शुक्र का मकर राशि में गोचर: देश-दुनिया समेत सभी राशियों को मिलेंगे कैसे परिणाम?

शुक्र का मकर राशि में गोचर: ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को प्रेम और ऐश्वर्य का कारक ग्रह माना गया है जो लोगों को जीवन में सभी तरह के सुख देने की क्षमता रखते हैं। अब यह 12 फरवरी 2024 को मकर राशि में गोचर करने जा रहे हैं जिसका प्रभाव राशियों समेत दुनिया पर भी दिखाई देगा। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको शुक्र का मकर राशि में गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही जानेंगे, यह गोचर विश्व व शेयर बाजार समेत किन राशियों के लिए अच्छा और किन राशियों के लिए प्रतिकूल रहेगा। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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शुक्र ग्रह का संबंध इच्छाओं से है जो किसी व्यक्ति के मन में होती है सुख-समृद्धि पाने की, अमीर बनने की,  यौन सुख की और दुनिया को एक अलग नज़रिये से देखते हुए सुंदरता और रचनात्मकता से घिरे रहने की। साथ ही, रोमांस की अनुभूति करने और किसी के साथ यादगार लम्हें बिताने की।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुक्र देव प्रेम के प्रतीक माने गए हैं और इनका संबंध भावनात्मक जुड़ाव, शारीरिक आकर्षण, विवाह, एकता, साझेदारी, कला, संस्कृति, रचनात्मकता, खुशियों, जूनून और सुंदरता आदि से है। शुक्र हमें दूसरे के व्यक्तित्व में पाए जाने वाले उस गुण की तारीफ़ करना सिखाते हैं जिसमें वह अच्छे हैं। यह आपके मन में भौतिक सुख-सुविधाएं पाने के भाव पैदा करते हैं और साथ ही, आपके सामाजिक जीवन को दर्शाते हैं कि आप किस तरह से लोगों के साथ मिलते-जुलते हैं और उनके साथ व्यवहार करते हैं। साथ ही, शुक्र ग्रह पांच इन्द्रियों, गंध, पैक्ड फ़ूड, संगीत, सुंदरता, आकर्षण, विनम्रता, संस्कृति और स्पर्श आदि से भी जुड़ा है। राशिचक्र में इन्हें वृषभ और तुला राशि पर आधिपत्य प्राप्त है। यह मीन राशि में उच्च के होते हैं और कन्या इनकी नीच राशि है। 

शुक्र का मकर राशि में गोचर: समय 

प्रेम और विलासिता के कारक शुक्र देव 12 फरवरी 2024 की सुबह 04 बजकर 41 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शुक्र और शनि को एक-दूसरे के मित्र माना जाता है और ज्योतिष में शुक्र की मकर राशि में उपस्थिति को अच्छा कहा गया है। अब हम आपको अवगत करवाते हैं कि यह गोचर आपकी राशि, देश और दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा। 

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: प्रभाव

राशि चक्र में मकर राशि दसवें स्थान पर आती है जो कि पृथ्वी तत्व की राशि है। इस राशि के स्वभाव में स्थिरता देखने को मिलती है। ऐसे जातक बेहद भावुक होते हैं, लेकिन जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र मकर राशि में बैठे होते हैं, तो उस इंसान को पार्टनर के सामने अपनी भावनाओं का इज़हार करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शुक्र के मकर राशि में होने से जातकों को अपनी इच्छाओं को, बातों कों साथी को बताने में और उनके सामने रखने में परेशानी का अनुभव होता है। इस प्रकार, यह अपने प्रेम जीवन में थोड़े सहमे-सहमे से रहते हैं। इन लोगों के मन में असुरक्षा की भावना, उन्हें खो देने और अकेले रहने का डर बैठा होता है। ऐसे में, इन सब वजहों से वह साथी से दूर-दूर रहने लगते हैं और कई बार भावनात्मक रूप से पार्टनर के लिए उपलब्ध भी नहीं होते हैं। 

 यह जातक स्वभाव से गंभीर और विवेकपूर्ण होते हैं और इसी के बल पर अपने प्रेम जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को संभालते हैं। इस बात की भी आशंका होती है कि यह जरूरत पड़ने पर धोखा भी दे सकते हैं। शुक्र की मकर राशि में स्थिति इन्हें शारीरिक कष्ट देने का काम करती है और हृदय रोग होने की भी संभावना होती है। यह लोग अपने पेशेवर जीवन में भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं। हालांकि, इन्हें करियर में कामयाबी हासिल करने की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ता है और इस राह में पार्टनर की सहायता को भी स्वीकार कर लेना चाहिए। 

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: इन राशियों के लिए समय रहेगा शुभ 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब शुक्र का गोचर आपके दसवें भाव में होने जा रहा है। शुक्र का मकर राशि में गोचर आपको सम्मानित और कड़ी मेहनत करने वाला बनाएगा। इस अवधि में आप अच्छी मात्रा में पैसा कमाएंगे और आराम से जीवन बिताते हुए दिखाई देंगे। हालांकि, शुक्र गोचर के दौरान प्रगति की रफ़्तार थोड़ी धीमी रह सकती है क्योंकि मकर राशि में शुक्र के होने की वजह से शनि का प्रभाव इन पर होगा। साथ ही, शुक्र आपके बारहवें भाव के स्वामी भी हैं जिसके चलते यह कामों में देरी भी करवा सकते हैं। लेकिन, फिर भी आप काम में मनचाही सफलता पाने में सक्षम होंगे। अगर यह जातक किसी काम को करने की ठान लेंगे, तो इन्हें उसे पूरा करने से कोई नहीं रोक पाएगा। 

इस गोचर के दौरान मेष राशि वाले भरोसेमंद रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप परिवार की सदस्यों की देखभाल करने और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम होंगे। हालांकि, शुक्र की दृष्टि दसवें भाव से आपके चौथे भाव पर पड़ रही होगी और ऐसे में, आपके रिश्ते परिवार के साथ मज़बूत होंगे। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र देव आपके पहले और छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में नौवां भाव लंबी दूरी की यात्राओं, धर्म, अध्यात्म, पिता, भाग्य आदि का होता है। ऐसे में, शुक्र का नौवें भाव में गोचर आपके ज्ञान में बढ़ोतरी करवाएगा और आप नई-नई चीज़ें सीखेंगे। साथ ही, आपकी रुचि इतिहास, फिलॉसोफी, धर्म और अध्यात्म के प्रति बढ़ेगी। 

आप टीचर बन सकते हैं और दूसरों को आपके जीवन के मूल्यों का पालन  करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, परंतु यह पूरी तरह से आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति पर निर्भर करेगा। इस अवधि में आप यात्राएं करते हुए नज़र आ सकते हैं और दुनियाभर की विभिन्न संस्कृतियों और उनसे जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में जान सकते हैं। पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस समय भाग्य आपका साथ देगा और इस प्रकार, व्यापार में आप मनचाहे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। 

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि शुक्र विवाह के कारक ग्रह हैं इसलिए जहां तक सवाल आपके विवाह या पार्टनर के साथ रिश्ते का है, तो उसके लिए यह समय ज्यादा अच्छा नहीं कहा जाएगा क्योंकि शुक्र का मकर राशि में गोचर “कारको भाव नाशाय” का निर्माण करेगा। लेकिन यह स्थिति व्यापार करने वालों के लिए बेहद शुभ रहेगी। 

हालांकि, चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में शुक्र का सातवें भाव में गोचर आपके और बिज़नेस पार्टनर के रिश्ते में सौहार्द बनाए रखेगा। ऐसे में, आपका बिज़नेस काफ़ी अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होगा। यह समय नए व्यापार की शुरुआत करने के लिए भी शुभ रहेगा। जो जातक नौकरी करते हैं, उनके लिए शुक्र गोचर की अवधि फलदायी साबित होगी। इस दौरान आपको अच्छा खासा लाभ होने के योग बनेंगे। 

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस अवधि में आप परिवार के साथ समय बिताते हुए दिखाई देंगे और उनके साथ यादगार पल बिताएंगे, विशेष रूप से पिता के साथ। इन जातकों को अपने पेशेवर जीवन में हर कदम पर अपने पिता का साथ मिलेगा। साथ ही, आपकी रुचि बैंक-बैलेंस को बढ़ाने और अपनी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने में होगी। हालांकि, पांचवें भाव में शुक्र का गोचर आपको आय में वृद्धि कराएंगे। 

इस भाव में बैठे शुक्र देव आपकी आवाज़ को मधुर बनाएंगे जो कि सिंगर, कमेंटेटर, डबिंग आर्टिस्ट आदि के लिए अनुकूल कही जाएगी। लेकिन, नकारात्मक पक्ष की बात करें, तो दूसरा भाव आपके खानपान की आदतों का भी प्रतिनिधित्व करता है और इसके परिणामस्वरूप, आप चिकना और मिर्च-मसाले वाला भोजन पसंद करेंगे और यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस वजह से आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र देव आपके पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि, शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके चौथे भाव में होने से आपको जीवन में विलासिता प्रदान करेंगे और आप आराम से अपना जीवन जिएंगे।  शुक्र महाराज की इस स्थिति को बेहद शुभ माना जाता है जो व्यक्ति को दयालु और परोपकारी बनाते हैं। ऐसे लोग अपने जीवन में सुखी वैवाहिक और भौतिक सुखों का आनंद लेने के साथ-साथ तमाम तरह के सुख भोगते हैं।    

चौथे भाव में स्थित शुक्र को लाभकारी माना जाएगा। शुक्र व चौथा भाव दोनों ही खुशियों तथा सुख-सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, इस भाव में शुक्र को दिग्बल यानी कि दिशाओं का बल प्राप्त होता है और यह आपके पेशे के भाव को देख रहा होगा। ऐसे में, इंटीरियर डिजाइनिंग, फैशन डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग और एक्टिंग आदि से जुड़े लोगों का अपने क्षेत्रों में प्रदर्शन शानदार रहेगा और आप अपनी छाप छोड़ने में सक्षम होंगे। 

मकर राशि

मकर राशि वालों की कुंडली में शुक्र आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लग्न भाव/पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र की पहले भाव में मौजूदगी आपके व्यक्तित्व में परिवर्तन लेकर आएगी और आपको निजी व पेशेवर जीवन में भी प्रगति पाने में सहायता करेगी क्योंकि आपके दसवें भाव के स्वामी पहले भाव में गोचर कर रहे होंगे।

शुक्र की यह स्थिति आपको जीवन में शांत, दोस्ताना स्वभाव और अच्छा वातावरण प्रदान करेगी। हालांकि, पहले भाव का संबंध आपके बचपन से भी होता है। दसवें भाव के स्वामी के रूप में पहले भाव में शुक्र की मौजूदगी की वजह से आप काम में डूबे हुए नज़र आ सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आप जीवन की दूसरी चीज़ों को काम के आगे नज़रअंदाज़ कर सकते हैं। लेकिन, इस गोचर के प्रभाव से निश्चित रूप से आप अपने करियर में उत्कृष्टता हासिल करेंगे फिर चाहे आप नौकरीपेशा हों या व्यापारी।

शुक्र का मकर राशि में गोचर: इन राशियों को रहना होगा सतर्क

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र एक लाभकारी ग्रह हैं जो आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी भी हैं। अब यह जल्द ही आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, शुक्र का मकर राशि में गोचर की अवधि आपके लिए अनुकूल नहीं कही जा सकती है। कुंडली में आठवें भाव में शुक्र की स्थिति को शुभ नहीं माना जाता है क्योंकि यह भाव मृत्यु और रहस्य आदि का  प्रतिनिधित्व करता है।

मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय किसी को पैसा उधार देने की दृष्टि से अच्छा नहीं कहा जाएगा। साथ ही, आपको रोज़मर्रा के जीवन में अनुशासन का पालन करना होगा। ऐसे में, इन जातकों को अपने जीवन में उच्च मूल्यों और अच्छे चरित्र को बनाए रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान किसी भी तरह के अवैध संबंधों में पड़ना आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। इसके अलावा, कार्यक्षेत्र में किसी भी तरह के गलत काम में पड़ने से बचें, अन्यथा आपको बदनामी का सामना करना पड़ सकता है और आपके शत्रु इस स्थिति का फायदा आपको नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं। 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं जो कि आपके साहस, शक्ति, छोटी दूरी की यात्राओं, भाई-बहनों, वाणी आदि का भाव होता है। इस अवधि में आपका ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा, लेकिन यह यात्राएं आपके लिए फलदायी नहीं रहने की आशंका है। यदि आप बिज़नेस के सिलसिले में यात्राओं पर गए हैं, तो हो सकता है कि आपके लिए कुछ ख़ास न रहें।

कुंडली में तीसरा भाव प्रयासों का भी होता है और ऐसे में, आपमें दृढ़ता की कमी रह सकती है जिसके चलते आप लक्ष्य पूरे करने से चूक सकते हैं। अंत में, इस राशि के जातक अपनी योजनाओं को पूरा करने में सक्षम नहीं होंगे और आपको अपनी मेहनत का फल न मिलने की आशंका है। हो सकता है कि वृश्चिक राशि के जातकों को अपने भाई-बहनों का समर्थन न मिले, परंतु आप घर-परिवार की कुछ जिम्मेदारियां ले सकते हैं। ऐसी परिस्थितियां जीवन के हर क्षेत्र में आपकी समस्याओं को बढ़ाने का काम करेंगी। संभव है कि इस अवधि में आप अपने कूटनीतिक रवैये की वजह से दूसरों को प्रभावित न कर पाएं।

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव

कला एवं मनोरंजन

  • भारत में विलुप्त होती कलाओं के उत्थान के लिए कई आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, भारतीय कला विदेशों में अपनी चमक बिखेरती हुई दिखाई दे सकती है। 
  • दुनियाभर में फैशन और कपड़ा उद्योग में तेज़ी आएगी और एकदम से फैशन से जुड़ी चीज़ों की मांग बढ़ जाएगी। 
  • जिन लोगों का संबंध जर्नलिज्म, मीडिया और पब्लिक रिलेशन आदि से हैं, वह अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करेंगे और प्रगति प्राप्त करेंगे। 
  • शुक्र गोचर के दौरान देश-विदेश में लेखक और गायक कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते हुए नज़र आएंगे। 

व्यापार, काउंसलिंग एवं कंसल्टेशन

  • जो जातक ऑनलाइन व्यापार या फिर क्रिएटिव बिज़नेस से जुड़े हैं, उनका प्रदर्शन इस समय शानदार रहेगा। 
  • शुक्र गोचर की अवधि में काउंसलिंग और कंसल्टेशन से संबंधित क्षेत्र अच्छा काम करेंगे।
  • इसके अलावा, जिन लोगों का जुड़ाव रचनात्मक क्षेत्रों जैसे इंटीरियर डिज़ाइन या फाइन आर्ट आदि से है, उनके लिए भी समय उत्तम रहेगा। 

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: शेयर बाजार भविष्यवाणी 

प्रेम, ऐश्वर्य एवं विलासिता के ग्रह शुक्र अब जल्द ही 12 फरवरी 2024 को मकर राशि में गोचर करने जा रहे हैं जिसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा। एस्ट्रोसेज शेयर बाजार भविष्यवाणी आपके लिए लेकर आया है जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार पर पड़ने वाले शुक्र गोचर के प्रभावों को जान सकेंगे। 

  • कपड़ा उद्योग और कपड़े से जुड़ा काम करने वालों के लिए शुक्र गोचर की अवधि फलदायी रहेगी। 
  • परफ्यूम, फैशन एक्सेसरीज और गारमेंट्स इंडस्ट्री में तेज़ी देखने को मिलेगी। 
  • बिज़नेस कंसल्टेशन, लेखक और मीडिया से संबंध रखने वाली फर्मों के साथ-साथ प्रिंट, टेलीकम्युनिकेशन तथा ब्राडकास्टिंग आदि क्षेत्रों के लिए शुक्र का यह गोचर सकारात्मक रहेगा। 

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