शुक्र का मेष राशि में गोचर: प्रेम और ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र 25 अप्रैल 2024 को मेष राशि में गोचर कर जाएंगे। वह 25 अप्रैल 2024 से लेकर 19 मई 2024 तक मेष राशि में रहेंगे। ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख-सुविधाओं और सौंदर्य का कारक ग्रह माना गया है। शुक्र धन, वैभव, ऐश्वर्य और विलासिता आदि देने वाले कहे जाते हैं। ऐसे में, शुक्र का गोचर इन तमाम क्षेत्रों पर प्रभाव डालेगा, फिलहाल अभी शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि यानी मीन राशि को छोड़कर मंगल ग्रह की पहली राशि मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं, तब यह नैसर्गिक तथा तत्कालिक मित्रता के अनुसार मित्र अवस्था में रहने वाले हैं। ऐसे में, शुक्र आपको कैसे परिणाम देंगे? आइए जानते हैं।
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शुक्र का मेष राशि में गोचर: 12 राशियों पर प्रभाव और उपाय
मेष राशि
शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके लग्न भाव में गोचर करने वाले हैं। पहले भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा माना जाता है। अतः शुक्र आपको आर्थिक मामलों में अच्छा लाभ करवा सकते हैं और वैवाहिक जीवन में भी अच्छे परिणाम दे सकते हैं। सुख-सुविधा, धन, संपत्ति, शिक्षा, विवाह, आमोद-प्रमोद, व्यापार आदि से जुड़े क्षेत्रों में शुक्र के इस गोचर के चलते आपके अनुकूल परिणाम मिलने की संभावनाएं मजबूत होंगी ।
उपाय: काली गाय की सेवा करें।
वृषभ राशि
शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं और अब आपके द्वादश भाव में गोचर करने जा रहे हैं। द्वादश भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा माना जाता है, लेकिन लग्न या राशि स्वामी का द्वादश में जाना स्वास्थ्य संबंधी मामलों में थोड़े कमज़ोर परिणाम दे सकता है। अतः इस दौरान आपको स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहना होगा। यदि आप जॉब करते हैं तो आपको नौकरी या अपने काम के प्रति पूरी तरह से निष्ठावान बने रहना होगा। यदि आप ऐसा करते हैं तो आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे और समय-समय पर भोग-विलास और मनोरंजन भी कर सकेंगे। विदेश से जुड़े क्षेत्रों में अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं।
उपाय: किसी सौभाग्यवती स्त्री को श्रृंगार की सामग्री उपहार में दें।
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मिथुन राशि
शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और शुक्र आपके लाभ भाव में गोचर करने वाले हैं। लाभ भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। ऐसे में, दूर के स्थानों से अच्छे लाभ आपको मिल सकते हैं। प्रेम जीवन और शिक्षा से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम मिलने की संभावनाएं बन रही हैं। धन और ऐश्वर्य में वृद्धि के योग बनेंगे और कामों में सफलता मिलेगी। मित्रों का अच्छा सहयोग भी मिल सकेगा।
उपाय: नियमित रूप से लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
कर्क राशि
शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में शुक्र आपके दशम भाव में गोचर करने वाले हैं और इस भाव में शुक्र के गोचर को बहुत अच्छा नहीं कहा गया है। लेकिन, लाभ भाव के स्वामी का कर्म स्थान पर जाना अच्छी मेहनत के बाद अच्छा लाभ दिलाने का संकेत कर रहा है। यदि आप घर-गृहस्थी संबंधित मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करेंगे, तो उन मामले में भी अच्छे परिणाम मिलते रहेंगे। शुक्र का यह गोचर बहुत अच्छा नहीं कहा जाएगा, लेकिन सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में नकारात्मकता को दूर किया जा सकेगा।
उपाय: भगवान भोलेनाथ के मंदिर की साफ-सफाई करें।
सिंह राशि
शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं। अब शुक्र आपके भाग्य भाव में पहुंच रहे हैं और सामान्य तौर पर यहां पर शुक्र अच्छे परिणाम देने वाले माने गए हैं। अतः शासन-प्रशासन से संबंधित मामलों में आपके अनुकूलता मिल सकती है। धार्मिक कार्यों से आपका जुड़ाव हो सकता है और धार्मिक यात्राओं पर जाने की इच्छा पूरी हो सकती है। घर-परिवार या रिश्तेदारी में कोई मांगलिक कार्य भी संभव हो सकता है। भाग्य का अच्छा सपोर्ट मिलने से काम पूरे होते रहेंगे, लेकिन फिर भी काम के प्रति लापरवाही उचित नहीं रहेगी। नौकरी में बदलाव के लिए भी यह गोचर मददगार रहेगा।
उपाय: इत्र मिले हुए जल से शिवजी का अभिषेक करें।
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कन्या राशि
शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और गोचर करके आपके अष्टम भाव में पहुंचे रहे हैं। इस भाव में भी शुक्र के गोचर को अच्छा माना गया है, लेकिन भाग्य भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना थोड़े कमज़ोर परिणाम देने वाला कहा गया है। ऐसे में, हम कह सकते हैं कि अपने कामों को भाग्य के भरोसे छोड़ना या दूसरों पर निर्भर रहना समझदारी का काम नहीं होगा। यदि आप थोड़ी अधिक मेहनत करेंगे, तो आप अपने काम को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकेंगे। आर्थिक लाभ मिलने की भी संभावना है और साथ ही, सुख-समृद्धि में वृद्धि के भी योग बनेंगे।
उपाय: गाय को दूध और चावल खिलाएं।
तुला राशि
शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में गोचर करके आपके सप्तम भाव में जा रहे हैं। वैसे तो सप्तम भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि सप्तम का शुक्र गुप्तांग से संबंधित कुछ रोग या परेशानियां दे सकता है। विवाहित लोगों का जीवनसाथी या जीवन संगिनी से कुछ विवाद हो सकता है अथवा किसी भी स्त्री से विवाद करवाने का काम शुक्र का गोचर कर सकता है। यह आजीविका में भी कुछ बाधाएं दे सकता है, लेकिन शुक्र आपके लग्न या राशि के स्वामी होकर लग्न या राशि को देखेंगे। ऐसे में, आपको इस बात का अनुमान पहले से हो जाएगा कि कौन सा काम गलत है और कौन सा काम सही। यदि आप अपने दिल और दिमाग की सुनेंगे और सावधानी पूर्वक निर्वाह करेंगे, तो आप इन तमाम नकारात्मक परिणामों से दूर रह सकेंगे और सकारात्मकता के लेवल को मेंटेन रख सकेंगे।
उपाय: भूरी गाय की सेवा करें।
वृश्चिक राशि
शुक्र आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में पहुंच रहे हैं। यहां पर शुक्र के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। भले ही शुक्र मित्र राशि में हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आपको अपने प्रतिस्पर्धियों और शत्रुओं की गतिविधियों को लेकर सजग रहना होगा। स्वास्थ्य खराब न होने पाए इस बात की भी कोशिश करें और वाहन इत्यादि सावधानी से चलाएं। साथ ही, किसी भी स्त्री से विवाद न करें। इन सावधानियों को अपनाकर आप नकारात्मकता को कम कर सकेंगे। अतः इन मामलों में जागरूक रहते हुए निर्वाह करिए और सकारात्मकता को मेंटेन रखिए।
उपाय: मां दुर्गा को लाल फूलों की माला पहनना मंगलकारी सिद्ध होगा।
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धनु राशि
शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पंचम भाव में जा रहे हैं। पांचवें भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। विशेषकर यदि आप विद्यार्थी हैं तो आपका मन पढ़ाई में लग सकता है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि पढ़ाई के अलावा मनोरंजन की तरफ भी आपका मन जा सकता है। ऐसे में, कला और साहित्य के विद्यार्थियों को अच्छा लाभ मिलेगा, लेकिन अन्य विद्यार्थियों को अपने सब्जेक्ट पर फोकस करने के लिए काफ़ी मेहनत करने पड़ सकते हैं। प्रेम जीवन में शुक्र का यह गोचर अच्छे परिणाम दे सकता है।
उपाय: मां दुर्गा को मखाने की खीर का भोग लगाएं।
मकर राशि
शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके चतुर्थ भाव में जा रहे हैं। इस भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः आपका श्रम-परिश्रम आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक बनेगा। आर्थिक जीवन के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा कहा जाएगा। वाहन और घर संबंधित मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिलेगी। आप सुख-सुविधाओं से जुड़ी वस्तुएं घर ला सकते हैं। करीबी लोगों से मिलना हो सकता है। सामाजिक जीवन में शुक्र का यह गोचर अनुकूल परिणाम देगा।
उपाय: मां और मां सम्मान स्त्रियों की सेवा करें तथा उनका आशीर्वाद लें।
कुंभ राशि
शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव में पहुंच रहे हैं। इस भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा कहा गया है और यह भाई-बंधुओं एवं मित्रों का लाभ करवाता है। इन सबके सहयोग से आप विषम परिस्थितियों पर नियंत्रण पाते हैं और आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर स्थिति में देखे जा सकेंगे। कहीं से कोई अच्छा समाचार भी सुनने को मिल सकता है अर्थात शुक्र का यह गोचर सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। धार्मिक कार्यों में यह गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। हालांकि, घर-गृहस्थी से जुड़ी हुई कुछ चीज लाने में देरी हो सकती है, लेकिन लगातार की गई कोशिश और इच्छा शक्ति से घर गृहस्थी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं।
उपाय: बहते हुए जल में साबुत चावल प्रवाहित करें।
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मीन राशि
शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके दूसरे भाव में जा रहे हैं। दूसरे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा कहा गया है। अतः यह आपको कुछ अप्रत्याशित लाभ भी दिला सकता है। भाई-बंधु और पड़ोसियों का सहयोग भी जरूरत पड़ने पर आपको मिल जाएगा। नए कपड़े या नए आभूषण खरीदने की इच्छा पूरी हो सकती है। गीत-संगीत अथवा गायन में आपका रुझान बढ़ सकता है। घर-परिवार या रिश्तेदार के यहां कोई मांगलिक कार्य संभावित है। आर्थिक मामलों के अलावा शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी शुक्र का यह गोचर अनुकूल परिणाम दे सकता है।
उपाय: देसी गाय के घी से बनी हुई मिठाइयां मां दुर्गा के मंदिर में चढ़ाएं।
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