कर रहे हैं तो आपको डॉक्टर के साथ-साथ आपके परिवार और दोस्तों से उचित भावनात्मक और चिकित्सकीय सहायता मिलेगी।
धनु राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में टू ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो आपको अपने जीवनसाथी से मिलने के संकेत दे रहा है। यह कार्ड रोमांटिक रिश्तों से परे किसी भी रिश्ते में प्रशंसा और शांति के आदान-प्रदान की ओर भी इशारा करता है। टू ऑफ कप्स दो व्यक्तियों के बीच के प्यार के प्रवाह को दर्शाता है फिर यह दो व्यक्ति आपस में दोस्त हो सकते हैं, परिवार की कोई सदस्य हो सकते हैं या फिर रोमांटिक पार्टनर्स भी हो सकते हैं।
वित्तीय व्यक्ति रीडिंग में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो परेशानी के संकेत दे रहा है क्योंकि यह आपको वित्तीय संकट या दिवालियापन का सामना करने से सावधान करता है। आप किसी गहरी आर्थिक परेशानी में फंस सकते हैं। ऐसे में बचत शुरू कर दें और अपने वित्त की योजना बहुत ही सावधानी से बनाएं।
करियर रीडिंग में नाइट ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि अगर आप रणनीतिक जोखिम लेते हैं और दृढ़ संकल्प दिखाते हैं तो आप अपने करियर गतिविधियों में सफल अवश्य होंगे। यह नौकरी में बदलाव या नेतृत्व की स्थिति संभालने का मौका भी देता है। यह निश्चित रूप से एक राहत की बात है।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको क्वीन ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड प्राप्त हुआ है जो संकेत दे रहा है कि आपका स्वास्थ्य इस सप्ताह अनुकूल बना रहेगा बस इस बात को सुनिश्चित करें कि आप अपने स्वास्थ्य के लिए उचित प्रयास और रखरखाव बनाए रखेंगे। हालांकि छोटी-मोटी बीमारियां होने की संभावना तो है लेकिन कुल मिलाकर आप स्वस्थ जीवन व्यतीत करेंगे।
इस सप्ताह के लिए भाग्यशाली रंग: पीला
मकर राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ कप्स
आर्थिक पक्ष: क्वीन ऑफ स्वोर्ड्स
करियर: द हाई प्रीस्टेस
स्वास्थ्य जीवन: टू ऑफ वौण्ड्स
मकर राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में ऐस ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो आपको आकर्षित करने के लिए एक उत्कृष्ट कार्ड माना जाता है। यह नई और सुखद शुरुआत के संकेत दे रहा है। यह कार्ड प्रेम और अंतरंगता, सच्ची भावना और करुणा का प्रतिनिधित्व करता है। इस सप्ताह आप अपने आप में नए और सार्थक रिश्ते और मित्रता विकसित करते नजर करेंगे जो आपके जीवन में काफी आगे तक जा सकते हैं।
आर्थिक रीडिंग में आपको क्वीन ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत देता है कि इस सप्ताह आप छोटी-छोटी चीजों पर खर्च नहीं करेंगे और तार्किक रूप से अपने वित्त की योजना बनाएंगे। यह सप्ताह आपकी वित्तीय योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह आपको वह आधार देगा जिस पर आप अपने भविष्य के खर्चों की नींव रखेंगे।
करियर के संदर्भ में द हाई प्रीस्ट्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप अपनी नौकरी छोड़ने का विचार कर सकते हैं और अपनी उच्च शिक्षा पूरा पूरी करने के लिए आगे भी बढ़ सकते हैं। मुमकिन है कि आपको इस सप्ताह वह पुष्टि प्राप्त हो जाए जिसका आप अपनी उच्च शिक्षा शुरू करने के लिए इंतजार कर रहे थे।
स्वास्थ्य रीडिंग में आपको टू ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि अब आप दुनिया को एक नई रोशनी से देखेंगे। आप ज्यादा सकारात्मक रहेंगे क्योंकि समय के साथ आप उसे बीमारी से उबर चुके हैं जो आपको परेशान कर रही थी और अब आप सकारात्मक और तरोताजा महसूस करेंगे।
कुंभ राशि के जातकों को प्रेम रीडिंग में द टेंपरेंस का कार्ड प्राप्त हुआ है जो सहनशीलता, संतुलन, करुणा और रोमांटिक रिश्तो में बीच का रास्ता अपनाने के संकेत देता है। हालांकि यह कार्ड कुंभ राशि के जातकों को सावधानी के रूप में भी कार्य करता है और आपकी भावनाओं से बेहतर काम न करने और भावनात्मक चरण सीमा पर जाने से बचने के लिए संकेत दे रहा है।
अगला कार्ड टेन ऑफ पेंटाकल्स का है जो आप सभी के लिए एक अनुकूल वित्तीय स्थिति का संकेत दे रहा है। इसका मतलब यह नहीं है कि वित्त प्रचुर मात्रा में होगी बल्कि इसका यह मतलब है कि आपके पास लगातार आय होती रहेगी और आप वित्तीय रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे।
‘ऐस’ हमेशा किसी नई चीज की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में आपके करियर रीडिंग में ऐस ऑफ वौण्ड्स का कार्ड मिला है जो इस बात के संकेत दे रहा है कि आपके रास्ते में नए अवसर या नई भूमिकाएं आ सकती हैं। इस सप्ताह आपका करियर नहीं राह पकड़ेगा और निश्चित रूप से आपको विकास के मार्ग पर ले जाएगा।
स्वास्थ्य रीडिंग में इंप्रेस का कार्ड मिला है जो की एक शानदार कार्ड माना जाता है क्योंकि यह न केवल पूरे सप्ताह अच्छे स्वास्थ्य के संकेत देता है बल्कि परिवार में बच्चों के जन्म आदि जैसी खुशखबरी भी लेकर आ सकता है। इंप्रेस सर्वोत्तम स्वास्थ्य चरणों का प्रतीक माना जाता है।
इस सप्ताह के लिए भाग्यशाली रंग: गहरा नीला
मीन राशि
प्रेम जीवन: द स्टार
आर्थिक पक्ष: टू ऑफ वौण्ड्स
करियर: द चेरियट
स्वास्थ्य जीवन: ऐट ऑफ स्वोर्ड्स
मीन राशि के जातकों को प्रेम रीडिंग में द स्टार का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आपको अपने पिछले रिश्तों के बोझ को त्यागने की आवश्यकता है और आपको अपने रास्ते में आने वाले प्यार को पूरे दिल और खुली बाहों के साथ स्वीकार कर लेना चाहिए। आपमें जितनी क्षमता दिखती है उससे कहीं अधिक मौजूद है या जितना अधिक आप समझते हैं उससे कहीं अधिक सक्षम आप हैं।
अगला कार्ड टू ऑफ वौण्ड्स का है जो संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप अपना वित्तीय भविष्य स्थापित करने की योजना बनाएंगे। आप अपनी सेवानिवृत्ति योजना एक साथ रख सकते हैं, अपनी बचत बढ़ा सकते हैं या व्यवसाय स्थापित करने के लिए बचत कर सकते हैं। यह परिवार से या उसके माध्यम से आने वाले धन का भी संकेत होता है।
करियर रीडिंग में द चेरियट का कार्ड एक अनुकूल कार्ड माना जाता है। इस सप्ताह आपका करियर गति पकड़ेगा चाहे फिर आप व्यवसाय के मालिक हो या नौकरी करने वाले हो। इस सप्ताह आपको अच्छे मौके प्राप्त होंगे। इस राशि के कुछ जातक विदेश यात्रा का सुख भी प्राप्त कर सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो आगे आने वाले कुछ दिन आपके लिए बहुत अच्छे साबित होंगे।
स्वास्थ्य रीडिंग में ऐट ऑफ स्वोर्ड्स का कार्ड दर्शाता है कि आप चिंता और अस्पष्टता और आत्म संदेह से पीड़ित हैं और नकारात्मक विचार आपके लिए अच्छा काम करना मुश्किल बना सकते हैं। ऐसे में नकारात्मकता से दूर रहें। आप चाहें तो इसके लिए किसी करीबी से बात कर सकते हैं।