क्यों मनाया जाता है छठ का त्योहार, क्या है इस पूजा का महत्व, जानें सही तिथि

सनातन धर्म में हर त्योहार का अपना विशेष महत्व है और इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण त्योहार छठ पूजा है, जो हर साल अधिक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से छठ के महापर्व की शुरुआत होती है। इसे ‘सूर्य षष्ठी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस ख़ास अवसर पर छठी मैया की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा के दौरान 4 दिन सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। पूजा-पाठ के दौरान पवित्रता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। यह पर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

तो आइए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं छठ पूजा की तिथि, मुहूर्त और महत्व के बारे में।

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छठ पूजा 2024: तिथि और शुभ मुहूर्त

छठ पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, जो अक्टूबर या नवंबर महीने के बीच ही आती है। इस साल छठ का महापर्व की शुरुआत 05 नवंबर 2024 को दिन मंगलवार से नहाय-खाए से शुरू होकर 08 नवंबर 2024 दिन शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा। 

सूर्य को अर्घ्य देने का समय

7 नवंबर (संध्या अर्घ्य) सूर्यास्त का समय : शाम 05 बजकर 31 मिनट 

8 नवंबर (उषा अर्घ्य) सूर्योदय का समय : सुबह 06 बजकर 38 मिनट 

छठ पूजा कैलेंडर 2024

छठ पूजा का पहला दिन: नहाय-खाय, 05 नवंबर, दिन मंगलवार

छठ पूजा का दूसरा दिन: लोहंडा और खरना, 06 नवंबर, दिन बुधवार

छठ पूजा का तीसरा दिन: छठ पूजा, संध्या अर्घ्य, 07 नवंबर, दिन गुरुवार

छठ पूजा का चौथा दिन: उगते सूर्य को अर्घ्य, पारण, 08 नवंबर, दिन शुक्रवार

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छठ पूजा का महत्व

छठ पूजा सूर्यदेव और छठी मैया की उपासना का एक प्रमुख पर्व है, जिसे विशेष रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और नेपाल के कुछ हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व का धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। छठ पूजा एक या दो नहीं, बल्कि पूरे 4 दिनों तक चलने वाला त्योहार है और इस दौरान महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र व अच्छे स्वास्थ्य के लिए 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं। 

इसके अलावा, संतान प्राप्ति की कामना से भी छठ का व्रत करना फलदायी माना गया है। छठ का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है और इसकी शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है। इस दौरान ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत पारण होता है। इस व्रत का पालन पूरा परिवार एक साथ मिलकर करता है। यह परिवार और समाज के बीच आपसी जुड़ाव और सद्भाव को बढ़ाता है। इस पर्व में स्नेह, प्रेम, और सहयोग की भावना प्रबल होती है।

छठ के चार दिनों का महत्व

छठ पूजा 2024 चार दिनों तक चलने वाला पर्व है, जिसमें हर दिन का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व होता है। ये चार दिन पूरी तरह से शुद्धता, तपस्या और भक्ति के लिए समर्पित होते हैं। आइए जानते हैं छठ पूजा के चार दिनों का महत्व।

पहला दिन: नहाय-खाय 

छठ पूजा का पहला दिन ‘नहाय-खाय’ कहलाता है। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं पवित्रता का पालन करती हुए पवित्र नदी या जलाशय में स्नान करता हैं। इसके बाद सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं। इस दिन घर की सफाई की जाती है और भोजन में सिर्फ शुद्ध। भोजन में कद्दू की सब्जी, चने की दाल और चावल का विशेष महत्व होता है। 

दूसरा दिन: खरना

खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है, जिसे अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रतधारी पूरे दिन निर्जला व्रत रखते हैं और सूर्यास्त के बाद प्रसाद बनाकर उपवास तोड़ते हैं। प्रसाद के रूप में गुड़ से बनी खीर, रोटी और फल का सेवन किया जाता है। इसके बाद व्रतधारी अगले 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत शुरू करते हैं।

तीसरा दिन: संध्या अर्घ्य

छठ के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य का आयोजन किया जाता है, जिसमें व्रतधारी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। यह पूजा शाम के समय घाट या नदी में की जाती है। इस दिन व्रतधारी व्रत रखकर संध्या समय सूर्यदेव को अर्घ्य देते हैं। पूजा के लिए बांस की टोकरी में ठेकुआ, फल, नारियल, गन्ना, और अन्य सामग्री रखी जाती है। परिवार और समाज के लोग एक साथ घाट पर जाकर सूर्य को नमन करते हैं। 

चौथा दिन: उषा अर्घ्य

छठ पूजा का चौथा और अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने का होता है। इसे ‘उषा अर्घ्य’ कहा जाता है। इस दिन सुबह-सुबह व्रतधारी नदी या जलाशय पर जाकर सूर्य की पहली किरण को अर्घ्य अर्पित करते हैं। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतधारी अपना व्रत तोड़ते हैं और प्रसाद ग्रहण करते हैं।

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छठ पूजा की सामग्री

छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की आराधना की जाती है। इस दिन पूजा पूरे विधि-विधान से करनी चाहिए। साथ ही, हर सामग्री का भी विशेष ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं छठ पूजा के दौरान कौन सी सामग्री आवश्यकता होती है।

बांस की टोकरी यानी सूप: इसमें पूजा की सामग्री रखी जाती है।

ठेकुआ: गेहूं के आटे और गुड़ से बना विशेष प्रसाद।

फलों का प्रसाद: केला, नारियल, गन्ना, अनार, सेब, नींबू, और अन्य मौसमी फल।

गंगाजल: स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने के लिए।

नारियल: जल से भरा नारियल पूजा के लिए आवश्यक है।

दीपक: मिट्टी का दीपक और शुद्ध घी।

धूप और अगरबत्ती: सूर्य देव की आरती और पूजन के लिए।

सिंदूर और हल्दी: सुहागन स्त्रियों के लिए विशेष पूजन सामग्री।

कपूर: पूजा में आरती के लिए।

छठ पूजा के नियम

छठ पूजा के नियम बहुत ही कठिन और पवित्र होते हैं। इन नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है क्योंकि इस पूजा में शुद्धता, संयम और अनुशासन का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं छठ पूजा के नियमों के बारे में:

  • व्रतधारी को पूरे व्रत के दौरान शुद्धता बनाए रखनी चाहिए। स्नान करने के बाद शुद्ध कपड़े पहनना अनिवार्य है। भोजन से लेकर पूजा तक हर काम में शुद्धता का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
  • छठ पूजा के दौरान केवल शुद्ध सात्विक भोजन ही किया जाता है। प्याज, लहसुन और मांसाहारी चीज़ों का सेवन वर्जित होता है।
  • व्रती के द्वारा बनाए गए भोजन में गंगाजल का उपयोग किया जाता है और इसे मिट्टी या कांसे के बर्तनों में पकाया जाता है।
  • छठ पूजा का सबसे कठिन नियम निर्जला व्रत है। व्रत रखने वाली महिला खरना के बाद 36 घंटे तक बिना अन्न और जल ग्रहण किए उपवास रखती हैं।
  • यह व्रत पूरे तप, श्रद्धा और भक्ति से किया जाता है, जिसमें किसी प्रकार का जल या भोजन नहीं लिया जाता।
  • पूजा की सामग्री जैसे प्रसाद, फल, और अर्घ्य की सामग्री बांस की टोकरी (सूप) में रखी जाती है। यह टोकरी पूजा में महत्वपूर्ण मानी जाती है।
  • दीपक और अर्घ्य देने के लिए उपयोग किए जाने वाले बर्तन भी प्राकृतिक होते हैं, जैसे कि मिट्टी के दीपक।
  • व्रतधारी को नदी, तालाब, या किसी स्वच्छ जलाशय में स्नान करना अनिवार्य होता है। यह स्नान शरीर और मन की शुद्धि के लिए किया जाता है।
  • संध्या और उषा अर्घ्य के समय भी जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है।
  • इस दिन पूजा करते समय किसी भी तरह की जल्दबाजी या लापरवाही न करें। पूजा के सभी चरणों में ध्यान और संयम आवश्यक होता है।
  • व्रती को पूजा के दौरान चमड़े की वस्तुओं से दूर रहना होता है क्योंकि इसे अशुद्ध माना जाता है।
  • प्रसाद बनाने में उपयोग किए जाने वाले बर्तन और चूल्हा भी शुद्ध होना चाहिए और इसे लकड़ी या उपले से जलाया जाता है।
  • इस दिन व्रत करने वाले जातक को पलंग या चारपाई पर नहीं सोना चाहिए।
  • सूर्य को जल देते समय स्टील या प्लास्टिक के बर्तन का इस्तेमाल करना भी वर्जित होता है।

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छठ पूजा की कथा

छठ पर्व को लेकर कई पौराणिक कथाएं हैं, जो इस प्रकार है।

पहली कथा 

प्राचीन समय में सूर्यवंशी राजा प्रियव्रत और उनकी पत्नी मालिनी ने संतान प्राप्ति के लिए अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए, लेकिन उन्हें कोई संतान नहीं हो रही थी। इस कारण राजा बहुत दुखी रहने लगे थे। संतान प्राप्ति के लिए उन्होंने महर्षि कश्यप के निर्देशानुसार एक यज्ञ का आयोजन किया। इस यज्ञ के परिणामस्वरूप रानी मालिनी गर्भवती हुईं, लेकिन जब बच्चे का जन्म हुआ, तो वह मृत पैदा हुआ। इससे राजा और रानी को अत्यधिक दुख हुआ और राजा ने आत्महत्या करने का निर्णय किया।

तभी भगवान की कृपा से देवी षष्ठी प्रकट हुईं, जिन्हें छठी मैया के नाम से भी जाना जाता है। देवी ने राजा से कहा कि यदि वह उनकी पूजा करेंगे और श्रद्धा के साथ व्रत करेंगे, तो उन्हें संतान की प्राप्ति होगी। देवी की आज्ञा का पालन करते हुए राजा प्रियव्रत और रानी मालिनी ने छठ व्रत रखा। इसके परिणामस्वरूप उन्हें एक सुंदर पुत्र की प्राप्ति हुई। 

दूसरी कथा

छठ पूजा की एक और प्रसिद्ध कथा महाभारत काल से जुड़ी है। जब पांडव अपना राजपाट हार गए थे, तब द्रौपदी ने छठ व्रत रखा था। वह सूर्य देव की उपासना करके अपने पति और परिवार की समृद्धि और पुनः राजपाट प्राप्त करने के लिए व्रत करने लगीं। उनकी भक्ति और तपस्या के परिणामस्वरूप पांडवों को खोया हुआ राजपाट और सुख-समृद्धि प्राप्त हुई।

तीसरी कथा

छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा का विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य देव की बहन देवी षष्ठी की उपासना इस पर्व में की जाती है। छठी मैया को संतान की रक्षा करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है, और इन्हें विशेष रूप से नवजात शिशुओं और माताओं की रक्षा के लिए पूजा जाता है। यह भी कहा जाता है कि जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा और भक्ति से छठी मैया और सूर्य देव की उपासना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

चौथी कथा

महाभारत के अनुसार, कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे। वह प्रतिदिन घंटों तक जल में खड़े होकर सूर्य की पूजा करते थे। सूर्य की कृपा से कर्ण महान योद्धा बने और उन्हें अत्यधिक शक्ति और पराक्रम प्राप्त हुआ। कहा जाता है कि कर्ण ने ही सबसे पहले सूर्य देव की आराधना के रूप में छठ पूजा की शुरुआत की थी। 

छठ पूजा 2024: राशि अनुसार आसान उपाय

छठ पूजा के दौरान राशि अनुसार कुछ विशेष उपाय करने से अधिक लाभ होता है। यहां राशि अनुसार छठ पूजा के विशेष उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर सूर्य देव और छठी मैया की कृपा प्राप्त की जा सकती है:

मेष राशि

मेष राशि के जातक लाल रंग के वस्त्र पहनकर सूर्य देव को लाल चंदन से अर्घ्य दें। यह उपाय शुभ फलदायी होगा और मानसिक शांति प्राप्त होगी।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोग सफेद रंग का वस्त्र धारण करें और गाय के दूध से सूर्य को अर्घ्य दें। यह उपाय परिवार में सुख-समृद्धि लाएगा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत मिलेगी।

मिथुन राशि

हरे रंग के वस्त्र धारण करें और सूर्य को गंगाजल में दूब डालकर अर्घ्य दें। यह उपाय विद्या, बुद्धि और व्यापार में सफलता देगा।

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातक चांदी के बर्तन में जल लेकर सूर्य को अर्घ्य दें और सफेद वस्त्र पहनें। यह उपाय पारिवारिक सुख-शांति बनाए रखेगा।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातक को केसर मिश्रित जल से सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए और सुनहरे रंग के वस्त्र पहनने चाहिए। इससे समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के लोग हरे या हल्के रंग के वस्त्र पहनें और सूर्य को तांबे के बर्तन में जल देकर अर्घ्य दें। यह उपाय आर्थिक उन्नति और स्वास्थ्य लाभ दिलाएगा।

तुला राशि

तुला राशि के जातक नीले रंग के वस्त्र पहनें और सूर्य देव को शहद मिलाकर अर्घ्य दें। इससे वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी और मन की शांति मिलेगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोग लाल वस्त्र पहनें और गुड़ मिले जल से सूर्य को अर्घ्य दें। यह उपाय आर्थिक संकट से छुटकारा दिलाएगा।

धनु राशि

इस राशि के जातक छठ पूजा के दौरान भगवान सूर्य को गन्ना अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी संतान शत्रुओं पर विजय प्राप्ति करेगी।।

मकर राशि

मकर राशि के जातक भी छठ पूजा के दौरान भगवान सूर्य देव को कुमकुम डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से संतान के जीवन में सुख और वैभव आएगा व आपकी संतान को सफलता की प्राप्ति होगी।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातक छठ पूजा के दौरान भगवान सूर्य व छठी मैया को शरीफे का फल अर्पित करें। व्यापार में अपार सफलता प्राप्त होगी।

मीन राशि

इस राशि के जातक इस पवित्र दिन छठी मैया व सूर्य देवता को सिंघाड़े का फल अर्पित करें। ऐसा करने से करियर में तेज़ी से बढ़ोतरी देखने को मिलेगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- 2024 में छठ पूजा कब है?

पंचांग के अनुसार, छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है। वहीं, इस महापर्व का समापन सप्तमी तिथि पर होता है। ऐसे में यह त्योहार 05 नवंबर से लेकर 08 नवंबर तक चलेगा।

2- छठ पूजा क्यों मनाई जाती है?

कालांतर से पुत्र प्राप्ति हेतु छठ पूजा की जाती है।

3- छठ माता किसकी पुत्री थी?

पौराणिक कथाओं के मुताबिक छठ मैया ब्रह्मा जी की मानस पुत्री और भगवान सूर्य की बहन हैं। षष्ठी देवी यानी छठ मैया संतान प्राप्ति की देवी हैं।

4- छठ माता किसका अवतार है?

देवी कात्यायनी छठवें दिन की देवी हैं, इसलिए कात्यायनी माता ही छठी माता का स्वरूप हैं।

धनु राशि में शुक्र का गोचर: देश-दुनिया सहित राशियों को करेंगे प्रभावित!

शुक्र गोचर 2024: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र के धनु राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा और इस दौरान शेयर बाजार में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे।

बता दें, प्रेम और विलासिता के ग्रह शुक्र 07 नवंबर 2024 को 03 बजकर 21 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि शुक्र के गोचर का राशि सहित देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर अनुकूल व प्रतिकूल, कैसा प्रभाव पड़ेगा।

धनु राशि के स्‍वामी ग्रह बृहस्‍पति हैं जो हमें जीवन के अज्ञात पहलुओं को स्‍वीकार करने और समझ को मज़बूत करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस गोचर के दौरान लोगों के जीवन में प्रेम और रोमांच की भावना बढ़ेगी। जैसे-जैसे आप अपनी भावनाओं को समझेंगे, उतना ही आपका रिश्‍ता सकारात्‍मक तरीके से मज़बूत होगा।

धनु राशि में शुक्र ग्रह का गोचर हमें अपने प्रेम जीवन में नयापन लाने और एक ही रूटीन से बाहर निकलने के लिए प्रेरित कर सकता है। इस दौरान आपको नई चीज़ों के माध्‍यम से मिलने वाले अनुभवों और नए दृष्टिकोण को अपनाने के अवसर मिलेंगे। यह आपके रिश्‍ते को आगे ले जाने में मदद करेगा। धनु राशि की ऊर्जा किसी व्‍यक्‍ति में ईमानदारी को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपनी भावनाओं और लक्ष्‍यों को दूसरों के सामने रखने के लिए प्रेरित करती है।

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शुक्र धनु राशि में: विशेषताएं

आप प्रेम को किस तरह से देखते हैं और किस तरह अपने प्‍यार को व्‍यक्‍त करते हैं, यह शुक्र ग्रह पर निर्भर करता है। चूंकि, धनु एक अग्नि तत्‍व की राशि है इसलिए ये प्‍यार में साहसी, भावुक ओर आतुर रहते हैं। शुक्र के धनु राशि में उपस्थित होने पर कभी-कभी रिश्‍ते को लेकर प्रतिबद्ध रहने में दिक्‍कत आती है लेकिन अगर आपका पार्टनर बुद्धिमान और साहसी हो, तो आप अपने रिश्‍ते में अत्‍यधिक समर्पित रहते हैं और अपने साथी से प्रेम करते हैं।

धनु राशि में शुक्र के होने पर जातक अपने पार्टनर के साथ तर्कपूर्ण बातचीत करेंगे और अपने पार्टनर से रिश्‍ते में सच्‍चाई और ईमानदारी की इच्‍छा रखेंगे। यह अपने रिश्‍ते में एक-दूसरे के लिए प्रेम और सम्‍मान को विकसित करने का शानदार अवसर है। यह गोचर हमें आगे बढ़ने और अपने रिश्‍तों में सच्‍चाई रखने के लिए प्रेरित करेगा।

जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह धनु राशि में होता है, उन्‍हें अपने रिश्‍ते में आत्‍मनिर्भरता पसंद होती है। साथ ही ये अपने पार्टनर के साथ उत्‍साह एवं मौज-मस्‍ती का आनंद लेंगे। ये अपने पार्टनर की ईमानदार और उत्‍साही व्‍यक्‍तित्‍व की ओर आकर्षित होते हैं।

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शुक्र के धनु राशि में गोचर से इन राशियों को होगा लाभ

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए कुंडली में शुक्र सातवें और दूसरे भाव के स्‍वामी ग्रह हैं। सातवां भाव विवाह, संबंध और साझेदारी एवं दूसरा भाव संपन्‍नता, परिवार और वाणी का कारक है। अब धनु राशि में प्रवेश करते हुए शुक्र आपके नौवें भाव में संचरण करेंगे जो कि भाग्‍य, लंबी यात्रा और अध्‍यात्‍म का कारक है।

शुक्र के इस गोचर से सलाहकार, काउंसलिंग और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले जातकों को लाभ होने की उम्‍मीद है। आपको अपने प्रयासों और कड़ी मेहनत के लिए अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और आप प्रगति करेंगे। धनु राशि में गोचर करने पर शुक्र के नवम भाव में होने से आप अधिक भावुक रहने वाले हैं।

प्रेम विवाह के बारे में सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल है। यदि आप किसी को पसंद करते हैं, तो उनसे और उनके परिवार से बात करने के लिए भी उपयुक्‍त समय है। इस समयावधि में आप अपने पार्टनर या परिवार के साथ विदेश या लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। आपके लिए तीर्थस्‍थल की यात्रा के भी योग बन रहे हैं।

मेष साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और बारहवें भाव के स्‍वामी हैं। कुंडली में पांचवा घर संतान, प्रेम और नई शुरुआत करने का होता है। वहीं बारहवां घर खर्चों, अंतर्राष्‍ट्रीय यात्रा और मोक्ष का कारक माना जाता है। इस गोचर के दौरान शुक्र आपके सातवें भाव में रहेंगे जो कि विवाह और व्‍यापारिक साझेदारी का कारक है। आप इस समय प्रसन्‍न रहेंगे और आपको अपने प्रयासों से लाभ प्राप्‍त होगा। हालांकि, आपको इस दौरान समझदारी से काम लेना चाहिए।

करियर के मामले में आपकी स्थिति अनुकूल रहने वाली है। आपको अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर मुनाफा कमाने का अवसर मिलेगा। इससे आपको आगे चलकर अपने पेशे में और अवसर मिलने वाले हैं। जब शुक्र धनु राशि से होकर मिथुन के सातवें भाव में प्रवेश करते हैं, तब रिश्‍ते और गठबंधन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है। विवाह और निजी संबंधों का कारक सातवां भाव ज्‍योतिष में अत्‍यंत महत्‍व रखता है। शुक्र के धनु राशि में होने पर आप जोखिम उठाने और अपने रिश्‍तों को बेहतर तरीके से समझने में सक्षम होंगे।

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सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके तीसरे और दसवें भाव के स्‍वामी हैं। कुंडली का तीसरा भाव लघु यात्रा, छोटे भाई-बहनों और पड़ोसी का कारक होता है। वहीं दसवां भाव करियर, नाम, शोहरत और सम्‍मान को दर्शाता है। इस गोचर के दौरान शुक्र आपके पांचवे भाव में रहेंगे जो कि संतान, प्रेम और सट्टे बाज़ार का कारक है। खासतौर पर रचनात्‍मक क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपने प्रयासों से करियर में लाभ होने की संभावना है। प्रेम संबंध और वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल समय है। आपके परिवार में बच्‍चे का जन्‍म हो सकता है।

आप कॉर्पोरेट दुनिया में मुश्किलों का सामना कर रहे हों या एक व्यापारी के रूप में अपना करियर बना रहे हों, आपको सराहना और उचित मान्यता मिलने की उच्च संभावना नज़र आ रही है। कार्यक्षेत्र में आपके सहकर्मी आपका सहयोग करेंगे और कार्यस्‍थल पर ऐसा माहौल रहेगा जिसमें आपको अपनी योग्‍यता दिखाने और उच्‍च स्‍तर का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। एक व्‍यापारी के तौर पर आपने जिस क्षेत्र को चुना है, उसमें आपकी सफलता आपकी मेहनत और उत्‍पादकता पर निर्भर करती है।

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लिए शुक्र सातवें भाव और बारहवें के स्‍वामी हैं। कुंडली का सातवां घर विवाह और साझेदारी से जुड़ा है जबकि बारहवां भाव खर्चों और असफलता को दर्शाता है। अब शुक्र आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं जो कि संचार, वित्त और परिवार का कारक है। शुक्र के धनु राशि में गोचर करने पर आप आर्थिक रूप से समृद्ध और संपन्‍न होंगे।

करियर के मामले में शुक्र का गोचर यह संकेद दे रहा है कि आपको अपना खुद का बॉस बनने पर ध्‍यान देना चाहिए। इससे आपको लाभ हो सकता है। कार्यक्षेत्र में अपने सह‍कर्मियों के साथ सहयोग करने की आपकी प्रवृत्ति आपको प्र‍तिष्‍ठा तो दिलाएगी ही साथ ही आपको इससे धन लाभ होने की भी उम्‍मीद है। जैसे-जैसे आप अपने व्‍यापारिक लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करेंगे, वैसे-वैसे आप आर्थिक रूप से समृद्ध बनेंगे और आपके घर-परिवार में भी सुख-शांति आएगी। इस समय आपका पेशेवर और निजी जीवन दोनों ही समृद्ध और खुशहाल रहेंगे।

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शुक्र के धनु राशि में गोचर करने का इन राशियों पर पड़ेगा अशुभ प्रभाव

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लिए शुक्र इनके पहले और छठे भाव के स्‍वामी हैं। कुंडली का पहला भाव स्‍वयं का कारक होता है और छठा भाव शत्रु, बीमारी और कर्ज को दर्शाता है। धनु राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र आपके आठवें भाव में रहेंगे जो कि अड़चनों, अप्रत्‍याशित लाभ और हानि एवं गुप्‍त जानकारी का भाव है। आपको इस समय प्रतिकूल प्रभाव मिलने के आसार हैं। आपके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है और रियल एस्‍टेट या स्‍टॉक मार्केट में निवेश करने पर आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

आपको लाभ धीमी गति से प्राप्‍त होगा और अगर धनु राशि के स्‍वामी बृहस्‍पति आपकी कुंडली में अशुभ स्‍थान में बैठे हैं, तो इसकी वजह से आपको प्रजनन तंत्र और पेट के निचले हिस्‍से से संबंधित स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं होने की आशंका है। निजी संंबंधों के लिए भी यह समय अच्‍छा नहीं रहने वाला है। आपकी कुंडली में चल रही महादशा के आधार पर आपके और आपके पार्टनर के बीच छोटी-छोटी समस्‍याएं और परेशानियां बड़ा रूप ले सकती हैं। इसकी वजह से आप दोनों के बीच बहस या अलगाव की स्थिति उत्‍पन्‍न हो सकती है। आपको अपने रिश्‍ते को लेकर अधिक सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

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कर्क राशि

शुक्र कर्क राशि के ग्‍यारहवें और चौथे भाव के स्‍वामी हैं। कुंंडली का ग्‍यारहवां भाव आय और लाभ को दर्शाता है जबकि चौथा भाव घरेलू सुख-सुविधाओं और प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्‍याओं का कारक है। अब शुक्र आपके छठे भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं जिसका संबंध शत्रु, बीमारी और कर्ज से है। यह समय आपके लिए मुश्किल साबित हो सकता है। कार्यक्षेत्र में आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्‍यादा बढ़ सकता है या आपके करियर में अचानक से कोई बदलाव आ सकता है। अगर आप इस समय नौकरी बदलते हैं, तो हो सकता है कि आप अपनी नौकरी या काम से संतुष्‍ट न रह पाएं। आपके सहकर्मी भी आपके बढ़ते हुए तनाव का कारण हो सकते हैं एवं संभावना है कि आपको अपने सहकर्मियों का सहयोग न मिल पाए।

शुक्र के धनु राशि में गोचर करने के दौरान आपके निजी जीवन में कई उतार-चढ़ाव आने के आसार हैं। अगर आपकी अपने जीवनसाथी के साथ कानूनी लड़ाई चल रही है, तो इस समय आपके लिए स्थिति नकारात्‍मक हो सकती है। कानूनी मसलों को लेकर सावधानी बरतें। चौथे भाव के स्‍वामी के छठे भाव में गोचर करने की वजह से इस समय आपके घर का माहौल भी अशांतिपूर्ण हो सकता है।

कर्क राशिफल 2025

शुक्र का धनु राशि में गोचर: ज्‍योतिषीय उपाय

  • आप सफेद रंग के कपड़ों का अधिक उपयोग करें।
  • सफेद रंग की चीज़ों जैसे कि सफेद वस्‍त्र, चीनी और चावल आदि का गरीबों को दान दें।
  • गरीब व्‍यक्‍ति को खासतौर पर शुक्रवार के दिन खीर बनाकर खिलाएं।
  • शुक्रवार के दिन व्रत रखने और वैभव लक्ष्‍मी की पूजा करने से भी लाभ होता है।
  • आप नियमित रूप से परफ्यूम और अन्‍य खुशबूदार चीज़ों का प्रयोग करें।
  • अपनी निजी साफ-सफाई का ध्‍यान रखें।

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शुक्र का धनु राशि में गोचर: विश्‍व पर प्रभाव

कला और मनोरंजन

  • शुक्र के धनु राशि में गोचर करने के दौरान भारत में विलुप्‍त हो चुकी कई कलाओं को पुनर्जीवित करने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं। भारतीय कला विदेशों में भी अपनी चमक बिखेर सकती है।
  • इस गोचर के दौरान जातक आध्‍यात्मिक माध्‍यम जैसे पेंटिंग के ज़रिए अपनी कला को अभिव्‍यक्‍त कर सकते हैं।
  • इस समय देवी-देवताओं की पेंटिंग और उनसे संबंधित अन्‍य रचनात्‍मक सजावटी वस्‍तुओं की मांग में अचानक से वृद्धि होने के आसार हैं।
  • पत्रकारिता, मीडिया और पब्लिक रिलेशन के क्षेत्र में काम कर रहे लोग अपने करियर में प्रगति करेंगे।
  • इस समय देश-दुनिया के लेखक और गायक खूब तरक्‍की करेंगे।
  • शुक्र के धनु राशि में गोचर करने के दौरान डिज़ाइनरों को अपने बिज़नेस में उन्‍नति करने और अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।

बिज़नेस, काउंसलिंग और ज्‍योतिष

  • इस समय ऑनलाइन बिज़नेस या रचनात्‍मक क्षेत्र में व्‍यवसाय करने वाले जातक शानदार प्रदर्शन करेंगे।
  • हीलिंग, ज्‍योतिष या टैरो रीडिंग जैसे पेशों से जुड़े लोगों को इस समयावधि में लाभ होगा एवं ये उत्‍कृष्‍टता प्राप्‍त करेंगे।
  • इस समय काउंसलिंग या कंसल्टिंग के क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन करते हुए नज़र आएंगे।
  • रचनात्‍मक क्षेत्रों जैसे कि इंटीरियर डिज़ाइनिंग या ललित कला से जुड़े लोग भी अच्‍छा काम करेंगे।

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शुक्र का धनु राशि में गोचर: स्‍टॉक मार्केट पर प्रभाव

07 अक्‍टूबर, 2024 को 03 बजकर 21 मिनट पर शुक्र ग्रह बृहस्‍पति की राशि धनु में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र विलासिता का ग्रह है और शेयर मार्केट पर भी इस ग्रह का महत्‍वपूर्ण प्रभाव देखने को मिलता है। तो चलिए जानते हैं कि शुक्र के धनु राशि में गोचर करने का शेयर मार्केट पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

  • इस गोचर के दौरान वस्‍त्र उद्योग और कपड़े से संबंधित कंपनियों को लाभ होने के आसार हैं।
  • परफ्यूम और गारमेंट इंडस्‍ट्री के साथ-साथ फैशन एसेसरीज़ इंडस्‍ट्री में भी तेजी देखने को मिलेगी।
  • बिज़नेस कंसल्‍टेशन और लेखन या मीडिया विज्ञापन या पीआर से जुड़ी कंपनियों और प्रिंट, दूरसंचार एवं प्रसारण उद्योग में प्रतिष्ठित कंपनियों को सकारात्‍मक परिणाम प्राप्‍त होने की उम्‍मीद है।

शुक्र का धनु राशि में गोचर: ये फिल्‍में होंगी रिलीज़

फिल्‍म का नामस्‍टार कास्‍टरिलीज़ डेट
एन इंपॉसिबल लव स्‍टोरीशाहिद कपूर, कृति सेनन7-11-2024
सिटाडेल: हनी बनीसामंथा प्रभु, वरुण धवन7-11-2024
वो लड़की है कहांतापसी पन्‍नू, प्रतीक गांधी8-11-2024
साबरमती रिपोर्टविक्रांत मैस्‍सी, राशि खन्‍ना15-11-2024

शुक्र एक ऐसा ग्रह है जो मनोरंजन जगत या उद्योग पर शासन करता है और अब यह जल्‍द ही धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। सिटाडेल: हनी बनी के अलावा शुक्र के गोचर के दौरान रिलीज़ होने वाली अधिकतर फिल्‍में बॉक्‍स ऑफिस पर अच्‍छा प्रदर्शन करेंगी।

हो सकता है कि फिल्‍में उम्‍मीद से कम सफल हों क्‍योंकि इस दौरान एक्‍टर्स को ज्‍यादा पसंद नहीं किया जाएगा लेकिन फिर भी हम अपनी ओर से उन्‍हें सफल होने की शुभकामनाएं देते हैं और उम्‍मीद करते हैं कि उनकी फिल्‍म अच्‍छा प्रदर्शन करें और उन्‍हें अपने काम का श्रेय मिले।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. धनु राशि पर किस ग्रह का स्‍वामित्‍व है?

उत्तर. इस राशि के स्‍वामी ग्रह बृहस्‍पति हैं।

प्रश्‍न 2. शुक्र किन राशियों के स्‍वामी ग्रह हैं?

उत्तर. शुक्र तुला और वृषभ राशि के स्‍वामी हैं।

प्रश्‍न 3. धनु के अलावा बृहस्‍पति किस राशि के स्‍वामी ग्रह हैं?

उत्तर. देवताओं के गुरु बृहस्‍पति मीन राशि पर भी शासन करते हैं।

छठ पूजा से सजा नवंबर का ये सप्ताह, इन राशियों के लिए साबित होगा भाग्यशाली!

एस्ट्रोसेज का साप्ताहिक राशिफल का यह विशेष ब्लॉग आपको नवंबर के पहले सप्ताह यानी कि 04 नवंबर से 10 नवंबर, 2024 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। सिर्फ इतना ही नहीं, इस लेख की सहायता से आपको अपने जीवन के विभिन्न आयामों के बारे में सटीक जवाबों की प्राप्ति होगी जैसे कि इस हफ्ते क्या नौकरी में होगा प्रमोशन? क्या व्यापार में मिलेगी सफलता या उठाना पड़ेगा नुकसान? प्रेम जीवन में होगी प्यार की बरसात या होगी टकरार? क्या वैवाहिक जीवन होगा प्रेम से भरपूर? आदि। इसके अलावा, ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए किन उपायों को करना होगा फलदायी? इससे भी हम आपको अवगत कराएंगे। साप्ताहिक राशिफल के ब्लॉग की मदद से आप अपने आने वाले सप्ताह को बेहतर बना सकते हैं। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

हमारा यह खास ब्लॉग वैदिक ज्योतिष पर आधारित है जो कि ग्रह, नक्षत्रों की चाल, दशा एवं स्थिति को ध्यान में रखकर विद्वान ज्योतिषियों द्वारा तैयार किया गया है। इसके अलावा, साप्ताहिक राशिफल के इस ब्लॉग में हम आपको इस हफ़्ते में में आने वाले व्रत, त्योहार, ग्रहण-गोचर सहित कुछ प्रसिद्ध हस्तियों के जन्मदिन के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे। तो आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि नवंबर माह का यह सप्ताह आपके लिए किस तरह के परिणाम लेकर आने वाला है। 

इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना 

हिंदू पंचांग के अनुसार, नवंबर 2024 का यह सप्ताह 04 नवंबर, सोमवार को ज्येष्ठा नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर शुरू होगा जबकि इसका समापन शतभिषा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि यानी कि 10 नवंबर 2024 को हो जाएगा। बता दें कि अंग्रेजी कैलेंडर में नवंबर साल का ग्यारहवां महीना होता है और इस माह का प्रत्येक सप्ताह धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। अब हम आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं इस हफ़्ते पड़ने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों की तिथियों एवं उनके महत्व से। 

इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी

हिंदू धर्म में व्रत एवं त्योहारों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और यह हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गए हैं। यह सभी पर्व अपने साथ सौभाग्य और खुशियां की सौगात लेकर आते हैं। लेकिन, अक्सर हम अपनी व्यस्त ज़िन्दगी की भागदौड़ में इन महत्वपूर्ण दिनों को भूल जाते हैं और ऐसा आपके साथ न हों इसलिए हम आने वाले सप्ताह में मनाए जाने वाले सभी व्रत एवं त्योहारों की संपूर्ण सूची आपके लिए लेकर आये हैं। चलिए नज़र डालते हैं 04 से 10 नवंबर के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहारों के बारे में। 

छठ पूजा (7 नवंबर 2024 गुरुवार): छठ पूजा को हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है जो कि एक लोकपर्व है। इस त्योहार को सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है जिसे दिवाली के ठीक 6 दिन बाद बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। उत्तर भारत के बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ पूजा की एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है।   

हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन को खुशियाँ और उमंग से भर देंगे।

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इस सप्ताह (04 नवंबर से 10 नवंबर, 2024) पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

वैदिक ज्योतिष में ग्रहण और गोचर को अत्यधिक महत्व दिया गया है जिसका सीधा प्रभाव मनुष्य जीवन पर देखने को मिलता है। ऐसे में, इन ग्रहण और गोचरों की जानकारी रखना बेहद आवश्यक हो जाता है क्योंकि राशियों की भविष्यवाणी ग्रहों की चाल, स्थिति और दशा को देखकर ही की जाती है। बात करें नवंबर के इस सप्ताह में होने वाले गोचर और पड़ने वाले ग्रहण की, तो इस हफ़्ते में केवल एक ग्रह अपनी राशि में परिवर्तन करेगा। वहीं, इस दौरान कोई ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।

शुक्र का धनु राशि में गोचर (07 नवंबर 2024): प्रेम एवं भोग-विलासिता के कारक ग्रह शुक्र महाराज 07 नवंबर 2024 की रात 03 बजकर 21 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ने की संभावना है।  

इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश

हमारे साप्ताहिक राशिफल के इस लेख में आपको इस सप्ताह में पड़ रहे बैंक अवकाशों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी ताकि जिससे आपका बैंक से जुड़ा कोई काम न रुके। 

तिथि दिनपर्वराज्य
7 नवंबर 2024गुरुवार छठ पूजाअसम, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखण्ड

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04 से 10 नवंबर के बीच कब-कब है शुभ मुहूर्त? 

इस क्रम में, हम आपको उन मांगलिक कार्यों के शुभ मुहूर्तों के बारे में बताएंगे जिन्हें हिंदू धर्म के अनुसार शुभ मुहूर्त में किया जाना चाहिए जिससे आपका काम सफल हो सकेंगे। आइए जानते हैं इस सप्ताह मौजूद शुभ मुहूर्तों के बारे में। 

इस सप्ताह के कर्णवेध मुहूर्त 

मान्यताओं के अनुसार, कर्णवेध संस्कार को सदैव शुभ समय एवं तिथि पर करना चाहिए इसलिए इस सप्ताह के शुभ मुहूर्त हम आपको नीचे दे रहे हैं। 

तिथि मुहूर्त
4 नवंबर 2024, सोमवार सुबह 07:07 से 10:24 तक

इस सप्ताह के अन्नप्राशन मुहूर्त

अगर आप नवंबर के इस सप्ताह में अपनी संतान का अन्नप्राशन संस्कार करना चाहते हैं, तो यहां हम आपको तिथि प्रदान कर रहे हैं।  

तिथि मुहूर्त
4 नवंबर 2024, सोमवार सुबह 07:07 से 10:24 तक

इस सप्ताह के उपनयन मुहूर्त

आप इस सप्ताह अपनी संतान का उपनयन संस्कार इन तिथियों पर कर सकते हैं। 

तिथि मुहूर्त
4 नवंबर 2024, सोमवार सुबह 07:07 से 10:24 तक

इस सप्ताह जन्मे मशहूर सितारें

यहाँ हम बात करेंगे उन मशहूर हस्तियों के बारे में जिनका जन्म नवंबर में हुआ है, लेकिन उससे पहले हम आपको नवंबर में जन्मे लोगों के व्यक्तित्व से जुड़े रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं। ऐसे लोग जिनका जन्म नवंबर के महीने में होता है, सामान्य रूप से वह आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक होते हैं। साथ ही, यह महत्वाकांक्षी और दृढ़ निश्चयी होते हैं इसलिए अपना काम पूरा करके ही सांस लेते हैं। इन लोगों का चरित्र काफी मजबूत होता है और इस वजह से इनके स्वभाव में निडरता देखने को मिलती है। इन जातकों में साहस कूट-कूट कर भरा होता है और इसके फलस्वरूप, यह अपनी राह में आने वाली हर परेशानी को पार करने में सफल होते हैं। 

इन जातकों का दृष्टिकोण आशावादी होता है जो इन्हें समस्याओं और विपत्तियों का डटकर सामना करने वाला बनाता है। हालांकि, इन लोगों का सारा ध्यान अपने काम पर होता है जब तक कि वह पूरा न हो जाए। नवंबर में जन्मे जातकों को प्राइवेसी पसंद होती है इसलिए यह अपने जीवन को निजी रखना पसंद करते हैं। आइए अब आपको अवगत करवाते हैं नवंबर के इस सप्ताह में जन्म लेने वाली हस्तियों से जिनके नाम इस प्रकार हैं:

04 नवंबर 2024: मिलिंद सोमन, बिली स्टेनलेक, हशमतुल्लाह शाहिदी

05 नवंबर 2024: वरलक्ष्मी सरथकुमार, अथिया शेट्टी, विराट कोहली

06 नवंबर 2024: बॉबी सिम्हा, सैली फील्ड, आंद्रे स्कूरेल

07 नवंबर 2024:  निहारिका करीर, राइमा सेन, कमल हसन

08 नवंबर 2024: कार्तिक त्यागी, अशोक सेलवन, सी वी रमन

09 नवंबर 2024: पायल रोहतगी, पृथ्वी शॉ, बेकेट ओ ब्रायन

10 नवंबर 2024: गणेश हेगड़े, आशुतोष राणा, क्रिस्टा गिल्स 

एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं। 

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साप्ताहिक राशिफल 04 नवंबर से 10 नवंबर, 2024

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
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मेष साप्ताहिक राशिफल 

इस हफ्ते आपको ऐसी चीज़ों पर काम करने की ज़रूरत है, जो आपकी सेहत में….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

इस सप्ताह प्रेम के लिहाज़ से कुछ जातकों का रोमांटिक जीवन में ऊर्जा, ताज़गी और आनंद की कमी….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपके ऊपर काम का अतिरिक्त बोझ, आपकी सेहत को बाधित….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

प्रेमी जातकों की अगर बात करें तो, इस सप्ताह उनके प्रेम जीवन में किसी नए शख्स….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

इस समय आपको ये बात समझने की ज़रूरत होगी कि, मानसिक शांति के लिए शरीर को तनाव देने….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपका प्रेमी और रोमांस, आपके दिलो-दिमाग़ पर छाया रहेगा। जिससे आप जिस भी….(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

कार्य स्थल पर काम का दबाव बढ़ने के साथ ही, आप इस सप्ताह मानसिक उथल-पुथल और दिक़्क़त महसूस…. (विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

सिंगल जातकों को इस सप्ताह किसी भी ख़ास व्यक्ति के प्रति अपनी दिल कि भावनाओं को लेकर, हर….(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह के पर्यन्त आपका स्वास्थ्य आमतौर पर उत्तम ही रहेगा। क्योंकि कई ग्रहों की शुभ दृष्टि, आपकी….(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

लवमेट के साथ वक्त गुजार कर आप, इस सप्ताह जीवन की परेशानियों को भुला देंगे। आपका लवमेट आप पूरी……(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपके अंदर, धार्मिक प्रवृत्ति का विकास होगा। जिसके कारण आप अपने करीबियों और दोस्तों….(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

इस सप्ताह प्रेम में पड़े इस राशि के जातक अपने प्रेमी-प्रेमिका को, अपने प्यार को प्रदर्शित करने के….(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह मीठी चीजें खाने की इच्छा, आपके मन में जागृत हो सकती है। जिसे आप पूरा करते भी…..(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपका प्रिय आपको बहुत से कड़वे शब्द कहते हुए, अपने प्रेमी संबंध की सच्चाई से….. (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

रोज़मर्रा की गतिविधियाँ करते समय, इस सप्ताह सभी गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी क्योंकि…..(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

यदि आपने पूर्व में अपने प्रेमी को किसी यात्रा पर ले जाने का वादा किया था तो, आप इस सप्ताह उसे पूरे…..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

यूं तो इस सप्ताह आप पूरे समय चुस्ती-फुर्ती से भरे रहेंगे, लेकिन फिर भी आपको अपने भोजन पर ध्यान…..(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

अगर बात करें प्रेम में पड़े जातकों की तो, इस समय आपका प्रियतम आपसे घंटों फोन पर बात करने की…..(विस्तार से पढ़ें)

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मकर साप्ताहिक राशिफल

इस राशि के बुजुर्ग लोगों या गर्भवती महिलाओं को, इस सप्ताह आपकी सेहत का विशेष ध्यान रखना….(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

इस सप्ताह प्रेम के मामलों में आपको सावधान रहते हुए, हर निर्णय को बेहद सोच-समझकर लेने….(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

यदि आप इस सप्ताह ख़ुशनुमा ज़िंदगी व्यतीत करना चाहते हैं तो, आपको इसके लिए अपना ज़िद्दी और…. (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ प्रेम राशिफल

ये सप्ताह आपके प्यार और रोमांस के नज़रिए से, काफ़ी विवादास्पद रहने वाला है। इसलिए इस दौरा….(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल 

ये सप्ताह आपके लिए दौड़-भाग से भरा रहेगा, जिससे आप तुनकमिज़ाज बन सकते हैं। इस कारण आपके…..(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

प्रेमी जातकों की अगर बात करें तो, इस सप्ताह उनके प्रेम जीवन में किसी नए शख्स का हस्तक्षेप….(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1. छठ पूजा कब है 2024?

इस साल छठ पूजा का पर्व 07 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा। 

2. नवंबर में शुक्र का धनु राशि में गोचर कब होगा?

शुक्र का गुरु ग्रह की राशि धनु में गोचर 07 नवंबर 2024 को होगा। 

3. भाई दूज 2024 में कब है?

इस साल भाई दूज का पर्व 03 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा। 

टैरो साप्ताहिक राशिफल (03 नवंबर से 09 नवंबर, 2024): इस सप्ताह कौन सी राशियां होंगी भाग्यशाली?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 03 नवंबर से 09 नवंबर 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

साल 2024 के ग्यारहवें महीने नवंबर का यह पहला सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 03 नवंबर से 09 नवंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि नवंबर महीने का यह पहला सप्ताह यानी कि 03 नवंबर से 09 नवंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 03 नवंबर से 09 नवंबर, 2024: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: स्ट्रेंथ 

आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स

करियर: किंग ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ कप्स

प्रेम के लिहाज़ से आपको स्ट्रेंथ कार्ड मिला है, जो दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आप प्यार में डूबे रह सकते हैं। हालांकि इसके फायदे के साथ-साथ नुकसान भी है। प्रेम जीवन में स्ट्रेंथ कार्ड का आना जीवन में सहानुभूति, करुणा और आंतरिक शक्ति को दर्शाता है। ये तीनों गुण आपको वैसा ही जीवनसाथी दिला सकते हैं, जैसा कि आपको चाहिए। या फिर यह कार्ड आपके साथी के साथ आपके रिश्ते को मजबूत करने का काम करेगा।

आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको क्वीन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड प्राप्त हुआ है, जो समृद्धि, सौभाग्य और वित्तीय स्थिरता दिलाता है। इस अवधि बहुत अधिक प्रयास करने के बाद, आप पा सकते हैं कि आपके पास आराम के लिए आवश्यक सभी चीजें हैं। यह कार्ड एक जिम्मेदार व्यक्ति को दर्शाता है जो समझता है कि जीवन में संतुलन कैसे बनाना है। आप इस अवधि कंजूसी नहीं करेंगे और खुलकर अपना जीवन जिएंगे।

करियर में किंग ऑफ वैंड्स एक बेहद शुभ कार्ड प्रतीत हो रहा है। यह कार्ड बेहतर नेतृत्व कौशल, प्रेरणा और करियर या व्यवसाय में सफल होने का प्रतिनिधित्व करता है। यह इस बात का भी संकेत करता है कि इस अवधि आपका करियर तेज़ी से आगे बढ़ेगा। 

थ्री ऑफ कप्स से पता चलता है कि आप इस अवधि कई सामाजिक कार्यक्रमों में या छुट्टियों पर जा सकते हैं और आपको यहां तरह-तरह के भोजन करने व जश्न मनाने के अवसर प्राप्त होंगे। आप इस समय का पूरा आनंद लेंगे लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखें। साथ ही,  स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए अपने सेवन को सीमित करने का प्रयास करें।

लकी स्टोन: लाल मूंगा

वृषभ राशि 

प्रेम जीवन: फोर ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ पेंटाकल्स 

करियर: एट ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स 

वृषभ राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो यह कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप विवाह के बंधन में बंध सकते हैं। या तो आप विवाह करने वाले हैं या आप अपने किसी करीबी मित्र या परिवार के सदस्य की शादी में शामिल होने के लिए तैयार हो रहे हैं।

आर्थिक जीवन में नाइन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड आपको अपने बैलेंस को चेक करने को कहता है। आवेग में आ कर खरीदारी करने या किसी को देने से पहले सोच-विचार करें। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए आपको पहले अपने आर्थिक जीवन पर नज़र डालनी चाहिए। यदि आप स्थिर स्थिति में हैं तभी खरीदारी के लिए आगे बढ़े अन्यथा आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

आपके करियर की बात करें तो करियर में विकल्पों की कमी के कारण आप अपने वर्तमान व्यवसाय में फंसे हुए महसूस कर सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि प्रतिकूल भावनाओं को अपने ऊपर हावी न होने दें क्योंकि चिंता की बात नहीं है सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा।

स्वास्थ्य के लिहाज से पेज ऑफ़ स्वॉर्ड्स इस सप्ताह संकेत दे रहा है कि आप एलर्जी, फ्लू, सर्दी आदि से ग्रस्त हो सकते हैं। ऐसे में सावधानी बनाए रखें और अपने स्वास्थ्य को बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें अन्यथा छोटी से छोटी समस्या आप पर भारी पड़ सकती है।

लकी स्टोन: नीलम

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: एट ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स 

करियर: फाइव ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ वैंड्स

प्रेम जीवन में एट ऑफ वैंड्स कार्ड संकेत दे रहा है कि यदि आप और आपका साथी किसी विवाद के कारण एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं या एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे हैं, तो यह कार्ड इस बात का संकेत है कि आपको जल्द ही उनकी तरफ से कोई मैसेज या कॉल मिलने वाला है और चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

आर्थिक रूप से, टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड बिल्कुल भी शुभ प्रतीत नहीं हो रहा है। यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि इस सप्ताह आप पैसों की वजह से बहुत अधिक चिंतित हो रहे हैं लेकिन आपको इस बात का एहसास होना चाहिए कि अभी आपकी स्थिति इतनी भी खराब नहीं है। आपको अपनी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करना चाहिए और तब आपको एहसास होगा कि स्थिति इतनी भी खराब नहीं है। आप बस हर चीज का ज़रूरत से ज़्यादा विश्लेषण कर रहे हैं।

करियर के लिहाज़ से आपको फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड प्राप्त हुआ है, जो संघर्ष और विवादों का संकेत दे रहा है। यह इस बात का भी संकेत दे रहा है कि खराब संचार या संचार की कमी, तनाव और बहस का कारण बन सकती है।

स्वास्थ्य की बात करें, तो पेज ऑफ़ वैंड्स इस सप्ताह आपके अच्छे स्वास्थ्य और उपचार का संकेत दे रहा है। यदि आप अस्वस्थ हैं, तो आप जल्द ही ठीक हो जाएँगे और कुछ ही समय में अच्छे स्वास्थ्य में वापस आ जाएँगे।

लकी स्टोन : हीरा

कर्क राशि

प्रेम जीवन: टेम्पेरेन्स

आर्थिक जीवन: द वर्ल्ड (रिवर्सड)

करियर: किंग ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स

कर्क राशि के जातकों प्रेम के संदर्भ में आपको टेम्परेन्स कार्ड मिला है, जो संतुलित और शांतिपूर्ण रिश्ते का संकेत दे रहा है। अगर आप किसी रिश्ते में हैं तो संभवत इस दौरान आपका रिश्ता आनंददायक और संतुष्टि दायक रहने वाला है। यह कार्ड किसी आत्मिक मित्र के साथ रिश्ते का भी प्रतिनिधित्व करता है। जो लोग सिंगल हैं वह अपने अंदर संतुलन की तलाश कर सकते हैं।

आर्थिक जीवन की बात करें तो, द वर्ल्ड (रिवर्सड) संकेत दे रहा है कि आप पैसों को लेकर चिंता कर रहे हैं वह निराधार हो सकती है और आप जितना सोच रहे है बात उतनी गंभीर नहीं होगी। हालांकि आपको योजना बना कर चलने की आवश्यकता होगी। इस कार्ड को बहुत आशावादी सोच के संकेत के रूप में देखा जा सकता है। 

करियर के लिहाज से किंग ऑफ पेंटाकल्स अनुकूल कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो स्थिर करियर का संकेत दे रहा है। यदि आप अभी भी अपने करियर को लेकर भ्रमित हैं तो आपके पास खुद का व्यवसाय चलाने या बैंकिंग क्षेत्र में जाने के रास्ते हो सकते हैं। यदि आप पहले से ही इन क्षेत्र में नौकरी कर रहे हैं, तो निश्चित रूप से आपको उत्कृष्टता प्राप्त होगी।

स्वास्थ्य की बात करें, तो फाइव ऑफ कप्स संकेत दे रहा है कि आप इस अवधि मानसिक तनाव या किसी अन्य बीमारी की चपेट में आ सकते हैं, जिससे आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है इसलिए आपको इस अवधि सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

लकी स्टोर: पीला नीलम

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: किंग ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ वैंड्स 

करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)

प्रेम जीवन में टू ऑफ वैंड्स दर्शाता है कि आपको अपना जीवनसाथी बाहर से कठोर और आत्मविश्वासी लग सकता है, लेकिन वह वास्तव में आपसे बहुत प्यार करते हैं। वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और अपने काम पर ध्यान देते हैं और आपकी देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं।

सिंह राशि के आर्थिक जीवन की बात करें तो, टू ऑफ वैंड्स स्थिरता और ईमानदारी से वित्तीय अर्जित को दर्शाता है। यानी इस सप्ताह आप आरामदायक स्थिति में रहेंगे। आय का एक निरंतर स्रोत होगा। आप भविष्य के लिए दीर्घकालिक वित्तीय निर्णय और योजनाएं बनाने में सक्षम हैं। आपको सलाह दी जाती है कि भविष्य को सोचकर निर्णय लें।

करियर में नाइट ऑफ पेंटाकल्स यह संकेत देता है कि भविष्य में आपके लक्ष्य चाहे कितने भी दूर क्यों न हों, आप उन्हें प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से समर्पित होंगे। आप सोच समझकर फैसला लेते हैं और आपको अपनी मेहनत का भी फल प्राप्त होती है। यदि आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो उसको आपको अपनी योग्यता को लेकर विश्वास दिलाना होगा।

टू ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) यह संकेत दे सकता है कि आप अपनी भावनाओं और विचारों को संतुलित करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जो किसी भी स्वास्थ्य समस्या को जन्म दे सकता है।

लकी स्टोन: रूबी

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: जस्टिस

आर्थिक जीवन: जजमेंट

करियर: द टॉवर

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स

जस्टिस और समानता का कार्ड है, जो आपको अपने प्रेम जीवन में निष्पक्षता और ईमानदारी से पेश आने की बात कह रहा है। ठीक वैसे ही जैसे आप चाहते हैं कि आपके साथ व्यवहार किया जाए। अगर आप अपने रिश्तों को बनाए रखेंगे तो यह कार्ड आपके लिए शानदार साबित होगा।

आर्थिक रूप से, जजमेंट कार्ड अच्छी तरह, सोच समझकर निर्णय लेने की सलाह दे रहा है और आपको सुझाव दे रहा है कि आपको आवेगपूर्ण निर्णय लेने से बचना होगा। यदि आप ईमानदारी से पेश आएंगे तो आपको आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।

करियर में टॉवर कार्ड संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपको अचानक से नई जिम्मेदारी मिल सकती है और यह किसी बारही आपदा जैसे- नए नियोक्ता या सहकर्मी की मृत्यु के कारण हो सकती हैं। भले ही आपको ये अचानक मिली जिम्मेदारी संभालना मुश्किल लगे लेकिन भविष्य में आपको इसके शानदार परिणाम प्राप्त होंगे।

स्वास्थ्य के लिहाज से फाइव ऑफ पेंटाकल्स बताता है कि यदि आप किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं या अपने वातावरण में अचानक बदलाव के कारण बहुत अकेला और उदास महसूस कर रहे हैं तो आपको अपने दोस्तों से मिलने की आवश्यकता है ताकि आप बेहतर महसूस कर सकें।

लकी स्टोन: हीरा

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तुला राशि

प्रेम जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स

करियर:  नाइन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: किंग ऑफ वैंड्स

प्रेम जीवन में तुला राशि के लोगों को फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि आपके लिए मुश्किलों के संकेत दे रहा है। यह सप्‍ताह आपके लिए बहुत कठिन रहने वाला है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है जैसे आपके पार्टनर ने या तो आपको छोड़ दिया है या आप पर ध्‍यान नहीं दे रहा है। इससे आपको यह संकेत मिल सकता है कि आपका रिश्‍ता या तो टूटने की कगार पर है। 

सिक्स ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड क‍हता है कि इस सप्‍ताह आपको धन के मामले में सहायता मिल सकती है। अपनी आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए आपको जिस भी तरह की मदद चाहिए, आपको वो जरूर प्राप्‍त होगी। आपको अपने काम के लिए लोन आदि भी मिल सकता है।

करियर सेटिंग में नाइन ऑफ वैंड्स एक नकारात्मक कार्ड है। आपको ऐसा लग सकता है कि आप करियर के मामले में जहाँ हैं, वहाँ आप नहीं हैं और कुछ भी आपके अनुकूल नहीं हो रहा है। आपकी पदोन्नति और विकास अब लंबे समय से रुका हुआ हो सकता है और आप अपनी वर्तमान नौकरी छोड़ने के बारे में सोच सकते हैं।

किंग ऑफ वैंड्स अच्छे स्वास्थ्य की ओर इशारा करता है और इस सप्ताह कोई बड़ी बीमारी या चोट आपको परेशान नहीं कर सकती है। आप वास्तव में बिना किसी उतार-चढ़ाव के स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम होंगे। आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर पूरी तरह से ध्यान देंगे।

लकी स्टोन: पन्ना

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: टेन ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ़ कप्स

करियर: एस ऑफ़ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ पेंटाकल्स

वृश्चिक राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए टेन ऑफ कप्स एक अच्छा कार्ड माना जाएगा। आपको परिवार के साथ यादगार समय बिताने का मौका मिलेगा और ऐसे में, आप नई यादें बनाएंगे। इस अवधि में आप सुखद समय व्यतीत करते हुए नज़र आएंगे और शांतिपूर्वक जीवन जिएंगे।

आर्थिक जीवन की बात करें, तो थ्री ऑफ कप्स भविष्यवाणी करता है कि वृश्चिक राशि वाले इस सप्ताह अच्छा ख़ासा पैसा कमाएंगे। ऐसे में, यह अपनी धन से जुड़ी जिम्मेदारियों को आसानी से पूरा करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आप बखूबी अपने धन को संभालने में समर्थ होंगे और आप खर्चों एवं बचत में भी संतुलन बनाए रखेंगे। 

ऐस ऑफ वैंड्स संकेत कर रहा है कि यह जातक रचनात्मकता से जुड़े क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे या फिर ऐसा भी हो सकता है कि आप पहले से ही रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। यह कार्ड इन जातकों के व्यापार में शामिल होने की तरफ इशारा कर रहा है जो कलाकृतियों या क्रिएटिव प्रोडक्ट्स आदि से संबंधित हो सकता है। ऐसे में,आपको बिज़नेस में लाभ होगा।

नाइन ऑफ पेंटाकल्स को सेहत के लिए अच्छा कार्ड कहा जाएगा जो कि दर्शा रहा है कि इस सप्ताह आपको किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। जो जातक थोड़ा अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो जल्द ही आपकी सेहत में सुधार देखने को मिलेगा।

लकी स्टोन: लाल मूंगा

धनु राशि

प्रेम जीवन: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: द लवर 

करियर: सिक्स ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ वैंड्स

धनु राशि के जातकों को प्रेम जीवन में फोर ऑफ स्वोर्ड्स कार्ड मिला है जो भविष्यवाणी कर रहा है कि इस सप्ताह आपका सारा ध्यान अपने आप पर होगा और आप खुद से प्रेम करते हुए दिखाई देंगे। आपको सलाह दी जाती है कि उन चीज़ों को जाने दें जो आपके लिए व्यर्थ हैं, आप स्वयं पर और अपनी ख़ुशियों पर ध्यान दें। इस हफ्ते आप दूसरों के बजाय स्वयं के साथ समय बिताएं।

आर्थिक जीवन को लेकर द लवर्स कह रहा है कि धनु राशि के जातक इस सप्ताह धन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं। साथ ही, आपको अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर गंभीर होना होगा। इस संबंध में अपने विचार स्पष्ट रखें और खर्चों को सोच-समझकर प्राथमिकता दें।

यह जातक इस हफ़्ते कार्यक्षेत्र में कम्फ़र्टेबल और सहज महसूस करेंगे और इनके मन में ऐसी भावना आ सकती है कि सब कुछ अच्छे से मैनेज हो चुका है। मुश्किल दौर गुजर गया है और अब आपको चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, पेशेवर जीवन में आप पहले से ज्यादा नियंत्रण में रहने लगेंगे।

फोर ऑफ वैंड्स संकेत कर रहा है कि धनु राशि वालों का स्वास्थ्य इस हफ़्ते अच्छा रहेगा और आप पूरे सप्ताह अच्छी सेहत का आनंद लेंगे। कुल मिलाकर इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य सबसे अच्छा रहेगा।

लकी स्टोन: रूबी

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मकर राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्स

करियर: नाइन ऑफ कप्स 

स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स

मकर राशि वालों के प्रेम जीवन की बात करें, तो थ्री ऑफ पेंटाकल्स संकेत कर रहा है कि आपके और पार्टनर के बीच विश्वास और प्रेम अच्छा रहेगा। इस दौरान आप एक-दूसरे से कुछ नया सीखते हुए दिखाई देंगे और एक सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास करेंगे जिससे आप दोनों ही रिश्ते में रहकर अपना व्यक्तिगत विकास भी कर सकें। मकर राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए यह सप्ताह अच्छा रहेगा।

थ्री ऑफ कप्स भविष्यवाणी कर रहा है कि यह सप्ताह आपके लिए सफलता और जीत लेकर आएगा। संभावना है कि इस दौरान आपको वेतन में वृद्धि या कहीं किया गया निवेश आपको उम्मीद से अच्छा रिटर्न दे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस सप्ताह अच्छा खासा लाभ प्राप्त हो सकता है।

नाइन ऑफ कप्स संकेत कर रहा है कि इस सप्ताह आपकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी। अगर आप पदोन्नति की उम्मीद लगाए हुए हैं या फिर कोई नया व्यापार शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस दौरान आप ऐसा कर सकते हैं जिसमें आपको सफलता मिलने की संभावना है।

सेहत की दृष्टि से, टू ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि यह जातक जिन भी स्वास्थ्य समस्याओं या किसी दर्द आदि से जूझ रहे हैं, तो वह आपकी मन में दबी हुए भावनाओं का परिणाम हो सकती है। आपके लिए बेहतर यही होगा कि किसी की मदद लें और इस तनाव से बाहर आने की कोशिश करें।

लकी स्टोन: नीलम

कुंभ राशि  

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: हैरोफ़न्ट

करियर: द फूल

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स

प्रेम जीवन में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड मिले-जुले परिणाम देता नज़र आ रहा है। आप दिल टूटने के दुख से दूर हो रहे हैं और जीवन में एक नई दिशा की ओर आगे बढ़ रहे हैं। 

नाइट ऑफ पेंटाकल्स कुंभ राशि वालों को चेतावनी दे रहा है कि जब धन को मैनेज करने की बात आती है, तो आपको अधिक जिम्मेदार होना होगा क्योंकि आप पैसों को खर्च करते समय लापरवाह हो सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आप हद से ज्यादा धन ख़र्च या फिर बेकार की चीज़ों पर पैसा खर्च कर सकते हैं। ऐसे में, आपको अपने अनुभवों से सीखने और अपने पैसे को प्रबंधन सोच-समझकर करने की आवश्यकता होगी।

करियर के क्षेत्र में नाइट ऑफ कप्स बता रहा है कि कुंभ राशि के जातकों का संबंध रचनात्मक या कम्युनिकेशन आदि के क्षेत्र से हो सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र पर काम करते हुए आप भावुक हो सकते हैं या फिर अपना आपा खो सकते हैं क्योंकि आपको करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।

स्वास्थ्य को लेकर द फूल भविष्यवाणी कर रहा है कि यह सप्ताह आपके लिए रोमांचक रहेगा। साथ ही, आप ट्रैकिंग पर जा सकते हैं और ऐसे में, यह जातक शारीरिक गतिविधियां करते हुए दिखाई दे सकते हैं।

लकी स्टोन: ओपल

मीन राशि

प्रेम जीवन: द मून 

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: जजमेंट

स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ वैंड्स

मीन राशि वालों का प्रेम जीवन इस सप्ताह गलतफ़हमियां से भरा रह सकता है जिसके चलते माहौल तनावपूर्ण रहने की आशंका है। इस अवधि में न सिर्फ आपको अपनी भावनाओं का विश्लेषण करना होगा, बल्कि पार्टनर के इरादों के बारे में भी जानना होगा। इन जातकों को भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स कहता है कि मीन राशि के जातकों को परिवार, पार्टनर या दोस्तों के साथ धन या धन से जुड़े फैसलों को लेकर विवाद से जूझना पड़ सकता है। साथ ही, जब धन की बात आती है, तो आप किसी पर विश्वास नहीं करेंगे और आप अपने पैसों को लेकर अत्यधिक सजग रह सकते हैं।

करियर को लेकर जजमेंट कार्ड बता रहा है कि कार्यस्थल पर वरिष्ठों की दृष्टि इन जातकों पर हो सकती है और वह आपके हर कदम पर नज़र बनाए हुए होंगे क्योंकि संभव है कि आपके प्रदर्शन का विश्लेषण किया जा रहा हो। इस दौरान मीन राशि वालों को काम में अपने प्रदर्शन के आधार पर नौकरी में सभी लाभों की प्राप्ति होगी।

सिक्स ऑफ वैंड्स सेहत को लेकर भविष्यवाणी कर रहा है कि आप शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से संतुलित रहेंगे।

लकी स्टोन: पीला नीलम

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न.

1- क्या टैरो का इस्तेमाल हमेशा भविष्यवाणी के लिए किया जाता था?

नहीं, टैरो का इस्तेमाल अस्तित्व में आने के शुरुआती सालों में ताश के पत्तों के डेक के रूप में किया जाता था।

2- शुरुआती लोगों के लिए टैरो सीखने के लिए सबसे अच्छा टैरो डेक कौन सा है?

टैरो सीखने का सबसे अच्छा टैरो डेक राइडर वेट है।

3- किसी भी 4 मेजर आर्काना टैरो कार्ड का नाम बताइए?

टैरो कार्ड के 4 मेजर आर्काना इस प्रकार हैं: द फ़ूल, द एम्परर, द मैजिशियन, द हाई प्रीस्टेस

नवंबर के महीने में कब मनाया जाएगा भाई दूज- नोट कर लें शुभ मुहूर्त, तिलक का सही समय और इस दिन के नियम और सावधानियां!

यम द्वितीया कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला एक बेहद ही खास और भाई बहन की खूबसूरत रिश्ते को दर्शाता एक बेहद ही शुभ त्यौहार है। मुख्य तौर पर यह त्यौहार ब्रज से जुड़ा हुआ माना जाता है। इस दिन (भाई दूज 2024) के दिन बहनें रोली और अक्षत से अपने भाई का तिलक करती हैं और उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें आशीर्वाद देती हैं। बदले में रक्षाबंधन की ही तरह भाई अपनी बहन का पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं और बदले में उन्हें कुछ तोहफे देते हैं। 

भाई दूज का यह त्योहार होली और दिवाली के बाद मनाया जाता है। अपने इस विशेष ब्लॉग में आज हम बात करेंगे दिवाली के बाद मनाये जाने वाले भाई दूज की। साथ ही जानेंगे इस दिन से जुड़ी परंपरा के बारे में,  जानेंगे कि वर्ष 2024 में भाई दूज का यह त्यौहार किस दिन मनाया जाएगा, इस दिन की सही विधि क्या है और साथ ही जानेंगे इस दिन किए जाने वाले उपायों की जानकारी जिन्हें अपना कर आप अपने और अपने भाई से अपना रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत बना सकते हैं। 

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तो चलिए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं वर्ष 2024 में भाई दूज का त्यौहार किस दिन मनाया जाएगा।

2024 में भाई दूज कब है? 

भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर 2024 मनाया जाएगा। बात करें इस दिन के शुभ तिलक मुहूर्त की तो,

भाई दूज तिलक का समय :13:10:27 से 15:22:18 तक

अवधि :2 घंटे 11 मिनट

अधिक जानकारी: उपरोक्त मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का सही और शुभ तिलक मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

इस दिन सही रंग के कपड़े पहनकर चमकाएँ अपना भाग्य- जानें आज का भाग्यशाली रंग

त्यौहार का नामभाई दूज
तारीख़ रविवार, 3 नवंबर 2024
देवता मेंभगवान यम (मृत्यु के देवता) और यमुना (नदी देवी) शामिल हैं
किंवदंती है कि,भगवान यम भाई दूज पर अपनी बहन यमुना से मिलने गए थे।
महत्व और लाभ यमुना द्वारा प्रसाद, यमुना ने भगवान यम को स्वादिष्ट व्यंजन परोसे और चंदन का तिलक लगाया।भगवान यम का आशीर्वाद जो भी बहन इस दिन अपने भाई को टीका लगाएगी और खाना खिलाएगी, उसे अपने भाई के लिए लंबी उम्र और समृद्धि का आशीर्वाद मिलेगा।

जानने योग्य बात: भाई दूज या भैया दूज के पर्व को भाई टिका, यम द्वितीया, भ्राता द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का विधान है। कहा जाता है इस दिन यमदेव अपनी बहन यमुना के बुलाने पर उनके घर भोजन करने आए थे।

भाई दूज पर होने वाले रीति रिवाज और विधि विधान 

बात करें रीति रिवाज़ और विधि विधान की तो, 

  • भाई दूज के मौके पर बहनें भाई के तिलक और आरती के लिए सबसे पहले एक थाल सजाती हैं। 
  • इस थाल में कुमकुम, सिंदूर, चंदन, फल, फूल, मिठाई और सुपारी रखे जाते हैं। 
  • तिलक करने से पहले चावल के मिश्रण से एक चौक बनाया जाता है। 
  • चावल के इस चौक पर भाई को बिठाया जाता है और शुभ मुहूर्त में ही बहनें अपने भाई का तिलक करती हैं। 
  • तिलक करने के बाद फूल, पान, सुपारी, बताशे और काले चने भाई को दिए जाते हैं और उनकी आरती उतारी जाती है। 
  • तिलक और आरती के बाद भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा का वचन देते हैं।

आपके भाई की कुंडली में भी है राजयोग? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब

त्यौहार का नामभाई दूज
नाम का अर्थ  “भाई” (भाई) + “दूज” (अमावस्या के बाद दूसरा दिन)
चंद्र दिवस कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष का दूसरा चंद्र दिवस
अनुष्ठान का समय2024 रविवार, 3 नवंबर, 2024 की तारीखअपराहन समय: दोपहर 1:17 बजे से दोपहर 3:38 बजे तक
द्वितीया तिथि आरंभ: 2 नवंबर 2024, रात 8:21 बजेसमाप्त: 3 नवंबर, 2024, रात्रि 10:05 बजे

भाई दूज का महत्व 

इस दिन से जुड़े महत्व की बात करें तो कहा जाता है कि, जो कोई भी भाई यम द्वितीया के दिन अपनी बहन के हाथ का भोजन करता है उसे धर्म, अर्थ और अपरिमित सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन यमुना देवी और धर्मराज यम की पूजा करने से जाने अनजाने में भी किए गए पाप नष्ट होते हैं। बहन यमुना के चलते इस दिन यमराज की पूजा करने से कष्ट दूर होते हैं और अकाल मृत्यु का भय भी जीवन से दूर होता है। 

जिन लोगों के जीवन में परेशानी हो उन्हें इस दिन विशेष रूप से यमराज की प्रार्थना करने की सलाह दी जाती है। कहते हैं यमराज के आशीर्वाद से हर समस्या का निवारण हो जाता है। इसके अलावा इस दिन से जुड़ी मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि इस दिन जो कोई भी भाई-बहन भाई दूज की रस्म निभाकर यमुना जी में स्नान करते हैं उनको यमराज यमलोक में यातना नहीं देते हैं। 

इसके अलावा बहुत सी जगहों पर इस दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा का भी विधान होता है। कहा जाता है इसी दिन से चित्रगुप्त लोगों के जीवन का बहीखाता लिखते हैं। चित्रगुप्त की पूजा के साथ-साथ लेखनी, दवात और पुस्तकों की पूजा भी इस दिन की जाती है।

भाई दूज के दिन भूल से भी ना करें यह गलतियां 

  • भाई दूज के दिन भूल से भी भाई-बहन आपस में लड़ाई झगड़ा ना करें। 
  • भाई दूज के दिन झूठ ना बोलें और कोई गलत काम ना करें। 
  • बहनें अपने भाई के तोहफे का अपमान ना करें। यह बहुत ही अशुभ माना जाता है। 
  • इसके अलावा इस दिन भाई या बहन काले रंग के वस्त्र न पहनें। 
  • बहनें इस बात का ध्यान रखें कि पहले भाई को तिलक करें और उसके बाद ही अन्न ग्रहण करें। 
  • मुमकिन हो तो तिलक के बाद साथ बैठकर भोजन करें। 
  • तिलक सही दिशा में बैठकर करें। बहनें पूर्व की तरफ मुख करें और भाई उत्तर की तरफ मुख करके बैठ जाएँ।
  • इसके अलावा भाई दूज के दिन इस दिन से जुड़ी कथा सुनने का भी विशेष महत्व होता है। क्या कहती है इस दिन की कथा जानने के लिए यह लेख अंत तक पढ़ें।

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भाई दूज की परंपरा, रीति रिवाज और अनुष्ठान 

तैयारी और अनुष्ठान- इस दिन बहनें मिठाई, दिया और तिलक के साथ एक विशेष थाली तैयार करती हैं। भाई एक स्थान पर बैठते हैं और बहन उनके सिर के चारों ओर थाली घूमाकर आरती करती हैं, टीका लगाती है और अपने भाई को मिठाई खिलाती हैं और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं। 

भाई देते हैं उपहार- बदले में भाई अपनी बहन को अपने स्नेह के प्रतीक के रूप में कोई उपहार या फिर पैसे देते हैं और आजीवन उनकी रक्षा करने की का भी वचन देते हैं। 

दावते और उत्सव- इस दिन विशेष व्यंजन और मिठाइयां बनाई जाती है और सभी लोग खुशी-खुशी इस त्योहार का जश्न मनाते हैं। बहुत सी जगहों में इस दिन लोक नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन उत्सव भी किए जाते हैं।

भारत के अलग-अलग राज्य में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है भाई दूज 

भाई दूज पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन अलग-अलग क्षेत्र में अनोखे रीति रिवाज का पालन किया जाता है। जहां उत्तर भारत में ये त्योहार पारंपरिक समारोह और देवताओं की पूजा के साथ मनाया जाता है। वहीं दक्षिण भारत में इसे भैया दूज के नाम से जानते हैं और इस दिन रक्षा सूत्र बांधा जाता है। महाराष्ट्र में इस भाऊ बीज के रूप में मनाया जाता है और इस अनुष्ठान में भाई अपनी बहन के घर जाते हैं।

भाई दूज की पौराणिक कथा 

भाई दूज से जुड़ी दो कथाएं बेहद प्रचलित हैं। एक है यह और यमी की कथा दूसरी है भगवान श्री कृष्णा और सुभद्रा की कथा। 

यम और यमी की कथा– पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि भाई दूज के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे और इसके बाद से ही भाई दूज मनाने की परंपरा की शुरुआत हुई। सूर्यपुत्र यम और यमी भाई बहन थे। बहुत बार यमुना के बुलाने के बाद एक दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर पहुंचे। इस दिन यमुना ने यमराज को अपने हाथों से बना भोजन कराया, तिलक लगाया और उनके खुशहाल जीवन की कामना की। 

इसके बाद जब यमराज वापस अपने घर जाने लगे तो यमुना से वरदान मांगने को कहा। तब यमुना ने कहा कि, “आप हर वर्ष इसी दिन मेरे घर आया कीजिए और इस दिन जो भी बहन अपने भाई का तिलक करें उससे तुम्हारा भय ना हो।” अपनी बहन यमुना का यह वचन सुनकर यमराज बहुत प्रसन्न हुए और उन्हें आशीर्वाद दिया और ऐसे भाई दूज के पर्व की शुरुआत हुई।

 

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यही वजह है कि इस दिन यमुना नदी में स्नान का बहुत महत्व बताया जाता है। कहते हैं कि भाई दूज के मौके पर अगर भाई-बहन यमुना नदी में स्नान करें तो उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है और अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।

भगवान श्री कृष्णा और सुभद्रा से जुड़ी कथा– एक दूसरी पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि भाई दूज के दिन ही भगवान श्री कृष्ण नरकासुर राक्षस का वध करके द्वारिका वापस लौटे थे। इस दिन भगवान कृष्ण की बहन सुभद्रा ने फल, फूल, मिठाई और तमाम दीपक जलाकर उनका भव्य स्वागत किया था। सुभद्रा ने भगवान श्री कृष्ण के माथे पर तिलक लगाया और उनके दीर्घायु की कामना की और तभी से भाई दूज के मौके पर भाई बहनों के इस पावन त्यौहार की शुरुआत हुई। इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उनके दीर्घायु की कामना करती है।

भाई दूज के उपाय-आर्थिक संकट से दिलाएंगे छुटकारा और हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता 

चलिए अब अंत में जान लेते हैं भाई दूज के दिन किए जाने वाले कुछ ज्योतिषीय उपायों की जानकारी जिन्हें अपना कर आर्थिक तंगी से छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही आप अपने और अपने भाई के जीवन में सुख समृद्धि में इजाफा भी कर सकते हैं।

  • भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए यमराज के नाम का दीपक अवश्य जलाएं और इसे घर के मुख्य द्वार की दहलीज पर रख दें। ऐसा करने से भाई के जीवन से हर तरह के विघ्न दूर होंगे। 
  • जब भाई को तिलक लगाएँ तो इस समय ‘गंगा पूजा यमुना को, यामी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजे कृष्ण को, गंगा यमुने नीर बहे मेरे भाई की आयु बढ़े” ऐसे वचन बोलें। ऐसा करने से भाइयों की उम्र लंबी होगी और जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
  • अगर आपके भाई के जीवन में आर्थिक संकट बढ़ गया है तो भाई दूज के दिन पांच गोमती चक्र पर केसर और चंदन से श्री ह्री श्री लिख लें। इसके बाद इसे तिजोरी, अलमारी या फिर धन रखने वाली जगह पर रख दें। 
  • इसके अलावा भाई दूज के दिन अगर यमुना स्नान कर लिया जाए तो इसे बेहद उत्तम माना जाता है। इस दिन अगर भाई बहन यमुना स्नान करें तो इससे अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1: भाई दूज क्या है?

भाई दूज एक हिंदुत्व त्यौहार है जो भाई-बहन के खूबसूरत रिश्ते को दर्शाता है। यह त्योहार दिवाली के दो दिन बाद अर्थात कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। 

2: 2024 में भाई दूज का त्यौहार कब मनाया जाएगा? 

2024 में भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर रविवार को मनाया जाएगा। 

3: भाई दूज के मुख्य अनुष्ठान क्या है? 

इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं, उनकी आरती करती हैं और मिठाई खिलाती हैं। बदले में भाई अपनी बहन को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन भी देते हैं। 

4: भाई दूज पर तिलक का क्या महत्व है? 

भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं जो सुरक्षा और दीर्घायु का प्रतीक होता है। यह भाई की भलाई और समृद्धि के लिए प्रेम और प्रार्थना का भी एक संकेत है। 

5: साल में भाई दूज का त्यौहार कितनी बार मनाया जाता है?

भाई दूज का यह खूबसूरत त्यौहार साल में दो बार मनाया जाता है। यह त्योहार दिवाली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है और एक बार यह होली के बाद मनाया जाता है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 03 नवंबर से 09 नवंबर, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (03 नवंबर से 09 नवंबर, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 1 के जातक बेहद पेशेवर और प्रबंधन में काफ़ी अच्छे होते हैं। इसके परिणामस्वरूप, यह अपनी क्षमताओं के बल पर शीर्ष पर पहुंचने में सक्षम होते हैं जिसके लिए यह मेहनत करते हैं। 

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें तो, यह जातक रिश्ते में अपने साथी के प्रति वफादार रहेंगे और आपके इस तरह के व्यवहार से साथी प्रसन्न नज़र आएगा। साथ ही, आप उनकी तारीफ करेंगे और ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा। 

शिक्षा: मूलांक 1 के जिन छात्रों का संबंध आर्ट्स, लिटरेचर और मैनेजमेंट आदि से है, वह इस सप्ताह शानदार प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, पढ़ाई को आप पूरी एकाग्रता के साथ पेशेवर तरीके से करेंगे। 

पेशेवर जीवन: अगर आप नौकरी करते हैं, तो कार्यक्षेत्र में आपको वरिष्ठों से सराहना मिलने की संभावना है। साथ ही, आप अपनी अलग पहचान बना पाएंगे। इन जातकों में नेतृत्व की क्षमता भी मौजूद होगी। दूसरी तरफ, जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह इस दौरान अपनी नई नीतियों के दम पर काफ़ी मुनाफा कमा सकेंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो इस अवधि में मूलांक 1 वाले ऊर्जावान रहेंगे और ऐसे में, आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। इन लोगों का मज़बूत आत्मविश्वास आपको अपार यश दिलाएगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ सूर्याय नमः” का 19 बार जाप करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 2 के अंतर्गत जन्मे जातकों के मन-मस्तिष्क में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है और ऐसे में, आप उन फैसलों को लेने में नाकाम रह सकते हैं जो आपके लिए फलदायी साबित होंगे।  

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, इस सप्ताह मूलांक 2 के जातक पार्टनर के साथ बहस या विवाद होने की वजह से नाखुश दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, इस समय घर-परिवार में चल रहे मतभेद आपको परेशान करने का काम कर सकते हैं। ऐसे में, आपके और साथी के बीच थोड़ी दूरियां आ सकती हैं। 

शिक्षा: इस मूलांक के छात्रों को मन लगाकर पढ़ाई करने की आवश्यकता होगी जो कि आप अपने आत्मविश्वास को मज़बूत बनाकर कर सकते हैं। ऐसे में, अगर आप पढ़ाई में सफलता पाना चाहते हैं, तो आपको मेहनत करनी होगी। 

पेशेवर जीवन: मूलांक 2 के नौकरी करने वाले जातकों को अपना काम पूरे ध्यान से करना होगा और इन जातकों को अपनी संभावनाओं के दायरे को बढ़ाना होगा। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आप अपने लक्ष्य हासिल करने के साथ-साथ लाभ प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो मूलांक 2 वालों को इस सप्ताह किसी एलर्जी की वजह से सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इसकी वजह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है। 

उपाय: सोमवार से लेकर अगले छह महीने तक चंद्र देव की पूजा करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 3 के तहत जन्म लेने वाले जातक स्वभाव से धार्मिक होते हैं और अपना ज्यादातर समय धर्म-कर्म के कार्यों में बिताते हैं। इस तरह के कार्य आपको सकारात्मक परिणाम और सफलता पाने में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। हालांकि, यह जातक खुले विचारों वाले होते हैं। 

प्रेम जीवन: मूलांक 3 वाले इस सप्ताह साथी के साथ रिश्ते में सच्चे और ईमानदार रहेंगे। आपके इसी स्वभाव की वजह से आप दोनों के रिश्ते में ख़ुशियां बनी रहेंगी और आपसी  तालमेल भी मज़बूत होगा। 

शिक्षा: जो जातक बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, मैनेजमेंट अकाउंटिंग और कॉस्टिंग जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, तो वह इनमें अच्छी ख़ासी सफलता हासिल करेंगे। इस दौरान आप पेशेवर तरीके से पढ़ाई करते हुए नज़र आएंगे।

पेशेवर जीवन: मूलांक 3 के नौकरी करने वाले जातकों को करियर के संबंध में ऑनसाइट नौकरी के अवसर मिल सकते हैं जो कि आपके लिए फलदायी साबित होंगे। इस तरह के अवसर आपके लिए सफलता लेकर आने के साथ-साथ तुरंत परिणाम देने का काम भी कर सकते हैं। जिन लोगों का अपना व्यापार है, तो वह लाभ के माध्यम से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकेंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो मूलांक 3 वालों की सेहत इस सप्ताह अच्छी रहेगी जो कि आपकी मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता और आत्मविश्वास का परिणाम होगी।  

उपाय: प्रतिदिन “ॐ गुरवे नमः” का 21 बार जाप करें। 

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

जो लोग मूलांक 4 के तहत आते हैं, वह अपने जीवन के महत्वपूर्ण फैसले लेते समय बेहद जुनूनी रह सकते हैं। साथ ही, यह अवधि आपसे लंबी दूरी की यात्रा करवा सकती है जिनसे आपको कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि आप घूमने-फिरने में रुचि रखते होंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह मूलांक 4 वालों का रिश्ता पार्टनर के साथ मधुर न रहने की आशंका है और इसकी वजह आपके भीतर असुरक्षा की भावना हो सकती है। आपके मन में मोजूद इन भावनाओं के कारण आपके रिश्ते से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं।

शिक्षा: इस अवधि में छात्रों से पढ़ाई में गलतियां हो सकती हैं जिसकी वजह से आपके हाथ से सफलता पाने के कुछ बेहतरीन अवसर निकल सकते हैं। साथ ही, इस सप्ताह आपको शिक्षा के संबंध में बड़े फैसले लेने से बचने की सलाह दी जाती है।

पेशेवर जीवन: मूलांक 4 के नौकरी करने वाले जातकों के ऊपर काम बढ़ सकता है जिसकी वजह से आप तनाव में नज़र आ सकते हैं। ऐसे में, इन लोगों पर काम का बोझ बहुत अधिक होने की संभावना है। वहीं, इस मूलांक के जो लोग व्यापार करते हैं, उन्हें प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है।

स्वास्थ्य: यह सप्ताह मूलांक 4 वालों के स्वास्थ्य के लिए कमज़ोर रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता नाज़ुक रह सकती है। ऐसे में, किसी तरह की एलर्जी की वजह से आपको स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनसे बचने के लिए आपको अपना आत्मविश्वास मज़बूत करना होगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ राहवे नमः” का 22 बार जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 के जातकों का दृष्टिकोण इस सप्ताह तार्किक रहेगा और इसके फलस्वरूप, आप कार्यों में जो भी प्रयास करेंगे, उसमें आपको सफलता की प्राप्ति होगी। साथ ही, इन लोगों का सेंस ऑफ ह्यूमर काफ़ी अच्छा रहेगा। 

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो इन जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते को मधुर और सौहार्द से पूर्ण बनाने के लिए अंहकार से बचना होगा, अन्यथा आप अपने लिए समस्याओं को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।

शिक्षा: इस सप्ताह मूलांक 5 के जो छात्र चार्टर्ड अकाउंटेंट, कॉस्टिंग की पढ़ाई कर रहे हैं या फिर किसी कंपनी में सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं, वह इस सप्ताह स्वयं को समस्याओं में घिरा हुआ पा सकते हैं। इस समय आपको पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई करनी होगी। 

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस मूलांक वालों को कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों के साथ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है और इसकी वजह उनके मन में आपकी तरक्की के प्रति जलन के भाव हो सकते हैं। ऐसे में, इन लोगों को बहुत सतर्क रहना होगा। अगर आप व्यापार करते हैं, तो उन्हें लाभ कमाने के लिए थोड़े अधिक प्रयत्न करने पड़ सकते हैं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो इन लोगों को तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और ऐसे में, आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है। साथ ही, आपकी फिटनेस में भी गिरावट देखने को मिल सकती है। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का 41 बार जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातकों की रुचि रचनात्मक कार्यों में होती है। साथ ही, यह अपने परिवार के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। हालांकि, यह जातक संगीत और सिनेमा के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करते हैं। 

प्रेम जीवन: इस सप्ताह के दौरान मूलांक 6 के जातक रिश्ते में पार्टनर पर प्रेम की बरसात करते हुए नज़र आएंगे। ऐसे में, आप रिश्ते में ख़ुशियां बनाए रखने में सक्षम होंगे। आपके सकारात्मक व्यवहार की वजह से साथी के साथ आपका रिश्ता मज़बूत होगा। 

शिक्षा: संभव है कि शिक्षा के मामले में आप उस व्यक्ति का सम्मान न करें जो पढ़ाई में आपकी सहायता या मार्गदर्शन करते हों। इसके फलस्वरूप, आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही, आपकी बदनामी हो सकती है इसलिए आपको सावधानी से आगे बढ़ना होगा।

पेशेवर जीवन: मूलांक 6 जो जातक नौकरी करते हैं, उनके हाथ से इस समय काम के संबंध में सराहना और प्रसिद्धि प्राप्त करने के बेहतरीन अवसर निकल सकते हैं। साथ ही, कड़ी मेहनत के बाद भी सहकर्मी आपकी छवि खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। वहीं, संभव है कि व्यापार करने वाले लोग बिज़नेस से जुड़े बड़े फैसले लेते समय सावधान न रहें।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो इस मूलांक के लोगों को अपने आपको फिट एवं तंदुरुस्त रखने के लिए अपने खानपान का ध्यान रखना होगा। इस समय आपके लिए खुद को स्वस्थ रखना जरूरी होगा। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ लक्ष्मीभयो नमः” का 33 बार जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 के जातकों की रुचि फिलॉसोफी, गूढ़ विज्ञान और धर्म आदि में हो सकती है। ऐसे में, यह अपने झुकाव को बरकरार रखकर आगे बढ़ने और सफलता पाने में सक्षम होंगे।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें, तो इस सप्ताह आपको पार्टनर के साथ बेवजह की बातों पर बहस में पड़ने से बचना होगा और साथ ही, इन लोगों को अपने रिश्ते में सौहार्द एवं प्रेम बनाए रखने के लिए अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा। 

शिक्षा: मूलांक 7 के छात्र इस सप्ताह पढ़ाई में पीछे रह सकते हैं जिनसे आपको बचने की जरूरत होगी। दूसरी तरफ, शिक्षा में प्रदर्शन अच्छा करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। साथ ही, आपको बहुत ध्यान से आगे बढ़ना होगा। 

पेशेवर जीवन: करियर की बात करें, तो इस मूलांक के नौकरीपेशा जातकों की छवि कार्यक्षेत्र पर वरिष्ठों के सामने ख़राब हो सकती है जिससे आपको बचने की आवश्यकता होगी। इसके विपरीत, जिन लोगों का खुद का व्यापार है, वह नए व्यापार में प्रवेश करने के अवसर खो सकते हैं। 

स्वास्थ्य: इस हफ़्ते इन लोगों को कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से स्किन बर्न जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, आपको कोई एलर्जी भी होने की संभावना है।

उपाय: मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।

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मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 8 के तहत जन्मे जातकों का सारा ध्यान काम पर केंद्रित होता है और इसकी वजह से यह अक्सर जीवन के दूसरे क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसके फलस्वरूप, इन लोगों के आकर्षण में भी कमी आती है। 

प्रेम जीवन: मूलांक 8 वालों को रिश्ते में साथी के साथ छोटी-मोटी बातो पर अहंकार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आपकी खुशियां में कमी आ सकती हैं इसलिए आपको रिश्ता बेहतर बनाने के लिए प्रयास करना होगा।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में इस हफ़्ते आपके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि आपका ध्यान पढ़ाई से भटक सकता है। ऐसे में, आपको पढ़ाई में एक व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ना होगा।

पेशेवर जीवन: मूलांक 8 के नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर देर तक काम करना पड़ सकता है जिसके चलते आप थकान महसूस कर सकते हैं। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपके बिज़नेस करने की क्षमता औसत रह सकती है और लाभ के अवसर भी कम रह सकते हैं। 

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए कमर और पैरों में दर्द लेकर आ सकता है जिसकी वजह तनाव हो सकती है। ऐसे में, इन जातकों को तनाव से बचने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: शनिवार के दिन हनुमान जी के लिए यज्ञ/हवन करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 के अंतर्गत पैदा होने वाले जातक हर समय किसी न किसी काम को करते हुए दिखाई देते हैं इसलिए हमेशा व्यस्त रहते हैं। इस मूलांक वाले अपने हर काम को समय पर पूरा करने का प्रयास करते हैं क्योंकि उन्हें देर पसंद नहीं होती है।    

प्रेम जीवन: इस लोगों का प्रेम जीवन साथी के साथ सुगमता से आगे बढ़ेगा जो कि पार्टनर के प्रति आपके सकारात्मक दृष्टिकोण का परिणाम होगा। ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा। 

शिक्षा: इस सप्ताह शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 9 के छात्र अपनी चमक बिखेरेंगे। इस दौरान अच्छे तरीके से योजना का निर्माण करने की वजह से आप उच्च अंक हासिल कर पाएंगे जिसके चलते आप सफलता प्राप्त करेंगे। 

पेशेवर जीवन: अगर आप नौकरी करते हैं, तो इस अवधि में आप पेशेवर तरीके से आगे बढ़ेंगे। वहीं, जिन लोगों का अपना व्यापार है, वह प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो इस सप्ताह आपकी सेहत अच्छी रहेगी और यह आपके भीतर की ऊर्जा का परिणाम होगी। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ मंगलाय नमः” का 27 बार जाप करें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. अंक 9 के स्वामी कौन हैं?

अंक ज्योतिष में मंगल ग्रह को अंक 9 का स्वामी माना गया है। 

2. अपना मूलांक कैसे पता करें? 

आपको अपनी जन्म तिथि को जोड़ने पर जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। 

3. अंक ज्योतिष से अपना भविष्य कैसे जान सकते हैं?

अंक शास्त्र में प्रत्येक अंक एक ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और ऐसे में, आप अपने मूलांक और भाग्यांक की सहायता से अपना भविष्य जान सकते हैं।

एक ही दिन की जाती है गोवर्धन और विश्वकर्मा पूजा- जानें इसका महत्व, विधि और शुभ मुहूर्त!

हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। भगवान कृष्ण को ही समर्पित है गोवर्धन पूजा। आज के हमारे खास ब्लॉग में हम इसी विषय पर बात करेंगे और जानेंगे वर्ष 2024 में गोवर्धन पूजा किस दिन मनाई जाएगी, इसका महत्व क्या होता है और साथ ही जानेंगे कुछ ऐसे उपायों की जानकारी जिन्हें अपना कर आप गोवर्धन पूजा के इस दिन को और अपने जीवन को सुखमय और शुभ बना सकते हैं।

बात करें गोवर्धन पूजा की तो गोवर्धन पूजा का यह त्योहार दिवाली के पांच दिवसीय त्योहारों में से एक होता है। गोवर्धन पूजा दिवाली के दूसरे दिन मनाई जाती है। यह त्यौहार भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ है। इसके साथ ही इस दिन गौ माता, गोवर्धन पर्वत और श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा का विधान बताया गया है। 

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अपने इस खास लेख में आज हम जानेंगे कि गोवर्धन पूजा इतनी महत्वपूर्ण क्यों होती है, इसकी विधि क्या होती है, और इस दिन पूजा करने से क्या कुछ लाभ मिलते हैं लेकिन आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले जान लेते हैं वर्ष 2024 में गोवर्धन पूजा किस दिन मनाई जाएगी।

2024 में गोवर्धन पूजा कब है?

जैसा कि हमने पहले भी बताया गोवर्धन पूजा का यह शुभ दिन दिवाली के अगले दिन पड़ता है। ऐसे में वर्ष 2024 में 2 नवंबर 2024 शनिवार के दिन गोवर्धन पूजा की जाएगी। इसके अलावा बात करें इस दिन की शुभ मुहूर्त की तो,

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त :06:34:09 से 08:46:17 तक

अवधि :2 घंटे 12 मिनट

गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त :15:22:44 से 17:34:52 तक

अवधि :2 घंटे 12 मिनट

अधिक जानकारी: ऊपर दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

गोवर्धन पूजा के इस पर्व का सीधा संबंध प्रकृति और मानव से जोड़कर देखा जाता है। गोवर्धन पूजा को अन्न कूट का त्यौहार भी कहते हैं और यह प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन मनाया जाता है। यूं तो यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है लेकिन विशेष तौर पर उत्तर भारत में खास कर मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना में इसकी भव्यता देखने लायक होती है।

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गोवर्धन पूजा के नियम और विधि 

गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण के साथ-साथ वरुण देव, इंद्रदेव और अग्नि देव की पूजा का भी विधान बताया गया है। इस दिन गोवर्धन पर्वत गोवर्धन यानी गाय और भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। यह त्यौहार मानव जाति को इस बात का संदेश देता है कि हमारे जीवन में प्रकृति कितनी ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। बात करें इस दिन की नियम और विधि की तो, 

  • सबसे पहले गोवर्धन पूजा के दिन गोबर से गोवर्धन पर धूप, दीप, नैवेद्य, जल, फल, फूल, सब चढ़ाए जाते हैं। 
  • इसके अलावा इस दिन गाय, बैल और कृषि के काम में आने वाले पशुओं की पूजा करने का विधान है। 
  • गोवर्धन जी गोबर से लेटे हुए पुरुष के रूप में बनाए जाते हैं। 
  • नाभि के स्थान पर एक मिट्टी का दीपक रखा जाता है। 
  • इस दीपक में दूध, दही, गंगाजल, शहद, बताशे डाले जाते हैं और बाद में इसे प्रसाद के रूप में बाँट दिया जाता है। 
  • पूजा के बाद गोवर्धन जी की सात परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा के वक्त हाथ में लोटे से भरा जल होता है। इसे गिराते हुए और जौ को बोते हुए परिक्रमा पूरी की जाती है। 
  • गोवर्धन गिरी भगवान के रूप में माने जाते हैं और कहा जाता है कि इस दिन उनकी पूजा करने से घर में धन, संतान और गौ रस की वृद्धि होती है। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा का विधान बताया गया है।

गोवर्द्धनधराधार गोकुलत्राणकारक। विष्णुबाहुकृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रदो भव॥ या लक्ष्मीर्लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता। घृतं वहति यज्ञार्थे मम पापं व्यपोहतु॥ अग्रतः सन्तु मे गावो गावो मे सन्तु पृष्ठतः। गावो मे हृदये सन्तु गवां मध्ये वसाम्यहम् ॥

अर्थात- पृथ्वी को धारण करने वाले गोवर्धन आप गोकुल की रक्षा करने वाले हैं। भगवान विष्णु ने अपनी भुजाओं से आपको ऊंचा उठाया था। आप मुझे कोटी गोदान देने वाले हो लोकपालों की जो लक्ष्मी यहां धेनुरूप से विराज रही है और यज्ञ के लिए घृत का भार वहन करती है, वह मेरे पापों को दूर करें. गायें मेरे आगे हों, गायें मेरे पीछे हों, गायें मेरे हृदय में हों और मैं सदा गायों के मध्य में निवास करूं।’

आज का भाग्यशाली रंग

अपनी पूजा सिद्ध करने के लिए गोवर्धन मूर्ति के सामने नीचे दिए गए गोवर्धन मंत्र का जाप करें:

“|| श्रीगिर्रिराजधरणप्रभुतेरीशरण ||”

भगवान कृष्ण आपके लिए भाग्य लेकर आए और आपके जीवन से सभी बुराइयों और कष्ट को दूर करें।

गोवर्धन पूजा पर अन्नकूट उत्सव 

गोवर्धन पूजा के मौके पर ही मंदिरों में अन्नकूट का आयोजन किया जाता है। अन्नकूट का अर्थ होता है कई प्रकार के अन्नों का मिश्रण जिसे भोग के रूप में भगवान कृष्ण को चढ़ाया जाता है और उनके भक्तों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है। बहुत सी जगहों पर इस दिन बाजरे की खिचड़ी बनाई जाती है और तेल की पूरी बनाई जाती है। अन्नकूट के साथ दूध से बनी मिठाई और स्वादिष्ट पकवान भोग में चढ़ाए जाते हैं। पूजा के बाद यह प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को बांटा भी जाता है।

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गोवर्धन पूजा के लाभ 

गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण ने इंद्रदेव को पराजित करके उनका घमंड चूर किया था। गोवर्धन पूजा करने से घर में सुख संपदा बनी रहती है। इसके अलावा इस दिन अन्नकूट तैयार करने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं रहती है, घर में खुशहाली और समृद्धि बढ़ती है। इसके अलावा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय की नियमित सेवा करने और उनके स्पर्श से शरीर में चर्म रोग जैसी बीमारी भी नहीं होती है।

गोवर्धन पूजा में विशेष तौर पर गोवर्धन पर्वत और गाय की पूजा का विधान बताया गया है। स्कंद पुराण के अनुसार गौ पूजा करने से मृत्यु का भय और कई तरह के दोष जीवन से दूर होते हैं। साथ ही जीवन में सफलता मिलती है और सारे काम आसानी से पूरे होने लगते हैं। इसके अलावा कहते हैं कि गोवर्धन पूजा करने से मनुष्य को लंबी आयु और आरोग्यता की प्राप्ति होती है, जीवन से दरिद्रता दूर होती है। इस दिन की पूजा करने से घर परिवार में धन, संतान और गौ रस में वृद्धि होती है।

गोवर्धन पूजा के दिन क्या करें 

  • गोवर्धन पूजा के दिन शरीर में तेल की मालिश करें। इसे बेहद ही शुभ माना गया है। 
  • इसके बाद भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाए जाने की भी परंपरा है। 
  • 56 भोग लगाना पूजा का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने से पहले अपने घर के बाहर या घर के आंगन में गोवर्धन पर्वत का चित्र बनाएं। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन उत्तर पूर्व की दिशा में दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति हमेशा बनी रहेगी।

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गोवर्धन पूजा पर क्या ना करें 

  • गोवर्धन पूजा के दिन सभी सदस्य अलग-अलग पूजा ना करें बल्कि एक साथ सामूहिक रूप से भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें। 
  • गोवर्धन पूजा और अन्नकूट कभी भी बंद कमरे में ना करें। ऐसा करने से पूजा का संपूर्ण फल नहीं प्राप्त होता है।
  • गोवर्धन पूजा के दिन चंद्रमा के दर्शन ना करें। ऐसा करने से व्रत संपूर्ण नहीं होता है। 
  • इसके अलावा इस दिन विशेष रूप से अन्न की बर्बादी ना करें।

गोवर्धन पूजा से जुड़ी पौराणिक कथा 

पौराणिक कथा की बात करें तो कहा जाता है एक बार देवराज इंद्र को अपनी शक्तियों पर अहंकार हो गया और उनके इसी अहंकार को तोड़ने के लिए श्री कृष्ण ने एक लीला रची। एक बार सभी गोकुलवासी तरह-तरह के व्यंजन बना रहे थे तब भगवान कृष्ण ने मां यशोदा से पूछा कि, ‘आप सब किस उत्सव की तैयारी कर रहे हैं’? जिस पर मां यशोदा ने कहा कि हम देवराज इंद्र की पूजा की तैयारी कर रहे हैं। इस जवाब पर श्री कृष्ण ने पूछा कि हम इंद्रदेव की पूजा क्यों करते हैं? तब मां यशोदा ने जवाब दिया कि इंद्रदेव की कृपा से ही अच्छी बारिश होती है जिससे अन्न की पैदावार अच्छी होती है और हमारी गायों को चारा मिलता है। 

मां यशोदा की बात सुनकर भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि अगर ऐसा है तो हमें गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि हमारी गायें तो वही चरती हैं। वहां पर मौजूद पेड़ पौधों से बारिश होती है। श्रीकृष्ण की इस बात को सुनकर और उनसे सहमत होकर सभी गोकुल वासियों ने गोवर्धन की पूजा प्रारंभ कर दी। यह देखकर देवराज इंद्र को बहुत क्रोध आया और उन्होंने अपने अपमान का बदला लेने के लिए मूसलाधार बारिश शुरू कर दी। बारिश इतनी तेज थी कि सभी गोकुलवासी डर गए। 

सात दिनों तक की लगातार बारिश होती रही और तब भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीला दिखाई और गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया और इस पर्वत के नीचे सभी गोकुल वासियों ने शरण ले ली। इसके बाद देवराज इंद्र को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्हें तब इस बात का भी एहसास हुआ कि उनसे मुकाबला करने वाला कोई साधारण मनुष्य नहीं हो सकता है। तब इंद्रदेव ने भगवान कृष्ण से क्षमा मांगी और स्वयं श्री कृष्ण का पूजन कर उन्हें भोग लगाया। कहते हैं द्वापर में हुई इस घटना के बाद से ही गोवर्धन पूजा करने की शुरुआत हुई है।

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गोवर्धन पूजा ज्योतिषीय उपाय- पूरी करेंगे हर मनोकामना 

गोवर्धन पूजा के दिन विशेष रूप से कुछ उपाय कर लिए जाए तो इससे आर्थिक संपन्नता आती है और साथ ही जीवन से दुख परेशानियां भी दूर होती है:

  • गोवर्धन पूजा के दिन दूध, दही, शहद, शक्कर और घी से पंचामृत तैयार करें। इसमें गंगाजल और तुलसी अवश्य डालें। इसके बाद भगवान कृष्ण को शंख में भरकर यह पंचामृत अर्पित कर दें। ऐसा करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है। 
  • इस दिन गाय को स्नान करा कर उसका तिलक करें, उसे फल और चारा खिलाएं और गाय की सात बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती है। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक अवश्य जलाएं। इससे भी धन संबंधित समस्याएं दूर होती है। 
  • कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में अगर इस दिन इस पेड़ में जल चढ़ाया जाए तो आर्थिक मनोकामनाएं भी पूरी होती है। 
  • अगर जीवन में आर्थिक समस्या ज्यादा बढ़ गई है तो गोवर्धन पूजा के दिन एक लाल कपड़े में पांच गोमती चक्र और पांच कौड़ी रख दें और रोली चावल से इसकी पूजा करें। पूजा के बाद इन्हें लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें। इससे आर्थिक समस्या दूर होगी और जीवन में आय के नए स्रोत खुलने लगेंगे। 
  • गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करें। ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जन्म मृत्यु के चक्कर से साधक मुक्त हो जाते हैं। साथ ही जीवन से तनाव और चिंता कम होती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1: गोवर्धन पूजा क्यों की जाती है?

गोवर्धन पूजा के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है। 

2: गोवर्धन पूजा कैसे मनाई जाती है? 

गोवर्धन पूजा के दिन गोबर से गोवर्धन बनाए जाते हैं, उन्हें फूलों से सजाया जाता है, सुबह और शाम के समय उनकी पूजा की जाती है, इनकी सात बार परिक्रमा की जाती है। 

3: दिवाली के दूसरे दिन किसकी पूजा होती है? 

दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस दिन गोवर्धन पर्वत,गाय और भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस दिन भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा का विधान होता है। 

4: वर्ष 2024 में गोवर्धन पूजा किस दिन मनाई जाएगी? 

वर्ष 2024 में 2 नवंबर 2024 शनिवार के दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी। 

5: गोवर्धन पूजा से क्या लाभ होता है? 

गोवर्धन पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धर्म, संतान और गौ रस की वृद्धि होती है।

दिवाली के शुभ त्योहार से शुरू होगा नवंबर का महीना, यहाँ देखें व्रत-त्योहारों की पूरी सूची!

एक साल में आने वाले प्रत्येक महीने का अपना महत्व होता है और इसी प्रकार, हर माह में पड़ने वाले त्योहार मौसम में होने वाले बदलाव को दर्शाते हैं जो इन्हें सबसे ख़ास बनाते हैं। जैसे कि जनवरी में मकर संक्रांति, फरवरी में बसंत पंचमी, मार्च में होली और अक्टूबर-नवंबर में दिवाली आदि मौसम में होने वाले बदलावों की तरफ संकेत करते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर में नवंबर साल का ग्यारहवां महीना है। इस समय सर्दियां धीरे-धीरे बढ़ने लगती है और लोगों के गर्म कपड़े बाहर आने लगते हैं। ठंडी-ठंडी हवाएं वातावरण को मनोहर बनाती हैं जबकि कोहरा प्रकृति की अपने अंदर समेत लेता है। इसी क्रम में, नवंबर का महीना त्योहारों और पर्वों के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाएगा क्योंकि इस माह में दिवाली, कार्तिक अमावस्या, भाई दूज समेत कई बड़े व्रत-त्योहार पड़ रहे हैं, जो नवंबर के माह के महत्व को बहुत अधिक बढ़ा रहे हैं।

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इसके अलावा, नए महीने की शुरुआत के साथ ही हम सबके मन में यह जानने की उत्सुकता होती है कि यह महीना अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? कौन से पर्वों एवं व्रतों को इस माह मनाया जाएगा। इसके अलावा, नवंबर 2024 में राशि चक्र की सभी 12 राशियों के जातकों को जीवन में किस तरह के परिणाम प्राप्त होंगे और किन समस्याओं का आपको सामना करना होगा? इन सभी सवालों के जवाब आपको एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में मिलेंगे इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़ना जारी रखें।

नवंबर 2024 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना 

नवंबर 2024 के पंचांग की बात करें, तो साल 2024 के ग्यारहवें महीने नवंबर की शुरुआत चित्रा नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानी कि 01 नवंबर 2024, शुक्रवार को होगी। वहीं, इस महीने का अंत अनुराधा नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि अर्थात 30 नवंबर 2024 को होगा। इस माह की सबसे विशेष बात यह है कि नवंबर का आरंभ और समाप्ति दोनों ही अमावस्या तिथि पर होगा। नवंबर के पंचांग को जानने के बाद अब हम आपको इस माह से जुड़े कुछ रोचक पहलू बताएंगे।

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नवंबर 2024 का धार्मिक महत्व

धार्मिक दृष्टि से नवंबर को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस माह में कई बड़े और प्रमुख पर्वों एवं त्योहारों को मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नवंबर महीने का आरंभ कार्तिक माह के अंतर्गत होगा जबकि इसका समापन मार्गशीर्ष के तहत होगा। बता दें कि कार्तिक मास का  धार्मिक रूप से विशेष महत्व माना गया है जो हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना है। वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर में कार्तिक माह अक्टूबर और नवंबर में आता है। इस साल कार्तिक मास का आरंभ 18 अक्टूबर 2024 को होगा और इसका अंत 15 नवंबर 2024 को हो जाएगा। 

नवंबर का पंचांग तो हमने जान लिया, लेकिन अब जानते हैं इन महीनों के महत्व के बारे में और सबसे पहले शुरुआत करते हैं कार्तिक माह से। यह महीना सभी माह में सर्वश्रेष्ठ कहा गया है क्योंकि यह भगवान विष्णु को अति प्रिय महीनों में से एक है। इस वजह से हिंदू धर्म में कार्तिक माह को महत्वपूर्ण माना जाता है और यह मास मनुष्य के सभी पापों का नाश कर देता है। साथ ही, उनके जीवन में उत्पन्न संकट एवं कष्टों को दूर करता है। इस माह का पालन पूरे नियम-कायदों से करने पर धन, सुख, समृद्धि, शांति और निरोगी काया की प्राप्ति होती है। 

कार्तिक में मां लक्ष्मी और विष्णु जी की पूजा करना शुभ होता है। इस महीने दान-स्नान का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक में किये गए स्नान-दान से व्यक्ति के समस्त पाप धुल जाते हैं। इस माह में दिवाली, भाई दूज, धनतेरस, देवउठनी एकादशी, तुलसी विवाह, देव दिवाली जैसे बड़े पर्व मनाए जाते हैं। जगत के पालनहार भगवान विष्णु का प्रिय माह कार्तिक अक्षय फल देने वाला कहा गया है। स्वयं भगवान ब्रह्मा ने कार्तिक माह की महिमा का वर्णन करते हुए कहा है कि “कार्तिक मास सभी महीनों में श्रेष्ठ है और कार्तिक मास में भगवान श्रीहरि विष्णु देवताओं में तथा नारायण तीर्थ (बद्रिकाश्रम) तीर्थों में श्रेष्ठ हैं।”

अब हम बात करते हैं मार्गशीर्ष माह की, इस माह का आरंभ कार्तिक पूर्णिमा के साथ हो जाएगा। मार्गशीर्ष हिंदू वर्ष के बारह महीनों में से नौवें स्थान पर आता है जिसे मगसर, अग्रहायण, अगहन, मंगसिर आदि नामों से भी जाना जाता है। मार्गशीर्ष माह की गणना सनातन धर्म के सबसे पवित्र और शुभ महीनों में होती है। साल 2024 में मार्गशीर्ष का आरंभ 16 नवंबर 2024 को होने जा रहा है और इसका अंत 15 दिसंबर 2024 को होगा। 

शास्त्रों में मार्गशीर्ष का वर्णन करते हुए कहा गया है कि “मासोनम मार्गशीर्षोहम्” अर्थात मार्गशीर्ष के समान शुभ कोई दूसरा माह नहीं है। पवित्र धार्मिक ग्रंथ गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं मार्गशीर्ष के बारे में कहा है कि “महीनों में मार्गशीर्ष और ऋतुओं में मैं बसंत हूं।” इससे ही मार्गशीर्ष की शुभता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष में ही सतयुग का आरंभ हुआ था और इस महीने में ही कश्यप ऋषि ने कश्मीर की रचना की थी इसलिए मार्गशीर्ष मास को जप, तप और ध्यान आदि के लिए सर्वोत्तम माना गया है। 

मार्गशीर्ष में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना फलदायी होती है और इस माह में आने वाली एकादशी, द्वादशी और पूर्णिमा के व्रत करने मात्र से मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही, पवित्र नदियों में स्नान एवं दान करना शुभ होता है। मार्गशीर्ष में संतान से संबंधित आशीर्वाद आसानी से मिल जाता है, तो वहीं चंद्रमा से अमृत तत्व प्राप्त होता है। मार्गशीर्ष और कार्तिक माह के धार्मिक महत्व के बारे में जानने के बाद अब हम नज़र डालते हैं नवंबर में आने वाले व्रत-त्योहारों पर। 

कार्तिक एवं मार्गशीर्ष माह में धन-समृद्धि पाने के लिए करें ये उपाय

कार्तिक माह में करें ये उपाय

  • करियर में प्रगति और व्यापार में बढ़ोतरी के लिए कार्तिक माह में मंदिर में घी का दान करना शुभ होता है और इसके बाद, भगवान से प्रार्थना करें।
  • जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की पाने के लिए कार्तिक महीने में भगवान विष्णु के मंदिर जाएं और वहां घी का दीपक जलाएं। इसके अलावा, ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ का 11 बार जाप करें। 
  • जो जातक अपने मनपसंद व्यक्ति से विवाह करने के इच्छुक हैं, उन्हें कार्तिक माह के दौरान स्नान से निवृत होकर तुलसी को जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद, श्रीहरि विष्णु को पीले रंग के फूल चढ़ाएं।
  • वैवाहिक जीवन को सुख-शांति से पूर्ण बनाने के लिए तुलसी के पौधे के आसपास केले के पत्तों का मंडप तैयार करें। साथ ही, उन्हें लाल चुनरी अर्पित करें और उन्हें सुहाग की सामग्री जैसे आलता, सिंदूर, बिछिया, चूड़ी, बिंदी आदि चढ़ाएं। इसके बाद, भगवान विष्णु को रोली, अक्षत आदि से उनका पूजन करें और उन्हें प्रसाद के रूप में बतासे का भोग लगाना चाहिए।     

मार्गशीर्ष में करें ये उपाय 

  • मार्गशीर्ष के महीने में प्रतिदिन गीता का पाठ करें क्योंकि यह श्रीकृष्ण का प्रिय माह है इसलिए इस माह में गीता पढ़ना शुभ रहता है।
  • इस महीने भगवान कृष्ण की पूजा पूरे भक्तिभाव के साथ करनी चाहिए। ऐसा करने से वह भक्त से प्रसन्न होते हैं।
  • मार्गशीर्ष माह में लड्डू गोपाल की पूजा और उनकी सेवा विशेष रूप से करनी चाहिए। इस उपाय को करने से आपके दुखों का अंत होता है।
  • पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जगत के पालनहार भगवान विष्णु को श्रीकृष्ण के अवतार माना जाता है इसलिए इन्हें तुलसी अति प्रिय है। मार्गशीर्ष में भगवान कृष्ण को तुलसी के पत्तों का प्रसाद के रूप में भोग लगाना चाहिए। 

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नवंबर 2024 में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहार की तिथियां  

हिंदू धर्म में एक महीने में अनेक व्रत-त्योहार को मनाया जाता है और इसी क्रम में, नवंबर 2024 में भी सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्वों को मनाया जाएगा। तो आइए बिना देर आगे बढ़ते हैं और जानते हैं नवंबर 2024 में आने वाले प्रमुख व्रत-पर्वों की तिथियों पर।  

तिथि दिनपर्व/ त्योहार
01 नवंबर 2024शुक्रवारदिवाली, कार्तिक अमावस्या
02 नवंबर 2024शनिवारगोवर्धन पूजा
03 नवंबर 2024रविवारभाई दूज
07 नवंबर 2024गुरुवारछठ पूजा
12 नवंबर 2024मंगलवारदेवुत्थान एकादशी
13 नवंबर 2024बुधवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)
15 नवंबर 2024शुक्रवारकार्तिक पूर्णिमा व्रत
16 नवंबर 2024शनिवारवृश्चिक संक्रांति
18 नवंबर 2024सोमवारसंकष्टी चतुर्थी
26 नवंबर 2024मंगलवारउत्पन्ना एकादशी
28 नवंबर 2024गुरुवारप्रदोष व्रत (कृष्ण)
29 नवंबर 2024शुक्रवारमासिक शिवरात्रि

कुछ ऐसा होता है नवंबर में पैदा होने वालों का व्यक्तित्व 

वैसे तो हर महीना अपने आप में खास होता है, लेकिन जिस महीने में आपका जन्म होता है, उस महीने के मायने बढ़ जाते हैं। ऐसे में, अगर आपका जन्म 01 नवंबर 2022 से 22 नवंबर के बीच हुआ है, तो आपकी राशि वृश्चिक होती है। इस माह में जन्मे लोग अपने रहस्यों को अपने तक रखने में माहिर होते हैं। हालांकि, यह लोग स्वभाव से बेहद भावुक और संवेदनशील होते हैं। इनमें रचनात्मकता कूट-कूट कर भरी होती है। नवंबर बोर्न जातक थोड़े महत्वाकांक्षी और दबंग प्रवृत्ति के होते हैं। 

लेकिन, जिन जातकों का जन्म 22 नवंबर के बाद होता है, उनकी राशि धनु होती है। सामान्य रूप से धनु राशि वाले बहुत आशावादी और साहसी होते हैं। इन लोगों का व्यक्तित्व दूसरे लोगों से हटकर होता है इसलिए यह हमेशा दूसरों से कुछ अलग करने की चाहत में रहते हैं। इनकी यह बात इन्हें दूसरों से अलग बनाती है। इन लोगों के सोचने-समझने का तरीका भी सबसे अलग होता है और ऐसे में, यह जो भी काम अपने हाथ में लेते हैं, उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं। 

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जब बात आती है रिश्तों की, तो रिश्ते से लेकर दोस्ती तक के मामले में यह ईमानदार होते हैं। नवंबर के तहत पैदा होने वाले लोग किसी को निराश नहीं करते हैं और हर रिश्ते को बहुत वफ़ादारी से निभाते हैं। यह अपने जीवन में प्राइवेसी को बहुत महत्व देते हैं और अपना कोई राज़ दूसरों को कभी नहीं बताते हैं। इस माह में जन्मे जातक अपने करीबियों का साथ मुश्किल समय में नहीं छोड़ते हैं और अंत तक आपका साथ निभाते हैं।

नवंबर में पैदा होने वाले किसी को भी जानबूझकर चोट नहीं पहुंचाते हैं और जिन लोगों को यह जातक पसंद नहीं आते हैं, वह इनके शब्दों और व्यवहार के आधार पर इन्हें गलत समझ लेते हैं। इस माह में जन्मे लोगों की सबसे बड़ी खासियत होती है कि यह कही-सुनी बातों पर विश्वास नहीं करते हैं, बल्कि यह सिर्फ वही मानते हैं जिसे इन्होने अपनी आँखों से देखा हो। 

शुभ अंक: 03, 01, 07  

शुभ रंग: गुलाबी, सफ़ेद और चॉकलेटी

शुभ दिन: गुरुवार, मंगलवार 

शुभ रत्न: मोती, मूनस्टोन

नवंबर 2024 में आने वाले बैंक अवकाश

दिनबैंक अवकाशकहाँ-कहाँ मान्य होगा
01 नवंबर 2024 (शुक्रवार)दिवालीसभी राज्य सिवाय आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और तेलंगाना
01 नवंबर 2024 (शुक्रवार)हरियाणा दिवसहरियाणा
01 नवंबर 2024 (शुक्रवार)कन्नड़ राज्योत्सवकर्नाटक
01 नवंबर 2024 (शुक्रवार)कूटमणिपुर
01 नवंबर 2024 (शुक्रवार)पुडुचेरी मुक्ति दिवसपांडिचेरी
02 नवंबर 2024 (शनिवार)दिवाली/दीपावलीदमन और दिउ, हरियाणा, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश
02 नवंबर 2024 (शनिवार)विक्रम संवत नया सालगुजरात
03 नवंबर 2024 (रविवार)भाई दूजगुजरात, राजस्थान, सिक्किम, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश
07 नवंबर 2024 (गुरुवार)छठ पूजाअसम, बिहार, छत्तीसगढ़ एवं झारखण्ड
15 नवंबर 2024 (शुक्रवार)गुरु नानक जयंतीसभी राज्य सिवाय आंध्र प्रदेश, बिहार, दादरा और नागर हवेली, दमन और दिउ, गोवा, कर्नाटक, केरल, मणिपुर,मेघालया, उड़ीसा, पांडिचेरी, सिक्किम, तमिलनाडुऔर त्रिपुरा
15 नवंबर 2024 (शुक्रवार)कार्तिक पूर्णिमाउड़ीसा और तेलंगाना
18 नवंबर 2024 (सोमवार)कनकदास जयंतीकर्नाटक
22 नवंबर 2024 (शुक्रवार)ल्हाबब ड्यूंचनसिक्किम
23 नवंबर 2024 (शनिवार)सेंग कुट स्नेममेघालय 

यहां हमने आपको अवगत करवाया नवंबर 2024 में पड़ने वाले बैंक अवकाशों से। अब हम आपको इस महीने मनाये जाने वाले त्योहारों के धार्मिक महत्व की जानकारी प्रदान करेंगे। 

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नवंबर में पड़ने वाले व्रतों एवं त्योहारों का धार्मिक महत्व 

दिवाली (01 नवंबर 2024, शुक्रवार): दिवाली का इंतज़ार हिंदुओं को साल भर रहता है जो हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। कहते हैं कि इस दिन भगवान राम, भाई लक्ष्मण और माता सीता के साथ 14 वर्षों का वनवास पूरा करके अयोध्या वापिस लौटे थे। पंचांग के अनुसार, दीपावली का पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और यह पूरे पांच दिन चलता है जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समापन भैया दूज पर होता है। 

कार्तिक अमावस्या (01 नवंबर 2024, शुक्रवार): साल भर में आने वाली प्रत्येक अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इन्हीं में से एक है कार्तिक अमावस्या जो हर साल कार्तिक माह में आती है और इस दिन ही दिवाली का पावन त्योहार मनाया जाता है। यह अमावस्या पितरों का तर्पण और दान-पुण्य के लिए श्रेष्ठ रहती है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, महाभारत के शांतिपर्व में स्वयं भगवान कृष्ण ने कार्तिक अमावस्या का महत्व बताते हुए कहा है कि ‘यह मेरा प्रिय दिन है और इस दिन मेरी वंदना से मनुष्य के समस्त ग्रह दोष दूर हो जाएंगे। कार्तिक अमावस्या की रात को सबसे अंधेरी रात कहा जाता है इसलिए इस दिन दीपक जलाने से अंधेरा दूर हो जाता है।  

गोवर्धन पूजा (02 नवंबर 2024, शनिवार): गोवर्धन पूजा का संबंध द्वापर युग से है और यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। इस पर्व को प्रकृति और मानव के बीच संबंध का प्रतीक माना गया है जिसे अन्नकूट भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन का पर्व मनाया जाता है जो कि दिवाली के अगले दिन आता है। इस त्योहार की एक अलग ही रौनक मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना आदि में देखने को मिलती है।

भाई दूज (03 नवंबर 2024, रविवार): भाई दूज भाई-बहन के पवित्र बंधन और स्नेह का प्रतीक है जो कि भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया और भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आता है। दिवाली के पांच दिनों का यह अंतिम दिन होता है और इस दिन प्रत्येक बहन अपने भाई का तिलक करके उसकी दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना करती है।  भाई दूज पर यमराज और यमुना जी की भी पूजा की जाती है।

छठ पूजा (7 नवंबर 2024, गुरुवार): छठ पर्व सूर्य देव एवं छठी मैया को समर्पित भारत का एक बड़ा एवं महत्वपूर्ण त्योहार है। यह एक लोकपर्व है जो कि छठ पूजा या सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। छठ पूजा को हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर किया जाता है जो कि दिवाली के 6 दिन बाद आती है। बिहार समेत उत्तर भारत के राज्यों झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ पूजा को बहुत उत्साह से मनाया जाता है। 

देवउठनी एकादशी (12 नवंबर 2024, मंगलवार): सनातन धर्म के लिए देवउठनी एकादशी विशेष महत्व रखती है क्योंकि इस तिथि पर चार महीनों की निद्रा के बाद भगवान विष्णु जागते हैं। इसी के साथ, एक बार फिर से शुभ एवं मांगलिक कार्यों का आरंभ हो जाता है। देवउठनी एकादशी दिवाली के बाद आती है। बता दें कि देवउठनी एकादशी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पर पड़ती है जो कि देवोत्थान, देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जानी जाती है। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

प्रदोष व्रत (कृष्ण) (13 नवंबर 2024, बुधवार): हिंदू धर्म में प्रत्येक माह में कई तरह के व्रतों को सच्चे मन और आस्था के साथ किया जाता है और प्रदोष व्रत भी इन्हीं में से एक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर मास के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस व्रत में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है। धार्मिक ग्रंथों में ऐसा कहा गया है कि प्रदोष व्रत को करने से भक्त को दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है। जो जातक इस व्रत को सच्चे मन से करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

कार्तिक पूर्णिमा (15 नवंबर 2024,शुक्रवार): एक वर्ष में आने वाली सभी पूर्णिमा तिथि को शुभ माना जाता है और इन्हीं तिथियों में से एक कार्तिक पूर्णिमा है। पंचांग में कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं और इस पूर्णिमा के संबंध में मान्यता है कि भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का संहार कार्तिक पूर्णिमा के दिन किया था इसलिए इसे ‘त्रिपुरी पूर्णिमा’ भी कहा जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था।

वृश्चिक संक्रांति (16 नवंबर 2024, शनिवार): नवग्रहों के “राजा” कहे जाने वाले सूर्य देव जगत को जीवन प्रदान करते हैं जो कि प्रत्येक महीने एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। सूर्य महाराज जब अपना राशि परिवर्तन करते हैं, तो उस घटना को संक्रांति कहा जाता है। अब इसी क्रम में सूर्य तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं इसलिए इस संक्रांति को वृश्चिक संक्रांति कहा जाएगा। हालांकि, जिस दिन सूर्य अपना गोचर करते हैं, वह दिन सभी तरह के शुभ कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। बता दें कि सूर्य ग्रह का गोचर एक वर्ष में 12 बार होता है।

संकष्टी चतुर्थी (18 नवंबर 2024, सोमवार): हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत हर माह की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करने का विधान है जो कि विघ्नहर्ता गणेश को समर्पित होता है। संकष्टी चतुर्थी के व्रत से जुड़ी मान्यता है कि इस व्रत को जो भक्त सच्चे मन से करता है, उसके जीवन से भगवान गणेश सारे दुखों एवं बाधाओं को हर लेते हैं। यही वजह है कि संकष्टी चतुर्थी पर श्रीगणेश की पूजा पूरे विधि-विधान और श्रद्धापूर्वक की जाती है।

उत्पन्ना एकादशी (26 नवंबर 2024, मंगलवार): एक वर्ष में कुल 24 एकादशी तिथि आती है और इनमें से एक उत्पन्ना एकादशी को बहुत शुभ माना जाता है। धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था इसलिए इसका नाम उत्पन्ना एकादशी पड़ा। बता दें कि देवी एकादशी को श्रीहरि विष्णु का शक्ति स्वरूप माना गया है। कहते हैं कि उत्पन्ना एकादशी का व्रत करने से जातक के पूर्व और वर्तमान जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं। 

मासिक शिवरात्रि (29 नवंबर 2024, शुक्रवार): हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि को महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि एक वर्ष में 12 बार आती है। हर माह में आने वाली शिवरात्रि यानी कि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहते हैं। यह व्रत भगवान शिव की कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से भक्त के जीवन में उत्पन्न सभी समस्याओं का अंत होता है और आपकी समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती हैं।

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नवंबर मासिक भविष्यवाणी 2024: 12 राशियों का राशिफल 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए साल 2023 की तुलना में वर्ष 2024 अनुकूल रहेगा क्योंकि इस दौरान शनि और बृहस्पति आपकी चंद्र राशि में……(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

नवंबर के महीने में शनि आपके दसवें भाव में और बृहस्पति पहले भाव में मौजूद होंगे। जबकि राहु ग्यारहवें भाव में और केतु पांचवे……(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

 नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल नज़र आ रही है। बृहस्पति आपके बारहवें भाव में, शनि नौवें भाव के स्वामी के रूप में …(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि 

नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति की बात करें तो राहु प्रतिकूल रहेंगे जबकि बृहस्पति ग्यारहवें भाव में, सातवें और आठवें के स्वामी …(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति को ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि राहु की आठवें भाव में स्थिति …(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति की बात करें तो, सातवें भाव में बैठे राहु की स्थिति अनुकूल नहीं कही जाएगी। लेकिन,…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि 

इस महीने प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो यह अनुकूल नजर आ रही है। बृहस्पति अष्टम भाव में स्थित रहेगा, राहु छठे भाव में स्थित रहेगा, जिससे आपके…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

नवंबर के महीने में प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो राहु की स्थिति अनुकूल नजर नहीं आ रही है, बृहस्पति सप्तम भाव में स्थित रहेगा, शनि इस…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

इस महीने नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो राहु चतुर्थ भाव में स्थित है, गुरु छठे भाव में स्थित है जिन्हें प्रतिकूल…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

नवंबर 2024 में, प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो राहु अनुकूल स्थिति में नजर आ रहा है, बृहस्पति पंचम भाव में स्थित है, शनि पहले…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि 

इस महीने नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो राहु की स्थिति अनुकूल नहीं है, बृहस्पति चतुर्थ भाव में स्थित रहेगा, शनि दूसरे घर में स्थित है जिस…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

इस महीने नवंबर 2024 में प्रमुख ग्रहों की स्थिति के बारे में बात करें तो राहु की स्थिति अनुकूल नहीं है। बृहस्पति तीसरे भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

प्रश्न 1. गोवर्धन पूजा 2024 में कब की जाएगी?

उत्तर. साल 2024 में गोवर्धन पूजा 02 नवंबर, शनिवार के दिन की जाएगी। 

प्रश्न 2. सिंह राशि वालों का प्रेम जीवन नवंबर में कैसा रहेगा?

उत्तर. नवंबर का महीना सिंह राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए थोड़ा मुश्किल रहेगा। 

प्रश्न 3. नवंबर में कब-कब बैंक हॉलिडे हैं?

उत्तर. नवंबर के महीने में 01, 02, 03 और 07 तारीख को बैंक अवकाश हैं।

31 अक्टूबर या 1 नवंबर किस दिन मनाई जाएगी दिवाली? अभी नोट करें शुभ मुहूर्त और योग!

दिवाली या दीपावली का त्यौहार हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार होता है। यह पांच दिवसीय त्यौहार होता है जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और भैया दूज पर जाकर इसका समापन हो जाता है। दिवाली का त्योहार मुख्यतः देवी लक्ष्मी और मां काली को समर्पित होता है। हालांकि बीच में जो अन्य त्यौहार मनाए जाते हैं उस दौरान अलग-अलग देवताओं की पूजा की जाती है जैसे धनतेरस पर देव धन्वन्तरी की, नरक चौदस पर यमराज की, गोवर्धन पूजा में भगवान कृष्ण की पूजा का विधान बताया गया है।

पंचांग के अनुसार इस वर्ष अर्थात 2024 में दिवाली की तिथि को लेकर काफी संशय चल रहा है। हालांकि अपने इस खास ब्लॉगक के माध्यम से आज हम आपको दिवाली की सही तिथि की जानकारी प्रदान करेंगे, साथ ही जानेंगे इस दौरान राशि अनुसार किए जाने वाले कुछ उपायों की जानकारी और बताएंगे की दिवाली 2024 के दिन कौन सा शुभ योग बनने वाला है।

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2024 में कब है दिवाली?

हालांकि आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले जान लेते हैं वर्ष 2024 में दिवाली और अन्य चार महत्वपूर्ण त्यौहार किस किस दिन मनाए जाएंगे

दिन 1 द्वादशी धनतेरस

29 अक्टूबर 2024 (मंगलवार)

दिन 2 चतुर्दशी नरक चतुर्दशी

31 अक्टूबर 2024 (गुरुवार)

दिन 3 अमावस्या दिवाली 1

नवंबर 2024 (शुक्रवार)

दिन 4 प्रतिपदा गोवर्धन पूजा

2 नवंबर 2024 (शनिवार)

दिन 5 द्वितीया भाई दूज

3 नवंबर 2024 (रविवार)

अब इन दिनों के शुभ मुहूर्त की बात करें तो, 

सबसे पहले धनतेरस का शुभ मुहूर्त 

धनतेरस मुहूर्त : 18:33:13 से 20:12:47 तक

अवधि :1 घंटे 39 मिनट

प्रदोष काल :17:37:59 से 20:12:47 तक

वृषभ काल :18:33:13 से 20:29:06 तक

नरक चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त 

अभ्यंग स्नान समय :05:18:59 से 06:32:42 तक

अवधि :1 घंटे 13 मिनट

दिवाली 2024 का शुभ मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त :17:35:38 से 18:18:58 तक

अवधि :0 घंटे 43 मिनट

प्रदोष काल :17:35:38 से 20:11:20 तक

वृषभ काल :18:21:23 से 20:17:16 तक

दिवाली महानिशीथ काल मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त :कोई नहीं

अवधि :0 घंटे 0 मिनट

महानिशीथ काल :23:38:56 से 24:30:50 तक

सिंह काल :24:52:58 से 27:10:38 तक

दिवाली शुभ चौघड़िया मुहूर्त

प्रातःकाल मुहूर्त्त (चल, लाभ, अमृत):06:33:26 से 10:41:45 तक

अपराह्न मुहूर्त्त (शुभ):12:04:32 से 13:27:18 तक

सायंकाल मुहूर्त्त (चल):16:12:51 से 17:35:37 तक

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त :06:34:09 से 08:46:17 तक

अवधि :2 घंटे 12 मिनट

गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त :15:22:44 से 17:34:52 तक

अवधि :2 घंटे 12 मिनट

भाई दूज का शुभ मुहूर्त

भाई दूज तिलक का समय :13:10:27 से 15:22:18 तक

अवधि :2 घंटे 11 मिनट

अधिक जानकारी: यहां हमने जितने भी शुभ मुहूर्त प्रदान कर रहे हैं वो सब नई दिल्ली के लिए मान्य हैं। अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें- दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त

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दिवाली कब मनाते हैं? 

कार्तिक मास के अमावस्या के दिन प्रदोष काल होने पर दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है। अगर दो दिन तक अमावस्या तिथि रहती है तो प्रदोष काल का स्पर्श न करें तो दूसरे दिन दिवाली मनाने का विधान है। वहीं एक मत के अनुसार अगर दो दिन तक अमावस्या तिथि प्रदोष काल में नहीं आती तो ऐसी स्थिति में पहले दिन दिवाली मनाई जाती है। 

इसके अलावा अगर अमावस्या तिथि का विलोपन हो जाए अर्थात अगर अमावस्या तिथि पड़े ही ना और चतुर्दशी के बाद सीधे प्रतिपदा आरंभ हो जाए तो पहले दिन चतुर्दशी तिथि को ही दिवाली मनाई जाती है। 

अब सवाल उठता है कि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन कब करें? तो प्रदोष काल में सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त लक्ष्मी पूजन के लिए सबसे उत्तम माने गए हैं। स्थिर लग्न होने से पूजा का विशेष महत्व प्राप्त होता है। वहीं महा निशीथ काल में मध्य रात्रि के समय आने वाला मुहूर्त माता काली के पूजन के लिए उत्तम माना गया है। यह समय तांत्रिक पूजा के लिए सबसे शुभ होता है।

दिवाली पर क्या करें 

कार्तिक अमावस्या के दिन प्रातः काल शरीर पर तेल की मालिश करने के बाद स्नान करने का विधान बताया गया है। कहते हैं ऐसा करने से धन की हानि नहीं होती है। दिवाली के दिन परिवार के वृद्ध और बच्चों को छोड़कर बाकी लोगों को भोजन नहीं करना चाहिए। शाम के समय लक्ष्मी पूजन की बात पूजन ग्रहण करें। दिवाली के दिन पूर्वजों का पूजन अवश्य करें और उन्हें भी धूप और दीप अर्पित करें। प्रदोष काल के समय हाथ में उलका धारण कर पितरों को मार्ग दिखाएं। ऐसा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। दिवाली से पहले मध्य रात्रि को स्त्री पुरुषों को गीत, भजन और घर में उत्सव मनाना चाहिए ऐसा करने से घर में व्याप्त दरिद्रता दूर होती है।

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दिवाली का ज्योतिषीय महत्व जानते हैं आप? 

हिंदू धर्म के हर एक त्यौहार का ज्योतिषीय महत्व भी होता है। ऐसे में बात करें दिवाली के त्यौहार की तो हिंदू समाज में दिवाली का समय किसी भी कार्य के शुभारंभ, किसी भी वस्तु की खरीदारी के लिए बेहद ही उत्तम और शुभ माना जाता है। इसके पीछे ज्योतिषीय महत्व है। दरअसल दीपावली के आसपास सूर्य और चंद्रमा तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में स्थित रहते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य और चंद्रमा की यह स्थिति बेहद ही शुभ और उत्तम फल देने वाली मानी गई है। 

तुला एक संतुलित भाव वाली राशि होती है। यह राशि न्याय और अपक्षपात का भी प्रतिनिधित्व करती है। तुला राशि के स्वामी शुक्र जो कि स्वयं सौहार्द, भाईचारे, सद्भाव और सम्मान के कारक माने गए हैं ऐसे में इन्हीं गुणों की वजह से सूर्य और चंद्रमा दोनों का तुला राशि में स्थित होना बेहद ही सुखद और शुभ संयोग माना जाता है। यही वजह है कि दिवाली के दौरान अगर आप किसी नई चीज की शुरुआत करते हैं, कोई व्यवसाय शुरू करते हैं, किसी नई नौकरी में प्रवेश करते हैं, किसी बड़ी चीज की खरीदारी करते हैं, घर बनवाते हैं, घर में प्रवेश करते हैं तो इसके लिए यह समय बेहद ही उत्तम होता है। 

इसके अलावा दिवाली का समय आध्यात्मिक और सामाजिक दोनों ही रूपों से विशेष महत्वपूर्ण माना गया है। यह समय आध्यात्मिक अंधकार पर आंतरिक प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य, और बुराई पर अच्छाई का उत्सव भी कहा जाता है।

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दीपावली पर दीपक जलाते समय भूलकर भी ना करें ये गलतियां 

दीपावली के दिन दिये जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है और तकरीबन हर घर में यह प्रथा मनाई जाती है लेकिन दिये जलाकर खाली जमीन पर भूल कर भी ना रखें। फिर चाहे वह घर के प्रवेश द्वार पर हो या माता लक्ष्मी के सामने रखा दिया ही क्यों ना हो। इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है। दिये को जलाकर उसे किसी आसन पर अवश्य रखें। इससे सकारात्मकता जीवन में आती है। 

इसके अलावा दीपावली के दिन दीपक जलाकर हमेशा पूर्व दिशा में ही रखें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा। अब सवाल उठता है कि, आसन कैसे बनाएं? अर्थात दिवाली का दिया किस चीज पर रखें। तो आप चाहे तो खड़े चावल का आसान बना सकते हैं और इसके ऊपर दीपक रख सकते हैं या फिर रोली अक्षत का आसान बनाकर इस पर दीपक रख सकते हैं। अगर आप खड़े चावल के आसन पर दीपक रखते हैं तो इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपकी किस्मत चमकने लगती है वहीं रोली अक्षत का आसान अगर आप इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह मजबूत होते हैं।

दीपावली पर कितने दीपक जलाएं और क्या है इनका महत्व 

दीपावली का पहला दिया धनतेरस के दिन जलाया जाता है इसे यम दीपक कहते हैं। यह मृत्यु के देवता यमराज को समर्पित होता है। धनतेरस के दिन शाम को सूर्यास्त के बाद घर के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर दक्षिण दिशा में दीपक जलाया जाता है। कहते हैं ऐसा करने से परिवार से अकाल मृत्यु का डर दूर हो जाता है। इसके अलावा अगर आप दीपक की बात कर रहे हैं तो दीपक हमेशा विषम संख्या में ही जलाने चाहिए अर्थात पांच दीपक, सात दीपक या नौ दीपक।

इसके अलावा तेल में हमेशा सरसों के तेल का इस्तेमाल करें। मुख्य तौर पर पांच दीपक जलाना बेहद अनिवार्य होता है। इसमें से एक दिया घर के सबसे ऊंचे स्थान पर रखते हैं, दूसरा दिया घर की रसोई में रखें, तीसरा दिया पीने के पानी के पास रखें, चौथ दिया पीपल के पेड़ के पास रख दें और पांचवा दिया घर के मुख्य प्रवेश द्वार जिसे यम दीपक कहते हैं वहां रखें। 

दीपावली में दीपक जलाने की हालांकि ऐसी कोई संख्या नहीं होती है आप जितने चाहे उतने दीपक जला सकते हैं लेकिन कम से कम पांच दीपक तो आपको अवश्य जलाएँ ही। दिया जलाने के लिए विशेष मंत्र का भी जप किया जाता है। क्या हैं ये मंत्र: 

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दीये जलाने का मंत्र

शुभं करोति कल्याणं आरोग्यम् धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते।।

दीपावली पर क्या करें-क्या ना करें? 

  • दीपावली के दिन रंगोली अवश्य बनाएं। इससे मां लक्ष्मी की प्रसन्नता हासिल होती है। 
  • दिवाली के दिन घर में तोरण अवश्य लगाएँ। यह आम के पत्ते, फूल आदि से बनाया जाता है। इसे लगाने से घर में सुख समृद्धि आती है। 
  • दिवाली के मौके पर अपने घर और ऑफिस को अच्छी तरह से सजाएँ।
  • दिवाली के दिन झाड़ू पूजन अवश्य करें। 
  • दिवाली के दिन प्रवेश द्वार के दोनों तरफ दीप अवश्य जलाएं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 

अब बात करें क्या ना करें कि तो, 

  • दिवाली के दिन शराब का सेवन बिलकुल भी ना करें। 
  • अपने घर और आसपास का वातावरण शांत रहने दें। 
  • वाद विवाद ना करें। 
  • आमतौर पर दिवाली के दिन संध्या बेला में सोए नहीं। ऐसा करने से घर में दरिद्रता नहीं आती है। 
  • अपने घर की स्त्रियों का अपमान ना करें। 
  • दिवाली के दिन अगर आप किसी को तोहफे देने जा रहे हैं तो धारदार चीजों या फिर पटाखे कभी भी तोहफे में ना दें। इस पर रिश्ते में खटास आती है।

दीपावली पर राशि अनुसार महालक्ष्मी पूजन 

कहते हैं दीपावली के समय अगर आप अपनी राशि के अनुसार विधि विधान से पूजा करें तो इससे आपको माँ लक्ष्मी की प्रसन्नता अवश्य हासिल होती है और जीवन में धन समृद्धि आती है। चलिए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं किन राशि के जातकों को किस तरह से लक्ष्मी पूजन इस दिन करना होता है। 

मेष राशि: मेष राशि के जातक दीपावली के दिन शुक्र यंत्र और शनि यंत्र मंत्रों से अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें और इसकी नियमित रूप से मां लक्ष्मी की पूजन करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक दीपावली की रात्रि से लगातार 7 दिन तक महालक्ष्मी यंत्र के समक्ष कमलगट्टे की माला से मां लक्ष्मी मंत्र का जप करें। इससे आपके जीवन में आर्थिक संपन्नता आने की संभावना बढ़ती है। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक दीपावली के दिन चांदी का श्री यंत्र बनाकर श्री लक्ष्मी के मंत्रों से अभिमंत्रित कर इसे गले में धारण करें तो धन लाभ होता है। 

कर्क राशि: कर्क राशि के जातक दीपावली पर सूर्य यंत्र और शुक्र यंत्र बनवाकर अभिमंत्रित कर लें, घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें, नियमित रूप से इसकी पूजा करें तो आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी। 

सिंह राशि: सिंह राशि के जातक दीपावली के दिन बुध यंत्र अभिमंत्रित कर घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें। इसकी नियमित रूप से पूजा करें। आपको मां लक्ष्मी की कृपा अवश्य प्राप्त होगी। 

कन्या राशि: कन्या राशि के जातक दीपावली के दिन चंद्र यंत्र और शुक्र यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें और नियमित रूप से इसके दर्शन और पूजा करें तो आर्थिक संकट दूर होने लगेगा। 

तुला राशि: तुला राशि के जातक दीपावली के दिन श्री यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करके नियमित रूप से इसकी पूजा करें। आपके जीवन से दुख, रोग, दरिद्रता दूर होगी। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक दीपावली पर गुरु यंत्र और बुध यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें। नियमित रूप से इसके दर्शन और पूजा करें तो इससे आपको माँ की कृपा प्राप्त अवश्य  होगी। 

धनु राशि: धनु राशि के जातक दीपावली पर शनि यंत्र और शुक्र यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में 1 वर्ष के लिए स्थापित कर दें, नियमित रूप से इसके दर्शन और पूजा करें तो मां लक्ष्मी की कृपा हासिल होगी। 

मकर राशि: मकर राशि के जातक दीपावली पर शनि और मंगल यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें, नियमित रूप से इसकी पूजा करें, दर्शन करें मां लक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होंगी।  

कुंभ राशि: कुम्भ राशि के जातक दीपावली पर गुरु यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें, नियमित रूप से इसकी पूजा और दर्शन करें, मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगी।

मीन राशि: मीन राशि के जातक दीपावली पर शनि मंगल यंत्र अभिमंत्रित करके घर के मंदिर में एक वर्ष के लिए स्थापित कर दें, नियमित रूप से इसके दर्शन करें तो मां लक्ष्मी की कृपा और प्रसन्नता हासिल होगी।

इसके अलावा भी आप छोटे-छोटे पूजा में कुछ उपाय कर सकते हैं जिससे भी आपको मां लक्ष्मी की प्रसन्नता हासिल हो सकती है जैसे कि,

  • मेष राशि के जातक मां लक्ष्मी को लाल फूल अवश्य अर्पित करें। 
  • वृषभ राशि के जातक इस दिन की पूजा के साथ मां लक्ष्मी मंत्र का जाप करें। 
  • मिथुन राशि के जातक महालक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें। 
  • कर्क राशि के जातक कमल के फूल से मां लक्ष्मी की पूजा करें। 
  • सिंह राशि के जातक मां लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा अवश्य करें और लाल रंग के फूल और मोदक पूजा में शामिल करें। 
  • कन्या राशि के जातक माता रानी को खीर का प्रसाद चढ़ाएं और हरे वस्त्र अर्पित करें। 
  • तुला राशि के जातक माता को लाल रंग के फूल और वस्त्र और मिठाई अर्पित करें। 
  • वृश्चिक राशि के जातक पूजा में लाल रंग का सिंदूर अवश्य चढ़ाएं। 
  • धनु राशि के जातक सफेद और पीले रंग के फूल अवश्य पूजा में शामिल करें। 
  • मकर राशि के जातक मां लक्ष्मी के समक्ष शुद्ध देसी घी का दीपक अवश्य जलाएं। 
  • कुंभ राशि के जातक दिवाली के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक प्रज्वलित करें। 
  • मीन राशि के जातक देवी को लाल चुनरी के साथ कमल का फूल अर्पित करें।

दिवाली और तिहार पर्व की सांस्कृतिक समानताएं 

भारत और नेपाल को हिंदू राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। साथ ही, इन दोनों देशों की धार्मिक, सांस्कृतिक मान्यताएं और रीति-रिवाज़ लगभग एक समान हैं। भारत और नेपाल में त्योहारों को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है जो सांस्कृतिक प्रेम एवं सौहार्द को दर्शाता है। उदाहरण के तौर पर, भारत में दिवाली और नेपाल में तिहार का पर्व लगातार पांच दिन मनाया जाता है और इसे मनाये जाने का तरीका और रिवाज़ भी लगभग समान है। 

जैसे दिवाली पर्व का आरंभ धनतेरस से होता है, उसी तरह तिहार पर्व का काग पूजा के साथ होता है। इसमें कौओं का पूजन किया जाता है और उन्हें खाना खिलाया जाता है। इसके पीछे मान्यता है कि कौवों को हमारे पूर्वजों का संदेशवाहक माना जाता हैं और हमारे पूर्वजों तक भोजन को पहुंचाने के लिए कौओं को इस दिन खाना खिलाया जाता है। 

ठीक इसी प्रकार, छोटी दिवाली की तरह ही नेपाल में कुकुर तिहार या काल भैरव पूजा की जाती है। इस पूजा के अंतर्गत कुत्तों का तिलक करके उन्हें फूल और भोजन अर्पित किया जाता है। बता दें कि कुत्ते को भगवान काल भैरव का वाहन माना जाता है जो धर्मराज युधिष्ठिर के साथ स्वर्ग तक गए थे। 

तीसरा दिन काफी हद तक दिवाली से मिलता है। इस दिन सुबह गौ (गाय) माता की पूजा की जाती है और भारत की ही तरह शाम को लोग दीपक जलाते हैं और पटाखे फोड़ते हैं।  

चौथे दिन, नेपाल में गोवर्धन पूजा की जाती है जो कि गोरू तिहार या गोरू पूजा के नाम से जानी जाती है। इस पूजा में भगवान शिव के वाहन नंदी बैल की पूजा की जाती है।  

पांचवां और अंतिम दिन, भारत में मनाये जाने वाले भाई दूज की तरह भाई टिका का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई के तिलक करती हैं और उनकी लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती हैं।  इसके साथ ही, तिहार पर्व का समापन हो जाता है, ठीक वैसे ही जैसे भारत में भाई दूज के साथ दिवाली त्योहार का अंत हो जाता है। 

तिहार पर्व के माध्यम से नेपाल गौ, नंदी समेत विभिन्न पशुओं के प्रति आभार प्रकट करता है और उनका आदर-सम्मान करता है, ठीक ऐसे ही भारत में दिवाली को मनाया जाता है। यह दोनों त्योहार भारत और नेपाल की संस्कृतियों में समानता को दर्शाते हैं और लोगों के जीवन में खुशियां लेकर आते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1: वर्ष 2024 में दिवाली का त्यौहार किस दिन मनाया जाएगा?

वर्ष 2024 में दिवाली का त्योहार अमावस्या तिथि पर 1 नवंबर 2024 शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा।

2: 2024 में दिवाली का शुभ मुहूर्त क्या है? 

दिवाली 2024 का शुभ मुहूर्त: लक्ष्मी पूजा मुहूर्त्त :17:35:38 से 18:18:58 तक
अवधि :0 घंटे 43 मिनट
प्रदोष काल :17:35:38 से 20:11:20 तक
वृषभ काल :18:21:23 से 20:17:16 तक

3: 2024 में धनतेरस किस दिन है? 

वर्ष 2024 में धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 मंगलवार के दिन पड़ रही है। 

4: 2024 में भाई दूज कब है?

वर्ष 2024 में भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर 2024 रविवार के दिन मनाया जाएगा। 

टैरो मासिक राशिफल 2024: त्योहारों से सजा नवंबर का महीना किन राशियों के लिए रहेगा शुभ?

टैरो कार्ड मासिक भविष्यवाणी 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।

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साल 2024 का ग्यारहवां महीना यानी नवंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि साल 2024 का ग्यारहवां माह यानी नवंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?

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मेष राशि

प्रेम जीवन: द मून 

आर्थिक जीवन: द हर्मिट

करियर: द लवर्स 

स्वास्थ्य: द डेविल 

मेष राशि वालों के लिए नवंबर के महीने को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है। प्रेम जीवन में द मून का आना दर्शाता है कि अगर आप पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो आप रिश्ते में नाखुश या फिर असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। यह कार्ड संकेत कर रहा है कि आपका रिश्ता उतना अच्छा नहीं है जितनी दिखाई दे रहा है, भले ही दुनिया को आपका रिश्ता सही लगे। लेकिन, आपके रिश्ते में गलतफ़हमियां हो सकती हैं और साथ ही, बहस या विवाद होने की भी आशंका है। संभव है कि इन जातकों के रिश्ता भय या लंबे समय से समस्याओं भरा हों। 

आर्थिक जीवन में द हर्मिट कहता है कि इस माह इन जातकों का मन धन और भौतिक वस्तुओं से हट सकता है। ऐसे में, आपको लग सकता है कि यह सब अब आपके लिए काफी नहीं है और आप किसी नई नौकरी की तलाश में जुट सकते हैं। हालांकि, इस अवधि में आप  सोच-समझकर धन को संभालने के साथ-साथ निवेश कर सकेंगे।

करियर में द लवर्स कुछ फैसले लेने की आवश्यकता को दर्शा रहा है। इस बात की प्रबल संभावना है कि आप नौकरी में बदलाव करने या फिर मौजूदा पद में सुधार करने के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं। इस अवधि को कार्यक्षेत्र के लिए अनुकूल कहा जाएगा और ऐसे में, आप तथा सहकर्मी मिलजुल कर काम करते हुए दिखाई देंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप सफलता प्राप्त कर सकेंगे। 

द डेविल आपकी बुरी आदतों की वजह से ख़राब स्वास्थ्य की तरफ इशारा कर रहा है। इनमें नशा, शराब या हद से ज्यादा खाना जैसी आदतें शामिल हो सकती हैं। साथ ही, आपको सिजोफ्रेनिया, बाइपोलर डिसऑर्डर, चिंता, तनाव और उदासीनता जैसी मानसिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। अगर आप किसी भी तरह की मानसिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से सहायता लेने की सलाह दी जाती है। 

लकी चार्म: सिंबॉलिक की 

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: एट ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: पेज ऑफ कप्स  

करियर: नाइट ऑफ़ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: फोर ऑफ वैंड्स

वृषभ राशि के जातकों के लिए नवंबर का महीना बहुत अच्छा रहेगा। एट ऑफ पेंटाकल्स कहता है कि इन जातकों के रिश्ते में प्रयास, समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होगी। ऐसे में, आपका रिश्ता आगे बढ़ेगा और अब आपको अपने प्रयासों के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान यह जातक अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम होंगे। 

आर्थिक जीवन में आपको पेज ऑफ कप्स मिला है जो बताता है कि धन से जुड़े मामलों में आप सपनों में खोये रह सकते हैं जैसे कि लॉटरी जीतना या फिर आप एक ऐसी जगह धन निवेश करना चाहेंगे जिसमें जोख़िम कम हो और आप लंबे समय तक दीर्घालिक निवेश प्राप्त कर सकेंगे। लेकिन, बेहतर होगा कि आप अपने भविष्य के लिए कोई ठोस कदम उठाएं ताकि आप एक के बाद एक अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा कर सकें। 

जब बात आती है पेशेवर जीवन की, तो नाइट ऑफ़ पेंटाकल्स महत्वाकांक्षाओं, दृढ़ता और लक्ष्य को पाने की तरफ संकेत करता है। यह इस बात को दर्शाता है कि इन जातकों को अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए दृढ़ होने के साथ-साथ कड़ी मेहनत करने की आवश्यकतका होगी। दूसरी तरफ, अगर आप अपने कार्यों को बुद्धिमानी और अच्छे से करेंगे, तो कार्यक्षेत्र में सराहना और प्रशंसा की प्राप्ति होगी। 

स्वास्थ्य को देखें तो, फोर ऑफ वैंड्स को आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा कहा जाएगा। यह कार्ड एक लंबे समय तक बीमार रहने के बाद आपके स्वस्थ होने की तरफ इशारा कर रहा है क्योंकि फोर ऑफ वैंड्स अच्छी सेहत और जोश का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, इस राशि की गर्भवती महिलाएं एक स्वस्थ संतान को जन्म दे सकती हैं।

लकी चार्म: एमराल्ड नेकलेस 

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मिथुन राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ़ वैंड्स  

आर्थिक जीवन: पेज ऑफ़ वैंड्स

करियर: क्वीन ऑफ़ वैंड्स

स्वास्थ्य: सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स

मिथुन राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए ऐस ऑफ़ वैंड्स को शानदार कार्ड कहा जाएगा जो कि आपके जीवन में एक नई शुरुआत की तरफ संकेत कर रहा है। यह कार्ड बता रहा है कि इन जातकों के जीवन में एक रोमांचक सफर शुरू हो सकता है जैसे कि सगाई होना, विवाह बंधन में बंधना या फिर एक परिवार की शुरुआत करना आदि। साथ ही, इस राशि के सिंगल जातक अपने मनपसंद व्यक्ति के सामने अपनी भावनाओं को रख सकते हैं।

पेज ऑफ़ वैंड्स को आपके आर्थिक जीवन के लिए शुभ माना जाएगा। यह कार्ड आपको मिलने वाले तरक्की और लाभ के अवसरों की बात कर रहा है। साथ ही, आपको नौकरी, प्रमोशन या एक सफल व्यापार की शुरुआत करने का मौका मिल सकता है। 

क्वीन ऑफ़ वैंड्स कहता है कि यह समय आपके करियर के लिए अच्छा रहेगा और इस दौरान आप मन लगाकर काम करेंगे। आप एक साथ कई कामों को कर सकेंगे। करियर में खुद को सही दिशा में ले जाने का हुनर आपको सफल बनाने का काम करेगा।

सेवेन ऑफ स्वॉर्ड्स मिथुन राशि के जातकों को जीवन में किसी भी तरह के नुकसान या किसी रोग आदि का सामना करते हुए धैर्यवान रहने के लिए कह रहा है। स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर काबू पाने के लिए आपको दृढ़ रहना होगा। इसके अलावा, इन लोगों को अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही, आप प्रियजनों से भी सहायता मांग सकते हैं। 

लकी चार्म: एगेट कॉस्टर्स        

कर्क राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्स 

करियर: ऐस ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स 

कर्क राशि के जातकों को प्रेम जीवन में नाइन ऑफ पेंटाकल्स प्राप्त हुआ है जो रिश्ते में स्थिरता और सुरक्षा का प्रतिनिधित्व करता है। इन जातकों को साथी का हर कदम पर साथ मिलेगा और वह आपको प्रोत्साहित करने का काम करेंगे।  ऐसा लग रहा है कि आप और आपके जीवनसाथी किसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए काफ़ी प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा, जो जातक बहुत समय से एक रिश्ते में हैं, अब वह एक ऐसे पड़ाव पर आ गए हैं जहाँ सालों की गई एक-दूसरे की मेहनत की तारीफ करते हुए दिखाई देंगे। वहीं, इस राशि के जातकों का सिंगल होना दर्शाता है कि इन्हें अपनी आज़ादी बहुत ज्यादा पसंद होगी। 

टेन ऑफ कप्स आपके आर्थिक जीवन के लिए स्थिरता और पर्याप्त मात्रा में धन प्राप्त होने की तरफ संकेत कर रहा है। इन लोगों द्वारा अतीत में किया गया निवेश अब आपको लाभ दे सकता है। यह कार्ड आपको सोच-समझकर फैसले लेने की सलाह दे रहा है ताकि आपका आर्थिक जीवन समृद्ध बना रहे। 

कर्क राशि के जातकों के करियर के लिए ऐस ऑफ पेंटाकल्स आपको मिलने वाले नए अवसरों को दर्शा रहा है। साथ ही, यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि इस अवधि में आपको प्रमोशन मिल सकता है या फिर आप करियर की बेहतरी के लिए नौकरी में बदलाव कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको विदेश से नौकरी के भी अवसर प्राप्त हो सकते हैं।   

स्वास्थ्य की बात करें, तो नाइन ऑफ़ स्वॉर्ड्स मानसिक समस्याओं या चिंता की तरफ इशारा कर रहा है जिसकी वजह से आपको लगातार सिर में दर्द, माइग्रेन आदि बना रह सकता है। ऐसे में, अगर समस्या बनी रहती है, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी जाती है। 

लकी चार्म: मूनस्टोन चक्र ब्रेसलेट 

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: द एम्प्रेस 

करियर: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: पेज ऑफ स्वॉर्ड्स 

सिंह राशि के जातकों के प्रेम जीवन में नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स दर्शाता है कि या आपका पार्टनर सीधे-सादे स्वभाव का और बुद्धिमान हो सकता है या फिर आप अपने व्यक्तित्व में ऐसे गुण चाहते होंगे।  ऐसे में, अगर आप पहले से रिश्ते में हैं और उसमें कोई समस्या चल रही है, तो आप पार्टनर के सामने दिल खोलकर बात करें जिससे आपका रिश्ता सही दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।

द एम्प्रेस करियर और आर्थिक जीवन में धन-समृद्धि, सफलता और उन्नतिं को दर्शाता है। साथ ही, यह एक सफल करियर के साथ-साथ पैसा कमाने की अच्छी क्षमता और धन से जुड़े मामलों में सफलता का प्रतिनिधित्व करता है। 

जब बात आती है करियर की, तो क्वीन ऑफ पेंटाकल्स को एक शुभ कार्ड माना जाएगा क्योंकि यह सफलता और व्यापार करने की अच्छी काबिलियत को दर्शाता है। इस राशि वाले व्यापार के क्षेत्र में सफल, आत्मविश्वास से भरे और मज़बूत व्यक्ति होंगे। अगर आप नौकरी करते हैं, तो आपका बॉस या कोई अनुभवी सहकर्मी आपको सही दिशा में ले जाने का काम करेगा इसलिए आपको उनकी सलाह पर ध्यान देना होगा। 

पेज ऑफ स्वॉर्ड्स आपकी सेहत को लेकर भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों को बुखार या एलर्जी से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। ऐसे में, आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने और समय पर दवाई लेने की सलाह दी जाती है जिससे आप तेज़ी से और पूरी तरह से स्वस्थ हो सकें। 

लकी चार्म: येलो एम्बर स्टोन 

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: द डेथ

आर्थिक जीवन: द चेरियट 

करियर: किंग ऑफ़ कप्स 

स्वास्थ्य: टू ऑफ स्वॉर्ड्स

कन्या राशि वालों को प्रेम जीवन में द डेथ कार्ड मिला है जो आपके या जीवनसाथी द्वारा एक असफल रिश्ते को बनाए रखने या फिर रिश्ते में पुरानी सोच लेकर चलने की तरफ इशारा कर रहा है जो कि आपके रिश्ते में समस्याएं पैदा करने का काम कर रही हैं। साथ ही, यह कार्ड संकेत कर रहा है कि यह समय रिश्ते का अंत करने या फिर आप दोनों को मिलकर रिश्ता बनाए रखने के लिए उन आदतों या समस्याओं पर काम करना होगा जो आपके रिश्ते के लिए ठीक नहीं हैं।

बात करें आर्थिक जीवन की, तो द चेरियट आपको सावधानी बरतने के लिए कह रहा है। संभव है कि किसी मामले में जरूरी निर्णय लेने के लिए आपके पास पर्याप्त जानकारी न हो। ऐसे में, आपको सचेत रहने के साथ-साथ बिना सोचे-समझे खरीदारी से बचना होगा।  

करियर के क्षेत्र में किंग ऑफ कप्स स्थिरता और सुरक्षा को दर्शाता है। हालांकि, यदि आप नौकरी करते हैं और वेतन ज्यादा न होने के बावजूद भी आप अपनी नौकरी और जीवन दोनों से संतुष्ट दिखाई देंगे। इस दौरान आप पर्याप्त मात्रा में धन कमा सकेंगे जिससे आप अपने खर्चों को पूरा कर सकेंगे। 

टू ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत करता है कि कन्या राशि वाले इस समय खुद को एक दोराहे पर खड़ा हुआ पा सकते हैं क्योंकि इस समय आपको अपने जीवन के संबंध में कोई बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है जो आपको चिंता देने का काम कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आप कोई फैसला लेने की स्थिति में नहीं होंगे और ऐसे में, आप घबराहट या तनाव जैसी सवास्थ्य समस्याओं से परेशान नज़र आ सकते हैं।

लकी चार्म: इविल आई  

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तुला राशि

प्रेम जीवन: फोर ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ पेंटाकल्स

करियर: नाइन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स

तुला राशि के जातकों को प्रेम जीवन में फोर ऑफ पेंटाकल्स मिला है जो भविष्यवाणी कर रहा है कि आप और आपके पार्टनर एक-दूसरे के काफ़ी करीब होंगे और ऐसे में, आप एक-दूसरे पर निर्भर हो सकते हैं। साथ ही, फोर ऑफ़ पेंटाकल्स एक जलन से भरे रिश्ते की तरफ भी इशारा कर रहा है।  

आर्थिक जीवन में किंग ऑफ पेंटाकल्स उपलब्धियों, आर्थिक समृद्धि और भौतिक सुख का प्रतिनिधित्व करता है। इस राशि के जातक भरोसेमंद हो सकते हैं और यह अपने आत्मविश्वास के बल पर अपने साथ-साथ प्रियजनों के लिए भी पैसा कमाने में सक्षम होंगे। इन लोगों को अपनी कड़ी मेहनत द्वारा कमाई गई चीज़ों का महत्व अच्छे से पता होगा।

करियर के क्षेत्र में नाइन ऑफ वैंड्स आपके अधूरे कार्यों की तरफ संकेत करता है। यह बता रहा है कि तुला राशि वाले संतुलन कायम करने के लिए अपने जीवन के विभिन्न आयामों में समस्याओं से जूझ सकते हैं और इसके लिए आपको काफ़ी ऊर्जा की आवश्यकता होगी। लेकिन, आप अपना लक्ष्य पाने के लिए दृढ़ रहेंगे इसलिए जब तक अपनी मंज़िल पर नहीं पहुंच जाएंगे, तब तक आप हार नहीं मानेंगे। 

फाइव ऑफ कप्स आपके स्वास्थ्य को लेकर कह रहा है कि इस महीने आप कभी-कभी निराश या हताश दिखाई दे सकते हैं क्योंकि बीते समय में आपसे कुछ गलतियां हो सकती हैं या फिर आप कुछ गलत फैसले ले सकते हैं। ऐसे में, आप इन पछतावे से बाहर नहीं आ पा रहे होंगे और न ही खुद को माफ करते हुए जीवन में आगे बढ़ पा रहे होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप उदास नज़र आ सकते हैं इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि पुरानी बातों को भूलकर एक नई सोच के साथ आगे बढ़ें।

लकी चार्म: ट्राएंगल पेंडेंट  

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: द सन 

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) 

करियर: ऐस ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स

वृश्चिक राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिए द सन प्रेम से पूर्ण रिश्ते की तरफ संकेत कर रहा है। यह कार्ड खुशियों और एक मज़बूत रिश्ते का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, इन जातकों को अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए साथी को थोड़ा समय देने की सलाह दी जाती है।

थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) आर्थिक जीवन में आपको धन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के साथ-साथ पेशेवर जीवन में एक उम्मीद के साथ आगे बढ़ने के लिए कह रहा है। आपको अपनी तमाम तकलीफों से बाहर आते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा ताकि आप आगे बढ़ सकें। इस दौरान आप अपने धन को एक सही जगह निवेश कर सकते हैं या फिर आप यह जानने में सक्षम होंगे कि क्या आपकी मौजूदा आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में स्थिर और मज़बूत है।

करियर के क्षेत्र में ऐस ऑफ कप्स का आना नेक इरादों और सुनहरे अवसरों की तरफ इशारा कर रहा है। ऐसे में, आप इनका इस्तेमाल अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए कर सकते हैं। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं, तो इस अवधि में आपको नौकरी मिल सकती है। 

स्वास्थ्य की बात करें, सिक्स ऑफ़ पेंटाकल्स बता रहा है कि नवंबर माह के दौरान आपकी सेहत में सुधार देखने को मिलेगा। इस राशि के जो जातक पहले से बीमार हैं, तो यह कार्ड आपके स्वस्थ होने की तरफ इशारा कर रहा है। लेकिन, आप जरूरत होने पर डॉक्टर के साथ-साथ अपने करीबियों की भी सहायता ले सकते हैं। 

लकी चार्म: स्नेक चार्म्स    

धनु राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: ऐट ऑफ कप्स

करियर: ऐट ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: सेवेन ऑफ पेंटाकल्स

धनु राशि वालों को प्रेम जीवन में ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स प्राप्त हुआ है जो रिश्ते में प्रेम और सफलता को दर्शाता है। यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि इस राशि के जातक पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो आप रिश्ते में चल रही समस्याओं का समाधान स्पष्ट और खुले तौर पर बात करके करना पसंद करेंगे। साथ ही, अगर आप एक तनाव मुक्त और खुशहाल रिश्ता चाहते हैं, तो आपको पार्टनर के साथ ईमानदार होकर साफ और स्पष्ट रूप से बात करनी होगी। इस राशि के जो लोग सिंगल हैं, उनकी मुलाकात किसी ऐसे इंसान से हो सकती है जिनसे आप अपने विचार या दिल की बातें बेझिझक होकर शेयर करेंगे क्योंकि उनके साथ आप एक तरह का जुड़ाव महसूस करेंगे। 

ज़िंदगी में अक्सर हम एक ऐसे मुकाम पर आ जाते हैं जहां हमें कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने के लिए उन चीज़ों को छोड़ना पड़ता है जिनसे हमें बहुत लगाव होता है। ऐसे में, ऐट ऑफ कप्स कहता है कि यह जातक अगर अपनी मनपसंद ज़िंदगी को पाना चाहते हैं, तो आपको घर की सुख-सुविधाओं को छोड़ना होगा तब ही आप अपने सपनों को साकार कर सकेंगे। ऐसे में, इन जातकों को नौकरी या व्यापार में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। 

ऐट ऑफ वैंड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि व्यापार के क्षेत्र में यह अवधि आपके लिए अपार तरक्की और विस्तार के अवसर लेकर आएगी। सामान्य शब्दों में कहें, तो इस दौरान आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों को आपकी योजनाओं की तुलना में तेज़ी से सफलता प्राप्त होगी। साथ ही, आप सही निर्णय लेने के साथ-साथ कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। 

सेवेन ऑफ पेंटाकल्स किसी लक्ष्य को हासिल करने का प्रतीक है इसलिए इस अवधि को अपने खानपान पर ध्यान देने, आदतों में बदलाव करने, वजन घटाने या फिटनेस गोल को पाने आदि के लिए श्रेष्ठ कहा जाएगा। इसके अलावा, यह कार्ड गर्भधारण या गर्भावस्था की तरफ भी संकेत कर रहा है और ऐसे में, आपकी प्रियजनों द्वारा देखभाल की जा रही होगी। कुल मिलाकर, इन दोनों ही परिस्थितियों के लिए सेवेन ऑफ पेंटाकल्स को शुभ कहा जाएगा। 

लकी चार्म: फॉक्स रैबिट फुट किचेन 

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मकर राशि

प्रेम जीवन: द हर्मिट

आर्थिक जीवन: द हैरोफ़न्ट 

करियर: द हाई प्रीस्टेस 

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ़ वैंड्स

मकर राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए द हर्मिट भविष्यवाणी कर रहा है कि इन जातकों को किसी भी रिश्ते में प्रवेश करने से पहले थोड़ा समय अकेले में बिताकर यह जानना जरूरी होगा कि आख़िर आप चाहते क्या है? इस अवधि में यह जातक मनचाहा प्यार पाने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे होंगे, लेकिन कभी-कभी आप अकेला महसूस कर सकते हैं। यदि आप पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो इस अवधि में आप और आपका पार्टनर स्वयं के बारे में गहराई से जानने के इच्छुक नज़र आएंगे। 

आर्थिक जीवन के लिए नवंबर के महीने को अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि आने वाला समय आपके आर्थिक जीवन के लिए अच्छा रहेगा चाहे फिर वह पारंपरिक रूप से धन कमाने या फिर कम निवेश वाले जोख़िम के संबंध में हो। यदि आपको धन से जुड़े मामलों में सलाह लेने की आवश्यकता हो, तो आप किसी विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं। 

करियर की बात करें, तो द हाई प्रीस्टेस उच्च शिक्षा और सीखने की क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, यह आपको करियर के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और रचनात्मक गुणों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा। 

फाइव ऑफ़ वैंड्स मकर राशि के जातकों के किसी बीमारी से बाहर आने की तरफ संकेत कर रहा है। साथ ही, आप तनाव के शिकार हो सकते हैं और इस दौरान आपको एड्रेनालाईन का ज्यादा सेवन करने से बचना होगा ताकि तनाव से जुड़ी समस्याओं जैसे कि उच्च रक्तचाप आदि से बचा जा सके।

लकी चार्म: फोर लीफ क्लॉवर 

कुंभ राशि

प्रेम जीवन: सेवेन ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ वैंड्स

करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

कुंभ राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए सेवेन ऑफ कप्स कह रहा है कि इन जातकों को नए प्रस्ताव मिल सकते हैं। साथ ही, रिश्ते में आने के भी योग बनेंगे और ऐसे में, आपको किसी एक का चुनाव करना मुश्किल लग सकता है या फिर एक ऐसे व्यक्ति को अपना जीवनसाथी चुन सकते हैं जो आपके लिए ठीक होगा। इसके फलस्वरूप, यह कार्ड आपको जल्दबाज़ी में फैसला लेकर बाद में पछताने से अच्छा थोड़ा समय लेकर सोच-विचार करने के लिए कह रहा है। 

आर्थिक जीवन में क्वीन ऑफ वैंड्स बता रहा है कि नवंबर में इन लोगों की आर्थिक स्थिति स्थिर बनी रहेगी और पूरी तरह से आपके काबू में होगी। हालांकि, इस समय आपको धन से जुड़े फैसले बहुत सोच-विचारकर लेना शुरू करना होगा। संभावना है कि कुंभ राशि के जातकों को आर्थिक जीवन में तरक्की पाने की राह में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह परेशानियां थोड़े समय के लिए होंगी। लेकिन, अब आप अच्छे से समझ सकेंगे कि आप जीवन में चाहते क्या है। 

करियर के क्षेत्र में फोर ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि यह जातक मौजूदा नौकरी में अपने काम और पद के बहुत ज्यादा आदी हो चुके होंगे और ऐसे में, आप स्वयं को मिलने वाले महत्वपूर्ण अवसरों को नकार रहे हैं जो आपके करियर को सफलता के रास्ते पर लेकर जा सकते हैं। 

स्वास्थ्य के मामले में थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स आपको चोट लगने या फिर किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने को दर्शा रहा है। ऐसे में, इन जातकों को अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा और इनसे बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। 

लकी चार्म: लेडीबग एंड क्रिकेट्स 

मीन राशि

प्रेम जीवन: टू ऑफ कप्स  

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ पेंटाकल्स

करियर: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स 

मीन राशि के जातकों के जीवन में टू ऑफ कप्स सच्चा प्यार लेकर आ सकता है। साथ ही, यह कार्ड आपके जीवन के उन रिश्तों में शांति और सम्मान कायम होने की तरफ संकेत कर रहा है जिनका संबंध आपके सामान्य जीवन से है। टू ऑफ कप्स दो लोगों के बीच प्यार का प्रतिनिधित्व करता है फिर चाहे वह दोस्त, परिवार या प्रेमी हो।

आर्थिक जीवन में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्स मिला है जो कि एक अशुभ कार्ड माना जाएगा क्योंकि यह आपको चेतावनी दे रहा है कि इन जातकों को आर्थिक समस्याओं या फिर कंगाली का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपके जीवन में गंभीर आर्थिक समस्याएं जन्म ले सकती हैं इसलिए आपको ज्यादा से ज्यादा धन की बचत करने और आर्थिक योजनाएं बनाकर चलने की सलाह दी जाती हैं। 

करियर के संबंध में नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि यह जातक पेशेवर जीवन के लक्ष्यों को पाने के प्रति समर्पित रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, इन्हें पूरा करने पर आपका सारा ध्यान केंद्रित होगा। हालांकि, नवंबर माह में करियर से जुड़े लक्ष्यों के प्रति आपके विचार पहले से अधिक स्पष्ट होंगे।

मीन राशि के जातकों के लिए क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स निश्चित रूप से राहत लेकर आएगा और ऐसे में, आप पूरी तरह से स्वस्थ दिखाई देंगे इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप अपनी अच्छी सेहत को आगे भी बनाए रखें।

लकी चार्म: ड्रीमकैचर 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या अपने वर्तमान को जानने के लिए टैरो एक सही साधन है?

हाँ, निश्चित रूप से टैरो अपने भविष्य और वर्तमान की योजना बनाने और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए सबसे शानदार जरिया है।

2. मध्यकाल में टैरो को क्यों त्याग दिया गया था?

मध्यकाल में टैरो का संबंध अंधविश्वास और जादू-टोने से जोड़े जाने के कारण इसका त्याग कर दिया गया था।  

3. क्या कोई भी टैरो रीडर बन सकता है?

हाँ, कोई भी इंसान सही ट्रेनिंग और अपनी क्षमताओं के आधार पर टैरो रीडर बन सकता है।