अगस्‍त के शुरू में ही सूर्य करेंगे बुध के नक्षत्र में गोचर, ये राशियां होंगी मालामाल

सभी ग्रह राशि परिवर्तन करने के साथ-साथ नक्षत्र परिवर्तन भी करते हैं। जिस प्रकार ग्रहों के राशि में गोचर करने का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है ठीक वैसा ही प्रभाव नक्षत्र परिवर्तन के दौरान भी देखने को मिलता है। इस समय सूर्य देव शनि के पुष्‍य नक्षत्र में संचरण कर रहे हैं और वे इस राशि में 02 अगस्‍त तक रहेंगे।

इसके बाद सूर्य 02 अगस्‍त को अश्‍लेषा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। यह बुध का नक्षत्र और इस नक्षत्र में आने से कुछ राशियों के लोगों के जीवन में सकारात्‍मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इन लोगों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलने के आसार हैं। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य के बुध के नक्षत्र में आने पर किन राशियों के लोगों का भाग्‍य चमकने वाला है।

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इन राशियों को होगा फायदा

वृषभ राशि

राशिचक्र की दूसरी राशि वृषभ वालों के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। अध्‍यात्‍म की ओर आपकी रुचि बढ़ सकती है। अब तक आपके जो काम रुके हुए हैं या जिन्‍हें पूरा होने में कोई अड़चन आ रही थी, तो अब इस तरह की सारी समस्‍याएं दूर हो जाएंगी।

आपकी आर्थिक स्थिति में वृद्धि देखने को मिलेगी। कार्यक्षेत्र में लोग आपके काम की तारीफ कर सकते हैं। इससे आपका भी मन लगाकर काम करने की इच्‍छा होगी। आप इस वजह से थोड़ा रिलैक्‍स भी महसूस कर सकते हैं। आपके लिए पदोन्‍नति और वेतन में वृद्धि के योग भी बन रहे हैं।

वृषभ राशि के व्‍यापारियों को भी मोटा मुनाफा होने के आसार हैं। आपको अधिक पैसा कमाने के अवसर प्राप्‍त होंगे। आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्‍कर दे पाने में समर्थ होंगे। निवेश या शोयर मार्केट से मोटा पैसा कमाएंगे। आपको किराए से भी आय की प्राप्ति हो सकती है। आप पैसों की बचत कर पाएंगे और इस समय आपकी सेहत भी दुरुस्‍त रहेगी।

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मिथुन राशि

आपकी राशि के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन करना शानदार साबित होगा। आपको अपने करियर में उन्‍नति और प्रगति प्राप्‍त होगी। आपको अपने भाग्‍य का भी साथ मिलेगा। नौकरीपेशा जातक अपने दृढ़ संकल्‍प और योजना के दम पर सफलता प्राप्‍त कर सकते हैं। आपके उच्‍च अधिकारी भी आपके काम से खुश नज़र आएंगे।

आपको अपने काम के सिलसिले में यात्रा पर जाना पड़ सकता है और अच्‍छी बात यह है कि ये यात्राएं आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी। आप अपनी बुद्धिमानी से हर क्षेत्र में सफल हो पाएंगे। आपकी आय के स्रोत बढ़ेंगे और आप पैसों की बचत कर पाने में भी सक्षम होंगे। इस दौरान आपको सेहत को  लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है।

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तुला रा‍शि

नक्षत्र परिवर्तन के दौरान सूर्य तुला रा‍शि के दसवें भाव में रहेंगे। यह भाव करियर और व्‍यापार का होता है। इस समय आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफल होने के लिए अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा। अगर आप विदेश में काम करने का सपना देख रहे हैं, तो आपकी यह इच्‍छा पूरी हो सकती है। आप अपने लक्ष्‍य को पाने में सफल होंगे। आपके लिए विदेश से धन लाभ के योग बन रहे हैं। आपको विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है।

पार्टनरशिप में बिज़नेस करने वाले लोगों के लिए भी अनुकूल समय है। आपकी सेहत भी अच्‍छी रहने वाली है। सकारात्‍मक परिणाम मिलने की वजह से आपका मन प्रसन्‍न रहेगा।

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ज्‍योतिष में अश्‍लेषा नक्षत्र

अश्‍लेषा नक्षत्र के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और इस ग्रह को ज्‍योतिष में बुद्धि, संचार और तर्क क्षमता का कारक माना गया है। इस नक्षत्र में पैदा होने वाले जातक बुद्धिमान, संचार कौशल में श्रेष्‍ठ और विपरीत परिस्थितियों में खुद को आसानी से ढालने वाले होते हैं। बुध के प्रभाव के कारण ये जिज्ञासु स्‍वभाव के होते हैं।

जिन लोगों का जन्‍म अश्‍लेषा नक्षत्र में होता है, उनका दिमाग बहुत तेज होता है। ये जीवन के रहस्‍य को समझते हैं और ज्ञान अर्जित करने की इच्‍छा रखते हैं। ये बहुत भाग्‍यशाली और स्‍वस्‍थ होते हैं। ये अपनी बातों से दूसरों को मंत्रमुग्‍ध कर सकते हैं। इनसे आप घंटों तक किसी विषय पर चर्चा कर सकते हैं। इनके चेहरे का आकार चौकोर और नैन-नक्‍श सुंदर एवं आंखें छोटी होती हैं। इनके चेहरे पर तिल या कोई निशान हो सकता है।

इनमें गजब की नेतृत्‍व करने की क्षमता होती है जो उन्‍हें सफलता की ऊंचाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती रहती है। इन्‍हें स्‍वतंत्र रहना पसंद है और उसमें किसी भी दखलअंदाजी इन्‍हें अच्‍छी नहीं लगती है। ये अपने दोस्‍तों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इसके अलावा ये थोड़े गुस्‍सैल स्‍वभाव के भी होते हैं लेकिन मिलनसार भी होते हैं। 

ये किसी पर भी आसानी से भरोसा नहीं करते हैं। इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता ही रहता है। ये अपनी बातों से दूसरों को सम्‍मोहित करने में माहिर होते हैं। एक बार ये बोलना शुरू करते हैं, तो अपनी बात पूरी खत्‍म करने के बाद ही चुप होते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. अश्‍लेषा नक्षत्र में पैदा होने वाले बच्‍चे कैसे होते हैं?

उत्तर. ये सुल व्‍यापारी और चतुर अधिवक्‍ता बनते हैं।

प्रश्‍न. अश्‍लेषा नक्षत्र का स्‍वामी कौन है?

उत्तर. इस नक्षत्र के स्‍वामी बुध ग्रह हैं।

प्रश्‍न. अश्‍लेषा नक्षत्र का कौन सा पाद अच्‍छा है?

उत्तर. इस नक्षत्र के चौथे पद में जन्‍मे लोग भाग्‍यशाली होते हैं।

प्रश्‍न. अश्‍लेषा नक्षत्र की राशि कौन सी है?

उत्तर यह कर्क राशि के अंतर्गत आता है।

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