मासिक अंक फल नवंबर 2024: इस महीने इन मूलांक वालों को मिलेगी सुख-समृद्धि!

मासिक अंकफल नवंबर 2024: अंक ज्योतिष के अनुसार नवंबर का महीना साल का 11वां महीना होने के कारण अंक 2 का प्रभाव लिए होता है। यानी कि इस महीने पर चंद्र ग्रह का अधिक प्रभाव रहने वाला है। आपको बता दें कि इस साल का अंक 8 है, ऐसे में नवंबर 2024 के महीने पर चंद्र के अलावा सूर्य और शनि का भी प्रभाव रहने वाला है। हालांकि, मूलांक के अनुसार अलग-अलग लोगों पर चंद्र, सूर्य और शनि का अलग-अलग असर पड़ेगा लेकिन नवंबर 2024 का महीना सामान्य तौर पर स्त्रियों, बारिश, मौसम में त्वरित बदलाव और मौसम जनित बीमारियों के लिए विशेष रह सकता है। आइए जानते हैं कि आपके मूलांक के लिए नवंबर 2024 का महीना कैसा रहेगा अर्थात नवंबर 2024 आपके लिए कैसे परिणाम लेकर के आ रहा है?

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मूलांक 1

यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा और मूलांक 1 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 2, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने आपको सपोर्ट करने वाले अंकों की संख्या अधिक है। सिर्फ अंक 8 ही आपके विरोध में नजर आ रहा है, बाकी के अंक या तो सपोर्ट में हैं या आपके लिए तटस्‍थ रह सकते हैं।

इस कारण से इस महीने सामान्य तौर पर आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम मिलने चाहिए। इस महीने भावनात्मक रूप से कुछ असंतुलन देखने को मिल सकता है लेकिन कई मामलों में भावनात्मक रूप से संतुष्टि भी मिलने के योग बन रहे हैं। यह महीना संबंधों में अच्छी खासी अनुकूलता देने का काम कर सकता है। भले ही कुछ एक संबंधियों को लेकर आप थोड़े से असंतुष्ट रहें लेकिन ज्यादातर संबंधियों के द्वारा आपका सपोर्ट किया जाएगा।

घर परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। जहां आपकी अपने रिश्‍तेदारों से मुलाकात होने की संभावना है। इस महीने धैर्य के साथ काम करने की आवश्यकता है। धर्य के साथ काम करने की स्थिति में परिणाम काफी अच्छे मिल सकेंगे। विशेषकर साझेदारी में काम करने वाले लोगों को काफी अच्छे परिणाम मिलने के योग हैं। दांपत्य संबंधी मामलों के लिए भी यह महीना काफी अच्छे परिणाम दे सकता है। प्रेम संबंधों में भी अच्छी खासी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। यात्रा इत्यादि से संबंधित मामलों के लिए भी नवंबर 2024 का महीना अनुकूल रहेगा।

उपाय: मां दुर्गा के मंदिर में पानी वाले नारियल चढ़ाना शुभ रहेगा।

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मूलांक 2

यदि आप किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 2 होगा और मूलांक 2 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 3, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने के ज्यादातर अंक आपके सपोर्ट में हैं। सिर्फ अंक 9 के द्वारा छोटी-मोटी कठिनाइयां हो सकती हैं। उस पर भी यदि आप क्रोध पर नियंत्रण रखेंगे तो वह समस्या भी नहीं आएगी।

धैर्य और शांति के साथ किए गए कामों में सफलता मिलती रहेगी। नवंबर 2024 का महीना सामाजिक कार्यों से जुड़ाव देकर आपको अच्छी सफलता दे सकता है। यह सफलता कार्य क्षेत्र में तो उन्नति देगी ही साथ ही साथ सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ाने में भी आपकी सोशल एक्टिविटीज फायदेमंद सिद्ध होंगी। अर्थात आप समाज के लिए काम करेंगे और बदले में समाज में आपको प्रतिष्ठा मिलेगी।

कुछ नई योजनाओं पर भी बात बन सकती है। अर्थात आप नई योजनाओं पर काम भी कर सकते हैं। आपके भाई और मित्र एवं वरिष्ठ इस महीने आपका अच्छा खासा सहयोग कर सकते हैं। यद्यपि कभी कभार मन में आलस्य के भाव रह सकते हैं या कामों में कुछ धीमापन भी देखने को मिल सकता है लेकिन उनसे भी आपको कहीं न कहीं कोई न कोई लाभ मिल जाएगा। क्योंकि धैर्य का फल मीठा होता है। हालांकि, कभी कभार छोटी-मोटी लापरवाही भी धैर्य का रूप धारण करके आपको सफलता दिला सकती है।

ऐसे में लापरवाह बन जाना उचित नहीं रहेगा बल्कि चौकन्ना रहना है कि आलस्य अधिक न रहे। अर्थात धैर्य के साथ काम करेंगे और ऊर्जावान बने रहेंगे तो परिणामों में अनुकूलता देखने को मिलती रहेगी। घर परिवार और समाज से भी अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। आर्थिक मामलों में भी आप अच्छा कर सकते हैं। भाई बंधुओं और मित्रों के साथ भी सामान्य तौर पर संबंधों में अनुकूलता देखने को मिलेगी और उन संबंधों से आपका हित भी होगा, इस बात की संभावनाएं मजबूत हो रही हैं।

उपाय: मंदिर में पीले फलों को चढ़ाना शुभ परिणाम देगा।

मूलांक 3

यदि आप किसी महीने की 3,12, 21 या फिर 30 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 3 होगा और मूलांक 3 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 4, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने के ज्यादातर अंक आपके लिए औसत परिणाम देना चाह रहे हैं। कुछ अंक आपके समर्थन में भी हैं लेकिन विशेष अनुकूल बात यह है कि इस महीने कोई भी अंक आपका विरोध नहीं कर रहा है। अतः नवंबर 2024 के महीने में सामान्य तौर पर आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम मिलने चाहिए।

मार्ग में कोई व्यवधान नजर नहीं आ रहा है। यद्यपि तीन के साथ 4 और 8 जैसे अंकों का प्रभाव कामों में कुछ धीमापन देने का काम कर सकते हैं। अंक 8 का स्वभाव कठिन और असाध्य राह पर ले जाने का होता है। अतः कामों में कुछ मेहनत ज्यादा लग सकती है। अर्थात किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए अपेक्षाकृत अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है लेकिन उस मेहनत से सफलता मिलने की अच्छी खासी उम्मीदें नजर आ रही हैं।

वैसे तो आप सामान्य तौर पर एक अनुशासित व्यक्ति हैं लेकिन इस महीने अनुशासन में थोड़ी सी कमी देखने को मिल सकती है। बेहतर होगा अनुशासन को बनाए रखें। वरिष्ठों का सम्‍मान करें। बदले में आपको उनका स्नेह और मार्गदर्शन मिलता रहेगा। फलस्वरूप न केवल कामों में बल्कि सामाजिक मामलों में भी आपको अच्छे परिणाम मिलते रहेंगे। इस महीने आपका मैनेजमेंट पार्ट तुलनात्मक रूप से थोड़ा सा कमजोर रह सकता है लेकिन अनुकूल बात यह रहेगी कि उस कमजोरी का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। फिर भी आपको इस पक्ष पर ध्यान देने की आवश्यकता तो रहेगी ही, क्योंकि इससे आपकी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। अर्थात सामान्य तौर पर नवंबर 2024 के महीने में आप कठिन मेहनत करते हुए अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। स्वयं को अनुशासित और व्यवस्थित रखने की आवश्यकता रहेगी, क्योंकि ऐसा करने की स्थिति में अनुकूलता बनी रहेगी।

उपाय: अपने सामर्थ्‍य के अनुसार गरीबों में मूली का पराठा बांटें।

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मूलांक 4

यदि आप किसी भी महीने की 4,13, 22 या फिर 31 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 4 होगा और मूलांक 4 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 5, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने ज्यादातर अंक आपके साथ पूर्ण रूप से समर्थन करते हुए नज़र नहीं आ रहे हैं। इस महीने अंक 5 आपके समर्थन में है जबकि 3 और 9 से आपको औसत परिणाम मिल सकते हैं। वहीं 1 और 8 आपके विरुद्ध परिणाम दे सकते हैं। इसलिए नवंबर 2024 का महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है।

हालांकि, यदि आप धैर्य के साथ काम करेंगे और अनुभवी लोगों से राय मशवरा करके काम करेंगे तो परिणाम आपके विरुद्ध नहीं होंगे। इस महीने आप कुछ चीजों में परिवर्तन करने की भी सोच सकते हैं। इस काम में अंक 5 का पूरा सहयोग मिलने के कारण आप परिवर्तन करने में सफल भी रह सकते हैं लेकिन बेहतर होगा कि जिस परिवर्तन के लिए आप कोशिश कर रहे हैं, उस परिवर्तन का लाभ ले रहे अनुभवी लोगों से आपको इस संदर्भ में विचार विमर्श कर लेना चाहिए।

यात्राओं के लिए यह महीना अनुकूल परिणाम दे सकता है। विशेषकर व्यापारिक यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं। यदि आप अपने व्यापार व्यवसाय या कार्यक्षेत्र को और बढ़ाना चाह रहे हैं तो इस मामले में भी नवंबर का महीना आपको अच्छे परिणाम दे सकता है।

सामाजिक दायरे को बढ़ाने में भी यह महीना अनुकूल परिणाम दे सकता है। आमोद प्रमोद और मनोरंजन के मामले में भी नवंबर का महीना आपको काफी अच्छे परिणाम दे सकता है। यानी कि सामान्य तौर पर यह महीना आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। बस कुछ एक सावधानियां रखने की आवश्यकता रहेगी। आवश्यकता से अधिक ऊर्जावान बने रहना, आसपास के लोगों में जरूर से ज्यादा चतुर होने का संदेश दे सकता है। अर्थात लोग यह मान सकते हैं कि आप ओवर स्मार्ट बन रहे हैं। अतः इससे बचना जरूरी रहेगा। वहीं एकदम से आलसी भी नहीं होना है।

यदि आप बैलेंस बनाए रखेंगे; जितनी जरूरत है उतनी स्मार्टनेस दिखाते रहेंगे और समझदारी के साथ काम करते रहेंगे तो इस महीने आप न केवल मनचाहा परिवर्तन कर सकेंगे बल्कि व्यापार व्यवसाय में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। आप अपने सामाजिक और कार्य क्षेत्र के दायरे को भी बढ़ने में कामयाब हो सकेंगे। 

उपाय: नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

मूलांक 5

यदि आप किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 5 होगा और मूलांक 5 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 6, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने के अंक आपको मिले जुले परिणाम दे सकते हैं। कुछ अंक आपके लिए मित्र तो वहीं कुछ शत्रु हैं जबकि कुछ अंक न्यूट्रल से संबंध रखने वाले हैं। इसलिए नवंबर 2024 के महीने में आपको मिले-जुले परिणाम मिल सकते हैं।

वैसे घर गृहस्थी को संभालने में यह महीना आपके लिए मददगार हो सकता है। यद्यपि घर गृहस्थी से जुड़े मामलों को आगे ले जाना थोड़ा सा कठिन लगेगा लेकिन थोडे़ अधिक प्रयास करके आप न केवल इन मामलों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे बल्कि उस सफलता के अच्छे परिणाम भी आपको मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। प्रेम संबंधों के लिए समय औसत होने के बावजूद भी आपके दिल की इच्छा पूरी हो सकेगी। आपकी बातचीत हो सकेगी। कोशिश करने पर मिलना भी संभव हो सकेगा।

विवाह आदि से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने के लिए भी अधिक प्रयास करके बात को आगे बढ़ाया जा सकता है। वैवाहिक जीवन से संबंधित मामलों में भी आपको अनुकूल परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। इस महीने आप पर अंक 8 और 9 का प्रभाव इस बात का संकेत कर रहा है कि बहुत अधिक जल्दबाजी अथवा बहुत अधिक आलस्य या लापरवाही दोनों ही स्थितियों से बचना जरूरी रहेगा, तभी आपको अनुकूल परिणाम मिल सकेंगे।

कहने का तात्पर्य यह कि इस महीने कुछ सावधानियां को रखकर आप संतोषप्रद परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: कन्याओं का पूजन कर उन्हें सुगंधित मिठाई खिलाकर उनका आशीर्वाद लें।

मूलांक 6

यदि आप किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 6 होगा और मूलांक 6 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 7, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने के ज्यादातर अंक आपके लिए औसत लेवल के परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं। सिर्फ एक अंक में पॉजिटिव प्रभाव ज्यादा है तो वहीं एक अंक में नेगेटिव प्रभाव ज्यादा है। इस तरह से यहां से भी औसत लेवल के परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। बाकी सभी अंक आपको औसत सपोर्ट कर सकेंगे। इसलिए आपको अपनी मेहनत के अनुरूप परिणाम मिलते रहेंगे।

आपके कामों में कोई बहुत बड़ा व्यवधान भी नहीं आएगा। तो वहीं सहजता से भी कोई काम संपन्न नहीं हो पाएगा। अर्थात मेहनत करेंगे और कुछ अधिक प्रयास करेंगे तभी आपको सफलता मिल सकेगी।

इस महीने आपको कुछ ऐसे लोगों के वास्तविक स्वभाव का पता लग सकता है जिनके भरोसे आप अपने महत्वपूर्ण कामों को छोड़ देते थे। अर्थात् इस महीने आपको पता चल सकेगा कि वास्तव में आपका कौन सा व्यक्ति हितैषी है और कौन सा व्यक्ति सिर्फ और सिर्फ हितैषी होने का दिखावा कर रहा है। धर्म कर्म और आध्यात्म से जुड़े मामलों में भी यह महीना आपको अच्छे परिणाम दे सकता है।

इस महीने किसी भी मामले में आप ठगी का शिकार न हों, इस बात को लेकर आपका जागरूक और चौकन्ना रहना भी जरूरी रहेगा। अर्थात आपकी जागरूकता, आपका नुकसान होने से बचाएगी। बाकी आपको वास्तविकता का अनुभव तो हो ही जाएगा।

उपाय: गणेश जी को मोदक चढ़ाना शुभ रहेगा।

मूलांक 7

यदि आप किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 7 होगा और मूलांक 7 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 8, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। यानी कि इस महीने के ज्यादातर अंक आपके पक्ष में हैं, वही दो अंक आपके विरोध में भी हैं। इसलिए इस महीने आप सामान्य तौर पर औसत से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। विशेषकर आर्थिक मामले में यह महीना आपको कुछ शानदार रिजल्ट दे सकता है। यह महीना आपको यथार्थ का अनुभव तो कराएगा ही कराएगा व्यापार व्यवसाय से जुड़े मामलों में भी सफलता मिलेगी।

इस महीने आप पूरी तरह से प्रैक्टिकल स्वभाव के रहेंगे। इसलिए व्यापारिक सौदों में आप अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे। ऐसा भी हो सकता है कि इस महीने आप कोई नया प्रयोग करने की भी सोचें। पुराने तौर तरीकों को बदल कर नए तरीके से काम करना शुरू करें अथवा पुराने बिज़नेस को छोड़कर नए बिज़नेस की ओर भी आप रुख कर सकते हैं।

इस महीने आपको थोड़ा सा आलसी होने से बचने की जरूरत रहेगी। हालांकि इस महीने आप बहुत सारे लोगों को संदेह की नज़रों से देखने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन इस महीने कुछ सार्थक लोगों से भी आपकी भेंट वार्ता हो सकती है और उनसे मिलकर आप अपने कार्यक्षेत्र या सामाजिक मामलों से संबंधित कुछ अच्छे निर्णय भी ले सकते हैं।

उपाय: गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को अपनी सामर्थ्य के अनुसार कंबल दान करें।

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मूलांक 8

यदि आप किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 8 होगा और मूलांक 8 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 9, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने अंक 1 को छोड़कर ज्यादातर अंक आपके लिए औसत परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं। साथ ही साथ अंक 3 तुलनात्मक रूप से आपका बेहतर सपोर्ट कर सकता है। इसलिए इस महीने आप काफी हद तक अपने प्रयासों में सफल होते हुए देखे जा सकेंगे।

हालांकि, शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। साथ ही साथ पिता से संबंधित मामलों में भी सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी। पिता का आदर करें। साथ ही साथ अन्य वरिष्ठ लोगों को भी पूरा सम्मान देना जरूरी रहेगा। शासन प्रशासन से जुड़े हुए किसी व्यक्ति से उलझना ठीक नहीं रहेगा। इन सावधानियां को अपनाने की स्थिति में आप ज्यादातर मामलों में काफी अच्छा कर सकेंगे।

हालांकि, इस महीने आपका मैनेजमेंट का क्षेत्र काफी अच्छा रहेगा। फलस्वरूप आप काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। आप अपने पुराने पड़े हुए कामों को पूरा करने की कोशिश कर सकते हैं और आपको उस कोशिश में सफलता भी मिल सकती है। बिखरे पड़े हुए काम हों या बिखरी पड़ी हुई चीजें; साथ ही साथ बिखरे हुए संबंधों को सहेजने का काम भी इस महीने आप कर सकते हैं। मन को शांत रखना जरूरी रहेगा। छोटी-छोटी बातों पर आक्रोशित होने से बचना भी जरूरी रहेगा। यदि आप इन कुछ सावधानियां को अपनाते हैं तो आप अपनी कार्यशैली से इस महीने न केवल कार्य क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में भी अच्छा कर सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।

मूलांक 9

यदि आप किसी भी महीने की 9,18 या फिर 27 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 9 होगा और मूलांक 9 के लिए नवंबर का महीना क्रमशः 1, 8, 2, 1, 9 और 3 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। वैसे तो इस महीने के ज्यादातर अंक आपके लिए औसत परिणाम दे रहे हैं लेकिन अनुकूल बात यह है कि इस महीने कोई भी अंक आपसे शत्रुवत रिश्ता नहीं रख रहा है। यही कारण है कि आप अपनी ताकत और ऊर्जा का सही इस्तेमाल करके विभिन्न मामलों में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकेंगे।

शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में इस महीने आपको अच्छी सफलता मिल सकती है। कोर्ट कचहरी से संबंधित कामों में भी अनुकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं। ठेकेदारी इत्यादि से संबंधित काम करने वाले लोग इस महीने अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। यात्राओं के लिए भी महीना अनुकूल है। सार्थक और महत्वपूर्ण निर्णय लेने के माममों में भी यह महीना आपके लिए मददगार बन सकता है। यदि आप काफी दिनों से नए कामों की शुरुआत की योजना बना रहे थे तो इस महीने अधिक प्रयास करके देखिए; नए काम की शुरुआत संभव हो सकेगी। सामाजिक कार्यों के लिए भी नवंबर 2024 का महीना अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। इस महीने आपको पद प्रतिष्ठा व सम्मान मिलने की अच्छी संभावनाएं बन रही हैं।

उपाय: नियमित रूप से सूर्य देव को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाना हितकर रहेगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. मूलांक 2 के स्‍वामी ग्रह कौन हैं?

उत्तर. इस मूलांक के स्‍वामी चंद्रमा हैं।

प्रश्‍न 2. मूलांक 8 के लिए नवंबर कैसा रहेगा?

उत्तर. इन्‍हें इस महीने औसत परिणाम प्राप्‍त होने की उम्‍मीद है।

प्रश्‍न 3. मूलांक 5 को नवंबर में कैसे परिणाम मिलेंगे?

उत्तर. इन्‍हें मिलेजुले परिणाम प्राप्‍त होंगे।

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12 महीनों बाद बुध मंगल के घर में करने जा रहे हैं प्रवेश- जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा इसका प्रभाव!

22 अक्टूबर को बुध का एक अहम परिवर्तन हुआ था जब तुला राशि में बुध उदित हुए थे। अब 29 अक्टूबर को एक बार फिर बुध एक अहम परिवर्तन करते हुए वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध का गोचर आम जन जीवन के साथ-साथ शेयर बाजार को भी प्रभावित करने के लिए जाना जाता है। 

अपने इस खास ब्लॉग में जान लेते हैं बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कब होगा, इसका क्या प्रभाव रहने वाला है, सभी 12 राशियों पर क्या असर पड़ेगा, साथ ही जानेंगे कि शेयर बाजार पर इसका क्या कुछ असर पड़ने की संभावना है।

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दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

एस्ट्रोसेज के इस खास ब्लॉग में हम जानेंगे कि बुध का वृश्चिक राशि में गोचर सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगा। ऐसे में जिन भी राशियों पर इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है उनसे संबंधित हम आपको कुछ विशेष उपायों की भी जानकारी प्रदान करेंगे जिन्हें अपना कर आप बुध के नकारात्मक प्रभाव को अपने जीवन से कम या दूर कर सकते हैं। 

तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं यह खास ब्लॉग और सबसे पहले जान लेते हैं बुध का वृश्चिक राशि में गोचर का समय क्या रहने वाला है।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर- क्या रहेगा समय? 

ग्रहों के राजकुमार बुध 29 अक्टूबर 2024 मंगलवार को तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएगा। बुध ग्रह के गोचर की अवधि की बात करें तो यह तकरीबन एक राशि में तकरीबन तीन सप्ताह तक रहता है। बुध वृश्चिक राशि में 29 अक्टूबर 2024 को रात 10:24 पर गोचर करने वाला है। 

आज का भाग्यशाली रंग

बुध महाराज 29 अक्टूबर 2024 की रात 10 बजकर 24 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं।

अधिक जानकारी: गोचर फल जानने और समझने से पहले हम आपको इस बात की जानकारी दे दें कि बुध गोचर 2024 प्रत्येक राशि के लिए अलग-अलग परिणाम लेकर आएगा क्योंकि वृश्चिक राशि विभिन्न राशियों की जन्म कुंडली में अलग-अलग भावों में होती है। इसके अलावा यहां यह बात महत्वपूर्ण तौर पर समझने की आवश्यकता है कि बुध गोचर का प्रभाव किसी की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति और अन्य ग्रहों की स्थिति के आधार पर अलग हो सकता है। 

अगर कोई व्यक्ति उस ग्रह की महादशा, अंतर्दशा या प्रत्यंतर्दशादशा से गुजर रहा है तो भी इसके प्रभाव में अंतर नजर आ सकते हैं। अगर किसी की कुंडली में बुध की कोई दशा चल रही है तो वृश्चिक राशि में बुध का यह गोचर उनको बेहतर परिणाम देने वाला साबित हो सकता है।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर 

बुध एक द्वैतवादी ग्रह माना जाता है और जब यह वृश्चिक राशि में गोचर करता है अर्थात वृश्चिक राशि में प्रवेश करता है तो यह दर्शाता है कि आप मंगल के योद्धा या लड़ाकू गुणों को अपनाएंगे। जहां आप दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों का सामना करेंगे और बाधाओं के बावजूद विजय होने के दृष्टिकोण के साथ अपने पेशेवर काम को पूरा करने के रचनात्मक साधन ढूंढ पाएंगे। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें वृश्चिक राशि मंगल द्वारा शासित राशि मानी जाती है। जब बुध वृश्चिक राशि में वक्री होते हैं तो यह संचार और प्रौद्योगिकी कौशल में चुनौतियां लेकर आ सकते हैं जिससे आप किसी भी स्थिति या रिश्ते के प्रति भावनात्मक रूप से प्रतिक्रियाशील हो सकते हैं।

आज का गोचर

वृश्चिक राशि में बुध के गोचर के स्वरूप आप अपनी महत्वाकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे क्योंकि आप अपनी बढ़ी हुई भौतिक क्षमताओं और आत्मविश्वास के साथ अपने सपने को पूरा करने का प्रयास करते नजर आएंगे। इस गोचर के दौरान बाधाओं को दूर करने में आपको कामयाबी मिलेगी लेकिन वृश्चिक राशि में बुध के वक्री होने से व्यक्ति को मौजूदा व्यवसाय में कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है।

वृश्चिक राशि में बुध दर्शाता है कि आपको व्यक्तिगत मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके पार्टनर या जीवनसाथी से आपके कुछ मतभेद हो सकते हैं। बुध के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आप व्यावसायिक भागीदार, सहकर्मी या प्रियजनों से सलाह या वित्तीय सलाह प्राप्त करेंगे जो आपको प्रगति के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा। आपको अपने विचारों को क्रियान्वित करने के तरीकों के साथ-साथ दूसरों के साथ अपने संचार पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पड़ेगी ताकि एक ठोस आकार आपके जीवन में मिल सके जिससे आपको जीवन में प्रगतिशील परिणाम निश्चित तौर पर प्राप्त होंगे।

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वृश्चिक राशि में बुध के गोचर के परिणाम स्वरुप आपका ध्यान सभी संसाधनों की ओर बढ़ेगा। बुध जैसा कि हमने पहले भी बताया कि एक द्वैतवादी ग्रह माना जाता है और बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपकी सोचने की क्षमता को बढ़ाने वाला साबित होगा, आपकी बुद्धि मजबूत बनेगी और आपके आत्मविश्वास में भी वृद्धि नजर आएगी। आप अपने जीवन में आने वाली हर चुनौती का मुकाबला करने और उन पर विजय पाने में कामयाब रहेंगे। 

वृश्चिक राशि को राशि चक्र में योद्धा के रूप में दर्शाया जाता है इसीलिए इस राशि के जातकों को इस बारे में चिंता करने की बजाय हमेशा अपने तरीकों के बारे में सोचना होगा कि क्या आप हर काम को लेकर तनावग्रस्त हो रहे हैं जिससे आपको नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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वैदिक ज्योतिष में बुध और उसकी भूमिका 

ज्योतिष में बुध को संदेश वाहक ग्रह माना गया है जो संचार, यात्रा, प्रौद्योगिकी और हमारी दैनिक दिनचर्या जैसे क्षेत्रों को नियंत्रित करता है। यह इस बात को प्रभावित करता है कि हम जानकारी को कैसे संसाधित करते हैं और अपने विचारों को किस तरह से व्यक्त करते हैं। जब बुध वृश्चिक राशि में मौजूद होता है तो संचार ज्यादा प्रत्यक्ष और तीव्र हो जाता है। 

वृश्चिक राशि में बुध के गोचर के दौरान गहरी बातचीत, छिपी सच्चाई को उजागर करने और रहस्यों को सुलझाने के लिए एक आदर्श समय साबित होता है। यह गोचर लोगों को ज्यादा अंतर दृष्टि पूर्ण बन सकता है लेकिन अगर आपका संचार बहुत कठोर या फिर शांत स्वभाव का है तो यह गलतफहमी भी पैदा कर सकता है। इस अवधि के दौरान हम खुद को कैसे व्यक्त करते हैं इसका महत्वपूर्ण ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है।

बुध के वृश्चिक राशि में गोचर के प्रमुख ज्योतिषीय बिंदु

  • गहन बातचीत और भावनात्मक तीव्रता- वृश्चिक राशि में बुध गोचर के दौरान संचार ज्यादा त्वरित और सार्थक नजर आता है। यह गोचर हमें उन चीजों के बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करता है जो आमतौर पर हमें और असुविधाजनक लग सकती है। ऐसे में लंबे समय से चले आ रहे भावनात्मक मुद्दों को सुलझाने और दिल से दिल की बातचीत करने के लिए यह एक अच्छा समय साबित होता है।
  • उन्नत अंतर ज्ञान और समस्या समाधान- वृश्चिक अपनी मजबूत सहज क्षमता क्षमताओं के लिए जाना जाता है और जब बुध की विश्लेषणात्मक प्रकृति के साथ यह जुड़ता है तो यह गोचर हमारी इस प्रगति को और भी बढ़ा सकता है। इस अवधि के दौरान आपका दिमाग तेज हो जाता है जिससे आप जीवन में छुपे हुए मुद्दों को समझने में कामयाब हो सकते हैं।
  • छुपी हुए शक्ति का अनावरण- वृश्चिक एक ऐसी राशि है जो अज्ञात में गहराई तक जाने में संकोच नहीं करती है। वृश्चिक राशि में बुध का गोचर रहस्य और छुपी हुई सच्चाई को उजागर करने का एक शानदार समय साबित होता है।
  • संचार के माध्यम से परिवर्तन- वृश्चिक परिवर्तन का संकेत है और इस गोचर के दौरान आपके संवाद करने का तरीका बदल सकता है। आप स्वयं को अधिक स्पष्ट, प्रत्यक्षता और तीव्रता के साथ अपनी बात रखते हुए देख सकते हैं। यह गोचर ईमानदार और खुले संचार के माध्यम से रिश्तों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी सहायक साबित होता है।
  • अनुसंधान और जांच का समय- वृश्चिक राशि में बुध के साथ रहना अनुसंधान और जांच पर अतिरिक्त छोड़ दिया जाता है। अगर आप किसी ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिसके लिए गहन विश्लेषण या जटिल विषयों की गहराई की आवश्यकता है तो यह गोचर आपके लिए अनुकूल समय साबित हो सकता है।

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आइये अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं बुध का वृश्चिक राशि में गोचर सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करने वाला है और आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर- राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1: बुध का वृश्चिक राशि में गोचर 2024 कब होगा?

बुध वृश्चिक राशि में 29 अक्टूबर 2024 को रात 10:24 पर गोचर करने वाला है। 

2: बुध का गोचर कितने दिनों तक होता है? 

बुध का गोचर आम तौर पर तीन सप्ताह की अवधि के लिए होता है अर्थात तकरीबन 3 सप्ताह की अवधि के बाद बुध ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश कर लेता है। 

3: वृश्चिक राशि की कुलदेवी किस देवी को माना गया है? 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भगवती तारा या माता शैलपुत्री को कुलदेवी माना गया है।

4: वृश्चिक राशि का स्वामित्व किस ग्रह के पास होता है?

मंगल ग्रह के पास वृश्चिक राशि का स्वामित्व होता है।

5: वृश्चिक राशि की ताकत क्या होती है? 

वृश्चिक राशि वालों की ताकत उनके जुनून, वफादारी और दृढ़ संकल्प में निहित होती है। 

अक्टूबर में इस दिन मनाया जाएगा धनतेरस का त्योहार – जल्दी नोट कर लें ख़रीदारी का शुभ मुहूर्त!

धन, संपदा और संपत्ति की वृद्धि का त्योहार धनतेरस हिंदू धर्म के लोगों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन लोग अपने जीवन में धन और समृद्धि की वृद्धि के लिए मां लक्ष्मी, धन्वंतरि जी और भगवान कुबेर की पूजा करते हैं। धनतेरस के इस पावन त्योहार से ही दिवाली की शुरुआत मानी जाती है। दरअसल दिवाली का त्योहार पांच दिवसीय त्यौहार होता है जिसका पहला दिन धनतेरस को समर्पित है। 

आज के हमारे इस खास और विशेष ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे वर्ष 2024 में धनतेरस किस दिन मनाया जाएगा, इस दिन का शुभ मुहूर्त, महत्व क्या है, साथ ही जानेंगे इस दिन से जुड़े नियम और विधि के बारे में और क्योंकि धनतेरस के दिन खरीदारी का अधिक महत्व बताया गया है ऐसे में जानेंगे इस दिन खरीदारी का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है और आप इस दौरान क्या कुछ चीजों की खरीद कर सकते हैं।  

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तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं हमारा यह खास ब्लॉग और सबसे पहले जान लेते हैं 2024 में धनतेरस कब मनाया जाएगा।

धनतेरस 2024- तिथि और शुभ मुहूर्त 

प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। बहुत सी जगहों पर इसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती के नाम से भी जानते हैं। बात करें इस वर्ष धनतेरस कब मनाया जाएगा तो, 29 अक्टूबर 2024 मंगलवार के दिन धनतेरस का त्योहार पड़ रहा है। इस दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो वह कुछ इस प्रकार है: 

धनतेरस मुहूर्त :18:33:13 से 20:12:47 तक

अवधि :1 घंटे 39 मिनट

प्रदोष काल :17:37:59 से 20:12:47 तक

वृषभ काल :18:33:13 से 20:29:06 तक

नोट: हालांकि ऊपर दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

धनतेरस के त्यौहार के बारे में ऐसी मान्यता है कि, इस दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के जनक धनवंतरी देव समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। यही वजह है कि धनतेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं और क्योंकि जब वह प्रकट हुए तो उनके हाथ में अमृत से भरा कलश था इसीलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

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धनतेरस का महत्व 

बात करें धनतेरस के महत्व की तो कहा जाता है कि, धनतेरस के दिन धन संपदा की देवी मां लक्ष्मी की अगर पूजा अर्चना कोई व्यक्ति करें तो उनके घर परिवार में हमेशा धन, वैभव, सुख, समृद्धि का वास बना रहता है। इसके अलावा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर पूजा करने से कभी भी धन का भंडार खाली नहीं होता है और आजीवन धन संपदा में वृद्धि होती रहती है। 

मां लक्ष्मी के साथ-साथ धनतेरस पर देवता कुबेर की भी पूजा का विधान बताया गया है। कहते हैं धनतेरस तिथि पर आभूषण, चांदी का सिक्का, नए बर्तन, नए कपड़े, वस्तुओं की खरीद की जाए तो इससे मां लक्ष्मी के साथ-साथ कुबेर देवता भी प्रसन्न होते हैं। 

धनतेरस से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहते हैं कि धनत्रयोदशी तिथि पर अगर किसी भी प्रकार की धातु की खरीद की जाए तो यह सौभाग्य लेकर आती है। ऐसे में बहुत से लोग इस दिन नए कपड़े खरीदते हैं, घर दफ्तर और कार्यालय की साफ सफाई करते हैं, रंग बिरंगी लाईट खरीदते हैं, रंगोलिया बनाते हैं, दिया जलाते हैं और मां लक्ष्मी के पैरों के चिन्ह से घर को सजाते हैं। 

इसके अलावा जैसा कि हमने पहले भी बताया कि धनतेरस को धन्वंतरि जयंती के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन समुद्र मंथन से धनवंतरी देव कलश लेकर प्रकट हुए थे इसीलिए इस दिन बर्तन खरीदने की भी परंपरा है। पीतल को भगवान धन्वंतरि की प्रिय धातु मान गया है। ऐसे में अगर धनतेरस के दिन कोई व्यक्ति पीतल की धातु या पीतल के बर्तन आदि खरीदता है तो उनके घर परिवार में आरोग्यता और सौभाग्य बना रहता है।

क्या यह जानते हैं आप? हिंदू धर्म के साथ-साथ जैन धर्म में भी धनतेरस का पर्व बेहद खास माना गया है। धनतेरस को धनत्रयोदशी और धन्य तेरस भी कहते हैं। इस तिथि पर भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। तीन दिन के बाद योग निरोध करते हुए दिवाली के दिन भगवान महावीर को निर्वाण की प्राप्ति हुई थी। ऐसे में उसी समय से ही धनतेरस का दिन धन्य तेरस के नाम से जाना जाने लगा।

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धनतेरस के नियम और विधि 

धनतेरस पर धनवंतरी देव की षोडशोपचार पूजा का विधान बताया गया है (षोडशोपचार यानी 16 क्रियाओं से पूजा संपन्न करना)। धनतेरस पर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है। ऐसा करने से धन समृद्धि जीवन में बढ़ती है। इस दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार और आंगन में दिये जलाए जाते हैं क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की प्रसन्नता हासिल होती है। साथ ही क्योंकि धनतेरस से ही दीपावली के त्यौहार की शुरुआत होती है इसलिए इस दिन दिये जलाने का इस दिन विशेष महत्व होता है। धनतेरस के दिन शाम के समय यमदेव के सामने भी दीपदान किया जाता है। ऐसा करने से जीवन में अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।

धनतेरस के दिन पूजा विधि की बात करें तो, 

  • इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद मंदिर की साफ-सफाई करें। 
  • अपने घर को दीपक और फूलों से सजाएँ।
  • कोशिश करें कि दिवाली की साफ सफाई आप धनतेरस से पहले ही निपट लें क्योंकि धनतेरस के साथ ही दिवाली का त्योहार शुरू हो जाता है। 
  • शाम के समय शुभ मुहूर्त में घर के मंदिर में एक चौकी लगाएँ, उस पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाएँ, चौकी पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, कुबेर जी और भगवान धन्वंतरि की तस्वीर या फिर मूर्ति की स्थापना करें। 
  • देवी देवताओं के समक्ष देसी घी का दीपक जलाएं, कुमकुम और चंदन से इनका तिलक करें। 
  • इसके अलावा अपनी यथाशक्ति के अनुसार उन्हें फल, फूल, मिठाई आदि चीजों का भोग लगाएँ।
  • इसके बाद पूजा करें। 
  • अंत में सभी देवी देवताओं की आरती करें और पूजा में शामिल सभी लोगों को प्रसाद अवश्य बांटें।

इस दिन का पूजा मंत्र: 

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्यपदये

धना-धनाय समुद्भूतं मे देहि दापय स्वाहा

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ओम श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः 

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धनतेरस पर खरीददारी का शुभ मुहूर्त 

धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 31 मिनट से अगले दिन की सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा और इस दिन का दूसरा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 42 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इस दौरान खरीदी गई वस्तुओं से आपके धन-समृद्धि में तीन गुणा वृद्धि होगी।

धनतेरस पर क्या खरीदें- क्या ना खरीदें

धनतेरस पर क्या खरीदें क्या ना खरीदें की बात करें तो, 

  • धनतेरस पर आप अपनी यथाशक्ति के अनुसार सोना, चांदी, पीतल खरीद सकते हैं। इसे बेहद ही शुभ माना जाता है। 
  • धनतेरस पर धनिया और झाड़ू खरीदना बेहद शुभ होता है। 
  • क्या ना खरीदें की बात करें तो इस दिन कोई भी काले या गहरे रंग की वस्तु खरीदने से बचें।
  • चीनी मिट्टी के बर्तन ना खरीदें। 
  • कांच की चीज, अल्युमिनियम की चीज या फिर लोहे से बनी हुई चीजों को खरीदने से बचें।
  • धनतेरस के दिन आप चाहे तो लैपटॉप, फोन, टीवी, रेफ्रिजरेटर भी खरीद सकते हैं। इसे बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा आप धनतेरस के दिन कुछ खरीदे या ना खरीदें इस बात का ध्यान रखें कि आप एक झाड़ू खरीद के घर में अवश्य ले आयें क्योंकि झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक कहा जाता है।

इस दिन कर लिया ये काम तो 13 गुना बढ़ेगी सुख-संपत्ति 

मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि जब देवता और असुर समुद्र मंथन कर रहे थे तो भगवान धन्वंतरि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे इसीलिए धनतेरस के दिन आरोग्य के देवता धन्वंतरि जी की भी पूजा का विधान बताया गया है। इसके अलावा इस दिन सोना, चांदी, नया घर, वाहन जैसी चीज़ें खरीदना शुभ भी माना जाता है। 

मान्यता के अनुसार कहते हैं कि धनतेरस के दिन जो भी चीज खरीदी जाए वह समृद्धि को कई गुना या यूं कहिए 13 गुना बढ़ा देती है। ऐसे में आप अपने जीवन में सुख समृद्धि के साथ धन संपदा की वृद्धि करने के लिए यथाशक्ति के अनुसार वाहन, वस्त्र, गहने या तांबे पीतल के बर्तन अवश्य खरीदें। इससे घर में धन्य धन हमेशा बढ़ेगा। इसके अलावा आप अगर धनतेरस के दिन दीपदान करते हैं तो इससे जीवन से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

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धनतेरस से जुड़ी पौराणिक कथा 

धनतेरस से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। इनमें से एक भगवान धन्वंतरि से जुड़ी है जो इस प्रकार है: कहते हैं भगवान धन्वंतरि जगत के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार हैं। भगवान धन्वंतरि ने आयुर्वेद की शुरुआत की  थी। हालांकि द्वापर युग में काशीराज धन्व की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान धन्वंतरि ने पुत्र रूप में उनके घर में जन्म लिया था। भगवान विष्णु ने धन्वंतरि जी को समुद्र मंथन के समय वरदान दिया था कि द्वापर युग में जन्म लेने के बाद आपको ईश्वरत्व प्राप्त होगा। ऐसे में द्वापर युग में भगवान धन्वंतरि के जन्म के बाद उन्हें देवत्व प्राप्त हुआ। भगवान धन्वंतरि को देवताओं के चिकित्सक कहा जाता है।

धनतेरस से जुड़ी मां लक्ष्मी की कहानी के मुताबिक कहा जाता है कि,  एक बार भगवान विष्णु पृथ्वी पर आए और मां लक्ष्मी भी उनके साथ चलने लगी। भगवान विष्णु ने कहा कि अगर आप मेरा कहना माने तो आप मेरे साथ चल सकती हैं। भगवान विष्णु ने दक्षिण दिशा की ओर जाने की इच्छा जताई और मां लक्ष्मी को वहीं बिठा दिया। मां लक्ष्मी लेकिन चुपके से उनके पीछे ही चल पड़ी। 

एक जगह पहुंचकर उन्होंने एक किसान के खेत से फूल लेकर श्रृंगार किया और गन्ने का रस पिया। भगवान विष्णु ने लक्ष्मी जी को देखा तो क्रोधित होकर उन्हें श्राप दिया कि वह इस किसान की 12 साल तक सेवा करेंगी। 12 वर्षों बाद जब भगवान विष्णु मां लक्ष्मी जी को लेने आए तो किसान ने उन्हें जान देने से मना कर दिया। 

मां लक्ष्मी ने किसान से कहा कि तेरस के दिन घर की साफ सफाई करके रात में घी का दीपक जलाना और तांबे के कलश में रुपए और पैसे भरकर पूजा करना ऐसा। करने पर मां लक्ष्मी साल भर उस किसान के घर में रही। इसके बाद से धनतेरस का त्यौहार मनाया जाने लगा। 

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धनतेरस के ज्योतिषीय उपाय 

धनतेरस का दिन शुभ समृद्धि में वृद्धि के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसे में कहते हैं कि अगर इस दिन कुछ अचूक उपाय कर लिए जाए तो इससे और भी अधिक मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। साथ ही जीवन में धन संपदा और बरकत हमेशा बनी रहती है। क्या कुछ हैं ये उपाय चलिए जान लेते हैं। 

  • धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की विधिवत पूजा करें। इसके बाद 21 अक्षत ले लें। इसमें चावल के दाने टूटे ना हुए हों इस बात का विशेष ध्यान रखें। पूजा के बाद इसे एक लाल रंग के साफ वस्त्र में बांध लें और अपनी पैसे रखने वाली जगह पर इसे रख दें। ऐसा करने से जीवन से पैसों की तंगी दूर होने लगती है। 
  • धनतेरस को रात के समय तेरह दीपक जलाएं। इसे बेहद ही शुभ माना जाता है। इसके लिए तेरह साफ दीपक लेकर उसमें घी की बाती लगा लें और इन सब में एक-एक कौड़िया डाल दें। इसके बाद अपने घर के आंगन में इन दीयों को रख दें। आधी रात को इन 13 कौड़ियों को उठाकर घर के किसी कोने में गाड़ दें। ऐसा करने से धन संबंधित समस्याएं आपके जीवन से खत्म हो जाएंगी साथ ही व्यवसाय में भी आपको सफलता मिलेगी। 
  • धनतेरस के दिन कुबेर भगवान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी को एक जोड़ा लौंग अवश्य चढ़ाएं। ऐसा रोजाना करें। ऐसा करने से भी आर्थिक परेशानियां दूर होगी। 
  • धनतेरस के दिन पांच गोमती चक्र ले लें। इसमें केसर और चंदन से महालक्ष्मी का नाम लिखें। इसके बाद लक्ष्मी मां की विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद आप इन गोमती चक्र को लाल साफ कपड़े में बांधकर अपने धन रखने वाली जगह पर रख दें। ऐसा करने से आपके जीवन में धन की वर्षा होने लगेगी।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1: धनतेरस 2024 में कितनी तारीख को है?

वर्ष 2024 में धनतेरस भारत और अन्य देशों में 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा।  

2: धनतेरस पर क्या खरीदें? 

धनतेरस पर सोना, चांदी, पीतल खरीदना बेहद शुभ माना गया है। इसके अलावा धनिया और झाड़ू खरीदना भी बहुत शुभ होता है। आप चाहें तो इस दिन टीवी, फोन, लैपटॉप आदि भी खरीद सकते हैं।

3: धनतेरस के दिन क्या ना खरीदें? 

धनतेरस के दिन कोई भी नुकीली वस्तु, कांच की वस्तु, प्लास्टिक की वस्तु, चीनी मिट्टी के समान ना खरीदें।

4: धनतेरस क्यों मनाते हैं? 

धनतेरस भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के दिन के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है दिवाली से दो दिन पहले समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसके चलते धनतेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं। 

5: धनतेरस के दिन झाड़ू क्यों खरीदी जाती है?

धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने के पीछे जुड़ी मान्यता के अनुसार कहते हैं कि इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है, नकारात्मकता दूर होती है और मां लक्ष्मी की प्रसन्नता हासिल होती है। 

6: धनतेरस के दिन कितनी झाड़ू खरीदें?

धनतेरस के दिन हमेशा विषम संख्या में ही झाड़ू खरीदने शुभ मानी जाती है। अर्थात आप 1, 3 या फिर पांच झाड़ू इस दिन खरीद के घर ला सकते हैं।

7: धनतेरस के दिन कौन से रंग के वस्त्र पहनना शुभ रहता है? 

लाल, गुलाबी या हरे रंग के वस्त्र धनतेरस के दिन बेहद शुभ माने गए हैं। 

जानें अक्टूबर माह में कब रखा जाएगा रमा एकादशी का व्रत, शास्त्रों में हैं विशेष महत्व!

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस एकादशी को लक्ष्मी जी के नाम पर रमा एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी पर महालक्ष्मी के रमा स्वरूप के साथ-साथ भगवान विष्णु के पूर्णावतार केशव स्वरूप की पूजा करने का विधान है। इस शुभ तिथि पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत के अनुसार, एकादशी व्रत करने से साधक को मृत्यु लोक में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, भगवान विष्णु की कृपा से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

ख़ास बात यह है कि इस दिन बेहद शुभ योग का निर्माण हो रहा है, जिस वजह से इस एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं रमा एकादशी 2024 की तिथि, पूजा मुहूर्त, महत्व, प्रचलित पौराणिक कथा और आसान ज्योतिषीय उपाय के बारे में।

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रमा एकादशी 2024: तिथि और शुभ मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारम्भ : अक्टूबर 27, 2024 की सुबह 05 बजकर 26 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त : अक्टूबर 28, 2024 की सुबह 07 बजकर 53 मिनट तक।

रमा एकादशी पारण मुहूर्त : 29 अक्टूबर 2024 की सुबह 06 बजकर 31 मिनट से 08 बजकर 44 मिनट

अवधि : 2 घंटे 13 मिनट

रमा एकादशी के दिन शुभ योग

इस दिन बेहद शुभ योग ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इसे विशेष रूप से शुभ और लाभकारी माना जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, ज्ञान, आध्यात्मिक उन्नति, और जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्रदान करता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में धन, समृद्धि और भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, ब्रह्म योग के कारण व्यक्ति के अंदर अध्यात्मिकता बढ़ती है और वह अपने जीवन में सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलता है।

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रमा एकादशी का महत्व

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में आती है यानी रमा एकादशी का सनातन धर्म में बहुत अधिक महत्व है। इसे रंभा या रमा एकादशी भी कहा जाता है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत को रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा से रमा एकादशी का व्रत करते हैं, वे अपने पूर्व और वर्तमान जन्म के पापों से मुक्त हो जाते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से भक्तों को पापों से मुक्ति मिलती है और उनके जीवन में शांति आती है।

रमा एकादशी पूजा विधि

  • रमा एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को एक साफ स्थान पर स्थापित करें।
  • पूजा स्थल को गंगाजल या शुद्ध जल से शुद्ध करें और वहां दीपक जलाएं।
  • भगवान विष्णु को चंदन, पुष्प, धूप, दीप, फल, और तुलसी के पत्ते अर्पित करें। याद रखें कि तुलसी इस दिन बिल्कुल न तोड़ें। पूजा के लिए तुलसी का पत्ता एक दिन पहले तोड़ लें।
  • इसके बाद विष्णु सहस्रनाम या भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें, जैसे: “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”।
  • रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की कथा सुनना और पढ़ना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कथा सुनने से व्रत का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
  • संध्या के समय एक बार फिर भगवान विष्णु की पूजा करें। दीप जलाकर, भगवान विष्णु को भोग अर्पित करें और आरती करें।
  • रमा एकादशी की रात को जागरण करना उत्तम माना गया है। भगवान विष्णु के भजन, कीर्तन, और मंत्रों का जाप करें।
  • इस दिन रात्रि में जागरण करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

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रमा एकादशी व्रत कथा

प्राचीन काल में मुचुकुंद नाम का एक पराक्रमी और धर्मनिष्ठ राजा था। राजा मुचुकुंद भगवान विष्णु के परम भक्त थे और वे अपने राज्य में धार्मिक कार्य और यज्ञ कराते रहते थे। उनके राज्य में प्रजा बहुत सुखी और समृद्ध थी। राजा की एक सुंदर और पवित्र स्वभाव वाली रानी थी जिसका नाम चंपा था। राजा और रानी का एक पुत्र था, जिसका नाम शंखधार था। शंखधार बचपन से ही अधर्मी और पापी स्वभाव का था। वह सदैव बुरे कर्म करता और दूसरों को कष्ट पहुंचाता था। उसके पाप कर्मों से राजा और रानी बहुत चिंतित रहते थे, लेकिन शंखधार पर किसी भी प्रकार का उपदेश या सलाह का कोई असर नहीं होता था।

एक दिन, शंखधार ने राज्य के खजाने को लूट लिया और वहां से भाग गया। उसने सभी धन का दुरुपयोग किया और अंततः कंगाल हो गया। जब उसे अपने पापों का फल भुगतना पड़ा, तब वह बहुत दुखी हुआ और जंगल की ओर चला गया। वहां उसने एक ऋषि को तपस्या करते देखा। ऋषि का नाम लोमश ऋषि था, जो भगवान विष्णु के अनन्य भक्त और ज्ञानी थे।

शंखधार ने ऋषि लोमश से अपने कष्टों और पापों का वर्णन किया और प्रायश्चित के लिए मार्गदर्शन मांगा। ऋषि ने उसकी बात सुनी और कहा, “हे राजकुमार, तुमने अपने जीवन में बहुत पाप किए हैं, लेकिन यदि तुम भगवान विष्णु की शरण में आ ओगे और कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की रमा एकादशी का व्रत रखोगे, तो तुम्हें पापों से मुक्ति मिलेगी और तुम्हारे सारे कष्ट दूर होंगे।”

शंखधार ने ऋषि के निर्देशानुसार रमा एकादशी का व्रत किया। उसने पूरे नियम और विधि से भगवान विष्णु की पूजा की, व्रत रखा और पूरी श्रद्धा से रमा एकादशी व्रत कथा सुनी। इस व्रत के प्रभाव से उसके सारे पाप नष्ट हो गए और वह पवित्र हो गया। व्रत के पुण्य फल से उसे नया जीवन मिला और भगवान विष्णु की कृपा से उसे मोक्ष की प्राप्ति हुई। वह अपने पिता के राज्य में वापस लौट आया और एक धार्मिक व सच्चे राजा के रूप में अपने राज्य को संभाला।

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रमा एकादशी के दिन जरूर करें ये ख़ास उपाय

रमा एकादशी का व्रत और पूजा करने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सुख-शांति, और पापों से मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में:

कष्टों को दूर करने के लिए

रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करें। उन्हें ताजे फूल, तुलसी के पत्ते, चंदन, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें। इसके साथ ही, व्रत का पालन करें और भगवान विष्णु के इस मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इससे मन को शांति मिलती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।

नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए

इस दिन सुबह स्नान में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्नान के बाद घर के मुख्य स्थानों पर गंगाजल का छिड़काव करें। यह घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और पवित्रता लाता है।

सुख-समृद्धि के लिए

तुलसी को भगवान विष्णु की प्रिय मानी जाती है। रमा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे की पूजा करें और उसमें दीपक जलाएं। तुलसी के पत्तों को भगवान विष्णु को अर्पित करें। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।

पापों से मुक्ति पाने के लिए

रमा एकादशी के दिन ब्राह्मणों, साधु-संतों और जरूरतमंदों व गरीबों को दान दें। अन्न, वस्त्र, और धन का दान विशेष फलदायी होता है। इसके अलावा, इस दिन गायों को हरा चारा खिलाना, पक्षियों को दाना डालना और जरूरतमंदों को भोजन कराना भी बहुत शुभ माना जाता है। इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और पापों से मुक्ति मिलती है।

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भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए

रमा एकादशी की रात्रि को जागरण करना अत्यंत फलदायी होता है। भगवान विष्णु के भजन-कीर्तन करें और उनकी आराधना में समय बिताएं। इससे भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है और हर इच्छाओं की पूर्ति होती है।

नौकरी में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए

रमा एकादशी के दिन एक का सिक्का लेकर उसकी पूजा करें। उसपर रोली, अक्षत और पुष्प अर्पित करें। इसके बाद उस सिक्के को लाल कपड़े में लपेट कर अपने ऑफिस की दराज में या ऑफिस से जुड़ी किसी वस्तु में रख दें। ऐसा करने से नौकरी में आ रही बाधाएं दूर होंगी और तरक्की के मार्ग खुलेंगे।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- रमा एकादशी का क्या महत्व है?

इस व्रत को करने से पाप और कष्ट से मुक्ति मिलती है। भगवान विष्णु के आशीर्वाद से जीवन के अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। 

2- रमा एकादशी को क्या दान करना चाहिए?

रमा एकादशी के दिन जरूरतमंदों को अन्न दान करना चाहिए। इससे माता लक्ष्मी (मां लक्ष्मी मंत्र)बेहद प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है।

3- रमा एकादशी में क्या खाना चाहिए?

रमा एकादशी के व्रत में फलों का सेवन करना चाहिए।

4- साल 2024 में कब है रमा एकादशी का व्रत?

साल 2024 में रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर को रखा जाएगा।

त्योहारों से सजा यह सप्ताह पांच राशियों के लिए साबित होगा बेहद शुभ- धन दौलत की भी होगी वर्षा!

अक्टूबर का आखिरी सप्ताह जाते-जाते आपको कौन सी बड़ी खुशियां या परेशानी देकर जाने वाला है अगर आप भी इस बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि हमारे इस विशेष ब्लॉग में हम आपको आने वाले 7 दोनों का पूरा विस्तृत लेखा-जोखा प्रदान करने जा रहे हैं।

सिर्फ इतना ही नहीं अपने साप्ताहिक राशिफल ब्लॉग में हम आपको आने वाले 7 दिनों में पड़ने वाले सभी महत्वपूर्ण व्रत और त्योहारों की जानकारी के साथ-साथ ग्रहण और गोचर की जानकारी, बैंक अवकाशों की जानकारी, विवाह मुहूर्त की जानकारी भी प्रदान करते हैं। तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2024 के इस सप्ताह से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी हासिल करना।

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इस सप्ताह का ज्योतिषीय पंचांग 

अक्टूबर का यह खास और आखिरी सप्ताह 28 अक्टूबर से प्रारंभ हो जाएगा और यह 3 नवंबर को समाप्त होगा। बात करें इस सप्ताह के हिंदू पंचांग की तो, 

28 अक्टूबर 2024 सोमवार, तिथि एकादशी, पक्ष कृष्ण, नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी, योग ब्रह्मा, अभिजीत मुहूर्त 11:42:25 से 12:26:58 तक 

29 अक्टूबर 2024 मंगलवार, तिथि द्वादशी, पक्ष कृष्ण, नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी, योग एन्द्र, अभिजीत मुहूर्त 11:42:25 से 12:26:51 तक 

30 अक्टूबर 2024 बुधवार, तिथि त्रयोदशी, पक्ष कृष्ण, नक्षत्र हस्त, योग वैधृति, अभिजीत मुहूर्त कोई नहीं है 

31 अक्टूबर 2024 गुरुवार, तिथि चतुर्दशी, पक्ष कृष्ण, नक्षत्र चित्रा, योग विश्व कुंभ, अभिजीत मुहूर्त 11:42:26 से 12:26:40 तक 

1 नवंबर 2024 शुक्रवार, तिथि अमावस्या, पक्ष कृष्ण, नक्षत्र स्वाति, योग प्रीति, अभिजीत मुहूर्त 11:42:27 से 12:26:36 तक 

2 नवंबर 2024 शनिवार, तिथि प्रतिपदा, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र विशाखा, योग आयुष्मान, अभिजीत मुहूर्त 11:42:29 से 12:26:32 तक 

3 नवंबर 2024 रविवार, तिथि द्वितीय, पक्ष शुक्ल, नक्षत्र अनुराधा, योग सौभाग्य, अभिजीत मुहूर्त 11:42:32 से 12:26:30 तक

28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2024 के व्रत और त्यौहार 

अपने इस व्यस्त जीवन की अति व्यस्तता के चलते आपसे भी कोई भी महत्वपूर्ण दिन, व्रत या त्योहार छूट न जाए इस बात को ध्यान में रखते हुए हम अपने इस विशेष सेगमेंट में आपको आने वाले 7 दिनों में पड़ने वाले हर एक महत्वपूर्ण दिन की जानकारी यहां प्रदान करते हैं। बात करें इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की तो, 

28 अक्टूबर गोवत्स द्वादशी, रमा एकादशी 

29 अक्टूबर धनतेरस, यम दीपम, प्रदोष व्रत

30 अक्टूबर काली चौदस, हनुमान पूजा, मासिक शिवरात्रि 

31 अक्टूबर नरक चतुर्दशी, तमिल दीपावली, काली पूजा 

1 नवंबर लक्ष्मी पूजा, केदार गौरी व्रत, दिवाली, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, कमला जयंती, दर्श अमावस्या, कार्तिक अमावस्या 

2 नवंबर गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, गुजराती नव वर्ष 

3 नवंबर भैया दूज, यम द्वितीया, चंद्र दर्शन

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इस सप्ताह के ग्रहण और गोचर 

दिवाली का यह सप्ताह अपने आप में ही विशेष खास और महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस सप्ताह को और भी खास बनाने के लिए कौन-कौन से ग्रहों का गोचर होने वाला है चलिए इस पर भी एक नजर डाल लेते हैं। बात करें इस सप्ताह में होने वाले ग्रहण और गोचर की तो इस सप्ताह में केवल एक ही गोचर होगा और वो है 29 अक्टूबर को होने वाला बुध का वृश्चिक राशि में गोचर। इसका समय होगा 22:24 मिनट। यह गोचर निश्चित रूप से सभी 12 राशियों को प्रभावित अवश्य करेगा। अगर आप अपनी राशि पर इसका व्यक्तिगत और विस्तृत प्रभाव जानना चाहते हैं तो अभी विद्वान ज्योतिषियों से संपर्क करें।

28 अक्टूबर से 3 नवंबर के विवाह मुहूर्त 

सनातन धर्म में विवाह जैसा शुभ और मांगलिक कार्य हमेशा शुभ मुहूर्त देखकर किया जाता है। इसकी वजह साफ है कि ऐसी मान्यता है कि जब भी कोई शुभ काम शुभ मुहूर्त देखकर किया जाए तो इससे उसकी शुभता बढ़ जाती है। अन्यथा व्यक्ति को अपने जीवन में तमाम परेशानियां या रुकावटें झेलने पड़ सकते हैं। ऐसे में बात करें 28 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच पड़ने वाले विवाह मुहूर्त की तो, जहां अक्टूबर में इस सप्ताह में एक दिन अर्थात 30 अक्टूबर को विवाह मुहूर्त पड़ेगा वहीं नवंबर में इस सप्ताह में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं है।वर्ष 2025 में शुभ विवाह मुहूर्त की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें- विवाह मुहूर्त 2025 

28 अक्टूबर से 3 नवंबर के बैंक अवकाश 

यह सप्ताह वैसे भी तमाम व्रत और त्योहार से घिरा रहने वाला है। ऐसे मेंइस सप्ताह में कई दिन बैंक अवकाश रहने की संभावना है। आपका कोई भी काम रुक ना जाए या अटक न जाए इसलिए चलिए एक नजर डाल लेते हैं इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों की। 

31 अक्टूबर 2024, गुरुवार नरक चतुर्दशी है। इसका अवकाश कई राज्य में मनाया जाएगा।  

31 अक्टूबर 2024, गुरुवार सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिन ( दिवाली ) है। इसका अवकाश गुजरात, देश भर में मनाया जाएगा। 

1 नवंबर 2024, शुक्रवार कुट, पुडुचेरी लिबेरेशन डे, हरयाणा डे, कर्नाटक राजयोत्सव, केरल पिरावी है। इनके अवकाश कुट – मणिपुर, पुडुचेरी मुक्ति दिवस – पुडुचेरी, हरियाणा दिवस – हरियाणा कर्नाटक राज्योत्सव – कर्नाटक और केरल पिरावी – केरल में मनाए जाएंगे। 

2 नवंबर 2024 शनिवार बलिप्रतिपदा है। इसका बैंक अवकाश अधिकांश राज्य में मान्य होगा। 

2 नवंबर 2024 शनिवार विक्रम संवत- नववर्ष है। इसका बैंक अवकाश कई राज्य में है।  

2 नवंबर 2024 शनिवार गोवर्धन पूजा है। इसका अवकाश उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, दिल्ली में मान्य रहेगा। 

2 नवंबर 2024 शनिवार निंगोल चाकोउबा है। इसका बैंक अवकाश मणिपुर में है।  

3 नवंबर 2024 रविवार भाई दूज है। इसका बैंक अवकाश पूरे भारत में रहेगा। 

कुंडली में है राजयोग? राजयोग रिपोर्ट से मिलेगा जवाब

इस सप्ताह जन्मे मशहूर सितारों के जन्मदिन की जानकारी 

अपने इस आखिरी सेगमेंट में हम बात करते हैं इस सप्ताह पड़ने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन के बारे में। बात करें अक्टूबर में जन्म लेने वाले लोगों का स्वभाव और व्यक्तित्व कैसा होता है तो अगर अक्टूबर के महीने में जन्म लेने वाले लोगों के पर्सनालिटी के बारे में कुछ रोचक तथ्यों की बात करें तो, इन बच्चों की राशि वृश्चिक और तुला पड़ती है। अर्थात अगर आपका जन्मदिन 1 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक हुआ है तो आपकी राशि तुला होगी 22 अक्टूबर या उसके बाद आपका जन्मदिन होता है तो आपकी राशि वृश्चिक होती है। 

अक्टूबर के बच्चों के दो जन्म रन होते हैं। अक्टूबर में जन्मे बच्चों को दोगुने रत्न मिलते हैं- टूमलाइन और ओपल उनके चमकते हुए पत्थर हैं। दोनों ही बहुमुखी हैं और थोड़े अलग हैं। ओपल में रंग बदलने की खूबी होती है और आप इसे कैसे देखते हैं, इसके आधार पर इसका रंग अलग हो सकता है। पत्थर की गिरगिट जैसी विशेषताओं ने इसे व्यापक अर्थ दिया है। ऐतिहासिक रूप से, यह माना जाता था कि इसमें हर रंग के पत्थर के सभी गुण होते हैं। इसी तरह, टूमलाइन कई रंगों में आता है, जिसमें काला टूमलाइन (आत्मविश्वास और सुरक्षा से जुड़ा), गुलाबी टूमलाइन (प्यार और करुणा से जुड़ा) और हरा टूमलाइन (शक्ति और सहनशक्ति का प्रतीक) शामिल है। 

अक्टूबर में जन्मे बच्चों में एथलीट क्षमता बहुत होती है। इन्हें खेलना कूदना पसंद होता है और काफी मजबूत व्यक्तित्व वाले होते हैं। यह लोग अपने दम पर और अपनी अच्छी सेहत के दम पर 100 वर्षों तक भी जीवित रह सकते हैं। अक्टूबर के महीने में जन्मे लोग राष्ट्रपति बनने लायक होते हैं। इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दे ब्रूनो मार्स, मार्ट डायमंड, लेना हैदी, किम कार्दशियन, रायन रेनॉड्स जैसे लोगों का जन्मदिन अक्टूबर के ही महीने में आता है। 

अब अंत में बात करें इस सप्ताह में पड़ने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन के बारे में तो, 

28 अक्टूबर अदिति राव हैदरी 

29 अक्टूबर रीमा सेन 

30 अक्टूबर अभिजीत भट्टाचार्य, अनन्या पांडे 

1 नवंबर ऐश्वर्या राय बच्चन 

2 नवंबर ईशा देओल 

3 नवंबर हिमांशु कोहली

यदि आप अपने फेवरेट सितारे की कुंडली देखकर उनके भविष्य के बारे में कुछ भी जानना चाहते हैं तो आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।

एस्ट्रोसेज की तरफ से इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।

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साप्ताहिक राशिफल 28 अक्टूबर से 3 नवंबर

अब जानते हैं सभी बारह राशियों के जातकों के लिए यह सप्ताह क्या कुछ लेकर आने वाला है:

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ये सप्ताह आपके प्रेम जीवन के लिए सबसे बेहतर सप्ताह साबित होगा। क्योंकि…..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

यूं तो इस सप्ताह आप पूरे समय चुस्ती-फुर्ती से भरे रहेंगे, लेकिन फिर भी आपको अपने…..(विस्तार से पढ़ें)

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इस सप्ताह आपका रुमानी संबंध आपको मानसिक सुकून देने की बजाय, …..(विस्तार से पढ़ें)

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इस सप्ताह यूँ तो आप खुद को काफी हद तक, सेहतमंद महसूस करेंगे। क्योंकि इस….(विस्तार से पढ़ें)

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मीन साप्ताहिक राशिफल 

अगर आपको अस्थमा की प्रॉब्लम है तो, अपने इन्हेलर को पास ही रखें। साथ ही स्वास्थ्य को बेहतर…..(विस्तार से पढ़ें)

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प्यार एक ऐसा एहसास है जो हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। आप भी इस समय…. (विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1: महालया अमावस्या क्यों मनाई जाती है?

महालया अमावस्या एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है जो पूरे भारत में मनाया जाता है, मुख्य रूप से भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में। देवी पक्ष, देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित दो सप्ताह का त्यौहार, आधिकारिक तौर पर इस दिन से शुरू होता है।

2: आयुध पूजा का महत्व क्या है?

आयुध पूजा के अवसर पर, दैनिक जीवन और विभिन्न व्यवसायों में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों की पूजा की जाती है। इसका उद्देश्य किसी की आजीविका में इन उपकरणों के महत्व को स्वीकार करना और उनके सुरक्षित और कुशल संचालन के लिए ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करना है।

3: परगट दिवस कहां मनाया जाता है?

परगट दिवस पूरे देश में मनाया जाता है। 

4: सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिन कब मनाया जाता है?

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिन 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। 

टैरो साप्ताहिक राशिफल (27 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2024): इस सप्ताह इन राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 27 अक्टूबर से 2 नवंबर: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।

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दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

साल 2024 के अक्टूबर का यह सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 27 अक्टूबर से 2 नवंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि अक्टूबर का यह सप्ताह यानी कि 27 अक्टूबर से 02 नवंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने की संभावना है?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2024: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: पेज़ ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स 

करियर: नाइट ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ कप्स

मेष राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो पेज ऑफ वैंड्स आपके लिए बेहतरीन कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो दर्शा रहा है कि आपके जीवन में प्रेम भरपूर होगा। जो जातक सिंगल हैं, उनके लिए यह अवधि बहुत अधिक अनुकूल है क्योंकि उन्हें रिलेशनशिप में आने के कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं, ऐसे में, आपको इसका लाभ उठाना होगा। जो लोग रिलेशनशिप में हैं या शादीशुदा हैं, उनके लिए यह सप्ताह प्यार से भरा रहेगा और वे अपने साथी के साथ अच्छे पलों का आनंद लेंगे।

सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स दर्शाता है कि आप अपने काम और वित्त मामलों को प्रोफेशनल तरीके से संभालने का प्रयास करेंगे। यदि आप खुद को बेईमानी के रास्ते पर ले चलते हैं, जैसे कि उत्पाद विवरण को बढ़ा-चढ़ाकर बताना या अधूरे वादे करना, तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको अपनी रणनीति का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता होगी।

नाइट ऑफ पेंटाकल्स आपके लिए करियर के लिए बहुत अच्छा कार्ड है और इसका अर्थ है कि आपको किसी ऐसे व्यक्ति से प्रस्ताव मिलने वाला है जो एक बेहद सफल व्यवसायी बनने की ओर आगे बढ़ रहा है। वह आपको अपना व्यापार खड़े में सहायता करेगा।

पेज़ ऑफ कप्स स्वास्थ्य के मामले में सकारात्मक कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो आपको गुड न्यूज देगा। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि आपको किसी ऐसी थेरेपी या उपचार के बारे में पता चले जो आपको समग्र रूप से बेहतर महसूस करने में मदद करेगी।

शुभ पौधा: ऑरेंज ऑर्किड

वृषभ राशि 

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स 

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स 

करियर: पेज़ ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ पेंटाकल्स

वृषभ राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन की बात करें, तो ऐस ऑफ़ वैंड्स संकेत दे रहा है कि यदि आप किसी रिश्ते में हैं, तो इस सप्ताह आपकी सगाई, शादी, घर खरीदना या साथ रहना, छुट्टियाँ मनाना या घर पर नया मेहमान आने जैसी खुशखबरी आपको मिल सकती है। यदि आप परिवार को आगे बढ़ाने का सपना देख रहे हैं तो एक कार्ड आपके लिए बहुत अधिक शुभ साबित होगा क्योंकि यह कार्ड प्रजनन क्षमता, गर्भावस्था और जन्म का प्रतीक है।

आर्थिक जीवन में सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपको पैसे का लेन-देन करने और बेईमानी के प्रति सचेत रहने के लिए कह रहा है क्योंकि आपके साथ धोखाधड़ी, चोरी और सेंधमारी हो सकती है इसलिए सावधान रहें। यह कार्ड आपको चेतावनी दे सकता है कि अपने पैसे के साथ कोई रिस्क न लें। इस समय इसे निवेश न करें या अभी कोई गलत लेन-देन न करें।

करियर के लिहाज़ से पेज ऑफ वैंड्स संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आपको नए अनुभव और अवसर प्राप्त होंगे लेकिन चुनाव के लिए सही दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता होगी। यह अवधि आत्मविश्वास और उत्साह के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की होगी। यदि आप कोई व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो पेज ऑफ वैंड्स संकेत देता है कि आप अपने इस नए प्रयास के लिए उत्साहित और ऊर्जा से भरे हुए होंगे।

नाइट ऑफ पेंटाकल्स दर्शाता है कि इस सप्ताह आप समग्र रूप से अच्छे स्वास्थ्य में होंगे और आप अपने अच्छे स्वास्थ्य का पूरा आनंद लेंगे।

शुभ पौधा: पार्लर पाम

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मिथुन राशि

प्रेम जीवन: द लवर

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ कप्स

करियर: पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

मिथुन राशि के जातकों के प्रेम जीवन के लिहाज से यह सप्ताह शानदार रहेगा। आप अपने साथी के साथ कुछ बेहतरीन समय बिताएंगे और एक-दूसरे के साथ अच्छे पलों का आनंद लेंगे। आप अपने पार्टनर के बहुत अधिक करीब आएंगे और एक-दूसरे का मान-सम्मान करेंगे।

किंग ऑफ कप्स कार्ड आर्थिक जीवन के लिए संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह जीवन स्तर को बेहतर बनाए रखने और आपके सभी बिलों का भुगतान करने के लिए आपके पास पर्याप्त धन है। आप अपने जीवन को सरल बनाने के लिए एक बजट बनाएं और अपने धन को समझदारी से संभालेंगे, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहेगी।

पेज ऑफ स्वॉर्ड्स को चाहे कितना भी नकारात्मक कार्ड माना जाएगा। लेकिन, करियर के लिए इस कार्ड को हम सकारात्मक कहेंगे। इस सप्ताह करियर के संबंध में आपके विचारों में स्पष्टता देखने को मिलेगी। संभव है कि इस दौरान आपको नई-नई चीज़ें सीखने का मौका मिले और आपको नई जिम्मेदारियां मिलने की संभावना है।

फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स स्वास्थ्य के मामले में संकेत दे रहा है कि इस सप्ताह आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं और आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आशंका है कि आपकी ऊर्जा भी धीरे-धीरे कम हो चुकी है। आप बहुत अधिक चिंतित और परेशान महसूस कर सकते हैं।

शुभ पौधा: प्रेयर प्लांट

कर्क राशि

प्रेम जीवन: पेज़ ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: एट ऑफ पेंटाकल्स 

करियर: द लवर

स्वास्थ्य: द मून

प्रेम जीवन में पेज़ ऑफ कप्स अनुकूल कार्ड प्रतीत हो रहा है। यह कार्ड संकेत दे रहा है कि यदि आप किसी रिश्ते में हैं तो आपको कई सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे क्योंकि यह कार्ड रोमांटिक प्रस्तावों, यूनियनों, गर्भधारण और शादियों की संभावना की ओर इशारा कर रहा है। इस कार्ड का अर्थ यह भी हो सकता है कि आपको अपनी भावनाओं को खुलकर सामने रखना चाहिए।

एट ऑफ पेंटाकल्स आर्थिक जीवन के लिए एक अच्छा कार्ड है क्योंकि यह उपलब्धियों, सफलता, कड़ी मेहनत के लिए बेहतर परिणाम का आशीर्वाद दे रहा है। अब समय आ गया है आपको अपनी कड़ी मेहनत व प्रयास के अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे और आप आर्थिक जीवन में स्थिरता प्राप्त करेंगे।

करियर द लवर कार्ड संकेत दे सकता रहा है इस अवधि आप अपनी मौजूदा स्थिति को अपग्रेड करने या करियर बदलने की सोच रहे हैं और अब आपको सही निर्णय लेने की आवश्यकता है। यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि कार्यक्षेत्र में आप और आपके सहकर्मी एक-दूसरे की सफलताओं का समर्थन करेंगे और आप लोगों के बीच बेहतर समझ उत्पन्न होगी। 

स्वास्थ्य के मोर्चे पर द मून कार्ड कुछ मानसिक तनाव के मुद्दों की ओर संकेत कर रहा है।  यह कार्ड दर्शाता है कि आप ऐसी समस्याओं से पीड़ित हैं जो आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं। यह एक बुरा संकेत है और आपको निश्चित रूप से अपनी जांच करवानी चाहिए और डॉक्टर से सही राय लेनी चाहिए।

शुभ पौधा: वाटर लिली

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: टेम्पेरेन्स 

आर्थिक जीवन: क्वीन ऑफ कप्स

करियर: टू ऑफ कप्स 

स्वास्थ्य: जजमेंट

प्रेम जीवन में टेम्प्रन्स कार्ड संतुलित और शांतिपूर्ण संबंध को दर्शाता है। अगर आप किसी रिश्ते में हैं तो संभवत इस दौरान आपका रिश्ता आनंददायक और संतुष्टि दायक रहने वाला है। यह कार्ड जीवनसाथी के साथ संबंधों को दर्शाता है। जो लोग सिंगल हैं वे प्यार की तलाश और अपनी देखभाल पर ध्यान देंगे ।

आर्थिक जीवन में क्वीन ऑफ कप्स एक सकारात्मक कार्ड है, जो आर्थिक जीवन में स्थिरता और सकारात्मक परिणाम का संकेत दे रहा है। यह इंगित करता है कि आपकी वित्तीय स्थिति सकारात्मक बनी रहेगी। हालांकि, कार्ड निवेश में धन लगाने या वित्तीय लेने से बचने की सलाह दे रहा है।

करियर के लिए टू ऑफ कप्स स्थिरता और बेहतरीन बिज़नेस पार्टनरशिप को दर्शा रहा है। यदि आप किसी बिज़नेस पार्टनरशिप में प्रवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह कार्ड सुझाव देता है यह आपके द्वारा लिया गया शानदार फैसला होगा। आपके लक्ष्य समान होंगे और आप अपने साथी से प्रभावित होंगे।

स्वास्थ्य के संदर्भ में, जजमेंट कार्ड कठिन समय से बाहर आने और आगे बढ़ने का प्रतिनिधित्व करता है। अब अपनी सेहत पर ध्यान देने और तमाम तरह की नकारात्मकता को दूर करने का समय आ गया है। आशंका है कि पिछली स्वास्थ्य समस्याओं से आपको अच्छा सबक मिला होगा और उससे आप बहुत कुछ सीखे होंगे।

शुभ पौधा: ब्रोमेलियाड

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: फोर ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द हैरमिट

करियर: क्वीन हैंग्ड वैंड्स

स्वास्थ्य: द डेविल

प्रेम जीवन के लिए आपको फोर ऑफ वैंड्स कार्ड प्राप्त हुआ है। यदि आप किसी रिलेशनशिप में हैं, तो यह एक प्रेमपूर्ण और शांतिपूर्ण गठबंधन का प्रतिनिधित्व करता है। यह आपसी सम्मान, विश्वास और समझ पर आधारित एक ठोस रिश्ते का प्रतीक है। यह कार्ड दर्शा रहा है कि अब समय आ गया है आप अपने जीवनसाथी के साथ बेहतरीन समय का आनंद लेंगे। वहीं जो लोग सिंगल है, वे प्यार में खो सकते हैं।

आर्थिक जीवन की बात करें तो, यह चिंतन का समय है। इस दौरान आपको अपने धन की बचत करने पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा, जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए अपनी आध्यात्मिक जागरूकता विकसित करने पर भी आपको ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।

क्वीन ऑफ वैंड्स करियर के लिहाज़ से ऐसे समय की ओर इशारा कर सकता है जब आप बेहद प्रेरित और उत्पादक होंगे। यह संकेत दे रहा है कि आप एक साथ कई चीज़ों का प्रबंधन करने में सक्षम हैं। कार्यक्षेत्र में आपकी क्षमता और तरीका आपको सफल बनाए रखने में आपकी मदद कर सकती है।

स्वास्थ्य को लेकर द डेविल कार्ड खराब जीवनशैली के बारे में संकेत दे रहा है, जो आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके जीवन पर भी भारी पड़ सकता है। यदि आपके अंदर कोई बुरी लत है तो उससे छुटकारा पाने के लिए मदद जरूर लें।

शुभ पौधा: रबर प्लांट

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तुला राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)

करियर: टेन ऑफ कप्स (रिवर्सड)

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ पेंटाकल्स

प्रेम जीवन के लिए ऐस ऑफ़ पेंटाकल्स का अर्थ है कि आपके प्रेम जीवन में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है और नए प्रस्ताव आ सकते हैं। यदि आप विवाह करना चाहते हैं, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि इस अवधि में आपका विवाह अवश्य हो जाएगा। यदि आप पहले से ही विवाहित हैं, तो यह जीवन में नए चरण का संकेत दे रहा है, जैसे कि माता-पिता बनना, आदि।

आर्थिक जीवन में नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) संकेत दे रहा है कि इस अवधि पैसों को लेकर आपकी चिंताएं कम हो जाएंगी और चीज़ें बेहतर होने लगेंगी या यह भी हो सकता है कि आप आर्थिक जीवन को लेकर इस हद तक तनाव में आ जाए कि आप अपना आपा खो दें। आपको सलाह दी जाती है कि अपने दोस्तों या परिवारजनों में अपनी चिंताओं के बारे में चर्चा करें।

करियर के लिहाज़ से टेन ऑफ कप्स (रिवर्सड) कार्ड दर्शा रहा है कि आप परिवार के साथ मिलकर काम करेंगे या समाज के हित के लिए कार्य करेंगे। यह कार्ड सहयोग की कमी या कार्यक्षेत्र में किसी का साथ न मिलने का भी संकेत दे सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपकी किसी के साथ विवाद या बहस हो सकती है। इसके अलावा, कार्यस्थल में बिजी शेड्यूल आपके पारिवारिक जीवन पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती है।

स्वास्थ्य के लिहाज़ में नाइन ऑफ़ पेंटाकल्स भविष्यवाणी कर रहा है कि आप एक स्वस्थ सप्ताह बिताएंगे और अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। कुल मिलाकर इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य बहुत अधिक शानदार रहेगा और आप अच्छे पलों का आनंद लेंगे।

भाग्यशाली पौधा: मॉन्स्टेरा

वृश्चिक राशि 

प्रेम जीवन: एम्प्रेस  

आर्थिक जीवन: पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)

स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स

वृश्चिक राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें, तो द एम्परर कार्ड स्थिर और मजबूत संबंधों को दर्शा रहा है। यह कार्ड मातृत्व का भी प्रतीक है, जो विवाह, गर्भावस्था या एक नए परिवार की शुरुआत का संकेत दे रहा है।

आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो पेज़ ऑफ स्वॉर्ड्स आपके लिए अधिक अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। यह संकेत दे रहा है कि आपको धन से जुड़े मामलों में देरी हो सकती है, जैसे नौकरी के प्रस्ताव, निवेश के अवसर अन्य किसी भी रूप में हो सकता है।

करियर में नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) कार्ड दृढ़ संकल्प, प्रेरणा और जुनून का संकेत दे रहा है। इस सप्ताह आपको करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए साहसी होना चाहिए और रिस्क उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि यदि आप सफलता प्राप्त करने के लिए शॉर्टकट लेने की कोशिश कर रहे हैं, तो सावधान हो जाए।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से, इस सप्ताह आपकी माता आपका बहुत अधिक ख्याल रखेंगी और आपके स्वास्थ्य को लेकर चिंता करेंगी या आप अपने परिवार के सदस्यों की देखभाल कर सकते हैं।

शुभ पौधा: स्नेक प्लांट

धनु राशि

प्रेम जीवन: द एम्परर

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ कप्स  

करियर: टेन ऑफ वैंड्स (रिवर्सड)

स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ कप्स

प्रेम जीवन की बात करें, तो इस सप्ताह आप अपनी भावनाओं को अधिक ईमानदारी से दूसरों के सामने व्यक्त करेंगे। द एम्परर कार्ड स्थिर संबंधों का संकेत देता है। यदि आप का रिश्ता अस्थिर रहा है और आपसी समझ की कमी रही है तो चीजें बेहतर होने लगेंगी और स्थिरता वापस आ जाएगी। आप अपने से बड़े पुरुष या महिला के लिए भी भावनाएं रख सकते हैं।

आर्थिक जीवन में किंग ऑफ कप्स कह रहा है कि धनु राशि वालों को धन से जुड़े मामलों में सफलता पाने के लिए बुद्धि और कूटनीति का इस्तेमाल करना होगा। यह कार्ड दर्शा रहा है कि करियर में तरक्की हासिल करने के मार्ग में इन जातकों का मार्गदर्शन कोई बड़ा और अनुभवी व्यक्ति कर सकता है।

टेन ऑफ वैंड्स (रिवर्सड) कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि यदि आप अपने व्यापार में संघर्ष का सामना कर रहे हैं तो इससे आपको छुटकारा प्राप्त होगा। आप दो तरीकों में से एक को अपनाकर शांति प्राप्त कर सकते हैं, पहला है आप लोगों से सहायता मांगने का अनुरोध करें। आपको लग सकता है कि आप अपने पास मौजूद काम की मात्रा को संभाल नहीं पा रहे हैं या आपने चीजों को हल करने का कोई तरीका निकाल लिया है।

स्वास्थ्य के लिहाज़ में सिक्स ऑफ़ कप्स कार्ड ऐसे व्यक्ति के प्रति दया या सहानुभूति दिखाने का प्रतिनिधित्व कर सकता है जो चिकित्सा आपातकाल का सामना कर रहा है। उन्हें आपकी मदद की ज़रूरत कई अधिक हो सकती है। यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि आप बीमार हो रहे हैं या अपनी तेज़-तर्रार, आरामदेह जीवनशैली के कारण बहुत ज़्यादा तनाव में हैं।

शुभ पौधा: एलोकेसिया

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मकर राशि

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: थ्री ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ कप्स

प्रेम जीवन में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड बहुत ही शुभ कार्ड है, खासकर जो किसी रिलेशनशिप में हैं। यह प्रगति, उपलब्धि और अपने निर्णयों से संतुष्टि का प्रतिनिधित्व करता है। यदि आपको यह कार्ड मिला है तो, यह संकेत दे रहा है कि आपके रिश्ते में सब कुछ ठीक चल रहा है। यह कार्ड विदेश जाना या विदेशी देशों का दौरा करने का भी संकेत दे रहा है। ऐसे में आप और आपका साथी विदेश यात्रा में जा सकते हैं या स्थानांतरण ले सकते हैं।

फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स के अनुसार, आपको अपने वित्त को संभालते समय अधिक सावधानी बरतनी चाहिए और दूसरों पर भरोसा करते समय भी सतर्क रहना चाहिए। यह संभव है कि कुछ लोग आपका अनुचित लाभ उठाने या आपका शोषण करने की कोशिश कर सकते हैं। यह कार्ड कभी-कभी यह भी संकेत दे सकता है कि आपको अपनी खरीदारी कम करनी चाहिए क्योंकि अधिक खर्च की वजह से आप परेशानी में आ सकते हैं।

करियर में थ्री ऑफ कप्स पदोन्नति और नए प्रस्तावों के आने का जश्न मनाने का संकेत दे रहा है। इस अवधि आप एक बेहतर और उच्च पद के लिए जश्न मनाएंगे और आपके वरिष्ठ आपको पदोन्नति दिलाने के पक्ष में होंगे। यदि आप विदेश में किसी अच्छे अवसर की तलाश में हैं तो संभावना है कि आपको विदेश से बहुत अच्छे प्रस्ताव मिले।

फोर ऑफ कप्स मानसिक समस्या या तनाव जैसी बीमारियों से पीड़ित होने का संकेत देता है, अगर ऐसा है, तो अब समय आ गया है कि अपने स्वास्थ्य पर पूरी तरह ध्यान दें और डॉक्टर की सलाह लें। साथ ही, योग व ध्यान करें ताकि आप जल्द ठीक हो सके।

शुभ पौधा: लकी बैम्बू

कुंभ राशि

प्रेम जीवन: किंग ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: द चैरियट

करियर: द सन 

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स

किंग ऑफ कप्स दया, सहानुभूति और समझ का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, धैर्यवान, समझदार और प्यार करने वाले साथी का भी प्रतिनिधित्व करता है जो रिश्ते में सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाने की कोशिश करता है।

द चैरियट कार्ड संकेत दे रहा है कि आर्थिक जीवन में बेहतर निर्णय लेने के लिए आपके पास ज्ञान की कमी हो सकती है इसलिए सावधानी से आगे बढ़ें। इसके अतिरिक्त, यह कार्ड आत्म-नियंत्रण को बढ़ावा देने और जल्दबाजी में खरीदारी या निर्णय लेने से आपको रोकता है।

द सन कार्ड आपकी नौकरी में जुनून और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है। यह भविष्यवाणी कर रहा है कि दूसरे आपके काम को महत्व देंगे और आप प्रेरित व उत्साह से भरा हुआ महसूस करेंगे। यह कार्ड अक्सर आपके कार्यक्षेत्र में पदोन्नति या बेहतर पद पर पहुंचने का भी संकेत देता है।

फाइव ऑफ स्वॉर्ड्स आपके लिए अनुकूल कार्ड प्रतीत नहीं हो रहा है, यह बता रहा है कि स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से आप थकान महसूस कर सकते हैं। यानी आपने जिन कठिनाइयों का सामना किया है या अभी कर रहे हैं, उसकी वजह से आपकी ऊर्जा खत्म हो सकती है

शुभ पौधा: मनी प्लांट

मीन राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द टॉवर

करियर: सिक्स ऑफ पेंटाकल्स 

स्वास्थ्य: द सन

मीन राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो ऐस ऑफ वैंड्स एक नए चरण की शुरुआत का संकेत दे रहा है, जैसे सगाई, शादी करना या परिवार बसाना। यदि आप सिंगल हैं तो इस सप्ताह आप शादी के बंधन में बंध सकते हैं और विवाहित जोड़े परिवार शुरू कर सकते हैं।

द टॉवर आपको वित्तीय मामलों में अपने पैसे को सावधानी से संभालने की सलाह देता है। यदि इस कार्ड के नकारात्मक परिणाम की बात करें तो यह दिवालियापन का प्रतीक हो सकता है। ऐसे में, आपको किसी भी तरह का रिस्क लेने से बचने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपने मुश्किल भरे दिनों के लिए पैसे नहीं बचाए हैं, तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए और अभी से बचत कर लेना चाहिए क्योंकि भविष्य में बुरे दिनों से गुजरना पड़ सकता है।

सिक्स ऑफ़ पेंटाकल्स करियर के लिए एक उत्कृष्ट कार्ड है क्योंकि यह रोजगार और कार्यक्षेत्र पर आपके सम्मान का प्रतिनिधित्व करता है। यदि आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं या करियर बदलने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह कार्ड आपको अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा। इस अवधि कोई सुपरवाइजर या प्रभावशाली बिजनेस पार्टनर आपको पैसे देकर या अपना समय, सहायता या सलाह देकर आपकी मदद कर सकता है।

द सन स्वास्थ्य के मामले में एक बेहतरीन कार्ड है और यह पूरे सप्ताह के लिए अच्छी जीवन शक्ति और अच्छे स्वास्थ्य की बात कर रहा है। इस सप्ताह आप अपने स्वास्थ्य के सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहेंगे और जीवन का भरपूर आनंद लेंगे। परिवार के साथ छुट्टी या ट्रेक पर भी जाने का प्लान कर सकते हैं।

लकी प्लांट: स्पाइडर प्लांट

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- टैरो अंक ज्योतिष से किस तरह अलग है?

अंक ज्योतिष विशुद्ध रूप से संख्याओं पर आधारित है और टैरो कार्ड पर जटिल रेखाचित्रों पर आधारित है, हालांकि अंक ज्योतिष टैरो का एक हिस्सा हो सकता है।

2- पिछले एक दशक में टैरो इतना लोकप्रिय क्यों हो गया है?

टैरो वर्तमान ऊर्जाओं पर आधारित है और तुरंत उत्तर देता है। लोगों को उनकी समस्याओं के लिए तुरंत मार्गदर्शन मिलता है।

3- क्या टैरो रीडर बनने के लिए कोचिंग की आवश्यकता होती है?

हां, अगर आप टैरो सेशन लेते हैं तो कार्ड को समझना बेहतर और आसान होता है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 27 अक्टूबर से 02 नवंबर, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

दुनियाभर के विद्वान अंक ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (27 अक्टूबर से 02 नवंबर , 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 1 के जातक समय के बेहद पाबंद होते हैं और ऐसे में, आप अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा करना पसंद करेंगे। हालांकि, यह बहुत सोच-समझकर अपने कदमों को आगे बढ़ाते हैं जो कि इनके व्यक्तित्व का एक विशेष गुण होता है। 

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो मूलांक 1 वालों के रिश्ते पार्टनर के साथ मधुर बने रहेंगे जिसकी वजह साथी के प्रति आपकी ईमानदारी होगी।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में इस मूलांक के छात्रों की रुचि मैनेजमेंट डिसिप्लिन, बिज़नेस स्टेटिस्टिक्स आदि विषयों में होगी। इसके परिणामस्वरूप, आप इन सब्जेक्ट्स में महारत हासिल कर सकेंगे। 

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में मूलांक 1 के जातक कार्यस्थल पर अपनी चमक बिखेरते हुए दिखाई देंगे। इस दौरान आप काम को बहुत अच्छे से करेंगे और ऐसे में, आपको वरिष्ठों से सराहना मिलेगी। अगर आपका संबंध व्यापार से है, तो बिज़नेस में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। साथ ही, आप अपनी क्षमताओं को भी उजागर कर सकेंगे। 

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो इस मूलांक वालों की सेहत अच्छी रहेगी और इसकी वजह आपका आत्मविश्वास और मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता होगी। 

उपाय: सूर्य ग्रह के लिए अगले छह महीने तक पूजा करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 2 के तहत पैदा होने वाले जातक इस सप्ताह जीवन के बड़े और महत्वपूर्ण फैसले लेते समय कंफ्यूज़ नज़र आ सकते हैं जो कि आपकी प्रगति के मार्ग में समस्या पैदा करने का काम करेंगे। इन लोगों को कार्यो के सकारात्मक परिणाम पाने के लिए योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।

प्रेम जीवन: मूलांक 2 के जातकों की पार्टनर के साथ बहस या फिर मतभेद होने की आशंका है और इससे जितना हो सके आपको बचने की कोशिश करनी होगी। साथ ही, इस दौरान साथी के साथ किसी तीर्थ स्थल की यात्रा पर जाने की संभावना है और इस तरह की यात्राएं आपको सुकून देने का काम करेंगी।

शिक्षा: शिक्षा की बात करें, तो मूलांक 2 के छात्रों को इस सप्ताह अपनी पढ़ाई पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा क्योंकि इस दौरान आपकी एकाग्र क्षमता कमज़ोर रह सकती है। ऐसे में, आपको मन लगाकर और समर्पित होकर पढ़ाई करने की जरूरत होगी। 

पेशेवर जीवन: जो जातक नौकरी करते हैं, उनके कामों की रफ़्तार थोड़ी धीमी पड़ सकती है क्योंकि आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है जो कि आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। दूसरी तरफ, जिन लोगों का खुद का व्यापार है, उन्हें बिज़नेस में अच्छे से योजना बनाकर चलना होगा।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह सप्ताह थोड़ा नाज़ुक रह सकता है क्योंकि आपको सर्दी-जुकाम जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इन रोगों की वजह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है और ऐसे में, आपकी सेहत प्रभावित होने की आशंका है। 

उपाय: प्रतिदिन ‘ॐ सों सोमाय नमः’ का 20 बार जाप करें। 

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 3 के जातक साहस से भरे रहेंगे और इसकी झलक उनके द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों में भी दिखाई देगी।

प्रेम जीवन:  प्रेम जीवन को देखें, तो इस मूलांक वालों का रवैया पार्टनर के प्रति प्रेम एवं रोमांस से पूर्ण रहेगा। ऐसे में, आप दोनों एक-दूसरे के साथ बेझिझक होकर बातें शेयर करते हुए दिखाई देंगे जिससे आप दोनों के बीच आपसी तालमेल बेहतर होगा। 

शिक्षा: मूलांक 3 के छात्र पेशेवर कोर्स जैसे कि बिज़नेस स्टेटिस्टिक्स, लॉजिस्टिक्स और फाइनेंशियल अकाउंटिंग आदि में अच्छी ख़ासी सफलता प्राप्त करेंगे।  साथ ही, आपकी बेहतरीन क्षमताएं आपको साथी छात्रों की नज़रों में लेकर आएगी। 

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन में इस मूलांक के जातकों को नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है और ऐसे अवसर आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करने का काम करेंगे। इस दौरान आपको पदोन्नति मिलने के भी योग बनेंगे। वहीं, अगर आपका अपना व्यापार है, तो आप प्रतिद्वंदियों को अच्छी टक्कर देने में सक्षम होंगे।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो मूलांक 3 के जातकों की सेहत इस सप्ताह अच्छी बनी रहेगी जिसका कारण आपकी प्रसन्नता होगी। ऐसे में, आप खुद को फिट बनाए रखेंगे। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ गुरवे नमः” का 21 बार जाप करें। 

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

जिन जातकों का जन्म मूलांक 4 के अंतर्गत होता है, वह बेहद बुद्धिमान और जुनून से भरे होते हैं। इन लोगों का झुकाव भौतिक वस्तुओं या फिर सुख-सुविधाओं में होता है। 

प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपका रिश्ता पार्टनर के साथ प्रेमपूर्ण रहेगा और ऐसे में, आप दोनों के बीच आपसी तालमेल बेहतर होगा। साथ ही, इन जातकों के व्यवहार से साथी प्रसन्न दिखाई देगा।

शिक्षा: शिक्षा की बात करें, तो इस मूलांक वाले छात्र जो कंप्यूटर एप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग आदि विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, वह इनमें अपनी स्किल्स का प्रदर्शन करते हुए नज़र आएंगे। शिक्षा में आप तार्किक होकर पढ़ाई करेंगे।

पेशेवर जीवन: मूलांक 4 के जातक कार्यस्थल में खुद को मिलने वाले हर काम में तर्क ढूंढ़ने में सक्षम होंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकेंगे। जिन जातकों का संबंध व्यापार से है, उनके व्यक्तित्व में नेतृत्व की क्षमता मौजूद होगी जो कि आपको प्रतिद्वंदियों से आगे लेकर जाने का काम करेगी।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के मामले में इन लोगों को रात में नींद देर से आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह आपका हद से ज्यादा सोचना होगा। संभव है कि अगर आप ऐसे ही सोचते रहेंगे, तो आप आगे चलकर भ्रमित महसूस कर सकते हैं। 

उपाय: मंगलवार के दिन देवी दुर्गा के लिए यज्ञ/हवन करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 वालों की रुचि ड्राइंग, पेंटिंग आदि में हो सकती है। संभव है कि इन लोगों को हमेशा से इसमें दिलचस्पी रही हो इसलिए यह इसको आगे लेकर जाना चाहते हैं। 

प्रेम जीवन: इस सप्ताह इन जातकों के रिश्ते में पार्टनर के साथ सौहार्द और प्रेम बना रहेगा। इस दौरान जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होने की वजह से आप दोनों का आपसी तालमेल मज़बूत होगा। 

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 5 के छात्र डिजिटल मार्केटिंग, अकाउंटिंग जैसे विषयों में अपनी स्किल्स का प्रदर्शन करने के साथ-साथ अपनी एक अलग जगह बनाने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह के दौरान मूलांक 5 के जो लोग नौकरी कर रहे हैं,  वह अपने वरिष्ठों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने में सफल रहेंगे। वहीं, जो लोग व्यापार करते हैं, वह अपने बिज़नेस को सही तरीके से आगे लेकर जाने का काम करेंगे। 

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिए यह सप्ताह अनुकूल रहेगा क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी जिसकी वजह आपका तेज़ दिमाग और शानदार सेंस ऑफ ह्यूमर होगा। 

उपाय: प्रतिदिन ‘ॐ नमो नारायण’ का 41 बार जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के अंतर्गत पैदा होने वाले जातकों में रचनात्मकता कूट-कूट कर भरी होती है। इन्हें यात्राओं का बेहद शौक होता है और अक्सर यह यात्रा करते हुए नज़र आ सकते हैं। 

प्रेम जीवन: मूलांक 6 के जातक घर-परिवार में चल रहे विवादों की वजह से अपने रिश्ते में पार्टनर को लेकर अत्यंत संवेदनशील रह सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल ज्यादा अच्छा नहीं रहने की आशंका है। 

शिक्षा: शिक्षा की बात करें, तो आप इस सप्ताह पेशेवर कोर्स जैसे वेब डिजाइनिंग, मल्टीमीडिया आदि में अच्छे अंक हासिल करने में पीछे रह सकते हैं। 

पेशेवर जीवन: पेशवर जीवन में इन लोगों पर इस सप्ताह काम का दबाव बढ़ सकता है और इसका कारण आपका व्यस्त शेड्यूल हो सकता है। अगर आप व्यापार करते हैं, तो बिज़नेस में आप अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ सकते हैं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें, तो वसा वाला भोजन अधिक मात्रा में खाने की वजह से आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या घेर सकती है। ऐसे में, आपको अपने खानपान का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ श्री लक्ष्मी भ्यो नमः” का 33 बार जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 के जातकों का झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ सकता है और ऐसे में, आप धार्मिक कार्य करते हुए दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, इस दौरान आप किसी तीर्थ स्थल की यात्रा पर भी जा सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह इन जातकों के मन में साथी के लिए गलत विचार या भावनाएं आ सकती हैं और इसके फलस्वरूप, आप दोनों के बीच मतभेद जन्म ले सकते हैं। इन सब परिस्थितियों की वजह से आपका रिश्ता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है और कुछ ऐसा हो सकता है जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा। 

शिक्षा: मूलांक 7 के छात्रों का मन पढ़ाई से हट सकता है और ऐसे में, शिक्षा में आपके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिल सकती है जिसकी वजह से आपकी प्रगति की रफ़्तार थम सकती है। साथ ही, आत्मविश्वास की कमी भी आपके लिए समस्या का काम कर सकती है। 

पेशेवर जीवन: पेशवर जीवन में यह लोग बेकार के कारणों की वजह से नौकरी में बदलाव करने को मज़बूर हो सकते हैं और इसे आपकी प्रगति के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इसके अलावा, जो लोग व्यापार करते हैं, उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। 

स्वास्थ्य: मूलांक 7 वालों को इस हफ़्ते किसी एलर्जी की वजह से त्वचा पर रैशेज की समस्या परेशान कर सकती है जो कि आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकती है।  

उपाय: प्रतिदिन “ॐ केतवे नमः” का 41 बार जाप करें।

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मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 8 के जातक धैर्यवान होते हैं, लेकिन इनके कामों को करने की रफ़्तार थोड़ी धीमी होती है।  इन लोगों को हारने का डर होता है जो कभी-कभी इन पर हावी हो जाता है। 

प्रेम जीवन: इन जातकों को प्रेम जीवन में अपने पार्टनर के साथ अहंकार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आप दोनों के बीच दूरियां आ सकती हैं। इस तरह की समस्याएं आपके रिश्ते से खुशियों को गायब करने का काम कर सकती हैं जिसको आप बनाए रखना चाहते होंगे। 

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 8 के छात्रों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपका ध्यान पढ़ाई से भटक सकता है जिससे आपको बचना होगा, अन्यथा इसका असर पढ़ाई में आपके प्रदर्शन पर पड़ सकता है।

पेशेवर जीवन: इस मूलांक के नौकरी करने वाले जातक बेहतर वेतन और प्रगति के लिए नौकरी में बदलाव करने के बारे में सोच-विचार कर सकते हैं। लेकिन, संभव है कि इस अवधि में आपको कार्यों में मनचाही सफलता न मिले। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उनके सामने न लाभ न हानि की स्थिति आ सकती है। 

स्वास्थ्य: इस सप्ताह मूलांक 8 वालों को पैरों में दर्द, घुटनों में दर्द और अकड़न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। ऐसे में, आपको तला-भुना खाने से परहेज़ करना होगा और अपने खानपान पर नज़र बनाए रखनी होगी। 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ मंदाय नमः” का 44 बार जाप करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 के तहत जन्मे जातक काफ़ी सक्रिय होते हैं और ऐसे में, यह अपने जीवन के बड़े फैसले भी आसानी से ले लेते हैं। इन लोगों में नेतृत्व के गुण मौजूद होते हैं और इसकी बदौलत यह कार्यक्षेत्र में अपनी एक अलग जगह बनाने में सक्षम होते हैं। 

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो इन लोगों का रिश्ता पार्टनर के साथ प्रेम, सौहार्द  और खुशियों से पूर्ण रहेगा। आपकी बातें और विचार दोनों एकदम स्पष्ट होंगे और इस वजह से आप दोनों एक-दूसरे के करीब आएंगे। 

शिक्षा: शिक्षा की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि इस अवधि में आप पढ़ाई में अच्छे अंक हासिल करने में सफल हो सकते हैं। साथ ही, इस मूलांक के छात्रों का प्रदर्शन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री आदि में शानदार रहेगा और आप नए सब्जेक्ट्स में आसानी से महारत हासिल कर सकेंगे। 

पेशेवर जीवन: मूलांक 9 के जो जातक सरकरी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं, उनके लिए यह हफ़्ता इस संबंध में कुछ बेहतरीन अवसर लेकर आ सकता है। वहीं, जिन लोगों का खुद का व्यापार है, वह बिज़नेस में नई डील्स करते हुए दिखाई दे सकते यहीं जिससे आपको अच्छा ख़ासा लाभ प्राप्त होगा।  साथ ही, आपके मल्टीलेवल नेटवर्किंग बिज़नेस में भी प्रवेश करने की संभावना है।

स्वास्थ्य: इस हफ्ते आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप पूरी तरह से फिट दिखाई देंगे क्योंकि आप साहसी और दृढ़ बने रहेंगे। साथ ही, मज़बूत आत्मविश्वास आपकी सेहत को उत्तम बनाए रखेगा।  

उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अंक ज्योतिष में अपना मूलांक कैसे पता करें?

अंक ज्योतिष में मूलांक और भाग्यांक निकालना बहुत सरल होता है। जन्म तिथि को जोड़ने पर आने वाला अंक मूलांक होता है, तो वहीं जन्म तिथि, महीना और साल को जोड़कर प्राप्त होने वाला अंक भाग्यांक कहलाता है। 

मूलांक 4 के स्वामी कौन हैं?

अंक ज्योतिष में मूलांक 4 के अधिपति देव छाया ग्रह राहु हैं। 

अंक ज्योतिष से अपना भविष्य कैसे जान सकते हैं?

अंकशास्त्र में किसी व्यक्ति का भविष्य उसके भाग्यांक और मूलांक की सहायता से जाना जा सकता है।

दिवाली 2024- तिथि को लेकर ना हों कंफ्यूज, इस दिन मनाया जाएगा साल का सबसे बड़ा त्यौहार जानें शुभ मुहूर्त!

हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक होता है दिवाली का त्योहार जिसका लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। दिवाली का यह पर्व देश भर में धूमधाम के साथ तो मनाया ही जाता है विदेश में भी इसकी अलग ही चमक देखने को मिलती है। बात करें वर्ष 2024 की दिवाली को तो इस वर्ष तिथि को लेकर काफी संशय चल रहा है। अगर आप भी इस बात को लेकर कन्फ्यूज हैं कि दिवाली कब मनानी है, कैसे मनानी है, इस दिन का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है, आदि तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि एस्ट्रोसेज के हमारे इस दिवाली विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम आपके इन्हीं सभी सवालों का जवाब देने का प्रयत्न करेंगे। 

साथ ही जानेंगे इस बेहद ही खास त्यौहार से जुड़ी कुछ रोचक और दिलचस्प बातों की भी जानकारी। तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं हमारा यह स्पेशल ब्लॉग और सबसे पहले जान लेते हैं वर्ष 2024 में दिवाली किस दिन पड़ रही है।

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2024 में कब है दिवाली? 

दिवाली का त्योहार 5 दिनों तक चलने वाला एक बेहद ही महत्वपूर्ण त्यौहार होता है। वर्ष 2024 में इस त्यौहार की शुरुआत 29 अक्टूबर से हो जाएगी और 3 नवंबर तक यह त्यौहार चलेगा। दरअसल दिवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू होता है और यह भैया दूज पर जाकर समाप्त हो जाता है। 

ऐसे में धनतेरस की बात करें तो धनतेरस से ही दिवाली के पर्व की शुरुआत मानी जाती है। धनतेरस को धन त्रयोदशी भी कहते हैं। इस दिन देवता कुबेर के साथ मां लक्ष्मी की पूजा का विधान बताया गया है। वर्ष 2024 में 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन खरीदारी का महत्व होता है। ऐसे में आप चाहें तो इस दिन बर्तन, सोना, चांदी, आभूषण वस्त्र आदि खरीद सकते हैं। 

इसके बाद अगला दिन होता है छोटी दिवाली का। धनतेरस के बाद छोटी दिवाली मनाते हैं। इसे कई जगहों पर नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान हनुमान की पूजा का विधान बताया गया है। वर्ष 2024 में छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी 30 अक्टूबर को मनाई जाएगी। 

इसके बाद दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। अब बात करें दिवाली की तो दिवाली को लक्ष्मी पूजा के नाम से भी जानते हैं और दिवाली का त्योहार इस वर्ष 1 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा। 

लक्ष्मी पूजा का समय – शाम 05.36 – शाम 06.16 (1 नवंबर 2024), अवधि – 01 घंटा 56 मिनट

प्रदोष काल – शाम 05:36 – रात 08:11

वृषभ काल – शाम 06.20 – रात 08.15 (लक्ष्मी पूजा मुहूर्त स्थिर लग्न के बिना)

दीवाली लक्ष्मी पूजा के लिये शुभ चौघड़िया मुहूर्त 

प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – सुबह 06:33 – सुबह 10:42

अपराह्न मुहूर्त (चर) – शाम 04:13 – शाम 05:36

अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – दोपहर 12:04 – दोपहर 13:27

इसके बाद अगले दिन गोवर्धन पूजा और भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। वर्ष 2024 में दिवाली के अगले दिन यानी 2 नवंबर और 3 नवंबर को गोवर्धन पूजा और भैया दूज मनाया जाएगा। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। इसी दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को एक उंगली पर उठा लिया था। वहीं भैया दूज की बात करें तो इस दिन बहनें अपने भाई का टीका करती हैं और बदले में भाई उन्हें तोहफे देते हैं। 

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दिवाली के पांच मुख्य दिनों की तिथि 

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि दिवाली का यह त्यौहार 5 दिनों तक मनाया जाता है। 

  • दिवाली का पहला दिन धनतेरस होता है जो 29 अक्टूबर 2024 को पड़ेगा 
  • दूसरे दिन छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी मनाते हैं जो की 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी 
  • दिवाली का तीसरा दिन दिवाली या फिर लक्ष्मी पूजा के नाम से मनाया जाता है यह 1 नवंबर 2024 को पड़ेगा 
  • दिवाली का चौथा दिन गोवर्धन पूजा को समर्पित होता है यह 2 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा और 
  • दिवाली का आखिरी दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है और इस वर्ष यह 3 नवंबर 2024 को पड़ने वाला है

दिवाली के त्यौहार के बारे में कहा जाता है कि, यह प्रकाश का पर्व है। साथ ही यह बुराई पर अच्छाई की जीत के जश्न के रूप में भी मनाया जाता है। इसे दिवाली, दीपावली के नाम से जानते हैं। दिवाली का यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन मनाया जाता है। कहते हैं इसी दिन भगवान श्री राम अपना 14 वर्षों का वनवास काटने के बाद वापस अयोध्या वापिस आए थे। 

इस वर्ष दिवाली को लेकर अलग मत: बात करें अमावस्या तिथि की तो वर्ष 2024 में अमावस्या तिथि 31 तारीख को दोपहर 3:22 से शुरू हो रही है और यह 1 नवंबर को शाम 5:23 पर समाप्त हो जाएगी। इसके चलते 1 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष और निशिथा काल को स्पर्श नहीं कर पाएगी जबकि 31 को प्रदोष काल से निशिथा काल तक व्याप्त रहेगी। ऐसे में शास्त्रों के अनुसार 31 अक्टूबर के दिन दीवाली उत्सव और लक्ष्मी पूजन करना सबसे अधिक फलदाई रहने वाला है क्योंकि दिवाली का पर्व तभी मनाना उत्तम रहता है जब प्रदोष से लेकर निशिथा काल तक अमावस्या तिथि रहे। 

हमारे अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषी पंडित हनुमान मिश्रा का कहना है कि  “जो लोग ऑफिस इत्यादि में पूजा करना चाहते हैं, वह लोग 01 नवंबर को दिन में लक्ष्मी पूजा कर सकते हैं।”

दिवाली शुभ योग 2024 

बात करें इस दिवाली पर बनने वाले शुभ योगों की तो कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर सुबह 10:41 तक प्रीति योग बनेगा, इसके बाद आयुष्मान योग का शुभ संयोग बन रहा है जो पूर्ण रात्रि तक रहेगा। दिवाली पर शिव वास योग का भी निर्माण होने जा रहा है। शिव वास योग शाम 6:16 से रहेगा वहीं स्वाति नक्षत्र का संयोग दिवाली पर बनने वाला है। कहते हैं इन योगों में अगर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाए तो इससे जीवन में हमेशा सुख और समृद्धि बनी रहती है और इनमें निरंतर वृद्धि होती है।

अधिक जानकारी: वर्ष 2024 में कार्तिक अमावस्या तिथि निशिथा मुहूर्त के साथ व्याप्त नहीं रहेगी। ऐसे में इस बार दिवाली पर रात्रि कल में लक्ष्मी पूजा नहीं हो पाएगी। कहते हैं कि निशिथा काल में देवी लक्ष्मी घर-घर जाती हैं और इस दौरान मां लक्ष्मी की पूजा करने से लक्ष्मी जी की सिद्धियां प्राप्त होती है। शास्त्रों के अनुसार और पंचांग के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अगर स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाए तो लक्ष्मी जी घर में वास करने लगती हैं। वृषभ लग्न को स्थिर माना जाता है और दिवाली के त्यौहार के दौरान यह अधिकतर प्रदोष काल के साथ व्याप्त होता है। हालांकि वर्ष 2024 में दिवाली वाले दिन स्थिर लग्न मुहूर्त नहीं बन रहा है।

हालांकि अगर आप अभी भी स्थिति के कन्फ्यूजन के भँवर में उलझे हुए हैं तो हमारी सलाह यही है कि आप विद्वान ज्योतिषियों से एक बार इससे संबंधित परामर्श हासिल कर लें।

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दिवाली का महत्व 

बात करें दिवाली के इस भव्य त्यौहार के महत्व की तो, कहते हैं इसी दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके वापस अयोध्या लौटे थे। इस दिन से हर साल कार्तिक अमावस्या पर दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही भगवान राम के वापस अयोध्या आने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं। हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन दिवाली मनाई जाती है। इस दिन लोग घरों को रोशन करते हैं, दीपक जलाते हैं, लक्ष्मी पूजा करते हैं और अपने जीवन में हमेशा सुख समृद्धि और धन की कामना के लिए पूजा करते हैं।

दिवाली पर कैसे करें मां लक्ष्मी की पूजा 

दिवाली के दिन मां लक्ष्मी पूजा की अलग विधि और नियम बताए गए हैं। 

  • इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा के लिए सबसे पहले पूर्व दिशा या फिर ईशान कोण में एक चौकी या एक पटरा रख दें।
  • अब इस पर लाल या फिर गुलाबी साफ वस्त्र बिछाएँ। 
  • इस पर सबसे पहले गणेश जी की मूर्ति विराजित करें। इनके दाहिनी ओर मां लक्ष्मी जी की तस्वीर या मूर्ति रख दें। 
  • अब आसान पर बैठें और अपने चारों ओर गंगाजल छिड़क लें। इसके बाद पूजा का संकल्प लें और फिर पूजा प्रारंभ करें। 
  • भगवान गणेश को रोली, दूर्वा अर्पित करें और मां लक्ष्मी को सिंदूर अर्पित करें। 
  • इसके बाद दोनों को फूल चढ़ाएँ, एक मुखी घी का दीपक प्रज्वलित करें। 
  • इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को प्रसाद अर्पित करें। 
  • भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। 
  • अंत में आरती करें और शंखनाद करें। 
  • पूजा के बाद घर के अलग-अलग हिस्सों में दीपक जलाएं। 
  • इसके अलावा मुमकिन हो तो घर के अलावा किसी कुएँ के पास और मंदिर में भी दीप प्रज्वलित करें।

दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा के लिए इन मंत्रों का जाप किया जा सकता है: 

ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः 

ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा 

ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः 

धनदाय नमस्तुभ्यं निधिपद्माधिपाय च। भगवान् त्वत्प्रसादेन धनधान्यादिसम्पदः 

दिवाली पूजा के समय भगवान गणेश का आवाहन करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जा सकता है:

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा

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दिवाली का इतिहास 

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम ने राक्षस राजा रावण को हराने के बाद इसी दिन अयोध्या में वापसी की थी क्योंकि यह हिंदू कार्तिक महीने में अमावस्या का दिन था ऐसे में जिस रात को वापस अयोध्या आए अयोध्या में लोगों ने दिए जलाकर और अपने घरों को रंगोली से सजाकर भगवान राम का भव्य स्वागत किया था। 

वहीं दूसरी ओर देखें तो दक्षिण भारत में लोग इस अवसर को उस दिन के रूप में मनाते हैं जब भगवान कृष्ण ने राक्षस नरकासुर को हराया था। इसके अलावा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का विवाह हुआ था। 

पौराणिक किंवदंतियों के अनुसार कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी का जन्म कार्तिक माह की अमावस्या तिथि के दिन ही हुआ था। इस दिन दुनिया भर में लोग रोशनी का यह त्यौहार बेहद ही खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। हर घर में लोग बहुमूल्य वस्तुओं के साथ-साथ भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

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महालक्ष्मी का चाहिए आशीर्वाद तो दिवाली से पहले इन चीजों को घर से निकाल दें 

दिवाली के कुछ दिनों पहले से ही लोग साफ सफाई में जुट जाते हैं। कहा जाता है मां लक्ष्मी केवल वहीं वास करती हैं जहां साफ सफाई होती है। यही वजह है कि दिवाली के आसपास साफ सफाई का खास महत्व होता है। ऐसे में आप भी कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें। साफ सफाई के दौरान अगर आपको भी अपने घर में कुछ विशेष चीज नजर आयें तो इन्हें घर से निकाल दें अन्यथा आपको पूर्ण रूप से मां लक्ष्मी की कृपा नहीं मिल पाएगी। क्या कुछ हैं ये चीज़ें आगे बढ़कर जान लेते हैं: 

  • टूटा हुआ कांच: वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर में टूटा हुआ कांच रखा है तो इस शुभ नहीं माना जाता है। यह कलह क्लेश की वजह बनता है। अगर घर में टूटा हुआ कांच है तो परिवार में आए दिन झगड़े होते रहेंगे। ऐसे में साफ सफाई के दौरान इसे तुरंत बाहर निकाल दें।
  • टूटे हुए बर्तन: घर में टूटे हुए बर्तन भी अशुभ माने जाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार टूटे बर्तन सुख समृद्धि छीन लेते हैं और घर में कंगाली की वजह बनते हैं। साथ ही यह आर्थिक परेशानियों को भी न्योता देते हैं। 
  • पुराने दिये: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पुराने दिये रखना भी शुभ नहीं माना गया है। ऐसे में दिवाली आने से पहले अपने घर से पुराने दिये बाहर निकाल दें और नए दिये ले आयें। आप चाहे तो पुराने दीयों का दान भी कर सकते हैं। 
  • टूटा हुआ बेड: वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर में कोई पुराना या टूटा हुआ बेड पड़ा है तो उसे भी दिवाली आने से पहले निश्चित रूप से बाहर कर दें। इससे घर में पारिवारिक कलह, पति-पत्नी के बीच मनमुटाव और रिश्ते खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • बंद घड़ी: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी बंद घड़ी नकारात्मकता को न्योता देती है। साथ ही यह घर में मौजूद लोगों की असफलता का कारण भी बनती है। ऐसे में अगर आपके घर में भी बंद घड़ी पड़ी है तो इसे तुरंत बाहर निकाल दें।

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क्या यह जानते हैं आप? 

छोटी दिवाली के दिन यमदीप जलाने का सही नियम 

छोटी दिवाली के दिन यमराज से नरक का द्वार बंद करने और अपने जीवन में सुख समृद्धि की मनोकामना करने के लिए यम दीपक जलाया जाता है लेकिन इससे पहले कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होता है। 

यम का दीपक गोबर से बना हुआ होना चाहिए। 

इसमें सरसों का तेल डालकर जलाएं। 

इसमें एक बाती या चार बाती हो इस बात का विशेष ख्याल रखें। 

इसके अलावा कोशिश करें कि घर के बुजुर्ग ही इस दीपक को जलाएं। 

यह दिया शाम 7:00 बजे के बाद जलाएं। 

इसमें तेल उचित मात्रा में डालें ताकि कम से कम यह दीपक 4 घंटे या उससे अधिक समय तक जलते रहे।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1: 2024 में दीपावली का त्यौहार कब मनाया जाएगा? 

2024 में 1 नवंबर 2024 को दिवाली का त्यौहार मनाया जाएगा।  

2: धनतेरस 2024 कब है? 

वर्ष 2024 में धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा। इसी दिन से दिवाली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती है। 

3: दिवाली के दिन क्या किया जाता है? 

दिवाली के दिन घरों को सजाया जाता है, दीपक जलाए जाते हैं, रोशनी की जाती है, रंगोली बनाई जाती है, मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और अपने घर में मां लक्ष्मी के सदा सदा वास करने की प्रार्थना करते हैं।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन 3 राशियों को फूंक-फूंक कर रखना होगा कदम!

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए विशेष रूप से “बुध का वृश्चिक राशि में गोचर” का यह ब्लॉग लेकर आया है जिसमें आपको बुध गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय आदि। बता दें कि बुध ग्रह को नवग्रहों में राजकुमार का दर्जा प्राप्त है और यह मनुष्य जीवन को अत्यधिक प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। अब 29 अक्टूबर 2024 को बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने जा रहा है। इस ब्लॉग में हम आपको अवगत करवाएंगे कि बुध का यह गोचर विश्व सहित सभी राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगा। 

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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

वैदिक ज्योतिष में बुध महाराज को देवताओं के दूत कहा जाता है। राशि चक्र में इन्हें कन्या और मिथुन राशि पर स्वामित्व प्राप्त है। सौरमंडल में बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट स्थित है और इन्हें भारतीय मान्यताओं में बुद्धि के कारक ग्रह माना जाता है। किसी व्यक्ति के जीवन में बुध चतुरता, और ह्यूमर का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि, बुध एक लाभकारी ग्रह है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में अशुभ होकर नकारात्मक फल देने लगता है। कुंडली में मज़बूत बुध जहां तेज़ बुद्धि को दर्शाता है,लेकिन फिर भी कभी-कभार जातकों को महत्वपूर्ण फैसले लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: समय 

बुध देव वृश्चिक राशि में 29 अक्टूबर 2024 की रात 10 बजकर 24 मिनट पर प्रवेश कर जाएंगे। हालांकि, बुध महाराज की वृश्चिक राशि में उपस्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं जिन्हें बुध ग्रह का शत्रु माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप, वृश्चिक राशि में बुध की मौजूदगी राशि चक्र की कुछ राशियों के लिए दुख और कष्ट लेकर आ सकती है। आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और जानते हैं कौन सी हैं वह राशियां। 

बुध वृश्चिक राशि में: विशेषताएं

जब बुध ग्रह वृश्चिक राशि में विराजमान होते हैं, तो जातकों का सारा ध्यान रिसर्च करने में होता है। साथ ही, यह आपको अपने विश्वास या मत को लेकर अडिग बनाने का काम करते हैं। एक तरफ, वृश्चिक राशि आपको बातों या चीज़ों को छुपाने के लिए प्रेरित करती है, तो वहीं बुध ग्रह अभिव्यक्ति का ग्रह है।  ऐसे में, जब बुध वृश्चिक राशि में मौजूद होते हैं, तब आपके चेहरे के भाव से कोई आपके मन की बात नहीं जान सकता है क्योंकि सब कुछ वैसा नहीं होता है जैसा आपके चेहरे से दिखाई दे रहा होता है। 

वृश्चिक राशि में बुध की उपस्थिति आपको नए-नए आविष्कार करने वाला, रहस्यवादी, रिसर्चर, वैज्ञानिक और जासूस बनाने का काम करती है। लेकिन, बुध के इस राशि में नकारात्मक होने पर यह आपको चोर, हैकर या मनोरोगी भी बना सकती है। साथ ही, ऐसी स्थिति में व्यक्ति खतरनाक और रहस्यमयी बनता है और अगर कोई अशुभ ग्रह इस स्थिति को प्रभावित करने लगता है, तो हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। 

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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों को करेगा नकारात्मक रूप से प्रभावित 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध महाराज का गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है जो कि आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। कुंडली में यह भाव गूढ़ विज्ञान, अचानक से होने वाली घटनाओं, लंबी आयु और रहस्य आदि का होता है। बता दें कि आपके आठवें भाव में बुध ग्रह की स्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं माना जा सकता है और इस गोचर के दौरान इनका वक्री होना परिस्थितियों को बद से बदतर बनाने का काम कर सकता है। ऐसे में, आपकी बातचीत का तरीका वाद-विवाद या मतभेदों की वजह बन सकता है। 

इन जातकों के आठवें भाव में बुध महाराज का गोचर होने से आपकी पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं फिर से उभरकर सामने आ सकती हैं जैसे कि त्वचा या फिर गले से जुड़ी कोई स्वास्थ्य समस्या आदि। इस तरह के रोग एकदम से लौटकर आने से आप मानसिक रूप से परेशान नज़र आ सकते हैं।  

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध महाराज आपकी कुंडली में शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा के भाव यानी कि छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि बुध देव आपके लग्न भाव और चौथे भाव के भी अधिपति देव हैं। ऐसे में, बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने से आपको बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि इस अवधि को आपकी माता की सेहत के लिए या फिर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आपके दवाइयों पर होने वाले खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। 

सिर्फ इतना ही नहीं, बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश के दौरान आपको घर-परिवार में कलह या फिर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप और आपकी माता मामा से मिलने के लिए जा सकते हैं। करियर के क्षेत्र में आपका सारा ध्यान रोज़मर्रा के कामों पर होगा। किसी समारोह में लोगों से मिलना आपके तनाव को कम करने में सहायक सिद्ध होगा। इसके विपरीत, कार्यस्थल में आप ऊर्जावान बने रहेंगे और आप अच्छे से जानते होंगे कि अपने लक्ष्यों को सही तरीके से किस तरह से पूरा करना होगा। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें किसी भी तरह का जोखिम न उठाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको नुकसान होने की प्रबल संभावना है। 

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के बारहवें भाव में बुध ग्रह गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में इस भाव का संबंध विदेश, आइसोलेशन, अस्पताल, खर्चों और मल्टीनेशनल कंपनियों से होता है। जैसे कि बुध देव आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब इनकी बारहवें भाव में मौजूदगी आपको करियर में विदेश से जुड़े अवसर प्रदान करेगी, लेकिन इस राह में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बुध महाराज आपके लिए मारक ग्रह भी हैं और साथ ही, इन्हें केन्द्राधिपति दोष भी लग रहा है।  

हालांकि, वृश्चिक राशि में बुध के बैठे होने से आपकी आय में वृद्धि होगी, लेकिन यह आपके सभी खर्चों को पूरा नहीं कर पाएगी और ऐसे में, आपको अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा इस्तेमाल करना पड़ सकता है। इस अवधि में जितना हो सके, उतना मेडिकल से जुड़ी समस्याओं से दूर रहें क्योंकि यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। इसके अलावा, सातवें भाव के स्वामी के रूप में बुध के बारहवें भाव में जाने से आपके पार्टनर को घबराहट और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकते हैं। 

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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध देव का वृश्चिक राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहा है जो कि जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप का भाव होता है। ऐसे में, यह समय रिश्ते को शादी में बदलने के लिए शानदार रहेगा। बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश के दौरान आप साथी से शादी करने के लिए कह सकते हैं और उन्हें अपने परिवार से मिलवा भी सकते हैं। साथ ही, शादी की तारीख भी तय कर सकते हैं।    

इस राशि के विवाहित जातक अपने शादीशुदा जीवन की फिर से एक नई शुरुआत करने में सक्षम होंगे। अगर रिश्ते में पहले से कोई समस्या चल रही है, तो अब बुध के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आप इन समस्याओं को बातचीत की मदद से सुलझाने की दिशा में मिलकर काम कर सकेंगे। 

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सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि धन और लाभ का भाव होता है। अब यह गोचर करके आपके चौथे भाव में विराजमान होंगे और कुंडली में चौथा भाव माता, घर, कार और संपत्ति आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बता दें कि बुध महाराज आपके धन भाव को भी नियंत्रित करते हैं और ऐसे में, चौथे भाव में इनकी मौजूदगी आपको धन निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी। 

संभावना है कि बुध का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान आप घर या वाहन को बेहतर बनाने के लिए कोई नई खरीदारी कर सकते हैं या फिर पार्टी या पूजा का आयोजन कर सकते हैं जिसमें दोस्तों या परिवार हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा, बुध आपके चौथे भाव में बैठकर दसवें भाव को देख रहे होंगे और इसे आपके करियर के लिए बहुत अच्छा कहा जाएगा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो रियल एस्टेट इंडस्ट्री में काम करते हैं या रियल एस्टेट ब्रोकर के रूप में कार्यरत हैं। 

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं और कुंडली में इस भाव का संबंध बड़े भाई-बहन एवं इच्छाओं से होता है। बता दें कि अब बुध 29 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में, प्रतियोगी परीक्षा या फिर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों को पढ़ाई में अपने समर्पण और कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। साथ ही, इस राशि के जो लोग नए व्यापार की शुरुआत करना चाहते हैं या फिर किसी मकसद से धन प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें धन की प्राप्ति हो सकती है।

वृश्चिक राशि में बुध की उपस्थिति के दौरान आपको बड़े भाई-बहन, चाचा और सोशल नेटवर्क से सहायता की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, यह जातक अपने काम को लेकर जो सोचते आ रहे होंगे, अब वह सब होता चला जाएगा। हालांकि, ग्यारहवें भाव में बैठकर बुध की दृष्टि आपके शिक्षा के भाव अर्थात पांचवें भाव पर होगी और इसके फलस्वरूप, छात्रों के लिए इस समय को अनुकूल कहा जाएगा, विशेष रूप से उनके लिए जो राइटिंग, पब्लिक कम्युनिकेशन या कोई लैंग्वेज कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं। 

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: सरल एवं अचूक उपाय 

  • बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें। 
  • किन्नरों का आदर करें और उनका आशीर्वाद लें। साथ ही, प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
  • गरीब एवं जरूरतमंदों को हरी पत्तेदार सब्जियों का दान करें।
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं।

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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: वैश्विक स्तर पर प्रभाव 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह गोचर साइकोलॉजी, रिसर्च या अन्य क्षेत्रों में नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है। पश्चिमी ज्योतिष की मानें तो, बुध की वृश्चिक राशि में स्थिति को साइकोलॉजी, निवेश, जर्नलिज्म या रिसर्च आदि क्षेत्रों में नौकरी के लिए शुभ कहा जाएगा। साथ ही, लोगों में ज्ञान प्राप्त करने के प्रति रुचि बढ़ेगी। 

अकादमिक, कॉमर्स एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी

  • बुध महाराज की यह स्थिति अकादमिक, कॉमर्स और इकोनॉमिक्स आदि क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए सहायक रहेगी।
  • वृश्चिक राशि में बुध के मौजूद होने से जातकों को प्रसिद्धि और समृद्धि की प्राप्ति होगी। इन जातकों को तुरंत लोकप्रियता मिलेगी। 
  • अगर आप टेक्नोलॉजी या आईटी के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अच्छे पद मिलने के योग बनेंगे। 

रिसर्च एवं साइकोलॉजी

  • बुध का वृश्चिक राशि में गोचर को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है, लेकिन यह साइकोलॉजी, रिसर्च एवं विज्ञान से जुड़े लोगों को बेहतरीन परिणाम दे सकती है।
  • केमिकल इंडस्ट्री में काम करने जातकों को बुध गोचर शुभ फल प्रदान करेगा।
  • पीएचडी की पढ़ाई कर रहे छात्रों का प्रदर्शन शानदार रहेगा और वह इसमें उत्कृष्टता हासिल कर सकेंगे।
  • इस दौरान डिटेक्टिव एजेंसी और इससे से जुड़े लोगों को लाभ की प्राप्ति होगी। 

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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट रिपोर्ट 

हालांकि, बुध का वृश्चिक राशि में गोचर शेयर बाजार के लिए ज्यादा ख़ास नहीं रहने की आशंका है। बता दें कि 29 अक्टूबर 2024 को जब बुध वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे, तब आपको नवंबर के पहले हफ़्ते में बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। 

  • शेयर बाज़ार भविष्यवाणी  कहता है कि 03 नवंबर से बाजार धीरे-धीरे मंदी की तरफ बढ़ने लगेगा। 
  • बुध गोचर के दौरान मिश्रित परिणाम मिलने की वजह से शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, मांग में वृद्धि होगी, लेकिन ग्राहकों की इच्छाओं में कमी आएगी। 
  • मंदी का यह दौर 16 नवंबर तक जारी रहेगा। लेकिन, इस दौरान इन्वेस्टर्स के लिए शेयर्स को कम कीमत पर खरीदना लाभदायक रहेगा।
  • वृश्चिक राशि में बुध की मौजूदगी होने से जातकों की पब्लिक सेक्टर, स्टील इंडस्ट्री, शिपिंग मिल्स, ऑटोमोबाइल कंपनी, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और लेदर आदि क्षेत्रों में शेयर खरीदने में रुचि बढ़ेगी। 
  • इस अवधि में आप बहुत कम समय में पैसा कमाने में सक्षम होंगे। 

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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: इन खेल टूर्नामेंटों को करेगा प्रभावित

टूर्नामेंट स्पोर्ट तारीख़ 
डब्ल्यूटीए फाइनल्सटेनिस03 नवंबर 2024
लास वेगास ग्रैंड प्रिक्सटेनिस21 से 23 नवंबर, 2024

बुध के वृश्चिक राशि में गोचर को इस अवधि में होने वाले खेल टूर्नामेंट के लिए बहुत फलदायी कहा जाएगा क्योंकि वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं इसलिए यह खिलाड़ियों को आक्रामक और साहस प्रदान करेंगे। ऐसे में, इस दौरान खिलाड़ियों को और इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को लाभ प्राप्त होगा। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या बुध की वृश्चिक राशि में स्थिति अच्छी होती है?

वृश्चिक राशि में बुध ग्रह की स्थिति औसत मानी जाती है। 

2. बुध ग्रह के मित्र कौन हैं?

ज्योतिष में शनि और शुक्र को बुध का मित्र माना जाता है। 

3. वृश्चिक राशि में बुध ग्रह की विशेषता क्या है?

बुध की वृश्चिक राशि में मौजूदगी की वजह से इन लोगों का स्वभाव चतुराई और रहस्यमयी होता है जो इन्हें इन्वेस्टिगेटर या फिर साइकेट्रिस्ट बनाने का काम करता है क्योंकि इसमें दूसरों के बारे में जानने का विशेष गुण होता है।