शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का कुंभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया व शेयर बाजार को कैसे प्रभावित करेगा और इस दौरान राशियों पर इसके सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव के बारे में भी चर्चा करेंगे। बता दें शुक्र 07 मार्च 2024 को कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आइए जानते हैं इस दौरान इसका अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव।
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शुक्र ग्रह का संबंध इच्छाओं से है जो किसी व्यक्ति के मन में होती है सुख-समृद्धि पाने की, अमीर बनने की, भौतिक सुख और दुनिया को एक अलग नज़रिये से देखते हुए सुंदरता और रचनात्मकता से घिरे रहने की। साथ ही, रोमांस की अनुभूति करने और किसी के साथ यादगार लम्हें बिताने की।
खगोलीय दृष्टिकोण से, शुक्र ग्रह पृथ्वी से दिखने वाला सबसे चमकीला ग्रह है, जो अपने तक पहुंचने वाली लगभग सभी सूर्य की रोशनी को प्रतिबिंबित करता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुक्र देव प्रेम के प्रतीक माने गए हैं और इनका संबंध भावनात्मक जुड़ाव, शारीरिक आकर्षण, विवाह, एकता, साझेदारी, कला, संस्कृति, रचनात्मकता, खुशियों, जूनून और सुंदरता आदि से है। शुक्र हमें दूसरे के व्यक्तित्व में पाए जाने वाले उस गुण की तारीफ़ करना सिखाते हैं जिसमें वह अच्छे हैं। यह आपके मन में भौतिक सुख-सुविधाएं पाने के भाव पैदा करते हैं और साथ ही, आपके सामाजिक जीवन को दर्शाते हैं कि आप किस तरह से लोगों के साथ मिलते-जुलते हैं और उनके साथ व्यवहार करते हैं। राशिचक्र में इन्हें वृषभ और तुला राशि पर आधिपत्य प्राप्त है। यह मीन राशि में उच्च के होते हैं और कन्या इनकी नीच राशि है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मां लक्ष्मी का संबंध शुक्र ग्रह से माना गया है, जो व्यक्ति को जीवन में सभी विलासिता और धन प्रदान करता है।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: तिथि व समय
प्रेम और सौंदर्य का ग्रह शुक्र 7 मार्च, 2024 की सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंभ राशि शनि के स्वामित्व वाली राशि है इसलिए इस गोचर का अनुभव करना दिलचस्प होगा। आइए एक नजर डालते हैं कि शुक्र के गोचर का देश-दुनिया व राशि पर प्रभाव।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: प्रभाव
वैदिक ज्योतिष की ग्यारहवीं राशि कुंभ राशि है जो वायु तत्व राशि है। कुंभ राशि शनि द्वारा शासित राशि है और शनि एक तटस्थ ग्रह है। शनि और शुक्र दोनों एक दूसरे के मित्र ग्रह हैं। इसके परिणामस्वरूप शनि मार्गदर्शक के रूप में आपको अपनी गलतियों से सीखने के लिए प्रेरित करता है। जब शुक्र शनि की राशि में स्थित होता है, तो इस दौरान व्यक्ति को प्रेम और वैवाहिक जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कई बार जातक का मन प्यार से भर जाता है और वह दूरियां बनाने लगता है। इन जातकों को अपने परिवार, दोस्तों और समाज से उतना मान-सम्मान प्राप्त नहीं हो पता है, जितना वे चाहते हैं।
हालांकि ये जातक अपनी स्वतंत्रता और प्राइवेसी को महत्व देते हैं। इन जातकों को अपना जीवन अपनी तरह से जीने की आदत होती है और ये अपनी मर्जी के मालिक होते हैं। ये लोग स्वभाव में शांत और संयम रखने वाले होते हैं। ये आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते हैं, जो दोस्तों के बीच अपनी अलग पहचान बनाते हैं। रिश्तों के प्रति उनका दृष्टिकोण स्पष्ट होता है और अपना पार्टनर के साथ अच्छी समझ बनाए रखते हैं। शुक्र कुंभ राशि में होने से जातक के विवाह में देरी होती है। वे अपने पार्टनर में प्रेमी से ज्यादा दोस्त की तलाश करते हैं। इनका आध्यात्मिक ज्ञान सीमित होता है क्योंकि ये सामाजिक और भौतिक पहलुओं को लेकर अधिक चिंतित रहते हैं।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
कला और मनोरंजन
- फाइन आर्ट, डिजाइनिंग और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े लोग इस दौरान उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
- शुक्र का कुंभ राशि में गोचर के प्रभाव से विश्व स्तर पर फैशन जगत और कपड़ा उद्योग में तेज़ी देखने को मिलेगी। साथ ही, फैशन से जुड़ी वस्तुओं की मांग में बढ़ोतरी आने की संभावना है।
- पत्रकारिता, पीआर और मीडिया से संबंध रखने वाले लोग उत्कृष्टता हासिल करेंगे और ऐसे में, यह अपने करियर में आगे बढ़ेंगे।
- भारत सहित दुनियाभर में गायक और लेखक शुक्र गोचर की अवधि में बुलंदियां हासिल करेंगे।
व्यापार और कंसल्टेशन
- ऑनलाइन बिज़नेस या फिर क्रिएटिव बिज़नेस से जुड़े लोग बहुत अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे।
- आविष्कार और रिसर्च से संबंधित व्यवसाय शानदार काम करेंगे।
- शुक्र गोचर की अवधि में काउंसलिंग और कंसल्टेशन से संबंधित क्षेत्र अच्छा काम करेंगे।
- इसके अलावा, जिन लोगों का जुड़ाव रचनात्मक क्षेत्रों जैसे इंटीरियर डिज़ाइन या फाइन आर्ट आदि से है, उनके लिए भी समय उत्तम रहेगा।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: शेयर बाजार भविष्यवाणी
प्रेम, ऐश्वर्य एवं विलासिता के ग्रह शुक्र अब जल्द ही 07 मार्च 2024 को शनि द्वारा शासित राशि कुंभ में गोचर करने जा रहे हैं जिसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा। एस्ट्रोसेज शेयर बाजार भविष्यवाणी आपके लिए लेकर आया है जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार पर पड़ने वाले शुक्र गोचर के प्रभावों को जान सकेंगे।
- शुक्र का कुंभ राशि में गोचर के परिणामस्वरूप कपड़ा उद्योग और हथकरघा उद्योग को लाभ होगा।
- इस गोचर के दौरान परफ्यूम, फैशन एक्सेसरीज और गारमेंट्स इंडस्ट्री में तेज़ी देखने को मिलेगी।
- बिज़नेस कंसल्टेशन, लेखक और मीडिया से संबंध रखने वाली फर्मों के साथ-साथ प्रिंट, टेलीकम्युनिकेशन तथा ब्रॉडकास्टिंग आदि क्षेत्रों के लिए शुक्र का यह गोचर सकारात्मक रहेगा।
- वास्तुकला, इंटीरियर डिजाइन और कई अन्य फर्मों को इस गोचर से लाभ होगा।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने करियर में उन्नति प्राप्त होगी और आप तेजी से करियर की ओर आगे बढ़ेंगे। आपके लिए कार्यक्षेत्र में पदोन्नति मिलने के योग हैं। साथ ही, वेतन में वृद्धि के भी संकेत नजर आ रहे हैं। इस दौरान आपको करियर में कई अच्छे अवसर प्राप्त होंगे, जिससे आपके करियर में चार चांद लगेगा। आप करियर के सिलसिले से सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे और आपको मनचाही नौकरी पाने में यह गोचर मददगार साबित होगा। इस अवधि आपको अपनी कड़ी मेहनत और कठिन प्रयास से अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके करियर और पेशे के दसवें भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप जो जातक फाइनेंशियल क्षेत्र, इंटीरियर डिजाइन या मनोरंजन से संबंधित किसी अन्य क्षेत्र से जुड़े हैं वे अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। आप अपने काम से अपने वरिष्ठों को प्रभावित करने में सफल रहेंगे। वृषभ राशि के जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वे अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने का प्रयास करते हुए नज़र आएंगे। आपको इस दौरान भाग्य का पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से देखें तो, इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ा सचेत रहना होगा। आपको सलाह दी जाती है कि कठोर जीवनशैली अपनाने से बचें। यदि आप ख़ुद को फिट रखना चाहते हैं, तो अपनी दिनचर्या में अच्छी आदतों को शामिल करें। साथ ही, ध्यान, योग और व्यायाम नियमित रूप से करते रहें। साथ ही, खानपान पर विशेष ध्यान देना होगा और स्वस्थ आहार लेना होगा। शुक्र दसवें भाव से आपके चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहे है और इसके फलस्वरूप आप अपने घर के लिए कोई नया वाहन या कोई लग्जरी वस्तु खरीद सकते हैं। इसके अलावा, घर का नवीनीकरण कराने पर भी कुछ पैसे खर्च करने का विचार बना सकते हैं।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब शुक्र आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणामस्वरूप मिथुन राशि के जातकों को अपने पिता, गुरु और मेंटर्स का सहयोग मिलेगा। इस अवधि में आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर अधिक रहेगा जिसके चलते आप धर्म-कर्म के कामों जैसे दान-पुण्य करते भी नजर आ सकते हैं। नौवें भाव से शुक्र आपके तीसरे भाव पर दृष्टि डालेंगे, जिसके फलस्वरूप संभावना है कि आप अपना पैसा और प्रयास अपने शौक को पूरा करने में लगाएंगे। यह गोचर आपके छोटे भाई-बहनों के लिए भी शानदार रहेगा।
तुला राशि
शुक्र आपका लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं और यह शिक्षा, प्रेम संबंधों और बच्चों के पांचवें भाव में गोचर करेंगे। पांचवें भाव में शुक्र के गोचर के परिणामस्वरूप आपकी रचनात्मकता में वृद्धि देखने को मिलेगी इसलिए, जो लोग डिजाइनिंग, मनोरंजन, कविता, अभिनय जैसे रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े हैं वे इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। तुला राशि के जातकों को संतान पक्ष से भी सुख मिलेगा और बच्चों के साथ आपके संबंध मधुर रहेंगे। प्रेमी जोड़े इस अवधि रोमांटिक समय का आनंद उठाएंगे और आपके लगातार प्रयासों से आपका रिश्ता मजबूत होगा।
शुक्र पांचवें भाव से आपके ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप तुला राशि के जातक पार्टी और सामाजिक मेलजोल काफी समय बिताएंगे। यदि पेशेवर रूप से आप एक कलाकार या मंच कलाकार हैं तो इस दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने और लोगों से तालियां प्राप्त करने में सक्षम होंगे। आर्थिक रूप से भी यह गोचर आपके लिए अच्छा साबित होगा और आप धन लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इस अवधि धन से संबंधी आपकी कई इच्छाएं पूरी होंगे। कुल मिलाकर तुला राशि वालों के लिए यह अच्छा समय है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र एक योगकारक ग्रह है। यह आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके परिवार, बचत और वाणी के दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दसवें भाव के स्वामी शुक्र दूसरे भाव में गोचर के परिणामस्वरूप आपके बैंक बैलेंस में वृद्धि करेगा। ऐसे में, यदि आप पदोन्नति या अपने वेतन में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं तो यह गोचर आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। आपकी वाणी में मधुरता देखने को मिलेगी और आप मृदुभाषी और अपनी बातों से सबको मोह लेने वाले होंगे। इस अवधि आप अपनी संचार क्षमताओं से दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे, इसलिए यदि संचार से संबंधित पेशे से जुड़े हैं तो आपको सलाह दी जाती है कि अपने पेशेवर जीवन को बेहतर बनाने के लिए इस गोचर का अच्छे से उपयोग करें।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर के फलस्वरूप आप अपने परिवार के साथ गहरा लगाव महसूस करेंगे और अपने प्रियजनों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएंगे। इस दौरान आप शानदार स्थानों पर डिनर डेट और फैमली डिनर पर जा सकते हैं। साथ ही, अच्छा भोजन और पेय पदार्थों का स्वाद ले सकते हैं। आठवें भाव पर शुक्र की दृष्टि आपको अपने साथी के साथ धन निवेश कराएगी और आपके ससुराल वालों के साथ भी आपके संबंध बेहतर होंगे।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके लग्न भाव यानी पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप आपको उत्कृष्ट परिणाम मिलने की संभावना है। इस अवधि आप अपने जीवन का खुलकर अच्छे से आनंद लेंगे और आपके जीवन में कुछ मूल्यवान चीजें जुड़ेंगी। पहले भाव में शुक्र की मौजूदगी के फलस्वरूप आप खुद की साज-सज्जा और खुद के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देंगे और इस वजह से आपका व्यक्तित्व सुखद और आकर्षक बनेगा। इस दौरान आप अपने व्यक्तित्व से लोगों को आकर्षित करने में सक्षम होंगे। आपको अपने माता-पिता प्यार और पूरा समर्थन प्राप्त होगा। यदि आप उनसे दूर रहते हैं तो इस अवधि आप उनके साथ समय बिताने में सक्षम होंगे या आप अपने परिवार का साथ छुट्टियों पर जा सकते हैं। सातवें भाव पर शुक्र की दृष्टि प्रेम और विवाह संबंधी मामलों को पूरी तरह नियंत्रण में रखेगी और आप अपने वैवाहिक जीवन का भी आनंद लेंगे।
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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
कर्क राशि
शुक्र कर्क राशि के जातकों के चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी है। शुक्र का गोचर आपके आठवें भाव में हो रहा है, जो मृत्यु, अचानक होने वाली घटनाएं और सभी छिपी और रहस्यमय चीजों को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आप यूटीआई या किसी अन्य एलर्जी या अपने निजी अंगों में संक्रमण से ग्रसित हो सकते हैं। आपको अपनी माता जी के स्वास्थ्य के प्रति भी थोड़ा अतिरिक्त सावधान रहने की जरूरत होगी।
शुक्र के गोचर के दौरान ससुराल वालों के साथ आपके झगड़े हो सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से देखा जाए तो आशंका है कि आपके खर्चों में वृद्धि हो और आप धन की बचत करने में भी असफल होने की आशंका है। इस अवधि आपके लिए धन कमाना और बचत करना दोनों मुश्किल हो सकती है। इसके अलावा, संभावना है कि आप अपने घर की सुख-सुविधाओं का आनंद लेने में असमर्थ हो क्योंकि परिस्थितियां आपको घर से दूर रहने के लिए मजबूर कर सकती हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। छठे भाव में शुक्र का गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप आपको स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। आशंका है कि आपको भाग्य का भी साथ न मिले इसलिए इस अवधि थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है। संभव है कि इस अवधि में आपके काम पूरे होने में देरी हो सकती है।
इस अवधि तैलीय, अधिक मीठे भोजन और शराब का अत्यधिक सेवन करने से बचें क्योंकि इससे आपको मधुमेह, किडनी की कार्यप्रणाली में समस्या या लीवर की कार्यप्रणाली में समस्या हो सकती है। इस अवधि आपको अपने पिता के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की जरूरत है और समय रहते उनके सभी रूटीन चेकअप कराते रहें। बारहवें भाव पर शुक्र की दृष्टि आपको बहुत सारा पैसा खर्च करवाने के लिए मजबूर कर सकती है। आपके ये खर्चे चिकित्सा व्यय या यात्रा के कारण हो सकता है।
शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय
- आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए शुक्रवार को अपने बटुए या पर्स में एक चांदी का सिक्का रखें।
- माता लक्ष्मी की पूजा करें और यदि संभव हो तो 5 लाल फूल या कमल के फूल उन्हें अर्पित करें।
- किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद अच्छी गुणवत्ता वाली ओपल या हीरे की अंगूठी अपने दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में पहनें।
- अपने शयनकक्ष में गुलाब क्वार्ट्ज क्रिस्टल रखें।
- शारीरिक की स्वच्छता बनाए रखें और नियमित रूप से इत्र का प्रयोग करें।
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