सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: किन राशियों का होगा भाग्योदय?

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: ग्रहों के राजा सूर्य 17 नवंबर 2023 को वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य देव 17 नवंबर 2023 को तुला राशि को छोड़कर मंगल की दूसरी राशि वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं जो कि सूर्य के लिए सम राशि मानी जाएगी। हालांकि, 16 दिसंबर 2023 तक सूर्य वृश्चिक राशि में ही बने रहेंगे।

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सूर्य गोचर का भारत पर प्रभाव 

सूर्य सत्ता व सरकार के कारक हैं, तो ऐसे में भारतवर्ष के लिए सूर्य का सप्तम भाव में जाना बहुत अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी। सूर्य की इस स्थिति के कारण भारत के व्यापार-व्यवसाय पर कुछ नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। दूसरे देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में भी कमज़ोरी देखी जा सकती है। भारतवर्ष की महिला संबंधी नीतियों या महिलाओं से जुड़े अन्य मामलों में भी सूर्य का यह गोचर कमज़ोर परिणाम दे सकता है। इसके फलस्वरूप, महिलाओं के उत्पीड़न व असंतोष की खबरें सुनने को मिल सकती हैं। यातायात संबंधी मामलों के लिए भी सूर्य का गोचर अच्छा नहीं कहा जाएगा क्योंकि वाहन दुर्घटना होने की संभावनाएं भी बन रही हैं। 

सूर्य का यह गोचर आंतरिक अशांति व जन आक्रोश इत्यादि का भी संकेत कर रहा है। ऐसी स्थिति में उन जगहों पर जहां इस समय चुनाव होने हैं, वहां पर सत्तारूढ़ दल जनता को पूरी तरह संतुष्ट करने में पीछे रह सकते है और सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है, क्योंकि सत्ता में दोबारा वापिसी में कठिनाइयां नज़र आ रही हैं। सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा? आइए जानते हैं। 

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव के स्वामी हैं और वह गोचर करके आपके आठवें भाव में जा रहे हैं। आठवें भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है और इसके फलस्वरूप आपका स्वास्थ्य थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। विशेषकर पेट से संबंधित अथवा कमर के निचले हिस्से में कुछ समस्याएं रह सकती हैं। सिरदर्द की शिकायत भी रह सकती हैं। पारिवारिक संबंधों व सामाजिक प्रतिष्ठा आदि के लिए भी सूर्य के इस गोचर को अच्छा नहीं कहा जाएगा। ऐसे में, इन मामलों में अपेक्षाकृत अधिक सावधानी से निर्वाह करने की आवश्यकता हो =गी।

उपाय: स्वयं को क्रोध और कलह से दूर रखना आपको बेहतर परिणाम दिलाएगा। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके सातवें भाव में जा रहे हैं। सूर्य के इस गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना गया है। इसके फलस्वरूप घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। निजी संबंधों विशेषकर दांपत्य जीवन में भी चिंताएं रह सकती हैं। इस अवधि में सूर्य को मंगल की संगति भी मिल रही है। ऐसे में, आपसी विवाद होने की आशंका है। यदि आपका काम साझेदारी का है तो साझेदार के साथ यथासंभव बेहतर संबंध रखने की कोशिश करें। यदि विवाहित हैं तो जीवन संगिनी या जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल रखें तथा एक-दूसरे के स्वास्थ्य का और एक-दूसरे की भावनाओं का भी पूरा ख्याल रखें।

उपाय: सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाएं। 

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं और गोचर करके आपके छठे भाव में जा रहे हैं। सूर्य का यह गोचर सामान्यतौर पर आपको अच्छे परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। ऐसे में, आपका आत्मविश्वास काफ़ी अच्छा रहेगा और आप हर काम को अच्छे से कर सकेंगे। पिछले दिनों यदि स्वास्थ्य कमज़ोर रहा है तो स्वास्थ्य में अनुकूलता देखने को मिलेगी। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर कर सकेंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में अच्छी अनुकूलता बनी रहेगी। वरिष्ठों तथा प्रभावशाली लोगों के साथ आपका जुड़ाव संभव होगा और उनके साथ जुड़ने से आपको लाभ व सम्मान भी मिल सकेगा।

उपाय: बंदरों को गेहूं और गुड़ खिलाना शुभ रहेगा। 

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पांचवें भाव में जाएंगे। पांचवें भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं कहा गया है लेकिन कालपुरुष की कुंडली में यह सूर्य का अपना भाव होता है। इसके फलस्वरूप, परिणाम ज्यादा नकारात्मक प्राप्त नहीं होंगे। यहां पर मंगल पंचमेश होकर पंचम भाव में रहते हुए सूर्य का सपोर्ट भी करना चाहेंगे। इन तमाम कारणों से सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, अन्यथा लापरवाही बरतने पर शिक्षा व संतान से संबंधित कुछ परेशानियां रह सकती हैं। पेट की भी कुछ समस्याएं रह सकती हैं। साथ ही, मन-मस्तिष्क किसी बात को लेकर भ्रमित रह सकता है। ऐसी स्थिति में स्वस्थ सोच-विचार करके आप परिणाम को बेहतर कर सकेंगे।

उपाय: सरसों के तेल की आठ बूंदे कच्ची मिट्टी में टपकाना शुभ रहेगा। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके राशि स्वामी होकर चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। चौथे भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना गया है। इसके फलस्वरूप, सूर्य का यह गोचर आपको कुछ हद तक तनाव या मानसिक व्यथा देने का काम कर सकता है। साथ ही, माता के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा। घरेलू विवाद बढ़ने न पाए इस बात की कोशिश करनी होगी।

भूमि और भवन से संबंधित मामलों में भी सावधानीपूर्वक निर्वाह करना होगा । यदि सीने के आसपास की कोई तकलीफ आपको पहले से रही है तो इस दौरान अपने स्वास्थ्य का अपेक्षाकृत ध्यान रखना होगा। विशेषकर ऐसे लोग जिन्हें हृदय से संबंधित कोई परेशानी है उन्हें थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं।

उपाय: गरीबों की अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद करें और उन्हें भोजन करवाएं। 

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में द्वादश भाव के स्वामी हैं और वह गोचर करके आपके तीसरे भाव में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के इस गोचर को अच्छा कहा जाएगा। ऐसे में दूर के स्थान से जुड़े कामों में अनुकूलता देखने को मिल सकती है और यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं। आपका बेहतर आत्मविश्वास आपको अधिकांश मामलों में सफलता दिलाने का काम कर सकता है।

आपके सहयोगी पूरी निष्ठा के साथ आपका सहयोग करते हुए देखे जा सकेंगे। साथ ही, स्वास्थ्य में अनुकूलता आने के योग बनेंगे। शासन-प्रशासन के द्वारा भी सकारात्मक परिणाम मिल सकेंगे। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर कर सकेंगे। पद-प्रतिष्ठा व सम्मान इत्यादि से संबंधित मामलों में भी सूर्य का यह गोचर आपका सहयोग करता हुआ प्रतीत हो रहा है।

उपाय: पिता अथवा पिता तुल्य व्यक्तियों की सेवा और उनका आदर सत्कार करें। 

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके दूसरे भाव में जा रहे हैं। सूर्य के इस गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना गया है। हालांकि, लाभ भाव के स्वामी का धन भाव में जाना आर्थिक मामलों में कुछ अनुकूलता देने या दिलाने का काम कर सकता है, लेकिन सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को दूसरे भाव में नेत्र या मुख से संबंधित परेशानी देने वाला कहा गया है।

ऐसी स्थिति में खान-पान उचित रखें और आंख को चोट आदि से बचाएं। आर्थिक मामलों में भी सावधानीपूर्वक निर्वाह करें। साथ ही, परिजनों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने की कोशिश लगातार करते रहें।

उपाय: मंदिर या फिर किसी भी धर्मस्थल पर नारियल और बादाम का दान करें। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य आपके कर्म भाव के स्वामी होकर पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। हालांकि, आपके कर्म स्थान के स्वामी आपके प्रथम भाव में प्रवेश करेंगे जो कार्यक्षेत्र में कुछ सहयोग करने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन, यहां का सूर्य अहंकार या क्रोध की भावना देता है जिसके चलते काम बिगड़ भी सकते हैं।

ऐसी स्थिति में डाउन टू अर्थ होकर निर्णय लेने पर कुछ अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं। वैसे सामान्य तौर पर इस गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है। यह स्वास्थ्य में कुछ प्रतिकूलता दे सकता है, विशेषकर बुखार, एसिडिटी या पित्त की वजह से होने वाले रोग बीच-बीच में परेशान कर सकते हैं। कामों में कुछ कठिनाइयां बनी रह सकती हैं, लेकिन शांति के साथ काम करने की स्थिति में काम संपन्न हो सकेंगे। संबंधियों से विवाद न होने पाए इस बात का भी ख्याल रखना होगा।

उपाय: संभव हो, तो इस महीने गुड़ का सेवन न करें। 

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में भाग्य भाव के स्वामी हैं और यह आपके द्वादश भाव में गोचर करने जा रहे हैं। द्वादश भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। भाग्य भाव के स्वामी का द्वादश भाव में जाना भाग्य के सपोर्ट को कम करता है। इसके फलस्वरूप इस समय आपको कड़ी मेहनत अधिक करनी होगी और दूर की यात्राओं पर भी जाना पड़ सकता है, लेकिन गैर जरूरी यात्राओं से बचाना समझदारी का काम होगा।

साथ ही, लंबी दूरी की यात्राओं में सावधानी और जागरूकता दोनों बरतनी होगी। यथा संभव खर्चों को रोकने की कोशिश करें और शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। वरिष्ठों और प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान करते रहें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।

उपाय: नियमित रूप से मां दुर्गा जी के मंदिर जाना शुभ रहेगा। 

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके लाभ भाव में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के इस गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा क्योंकि यह आपको अच्छा लाभ करवा सकता है।

अप्रत्याशित रूप से भी कुछ धन मिल सकता है। लंबे समय से लंबित कार्य या ऐसे काम जो किसी कारण से बंद हो गए थे अथवा रुक गए थे उन कामों के पूरे होने की भी संभावनाएं बन रही हैं। आर्थिक मामलों में सूर्य का यह गोचर काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। पद-प्रतिष्ठा और पिता से संबंधित मामले भी अनुकूल रह सकते हैं। स्वास्थ्य यदि पिछले दिनों प्रतिकूल रहा है तो सूर्य का यह गोचर स्वास्थ्य को भी बेहतर करने में आपकी मदद करेगा।

उपाय: स्वयं को शुद्ध और सात्विक रखना हितकारी रहेगा। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी है और यह आपके कर्म भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य का यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा। विशेषकर पद-प्रतिष्ठा से जुड़े मामलों में सूर्य आपके लिए काफ़ी मददगार हो सकता है।

दैनिक रोजगार से संबंधित मामलों में भी सकारात्मकता के योग बन रहे हैं और साझेदारी के कामों में भी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। इस दौरान किसी नए व्यापार की शुरुआत होने की संभावना है और शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। प्रतिष्ठित लोगों का अपनापन मिल सकेगा और साथ ही, इन लोगों के सहयोग से आपके विभिन्न कार्य पूरे हो सकेंगे, ऐसी संभावनाएं बन रही हैं।

उपाय: किसी गरीब व्यक्ति को शनिवार के दिन काले कपड़े का दान करें। 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके भाग्य भाव में गोचर करने जा रहे हैं। भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है। ऐसी स्थिति में भाग्य के भरोसे बैठना उचित नहीं होगा। यथासंभव अपने कर्मों पर और अपने अनुभव पर यकीन करना ज्यादा समझदारी का काम होगा।

किसी तरह की कठिनाई होने पर पिता या पिता तुल्य अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेना फायदेमंद रह सकता है। इस दौरान असफलताओं के मिलने की स्थिति में खीझना या चिड़चिड़ा हो जाना उचित नहीं रहेगा, बल्कि शांत चित्त होकर ईश्वर की आराधना करना फलदायी साबित होगा क्योंकि ऐसा करने से आप शांत रहकर समाधान निकल सकेंगे जो आने वाले समय में नुकसान की भरपाई कर सकेगा।

उपाय: संभव हो, तो रविवार के दिन नमक का सेवन न करें।

हम उम्मीद करते हैं कि सूर्य के इस गोचर के परिणामों को पहले से जानकर आप एक बेहतरीन योजना बनाएंगे और सूर्य गोचर का न केवल लाभ ले सकेंगे, बल्कि इससे होने वाले नुकसान को भी योजनाबद्ध तरीके से दूर कर सकेंगे। हम आशा करते हैं कि हमारा यह प्रयास आपके जीवन में बेहतरी लाने का काम करेगा। भगवती आप सब पर कृपा बनाए रखें। 

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