साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लग चुका है। सूर्य ग्रहण हमेशा से सनातन धर्म और वैदिक ज्योतिष में एक विशेष घटना के तौर पर देखा जाता रहा है। आपने तमाम ऐसे लेख देखे होंगे और पढे भी होंगे कि सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और साथ ही सूर्य ग्रहण के पहले क्या कार्य करने चाहिए लेकिन क्या आपको पता है सूर्य ग्रहण के बाद क्या उपाय करने जरूरी होते हैं? अगर नहीं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। आज हम आपको इस लेख में सूर्य ग्रहण के बाद क्या उपाय करने चाहिए, इसकी जानकारी देने वाले हैं लेकिन उससे पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ खास जानकारी आपके साथ साझा कर देते हैं।
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सूर्य ग्रहण 2021
साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण हिन्दू पंचांग के अनुसार विक्रम संवत 2078 में वैशाख माह की अमावस्या को लग रहा है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह तारीख 10 जून को पड़ रही है। साल का पहला सूर्य ग्रहण वृषभ राशि और मृगशिरा नक्षत्र में लग रहा है। इसलिए इस राशि और नक्षत्र के जातक इस सूर्य ग्रहण से ज्यादा प्रभावित होंगे। यह सूर्य ग्रहण 10 जून को गुरुवार के दिन दोपहर के 01 बजकर 42 मिनट से शाम के 06 बजकर 41 मिनट तक रहने वाला है।
आइए अब आपको बता देते हैं कि सूर्य ग्रहण के बाद वो क्या उपाय हैं जिनको अपनाकर आप सूर्य ग्रहण के प्रभाव को ख़त्म कर सकते हैं।
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सूर्य ग्रहण के प्रभाव को कम करने के विशेष उपाय
- सूर्य ग्रहण के प्रभाव को ख़त्म करने के लिए जातकों को सूर्य ग्रहण के बाद पूरे घर की साफ-सफाई करनी चाहिए।
- सूर्य ग्रहण ख़त्म होने के बाद पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव जरूर करना चाहिए। यहाँ तक कि घर के मंदिर में मौजूद प्रतिमा तक पर गंगाजल का छिदकाव करना चाहिए। यदि घर में तुलसी का पौधा है तो उसपर भी गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें।
- सूर्य ग्रहण के ख़त्म होने के बाद जातकों को स्नान जरूर करना चाहिए। यदि आसपास किसी पवित्र नदी में स्नान करना संभव हो सके तो जरूर करें। हालांकि महामारी के इस समय ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं रहेगा। ऐसे में आप घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- स्नान करने के बाद घर में स्थित मंदिर की भी अच्छे से साफ सफाई कर लें तथा मंदिर में मौजूद प्रतिमा को को स्नान कराकर साफ आसन पर विराजित करें। साथ ही सूर्य ग्रहण के बाद मंदिर में मौजूद प्रतिमा के वस्त्र भी बदल देने चाहिए।
- सनातन धर्म में दान करने का विशेष महत्व है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के बाद जातकों को जरूर दान करना चाहिए। आप गरीब और असहाय लोगों को भोजन भी करवा सकते हैं।
- गाय को चारा खिलाएँ।
- ग्रहण के दौरान पहने हुए वस्त्र को या तो दान कर दें या फिर उस पर गंगा जल छींट कर उसे दोबारा साफ कर के ही धारण करें।
- ग्रहण के दौरान यदि आपने घर में मौजूद भोजन के साथ तुलसी के पत्ते रखे थे तो उस भोजन का आप दोबारा उपयोग कर सकते हैं लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर पाये थे तो उस भोजन का उपयोग न करें।
- सूर्य ग्रहण के बाद भगवान को भोग लगाएँ और स्वयं भी भोजन करें।
- सूर्य ग्रहण के बाद किसी मंदिर जाकर भगवान के दर्शन अवश्य करने चाहिए। भगवान के दर्शन से सारे दोष ख़त्म हो जाते हैं।
- सूर्य ग्रहण के बाद पितरों की शांति के लिए तर्पण करें।
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