मई या जून कब पड़ रही है शनि जयंती, इस दिन कर लेंगे एक भी उपाय तो खुश हो जाएंगे शनि देव

शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए शनि जयंती का दिन विशेष महत्‍व रखता है। कहा जाता है कि इस दिन शनि देव की पूजा करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं और व्‍यक्‍ति के जीवन के सारे कष्‍ट दूर हो जाते हैं। सनातन धर्म में शनि जयंती को बहुत शुभ माना जाता है और शनि की पूजन एवं उपासना के लिए शनि जयंती बहुत शुभ दिन होता है। शनि जयंती को शनि अमावस्‍या के नाम से भी जाना जाता है।

आज इस ब्‍लॉग के ज़रिए हम आपको बता रहे हें कि शनि जयंती 2024 कब है, इस पर्व का क्‍या महत्‍व है और इस दिन किन ज्‍योतिषीय उपायों की मदद से आप शनि देव को प्रसन्‍न कर सकते हैं।

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कब है शनि जयंती 2024

जिस दिन शनि देव का जन्‍म हुआ था, उस दिन को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारतीय पूर्ण‍िमांत कैलेंडर के अनुसार ज्‍येष्‍ठ महीने में पड़ने वाली अमावस्‍या पर शनि देव का जन्‍म हुआ था इसलिए इस दिन को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है। वहीं दक्षिण भारतीय अमावस्‍यंत कैलेंडर के अनुसार वैशाख महीने की अमावस्‍या पर शनि जयंती पड़ती है।  

वैशाख माह में अमावस्‍या तिथि पर शनि जयंती मनाई जाएगी। इस दिन 11 बजकर 43 मिनट से अमावस्‍थ्‍या तिथि आरंभ हो जाएगी और इसका समापन अगले दिन 08 मई को सुबह 08 बजकर 53 मिनट पर होगा। इस प्रकार वैशाख माह में आने वाली शनि जयंती 07 मई को मनाई जाएगी।

वहीं ज्‍येष्‍ठ के महीने में शनि जयंती 06 जून को पड़ रही है। अमावस्‍थ्‍या तिथि की शुरुआत 05 जून को शाम 07 बजकर 57 मिनट पर होगी और इसका समापन 06 जून को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगा।

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कौन हैं शनि देव

शनि देव भगवान सूर्य और छाया के पुत्र हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार शनि देव के साथ बहुत अन्‍याय हुआ था और उन्‍हें स्‍वयं उनकी पत्‍नी और दिव्‍य माता देवी पार्वती ने श्राप दिया था। अपनी गलती का आभास होने के बाद माता पार्वती ने शनि देव को यह वरदान दिया कि व्‍यक्‍ति की कुंडली में किसी भाव पर शनि की शुभ दृष्टि होने या शनि के गोचर पर ही उसके जीवन में कोई महत्‍वपूर्ण घटना घटित हो पाएगी।

शास्‍त्रों के अनुसार शनि देव मृत्‍यु के देवता यमराज के भाई हें और इस वजह से कई बार शनि यम की भूमिका निभाते हुए जातक को उसके अंत की ओर लेकर जाते हैं।

ज्‍योतिष में सूर्य देव को न्‍याय और कर्म का देवता कहा जाता है जो मनुष्‍य को उसके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। जो लोग धर्म के मार्ग पर चलते हैं और सत्‍कर्म को अपनाते हैं, उन पर शनि देव की कृपा हमेशा रहती है। शनि देव जातक को अधर्म के मार्ग से धर्म के मार्ग पर लाने का कार्य भी करते हैं। शनि देव के जन्‍म दिवस को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है।

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शनि जयंती की पूजन विधि

इस शुभ दिन पर आप निम्‍न विधि से शनि देव की पूजा एवं उपासना कर सकते हैं:

आप शनि देव की उपासना के लिए अपने घर के ही पूजन स्‍थल में उनकी पूजा कर सकते हैं या फिर अपने नज़दीकी शनि मंदिर भी जा सकते हैं।

अगर आप शनि मंदिर जा रहे हैं, तो शनि तेल अभिषेकम और शनि शांति पूजा जरूर करें।

वहीं अगर आप घर पर ही शनि देव की पूजा कर रहे हैं, तो अपने घर के किसी साफ और शुभ स्‍थान पर शनि की मूर्ति या तस्‍वीर लगाएं।

अब इसके आगे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें काले तिल भी डाल दें।

इसके बाद शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए आप शनि देव के मंत्र – ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें।

शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए आप यज्ञ भी कर सकते हैं।

पाप कर्मों से मुक्‍ति पाने के लिए आप शनि जयंती पर व्रत भी रख सकते हैं।

इसके अलावा इस दिन शनि स्‍तोत्र या शनि पाठ करना भी शुभ रहता है।

आप शनि जयंती पर तिल, सरसों के तेल और काले रंग के वस्‍त्रों का दान करें।

ऐसा माना जाता है कि इस दिन पशुओं को खाना खिलाने से शनि देव की कृपा प्राप्‍त होती है।

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शनि जयंती के लिए ज्‍योतिषीय उपाय

शनि जयंती के दिन शनि देव को प्रसन्‍न करने के लिए आप निम्‍न उपाय कर सकते हैं :

  • इस दिन आप पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाएं।
  • आप इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं। हनुमान जी की उपासना से भी शनि देव की कृपा मिलती है।
  • इस दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को चप्‍पल और जूते दान में दें।
  • आप इस दिन छाया दान भी कर सकते हैं। इसके लिए लोहे की एक कटोरी लें और उसमें सरसों का तेल भरकर उसमें अपनी छाया देखें। अब इसे किसी गरीब व्‍यक्‍ति को दे दें।
  • जितना आपका वजन है, उतने किलो के अनाज का दान करें। इसे तुला दान कहते हैं। आप इस अनाज को गरीब लोगों में वितरित कर सकते हैं।
  • हमारे घर या ऑफिस  में काम करने वाले लोग शनि को दर्शाते हैं इसलिए इन लोगों को खुश रखें।

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FAQ

प्रश्‍न. शनि देव की जयंती कब है

उत्तर भारतीय पूर्ण‍िमांत कैलेंडर के अनुसार 07 मई और दक्षिण भारतीय अमावस्‍यंत कैलेंडर के अनुसार 06 जून को है।

प्रश्‍न. शनि जयंती को क्‍या दान करना चाहिए?

उत्तर. इस दिन आप काले रंग की चप्‍पल और वस्‍त्र दान कर सकते हैं।

प्रश्‍न. शनि जयंती क्‍यों मनाई जाती है?

उत्तर. शनि देव के जन्‍मदिवस के रूप में शनि जयंती मनाई जाती है।

प्रश्‍न. शनि देव किस चीज़ से खुश होते हैं?

उत्तर. मेहनत करने वालों और सच बोलने वाले लोगों से शनि देव खुश रहते हैं।

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परशुराम जयंती 2024: क्यों लेना पड़ा था भगवान विष्णु को परशुराम अवतार? जानें तिथि, महत्व व पूजा विधि!

परशुराम जयंती 2024 को प्रत्येक वर्ष बैसाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। इस तिथि को भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है क्योंकि परशुराम जयंती के दिन अक्षय तृतीया भी मनाई जाती है। बता दें कि भगवान परशुराम को जगत के पालनहार भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको परशुराम जयंती के बारे में जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, मुहूर्त आदि। इसके अलावा, क्या है परशुराम जयंती का महत्व और आखिर क्यों लेना पड़ा था विष्णु जी को यह अवतार, इन सभी बातों से भी हम आपको अवगत करवाएंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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परशुराम जयंती 2024 की तिथि व पूजा मुहूर्त 

धर्म ग्रंथों के अनुसार, वैशाख मास में भगवान परशुराम के रूप में श्री हरि अवतरित हुए थे। वैशाख माह की तृतीया तिथि को परशुराम जयंती के नाम से जाना जाता है। यह जयंती वर्ष 2024 में 10 मई 2024, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। परशुराम जी का जन्म त्रेतायुग में भार्गव वंश में हुआ था और इनकी पूजा शुभ मुहूर्त में करना फलदायी रहता है। 

परशुराम जयंती 2024 का शुभ मुहूर्त 

तिथि: 10 मई 2024, शुक्रवार

अमृत काल: सुबह 07 बजकर 44 मिनट से सुबह 09 बजकर 15 मिनट तक 

अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक 

गोधूलि मुहूर्त: शाम 07 बजकर 01 मिनट से 07 बजकर 22 मिनट तक 

संध्या पूजा मुहूर्त: शाम 07 बजकर 02 मिनट से रात 08 बजकर 05 मिनट तक 

परशुराम जयंती के दिन तृतीया तिथि की शुरुआत 10 मई 2024 की सुबह 04 बजकर 20 मिनट पर होगी जबकि इसका अंत 11 मई 2024 की रात 02 बजकर 52 मिनट पर हो जाएगा।

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परशुराम जयंती पर कैसे करें पूजा?

 परशुराम जयंती पर भगवान परशुराम का आशीर्वाद पाने के लिए इनकी पूजा इस प्रकार करें: 

  • इस दिन सुबह-सवेरे उठकर स्नान करें और इसके पश्चात, स्वच्छ वस्त्र धारण करें। 
  • घर के पूजा स्थान की अच्छी तरह से साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करें। 
  • अब चौकी पर वस्त्र बिछाएं और भगवान परशुराम एवं श्री विष्णु की मूर्ति को स्थापित करें। 
  • इसके बाद, परशुराम जी के सामने दीपक जलाएं और उनके फूल, चावल सहित अन्य सामग्री अर्पित करें।
  • इसके पश्चात, भक्त भगवान को प्रसाद का भोग लगाएं और हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करें। 
  • अब प्रसाद परिवारजनों को दें और स्वयं भी ग्रहण करें।   

विष्णु जी ने क्यों लिया था परशुराम अवतार?

शास्त्रों में कहा गया है कि विष्णु जी ने पापी, अत्याचारी तथा अधर्मी राजाओं का संहार करने के लिए और धरती के भार को कम करने हरने के लिए भगवान परशुराम के रूप में जन्म लिया था। ऐसा माना जाता है कि परशुराम जी के क्रोध से देवी-देवता भी भयभीत रहते थे और कहते हैं कि एक बार भगवान परशुराम ने क्रोधित होकर भगवान गणेश के दांत पर प्रहार कर दिया था। 

मान्यताओं की मानें, तो भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जयंती को चिरंजीवी माना गया है और यह आज भी पहाड़ों में वास करते हैं। हालांकि, इनकी पूजा राम या कृष्ण के रूप में नहीं की जाती है। भगवान परशुराम के अनेक मंदिर भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है और इसी प्रकार, इनका सबसे प्रमुख मंदिर दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य के उडुपी में स्थित है।

परशुराम जयंती के दिन क्या करें क्या न करें?

  • इस दिन भक्तजन उपवास करते हैं और भगवान श्री हरि की पूजा-अर्चना करते हैं। 
  • जो दंपति पुत्र की कामना करते हैं, वह परशुराम जयंती पर व्रत करते हैं, तो उनकी यह मनोकामना पूरी होती है।
  • परशुराम जयंती के दिन दाल या अनाज का सेवन करने से बचें।

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मंगल की राशि में होगा बुध का गोचर, इन राशियों को मिलेगा खूब पैसा; रहेंगे भाग्‍यशाली

ग्रहों के एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने को गोचर कहा जाता है। जब कोई ग्रह गोचर करता है, तो उसका प्रभाव मानव जीवन के हर एक पहलू पर पड़ता है। हालांकि, हर किसी पर गोचर का प्रभाव अलग-अलग पड़ता है। किसी के लिए यह गोचर अनुकूल साबित होता है, तो वहीं कुछ राशियों के जातकों को इस दौरान समस्‍याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

इस बार मई के माह में होने जा रहे बुध के गोचर से कुछ राशियों के जातकों को धन लाभ होने के संकेत हैं। इस ब्‍लॉग में हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि बुध किस राशि में एवं किस तिथि पर गोचर करने जा रहे हैं और उनके इस गोचर से किन राशियों के जातकों की वित्तीय स्थिति में सुधार आने की संभावना है।

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कब गोचर करेंगे बुध

बुध 10 मई 2024 की शाम 06 बजकर 39 मिनट पर मेष राशि में गोचर कर जाएंगे। ज्‍योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि और सीखने की क्षमता का कारक बताया गया है। बुध एक राशि में एक माह तक रहते हैं और इसके बाद वे राशि परिवर्तन कर लेते हैं। बुध के इस गोचर का प्रत्‍येक राशि पर अलग प्रभाव देखने को मिलेगा।

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ज्‍योतिष में बुध ग्रह क्‍या महत्‍व रखता है

वैदिक ज्‍योतिष में बुध ग्रह को प्रमुख स्‍थान दिया गया है। यह ग्रह व्‍यक्‍ति के संचार कौशल को दर्शाता है। आप अपने विचारों को किस तरह से प्रकट करते हैं, यह भी कुंडली में बुध की स्थिति पर ही निर्भर करता है। बुध सूर्य के सबसे नज़दीक का ग्रह है। हिंदू पुराणों के अनुसार चंद्रमा और बुध के बीच शत्रु संबंध होता है जबकि यह सत्‍य नहीं है। चंद्रमा की ओर से बुध के लिए कोई शत्रु का भाव नहीं है लेकिन बुध ग्रह चंद्रमा के प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं।

बुध ग्रह की कृपा से जातक को बुद्धि और संपन्‍नता की प्राप्ति होती है। इससे जातक के मन में सकारात्‍मक विचार आते हैं। बुध ग्रह की पूजा के लिए बुधवार के दिन को शुभ माना गया है। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध के मेष राशि में गोचर करने पर किन राशियों के जातकों को आर्थिक जीवन में लाभ होने की संभावना है।

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इन र‍ाशियों को होगा धन लाभ

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए बुध उनके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब बुध आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको इस समय अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा। इससे आपकी ताकत में वृद्धि होगी। आप अपने काम में जो मेहनत कर रहे हैं, उसमें अच्‍छे परिणाम मिलने की संभावना है। आपको इस समय उच्‍च मुनाफा होने की उम्‍मीद है।

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सिंह राशि 

सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब यह आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको इस समय अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम मिलने वाला है। आपके लिए अपार सफलता के योग भी बन रहे हैं। आपके लिए धन का प्रवाह भी अच्‍छा बना रहेगा। आप अपने खर्चों को तो अच्‍छे से संभाल पाएंगे साथ ही पैसों की बचत करने में भी सक्षम होंगे। आप पहले से ज्‍यादा पैसों की बचत कर पाएंगे।

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तुला राशि

तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्‍वामी ग्रह बुध हैं और अब उनका सातवें भाव में गोचर होने जा रहा है। नौकरीपेशा जातकों को पदोन्‍नति मिलने के संकेत हैं। इसके अलावा आपको अपने कार्यक्षेत्र में अन्‍य लाभ भी प्राप्‍त होंगे। आप शेयर मार्केट और ट्रेड के ज़रिए खूब पैसा कमाने वाले हैं। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में मज़बूती आएगी।

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध उनके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और वह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बुध के इस गोचर के दौरान आप जो भी पैसा अपने घर पर लगाएंगे, उससे आपको उच्‍च लाभ प्राप्‍त होने की उम्‍मीद है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में भी पदोन्‍नति मिलने की संभावना है। व्‍यापारियों के लिए भी मुनाफे के योग बन रहे हैं। इससे आप प्रसन्‍न और संतुष्‍ट महसूस करेंगे। धन के मामले में आप भाग्‍यशाली साबित होंगे। आप धन कमाने के साथ-साथ पैसों की बचत करने में भी सक्षम होंगे।

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24 साल बाद एक साथ अस्‍त हो रहे हैं शुक्र और बृहस्‍पति, इन लोगों की जिंदगीं में लाएंगे तूफान

ज्‍योतिषशास्‍त्र में सभी नौ ग्रहों में बृहस्‍पति और शुक्र को विशेष महत्‍व दिया गया है। जहां बृहस्‍पति देवताओं के गुरु हैं, तो वहीं शुक्र असुरों के गुरु हैं। इस प्रकार बृहस्‍पति और शुक्र के बीच शत्रुता का संबंध है। इन दोनों ग्रहों की शुभ एवं अशुभ स्थिति का प्रभाव मांगलिक और शुभ कार्यों पर पड़ता है।

इन दोनों ग्रहों के अस्‍त होने पर मांगलिक और शुभ कार्यों पर पाबंदी लग जाती है। आगे जानिए कि शुक्र और बृहस्‍पति के कब अस्‍त हो रहे हैं।

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कब अस्‍त हो रहे हैं गुरु और शुक्र

28 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 27 मिनट पर शुक्र मेष राशि में अस्‍त हो चुके हैं और अब वे 11 जुलाई, 2024 को 07 बजकर 59 मिनट पर उदित होंगे।

वहीं बृहस्‍पति 03 मई को वृषभ राशि में रात्रि को 10 बजकर 08 मिनट पर अस्‍त होंगे और इसके बाद 03 जून को 03 बजकर 21 मिनट पर उनका उ‍दय होगा।

इस तरह गुरु और शुक्र के अस्‍त होने का संयोग पूरे 24 साल के बाद बन रहा है। इन दो प्रमुख ग्रहों के अस्‍त होने के दौरान कुछ राशियों के जातकों को नकारात्‍मक परिणाम मिलने की आशंका है। इस ब्‍लॉग में आने उन्‍हीं राशियों के बारे में बताया गया है जिन्‍हें इस समयावधि के दौरान संभलकर रहने की जरूरत है।

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इन राशियों को रहना होगा संभलकर

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों को शुक्र और गुरु के अस्‍त होने के दौरान बहुत संभलकर रहने की जरूरत है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। आपके करियर में भी कुछ परेशानियां आने की आशंका है।

हो सकता है कि आपको मामूली कार्यों को पूरा करने के लिए भी बहुत अधिक मेहनत करनी पड़े। वहीं आपके अपने उच्‍च अधिकारियों के साथ भी रिश्‍ते खराब हो सकते हैं। आपके सहकर्मी आपके विरुद्ध खड़े हो सकते हैं और आपके मार्ग में रुकावटें पैदा कर सकते हैं। इस वजह से आपके तनाव में आने के संकेत हैं। व्‍यापारियों को भी मुनाफा कमाने में बहुत मशक्‍कत करनी पड़ सकती है।

आपके खर्चों में बहुत ज्‍यादा बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। ऐसे में आपके लिए अपने खर्चों और जरूरतों को पूरा कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। आप पैसों की बचत करने में भी असफल रह सकते हैं। परिवार में किसी सदस्‍य की सेहत बिगड़ने पर इलाज पर खर्चा हो सकता है। वैवाहिक जीवन के लिए भी अनुकूल समय नहीं है। प्रेमी या पार्टनर के साथ आपकी अनबन हो सकती है।

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सिंह राशि

सिंह राशि के दसवें भाव में गुरु और शुक्र नौवें भाव में अस्‍त हो रहे हैं। आपके लिए यह स्थिति कष्‍टकारी साबित हो सकती है। आपकी संतान के विकास के मार्ग में कुछ अड़चनें आ सकती हैं। वहीं आपको काम की वजह से यात्रा पर जाना पड़ सकता है लेकिन आपकी यात्राओं के उद्देश्‍य की पूर्ति होने की संभावना भी बहुत कम है। आपको अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। नौकरीपेशा जातक इस समय अपने काम से बहुत ज्‍यादा असंतुष्‍ट महसूस कर सकते हैं और इस वजह से वो बार-बार नौकरी बदल सकते हैं। व्‍यापारियों के लिए भी ज्‍यादा अच्‍छा समय नहीं है। इन्‍हें अपने क्षेत्र में कम मुनाफे से ही खुद को संतुष्‍ट करना होगा। आपके लिए धन हानि के योग भी बन रहे हैं इसलिए आप इस दौरान पैसों से संबंधित कोई भी फैसला न लें। रिश्‍ते की बात करें, तो आपकी अपने जीवनसाथी के साथ बहस हो सकती है। आपके और आपके जीवनसाथी के रिश्‍ते में खटास आने के संकेत हैं। इसके अलावा आप अपनी सेहत को लेकर किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरतें।

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वृश्चिक राशि

इस राशि के सातवें भाव में गुरु और छठे भाव में शुक्र अस्‍त हो रहे हैं। आपको इस समयावधि में सतर्क रहना होगा। आपको अपने कार्यों में भाग्‍य का साथ नहीं मिल पाएगा। इसके साथ ही आपके अपने कायों में सफल होने की उम्‍मीद भी बहुत कम बनी हुई है। आपको मामूली कामों को पूरा करने के लिए भी बहुत मेहनत करनी पड़ सकती है। व्‍यापारियों के लिए भी मुश्किल समय है। आपको कम मुनाफा कमाने के लिए भी अधिक प्रयास करने होंगे। वहीं जो लोग साझेदारी में बिज़नेस कर रहे हैं, उन्‍हें भी समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। वैवाहिक जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी तालमेल की कमी हो सकती है।

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FAQ

प्रश्‍न. गुरु अस्‍त होने पर क्‍या होता है?

उत्तर. इसके अस्‍त होने पर शुभ कार्य बंद कर देने चाहिए।

प्रश्‍न. ग्रह अस्‍त हो जाए तो क्‍या करें?

उत्तर. अस्‍त ग्रह की पूजा या प्रार्थना करें और उनसे जुड़े उपाय करें।

प्रश्‍न. शुक्र अस्‍त होने पर क्‍या होता है?

उत्तर. इस समय कुछ जातकों के विवाह में मुश्किलें आने लगती हैं।

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सूर्य के गोचर से कृषि क्षेत्र और राजनीति में नज़र आएंगे बड़े बदलाव- ये राशियाँ भी रहें सावधान!

सूर्य गोचर 2024: एस्ट्रोसेज हमेशा से अपने रीडर्स को ज्योतिष की रहस्यमई दुनिया की नवीनतम घटनाओं से अपडेट रखने के लिए नए-नए ब्लॉग लेकर आता रहता है। इसी कड़ी में एक बार फिर हम आपके सामने हाजिर हैं सूर्य के वृषभ राशि में गोचर से संबंधित इस खास ब्लॉग को लेकर। दरअसल सूर्य 14 मई 2024 को वृषभ राशि में गोचर करने वाले हैं। ऐसे में अपने इस खास ब्लॉग में हम जानेंगे कि सभी राशियों के साथ-साथ देश दुनिया और शेयर बाजार को सूर्य का यह गोचर किस तरह से प्रभावित करेगा।

सूर्य गोचर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अभी विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर करें बात

जिन जातकों की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है उन्हें जीवन की सभी आवश्यक संतुष्टि, उत्तम स्वास्थ्य, तेज दिमाग प्राप्त होता है। मजबूत सूर्य जातकों को अपार सफलता प्राप्त करने के साथ-साथ जीवन में सभी तरह के सकारात्मक परिणाम प्रदान करता है और ऐसे जातकों को जीवन में प्रगति और महत्वपूर्ण फैसले लेने में साहस भी मिलता है। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य मजबूत होते हैं वह प्रशासन, नेतृत्व कौशल आदि में अच्छे होते हैं। ऐसे जातक आध्यात्मिकता और ध्यान जैसी प्रथाओं में भी सम्मिलित होते हैं। वहीं दूसरे तरफ अगर सूर्य राहु केतु और मंगल जैसे ग्रहों के साथ बुरी संगत में है तो ऐसे जातकों को जीवन में तमाम संघर्षों और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: क्या रहेगा समय? 

सभी नौ ग्रहों में राजा की उपाधि प्राप्त सूर्य 14 मई 2024 को शाम 17:41 पर वृषभ राशि में गोचर कर जाएगा। सूर्य वृषभ राशि के स्वामी शुक्र का शत्रु है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की वृषभ राशि में सूर्य का यह गोचर किस तरह के परिणाम प्रदान करता है और राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है। 

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वृषभ राशि में सूर्य- विशेषताएं 

जहां एक तरफ वृषभ एक स्थिर पृथ्वी चिन्ह है और इसका स्वामी शुक्र है वहीं दूसरी तरफ शुक्र एक स्त्रीलिंग जलीय ग्रह है और सूर्य एक पुल्लिंग ग्रह है। दोनों एक दूसरे के शत्रु माने जाते हैं इसलिए वैदिक ज्योतिष में वृषभ राशि में सूर्य की स्थिति को ज्यादा अनुकूल नहीं मानते हैं। विशेष तौर पर अगर वह अशुभ प्रभाव में हो तो। वृषभ राशि में सूर्य के साथ जन्म लेने वाले जातकों को जीवन में तमाम तरह की कठिनाइयों और चुनौतियां उठानी पड़ती है। 

बात करें उनके शरीर और स्वास्थ्य की तो ऐसे लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी और शारीरिक कमजोरी से पीड़ित नजर आते हैं। वह चेहरे और आंख से संबंधित बीमारियों की चपेट में भी बहुत ही आसानी से आ जाते हैं। पानी इन जातकों के लिए जीवन में कुछ जोखिम और खतरे भी लेकर आ सकता है। सूर्य की यह स्थिति जीवनसाथी के साथ असंतोष भी प्रदान करती है इसलिए विवाह के लिए यह समय अनुकूल नहीं रहने वाला है।

हालांकि ऐसे जातक दिखने में अच्छे और विनम्र स्वभाव के होते हैं। इन्हें गायन, नृत्य और संगीत जैसे प्रदर्शन कलाओं में अच्छा ज्ञान होता है और यह चतुर और बुद्धिमान होते हैं। कभी-कभी उन्हें संगीत वाद्य यंत्र भी बजाना अच्छा लगता है। आमतौर पर ऐसे जातक संपन्न होते हैं और समृद्ध जीवन शैली का लुफ्त उठाते हैं। यह अपने जीवन में बहुत सारा धन कमाते हैं और वित्तीय लाभ प्राप्त करते हैं। 

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर- इन राशियों को होगा लाभ 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके दूसरे घर में आ जाएगा। ऐसे में आय में वृद्धि, पेशेवर जीवन में स्थिरता, पारिवारिक जीवन में सुधार और नैतिक सिद्धांतों को कायम रखने में आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। पेशेवर विकास के संबंध में बात करें तो लगातार काम करने से वेतन वृद्धि और वरिष्ठों से मान्यता आपको प्राप्त हो सकती है। इसी तरह व्यावसायिक उद्योगों में भी आपको बड़ा लाभ कमाने का मौका मिलेगा। साथ ही किसी महत्वपूर्ण चीज के लिए आपको सराहना भी प्राप्त हो सकती है।

वृषभ राशि 

सूर्य के इस गोचर के दौरान वृषभ राशि के पहले घर में आ जाएगा और इस राशि के तहत पैदा हुए लोगों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी है। इस गोचर के दौरान समृद्धि और व्यक्तिगत विकास की संभावना ज्यादा नहीं देखने को मिलेगी। रियल एस्टेट और निवेश के काम में लगे हुए लोगों को सफलता प्राप्त हो सकती है। करियर में सफलता और उन्नति औसत रहेगी। हालांकि वरिष्ठों के साथ आपके रिश्ते में कुछ परेशानियां आने की आशंका है। वित्तीय लाभ प्रतिबंधित नजर आएगा। आय का स्तर बहुत ज्यादा नहीं देखने को मिलेगा। साथ ही बचत की संभावना भी औसत ही रहने वाली है। 

कर्क राशि 

सूर्य कर्क राशि के जातकों के लिए दूसरे घर का स्वामी है और अब आपके ग्यारहवें घर में गोचर कर जाएगा। इस गोचर के प्रभाव स्वरूप आप अपने जीवन में ज्यादा संतुष्टि महसूस करेंगे और आपके जीवन में ज्यादा सकारात्मक लाभ भी देखने को मिलेगा। अपने पेशे के संदर्भ में आपको अपने वरिष्ठ लोगों से मान्यता और उचित प्रशंसा मिलेगी। साथ ही वरिष्ठ लोग आप पर विश्वास और भरोसा भी दिखाएंगे। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस गोचर के परिणाम स्वरुप आप अपने लाभ में वृद्धि देखेंगे और चारों तरफ से आपको संतुष्टि मिलेगी। इसके अलावा आपके जीवनसाथी का दृढ़ समर्थन आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगा और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होगी जिससे आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है। 

सिंह राशि 

वृषभ राशि में सूर्य का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के पहले घर के स्वामी को दसवें घर में ले आएगा। परिणाम स्वरुप आपको जरूरी दोस्ती और साझेदारी बनाने में यह समय अनुकूल रहेगा। साथ ही आप अपने सामाजिक दायरे से बुद्धिमान पूर्ण समर्थन भी प्राप्त करेंगे। करियर के लिहाज से आपको अपने समर्पित प्रयास से सफलता प्राप्त होगी। आर्थिक रूप से बात करें तो बचत और वित्तीय स्थिरता दोनों ही आपके जीवन में बढ़ने वाली है। नैतिक मूल को बढ़ावा देकर आपके करियर में निश्चित रूप से सुधार देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से भी चीज़ें सकारात्मक रहेगी। 

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव 

मिथुन राशि 

वृषभ राशि में सूर्य का यह गोचर आपके बारहवें घर में होने जा रहा है और सूर्य आपके लिए तीसरे घर का स्वामी है। सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में व्यक्तिगत विकास के संदर्भ में चुनौतियां लेकर आ सकता है जिससे आपको नुकसान या संपत्ति का नुकसान उठाना पड़ सकता है। करियर के लिहाज से बात करें तो असंतुष्टि, निराशा के साथ आप नौकरी में बदलाव देख सकते हैं। आर्थिक रूप से अपर्याप्त योजना के चलते आपका खर्च बढ़ने वाला है और उपेक्षा के चलते आप आर्थिक नुकसान से भी घिर सकते हैं। साझेदारों के साथ गलतफहमी होने की आशंका है जिससे आपके रिश्ते नकारात्मक रूप से प्रभावित नजर आएंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इस अवधि में आपका प्रतिरक्षा स्तर कमजोर रहेगा जिससे आपको गले में संक्रमण की आशंका है।

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके छठे घर में स्थित हो जाएगा। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव स्वरूप आपको मध्यम प्रगति प्राप्त होगी। आपको वित्तीय परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं और अपनी वित्तीय जरूरत को पूरा करने के लिए आप ऋण भी ले सकते हैं। करियर के लिहाज से बात करें तो आपकी वर्तमान नौकरी में आपको संतुष्टि नहीं मिलेगी जिसके चलते आप नौकरी बदलने का विचार कर सकते हैं जिससे आपको कोई बड़ा लाभ नहीं मिल पाएगा। व्यवसाय में प्रतिद्वंदियों से प्रतिस्पर्धा और चुनौती बढ़ने वाली है। आर्थिक रूप से बचत के लिहाज से यह समय औसत रहेगा। हालांकि लाभ आपको काम मिलेगा लेकिन आपके खर्चों में वृद्धि होने की प्रबल आशंका है।

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर- प्रभावशाली उपाय 

  • आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। 
  • गरीबों को लाल रंग के वस्त्र दान करें। 
  • रविवार के दिन मंदिर में अनार दान करें। 
  • तांबे के लोटे में एक चुटकी सिंदूर डालकर सूर्य को नियमित रूप से जल या अर्घ्य दें।
  • सूर्य यंत्र की पूजा करें। 
  • प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर- क्या पड़ेगा विश्व पर प्रभाव? 

सरकार और राजनीति 

  • सूर्य के इस गोचर के दौरान सरकार बहुत अच्छा प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रहेगी। 
  • मुमकिन है कि सूर्य के इस गोचर के दौरान ज्यादा आक्रामकता बरतने के चलते सरकार कुछ नकारात्मक टिप्पणियां भी दे सकती है। 
  • सूर्य और शुक्र एक दूसरे के शत्रु हैं और वृषभ राशि में सूर्य बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है। 
  • एक देश के रूप में भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है। सूर्य प्रथम भाव में होने से ज्यादा आक्रामकता और क्रोध के चलते सरकार इस समय अवधि में सही निर्णय ले पाने में नाकामयाब रहने वाली है। 
  • भारत और दुनिया भर में सरकार है अपने-अपने देश में अपनी-अपनी स्थिति को लेकर अनिश्चित नजर आएंगे। 
  • दुनिया भर के कई हिस्सों में राजनीतिक अशांति देखने को मिलेगी। इस दौरान प्रमुख देश की सरकारें देश की आंतरिक व्यवस्था को अच्छे से प्रबंधित कर पाने में असफल रहेंगी।
  • उच्च पद या सरकार के अंदर मौजूद कई बाहरी कारकों के चलते अपने कर्तव्यों को अच्छी तरह से पूरा करने में बाधा आएगी। जो पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण के बाहर रहने वाली है। 

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परामर्श चिकित्सा कृषि एवं विविध क्षेत्र 

  • हालांकि शिक्षकों, विद्वानों, आध्यात्मिक उपदेशकों, परामर्शदाताओं, जनसंपर्क, लेखकों, कलाकारों, मूर्तिकारों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। 
  • कृषि क्षेत्र में अच्छी पैदावार होगी और बेहतर उपज के साथ विकास होगा। 
  • इस गोचर से किसानों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। 
  • चिकित्सा क्षेत्र को भी निश्चित रूप से लाभ मिलेगा और इसमें अच्छी वृद्धि आएगी।

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर- शेयर बाजार पर कैसा पड़ेगा असर? 

  • रासायनिक उद्योग, सार्वजनिक क्षेत्र, फार्मास्यूटिकल क्षेत्र, बिजली क्षेत्र और सीमेंट उद्योग अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
  • ऑप्टिकल उद्योग को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा क्योंकि सूर्य और शुक्र दोनों ही आंखों के कारक माने जाते हैं। 
  • सूर्य और मंगल के अच्छी स्थिति में होने से इलेक्ट्रिकल उत्पादन उद्योग, इलेक्ट्रिकल, बिजली, चाय, कॉफी उद्योग, सीमेंट उद्योग, हीरा उद्योग, रसायन, भारी इंजीनियरिंग सभी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
  • इस अवधि के दौरान एड टेक फर्म और शैक्षणिक संस्थान भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 
  • सोने की कीमतों में नई उछाल आएगी।

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12 साल बाद बृहस्‍पति बनाने जा रहे हैं कुबेर योग, तीन राशियों को मिलने वाला है खजाना, सुखों में होगी वृद्धि

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार एक समय के अंतराल पर सभी ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं जिसे ज्‍योतिषीय भाषा में गोचर के नाम से जाना जाता है। जब कोई ग्रह गोचर करता है, तो इस ज्‍योतिषीय घटना का असर सभी राशियों और देशों पर पड़ता है। ऐसा नहीं है कि गोचर के प्रभाव से सिर्फ मानव जीवन ही प्रभावित होता है बल्कि इसका असर देश की अर्थव्‍यवस्‍था और विभिन्‍न पहलुओं एवं क्षेत्रों पर भी देखने को मिलता है। ग्रह के गोचर करने पर कुछ दुर्लभ संयोग और राजयोग का निर्माण होता है।

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ज्‍योतिषशास्‍त्र में बृहस्‍पति को उन ग्रहों में रखा गया है जो सबसे धीमी गति से चलते या राशि परिवर्तन करते हैं। गुरु 13 महीने के अंतराल में गोचर करते हैं और अब वह 01 मई को वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। देवताओं के गुरु बृहस्‍पति के वृषभ राशि में गोचर करने पर कुबेर योग का निर्माण हो रहा है। वैदिक ज्‍योतिष की मानें तो यह योग तीन राशियों के लोगों के लिए भाग्‍यशाली रहने वाला है।

आगे बताया गया है कि ज्‍योतिष के अनुसार कुबेर योग क्‍या होता है और इस योग के बनने पर किस तरह के लाभ प्राप्‍त होते हैं।

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कुबेर योग से मिलने वाले लाभ

01 मई को गुरु के गोचर से जो कुबेर योग बन रहा है, उसका लाभ पूरे एक साल तक मिलने वाला है। इस योग के शुभ प्रभाव से लोगों की संपदा में वृद्धि होगी और उन्‍हें धन लाभ होने के प्रबल संकेत हैं। इसके साथ ही करियर और व्‍यापार में भी अपार सफलता की प्राप्ति होगी।

बृहस्‍पति ग्रह का महत्‍व

वैदिक ज्‍योतिष में बृहस्‍पति एक महत्‍वपूर्ण ग्रह है क्‍योंकि उन्‍हें देवताओं के गुरु की उपाधि दी गई है। यह ग्रह मनुष्‍य को सौभाग्‍य प्रदान करता है। इसके अलावा यह एक शुभ और दयालु ग्रह भी है। यह ग्रह सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा का कारक है। इसके अलावा इसे धर्म और अध्‍यात्‍म का प्रतीक भी माना जाता है।

गुरु एक उग्र और परोपकारी ग्रह है जिन्‍हें भाग्‍य, धन, संपदा, नैतिकता, विश्‍वास और धर्म का कारक माना जाता है। बृहस्‍पति कफ प्रकृति के ग्रह हैं जो धनु और मीन राशि पर शासन करते हैं। इस ग्रह के शुभ प्रभाव से व्‍यक्‍ति की तर्क क्षमता और निर्णय करने की क्षमता उच्‍च स्‍तर की होती है।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि कुबेर योग से किन तीन राशियों को अपने भाग्‍य का साथ मिलने वाला है।

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कुबेर योग से इन राशियों को होगा फायदा

मेष राशि

कुबेर योग से लाभ प्राप्‍त करने वाली राशियों में सबसे पहले मेष राशि का नाम आता है। बृहस्‍पति आपके धन और वाणी के भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपको अचानक से धन लाभ होने की संभावना है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और आप पैसों की तंगी से उबर पाएंगे।

नौकरीपेशा जातकों के लिए प्रमोशन के योग बन रहे हैं। आपको अपने परिवार का भी सहयोग और प्‍यार मिलेगा। आपकी आमदनी के स्रातों में भी वृद्धि होने के संकेत हैं। इस प्रकार आप धन-धान्‍य से समृद्ध रहेंगे।

मेष साप्ताहिक राशिफल

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कर्क राशि

आपके लिए भी कुबेर योग लाभकारी सिद्ध होगा। आपको अपने कार्यों में अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिलेगा। वहीं व्‍यापारियों को भी अच्‍छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आप नई योजनाओं एवं रणनीतियों पर काम करना शुरू कर सकते हैं।

आपके परिवार में सुख-समृद्धि के बढ़ने के संकेत हैं। आपको विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। आप किसी धार्मिक या शुभ कार्य में सम्मिलित हो सकते हैं। यदि छात्र किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस समय उन्‍हें इस कार्य में सफलता जरूर मिलेगी।

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सिंह राशि

सिहं राशि के लोगों को कुबेर योग से अनुकूल परिणाम प्राप्‍त होंगे। व्‍यापारियों के लिए यह समय बहुत अच्‍छा साबित होगा। व्‍यापारियों के लिए तरक्‍की और मुनाफे के योग बन रहे हैं। आप अपने कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। आपको अपनी काबिलियत को दिखाने के कई बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं।

नौकरीपेशा जातकों के लिए वेतन में वृद्धि के योग भी बन रहे हैं। आपकी पदोन्‍नति होने की भी संभावना है। व्‍यापारियों को मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। आप अपने बिज़नेस को बढ़ाने के बारे में भी सोच सकते हैं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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12 साल बाद केतु और गुरु बना रहे हैं नवपंचम योग, तीन लोगों को हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता, पैसे की नहीं रहेगी कमी

ग्रहों के गोचर करने पर मानव जीवन पर इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। ग्रह के गोचर से किसी के जीवन में सुख-समृद्धि आती है, तो वहीं कुछ लोगों को इस दौरान संकटों का सामना करना पड़ता है।

ग्रहों के गोचर करने पर कुछ विशेष संयोग और राजयोग भी बनते हैं जो जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होते हैं। इस बार मई के महीने में बृहस्‍पति और केतु के गोचर से एक अत्‍यंत शुभ योग का निर्माण होने जा रहा है। ज्‍योतिष के अनुसार यह योग कुछ खास राशियों के जातकों के लिए अनुकूल साबित होगा।

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आगे जानिए कि नवपंचम योग बनाने वाले किस ग्रह का गोचर किस तिथि पर एवं किस राशि में होने जा रहा है।

कब हो रहा है गोचर

बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर हो चुका है। वहीं केतु 30 अक्‍टूबर, 2023 से कन्‍या राशि में विराजमान हैं। दोनों ग्रहों की इस स्थिति के कारण नवपंचम योग का निर्माण हो रहा है। सिंह राशि में यह योग बन रहा है।

क्‍या है नवपंचम योग

नवपंचम योग का मतलब है नौवां और पांचवा योग और यह दो ग्रहों बृहस्‍पति और मंगल या केतु की कुछ विशेष स्थितियों में बनता है। अगर गुरु पांचवे भाव में हो और मंगल या केतु नौवें भाव में हो, तो इस स्थिति में नवपंचम योग बनता है।

देवताओं के गुरु बृहस्‍पति एक तय समयावधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं और अब 01 मई को उनके वृषभ राशि में गोचर करने से लोगों की जिंदगी में कई बदलाव आए हैं। वहीं केतु के कन्‍या राशि में होने पर सिंह राशि में नवपंचम योग बना है।

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नवपंचम योग के लाभ

इस योग के शुभ प्रभाव से जातक के जीवन के सभी कष्‍ट दूर हो जाते हैं। उसके जीवन में धन-धान्‍य और संपन्‍नता की कोई कमी नहीं रहती है। लंबे समय से चली आ रही समस्‍याएं और अड़चनें भी दूर होती हैं।

मई माह में गुरु और केतु की विशेष स्थिति से बन रहे नवपंचम योग से कुछ विशेष राशियों को सौभाग्‍य की प्राप्ति होगी। इन राशियों को धन लाभ के साथ-साथ अपार सफलता मिलने के योग हैं। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि नवपंचम योग किन राशियों के जातकों के लिए शुभ साबित होगा।

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नवपंचम योग से इन राशियों की खुलेगी किस्‍मत

वृषभ राशि

अगर लंबे समय से आपका कोई काम अटका हुआ है, तो अब उसके पूरे होने की प्रबल संभावना है। नवपंचम योग आपके लिए फायदेमंद सिद्ध होगा। यदि आप सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो इस समय आपको इसमें सफलता मिल सकती है। वहीं सरकारी नौकरी करने वाले जातकों को अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों का सहयोग मिलेगा।

नौकरीपेशा जातक पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करेंगे और इस वजह से इन्‍हें अपने कार्यक्षेत्र में कोई महत्‍वपूर्ण कार्य या जिम्‍मेदारी मिल सकती है।

आपका भाग्‍य इस समय आपके साथ रहने वाला है और इसके दम पर आप हर क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। इस दौरान आपका आत्‍मविश्‍वास काफी बढ़ जाएगा। आप अपनी समझदारी और संचार कौशल से कोई नई डील या प्रोजेक्‍ट हासिल करने में सफल होंगे। जो लोग पार्टनरशिप में बिज़नेस करते हैं, उनके लिए भी मुनाफे के योग बन रहे हैं।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल 

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सिंह राशि

सिंह राशि के दसवें भाव में नवपंचम योग बन रहा है जिससे आपको अनेक लाभ मिलने वाले हैं। आपको काम के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है। अच्‍छी बात यह है कि आपकी ये यात्राएं सफल होंगी। नौकरीपेशा जातकों की प्रगति और उन्‍नति का मार्ग प्रशस्‍त होगा। यदि आप नई नौकरी की तलाश में हैं, तो अब आपको इस काम में सफलता मिल सकती है। व्‍यापारियों के लिए भी यह समय अनुकूल साबित होगा।

आपको अपने व्‍यावसायिक क्षेत्र में खूब पैसा कमाने का मौका मिलेगा। यदि आपका पैसा कहीं रुका हुआ है, तो अब वह भी वापिस आ सकता है। आप अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण भाव से हर एक चुनौती को पार करने में सक्षम होंगे। अगर आपका कोई कानूनी मसला चल रहा है, तो आपको अब उसमें भी सफलता मिल सकती है। वाहन या घर खरीदने का सपना पूरा होगा।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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मकर राशि

मकर राशि के लोगों के लिए नवपंचम योग बहुत लाभकारी रहने वाला है। कानूनी पचड़ों में फंसे लोगों को राहत की सांस मिलेगी। वहीं नौकरीपेशा जातकों के काम और मेहनत की प्रशंसा होगी। इस समय आपके उच्‍च अधिकारी आपके काम से प्रसन्‍न होंगे और आपकी तारीफ भी कर सकते हैं। वे आपके कंधों पर किसी बड़े प्रोजेक्‍ट की जिम्‍मेदारी भी डाल सकते हैं। आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में अपार सफलता मिलेगी।

आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं। आपको अपने परिवार के साथ अच्‍छा समय बिताने का मौका मिलेगा। जो छात्र उच्‍च शिक्षा पाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्‍हें इस दिशा में सफलता मिलेगी। उच्‍च अधिकारियों के साथ आपके अच्‍छे संबंध बनेंगे।

मकर साप्ताहिक राशिफल

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FAQ

प्रश्‍न. गुरु और केतु एक साथ हों, तो कौन-सा योग बनता है?

उत्तर. गुरु और केतु के विशेष स्थि‍ति में होने पर नवपंचम योग का निर्माण होता है।

प्रश्‍न. केतु ग्रह से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं?

उत्तर. जोड़ों में दर्द, संतान प्राप्‍ति में समस्‍या, खांसी और बाल झड़ने की।

प्रश्‍न. केतु को खुश करने के लिए क्‍या करें?

उत्तर. केतु को शांत करने के लिए कंबल, छाता, लोहा, उड़द और गर्म कपड़े दान करे

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साप्ताहिक राशिफल (06 मई से 12 मई, 2024): यह सप्ताह इन राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ!

साप्ताहिक राशिफल 06 मई से 12 मई 2024: एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपके लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है जिसमें आपको साप्ताहिक राशिफल 06 मई से 12 मई, 2024 की जानकारी प्राप्त होगी। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि मई का यह सप्ताह राशि चक्र की 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा। साथ ही, इस राशिफल की मदद से कैसे आप इस सप्ताह को बेहतर बना सकते हैं, तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

साप्ताहिक राशिफल 06 मई से 12 मई, 2024: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको थोड़े कमज़ोर परिणाम दे सकता है। विशेषकर स्वास्थ्य और आर्थिक मामलों में सचेत रहना समझदारी का काम होगा।

वहीं, 6 मई शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम काफ़ी हद तक अनुकूल रह सकते हैं। घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में आपका प्रदर्शन अच्छा रह सकता है। आपकी भावनाओं की कद्र करवाने में यह समय मददगार बनेगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय आपको एवरेज से बेहतर परिणाम दे सकता है। बृहस्पति की संगति के चलते चंद्रमा आपको घर-परिवार से संबंधित मामलों में काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। आर्थिक मामले में भी आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपकी मेहनत रंग लाएगी। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है।

उपाय: तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिरा से दूर रहे। 

वृषभ राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है, विशेषकर आर्थिक मामलों में। 

वहीं, 6 मई शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। बेहतर होगा कि व्यर्थ की भागदौड़ से बचें और अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहें।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच आपको पुरानी समस्याओं से छुटकारा मिलने के योग बनेंगे। नई योजनाओं पर आप बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे और इसके फलस्वरुप परिणाम फ़ेवर के रहेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम मिले-जुले रह सकते हैं जिसमें सकारात्मकता का लेवल अधिक रह सकता है, फिर भी अपने संबंधों और जिम्मेदारियां को लेकर जागरूक रहना होगा।

उपाय: पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं। 

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मिथुन राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। इस बीच में आपके प्रयास आपके कामों को संपन्न करवाने का काम कर सकते हैं।

वहीं, 6 मई शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में भी परिणाम सामान्य तौर पर अनुकूल रहेंगे। विशेषकर आर्थिक और पारिवारिक मामले में अच्छी अनुकूलता के चलते आप प्रसन्न रहेंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय कमज़ोर रह सकता है। इस दौरान किसी भी प्रकार का आर्थिक रिस्क लेना उचित नहीं रहेगा। हालांकि, सावधानी पूर्वक की गई दूर की यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम सामान्य तौर पर आपके फेवर में रहेंगे। इस समय आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

कर्क राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकता है। लेकिन, कार्य की योजनाओं के बनाने में यह अवधि मददगार साबित हो सकती है।

वहीं 6 मई शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम सामान्य तौर पर काफ़ी अच्छे रह सकते हैं। विशेषकर कार्यक्षेत्र और सामाजिक जीवन के मामलों में आपका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहेगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय काफ़ी अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। इस दौरान संबंधों का आनंद तो मिल ही सकता है, साथ ही आर्थिक जीवन में भी आप अच्छा कर सकते हैं।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। व्यर्थ की भागदौड़ थकाने का काम कर सकती है। आर्थिक जीवन में भी आपको सावधानी बरतनी होगी।

उपाय: माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान करें। 

सिंह राशि 

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपके लिए कमज़ोर रहेगा। अतः इस अवधि में हर मामले में सावधानी जरूरी रहेगी।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में समय तुलनात्मक रूप से बेहतर रहेगा। पुरानी परेशानियां धीरे-धीरे करके कम होने लग जाएंगी और आप नई योजनाओं के माध्यम से आगे बढ़ेंगे।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय आपके लिए काफ़ी अच्छा और अनुकूल है। विशेषकर यदि आप अपने जन्मस्थान से दूर रहकर काम कर रहे हैं तो आप बेहतर कर सकेंगे। विदेश आदि से संबंधित मामलों में भी अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम मिले-जुले रह सकते हैं। भले ही चंद्रमा द्वादश भाव में है, लेकिन अपनी राशि में होने के कारण दूर के स्थानों से संबंधित मामलों में आपका सपोर्ट कर सकता है।

उपाय: बुजुर्गों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें। 

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कन्या राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकता है। दांपत्य जीवन का मामला हो या फिर साझेदारी का, इनमें आप अच्छा कर सकते हैं।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। अत: इस अवधि में किसी भी प्रकार का रिस्क लेना उचित नहीं रहेगा। साथ ही, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय परेशानियों को दूर करने का काम करेगा। उच्च का चंद्रमा आपकी सकारात्मक के लेवल को बढ़ाएगा। वरिष्ठों का सहयोग आपको बेहतर परिणाम दिलाने में मददगार बनेगा।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में आप काफ़ी अच्छा कर सकेंगे। कार्यक्षेत्र और आर्थिक जीवन में आप अच्छा कर सकेंगे।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लें। 

तुला राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। आपकी मेहनत रंग लाएगी।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में आपका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रह सकता है। निजी संबंधों विशेषकर दांपत्य संबंध में आप आनंद की अनुभूति कर सकेंगे। साझेदारी के कामों में भी आपको अच्छी सफलता मिल सकती है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय कुछ हद तक कमज़ोर परिणाम दे सकता है। भले ही चंद्रमा उच्च का रहेगा, लेकिन बड़ा निवेश करते समय समझदारी से काम लेना होगा।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परेशानियां धीरे-धीरे करके दूर होने लग जाएंगी। पिता और पिता तुल्य व्यक्तियों का मार्गदर्शन आपको आगे ले जाने में मददगार बनेगा।

उपाय: किसी धर्मस्थल पर चने की दाल का दान करना शुभ रहेगा। 

वृश्चिक राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। सामान्य तौर पर किसी भी तरीके की बड़ी समस्या के योग नहीं हैं।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम काफ़ी अच्छे रह सकते हैं। नौकरी में परिवर्तन करने या फिर कार्यक्षेत्र से जुड़े प्रतिस्पर्धात्मक कामों में आपका प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रह सकता है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय आपको काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। आप अपने रोजमर्रा के कामों में अच्छा कर सकेंगे। साथ ही, निजी संबंधों का भी आनंद ले सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। अतः इस दौरान अपनी सेहत का ख्याल रखना होगा और साथ ही, किसी भी प्रकार का रिस्क लेने से बचें।

उपाय: किसी पूर्वज के निमित्त अपने सामर्थ्य अनुसार गरीबों को भोजन करवाएं। 

धनु राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय कमज़ोर रह सकता है। इस दौरान मन-मस्तिष्क में कुछ तनाव रह सकते हैं।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर होंगे, फिर भी निजी संबंधों को लेकर अपेक्षाकृत अधिक जागरूक रहना होगा। विद्यार्थियों को इस समय अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय अच्छे परिणाम दे सकता है। विशेषकर नौकरीपेशा लोग इस अवधि में काफ़ी अच्छा प्रदर्शन करके अपने वरिष्ठों के प्रशंसापात्र बन सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम सामान्य तौर पर अनुकूल रह सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामलों में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। निजी संबंधों में भी आनंद की अनुभूति की जा सकेगी।

उपाय: भगवान भोलेनाथ की पूजा करें। 

मकर राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। यात्राएं फायदेमंद रहेंगी और कहीं से कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।

वहीं 6 मई शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। मन में किसी बात को लेकर चिंता या तनाव के भाव रह सकते हैं। अतः ऐसी स्थिति में कोई बड़ा निर्णय लेना उचित नहीं रहेगा।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय काफ़ी हद तक अनुकूल रह सकता है। चंद्र-बृहस्पति की युति प्रेम संबंधों में अच्छी अनुकूलता दे सकती है। विद्यार्थीगण भी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम काफ़ी हद तक अनुकूल रह सकते हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामले हों या फिर किसी भी तरीके के प्रतिस्पर्धात्मक कार्य आप उनमें काफ़ी अच्छा कर सकेंगे।

उपाय: मां या मां समान स्त्रियों की सेवा करें तथा उनके पांव छूकर आशीर्वाद लें। 

कुंभ राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। नौकरीपेशा लोग तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम काफ़ी अच्छे रह सकते हैं। इस दौरान की गई यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। लेकिन, मन किसी बात को लेकर चिंतित रह सकता है। हालांकि, उच्च का चंद्रमा बृहस्पति के साथ युति करेगा और इसके फलस्वरूप, चिंताओं का समाधान निदान भी जल्द ही मिल जाना चाहिए।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम मिले-जुले रह सकते हैं जिसमें सकारात्मकता का लेवल अधिक रह सकता है। विद्यार्थीगण भी इस अवधि में अच्छा कर सकेंगे। प्रेम संबंधों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है. लेकिन नौकरी को लेकर किसी भी प्रकार का रिस्क लेने से बचें।

उपाय: दादाजी या किसी बुजुर्ग के साथ मंदिर जाकर वहां पर उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा। 

मीन राशि

सप्ताह के शुरुआती कुछ घंटे अर्थात 6 मई की शाम 5:40 तक का समय आपको सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकता है। किसी प्रियजन से मिलकर आप प्रसन्न रहेंगे।

वहीं, 6 मई की शाम 5:40 से लेकर 8 मई की शाम 7:00 बजे के बीच में परिणाम मिले-जुले रह सकते हैं। लेकिन, दूसरे भाव में चंद्रमा की उपस्थिति जिस पर शनि की दृष्टि भी रहेगी। आर्थिक और पारिवारिक मामलों में यह सावधानी पूर्वक निर्वाह करने का संकेत दे रही है।

सप्ताह का मध्य भाग अर्थात 8 मई की शाम 7:00 बजे से लेकर 10 मई की रात 10:30 बजे के बीच का समय काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। न केवल पिछली समस्याओं से मुक्ति दिलाने में बल्कि नई दिशा में नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने में भी यह अवधि फलदायी सिद्ध होगी।

सप्ताहांत अर्थात 10 मई की रात 10:30 बजे से लेकर सप्ताह के अंतिम मिनट तक के बीच की अवधि में परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। अतः इस दौरान हर एक मामले में धैर्य के साथ काम करना होगा। विशेषकर घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में बहुत ही समझदारी से निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।

उपाय: मां को अपनी कमाई से खरीदकर वस्त्र भेंट करें। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. यह सप्ताह वृषभ राशि वालों के लिए कैसा रहेगा?

उत्तर 1. यह सप्ताह वृषभ राशि वालों के लिए मिलाजुला रहेगा। 

प्रश्न 2. कुंभ राशि वालों का इस हफ़्ते क्या होगा?

उत्तर 2. इन लोगों को नौकरी के क्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलेंगे।

प्रश्न 3. कन्या राशि वालों के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह?

उत्तर 3. कन्या राशि वालों का वैवाहिक जीवन इस सप्ताह अच्छा रहेगा।

 

  

अतिचारी हो गए हैं बृहस्‍पति, इन तीन राशियों को दे रहे हैं कष्‍ट और परेशानियां

सौरमंडल के सभी नौ ग्रहों में बृहस्‍पति ग्रह को सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण माना गया है। उन्‍हें स्‍वयं देवताओं के गुरु की उपाधि दी गई है। जब गुरु ग्रह गोचर करता है, तो इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। इस ग्रह के गोचर के कारण सभी राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। किसी को कष्‍ट सहना पड़ता है, तो वहीं कुछ लोगों को शुभ प्रभाव मिलते हैं।

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार गुरु एक राशि में एक साल के अंतराल में गोचर करते हैं और इस तरह वे 12 राशियों में भ्रमण करने में 12 साल का समय लगाते हैं। अब बृहस्‍पति ने अपने शत्रु की राशि वृषभ में प्रवेश कर लिया है। वृषभ राशि के स्‍वामी ग्रह शुक्र हैं और वे असुरों के गुरु हैं।

असुरों के गुरु शुक्र का देवताओं के गुरु बृहस्‍पति के साथ शत्रुता का संबंध है। इस वजह से शत्रु की राशि वृषभ में बृहस्‍पति का आना कुछ राशि के लोगों पर भारी पड़ सकता है। आगे विस्‍तार से बताया गया है कि बृहस्‍पति ने किस तिथि एवं समय पर वृषभ राशि में प्रवेश किया है।

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कब हो रहा है गुरु का गोचर

बृहस्पति वृषभ राशि में 01 मई 2024 की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर प्रवेश कर चुके हैं। इसके एक दिन बाद ही 03 मई 2024 को 22:08 पर बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त हो रहे हैं। बृहस्‍पत‍ि अपने इस गोचर के साथ नवांश कुंडली में 18 दिन के लिए नीच के हो गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि गुरु को इस समय 40 दिनों के लिए नीच स्‍थान का होना था लेकिन इस समय उनकी गति तीन गुना अधिक है और इस वजह से वो नवांश कुंडली में केवल 18 दिनों के लिए ही नीच के रहने वाले हैं।

गुरु की इस अतिचारी गति के कारण कुछ राशियों के जातकों को अपने जीवन में परेशानियों और अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। बृहस्‍पति की इस चाल से सबसे ज्‍यादा नुकसान तीन राशियों को होने वाला है। इन लोगों के कामों में अड़चनें और रुकावटें आएंगी और इनके कार्यक्षेत्र एवं आर्थिक जीवन में समस्‍याएं पैदा हो सकती हैं।

तो चलिए जानते हैं कि बृहस्‍पति की अतिचारी गति किन तीन राशियों पर भारी पड़ने वाली है।

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इन राशियों को होने वाला है नुकसान

धनु राशि

धनु राशि के छठे भाव में अतिचारी गुरु का गोचर हुआ है। इस भाव को रोग और शत्रु का कारक माना जाता है। इस समय आपके स्‍वास्‍थ्‍य में गिरावट आने की आशंका है। आपको अचानक से कोई रोग होने का डर है। आपको सेहत के मामले में सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। आपके अपने ऑफिस या व्‍यापारिक क्षेत्र में नए शत्रु बन सकते हैं। हालांकि, कार्यक्षेत्र में आपके उच्‍च अधिकारी आपके काम से प्रसन्‍न होंगे लेकिन कुछ लोगों को ये बात खटक सकती है। 

ये लोग आपके खिलाफ कोई षड्यंत्र रच सकते हैं। आपको यात्रा के दौरान अधिक सावधान रहने की आवश्‍यकता है। वाहन चलाते समय किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरतें वरना दुर्घटना हो सकती है। आपके कार्यों में अड़चनें और रुकावटें आने की संभावना है। इसके अलावा आपके ऊपर मानसिक तनाव भी बहुत ज्‍यादा बढ़ सकता है। हो सकता है कि इस समय आपकी निर्णय लेने की क्षमता थोड़ी कमज़ोर पड़ जाए। आपको काम के सिलेसिले में घर से दूर जाना पड़ सकता है।

धनु साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

तुला राशि के आठवें भाव में अतिचारी बृहस्‍पति का प्रवेश हुआ है इसलिए इस राशि के लोगों को इस दौरान कष्‍टों का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस समयावधि में सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में कई तरह की समस्‍याओं और अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। आपके ऊपर तनाव भी हावी रहेगा। आपको कार्यस्‍थल में अपने शत्रुओं से थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। आपके ऑफिस का माहौल इस समय थोड़ा नकारात्‍मक रह सकता है और यह बात आपको बहुत परेशान करने वाली है।

नौकरीपेशा जातकों को अपने क्षेत्र में उन्‍नति और प्रगति पाने के लिए खूब मेहनत करनी पड़ेगी, तब जाकर आप अपने लक्ष्‍य को प्राप्‍त कर पाएंगे। इस समय आपको वित्तीय जीवन में भी समस्‍याएं होने की आशंका है। आपके खर्चे बहुत ज्‍यादा बढ़ जाएंगे और आपको कर्ज तक लेना पड़ सकता है। आपको इस समय अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहना चाहिए। आपका अपने भाई-बहनों के साथ भी मनमुटाव हो सकता है। य‍दि आप संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो आपको अभी और इंतज़ार करना पड़ सकता है।

तुला साप्ताहिक राशिफल

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मीन राशि

मीन राशि के तीसरे भाव में अतिचारी गुरु का प्रवेश हो चुका है। इस समय मीन राशि के लोग आलस से घिर सकते हैं। आपका इस दौरान कोई भी काम करने का मन नहीं करेगा। आप हर चीज़ को टालते हुए नज़र आएंगे। कार्यक्षेत्र में आपके शत्रु आपके खिलाफ कोई षड्यंत्र रच सकते हैं इसलिए आप यहां थोड़ा संभलकर रहें। 

आपके बिज़नेस में भी कुछ समस्‍याएं आने के संकेत हैं। व्‍यापारियों को अपने व्‍यावसायिक क्षेत्र में कुछ अड़चनों और रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। इस बात की भी संभावना है कि आपकी निर्णय लेने की क्षमता कमज़ोर हो जाए। आपको मामूली फैसले लेने में भी दिक्‍कत हो सकती है। आपको बेवजह यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। आपको यात्रा के दौरान संभलकर रहना चाहिए क्‍योंकि इस समय आपके साथ कोई दुर्घटना हो सकती है।

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बृ‍हस्‍पति के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय

बृहस्‍पति देव को प्रसन्‍न करने और उनके नकारात्‍मक प्रभावों से बचने के लिए आप पीले रंग के वस्‍त्र धारण करें या फिर अपनी जेब में पीले रंग का रुमाल रखें। माथे पर केसर का तिलक लगाएं और गुरुवार के दिन बेसन के हलवे का भोग लगाएं। आप केले का दान भी कर सकते हैं।

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FAQ

प्रश्‍न. गुरु एक राशि में कब तक रहते हैं

उत्तर. बृहस्‍पति एक राशि में एक साल तक रहते हैं।

प्रश्‍न. बृहस्‍पति को प्रसन्‍न करने के उपाय

उत्तर. आप गुरुवार के दिन चने की दाल, हल्‍दी और पहले रंग के वस्‍त्र किसी ब्राह्मण को दान करें।

प्रश्‍न. बृहस्‍पति के लिए कौन सा घर खराब है

उत्तर. अगर दसवें भाव में गुरु के शत्रु ग्रह बैठे हैं, तो सावधान रहना चाहिए।

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साप्ताहिक राशिफल (06 से 12 मई, 2024): इस सप्ताह इन 4 राशियों के जातकों का जागेगा सोया भाग्य!

मई महीने का पहला सप्ताह आपकी राशि के लिए कैसा होने वाला है? क्या इस सप्ताह आपको भाग्य का साथ मिलेगा? आपका आर्थिक पक्ष स्थिर रहने वाला है? स्वास्थ्य के लिहाज से आपको किस तरह के परिणाम मिलेंगे? नौकरी में पदोन्नति होगी या अभी आपको और परेशानियां उठानी पड़ेगी? आपके इन सभी सवालों का जवाब लिए हमारा यह खास साप्ताहिक राशिफल ब्लॉग लेकर हम एक बार फिर आपके सामने हाजिर हैं। 

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साप्ताहिक राशिफल विशेष इस ब्लॉग में हम सभी 12 राशियों के साप्ताहिक राशिफल के साथ-साथ इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत त्योहारों की जानकारी, ग्रहण गोचर की जानकारी, इस सप्ताह जन्म लेने वाले मशहूर सितारों की जानकारी भी आपको प्रदान करेंगे। तो चलिए देरी किए बिना शुरू करते हैं हमारा यह साप्ताहिक राशिफल विशेष ब्लॉग और जान लेते हैं कि 6 से 12 मई का यह सप्ताह मेष से लेकर मीन राशि के जातकों के लिए क्या भविष्यवाणी लेकर आया है।

इस सप्ताह का हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना

सबसे पहले बात कर लें इस सप्ताह के हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना की तो मई का यह सप्ताह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन रेवती नक्षत्र के तहत वैशाख माह में प्रारंभ हो जाएगा और इस सप्ताह का समापन 12 मई को शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन आद्रा नक्षत्र के तहत वैशाख माह में हो जाएगा।

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मई के महीने में दो हिंदू माह पड़ते हैं वैशाख का महीना और ज्येष्ठा का महीना। वैशाख का महीना जहां मध्य अप्रैल से शुरू होकर तकरीबन मध्य मई तक चलेगा वहीं मध्य मई के बाद से ज्येष्ठ का महीना शुरू हो जाएगा जो मध्य जून तक रहेगा। इन दोनों ही महीनों अर्थात वैशाख और ज्येश्ठ के महीना का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। इसके अलावा ज्येष्ठ का महीना बेहद ही भीषण गर्मी अपने साथ लेकर आता है।

इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की जानकारी

हमारी हमेशा से यही कोशिश रहती है कि आप अपने व्यस्त जीवन के चक्कर में फँसकर कर कोई व्रत त्यौहार भूल न जाएँ इसलिए हम आपको समय से पहले ही सप्ताह के व्रत और त्योहारों की सूची प्रदान कर देते हैं। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं मई के पहले सप्ताह के दौरान कौन-कौन से व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।

  • 6 मई मासिक शिवरात्रि 
  • 7 मई रवींद्रनाथ टैगोर जयंती, दर्श अमावस्या 
  • 8 मई टैगोर जयंती बंगाल* मासिक कार्तिगायी, इष्टि, वैशाख अमावस्या 
  • 9 मई चंद्र दर्शन 
  • 10 मई परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया, मातंगी जयंती, रोहिणी व्रत, वर्षी तप पारण, त्रेता युग, विनायक चतुर्थी 
  • 12 मई शंकराचार्य जयंती, सूरदास जयंती, रामानुज जयंती, मातृ दिवस

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इस सप्ताह पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ग्रहों की कोई भी हलचल प्रत्यक्ष प्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन को प्रभावित अवश्य करती है। ऐसे में बेहद आवश्यक हो जाता है यह जानना कि कौन सा ग्रह कब गोचर कर रहा है या कौन सा ग्रह कब अपनी स्थिति में परिवर्तन कर रहा है आदि। तो आईए जानते हैं मई के पहले सप्ताह में कौन-कौन से ग्रहों का गोचर होने वाला है। 

मई के इस सप्ताह में केवल एक गोचर होगा। इस दौरान बुध मेष राशि में गोचर कर जाएंगे।

वहीं बात करें ग्रहण की तो मई के इस सप्ताह में कोई भी ग्रहण नहीं लगने वाला है।

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6 से 12 मई 2024 विवाह मुहूर्त

मई के इस पूरे ही महीने में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं होने वाला है। इसकी वजह है कि ज्योतिष में शुक्र और गुरु का उदय होना विवाह के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। साल 2024 में शुक्र ग्रह अस्त होने जा रहे हैं जिसके चलते मई और जून में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं पड़ेगा। हालांकि उसके बाद 16 जुलाई से एक बार फिर विवाह मुहूर्त की शुरुआत हो जाएगी।

6 से 12 मई बैंक अवकाश

अब बात करें बैंक अवकाश की तो 6 से 12 मई के इस सप्ताह में कई बैंक अवकाश पड़ रहे हैं। 

8 मई बुधवार को गुरु रविंद्र जयंती है 

10 मई शुक्रवार को बसव जयंती, महर्षि परशुराम जयंती है और इस दिन अक्षत तृतीय भी है।तो इन तीन दिन बैंक अवकाश रहने वाले हैं।

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इस सप्ताह जन्म लेने वाले कुछ मशहूर सितारों के जन्मदिन की जानकारी

अब अंत में हम बात करते हैं इस सप्ताह जन्म लेने वाले मशहूर सितारों के जन्मदिन के बारे में लेकिन इसे जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि मई के महीने में जन्म लेने वाले लोगों का स्वभाव और व्यक्तित्व कैसा होता है।

मई अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का पांचवा महीना होता है। मई के महीने में जन्म लेने वालों को बेहद ही खास माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रवींद्रनाथ टैगोर, क्वीन विक्टोरिया आदि का जन्म भी मई के ही महीना में हुआ है।

मई  के महीने में जन्म लेने वाले लोगों की वृषभ और मिथुन राशि होती है। 20 मई से पहले जिन लोगों का जन्मदिन आता है वह वृषभ राशि में आते हैं और 21 मई के बाद जन्म लेने वाले लोग मिथुन राशि में आते हैं। चलिए आप जान लेते हैं मई में जन्मे लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ खास बातें।

मई के महीने में जन्म लेने वाले लोग सफल आवश्यक होते हैं। यह अपनी जिंदगी को लेकर सकारात्मक होते हैं। हार को भी खुले दिल से स्वीकार करते हैं और इसीलिए अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। मई के महीने में जन्म लेने वाले लोग नियम के अनुसार ही काम करना पसंद करते हैं, उनकी प्लानिंग बहुत ही अच्छी होती है, साथ ही इन्हें पता होता है कि इन्हें अगला कदम कब और कैसे उठाना है। 

स्वभाव में बातूनी होते हैं। इन लोगों को दूसरों से बात करना और दोस्ती यारी बढ़ाना बहुत अच्छा लगता है। यह हमेशा अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा से भरे नजर आते हैं और अपनी इसी खूबी के चलते यह लोगों के पसंदीदा भी बनते हैं। इसके अलावा मई के महीने में जन्म लेने वाले लोगों की एक और खास बात यह होती है कि इन्हें अपने जीवन में रोमांच भरी चीज़ें करना बहुत अच्छा लगता है। यह नई-नई जगह पर घूमने जाना, नई जगह का पता लगाना बेहद पसंद करते हैं।

अब जान लेते हैं 6 से 12 मई के बीच जन्म लेने वाले मशहूर बॉलीवुड सितारों के जन्म की जानकारी:

6 मई पूजा पोद्दार 

7 मई अमायरा दस्तूर 

8 मई प्रकृति कक्कड़ 

9 मई साक्षी विद्या 

10 मई हृषिता भट्ट 

11 मई अदा शर्मा, पूजा बेदी 

12 मई सलीम दीवान, प्रतीक सहजपाल

यदि आप अपने फेवरेट सितारे की कुंडली देखकर उनके भविष्य के बारे में कुछ भी जानना चाहते हैं तो आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।

एस्ट्रोसेज की तरफ से इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।

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साप्ताहिक राशिफल 6-12 मई, 2024 

अब जानते हैं सभी बारह राशियों के जातकों के लिए यह सप्ताह क्या कुछ लेकर आने वाला है:

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से बृहस्‍पति आपके दूसरे भाव में उपस्थित हैं जिसकी वजह से इस सप्ताह….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

इस सप्ताह कई योग बनेंगे और आपको कई ऐसे अवसर प्राप्त होंगे, जब आप अपने प्रेम….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से बृहस्‍पति के आपके पहले भाव में उपस्थित होने के कारणअ इस सप्ताह आपको अपनी ….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

इस सप्ताह कई ऐसी परिस्थितियां आएँगी, जब आपका प्रिय आपको कुछ गलत कह देगा। ….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से राहु के आपके दूसरे भाव में उपस्थित होने के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से, यह सप्ताह आपके लिए….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपका मन प्रेमी के साथ कुछ अच्छा समय व्यतीत करने का कर सकता है,….(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से शनि आपके आठवें भाव में विराजमान हैं। इस सप्ताह आपको परिवार के किसी सदस्य …. (विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आप अपने प्रिय को बहुत याद करेंगे, परंतु वो काम की व्यस्तता के कारण ….(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

राहु के चंद्र राशि से आठवें भाव में उपस्थित होने के कारण इस सप्ताह आप बहुत ज्‍यादा भावुक स्‍वभाव के रहने वाले हैं। ….(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

प्रेम राशिफल के अनुसार, आपकी राशि के लोगों के लिए यह सप्ताह बहुत महत्वपूर्ण ……(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

घर परिवार और निजी जीवन में चल रही तनाव ग्रस्त गतिविधियाँ, आपको अंदर से मायूस और बेचैन कर ….(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आप अपने प्रेमी के साथ कही बाहर, खाने या घूमने जाने का प्लान कर सकते ….(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से केतु के आपके बारहवें भाव में मौजूद होने की वजह से इस सप्ताह आपके ऊपर कुछ…..(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

प्रेम संबंधों की बात करें तो आपके प्रेम जीवन में स्थितियाँ, इस सप्ताह पूरी तरह से आपके ….. (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

यदि आप किसी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या से ग्रस्‍त थे, तो अब इस सप्‍ताह आपकी चंद्र राशि से राहु के पांचवे …..(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आप किसी कार्य में अपने प्रियतम से हार सकते है, जिससे आपकी अहंकार को …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

यदि आप इस सप्ताह ख़ुशनुमा ज़िंदगी व्यतीत करना चाहते हैं तो, आपको इसके लिए अपना ज़िद्दी और …..(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

इस सप्ताह आपको ये बात समझने की सबसे अधिक ज़रूरत होगी कि किसी से तभी …..(विस्तार से पढ़ें)

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मकर साप्ताहिक राशिफल

पूर्व के समय से ही, आपके द्वारा ख़ुद को परिष्कृत करने और स्वास्थ्य रखने की आपकी कोशिश, इस ….(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

रोमांस के लिए, ये सप्ताह सामान्य से बेहद अच्छा है। क्योंकि आप पाएंगे कि आपका प्रेमी ….(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ साप्ताहिक राशिफल

चंद्र राशि से बृहस्‍पति के आपके चौथे भाव में उपस्थित हैं। यदि आप बीते समय से किसी धार्मिक और …. (विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ प्रेम राशिफल

यदि आप किसी से सच्चा प्रेम करते हैं तो, इस सप्ताह संभव है कि आपको कुछ ऐसी बात ….(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल 

आपकी चंद्र राशि से राहु के पहले भाव में मौजूद होने के कारण इस सप्ताह आपको इस बात का …..(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

इस हफ्ते आपको अपने प्रेम जीवन में, सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। आप अपने …. (विस्तार से पढ़ें)

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