चिलचिलाती गर्मी में भी कूल दिखते हैं ये राशि वाले, जानें इसके पीछे की वजह!

इन दिनों लोगों को लंबे समय से सूर्य देव के प्रचंड तेवरों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह से ही भीषण गर्मी और लू लोगों की हालत बिगाड़ रही है। भीषण गर्मी से अभी राहत के आसार भी नजर नहीं आ रहे। इस बीच कुछ राशियों पर गर्मी का कोई प्रभाव नज़र नहीं आ रहा है। इस राशि के जातक चिलचिलाती गर्मी में भी कूल नज़र आते हैं। दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में राशियों को अलग-अलग तत्वों (अग्नि, वायु, पृथ्वी और जल) में बांटा गया है। सभी 12 राशियों में तीन राशियां जल तत्व की राशियां हैं और एक राशि राशि वायु तत्व की राशि है। यानी 4 राशियां ऐसी हैं, जो जल व वायु तत्व से संबंधित हैं इसलिए ये राशि वाले जातक भीषण गर्मी में भी ऊर्जा से भरे हुए दिखाई देते हैं।

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तो आइए इसी क्रम में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन राशियों के बारे में जो इस तपती गर्मी में भी कूल नज़र आते हैं यानी सूर्यदेव की किरण उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाती है। साथ ही, जानेंगे कि इन राशियों की क्या खूबियां हैं।

इन राशियां तपती गर्मी में भी रहते हैं फिट

मिथुन राशि

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मिथुन राशि द्विस्वभाव वाली और वायु तत्व की राशि है। वायु तत्व की राशि होने के परिणामस्वरूप, इन जातकों को गर्मी परेशान नहीं करती है। यह मौसम और परिस्थिति के अनुसार, खुद को बड़ी आसानी से ढाल लेते हैं। यही नहीं सर्दी के मौसम में इन्हें ज्यादा सर्दी नहीं लगती है। ये हर मौसम में सामान्य रहते हैं और चाहे कितनी भी गर्मी हो जाए पसीने की बूंद इनके माथे पर नज़र नहीं आती है।

हालांकि, इस राशि के व्यक्तित्व की बात करें तो ये बहुत अधिक कल्पनाशील और ख्यालों में हर वक्त खोए रहते हैं। इसके अलावा, ये जातक काफी परिवर्तनशील होते हैं। ये काफी पढ़े-लिखे होते हैं और किताबें पढ़ने का इन जातकों को बहुत अधिक शौक होता है। हालांकि, द्विस्वभाव वाली राशि होने के कारण अक्सर इन्हें निर्णय लेने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि ये सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। हालांकि, ये जल्द से जल्द धन अर्जित करने के बारे में सोचते हैं और उसके लिए काफी मेहनत भी करते हैं।

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कर्क राशि

बात कर्क राशि की करें तो, कर्क राशि जल तत्व की राशि है और साथ ही, इस राशि के स्वामी शीतलता का कारक ग्रह चंद्रमा हैं। इसके परिणामस्वरूप इस राशि के जातक भीषण गर्मी में भी खुद को संभालना अच्छे से जानते हैं। यही नहीं कुछ लोगों को गर्मी में टैनिंग की काफी समस्या होती है लेकिन इन राशि वालों को कम गर्मी लगने की वजह से टैनिंग की समस्या भी नहीं सताती है। इस राशि के जातक काफी कूल रहते हैं। इनके स्वभाव में भी शांति और शीतलता देखने को मिलती है।

इसके अलावा, ये लोग बहुत अधिक भावुक होते हैं। ये भले ही बाहर से बहुत अधिक कठोर नज़र आए लेकिन अंदर से बहुत नरम दिल के होते हैं। कई बार इस राशि का यही स्वभाव उन्हें लोगों के बीच प्रिय बनाने में मदद करता है। इन जातकों का भावुक स्वभाव इनको परिस्थितियों से जल्दी बाहर आने नहीं देता है। कर्क राशि के स्वामी चन्द्रमा और जल तत्व की राशि होने के फलस्वरूप ये लोग संवेदनशील, मासूम,कभी -कभी मूडी व भावुक होते हैं।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं, जो अग्नि प्रधान ग्रह हैं इसलिए इनका स्वभाव तेज होता है लेकिन, जल तत्व होने की वजह से इन्हें हरियाली व पाली वाले क्षेत्र अधिक पसंद आते हैं। मौका मिलते हैं इस राशि के लोग समुद्र तट या जलीय क्षेत्रों में घूमने के लिए निकल जाते हैं। हालांकि, इस राशि के जातकों को सर्दी जुकाम की समस्या बहुत अधिक रहती है क्योंकि, ये जल तत्व के होते हैं लेकिन, ख़ास बात यह होती है कि इनको गर्मी अधिक परेशान नहीं करती है और यह तपतपाती गर्मी को भी सहन करने में सक्षम होते हैं।

वृश्चिक राशि के जातक दूसरों के बारे में जानने में काफी दिलचस्पी लेते हैं। ये जरूरी चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इन लोगों को रिसर्च करना बहुत पसंद होता है और मुद्दे की तह तक पहुंच कर रहते हैं। हालांकि, इन जातकों को गुस्सा जल्दी आता है पर ये लोग बातचीत में स्पष्टवादी होते हैं। ज्यादा क्रोध से इन्हें नुकसान भी पहुंच सकता है इसलिए इन्हें अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है। वृश्चिक राशि के लोगों की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत होती है और ये एक दूसरे में बहुत जल्दी घुल मिल जाते हैं।

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मीन राशि

मीन राशि जल तत्व की राशि है और इसके स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं इसलिए गुरु की स्थिरता और गंभीरता इन राशि के जातकों में पाई जाती है। मीन राशि जल तत्व की राशि होने के कारण इनके व्यक्तित्व के साथ इनकी प्रकृति में भी शीतला देखी जाती है। गर्मी के दिनों में इस राशि के जातकों को अधिक परेशानी नहीं होती है और ये काफी कूल रहते हैं। चाहे कितनी भी गर्मी क्यों न हो जाए इनका चेहरा मुस्कुराता रहता है।

इनके स्वभाव की बात करें तो ज्योतिष के अनुसार मीन राशि के लोग स्वतंत्र रहना काफी पसंद करते हैं। इनके विचारों से लोग काफी प्रभावित होते हैं। ऐसे लोग काफी भावुक होते हैं। ये काल्पनिक दुनिया में ज्यादा रहते हैं। इनके पास धन आवश्यकता से अधिक होता है और कई बार यह परेशानी का सबब भी बन जाता है। इस राशि के लोगों को युवावस्था में ही धन, वैभव, ऐश्वर्य एवं भौतिक सुख की प्राप्ति होती है। आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ इनका झुकाव बहुत अधिक होता है। लेकिन अंधभक्ति का दिखावा नहीं करते हैं। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. मीन राशि का तत्व क्या है?

उत्तर 1. इस राशि को जल तत्व प्रधान माना जाता है।

प्रश्न 2. मीन राशि के देवता कौन है?

उत्तर 2. इस राशि का स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं।

प्रश्न 3. वृश्चिक राशि का तत्व कौन सा है?

उत्तर 3. वृश्चिक राशि को जल तत्व की राशि माना गया है।

प्रश्न 4. वृश्चिक राशि के लोग कैसे होते हैं?

उत्तर 4. वृश्चिक राशि वाले अपने काम के प्रति काफी प्रतिबद्ध किस्म के होते हैं। दोस्ती के मामले में ये काफी बेहतर होते हैं।

बुध मिथुन राशि में उदित: इन राशियों को मिलेगी राहत और इन राशियों पर आएगी आफ़त!

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको बुध मिथुन राशि में उदित से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय एवं प्रभाव आदि। बता दें कि बुध 27 जून 2024 को मिथुन राशि में उदित हो जाएंगे और ऐसे में, राशि चक्र की सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव देखने को मिलेंगे। हमारा यह ब्लॉग आपको बुध के उदित होने से राशियों, शेयर बाजार समेत संसार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में अवगत कराएगा इसलिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें। 

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ज्योतिष में बुध ग्रह किसी व्यक्ति के संवाद करने के तरीके को दर्शाते हैं फिर चाहे वह बात करने, लिखने या फिर सुनने के माध्यम से हो। मनुष्य जीवन में बुध बात करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। सकारात्मक पक्ष देखें तो, यह आपको बातों में स्पष्ट और चीज़ों को जल्दी समझने वाला बनाते हैं जबकि नकारात्मक रूप से गलतफहमी या बातों को गलत समझने आदि को बढ़ावा देते हैं। हालांकि, कभी-कभी बुध के अशुभ प्रभाव में होने पर यह आपको छल कपटी और धोखेबाज़ बना सकता है। साथ ही, बुध की स्थिति आपको मजाकिया और संचार में व्यंग्यात्मक भी बनाने का काम करती है।

बुध मिथुन राशि में उदित: समय

बुध महाराज 27 जून 2024 की सुबह 04 बजकर 22 मिनट पर मिथुन राशि में उदित हो जाएंगे। बता दें कि मिथुन राशि के स्वामी ग्रह बुध हैं और ऐसे में, यह अपनी ही राशि में उदित होंगे इसलिए इनकी स्थिति में होने वाले बदलाव का असर 12 राशियों, शेयर बाजार और विश्व  में होने वाली घटनाओं पर पड़ेगा। हालांकि, इसके ठीक दो दिन बाद यानी कि 29 जून को बुध देव कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे। आइए जानते हैं कि बुध के उदित होने से यह आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे। 

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क्या होता है बुध का उदय होना?

बुध के उदित होने का अर्थ ऐसी अवस्था से है जब बुध सूर्य से दूरी बनाना शुरू कर देता है जिससे वह अपनी खोई हुई शक्तियों को पुनः प्राप्त कर सके। इस घटना को ही बुध का उदित होना कहा जाता है और इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि प्राचीन काल में इसे गतिविधियों और घटनाओं के सूचक के रूप में देखा जाता था। 

ज्योतिष की दुनिया में बुध के उदित होने को बौद्धिक और संचार कौशल से जुड़ी अवधि माना ’जाता था। इस समय को किसी भी तरह के काम की नई शुरुआत के लिए श्रेष्ठ कहा गया है, विशेष रूप से सीखने, लिखने, संवाद और व्यापार आदि के लिए। वहीं, कुछ ज्योतिषियों का मत है कि यह आपके विचारों को स्पष्ट बनाने का भी काम करता है। 

बुध मिथुन राशि में उदित; इन राशियों के लिए साबित होगा वरदान

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, इन जातकों का संचार कौशल शानदार रहेगा और आप जीवन के महत्वपूर्ण कामों को पूरा करने में सक्षम होंगे। पेशेवर जीवन की बात करें, तो करियर के क्षेत्र में सहकर्मियों के साथ आपके रिश्ते सौहार्द से पूर्ण बने रहेंगे और उनका रवैया आपके साथ दोस्ताना होगा।

जिन जातकों का संबंध मीडिया या मार्केटिंग से है, उनके लिए यह अवधि लाभ लेकर आएगी। आप नए-नए दोस्त बनाने में सक्षम होंगे क्योंकि इस समय आपकी वाणी मधुर और बातचीत करने की क्षमता शानदार रहेगी। बुध का इस स्थिति को आपके पिता के लिए फलदायी कहा जाएगा और साथ ही, जीवनसाथी और भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं और ऐसे में, यह आपके जीवन में सकारात्मक परिणाम लेकर आएंगे। परिवार के साथ आप अच्छा समय बिताते हुए दिखाई देंगे और उनके साथ बात करने से आप हर समस्या का हल ढूंढ़ने में सक्षम होंगे। इन जातकों की मधुर वाणी सबको अपना बनाने का काम करेगी और आपकी बात को टालना हर किसी के लिए मुश्किल होगा।    

परिवार में चल रहे विवाद या मतभेद अब दूर होंगे और आपको मनपसंद भोजन करने के मौके मिलेंगे। बुध की यह स्थिति वृषभ राशि के छात्रों के लिए फलदायी रहेगी और शिक्षा में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपकी बुद्धि तेज़ बनेगी जिसका फायदा आपको आर्थिक जीवन में मिलेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होने से आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। 

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके पहले/लग्न भाव में उदित होंगे जो कि आपके पहले और और चौथे भाव में स्वामी हैं। ऐसे में, यह आपके आत्मविश्वास को बढाएंगे और समाज में आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। साथ ही, इन लोगों के सामाजिक जीवन के दायरे का भी विस्तार होगा और आप अपनी एक विशिष्ट जगह बना सकेंगे। हालांकि, बुध के मिथुन राशि में उदित होने से आपके जीवन में चल रही आर्थिक समस्याएं और परिवार में उत्पन्न मतभेद अब दूर होंगे। अगर पार्टनर के साथ आप मतभेद का सामना कर रहे हैं, तो अब उसका भी समाधान हो जाएगा और इसके फलस्वरूप, आप साथी के साथ यादगार समय बिताते हुए दिखाई देंगे। 

आप दोनों साथ मिलकर परिवार को मज़बूत करने के बारे में सोच-विचार करेंगे और इस दिशा में आप कोई ठोस कदम भी उठा सकते हैं। साथ ही, आप लापरवाह होकर जीवन जिएंगे जिसकी वजह से आप अपने आसपास मौजूद लोगों का मनोरंजन करेंगे। ऐसे में, वह आप पर प्रेम न्योछावर करेंगे। मीडिया, लिटरेचर या कला के क्षेत्र से जुड़े जातक बुध उदित की अवधि में अपनी चमक बिखेरेंगे। 

सिंह राशि

वाणी और संचार के कारक ग्रह बुध सिंह राशि वालों के लिए दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। बुध के मिथुन राशि में उदित होने से आप अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताते हुए नज़र आएंगे, विशेष रूप से बड़े भाई-बहनों के साथ। ऐसे में, वह आपका साथ देंगे और जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने में आपकी सहायता और मार्गदर्शन दोनों करेंगे। अगर आपको आर्थिक मदद की भी आवश्यकता होगी, तब भी वह अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे और आपकी सहायता करेंगे।

वहीं, कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, नौकरी में आपको किसी अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है। सिंह राशि के जातकों के सामाजिक जीवन का विस्तार होगा और साथ ही, आप सोशल मीडिया पर काफ़ी एक्टिव रहेंगे। 

कन्या राशि

कन्या राशि के जातक बुध उदित की अवधि में ऊर्जावान और उत्साह से भरे रहेंगे। इन जातकों के सपने ऊंचे होंगे और आप एक साथ कई कामों को करने में सक्षम होंगे। इन लोगों के घर में सुख-शांति बनी रहेगी और परिवार के सदस्यों के साथ आप हंसी-मजाक करते हुए दिखाई देंगे जिससे वातावरण खुशहाल बना रहेगा। ऐसे में, आपके आसपास के लोग आपसे ख़ुश रहेंगे। बुध उदित का समय शिक्षा के लिए भी उत्तम रहेगा क्योंकि इस राशि के छात्रों की याददाश्त तेज़ होगी और वह नए काम जल्दी से सीख जाएंगे। 

करियर के क्षेत्र में, इस समय को आपके लिए शुभ कहा जाएगा और यह आपको कार्यों के सकारात्मक परिणा प्रदान करेगा। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उनका बिज़नेस तरक्की और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ेगा। आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी और वहीं, जो जातक नौकरी करते हैं, उनकी मुलाकात उच्च पद के किसी प्रभावशाली व्यक्ति से हो सकती है। इस राशि के जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं, उनके लिए बुध की उदित अवस्था बेहतरीन परिणाम लेकर आएगी क्योंकि आप करियर में स्थिरता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। साथ ही, कन्या राशि के जातक नई योजनाओं को शुरू करने के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं, तो वह इस अवधि में आगे की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं, उन्हें जल्द ही सफलता की प्राप्ति होगी।

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तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध उदित की अवधि में आप खुद को भाग्यशाली महसूस करेंगे। इन जातकों का झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और धार्मिक ग्रंथों के बारे में जानने में आपकी दिलचस्पी होगी। ऐसे में, आप तीर्थस्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों की यात्रा करते हुए नज़र आ सकते हैं। हालांकि, इस दौरान आपके रिश्ते पिता या पिता तुल्य व्यक्ति के साथ अच्छे बने रहेंगे और वह हर कदम पर आपका साथ देंगे। लेकिन, आपको थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि आपके पिता को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, धर्म-कर्म और दान आदि से जुड़े कार्यक्रमों में आप बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।

बुध मिथुन राशि में उदित होने का समय उन छात्रों के लिए सफलता लेकर आएगा जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के बारे में सोच रहे हैं। इन लोगों के मार्ग में आ रही समस्याएं दूर होंगी और इसके परिणामस्वरूप, आप अपनी पसंद के कॉलेज में एडमिशन लेने में सफल रहेंगे। इस अवधि को आपके पेशेवर जीवन के लिए भी सकारात्मक कहा जाएगा जिनका संबंध ट्रैवेलिंग, शिक्षा और रियल एस्टेट से है। इन क्षेत्रों में अचानक से तेज़ी देखने को मिलेगी और साथ ही, आपको भाग्य का साथ मिलेगा। बॉस की नज़रों में आपकी छवि अच्छी बनी रहेगी और फलस्वरूप, बेहतरीन काम के लिए इंसेंटिव मिलने की भी संभावना है।

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध आपके पांचवें भाव में उदित होंगे। बता दें कि बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के भी स्वामी हैं। ऐसे में, पेशेवर जीवन के लिए इस अवधि को अच्छा कहा जाएगा, विशेष रूप से विभिन्न मार्केट के बारे में जानने के लिए। यह जातक अपनी रुचि के माध्यम से पैसा कमाने में सक्षम होंगे। यह समय उन लोगों के लिए फलदायी रहेगा जो मनोविज्ञान, शिक्षक और ज्योतिष आदि से जुड़े हैं। 

आपकी योग्यताएं और क्षमताएं मज़बूत होंगी और ऐसे में, दूसरे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने में सक्षम होंगे। आपके ग्राहकों की संख्या में वृद्धि होगी जिससे आपका व्यापार बढ़ेगा। जिन लोगों की रुचि सट्टेबाजी में हैं, उन्हें इस दौरान कम से कम धन निवेश करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपको हानि हो सकती है। 

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बुध मिथुन राशि में उदित: इन राशियों की बढ़ेंगी मुसीबतें 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में उदित होने जा रहे हैं जो कि आपके रहस्यों का भाव है। इस अवधि में आपकी मानसिक शांति भंग रह सकती है। साथ ही, आपको दोस्तों के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 

इसके विपरीत, बुध उदित की अवधि आपके पेशवर जीवन के लिए जोख़िम भरी रहने की आशंका है इसलिए आपको सोच-समझकर आगे बढ़ना होगा। नौकरीपेशा जातकों को भी सतर्क रहने की आवकश्यता होगी क्योंकि आपको वरिष्ठों और बॉस के साथ मतभेदों से जूझना पड़ सकता है जिसका असर आपके मान-सम्मान पर पड़ने की संभावना है। इस अवधि को योजनाओं के निर्माण के लिए अच्छा कहा जाएगा, लेकिन उन्हें लागू करने में आपको देरी का सामना करना पड़ सकता है, अन्यथा आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इस राशि के जो जातक रिसर्च, खनन या पेट्रोलियम आदि से संबंध रखते हैं, उनकी वेतन में वृद्धि होने की संभावना है।

बुध मिथुन राशि में उदित के दौरान जरूर करें ये उपाय 

  • बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें। 
  • गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास चढ़ाएं। साथ ही, उन्हें देशी घी के लड्डू का भोग लगाएं। 
  • गाय को हरी सब्ज़ियां खिलाएं। 
  • परिवार की महिलाओं को वस्त्र और हरे रंग की चूड़ियां दें। 
  • किन्नरों का आशीर्वाद लें। 
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं।  

बुध मिथुन राशि में उदित: विश्व पर प्रभाव

सरकार एवं राजनीति

  • बुध के मिथुन राशि में उदित होने से सरकार विभिन्न क्षेत्रों का समर्थन कर सकती है और वह ऐसा इन क्षेत्रों में सुधार लाकर और योजनाएं लागू करके कर सकती हैं।
  • देश के बड़े राजनेता और उच्च अधिकारी जिम्मेदारी से पूर्ण बयान दे सकते हैं। ऐसे में, वह जनता के साथ जुड़ने और उनकी बात सुनने का प्रयास करेंगे।

व्यापार एवं कृषि

  • व्यापार के कारक ग्रह कहे जाने वाले बुध के उदित होने पर दुनियाभर में व्यापार के क्षेत्र में गिरावट आने का अनुमान है।
  • पब्लिक सेक्टर, फार्मा और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री आदि को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ सकता है।
  • ट्रांसपोर्ट, हस्तशिल्प और हैंडलूम आदि क्षेत्रों में बुध उदित होने से तेज़ी देखने को मिलेगी। 
  • भारत में कृषि और पशुपालन की मांग में वृद्धि होगी।
  • शेयर बाजार और सट्टा बाजार में अस्थिरता का दौर जारी रहेगा।
  • देश में अधिकतर लोगों का झुकाव अध्यात्म और धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ेगा। 
  • पब्लिक सेक्टर में काम करने वालों जातकों को विभिन्न स्रोतों से लाभ प्राप्त होगा। 

मीडिया एवं जर्नलिज्म

  • जो लोग मीडिया के क्षेत्र  से जुड़े हैं, वह अपनी शर्तों पर काम करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है।
  • लेखक, जर्नलिस्ट, कंटेंट क्रिएटर आदि को बुध के उदित होने से लाभ होगा। 

बुध मिथुन राशि में उदित: शेयर बाजार भविष्यवाणी 

बुध की उदित अवस्था शेयर बाजार को अत्यधिक प्रभावित करेगी और इसका असर विभिन्न कंपनियों के शेयरों से मिलने वाले मुनाफे पर भी असर डालेगा। अगर आप शेयर बाजार में रुचि रखते हैं, तो एस्ट्रोसेज ने शेयर बाज़ार भविष्यवाणी को विशेष रूप से आपके लिए तैयार किया है। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध के मिथुन राशि में उदित होने से शेयर बाजार पर अच्छा या बुरा कैसा असर पड़ेगा।

  • फार्मा, पब्लिक और आईटी सेक्टर आदि के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है।
  • बैंकिंग क्षेत्र काफ़ी समय से समस्याओं का सामना कर रहा है और इनका यह कठिन समय आगे भी जारी रह सकता है। 
  • इस महीने का अंतिम समय रबर, तंबाकू और खाने-पीने में इस्तेमाल होने वाले तेल उद्योग आदि के लिए अच्छा रहने की संभावना है।

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बुध मिथुन राशि में उदित: इन खेल टूर्नामेंटों को करेंगे प्रभावित

बुध के उदित होने से नीचे दिए गए खेल टूर्नामेंट प्रभावित होंगे। 

टूर्नामेंटतारीख़
आईसीसी टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप01 जून से 29 जून, 2024

बुध 27 जून 2024 को मिथुन राशि में उदित होंगे और इसके बाद यह कर्क राशि में 29 जून 2024 को प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में, बुध के स्वयं की राशि में उदित होने से आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल पर इसका असर देखने को मिलेगा। यह एकमात्र ऐसा टूर्नामेंट है जो इस अवधि में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, इस वर्ल्ड कप में नए खिलाड़ी अपना दबदबा बनाएंगे। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. बुध ग्रह की मूल त्रिकोण राशि कौन सी है?

उत्तर 1. कन्या। 

प्रश्न 2. बुध के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कौन सी धातु और रत्न धारण करना चाहिए?

उत्तर 2. रत्न: पन्ना और धातु: सोना/चांदी। 

प्रश्न 3. बुध के शत्रु ग्रह कौन से हैं?

उत्तर 3. मंगल को बुध का शत्रु माना जाता है। 

इस शुभ योग में रखा जाएगा निर्जला एकादशी का व्रत, राशि अनुसार उपाय करने से चमकेगा भाग्य!

सनातन धर्म में सभी एकादशी तिथियों का विशेष महत्व है। हर महीने दो एकादशी व्रत रखे जाते हैं और इस तरह वर्ष में 24 एकादशी की तिथियां पड़ती है। परन्तु जिस वर्ष अधिक मास होता है, उस वर्ष में 26 एकादशी तिथियां आती है। इन सभी में निर्जला एकादशी को सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि सभी एकादशी में केवल निर्जला एकादशी का व्रत रखने से श्रद्धालुओं को वर्ष के सभी एकादशियों के बराबर फल प्राप्त होता है। निर्जला एकादशी व्रत सभी एकादशियों में सबसे कठिन व्रत होता है क्योंकि इस व्रत में द्वादशी तक पानी की एक बूंद भी नहीं ग्रहण की जाती है इसलिए इसे निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। साथ ही, इसे भीमसेनी एकादशी या पांडव एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। महर्षि वेदव्यास के अनुसार, भीमसेन ने सबसे पहले इस व्रत को रखा था। इस व्रत में सूर्योदय से द्वादशी के सूर्योदय तक जल ग्रहण नहीं किया जाता है। इस व्रत को विधि-विधान से करने वालों को दीर्घायु और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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ख़ास बात यह है कि इस साल निर्जला एकादशी पर बहुत अधिक शुभ योग का निर्माण हो रहा है और इस योग की वजह से इस एकादशी का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाएगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस साल निर्जला एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, इस दिन बनने वाले शुभ योग व इस दिन राशि अनुसार करने वाले आसान उपायों के बारे में हम यहां चर्चा करेंगे।

निर्जला एकादशी 2024: तिथि व समय

निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तिथि को रखा जाता है। इस बार यह तिथि 18 जून 2024 को पड़ रही है।

निर्जला एकादशी तिथि: मंगलवार, 18 जून 2024

एकादशी तिथि प्रारंभ: 17 जून 2024 की सुबह 04 बजकर 45 मिनट से 

एकादशी तिथि समाप्त: 18 जून 2024 की सुबह 06 बजकर 26 मिनट तक

निर्जला एकादशी पारण मुहूर्त : 19 जून 2024 की सुबह 05 बजकर 23 मिनट से 08 बजकर 11 मिनट तक।

अवधि : 2 घंटे 47 मिनट

शुभ योग

निर्जला एकादशी के दिन 3 शुभ योग बन रहे हैं और पारण वाले दिन 5 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। सबसे पहले बात करें निर्जला एकादशी के दिन बन रहे शुभ योगों की तो, इस दिन त्रिपुष्कर योग, शिव योग और स्वाति नक्षत्र का शुभ योग बनेगा। 

समय की बात करें तो, 

त्रिपुष्कर योग- एकादशी के दिन शाम 03:56 से अगले दिन सुबह 05:24 तक रहेगा। 

वहीं शिव योग एकादशी वाले दिन प्रात:काल से लेकर रात 09 बजकर 39 मिनट तक है।

स्वाति नक्षत्र एकादशी वाले दिन प्रात:काल से प्रारंभ होकर शाम 03:56 तक रहने वाला है। 

ये दोनों ही योग और नक्षत्र किसी भी नए काम की शुभ शुरुआत के लिए बेहद ही शुभ माने गए हैं। वहीं कहा जाता है कि त्रिपुष्कर योग में जो भी काम किया जाए उससे व्यक्ति को तीन गुना फल की प्राप्ति होती है। 

निर्जला एकादशी के दिन शिव योग का निर्माण हो रहा है। शिव योग को तंत्र या वामयोग भी कहते हैं, जो बहुत ही शुभ योगों में एक माना जाता है। जैसा कि नाम से प्रतीत हो रहा है कि शिव योग भगवान शिव पर आधारित है। इस दौरान भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करना और जलाभिषेक करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इस योग में किए हर कार्य सफल होते हैं और इसके परिणाम सकारात्मक मिलते हैं।

इसके बाद पारण वाले दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो, इस दिन यानि 19 जून को सिद्ध योग प्रात:काल से रात 09 बजकर 12 मिनट तक रहने वाला है, विशाखा नक्षत्र प्रात:काल से शाम 05:23 तक रहने वाला है। .

पारण के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है। ये तीनों शुभ योग 19 जून को शाम 05:23 से अगले दिन यानि 20 जून को सुबह 05:24 तक रहने वाले हैं। 

क्या ये जानते हैं आप? इन महिलाओं को भूलकर भी नहीं करना चाहिए निर्जला एकादशी का व्रत: दरअसल निर्जला एकादशी व्रत का संबंध गदाधारी भीम से जोड़कर भी देखा जाता है इसलिए षष्टरोन के अनुसार गर्भवती महिलाओं, अधिक उम्र की महिलाओं, बीमार महिलाओं, आदि को ये व्रत नहीं रखना चाहिए। इसका एक कारण ये भी है कि ये व्रत बहुत ही कठिन होता है ऐसे में यदि कोई गर्भवती महिला या उम्रदराज़ महिला या बीमार महिला इस व्रत को करती है तो उन्हें परेशानी हो सकती है।

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निर्जला एकादशी का महत्व

शास्त्रों में हर एक एकादशी के व्रत का महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि यह एकादशी का व्रत अगर कोई भी व्यक्ति करता है तो उसका फल उसे 24 एकादशी व्रत करने के बराबर मिलता है। मान्यता है कि श्रद्धापूर्वक जो इस पवित्र एकादशी का व्रत करता है, वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है। निर्जला एकादशी जल के महत्व जल पिलाने और दान करने की परंपरा होती है।

इस दिन जल से भरे कलश का दान करने वाले श्रद्धालुओं को साल भर की एकादशियों का फल प्राप्त होता है। अगर आप साल भर की एकादशी करते है और गलती से किसी एकादशी में अन्न खा लेते है तो इस एकादशी का व्रत करने से अन्य एकादशियों का दोष भी समाप्त हो जाता है। इस दिन निर्जल रहकर भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए क्योंकि एकादशी का दिन भगवान विष्णु को बहुत ही ज्यादा प्रिय होता है।

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निर्जला एकादशी की पूजा विधि

  • निर्जला एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर सभी कार्यों से निवृत हो जाए। फिर इसके बाद स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  • निर्जला एकादशी के दिन एक चौकी पर साफ पीले वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। 
  • भगवान विष्णु को पीला रंग अति प्रिय है इसलिए एकादशी व्रत के दिन पूजा सामग्री में पीले पुष्प, वस्त्र, पीला फल जैसे आम या केला और साथ में कलश व आम के पत्ते जरूर रखें।
  • इसके अलावा, पूजा की सामग्री में पान, लौंग, सुपारी, कपूर, पीला चंदन, अक्षत, पानी से भरा नारियल, पंचमेवा, कुमकुम, हल्दी, धूप, दीप, तिल, मिष्ठान, मौली आदि जरूर रखें क्योंकि इन चीज़ों के प्रति पूजा अधूरी मानी जाती है।
  • सनातन धर्म में पंचामृत का विशेष महत्व है और भगवान विष्णु की पूजा में पंचामृत अवश्य चढ़ाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, पंचामृत का भोग लगाने से और उसे प्रसाद के रूप में बांटने व उसे ग्रहण करने से साधक को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
  • भगवान विष्णु की पूजा के वक्त चढ़ाने वाले भोग में तुलसी के पत्ते जरूर रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें तुलसी सर्वाधिक प्रिय है इसलिए पूजा के समय भोग में और पंचामृत में तुलसी जरूर डालें। इससे न केवल इन चीजों की शुद्धि होती है, बल्कि भगवान विष्णु का विशेष कृपा भी प्राप्त होगी।
  • इस दिन पूजा के दौरान कथा जरूर पढ़ें क्योंकि कथा के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। साथ ही, इसके बाद ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार जरूर करें।

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निर्जला एकादशी पर न करें ये काम

  • यदि आप निर्जला एकादशी का व्रत रख रहे हैं तो आपको इस दिन पानी पीने से बचना चाहिए। और अगर आपके अंदर व्रत रखने की क्षमता है तब ही व्रत रखें।
  • विष्णु पुराण के अनुसार, निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु को पान के पत्ते अर्पित किए जाते हैं इसलिए इस दिन पान खाने से बचना चाहिए। अगर आपने व्रत नहीं भी रखा है तब भी नपान न खाएं।
  • निर्जला एकादशी सहित किसी भी एकादशी और यहां तक कि द्वादशी यानी अगले  दिन तक भी तामसिक भोजन जैसे कि मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • निर्जला एकादशी के दिन देर तक न सोना अच्छा नहीं माना जाता है और इस दिन काले वस्त्र व सुहागन औरतों को सफेद वस्त्र पहनें से बचना चाहिए।
  • इस दिन दाढ़ी, बाल और नाखून, कटवाने से बचना चाहिए।
  • निर्जला एकादशी के दिन चावल और बैंगन का सेवन भी वर्जित माना जाता है।

निर्जला एकादशी पर पढ़ें ये कथा

पौराणिक क​था के अनुसार, एक बार भीमसेन व्यास जी से बोले कि हे पितामह! भ्राता युधिष्ठिर, माता कुंती, द्रोपदी, अर्जुन, नकुल और सहदेव आदि सभी मुझसे एकादशी का व्रत करने को कहते हैं। महाराज मैं भगवान की भक्ति, पूजा पाठ, दान आदि कर सकता हूं लेकिन भोजन के बिना मैं एक पल भी जीवित नहीं रह सकता हूं। इस पर व्यास जी ने कहा कि हे भीमसेन! यदि तुम नरक को बुरा और स्वर्ग को अच्छा समझते हो तो प्रत्येक मास की दोनों एकादशियों को अन्न मत खाया करो। इस पर भीम बोले हे पितामह! मैं तो पहले ही आपसे ये बात बता चुका हूं कि मैं भूख नहीं बर्दाश्त कर कर सकता। यदि वर्षभर में कोई एक ही व्रत ऐसा हो तो रख सकता हूं पर हर महीने मेरे लिए मुश्किल होगा क्योंकि मेरे पेट में वृक नाम की अग्नि है जिसके चलते मैं भूख बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं। अत: आप मुझे कोई ऐसा व्रत बताइए जो वर्ष में केवल एक बार ही करना पड़े और मुझे स्वर्ग की प्राप्ति हो जाए। इस पर व्यास जी ने कहा कि बड़े-बड़े ऋषियों ने बहुत शास्त्र आदि बनाए हैं जिनसे थोड़े परिश्रम से ही स्वर्ग की प्राप्ति हो सकती है। इसी प्रकार शास्त्रों में दोनों पक्षों की एका‍दशी का व्रत मुक्ति के लिए रखा जाता है। ऐसा सुनकर भीमसेन घबरा गए और परेशान हो गए और व्यास जी से दूसरा कोई उपाय बताने की विनती करने लगे।

ऐसा सुनकर व्यास जी कहने लगे कि वृषभ और मिथुन की संक्रांति के बीच ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी का व्रत करो। इस एकादशी में अन्न तो दूर जल भी ग्रहण नहीं किया जाता। तुम उस एकादशी का व्रत करो। यह एकादशी तुम्हें सभी एकादशी का फल प्रदान करेगी। इस दिन भोजन नहीं करना चाहिए और न ही जल ग्रहण करना चाहिए, क्योंकि भोजन करने से व्रत टूट जाता है। व्यास जी ने इस व्रत के बारे में जैसे ही भीमसेन को बताया वे खुश हो गए और इस एकादशी का व्रत करने लगे। जिसके बाद उन्हें पुण्य फल की प्राप्ति हुई।

निर्जला एकादशी के दिन करें राशि अनुसार उपाय

मेष राशि

मेष राशि के लोगों को निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्‍णु को लाल रंग के  फूल अर्पित करने चाहिए। इस राशि के लोगों को इस दिन सात प्रकार के अनाज का भी दान करना चाहिए।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों को निर्जला एकादशी पर सफेद अनाज जैसे- चावल, सफेद चने आदि का दान करना चाहिए और इसके साथ ही इस दिन क्षमता अनुसार चीनी भी दान कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि बढ़ेगी।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों को निर्जला एकादशी पर पीले रंग के वस्‍त्र भगवान विष्‍णु को अर्पित करना चाहिए। उसके साथ ही, तुलसी चढ़ी खीर का भोग लगाना चाहिए। इस दिन आपको गाय को हरि व पत्तेदार सब्जी खिलाना चाहिए और किसी जरूरतमंद को मूंग की दाल का दान करना चाहिए।

कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों को निर्जला एकादशी पर भगवान विष्‍णु और माता लक्ष्‍मी को खीर का भोग बनाकर अर्पित करना चाहिए। इसका भोग लगाकर सबको प्रसाद के रूप में बांटना चाहिए। ऐसा करने से आपका तनाव कम हो सकता है और घर पर सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों को निर्जला एकादशी के दिन माता लक्ष्मी को लाला रंगे के वस्त्र अर्पित करने चाहिए और खुद इस दिन पीले कपड़े पहनकर पूजा करनी चाहिए। इस दिन श्रीहरि को शहद और गुड़ का भोग लगाएं। इससे आर्थिक जीवन में आ रही समस्या दूर होगी।

कन्या राशि

कन्‍या राशि के जातकों को निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्‍णु को पीले रंग की मिठाई और शुद्ध केसर का भोग लगाना चाहिए। साथ ही, तुलसी के पत्ते भी भोग में डालना चाहिए। माना जाता है कि इस उपाय को करने से धन लाभ की प्राप्ति होती है।

तुला राशि

तुला राशि के लोगों को निर्जला एकादशी के पर्व पर सत्तू का शरबत दान करना चाहिए। इसके साथ भगवान विष्‍णु को भोग में केसर वाला दूध अर्पित करें। ऐसा करने से आपका जीवन में प्रेम जीवन सुखमय होता है।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोगों को निर्जला एकादशी के दिन गुड़ और चने का दान करना चाहिए और इसके साथ ही भगवान चने या जौ का सत्‍तू अर्पित करें। इसके अलावा इस दिन राहगीरों को जल या शरबत पिलाएं। ऐसा करने से आपको करियर में सफलता प्राप्त होगी।

धनु राशि

धनु राशि के लोगों को निर्जला एकादशी पर भगवान विष्‍णु को पीले वस्‍त्र और चंदन अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्‍णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही धनु राशि के लोगों के लिए निर्जला एकादशी पर पीले फलों का दान करना भी फलदायी साबित हो सकता है।

मकर राशि

मकर राशि के लोगों को निर्जला एकादशी पर भगवान विष्‍णु को दही और केसर का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है और अविवाहित जातकों को अच्छे वर की प्राप्ति होती है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लोगों को निर्जला एकादशी पीपल के पेड़ पर तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए और सात या 11 बार उसकी परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन से हर प्रकार के कष्‍ट दूर होते हैं।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लोगों को निर्जला एकादशी के पर्व पर भगवान को नारियल और मिश्री अर्पित करनी चाहिए। इसके साथ ही जरूरतमंद व गरीबों को वस्त्र व भोजन देना चाहिए।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. साल 2024 में निर्जला एकादशी कब रखा जाएगा?

उत्तर 1. इस साल निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून 2024 को रखा जाएगा।

प्रश्न 2. निर्जला एकादशी में कौन सा योग बन रहा है?

उत्तर 2. इस साल निर्जला एकादशी में बेहद शुभ योग यानी शिव योग का निर्माण हो रहा है।

प्रश्न 3. निर्जला एकादशी के नियम क्या है?

उत्तर 3. निर्जला एकादशी का सबसे बड़ा नियम है कि इस दिन किसी भी तरह के तरल पदार्थ का सेवन न करें। हालांकि, बीमार होने पर यह नियम लागू नहीं होता है।

प्रश्न 4. निर्जला एकादशी में पानी कब किया जाता है?

उत्तर 4. शास्त्रों के अनुसार, निर्जला एकादशी से पहले तड़के सुबह 3 बजे से 4:30 बजे के बीच जल ग्रहण कर सकते हैं।

शुभ योग में मनाई जाएगी गायत्री जयंती, इन ख़ास उपायों से होगी हर इच्छा की पूर्ति!

प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गायत्री जयंती मनाई जाती है। यह ख़ास दिन माता गायत्री को समर्पित होता है और इस दिन मां गायत्री की विधि-विधान से पूजा पाठ करने से साधक को हर समस्या से छुटकारा मिलता है। कुछ लोग इस दिन उपवास भी रखते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता गायत्री की पूजा-उपासना व व्रत करने से साधक के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। साथ ही साधक की हर मनोकामना की पूर्ति होती है। इस दिन स्नान-ध्यान करने का विशेष महत्व है।

इस दिन वेदों की माता गायत्री प्रकट हुई थी। सनातन धर्म के अनुसार, माता गायत्री को वेदमाता भी कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता गायत्री से ही चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद की उत्पत्ति हुई थी। इनसे संबंधित गायत्री मंत्र में सभी 4 वेदों का सार होता है। मां गायत्री सभी तरह के ज्ञान की देवी हैं। उनकी पूजा त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और शंकर भी करते हैं। 

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ख़ास बात यह है कि इस बार गायत्री जयंती पर विशेष योग का निर्माण हो रहा है, जिसके चलते इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ गया है। तो आइए आगे बढ़ते हैं और बिना देरी किए जानते हैं गायत्री जयंती की तिथि, पूजा विधि, उपाय व इस दिन बनने वाले शुभ योग के बारे में।

गायत्री जयंती 2024: तिथि व समय

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 17 जून 2024 को पड़ रही है। इस तिथि की शुरुआत की सुबह 04 बजकर 43 मिनट से हो रही है। यह ति​थि 18 जून को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी। उदय तिथि के अनुसार, गायत्री जयंती 17 जून दिन सोमवार को मनाई जाएगी।

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इन शुभ योग में मनाई जाएगी गायत्री जयंती

17 जून को गायत्री जयंती रवि योग और शिव योग में मनाया जाएगा। ख़ास बात यह है इस दिन चित्रा नक्षत्र पड़ रहा है। इस दिन रवि योग की शुरुआत सुबह 05 बजकर 23 मिनट से होगी। इसकी समाप्ति दोपहर 01 बजकर 50 मिनट पर होगी। इसके अलावा, परिघ योग प्रात: काल से लेकर रात 09 बजकर 35 मिनट तक है। उसके बाद से शिव योग का प्रारंभ होगा। वहीं गायत्री जयंती वाले दिन चित्रा नक्षत्र प्रात: काल से लेकर दोपहर 01 बजकर 50 मिनट तक है। उसके बाद से स्वाति नक्षत्र है।

गायत्री जयंती 2024 मुहूर्त

गायत्री जयंती के दिन मां गायत्री की पूजा करने के लिए सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद विधि-विधान से पूजा कर सकते हैं। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद गायत्री मंत्र का जाप इस दिन अवश्य करें। उस दिन ब्रह्म मुहूर्त 04 बजकर 03 मिनट से शाम 04 बजकर 43 मिनट तक है। सूर्योदय समय सुबह 05 बजकर 23 मिनट तक है। 

गायत्री जयंती के दिन अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 05 बजकर 23 मिनट से 07 बजकर 08 मिनट तक है। शुभ-उत्तम मुहूर्त 08 बजकर 53 मिनट से 10 बजकर 37 मिनट तक है।

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गायत्री जयंती का महत्व

सनातन धर्म में गायत्री जयंती का बहुत अधिक महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, इस पृथ्वी लोक पर हर जीव के अंदर मां गायत्री प्राण-शक्ति के रूप में विद्यमान है, यही कारण है माता गायत्री को सभी शक्तियों का आधार माना गया है। मान्यता है कि गायत्री जयंती के दिन माता गायत्री की विधि-विधान से पूजा करने से वेदों का अध्ययन करने के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है। साधक के ज्ञान में वृद्धि होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, परिवार में शांति का वातावरण स्थापित होगा।

गायत्री संहिता में लिखा है ‘भासते सततं लोके गायत्री त्रिगुणात्मिका॥’ अर्थात गायत्री माता सरस्वती, मां लक्ष्मी और मां काली का प्रतिनिधित्व करती हैं। माता गायत्री से आयु, प्राण, प्रजा, पशु, कीर्ति, धन एवं ब्रह्मवर्चस के सात प्रतिफल अथर्ववेद में बताए गए हैं। इनकी पूजा करने पर व्यक्ति को सभी प्रकार के सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है। 

इस दिन इस मंत्र का जाप जरूर करें- ॐ भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्। माना जाता है कि, जो भक्त गायत्री मंत्र का नियमित जाप करता है। उसके अंदर आध्यात्मिक शक्ति जागृत होती हैं। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को धन लाभ और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। साथ ही, गायत्री माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही नहीं छात्र/छात्राओं के लिए यह मंत्र बहुत अधिक फायदेमंद साबित होता है।

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इस तरह मनाए गायत्री जयंती

  • गायत्री जयंती के दिन सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें। यदि ऐसा संभव न हो तो घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
  • स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
  • इसके बाद माता गायत्री की प्रतिमा या चित्र स्थापित करने के बाद विधि-विधान से पूजा करें।
  • इस दिन गायत्री चालीसा, गायत्री आरती और गायत्री मंत्र का जाप अवश्य करें। माना जाता है कि सूर्योदय से पहले गायत्री मंत्र का जाप करना बहुत अधिक शुभ होता है। सुख-समृद्धि के लिए गायत्री मंत्र को रुद्राक्ष की माला और पीले वस्त्र के साथ जपना चाहिए।
  • इस दिन गायत्री मंत्र पढ़कर हवन करें।
  • इस दिन उपवास भी रखा जाता है। व्रत करने वाले फलाहार का ही सेवन करें।
  • गायत्री जयंती के दिन अपने माता-पिता, आध्यात्मिक गुरुओं और बड़ों का आशीर्वाद जरूर लें।
  • इस दिन अपनी वाणी और क्रोध पर नियंत्रण जरूर रखें।
  • गायत्री जयंती के दिन जल दान करें। गौ माता को खिलाएं और पक्षी के जल के पात्र को पानी से भर कर रखें।
  • इसके अलावा, यदि आप पवित्र पुस्तकों का दान करते हैं, तो आपके लिए अत्यधिक सौभाग्यशाली होगा।

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गायत्री जयंती की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक ब्राह्मण वैदिक यज्ञ करना चाहते थे, लेकिन अविवाहित होने के कारण ऐसा करने में असमर्थ थे क्योंकि यज्ञ केवल पत्नी के उपस्थित होने पर ही किया जा सकता था। ब्रह्मा देवी सरस्वती के पास गए और अनुरोध किया कि वह यज्ञ के लिए उनकी पत्नी के रूप में उनके साथ जाएं। देवी सरस्वती ने देवी सावित्री की पहचान ग्रहण करने और ब्रह्मा के दिव्य जीवनसाथी के रूप में सेवा करने के लिए सहमति व्यक्त की और उनके साथ चली गईं। ब्रह्मा ने यज्ञ की तैयारी शुरू की। लेकिन तैयारी पूरी होने के बाद देवी सरस्वती काफी समय तक अनुपस्थित रहीं। यज्ञ का मुहूर्त निकला जा रहा था। जैसे ही ब्रह्मा का धैर्य समाप्त हो गया, उन्होंने दूसरी स्त्री की तलाश शुरू कर दी। इसके बाद ब्रह्मा जी ने वहां मौजूद देवी गायत्री से विवाह कर लिया और उन्हें अपनी पत्नी का स्थान देकर यज्ञ प्रारम्भ कर दिया। देवी गायत्री भगवान ब्रह्मा की पत्नी और देवी सरस्वती का अवतार हैं। वेदों की माता, या वेद माता के रूप में, देवी गायत्री पूजनीय हैं। देवी गायत्री को एक देवत्व के रूप में पूजा जाता है क्योंकि वह ज्ञान का प्रतिनिधित्व करती हैं। 

गायत्री जयंती के दिन करें इन उपायों को

गायत्री जयंती के दिन किए जाने वाले कुछ ख़ास उपाय बताए जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से व्यक्ति कई समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

दुख दरिद्रता दूर करने के लिए

यदि किसी व्यक्ति को अपने व्यापार या नौकरी में नुकसान उठाना पड़ रहा है या मेहनत करने के बाद भी कार्य में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो ऐसे लोगों को पीले वस्त्र पहनकर गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए। इसके अलावा, गायत्री माता का ध्यान कर गायत्री मंत्र के आगे और पीछे श्रीं सम्पुट लगाकर जप करने से दरिद्रता का नाश होता है। इसके साथ ही रविवार को व्रत किया जाए तो बहुत अधिक लाभकारी होता है।

संतान संबंधी परेशानियां से छुटकारा पाने के लिए

यदि किसी दंपत्ति को संतान प्राप्त करने में कठिनाई आ रही हो या किसी अन्य प्रकार से संतान से वंचित है तो या उसकी संतान किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त है तो गायत्री जयंती के दिन सुबह पति-पत्नी मिलकर एक साथ सफेद वस्त्र धारण कर यौं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर गायत्री मंत्र का विधि-विधान से जाप करें। ऐसा करने से संतान संबंधी हर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

विरोधियों व शत्रुओं पर विजय प्राप्ति के लिए

यदि कोई व्यक्ति अपने शत्रुओं से परेशान हैं या आपके शत्रु षड्यंत्र रचकर आपको नुकसान पहुंचा रहे हैं तो गायत्री जयंती के दिन लाल वस्त्र धारण कर मां दुर्गा का ध्यान करें और गायत्री मंत्र के आगे एवं पीछे क्लीं बीज मंत्र का तीन बार सम्पुट लगाकार 108 बार जाप अवश्य करें। ऐसा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा, यदि आपका कोई काम रुका है तो उस पर भी कार्य होने लगेगा।

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विवाह में देरी के लिए

यदि किसी भी व्यक्ति के शादी-विवाह में किसी कारण वश देरी हो रही है या किसी वजह से शादी का मुहूर्त टल जा रहा है तो इस ख़ास दिन पीले वस्त्र धारण कर माता पार्वती का ध्यान करते हुए ह्रीं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर 108 बार जाप करने से विवाह कार्य में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होती हैं और जल्द ही विवाह के योग बनते हैं।

बड़ी बीमारे से छुटकारा पाने के लिए 

यदि आप किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त है और लाख इलाज करने के बाद भी रोग से छुटकारा नहीं मिल रहा हैं तो इस दिन एक कांसे के पात्र में स्वच्छ जल भरकर रख लें एवं उसके सामने लाल आसन पर बैठकर गायत्री मंत्र के साथ ऐं ह्रीं क्लीं का संपुट लगाकर गायत्री मंत्र का जाप करें। जप के बाद जल से भरे पात्र का सेवन करने से बड़ी से बड़ी बीमारी से भी छुटकारा मिल सकता है। और आप रोग मुक्त हो सकते हैं।

अन्य रोगों से मुक्ति के लिए

यदि आप छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ रहे हैं तो इस विशेष दिन दूध, दही, घी एवं शहद को मिलाकर एक हजार गायत्री मंत्रों के साथ हवन करने से चेचक, आंखों के रोग और पाचन संबंधी रोग समाप्त हो जाते हैं और छोटी-मोटी समस्याएं भी आपको परेशान नहीं कर सकती हैं।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. गायत्री जयंती कब है?

उत्तर 1. गायत्री जयंती 17 जून 2024 को पड़ रही है। इस तिथि की शुरुआत की सुबह 04 बजकर 43 मिनट से हो रही है। यह ति​थि 18 जून को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी।

प्रश्न 2. गायत्री माता किसका अवतार है?

उत्तर 2. गायत्री माता को त्रिदेवी लक्ष्मी, पार्वती और सरस्वती का अवतार माना जाता है।

प्रश्न 3. गायत्री माता किसकी बेटी है?

उत्तर 3. गायत्री माता ब्रह्मा की पुत्री हैं।

प्रश्न 4. गायत्री मंत्र क्या है?

उत्तर 4. ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्

इस सप्ताह माँ लक्ष्मी के आशीर्वाद से मालामाल होंगी ये राशियाँ- परिवार में भी आएंगी खुशियाँ!

हम उम्मीद करते हैं जून का अब तक का समय आपके लिए अनुकूल गुजारा हो और आगे आने वाला समय भी आपके लिए ढेरों खुशियां लेकर आए। अपने इस खास राशिफल ब्लॉग में हम जानेंगे कि जून का तीसरा सप्ताह सभी 12 राशियों के लिए क्या सौगात या चुनौतियां लेकर आने वाला है। यहां हम आपको आपकी राशि अनुसार भविष्यफल के साथ-साथ उपायों की जानकारी भी दे रहे हैं। 

सिर्फ इतना ही नहीं वैदिक ज्योतिष पर आधारित अपने इस खास ब्लॉग में हम आपको इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत, त्यौहार, ग्रहण, गोचर आदि की जानकारी, बैंक अवकाश, विवाह मुहूर्त, की भी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो लिए बिना देरी किए शुरू करते हैं अपना यह खास ब्लॉग और जानते हैं जून के तीसरे सप्ताह से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प बातें।

देशभर के ज्योतिषियों से बेहद ही कम दरों पर फोन पर करें बात और अपने वर्ष 2024 को बनाएँ और भी खास

इस सप्ताह का हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना 

सबसे पहले बात कर लें इस सप्ताह के हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना की तो हिंदू पंचांग के अनुसार जून का यह सप्ताह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और चित्रा नक्षत्र से शुरू हो जाएगा और इस सप्ताह का समापन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के तहत होगा।

इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की जानकारी 

आगे आने वाले 7 दिनों में कौन-कौन से महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार किए जाएंगे अगर आप भी इस बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो अपने इसका सेगमेंट में हम इसी बात से आपको अवगत कराते हैं। सबसे पहले बात करें इस सप्ताह की शुरुआत की तो, 

  • 17 जून को गायत्री जयंती है 
  • 18 जून को निर्जला एकादशी का व्रत किया जाएगा। यह सभी एकादशियों में सबसे कठिन और महत्वपूर्ण एकादशी व्रत माना जाता है। 
  • 18 जून को राम लक्ष्मण द्वादशी है। 
  • 19 जून को प्रदोष व्रत है।
  • 21 जून को वट पूर्णिमा व्रत है। साथ ही यह साल का सबसे बड़ा दिन भी होने वाला है। इस दिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी है और ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत है। 
  • 22 जून को कबीर जयंती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा है, इष्टि है और इस दिन से आषाढ़ माह प्रारंभ हो जाएगा।

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इस सप्ताह पड़ने वाले ग्रहण और गोचर 

ग्रहण गोचर के बारे में जानना इसलिए भी आवश्यक हो जाता है क्योंकि ग्रहों की चाल और स्थिति का मानव जीवन पर प्रभाव अवश्य पड़ता है। बात करें 17 से 23 जून के सप्ताह में लगने वाले ग्रहण और होने वाले गोचर की तो, इस सप्ताह में ना ही कोई ग्रहण लग रहा है और ना ही कोई गोचर होगा। 

17-23 जून 2024: विवाह मुहूर्त 2024 

जून के इस पूरे महीने में भी कोई विवाह मुहूर्त नहीं है। ऐसे में अगर आप भी विवाह करना चाहते हैं या फिर आपके घर में कोई विवाह योग्य है तो आपको जुलाई तक रुकने की सलाह दी जाती है।

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17-23 जून 2024: बैंक अवकाश 

बैंक अवकाशों की बात करें तो अगर आप भी जानना चाहते हैं कि 17 से 23 जून के बीच कौन-कौन से बैंक अवकाश कब-कब किए जाएंगे और ये कहां-कहां मान्य होंगे तो लिए जान लेते हैं। 

17 जून 2024 सोमवार को बकरीद है जो एक राष्ट्रीय अवकाश होता है। हालांकि कुछ जगहों पर इसे नहीं मानते हैं। 

21 जून 2024 शुक्रवार को वट सावित्री का व्रत है और यह भारत में कई राज्यों में मनाया जाता है। 

22 जून 2024 शनिवार को संत गुरु कबीर जयंती है। इसका अवकाश छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में देखने को मिलेगा।

इस सप्ताह जन्में कुछ मशहूर सितारों के जन्मदिन की जानकारी 

अपनी इस आखिरी सेगमेंट में हम इस सप्ताह जन्म लेने वाले सितारों का नाम जानने से पहले जान लेते हैं जून के महीने में अगर आपका भी जन्म हुआ है तो आपका स्वभाव कैसा है। अक्सर देखा गया है कि जून के महीने में जन्म लेने वाले लोग स्वभाव में बेहद डिप्लोमेटिक होते हैं, दिमाग के बेहद ही तेज होते हैं, इनके भीतर कई तरह की कलाएं और हुनर छिपे हुए होते हैं। मन से यह बेहद ही विचित्र होते हैं। अगर इनका मूड है तो सामने वाले पर अपनी पूरी दुनिया भी लुटा सकते हैं और अगर नहीं है तो यह प्यासे को पानी भी देने से कतराते हैं। 

प्यार मोहब्बत की बात करें तो इन्हें अपना रोमांस या प्यार चोरी चुपके करना ज्यादा पसंद है। सार्वजनिक रूप से रोमांस इन्हें पसंद नहीं होता है। अपने पार्टनर के लिए यह दुनिया जहान से भी भिड़ सकते हैं। हालांकि यह अपने पार्टनर से सबसे ज्यादा कंपेटिबल बैठते हैं। इस महीने जन्म लेने वाले लोग अधिकारी, पेंटर, काउंसलर, मैनेजर, टीचर, डॉक्टर आदि बनते हैं। कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक हो तो इन्हें राजनीति में भी अपना सिक्का चमकाने में कोई नहीं रोक सकता है। इन्हें अपने जीवन में अपनी सफलता के दम पर नाम शोहरत, धन सब कुछ मिलता है। इनका व्यक्तित्व बेहद ही करिश्माई होता है जिससे विपरीत लिंग के लोग उनकी तरफ खिंचे चले आते हैं। 

जून के महीने में जन्म लेने वाले लोगों का लकी नंबर 4, 6 और 9 होता है। उनके लिए लकी कलर ऑरेंज, मजेंटा और पीला होते हैं। लकी दिन मंगलवार, शनिवार और शुक्रवार होता है। लकी स्टोन रूबी होता है। हालांकि अगर कोई भी रत्न आप पहनने की इच्छा रखते हैं तो उससे पहले विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श अवश्य कर लें और तभी आगे बढ़ें ऐसे आपको सलाह दी जाती है।

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अब बात करें इस सप्ताह में किन सितारों का जन्मदिन पड़ने वाला है तो, 

17 जून सोना महापात्रा, लिसा हैडन  

18 जून सारा अर्जुन, गुरप्रीत सैनी 

19 जून आशीष विद्यार्थी, सलोनी दानी 

20 जून नीतू चंद्रा, राहुल खन्ना 

21 जून दिबाकर बनर्जी, शिव पंडित 

22 जून अनुभव सिन्हा, समीर देशपांडे 

23 जून राज बब्बर, तन्मय भट्ट 

यदि आप अपने फेवरेट सितारे की कुंडली देखकर उनके भविष्य के बारे में कुछ भी जानना चाहते हैं तो आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।

एस्ट्रोसेज की तरफ से इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।

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साप्ताहिक राशिफल 17-23 जून 2024

अब जानते हैं सभी बारह राशियों के जातकों के लिए यह सप्ताह क्या कुछ लेकर आने वाला है:

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
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मेष साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह स्वास्थ्य को लेकर आपको, चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसलिए योग, व्यायाम को नियमित….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

इस समय में आप अपने प्रियतम के साथ, प्रेम पूर्वक समय बिता पाएंगे। उनके साथ दूर घूमने जाने….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

यदि आप किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित थे तो, इस सप्ताह डॉक्टर की मेहनत और आपके घरवालों की सही ….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

आपकी राशि के प्रेमी लोगों के लिए, यह समय काफी अच्छा रहेगा और इससे आपके प्रेम जीवन ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

स्वास्थ्य राशिफल में इस सप्ताह आपको बहुत से, महत्वपूर्ण व सकारात्मक बदलाव नज़र आ सकते हैं। क्योंकि ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

 आपकी राशि के प्रेमी लोगों के लिए, यह समय काफी अच्छा रहेगा और इससे आपके प्रेम जीवन ….(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपको बेहतर स्वास्थ्य प्राप्ति के लिए, अपनी सुबह की शुरुआत कसरत से करनी होगी। क्योंकि इस …. (विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

प्यार के मामले में यह सप्ताह, आपकी राशि वालों के लिए सामान्य से अच्छा रहने वाला है। क्योंकि….(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपकी खराब सेहत में न केवल सुधार आने के योग बनेंगे, बल्कि आपको अपने जीवन में कोई शुभ ….(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

यदि आप प्रेमी के साथ ‘डेट’ पर जा रहे हैं तो, उस दौरान आपको अधिक फ़ोन का इस्तेमाल करने……(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपके स्वास्थ्य का मिजाज अच्छा रहने से, आपके आत्मबल में भी बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बेहतर सेहत ….(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

इस सप्ताह प्रेम में पड़े इस राशि के जातक अपने प्रेमी-प्रेमिका को, अपने प्यार को प्रदर्शित करने….(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपकी सेहत में सुधार देखा जाएगा, जिसके कारण खेलों और आउटडोर गतिविधियों में आपका …..(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

 यदि आप किसी से एकतरफ़ा प्रेम करते हैं तो, आपको इस सप्ताह उनसे अपने दिल की बात….. (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपको अपने खानपान में सही सुधार कर, अच्छा भोजन करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि ये आपके …..(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

इस सप्ताह प्रेम में पड़े इस राशि के जातक अपने प्रेमी-प्रेमिका को, अपने प्यार को प्रदर्शित करने …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपकी सेहत से जुड़ी कई समस्याएँ, आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं। ऐसे में खासतौर …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

सिंगल जातक इस समय काम में व्यस्तता के कारण, अपने प्रेमी से अपने दिल की बात कर पाने में …..(विस्तार से पढ़ें)

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मकर साप्ताहिक राशिफल

घरेलू परेशानियाँ आपको इस सप्ताह, तनाव दे सकती हैं। जिसके चलते आप अपनी सेहत के प्रति, लापरवाही ….(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

 इस सप्ताह प्रेम के लिहाज़ से कुछ जातकों का रोमांटिक जीवन में ऊर्जा, ताज़गी और आनंद की ….(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपको अपनी व्यस्त ज़िंदगी में से, कुछ पल निकालते हुए आराम करने और क़रीबी दोस्तों व परिवार …. (विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ प्रेम राशिफल

प्यार में आपका अचानक से बुरा व्यवहार, रिश्ते की मर्यादा को तार-तार कर सकता है। इसलिए ….(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल 

अगर आप ठंडे इलाकों में रहते हैं तो, इस सप्ताह आपको अपने भोजन में गर्म तासीर वाली चीजों को शामिल …..(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

अपनी भावनाओं को यदि आप केवल खुद तक ही सीमित रखेंगे तो इससे प्यार के रिश्ते में …. (विस्तार से पढ़ें)

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: 17 से 23 जून के व्रत-त्योहार कौन-कौन से हैं?

उत्तर:  गायत्री जयंती, वट पूर्णिमा, निर्जला एकादशी जैसे महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार किए जाएंगे।

प्रश्न 2: 17 से 23 जून के ग्रहण कौन-कौन से हैं?

उत्तर: इस सप्ताह कोई  भी ग्रहण नहीं लगने वाला है। 

प्रश्न 3: इस सप्ताह में कितने बैंक अवकाश हैं?

उत्तर: 17-23 जून के बीच बकरीद है जो एक राष्ट्रीय अवकाश होता है। 21 जून 2024 शुक्रवार को वट सावित्री का व्रत है और 22 जून को शनिवार को संत गुरु कबीर जयंती का बैंक अवकाश है। 

टैरो साप्ताहिक राशिफल (16 जून से 22 जून, 2024): इस सप्ताह किस राशि पर होगी धन की वर्षा?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 16 जून से 22 जून 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

साल 2024 के छठे महीने जून का यह तीसरा सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 16 जून से 22 जून 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि जून का तीसरा सप्ताह यानी कि 16 जून से 22 जून 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 16 जून से 22 जून, 2024: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: द लवर 

आर्थिक जीवन: द हायरोफैंट

करियर: किंग ऑफ स्वार्ड्स

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ कप्स

प्रेम संबंध के लिए द लवर्स का कार्ड एक बेहद ही शानदार कार्ड माना जाता है। यह आपके और आपके साथी के बीच खुशहाल प्रेम को दर्शाता है। यह सोलमेट कार्ड भी है और यह इस बात को इंगित करता है कि आप दोनों अपने रिश्ते में बेहद ही खुश और संतुष्ट हैं। अगर आपके रिश्ते में कोई गलतफहमी थी तो वह इस सप्ताह अवश्य ही दूर हो जाएगी।

द हीरोफेंट कार्ड दर्शाता है कि फिलहाल आप अपनी आर्थिक स्थिति से संतुष्ट हैं। यह कार्ड यह भी दर्शाता है कि आप अपने पैसों को अपनी पुरानी जगहों में सुरक्षित रखना पसंद करते हैं और बिना किसी धोखाधड़ी और शॉर्टकट के साफ सीधे तरीकों का उपयोग करके पैसा कमाना चाहते हैं। आप अपने जीवन में धन का सम्मान करते हैं और इसे महत्व देना भी सीख चुके हैं।

किंग ऑफ स्वॉर्ड्स  यह दर्शाता है कि कार्यस्थल पर आपकी स्थिति मज़बूत और प्रभावशाली बनी हुई है। हालांकि आप मतलबी भी हो सकते हैं लेकिन, आपको नए अवसरों की प्राप्ति के लिए अपने सेफ जोन से बाहर निकलकर नई चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। यह आपके करियर में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेगा।

नाइन ऑफ कप्स का कार्ड अच्छे स्वास्थ्य को दर्शाता है। आप इस अवधि फिट महसूस करेंगे और यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो इस सप्ताह आपको उससे निजात मिल सकती है और आप पहले से बेहतर महसूस करेंगे। इसके अलावा, आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे और बाहर घूमेंगे और हर काम सक्रिय होंगे।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: मंगल

वृषभ राशि 

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ कप्स 

करियर: पेज़ ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: फोर ऑफ कप्स

यह माइनर आर्काना कार्ड, नाइन ऑफ स्वोर्ड्स कार्ड अफसोस, चिंता और पश्चाताप को दर्शाता है। सरल भाषा में कहें तो, यह बताता है कि आप अपने रिश्ते में खुश नहीं हैं और कोई न कोई ऐसी बात है, जो आप नहीं जानते हैं। इसके अलावा, इस सप्ताह आपको ऐसा भी महसूस हो सकता है कि आपका पार्टनर आपको धोखा दे रहा है।

आर्थिक पक्ष के मुताबिक नाइट ऑफ कप्स दर्शाता है कि आपको नए अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपने पहले किसी तरह का निवेश किया था, तो इस अवधि आपको बड़ा धन लाभ हो सकता है। अगर आप पैसों को लेकर परेशान हैं, तो इस सप्ताह आपकी परेशानी का हल हो सकता है।

आपके करियर के लिहाज़ से पेज ऑफ पेंटाकल्स कार्ड यह दर्शाता है कि आपको नए मौके मिल सकते हैं, जो आपके करियर में चार चांद लगा देगा और इससे आपको संतुष्टि महसूस होगी। इस सप्ताह आपके करियर में तेजी से आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा, कार्यक्षेत्र में आपको उच्च पद पर पदोन्नत मिल सकती है। पेज ऑफ पेंटाकल्स आने वाले भविष्य में तरक्की के संकेत दे रहा है, जो आपके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

फोर ऑफ कप्स स्वास्थ्य को लेकर दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आप अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर रहे हैं और अपने शरीर पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे पहले कि आपकी चिंता और तनाव बड़ा रूप ले ले और गंभीर स्वास्थ्य स्थिति में बदल जाए, आपको अपनी सेहत पर ख़ास ध्यान देने की आवश्यकता होगी ताकि आने वाली समस्या को आप रोक सके।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: शुक्र

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: द वर्ल्ड

आर्थिक जीवन: द स्टार 

करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ वैंड्स

मिथुन राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द वर्ल्ड कार्ड प्राप्त हुआ है और यह आपके लिए अद्भुत कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो दर्शा रहा है कि यह सप्ताह हर एक लिहाज़ से शानदार रहने वाला है। आप दोनों के बीच संबंध और गहरे होने की संभावना है। आप अपने रिश्ते को लेकर काफी खुश रहेंगे और अपने पार्टनर के साथ आनंदमय समय व्यतीत करेंगे।

वित्तीय रीडिंग की बात करें तो द स्टार एक उत्कृष्ट कार्ड है। मिथुन राशि के जातकों को अपने पुराने निवेश से बड़े धन लाभ होने की संभावना है। इसके प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति काफी मज़बूत होगी और धन से जुड़े मामलों में भाग्य आपका भरपूर साथ देगा।

नाइट ऑफ पेंटाकल्स कार्ड, आपके करियर में आने वाले शानदार अवसरों की ओर इशारा कर रहा है। इस सप्ताह आपको नए मौके मिलेंगे और आप अपने करियर में नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में सफल होंगे। इस दौरान आपको कोई बड़ी बिज़नेस डील मिल सकती है या फिर नौकरी में आपका प्रमोशन होना संभव है।

पेज ऑफ वैंड्स एक माइनर आर्काना कार्ड है और यह दर्शाता है कि आपका स्वास्थ्य शानदार रहने वाला है। यदि आप किसी बीमारी या चोट से जूझ रहे थे तो अब आप जल्द ही ठीक हो जाएंगे। यह आपसे अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने की दिशा में कदम उठा रहे हैं और जल्दी है बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करेंगे।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: बुध

कर्क राशि

प्रेम जीवन: द फूल

आर्थिक जीवन: द चैरियट

करियर: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)

स्वास्थ्य: सेवन ऑफ वैंड्स

कर्क राशि के प्रेम जीवन की बात करें को द फूल आपके लिए एक सकारात्मक कार्ड प्रतीत हो रहा है लेकिन यह कार्ड आपको तब ही तक अच्छे परिणाम देगा जब तक आप किसी चीज़ को लेकर गंभीर नहीं हैं। यह आपके प्रेम जीवन में एक रिश्ते की शुरुआत का संकेत देता है या यदि आप रिश्ते में हैं तो एक नया अध्याय शुरू कर सकते हैं। आप अपने पार्टनर के संग रोमांस करने का नया तरीका खोजेंगे।

आर्थिक जीवन के लिए द चैरियट कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपको दृढ़ संकल्प और फोकस होकर अपने आर्थिक जीवन पर ध्यान देना होगा। अब समय आ गया है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति पर नियंत्रण रखें, समझदारी से निवेश करें और वित्तीय चुनौतियों से छुटकारा पाएं। यह सप्ताह आपके लिए अपने वित्त की योजना बनाने और वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने की दिशा में काम करने का एक अच्छा समय हो सकता है।

टेन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) कार्ड आपके लिए शुभ साबित होगा, जो संकेत देता है कि इस सप्ताह आप अपने करियर के कठिन दौर से उबरने में सक्षम होंगे और अब आप महसूस करेंगे कि चीजें आपके लिए पटरी पर लौट रही हैं। अगर आपकी नौकरी चली गई है तो यही समय है जब आप नई नौकरी ढूंढने में सफल होंगे।

हेल्थ रीडिंग में सेवन ऑफ वैंड्स आपको अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने और खुद का फिट रखने में मदद करेगा। आपको सलाह दी जाती है कि अपनी दिनचर्या और जीवनशैली में योग व व्यायाम शामिल करें। जीवन को संतुलन बनाए रखने के लिए यह अवधि सबसे शानदार साबित हो सकती है।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: चंद्रमा

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: द टॉवर 

करियर: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: टेंपरेंस

आपके प्रेम संबंध के लिहाज़ से देखा जाए तो, थ्री ऑफ स्वोर्ड्स संकेत दे रहा है कि आप अपने पिछले रिश्ते को लेकर परेशान हैं और उसे उभरने की कोशिश कर रहे हैं। अब आप किसी भी रिलेशनशिप में आने के लिए तैयार नहीं हैं और बहुत ही सावधानी बरत रहे हैं। टैरो साप्ताहिक राशिफल के मुताबिक आपको नए लोगों से मुलाकात करनी चाहिए और जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।

आर्थिक जीवन के लिए द टॉवर आपको चेतावनी दे रहा है कि आने वाले समय में आपको  पर आर्थिक रूप से कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको अब अपने खर्चों पर लगाम लगाने की आवश्यकता हो सकती है और कठिन समय से बचने के लिए योजना बनाकर चलना चाहिए।

करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो इस सप्ताह आपको नए मौके मिलने की संभावना है। आप अपनी तेज़ बुद्धि की मदद से अपने करियर को लेकर सही फैसले लेने में सक्षम होंगे। आप में नेतृत्व करने की बेहतर क्षमता है और आप कार्यस्थल पर चीजों को प्रबंधित करना जानते हैं। आप सफलता की राह पर हैं।

स्वास्थ्य कार्ड के रूप में टेंपरेंस एक अत्यंत सकारात्मक कार्ड है, जो दर्शा रहा है कि आने वाले दिनों में आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। इस सप्ताह आप शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर मजबूत और स्वस्थ रहेंगे।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: सूर्य

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: द सन

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्स

करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स

कन्या राशि के प्रेम जीवन की बात करें तो द सन कार्ड आपके लिए एक अच्छा कार्ड है, जो दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आप परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आपके प्रेम संबंध भी इस सप्ताह काफी शानदार रहेंगे। इसके अलावा, आपके जीवन में आपका पार्टनर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आप दोनों का रिश्ता पहले से अधिक मजबूत होगा।

आर्थिक दृष्टि से देखा जाए तो, यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहने वाला है। इस सप्ताह आप आरामदायक तरीके से जीवन जीने में सफल होंगे। साथ ही, आप अपने परिवार को भी सारे ऐशो-आराम देने में सक्षम होंगे। आप आर्थिक तौर पर काफी तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा आपको धन कमाने के नए मौके मिलने की संभावना है। कुल मिलाकर ये सप्ताह आपके लिए फलदायक है।

इस सप्ताह आप अपने करियर में उत्तम प्रदर्शन करने में सफल होंगे। हालांकि, आपको सलाह दी जाती है कि कार्यस्थल पर अपने पद को लेकर परेशान हों और पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें। सफलता प्राप्त करने की ओर तैयारी करें क्योंकि आपके अंदर कुछ बड़ा करने की क्षमता है।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से बात करें तो, आपको अधिक सावधान रहने की सलाह दी जाती है। अपने दिल की बात खुलकर कहें और अगर ज़रूरी हो तो चिकित्सा विशेषज्ञों की मदद लें, लेकिन पहले अपनी सेहत पर ध्यान दें।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: बुध

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तुला राशि

प्रेम जीवन: द हरमिट

आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ वैंड्स

करियर:  फोर ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: सेवन ऑफ कप्स

तुला राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो द हरमिट कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप पारिवारिक मुद्दों को संभालने पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे। इस सप्ताह आपका परिवार आपके लिए पहली प्राथमिकता हो सकता है। आशंका है कि आपका या परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ जाए और उसे लगातार देखभाल और ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है।

आर्थिक जीवन के लिए सिक्स ऑफ वैंड्स आने वाली वृद्धि की ओर इशारा करता है। यह कार्ड आपके लिए बेहद शानदार साबित होगा। इस अवधि आपके लिए आय के नए स्रोत आ सकते हैं और आपका निवेश भी आपको बढ़िया रिटर्न देगा, जिससे आपकी वित्तीय स्थिरता और अधिक बढ़ेगी।

करियर में फोर ऑफ वैंड्स आपके आने वाले प्रमोशन की ओर इशारा करता है। यदि आप व्यवसाय से जुड़े हैं तो निश्चित रूप से आपको इस अवधि अच्छा मुनाफा होगा और आपका व्यवसाय में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। नौकरी करने वालों के लिए यह करियर में प्रगति और सीखने का समय है। इस सप्ताह आप कार्यक्षेत्र में अपने काम का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।

स्वास्थ्य रीडिंग में सेवेन ऑफ कप्स यह संकेत देता है कि इस सप्ताह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि कोई बड़ी समस्या आपके परेशान नहीं करेगी। सर्दी या बुखार जैसी आम समस्या हो सकती है।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: शुक्र

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: पेज़ ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ़ वैंड्स

करियर: एस ऑफ़ कप्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

प्रेम जीवन में पेज़ ऑफ पेंटाकल्स संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपको अपने फ्रेंड सर्कल में किसी से प्रेम का प्रस्ताव मिल सकता है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि आप उम्मीद कर सकते हैं कि कोई आपको डेट पर जाने के लिए कहेगा और वास्तव में ऐसा हो भी सकता है। यह सप्ताह प्रस्तावों से भरा हो सकता है और आपका प्रेम जीवन इस सप्ताह से आगे बढ़ सकता है।

वित्त में टू ऑफ वैंड्स का अर्थ है कि आपको पैसे कमाने के कई नए अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। आप नए लोगों से मिल सकते हैं जिनकी मदद से आप आय के नए स्रोत खोजने में सफल होंगे। इस सप्ताह आर्थिक जीवन की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, आपको सलाह दी जाती है कि पैसों को लेकर पहले से ही योजनाएं बनाकर चलें और उसी के मुताबिक आगे बढ़ें।

करियर के संबंध में देखा जाए तो, इस सप्ताह आपको कई नए मौके मिलने की संभावना है। साथ ही आपकी नौकरी में बदलाव भी हो सकते हैं या आप एक नई शुरुआत कर सकते हैं या हो सकता है कि अपना कोई बिज़नेस शुरू करें। अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो, आपको इस सप्ताह नए अवसर मिल सकते हैं और कुल मिलाकर देखा जाए तो, यह सप्ताह करियर में अच्छी उन्नति प्राप्त करने के लिए फलदायी साबित होगा।

स्वास्थ्य रीडिंग में फाइव ऑफ स्वोर्ड्स कार्ड आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है। इस सप्ताह कोई पुरानी चोट या बीमारी फिर से उभर कर आपको परेशान करना शुरू कर सकती है। ऐसे में, सामान्य दैनिक कार्य करना भी आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: मंगल

धनु राशि

प्रेम जीवन: टू ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन:  किंग ऑफ कप्स 

करियर: क्वीन ऑफ वैंड्स 

स्वास्थ्य: टेन ऑफ कप्स

प्रेम संबंध के बारे में बात करें तो, यह सप्ताह आपके लिए अच्छा साबित होगा। आपके रिश्ते काफी अच्छे से आगे बढ़ रहे हैं और आप दोनों के बीच तालमेल शानदार रहेगा। यह एक सोलमेट कार्ड है और ऐसे में, आपको भी यह लगता है कि आपका साथी वास्तव में आपका सोलमेट है। इस अवधि आप दोनों के बीच एक बेहतर सामंजस्य देखने को मिलेगा और यह आनंदमय दौर आने वाले समय में भी जारी रहेगा।

जहां तक बात है धन से जुड़े मामलों को संभालने की, तो आप काफी सूझबूझ के साथ आगे बढ़ेंगे और तर्क के साथ फैसले लेने में सक्षम होंगे। यह सप्ताह आपके लिए सकारात्मक साबित होने की संभावना है। आपको पैसे कमाने में किसी बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप आसानी से अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाए रखने में सफल होंगे। धनु राशि के जातक इस अवधि का भरपूर आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।

करियर के लिहाज़ से यह सप्ताह आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आने वाला है। इस सप्ताह जातकों को विदेश जाने का मौका मिलने की संभावना है। यह कार्ड जीवन में वृद्धि और आने वाले सप्ताह या निकट भविष्य में आपके लिए आने वाले नए करियर अवसरों का भी संकेत देता है। यदि आप नौकरीपेशा है तो आपको पदोन्नति मिलने की प्रबल संभावना है।

टेन ऑफ कप्स यह संकेत दे रहा है कि स्वास्थ्य के लिहाज़ से यह सप्ताह आपके लिए अच्छा साबित होगा। आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी और आपको किसी बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, फिर भी अपनी सेहत का ध्यान रखें और अपना खान-पान अच्छा रखें।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: बृहस्पति

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मकर राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: नाइन ऑफ वैंड्स 

स्वास्थ्य: एट ऑफ वैंड्स 

मकर राशि के प्रेम जीवन के लिहाज़ से थ्री ऑफ पेंटाकल्स संकेत दे रहा है कि आप और आपका साथी एक-दूसरे का बहुत सम्मान करेंगे और एक-दूसरे से कई चीज़ें सीखेंगे। आप दोनों मिलकर अपने रिश्ते को बहुत अधिक मजबूत बनाएंगे और आदर्श रिश्ते को हासिल करने की दिशा में काम करेंगे।

वित्तीय रीडिंग में टू ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत दे रहा है कि इस अवधि आपके सामने दो बड़े वित्तीय निर्णय आ सकते हैं और आप भ्रमित हो सकते हैं कि आपको पहले किस पर ध्यान देना चाहिए। इस अवधि आप अचानक खुद को वित्तीय संकट में भी पा सकते हैं और इसे संभालना आपको मुश्किल लग सकता है।

करियर रीडिंग में नाइन ऑफ वैंड्स संकेत दे रहा है कि आप अपने नौकरी पेशा जीवन में तंग आ चुके हैं और इससे पूरी तरह असंतुष्ट है। आप फंसा हुआ महसूस कर सकते हैं। ऐसा हो सकता है कि आपने एक ही कंपनी में एक ही पद पर लंबे समय तक काम किया हो और अब आप बदलाव चाहते हों, लेकिन आगे बढ़ने और नौकरी बदलने को लेकर भ्रमित हो रहे हों या खुद को प्रतिकूल परिस्थितियों में फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं।

स्वास्थ्य रीडिंग में आपको एट ऑफ वैंड्स कार्ड प्राप्त हुआ है, जो संकेत दे रहा है कि स्वास्थ्य के लिहाज से यह एक बेहतरीन सप्ताह है और निश्चित रूप से इस अवधि आप फिट महसूस करेंगे और आपको सही उपचार और स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति होगी।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: शनि

कुंभ राशि  

प्रेम जीवन: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्स

करियर: किंग ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: टेन ऑफ वैंड्स

किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपके लिए औसत प्रतीत हो रहा है। इस सप्ताह आप अपने कर्तव्यों को बहुत अच्छी तरह से निभाएंगे, लेकिन आपको यह भी समझने की जरूरत है कि रिश्ते भावनाओं पर आधारित होते हैं और यही चीज़ आपके रिश्ते से नदारद है। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि अपने साथी के साथ अधिक समय बिताएं और मधुर वाणी का इस्तेमाल करें, जिसके बाद आपको अपने रिश्ते में सुधार देखने को मिलेगा। 

आर्थिक जीवन में टू ऑफ पेंटाकल्स इशारा करता है कि आप अपनी जरूरतों को पूरा करने करने की कोशिश कर रहे हैं। आशंका है कि आप अपने सपनों के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक साथ कई काम कर रहे हों या आर्थिक स्थिति को स्थिर बनाए रखने के लिए नौकरी व व्यवसाय एक साथ कर रहे हों। कामकाज के लिहाज से इस सप्ताह आप अधिक मेहनत कर सकते हैं।

किंग ऑफ वैंड्स इंगित करता है कि आपको अपने करियर में विकास के कई नए अवसर प्राप्त होंगे और आप तेज़ी से तरक्की करेंगे लेकिन आपको परिणाम धीरे-धीरे प्राप्त हो सकते हैं। अच्छी खबर यह है कि आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि भले ही आपको लगता है कि आपका करियर धीरे-धीरे बढ़ रहा है लेकिन भविष्य में इससे आपको ज़रूर फ़ायदा होगा।

टेन ऑफ वैंड्स आपको चेतावनी देता है कि इस अवधि आपको अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने की आवश्यकता हो सकती है। यह समय जिम ज्वाइन करने का अच्छा समय है। अब आपको खुद की फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए।

भाग्यशाली ज्योतिषीय ग्रह: शनि

मीन राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ पेंटाकल्स 

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ कप्स

करियर: द स्टार

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ कप्स

मीन राशि के प्रेम जीवन की बात करें तो नाइन ऑफ़ पेंटाकल्स इंगित करता है कि आप इस अवधि किसी रिश्ते में नहीं रहना चाहते हैं और आप अकेले रहकर खुश व सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। आप निश्चित रूप से अकेले रहने का आनंद उठा रहे हैं और अभी किसी रिश्ते में रहने के बारे में सोचने के मूड में भी नहीं हैं।

वित्त में किंग ऑफ कप्स आपके लिए एक शानदार कार्ड है, जो भविष्यवाणी कर रहा है कि आप आर्थिक रूप से स्थिर हैं लेकिन यह कार्ड एक चेतावनी भी देता है कि आपको वित्त संभालते समय सावधान बरतने की आवश्यकता हो सकती है और आपको अपने दिल को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देना चाहिए। अपनी भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पूरे दिल और दिमाग से फैसला लें।

करियर में द स्टार एक स्वागत कार्ड है और यह दर्शाता है कि आपका करियर सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। आप अपने करियर का आनंद ले रहे हैं और कार्यस्थल में मजबूत महसूस कर रहे हैं। आपका संगठन आपकी मेहनत को महत्व देता है और आप उनके लिए बहुत अधिक मायने रखते हैं।

पेज ऑफ कप्स स्वास्थ्य के लिहाज से एक अच्छे सप्ताह का संकेत देता है लेकिन भावनात्मक मुद्दे आपको थोड़ा परेशान कर सकते हैं। कुल मिलाकर आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे और अपने स्वास्थ्य का ध्यान देंगे।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. कन्या राशि को इस सप्ताह कौन सा कार्ड मिला है?

उत्तर 1.  कन्या राशि प्रेम जीवन: द सन, आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्स, करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्स, स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स।

प्रश्न 2. टैरो का मतलब क्या होता है?

उत्तर 2. टैरो, कार्डों की रहस्यमयी दुनिया और भविष्य आकलन की सर्वप्रिय विधा है।

प्रश्न 3. टैरो कार्ड कहां से आते हैं?

उत्तर 3. टैरो डेक का आविष्कार इटली में हुआ था।

प्रश्न 4. टैरो रीडिंग कब शुरू हुई?

उत्तर 4.  टैरो की उत्पत्ति 1400 के दशक की मानी जाती है।

गंगा दशहरा 2024: राशि अनुसार उपाय जो चमकाएंगे भाग्य और देंगे अक्षय पुण्य!

गंगा दशहरा 2024 (Ganga Dusshera 2024) का त्यौहार हिंदू धर्म में इतनी महत्व क्यों रखता है? इस दिन क्या कुछ अनुष्ठान किए जाते हैं? वर्ष 2024 में गंगा दशहरा का यह पर्व कब मनाया जाएगा? आपके इन्हीं सभी सवालों का जवाब लेकर एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपके सामने पेश है। 

आगे बढ़ने से पहले बात कर लेते हैं कि, इस वर्ष गंगा दशहरा कब मनाया जाएगा। तो दरअसल वर्ष 2024 में गंगा दशहरा का यह पावन पर ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अर्थात 16 जून को मनाया जाएगा।

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हिंदू धर्म में गंगा नदी को एक पवित्र नदी का स्थान दिया गया है। गंगा को मां गंगा का दर्जा दिया जाता है। कहते हैं की गंगा नदी में स्नान कर लेने मात्र से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। गंगा स्नान का सनातन धर्म में विशेष महत्व भी बनाया गया है। गंगा स्नान के लिए ही दरअसल गंगा दशहरा का यह पर्व मनाया जाता है। यह हर साल ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाते हैं। इस दिन देश भर के लोग गंगा में आस्था के डुबकी लगाते हैं। 

बात करें वर्ष 2024 की तो इस साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून की रात से शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन अर्थात 17 जून को होगा। सूर्योदय तिथि को महत्व दिया जाएगा और ऐसे में गंगा दशहरा 16 जून को मनाया जाएगा।

हस्त नक्षत्र प्रारम्भ – जून 15, 2024 को 08:14 ए एम बजे

हस्त नक्षत्र समाप्त – जून 16, 2024 को 11:13 ए एम बजे

व्यतीपात योग प्रारम्भ – जून 14, 2024 को 07:08 पी एम बजे

व्यतीपात योग समाप्त – जून 15, 2024 को 08:11 पी एम बजे

गंगा दशहरा के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त

प्रातः 5:30 बजे से 8:30 बजे तक

दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक

शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक

इस वर्ष गंगा दशहरा पर बना रहे हैं कई शुभ योग 

जैसा कि, हमने पहले भी बताया कि गंगा दशहरा का यह पर्व अपने आप में बेहद ही शुभ और पावन होता है। ऐसे में इस वर्ष इस पर्व को और भी खास बनाने के लिए इस दिन कई शुभ योगों का भी निर्माण हो रहा है। दरअसल गंगा दशहरा के दिन वारियान योग बन रहा है। वारियान योग सुबह से लेकर शाम को 9:03 तक रहने वाला है। 

यह योग जैसे ही खत्म होगा तुरंत ही परिघ योग का निर्माण हो जाएगा। गंगा दशहरा के दिन इन दोनों ही शुभ योग में अगर गंगा में स्नान किया जाए, दान पुण्य किया जाए, पूजा पाठ किया जाए तो इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है, साथ ही उनके सभी पाप और दुख, दोष भी खत्म होते हैं। इसके अलावा गंगा दशहरा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं। 

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गंगा दशहरा का महत्व 

हिंदू शास्त्रों में गंगा मां के कई वर्णन मिलते हैं। कहा जाता है कि भागीरथी की कठोर तपस्या के बाद गंगा मैया स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुईं थीं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन और श्रद्धा से गंगा में स्नान कर ले तो उसके सभी पाप धुल जाते हैं। यही वजह है की गंगा दशहरा का सनातन धर्म में विशेष महत्व होता है। 

इस दिन ब्रह्म बेला से ही गंगा में स्नान के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगती है। गंगा स्नान करने से व्यक्ति को अपने जीवन के सभी रोग, शोक और पापों से मुक्ति मिल जाती है। जो लोग गंगा स्नान करते हैं कहा जाता है उन्हें मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। इसके अलावा गंगा दशहरा के दिन अगर कोई व्यक्ति कोई शुभ काम शुरू करना चाहता है तो वह कर सकता है। इससे उन्हें शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।

गंगा दशहरा के दिन किसकी की जाती है पूजा? 

बात करें पूजा पाठ की तो, गंगा दशहरा के दिन मां गंगा के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि भगवान शिव और मां गंगा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। इस दिन गंगा में स्नान करते हैं, दान पुण्य करते हैं और बहुत सी जगहों पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।

भारत में हरिद्वार, प्रयागराज, ऋषिकेश और वाराणसी में विशेष तौर पर गंगा दशहरा का उत्सव मनाया जाता है।

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क्या यह जानते हैं आप? गंगा नदी को मोक्षदाई नदी माना गया है। अर्थात गंगा में स्नान करने भर से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और गंगा दशहरा को बहुत सी जगह पर गंगा जयंती के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है की गंगा दशहरा या फिर गंगा दशहरा पर जो कोई भी व्यक्ति गंगा स्नान करता है उसे अमोघ फल की प्राप्ति होती है। 

गंगा दशहरा से जुड़ी कथा 

गंगा दशहरा के दिन देवी गंगा का पुनर्जन्म हुआ था। कहा जाता है कि एक समय की बात है महर्षि जह्नु तपस्या कर रहे थे। तब गंगा नदी के पानी की कल-कल से उनका ध्यान भटकने लगा। तब उनको बहुत क्रोध आया और उन्होंने अपने तप से गंगा को पी लिया लेकिन बाद में देवताओं के कहने पर उन्होंने अपने दाएं कान से गंगा को बाहर निकाला। कहा जाता है कि इस तरह से गंगा को पुनर्जन्म मिला था। 

हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार कहा जाता है कि देवी गंगा का प्रवाह इतना तेज और शक्तिशाली था कि उसके कारण पूरे पृथ्वी का संतुलन बिगड़ सकता था। तब देवी गंगा के वेग को नियंत्रित करने के लिए भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटाओं में बांध लिया था। गंगा दशहरा के दिन ही देवी गंगा भोलेनाथ की जटाओं में समा गई थी। 

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गंगा दशहरा का दिन अबूझ मुहूर्त में भी गिना जाता है। इस दिन शादी विवाह जैसे कोई भी मांगलिक कार्य या शुभ काम जैसे व्यापार आदि की शुरुआत भी की जा सकती है। इसके लिए कोई विशेष मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

काम या आर्थिक जीवन में आ रही है परेशानी तो गंगा दशहरा के दिन अवश्य अपनाएं यह अचूक ज्योतिषीय उपाय 

  • अगर आप घर परिवार में सुख शांति की कामना करना चाहते हैं तो गंगा दशहरा वाले दिन पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। फिर एक नारियल पर काला धागा लपेटकर शिवलिंग के पास रख दें। 
  • गंगा दशहरा के दिन घर या फिर किसी मंदिर में अनार का पौधा लगाएँ। पौधा लगाने के बाद उसे मिट्टी को एक घड़े में भर दें और उसमें गंगाजल डाल दें। फिर उस घड़े को ढक कर दक्षिण दिशा में रख दें। कुछ समय के बाद इस घड़े को दान कर दें। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक उन्नति के योग बनने लगते हैं। 
  • अगर आपके जीवन में कष्ट और परेशानियां बहुत अधिक बढ़ गई है तो गंगा दशहरा के दिन दान अवश्य करें। दान के लिए आप चाहे तो जल से भरा हुआ घड़ा, फल, गुड, पंखा, छाता, सुपारी आदि दान कर सकते हैं। 
  • कार्य क्षेत्र में रुकावट मिल रही है या उन्नति नहीं प्राप्त हो रही है तो इसके लिए गंगा दशहरा वाले दिन गंगा स्नान अवश्य करें। हालांकि अगर ऐसा किसी भी कारणवश मुमकिन न हो पाए तो आप अपने स्नान के पानी में ही कुछ बूंद गंगा जल की मिला लें और इससे स्नान करें। स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
  • गंगा दशहरे के दिन अपनी यथाशक्ति अनुसार दान पुण्य करें। कहा जाता है कि इससे अक्षय पुण्य अर्थात कभी खत्म न होने वाले पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसे में इस दिन फल, पानी, छाता, सत्तू आदि चीजों का गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करें। इससे घर में धन समृद्धि भी बढ़ती है। 

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गंगा दशहरा के ये राशि अनुसार उपाय चमकाएंगे भाग्य और दोष करेंगे दूर 

मेष राशि: गंगा दशहरा वाले दिन गंगा मां का ध्यान करें। मुमकिन हो तो गंगा स्नान करें अन्यथा अगर आपके आसपास कोई नदी, तालाब हो तो वहां स्नान करें और बजरंग बाण का पाठ करें। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन नहाने के पानी में गंगाजल मिलकर इससे स्नान करें और मां भगवती का ध्यान करें और गंगा स्तोत्र का पाठ करें। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही पांच पुष्पांजलि अर्पित करें और विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

कर्क राशि: कर्क राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन नहाने के बाद पीपल के पेड़ पर 10 तरह के फूल, नेवेद्य, तांबूल, मां गंगा को ध्यान करते हुए अर्पित करें। 

सिंह राशि: सिंह राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन 10 ब्राह्मण को भोजन कराएं और उन्हें 16 मुट्ठी जौ और तिल दक्षिणा में दें।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातक स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करें और फिर श्री सूक्त का पाठ करें। मुमकिन हो तो ब्राह्मण और जरूरतमंद लोगों को मटका और हाथ पंखा अवश्य दान करें। 

तुला राशि: गंगा दशहरा के दिन तुला राशि के जातक सूर्य देव को अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें और मां गंगा की आराधना करें। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक गंगा दशहरे के दिन स्नान के बाद अपने पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

धनु राशि: धनु राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन शिवजी पर गंगाजल अर्पित करके ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। 

मकर राशि: मकर राशि के जातक गंगा दशहरे के दिन घर में गंगाजल को पीतल के लोटे में भर के रख लें। फिर उसे लाल कपड़े से बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। 

कुंभ राशि: गंगा दशहरे के दिन कुंभ राशि के जातक गंगाजल मिले पानी से स्नान करें और अपनी यथाशक्ति के अनुसार किसी वृद्धि या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करें। 

मीन राशि: गंगा दशहरा के दिन मीन राशि के जातक मां गंगा का ध्यान करें। मुमकिन हो तो भगवान शिव का जलाभिषेक करें, उन पर चंदन, बेलपत्र, दूर्वा और नैवेद्य अर्पित करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न: गंगा दशहरा क्यों और कब मनाया जाएगा?

उत्तर: वर्ष 2024 में 16 जून को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। ये दिन माँ गंगा के पृथ्वी पर अवतरण दिवस के रूप में जाना और मनाया जाता है। 

प्रश्न: गंगा दशहरा पर क्या करें?

उत्तर: इस दिन गंगा में स्नान के साथ-साथ दान-पुण्य, पूजा-पाठ, धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन आदि किया जाता है।

प्रश्न: गंगा स्नान कब नहीं करना चाहिए?

उत्तर: सूतक काल में गंगा स्नान वर्जित होता है। 

प्रश्न: गंगा दशहरा के दिन क्या कोई शुभ योग बन रहा है?

उत्तर: गंगा दशहरा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं। साथ ही इस दिन वारियान योग और परिघ योग भी बन रहा है।

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अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 16 जून से 22 जून, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (16 जून से 22 जून, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 1 के जातकों की बात करें तो ये जातक बहुत अधिक सोच-समझकर फैसला लेते हैं और जो भी फैसला लेते हैं उसी पर कायम रहते हैं। ये हर कार्य को व्यवस्थित तरीके से करते हैं और कोई भी फैसला लेने में अधिक तेज़ी दिखाते हैं। ये जातक बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हैं और उसे अपने पक्ष में करने के लिए अधिक दृढ़ होते हैं। इनका स्वभाव अत्यंत सरल होता है और अपने इस स्वभाव की वजह से ये मुश्किल से मुश्किल से भरे कार्यों को आसानी से पूरा करने में सफल होते हैं। इन्हें जीवन में कई नए मौके मिलते हैं, जो इनके जीवन को एक नया आकार दे सकते हैं। इन अवसरों का आप लाभ उठाएंगे और आत्मविश्वास के साथ अपने उद्देश्य को पूरा करेंगे।

प्रेम संबंध: मूलांक 1 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो संकेत मिल रहे हैं कि आप अपने जीवन साथी के साथ प्यार भरी भावनाओं को व्यक्त करते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, रिश्ते में उच्च मूल्य बनाए रखेंगे और एक अच्छा उदाहरण स्थापित करेंगे। इस दौरान आपका रवैया साथी के साथ बहुत अच्छा और मिलनसार रहेगा, जिसके चलते आपका रिश्ता मजबूत होगा। आप अपने जीवन साथी के साथ पारिवारिक मामलों पर चर्चा करेंगे और यदि परिवार में कोई समस्या चल रही है तो  आप उसे सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन के लिहाज़ से मूलांक 1 के जातकों को इस सप्ताह नौकरी के कई अच्छे व शानदार अवसर प्राप्त होंगे और ये मौके आपकी हर इच्छाओं की पूर्ति करेंगे व आपके सपने आपको सच होते दिखेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको अपने प्रयासों व मेहनत के लिए अपने वरिष्ठों से सराहना प्राप्त होगी। इसके अलावा, आपके लिए पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग बनेंगे या बोनस के रूप में अतिरिक्त लाभ भी मिल सकता है। यदि आपका खुद का बिज़नेस हैं तो आप कुछ नए प्रशासनिक स्किल्स सीखेंगे और इस स्किल्स की वजह से आप अपने बिज़नेस को तेज़ी से आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।

शिक्षा: मूलांक 1 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा। आप अपनी पढ़ाई बेहतर करने और उच्च गुणवत्ता स्थापित करने की स्थिति में होंगे और शिक्षा के क्षेत्र में उच्च उपलब्धियां हासिल करने की स्थिति में होंगे। इस अवधि आपके अंदर कुछ विशेष गुण आपके अंदर देखने को मिलेंगे। फिजिक्स, मेडिसिन और बायोकेमिस्ट्री जैसे विषयों में आप शानदार प्रदर्शन करने और उच्च अंक प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इस अवधि आप अपनी रुचि के मुताबिक प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस सप्ताह आप ऊर्जावान महसूस करेंगे और आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत बनी रहेगी, जिस वजह से आपकी सेहत अच्छी रहेगी। हालांकि छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान कर सकती है लेकिन कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या जून के इस सप्ताह में आपको परेशान नहीं करेगी।

उपाय: प्राचीन पाठ आदित्य हृदयम का प्रतिदिन जाप करें।

 बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मूलांक 2 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस अंक के तहत जन्मे जातक आमतौर पर स्वभाव से नरम और अत्यधिक भावुक होते हैं। इस भावनात्मक स्वभाव के कारण इन जातकों को उचित निर्णय लेने में समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिसके चलते इनके द्वारा लिए गए अधिकतर निर्णय कुशल साबित नहीं हो सकते हैं, जो इनके लिए बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं और इन्हें पीछे की ओर खींच सकते हैं। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, इन जातकों का सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा होता है वे अपने इस कौशल के चलते जीवन में अधिक दक्षता प्राप्त करते हैं।

प्रेम संबंध: प्रेम संबंध के लिहाज़ से मूलांक 2 के जातकों के लिए यह जून का यह सप्ताह अच्छा साबित होगा आपकी गहरी समझ और सच्ची ईमानदारी के परिणामस्वरूप आपके जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा। इस दौरान आप खुलकर अपने पार्टनर के सामने अपनी भावनाओं को रखेंगे। इसके अलावा, आप पारिवारिक मामलों पर अपने सकारात्मक विचार रखेंगे, जिससे अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस अवधि के दौरान आपके परिवार में शुभ कार्य हो सकते हैं, जो आपको और आपके जीवन साथी को यादगार पल प्रदान करेंगी।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह नौकरी के सिलसिले से आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। हो सकता है कि कोई नया असाइनमेंट के लिए आपको बाहर जाना पड़े। इस कार्य के संबंध में आपको अपनी कड़ी मेहनत के लिए पुरस्कृत किया जा सकता है। यह भी संभव है कि इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपको काम के संबंध में लक्ष्य सौंपे जाए और आपके वरिष्ठ उन्हें एक या दो सप्ताह के भीतर पूरा करने का आदेश दे सकते हैं, जिस वजह से आप तनाव में आ सकते हैं। हालांकि आप अपने लक्ष्यों को आसानी से हासिल करने में सक्षम होंगे। यदि आपका डेयरी और दुग्ध उत्पादों का बिज़नेस है तो आप बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। साथ ही, अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सफल होंगे और शीर्ष पर पहुंचने का प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा, आप आगे नए व्यापार की शुरुआत करने को लेकर भी विचार कर सकते हैं और यह आपके भविष्य के लिए अच्छा साबित होगा और आपके लिए समृद्धि के द्वार खोल सकता है। साथ ही, अधिक मुनाफा भी प्रदान करेगा।

शिक्षा: शिक्षा की दृष्टिकोण से देखा जाए तो जून के इस सप्ताह आप केमेस्ट्री और और समुद्री इंजीनियरिंग जैसे विषयों में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे और आप इन विषयों में अच्छी तरक्की हासिल करेंगे। इसके अलावा बायोमेडिसिन जैसे विषयों में भी रुचि ले सकते हैं। ये आपके भविष्य के लिए अच्छे साबित होंगे। इस दौरान आप अपनी पढ़ाई के सिलसिले में यात्रा पर जा सकते हैं और आप डॉक्टरी की पढ़ाई की शुरुआत भी कर सकते हैं। इस सप्ताह आप कई प्रोजेक्ट पर काम करेंगे और आपके स्किल्स में सुधार देखने को मिलेगा।

स्वास्थ्य : स्वास्थ्य की बात करें तो इस सप्ताह मूलांक 2 के जातक ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करेंगे, जिसके चलते आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। हालांकि, फिर भी आपको अपने खानपान का विशेष ध्यान देने की जरूरत हो सकती है। अच्छा आहार आपके स्वास्थ्य को स्थिर बनाए रखेगा। अपने दिनचर्या में योग व व्यायाम शामिल करें क्योंकि यह आपके फिटनेस को वापस लाने में मार्गदर्शन करेगा और किसी भी प्रकार की समस्या आपको परेशान नहीं करेगी। ऊर्जा का उच्च स्तर आपको फिट रखने में पहले से कई ज्यादा मददगार साबित होगा।

उपाय: प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का जाप करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 3 अंक के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातक स्वभाव में अत्यधिक सीधे और सिद्धांत को मानने वाले होते हैं। ये लोग अधिक खुले विचारों वाले होते है और बड़े निर्णय लेने में व्यापक मानसिकता को अपनाते हैं। अहंकार भावना आपके कार्य को खराब कर सकती है और आपके मार्ग में बाधाएं ला सकती है इसलिए इस तरह की भावना से बचने का प्रयास करें। ये लोग कई भाषाएं सीखने में भी अत्यधिक रुचि रखते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह जीवनसाथी के साथ आपका रवैया बेहद सरल रहेगा और आप उनके साथ प्यार भरी बातें करते हुए नज़र आ सकते हैं, जिससे आपका रिश्ता और अधिक मजबूत होगा व आप अपने पार्टनर के करीब आ सकते हैं। आप एक-दूसरे के साथ अपनी भावनाओं को साझा करेंगे और एक बेहतरीन पल का आनंद लेंगे। इस तरह आपका प्यार परवान चढ़ेगा और उसी दिशा में आगे बढ़ेगा जिस दिशा में आप चाह रहें हैं। हालांकि इस सप्ताह आपको अहंकार से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आपका रिश्ता खराब हो सकता है।

शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो इस सप्ताह आप प्रोफेशनल स्टडीज जैसे मैनेजमेंट, बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन जैसे विषयों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यह विषय आपको भविष्य में भी लाभ देगी। आपकी याद रखने की क्षमता मजबूत होगी जिसके चलते आप अपनी स्किल्स को सुधारने में सक्षम होंगे और इस तरह आप शिक्षा के क्षेत्र में उच्च अंक प्राप्त करेंगे। शीर्ष पर पहुंचने के लिए आपके पास आवश्यक कौशल होगा। जिन छात्रों का विदेश जाकर पढ़ने करने की इच्छा है उनकी यह इच्छा इस सप्ताह पूरी होगी आपको विदेश में जाकर पढ़ाई करने के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। 

पेशेवर जीवन: यदि आप नौकरीपेशा हैं तो जून का यह सप्ताह आपके पेशेवर जीवन के लिए उम्मीद से ज्यादा शानदार साबित होगा। इस दौरान आप काम के सिलसिले में अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही, कार्यक्षेत्र में आपके लिए पदोन्नति के योग बनेंगे और आपको उच्च पद भी प्राप्त होगी जो आपके लिए आश्चर्य की बात हो सकती है। यदि आप व्यवसाय में हैं तो आप मल्टीलेवल नेटवर्किंग बिज़नेस में कदम रख सकते हैं और इस व्यापार में आपको बहुत अधिक मुनाफा होगा। आप मल्टीलेवल नेटवर्किंग बिज़नेस में विशेषज्ञता हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे। ये अवसर आपके लिए बेहतर साबित होंगे।

स्वास्थ्य: इस दौरान आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं जैसे- सिरदर्द, सर्दी और खांसी हो सकती है। ऐसे में, प्रतिदिन ध्यान और योग करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। इस दौरान तला-भुना व अधिक तेल वाला भोजन करने से आपको बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

उपाय: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का प्रतिदिन 21 बार जाप करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 अंक में जन्मे जातक कुछ चीज़ों के प्रति उच्च जुनूनी होती है। ये लोग लंबी दूरी की यात्रा करने के शौकीन होते हैं और गहरी रुचि रखते हैं। इसके अलावा, आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर इनका अधिक सीमित रहता है। निर्णय लेने की क्षमता आपके व्यक्तित्व का गुण हो सकती है, लेकिन इस सप्ताह आपके द्वारा लिया गया कोई निर्णय आपको मुश्किल में डालने का काम कर सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि आप तनाव महसूस कर सकते हैं, जिस कारण आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो परिवार में चल रही स्थितियों के साथ अधिक तालमेल बिठाने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि आपके परिवार में लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों पर विवाद हो सकता है, जिसके चलते अपने जीवन साथी के प्रति आपका दृष्टिकोण ख़राब हो सकता है। आपसी समझ की कमी के कारण रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में समस्या आ सकती है। ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखने और रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता हो सकती है ताकि इस सप्ताह को और अधिक सुखद बनाया जा सके।

शिक्षा: मूलांक 4 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो 16 जून से 22 जून तक आपको पढ़ाई में एकाग्रता की कमी महसूस हो सकती है, जिसके चलते काम में गलतियां होने की संभावना है और आप अपने काम में पीछे रह जाए व अपने सहकर्मियों से पिछड़ सकते हैं। ऐसे में, आपको इस दौरान अपना ध्यान पढ़ाई पर ज्यादा से ज्यादा केंद्रित करने और अपनी एकाग्रता को बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है ताकि सफलता आपके कदम चूमती रहे।

पेशेवर जीवन: यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आप पर काम का भारी दबाव पड़ सकता है, जिसके चलते लक्ष्यों को प्राप्त करना आपको मुश्किल लग सकता है। आप काम में भी गलतियां कर सकते हैं जिसके बाद आपकी काबिलियत पर संदेह पैदा हो सकता है। ऐसे में, आपको कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने व अधिक से अधिक प्रयास करने की आवश्यकता हो सकती है। जिन लोगों का खुद का व्यवसाय हैं उन्हें इस दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है। ऐसे में, आपको सावधान रहने और अपने व्यापार पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है और अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

स्वास्थ्य : मूलांक 4 के जातकों के स्वास्थ्य की बात करें तो आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। आपको एलर्जी के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जो इस दौरान आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसी चीजें अधिक तला भुना व अधिक तेल वाले भोजन का सेवन करने की वजह से हो सकती है इसलिए अपने खानपान पर ध्यान दें। साथ ही, खाने का नियम और समय सही रखें अन्यथा स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

उपाय : प्रतिदिन 22 बार “ऊँ दुर्गाय नमः” का जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 के जातक आमतौर पर अधिक बुद्धिमान और आत्मनिर्भर होते हैं। ये हर कार्य को योजना बनाकर करना पसंद करते हैं। ये जातक शेयर ट्रेडिंग से संबंधित व्यवसाय में अधिक रुचि रखते हैं और इस क्षेत्र में अधिक कमाई करने का प्रयास करते हैं। कुल मिलाकर मूलांक 5 के जातकों का झुकाव बिज़नेस की ओर अधिक होता है। ये लोग मल्टी लेवल बिज़नेस में भी तेज़ी से आगे बढ़ते है और खूब मुनाफा कमाने में सक्षम होते हैं।

प्रेम जीवन:  इस सप्ताह आपके प्रेम जीवन की बात करें तो आपका सेंस ऑफ ह्यूमर पार्टनर को आपके और भी ज्यादा करीब लाएगा। आपको ऐसा प्रतीत होगा कि आप एक-दूसरे के लिए बने हैं।  आप अपने जीवनसाथी के साथ हंसी-मज़ाक करते हुए काफ़ी अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आप अपनी भावनाएं अपने जीवनसाथी के समझ रखेंगे और आपके रिश्ते में अच्छी आपसी समझ और बेहतर तालमेल देखने को मिलेगा। मुश्किल से मुश्किल समय में भी आप अपने ज्ञान से अपने पार्टनर को समझाने में सझम होंगे।

शिक्षा: मूलांक 5 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो आप इस सप्ताह अपनी काबिलियत दिखाने में सक्षम होंगे। विशेष रूप से उन छात्रों के लिए फलदायी सिद्ध होगा, जो फाइनेंशियल अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट जैसे प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं। इस दौरान आप अपनी योग्यता और कौशल साबित करने में कामयाबी हासिल करेंगे। आप इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करेंगे और पढ़ाई में अच्छे मानक स्थापित करेंगे। आप फाइनेंशियल अकाउंटिंग जैसे विषयों में अधिक कुशल होंगे और इस दौरान अधिक अंक प्राप्त करने में सक्षम भी होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में इस सप्ताह आपने खुद के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं उसे पाने में आप सफल होंगे।

पेशेवर जीवन: यह सप्ताह आपके पेशेवर जीवन के लिए शानदार साबित होगा। चाहे आप नौकरीपेशा हो या बिज़नेस कर रहे हो। आपको बेहद लाभ मिलेगा और अपार सफलता अर्जित करेंगे। आप इन दोनों क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान हासिल करेंगे। यदि आप एक कंसल्टेंट के रूप में कार्यरत हैं तो इस सप्ताह आप अपनी स्किल के दम पर कुछ अच्छा कर सकते हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको कई नए व शानदार मौके प्राप्त होंगे और ये मौके आपके भविष्य के लिए भी अनुकूल साबित होंगे। हो सकता है कि इन अवसरों को पाकर आपकी खुशी का ठिकाना न रहे। यदि आप व्यवसाय में हैं तो आप अच्छी डील करेंगे जिससे आपको लाभ होगा। इसके अलावा, आप अपने व्यवसाय के लिए नई रणनीतियां बना सकते हैं और रणनीतियां आपको उच्च लाभ प्रदान करेगी।

स्वास्थ्य: आपकी सेहत की बात करें तो स्वास्थ्य के लिहाज़ से इस सप्ताह आपको बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त होगा और आप ऊर्जा व उत्साह से खुद को भरा हुआ महसूस करेंगे। इस वजह से आपकी सेहत भी फिट रहेगी। आशंका है कि इस अवधि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या न हो। लेकिन फिर भी आपको अपने खानपान पर अधिक ध्यान देना होगा। अपने स्वास्थ्य को फिट रखने के लिए आपको सकारात्मक सोच रखने और योग व व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन प्राचीन पाठ विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के जातक आमतौर पर स्वभाव से अधिक कलात्मक और रचनात्मक होते हैं और ये खुद को वर्तमान स्थिति के अनुसार बदलने की कोशिश करते है यानी जो ट्रेंड चल रहा है उसे अपनाने की कोशिश करते हैं। मूलांक 6 के जातक मीडिया और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं और इससे उनको लाभ भी मिलेगा। इस सप्ताह आप करियर के सिलसिले से लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा ये लोग अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स में और अधिक सुधार लाने और उस पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: मूलांक 6 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो इस सप्ताह आपको अपने जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है क्योंकि आप अपना धैर्य खो सकते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि अपने पार्टनर के साथ नरमी से पेश आए और खुद पर नियंत्रण रखें। साथ ही, आपसी समझ और सामंजस्य से रिश्ते को मजबूत बनाने की कोशिश करें। ऐसा करने से आपके रिश्ते में मधुरता देखने को मिलेगी और आपके व पार्टनर के बीच जो भी विवाद है वह दूर हो जाएगा। साथ ही, रिश्ते में सद्भाव बनाए रखने में सक्षम होंगे।

शिक्षा: शैक्षिक जीवन की बात करें तो आपके लिए यह सप्ताह अधिक अनुकूल प्रतीत नहीं हो है। आशंका है कि इस सप्ताह पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं क्योंकि आपका मन पढ़ाई से हट सकता है और याद रखने की क्षमता भी कमज़ोर हो सकती है, जो आपके लिए बहुत आवश्यक है। विजुअल कम्युनिकेशन, फैशन डिजाइन जैसे विषय आपके लिए फलदायी साबित होंगे। आप शिक्षा में अधिक अंकों से पीछे रह सकते हैं, जिससे आपको निराशा भी हो सकती है।

पेशेवर जीवन: आपके पेशेवर जीवन की बात करें तो इस सप्ताह आपको कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है, जिस वजह से आशंका है कि काम में गलतियां अधिक हो। पेशेवर जीवन में इस दौरान आपको अलग-अलग नई रणनीतियां और नए तरीकों को अपनाना होगा, जो आपको सफलता दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं। वहीं यदि आपका खुद का बिज़नेस हैं तो इस अवधि में आपको अधिक नुकसान होने की संभावना है क्योंकि इस दौरान आपको प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। आपके प्रतिद्वंदी अपने व्यवसाय के लिए एक अनूठी रणनीति अपना सकते हैं और अधिक मुनाफा कमाने में सक्षम हो सकते हैं। ऐसे में, आपको अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए और सफलता प्राप्त करने के लिए वर्तमान रणनीति में बदलाव करते हुए बिज़नेस ट्रेंड को अपनाने की आवश्यकता होगी।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से जून महीने का यह सप्ताह आपके लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है क्योंकि इस दौरान आप त्वचा की एलर्जी, तेज़ सर्दी और किसी बड़ी बीमारी जैसे ट्यूमर की चपेट में आ सकते हैं, जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। ये समस्या आपको अधिक तेल व मसालेदार भोजन का सेवन करने से हो सकता है। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि अपने खानपान पर अधिक ध्यान दें, बाहर का तला भुना खाने से बचें क्योंकि ये सभी चीजें आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, इस अवधि आपको अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने पर भी ध्यान देने की जरूरत पड़ सकती है। 

उपाय: प्रतिदिन 33 बार “ऊँ शुक्राय नमः” का जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 के जातकों के व्यक्तित्व में कई गुण मौजूद होते हैं और ये अपने अंदर मौजूद कौशल की वजह से महारत हासिल करते हैं। इसके अलावा, इनका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों के तरफ अधिक होता है और ये ईश्वर से डरने वाले होते हैं। ये अपना कौशल दिखाने और उससे लाभ उठाने में सक्षम होते हैं। साथ ही, इनके पास कुछ ऐसे स्किल्स भी होते हैं जो इन्हें सफल होने में मार्गदर्शन कर सकते हैं। इन जातकों की रहस्य विद्याओं में अधिक रुचि हो सकती है और ये इन विषयों में रिसर्च करते हैं व आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं। ये जातक रहस्य विद्याओं को एक जुनून के रूप में अपना सकते हैं।

प्रेम जीवन: मूलांक 7 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो आपको अपने रिश्ते में प्रेम की कमी महसूस हो सकती है क्योंकि परिवार में कुछ ऐसे मुद्दे पैदा हो सकते हैं, जिससे आपको अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में समस्या आ सकती है। ऐसे में, चिंता करने के बजाय आपको अपनी पारिवारिक समस्‍याओं को सुलझाने के लिए परिवार में किसी बड़े व्‍यक्‍ति से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। इस तरह जीवनसाथी के साथ आपसी समझ और प्रेम बना रहेगा।

शिक्षा: मूलांक 7 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो यह अवधि गूढ़ विज्ञान, फिलॉसोफी और सोशियोलॉजी जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए यह सप्‍ताह ज्‍यादा लाभकारी नहीं रहने की आशंका है। आपको पढ़ाई करने और अच्‍छे अंक लाने में थोड़ी आपको काफी संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि आपकी याद करने की क्षमता थोड़ी कमज़ोर रह सकती है। इसकी वजह से आप इस हफ्ते अच्‍छे अंक लाने से पीछे रह सकते हैं। इस सप्ताह आप अपने अंदर छुपे स्किल्स को बनाए रखने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, इस समय की कमी के कारण अपने कौशल को दिखान में असमर्थ हो सकते हैं। पढ़ाई में अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए आपको योग करने की सलाह दी जाती है।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह आपमें अतिरिक्त कौशल भी विकसित हो सकता है और आप अपने काम के संबंध में सराहना पाने में सक्षम हो सकते हैं। लेकिन साथ ही, आप पर नौकरी का दबाव भी रहेगा जो असहनीय हो सकता है। यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो आपको नुकसान की संभावना हो सकती है और आपके लिए पूर्वानुमान रखना और अपने व्यवसाय की निगरानी करना आवश्यक होगा। साथ ही इस सप्ताह के दौरान आपको किसी भी साझेदारी या नए सौदे में शामिल होने से बचने की सलाह दी जाती है।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको एलर्जी की वजह से त्वचा में जलन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आपको पाचन संबंधी परेशानियां होने के भी संकेत हैं। स्वस्थ रहने के लिए आप समय पर खाना खाएं और तले-भुने खाने से बचें क्योंकि ये आपकी सेहत को खराब कर सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ऊँ गणेशाय नमः” का जाप करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

इस हफ्ते मूलांक 8 के जातकों का धैर्य टूट सकता है और ये सफलता पाने में पीछे रह सकते हैं। यात्रा के दौरान आपकी कोई मूल्यवान वस्तु या कोई कीमती सामान खो सकता है जिसे लेकर आपको चिंता हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको अधिक सावधान रहने और व्यवस्थित योजना बनाकर चलने की जरूरत है। इसके अलावा आप इस समय बड़े निवेश जैसा कोई फैसला न लें वरना आपको नुकसान हो सकता है।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह प्रॉपर्टी को लेकर परिवार में चल रही समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। वहीं आपको अपने दोस्तों की वजह से खड़ी की गई परेशानियों के कारण अपने प्रेमी या जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध बरकरार रखने में भी दिक्कत होने के संकेत हैं। इसकी वजह से आपका और आपके पार्टनर का रिश्ता कमज़ोर हो सकता है और उनसे नज़दीकियां बनाए रखने में आपको मुश्किल हो सकती है।

शिक्षा: प्रयास करने के बाद भी इस हफ्ते आप पढ़ाई रह सकते हैं। सफल होने और आगे बढ़ने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होगी। आप धैर्य बनाए रखें और प्रतिबद्ध होकर पढ़ाई करें और दृढ़ संकल्पित होकर पढ़ाई करें तभी आपको उच्च अंक प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। यदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग या ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से संबंधित पढ़ाई कर रहे हैं तो अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी।

पेशेवर जीवन: यदि आप एक नौकरीपेशा हैं तो संभावना है कि आपको कार्यक्षेत्र में सराहना प्राप्त न हो और इस बात से आप चिंतित हो सकते हैं। वहीं जो जातक खुद का बिज़नेस चला रहे हैं, उन्हें इस अवधि उच्च मूल्यों पर टिके रहने और मुनाफे की डील करने में दिक्कत आ सकती है।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको तनाव की वजह से पैरों और जोड़ों में दर्द होने की आशंका है। ऐसे में, इस समय तनाव आप पर भारी पड़ सकता है। असंतुलित आहार लेने की वजह से आपके साथ ऐसा हो सकता है। आपको इस अवधि ध्यान और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है, जिससे आप स्वस्थ महसूस कर सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का जाप करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 वाले बहुत साहसी और व्यवस्थित होते हैं। ये बड़े कामों को भी आसानी से करने में सक्षम होते हैं। ये जातक व्यवस्थित होने के साथ-साथ समय के पाबंद होते हैं यानी इन्हें हर कार्यों को समय पर पूरा करना पसंद होता है। इस अंक के लोग बड़े से बड़े काम को भी आसानी से पूरा करने में माहिर होते हैं।

प्रेम संबंध: आप अपने पार्टनर के साथ अधिक सैद्धांतिक रवैया अपनाएंगे और रिश्ते में उच्च मूल्य स्थापित करेंगे। इससे आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अच्‍छी आपसी समझ विकसित होगी और आपके रिश्ते मजबूत होंगे व आप दूसरों के लिए अच्छा उदाहरण पेश करेंगे। आप अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं और इस दौरान आप खूब आनंद लेंगे और प्रसन्न रहेंगे। इसके साथ ही जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल भी बढ़ेगा।

शिक्षा: इस सप्ताह के दौरान आप मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग आदि जैसे विषयों में पढ़ाई के संबंध में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ संकल्पित रहेंगे। आप जो भी पढ़ेंगे, उसे तेजी से याद कर लेंगे और परीक्षा में शानदार परिणाम पाने में सफल होंगे।

पेशेवर जीवन: मूलांक 9 के जातक इस सप्ताह अपने काम में बहुत अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे और आपके काम को इस अवधि पहचान मिलने की भी संभावना है। यह पहचान आपको पदोन्नति के रूप में भी मिल सकती है। वहीं व्यापारियों को शानदार मुनाफा कमाने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे और इस तरह इनकी अपने प्रतिद्वंदियों के सामने प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आप अपने बिज़नेस के लिए नई रणनीतियां बना सकते हैं।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आप अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने की स्थिति में हो सकते हैं और यह आपके उत्साह के कारण होगा। अच्छी बात यह है कि इस सप्ताह आपको स्वास्थ्य संबंधी बड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। खुश होने की वजह से आप ऊर्जावान बने रहेंगे और आपके उच्च ऊर्जा स्तर बनाए रखने में सक्षम होंगे।

उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. भाग्य अंक क्या होता है?

उत्तर 1. भाग्य अंक का उपयोग जातक की महत्वपूर्ण तारीख और घटनाओं को जानने के लिए किया जाता है। भाग्यंक की गणना मूलांक की गणना से थोड़ी अलग और बड़ी होती है।

प्रश्न 2. अंक ज्योतिष में 7 का क्या मतलब है?

उत्तर 2. अंक 7 के स्वामी ग्रह केतु होते हैं। 7 अंक वाले दार्शनिक और चिंतक स्वभाव के होते हैं।

प्रश्न 3. क्या सात नंबर लकी है?

उत्तर 3. अंक ज्योतिष में नंबर 7 को बहुत लकी माना गया है। मान्यता है कि जिन लोगों का मूलांक 7 होता है, ऐसे जातक बहुत भाग्यशाली होते हैं।

प्रश्न 3. मूलांक 3 के जातकों के लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा?

उत्तर 3. अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 3 के जातकों के लिए यह सप्ताह बहुत अधिक अनुकूल रहेगा।

मिथुन संक्रांति 2024 पर करें ये उपाय, वर्षभर मेहरबान रहेंगे सूर्य देव; मान-सम्मान में भी होगी वृद्धि!

मिथुन संक्रांति 2024: सूर्य देव संसार को अपनी रोशनी से रोशन करते हैं इसलिए इनके बिना मनुष्य जीवन से लेकर पेड़-पौधों तक की कल्पना नहीं की जा सकती है। हिंदू धर्म में जहां सूर्य देव की पूजा देवता के रूप में की जाती है, तो वहीं ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को “नवग्रहों का राजा” कहा जाता है क्योंकि यह सभी ग्रहों को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस प्रकार, सूर्य ग्रह का गोचर भी महत्वपूर्ण माना जाता है। सामान्य शब्दों में कहें,  तो जब यह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसे गोचर कहते हैं। अब सूर्य महाराज जल्द ही अपनी राशि में परिवर्तन करने जा रहे हैं। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको मिथुन संक्रांति 2024 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, महत्व आदि। सिर्फ इतना ही नहीं, हम आपको बताएंगे कि मिथुन संक्रांति के दिन कौन से आसान एवं प्रभावी उपायों को करने से मिलेगी भगवान सूर्य की कृपा? तो चलिए बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं मिथुन संक्रांति के बारे में। 

मिथुन संक्रांति 2024:तिथि एवं शुभ मुहूर्त  

सूर्य ग्रह की बात करें, तो सूर्य को हिंदू धर्म और ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में नवग्रहों के राजा सूर्य को एक ऐसा ग्रह माना गया हैं जो न ही कभी वक्री होता है और न ही कभी अस्त। हालांकि, सूर्य पर ग्रहण लग सकता है, लेकिन यह अस्त नहीं होता है। इस प्रकार, यह सदैव मार्गी चाल चलते हुए आगे बढ़ते हैं। अब यह मिथुन राशि में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वर्ष 2024 में मिथुन संक्रांति का पर्व 15 जून 2024, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। अब आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं मिथुन संक्रांति के पूजा मुहूर्त से।

मिथुन संक्रांति की तिथि एवं पूजा मुहूर्त  

मिथुन संक्रांति की तिथि: 15 जून 2024, शनिवार

मिथुन संक्रांति पुण्य काल का मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 18 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक। 

मिथुन संक्रांति महापुण्य काल का मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 18 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

क्या है मिथुन संक्रांति?

मिथुन संक्रांति के महत्व के बारे में जानने से पहले हम आपको बताना चाहते हैं कि आख़िर क्या होती है संक्रांति? जब सूर्य देव एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो इस घटना को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। बता दें कि सूर्य ग्रह प्रत्येक राशि में एक माह तक रहते हैं और राशि चक्र में 12 राशियां होती हैं और इसके फलस्वरूप,  एक वर्ष में कुल 12 संक्रांतियां आती हैं। सूर्य देव एक-एक करके राशि चक्र की सभी राशियों में गोचर करते हैं। ऐसे में, सूर्य देव के वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करने को  “मिथुन संक्रांति” कहा जाता है। 

मिथुन संक्रांति का महत्व

मिथुन संक्रांति को हिंदू धर्म के लोग बहुत ही आस्था और श्रद्धाभाव से मनाते हैं। यह पर्व सूर्य भगवान को समर्पित होता है इसलिए इस दिन इनकी पूजा करना विशेष रूप से फलदायी सिद्ध होता है। वर्ष भर में आने वाली सभी 12 संक्रांति तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह हिंदू वर्ष के तीसरे माह में आती है और इस तिथि पर सूर्य महाराज वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए यह दिन सभी तरह के शुभ एवं मांगलिक कार्यों को संपन्न करने के लिए श्रेष्ठ रहता है। 

इसके अलावा, सूर्य देव जब मिथुन राशि में गोचर करते हैं, तो उस समय संसार में अनेक प्रकार के परिवर्तन नज़र आते हैं जैसे कि सूर्य गोचर के साथ ही वर्षा ऋतु की शुरुआत हो जाती है। मिथुन संक्रांति के अवसर पर सूर्य भगवान के बुध की आधिपत्य वाली राशि मिथुन में प्रवेश के साथ ही सभी 12 राशियों में नक्षत्रों की दिशा बदल जाती है। साथ ही, सूर्य का गोचर मिथुन राशि में होने पर हर राशि पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालता है। यही वजह है कि इस दिन सूर्य पूजा को महत्वपूर्ण माना जाता है।

मिथुन संक्रांति 2024: धार्मिक दृष्टिकोण से

धार्मिक दृष्टि से देखें तो, मिथुन संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। भगवान विष्णु की पूजा के लिए भी यह तिथि श्रेष्ठ है। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से पुण्य कर्मों की प्राप्ति होती है। इस वजह से मिथुन संक्रांति पर अनेक प्रकार के धार्मिक कार्य करने की परंपरा है। यह संक्रांति “रज संक्रांति” भी कहलाती है और इस तिथि पर किसान अच्छी फसल के लिए सूर्य देव से प्रार्थना करते हैं। 

सूर्य देव की कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए भक्तजन मिथुन संक्रांति पर सच्चे मन से उपवास भी करते हैं। साथ ही, इस अवसर पर तीर्थ स्थानों और पवित्र नदियों में स्नान बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मिथुन संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा एवं व्रत करने से जातक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और उच्च पद की प्राप्ति होती है।   

देश के विभिन्न हिस्सों में कैसे मनाई जाती है मिथुन संक्रांति?

भारत को विविधताओं वाला देश कहा जाता है क्योंकि यहाँ कई धर्मों और संस्कृतियों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। हमारे देश में हर त्योहार को बहुत ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसी तरह, देश के अलग-अलग हिस्सों और राज्यों में मिथुन संक्रांति को मनाने के तरीके में अंतर देखने को मिलता है। साथ ही, इस पर्व को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। 

मिथुन संक्रांति को दक्षिणी भारत में मिथुन संक्रमणम, पूर्वी हिस्से में आषाढ़, केरल में मिथुनम और उड़ीसा में राजा परब कहा जाता है। मिथुन संक्रांति को उड़ीसा में बहुत ही जोश के साथ मनाया जाता है क्योंकि यह वहां का प्रमुख त्योहार है जो कि लगातार चार दिनों तक चलता है। इस त्योहार के अंतर्गत धरती माता की पूजा का विधान है।   

राजा परब में कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना को मन में लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। इस पर्व का पहला दिन पहिली राजा, दूसरा दिन राजा या मिथुन संक्रांति, तीसरा दिन बासी राजा या भू दाहा और चौथा दिन को “वसुमती स्नान ” के नाम से जाना जाता है।  

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मिथुन संक्रांति पर कैसे करें सूर्य देव की पूजा? 

  • सर्वप्रथम प्रातःकाल उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। 
  • चंदन, धूप, दीप एवं लाल फूल अर्पित करें और इसके पश्चात सूर्य देव के निमित्त अपने स्थान पर रहते हुए 7 बार परिक्रमा करें।
  • भगवान सूर्य की पूजा के बाद बचे हुए जल को पौधों में डाल दें।
  • इसके बाद, भक्त सूर्य चालीसा और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।

मिथुन संक्रांति पर इन उपायों से मिलेगी भगवान सूर्य की कृपा

  1. मिथुन संक्रांति की तिथि पर भगवान सूर्य से संबंधित चीज़ों जैसे कि लाल वस्त्र, गुड़, लाल चंदन व लाल फूल आदि गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें। ऐसा करने से भक्त को सूर्य देव का आशीर्वाद मिलने के साथ-साथ कुंडली से सूर्य दोष भी समाप्त हो जाता है। 
  2. इस अवसर पर हरे रंग की वस्तुओं का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है। इस उपाय को करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं।
  3. मिथुन संक्रांति के दिन हर वस्त्र, पालक और मूंग का दान करना फलदायी होता है।
  4. जीवन में चल रही समस्याओं का अंत करने के लिए मिथुन संक्रांति के दिन उपवास करें और नमक का सेवन न करें।

मिथुन संक्रांति 2024 का सभी 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के लिए यह समय शुभ रहेगा। आप ख़ूब सफलता हासिल करेंगे और धन लाभ भी प्राप्त होगा। 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों का ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा। संचार कौशल अच्छा होगा, लेकिन अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा।

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों को सूर्य के मिथुन में प्रवेश से धन-संपत्ति और वाहन सुख की प्राप्ति के योग बनेंगे, परंतु अपने क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा, लेकिन आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।

सिंह राशि 

सिंह  राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आर्थिक लाभ और मान-सम्मान में वृद्धि लाएगा। हालांकि, आपके कार्यक्षेत्र में समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों को बेकार के खर्चों से बचना होगा। इस लोगों को पार्टनरशिप और रिश्ते में शुभ फल प्राप्त होंगे।

तुला राशि 

तुला राशि वालों की रुचि सेवा और आध्यात्मिकता के प्रति बढ़ेगी। लेकिन, आपके करियर की रफ़्तार धीमी रह सकती है।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों को इस समय वाद-विवाद से बचना होगा। हालांकि, प्रेम और रोमांस के लिए समय अच्छा रहेगा।

धनु राशि 

धनु राशि वालों के जीवन में सुख-सुविधाओं और संपत्ति में वृद्धि होगी। इन जातकों को यात्राओं के दौरान सावधानी बरतनी होगी।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों को सूर्य गोचर की अवधि में आर्थिक लाभ के साथ-साथ मेहनत का फल भी मिलेगा, लेकिन शत्रुओं से सावधान रहना होगा।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों का सामाजिक जीवन में मान-सम्मान बढ़ेगा, परंतु आपको गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा।

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों की माता का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अगर आप घर या वाहन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए यह समय अनुकूल रहेगा। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. मिथुन संक्रांति के दिन क्या व्रत करना चाहिए?

उत्तर 1. मान्यताओं के अनुसार, मिथुन संक्रांति पर व्रत करने से सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है। लेकिन व्रत आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

प्रश्न 2. मिथुन संक्रांति 2024 पर क्या दान करें?

उत्तर 2. मिथुन संक्रांति पर अपने सामर्थ्य अनुसार अनाज, फल या वस्त्र आदि का दान कर सकते हैं।

प्रश्न 3. मिथुन संक्रांति पर किस देवता के मंत्रों का जाप करें?

उत्तर 3. मिथुन संक्रांति के दिन सूर्य भगवान के मंत्रों का जाप करना शुभ रहता है।

365 दिनों बाद मिथुन में सूर्य के आने से बनेगा बुधादित्य योग- ये राशियाँ होंगी मालामाल!

सूर्य गोचर मिथुन राशि, 15 जून से 16 जुलाई 2024 तक: जून के महीने में सूर्य का महत्वपूर्ण गोचर होने वाला है। इस दौरान सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य का गोचर आम तौर पर खास ही माना जाता है। हालांकि इस गोचर का विशेष महत्व माना जा रहा है क्योंकि इस गोचर से बुध की राशि में अर्थात मिथुन राशि में दो राशियों की महत्वपूर्ण युति भी होगी। 

क्या होगा इस युति का परिणाम, किन राशियों को इससे मिलेगा लाभ, सूर्य का गोचर कब और किस समय होने वाला है, सूर्य गोचर का सभी बारह राशियों पर क्या परिणाम देखने को मिलेगा, इन सभी बातों का जवाब जानने के लिए हमारा यह खास ब्लॉग अंत तक पढ़ें।

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?

सबसे पहले बात करें सूर्य के मिथुन राशि में होने वाले इस गोचर की तो सूर्य का यह गोचर 15 जून को होगा और इसके बाद 16 जुलाई तक सूर्य मिथुन राशि में ही रहने वाले हैं। समय की बात करें तो सूर्य के इस गोचर का समय रहेगा 00:16 बजे।

अधिक जानकारी: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 14 जून को बुध ग्रह मिथुन राशि में गोचर करने वाले हैं और इसके कुछ ही देर बाद सूर्य ग्रह भी मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में बुध और सूर्य की युति होगी जिससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। ज्योतिष में बुधादित्य योग को एक बेहद ही शुभ राजयोग माना जाता है। मिथुन राशि में होने वाली सूर्य और बुध की इस अनोखी युति से तीन राशियों को विशेष लाभ मिलने वाला है। कौन सी हैं ये राशियाँ चलिये जान लेते हैं।

सूर्य गोचर से बनेगा राजयोग- 3 राशियाँ होंगी मालामाल

पहली जिस राशि को सूर्य बुध की युति से लाभ मिलने वाला है वह है वृषभ राशि। इस दौरान वृषभ राशि के जातक अपने सुख संसाधनों पर खर्च करते नजर आएंगे, आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन मौजूद रहेगा, आपकी सभी इच्छाएं पूरी होगी, कोई शुभ समाचार मिलने की संभावना है। इसके अलावा अगर आप नौकरी पेशा हैं या फिर आप व्यापार के क्षेत्र से संबंधित हैं तो आपको अच्छा लाभ और तरक्की मिलेगी, आय के नए स्रोत बनेंगे और समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

दूसरी जिस राशि के लिए सूर्य बुध की युति खास रहने वाली है वह है मिथुन राशि। मिथुन राशि के जातकों को इस अवधि में अचानक से धन लाभ होगा, आपको हर काम में सफलता मिलेगी, भाग्य का साथ मिलेगा जिससे कहीं भी अटका हुआ धन आपको वापस मिलेगा, आपकी बातचीत करने की शैली में सुधार आएगा जिसका लाभ आपको अपने पेशेवर जीवन में देखने को मिलेगा। इसके अलावा इस राशि के जो लोग शादीशुदा हैं उनका वैवाहिक जीवन शानदार रहने वाला है, मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी और आपके नेतृत्व क्षमता में भी शानदार वृद्धि देखने को मिलेगी।

तीसरी और आखिरी जिस राशि के लिए सूर्य बुध की युति चमत्कारी साबित होगी वह है सिंह राशि। इस दौरान सिंह राशि के जातकों को धन प्राप्ति के नए रास्ते मिलेंगे, आपकी लाइफ स्टाइल में बदलाव नजर आएगा, इस दौरान आप वाहन या कोई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में निश्चित रूप से बदलाव देखने को मिलेगा। अगर आप नौकरी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो करियर में अच्छी तरक्की करेंगे और वेतन वृद्धि की भी संभावना है।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा प्रभाव

सामान्य तौर पर बात करें तो सूर्य का यह गोचर व्यक्ति को संचार कौशल में बेहतर बनाता है, कैरियर और व्यक्तित्व को निखारता है, इसके अलावा यह गोचर व्यक्ति को स्वभाव से बहिर्मुखी बनता है और इस अवधि में लोग अपने परिवार के लोगों के साथ समय व्यतीत करना ज्यादा पसंद करेंगे।

सूर्य ग्रह को पिता ग्रह माना जाता है। यह शक्ति, आत्मा, व्यक्तित्व, पिता और सरकार का कारक है। मिथुन प्राकृतिक कुंडली की तीसरी राशि होती है जिसका स्वामी है बुध जो संचार, छोटी यात्राएं, भाई बहनों के साथ रिश्ते, नई पहल करना और सार्वजनिक बोलने के कौशल को दर्शाता है। सूर्य और बुध एक तटस्थ रिश्ता साझा करते हैं और किसी भी कुंडली में उनकी स्थिति के आधार पर परिणाम प्रदान करते हैं।

सूर्य का मिथुन राशि में यह गोचर व्यक्ति के संचार कौशल में सुधार लेकर आएगा जिससे आपको व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में सभी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने में मदद मिलेगी। यह गोचर आपको स्वभाव से बहिर्मुखी बनाएगा। इस दौरान आप अपने प्रियजनों और दोस्तों के साथ ज्यादा वक्त व्यतीत करना पसंद करेंगे। 

हालांकि अगर आप अपने नियमित काम पर अड़े रहेंगे या अपने काम से ऊब जाएंगे तो सूर्य का यह गोचर आप पर प्रतिकूल प्रभाव पर डाल सकता है इसीलिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों ही मोर्चों पर आपको कुछ संशोधन करने की सलाह दी जाती है। 

यह गोचर आमतौर पर पेशेवर जीवन में अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। सूर्य का गोचर व्यक्ति को लाभकारी स्थान के साथ अधिकार शक्ति और एक महान नेतृत्व की गुणवत्ता प्रदान करता है। हालांकि सूर्य अगर पीड़ित स्थिति में हो तो ऐसे जातक अहंकारी भी हो सकते हैं और दूसरों के साथ बातचीत करते समय इनका रवैया रूखा भी हो सकता है। आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कैसी है यह जानने के लिए आप अभी विद्वान ज्योतिषियों से फोन या फिर चैट के माध्यम से संबंध संपर्क कर सकते हैं।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- राशि अनुसार भविष्यवाणी 

मेष राशि 

सूर्य मेष राशि के जातकों के लिए पंचम भाव का स्वामी है और तृतीय भाव में स्थित है रहने…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी है और आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहा …(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे घर का स्वामी है और आपके लग्न भाव में अर्थात पहले घर में …(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे घर का स्वामी है और आपके बारहवें घर में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य प्रथम भाव का स्वामी है और आपके प्रथम भाव में ही स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें घर का स्वामी है और आपके दसवें घर में ही स्थित रहने …(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य एकादश भाव का स्वामी है और आपके नवम भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान अष्टम भाव में स्थित…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी है और सप्तम भाव में स्थित रहने वाला …(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य अष्टम भाव का स्वामी है और आपके छठे भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ राशि 

सूर्य कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव का स्वामी है और पंचम भाव में स्थित रहने वाला …(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे भाव का स्वामी है और आपके चतुर्थ भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: सूर्य का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर: 15 जून को सूर्य का मिथुन राशि में गोचर हो जाएगा। इसके बाद सूर्य यहां 16 जुलाई तक रहने वाले हैं।  

प्रश्न 2: मिथुन राशि में सूर्य होने का क्या मतलब होता है?

उत्तर: मिथुन राशि में सूर्य व्यक्ति को ज्यादा बुद्धिमान और जिज्ञासु बनाते हैं। इसके अलावा इस दौरान लोग ज्यादा मिलनसार और अभिव्यंजक स्वभाव के भी बनते हैं।  

प्रश्न 3: मिथुन राशि का स्वामी कौन है? 

उत्तर: मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह होता है।  

प्रश्न 4: सूर्य को मजबूत बनाने के लिए क्या करें? 

उत्तर: नियमित रूप से सूर्य को अर्घ्य दें, बड़ों का सम्मान करें, रविवार के दिन उपवास रखें और सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें।

प्रश्न 5: साल 2024 मिथुन राशि के जातकों के लिए कैसा रहने वाला है? 

उत्तर: साल 2024 मिथुन राशि के लिए अनुकूल साल साबित होगा। इस दौरान आपको धन और परिवार से संबंधित कई शुभ समाचार मिलने वाले हैं।