सूर्य करेंगे पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश, मेष, कन्या समेत इन चार राशियों को मिलेगा धन-वैभव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह 12 राशियों में गोचर करने के अलावा नक्षत्र में भी परिवर्तन करते हैं। सूर्य ग्रह हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं और इसके साथ ही उनके नक्षत्र में भी परिवर्तन आता है। सूर्य 30 सितंबर को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं और वह भी इस समय इसी नक्षत्र में विराजमान हैं।
ज्योतिष की मानें तो सूर्य और शुक्र के बीच अनुकूल संबंध नहीं है। हालांकि, सूर्य के शुक्र के नक्षत्र में प्रवेश करने पर कुछ राशियों की किस्मत चमकने वाली है। सूर्य के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने पर कुछ राशियों के लोगों को अपने करियर और पर्सनल लाइफ दोनों में ही शुभ परिणाम मिलने के संकेत हैं।
तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने पर किन राशियों की जिंदगी पलटने वाली है।
मेष राशि के जातकों को सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं मिलने वाली हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र में शानदार अवसर मिलने की संभावनना है। वहीं नौकरीपेशा जातकों को कोई नया काम या जिम्मेदारी भी मिल सकती है। आपको नौकरी के लिए कोई अच्छा प्रस्ताव मिलने के आसार हैं। इससे आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है जिससे आपको आर्थिक रूप से मज़बूत होने का मौका मिलेगा।
पार्टनरशिप में बिज़नेस करने वाले लोगों को मुनाफा होने की उम्मीद है। आप अपने बिज़नेस का विस्तार करने के बारे में भी सोच सकते हैं। परिवार में चल रही समस्याएं अब खत्म हो सकती हैं। परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम बढ़ेगा।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
सिंह राशि
सूर्य के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने पर सिंह राशि के लोगों की पैसों की तंगी दूर हो जाएगी। आप इस समय जोश और ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। आपकी जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके अलावा आपकी वाणी में भी सुधार आएगा।
आपकी आय के नए स्रोत बनेंगे और व्यापारियों के लिए भी सफलता के योग बन रहे हैं। आपको अपने व्यापारिक क्षेत्र में मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। नया बिज़नेस शुरू करने के लिए भी अनुकूल समय है। मुनाफा कमाने के लिए यह समय अच्छा साबित होगा। आपके अपने जीवनसाथी के साथ बेहतर रिश्ते होंगे। वहीं आपको अपने परिवार का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
सूर्य के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने पर कन्या राशि के लोगों की जिंदगी में खुशियां दस्तक देना शुरू करेंगी। आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। आपके कार्यों में आ रही रुकावटें भी अब दूर हो सकती हैं। वहीं नौकरीपेशा जातकों का अपने कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ेगा। आप अपने करियर में खूब तरक्की करेंगे।
आपकी प्रभावशाली लोगों से जान-पहचान हो सकती है। ये लोग आगे चलकर आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे। आप समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल होंगे। आप अपने लिए वाहन या प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं। आपको किसी सरकारी संस्थान से लाभ मिलने के संकेत हैं।
तुला राशि के लोगों को भी सूर्य के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आने पर लाभ होने की उम्मीद है। आपकी अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी। आप धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।
आपकी प्रतिष्ठा में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। यदि आप मानसिक रूप से तनाव में हैं, तो अब आपको इससे छुटकारा मिल सकता है। आप पैसों की बचत करने में भी सफल हो पाएंगे। व्यापारियों की आमदनी में बढ़त देखने को मिलेगी। आपका अपने क्षेत्र में पूर्ण वर्चस्व रहेगा। आपके और आपके जीवनसाथी का रिश्ता भी मज़बूत होगा। आप दोनों साथ मिलकर प्लॉट या कोई प्रॉपर्टी आदि खरीद सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
इस सप्ताह ये राशियाँ व्यापार में कमाएँगी अपार लाभ- प्रेम जीवन भी रहेगा शानदार!
आने वाले सात दिन आपके लिए कितने खास, अनुकूल या परेशानी जनक रहने वाले हैं? इन 7 दिनों में क्या आपका प्रदर्शन कार्य क्षेत्र में अच्छा रहेगा या आपको ऑफिस पॉलिटिक्स का हिस्सा बनना पड़ सकता है? व्यापार में लाभ मिलेगा या कोई नुकसान आपके गले पड़ने वाला है? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए पढ़िए एस्ट्रोसेज का यह खास साप्ताहिक राशिफल विशेष ब्लॉग और जानिए अपने इन सभी सवालों का जवाब।
आपकी जानकारी के लिए बता दें हमारा यह खास राशिफल विशेष ब्लॉग वैदिक ज्योतिष की गणना पर आधारित है साथ ही विद्वान ज्योतिषों ने इसे ग्रहों नक्षत्रों की चाल, स्थिति और गोचर के आधार पर तैयार किया गया है। तो चलिए आर्थिक जीवन, प्रेम जीवन, पारिवारिक जीवन, वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य, करियर, शिक्षा, आदि क्षेत्रों में किस तरह के परिणाम आपको मिलने वाले हैं इस बात को जानने के लिए पढ़ते हैं हमारा यह खास ब्लॉग।
आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले एक नजर डालते हैं इस सप्ताह के हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय तथ्यों पर।
इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग और ज्योतिषीय गणना
बात करें सितंबर के दूसरे सप्ताह के हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय तथ्यों की तो
9 सितंबर 2024 सोमवार- तिथि षष्ठी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र विशाखा, योग वैधृति, अभिजीत मुहूर्त 11:53:01 से 12:43:00 तक
10 सितंबर 2024 मंगलवार- तिथि सप्तमी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र अनुराधा, योग विश्व कुंभ, अभिजीत मुहूर्त 11:52:44 से 12:42:35 तक
11 सितंबर 2024 बुधवार- तिथि अष्टमी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र ज्येष्ठ, योग प्रीति, अभिजीत मुहूर्त कोई नहीं
12 सितंबर 2024 गुरुवार- तिथि नवमी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र मूल, योग आयुष्मान, अभिजीत मुहूर्त 11:52:08 से 12:41:46 तक
13 सितंबर 2024 शुक्रवार- तिथि दशमी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा, योग सौभाग्य, अभिजीत मुहूर्त 11:51:50 से 12:41:22 तक
14 सितंबर 2024 शनिवार- तिथि एकादशी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र उत्तराषाढ़ा, योग शोभन, अभिजीत मुहूर्त 11:51:32 से 12:40:57 तक
15 सितंबर 2024 रविवार- तिथि द्वादशी, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र श्रवण, योग अतिगंड, अभिजीत मुहूर्त 11:51:15 से 12:40:32 तक
इस सप्ताह के व्रत त्यौहार
व्रत त्योहार के बारे में जानना इसलिए भी आवश्यक हो जाता है क्योंकि अक्सर अपने व्यस्त जीवन में हम इन शुभ दिनों के बारे में भूल जाते हैं। ऐसे में आपके साथ भी ऐसा ना हो और आप आने वाले सप्ताह के सातों दोनों का खुलकर आनंद ले सकें इसलिए हम यहां आपको इस सप्ताह के व्रत त्योहारों की भी जानकारी देते हैं। बात करें 9 से 15 सितंबर के बीच मनाए जाने वाले त्योहारों और किए जाने वाले व्रत की तो,
9 सितंबर स्कंद षष्ठी
10 सितंबर ललित सप्तमी, ज्येष्ठ गौरी आवाहन
11 सितंबर राधा अष्टमी, महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ, दूर्वा अष्टमी, ज्येष्ठ गौरी पूजा, मासिक दुर्गा अष्टमी
ग्रहों का मानव जीवन पर प्रभाव अवश्य पड़ता है। ऐसे में इनकी चाल और स्थिति व्यक्ति के लिए बेहद खास होती है। ग्रहों का कोई भी परिवर्तन, उनकी चाल या स्थिति में कोई भी परिवर्तन मानव जीवन को भी प्रभावित करता है। ऐसे में गोचर के बारे में भी जानना बेहद आवश्यक हो जाता है। जहां एक तरफ इस सप्ताह में कोई भी ग्रहण नहीं लगने वाला है वहीं बात करें गोचर की तो इस सप्ताह में केवल एक ही ग्रह का परिवर्तन होगा जो कि बुध का होगा। दरअसल पिछले सप्ताह में बुध ने सिंह राशि में प्रवेश किया था। अब 14 सितंबर को 12:50 पर बुध सिंह राशि में ही अस्त हो जाएंगे। इसका निश्चित रूप से सभी जातकों के जीवन पर प्रभाव अवश्य पड़ेगा। आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा यह जानने के लिए आप विद्वान ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं या फिर इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं गोचर 2024
सितंबर 2024 विवाह मुहूर्त
सितंबर के इस सप्ताह में भी कोई विवाह मुहूर्त नहीं है।
9 से 15 सितंबर 2024 बैंक अवकाश
बैंक अवकाशों की बात करें तो सितंबर के इस सप्ताह में कई बैंक अवकाश किए जाएंगे। नीचे हम आपको इससे संबंधित एक विस्तृत सूची प्रदान कर रहे हैं। साथ ही हम आपको यह भी बता रहे हैं कि कथित बैंक अवकाश कहां माननीय रहेगा।
13 सितंबर 2024, शुक्रवार रामदेव जयंती, तेजा दशमी- राजस्थान
14 सितंबर 2024, शनिवार पहला ओणम- केरल
15 सितंबर 2024, रविवार थिरुवोनम- केरल
9 से 15 सितंबर जन्मदिन की जानकारी
अपने इस आखिरी सेगमेंट में हम बात करते हैं सप्ताह के 7 दिनों में आने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन के बारे में। ऐसे में यह जानने से पहले की 9 से 15 सितंबर के बीच किन-किन मशहूर सितारों का जन्मदिन आने वाला है चलिए जान लेते हैं सितंबर में जन्म लेने वाले लोगों को दूसरों से अलग क्यों माना गया है। दरअसल स्वभाव में ये लोग बेहद ही मेहनती होते हैं और बहुत ही जल्दी किसी भी समस्या का समाधान ढूंढ़ लेते हैं। करियर में अपने हर एक लक्ष्य को पूरा करने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में अक्सर देखा गया है कि सितंबर में जन्म लेने वाले लोग साइंटिस्ट, शिक्षक, सलाहकार या फिर राजनीतिक बनते हैं। ये दिल के बेहद साफ होते हैं इसीलिए इनका स्वभाव भावुक होता है। इसके अलावा वैवाहिक जीवन की बात करें तो इनका वैवाहिक जीवन सुखद होता है। इन्हें इनका पार्टनर पूरा साथ देता है और अपने पार्टनर पर ये जी भर कर प्यार लुटाते हैं। इसके अलावा बात करें उनकी नकारात्मक क्वालिटी की तो सितंबर के महीने में जन्म लेने वाले लोगों पर मंगल ग्रह का प्रभाव होता है और यही वजह है कि इन्हें गुस्सा बहुत जल्दी आता है। यह गुस्सा छुपा भी नहीं पाते हैं और तुरंत लोगों के सामने जाहिर कर देते हैं। इसके अलावा इन्हें रिश्ते में धोखा बर्दाश्त नहीं होता है।
अब बात करें इस सप्ताह में किन-किन मशहूर सितारों का जन्मदिन मनाया जाएगा तो,
9 सितंबर अक्षय कुमार, राज कुंद्रा
10 सितंबर अटल कुलकर्णी, अनुराग कश्यप
11 सितंबर ट्यूलिप जोशी, श्रेया सरन
12 सितंबर प्राची देसाई, करण जोटवानी
13 सितंबर महिमा चौधरी
14 सितंबर आयुष्मान खुराना
15 सितंबर हेजल कीच, नेहा ओबेरॉय
यदि आप अपने फेवरेट सितारे की कुंडली देखकर उनके भविष्य के बारे में कुछ भी जानना चाहते हैं तो आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।
एस्ट्रोसेज की तरफ से इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1: इस सप्ताह के महत्वपूर्ण त्योहार बताइये।
परिवर्तनी एकादशी
2. इस सप्ताह कौन-कौन सा गोचर होगा?
इस सप्ताह कोई भी गोचर नहीं होगा केवल14 सितंबर को 12:50 पर बुध सिंह राशि में ही अस्त हो जाएंगे।
3. इस सप्ताह के बैंक अवकाश बताइये।
इस सप्ताह में कई बैंक अवकाश पड़ने वाले हैं। रामदेव जयंती, ओणम, थिरुवोनम।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 08 सितंबर से 14 सितंबर, 2024
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (08 सितंबर से 14 सितंबर, 2024)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मूलांक 1
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 1 वालों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहेगा जो आपके लिए सफलता लेकर आएगा। इस दौरान आप मुश्किल से मुश्किल कामों को पूरी दृढ़ता के साथ अच्छे से करेंगे।
प्रेम जीवन: मूलांक 1 के जातक रिश्ते में अपने पार्टनर के प्रति वफादार रहेंगे और ऐसे में, साथी की नज़रों में आपके लिए मान-सम्मान बढ़ेगा।
शिक्षा: शिक्षा की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि आप टॉप पर पहुंचने में सफल रहेंगे। साथ ही, आप अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए दिखाई देंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो आपके कार्यक्षेत्र का माहौल सकारात्मक बना रहेगा। इन जातकों को नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे जिससे आप संतुष्ट नज़र आएंगे।
स्वास्थ्य: मूलांक 1 के जातक इस सप्ताह शारीरिक रूप से फिट रहेंगे जो कि आपके भीतर मौजूद ऊर्जा और उत्साह का परिणाम होगा।
उपाय: रविवार को सूर्य देव के लिए यज्ञ-हवन करें।
मूलांक 2
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 2 वाले इस सप्ताह कोई बड़ा फैसला लेते हुए भ्रमित महसूस कर सकते हैं जिसकी वजह अस्थिरता होने की आशंका है इसलिए सफलता पाने के लिए आपको योजना बनाकर आगे बढ़ना होगा।
प्रेम जीवन: यह जातक पार्टनर के सामने अपनी नाख़ुशी ज़ाहिर कर सकते हैं और आपका यह कदम रिश्ते को बेहतर बनाने की राह में समस्या पैदा कर सकता है।
शिक्षा: मूलांक 2 के छात्रों को पढ़ाई में अच्छे अंक हासिल करने के लिए काफ़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। साथ ही, काम या पढ़ाई दोनों ही आपको मन लगाकर करनी होगी।
पेशेवर जीवन: इन जातकों को इस सप्ताह काम में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप, आप काम को समय पर पूरा करने में असमर्थ रह सकते हैं। साथ ही, वरिष्ठों के साथ आपको कुछ उतार-चढ़ावों से जूझना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: मूलांक 2 वाले इस हफ़्ते सर्दी-खांसी के शिकार हो सकते हैं जिसका कारण किसी तरह का इन्फेक्शन हो सकता है। हालांकि, आपकी नाज़ुक सेहत कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकती है इसलिए अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना आपके लिए जरूरी होगा।
उपाय: रोज़ाना “ॐ चन्द्राय नमः” का 20 बार जाप करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 3 के जातकों की सोच खुले विचारों वाली होगी जिसकी झलक इनके फैसलों में भी दिखाई देगी। इस अवधि में इन लोगों की रुचि अध्यात्म के प्रति होगी जो आपको सफलता के मार्ग पर लेकर जाएगी।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में आप पार्टनर के प्रति अपने प्यार का इज़हार करेंगे और इस वजह से आपका रिश्ता मज़बूत होगा।
शिक्षा: मूलांक 3 के छात्र मन लगाकर पढ़ाई करेंगे और शिक्षा के संबंध में उच्च मूल्य स्थापित करने में सक्षम होंगे। जो छात्र बिज़नेस स्टेटिस्टिक्स, लॉजिस्टिक्स और इकोनॉमिक्स आदि विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, वह अच्छे अंक प्राप्त कर सकेंगे।
पेशेवर जीवन: करियर के क्षेत्र में आपको अपनी पसंद के अनुसार नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह अच्छा लाभ कमाएंगे।
स्वास्थ्य: इस मूलांक के जातक उत्साह से भरे रहेंगे जिसका सकारात्मक असर आपकी सेहत पर दिखाई देगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ बृहस्पतये नमः” का 21 बार जाप करें।
मूलांक 4
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 4 के जातक हद से ज्यादा जुनूनी होंगे और इस वजह से आपके पास जो भी पैसा होगा, आप वह भी खो देंगे। इस दौरान आप सुख-सुविधाओं की तरफ आकर्षित होंगे।
प्रेम जीवन: इन जातकों में धैर्य की कमी देखने को मिल सकती है और ऐसे में, आपको रिश्ते में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में इन जातकों का मन पढ़ाई से भटक सकता है और इस वजह से आप शिक्षा में तरक्की पाने में असफल रहेंगे जिसकी वजह एकाग्रता की कमी हो सकती है।
पेशेवर जीवन: मूलांक 4 के नौकरीपेशा जातकों पर इस सप्ताह काम का बोझ काफ़ी ज्यादा हो सकता है। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की वजह से आपको लाभ न होने की आशंका है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो इन जातकों को इस हफ़्ते पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको भोजन समय पर करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ दुर्गाय नमः” का 22 बार जाप करें।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मूलांक 5
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 5 के जातक बुद्धिमान होते हैं और यह जो भी काम करते हैं, उसमें तर्क ढूंढ लेते हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो इसमूलांक के लोग साथी के साथ अपना रिश्ता अच्छा बनाए रखने में सक्षम होंगे और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि आपके मन में पार्टनर के प्रति अटूट प्रेम होगा।
शिक्षा: अगर आप रिसर्च या डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे हैं, तो इस सप्ताह आप इन सब्जेक्ट्स में उत्कृष्टता हासिल करने के साथ-साथ बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
पेशेवर जीवन: मूलांक 5 के नौकरीपेशा जातक इस सप्ताह कार्यक्षेत्र में अपनी क्षमताओं और योग्यताओं का प्रदर्शन कर सकेंगे। वहीं, यदि आपका संबंध व्यापार से है, तो आपको मल्टीलेवल नेटवर्क का बिज़नेस करने के अनेक अवसर मिलेंगे।
स्वास्थ्य: मूलांक 5 वालों की सेहत इस हफ़्ते अच्छी बनी रहेगी जिसकी वजह इन जातकों के भीतर की सकारात्मकता और आत्मविश्वास होगा।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 6 के जातकों में रचनात्मकता कूट-कूट कर भरी होती है जो इन्हें टॉप पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें, तो मूलांक 6 के जातक साथी के साथ अपने विचारों को शेयर करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आप पार्टनर के साथ कहीं घूमने-फिरने या ट्रिप पर भी जा सकते हैं।
शिक्षा: इस मूलांक के छात्र उच्च शिक्षा हासिल करने के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने में भी सक्षम होंगे। ऐसे में, आप दुनिया के सामने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकेंगे।
पेशेवर जीवन: मूलांक 6 के जातकों के लिए यह सप्ताह नौकरी के नए अवसर लेकर आएगा जिससे आप हैरान नज़र आ सकते हैं। जिन लोगों का अपना व्यापार है, वह अपने बिज़नेस को अच्छे से संभालते हुए लाभ कमाने में सफल रहेंगे।
स्वास्थ्य: इस मूलांक के जातक ऊर्जावान बने रहेंगे जिसकी वजह आपका आत्मविश्वास होगा। इन जातकों का रवैया अडिग बना रहेगा और ऐसे में, यह एक बार कुछ ठान लेंगे, तो उसे पूरा करके रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भार्गवाय नमः” का 33 बार जाप करें।
मूलांक 7
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 7 वालों का झुकाव अध्यात्म के प्रति रहेगा और आपके मन में भी ऐसे ही विचार आएंगे। इसके फलस्वरूप, सांसारिक सुखों से आपका मोह भंग हो सकता है और पूजा-पाठ में मन लग सकता है।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में इन जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते में आपसी सामंजस्य और तालमेल बिठाना होगा क्योंकि इस दौरान आप साथी के साथ बेकार की बहस में पड़ सकते हैं।
शिक्षा: शिक्षा के संबंध में इस सप्ताह को आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपकी याददाश्त थोड़ी कमज़ोर रह सकती है।
पेशेवर जीवन: मूलांक 7 के जातकों को कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों से बात करते समय बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि आपकी उनके साथ बहस होने की आशंका है। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको मुनाफे वाली डील करते समय सतर्क रहना होगा।
स्वास्थ्य: इन लोगों को वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपको चोट लगने की आशंका है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ केतवे नमः” का 41 बार जाप करें।
मूलांक 8
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 8 के जातक करियर को लेकर बहुत जागरूक होते हैं। यह काम को लेकर बार-बार प्रयास करते हुए नज़र आते हैं और अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आप पार्टनर को मनाते हुए दिखाई देंगे और इसके लिए, आपको काफी मशक्क्त करनी पड़ सकती है।
शिक्षा: मूलांक 8 के जातक मन लगाकर पढ़ाई करेंगे। हालांकि, सब्जेक्ट्स को अच्छे से पढ़ने के बाद भी आपको उसे याद रखने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, यह जातक अपने लक्ष्यों को पाने में बाधाओं का अनुभव कर सकते हैं।
पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी करते हैं, वह इस सप्ताह नौकरी में बदलाव करने के लिए मज़बूत हो सकते हैं जिसकी वजह संतुष्टि की कमी होने की आशंका है। यदि आपका संबंध व्यापार से है, तो आपको हानि झेलनी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य: मूलांक 8 वालों के पैरों और जोड़ों में दर्द रह सकता है और यह आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। ऐसे में, ध्यान और योग करना आपके लिए फलदायी साबित होगा।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 9 के जातकों पर सामान्य रूप से कई जिम्मेदारियां होती हैं और इनका स्वभाव साहसिक होता है। यह लोग निडर होते हैं और मुश्किल कामों को भी आसानी से पूरा कर लेते हैं। बता दें कि इस मूलांक वाले सरकार और सेना से जुड़े क्षेत्रों में अपनी चमक बिखरते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपको पार्टनर या प्रियजनों के साथ रिश्ते में प्रेम की कमी का अहसास हो सकता है।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में आप अपनी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे जो कि आपकी एकाग्रता और समर्पण के बल पर संभव हो सकेगा। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आप अच्छा लाभ कमाने में सफल रहेंगे।
पेशेवर जीवन: मूलांक 9 के जो जातक सरकारी नौकरी की तलाश में हैं, उनको कई बेहतरीन और सुनहरे अवसर मिलेंगे। साथ ही, आप अच्छी सफलता हासिल करेंगे। यदि आपका खुद का व्यापार है, तो आपको काफ़ी लाभ मिलने के योग बनेंगे।
स्वास्थ्य: इन जातकों के भीतर का उत्साह आपको स्वस्थ बनाए रखेगा और आप अच्छी सेहत का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न.
1. मूलांक और भाग्यांक में क्या अंतर है?
मूलांक व्यक्ति की जन्म तिथि को जोड़कर प्राप्त होता है जबकि भाग्यांक आपकी पूरी जन्म तिथि को जोड़ने पर मिलता है।
2. 30 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक क्या है?
जिन जातकों का जन्म किसी भी महीने की 30 तारीख को होता है, उनका मूलांक 03 होगा।
3. 8 सितंबर से 14 सितंबर का सप्ताह मूलांक 2 वालों के करियर के लिए कैसा रहेगा?
सितंबर का यह सप्ताह मूलांक 2 वालों के लिए समस्याओं से भरा रह सकता है।
इस शुभ योग और मुहूर्त में घर पधारेंगे गणपती बाप्पा- अभी नोट कर लें शुभ मुहूर्त की संपूर्ण जानकारी!
सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय का दर्जा दिया गया है। इन्हीं गणेश भगवान या जिन्हें प्यार से बाप्पा भी कहा जाता है। उनसे संबंधित एक बेहद ही महत्वपूर्ण त्योहार गणेश चतुर्थी प्रत्येक वर्ष बेहद ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का त्यौहार इतना भव्य होता है कि इसकी तैयारियां काफी दिनों पहले से ही शुरू हो जाती है।
चलिए आज के अपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से जान लेते हैं साल 2024 में गणेश चतुर्थी का यह पावन और शुभ त्यौहार कब मनाया जाएगा, इसका शुभ मुहूर्त क्या होने वाला है, इस त्यौहार का महत्व क्या होता है, साथ ही जानेंगे इस त्योहार से जुड़ी ढेरों दिलचस्प और जानने वाली बातों की जानकारी।
प्रत्येक वर्ष 10 दिनों के लिए गणपति बप्पा हमारे घरों और पंडालों में आते हैं। इस दौरान लोग अपने सहूलियत के अनुसार बाप्पा की छोटी बड़ी प्रतिमा अपने घर लेकर आते हैं, दिन में दोनों पहर उनकी पूजा पाठ करते हैं, उन्हें भोग अर्पित करते हैं, उनसे अपनी मनोकामना कहते हैं, उनसे अपने विघ्न हरने की प्रार्थना करते हैं और अंत में बाप्पा की विदाई से +इस त्यौहार का अंत होता है।
बात करें इस वर्ष गणेश उत्सव कब मनाया जाएगा तो, दरअसल हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का यह पावन त्यौहार मनाया जाता है। अर्थात इसी दिन से गणेश चतुर्थी के उत्सव की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में वर्ष 2024 में यह पावन दिन 7 सितंबर शनिवार के दिन पड़ रहा है। इस दिन गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाएगा। इसके बाद अगले 10 दिनों तक बाप्पा हमारे बीच हमारे घरों में रहेंगे, पंडालों में रहेंगे और 17 सितंबर 2024 को गणेश विसर्जन के साथ गणपति बप्पा की विदाई कर दी जाएगी।
महाराष्ट्र में आमतौर पर इस त्यौहार की सबसे अधिक धूम देखने को मिलती है। इस दौरान लोग अपने घरों में एक दिन के लिए, कोई लोग 11 दिनों के लिए बप्पा की प्रतिमा अपने घर में विराजित करते हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
गणेश प्रतिमा स्थापना मूहूर्त
पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी की तिथि 7 सितंबर 2024 को दोपहर 3:01 पर शुरू होने वाली है और इसका समापन रविवार 9 सितंबर को शाम 5:37 पर होगा।
स्थापना का शुभ मुहूर्त 11:30 से लेकर 1:34 तक रहने वाला है।
यानी की कुल मिलाकर गणपति बप्पा की स्थापना करने के लिए आपको 2 घंटे 31 मिनट का समय मिलेगा।
कैसे करें गणेश चतुर्थी पर बप्पा की पूजा?
गणेश चतुर्थी पर गणपति बाप्पा की पूजा करने के दौरान कुछ विशेष चीजों का ध्यान रखना अनिवार्य होता है जैसे कि,
इस दौरान सुबह जल्दी उठकर स्नान और ध्यान कर लें फिर अपने मंदिर या फिर पूजा स्थल की साफ सफाई करें।
भगवान गणेश की पूजा करें।
शुभ मुहूर्त के दौरान घर की ईशान कोण में एक चौकी स्थापित करें। उस पर पीला या फिर लाल रंग का साफ वस्त्र बिछाएँ। इसके बाद शुभ मुहूर्त देखकर इस पर भगवान गणेश की प्रतिमा को विराजित करें।
ध्यान रखें कि अगर आप अपने घर में गणपति बाप्पा को ला रहे हैं तो आपको इनकी पूजा सुबह शाम दोनों समय करनी है।
इसके बाद अपनी यथाशक्ति के अनुसार उन्हें तरह-तरह के भोग अर्पित करें।
अंतिम दिन आप इनकी श्रद्धापूर्वक विदाई करें और उनकी प्रतिमा को विसर्जित कर दें।
क्या यह जानते हैं आप? भगवान गणेश को गजानन, धूम्रकेतु, एक दंत, वक्रतुंड और सिद्धिविनायक आदि नाम से जाना जाता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि गणेश प्रतिमा का विसर्जन अनंत चतुर्दशी की ही दिन क्यों किया जाता है? तो दरअसल इसका भी एक खास कारण है। संस्कृत में अनंत का अर्थ होता है शाश्वत या अनंत ऊर्जा या अमरता। इस दिन वास्तव में भगवान विष्णु जिन्हें जीवन के संरक्षक और निर्वाहक कहा जाता है के अवतार भगवान अनंत की पूजा की जाती है। चतुर्दशी का अर्थ होता है 14। ऐसे में यह अवसर हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद महीने के दौरान चंद्रमा के शुक्ल पक्ष के 14 वें दिन पड़ता है और इस दिन घर आए बाप्पा की विदाई कर दी जाती है।
कैसे मनाई जाती है गणेश चतुर्थी?
चतुर्थी वाले दिन बाप्पा के भक्त धूमधाम के साथ भगवान गणेश को अपने घर में लेकर आते हैं या फिर उनको पंडाल में लाते हैं। उनकी भव्य तरीके से पूजा करते हैं। इस दौरान ढोल, नगाड़ों की आवाज और गणपति बप्पा मोरया के जयकारे से वातावरण गूंजने लगता है। बाप्पा को घर में एक से 10 दिनों की अवधि तक बैठाया जाता है। वहीं पंडालों में तो आम तौर पर बप्पा 10 दिनों तक ही बैठते हैं। इस दौरान ध्यान रखें कि उनकी मूर्ति का स्थान बार-बार नहीं बदलना है। गणेश चतुर्थी के इन 10 दिनों के दौरान उनके भक्त भगवान गणेश के पसंदीदा पकवान बनाकर उन्हें भोग लगाते हैं और अपने जीवन में सुख समृद्धि की कामना करते हैं। कहा जाता है कि भगवान गणेश थोड़ी सी भी पूजा से प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसे में यह अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं, उनके कष्ट परेशानियां दूर करते हैं और उनके जीवन में सुख समृद्धि लाते हैं।
गणेश चतुर्थी पर राशि अनुसार मंत्रों से पाएँ बाप्पा का आशीर्वाद
गणेश उत्सव का यह समय अपने आप में बेहद शुभ और महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में अगर आप इस दौरान छोटे-मोटे जतन और उपाय भी कर लें तो इससे आपको कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि आप अपनी राशि के अनुसार किन मंत्रों का जाप करके भगवान गणेश की प्रसन्नता हासिल कर सकते हैं।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
गणेश चतुर्थी के दौरान मेष राशि के जातक भगवान गणेश की पूजा में लाल रंग के वस्त्र धारण करें और ‘ॐ वक्रतुण्डाय हुं’ मंत्र का जाप करें। इसके अलावा रोज भगवान गणेश को गुड़ का भोग अवश्य लगाएँ।
वृषभ राशि के जातक जितना हो सके इस दौरान पीले और सफेद रंग के वस्त्र पहने और ‘ॐ हीं ग्रीं हीं’ मंत्र का जाप करें। इसके अलावा आप रोज गणपति बप्पा को मिश्री का भोग अवश्य लगाएँ।
मिथुन राशि के जातक गणपति की पूजा में हरे रंग के वस्त्र धारण करें तो आपको शुभ फल मिलेगा। इसके अलावा पूजा में आप ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें और भोग में भगवान को मोदक अवश्य अर्पित करें।
कर्क राशि के जातक जितना हो सके सफेद रंग के वस्त्र धारण करके भगवान गणपति की स्थापना करें और पूजा करें। इसके अलावा आप ‘ॐ वरदाय नः’ या ‘ॐ वक्रतुण्डाय हूं’ मंत्र का जाप करें और रोजाना बाप्पा को नारियल के लड्डू भोग में अर्पित करें।
सिंह राशि के जातक बप्पा को घर लाते समय पीले या फिर नारंगी रंग के वस्त्र धारण करें। इसके अलावा पूजा में आपको ‘ॐ सुमंगलाये नमः’ मंत्र का जाप करना है। साथ ही आप बाप्पा को मोतीचूर के लड्डुओं का भोग अवश्य लगाएँ।
कन्या राशि के जातक अगर गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करके गणपति बप्पा की पूजा करते हैं और गणपति बप्पा का स्थापना करते हैं तो उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होगी। इसके अलावा आप पूजा में ॐ चिंतामण्ये नमः मंत्र का जाप करें और बप्पा को नियमित रूप से दूर्वा के 21 जोड़े अवश्य चढ़ाएं।
तुला राशि के जातक सफेद वस्त्र पहन कर बाप्पा को अपने घर लाएं और बाप्पा की पूजा करें। इसके अलावा पूजा में आप ॐ वक्रतुण्डाय नमः मंत्र का जाप करें और नियमित रूप से बप्पा को पांच नारियल अर्पित करें।
वृश्चिक राशि गणेश उत्सव के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों को लाल रंग के वस्त्र ज्यादा से ज्यादा पहन कर भगवान गणेश की पूजा करने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा आप पूजा के दौरान ॐ नमो भगवते गजाननाय मंत्र का जाप करें और गणेश उत्सव के सभी दिन भगवान गणेश को लाल पेड़े का भोग अर्पित करें।
धनु राशि के जातक गणेश स्थापना के दौरान हरे रंग के वस्त्र पहनें तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी। साथ ही इस दिन की पूजा में आप ॐ गं गणपते मंत्र का जाप करें और नियमित रूप से भगवान को बेसन के लड्डुओं का भोग लगाएँ।
मकर राशिके जातक भगवान गणेश की पूजा करते समय बैगनी या फिर नीले रंग के वस्त्र धारण करें। इसके अलावा पूजा में आप ॐ गं नमः मंत्र का जाप करें। साथ ही गणेश भगवान को नियमित रूप से 5 सुपारी, इलायची, इत्र और दूर्वा अर्पित करें।
कुंभ राशि के जातकों को नीले रंग के वस्त्र धारण करके भगवान की पूजा करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा पूजा में आप ॐ गण मुत्कये फट् मंत्र का जाप करें। साथ ही नियमित रूप से भगवान को फल, फूल और मेवे अवश्य अर्पित करें।
मीन राशि के जातक इस दिन की पूजा करते समय पीले या फिर नारंगी वस्त्र धारण करें और पूजा में ॐ गं गणपतये नमः या ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा मंत्र का जाप करें। इसके अलावा भगवान को केसर और शहद का भोग लगाना आपके लिए शुभ साबित हो सकता है।
कब हुई इस त्यौहार की शुरुआत?
गणेश चतुर्थी की उत्पत्ति के बारे में देखा जाए तो 17वीं शताब्दी के आसपास मराठा साम्राज्य में इसकी शुरुआत का वर्णन मिलता है। जब छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी प्रजा के बीच राष्ट्रवाद और एकता को बढ़ावा देने के लिए इस त्यौहार को मनाना शुरू किया था। हालांकि ब्रिटिश औपनिवेशिक युग के दौरान इस त्यौहार को समग्र लोकप्रियता हासिल हुई जब स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक ने इसे लोगों को एक साथ लाने और उन्हें स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करने के माध्यम के रूप में इस त्यौहार का इस्तेमाल किया था।
इसके अलावा गणेश चतुर्थी का यह त्यौहार भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसे बहुत सी जगहों पर विनायक चतुर्थी या गणेश उत्सव के नाम से भी जानते हैं। यह त्यौहार हिंदू संस्कृति और अध्यापकता में बेहद महत्व रखता है।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान गणेश को देवी पार्वती का पुत्र कहा जाता है जिनका उन्होंने अपने शरीर का उपयोग करके बनाया था और उनमें अपना जीवन फूँक दिया था। विघ्नहर्ता या बाधाओं को दूर करने वाले के रूप में नियुक्त भगवान गणेश को ज्ञान, बुद्धि और शिक्षा के देवता के रूप में पूजा जाता है। गणेश उत्सव के दौरान भक्त अपने प्रयासों, पूजा, पाठ, और निष्ठा से शिक्षा और जीवन के हर महत्व पूर्ण क्षेत्र में सफलता के लिए गणेश भगवान का आशीर्वाद मांगते हैं।
गणेश चतुर्थी का यह त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है जो विभिन्न समुदायों को एक साथ लेकर आता है। यह बेहद उत्साह के साथ देश भर में मनाया जाता है और भारत में सभी क्षेत्र के लोग इसमें भाग लेते हैं। गणेश चतुर्थी सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी रखता है। यह त्यौहार सीमाओं से परे भगवान गणेश की दिव्य उपस्थिति का जश्न मनाने के लिए लोगों को एक साथ लेकर आता है।
महाराष्ट्र में ही इतनी महत्वपूर्ण क्यों है गणेश चतुर्थी?
अब सवाल उठता है कि आखिर गणेश उत्सव का ये पर्व महाराष्ट्र में ही सबसे अधिक लोकप्रिय कैसे और क्यों हैं तो चलिए जान लेते हैं इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें।
दरअसल गणेश चतुर्थी का पर्व मुंबई और पुणे में एक सामाजिक त्योहार के रूप में मनाया जाता रहा है।
यहां इसे गणेश उत्सव भी कहते हैं। यह 11 दिनों तक चलने वाला एक भव्य त्यौहार है जिसमें लोग अपने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा लेकर आते हैं और पूजा के बाद उनका विसर्जन कर देते हैं।
देश भर में यह त्यौहार अपने-अपने अलग-अलग ढंग से मनाया जाता है लेकिन अगर आपको इस त्यौहार का असली रंग देखना हो तो मुंबई और पुणे जाने की सलाह दी जाती है।
इस दौरान यहां गणेश जी के बड़े-बड़े पंडाल, भव्य आरती और भव्य श्रृंगार देखने को मिलता है।
पेशवा योग के मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में महाराष्ट्र के हर गांव में और हर घर घर में गणपति बप्पा की पूजा होती थी क्योंकि गणेश जी को पेशवा के कुल देवता का दर्जा दिया गया है।
हालांकि बीच में इस त्यौहार के जश्न में गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन एक बार फिर से आजादी की जंग लड़ने वाले लोकमान्य तिलक ने इस उत्सव को शुरू करने का प्रयत्न किया।
वर्तमान में होने वाले गणेश उत्सव की शुरुआत 1892 में हुई थी जब पुणे के एक निवासी कृष्ण जी पेंट मराठा ने पारंपरिक गणेश उत्सव ग्वालियर में होता देखा और पुणे में वापस आते ही अपने दोस्त बाला साहब नातू और भाव साहब लक्ष्मण जवले को इस बारे में बताया।
भाव साहब जवले ने इसके बाद गणेश मूर्ति की स्थापना की। लोकमान्य तिलक ने अपने अखबार केसरी में जवले के प्रयास के प्रशंसा की और अपने कार्यालय में भी गणेश भगवान की एक बड़ी मूर्ति की स्थापना कि।
इसके बाद से ही यह पारंपरिक त्यौहार एक सामाजिक त्योहार बनता चला गया।
लोकमान्य तिलक ने पहली बार गणेश जी की सामाजिक तस्वीर और मूर्ति जनता में लगाई और दसवें दिन उसे नदी में विसर्जित करने की परंपरा बनाई।
इसके बाद से ही गणेश उत्सव हर जाति धर्म के लोगों को मिलकर भक्ति भाव से मनाने लगे। इस दौरान मैदानों और पंडालों में भव्य आयोजन होने लगे और इसमें एकता का एक ऐसा रंग नजर आने लगा जो कहीं और नजर नहीं आता।
तिलक ने गणेश जी को सबके भगवान का दर्जा दिया और गणेश चतुर्थी को भारतीय त्योहार घोषित कर दिया।
अपनी राशि के अनुसार ऐसे बप्पा को लेकर आयें घर, मिलेगा जीवन में हर सुख सौभाग्य
मेष राशि- अगर आपकी राशि मेष है तो गणेश चतुर्थी के दिन लाल या फिर गुलाबी रंग की गणेश भगवान की प्रतिमा अपने घर लेकर आयें।
वृषभ राशि- अगर आप वृषभ राशि के जातक हैं तो हलके पीले रंग की प्रतिमा अपने घर में लाना आपके लिए शुभ रह सकता है।
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातक अगर हल्के हरे रंग की भगवान गणेश की प्रतिमा लेकर आते हैं तो आपके जीवन में सुख, समृद्धि अवश्य आएगी।
कर्क राशि- अगर आपकी राशि कर्क है तो गणेश चतुर्थी के दिन आप सफेद रंग की प्रतिमा अपने घर लेकर आयें।
सिंह राशि- जिन लोगों की राशि सिंह है उन्हें गणेश चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की सिंदूरी रंग की गणेश प्रतिमा घर लाने की सलाह दी जाती है।
कन्या राशि- कन्या राशि की जातकों को गहरे हरे रंग की भगवान गणेश की प्रतिमा लाने की सलाह दी जा रही है।
तुला राशि- तुला राशि के जातकों को अपने घर में भगवान गणेश की चमकीली प्रतिमा लाने की सलाह दी जा रही है। इससे आपको संतान सुख मिलेगा और घर से नकारात्मकता दूर होगी।
वृश्चिक राशि- अगर आप वृश्चिक राशि के जातक हैं तो भगवान गणेश की लाल और सफेद धोती पहने हुए हाथ में लाल कमल का फूल लिए हुए प्रतिमा अपने घर लेकर आयें। इससे आपको तरक्की मिलेगी।
धनु राशि- अगर आप धनु राशि के जातक हैं तो गणेश चतुर्थी पर पीली और नारंगी रंग की प्रतिमा घर लेकर आयें।
मकर राशि- अगर आप मकर राशि के जातक हैं तो अपने घर में श्यामल रंग की भगवान गणेश की प्रतिमा लेकर आयें। इससे आपके जीवन से समस्याएं दूर होंगी।
कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातकों को भगवान गणेश की खड़ी मुद्रा वाले प्रतिमा लेकर आने की सलाह दी जाती है। इससे आपको बल, बुद्धि का आशीर्वाद मिलेगा।
मीन राशि- अंत में बात करें मीन राशि के जातकों की तो अगर आपकी राशि मीन है तो आप सफेद रंग की भगवान गणेश की प्रतिमा घर लेकर आयें। इससे आपको भगवान गणपति का हमेशा आशीर्वाद मिलता रहेगा।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: वर्ष 2024 में गणेश चतुर्थी कब है?
वर्ष 2024 में गणेश चतुर्थी या गणेश उत्सव 7 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है और 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन हो जाएगा।
प्रश्न 2: गणेश उत्सव की शुरुआत किसने की थी?
माना जाता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से गणेश उत्सव चला आया है। हालांकि बाद में लोकमान्य तिलक ने इस त्यौहार को भव्य रूप से मनाने की परंपरा की शुरुआत की।
प्रश्न 3: अनंत चतुर्दशी कब है?
अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर के दिन पड़ने वाली है।
शनि के कुंभ राशि से निकलते ही शुरू होंगे इन तीन लोगों के अच्छे दिन, परेशानियों से मिलेगा छुटकारा
ज्योतिष में शनि ग्रह को क्रूर ग्रह कहा गया है जबकि सत्य तो यह है कि शनि देव न्याय के देवता हैं और मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। जो मेहनत करता है, उस पर शनि की कृपा बरसती है लेकिन जो लोग बेईमानी का साथ देते हैं, उन्हें कष्टों का सामना करना पड़ता है।
इस समय शनि अपनी ही राशि कुंभ में वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं।
शनि 15 नवंबर, 2024 को इसी राशि में मार्गी होंगे। इसके बाद वर्ष 2025 में 29 मार्च को शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के कुंभ राशि से निकलने से सीधे तौर पर तीन राशियों को फायदा होगा। इन राशियों के जातकों को धन-दौलत मिलेगी और अपने करियर में अपार सफलता प्राप्त होगी। इस ब्लॉग में हम आपको उन्हीं राशियों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें शनि के कुंभ राशि से निकलने पर फायदा होगा।
शनि 29 मार्च को कुंभ राशि मीन राशि में प्रवेश करेंगे लेकिन 22 फरवरी, 2025 को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर शनि अस्त होंगे और 29 मार्च को मीन राशि में वह अस्त अवस्था में ही प्रवेश करेंगे। इसके बाद 31 मार्च, 2025 को 12 बजकर 43 मिनट पर शनि उदित होंगे।
13 जुलाई, 2025 को सुबह 07 बजकर 24 मिनट पर शनि मीन राशि में वक्री होंगे और 28 नवंबर 2025 को सुबह 07 बजकर 26 मिनट पर मार्गी हो जाएंगे।
तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि शनि के कुंभ राशि से निकलने पर किन राशियों के लोगों को लाभ होने के आसार हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इन राशियों को होगा मुनाफा
मकर राशि
शनि के कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में जाने पर मकर राशि के लोगों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। इससे मकर राशि के जातकों को आर्थिक उन्नति होने के आसार हैं। यदि आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, तो अब आपको उससे मुक्ति मिल सकती है। आपके लिए धन लाभ के योग बन रहे हैं। आप अपने कार्यक्षेत्र में नई पहचान बनाने में सफल होंगे। आपको अपनी जरूरत के हिसाब से हर चीज़ मिल जाएगी। लंबे समय से अटके हुए काम अब पूरे होंगे।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
कर्क राशि
कर्क राशि पर इस समय शनि की ढैय्या चल रही है और शनि के कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में आने से इस राशि के लोगों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। आप अपने करियर में सफलता के परचम लहराएंगे। कार्यक्षेत्र में आप बेहतर प्रदर्शन करेंगे और आपके काम से खुश होकर आपके उच्च अधिकारी आपकी पदोन्नति भी कर सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति भी मज़बूत रहने वाली है। वहीं आपकी सेहत भी उत्तम रहेगी जिससे आप प्रसन्न महसूस करेंगे।
इस राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है और शनि के मीन राशि में जाने से इन लोगों पर से ढैय्या का असर समाप्त हो जाएगा। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आपको धन लाभ होने की भी संभावना है। आप मानसिक रूप से तनाव से मुक्त रहेंगे। व्यापारियों के लिए मुनाफे के योग बन रहे हैं। आपको अपनी संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
इस मुहूर्त में करें हरतालिका तीज की पूजा, जानें दान से लेकर उपाय तक सभी जरूरी बातें
सनातन धर्म में हरतालिका तीज के त्योहार का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-सौभाग्य की कामना के लिए रखती हैं। इसके अलावा, कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के लिए इस व्रत को रखती हैं। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह व्रत बहुत अधिक कठिन माना जाता है क्योंकि ये व्रत निर्जला यानी बिना पानी पिए रखा जाता है।
हरतालिका तीज खासतौर से उत्तर भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली तीज और हरतालिका तीज दोनों ही अलग हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं हरतालिका तीज से जुड़े व्रत नियम के बारे में। साथ ही, ये भी जानेंगे कि इसका पूजा मुहूर्त कब है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 6 सितंबर 2024 को पड़ रही है।
तृतीया तिथि आरंभ: 5 सितंबर 2024 की दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से शुरू होगी
तृतीया तिथि समाप्त: 6 सितंबर 2024 की दोपहर 03 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी।
हरतालिका तीज पूजा करने का शुभ मुहूर्त: 06 सितंबर की सुबह 06 बजकर 02 मिनट से सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक।
पूजा की कुल समय अवधि: 2 घंटे 30 मिनट है।
चलिए जान लेते हैं कि हरियाली तीज और हरतालिका तीज में क्या अंतर है।
हरियाली तीज और हरतालिका तीज में अंतर
हरियाली तीज और हरतालिका तीज में बहुत अधिक अंतर होता है। हरियाली तीज सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। वहीं हरतालिका तीज को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाने का विधान हैं। हरियाली तीज और हरतालिका तीज की तिथि में एक माह का अंतर होता है। ये दोनों ही तीज उत्तर भारत में मनाई जाती है। इसके अलावा, कजरी तीज मनाने का भी विधान है। कजरी तीज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। बता दें कि कजरी तीज और हरतालिका तीज के बीच 15 दिनों का अंतर होता है। पहले कजरी तीज जिसे कई जगह कजली तीज भी कहा जाता है वह मनाई जाती है फिर हरतालिका तीज मनाई जाती है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
हरतालिका तीज का महत्व
हरतालिका तीज का बहुत अधिक महत्व हैं। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अखंड सौभाग्य की कामना से रखा जाता है, ताकि पति की आयु लंबी हो, वह स्वस्थ रहे और वैवाहिक जीवन सुखमय हो। इसके अलावा, कई जगहों पर हरतालिका तीज का व्रत कुंवारी युवतियां मनोवांछित वर की कामना के लिए रखती हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हरतालिका तीज का व्रत सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए किया था। तभी से आज तक इस व्रत को रखने की परंपरा चली आ रही है।
हरतालिका तीज का धार्मिक महत्व
सनातन परंपराओं के मुताबिक, हरतालिका तीज के व्रत को इच्छाओं की पूर्ति और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सबसे फलदायी व्रतों में एक माना जाता है। यह व्रत न केवल उत्तरी भारत में, बल्कि देश के दक्षिणी हिस्से में भी लोग इस त्योहार को बहुत ही अधिक उत्साह के साथ मनाते हैं। इस त्योहार को कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है। यहां लड़कियां और महिलाएं गौरी हब्बा की पूर्व संध्या पर देवी गौरी की पूजा करते हैं और व्रत रखकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं और लड़कियों को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए।
स्नान करने के बाद महिलाओं को लाल और हरे रंग के कपड़े पहनना चाहिए और सोलह श्रृंगार करना चाहिए।
इसके बाद मंदिर के सामने बैठकर व्रत का संकल्प लें।
फिर पूजा स्थल को फूलों से सजाकर एक चौकी रखें और उस चौकी पर केले के पत्ते रखकर भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की हाथ से बनी हुई मूर्तियां स्थापित करें।
अब सबसे पहले भगवान गणेश, भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करें। अब पूजा स्थल को केले के पत्तों और फूलों से सजाएं और मूर्तियों के माथे पर कुमकुम लगाएं।
भगवान शिव और देवी पार्वती की षोडशोपचार पूजा करें। षोडशोपचार पूजा एक 16 चरणों वाली पूजा अनुष्ठान है जो आवाहनम से शुरू होती है और नीरजनम पर समाप्त होती है।
इसके बाद देवी पार्वती के लिए अंग पूजा शुरू करें।
हरतालिका के दिन व्रत कथा जरूर पढ़ें क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
व्रत कथा पूरी होने के बाद माता पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करें।
व्रत रखने वाले को इस दिन सोना नहीं चाहिए बल्कि पूरी रात जागरण करना चाहिए।
हरतालिका तीज व्रत करने के नियम
हरतालिका तीज का व्रत जो महिलाएं पहली बार कर रही हैं, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस व्रत को अधूरा छोड़ना और बीच में तोड़ना वर्जित होता है।
इस दिन यदि कोई महिला मासिक धर्म से गुजर रही हो तो उसे भगवान की मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए और कथा भी दूर से ही किसी अन्य से सुननी चाहिए। हालांकि व्रत का पूरा पालन करना चाहिए बस पूजा दूर से करनी चाहिए।
इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को सोना नहीं चाहिए बल्कि पूरी रात माता पार्वती एवं भगवान शिव की पूजा का नाम जपना चाहिए और जागरण करना चाहिए। मान्यता है कि जो लोग हरतालिका तीज व्रत की रात्रि को जागरण करने के बजाय सो जाते हैं, उनका अगला जन्म अजगर के रूप में होता है।
शिवमहापुराण के अनुसार, माता पार्वती अपने कई जन्मों से भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने हिमालय पर्वत के गंगा तट पर बाल अवस्था में अधोमुखी होकर कठोर तपस्या की थी। माता पार्वती ने इस तप में अन्न और जल का भी सेवन करना छोड़ दिया था। वह सिर्फ सूखे पत्ते चबाकर ही तप किया करती थी। माता पार्वती को इस अवस्था में देखकर उनके माता-पिता बहुत ज्यादा दुखी रहते थे। एक दिन देवऋषि नारद भगवान विष्णु की तरफ से पार्वती जी के विवाह के लिए प्रस्ताव लेकर उनके पिता के पास गए।
जब माता पार्वती को उनके पिता ने उनके विवाह के बारे में बताया तो वह काफी दुखी हो गई। उनके पिता चाहते की पार्वती का विवाह विष्णु जी से हो जाए। इस पर उनकी उस सहेली ने माता पार्वती को वन में जाने कि सलाह दी। जिसके बाद माता पार्वती ने ऐसा ही किया और वो एक गुफा में जाकर भगवान शिव की तपस्या में लीन हो गई थी। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग का बनाया और शिव जी की स्तुति करने लगी। इतनी कठोर तपस्या के बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को दर्शन दिए और उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार कर लिया। इसके बाद से इस दिन का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया और आज भी व्रत रखने वाली सुहागिन महिलाएं अपने हाथों से भगवान शिव व माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करती हैं।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
हरतालिका तीज पर राशि अनुसार अपनाएं ये ख़ास उपाय
मेष राशि
मेष राशि की महिलाएं हरतालिका तीज के दिन पूजा करते समय लाल रंग का कपड़ा पूजास्थल पर रखें और गाय को मीठी रोटी खिलाएं। यदि संभव हो, तो इस दिन अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद की सहायता करें।
वृषभ राशि
इस राशि की महिलाओं को इस पवित्र दिन तुलसी या बांस का पौधा लगाना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, पौधों का दान भी करना चाहिए।
मिथुन राशि
इस दिन मिथुन राशि की महिला जातकों को अपने परिवार के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए और जरूरतमंदों को दवा पानी देना चाहिए।
कर्क राशि
कर्क राशि की महिलाएं अपने परिवार के बड़े बुजुर्गों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें। इसके अलावा, परिवार के किसी बड़े सदस्य से चावल या चांदी की कोई वस्तु लेकर हमेशा उसे अपने पास रखें।
सिंह राशि
हरतालिका तीज के दिन, इस राशि की महिलाओं को सुहागिन महिलाओं को सुहाग का सामान बांटना चाहिए। साथ ही, इस दिन शाम के समय गरीब लोगों को अखरोट और नारियल का दान करना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि की महिलाएं इस दिन किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और कठोर शब्द कहने से बचें। इस दिन काले रंग के रुमाल या काले वस्त्रों का दान करना आपके लिए शुभ साबित होगा।
तुला राशि
तुला राशि के महिलाओं को इस दिन गाय को रोटी खिलाना चाहिए। ऐसा करना आपके लिए फलदायी साबित होगा। साथ ही, आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि की महिलाएं हरतालिका तीज के दिन झूठ बोलने छल व कपट से दूर रहना चाहिए।
धनु राशि
धनु राशि के जातक हरतालिका तीज पर अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार गरीबों के मध्य धन का दान करें। इसके अलावा, लाल रंग के कपड़े का भी दान कर सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातक के राशि आराध्य भगवान शिव हैं। अतः इस दिन सच्ची श्रद्धा से जरूरतमंदों की सहायता करें और भगवान शिव का अभिषेक करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातक हरतालिका तीज पर भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु गरीबों के मध्य अन्न का दान करें। साथ ही दवा हेतु अर्थ का भी दान कर सकते हैं।
मीन राशि
मीन राशि के जातक भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा-दृष्टि प्राप्त करने के लिए हरतालिका तीज पर केले, मौसमी फल और पीले रंग के कपड़े का दान करें। ऐसा करना आपके लिए शुभ होगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1- साल 2024 में हरतालिका तीज कब है?
हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 6 सितंबर 2024 को पड़ रही है।
2- हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त क्या है?
तृतीया तिथि 05 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी जो कि 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। हरितालिका पूजा मुहूर्त सुबह 06 बजकर 01 मिनट से सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
3- हरतालिका तीज में क्या नहीं करना चाहिए?
इस व्रत के दौरान दिन में सोना वर्जित माना गया है।
4- हरतालिका तीज का महत्व क्या है?
हरतालिका तीज का बहुत अधिक महत्व हैं। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अखंड सौभाग्य की कामना से रखा जाता है।
टैरो साप्ताहिक राशिफल (08 सितंबर से 14 सितंबर, 2024): इस सप्ताह इन राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 सितंबर से 14 सितंबर 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।
साल 2024 के नौवें महीने सितंबर का यह दूसरा सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 सितंबर से 14 सितंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा।
लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि सितंबर का यह दूसरा सप्ताह यानी कि 08 सितंबर से 14 सितंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 सितंबर से 14 सितंबर, 2024: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: द फूल
आर्थिक जीवन: किंग ऑफ वैंड्स
करियर: नाइट ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: द हर्मिट
मेष राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए द फूल कह रहा है कि आप एक नए रिश्ते में प्रवेश करने के लिए तैयार रहें। लव लाइफ में द फूल का आना दर्शाता है कि मनचाहा प्यार और रोमांस से भरा रिश्ता पाने के लिए आपको नए-नए अनुभव प्राप्त करने होंगे। आने वाला समय आपके लिए सरप्राइज लेकर आएगा, लेकिन आपको बता दें कि आपका पार्टनर रिश्ते में वफ़ादार रहेगा।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो किंग ऑफ वैंड्स आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इन जातकों का उत्साह, ऊर्जा और अनुभव आपको जीवन के निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह कार्ड दर्शाता है कि चाहे आप नौकरी करते हों या व्यापार, अपने पास सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी नेतृत्व का गुण होगा।
नाइट ऑफ कप्स को आपके करियर के लिए अच्छा कार्ड माना जाएगा जो कि शुभ समाचार या करियर के क्षेत्र में किसी अच्छे ऑफर का प्रतिनिधित्व करता है। अगर आप नौकरी या फिर किसी कोर्स में दाखिला लेने के लिए किसी खबर का इंतज़ार कर रहे हैं, तो यह कार्ड आपके लिए सफलता लेकर आ सकता है। इस दौरान आपको अचानक से कोई बेहतरीन ऑफर मिलने के योग बनेंगे। साथ ही, यह कार्ड बताता है कि पेशेवर जीवन सामान्य रूप से चलता रहेगा।
द हर्मिट आपके मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ खुद की देखभाल करने के लिए कह रहा है। हालांकि, इन जातकों को हद से ज्यादा व्यायाम करने की वजह से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए द हर्मिट आपको थोड़ा आराम करने की भी सलाह दे रहा है।
शुभ अंक: 10
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)
करियर: ऐस ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: टू ऑफ वैंड्स
वृषभ राशि वालों का अपने पार्टनर के साथ जुड़ाव बहुत गहरा होगा जो कि आपसी तालमेल, समझ या विश्वास के रूप में हो सकता है। ऐसे में, आप अपने रिश्ते को प्रेम पूर्ण एवं मज़बूत बनाने के लिए एक-दूसरे से अपनी भावनाओं के बारे में दिल खोलकर बात करते हुए दिखाई देंगे। वहीं, सिंगल जातकों के लिए क्वीन ऑफ कप्स नए रिश्ते की तरफ संकेत कर रहा है।
क्या आप आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं? तो, ऐसे में, आप बस इतना कर सकते हैं कि इन परेशानियों का सामना शांत रहकर पूरी ईमानदारी के साथ करें। लेकिन, एक बार आप इन परिस्थितियों को स्वीकार कर लेंगे, तभी ही आप इन बाधाओं से बाहर आ सकेंगे।
वृषभ राशि के जो जातक नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो यह कार्ड आपके लिए एक नई शुरुआत लेकर आ सकता है। हालांकि, यह कार्ड हमेशा नई नौकरी को नहीं दर्शाता है परंतु आपके और सहकर्मियों के बीच रिश्ते मधुर बने रह सकते हैं या फिर आप काम को नए नज़रिए से देखेंगे। आपको मिलने वाले नए प्रोजेक्ट्स रचनात्मकता से भरे हो सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में टू ऑफ वैंड्स आपको अपनी सेहत के बारे में सोच-विचार करने के लिए कह रहा है। यह आपको स्वास्थ्य को एक नए दृष्टिकोण से देखने और नए विकल्पों का चुनाव करने के लिए प्रोत्साहित करेगा जिससे आपकी सेहत लंबे समय तक अच्छी बनी रहेगी।
शुभ अंक: 33
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: नाइट ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ वैंड्स
करियर: टू ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: पेज ऑफ वैंड्स
प्रेम जीवन में मिथुन राशि वालों को नाइट ऑफ कप्स मिला है जो दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आपको प्रेम प्रस्ताव मिल सकते हैं। ऐसे में, यह अवधि प्रेम और रोमांस से भरी रहेगी। साथ ही, आपके डेट्स पर भी जाने की संभावना है। हालांकि, इन जातकों को रिश्ते के प्रति गंभीर होने से पहले इसे थोड़ा मज़बूत होने के लिए समय देना होगा।
आर्थिक जीवन के लिए टू ऑफ कप्स भविष्यवाणी कर रहा है कि मिथुन राशि वालों ने अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत बनाने के लिए और आज वह जिस मुकाम पर है, वहां पहुँचने के लिए कड़ी मेहनत की है। इन जातकों को अपने निर्धारित लक्ष्यों को पाने के लिए मेहनत करना जारी रखना होगा और धन का प्रबंधन बहुत अच्छे से करना होगा क्योंकि अभी आपको एक लंबा सफर तय करना है। इन जातकों को जल्द ही अपनी मेहनत का फल मिलेगा।
करियर के क्षेत्र में टू ऑफ कप्स कह रहा है कि यह सप्ताह आपको जान-पहचान के लोगों के माध्यम से नए अवसर, नौकरी के ऑफर, कोई डील या प्रोजेक्ट दिलवा सकता है। आपको मिलने वाले नए अवसर छोटे हो सकते हैं, लेकिन यह करियर में आपको तरक्की के मार्ग पर ले जाने का काम करेंगे।
स्वास्थ्य को देखें, तो पेज ऑफ वैंड्स कह रहा है कि आपका स्वास्थ्य इस सप्ताह अच्छा रहेगा और ऐसे में, आपको कोई समस्या परेशान नहीं करेगी। हालांकि, इन लोगों को अपना स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखने के लिए प्रयास करते रहना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
शुभ अंक: 23
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द टावर
आर्थिक जीवन: द डेविल
करियर: पेज ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ पेंटाकल्स
कर्क राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए द टावर को अशुभ कार्ड माना जाएगा। यह दर्शा रहा है कि या तो आपका ब्रेकअप हो चुका है या फिर आपका रिश्ता टूटने की कगार पर है। ऐसे में, यह सप्ताह आपके लिए भावनात्मक रूप से उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। इसी प्रकार, जो जातक सिंगल हैं वह अपने अतीत के बुरे अनुभवों की वजह से रिश्ते में आना नहीं चाहते हैं।
आर्थिक जीवन में द डेविल कार्ड बता रहा है कि आपकी बुरी आदतें आपके आर्थिक जीवन पर भारी पड़ सकती हैं। कोशिश करने पर आप इन आदतों को छोड़ सकते हैं, लेकिन हो सकता है कि आप प्रयास ही न कर रहे हों। संभव है कि आप इन परेशानियों का समाधान देख नहीं पा रहे हों या फिर धन को संभालने के तौर-तरीके में बदलाव नहीं करना चाहते हों।
पेज ऑफ पेंटाकल्स कर्क राशि वालों के करियर के लिए शुभ कार्ड कहा जाएगा जो दर्शाता है कि आने वाला सप्ताह आपके लिए प्रमोशन और इन्क्रीमेंट लेकर आएगा। साथ ही, आप अपने करियर के लिए एक मज़बूत नींव तैयार करेंगे और ऐसे में, आप अपने सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
फोर ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि यह जातक अतीत में हुई किसी बुरी घटना या समस्याओं की यादों से बाहर नहीं आ पाए हैं जिसका आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
सिंह राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए नाइट ऑफ कप्स को एक अच्छा कार्ड कहा जाएगा और ऐसे में, आपका और पार्टनर का रिश्ता इस सप्ताह भावनात्मक रूप से मज़बूत होगा। आप दोनों एक-दूसरे के नज़दीक आएंगे और आप अपने जीवन में एक-दूसरे के महत्व को समझेंगे। अगर आपका साथी के साथ कोई विवाद चल रहा है, तो अब उसका समाधान हो जाएगा।
एट ऑफ वैंड्स (रिवर्सड) कहता है कि सिंह राशि वालों के पास तेज़ गति से पैसा आएगा, लेकिन इसके बावजूद आप निराश रह सकते हैं क्योंकि आपके पास धन रुकने की आशंका बेहद कम है। इस दौरान आपको धैर्य रखना होगा और साथ ही, इन जातकों को यह बात ध्यान में रखनी होगी कि आप जो भी करेंगे, वह आपके भविष्य को बेहतर बनाने का काम करेगा। आज आपके द्वारा किया गया छोटा सा निवेश आगे जाकर आपको बड़ा लाभ प्रदान करेगा।
करियर के संबंध में डेथ कार्ड संकेत कर रहा है कि यह समय बदलाव या किसी नए रास्ते का चुनाव करने के लिए श्रेष्ठ रहेगा। आशंका है कि आप अपनी नौकरी से नाख़ुश हों, लेकिन आप जॉब छोड़ने से डरते हों। ऐसे में, यह कार्ड आपको करियर में बदलाव करने और इन बदलावों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करेगा।
स्वास्थ्य में आपको स्ट्रेंथ कार्ड मिला है जो आपके अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की तरफ इशारा कर रहा है। अगर आप किसी बीमारी या रोग से परेशान हैं, तो आपके पास इन समस्याओं से लड़ते हुए स्वस्थ होने की शक्ति होगी। ऐसे में, आप किसी परिस्थिति से नहीं घबराएंगे।
शुभ अंक:01
कन्या राशि
प्रेम जीवन: द हैंग्ड मैन
आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: नाइन ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: ऐस ऑफ पेंटाकल्स
प्रेम जीवन में द हैंग्ड मैन का आना संकेत देता है कि आप कामों को जल्दबाज़ी में न करें। चाहे आप पार्टनर से कितना भी प्रेम क्यों न करें या फिर उनके लिए कितने भी सही क्यों न हों, लेकिन इसके परिणामः तब तक आपके पक्ष में नहीं आएंगे, जब तक सामने वाला राज़ी न हो। ऐसे में, आपको खुद पर या पार्टनर पर दबाव न डालने की सलाह दी जाती है।
जब बात आती है धन की, तो आपको इन मामलों में ईमानदार रहना होगा और किसी भी तरीके के गैर-क़ानूनी कामों को करने से बचना होगा क्योंकि अगर आप ऐसा कोई काम करेंगे, तो आपके फंसने की संभावना है इसलिए इन बातों का ध्यान रखें। साथ ही, इन लोगों को सावधान रहना होगा क्योंकि आप धोखे या चोरी के शिकार हो सकते हैं।
नाइन ऑफ पेंटाकल्स दर्शाता है कि कन्या राशि वालों ने करियर में काफ़ी तरक्की हासिल की है और आपको आपकी मेहनत के लिए धन, समृद्धि और सफलता के रूप में पुरस्कृत किया जाएगा। ऐसे में, इन सबका श्रेय आपको जाता है। इन लोगों को अपनी मेहनत का फल मिलेगा इसलिए अब आप आराम करें और अपनी उपलब्धियों का आनंद लें।
स्वास्थ्य की बात करें, तो ऐस ऑफ पेंटाकल्स एक नई शुरुआत के साथं-साथ स्वास्थ्य में सुधार का प्रतिनिधित्व कर रहा है। यह कार्ड आपको स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए निर्णय लेने और एक नियमित दिनचर्या का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
तुला राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए द मून भविष्यवाणी कर रहा है कि इस समय आप भावनात्मक रूप से परेशान रह सकते हैं क्योंकि इस दौरान आपके आसपास का माहौल गलतफहमियों से भरा रह सकता है। आपको बातों की तह तक जाने के लिए दूसरों के इरादों के साथ-साथ अपनी भावनाओं को भी समझना होगा।
आर्थिक जीवन में किंग ऑफ कप्स कह रहा है कि तुला राशि वालों को धन से जुड़े मामलों में सफलता पाने के लिए बुद्धि और कूटनीति का इस्तेमाल करना होगा। यह कार्ड दर्शा रहा है कि करियर में तरक्की हासिल करने के मार्ग में इन जातकों का मार्गदर्शन कोई बड़ा और अनुभवी व्यक्ति कर सकता है।
करियर में द एम्परर आपको नौकरी की तलाश या अपने पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए अनुशासन का पालन करने के लिए कह रहा है। इसके साथ ही, आपके लिए आगे बढ़कर किसी नई प्रक्रिया को लागू करना फलदायी साबित होगा जो आपके और सहकर्मियों के बीच तालमेल को बेहतर बनाने का काम करेगा।
स्वास्थ्य की बात करें, तो टेम्पेरन्स कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि अगर आप एक स्वस्थ जीवन जीना चाहते है, तो आपको संतुलित डाइट लेने और नियमित दिनचर्या का पालन करना होगा। यह आपको अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए कह रहा है।
शुभ अंक: 43
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: द हाई प्रीस्टेस
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ पेंटाकल्स
करियर: क्वीन ऑफ़ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: किंग ऑफ़ स्वॉर्ड्स
वृश्चिक राशि वालों के लिए द हाई प्रीस्टेस कह रहा है कि इस बात को लेकर आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आप अपने जीवन में क्या चाहते हैं और आपका रिश्ता किस दिशा में आगे बढ़ रहा है। आपके प्रेम जीवन में यह कार्ड बता रहा है कि फ़िलहाल आपके लिए इंतज़ार करना सबसे बेहतर होगा क्योंकि हो सकता है कि आपके लिए आगे कुछ सकारात्मक इंतज़ार कर रहा हो, विशेष रूप से आपके रिश्ते को लेकर।
आर्थिक जीवन के लिए टेन ऑफ पेंटाकल्स को एक शानदार कार्ड कहा जाएगा। यह सप्ताह आपके लिए आर्थिक रूप से अच्छा रहेगा और आप अपनी आर्थिक स्थिति से संतुष्ट नज़र आएंगे। यह समय आपके द्वारा की गई मेहनत के फल का आनंद लेने और आरामदायक जीवन जीने के लिए उत्तम रहेगा।
करियर को लेकर क्वीन ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि यह जातक अपने करियर से खुश दिखाई देंगे। साथ ही, आप ऐसा महसूस कर सकते हैं कि आपने खुद के लिए सही करियर का चुनाव किया है। हालांकि, इन जातकों के पास प्रगति के अनेक अवसर मौजूद होंगे जिसके चलते आप कार्यक्षेत्र में खुद के महत्व को समझेंगे। करियर की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, फोर ऑफ स्वॉर्ड्स इस सप्ताह अपने शरीर को आराम देने की जरूरत पर ध्यान देने के लिए कह रहा है। आप काम का बोझ खुद पर अत्यधिक महसूस कर सकते हैं और ऐसे में, आप शारीरिक और मानसिक रूप से सुकून के पल बिताना चाहेंगे। इसके फलस्वरूप, आपको छुट्टी लेकर खुद को आराम देने की सलाह दी जाती है।
शुभ अंक: 13
धनु राशि
प्रेम जीवन: द वर्ल्ड
आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स
करियर: द चेरियट
स्वास्थ्य: किंग ऑफ़ वैंड्स
धनु राशि वालों को एक इंसान में अपनी पूरी दुनिया मिल गई है, वह व्यक्ति आपका जीवनसाथी है। इनका पार्टनर आपसे प्यार और आपकी देखभाल करता है। साथ ही, वह आपके महत्व को जानता है और सबसे जरूरी वह आपकी और आपकी भावनाओं की कद्र करता है, इसके अलावा आपको और क्या चाहिए? कुल मिलाकर, यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा।
सिक्स ऑफ पेंटाकल्स संतुलन और समानता का प्रतिनिधित्व करता है। धनु राशि के जातक अच्छे से धन का प्रबंधन करना सीख गए हैं और ऐसे में, यह तार्किक होकर फैसले लेंगे। आप उन लोगों में से नहीं है जो बेकार की चीज़ों पर पैसे खर्च करना पसंद करते हैं, बल्कि आप खर्चों की योजना बनाकर आगे बढ़ेंगे। इस सप्ताह आप आर्थिक स्थिरता पाने में सक्षम होंगे।
करियर की बात करें, तो द चेरियट बता रहा है कि इस राशि के जातकों का करियर सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और ऐसे में, आप स्वयं द्वारा निर्धारित किये गए लक्ष्यों को पाने में सक्षम होंगे। हालांकि, यह सप्ताह आपके करियर में कई तरह के बदलाव लेकर आएगा और अंत में, आप उपलब्धियां अपने नाम कर सकेंगे।
किंग ऑफ़ वैंड्स दर्शाता है कि इस पूरे हफ़्ते आपका स्वास्थ्य शानदार रहेगा जो कि आपके लिए एक अच्छी खबर है। ऐसे में, आपका सारा ध्यान और ऊर्जा जीवन के दूसरे महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित होगा।
शुभ अंक: 18
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
मकर राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ पेंटाकल्स
करियर: सेवेन ऑफ कप्स (रिवर्सड)
स्वास्थ्य: जस्टिस
मकर राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए फोर ऑफ वैंड्स कहता है कि यह जातक इस सप्ताह शादी के बंधन में बंध सकते हैं या फिर किसी रिश्तेदार या दोस्त की शादी में जा सकते हैं। अगर आप किसी रिश्ते में हैं, तो आप सुरक्षित महसूस करेंगे।
नाइट ऑफ़ पेंटाकल्स संकेत कर रहा है कि धन आपके पास आने का रास्ता ढूंढ लेगा और ऐसे में, आप आने वाले समय में आर्थिक रूप से समृद्ध रहेंगे। साथ ही, नौकरी करने वाले जातकों को वेतन में वृद्धि और अपना बिज़नेस कर रहे लोगों को लाभ मिलने की संभावना है। इसके फलस्वरूप, अब आपको स्वयं द्वारा की गई कड़ी मेहनत और प्रयासों का फल मिल सकेगा।
सेवेन ऑफ कप्स (रिवर्सड) बता रहा है कि इन जातकों का करियर स्थिर रहेगा और अब आप जान सकेंगे कि आप चाहते क्या हैं और आपके लक्ष्य क्या है। ऐसे में, आप अपने लक्ष्यों को जानकर लगातार किये जा रहे प्रयासों से उन्हें पूरा करने सक्षम होंगे।
जस्टिस कार्ड आपके स्वास्थ्य को लेकर भविष्यवाणी कर रहा है कि इस सप्ताह आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। ऐसे में, आप पूरे जोश एवं उत्साह के साथ जीवन का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
शुभ अंक: 24
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: सेवेन ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स
करियर: सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स
स्वास्थ्य: द वर्ल्ड
कुंभ राशि वालों को सेवेन ऑफ वैंड्स अपने प्यार के लिए लड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा। किसी भी तरह की धमकी या दखलंदाज़ी के खिलाफ आवाज़ उठाएं, अन्यथा आपका रिश्ता खतरे में आ सकता है। इन जातकों को अपने पार्टनर पर भरोसा करना होगा और हर समस्या से बाहर आने के लिए मिलकर कोशिश करनी होगी।
फाइव ऑफ वैंड्स दर्शा रहा है कि आपको आर्थिक जीवन में थोड़े समय के लिए अस्थिरता या फिर धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको इन परिस्थितियों पर काबू पाने या दूसरों के साथ मतभेदों को सुलझाने के लिए थोड़े अधिक प्रयास करने होंगे।
सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत कर रहा है कि आपका पेशेवर जीवन कैसा रहेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप करियर से जुड़े मामलों को कैसे संभालते हैं। अगर आप करियर में किसी तरह का छलकपट या चालबाज़ी कर रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपने इन तौर-तरीकों में बदलाव करें, अन्यथा आपको पछताना पड़ सकता है।
द वर्ल्ड कहता है कि इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहेगी। साथ ही, आपको कोई भी बीमारी या चोट परेशान नहीं करेगी और आप उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।
शुभ अंक: 08
मीन राशि
प्रेम जीवन: पेज ऑफ़ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: फाइव ऑफ पेंटाकल्स
स्वास्थ्य: नाइन ऑफ कप्स
मीन राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए पेज ऑफ़ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों के रिश्ते में भावनात्मक चालबाज़ी चल रही हो सकती है। संभव है कि आप दोनों में से एक या फिर दोनों ही रिश्ते के प्रति वफादार न हों और अपने शब्दों का इस्तेमाल एक हथियार के रूप में कर रहे हों।
नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स इशारा कर रहा है कि इस राशि के जातक अपने धन का प्रबंधन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। ऐसे में, आपको बचत और धन को मैनेज करने के महत्व को समझना होगा इसलिए जल्दबाज़ी न करें।
करियर के संबंध में फाइव ऑफ पेंटाकल्स पीछे छूटने की भावना को दर्शा रहा है। आशंका है कि इस अवधि में करियर में आपका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा न रहे जबकि आपके सहकर्मी शानदार प्रदर्शन कर रहे हों। ऐसे में, आप पेशेवर जीवन में गिरावट के लिए खुद को दोष देते हुए दिखाई दे सकते हैं।
नाइन ऑफ कप्स एक हीलिंग कार्ड है जो आपके बेहतरीन स्वास्थ्य को दर्शा रहा है। साथ ही, यह बता रहा है कि आपके परिवार को स्वास्थ्य के संबंध में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। अगर आपके परिवार में कोई बीमार है, तो अब वह स्वस्थ हो जाएगा।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मैजिशियन कार्ड किसका प्रतिनिधित्व करता है?
मैजिशियन कार्ड प्रगति, विलासिता और अटूट विश्वास का प्रतीक माना जाता है, उदाहरण के तौर पर ‘मैं यह कार्य कर सकता हूँ’।
2. टैरो कार्ड को दो भागों मेजर और माइनर अर्काना में क्यों बांटा गया है?
मेजर आर्काना कार्ड अध्यात्म और जीवन के महत्वपूर्ण मामलों को दर्शाता है जबकि माइनर अर्काना सांसारिक जीवन के सवालों के जवाब देता है।
3. दैनिक जीवन में टैरो कार्ड इस्तेमाल करने का क्या उद्देश्य है?
टैरो कार्ड का उपयोग जीवन में मार्गदर्शन पाने और भविष्य में आने वाले हालातों को अच्छे से संभालने के लिए किया जाता है।
बुध के गोचर से मालामाल हो जाएंगे ये जातक, बस इन जातकों को रहना होगा बहुत सतर्क!
ज्योतिष में बुध का गोचर एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, संचार, व्यापार, शिक्षा और लेखन के कारक हैं। जब बुध किसी राशि में विराजमान रहते हैं, तो इसका प्रभाव हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है। गोचर के समय बुध की स्थिति और उसकी दिशा हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
बुध का गोचर एक राशि से दूसरी राशि में लगभग 14 से 30 दिनों के बीच होता है। इस अवधि के दौरान, यह विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए, बुध का मेष राशि में गोचर लोगों को नई सोच और नए विचारों की प्रेरणा दे सकता है, जबकि वृषभ राशि में गोचर होने पर यह व्यापार में स्थिरता और समृद्धि लाने में सक्षम होता है।
वहीं जब बुध वक्री अवस्था में होते हैं, तो इसका प्रभाव और भी अधिक होता है। वक्री बुध के परिणामस्वरूप, संचार में बाधा, गलतफहमियां, और तकनीकी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। बुध का गोचर उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है जो शिक्षा, लेखन, और व्यापार के क्षेत्र में काम करते हैं। बुध के शुभ गोचर के दौरान, विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुचि बढ़ सकती है, व्यापार में नई संभावनाएं खुल सकती हैं, और लेखकों के लिए रचनात्मकता में इजाफा हो सकता है।
बता दें कि बुध जल्द ही सितंबर माह में सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इस ख़ास ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे सितंबर में सिंह राशि में बुध के गोचर की ये ज्योतिषीय घटना सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगी। साथ ही, जानेंगे बुध के गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के कुछ बेहद सरल और ज्योतिषीय उपायों की जानकारी। लेकिन, इससे पहले जान लेते हैं बुध का सिंह राशि में गोचर करने की समयावधि।
बुध का सिंह राशि में गोचर: समय व तिथि
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध महाराज 04 सितंबर 2024 की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध का सिंह राशि में गोचर होने से राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर असर देखने को मिलेगा।
ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व
ज्योतिष में बुध ग्रह का बहुत अधिक महत्व है। इसे बुद्धि, तर्कशक्ति, संचार, व्यापार, और शिक्षा का कारक ग्रह माना जाता है। बुध ग्रह का नाम संस्कृत में ‘बुध’ है, जिसका अर्थ है “बुद्धिमान”। यह ग्रह व्यक्ति के मानसिक स्तर, ज्ञान, विवेक, और तर्कशक्ति को प्रभावित करता है। बुध व्यक्ति की बुद्धिमत्ता और शिक्षा के स्तर को दर्शाता है। जिनकी कुंडली में बुध मजबूत स्थिति में विराजमान होते हैं, वे लोग तेज दिमाग, तर्कशक्ति, और ज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले होते हैं। इन्हें गणित, विज्ञान, और साहित्य में विशेष रुचि होती है।
बुध संचार का प्रमुख ग्रह है। यह व्यक्ति के बोलने की शैली, संवाद कौशल, और लेखन क्षमता को प्रभावित करता है। यदि बुध की स्थिति कुंडली में अनुकूल हो, तो व्यक्ति अच्छे वक्ता, लेखक, या संचारक के रूप में आगे बढ़ते हैं। इसके अलावा, बुध को व्यापार का कारक भी माना जाता है। यह व्यक्ति के व्यापारिक कौशल, निर्णय लेने की क्षमता, और आर्थिक योजनाओं को प्रभावित करता है। बुध के शुभ प्रभाव से व्यक्ति व्यापार में सफल होता है और वित्तीय मामलों में समझदारी से काम करता है। बुध तर्कशक्ति और विवेक का भी प्रतीक है। यह ग्रह व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति, निर्णय लेने की क्षमता और समस्याओं को हल करने की योग्यता को बढ़ाता है। बुध की अनुकूल स्थिति वाले लोग निर्णय लेने में तेज और विवेकशील होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
बुध ग्रह का धार्मिक महत्व
ज्योतिष में बुध ग्रह का धार्मिक महत्व भी गहरा है। बुध को भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। भगवान विष्णु को संतुलन और धैर्य का देवता माना जाता है, और बुध भी व्यक्ति के जीवन में संतुलन, विवेक और समझदारी लाता है। बुध के शुभ प्रभाव से व्यक्ति धार्मिकता की ओर आकर्षित होता है और उसे सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। धार्मिक रूप से, यह वेदों, शास्त्रों और अन्य धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बुध का अनुकूल प्रभाव व्यक्ति को धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने और उनमें रुचि रखने की प्रेरणा देता है।
बुध धार्मिक उपदेश, शिक्षण और प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। धार्मिक गुरुओं और प्रचारकों के लिए बुध की स्थिति अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह उन्हें अपने विचारों और उपदेशों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में मदद करता है। धार्मिक रूप से, बुध की कृपा प्राप्त करने के लिए बुधवार के दिन हरे वस्त्र धारण करना, विष्णु भगवान की पूजा करना, और बुध के मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है।
सभी 12 भावों में बुध ग्रह का महत्व
ज्योतिष में 12 भाव का बहुत महत्व होता है और प्रत्येक भाव में स्थित ग्रह का जीवन में अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। बुध ग्रह के 12 भावों में स्थित होने पर क्या प्रभाव पड़ता है, इसे विस्तार से जानने के लिए आगे बढ़ते हैं।
पहले भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
पहले भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति को बुद्धिमान, चतुर, और संवाद में कुशल बनाती है। ऐसे लोग बहुत जल्दी सीखने की क्षमता रखते हैं और अपनी बुद्धि का सही उपयोग करके जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। इन लोगों का व्यक्तित्व आकर्षक होता है।
दूसरे भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
दूसरे भाव में बुध व्यक्ति के धन, परिवार और संचार कौशल पर प्रभाव डालता है। ऐसे लोग वाकपटु होते हैं और परिवार के मामलों में सफल रहते हैं। वित्तीय स्थिति मजबूत होती है और हर भाषा पर अच्छी पकड़ होती है।
तीसरे भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
तीसरे भाव में बुध व्यक्ति के साहस, भाई-बहनों, और संचार के माध्यमों पर प्रभाव डालता है। यह व्यक्ति को साहसी, साहसिक और संचार में निपुण बनाता है। ऐसे लोग लिखने, बोलने और मीडिया से जुड़े कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं।
चौथे भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के घर, माता, और मानसिक शांति पर असर डालती है। ऐसे लोग शिक्षा के क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ते हैं और उनके पास अच्छी संपत्ति हो सकती है। मानसिक शांति और घरेलू सुख की प्राप्ति होती है।
पांचवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
पांचवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के बुद्धि, प्रेम संबंध, और संतान के मामलों को प्रभावित करती है। ऐसे लोग रचनात्मक, प्रेमपूर्ण और बच्चों के साथ अच्छे संबंध रखने वाले होते हैं। शिक्षा और खेल-कूद में भी अच्छे परिणाम मिलते हैं।
छठे भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
छठे भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के रोग, शत्रु, और सेवाओं पर असर डालती है। ऐसे लोग विश्लेषणात्मक होते हैं और समस्याओं को हल करने में सक्षम होते हैं। हालांकि, शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता होती है।
सातवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
सातवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और साझेदारी पर प्रभाव डालती है। ऐसे लोग समझदार और संवाद में निपुण होते हैं, जिससे उनके संबंध मजबूत होते हैं। इन्हें बिज़नेस पार्टनरशिप में सफलता मिलती है।
आठवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
आठवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के जीवन की गहराइयों, रहस्यों, और आयु पर प्रभाव डालती है। यह व्यक्ति को गूढ़ विज्ञान की ओर आकर्षित करता है और अनुसंधान में रुचि बढ़ाता है। जीवन में अचानक बदलाव का सामना करना पड़ सकता है।
नौवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
नौवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के धर्म, भाग्य, और उच्च शिक्षा पर प्रभाव डालती है। ऐसे लोग धार्मिक, बुद्धिमान और शिक्षित होते हैं। भाग्य उनके पक्ष में होता है और विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा के अवसर प्राप्त होते हैं।
दसवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
दसवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के पेशे, कर्म, और सामाजिक प्रतिष्ठा पर असर डालती है। ऐसे लोग अपने कार्यक्षेत्र में बुद्धिमान और कुशल होते हैं। संवाद और व्यवसाय में सफलता की संभावना अधिक होती है।
ग्यारहवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
ग्यारहवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के लाभ, इच्छाओं, और सामाजिक नेटवर्क पर प्रभाव डालती है। यह व्यक्ति को अच्छे मित्र और समर्थन दिलाता है। आर्थिक लाभ और इच्छाओं की पूर्ति के लिए बुध का यह स्थान बहुत अनुकूल होता है।
बारहवें भाव में बुध ग्रह का प्रभाव
बारहवें भाव में बुध की स्थिति व्यक्ति के व्यय, विदेश यात्रा, और आध्यात्मिकता पर प्रभाव डालती है। यह व्यक्ति को आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करता है और विदेश से लाभ की संभावना बढ़ती है। हालांकि, ऐसे में, व्यक्ति को अनावश्यक खर्चों से सावधान रहना चाहिए।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
बुध ग्रह के अनुकूल प्रभाव के लिए आसान उपाय
बुध ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने और इसके शुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए ज्योतिष में कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को अपनाकर आप बुध के दुष्प्रभाव से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में:
बुध मंत्र का जाप
बुध के मंत्र का नियमित जाप करना बुध ग्रह के दोषों को कम करने में सहायक होता है। बुधवार के दिन सुबह स्नान करके हरे वस्त्र पहनकर इस मंत्र -ॐ बुं बुधाय नमः का कम से कम 108 बार जाप करें।
भगवान गणेश की पूजा
बुध ग्रह का संबंध भगवान गणेश से भी है। बुध के दोषों को शांत करने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें। इसके अलावा, बुधवार के दिन गणेश जी की आराधना करने से बुध ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है।
हरा वस्त्र और हरे रंग का प्रयोग
बुध ग्रह का रंग हरा माना जाता है इसलिए बुध के शुभ प्रभाव के लिए बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें और हरे रंग की वस्तुओं का दान करें। इसके अलावा, मूंग की दाल का दान करना भी लाभकारी होता है।
गाय को हरा चारा खिलाना
गाय को हरा चारा खिलाना बुध ग्रह के दोषों को कम करने का एक प्रभावी उपाय है। विशेष रूप से बुधवार के दिन इस उपाय को करने से बुध के अशुभ प्रभावों में कमी आती है।
आंवला और हरी सब्जियों का सेवन
आंवला और हरी सब्जियों का सेवन करना बुध ग्रह को मजबूत बनाता है। बुध को बलवान बनाने के लिए अपने आहार में हरी सब्जियों, विशेषकर आंवला को शामिल करें।
रुद्राक्ष धारण करना
पांच मुखी रुद्राक्ष को बुध के लिए शुभ माना गया है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से बुध के अशुभ प्रभावों में कमी आती है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तुलसी की पूजा
तुलसी का पौधा बुध से संबंधित होता है। घर में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी नियमित पूजा करें। तुलसी को जल अर्पित करें और उसके पास दीपक जलाएं। इससे बुध ग्रह के दोष कम होते हैं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
आप अपने बच्चों की प्रगति को लेकर चिंतित हो सकते हैं और उनके विकास में समस्याएं आ सकती है… (विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
इसके फलस्वरूप, इस दौरान आप आरामदायक और सुरक्षित जीवन यापन करने में सक्षम होंगे…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
आप आरामदायक समय का आनंद ले सकते हैं और तेज़ी से विकास व समृद्ध प्राप्त करेंगे…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
आपका ध्यान व मन काम से हट सकता है और इस वजह से आपको अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)
सिंह राशि
इस दौरान योजना बनाकर चलना आपके लिए बेहतर रहेगा और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
आपके करियर में रुकावटें आ सकती हैं और आप नौकरी में बदलाव के लिए मजबूर हो सकते हैं…(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
आप अपनी इच्छाओं को पूरा करने, संतुष्टि प्राप्त करने और मान-सम्मान प्राप्त करने में सक्षम होंगे…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
आप अपने काम पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे और उसे और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे…(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलता नज़र नहीं आ रहा है। आपके अंदर साहस और आत्मविश्वास की कमी हो सकती है…(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
आशंका है कि आपको भाग्य का साथ न मिले, जिसके चलते आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
आप अधिक यात्राएं करेंगे और यह आपके लिए फलदायी साबित होगी। साथ ही, आप नए दोस्त बनाएंगे…(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
आपको पैतृक संपत्ति के माध्यम से लाभ होगा। इसके अलावा, अप्रत्याशित लाभ भी होने के संकेत हैं…(विस्तार से पढ़ें)
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध का सिंह राशि में गोचर कब होने जा रहा है?
बुध महाराज 04 सितंबर 2024 की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
2. ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व?
बुध ग्रह का नाम संस्कृत में ‘बुध’ है, जिसका अर्थ है “बुद्धिमान”। यह ग्रह व्यक्ति के मानसिक स्तर, ज्ञान, विवेक, और तर्कशक्ति को प्रभावित करता है।
3. बुध कौन सी राशि में उच्च का होता है?
ज्योतिष के मुताबिक, बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के होते हैं।
4. बुध का गोचर कितने दिनों का होता है?
बुध का गोचर लगभग 14 से 30 दिनों के बीच का होता है।
दिवाली के बाद इन तीन राशियों पर मेहरबान होंगे शनि, कदम-कदम पर मिलेगी सफलता
ज्योतिषशास्त्र में शनि ग्रह सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं। वो एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने में लगभग ढ़ाई साल का समय लेते हैं। इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में उपस्थित हैं। शनि मार्च 2025 तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। इसी राशि में रहने पर शनि समय-समय पर अपनी स्थिति में बदलाव करते रहेंगे जैसे कि कभी वे वक्री होंगे, तो कभी मार्गी चाल चलेंगे।
बता दें कि शनि महाराज 29 जून 2024 की रात 11 बजकर 40 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री हो चुके हैं। वहीं 15 नवंबर, 2024 को शाम 05 बजकर 09 मिनट पर शनि कुंभ राशि में ही मार्गी हो जाएंगे।
शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने से सभी राशियों के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस दौरान सबसे अधिक फायदा होने की संभावना है। इस ब्लॉग में हम आपको उन्हीं राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने के दौरान सौभाग्य और सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
इन राशियों का होगा भाग्योदय
मिथुन राशि
शनि के कुंभ राशि में मार्गी होने पर मिथुन राशि के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है। आपके भाग्य एवं नौवें भाव में शनि देव मार्गी होंगे। इस समय आपको अपनी किस्मत का पूरा साथ मिल पाएगा। आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होने वाली है। आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं। इसके साथ ही आपको कर्ज से भी मुक्ति मिल सकती है।
यदि आप लंबे समय से किसी परेशानी या चुनौती से जूझ रहे हैं, तो अब आपको उससे छुटकारा मिल सकता है। इससे आप काफी खुश और रिलैक्स महसूस करेंगे। आपको अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। करियर के क्षेत्र में भी आप खूब नाम कमाएंगे। आपके उच्च अधिकारी कार्यक्षेत्र में आपका सहयोग करते हुए नज़र आएंगे। आपको इस समय अपने भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और आपके जीवन में खुशियां ही खुशियां आएंगी। उच्च शिक्षा ले रहे छात्रों के लिए भी अनुकूल समय है। आपकी अध्यात्म एवं धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है। आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है।
मेष राशि के लोगों को भी शनि के मार्गी होने पर लाभ मिलने की संभावना है। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगी। इसकी मदद से आप कई क्षेत्रों में सफलता पाने में कामयाब होंगे। आपकी आमदनी के नए रास्ते खुलेंगे और अब आपको पैसों की तंगी परेशान नहीं करेगी। यदि आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, तो अब वे सभी समाप्त हो जाएंगी।
नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को भी अच्छा अवसर मिलने के आसार हैं। कार्यक्षेत्र में आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है या आपके वेतन में भी वृद्धि हो सकती है। व्यापार के क्षेत्र में आपको खूब मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। लंबे समय से चली आ रही परेशानियों का अब अंत होगा। आपको अपने पूरे परिवार का सहयोग मिलेगा जिससे आप हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हो पाएंगे।
इस राशि के लोगों के लिए भी शनि का मार्गी होना लाभकारी सिद्ध होगा। मकर राशि के रुके हुए काम अब पूरे हो सकते हैं। आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी और आप काफी प्रसन्न एवं सुतष्ट महसूस करेंगे। इस समय निवेश करने से आपको आगे चलकर अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा रहने वाला है।
कार्यक्षेत्र में आपके काम की सराहना होगी। वहीं जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनका भी सपना पूरा होगा। आपके वेतन में वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। आपकी आय के नए स्रोत खुलेंगे। आपका प्रेम एवं वैवाहिक जीवन भी बहुत अच्छा रहने वाला है। वैवाहिक जीवन में जो समस्याएं चल रही हैं, अब उनका अंत हो सकता है। आपको अपनी सेहत को लेकर भी चिंता करने की ज़रूरत है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
बुध का सिंह राशि में गोचर: राशि सहित देश-दुनिया पर देखने को मिलेगा इसका प्रभाव
एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का सिंह राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि बुध के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को बुध के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में बुध ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।
बता दें कि बुध 4 सितंबर 2024 को सिंह राशि में गोचर करेंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।
ज्योतिष में बुध तेज़ गति से चलने वाला एक प्रमुख ग्रह है, जो बुद्धि, संचार और सीखने का कारक है। ग्रहों के राजकुमार बुध कन्या और मिथुन राशि के स्वामी हैं। यह ग्रह हमारी वाणी, लिखित और संचार अभिव्यक्ति के अन्य रूपों को नियंत्रित करता है। वैदिक ज्योतिष में, जब कुंडली में बुध मज़बूत स्थिति में होते हैं, तो यह जातकों को जीवन में सभी तरह की सुख-सुविधाएं प्रदान करते हैं। साथ ही, आपको तेज़ बुद्धि और अच्छा स्वास्थ्य का भी आशीर्वाद देते हैं। बुध हमारे सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह है और सूर्य के सबसे निकट है। यह गैसों की एक मोटी परत से ढका हुआ है और सूर्य के साथ अपनी निकटता के कारण एक गर्म ग्रह है।
बुध का सिंह राशि में गोचर: समय व तिथि
धन, वैभव और सुख समृद्धि के कारक ग्रह बुध 4 सितंबर, 2024 की सुबह 11 बजकर 31 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे। सिंह राशि के स्वामी बुध और सूर्य एक दूसरे के मित्र ग्रह हैं। इसलिए, यह एक अच्छा स्थान है। आइए अब समझते हैं कि इसका विभिन्न राशियों और विश्वव्यापी घटनाओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसके बाद बुध 14 सितंबर, 2024 को सिंह राशि में अस्त हो जाएंगे।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
सिंह राशि में बुध का गोचर: विशेषताएँ
सिंह राशि में बुध, जो राजसी आचरण और संवाद शैली को दर्शाता है। सिंह राशि सिंहासन और अधिकार का प्रतीक है। जब बुध सिंह राशि में होता है, तो आपके बातचीत और भाषण से लोग आकर्षित होंगे। सिंह राशि में बुध आपको बेहतरीन निर्णय लेने में मदद करता है। यह आपको एक प्रकृति प्रेमी भी बना सकता है। चूँकि बुध किसी व्यक्ति के रूप-रंग को बहुत हद तक प्रभावित करता है, इसलिए आपका रंग पीला, माथा चौड़ा और महंगे ब्रांड के कपड़े पहनने का शौक होता है। इस राशि के होने से प्रशासनिक और सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को सफलता मिलती है। यह आपको प्रकृति प्रेमी भी बना सकता है, जिससे आपको बागवानी, पेड़ लगाना और धूप में लेटना पसंद है। इसके अतिरिक्त, यह कपड़ों (विशेष रूप से ऊनी कपड़ों), गहनों, गेहूँ और अन्य प्राकृतिक उत्पादों में आपके व्यावसायिक कौशल को बढ़ाता है। इसके प्रभाव से आप रंगमंच और कला के क्षेत्र में भी शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध विलासिता, आराम और माता के चौथे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के फलस्वरूप आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आप खुद को परिवार से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे और उनके साथ समय बिताताएंगे। संगठन में रहते हुए, बाहरी स्रोतों और यात्राओं के माध्यम से आप धन अर्जित करने में सफल होंगे। इस अवधि आपका पूरा ध्यान करियर में रहेगा।
बुध के चौथे भाव में गोचर करने से आपको आर्थिक जीवन में भी लाभ प्राप्त होगा और आप अच्छा खासा धन कमाने में सक्षम होंगे। समाज में सुख-सुविधाएं और प्रतिष्ठा पाने के लिए यह एक अच्छी स्थिति है। बुध सीधे दसवें भाव को प्रभावित करेगा जिसके चलते आपको पदोन्नति मिलने की संभावना है।
बुध मिथुन राशि के जातकों के लिए पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब बुध आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। चूंकि बुध चौथे भाव से बारहवें भाव में जाता है, इसलिए यह स्थिति बताती है कि तीसरे भाव में बुध के होने से व्यक्ति प्रतिभाशाली और ज्ञानी बनता है और इस अवधि में आप विदेश में बसने की सोच सकते हैं और तेज़ी से उन्नति कर सकते हैं।
इस दौरान आपको प्रेम जीवन में सफलता प्राप्त होगी और कुल मिलाकर आपका व्यक्तित्व सुखद और आकर्षक होगा। आप अपने बेहतरीन संचार कौशल का उपयोग करके लोगों को प्रभावित करने और अच्छे नेटवर्क कनेक्शन बनाने में सक्षम होंगे। यह छोटी दूरी की यात्रा के लिए भी अच्छा समय है और इस दौरान रचनात्मक या कौशल आधारित क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी अपार सफलता प्राप्त होगी।
सिंह राशि
बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और सिंह राशि के पहले भाव में गोचर करेंगे। विदेशी भाषा विभाग में काम करने वाले लोगों के लिए यह एक बेहतरीन अवधि है। बुध के पहले भाव में गोचर से आप रचनात्मक बनेंगे और उच्च स्तर पर सोचना शुरू करेंगे। बुध आपकी आत्म-जागरूकता को बढ़ाएगा। इस दौरान आप कलात्मक क्षेत्रों जैसे कि कलाकार, फोटोग्राफी, कैमरा मैन और संचारक जैसे क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे। इसके अलावा आप राजनीति में भी प्रवेश कर सकते हैं और लोगों से जुड़ सकते हैं। इसके अलावा, आप जहां रह रहे हैं या उसके आसपास अच्छे कार्य करेंगे और सांस्कृतिक विकास कर सकते हैं। यह करियर और आर्थिक जीवन के लिए भी बेहतरीन अवधि होगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए, बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं अब बुध का सिंह राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। बुध के गोचर से आपको विवाह के बाद धन, मकान और कई नई-नई गाड़ियां मिल सकती है। जो जातक इस दौरान विवाह करना चाह रहे हैं, उनको सफलता प्राप्त होगी। इस बात की प्रबल संभावना है कि विवाह के बाद जातक भाग्यशाली और धनवान बन सकता है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्यारहवें भाव में बुध होने से व्यक्ति दूसरों के साथ बेहद प्यारा और मिलनसार होता है। ऐसे जातकों को अपने दृष्टिकोण में स्पष्टवादी और सरल माना जाता है और ये सभी के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित करते हैं। ग्यारहवें भाव में बुध के गोचर से जातक मजबूत और निस्वार्थ बनता है और ये लोग नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखते हैं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध का सिंह राशि में गोचर धन, परिवार और वाणी के दूसरे भाव में होगा। कर्क राशि के जातकों के लिए बुध एक शुभ ग्रह प्रतीत नहीं हो रहा है। ऐसे में, आपको आर्थिक रूप से संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है।
आप खुद को अक्सर पारिवारिक झगड़ों में उलझा हुआ पा सकते हैं, खासकर अगर आप संयुक्त परिवार के व्यवसाय से जुड़े हैं। यदि आप विदेश यात्रा करना चाहते हैं या कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको मनचाहा परिणाम प्राप्त न हो या वीजा संबंधी मुद्दों के कारण आपकी विदेश यात्रा में देरी हो सकती है। आशंका है कि आपके प्रियजनों के साथ आपके संबंध भी खराब हो। इस अवधि के दौरान आपको आंखों से संबंधित समस्याएं, एलर्जी आदि भी होने की संभावना है।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और बुध का सिंह राशि में गोचर दसवें भाव में होगा। दसवें भाव में बुध का होना एक अच्छी स्थिति है, लेकिन आठवें भाव के स्वामी होने के कारण यह अवधि आपके करियर के लिए कई चुनौतियां लेकर आ सकता है।
इस अवधि में आपको अनचाहे तबादले या नौकरी में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि आपके वरिष्ठों के साथ आपका तालमेल खराब होने की संभावना है। आपको सलाह दी जाती है, कि ऑफिस की राजनीति में शामिल होने से बचें। ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध दसवें भाव में बैठे हैं, जिससे आपके लाभ में देरी हो सकती है, क्योंकि यह अपने भाव से बारहवें भाव में बैठे हैं। इस अवधि में आपकी माता के साथ अक्सर झगड़े हो सकते हैं और रिश्ते खराब हो सकते हैं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: आसान उपाय
भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें देसी घी के लड्डू और दूर्वा घास भेंट करें।
बुध को मजबूत करने के लिए हवन करें।
अपने घर की महिलाओं को कुछ कपड़े और हरे रंग के कंगन दें।
अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पन्ना रत्न पहनें, लेकिन किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद।
गरीब बच्चों को भोजन कराएं।
हरे चने भिगोएं और उन्हें पक्षियों, खासकर तोते और कबूतरों को खिलाएं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
सरकार और राजनीति
बुध का सिंह राशि में गोचर सरकार विभिन्न क्षेत्रों का समर्थन कर सकती है और वह ऐसा इन क्षेत्रों में सुधार लाकर और योजनाएं लागू करके कर सकती हैं।
देश के बड़े राजनेता और उच्च अधिकारी जिम्मेदारी से पूर्ण बयान दे सकते हैं। ऐसे में, वह जनता के साथ जुड़ने और उनकी बात सुनने का प्रयास करेंगे।
सरकार लोगों की भावनाओं से जुड़ने की कोशिश करेगी और कुछ नेता या मंत्री चतुराईपूर्ण भाषणों का उपयोग करके लोगों को लुभाने की कोशिश भी कर सकते हैं।
मीडिया और जनसंपर्क
बुध का सिंह राशि में गोचर के दौरान मीडिया में रिपोर्टर, ग्राउंड वर्कर आदि के रूप में काम करने वाले लोगों को अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
यह गोचर सोशल मीडिया प्रभावितों को उनके करियर में वृद्धि के साथ बहुत सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।
इस गोचर के दौरान शेयर बाज़ार और सट्टा बाज़ार अस्थिर रह सकते हैं।
इस गोचर से जनसंपर्क में लगे लोगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को विभिन्न तरीकों से लाभ होगा।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
बुध का सिंह राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट
बुध के गोचर का शेयर बाजार पर हमेशा से बहुत अधिक प्रभाव रहा है और यह हर राशि के गोचर के साथ अलग-अलग कंपनियों के शेयरों की लाभप्रदता प्रभावित होती है। आइए देखते हैं कि बुध का सिंह राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के अनुसार,
फार्मा, पब्लिक और आईटी सेक्टर आदि के लिए आने वाला समय चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है।
कंप्यूटर कंपनियों, कपास मिलों, दूरसंचार कंपनियों, वाहन निर्माताओं, परिवहन कंपनियों और सौंदर्य प्रसाधनों के शेयरों में कुछ वृद्धि देखने को मिल सकती है।
बैंकिंग उद्योग लंबे समय से नुकसान में है और इस महीने के अंत तक नुकसान में रहेगा।
फिर भी, खाद्य तेल, रबर और तंबाकू व्यवसाय इस समय के दौरान अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
बुध का सिंह राशि में गोचर: आगामी खेल प्रतियोगिता
ज्योतिष के अनुसार आगामी खेल प्रतियोगिताएं और उनका प्रदर्शन :
टूर्नामेंट
खेल
तिथि
पेरिस पैरा ओलंपिक 2024
मल्टी स्पोर्ट्स
26 अगस्त- 8 सितंबर
महिला अंडर-20 विश्व कप
फुटबॉल
31 अगस्त- 22 सितंबर
लेवर कप
टेनिस
20 सितंबर- 22 सितंबर
खेल टूर्नामेंट के परिणामों का विश्लेषण के लिए बुध को एक बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है और चूंकि सिंह राशि के स्वामी सूर्य है इसलिए सितंबर में आने वाले खेल टूर्नामेंटों के लिए बुध का सिंह राशि में गोचर एक अत्यंत महत्वपूर्ण और शानदार समय होगा क्योंकि बुध निश्चित रूप से अच्छे परिणाम प्रदान करेंगे। इस दौरान दुनिया भर में कई युवा खेल सितारे उभरेंगे और खेलों में अपना करियर बनाने की चाहत रखने वाली नई पीढ़ी को उम्मीद देंगे।