2025 तक इन राशियों को मिलेगी पापी ग्रह राहु की कृपा, बैंक बैलेंस होगा दोगुना

ज्‍योतिषशास्‍त्र में राहु एवं केतु को पापी और छाया ग्रह कहा जाता है। इन दो ग्रहों को किसी भी राशि का स्‍वामित्‍व प्राप्‍त नहीं है और ये दोनों ही वक्री चाल चलते हैं। राहु 18 महीने में राशि परिवर्तन करते हैं। वर्ष 2025 में मई के महीने में राहु बृहस्‍पति की राशि मीन में प्रवेश कर रहे हैं। सभी राशियों का जीवन राहु के इस गोचर से प्रभावित होगा।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

राहु के इस गोचर से तीन राशियों के लोगों को सबसे ज्‍यादा फायदा मिलने वाला है। इन लोगों को अपने करियर और व्‍यापार में तरक्‍की मिलने के योग हैं। इन राशियों के जातकों को राजनीति के क्षेत्र में सफलता और मान-सम्‍मान मिलेगा। तो चलिए जानते हैं कि राहु के गोचर करने पर किन राशियों की किस्‍मत चमकने वाली है।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

राहु की इन पर बरसेगी कृपा

मकर राशि

मकर राशि के तीसरे भाव में राहु का संचरण होगा। आपके लिए राहु का गोचर फायदेमंद साबित होगा। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि देखने को मिलेगी। विदेश में काम करने वाले लोगों को खूब तरक्‍की मिलेगी। अपनी प्रगति को देखकर आप काफी प्रसन्‍न और संतुष्‍ट महसूस करेंगे। व्‍यापारियों को खूब पैसा कमाने का मौका मिलेगा।

नौकरीपेशा जातकों के लिए भी यह अनुकूल समय है। आपके लिए धन लाभ के योग बन रहे हैं। इससे आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूती मिलेगी। आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्‍त करेंगे। यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो अब आपकी यह इच्‍छा पूरी हो सकती है। आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग प्राप्‍त होगा।

मकर साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

कुंभ राशि

इस राशि के धन और वाणी के भाव में राहु का संचरण होगा। राहु का राशि परिवर्तन करना कुंभ राशि के जातकों के लिए बहुत ही ज्‍यादा लाभकारी सिद्ध होगा। इस गोचर काल के दौरान आपको समय-समय पर धन लाभ होता रहेगा। कुंभ राशि के जातकों को सेल्‍स के क्षेत्र में असीम सफलता मिलने के आसार हैं।

बैंकिंग के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए भी अच्‍छा समय है। नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन या वेतन में वृद्धि की सौगात मिल सकती है। आप अपनी मधुर वाणी से लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मिथुन राशि

मिथुन राशि के करियर और व्‍यवसाय के क्षेत्र में संचरण करेंगे। आपकी राशि के लिए यह गोचर अनुकूल रहने वाला है। आपको इस समय अत्‍यधिक लाभ मिलने की संभावना है। व्‍यापारियों को अपने क्षेत्र में अपार सफलता मिलने के योग हैं। नौकरीपेशा जातकों को भी प्रगति और उन्‍न‍ति मिलेगी। व्‍यापारियों को खूब धन कमाने का मौका मिलेगा। बेरोज़गार लोगों को नौकरी मिल सकती है। निवेश किए गए पैसों से भी आपको लाभ होगा। आपको अपने पिता से भी सहयोग मिलेगा। उनकी मदद से आप खूब तरक्‍की करने वाले हैं। राजनीति से जुड़े लोगों को भी लाभ मिलेगा।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

ज्‍योतिष में राहु का प्रभाव

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार राहु एक ऐसा ग्रह है जो मन में भ्रम की स्थिति पैदा करता है। राहु जातक को लोकप्रियता देता है। ये ग्रह आईटी के क्षेत्र का प्रतिनिधित्‍व करता है। राहु के प्रभाव से व्‍यक्‍ति कभी भी अपने पास मौजूद चीज़ों से संतुष्‍ट नहीं हो पाता है। ये हमेशा नए अवसरों की तलाश में रहते हैं। राहु एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में 18 महीने का समय लेते हैं। राहु की महादशा 18 साल की होती है।

राहु को किसी भी राशि का आधिपत्‍य प्राप्‍त नहीं है। इसे किसी भाव का स्‍वामित्‍व भी प्राप्‍त नहीं है। राहु आर्द्रा, स्‍वाति और शतभिषा नक्षत्र के स्‍वामी हैं। राहु वृषभ या मिथुन राशि में उच्‍च के और वृश्चिक या धनु राशि में नीच के होते हैं।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. राहु दोष कितने समय तक रहता है?

उत्तर. राहु का दोष 18 साल तक रहता है।

प्रश्‍न 2. राहु कितने समय में गोचर करता है?

उत्तर. राहु का गोचर 18 महीनों में होता है।

प्रश्‍न 3. कौन सा भगवान राहु को नियंत्रित कर सकता है?

उत्तर. राहु को खुश करने के लिए भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।

प्रश्‍न 4. राहु की महादशा चल रही हो तो क्‍या उपाय करना चाहिए?

उत्तर. भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.