इस साप्ताहिक राशिफल में अंक ज्‍योतिष के आधार पर बताया गया है कि 25 मई से 31 मई, 2025 तक का सप्‍ताह आपके मूंलाक के लिए कैसा रहने वाला है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 25 मई से 31 मई, 2025

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (25 मई से 31 मई, 2025)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अपने कार्यों के प्रति अधिक सचेत होते हैं और महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने में लचीलापन दिखाते हैं। इन जातकों का दृष्टिकोण अधिक गतिशील हो सकता है।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने जीवनसाथी के साथ थोड़े मूडी हो सकते हैं जिसकी वजह से आप उनके साथ रिश्‍ते में आगे नहीं बढ़ पाएंगे। वहीं अहंकार के कारण उत्‍पन्‍न हुई समस्‍याओं की वजह से आपको परेशानी हो सकती है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह छात्रों का ध्‍यान भटकने के कारण, वे अपनी पढ़ाई पर ध्‍यान केंद्रित करने में असफल हो सकते हैं। इस समय आपकी एकाग्रता में कमी आने की आशंका है।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को इस सप्‍ताह संतोषजनक परिणाम न मिल पाने के संकेत हैं। काम के मामले में उच्‍च परिणाम प्राप्‍त करने में असफल होने की वजह से ऐसा हो सकता है। वहीं व्‍यापारियों के हाथ से अधिक मुनाफा छूट सकता है।

सेहत: इस समय आपकी सेहत अच्‍छी नहीं रहने वाली है क्‍योंकि आप बहुत ज्‍यादा तनाव में रहेंगे। इससे आपको बहुत अच्‍छे परिणाम नहीं मिल पाएंगे।

उपाय: शनिवार के दिन शनि देव के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 2 वाले जातकों के मन में असुरक्षा की भावनाएं अधिक रह सकती हैं। संभव है कि आपको इस सप्‍ताह अधिक यात्राएं करने का मौका मिले। इसके अलावा आपकी लंबी यात्राओं पर जाने में अधिक रुचि हो सकती है।

प्रेम जीवन: आपके अंदर अधिक अहंकार होने की वजह से आप अपने पार्टनर के साथ रिश्‍ते में आगे नहीं बढ़ पाएंगे। आपको इससे बचने की सलाह दी जाती है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आपको पढ़ाई पर अधिक ध्‍यान देने की आवश्‍यकता है। फिलहाल आपको उच्‍च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षा में हिस्‍सा लेने से बचना चाहिए।

पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातकों को अपनी उम्‍मीद के अनुसार नौकरी के नए अवसर नहीं मिल पाएंगे। इसके अलावा आप अपनी मौजूदा नौकरी से भी असंतुष्‍ट रह सकते हैं। वहीं व्‍यापारियों को कड़ी प्रतिस्‍पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा नहीं रहने वाला है क्‍योंकि आपको तेज जुकाम और खांसी होने के संकेत हैं। इसके लिए आपको दवाई लेनी पड़ सकती है।

उपाय: मंगलवार के दिन मां दुर्गा के लिए यज्ञ-हवन करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 3 वाले जातक अधिक उदार मानसिकता वाले हो सकते हैं। ये जातक प्रार्थना करने में अधिक समय दे सकते हैं और आध्‍यात्मिक मार्ग की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने जीवनसाथी के साथ अधिक संतुष्‍ट नहीं रह पाएंगे। आप दोनों के बीच अधिक मतभेद हो सकते हैं।

शिक्षा: इस समय छात्रों की एकाग्रता में कमी आने की आशंका है जिसकी वजह से आप पढ़ाई में अच्‍छा प्रदर्शन करने में असफल रह सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को इस समय अच्‍छे परिणाम नहीं मिल पाएंगे आौर इस वजह से आप अपनी नौकरी से असंतुष्‍ट रहेंगे। यदि आप व्‍यापार करते हैं, तो जल्‍दबाज़ी में लिए गए व्‍यावसायिक निर्णय आपको अधिक लाभ नहीं दे पाएंगे।

सेहत: आपको इस समय पाचन से संबंधित समस्‍याएं होने की आशंका है। संतुलित आहार की कमी की वजह से आपके साथ ऐसा हो सकता है।

उपाय: बृहस्‍पतिवार के दिन बृहस्‍पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 वाले जातक अधिक चतुर हो सकते हैं। ये जातक अपने भविष्‍य को लेकर अधिक चिंतित रह सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने पार्टनर के साथ अधिक अलगाव महसूस कर सकते हैं जिसकी वजह से आप दोनों एक-दूसरे से अलग हो सकते हैं।

शिक्षा: इस समय छात्र पढ़ाई के मामले में असंतुलित प्रदर्शन दे सकते हैं। आपको अनुकूल परिणाम नहीं मिल पाएंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों पर काम का दबाव अधिक होने की वजह से उनका समय बर्बाद हो सकता है। इसकी वजह से आप कार्यक्षेत्र में खराब प्रदर्शन कर सकते हैं। अगर आप व्‍यवसाय करते हैं, तो अपनी मौजूदा व्‍यवस्‍था को लाभदायक बनाने में आपको अधिक समय लग सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी के कारण आपको त्‍वचा पर जलन की शिकायत हो सकती है।

उपाय: आप नियमित रूप से 13 बार ‘ऊं महाकाली नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 5 वाले जातकों की ट्रेडिंग और सट्टे में अधिक रुचि हो सकती हैं एवं ये इससे लाभ कमा सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने जीवनसाथी के प्रति अधिक प्रेम दिखाएंगे जिससे आप अपने पार्टनर के साथ जीवन का आनंद ले पाएंगे और उनके साथ मधुर संबंध बनाए रखेंगे।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप उच्‍च अंक प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही आपको उच्‍च स्‍तर की सफलता मिलने के भी योग हैं। इससे आपकी क्षमता का पता चलेगा।

पेशेवर जीवन: इस समय आप अपनी नौकरी को लेकर उच्‍च स्‍तर पर होंगे। आपको सफलता मिलने के संकेत हैं। यदि आप व्‍यापार करते हैं, तो आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्‍कर देने की ओर अग्रसर हैं।

सेहत: शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आप स्‍वस्‍थ रहेंगे। ऐसा आपके दृढ़ संकल्‍प की वजह से हो सकता है। आपकी प्रसन्‍नता भी आपके स्‍वास्‍थ्‍य में योगदान देगी।

उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार ‘ऊं बुधाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों की कला और साहित्‍य में अधिक रुचि हो सकती है। इसके अलावा इन जातकों की इस समय लंबी दूरी की यात्रा करने में भी अधिक दिलचस्‍पी हो सकती है। ये जातक गूढ़ विद्या में अधिक माहिर होते हैं।

प्रेम जीवन: अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल के अनुसार असुरक्षित भावनाओं की वजह से आप इस सप्‍ताह अपने पार्टनर के साथ खुश नहीं रह पाएंगे। आपको इससे बचने की सलाह दी जाती है।

शिक्षा: छात्र जो पढ़ रहे हैं, उस पर से उनकी पकड़ कमज़ोर हो सकती है इसलिए उन्‍हें पढ़ाई करते समय सावधान रहने की आवश्‍यकता है। ऐसे में सफलता पाने के लिए अधिक फोकस और दृढ़ संकल्‍प की ज़रूरत होगी।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है और उनकी अपने उच्‍च अधिकारियों से भी बहस होने की आशंका है। आपको धैर्य रखने और अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों के बीच अपना नाम या पहचान बनाने की आवश्‍यकता है। अगर आप व्‍यवसाय करते हैं, तो आपको योजनाबद्ध तरीके से अपने व्‍यापारिक कार्य करने होंगे।

सेहत: इस सप्‍ताह मूलांक 6 वाले जातकों को त्‍वचा पर खुजली की शिकायत हो सकती है। आपको तली-भुनी चीजें खाने से बचने और अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाए रखने की आवश्‍यकता है। आपके लिए अच्‍छे मानकों पर कायम रहना ज़रूरी होगा।

उपाय: आप नियमित रूप से 33 बार ‘ऊं शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अधिक लाभ और संतुष्टि के लिए पवित्र स्‍थलों की यात्रा कर सकते हैं। इस समय ये जातक आध्‍यात्मिक प्रगति और आंतरिक शांति की तलाश में हो सकते हैं।

प्रेम जीवन: अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल के अनुसार आपको इस सप्‍ताह अपने पार्टनर के साथ धैर्य रखने की ज़रूरत है क्‍योंकि आपके परिवार में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो सकती है और आपको इससे बचना चाहिए।

शिक्षा: इस सप्‍ताह योजना में कमी और शेड्यूल न बनाने की वजह से छात्र पीछे रह सकते हैं इसलिए आपको पढ़ाई के लिए अधिक समय देने की आवश्‍यकता है।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अपनी लापरवाही की वजह से कार्यक्षेत्र में अपना नाम और प्रतिष्‍ठा खो सकते हैं। इसकी वजह से आपसे काम में कई गलतियां होने की भी आशंका है। यदि आप व्‍यापार करते हैं, तो आप अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ संबंध को लेकर सावधानी बरतें क्‍योंकि वे आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।

सेहत: इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है क्‍योंकि आपको सनबर्न और सूजन की शिकायत हो सकती है। इम्‍युनिटी कमज़ोर होने की वजह से ऐसा हो सकता है।

उपाय: आप नियमित रूप से 43 बार ‘ऊं गं गणपतये नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अपने कार्यों के प्रति अधिक समर्पित हो सकते हैं और अपने काम को लेकर गंभीर रहेंगे। ये जातक इस सप्‍ताह अपने कार्यों को एक शेड्यूल के हिसाब से पूरा करने का प्रयास करेंगे और इनका पूरा ध्‍यान उसी पर केंद्रित रह सकता है।

प्रेम जीवन: अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल के अनुसार आपके और आपके जीवनसाथी के रिश्‍ते की मधुरता कम हो सकती है। आपके लिए अपने व्‍यवहार से अपने पार्टनर को खुश रखना मुश्किल हो सकता है। आपको अधिक धैर्य रखने की आवश्‍यकता है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह छात्रों की ओर से योजना बनाकर न चलने की वजह से उनकी पढ़ाई में रुचि कम हो सकती है। इसके अलावा आपको इस समय कोई बड़ा निर्णय लेने से बचना चाहिए।

पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातकों को अतिरिक्‍त काम दिए जा सकते हैं जो उन्‍हें थकाऊ लग सकते हैं और आप उन्‍हें समय पर पूरा करने में असफल हो सकते हैं। व्‍यापारियों के लिए अपने प्रतिद्वंदियों से मुकाबला करना कठिन हो सकता है।

सेहत: आपको इस सप्‍ताह तनाव के कारण पैर में दर्द अधिक परेशान कर सकता है। इसकी वजह से आप चिंता में आ सकते हैं। आपको अपना ध्‍यान रखने और एक्‍सरसाइज़ करने की ज़रूरत है।

उपाय: आप रोज़ 11 बार ‘ऊं हनुमते नम:’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 9

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 वाले जातक समय को लेकर अधिक सजग रह सकते हैं और चीज़ों को बेहतर करने के लिए इसी दृष्टिकोण पर टिके रह सकते हैं। इन जातकों की प्रबंधन क्षमता बेहतर होती है जिससे इन्‍हें नई ऊंचाईयां छूने में मदद मिल सकती है।

प्रेम जीवन: अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल के अनुसार आपके अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार रहने की वजह से इस सप्‍ताह आप अपने जीवनसाथी के साथ रिश्‍ते में खुश रहेंगे। इससे आप दोनों का रिश्‍ता और अधिक मज़बूत होगा।

शिक्षा: आप विशेष रूप से प्रोफेशनल स्‍टडीज़ जैसे कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग आदि में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। इसके प्रति आपका नज़रिया तार्किक हो सकता है।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अपने काम में तर्क का इस्‍तेमाल कर के सफलता हासिल कर सकते हैं। यदि आप व्‍यवसाय करते हैं, तो आप अच्‍छे से सारा प्रबंधन कर पाएंगे और आपका मुनाफा भी बढ़ेगा।

सेहत: इम्‍युनिटी मजबूत रहने की वजह से आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहने वाला है। इस सप्‍ताह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्‍छी रहेगी एवं आप जोश से भरपूर महसूस करेंगे।

उपाय: आप नियमित रूप से 27 बार ‘ऊं राहवे नम:’ मंत्र का जाप करें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. क्‍या अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल में हर सप्‍ताह परिवर्तन होता है?

उत्तर. हां, ग्रहों की चाल और ऊर्जा में बदलाव के कारण साप्‍ताहिक राशिफल बदलता रहता है।

प्रश्‍न 2. क्‍या दो लोगों का एक ही मूलांक हो सकता है?

उत्तर. हां, एक ही तिथि पर जन्‍मे लोगों का मूलांक एक ही होता है।

प्रश्‍प 3. क्‍या अंक ज्‍योतिष साप्‍ताहिक राशिफल में उपाय भी बताए जाते हैं?

उत्तर. हां, इसमें आपके मूलांक के आधार पर उपाय बताए जाते हैं।

टैरो साप्ताहिक राशिफल (25 मई से 31 मई, 2025): इन राशि वालों को मिलने वाली है खुशखबरी!

टैरो साप्ताहिक राशिफल (25 मई से 31 मई, 2025): इन राशि वालों को मिलने वाली है खुशखबरी!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 25 मई से 31 मई 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्योतिषियों का मानना है कि टैरो व्यक्ति की जिंदगी में भविष्यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मजाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति को प्राप्‍त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्मा से और थोड़ा अपने अंतर्ज्ञान और आत्म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि 25 मई से 31 मई, 2025 तक का यह सप्ताह राशि चक्र की सभी 12 राशियों के लिए किस तरह के परिणाम लेकर आएगा?

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

टैरो साप्ताहिक राशिफल 25 मई से 31 मई, 2025: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ पेंटाकल्स 

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ कप्स 

करियर: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: टेन ऑफ पेंटाकल्स 

नाइन ऑफ पेंटाकल्स टैरो कार्ड अक्सर एक ऐसे व्यक्ति को दर्शाता है जो आर्थिक रूप से सफल और आत्मनिर्भर है। प्रेम जीवन में यह कार्ड दर्शा रहा है कि, आपका प्रेमी या संभावित साथी बहुत अमीर या सफल हो सकता है। वे ऐसे साथी की तलाश में हैं जो उनके मूल्य को समझे और सम्मान दे। साथ ही, उनके पास रिश्ते को लेकर बहुत ऊंची अपेक्षाएं होती हैं।

आर्थिक जीवन में सेवन ऑफ़ कप्स टैरो कार्ड दर्शाता है कि आपके सामने कई तरह के पैसे कमाने या निवेश करने के मौके हो सकते हैं। लेकिन साथ ही यह कार्ड सावधानी बरतने की सलाह भी देता है। इसका मतलब है कि आपके पास बहुत सारे ऑप्शन होंगे, लेकिन हर रास्ता सही नहीं होगा। इसलिए किसी भी फैसले को जल्दबाजी में ना लें। सोच-समझकर, जांच-पड़ताल करके ही कोई रास्ता चुनें, नहीं तो बाद में नुकसान हो सकता है। 

नाइन ऑफ़ स्वॉर्ड्स टैरो कार्ड यह संकेत देता है कि आप अपने काम को लेकर बहुत ज़्यादा तनाव, घबराहट और दबाव महसूस कर सकते हैं। हो सकता है कि आपको ऐसा लगे कि सारी जिम्मेदारी एकसाथ सिर पर आ गई हैं और आप उन्हें संभाल नहीं पा रहे हैं। यह कार्ड आपको यह समझाने की कोशिश करता है कि ऐसे समय में खुद को थोड़ा पीछे खींचें, स्थिति को शांत दिमाग से देखें और जरूरत पड़े तो किसी अपने से सलाह लें या किसी विशेषज्ञ की मदद लें।

टेन ऑफ़ पेंटाकल्स टैरो कार्ड यह दर्शाता है कि आपके जीवन में खुशियां, संतोष और सफलता का समय चल रहा है। यह संकेत है कि आपने अपनी जिंदगी में वह चीज़ें पा ली हैं जो आपको सच्चा सुख और आत्मिक संतुष्टि देती हैं। यह आपकी आध्यात्मिक यात्रा का एक ऐसा मुकाम है जहां आपको शांति और स्थायित्व महसूस होता है। इस समय का भरपूर आनंद लीजिए और कोशिश कीजिए कि अपनी इस खुशहाली को दूसरों के साथ भी बाँटें। 

लकी अक्षर: ए, एल

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: टू ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्स 

करियर: फोर ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

टू ऑफ वैंड्स टैरो कार्ड प्रेम जीवन के लिए भविष्यवाणी कर रहा है कि आप अपने रिश्ते को लेकर कुछ बदलावों के बारे में सोच रहे हैं और भविष्य की योजना बना रहे हैं। अगर आप किसी रिश्ते में हैं, तो यह समय है कुछ नया करने का, लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने दिल की बात साफ़-साफ़ समझें और उस पर अमल करें। अपने पार्टनर से खुलकर बातचीत करें और दोनों मिलकर यह तय करें कि आप दोनों किस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं। यह कार्ड बताता है कि अगर आप सही सोच और मेहनत से कदम बढ़ाएंगे, तो आपका रिश्ता और भी मज़बूत और गहरा हो सकता है।

थ्री ऑफ कप्स टैरो कार्ड यह दर्शाता है कि आर्थिक क्षेत्र में यह समय बहुत अच्छा रहने वाला है। अगर आप किसी प्रोजेक्ट या काम पर लंबे समय से मेहनत कर रहे हैं, तो अब उसका फल मिलने वाला है। भले ही आपको इस रास्ते में दूसरों की मदद लेनी पड़े, लेकिन अंत में सफलता जरूर मिलेगी। आपके आर्थिक तनाव जल्दी ही खत्म हो जाएंगे, इसलिए ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। यह समय जश्न और संतोष का है।

जब करियर की बात आती है, तो फोर ऑफ वैंड्स कार्ड आमतौर पर सफलता, स्थिरता और खुशहाल कार्यस्थल को दर्शाता है। इसका मतलब है कि आपकी मेहनत रंग ला रही है। आपको अपनी उपलब्धियों के लिए पहचान और सराहना मिल सकती है। यह एक ऐसा समय हो सकता है जब आप अपने काम में संतुष्टि महसूस करेंगे और आपको ऐसे लोगों की टीम या कम्युनिटी का साथ मिलेगा जो आपको समर्थन देंगे।

जब टैरो कार्ड थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड स्वास्थ्य के मामले में कुछ परेशानियां दर्शा सकता है। यह कार्ड इशारा करता है कि कोई भावनात्मक दुख या तनाव आपके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। यह बताता है कि मन का दर्द या चिंता शरीर पर असर डाल सकती है, इसलिए अपने मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है। ये समय है जब आपको खुद पर ध्यान देने की जरूरत है।

लकी अक्षर: यू, वी

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: द हर्मिट

आर्थिक जीवन: द हाई प्रीस्टेस

करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्स

द हर्मिट कार्ड संकेत देता है कि इस समय आपको किसी रिश्ते में जल्दबाजी करने के बजाय खुद पर ध्यान देने और अंदरूनी सोच-विचार की ज़रूरत है। यह कार्ड बताता है कि अगर आप अपने भविष्य के रिश्तों को मज़बूत और टिकाऊ बनाना चाहते हैं, तो पहले स्वयं को बेहतर तरीके से समझना, पुराने जख्मों से उबरना और व्यक्तिगत विकास करना ज़रूरी है। यह भी संकेत हो सकता है कि आपको थोड़ी अकेली ज़िंदगी या निजी समय की ज़रूरत है, जिससे आप अपने अतीत के अनुभवों को समझकर एक बेहतर और संतुलित रिश्ते के लिए तैयार हो सकें।

पैसों के मामले में हाई प्रीस्टेस टैरो कार्ड यह सलाह देता है कि आपको अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए और कोई भी फैसला सोच-समझकर लेना चाहिए। यह कार्ड बताता है कि इस समय आप जितना बाहर की सलाह पर निर्भर होंगे, उतना ही कन्फ्यूजन हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अंदरूनी समझ और अनुभव का उपयोग करें और धैर्य से, सावधानीपूर्वक निर्णय लें।

करियर के क्षेत्र में फोर ऑफ पेंटाकल्स कार्ड प्राप्त हुआ है, जो दर्शा रहा है कि इस समय आप सुरक्षा, स्थिरता और पैसे की सही प्लानिंग पर ज़ोर दे रहे हैं। यह कार्ड बताता है कि आप अपने करियर में मजबूत नींव रखने की कोशिश कर रहे हैं और लंबे समय के फायदे को छोटा-मोटा रिस्क लेने से ज़्यादा ज़रूरी मान रहे हैं। साथ ही, यह कार्ड यह भी संकेत देता है कि पैसे और निवेश को संभालने में सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी तरह का जल्दबाजी में लिया गया फैसला नुकसानदायक हो सकता है।

स्वास्थ्य संबंधी टैरो रीडिंग में फाइव ऑफ़ पेंटाकल्स आमतौर पर शारीरिक या भावनात्मक कठिनाई के समय को इंगित करता है, जिसमें उपेक्षा, अकेलापन या समर्थन की कमी की भावनाएँ शामिल हो सकती हैं। यह किसी पुरानी बीमारी, स्वास्थ्य में गिरावट या देखभाल या संसाधन प्राप्त करने में परेशानी का संकेत हो सकता है।

हेल्थ से जुड़ी टैरो रीडिंग में फाइव ऑफ पेंटाकल्स कार्ड आमतौर पर शारीरिक या मानसिक परेशानी के समय को दर्शाता है।इसका मतलब हो सकता है कि आप इस समय अकेलापन, उपेक्षा या सहयोग की कमी महसूस कर रहे हों। यह कार्ड कभी-कभी पुरानी बीमारी, स्वास्थ्य में गिरावट या उपचार व संसाधनों की कमी का संकेत भी देता है।

लकी अक्षर: के,पी

कर्क राशि 

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स  

आर्थिक जीवन: टू ऑफ स्वॉर्ड्स

करियर: थ्री ऑफ वैंड्स 

स्वास्थ्य: सेवन ऑफ वैंड्स 

प्रेम जीवन में थ्री ऑफ पेंटाकल्सॉ साथ मिलकर काम करने, समर्पण दिखाने, और एक मजबूत व टिकाऊ रिश्ता बनाने पर ज़ोर देता है। इसका मतलब है कि आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और मिलकर अपने रिश्ते को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

टू ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आर्थिक मामलों में दुविधा या रुकावट को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि आप किसी आर्थिक फैसले को लेकर उलझन में हैं या दो अच्छे विकल्पों में से किसी एक को चुनने में परेशानी हो रही है। यह समय सोच-समझकर, बिना जल्दबाजी के निर्णय लेने का है। इस कार्ड का मतलब है कि सही फैसला लेने के लिए आपको साफ सोच, संतुलित दृष्टिकोण और शायद किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह की ज़रूरत है। 

थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड करियर में अवसर, तरक्की और आगे बढ़ने की संभावनाओं को दर्शाता है। यह संकेत देता है कि आपकी मेहनत और योजना का फल मिलने का समय आ गया है। इस समय आप अपने सपनों को सच करने के लिए थोड़ा जोखिम ले सकते हैं और बड़े लक्ष्य तय कर सकते हैं। यह कार्ड बताता है कि अगर आप सोच-समझकर कदम उठाएंगे, तो आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आगे बढ़ने और नया कुछ करने का यह सही समय है।

स्वास्थ्य के लिहाज से सेवन ऑफ वैंड्स यह संकेत देता है कि आपको अपनी सेहत को लेकर सतर्क और सजग रहना चाहिए। यह कार्ड कहता है कि अब समय आ गया है जब आपको स्वास्थ्य की रक्षा के लिए खुद पहल करनी होगी। चाहे बीमारियों से बचाव हो, या फिर एक अच्छा और संतुलित जीवन अपनाने की बात हो — आपको पूरी मेहनत और लगन से अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए।

लकी अक्षर: एच, जे

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: फाइफ ऑफ वैंड्स 

आर्थिक जीवन: फोर ऑफ कप्स

करियर: एस ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: जजमेंट

अब समय आ गया है कि आप अपने प्यार या रोमांटिक जीवन को लेकर कोई कदम उठाएं। अगर आप सिंगल हैं, तो हो सकता है कि जिस इंसान को आप पसंद करते हैं, उसके कई चाहने वाले हों। ऐसे में आपको थोड़ा मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि बहुत ज़्यादा ज़िद या आक्रामक रवैया दिखाना उल्टा असर डाल सकता है। इससे सामने वाला दूर भी हो सकता है। अगर आप पहले से रिश्ते में हैं, तो छोटी-मोटी नोकझोंक या बहस हो सकती है। 

आर्थिक जीवन में सिंह राशि के जातकों को फोर ऑफ कप्स कार्ड प्राप्त हुआ है, जो दर्शा रहा है कि आप अपनी आर्थिक स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं या उसमें ठहराव महसूस कर रहे हैं। आपको ऐसा लग सकता है कि आप अपनी वर्तमान चीज़ों की कद्र नहीं कर पा रहे हैं या अपनी वर्तमान नौकरी से ऊब चुके हैं। ये कार्ड बताता है कि आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों की दोबारा समीक्षा करनी चाहिए और नई सोच या तरीके अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए ताकि आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके।

ऐस ऑफ़ पेंटाकल्स टैरो कार्ड आमतौर पर करियर में तरक्की, नए मौके और अच्छी आमदनी की शुरुआत को दर्शाता है। यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको नई नौकरी, प्रमोशन या कोई नया बिज़नेस शुरू करने का मौका मिल सकता है। यह कार्ड भविष्यवाणी करता है कि आप अपने करियर में सोच-समझकर रिस्क लें और नई शुरुआत का स्वागत करें, क्योंकि इससे आपको बड़ा फायदा हो सकता है।

जजमेंट कार्ड स्वास्थ्य को लेकर दर्शाता है कि आप एक कठिन समय के बाद अब ठीक होने, आराम पाने और सेहत में सुधार के दौर में हैं। यह संकेत देता है कि अब वक्त है अपने आप को समझने, माफ करने और मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक सेहत का ध्यान रखने का।

लकी अक्षर: एम, जी

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कन्या राशि 

प्रेम जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स  

करियर: द लवर

स्वास्थ्य: एम्परर 

प्रेम जीवन में थ्री ऑफ़ पेंटाकल्स यह दर्शाता है कि यह समय आपसी सहयोग, समर्पण और भरोसे का है। इसका मतलब है कि आप और आपका साथी मिलकर रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक-दूसरे की बातों का सम्मान करेंगें और साझे अनुभवों से एक मजबूत और टिकाऊ रिश्ता बनाएंगे।

फ़ोर ऑफ़ स्वॉर्ड्स आर्थिक जीवन के लिए आपको यह संकेत देता है कि कुछ समय के लिए रुकना, आराम करना और सोच-विचार करना आपके लिए ज़रूरी है। इस समय आप तनाव या उलझन महसूस कर सकते हैं, इसलिए कोई बड़ा आर्थिक फैसला लेने से पहले खुद को थोड़ा समय और शांति देना जरूरी है।

द लवर टैरो कार्ड करियर को लेकर यह बताता है कि आपको अपने सिद्धांतों और मूल्यों के अनुसार ही फैसले लेने चाहिए। यह कार्ड यह भी संकेत देता है कि आपके सामने कोई महत्वपूर्ण निर्णय आ सकता है जैसे किसी पार्टनरशिप में जाना, सहयोग करना, या दो करियर विकल्पों में से एक को चुनना। 

द एम्परर टैरो कार्ड स्वास्थ्य को लेकर यह संकेत देता है कि आपको अपनी सेहत को लेकर अनुशासित, संगठित और सशक्त रवैया अपनाना चाहिए। साथ ही, यह सलाह देता है कि आपको अपनी सेहत की ज़िम्मेदारी खुद लेनी चाहिए। रोज़ाना की देखभाल, समय पर खाना, नींद और व्यायाम को प्राथमिकता देनी चाहिए। अगर ज़रूरत हो, तो किसी कुशल डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।

लकी अक्षर: पी,के

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तुला राशि   

प्रेम जीवन: द फूल

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) 

करियर: द एम्प्रेस 

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स

तुला राशि के प्रेम जीवन में द फूल कार्ड नई शुरुआत, बेखौफ होकर आगे बढ़ना और रिश्तों में जोखिम लेने का संकेत देता है। यह दर्शा रहा है कि आप किसी नई लव स्टोरी की शुरुआत कर सकते हैं या पहले से बने रिश्ते में नई ताजगी और ऊर्जा ला सकते हैं। ये कार्ड आपको कहता है कि डर छोड़कर दिल से फैसले लें, भले ही थोड़ा जोखिम हो।

आर्थिक जीवन में थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) आशा खोजने और वित्तीय बाधाओं पर काबू पाने का प्रतिनिधित्व करता है। आप पुरानी आर्थिक परेशानियों या नुकसानों को पीछे छोड़ने लगे हैं, अब नए नजरिए और आशा के साथ आगे बढ़ने का समय है। यह कार्ड बताता है कि अब आप वित्तीय रूप से बेहतर फैसले लेने के लिए तैयार हैं।

द एम्प्रेस कार्ड दर्शा राह है कि इस सप्ताह आपके अंदर ऊर्जा, विश्वास और स्पष्ट संचार की कमी देखने को मिल सकती है। यह दर्शा रहा है कि इस यह समय काम में तरक्की, बढ़त और समृद्धि का है। आपको अपने काम में रचनात्मकता , उत्साह और उदारता के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

फाइव ऑफ कप्स टैरो कार्ड का मतलब है कि इस समय आपको अपने स्वास्थ्य और आत्मिक शांति पर ध्यान देने की ज़रूरत है। आप किसी नुकसान या दुख से गुजर रहे हो सकते हैं, आपके अंदर पुरानी भावनात्मक चोटें या दुख भरे हो सकते हैं, जो आपकी सेहत और मानसिक शांति पर असर डाल सकता है।

लकी अक्षर: आर, टी

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: द लवर

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

करियर: थ्री ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: द हाई प्रीस्टेस

प्रेम जीवन में द लवर कार्ड गहरा रिश्ता, सच्चा प्यार, या मजबूत साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। यह एक अच्छे और संतुलित रिश्ते की ओर इशारा करता है। यह आपसी समझ और भावनात्मक जुड़ाव दिखाता है। कभी-कभी यह कार्ड किसी महत्वपूर्ण फैसले का भी संकेत देता है जैसे कि रिश्ते में कोई अगला कदम लेना या किसी एक को चुनना। यह कार्ड बताता है कि आपको अपने रिश्ते के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। रिश्ता हो या फैसला  सोच-समझकर और दिल से लें।

आर्थिक जीवन में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड आने वाले समय के लिए योजनाएं बनाने और आगे की तरक्की की तैयारी करने का संकेत दे रहा है,जो भविष्यवाणी कर रहा है कि आप अपने वित्तीय भविष्य को लेकर गंभीर सोच रहे हैं। ये समय नई बिज़नेस प्लानिंग, विस्तार या साझेदारी पर ध्यान देने का है। हो सकता है कि कोई अंतरराष्ट्रीय अवसर या व्यापार में विस्तार का मौका मिले। 

करियर को लेकर थ्री ऑफ कप्स दर्शा रहा है कि यह समय काम में सफलता और जश्न का है। यह कार्ड भविष्यवाणी कर रहा है कि आपके काम में कोई बड़ी सफलता मिल सकती है, जैसे कि कोई प्रोजेक्ट पूरा होना, नया बिज़नेस शुरू करना, किसी कोर्स की पढ़ाई पूरी होना, या फिर सालाना कोई उपलब्धि का जश्न।

हाई प्रीस्टेस कार्ड बताता है कि आपको अपने शरीर के प्राकृतिक चक्रों, जैसे हार्मोनल संतुलन और प्रजनन क्षमता का ध्यान रखना ज़रूरी है। यह सलाह देता है कि आप अपने शरीर की भीतर की आवाज़ सुनें, और जो सिग्नल या संकेत वो दे रहा है, उन पर ध्यान दें।

लकी अक्षर: एन, ओ

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धनु राशि 

प्रेम जीवन: द हीरोफेंट 

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ वैंड्स 

करियर: टेन ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: जस्टिस

द हीरोफेंट टैरो कार्ड प्यार और रिश्तों के मामले में पारंपरिक सोच और गहरे कमिटमेंट की तरफ बढ़ने का संकेत देता है। यदि आप किसी रिश्ते में हैं, तो यह कार्ड बताता है कि आपका रिश्ता अब गंभीर और मजबूत होने जा रहा है। इसका मतलब है कि बात शादी या सगाई तक पहुंच सकती है, या आप दोनों एक-दूसरे को लेकर और ज्यादा गंभीर और समर्पित हो सकते हैं।

नाइन ऑफ वैंड्स टैरो कार्ड जब आर्थिक जीवन में आता है, तो यह बताता है कि इस समय आपको अपने आर्थिक लक्ष्यों को पाने के लिए बहुत धैर्य और हिम्मत की ज़रूरत है। आपके रास्ते में रुकावटें या मुश्किलें आ सकती हैं, लेकिन हार मानने का नहीं, बल्कि डटे रहने का समय है। यह कार्ड यह भी बताता है कि पैसे के मामले में सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है। 

टेन ऑफ कप्स टैरो कार्ड यह बताता है कि आपके निजी और पेशेवर जीवन दोनों में खुशहाली, सफलता और संतुलन का समय चल रहा है। आपने जो मेहनत की है, उसका अच्छा फल मिल रहा है। काम की जगह पर सहकर्मियों के साथ अच्छे रिश्ते बने हुए हैं। आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती दिख रही है। यह कार्ड यह भी सलाह देता है कि अब थोड़ा समय अपने परिवार और खुद की खुशी के लिए भी निकालें, सिर्फ कामयाबी की दौड़ में न भागें।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से द जस्टिस कार्ड आपको अपने स्वास्थ्य के साथ संतुलन और ईमानदारी से पेश आने की सलाह दे रहा है। लेकिन अगर यही जस्टिस कार्ड रिवर्सड आता है, तो ये बताता है कि आप शायद अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर रहे हैं, या फिर गलत फैसले ले रहे हैं। इससे शरीर और मन में असंतुलन आ सकता है।

लकी अक्षर: डी, ​​बी

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मकर राशि

प्रेम जीवन: एस ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ वैंड्स

करियर: एट ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: द वर्ल्ड

मकर राशि राशि के जातकों के लिए ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है, जो प्रेम जीवन के मामले में नई शुरुआत, स्पष्टता और साफ-साफ बातचीत की जरूरत को दर्शाता है। यह कार्ड बताता है कि आपके रिश्ते में सच्चाई और ईमानदारी से बात करने का समय आ गया है। अगर कोई गलतफहमी या समस्या है, तो बातचीत और समझदारी से उसे हल किया जा सकता है।

आर्थिक जीवन में सेवन ऑफ वैंड्स अपराइट कार्ड यह बताता है कि अगर आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आगे चलकर अच्छा लाभ मिल सकता है। यह कार्ड संकेत देता है कि आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, लेकिन इसके साथ ही आपको अपने पैसों और निवेश की सुरक्षा भी करनी चाहिए।

एट ऑफ वैंड्स करियर को लेकर बता रहा है कि आपकी नौकरी या व्यवसाय में तेजी से तरक्की हो रही है। ये कार्ड इस बात का संकेत है कि आपके काम की रफ्तार बढ़ रही है, और आपको नई-नई मौके मिल रहे हैं। आप जो मेहनत कर रहे थे, अब उसका अच्छा फल मिलने वाला है। जो लक्ष्य आपने तय किए थे, वो अब हकीकत बनने वाले हैं।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपको द वर्ल्ड कार्य प्राप्त हुआ है, जो बेहद शुभ कार्ड प्रतीत हो रहा है। ये कार्ड बताता है कि बीमारी या चोट से ठीक होने में सफलता मिल रही है और आपकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है।

लकी अक्षर: जी, सी

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कुंभ राशि

प्रेम जीवन: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स

करियर: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड)

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

टैरो कार्ड में क्वीन ऑफ पेंटाकल्स प्रेम संबंधों में स्थिरता, समझदारी और समझदारी सोच व दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। इस कार्ड का मतलब है कि आप या आपका साथी एक ऐसा रिश्ता चाहते हैं जो प्यार के साथ-साथ सुरक्षा, आराम और भरोसे से भरा हो। आप दोनों एक-दूसरे के सम्मान और तरक्की की चाह रखते हैं।

आर्थिक जीवन में ऐस ऑफ वैंड्स अच्छी शुरुआत, नए मौके और तरक्की के संकेत देता है। यह इस अवधि में कोई नया बिज़नेस शुरू करना, कोई नया इनकम सोर्स बनना, या पहले से चली आ रही आर्थिक दिक्कतों का अंत होगा। लेकिन साथ ही यह कार्ड सलाह भी दे रहा है कि हमेशा आपके पास अच्छा धन हो ऐसा जरूर भी नहीं इसलिए सोच-समझकर धन खर्च करें।

करियर को लेकर टेन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्सड) यह संकेत देता है कि आप बदलाव से डर रहे हैं या किसी पुरानी स्थिति को छोड़ने में हिचकिचा रहे हैं, जो अब आपके लिए सही नहीं है। ये कार्ड यह भी कहता है कि आपकी ज़िंदगी में नया अध्याय शुरू हो सकता है, लेकिन पहले पुराने जख्मों को पूरी तरह ठीक करना होगा।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड संकेत दे रहा है कि मानसिक या भावनात्मक तनाव आपकी शारीरिक सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। यह तनाव आगे चलकर बीमारी, ऑपरेशन या अन्य शारीरिक परेशानियों का कारण बन सकता है। अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय, उन्हें समझना और ठीक करना जरूरी है।

लकी अक्षर: एस, आई

मीन राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: द हैंंग्ड मेन

करियर: द टॉवर 

स्वास्थ्य: डेथ

प्रेम जीवन में नाइट ऑफ कप्स कार्ड आकर्षक और भावनात्मक रूप से संवेदनशील प्रेमी का प्रतिनिधित्व करता है। अगर आप पहले से रिश्ते में हैं, तो यह संकेत है कि आपका रिश्ता और गहरा और भावनात्मक रूप से मजबूत हो सकता है।

आर्थिक जीवन में द हैंग्ड मेन कार्ड प्रतीक्षा अवधि, धैर्य और दृष्टिकोण में बदलाव को दर्शाता है। यह सुझाव देता है कि वित्तीय बाधाएं या समस्याएं नुकसान नहीं, बल्कि सोचने और योजना को दोबारा समझने का मौका है। अगर आप किसी आर्थिक फैसले को लेकर उलझन में हैं, तो थोड़ी देर रुककर, शांत दिमाग से सोचना बेहतर रहेगा।

करियर के क्षेत्र में द टॉवर कार्ड आता है तो यह आमतौर पर अचानक आने वाले बड़े बदलाव या झटकों का संकेत देता है। इसके परिणामस्वरूप नौकरी छूट सकती है या काम पर बड़े बदलाव हो सकते हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आपके करियर से जुड़ी पुरानी सोच या आदतों को छोड़े और नई सोच के साथ आगे बढ़ें।

मीन राशि के जातकों के स्वास्थ्य की बात की जाए तो डेथ कार्ड बताता है कि आपको अपने पुराने जीवनशैली या आदतों को बदलने की जरूरत है, जो अब आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपनी जीवनशैली में बदलाव करें ताकि पुराने पैटर्न या आदतों को तोड़ा जा सके जो अब उसके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं हैं।

लकी अक्षर: डी, ​​एफ

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. टैरो में सबसे ज़्यादा भावपूर्ण कार्ड कौन सा है?

नाइन ऑफ़ कप्स

2. कौन सा कार्ड संतुलन का कार्ड कहलाता है?

टेम्परेंस

3. टैरो डेक में सबसे ज़्यादा खुश रहने वाला कार्ड कौन सा है?

टेन ऑफ़ कप्स

Apara Ekadashi 2025: Check Out Its Accurate Date, Time, & More!

शुभ योग में अपरा एकादशी, विष्णु पूजा के समय पढ़ें व्रत कथा, पापों से मिलेगी मुक्ति

अपरा एकादशी, जिसे अचला एकादशी भी कहा जाता है, सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। यह एकादशी ब्रह्मांड के संरक्षक और रक्षक भगवान विष्णु को समर्पित है और इस दिन व्रत रखने से पापों से मुक्ति और धन की प्राप्ति होती है।  2025 में अपरा एकादशी शुक्रवार, 23 मई, 2025 को मनाई जाएगी।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, अपरा एकादशी को पापों, कर्म ऋणों और पुनर्जन्म के चक्रों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है। ‘अपरा‘ शब्द का अर्थ ‘असीम या अपार‘ है क्योंकि इस व्रत को करने से असीमित धन की प्राप्ति होती है इसलिए इस एकादशी को ‘अपरा एकादशी‘ के नाम से जाना जाता है। एस्ट्रोसेज एआई के इस ब्लॉग में हम अपरा एकादशी 2025 व्रत के बारे में सब कुछ जानेंगे, साथ ही इसके महत्व, व्रत कथा, पूजा विधि और कुछ उपायों के बारे में भी जानेंगे। तो चलिए बिना किसी देरी के अपने ब्लॉग की शुरुआत करते हैं।

अपरा एकादशी 2025: तिथि और समय

अपरा एकादशी: शुक्रवार, 23 मई 2025

एकादशी तिथि प्रारंभ: 23 मई 2025 की मध्यरात्रि 01 बजकर 15 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त: 23 मई 2025 की रात 10 बजकर 32 मिनट तक।

पारण मुहूर्त: 24 मई की सुबह 05 बजकर 26 मिनट से 08 बजकर 10 मिनट तक।

अवधि : 2 घंटे 44 मिनट

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अपरा एकादशी 2025 पर बन रहे शुभ योग

ज्योतिषियों के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर प्रीति योग और आयुष्मान योग का निर्माण होगा। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का संयोग भी बनेगा। माना जाता है कि इन शुभ योगों के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्त को जीवन में सभी प्रकार की खुशियां और सफलता की प्राप्ति होगी।

अपरा एकादशी 2025 की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार महिध्वज नाम का एक दयालु और धर्मी राजा रहता था, जिसे उसकी प्रजा उसकी करुणा और निष्पक्षता के कारण बहुत प्यार करती थी। हालांकि, उसका छोटा भाई वज्रध्वज स्वभाव से बिल्कुल विपरीत था। वह ईर्ष्यालु, क्रोधी और घृणा से प्रेरित था। उसे अपने बड़े भाई की लोकप्रियता और धर्मशीलता सहन नहीं होती थी। एक दिन वज्रध्वज ने राजा महिध्वज की हत्या कर दी और उनका शव एक पीपल के पेड़ के नीचे दबा दिया।

अपनी हिंसक और असामयिक मृत्यु के कारण, राजा महिध्वज की आत्मा को शांति नहीं मिल सकी। महिध्वज की आत्मा अर्धमुक्त अवस्था में उस पेड़ में वास करने लगी और वह आत्मा कभी-कभी राहगीरों को डराने लगी। समय बीतता गया और एक दिन एक बुद्धिमान ऋषि उसी रास्ते से यात्रा करते हुए निकले। आध्यात्मिक दृष्टि से संपन्न ऋषि ने बेचैन आत्मा को महसूस किया और पूछा कि उसे अभी तक मोक्ष क्यों नहीं मिला है। पीड़ित आत्मा ने विश्वासघात और हत्या की अपनी दुखद कहानी सुनाई। अन्याय और राजा की पीड़ा से दुखी होकर, ऋषि ने मदद करने का फैसला किया। 

महर्षि ने अपरा एकादशी का व्रत किया और उस व्रत का पुण्य राजा महिध्वज की आत्मा को अर्पित किया। इस पुण्य से राजा की आत्मा को मोक्ष प्राप्त हुआ और वह प्रभु विष्णु के धाम को प्राप्त हुए। इसके बाद से अपरा एकादशी महत्व बहुत अधिक बढ़ गया और माना जाने लगा कि अपरा एकादशी व्रत में पीड़ित आत्माओं को भी उनके कर्म बंधन से मुक्त करने और उन्हें शांति प्राप्त करने में मदद करने की शक्ति है।

हिंदू धर्मग्रंथों और किंवदंतियों के अनुसार, भगवान कृष्ण ने पांडवों में सबसे बड़े राजा युधिष्ठिर को अपरा एकादशी का महत्व बताया था। भगवान कृष्ण ने बताया कि जो लोग ईमानदारी से इस व्रत को आस्था और अनुशासन के साथ करते हैं, वे अपने पिछले और वर्तमान पापों से मुक्त हो जाते हैं। यह व्रत शुद्धि का काम करता है और साधक को सत्य, सदाचार और आध्यात्मिक उत्थान के मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करता है। 

इसके अलावा, पुराणों में यह दृढ़ता से माना जाता है कि अपरा एकादशी का पूरी श्रद्धा के साथ पालन करने से आत्मा को जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त होने में मदद मिलती है। यह व्रत न केवल मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है बल्कि भक्त को आंतरिक शांति, आध्यात्मिक शक्ति और दिव्य कृपा भी प्रदान करता है।

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अपरा एकादशी 2025 व्रत का महत्व

हिंदू शास्त्रों के अनुसार, अपरा एकादशी का आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है। अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के त्रिविक्रम रूप (वामन अवतार) की पूजा की जाती है और ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन कठोर व्रत रखते हैं, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है और जन्म-मृत्यु के कर्म चक्र से मुक्ति मिलती है।

पद्म पुराण और ब्रह्माण्ड पुराण में अपरा एकादशी की महिमा के बारे में विस्तार से बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों ने छल, विश्वासघात, झूठ या चोरी जैसे गंभीर पाप किए हैं, वे भी यदि ईमानदारी से पश्चाताप और प्रार्थना के साथ अपरा एकादशी का व्रत करें तो उन्हें भी इन सब ही पाप कर्मों से मुक्ति मिल जाती है।

अपरा एकादशी 2025: पूजा विधि

  • अपरा एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर की अच्छी तरह से सफाई करें।
  • स्वच्छ जल से स्नान करने के बाद साफ पीले वस्त्र पहनें और व्रत का संकल्प लें।
  • घर के मंदिर में भगवान विष्णु के वामन अवतार और भगवान बलराम की मूर्ति स्थापित करें। उनके सामने दीपक जलाएं।
  • भगवान विष्णु की मूर्ति पर अक्षत, फूल, आम, नारियल और सूखे मेवे चढ़ाएं।
  • भगवान विष्णु की पूजा करते समय तुलसी के पत्ते अवश्य शामिल करें।
  • इसके बाद धूपबत्ती जलाएं और भगवान हरि विष्णु की आरती करें।
  • एकादशी कथा का पाठ करें, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि एकादशी कथा पढ़े बिना पूजा अधूरी रहती है। इसके बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
  • शाम के समय तुलसी के पौधे के पास शुद्ध घी का दीपक जलाएं। एकादशी की रात को न सोएं। पूरी रात निरंतर भक्ति-भाव से साधना करें।
  • अगले दिन व्रत पारण के समय ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को उदारतापूर्वक भोजन कराएं और उन्हें दान-दक्षिणा दें। 

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अपरा एकादशी और पितृ दोष

वैदिक ज्योतिष में, पितृ दोष एक ऐसा दोष है जो पूर्वजों के कर्मों के कारण होता है। यह जन्म कुंडली में पैतृक कर्म ऋण को दर्शाता है, खासकर जब सूर्य, चंद्रमा, या नौवां भाव पीड़ित हो। अपरा एकादशी का व्रत अपने पूर्वजों के लिए प्रार्थना के साथ करना, तर्पण करना या पिंड दान करना इस दोष को खत्म करने और पूर्वजों की आत्माओं को शांति दिलाने में मदद कर सकता है।

अपरा एकादशी 2025 पर क्या करें और क्या न करें

क्या करें:

  • “ओम नमो भगवते वासुदेवाय ||” जैसे मंत्रों का जाप करें।
  • ब्रह्मचर्य, सत्य और अहिंसा का पालन करें।
  • ध्यान, आत्मचिंतन और आध्यात्मिक पठन में समय व्यतीत करें।
  • शुद्ध मन से दान करें और अभिमान से बचें।

क्या न करें:

  • अनाज, दालें, मांस, प्याज, लहसुन और शराब का सेवन करने से बचें।
  • बुराइयां, क्रोध या किसी भी तरह की नकारात्मक बातचीत में लिप्त न हों।
  • जानवरों को चोट पहुंचाने, झूठ बोलने या बिना सोचे-समझे अपना व्रत तोड़ने से बचें।

अपरा एकादशी पर जरूर करें ये उपाय

  • भगवान विष्णु को पांच तुलसी के पत्ते अर्पित करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा माना जाता है कि तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है और एकादशी पर भगवान को अर्पित करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
  • गरीबों, ब्राह्मणों या मंदिरों में चावल, गेहूं, गुड़, घी, कपड़े या पैसे जैसी चीज़ें दान करने से अपार पुण्य मिलता है और माना जाता है कि इससे कर्मों का बोझ कम होता है।
  • अपरा एकादशी पर भगवान विष्णु को पीले फूल, गुड़ और चने चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि यह अनुष्ठान छात्रों को शैक्षणिक सफलता और उनकी पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहायता करता है।
  • शाम को तुलसी के पौधे के पास शुद्ध घी का दीपक जलाएं और मन ही मन प्रार्थना करें। ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मकता आती है।
  • अपरा एकादशी के दिन घर के मुख्य द्वार के बाहर घी का दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
  • आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने और घर के सुख- समृद्धि के लिए, अपरा एकादशी 2025 पर कम से कम 108 बार “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” (ॐ नमो भगवते वासुदेवाय) मंत्र का जाप करें।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

1. अपरा एकादशी 2025 का व्रत कब है?

अपरा एकादशी 2025 का व्रत शुक्रवार, 23 मई 2025 को रखा जाएगा।

2. अपरा एकादशी के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए?

अनाज या प्याज और लहसुन जैसे तामसिक तत्वों वाले खाद्य पदार्थों से सख्ती से बचना चाहिए।

3. क्या हम अपरा एकादशी पर पानी पी सकते हैं?

अगर कोई व्यक्ति अस्वस्थ है, बुजुर्ग है या पूरा व्रत रखने में असमर्थ है, तो वह पानी पी सकता है।

शुक्र की राशि में बुध का प्रवेश, बदल देगा इन लोगों की किस्मत; करियर में बनेंगे पदोन्नति के योग!

शुक्र की राशि में बुध का प्रवेश, बदल देगा इन लोगों की किस्मत; करियर में बनेंगे पदोन्नति के योग! 

बुध का वृषभ राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में बुध देव को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो बुद्धि, तर्क, संचार और वाणी जैसे प्रमुख क्षेत्रों के कारक माने गए हैं। सौरमंडल में बुध ग्रह सूर्य के सबसे निकट स्थित है। बता दें कि ग्रहों के युवराज बुध को आकर्षक व्यक्तित्व का ग्रह माना जाता है और यह अपनी वाणी से किसी को भी मोहित करने में सक्षम होते हैं। ऐसे में, बुध की स्थिति, चाल, दशा या राशि में होने वाला परिवर्तन विशेष महत्व रखता है। हालांकि, मई 2025 में बुध देव एक बार नहीं अनेक बार अपनी स्थिति में बदलाव करेंगे जिनका असर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से संसार सहित मनुष्य जीवन पर दिखाई दे सकता है। 

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एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष ब्लॉग आपको “बुध का वृषभ राशि में गोचर” से संबंधित सारी जानकारी प्रदान करेगा। बुध का यह गोचर कुछ राशियों को शुभ और कुछ राशियों को अशुभ परिणाम दे सकता है। ऐसे में, आप किन उपायों को अपनाकर बुध देव के नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं, इस बारे में भी हम विस्तार से चर्चा करेंगे, इसलिए यह ब्लॉग आपको अंत तक पढ़ना जारी रखना होगा। लेकिन, सबसे पहले जान लेते हैं बुध गोचर का समय और तारीख़। 

बुध का वृषभ राशि में गोचर: तिथि एवं समय 

सबसे पहले हम बात करेंगे बुध ग्रह के गोचर की, तो ग्रहों के युवराज के नाम से विख्यात बुध देव लगभग हर महीने अपना राशि परिवर्तन करते हैं। सरल शब्दों में, बुध महाराज तक़रीबन 23 से 27 दिन के बाद दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। अब यह 23 मई 2025 की दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। मई के महीने में बुध तीन बार अपनी स्थिति में बदलाव करेंगे और यह राशि परिवर्तन इस महीने में इनका आख़िरी गोचर होगा। हालांकि, बुध का वृषभ राशि में गोचर अपने मित्र शुक्र की राशि में होगा इसलिए इसे अनुकूल कहा जा सकता है। 

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वृषभ राशि में बनेगा ये शुभ योग 

व्यापार के कारक ग्रह बुध देव 23 मई 2025 को वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे, उस समय वहाँ पहले से ग्रहों के जनक सूर्य देव विराजमान होंगे। ऐसे में, वृषभ राशि में सूर्य और बुध इन दोनों ग्रहों के बैठे होने से बुधादित्य योग का निर्माण होगा। यह योग 23 मई 2025 से लेकर 06 जून 2025 तक बनेगा क्योंकि इसके बाद, बुध ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। हालांकि, बुध अपनी अस्त अवस्था में वृषभ राशि में गोचर करेंगे इसलिए बुधादित्य योग से मिलने वाले शुभ परिणाम थोड़े कमज़ोर रह सकते हैं। आइए अब हम आपको अवगत करवाते हैं ज्योतिष में बुध ग्रह के महत्व से। 

ज्योतिषीय दृष्टि से बुध ग्रह 

  • वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह का अपना महत्व है और इसी क्रम में, हम आपको बुध ग्रह का ज्योतिषीय महत्व बताने जा रहे हैं। 
  • सौरमंडल के सबसे छोटे ग्रह बुध को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। जैसे सूर्य को राजा, चंद्रमा को रानी और मंगल को सेनापति माना जाता है, वैसे ही बुध को राजकुमार का पद प्राप्त है। 
  • बुध महाराज वाणी, बुद्धि, संवाद, तर्कशास्त्र, व्यापार, अकाउंट और गणित के कारक माने गए हैं जो कि एक द्विस्वभाव ग्रह है। 
  • सामान्य शब्दों में कहें तो, कुंडली में बुध ग्रह जिन ग्रहों के साथ विराजमान होते हैं, उन्हीं के अनुरूप जातक को फल प्रदान करते हैं। शुभ ग्रहों के साथ बुध के होने पर शुभ परिणाम मिलते हैं जबकि अशुभ ग्रहों के साथ होने पर आपको अशुभ फल प्राप्त होते हैं। 
  • अगर बुध महाराज गुरु, शुक्र और बली चंद्रमा के साथ बैठे होंगे, तो आपको शुभ फल प्राप्त होंगे जबकि पापी ग्रहों जैसे कि शनि, केतु, राहु, सूर्य और मंगल के साथ होने पर अशुभ फल देने लगते हैं। 

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मज़बूत बुध से मिलती है हर क्षेत्र में सफलता 

  • किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति विशेष महत्व रखती है। जिन लोगों की कुंडली में बुध महाराज लग्न भाव में स्थित होते हैं, वह बेहद सुंदर और अपनी आयु से कम दिखाई देते हैं।
  • इस भाव में बैठे बुध देव के प्रभाव से जातक तेज़ बुद्धि वाला, तार्किक होकर बातचीत करने वाला और कुशल वक्ता होता है। 
  • कुंडली के पहले भाव में मौजूद बुध महाराज जातक को लंबी आयु, व्यापार में सफलता और कई भाषाओं का ज्ञाता होने का आशीर्वाद देते हैं। 
  • मानव शरीर में बुध ग्रह तंत्रिका तंत्र, कान, त्वचा, फेफड़े आदि अंगों को नियंत्रित करते हैं। 
  • वहीं, करियर के क्षेत्र में अकाउंट, व्यापार, वाणिज्य, मोबाइल, बैंकिंग, कंप्यूटर, नेटवर्किंग आदि पर बुध देव का शासन है। 
  • व्यापार करने वाले जातकों को बुध की शुभ स्थिति सकारात्मक परिणाम देती है। ऐसे लोग बिज़नेस में सफलता हासिल करते हैं और उसे बढ़ाने की क्षमता रखते हैं। 

कमज़ोर बुध कैसे करते हैं आपको परेशान? 

  • अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध देव दुर्बल अवस्था में होते हैं अर्थात क्रूर और पापी ग्रहों से पीड़ित होते हैं या कुंडली के अशुभ भावों में उपस्थित होते हैं, तो जातक को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। 
  • कुंडली में बुध ग्रह के कमजोर होने का सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव आपकी वाणी पर नज़र आता है क्योंकि आप अपने विचारों को सही से दूसरों के सामने नहीं रख पाते हैं या फिर हकलाने लगते हैं। 
  • अशुभ बुध से प्रभावित इंसान कम बुद्धि वाला और गणित में कमज़ोर होता है। साथ ही, चीज़ें उससे देर से समझ आती हैं। 
  • कुंडली में बुध देव के नकारात्मक होने के कारण जो जातक व्यापार करते हैं, उसमें उन्हें हानि या घाटा होने की संभावना रहती है। 

चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं बुध ग्रह से जुड़ी कुछ रोचक बातों से। 

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बुध ग्रह से जुड़ी 10 रोचक बातें

  • कुंडली में सूर्य-बुध ग्रह की युति से बुधादित्य राजयोग बनता है।
  • सूर्य के सबसे करीब स्थित ग्रह बुध है और इस वजह से यह ज्यादातर समय अस्त अवस्था में रहता है। साथ ही, बुध देव हमेशा सूर्य से एक भाव आगे या एक भाव पीछे रहते हैं।
  • ज्योतिष में बुध को पुरुष और नपुसंक ग्रह माना जाता है। 
  • पृथ्वी के 90 दिनों के बराबर बुध ग्रह का एक दिन होता है।
  • केंद्र त्रिकोण में बुध ग्रह से निर्मित योग को बहुत शुभ माना गया है।
  • अगर बुध महाराज अपनी राशि, मूल त्रिकोण और मित्र ग्रह की राशि में बैठे होते हैं, तो आपको शुभ फल प्रदान करते हैं। वहीं, नीच राशि और शत्रु राशि में होने पर अशुभ परिणाम देते हैं।
  • बुध देव का प्रिय रत्न पन्ना है।
  • करियर में बुध महाराज को लेखन कार्य, साहित्य, पत्रकारिता, सलाहकार, वकील और अकाउंटेंट का प्रतीक माना जाता है।
  • जब कुंडली में शुक्र और बुध एक साथ विराजमान होते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग बनता है।
  • उत्तर दिशा के स्वामी बुध देव हैं जिसे कुबेर देवता का स्थान माना गया है।

बुध का वृषभ राशि में गोचर के दौरान ज़रूर करें ये उपाय 

  • बुधवार के दिन तुलसी का पौधा लगाएं और नियमित रूप से उसकी पूजा-अर्चना  करें।
  • बुधवार को हरी वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा दान करें।
  • बुध ग्रह के दिन बुधवार को देवी दुर्गा के मंदिर में जाएं और माँ को हरे रंग की चूड़ियां अर्पित करें। 
  • बुधवार को बुध देव के मंत्र “ऊँ बुधाय नम:” का जाप करें।
  • बुध से शुभ फल पाने के लिए भगवान गणेश की उपासना करें और उन्हें दूर्वा चढ़ाएं। साथ ही, रोज़ाना 108 बार ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
  • ट्रांसजेंडर का सम्मान करें।
  • गौ माता को हरा चारा खिलाएं।

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के दूसरे भाव में बुध का गोचर होने जा रहा है। हालांकि, बुध के लग्‍नेश के साथ…(विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लग्‍न भाव में बुध का यह गोचर होने जा रहा है। बुध इस राशि के दूसरे और पांचवे…(विस्तार से पढ़ें) 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लग्‍न और चौथे भाव के स्‍वामी बुध ग्रह अब इस राशि के बारहवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

कर्क राशि

कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके ग्‍यारहवें भाव…(विस्तार से पढ़ें) 

सिंह राशि

सिंह राशि के दूसरे और ग्‍यारहवें भाव का स्‍वामी बुध ग्रह है जो कि आपके वित्त के लिए एक…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्‍या राशि के लग्‍न और दसवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब बुध आपके नौवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

तुला राशि

तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके आठवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि बुध आपके आठवें और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी हैं और इस दौरान बुध आपके सातवें…(विस्तार से पढ़ें)  

धनु राशि 

धनु राशि के सातवें और दसवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके छठे भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

मकर राशि

मकर राशि के छठे और नौवें भाव का स्‍वामी बुध ग्रह है जो कि अब आपके पांचवे भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में…(विस्तार से पढ़ें) 

मीन राशि

बुध का वृषभ राशि में गोचर के दौरान बुध आपके तीसरे भाव में विराजमान हैं जो कि संचार, साहस,…(विस्तार से पढ़ें) 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध कब वृषभ राशि में गोचर करेंगे?

बुध महाराज 23 मई 2025 को वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे। 

2. वृषभ राशि का स्वामी कौन हैं?

शुक्र ग्रह को वृषभ राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं। 

3. क्या शुक्र बुध ग्रह के शत्रु हैं?

नहीं, बुध देव और शुक्र ग्रह एक दोनों के मित्र हैं।

जून के महीने में निकलेगी जगन्‍नाथ यात्रा, राशि अनुसार ये उपाय करने से पूरी होगी हर इच्‍छा !

जून के महीने में निकलेगी जगन्‍नाथ यात्रा, राशि अनुसार ये उपाय करने से पूरी होगी हर इच्‍छा !

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार जून साल का छठा महीना होता है जो कि ऊर्जा, परिवर्तन और विकास का प्रतीक है। इस महीने में सूर्य ग्रह का मिथुन राशि में गोचर होता है जिससे मानसिक सक्रियता, नए विचारों का प्रवाह एवं संवाद तेज हो जाता है। ज्‍योतिषीय दृष्टि से जून का महीना विचार-विमर्श करने, आत्‍मविश्‍लेषण करने एवं भावनात्‍मक समझ के लिए अहम होता है। इस महीने में ग्रहों की स्थिति एवं प्रभाव के कारण व्‍यक्‍ति अपने विचारों को स्‍पष्‍टता से व्‍यक्‍त कर पाता है।

जून 2025 में कुल 30 दिन होते हैं और उत्तरी गोलार्ध में यह ग्रीष्‍म ऋतु का पहला महीना होता है। जून माह का नाम लैटिन शब्‍द ‘जुनो’ से लिया गया है जो रोमन पौराणिक कथाओं में विवाह, संतान उत्‍पत्ति और पारिवारिक जीवन की देवी हैं।

कई लोग यह जानने को उत्‍सुक रहते हैं कि उनके लिए यह महीना कैसा रहेगा। लोगों के मन में इस माह को लेकर कई तरह के सवाल आते हैं जैसे कि उनका करियर कैसा रहेगा, सेहत अच्‍छी रहेगी या नहीं, परिवार में खुशी रहेगी या तनाव आएगा आदि।

जून 2025 के इस विशेष ब्‍लॉग में आपको अपने इन सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा। साथ ही इस ब्‍लॉग में यह भी जानकारी दी गई है कि जून में कौन से ग्रह किस तिथि पर गोचर करने वाले हैं और जून में किन तिथियों पर बैंक का अवकाश रहेगा एवं विवाह मुहूर्त क्‍या हैं।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस बार जून के महीने में क्‍या खास है।

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जून में जन्मे लोगों में पाए जाते हैं ये गुण

जिद्दी होते हैं: ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों का जन्‍म जून के महीने में हुआ है, वे काफी जिद्दी होते हैं। इन जातकों को अपनी शर्तों पर जीना पसंद होता है। ये अपने दोस्‍तों के बीच बहुत लो‍कप्रिय होते हैं। इनका व्‍यक्‍तित्‍व ही कुछ ऐसा होता है कि ये बड़ी आसानी से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं।

मदद करते हैं: जून में पैदा हुए जातक बहुत दयालु और सहयोगी स्‍वभाव के होते हैं। ये हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।

जिज्ञासु होते हैं: इन लोगों का जिज्ञासु स्‍वभाव होता है और हर समय इनके दिमाग में कोई न कोई विचार घूमता रहता है। ये कोई भी नई चीज़ सीखने में समय नहीं लगाते हैं और ये अपनी जिज्ञासा के कारण साहसी बनते हैं।

रोमांटिक और इमोशनल होते हैं: इस महीने में जिन जातकों का जन्‍म होता है, वे बहुत रोमांटिक स्‍वभाव के होते हैं। ये आसानी से भावनात्‍मक संबंध बना लेते हैं और मज़बूत रिश्‍ते बनाते हैं।

स्‍वतंत्रता पसंद होती है: इन जातकों को स्‍वतंत्रता पसंद होती है और यात्रा, परिवर्तन एवं अन्‍वेषण उनकी खुशी के लिए महत्‍वपूर्ण होता है।

भाग्‍यशाली अंक: 3 और 6

भाग्‍यशाली रंग: पीला, हल्‍का हरा, आसमानी नीला, क्रीम और सिल्‍वर।

भाग्‍यशाली रत्‍न: मोती और मूनस्‍टोन।

भाग्‍यशाली फूल: गुलाब, लैवेंडर और लिली।

शुभ दिन: बुधवार, शुक्रवार और सोमवार।

स्‍वामी ग्रह: बुध और चंद्रमा।

जून 2025 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना

जून 2025 की शुरुआत अश्‍लेषा नक्षत्र के अंतर्गत शुक्‍ल पक्ष की षष्‍ठी तिथि को होगी। वहीं, जून 2025 का समापन पूर्व फाल्‍गुनी नक्षत्र में शुक्‍ल पक्ष की षष्‍ठी तिथि पर होगा।

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जून 2025 के हिंदू व्रत व त्यौहार

तिथिदिनपर्व व व्रत
06 जून 2025 शुक्रवारनिर्जला एकादशी
08 जून 2025रविवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)
11 जून 2025बुधवारज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
14 जून 2025शनिवारसंकष्टी चतुर्थी
15 जून 2025रविवारमिथुन संक्रांति
21 जून 2025शनिवारयोगिनी एकादशी
23 जून 2025सोमवार मासिक शिवरात्रि
23 जून 2025सोमवार प्रदोष व्रत (कृष्ण)
25 जून 2025बुधवारआषाढ़ अमावस्या
27 जून 2025शुक्रवारजगन्नाथ रथ यात्रा

जून 2025 में पड़ने वाले महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार

जून के महीने में कई व्रत एवं त्‍योहार आते हैं लेकिन इनमें से कुछ प्रमुख हैं जिनके बारे में आगे विस्‍तार से बताया गया है:

  • निर्जला एकादशी: इस दिन भगवान विष्‍णु और मां लक्ष्‍मी का पूजन किया जाता है। निर्जला एकादशी पर निर्जल व्रत रखने का विधान है। इसे सभी एकादशियों में सबसे कठिन लेकिन पुण्‍यदायी माना जाता है।
  • ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा व्रत: इस दिन पवित्र नदियों में स्‍नान करने और दान एवं व्रत रखने का बहुत महत्‍व है। इस दिन सत्‍यनारायण की कथा एवं पूजा भी की जाती है।
  • संकष्‍टी चतुर्थी: इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्‍य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है।
  • आषाढ़ अमावस्‍या: पितरों के तर्पण के लिए इस दिन को श्रेष्‍ठ माना जाता है। इस दिन श्राद्ध, दान और पवित्र नदी में स्‍नान करने का विशेष महत्‍व है।
  • जगन्‍नाथ यात्रा: उड़ीसा के पुरी राज्‍य में भगवान जगन्‍नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है। इस दौरान भगवान जगन्‍नाथ, बलभद्र और सुभद्रा अपने रथ पर बैठकर पूरे नगर का भ्रमण करते हैं।

जून 2025 में आने वाले बैंक अवकाशों की सूची

तिथिदिनअवकाशराज्य 
07 जूनशनिवारबकरा ईद/ईद उल अजहाचंडीगढ़, दमन और दीव, दादरा, अरुणाचल प्रदेश और नगर हवेली, सिक्किम आदि राज्यों को छोड़कर राष्ट्रीय अवकाश
08 जूनरविवारबकरा ईद/ईद उल अजहा अवकाशजम्मू-कश्मीर
11 जूनबुधवारसंत गुरु कबीर जयंतीपंजाब , हरियाणा,  हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़
12 जूनगुरुवारगुरु हरगोबिंद जयंतीजम्मू-कश्मीर
14 जूनशनिवारपाहिली राजाउड़ीसा
15 जूनरविवारराजा संक्रांतिउड़ीसा
15 जूनरविवारवाईएमए दिवसमिजोरम
27 जूनशुक्रवाररथ यात्राउड़ीसा
30 जूनसोमवाररेम्ना निमिजोरम

जून 2025 विवाह मुहूर्त

दिनांक एवं दिननक्षत्रतिथिमुहूर्त का समय
02 जून 2025, सोमवारमाघसप्तमीसुबह 08 बजकर 20 मिनट से रात 08 बजकर 34 मिनट तक
03 जून 2025, मंगलवारउत्तराफाल्गुनीनवमीरात 12 बजकर 58 मिनट  से सुबह 05 बजकर 44 मिनट तक
04 जून 2025 (बुधवार)उत्तराफाल्गुनी व हस्त नवमी, दशमीसुबह 05 बजकर 44 मिनट से सुबह 05 बजकर 44 मिनट तक
05 जून 2025, गुरुवारहस्तदशमीसुबह 05 बजकर 18 मिनट से सुबह 09 बजकर 14 मिनट तक 
07 जून 2025, शनिवार स्वातिद्वादशीसुबह 09 बजकर 40 मिनट से सुबह 11 बजकर 18 मिनट तक
08 जून 2025, रविवारविशाखा, स्वातित्रयोदशीदोपहर 12 बजकर 18 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक 

जून 2025 मुंडन मुहूर्त

दिन समय 
5 जून 202508:51-15:45
6 जून 202508:47-15:41
8 जून 202510:59-13:17
15 जून 202517:25-19:44
16 जून 202508:08-17:21
20 जून 202505:55-10:1212:29-19:24
21 जून 202510:08-12:2614:42-18:25
26 जून 202514:22-16:42
27 जून 202507:24-09:4512:02-18:56

जून में पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

बुध का मिथुन राशि में गोचर: 06 जून को सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर बुध मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

मंगल का सिंह राशि में गोचर: 07 जून को रात 01 बजकर 33 मिनट पर मंगल ग्रह चंद्रमा की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे।

बृहस्‍पति मिथुन राशि में अस्‍त: 09 जून को शाम 04 बजकर 12 मिनट पर बृहस्‍पति ग्रह मिथुन राशि में अस्‍त हो जाएंगे।

बुध का मिथुन राशि में उदय: 11 जून को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर बुध मिथुन राशि में उदित होंगे।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: 15 जून को 06 बजकर 25 मिनट पर सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।

बुध का कर्क राशि में गोचर: 22 जून को रात को 09 बजकर 17 मिनट पर बुध कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: दोपहर 01 बजकर 56 मिनट पर शुक्र ग्रह वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।

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सभी 12 राशियों के लिए जून 2025 का राशिफल

मेष राशि

जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना मेष राशि के जातकों के लिए अनुकूल रहने वाला है। इस राशि के स्वामी मंगल ग्रह महीने की शुरुआत में अपनी नीच राशि कर्क में चौथे भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आपको स्वास्थ्य समस्याएं होने की आशंका है।

करियर: इस समय आप अपने कार्यों में अत्यधिक व्यस्त रहेंगे। आपको काम के सिलसिले में दूसरे शहर या देश जाना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता और धन लाभ के योग बन रहे हैं।

शिक्षा: छात्रों के लिए यह महीना चुनौतियों से भरा रह सकता है। आपकी शिक्षा में बार-बार व्यवधान आते रहेंगे। स्वास्थ्य समस्याएं भी छात्रों को परेशान कर सकती हैं।

पारिवारिक जीवन: आपका अपनी मां से झगड़ा हो सकता है। 6 जून से बुध के अपनी ही राशि के तीसरे भाव में बृहस्पति के साथ आने पर आपके अपने भाई-बहनों के साथ रिश्ते में बेहतर होंगे।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: आपके और आपके पार्टनर के बीच गलतफहमियां होने की आशंका है। आप अपने दोस्तों से सलाह लेकर अपने रिश्ते को संभालने की कोशिश करेंगे।

आर्थिक जीवन: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, इस महीने आपकी आमदनी अच्‍छी रहने वाली है। आय में लगातार बढ़ोतरी होगी। व्यापार से भी धन लाभ के योग बन रहे हैं।

स्वास्थ्य: इस महीने मेष राशि वालों को छाती में जकड़न या जलन की समस्या होने की आशंका है। आपको स्वास्थ्य सा इलाज पर खर्च करना पड़ सकता है।

उपाय: आप बृहस्‍पतिवार के दिन केले के वृक्ष को जल देकर सींचें।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, वृषभ राशि के जातकों को इस महीने मिलेजुले परिणाम मिलने के संकेत हैं। इस दौरान आपको लंबी यात्रा या विदेश जाने का अवसर मिल सकता है।

करियर: राहु के प्रभाव के कारण आप अपने काम को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेंगे और इस वजह से आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

शिक्षा: इस समय छात्र अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देंगे। बुद्धि में वृद्धि होने के कारण छात्र अपने विषयों को अच्छे से समझ पाएंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह कुछ कर दिखाने का समय है।

पारिवारिक जीवन: आपको अपने पारिवारिक जीवन में सुख-शांति मिलेगी। परिवार की आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी। आप नई संपत्ति भी खरीद सकते हैं। आपके परिवार की प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: आपको अपने प्यार की परीक्षा देनी पड़ सकती है। यदि आप सच में अपने प्रेमी से प्‍यार करते हैं, तो आप इन मुश्किलों एवं परीक्षा को पार करने में सफल होंगे। पति-पत्‍नी का रिश्‍ता मज़बूत होगा।

आर्थिक जीवन: इस महीने आपके पास पर्याप्‍त धन रहने वाला है। हालांकि, आपको आगे के लिए अपने खर्चों पर लगातार नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। आप निवेश भी कर सकते हैं।

स्वास्थ्य: इस महीने वृषभ राशि वालों को छाती में जलन, जकड़न और किसी प्रकार की ब्‍लड प्रेशर से संबंधित समस्या होने की आशंका है।

उपाय: शनिवार के दिन गरीब लोगों को भोजन कराएं।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

इस महीने बृहस्‍पति ग्रह मिथुन राशि वालों को मेहनती बनाएंगे। इस महीने आपके व्यापार की स्थिति भी अच्छी रहेगी। प्रेम संबंधों के मामले में यह महीना अनुकूलता लेकर आएगा।

करियर: इस समय नौकरीपेशा जातकों और व्‍यापारियों दोनों को ही सफलता मिलेगी। इस महीने आपका सारा ध्‍यान अपने काम पर रहने वाला है। आप अपने कार्यक्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखाने में सक्षम होंगे।

शिक्षा: छात्रों का पढ़ाई पर ध्यान रहेगा। इस समय आपकी सीखने की क्षमता बढ़ेगी। आपको प्रयास करने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी अनुकूल परिणाम मिलने की उम्‍मीद है।

पारिवारिक जीवन: परिवार के सदस्‍यों के बीच दूरियां आ सकती हैं। आप अपने भाई-बहनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। 22 जून के बाद परिवार के सदस्‍यों के बीच प्रेम बढ़ेगा।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम संबंधों के लिए यह महीना बहुत ज्‍यादा अच्‍छा रहने वाला है। आप दोनों को एक-दूसरे के साथ अधिक समय बिताने का मन करेगा। आप अपने रिश्‍ते को अगले स्तर पर ले जाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।

आर्थिक जीवन: इस महीने आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी। आपको धन लाभ होगा और आपके खर्चों में भी कमी आएगी।

स्वास्थ्य: इस महीने आप स्‍वस्‍थ रहेंगे। हालांकि, आंखों में समस्या, ब्‍लड प्रेशर से संबंधित समस्याएं और रक्त की अशुद्धि जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

उपाय: आप बुधवार के दिन किन्नरों का आशीर्वाद लें।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

कर्क राशि 

महीने की शुरुआत में मंगल कर्क राशि राशि में होकर आपके गुस्से को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। आपको अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए। आपकी आय में वृद्धि होने के संकेत हैं।

करियर: आप पूरी मेहनत से काम करेंगे। इस समय आपको गुस्‍से में आकर किसी से भी बात करने से बचना चाहिए। आप व्यवसाय से संबंधित यात्राएं कर सकते हैं।

शिक्षा: आपको शिक्षा के क्षेत्र में मनचाहे परिणाम मिलेंगे। हालांकि, स्वास्थ्य समस्याएं होने की वजह से आपकी शिक्षा में व्यवधान आ सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है।

पारिवारिक जीवन: परिवार के सदस्‍यों के बीच प्‍यार और अपनापन बढ़ेगा। 07 जून के बाद परिवार में लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं। आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे को अच्छे से समझ पाएंगे। आपका रिश्‍ता मज़बूत होगा। हालांकि, विवाहित जातकों के लिए यह महीना कमजोर रहेगा।

आर्थिक जीवन: आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। आप अपनी बुद्धिमानी से अपनी आमदनी को बढ़ाएंगे। व्‍यापारियों के लिए यात्रा लाभकारी सिद्ध होंगी। शेयर बाज़ार में निवेश का अच्‍छा रिटर्न मिल सकता है।

स्‍वास्थ्य: इस महीने आपकी स्वास्थ्य समस्याओं में बढ़ोतरी होने की आशंका है। आपको तरल एवं पौष्टिक पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान वाहन सावधानी से चलाएं।

उपाय: गुरुवार के दिन भूरी गाय को कुछ खाने के लिए दें।

 कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

जून के महीने में आपके स्वभाव में वृद्धि हो सकती है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता मिल सकती है। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। व्यापारियों को इस महीने शॉर्टकट लेने से बचना चाहिए।

करियर: नौकरीपेशा जातकों की स्थिति अच्‍छी रहने वाली है। कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति मजबूत होगी। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को लाभ मिलने के संकेत हैं।

शिक्षा: इस महीने शनि देव आपकी परीक्षा लेने का काम कर सकते हैं। इस वजह से आपको लगातार मेहनत करते रहना है। हालांकि, आप शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

पारिवारिक जीवन: आपके पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। 07 जून के बाद आपके क्रोध में बढ़ोतरी हो सकती है इसलिए इस समय आपको पारिवारिक मामलों में सोच-समझकर बोलने की सलाह दी जाती है।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: इस महीने आपका और आपके पार्टनर का रिश्‍ता मजबूत एवं गहरा होगा। प्रेम संबंध को वैवाहिक संबंध में बदलने के लिए अच्‍छा समय है। हालांकि, पति-पत्‍नी के बीच तनातनी या लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं।

आर्थिक जीवन: आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। हालांकि, खर्च बढ़ते रहेंगे और आकस्मिक खर्चों की वजह से आपको आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं।

स्वास्थ्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार आपको वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस महीने आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

उपाय: आप प्रत्येक रविवार को श्री आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

आज का गोचर

कन्या राशि

कन्‍या राशि के जातकों के लिए यह महीना औसत रहने वाला है। आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा जातकों की स्थिति अच्‍छी रहने वाली है।

करियर: नौकरीपेशा जातक अपने काम को पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास करते हुए नज़र आएंगे। आपका मनचाही जगह पर तबादला हो सकता है। आपको अपने ज्ञान और बुद्धि का सही इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा। इससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा।

शिक्षा: इस महीने छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में व्‍यवधानों का सामना करना पड़ सकता है। आप अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। मेहनत करने से आपको मनचाही सफलता मिलने के योग हैं।

पारिवारिक जीवन: इस समय आपके पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे। आपको अपने परिवार के सदस्‍यों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। आपके रिश्तों में अपनापन बढ़ेगा।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: मंगल के कारण आपके प्रेम संबंधों में तनाव पैदा होने का डर है। इस दौरान आपके प्रियतम को स्वास्थ्य समस्याएं घेर सकती हैं। आपके रिश्ते में नयापन आएगा और आप एक-दूसरे को पर्याप्‍त समय देंगे।

आर्थिक जीवन: आपके अप्रत्याशित खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। आपके ऊपर आर्थिक दबाव बढ़ेगा। 22 जून से आपको अपने सेहत पर धन खर्च करना पड़ सकता है। आपकी आमदनी में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे।

स्वास्थ्य: आपको इस पूरे महीने अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखन की जरूरत है। आपको इस समय शारीरिक समस्याएं आती जाती रहेंगी। आपको कोई चोट लगने, संक्रमण होने, आंखों में समस्या होने या बुखार, सिर दर्द या पेट दर्द जैसी समस्याएं होने का डर है।

उपाय: आपको राह के कुत्तों को भोजन करवाना चाहिए।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि 

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर होने पर आपकी गुप्त विद्याओं में रुचि बढ़ सकती है। आप शोध के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। नौकरीपेशा जातकों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
करियर: कार्यक्षेत्र में आपका किसी से झगड़ा या कहासुनी हो सकती है। इसका नकारात्‍मक असर आपके काम पर भी पड़ सकता है। आपके ऊपर काम का दबाव भी रह सकता है।

शिक्षा: छात्रों को इस समय आपको एकाग्रता की समस्या से जूझना पड़ सकता है। हालांकि आपकी याद रखने की क्षमता तेज होगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए अच्‍छा समय है।

पारिवारिक जीवन: इस महीने आपके पारिवारिक संबंधों में मनमूटाव होने का डर है। आपकी वाणी में कड़वाहट आ सकती है जिससे आपके रिश्‍तों पर खराब असर पड़ सकता है। आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: इस महीने आपको अपने प्रेमी से अपने दिल की बात कहने में हिचकिचाहट महसूस हो सकती है। आप अपने प्रियतम को खुश करने के लिए बहुत कुछ कहेंगे, लेकिन उसे पूरा नहीं कर पाएंगे।

आर्थिक जीवन: आप सही निर्णय लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में स्वयं ही अपनी मदद करेंगे। आपकी आमदनी में इज़ाफा होने के संकेत हैं।

स्वास्थ्य: आपको अपने खानपान और अपनी आदतों को लेकर सतर्क रहने की आवश्‍यकता है अन्‍यथा आपको पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

उपाय: इस राशि वाले बुधवार के दिन किन्नरों को कोई वस्तु उपहार में दें और उनका आशीर्वाद लें।

तुला साप्ताहिक राशिफल

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वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए जून का महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आपको अपने कार्यक्षेत्र में मन लगाकर काम करना होगा।

करियर: इस महीने आपको अपने करियर को लेकर बहुत संभलकर रहने की ज़रूरत है। आपके मन में विरक्ति के भाव आ सकते हैं। आपको अपने काम पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।

शिक्षा: छात्रों को पढ़ाई के मामले में कुछ व्यवधान आ सकते हैं। आपको अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। स्वास्थ्य समस्याओं और पारिवारिक तनाव के कारण छात्रों को परेशानी हो सकती है।

पारिवारिक जीवन: परिवार के सदस्‍यों के बीच आपसी तालमेल की कमी हो सकती है। आपको अपने पिता की सेहत पर ध्‍यान देने की जरूरत है। परिवार में प्‍यार और स्‍नेह की कमी होने की आशंका है।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: जो जातक प्रेम संबंध में हैं, उन्‍हें बार-बार चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, आपको इनसे डरना नहीं है बल्कि अपने रिश्ते पर अडिग रहना है।

आर्थिक जीवन: आपकी आमदनी में लगातार बढ़ोतरी होने के संकेत हैं। आपके लिए धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। आपको कोई पैतृक संपत्ति मिलने की भी संभावना है।

स्वास्थ्य: इस समय आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए। आपको ब्‍लड प्रेशर, फुंसी-फोड़े, रक्त की अशुद्धि और मानसिक तनाव होने की आशंका है।

उपाय: आप इस महीने अनुकूल परिणाम प्राप्‍त करने के लिए शनिवार के दिन काली साबुत उड़द की दाल शनि देव के मंदिर में दान करें।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

धनु राशि 

धनु राशि वालों को व्यापार और वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है। आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। आपके लिए लंबी यात्रा और धार्मिक तीर्थ यात्रा के योग बन रहे हैं।

करियर: नौकरीपेशा जातकोंं को कार्यक्षेत्र में कठिन परिश्रम करने की जरूरत है। आपके ऊपर काम का दबाव भी बढ़ सकता है। आपको पदोन्नति मिलने की संभावना है।

शिक्षा: इस महीने छात्रों की एकाग्रता बार-बार भंग हो सकती है। आपको शारीरिक समस्याएं होने की आशंका है। उच्च शिक्षा प्राप्‍त कर रहे विद्यार्थियों को इस महीने अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देगा।

पारिवारिक जीवन: इस समय आपके पारिवारिक जीवन में असंतुलन आने के संकेत हैं। परिवार के सदस्‍यों के बीच आपसी तालमेल में कमी आ सकती है। आपके भाई-बहनों को कुछ परेशानियां हो सकती हैं।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: आपकी अपने प्रेमी से कुछ कहासुनी हो सकती है। वैवाहिक संबंधों में तनाव और टकराव बढ़ सकता है। पति-पत्‍नी के रिश्‍ते में मधुरता आएगी।

आर्थिक जीवन: पारिवारिक संपत्ति से आपको धन और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आप अपनी आय से संपत्ति को बढ़ा सकते हैं। आपके कुछ खर्चों में बढ़ोतरी होने की आशंका है।

स्वास्थ्य: आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इस दौरान वाहन चलाते समय सावधानी रखें। वाहन दुर्घटना की संभावना है।

उपाय: आप बृहस्पतिवार के दिन केले और पीपल का वृक्ष लगाएं।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि 

आपको इस महीने आलस से दूर रहने की सलाह दी जाती है। व्यापार और वैवाहिक संबंधों में तनाव उत्‍पन्‍न होने की आशंका है। आपके व्यवहार में भी गुस्सा बढ़ सकता है।

करियर: आप अपने कार्यक्षेत्र में हर काम को बेहतर तरीके से करेंगे। आपको इस समय नई नौकरी का अवसर मिल सकता है। साझेदारी में व्‍यापार करने वाले जातकों के अपने पार्टनर से संबंध बिगड़ सकते हैं।

शिक्षा: आपको शिक्षा में मनचाहे परिणाम मिलने के योग हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को बड़ी सफलता मिल सकती है। आपको आलस से दूर रहने की आवश्‍यकता है।

पारिवारिक जीवन: आपके परिवार में खुशियां रहेंगी। परिवार में कोई शुभ कार्य हो सकता है। आपके अपने भाई-बहनों से संबंध मधुर रहेंगे।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए महीने की शुरुआत का समय अच्‍छा रहने वाला है। आपका प्यार परवान चढ़ेगा। वैवाहिक संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।

आर्थिक जीवन: आमदनी में बढ़ोतरी होने के योग हैं। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी इसलिए आपको अपनी आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य: आपको आलस न करने की सलाह दी जाती है। इस पूरे महीने आपको स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

उपाय: आप शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को सफेद रंग की कोई वस्तु भेंट करें और उनका आशीर्वाद लें।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि 

यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। आपके पंचम भाव में पूरे महीने बृहस्पति महाराज विराजमान रहकर आपके प्रथम भाव पर दृष्टि डालेंगे जिससे आपको अनुभवी व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा।

करियर: आप अपनी मेहनत से अपना अलग मुकाम बनाएंगे। आप अपनी बुद्धिमानी और समझदारी के दम पर अपने कार्यक्षेत्र में अपनी धाक जमाने में कामयाब रहेंगे।

शिक्षा: इस महीने आप जितना ज्यादा मेहनत करेंगे, उतनी ही अधिक आपको सफलता मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को महीने के तीसरे सप्ताह में अधिक अनुकूल परिणाम प्राप्‍त होंगे।

पारिवारिक जीवन: इस महीने आपके घर में कोई खुशखबरी आ सकती है। इससे घर का माहौल खुशियों से भर जाएगा। आपके भाई-बहनों को सुख की प्राप्ति होगी।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: आपके और आपके पार्टनर के बीच प्‍यार बढ़ेगा। वहीं विवाहित जातकों के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है।

आर्थिक जीवन: आपकी आमदनी में लगातार बढ़ोतरी होने के योग हैं। इस समय आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आप शेयर बाजार में निवेश करने से लाभ होने की उम्‍मीद है।

स्वास्थ्य: इस महीने आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता हे। आपको रक्त में अशुद्धि, रक्त संक्रमण, चोट, घाव या फोड़े-फुंसी होने की आशंका है।

उपाय: आप बुधवार के दिन शाम के समय काले तिलों का दान करें।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि 

जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार इस महीने आपको अपने खर्चों को लेकर बहुत ज्यादा समझदारी दिखाने की जरूरत है। आपके कार्यों में रुकावट आ सकती है। आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर भी सतर्क रहना होगा।

करियर: आप अपनी मेहनत और सूझबूझ से कार्यक्षेत्र में नाम कमाएंगे। सरकारी नौकरी करने वाले जातकों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। आपको इस समय कठिन परिश्रम करने के लिए तैयार रहना होगा।

शिक्षा: अन्य गतिविधियों के कारण आपको पढ़ाई में ध्यान लगाने में दिक्‍कत आ सकती है। आप थोड़े से चिड़चिड़े भी हो सकते हैं जिस वजह से आपका पढ़ाई करने का मन नहीं करेगा। ऐसे में, आपको लगातार मेहनत करनी होगी।

पारिवारिक जीवन: परिवार में बड़े-बुजुर्गों को सम्मान मिलेगा। आपके घर का माहौल सामंजस्यपूर्ण रहेगा एवं परिवार के सदस्‍यों में आपसी प्यार बढ़ेगा। घर में कोई खुशखबरी आ सकती है।

प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम संबंध के मामले में यह महीना कठिन चुनौतियों से भरा रहने वाला है। बार-बार लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्‍पन्‍न हो सकती है। आपके प्रियतम का स्वभाव चिड़चिड़ा  हो सकता है।

आर्थिक जीवन: आपकी आमदनी में कुछ हद तक बढ़ोतरी होने के संकेत हैं। हालांकि, आपके लिए लगातार खर्चे बने रहेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी एवं आपको सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होगी।

स्वास्थ्य: महीने की शुरुआत में सूर्य और बुध की तीसरे भाव में उपस्थिति से आपकी स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आने के संकेत हैं। आपको पेट और बड़ी आंत से संबंधित समस्या हो सकती है।

उपाय: आपको मछलियों को दाना डालें।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. जून में बुध ग्रह किस राशि में उदित हो रहे हैं?

उत्तर. 11 जून को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर बुध मिथुन राशि में उदित होंगे।

प्रश्‍न 2. जून में जगन्‍नाथ यात्रा कब है?

उत्तर. 27 जून 2025 को जगन्‍नाथ यात्रा शुरू होगी।

प्रश्‍न 3. जून में पैदा होने वाले जातकों का शुभ अंंक क्‍या है?

उत्तर. भाग्‍यशाली अंक 3 और 6 है।

वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति से मेष सहित इन राशियों को मिलेगा लाभ

वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति से मेष सहित इन राशियों को मिलेगा लाभ

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको वृषभ राशि में बुध और सूर्य की युति के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कि 23 मई, 2025 को वृषभ राशि में बुध और सूर्य युति करेंगे। इस युति से कुछ राशियों को बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानें कि इसका राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

जन्म कुंडली में वृषभ राशि में सूर्य-बुध की युति को आम तौर पर सकारात्मक परिणाम देने वाला माना जाता है। यह संयोग आपको अच्छा संचार, तेज दिमाग और रिश्तों को मजबूत बनाने का कार्य करता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य और बुध की युति से बुध आदित्य योग का निर्माण होता है, जो बहुत शुभ माना जाता है। खासकर जब यह युति सिंह, मिथुन या कन्या राशि में हो रही हो। इस योग से व्यक्ति में तेज बुद्धि, नेतृत्व करने की क्षमता और करियर में सफलता के अच्छे संकेत मिलते हैं।

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बुध-सूर्य युति: सामान्य व्याख्याएं

बुद्धि और संचार:

यह युति मजबूत बुद्धि, संचार कौशल, सीखने और खुद को अभिव्यक्त करने की क्षमता प्रदान करता है।

करियर और महत्वाकांक्षा:

इस योग वाले लोग सफलता के लिए मेहनती होते हैं और वकालत, राजनीति, टीचिंग या कला जैसे क्षेत्रों के प्रति झुकाव रखते हैं।

नेतृत्व और अधिकार:

इस युति के तहत नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ती है और जातक अधिकारिक पदों पर पहुंच सकते हैं।

अलग-अलग भाव में देते हैं भिन्न-भिन्न परिणाम

इस योग का प्रभाव इस बात पर भी निर्भर करता है कि ये कुंडली के किस भाव में बैठा है। जैसे अगर दसवें भाव में हो, तो करियर में बड़ी सफलता दिला सकता है। इसके साथ-साथ बाकी ग्रहों की स्थिति भी असर डालती है।

वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति: बुधादित्य राजयोग

जब सूर्य और बुध एक ही भाव में होते हैं, तो इसे “बुधादित्य राजयोग” कहा जाता है। यह योग जातक को बड़ी सफलता, ताकत, ऊंचा पद, शोहरत, अच्छी बातचीत की कला, तेज बुद्धि और जिंदगी में बड़ी कामयाबी देता है। यह इसलिए माना जाता है क्योंकि सूर्य जीवन की ऊर्जा और ताकत देता है, और बुध दिमागी समझ और तर्कशक्ति का प्रतीक है।

यदि इस योग पर शुक्र या बृहस्पति ग्रह का प्रभाव पड़े, तो जातक का झुकाव अध्यात्म के प्रति भी अधिक हो सकती है यानी धर्म और साधना में रुचि लेता है। लेकिन यदि शनि, राहु या केतु ग्रह का प्रभाव पड़े तो यह योग थोड़ा और मजबूत बन जाता है और राजयोग यानी ऊंचे पद या शासन का संकेत देता है। हालांकि, यदि कोई ग्रह दुर्बल अवस्था में हो तो इस योग पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।

वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति: समय

वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा और 23 मई, 2025 की दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर बुध के वृषभ राशि में गोचर करने पर यह राजयोग बनेगा। सूर्य पहले से ही वृषभ राशि में स्थित होगा। यह राजयोग 6 जून 2025 तक रहेगा यानी 14 दिनों तक। इसके बुध मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे।

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वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति: सभी 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी शासन करता है और सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध-सूर्य युति आपके दूसरे भाव में होगी। इसके परिणामस्वरूप आप अच्छी मात्रा में धन कमाने और बचत करने में सक्षम होंगे। इन जातकों में संचार क्षमता मजबूत होती है और इसके चलते ये लोग बेहतरीन वक्ता, पत्रकार, मीडिया पेशेवर और इसी तरह के उद्योगों में खूब सफलता अर्जित करते हैं। साथ ही, माता-पिता की संपत्ति या पैतृक संपत्ति से भी आपको लाभ होगा। यदि शुक्र दूसरे भाव में है तो जातक की वाणी में मधुरता होती है।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध-सूर्य की युति आपके लग्न भाव में होगी और बेहद लाभकारी साबित होगी। इसके परिणामस्वरूप आप अत्यधिक उत्साह और ऊर्जा से भरे हुए रहेंगे और मानसिक रूप से भी फिट महसूस करेंगे। ये जातक उम्र बढ़ने के साथ-साथ अधिक बुद्धिमान होते जाएंगे, जिसके चलते जीवन में खूब सफलता अर्जित करेंगे। आपको अपने पिता का भी साथ मिलेगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं, जबकि सूर्य तीसरे भाव के स्वामी हैं। बुध-सूर्य की युति आपके बारहवें भाव में होगी। इसके परिणामस्वरूप यह युति आपके लिए अधिक लाभकारी प्रतीत नहीं हो रही है क्योंकि इस दौरान में आपको विदेशी भूमि में नुकसान हो सकता है। हालांकि आध्यात्मिक विकास के लिए यह अच्छा रहेगा। इस राशि में युति से जातक अध्यात्म के प्रति अधिक रुचि रखता है। बचत करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं क्योंकि आपके खर्चे तेजी से बढ़ने लगते हैं। जबकि अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर देने में सफल होते हैं। इन जातकों में सफल और बड़े निवेशक बनने की क्षमता होती है।

कर्क राशि

बुध ग्रह इनके लिए थोड़ा अशुभ माना जाता है क्योंकि यह इनकी कुंडली के तीसरे और बारहवें घर के स्वामी हैं। वहीं, सूर्य इनके लिए दूसरे भाव के स्वामी हैं। कर्क राशि वालों की कुंडली में बुधादित्य योग ग्यारहवें भाव में बन रहा है और यह बहुत अच्छा फल प्रदान करेंगे। इस दौरान आपको कई तरीकों से धन कमाने के मौके मिलते हैं। शिक्षा का क्षेत्र इनके लिए कमाई का बड़ा जरिया बन सकता है। मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में भी ये लोग बहुत अच्छा करते हैं क्योंकि इनमें रचनात्मकता भरी होती है। हालांकि, संतान प्राप्ति में इन्हें थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं। इसके उपाय के लिए ये किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं।

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सिंह राशि

बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य लग्न भाव के स्वामी हैं। ये दोनों ग्रह सिंह राशि के जातकों के लिए दसवें भाव में स्थित होंगे और ये योग आपको शानदार फल प्रदान करेगा, खासतौर से करियर में। इस योग से सिंह राशि वाले लोग जिंदगी में बड़ी कामयाबी हासिल करते हैं। ये लोग आरामदायक जीवन जीते हैं और कार, घर जैसी संपत्ति के मालिक बनते हैं। साथ ही इनके पास राजनीति में जाने या सरकारी नौकरी पाने के अच्छे मौके होते हैं। ये लोग गाड़ियों के व्यापार, रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी के धंधे में भी खूब तरक्की करते हैं।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध लग्न और दसवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में जब सूर्य और बुध इस राशि में युति करते हैं तो नौकरीपेशा लोगों के लिए थोड़ा उतार-चढ़ाव ला सकता है। अगर ये योग आपकी कुंडली के नौवें भाव में बनता है, तो कुल मिलाकर अच्छा रहता है, लेकिन इसमें अचानक ट्रांसफर या यात्रा के योग भी बन सकते हैं।

इस समय आपको भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे नए मौके मिलेंगे। आप मेहनत करके धनवान बन सकते हैं और इसमें आपके पिता का सहयोग भी बहुत अहम रहेगा। पारिवारिक बिजनेस में भी सफलता मिल सकती है। पिता के साथ रिश्ते अच्छे और मजबूत रहेंगे।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए, सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और बुध नौवें व बारहवें भाव के स्वामी हैं। तुला राशि वालों के लिए यह योग आपके आठवें भाव में बनेंगे स्वदेशी लोग समृद्ध होंगे और अप्रत्याशित समृद्धि का अनुभव करेंगे क्योंकि आठवां भाव अचानक घटनाओं का भाव हैं। इस दौरान शेयर मार्केट या लॉटरी में निवेश करना इनके लिए फायदेमंद रहेगा। ये लोग अपनी बातचीत की कला से पैसा कमा सकते हैं और माता-पिता की संपत्ति से भी लाभ मिलेगा।

वृश्चिक राशि

बुध वृश्चिक राशि के लिए आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और लग्न स्वामी मंगल का शत्रु है। सूर्य, दसवें भाव के स्वामी हैं और जब ये दोनों ग्रह विवाह और साझेदारी के सातवें भाव में मिलते हैं, तो व्यापार में तो जबरदस्त फायदा मिलता है, लेकिन शादीशुदा जिंदगी में थोड़े झगड़े और तनाव आ सकते हैं।

ये लोग व्यापार, मार्केटिंग, अकाउंट्स, फाइनेंस और बिजनेस में बहुत सफल होते हैं। इनकी पर्सनालिटी भी आकर्षक होती है और बोलचाल में माहिर होते हैं। अपनी बातों और ह्यूमर से ये लोग सबका ध्यान खींचते हैं। हालांकि, शादी में थोड़ी दिक्कतें आ सकती हैं, लेकिन अगर शुक्र कुंडली में अच्छा है तो ये परेशानी भी खत्म हो जाएगी।

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धनु राशि

धनु राशि के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं। यह युति आपके छठे भाव में होगी। बुधादित्य योग छठे भाव में होने पर आप अपने विरोधियों और दुश्मनों पर जीत हासिल करेंगे। बिजनेस में आपको बड़ा फायदा मिलेगा और कानूनी मामलों में भी सफलता मिलेगी। निवेश से भी लाभ होगा। बस थोड़ा ध्यान देना होगा क्योंकि इस योग से खर्चे बढ़ सकते हैं, जो थोड़ी परेशानी का कारण बन सकते हैं।

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध-सूर्य के बीच यह युति पांचवें भाव में होगी। जिसके परिणामस्वरूप आप अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सावधान रहना पड़ सकता है। लेकिन धन के मामले में यह योग बहुत शुभ है। आय का प्रवाह बना रहेगा और कमाई के कई रास्ते खुलेंगे। आप मीडिया, एंटरटेनमेंट, लेखन, पत्रकारिता और फिल्मी दुनिया में सफल हो सकते हैं। आपकी शादी की बात कहीं बन सकती है। अगर आपकी कुंडली में सातवां भाव पांचवें या ग्यारहवें भाव से जुड़ा है, तो आप बिजनेस में बहुत अच्छे बन सकते हैं। हालांकि संतान प्राप्ति में थोड़ी रुकावट आ सकती है।

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के लिए, बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं। ये दोनों ग्रह माता, आराम और विलासिता के चौथे भाव में युति करेंगे। कुंडली में चौथे भाव में बुधादित्य योग का होना विशेष रूप से शुभ प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि यह माता के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

इस अवधि के दौरान आपकी माता को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि आपके कामकाज में आपको सफलता मिलेगी और गाड़ियां, घर और बाकी सुख-सुविधाएं भी मिलेंगी। आप लेखन, मीडिया, कम्युनिकेशन और खासतौर पर पत्रकारिता में चमक सकते हैं।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य ऋण, शत्रु और रोगों के छठे भाव के स्वामी हैं। वृषभ राशि में बुध-सूर्य की युति तीसरे भाव में होगी। यह योग का अभ्यास करने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

इस योग के असर से आपके छोटे भाई-बहनों की बजाय बड़े भाई-बहन होने के चांस ज्यादा हैं। आप बहुत मेहनती रहेंगे और उसी मेहनत के दम पर जीवन में सफलता पाएंगे। मार्केटिंग और सेल्स के क्षेत्र में आप आसानी से आगे बढ़ सकते हैं, क्योंकि आपकी बोलचाल और समझाने की ताकत बहुत अच्छी रहेगी। अगर आपकी कुंडली में नवम भाव के स्वामी दूसरे या ग्यारहवें भाव में बैठा है, तो आपके पास धन कमाने के बहुत अच्छे योग बनते हैं। इसे धन योग कहा जाता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध किस राशि पर शासन करता है?

मिथुन और कन्या।

2. सूर्य किस राशि पर शासन करता है?

सिंह

3. सूर्य की उच्च राशि कौन सी है?

मेष।

बुध का वृषभ राशि में गोचर: विश्व समेत राशियों को किस तरह करेंगे प्रभावित? जानें!

बुध का वृषभ राशि में गोचर: विश्व समेत राशियों को किस तरह करेंगे प्रभावित? जानें!

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का वृषभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि बुध के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कि 23 मई, 2025 को बुध वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध के गोचर से कुछ राशियों को बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में बुध ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, मानसिक चपलता और संचार से संबंधित ग्रह माना जाता है। यह हमारे सोचने के तरीके, आत्म-अभिव्यक्ति और सीखने को नियंत्रित करता है। बुध का असर तकनीक, यात्रा और छोटे सफर पर भी पड़ता है। किसी जातक के बातचीत के ढंग, जानकारी को समझने के तरीके और  सोचने की शैली का अंदाजा कुंडली में बुध की स्थिति से लगाया जा सकता है।

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: समय

बुध का वृषभ राशि में गोचर 23 मई, 2025 की दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर होगा। आइए जानें कि इसका विभिन्न राशियों, विश्वव्यापी घटनाओं और शेयर बाजार पर क्या अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा।

बुध का वृषभ राशि में गोचर: विशेषताएं 

बुध की दोहरी ऊर्जा के परिणामस्वरूप आपका जीवनसाथी आपके करियर या व्यापार में मदद करेंगे। इस दौरान आप पार्टनरशिप कर सकते है या व्यावसायिक समझौता कर सकतेहृ हैं क्योंकि बुध समझदारी और अच्छा निर्णय लेने की क्षमता देता है। आप भावनात्मक हैं, लेकिन अपनी भावनाएं नहीं दिखाते क्योंकि आप हमेशा सोच-विचार की दुनिया में व्यस्त रहते हैं। आपको ऐसा जीवनसाथी चाहिए जो आपसे बातचीत कर सके और समझदार हो। आपकी बातचीत करने की क्षमता बहुत अच्छी होती है, खासकर व्यापार या कॉर्पोरेट दुनिया में। लेकिन आप हर काम में बहुत सोच-समझकर, गणना करके और कभी-कभी आलोचनात्मक तरीके से काम करते हैं, जिससे कई बार समस्याएं भी हो सकती हैं।

जिन लोगों की कुंडली में बुध वृषभ राशि में होता है, वे ज्ञान प्राप्त करने की कोशिश करते हैं और फिर अपनी गहरी सोच से समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करते हैं। आपके बच्चे बुद्धिमान होंगे और आपका वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा। जीवनसाथी सहयोगी और समझदार होगा, जिससे शादीशुदा जीवन शांतिपूर्ण रहेगा। आपको मीडिया, संचार, डिजिटल मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, सॉफ्टवेयर, वेब डिजाइन जैसे क्षेत्रों में काम करने से लाभ मिलेगा और आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेगा सकारात्मक परिणाम 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृषभ राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होगा। हालांकि, बुध आपके लग्न स्वामी से जुड़ा हुआ है, इसलिए मेष राशि के लिए बुध को लाभकारी ग्रह नहीं माना जाता है। इसके बावजूद, बुध का वृषभ राशि में गोचर होने के दौरान मेष राशि वालों को अनुकूल परिणाम प्राप्‍त होंगे। कॉर्पोरेट जगत से जुड़े मेष राशि के जातकों के लिए यह अवधि विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। यह समयावधि खासतौर पर व्‍यवसाय करने वाले जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।

आपका परिवार आपका पूरा समर्थन करेगा और आपके आस-पास का वातावरण सुखद रहने वाला है। इसके अलावा इस गोचर के दौरान आपके लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद भी सुलझ सकते हैं। इससे परिवार के सदस्‍यों के बीच मेलजोल और एकता की भावना और मजबूत होगी।

इस गोचर के दौरान मेष राशि वाले सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय रहेंगे और कई लोगों से बात करेंगे। वित्त के मामले में यह अनुकूल समय है। आपके लिए धन कमाने और वित्तीय स्थिति में सुधार आने की संभावनाएं बनी हुई हैं।

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कर्क राशि

कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके ग्‍यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली का बारहवां भाव आय, दोस्‍ती, बड़े भाई-बहनों और जीवन में विभिन्‍न उपलब्धियों का कारक होता है। बुध का वृषभ राशि में गोचर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा क्‍योंकि बुध का मार्गी चाल चलना आपके भाग्‍य को बढ़ावा देगा।

सीधी चाल में बुध कर्क राशि के लोगों को सौभाग्य प्रदान करेगा, इसलिए यह गोचर बहुत लाभकारी होगा। वित्त की बात करें, तो बुध के प्रभाव से आपकी आमदनी में वृद्धि देखने को मिलेगी। इस दौरान आपकी सेहत में भी सुधार आने की उम्‍मीद है और आप सकारात्‍मक मानसिकता रखेंगे जिससे आपको तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।

 धन के मामले में, बुध का प्रभाव आपको महत्वपूर्ण वेतन वृद्धि के योग्य बनाएगा। वृषभ राशि में बुध के इस गोचर के दौरान, आपको अपने स्वास्थ्य में भी सुधार देखने को मिलेगा और आप खुशमिजाज रहेंगे, ये दोनों ही चीजें तनाव प्रबंधन में बहुत सहायक होंगी।

करियर की बात करें, तो इस समय आप अपने मन में जो भी काम करने की ठान लेंगे, उसे पूरा करने के लिए आपके पास दृढ़ संकल्‍प और ऊर्जा मौजूद होगी। इस समय आप जोश और उत्‍साह से भरपूर नज़र आएंगे जिससे आपकी उत्‍पादकता में भी वृद्धि होगी। प्रेम संबंधों की बात करें, तो यह समयावधि विशेष रूप से कर्क राशि वालों के लिए अनुकूल रहने वाली है।

सिंह राशि

सिंह राशि के दूसरे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी बुध हैं, जो कि आपके वित्त के लिए एक प्रमुख ग्रह माना जाता है। अब बुध का वृषभ राशि में गोचर होने के दौरान वह आपके दसवें भाव में रहेंगे जो कि कर्म भाव है। वैदिक ज्‍योतिष में इस भाव को करियर, प्रतिष्‍ठा, राजनीति और महत्‍वाकांक्षाओं का कारक माना जाता है। इस समय सिंह राशि के लोगों को सकारात्‍मक परिणाम मिलने की संभावना है। बुध का गोचर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा और आपको अपने करियर में प्रगति मिल सकती है।

इस समय नौकरीपेशा जातक वेतन में वृद्धि एवं प्रमोशन के साथ पेशेवर विकास करेंगे। आपकी कड़ी मेहनत और समर्पण को पहचान मिलेगी एवं आपके सहकर्मी और वरिष्‍ठ अधिकारी आपकी सराहना करेंगे। आप अपने उच्‍च अधिकारियों और अपने बॉस का समर्थन पाने में सक्षम होंगे जिससे आपको अपने करियर में अधिक अवसर प्राप्‍त हो पाएंगे।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी बुध हैं, जो कि अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस राशि वाले जातकों के लिए बुध का वृषभ राशि में गोचर अत्यंत अनुकूल रहने वाला है। ज्‍योतिष में कुंडली का चौथा भाव सुख, मां, लोकप्रियता, भावनाओं और चल-अचल संपत्ति का कारक होता है।

इस भाव में बुध का होना कुंभ राशि वालों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। आप आधुनिक उपकरणों या घर में कोई सुधार करने पर पैसा खर्च कर सकते हैं। जो जातक घर से कोई व्‍यवसाय शुरू करना या पेशेवर कार्य करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय बहुत अनुकूल रहने वाला है। आपकी कड़ी मेहनत और सौभाग्‍य से आपका पारिवारिक व्‍यवसाय भी नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।

मीन राशि

बुध का वृषभ राशि में गोचर के दौरान बुध आपके तीसरे भाव में विराजमान हैं जो कि संचार, साहस, छोटे भाई-बहनों और उत्‍साह का कारक होता है। बुध इस राशि के चौथे और सातवें भाव के स्‍वामी हैं और तीसरे भाव में बुध के गोचर को लाभकारी माना जाता है। तीसरे भाव को सहज भाव के नाम से भी जाना जाता है जो कि साहस, दृढ़ संकल्‍प, जिज्ञासा और जुनून को दर्शाता है।

इस गोचर के दौरान विशेष रूप से लंबी बीमारी से उबर रहे रहे मीन राशि वाले जातकों को अपने स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिल सकता है। इस सकारात्‍मक बदलाव के कारण आप अपने करीबी दोस्‍तों के साथ जीवन का आंनद ले पाएंगे और अंदर से प्रसन्न महसूस करेंगे। आप अपनी दिनचर्या से ब्रेक लेने या कहीं घूमने जाने के बारे में भी सोच सकते हैं। इसके अलावा इस समयावधि में आपको अपने शौक और जुनून को पेशे में बदलने का मौका मिल सकता है।

आप अपने छोटे भाई-बहन या शेयर मार्केट या सट्टे से संबंधित क्षेत्र में व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इस समय आपके लिए अचानक यात्रा करने के योग बन रहे हैं जिसमें तीर्थ स्थल की यात्रा भी शामिल है।

बुध का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लग्न भाव में बुध का यह गोचर होने जा रहा है। बुध इस राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्‍वामी हैं। इस समय वृषभ राशि वाले जातकों को विशेष रूप से वित्तीय मामलों को लेकर कई तरह की परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। बुध का वृषभ राशि में गोचर आपकी आर्थिक स्थिति के लिए अनुकूल नहीं लग रहा है। खर्चों में बढ़ोतरी होने की वजह से आपके ऊपर आर्थिक दबाव बढ़ सकता है और शादीशुदा जातकों को अपने पार्टनर के साथ असहमति होने की वजह से वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

इसकी वजह से आपको अनावश्यक और फिज़ूलखर्चों से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये आपकी स्थिति को और ज्यादा खराब कर सकते हैं। हालांकि, निजी जीवन में वृषभ राशि के लोगों को इस समय अवधि में शांति और संतुष्टि का एहसास होगा। सेहत की बात करें, तो आपको किसी पुरानी बीमारी या स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या से मुक्ति मिल सकती है और आप शारीरिक रूप से पहले से ज्यादा फिट महसूस करेंगे।

बुध का वृषभ राशि में गोचर: उपाय

  • प्रत्येक बुधवार को 108 बार ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
  • पक्षियों और गायों को भोजन खिलाएं या उनके संरक्षण के लिए प्रयास करें।
  • मौखिक स्वच्छता बनाए रखें।
  • अधिकतम लाभ के लिए भगवान गणेश की पूजा करें।

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बुध का वृषभ राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव

व्यापार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव

  • चूंकि बुध व्यापार के कारक हैं, इसलिए कई कंपनियों में मंदी देखी जा सकती है।
  • इस संक्रमण के दौरान, सार्वजनिक क्षेत्र, मेडिसिन के क्षेत्रों और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर उद्योग को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
  • कुछ महीनों तक अच्छा प्रदर्शन करने के बाद, परिवहन, हस्तशिल्प, हथकरघा आदि उद्योगों में एक बार फिर गिरावट देखी जा सकती है।

कृषि और विविध क्षेत्र

  • विभिन्न कार्यक्रमों और सुधारों के माध्यम से, सरकार देश भर में उपर्युक्त उद्योगों की सहायता करती हुई दिखाई दे सकती है।
  • शेयर बाजार और सट्टा बाज़ार में अचानक गिरावट आ सकती है।
  • बड़े नेता और उच्च पदों पर बैठे लोग जिम्मेदारी से बातें करते हुए, जनता से मिलते और उनकी बातें सुनते दिखाई दे सकते हैं।
  • भारत में लोग धर्म और आध्यात्म की ओर ज्यादा झुकाव दिखा सकते हैं।
  • प्राइवेट कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों को कई तरीकों से फायदा मिल सकता है।

बुध का वृषभ राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट

ग्रहों में राजकुमार बुध 23 मई को वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध व्यापार के कारक हैं और इस गोचर का भी शेयर बाजार पर असर पड़ेगा। आइए जानते हैं बुध का वृषभ राशि में गोचर का शेयर बाजार पर क्या असर पड़ेगा।

  • अडानी, रिलायंस, टाटा प्रॉपर्टी, रेडी, विप्रो, बिड़ला, बजाज, सत्यम और दूसरी होटल चेन कंपनियों के शेयरों की कीमतों में पहले गिरावट आ सकती है, लेकिन बाद में ये फिर से बढ़ सकती हैं।
  • सॉफ्टवेयर कंपनियों, यस बैंक, हिंदुस्तान लीवर, सिप्ला, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, आईडीपी बैंक, आईडीएफसी बैंक, पीएसी, जियो, जोमैटो, एलएंडटी, जुबिलेंट फूड, अंबुजा सीमेंट, एसीसी, आईपीसीएल, आईबीपी, इंफोसिस और अन्य कंपनियों में भी लाभदायक निवेश मिल सकता है। उम्मीद है कि इस दौरान इन क्षेत्रों में काफी वृद्धि होनी चाहिए।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न.

1. बुध किन दो राशियों पर शासन करता है?

मिथुन और कन्या

2. बुध किस राशि में नीच का हो जाता है?

मीन राशि

3. कौन सा ग्रह अपनी राशि में उच्च का हो जाता है?

बुध

इस सप्ताह बुध करेंगे अपनी चाल में परिवर्तन, इन राशियों के होंगे अच्छे दिन शुरू!

इस सप्ताह बुध करेंगे अपनी चाल में परिवर्तन, इन राशियों के होंगे अच्छे दिन शुरू!

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से आपको वर्ष 2025 के पांचवें महीने मई के तीसरे सप्ताह से संबंधित समस्त जानकारी विस्तारपूर्वक प्राप्त होगी। ऐसे में, आपके दिल और दिमाग में आने वाले सप्ताह को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे कि क्या यह हफ़्ता आपको अच्छे या बुरे किस तरह के परिणाम देगा? क्या करियर में मिलेगी सफलता या धीमी रहेगी रफ़्तार? स्वास्थ्य रहेगा एकदम फिट या सेहत बनी रहेगी नाज़ुक? लव लाइफ में बनी रहेगी मिठास या होंगे मतभेद? वैवाहिक जीवन रहेगा प्रेम से पूर्ण या समस्याओं की होगी भरमार? इन सभी सवालों के जवाब आपको साप्ताहिक राशिफल के हमारे इस ख़ास ब्लॉग में मिलेंगे। तो आइए बिना देर किए जानते हैं आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह। 

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शायद ही आप जानते होंगे कि साप्ताहिक राशिफल का यह लेख हमारे अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा  ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के विश्लेषण के आधार पर तैयार किया गया है। साप्ताहिक राशिफल के इस स्पेशल ब्लॉग में आपको मई 2025 के इस सप्ताह (19 मई से 25 मई, 2025) के व्रत-त्योहारों समेत होने वाले ग्रहों के गोचर से भी हम आपको अवगत करवाएंगे। साथ ही, किन मशहूर सितारों का जन्मदिन इस हफ्ते में आता है, इससे भी आपको रूबरू कराएंगे। तो आइए अब हम आगे बढ़ते है और सबसे पहले जान लेते हैं इस सप्ताह का पंचांग। 

इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना

मई 2025 के तीसरे सप्ताह यानी 19 मई से 25 मई का आरंभ श्रवण नक्षत्र के तहत कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि अर्थात 19 मई 2025, सोमवार को होगा जबकि इस हफ़्ते की समाप्ति भरणी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी कि 25 मई 2025 को हो जाएगी। मई के इस हफ़्ते का समापन शोभन योग में होगा जो कि बेहद शुभ माना जाता है। इस अवधि में कई व्रत और त्योहारों को मनाया जाएगा और साथ ही, इस दौरान ग्रहों के गोचर भी देखने को मिलेंगे। इस बारे में हम विस्तार से बात करेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं मई के तीसरे सप्ताह के व्रत एवं त्योहारों के बारे में। 

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इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों की जानकारी

व्रत एवं त्योहार सनातन धर्म के साथ-साथ हमारी ज़िन्दगी में भी महत्व रखते हैं। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में अक्सर लोग इन महत्वपूर्ण पर्वों को भूल जाते हैं। इसी क्रम में, आपके साथ ऐसा न हो इसलिए हमारे ब्लॉग का यह सेक्शन आपको 19 मई से 25 मई में पड़ने वाले व्रत-पर्वों की तिथियां की जानकारी देने जा रहे हैं।

अपरा एकादशी (23 मई 2025, शुक्रवार): अपरा एकादशी का व्रत जगत के पालनहार भगवान् विष्णु को समर्पित होता है जिसे अजला एकादशी भी कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि पर अपरा एकादशी व्रत को किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत करने से जातक की धन-संपदा में वृद्धि होती है और अपार पुण्य भी प्राप्त होता है। 

प्रदोष व्रत (24 मई 2025, शनिवार): प्रत्येक माह कृष्ण और शुक्ल पक्ष को त्रयोदशी को प्रदोष व्रत किया जाता है। बता दें कि सूर्यास्त के बाद और रात से पहले की अवधि को प्रदोष काल कहते है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और उनकी पूजा विधि-विधान से की जाती है। जो जातक प्रदोष व्रत सच्चे मन से करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। 

मासिक शिवरात्रि (25 मई 2025, रविवार): हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव के लिए भक्तिभाव से भक्त व्रत करते हैं। कहते हैं कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से जातक को शिव जी का आशीर्वाद मिलता है और आपके जीवन से हर विपदा का नाश हो जाता है। 

हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।

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इस सप्ताह (19 मई से 25 मई, 2025) पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है क्योंकि यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य जीवन को प्रभावित करते हैं, इसलिए आपको ग्रहों के गोचर की जानकारी होना आवश्यक होता है। इसी क्रम में, यहाँ हम आपको बताने जा रहे हैं कि मई 2025 के इस तीसरे सप्ताह में केवल एक ग्रह अपनी राशि में बदलाव करेगा। लेकिन, इस राशि परिवर्तन का असर मनुष्य के जीवन पर दिखाई दे सकता है।  बात करें ग्रहण की, तो इस सप्ताह कोई भी ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।

बुध का वृषभ राशि में गोचर (23 मई 2025): मई के तीसरे सप्ताह में केवल एक गोचर होगा जो कि वाणी, व्यापार और बुद्धि के कारक ग्रह का होगा। बता दें कि बुध महाराज अस्त अवस्था में रहते हुए 23 मई 2025 की दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे। 

इस सप्ताह (19 मई से 25 मई, 2025)  के शुभ मुहूर्तों की सूची 

19 मई से 25 मई, 2025 के विवाह मुहूर्त

दिनांक एवं दिननक्षत्रतिथिमुहूर्त का समय
22 मई 2025, गुरुवारउत्तराभाद्रपदएकादशीरात 01 बजकर 11 मिनट से सुबह 05 बजकर 46 मिनट तक
23 मई 2025, शुक्रवारउत्तराभाद्रपद, रेवतीएकादशी, द्वादशीसुबह 05 बजकर 46 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 46 मिनट तक
24 मई 2025, शनिवार रेवतीद्वादशीसुबह 05 बजकर 22 मिनट से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक 

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इस सप्ताह के नामकरण मुहूर्त 

जो माता-पिता अपने नवजात शिशु का नामकरण संस्कार संपन्न करना चाहते हैं, लेकिन आपको कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिल रहा है, तो हम आपको मई 2025 के तीसरे सप्ताह के शुभ मुहूर्त नीचे प्रदान कर रहे हैं जो कि इस प्रकार हैं:

तिथि मुहूर्त
19 मई 2025, सोमवार05:28:25 से 19:30:45
22 मई 2025, गुरुवार17:48:30 से 29:26:58 
23 मई 2025, शुक्रवार05:26:32 से 29:26:32
25 मई 2025, रविवार05:25:45 से 11:13:20

इस सप्ताह अन्नप्राशन संस्कार के शुभ मुहूर्त

मई के इस सप्ताह में संतान का अन्नप्राशन संस्कार करने के इच्छुक माता-पिता इस शुभ मुहूर्त में अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कर सकते हैं। 

तिथिमुहूर्त 
19 मई 202519:11-23:34

इस सप्ताह के मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त

मई के इस सप्ताह (19 मई से लेकर 25 मई, 2025) के बीच मुंडन के लिए केवल एक शुभ मुहूर्त उपलब्ध है। 

तिथिदिनमुहूर्त 
19 मई 2025सोमवार06:14:48 से 29:28:25

इस सप्ताह के कर्णवेध संस्कार के मुहूर्त 

मई के तीसरे सप्ताह में आप अपनी संतान का कर्णवेध इन तिथियों पर संपन्न कर सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं:

तिथिनुहुर्त
23 मई, 202516:36-18:55
24 मई, 202507:23-11:5814:16-18:51
25 मई, 202507:19-11:54

विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं हर समस्या का समाधान  

इस सप्ताह जन्मे कुछ मशहूर सितारे

19 मई 2025: रस्किन बांड, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, लाल थान्हावला

20 मई 2025: डेरिल मिशेल, विजय वसंत, मनोज मंचू

21 मई 2025: अखिलेश प्रताप सिंह, मॉरीस आंद्रे, जेफरी डामर

22 मई 2025:  सरफराज अहमद, सुहाना खान, सोफिया अब्राहो

23 मई 2025: मधुमिला, रोरी जॉन गेट्स, सिद्धेश लाड

24 मई 2025: आर्य बब्बर, जीत गांगुली, रानी विक्टोरिया

25 मई 2025: ताजिंदर सिंह, कागिसो रबाडा, श्री दिव्या

एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा 

 सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं। 

साप्ताहिक राशिफल: 19 मई से 25 मई, 2025  

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष साप्ताहिक राशिफल 

आपकी चंद्र राशि से केतु के पांचवे भाव में होने के कारण इस….. (विस्तार से पढ़ें) 

मेष प्रेम राशिफल 

इस सप्ताह संभव है कि प्रेम में पड़े जातकों को अपने रिश्ते को लेकर….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

आपकी चंद्र राशि से शनि के ग्‍यारहवें भाव में होने के कारण….(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

इस सप्ताह संभव है कि प्रेम में पड़े जातकों को अपने रिश्ते….(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन प्रेम राशिफल

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कर्क साप्ताहिक राशिफल

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सिंह साप्ताहिक राशिफल

आपकी चंद्र राशि से बृहस्‍पति के ग्‍यारहवें भाव में उपस्थित होने पर आपको चेहरे….(विस्तार से पढ़ें)

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इस सप्ताह आपको अपनी ओर से, अपने प्रेमी और उसके दोस्तों……(विस्तार से पढ़ें)

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तुला साप्ताहिक राशिफल

आपकी चंद्र राशि से राहु के पांचवे भाव में होने के कारण ये सप्ताह…..(विस्तार से पढ़ें)

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वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

आपकी चंद्र राशि से केतु के दसवें भाव में होने के कारण ये सप्ताह…..(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मई 2025 में बुध कब अस्त होंगे?

बुध महाराज 18 मई 2025 को मेष राशि में अस्त हो जाएंगे। 

2. मई 2025 में मासिक शिवरात्रि कब है? 

इस माह मासिक शिवरात्रि का व्रत 25 मई 2025, रविवार को किया जाएगा। 

3. अपरा एकादशी 2025 में कब है?

अपरा एकादशी 23 मई 2025 को मनाई जाएगी। 

18 महीने बाद पापी ग्रह राहु करेंगे कुंभ राशि में गोचर, इन राशियों का होगा गोल्डन टाइम शुरू!

18 महीने बाद पापी ग्रह राहु करेंगे गोचर, इन राशियों का होगा गोल्डन टाइम शुरू!

राहु का कुंभ राशि में गोचर: राहु को क्रूर और पापी ग्रह माना जाता है इसलिए इनका नाम सुनते ही लोग भयभीत हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राहु को अप्रत्याशित फल देने वाला ग्रह कहा गया है। मान्यताओं  के अनुसार, इस ग्रह के स्वभाव को समझना सबसे ज्यादा मुश्किल है। एक तरफ, राहु महाराज कठोर वाणी, जुआ, चोरी, बुरे कर्म, त्वचा रोग आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं दूसरी तरफ, राहु ग्रह के शुभ प्रभाव से व्यक्ति अपने जीवन में सभी तरह की भौतिक सुख-सुविधाएं, मान-सम्मान, वैभव, प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ राजनीति-कूटनीति में सफलता और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है। 

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इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि सभी ग्रहों में राहु ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है जो सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीकों से प्रभावित करने की अपार क्षमता रखते हैं। ऐसे में, अब यह अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज एआई का यह लेख आपको “राहु का कुंभ राशि में गोचर” से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा। कब और क्या रहेगा राहु गोचर का समय? सभी 12 राशियों को कैसे देंगे परिणाम और आप किन उपायों को करके राहु देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे इस ब्लॉग में मिलेंगे। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं राहु गोचर स्पेशल इस लेख की। 

राहु का कुंभ राशि में गोचर: तिथि और समय

राहु एक छाया ग्रह है जो धार्मिक ग्रंथों में असुर माने गए हैं। इन्हें नवग्रहों में दैत्यों के सेनापति का पद प्राप्त है। प्राचीन ग्रंथों में राहु का वर्णन आध्यात्मिक ग्रह के रूप में भी किया गया है और अब यह 18 मई 2025 की शाम 05 बजकर 08 मिनट पर मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर कर जाने जा रहे हैं। बता दें कि नवग्रहों में राहु और केतु ही ऐसे ग्रह हैं जो हमेशा वक्री चाल चलते हैं और कभी मार्गी नहीं होते हैं। ऐसे में, राहु वक्री अवस्था में ही कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। हालांकि, राहु का कुंभ राशि में गोचर अच्छा कहा जा सकता है क्योंकि इनका यह राशि परिवर्तन अपने मित्र शनि देव की राशि में हो रहा है, इसलिए हम अनुकूल परिणामों की अपेक्षा कर सकते हैं। 

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आइए हम आपको अवगत करवाते हैं ज्योतिष में राहु ग्रह के महत्व से। 

ज्योतिषीय दृष्टि से: राहु ग्रह   

वैदिक ज्योतिष में छाया ग्रह राहु को मायावी ग्रह कहा गया है और इसे समझना बहुत कठिन होता है। साथ ही, राहु ग्रह के बारे में मान्यता है कि कलयुग में राहु ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जो लोगों की तकदीर रातों रात बदल सकता है। अन्य युगों की तुलना में राहु को कलयुग में अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। राहु महाराज कठोर वाणी, जुआ, यात्रा, चोरी, पाप कर्म, त्वचा रोग, धार्मिक यात्राओं आदि के कारक हैं। जिन जातकों की कुंडली में बुध महाराज अशुभ भाव में होते हैं या पीड़ित अवस्था में होते हैं, उन्हें अपने जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

राहु की उच्च राशि मिथुन है और यह धनु राशि में नीच अवस्था में होते हैं। सभी 27 नक्षत्रों में इन्हें स्वाति, शतभिषा और आद्रा नक्षत्र पर शासन प्राप्त है। अगर हम बात करें राहु के शत्रु और मित्र ग्रह की, तो राहु महाराज बुध, शुक्र और शनि ग्रह के मित्र हैं जबकि सूर्य और चंद्रमा को इनके सबसे बड़े शत्रु माना जाता है। सूर्य और चंद्रमा के प्रति शत्रुता के भाव रखने के कारण ही राहु इन दोनों ग्रहों पर समय-समय पर ग्रहण लगाते हैं। वहीं, मंगल और गुरु ग्रह के साथ राहु के तटस्थ संबंध माने गए हैं। 

राहु ग्रह का धार्मिक महत्व 

धार्मिक दृष्टि से राहु ग्रह को विशेष दर्जा प्राप्त है और यह ग्रहण के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। धार्मिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन से अमृत का कलश निकलने पर देवताओं और असुरों के बीच युद्ध होने लगा, उस समय भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर देवताओं को अमृतपान करवाना शुरू कर दिया। इस बीच स्वर्भानु नामक एक असुर देवता का रूप लेकर देवताओं के बीच में आकर बैठ गया और अमृत पीने लगा, तब ही सूर्य और चंद्रमा ने विष्णु जी को स्वर्भानु के बारे में बता दिया। 

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भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से उस असुर का सिर धड़ से अलग कर दिया। ज्योतिष में सिर को राहु और धड़ को केतु के नाम से जाना गया। इसी क्रम में, जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है और सूर्य की तरफ चंद्रमा का मुख होता है, तब जो छाया पृथ्वी पर पड़ती है, वह राहु का प्रतिनिधित्व करती है।

क्या होता है राहुकाल?

राहुकाल की अवधि राहु को समर्पित होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, राहु ग्रह से प्रभावित यह एक ऐसी अवधि होती है जिसे अशुभ माना जाता है इसलिए इस दौरान शुभ कार्यों को करना वर्जित होता है और इसे ही राहु काल कहा जाता है। एक दिन में राहु काल डेढ़ घंटे का होता है। हालांकि, तिथि और स्थान के आधार पर राहु काल में अंतर होता है। 

राहु ग्रह का स्वरूप 

बात करें राहु ग्रह के स्वरूप की, तो वेद मंत्रों के अनुसार राहु देव हमेशा अपने भक्तों को धन-वैभव और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। यह चंदन पुष्प और अक्षत से सुशोभित होते हैं जिन्होंने हाथों में खड़क लिया हुआ है और दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके भद्रासन पर आसीन होते हैं। इनका वर्ण नीला बताया गया है। 

मनुष्य जीवन पर राहु का प्रभाव 

ज्योतिष शास्त्र मानता है कि जिन लोगों की कुंडली में राहु लग्न भाव में होता है, उनका व्यक्तित्व सुंदर और आकर्षक होता है। ऐसा जातक जोखिम भरे कार्यों से डरता नहीं है और समाज में मान-सम्मान हासिल करता है। लेकिन, राहु की इस स्थिति को व्यक्ति के वैवाहिक जीवन के लिए शुभ नहीं माना जाता है।

राहु का सकारात्मक प्रभाव 

मान्यता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में राहु महाराज की स्थिति शुभ या मज़बूत होती है, तो यह आपकी किस्मत रातोंरात बदल सकते हैं। यह आपकी बुद्धि को तेज़ बनाते हैं और इंसान को धर्म के मार्ग पर चलने वाला बनाते हैं। ऐसा जातक समाज में खूब मान-सम्मान और यश प्राप्त करता है। मज़बूत राहु वाले व्यक्ति को हर क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं और वह आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता हासिल करता है। 

कुंडली के तीसरे, छठे या फिर ग्यारहवें भाव में राहु के बैठे होने से जातक को शुभ फल मिलते हैं। ऐसे इंसान का व्यक्तित्व मज़बूत होता है और इनकी रुचि धर्म-कर्म के कार्यों में होती है। इन लोगों के जीवन में धन का अभाव नहीं होता है और यह सामान्य रूप से धनवान होते हैं। आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं उन संकेतों के बारे में जिनसे आप कमज़ोर राहु की पहचान कर सकते हैं। 

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इन 10 लक्षणों से पहचानें कमज़ोर राहु 

  1. वास्तु के अनुसार सीढ़ियों का न बनना या खराब रहना।
  2. घर की दहलीज या चौखट का दब जाना। 
  3. शौचालय का हमेशा गंदा या टूटा-फूटा रहना।
  4. घर के नैऋत्य कोण का दूषित होना।
  5. अतीत में खोए रहना और भविष्य की कल्पना में डूबे रहना। 
  6. सदैव पेट के बल सोना।
  7. काला जादू, तंत्र-मंत्र, आदि के चक्कर में उलझे रहना।
  8. रात को नींद का नहीं आना और रात में ज्यादा सपने देखना।
  9. बेकार का डर, आशंका और बेचैनी का बने रहना रहना। 
  10. अपने विचार या निर्णयों में बार-बार बदलाव करना।

राहु का कुंभ राशि में गोचर के दौरान करें ये सरल उपाय 

  • राहु की अशुभ स्थिति मन को भ्रमित करने का काम करती है इसलिए राहु की शांति के लिए योग-ध्यान करें। 
  • राहु देव भगवान शिव के भक्त माने जाते हैं इसलिए राहु से राहत के लिए प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करें और उनके मंत्र “ऊँ नमः शिवाय” का जाप करें। 
  • भगवान भैरव नाथ के मंदिर जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से राहु प्रसन्न होते हैं। 
  • राहु को मज़बूत करने के लिए हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही, प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें ,
  • राहु से शुभ फल पाने के लिए शराब-सिगरेट आदि बुरी आदतों का त्याग कर दें। 

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राहु का कुंभ राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

राहु गोचर 2025 के अनुसार मेष राशि के जातकों के जीवन में राहु का गोचर कुंभ राशि में…(विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर दशम भाव में होने वाला है। वैसे तो दशम भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए राहुका गोचर नवम भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के प्रभाव से…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए राहु गोचर 2025 की बात करें तो यह आपकी राशि से अष्टम…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए राहु गोचर 2025 आपकी राशि से सप्तम भाव में होने जा…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए राहु गोचर 2025 आपकी राशि से छठे भाव में होगा। आमतौर पर…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

राहु गोचर 2025 की बात करें तो तुला राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर चतुर्थ भाव में होने वाला है। यह आपके लिए ज्यादा अनुकूल…(विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए राहु महाराज तीसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। आपके लिए यह राहु गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में होने जा रहा है। यहां उपस्थित…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुम्भ राशि के जातकों के लिए राहु का यह गोचर विशेष रूप से प्रभावशाली रहेगा क्योंकि राहु गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

राहु गोचर 2025 आपके लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि राहु महाराज आपकी राशि…(विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. राहु का कुंभ राशि में गोचर कब होगा?

राहु महाराज 18 मई 2025 को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। 

2. कुंभ राशि का स्वामी कौन है? 

शनि देव कुंभ राशि के अधिपति देव हैं।  

3. राहु और शनि ग्रह के संबंध कैसे हैं?

ज्योतिष में राहु और शनि ग्रह को एक-दूसरे का मित्र माना जाता है।  

बुध मेष राशि में अस्त होकर इन राशियों पर बरपाएंगे कहर, रखना होगा फूंक-फूंककर कदम!

बुध मेष राशि में अस्त होकर इन राशियों पर बरपाएंगे कहर, रखना होगा फूंक-फूंककर कदम!

बुध मेष राशि में अस्त: बुध महाराज को बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है जो द्विस्वभाव ग्रह हैं। काल पुरुष कुंडली में मिथुन और कन्या राशि पर बुध ग्रह को आधिपत्य प्राप्त है। यह कन्या राशि में उच्च और मीन राशि में नीच अवस्था में होते हैं। उत्तर दिशा के स्वामी बुध महाराज के मित्र सूर्य और शुक्र हैं, परंतु यह चंद्रमा और मंगल के प्रति शत्रुता के भाव रखते हैं। हालांकि, देवगुरु बृहस्पति और शनि से बुध के तटस्थ संबंध माने जाते हैं। बुध ग्रह का वर्ण हरा है और इनकी महादशा 17 वर्ष की होती है। बुध के शुभ प्रभाव होने पर व्यक्ति सबसे हंसना, बोलना और मजाक करना पसंद करता है। इस प्रकार, बुध ग्रह को ज्योतिष, सनातन धर्म और मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। 

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ऐसे में, बुध के गोचर के साथ-साथ इनके अस्त, वक्री, मार्गी और उदित को भी अत्यंत महत्व दिया जाता है। इसी क्रम में, बुध महाराज अब अस्त होने जा रहे हैं जो देश-दुनिया समेत सभी राशियों को प्रभावित करेंगे। एस्ट्रोसेज एआई के इस ख़ास ब्लॉग में आपको “बुध मेष राशि में अस्त” से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय आदि। साथ ही, बुध की अस्त अवस्था किन राशियों को देगी शुभ परिणाम और किन्हें रखना होगा फूंक-फूंककर कदम? इस बारे में भी हम बात करेंगे। इसके अलावा, बुध अस्त के दौरान किए जाने वाले सरल एवं अचूक उपायों से भी आपको अवगत करवाएंगे। तो आइए जानते हैं बुध मेष राशि में अस्त के बारे में सब कुछ। 

बुध मेष राशि में अस्त: तिथि एवं समय

बात करें बुध ग्रह के अस्त होने के समय और तिथि की, तो बुध महाराज 18 मई 2025 की रात 12 बजकर 13 मिनट पर मेष राशि में अस्त होने जा रहे हैं। मंगल ग्रह की राशि मेष में रहते हुए बुध अस्त हो जाएंगे और अपनी अस्त अवस्था में ही 23 मई 2025 को वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे। इसके बाद, 06 जून 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इसी राशि में 11 जून 2025 को उदित हो जाएंगे। बता दें कि ज्योतिष में अस्त अवस्था को अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि अधिकतर ग्रह अपनी अस्त अवस्था में अशुभ फल देने लगते हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते है और जान लेते हैं अस्त अवस्था के बारे में। 

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क्या होता है ग्रह का अस्त होना?

ज्योतिष में ग्रह के अस्त होने को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह एक ऐसी अवधि होती है जब ग्रह अपनी सारी शक्तियां खो देते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो, जब कोई ग्रह परिक्रमा पथ पर चलते हुए सूर्य के बेहद निकट पहुंच जाता है, तो वह धीरे-धीरे अपनी सारी शक्तियां खोने लगता है और दुर्बल हो जाता है, इसको ही ग्रहों का अस्त होना कहा जाता है। आगे हम बुध अस्त के सामान्य प्रभावों के बारे में भी चर्चा करेंगे, लेकिन उससे पहले हम आपको रूबरू करवाते हैं मेष राशि में बुध अस्त के प्रभावों से। 

मेष राशि में बुध अस्त का प्रभाव 

  • राशि चक्र की पहली राशि मेष पुरुष स्वभाव की राशि है और इस राशि के लोग योजनाबद्ध तरीके से काम करना पसंद करते हैं। मंगल ग्रह की राशि मेष में बुध ग्रह के अस्त होने पर जातक अपने जीवन के लक्ष्यों को पाने की योजना बनाने का काम करते हैं। 
  • मेष राशि में बुध के अस्त होने से इस राशि के जातक अपने सपनों को पूरा करने के प्रति समर्पित रहेंगे। साथ ही, करीबियों और प्रियजनों के प्रति वफादार और ईमानदार रहेंगे। 
  • ज्योतिष में बुध की अस्त अवस्था को कभी भी किसी शुभ या नए काम को शुरू करने के लिए अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि इस बात की प्रबल संभावना होती है कि बुध अस्त के दौरान आप जो भी नया काम शुरू करेंगे, उसमें आपको उम्मीद के अनुसार परिणाम न मिले, अपितु हानि होने की आशंका होती है। 

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बुध अस्त होकर कैसे परिणाम देते हैं?

बुध महाराज 18 मई 2025 से मेष राशि में अस्त रहने वाले हैं क्योंकि इस दौरान वह सूर्य के बेहद नज़दीक स्थित होंगे। ऐसे में, बुध देव अस्त होकर अपनी सभी शक्तियां खो देंगे और इसके परिणामस्वरूप, वह अपनी पूरी क्षमता के साथ परिणाम देने में नाकाम रह सकते हैं। बुध की अस्त अवस्था जातकों को सामान्य रूप से किस तरह के परिणाम देती है? आइए जानते हैं। 

  • जब बुध ग्रह किसी राशि में अस्त हो जाते हैं, तो इनके प्रभाव से जातकों की निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है। साथ ही, व्यक्ति को कोई भी काम सोच-विचारकर करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 
  • यह अवधि छात्रों के साथ-साथ व्यापार करने वाले जातकों को भी बिज़नेस में अड़चनें और बाधाएं दे सकती हैं जिसके चलते वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने में पीछे रह सकते हैं।
  • इसके अलावा, कुछ जातकों को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है और वह अपने सोच-विचार में डूबे नज़र आ सकते हैं। 

किस डिग्री पर अस्त होते हैं ग्रह?

जैसे कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि बुध ग्रह 18 मई 2025 की दोपहर मेष राशि में अस्त हो जाएंगे। इसी क्रम में, हम आपको अस्त होने का अर्थ और इसका प्रभाव भी बता चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कब और कितनी डिग्री पर बुध अस्त होते हैं।  बुध ग्रह के अलावा सभी नौ ग्रह किस डिग्री पर अस्त हो जाते हैं? तो बता दें कि सूर्य से एक निश्चित दूरी पर अलग-अलग ग्रह एक विशेष डिग्री पर अस्त हो जाते हैं जिनके बारे में हम विस्तार से चर्चा करेंगे। 

बुध ग्रह: बुध ग्रह सूर्य देव के 5-6 डिग्री के भीतर जाने पर सूर्य के तीव्र प्रभाव के कारण अस्त हो जाते हैं। लेकिन, बुध के वक्री अवस्था में होने पर वह 12 डिग्री के अंदर जाने पर अस्त हो जाते हैं। 

शुक्र ग्रह: प्रेम के कारक शुक्र देव सूर्य ग्रह के 5-6 डिग्री निकट जाने पर अस्त हो जाते हैं और वक्री अवस्था में चलने पर शुक्र 8 डिग्री पर अस्त हो जाएंगे। 

मंगल ग्रह: सेनापति कहे जाने वाले मंगल महाराज सूर्य के दोनों ओर से 7-8 डिग्री निकट जाने पर अस्त हो जाते हैं। 

बृहस्पति ग्रह:  जब गुरु ग्रह दोनों तरफ से सूर्य के करीब 9-10 डिग्री पर चले जाते हैं, तो वह सूर्य के प्रभाव से अस्त हो जाते हैं।

शनि ग्रह: न्याय के देवता शनि महाराज सूर्य ग्रह के 9-10 डिग्री के अंदर जाने पर अस्त हो जाते हैं।।

राहु और केतु: ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह का दर्जा प्राप्त है इसलिए ग्रह दोनों ग्रह कभी अस्त नहीं होते हैं। इसके विपरीत, जब राहु और केतु सूर्य के करीब आ जाते हैं, तो वह ग्रहण का कारण बनते हैं।

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बुध ग्रह का धार्मिक महत्व 

ज्योतिष के साथ-साथ बुध ग्रह का अपना धार्मिक महत्व भी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म में बुध देव को देवता का दर्जा दिया गया है और इन्हें बुधवार का दिन समर्पित है। बुधवार के दिन बुध महाराज की पूजा-अर्चना करना बेहद फलदायी साबित होता है। इस संबंध में मान्यता है कि बुधवार को विधि-विधान से बुध ग्रह की उपासना करने से व्यक्ति को करियर और व्यापार में सफलता की प्राप्ति होती है। साथ ही, इनका संबंध भगवान गणेश से भी माना गया है। 

बुध दोष होने पर घेर सकते हैं ये रोग

बुध ग्रह के महत्व को जानने के बाद आपके लिए यह जानना भी आवश्यक हो जाता है कि जब कुंडली में बुध अशुभ या पीड़ित अवस्था में होते हैं, तो वह आपको स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकते हैं। बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव की वजह से आपको त्वचा से जुड़े रोग, बहरापन, और नाक से संबंधित बीमारियां अपना शिकार बना सकती हैं। हालांकि, ज्योतिष में ऐसे कुछ उपायों का वर्णन मिलता है जिन्हें अपनाकर आप बुध से होने वाले इन रोगों से स्वयं को बचा सकते हैं। 

बुध दोष से होने वाले रोगों से बचने के उपाय

  • जातक को खाने में हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। 
  • नियमित रूप से तुलसी के पत्ते का सेवन करें।
  • प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें।

बुध मेष राशि में अस्त: सरल एवं प्रभावी उपाय 

  • संभव हो, तो बुध ग्रह के दिन बुधवार का व्रत करें।
  • जातक हरे और नीले रंग के कपड़े का दान करें।
  • बुध देव से शुभ परिणाम पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करें। लेकिन, किसी अनुभवी और विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद ही पन्ना पहनें। 
  • घर या कार्यस्थल में बुध यंत्र की स्थापना करें और उसका रोज़ाना पूजन करें। 
  • आप चाहें तो 4 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
  • बुध देव को बलवान करने के लिए अपने भोजन में हरी सब्जियों और आंवला को शामिल करें।

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बुध मेष राशि में अस्त: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के पहले भाव में इस समय बुध गोचर कर रहे हैं और अब वो जल्‍द ही इसी राशि…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि इस समय आपके बारहवें भाव…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के पहले भाव और चौथे भाव के स्‍वामी ग्रह बुध हैं और अब वह इस राशि के…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब इस राशि के दसवें भाव…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के दूसरे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं यानी यह आपके लिए धन और लाभ…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्‍या राशि के लग्‍न भाव के स्‍वामी यानी बुध और उनके दसवें भाव का स्‍वामी अब उनके…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और इस समय वह आपके सातवें…(विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के आठवें और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और फिलहाल वह आपके छठे…(विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि

धनु राशि के सातवें और आठवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह इस राशि के पांचवे भाव में मौजूद हैं…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के छठे और नौवें भाव का स्‍वामी बुध ग्रह है। इस समय बुध आपके चौथे भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि इस समय तीसरे भाव में अस्‍त…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह आपके दूसरे भाव में अस्‍त होने जा…(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मेष राशि में बुध अस्त कब होंगे?

बुध देव 18 मई 2025 को मेष राशि में अस्त हो जाएंगे।

2. मेष राशि का स्वामी कौन हैं?

राशि चक्र की पहली राशि मेष का स्वामी मंगल ग्रह हैं। 

3. बुध किसका प्रतिनिधित्व करते हैं?

बुध ग्रह बुद्धि, वाणी और संचार कौशल के कारक ग्रह हैं।