शनि कुंभ राशि में वक्री होकर बनाएंगे केंद्र त्रिकोण राजयोग, इन 3 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ!

केंद्र त्रिकोण राजयोग 2023: वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को कर्मफल दाता कहा गया है जो व्यक्ति को कर्मों के अनुसार अच्छे और बुरे फल प्रदान करते हैं। इसी क्रम में, जब भी शनि देव की राशि या स्थिति में बदलाव होता है इसका असर मनुष्य जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष रूप से पड़ता है और अब शनि महाराज जल्द ही कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में, शनि की वक्री अवस्था से एक बेहद शुभ योग का निर्माण होने जा रहा है। 

Varta Astrologers

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें जीवन से संबंधित सारी जानकारी 

ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के योगों का वर्णन किया गया है और आज हम इस ब्लॉग में एक ऐसे ही योग के बारे में बात करेंगे जिसका निर्माण शनि की वक्री चाल से होगा। जल्द ही, शनि की वक्री अवस्था से केंद्र त्रिकोण राजयोग बनने जा रहा है जो कि राशि चक्र की 3 राशियों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगा। तो आइये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन 3 भाग्यशाली राशियों के बारे में। 

शनि कुंभ राशि में वक्री: तिथि और समय

17 जून 2023 की रात 10 बजकर 48 मिनट पर शनि कुंभ राशि में वक्री अवस्था में प्रवेश कर जाएंगे। 

किन 3 राशियों के लिए फायदेमंद होगा केंद्र त्रिकोण राजयोग?

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि का कुंभ राशि में वक्री होना सकारात्मक सिद्ध होगा। इस दौरान आपको केंद्र त्रिकोण राजयोग के प्रभाव के अनुसार जीवन में लाभ प्राप्त होगा। इस अवधि में आप कोई नई संपत्ति खरीद सकते हैं और आपके लिए निवेश करना उत्तम रहेगा। अगर आप नौकरी करते हैं तो आपको प्रमोशन मिल सकता है और आपकी आय में भी वृद्धि के प्रबल योग हैं। इसके अलावा आपको दफ्तर में नई जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन

आपकी कुंडली के नौवें भाव में केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होने जा रहा है। इस दौरान मिथुन राशि के जातकों को भाग्य का भरपूर साथ प्राप्त होगा। इसके अलावा आपको लंबी दूरी की यात्राओं पर जाने का अवसर प्राप्त हो सकते हैं और यह आपके लिए फलदायी साबित होगा। अगर आप किसी तरह के शोध से जुड़े हुए हैं तो आपके लिए यह समय उत्तम परिणामों से भरा रहने वाला है। वहीं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले जातकों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। इस दौरान आपको अपनी मनपसंद नौकरी भी प्राप्त होने की प्रबल संभावना है।

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि का कुंभ राशि में वक्री होना अत्यंत लाभदायक साबित होगा। आपकी कुंडली के छठे भाव पर शनि का स्वामित्व है और इसके फलस्वरूप जातकों को कोर्ट-कचहरी के मामलों में सकारात्मक नतीजे प्राप्त होंगे। इसके अलावा, आपके लिए यह समय धन लाभ की दृष्टि से भी शुभ रहेगा और आप विभिन्न स्रोतों से धन प्राप्त करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आपके आत्मविश्वास और पराक्रम में वृद्धि होगी। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह समय लाभकारी रहेगा और आपको बड़ा धन लाभ प्राप्त होगा। नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन और इंक्रीमेंट मिलने के योग हैं। इस अवधि में आपको समाज में भी मान-सम्मान प्राप्त होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न.1 कुंडली में राजयोग कैसे पता करें?

उत्तर. कुंडली में चंद्रमा ग्यारहवें भाव में और गुरु तीसरे भाव में स्थित होने पर राजयोग बनता है।

प्रश्न.2 कुंडली में राजयोग होने से क्या होता है?

उत्तर. जिन लोगों की कुंडली में राजयोग होता है उन्हें हर कार्य में सफलता मिलती है।

प्रश्न.3 राजयोग कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राजयोग 32 प्रकार के होते हैं।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.