लव लाइफ से लेकर करियर तक, एआई ज्योतिषियों से पूछें कुछ भी!

लव लाइफ से लेकर करियर तक, एआई ज्योतिषियों से पूछें कुछ भी!

क्या रात के 3 बजे तक आप जीवन के अनसुलझे मैटर्स में उलझे हैं या फिर किसी स्पेशल को भेजे गए मैसेज के सीन होने का इंतज़ार रहे हैं, या फिर सोच रहे हैं कि क्या बुध ग्रह आपके लिए इस सप्ताह को मुश्किल बना रहा है? –  तो स्वागत है आपका एस्ट्रोसेज एआई में, जहाँ आपको अपने हर सवाल का ज़वाब मिलेगा।

यह सिर्फ़ ज्योतिष आधारित ऐप नहीं है, बल्कि एस्ट्रोसेज एआई एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ वैदिक ज्योतिष और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिलकर आपके जीवन के रहस्यों से पर्दा उठाते हैं। ज्योतिष की दुनिया में आए इस बड़े परिवर्तन को हमारे एआई ज्योतिषी नई दिशा में लेकर जा रहे हैं।

क्यों एआई ज्योतिषी?

  • 🔮 5000 वर्ष प्राचीन वैदिक ज्योतिष पर आधारित
  • ⚖️  आपकी कुंडली की ग्रह-दशा और गोचर का गहराई से विश्लेषण 
  • ⏰आपके लिए 24/7 हाज़िर 
  • ✉️80 मिलियन से अधिक प्रश्नों के उत्तर दिए गए।    

सवाल जो आप एआई ज्योतिषियों से पूछ सकते हैं?

हमारे एआई ज्योतिषियों से लोग हर तरह के सवाल पूछ रहे हैं, फिर चाहे वह लव लाइफ की टेंशन हो या क्रिप्टो की चिंता। नीचे हम आपको कुछ ऐसे ही सवालों की झलक दिखा रहे हैं जो एआई ज्योतिषियों से पूछे गए हैं:      

💖प्रेम और सिचुएशनशिप   

  • मेरी तरफ हमेशा एक जैसे लोग ही आकर्षित क्यों होते हैं?
  • क्या मुझे उसे मैसेज करना चाहिए या आगे बढ़ना चाहिए?
  • क्या मेरी लव लाइफ को वक्री बुध ख़राब कर रहा है?

💼करियर और मनी

  • सैलरी बढ़ाने की बात कब करूं?
  • क्या ये समय नौकरी बदलने या निवेश के लिए अच्छा है?
  • क्या इस हफ़्ते फ्रीलान्स क्लाइंट मेरी पेमेंट कर देगा?

🌟जीवन से जुड़े अजीब सवाल 

  • मैं अपने बाल कटवा लूं क्या या बाद में मुझे पछतावा होगा?
  • मुझे बार-बार 11:11 क्यों दिख रहा है?
  • क्या आज का दिन रील पोस्ट करने या प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए अच्छा है?

एआई ज्योतिषियों से पाएं जीवन में मार्गदर्शन 

हमारे एआई ज्योतिषी आपको सामान्य राशिफल पर आधारित परामर्श नहीं देते हैं, बल्कि यह आपकी जन्म कुंडली और ग्रहों की दशा को देखकर आपकी सहायता और मार्गदर्शन करते हैं

और हां, क्या आज मुझे काला रंग पहनना चाहिए? यह सवाल भले ही आपको मज़ाक में पूछा गया लग सकता है, लेकिन अगर शुक्र मेहरबान हैं और मंगल का आप पर प्रभाव नहीं है, तो आपके लिए यह रंग लकी साबित हो सकता है।    

तो, क्या आप मान गए एआई ज्योतिषी भरोसेमंद हैं?

हम हमेशा बस इसलिए सवाल नहीं पूछते हैं क्योंकि हमें जवाब चाहिए होते हैं। लेकिन कई बार हम चाहते हैं कि कोई हमें और हमारी भावनाओं को समझें, एस्ट्रोसेज एआई इस बात को समझता है इसलिए जब कभी जीवन में आए कोई भी तकलीफ, तो बेझिझक हमसे पूछें।

अभी आज़माएं, कुछ भी पूछें और तुरंत जवाब पाएं। 

टैरो मासिक राशिफल जुलाई 2025: इन राशियों को होगा लाभ!

टैरो मासिक राशिफल जुलाई 2025: इन राशियों को होगा लाभ!

टैरो कार्ड मासिक भविष्यवाणी 2025: दुनियाभर के कई लोकप्रिय टैरो रीडर्स और ज्‍योतिषयों का मानना है कि टैरो व्‍यक्‍ति की जिंदगी में भविष्‍यवाणी करने का ही काम नहीं करता बल्कि यह मनुष्‍य का मार्गदर्शन भी करता है। कहते हैं कि टैरो कार्ड अपनी देखभाल करने और खुद के बारे में जानने का एक ज़रिया है।

टैरो इस बात पर ध्‍यान देता है कि आप कहां थे, अभी आप कहां हैं या किस स्थिति में हैं और आने वाले कल में आपके साथ क्‍या हो सकता है। यह आपको ऊर्जा से भरपूर माहौल में प्रवेश करने का मौका देता है और अपने भविष्‍य के लिए सही विकल्‍प चुनने में मदद करता है। जिस तरह एक भरोसेमंद काउंसलर आपको अपने अंदर झांकना सिखाता है, उसी तरह टैरो आपको अपनी आत्‍मा से बात करने का मौका देता है।

आपको लग रहा है कि जैसे जिंदगी के मार्ग पर आप भटक गए हैं और आपको दिशा या सहायता की ज़रूरत है। पहले आप टैरो का मज़ाक उड़ाते थे लेकिन अब आप इसकी सटीकता से प्रभावित हो गए हैं या फिर आप एक ज्‍योतिषी हैं जिसे मार्गदर्शन या दिशा की ज़रूरत है। या फिर आप अपना समय बिताने के लिए कोई नया शौक ढूंढ रहे हैं। इन कारणों से या अन्‍य किसी वजह से टैरो में लोगों की दिलचस्‍पी काफी बढ़ गई है। टैरो डेक में 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। इन कार्ड्स की मदद से आपको अपने जीवन में मार्गदर्शन मिल सकता है।

टैरो की उत्पति 15वीं शताब्‍दी में इटली में हुई थी। शुरुआत में टैरो को सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता था और इससे आध्‍यात्मिक मार्गदर्शन लेने का महत्‍व कम था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया।

टैरो एक ऐसा ज़रिया है जिसकी मदद से मानसिक और आध्‍यात्मिक प्रगति को प्राप्‍त किया जा सकता है। आप कुछ स्‍तर पर अध्‍यात्‍म से, थोड़ा अपनी अंतरात्‍मा से और थोड़ा अपने अंर्तज्ञान और आत्‍म-सुधार लाने से एवं बाहरी दुनिया से जुड़ें।

तो आइए अब इस मासिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि जुलाई, 2025 सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

टैरो मासिक राशिफल जुलाई 2025: 12 राशियों का राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: सिक्‍स ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: क्‍वीन ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

प्रेम जीवन में मेष राशि के जातकों को ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि उद्देश्‍यों और आदर्शों की नींव पर बने नए और विश्‍वसनीय रिश्‍ते को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आप एक नए रिश्‍ते की शुरुआत कर सकते हैं जिससे आपको सुरक्षा, स्थिरता और संपन्‍नता का एहसास होगा। यह रिश्‍ता करियर या व्‍यावसायिक संबंध के ज़रिए विकसित हो सकता है।

वित्तीय जीवन में सिक्‍स ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड दिखाता है कि आप आर्थिक चुनौतियों को पार करने और भविष्‍य में स्थिरता एवं सुरक्षा की ओर आगे बढ़ने में सक्षम होंगे। यह कार्ड मुश्किल वित्तीय संकट से निकलने को दर्शा रहा है। वित्तीय रूप से सुरक्षित या मजबूत होने के लिए आप अपने व्‍यवसाय, निवास या जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं।

करियर की बात करें, तो क्‍वीन ऑफ कप्‍स कार्ड आपको भावनात्‍मक बुद्धिमत्ता को विकसित करने के लिए कह रहा है। इसके साथ ही आपको ऐसे पेशों पर विचार करना चाहिए जहां आप अपनी करुणा और कल्‍पनाशीलता का प्रयोग कर सकें। यह कार्ड आपको कला से जुड़े कार्य करने या दूसरों की सेवा करने वाले पेशों जैसे कि नर्स या सलाहकार का काम करने के लिए प्रेरित कर रहा है।

आमतौर पर फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर आराम करने और रिवकरी की ओर इशारा करता है। इस कार्ड का कहना है कि शारीरिक और भावनात्‍मक रूप से स्‍वस्‍थ होने के लिए आपको अपनी खुद की देखभाल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए और अपने काम से छुट्टी लेकर कहीं बाहर घूमने जाना चाहिए।

शुभ अंक: 18

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: एट ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: द लवर्स

वृषभ राशि के जातकों को टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड आपसी मतभेदों को सुलझाने, मुश्किल निर्णय लेने और वित्तीय समस्‍याओं पर एक-दूसरे से बातचीत करने के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने रिश्‍ते को प्राथमिकता देने के साथ-साथ अपने जरूरी कार्यों के बीच संतुलन बनाकर चलना होगा।

आर्थिक जीवन में फाइव ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड वित्तीय मसले पर असहमति या विवाद को दर्शाता है। इसके साथ ही इस कार्ड का कहना है कि आपके वित्तीय जीवन में अस्थिरता आ सकती है और आपको परिस्थितियों के सामने शांत एवं निष्‍पक्ष होकर व्‍यवहार करने की जरूरत है। यह कार्ड वित्तीय दबाव या दूसरों के साथ धन को लेकर विवाद के संकेत दे रहा है। इसके अलावा यह कार्ड आपको गलत व्‍यापारिक रणनीतियों और अनुचित व्‍यवहार करने से बचने की सलाह भी दे रहा है।

करियर की बात करें, तो एट ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड वर्तमान स्थिति में अटका हुआ, मजबूर या बोझिल महसूस होने की ओर इशारा कर रहा है। इस माह आप यह मान सकते हैं कि आपके पास ज्‍यादा विकल्‍प नहीं हैं और आप अपनी बाधाओं को पार नहीं कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ ही य‍ह कार्ड इस बात के भी संकेत देता है कि आपके पास अपनी स्थिति को बदलने और रचनात्‍मकता के साथ नए अवसरों का उपयोग करने की क्षमता भी है।

टैरो रीडिंग में स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में द लवर्स कार्ड सेहत के मामले में सोच-समझकर निर्णय लेने और अपने स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से उबरने के लिए परिवार या दोस्‍तों के महत्‍व के बारे में भी बताता है।

शुभ अंक: 15

मिथुन राशि

प्रेम जीवन: एट ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: सेवन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: सेवन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: किंग ऑफ कप्‍स

एट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड रोमांटिक संबंध में रिश्‍ते के गहरे या मजबूत होने और उसे बनाए रखने की क्षमता एवं प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कार्ड बताता है कि किस तरह एक प्रेमपूर्ण संबंध कुछ न कुछ सीखते रहने और रिश्‍ते को मजबूत करने में मदद करता है। यह कार्ड इस बात के भी संकेत देता है कि आप अपने पार्टनर के विशेष गुणों और उनके सरप्राइज़ देने के तरीकों को अच्‍छी तरह से समझते हैं।

सेवन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड धन के मामले में समझदारी दिखाने और सावधान रहने के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने पैसों को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है या फिर आप इस समय पैसों को लेकर किसी धोखाधड़ी या छल-कपट का सामना कर रहे हैं।

करियर टैरो रीडिंग में सेवन ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि आपको अपनी उप‍लब्धियों की रक्षा करनी चाहिए, अपनी स्थिति को बचाकर रखना चाहिए और अड़चनों एवं प्रतिस्‍पर्धा के लिए तैयार रहना चाहिए। यह कार्ड कहता है कि करियर में आपकी उपलब्धियों की आलोचना की जा सकती है या फिर आपके काम को बदनाम करने की कोशिश की जा सकती है।

स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आपको किंग ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि खासतौर पर किसी अन्‍य कार्ड के साथ आने पर कहता है कि आपको भावनात्‍मक रूप से स्‍वस्‍थ होने और अपने स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने की आवश्‍यकता है। यह कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य और उत्‍साह को बढ़ाने के लिए अपनी भावनाओं पर ध्‍यान देने और भावनात्‍मक बुद्धिमत्ता को प्राप्‍त करने के लिए कह रहा है।

शुभ अंक: 05

कर्क राशि

प्रेम जीवन: द हर्मिट

आर्थिक जीवन: टेम्‍परेंस

करियर: डेथ

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ कप्‍स

कर्क राशि के लागों को द हर्मिट कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपको किसी भी रिश्ते के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होने से पहले से अच्‍छी तरह से सोच-विचार और आत्‍मनिरीक्षण कर लेना चाहिए। यह कार्ड संकेत देता है कि इस समय आप दोनों को अपने व्‍यक्‍तिगत विकास और आत्‍म-खोज पर ध्‍यान देना चाहिए। इससे आप दोनों का रिश्‍ता मजबूत होगा।

वित्तीय टैरो रीडिंग में टेम्‍परेंस कार्ड संतुलन और संयम रखने को दर्शाता है। यह कार्ड सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने, दीर्घकालिक योजनाओं पर ध्‍यान देने और आवेग में आकर खर्चा करने एवं अत्‍यधिक कर्ज लेने से बचने की सलाह दे रहा है।

करियर के मामले में आपको द डेथ कार्ड मिला है जो कि बड़े बदलाव, किसी निष्‍कर्ष पर पहुंचने और नई शुरुआत के लिए पुरानी रणनीतियों या तरीकों को छोड़ने का प्रतिनिधित्‍व करता है। यह कार्ड कुछ चीज़ों को खत्‍म करने और बदलाव को स्‍वीकार करने की ओर इशारा कर रहा है।

नाइन ऑफ कप्‍स अपराइट आने का मतलब है कि आपकी सेहत में सुधार आ रहा है या फिर आपको स्‍वस्‍थ होने के नए अवसरों की तलाश करनी चाहिए। यह कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने या स्‍वस्‍थ होने के लिए सही दृष्टिकोण अपनाने के संकेत दे सकता है।

शुभ अंक: 02

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: क्‍वीन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: द एम्‍पेरर

करियर: क्‍वीन ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स

अगर आप किसी का दिल जीतना चाहते हैं, तो आपको इस समय धैर्य रखने की जरूरत है। क्‍वीन ऑफ स्‍वॉर्ड्स का मतलब है कि आप अपने रिश्‍ते के साथ स्‍वतंत्रता और आत्‍मनिर्भरता की तलाश कर रहे हैं। अपने रिश्‍ते में सीमाएं निर्धारित करने और स्‍पष्‍टता को बनाए रखने के लिए आपको कुछ बदलाव करने की आवश्‍यकता है।

द एम्‍पेरर कार्ड अपराइट आने पर वित्तीय जीवन में स्थिरता, नेतृत्‍व करने की क्षमता और संरचना को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि यह समय कोई रणनीतिक कदम उठाने और सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने का है। वहीं दूसरी ओर, द एम्‍पेरर कार्ड अत्‍यधिक नियंत्रण रखने, आकस्मिक निर्णय लेने या व्‍यवस्‍था की कमी की ओर भी चेतावती दे सकता है। इन सभी चीज़ों की वजह से वित्तीय अस्थिरता आने का डर है।

क्‍वीन ऑफ वैंड्स कार्ड दर्शाता है कि आपके पास कार्यक्षेत्र में अपने विचारों पर काम करने की क्षमता और योग्‍यता मौजूद है। आप अपने करियर में आने वाली किसी भी चुनौती का दृढ़ता एवं उत्‍साह के साथ सामना करने में सक्षम हैं। यह बात कार्यस्‍थल में विशेष रूप से आपके पद के लिए हो सकती है या फिर ऑफिस में आपके संपूर्ण माहौल पर लागू हो सकती है। संभावना है कि आप इस समय अपने करियर में किसी महत्‍वपूर्ण पद पर हैं। आप दूसरों के लिए मार्गदर्शक हो सकते हैं या फिर आप रोल मॉडल बनने की राह पर हैं।

स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड अपराइट आने पर दर्शाता है कि आप दीर्घकालिक रूप से स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने के लिए अच्‍छी आदतें अपना रहे हैं जैसे कि नियमित व्‍यायाम करना, संतुलित आहार लेना या माइंडफुल एक्‍सरसाइज करना।

शुभ अंक: 10

कन्या राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

कन्‍या राशि के जातकों को प्रेम जीवन में नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस महीने आपका प्रेमी या जीवनसाथी आपका बहुत ध्‍यान रखेंगे। वे अपनी भावनाओं को व्‍यक्‍त कर सकते हैं और आपकी भावनाओं को समझ सकते हैं जिससे आपका रिश्‍ता मजबूत होगा। सिंगल जातकों को साथी मिल सकता है।

टैरो मासिक राशिफल के अनुसार वित्तीय जीवन में कन्‍या राशि वालों को टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार इस समय आप आर्थिक स्‍तर पर संतुलन बनाए रखने और अपने खर्चों पर नज़र रखने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। आपको पैसों की बचत करने और उनका समझदारी से निवेश करने की जरूरत है। आप अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए भागदौड़ कर सकते हैं।

ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड का करियर को लेकर कहना है कि आपको नई उपलब्धियां मिलने वाली हैं। आपके पेशेवर जीवन में कुछ नया होने वाला है। अब चाहे वह नई नौकरी हो, मौजूदा कंपनी में ही कोई नई जिम्‍मेदारी हो या फिर कोई नया बिज़नेस पार्टनर या संबंध हो। यह नया बदलाव आपको सफलता की ओर लेकर जा सकता है।

फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड दिखाता है कि आपको आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करने के लिए आराम करने एवं तनाव से दूर रहने की जरूरत है। यह कार्ड शरीर को अच्‍छी तरह से स्‍वस्‍थ होने के लिए आराम की अवधि को भी दर्शाता है।

शुभ अंक: 32

तुला राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: क्‍वीन ऑफ कप्‍स

करियर: नाइन ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: द सन

टैरो लव रीडिंग में तुला राशि को ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि नई शुरुआत और किसी इच्‍छा और रिश्‍ते में संतुष्टि महसूस होने की संभावना को दर्शाता है। यह कार्ड साहसी बनने और अपने आवेग पर काम करने के लिए भी प्रेरित कर रहा है।

आर्थिक जीवन में क्‍वीन ऑफ कप्‍स कार्ड स्थिरता और भावनात्‍मक स्थिरता को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आपको पैसों के मामले में सकारात्‍मक परिणाम मिल सकते हैं लेकिन इसके साथ ही आपको जल्‍दबाज़ी में खरीदारी करने से भी बचने की जरूरत है।

पेशेवर जीवन में नाइन ऑफ कप्‍स कार्ड एक सकारात्‍मक कार्ड है। इस महीने आपको अपने काम में आनंद आ सकता है। इस समय आप अपने करियर में जिस जगह पर हैं, वह आपके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है और आपको यह जरूर पसंद आएगा। आपने बिना किसी की मदद के कड़ी मेहनत की है इसलिए आप हर एक उपलब्धि के हकदार हैं।

टैरो रीडिंग में द सन कार्ड उत्‍साह, ऊर्जा और अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य को दर्शाता है। यह कार्ड कहता है कि इस समय स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आप मजबूत और सकारात्‍मक रहने वाले हैं। इसके अलावा यह कार्ड आपको स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनाने और जीवन के सभी पहलुओं में संतुलन लाने के लिए प्रेरित कर रहा है।

शुभ अंक: 06

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: द सन

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

करियर: थ्री ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

द सन कार्ड प्‍यार और पार्टनरशिप के मामले में खुशियों, मजबूत संबंध और उज्‍जवल भविष्‍य का प्रतिनिधित्‍व करता है। यह कार्ड एक मजबूत और स्‍वस्‍थ रिश्‍ते का संकेत हो सकता है जिसमें दोनों पार्टनर एक-दूसरे के प्रति स्‍पष्‍ट हों और खुलकर बात कर सकते हों या फिर यह कार्ड ऐसे प्रेम संबंध की ओर भी संकेत कर सकता है जिसमें आप जोश से भरपूर और संतुष्‍ट महसूस करते हों।

वित्तीय जीवन में आपको थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि धन में वृद्धि, अवसर और रणनीति को दर्शाता है। यह कार्ड बताता है कि सफलता और धन लाभ पाने के लिए आपको इस समयावधि में योजना बनाने, लक्ष्‍य निर्धारित करने और नए व्‍यापारिक अवसरों की तलाश करनी चाहिए।

टैरो कार्ड में थ्री ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड करियर में योग्‍यता, आपसी सहयोग और टीम के साथ मिलकर काम करने को दर्शाता है। यह कार्ड आपको अपनी काबिलियत और विशेषज्ञता का उपयोग कर के सहयोगात्‍मक माहौल में सफल होने के लिए प्रेरित करता है। यह कार्ड इस बात पर जोर देता है कि एकसाथ काम करने के अवसर, कार्यों को योजना बनाकर करने और दूसरों के योगदार को पहचानना कितना जरूरी है।

स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड आमतौर पर आराम और स्‍वस्‍थ होने की आवश्‍यकता को दर्शाता है। यह कार्ड आपको खुद की देखभाल पर ध्‍यान देने, व्‍यस्‍त जीवनशैली से ब्रेक लेने और मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ होने के लिए समय निकालने के लिए कह रहा है।

शुभ अंक: 27

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धनु राशि

प्रेम जीवन: फोर ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: टू ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: द हीरोफैंट

स्वास्थ्य: टू ऑफ कप्‍स

धनु राशि के जातकों को फोर ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि प्रेम जीवन में स्थिरता, आनंद और एक नई शुरुआत को दर्शाता है। यह कार्ड एक ऐसे मजबूत रिश्‍ते की ओर संकेत कर रहा है जो आपसी सम्‍मान, आपसी समझ और भरोसे पर टिका हो। जो जातक प्रेम संबंध में हैं, उनके लिए यह समय खुशियां मनाने और मधुर संबंध का आनंद लेने का है। इस कार्ड का कहना है कि सिंगल जातकों को रियूनियन या सामाजिक कार्यक्रम के दौरान अपना प्‍यार मिल सकता है।

टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड का कहना है कि आप अपने सभी खर्चों को पूरा करने के लिए अत्‍यधिक प्रयास कर रहे हैं। इस समय हालात थोड़े मुश्किल हैं इसलिए आपको संघर्ष करना पड़ सकता है। आशंका है कि इस समय आपकी स्थिति काफी अस्थिर है और सब कुछ अप्रत्‍याशित लग रहा है। सब कुछ तेजी से बदलता हुआ नज़र आ रहा है इसलिए आपको कोई भी निर्णय लेने में डर लग सकता है। अगर आप बदलाव को स्‍वीकार करने के लिए तैयार रहते हैं, तो आप बिना किसी परेशानी के इस समय को पार कर लेंगे।

करियर में आपको द हीरोफैंट कार्ड मिला है जिसका कहना है कि टीम के साथ मिलकर काम करने, नियमों पर चलने और अनुभवी सलाहकारों की समझ के अनुसार चलने से आपको अपने पेशेवर जीवन में सफलता मिल सकती है। इस कार्ड का कहना है कि दीर्घकालिक स्थिरता को प्राथमिकता देना, मेहनत करना और ज्ञानी एवं समझदार लोगों से सलाह लेना अत्‍यंत जरूरी है।

स्‍वास्‍थ्‍य में आपको टू ऑफ कप्‍स कार्ड मिला है जो कि आंतरिक शांति, स्‍वस्‍थ होने और संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अपने रिश्‍तों को महत्‍व देने को दर्शाता है। इस कार्ड का एक संकेत यह भी हो सकता है कि आपको अपनी सेहत को लेकर दूसरों से सलाह लेनी चाहिए और भावनाओं के आधार पर निर्णय लेने चाहिए।

शुभ अंक: 12

मकर राशि         

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्‍स

करियर: टू ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स (रिवर्स्‍ड)

मकर राशि के लोगों को टैरो रीडिंग में ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपका रिश्‍ता मजबूत और सु‍रक्षित है एवं आपका पार्टनर लंबे समय तक आपका साथ देगा। यह कार्ड नई शुरुआत और एक ऐसे जीवनसाथी के आने के संकेत दे रहा है जिसके साथ आपको सुर‍क्षा और स्थिरता का एहसास हो या फिर आपका मौजूदा रिश्‍ता ही अधिक मजबूत हो सकता है और लंबे समय तक आपका साथ दे सकता है।

वित्तीय जीवन में थ्री ऑफ कप्‍स कार्ड उच्‍च सेल्‍स को दर्शाता है। भले ही आप दूसरों की मदद लें लेकिन आप जिस भी प्रोजेक्‍ट पर काम करेंगे, उसमें आखिरकार आपको सफलता जरूर मिलेगी। आपकी सभी वित्तीय समस्‍याओं का समाधान होगा इसलिए आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

करियर की बात करें, तो यहां आपको टू ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कि कार्यक्षेत्र में रुकावट, अनिश्चिचता या मुश्किल आने के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप इस समय परस्‍पर दो विरोधाभासी चीज़ों, उम्‍मीदों या नज़रिए के बीच खुद को फंसा हुआ महसूस कर सकते हैं। यह कार्ड आम सहमति तक पहुंचने में कठिनाई होने या मुश्किल निर्णय लेने की आवश्‍यकता को भी दर्शाता है।

स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड रिवर्स मिला है जो कि आपकी सेहत में सकारात्‍मक बदलाव को दर्शाता है। यह किसी बीमारी का प्रभावी उपचार मिलने, किसी नए चिकित्‍सतीय तरीके के बारे में जानने या आशावादी बनने और स्‍वास्‍थ्‍य का समर्थन करने का संकेतक हो सकता है।

शुभ अंक: 44

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कुंभ राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द फूल

करियर: किंग ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड प्‍यार के मामले में उत्‍साह और नई शुरुआत को दर्शाता है। इसके अलावा इस कार्ड के अनुसार आपके रिश्‍ते में जोश देखने को मिलेगा और आप दोनों का संबंध मजबूत होगा। यह कार्ड प्रेम संबंध में नए चरण की शुरुआत के संकेत दे सकता है जैसे कि आप प्‍यार में पड़ सकते हैं, आपकी सगाई हो सकती है या फिर आप अपना परिवार शुरू कर सकते हैं। ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड अविवाहित जातकों को अपनी पसंद के व्‍यक्‍ति से अपने मन की बात कहने की सलाह दे रहा है।

धन के मामने में द फूल हमेशा ‘ग्रेटर फूल थ्‍योरी’ को दिखाता है जो कि काल्‍पनिक निवेश करने का एक दृष्टिकोण है। इसमें निवेशक उच्‍च कीमत पर किसी संपत्ति को इस इरादे से खरीदता है कि बाद में वह इसे और अधिक पैसों में बेच देगा। अब जो व्‍यक्‍ति पहले वाले खरीदार के मुनाफे के लिए इस संपत्ति को बढ़े हुए दामों पर खरीदता है, उसे इस स्थिति में ‘फूल’ यानी मूर्ख कहा जाता है।

करियर या बिज़नेस के क्षेत्र में किंग ऑफ वैंड्स कार्ड प्रोत्‍साहन, नेतृत्‍व करने की क्षमता और लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने का प्रतिनिधित्‍व करता है। इस कार्ड का कहना है कि जातक के पास सफल होने के लिए योग्‍यता और प्रेरणा दोनों मौजूद हैं। इससे उन्‍हें प्रमोशन या उच्‍च स्‍तर का पद मिल सकता है।

टैरो कार्ड रीडिंग में नाइट ऑफ स्‍वॉर्ड्स रिवर्स्‍ड कार्ड मिला है जो कि मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी समस्‍याओं की ओर संकेत कर रहा है। किसी उपचार की प्रक्रिया को लेकर अधीरता या झुंझलाहट दिखाना आपके अंदर फोकस की कमी को दिखा सकता है।

शुभ अंक: 08

मीन राशि

प्रेम जीवन: द वर्ल्‍ड

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स

करियर: टेन ऑफ वैंड्स (रिवर्स्‍ड)

स्वास्थ्य:  थ्री ऑफ स्‍वॉर्ड्स (रिवर्स्‍ड)

मीन राशि के जातक इस समय अपने रिश्‍ते की वजह से कृतज्ञ और संतुष्‍ट महसूस करेंगे। कभी-कभी यह कार्ड इस बात के भी संकेत देता है कि आपको अपने रिश्‍ते को अगले चरण तक लेकर जाना चाहिए जैसे कि आप शादी के बंधन में बंध सकते हैं या संतान के बारे में सोच सकते हैं। हर बार जब आप अपने जीवन का एक पड़ाव पार कर लेते हैं, तब आपके मन में यही ख्‍याल आता है कि अब आगे क्‍या होगा। संभावना है कि इस समय आप और आपका पार्टनर कोई महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने की योजना बना रहे हों।

धन के मामले में फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड वित्तीय परिस्थितियों में विवाद या अस्थिरता के संकेत दे रहा है। इस समय आपके ऊपर आर्थिक तनाव बढ़ सकता है, धन को लेकर विवाद हो सकते हैं या फिर कार्यक्षेत्र में शत्रुता हो सकती है। हालांकि, जल्‍द ही परिस्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।

पेशेवर जीवन में टेन ऑफ वैंड्स कार्ड इनवर्टिड आने पर दर्शाता है कि आप जिम्‍मेदारियों के बोझ से दबा हुआ महसूस कर सकते हैं। संभव है कि आपके पास बहुत ज्‍यादा काम हो और आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य को सबसे आखिर में रख रहे हों। आपको मानसिक और शारीरिक रूप से थकान होने से बचने के लिए अपनी प्राथमिकताओं, लक्ष्‍यों और सीमाओं को निर्धारित कर लेना चाहिए।

थ्री ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड रिवर्स्‍ड में माफ कर देने, आशावादी बनने, दुख को दूर करने और दर्द एवं तकलीफ से पीछा छुड़ाने की बात कह रहा है। यह स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से ठीक होने के मामले में एक नए पड़ाव को दर्शाता है। इस कार्ड का कहना है कि आप अतीत में मिले घाव से उबरना शुरू कर रहे हैं और आशावादी दृष्टिकोण की ओर आगे बढ़ रहे हैं।

शुभ अंक: 03

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1.  टैरो डेक में कितने कार्ड होते हैं?

उत्तर. 78 कार्ड्स।

प्रश्‍न 2. नए टैरो रीडर्स के लिए कौन-सा डेक अच्‍छा रहता है?

उत्तर. राइडर वेट डेक।

प्रश्‍न 3. द फूल कार्ड क्‍या कहता है?

उत्तर. यह कार्ड नई शुरुआत, रोमांच और भोलेपन को दर्शाता है।

जुलाई का महीना इन 3 राशियों की लव लाइफ पर पड़ेगा भारी, खूब होगी बहस और लड़ाई-झगड़ा!

जुलाई का महीना इन 3 राशियों की लव लाइफ पर पड़ेगा भारी, खूब होगी बहस और लड़ाई-झगड़ा!

टैरो कार्ड्स एक ऐसा तरीका है जिसकी मदद से आप अपने भविष्‍य के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं। आने वाले समय में क्‍या हो सकता है या आपके लिए क्‍या खास आने वाला है, ये सभी बातें आपको टैरो कार्ड भविष्‍यवाणी के ज़रिए पता चल सकती हैं।

अगर आप अपनी लव लाइफ को लेकर परेशान हैं या पति-पत्‍नी के बीच लंबे समय से झगड़े चल रहे हैं और आप अपनी शादीशुदा जिंदगी को लेकर परेशान हैं, तो इस ब्‍लॉग में आप जान सकते हैं कि जुलाई 2025 में भी आपके प्रेम जीवन की परेशानियां खत्‍म होंगी या नहीं।

एस्‍ट्रोसेज एआई द्वारा इस ब्‍लॉग में हम आपको बताने जा रहे हैं कि जुलाई का महीना किन राशियों के लोगों के वैवाहिक और प्रेम जीवन के लिए मुश्किल रहने वाला है।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

जुलाई 2025 : इन राशियों की लव लाइफ होगी खराब

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों की लव लाइफ की बात करें, तो इन्‍हें जुलाई 2025 में टू ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है। इस समय पति-पत्‍नी के बीच के आपसी मतभेद सुलझ सकते हैं। आपको अपने रिश्‍ते को लेकर कुछ मुश्किल निर्णय लेने पड़ सकते हैं। इसके अलावा आप अपने पार्टनर से वित्तीय समस्‍याओं पर बातचीत कर सकते हैं। इस कार्ड का कहना है कि आपको न सिर्फ अपने रिश्‍ते को प्राथमिकता देनी चाहिए बल्कि अपने काम पर भी ध्‍यान देना चाहिए। कुल मिलाकर यह कार्ड आपको वर्क लाइफ बैलेंस बनाने की सलाह दे रहा है।

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कर्क राशि

कर्क राशि के लागों को लव लाइफ में द हर्मिट कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपने प्रेम जीवन में किसी भी रिश्‍ते के लिए पूरी तरह से समर्पित होने से पहले उसे लेकर अच्‍छी तरह से सोच-विचार कर लेना चाहिए। इसके अलावा आपको आत्‍मनिरीक्षण करने की भी जरूरत है। इस समय आपको और आपके पार्टनर को अपने खुद के विकास पर ध्‍यान देना चाहिए और आप दोनों ही अपने रिश्‍ते से क्‍या चाहते हैं, इस बारे में सोचना चाहिए। ऐसा करने से आप दोनों का ही रिश्‍ता मजबूत होगा।

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सिंह राशि

सिंह राशि वालों को प्‍यार के मामले में इस समय धैर्य रखने की जरूरत है। अगर आप किसी से अपने दिल की बात कहना चाहते हैं, तो आपको अभी कुछ समय के लिए रूक जाना चाहिए। सिंह राशि वालों को क्‍वीन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप इस महीने अपने रिश्‍ते में स्‍वतंत्रता और आत्‍मनिर्भरता की खोज कर सकते हैं। आपको अपने रिश्‍ते में कुछ सीमा बनाने और पार्टनर के साथ बातचीत में स्‍पष्‍टता रखने पर गौर रखना चाहिए।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1.  टैरो के अंदर कितने कार्ड्स होते हैं?

उत्तर. एक टैरो डेक में 78 कार्ड होते हैं।

प्रश्‍न 2. टैरो कार्ड में कितने पत्ते होते हैं?

उत्तर. टैरो डेक में 22 मेजर आर्काना और 56 माइनर आर्काना कार्ड होते हैं।

प्रश्‍न 3. टैरो क्‍या है?

उत्तर. टैरो भाग्‍य या भविष्‍य बताने का एक ज़रिया है।

जुलाई लगते ही इन मूलांक वालों को रहना होगा सावधान, हर कदम पर आएगी मुसीबत!

जुलाई लगते ही इन मूलांक वालों को रहना होगा सावधान, हर कदम पर आएगी मुसीबत!

ज्‍योतिष शास्‍त्र में जुलाई के महीने का बहुत महत्‍व है क्‍योंकि इस महीने से सावन मास की शुरुआत होती है। यह साल का सातवां महीना होता है। इस महीने पर अंक 7 का प्रभाव होता है जो कि केतु ग्रह का है। वहीं साल 2025 का जोड़ करने पर 9 अंक आता है जिससे इस साल का अंक 9 बन जाता है। इस तरह जुलाई के महीने पर केतु और मंगल दोनों का प्रभाव देखने को मिलेगा।

जुलाई का महीना धर्म, अध्‍यात्‍म और स्‍त्री संबंधित मामलों और कंप्‍यूटर से जुड़े मामलों के लिए जाना जाएगा। इस महीने किसी कथा वाचक या मोटिवेशनल स्पीकर पर गंभीर आरोप भी देखने को मिल सकते हैं। यह महीना कुछ मूलांक वाले लोगों पर भारी पड़ सकता है और इस ब्‍लॉग के ज़रिए हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि जुलाई 2025 किन मूलांक वाले जातकों के लिए मुश्किल रहने वाला है।

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मूलांक 1

यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा। मूलांक 1 के लिए जुलाई का महीना 8,9,7,7,2 और 1 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। अंक 8 से आपको अनुकूल परिणाम नहीं मिल पाएंगे। कार्य पूरे होने में कुछ अड़चनें आ सकती हैं। उपलब्धियों को लेकर धैर्य बनाए रखना है। काम करते समय जल्दबाजी न दिखाएं। धैर्य के साथ काम करें। आपके मूलांक 1 का शत्रु अंक होने के कारण आपको धन से संबंधित मामलों में संघर्ष देखना पड़ सकता है। व्यापार में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। आपको बिज़नेस में अनावश्‍यक बदलाव करने से बचना चाहिए। आप लोगों को छाता दान करना शुभ रहेगा।

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मूलांक 2

जिन लोगों का जन्‍म महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 2 होगा। मूलांक 2 के लिए जुलाई का महीना 9,9,7,7,2 और 1 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। मूलांक 2 का स्‍वामी चंद्रमा और साल 2025 के अंक 9 का स्‍वामी मंगल है। वैसे तो मंगल और चंद्रमा के बीच मित्रता मानी गई है लेकिन अंक ज्‍योतिष में इनके बीच सामंजस्‍य की कमी देखी गई है। ऐसे में कुछ काम आपके मन के मुताबिक नहीं हो पाएंगे। आप इस समय हताश या निराश महसूस कर सकते हैं। आपको भावनाओं में बहने से बचना चाहिए वरना आपका किसी से विवाद हो सकता है। भूमि भवन या वाहन आदि से संबंधित विवाद में बिल्कुल नहीं पड़ें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। मौसम के अनुरूप निर्वाह करना है। इस महीने किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास न करें। आपको बहुत सावधानी से चलने की जरूरत है। आप गुलाब जल मिलाकर जल से शिवजी का अभिषेक करें।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मूलांक 6

जिन लोगों का जन्‍म महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 6 होगा और मूलांक 6 के लिए जुलाई का महीना 4,9,7,7,2 और 1 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। अंक 9 से आपको इस महीने अनुकूल परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। आपको कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कामों को पूरा करने के लिए आपको थोड़ी सी अधिक कोशिश और अधिक मेहनत करना ज़रूरी रहेगा। आपको शासन प्रशासन से संबंधित नियमों का पालन करना चाहिए और अनुशासन में रहने की कोशिश करें। किसी के बहकावे में न आकर तथ्यात्मक पहलुओं पर ध्यान दें। आप माथे पर केसर का तिलक लगाएं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. शुक्र का किस अंक पर आधिपत्‍य है?

उत्तर. 6 मूलांक पर शुक्र का शासन है।

प्रश्‍न 2. राहु का नंबर क्‍या है?

उत्तर. राहु का नंबर 4 है।

प्रश्‍न 3. केतु का नंबर क्‍या है?

उत्तर. केतु का नंबर 7 है।

जुलाई में शनि की वक्री चाल बिगाड़ सकती है इन राशि वालों की किस्‍मत!

जुलाई में शनि की वक्री चाल बिगाड़ सकती है इन राशि वालों की किस्‍मत!

वैदिक ज्‍योतिष की दृष्टि से जुलाई का महीना बहुत ज्यादा महत्‍वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने ही सावन मास की शुरुआत होगी और कई ग्रहों के गोचर भी होने जा रहे हैं। ग्रहों के गोचर की दृष्टि से जुलाई का महीना इसलिए भी अधिक महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि इस दौरान शनि देव भी वक्री होने जा रहे हैं जो कि एक बड़ी घटना है।

इतना ही नहीं जुलाई में  मंगल, सूर्य, शुक्र, बुध और बृहस्‍पति की स्थिति में भी बदलाव देखने को मिलगा। अब ज़ाहिर सी बात है कि जब इतने सारे ग्रहों की चाल में परिवर्तन आएगा, तो इसका लोगों के जीवन पर भी गहरा असर देखने को मिलेगा। किसी को इस दौरान सकारात्‍मक परिणाम मिलेंगे, तो वहीं कुछ राशि वाले जातकों को नकारात्‍मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इस ब्‍लॉग में हम आपको विस्‍तार से बताने जा रहे हैं कि जुलाई के महीने में किन राशि वालों को संभलकर चलने की जरूरत है।

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कब किस ग्रह का होगा गोचर

बृहस्‍पति मिथुन राशि में उदित होंगे, शनि मीन राशि में वक्री होंगे, सूर्य देव कर्क राशि में गोचर करेंगे, बुध कर्क राशि में वक्री होंगे और फिर बुध कर्क राशि में ही अस्त भी हो जाएंगे। शुक्र  मिथुन राशि में गोचर करेंगे। मंगल ग्रह कन्या राशि में प्रवेश करेंगे।

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इन राशियों के लिए जुलाई रहेगा खतरनाक

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों को अपनी लव लाइफ में किसी भी तरह का जोखिम उठाने की जरूरत नहीं है। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। खानपान ठीक रहेगा तो सेहत भी अच्‍छी रह सकती है। हालांकि, पारिवारिक समस्‍याएं दूर हो सकती हैं। कार्यों में विलंब आ सकता है। आर्थिक मामलों में सावधानी पूर्वक निर्णय लेने की स्थिति में नुकसान होने से बचा जा सकेगा। आपकी बातचीत का तौर-तरीका भी कुछ हद तक बाधित रह सकता है। हालांकि, शुक्र के गोचर से आपको अच्‍छे परिणाम मिल सकते हैं। आपको कई स्रोतों से लाभ होने की उम्‍मीद है। शुक्र की कृपा से आपके काम बन सकते हैं।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों को घर-गृहस्थी से संबंधित मामलों में बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है। आपको अपने स्वजनों से विवाद हो सकता है। आपकी आय औसत रहने वाली है जिससे आपको पैसों की तंगी होने का डर है। बिज़नेस में व्‍यवधान आने से आपको निराशा हो सकती है। हृदय से संबंधित परेशानियां बढ़ सकती हैं। आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी। वस्त्र या आभूषण खरीदने की सोच रहे हैं, तो इस योजना को कुछ समय के लिए टाल देना ही बेहतर होगा। अपनी प्रकृति के विरुद्ध न खाएं वरना सेहत खराब हो सकती है। घूमने-फिरने में अधिक खर्चा हो सकता है लेकिन शुक्र आप पर मेहरबान रहेंगे।

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कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों को मंगल के गोचर से लाभ मिलेगा लेकिन फिर भी इन्‍हें इस महीने सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। आपके खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वहीं आपके विरोधी भी आप पर भारी पड़ सकते हैं। शनि के वक्री होने से धार्मिक कार्यों में कठिनाईयां आ सकती हैं। भाग्य के भरोसे बैठे रहने की गलती न करें। गलतफहमी होने से भी कुछ नुकसान हो सकता है। बेहतर होगा कि कोई अप्रिय या ऐसा समाचार जो आपके लिए न हितकर हो, यदि कहीं से मिलता है, तो इसकी पुष्टि बहुत जरूरी कर लें। लोग आपके बारे में चुगली कर सकते हैं। इस समय रिस्‍क लेने से नुकसान ही होगा। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपको फायदा तो देगा लेकिन विरोधियों या प्रतिस्पर्धियों से सजग रहना समझदारी का काम होगा।

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मीन राशि

मीन राशि के लोगों को जुलाई के महीने में अपनी पर्सनल लाइफ में सावधान रहने की जरूरत है। जीवनसाथी के साथ विवाद होने की आशंका है। यदि मुख से संबंधित कोई परेशानी पहले से रही है तो वह इस समय अवधि में पुनः देखने को मिल सकती है। अपनी खानपान की आदतों पर विशेष ध्‍यान दें। व्यापार में किसी भी तरीके का जोखिम नहीं उठाएं। हालांकि, बृहस्‍पति के मिथुन राशि में उदित होने से आपकी प्रतिष्‍ठा में वृद्धि हो सकती है। पेचीदे मामलों में न उलझें और बिना मांगे किसी को अपनी राय भी न दें। आलसी होने से बचें और सेहत के मामले में कोई रिस्‍क न लें। जरूरत से ज्यादा जल्दबाज भी नहीं करनी है। बुध के कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको अपनी संतान से संबंधित मामलों में अधिक समझदारी दिखाने की आवश्यकता है। योजनाओं पर काम करने के लिए सही समय नहीं है। वहीं शुक्र के मिथुन राशि में प्रवेश करने से आपका मनोबल बढ़ेगा जो कि एक अच्‍छा संकेत है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. गुरु ग्रह कब उदित होंगे?

उत्तर. बृहस्‍पति 09 जुलाई 2025 की रात 10 बजकर 50 मिनट पर मिथुन राशि में उदित हो रहे हैं।

प्रश्‍न 2. बुध किस राशि में वक्री और अस्‍त दोनों हो रहे हैं?

उत्तर. कर्क राशि में।

प्रश्‍न 3. मंगल किस राशि में गोचर करेंगे?

उत्तर. मंगल कन्‍या राशि में प्रवेश करेंगे।

ज्योतिष, टैरो और अंक ज्योतिष की भविष्यवाणी क्या बदल सकती है आपका भाग्य? जानें

ज्योतिष, टैरो और अंक ज्योतिष की भविष्यवाणी क्या बदल सकती है आपका भाग्य? जानें

संयुक्त विश्लेषण: प्राचीन काल से वैदिक ज्योतिष, अंक शास्त्र और टैरो का उपयोग भविष्य जानने के लिए माध्यम के रूप में किया जाता रहा है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि किसी भविष्यवाणी को जानने और समझने के लिए एक साथ इन त्रिकालदर्शी तरीकों का उपयोग संयुक्त रूप से किया जा सकता है। यदि हाँ, तो किसी व्यक्ति के जीवन के लिए तीनों विद्याओं द्वारा की गई भविष्यवाणी कितनी सटीक होगी? इन सभी सवालों के जवाब एस्ट्रोसेज एआई के अनुभवी ज्योतिषी आचार्य हिमांशु सैनी द्वारा इस लेख में दिए गए हैं इसलिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

आज हम तीन प्रमुख विद्याओं वैदिक ज्योतिष, अंक शास्त्र और टैरो कार्ड रीडिंग का संयुक्त विश्लेषण करके किसी व्यक्ति के मन, ग्रह और भाग्य को एक साथ समझने का प्रयास करेंगे। 

कैसे काम करता है संयुक्त विश्लेषण?

मान लीजिए एक व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की महादशा चल रही है, उसका मूलांक 1 है जो सूर्य का अंक है, और टैरो कार्ड में “द सन” कार्ड आया है। ऐसे में, यह तीनों विद्याएं इस तरफ इशारा कर रही हैं कि “जातक के जीवन में अच्छा समय आने वाला है। साथ ही, सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति के भीतर घमंड भी जन्म ले सकता है, क्योंकि हर एक योग और दशा व्यक्ति पर अपना सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डालती हैं। अब सवाल उठता है कि नकारात्मक प्रभावों को कैसे कम किया जा सकता है? आइए जानते हैं।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

उदाहरण के रूप में, अगर आपकी जन्म तिथि 10 जुलाई 2001 है और आपका  मूलांक 1 है।  वैदिक ज्योतिष में सूर्य का लग्न में होना और टैरो में “ द सन” कार्ड का आना दर्शाता है कि आप घमंडी हो सकते हैं, लेकिन आपकी प्रशासनिक क्षमताएं अच्छी होंगी और आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी। इसके परिणामस्वरूप, आपके लिए सूर्य नमस्कार करना, अनुशासन में रहना और नियमित रूप से ध्यान करना फलदायी रहेगा। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

संयुक्त विश्लेषण के लाभ

  • ज्योतिष, अंक ज्योतिष और टैरो विद्या के माध्यम से सटीक भविष्यवाणी प्राप्त होती है। 
  • जातक मानसिक, आध्यात्मिक और भौतिक रूप से मज़बूत बनता है। 
  • आपको तीनों विद्याओं के माध्यम से एक ही समाधान मिल जाता है।
  • जातक को जीवन के प्रति स्पष्टता और सही मार्गदर्शन मिलता है। 

एस्ट्रोसेज एआई के अनुभवी एवं विद्वान आचार्य हिमांशु सैनी का संयुक्त विश्लेषण को लेकर कहना है कि जब कोई व्यक्ति असमंजस में हो या फिर जीवन के तीन पहलुओं – मन, ग्रह और कर्म के बीच संतुलन नहीं बैठा पा रहा होता है, तो संयुक्त विश्लेषण आपका मार्गदर्शक बन सकता है।

निष्कर्ष: आज के समय में लोग सिर्फ़ यह नहीं जानना चाहते हैं कि “भविष्य में क्या होगा”, बल्कि वह इस सवाल का जवाब भी जानना चाहते हैं कि भविष्य में आने वाली परिस्थतियों को कैसे संभाल सकते हैं। जब वैदिक ज्योतिष, अंक शास्त्र और टैरो एक साथ मिलकर भविष्यवाणी करते हैं तो वह भविष्यवाणी सटीक और स्पष्ट होने के साथ-साथ जीवन में परिवर्तन लेकर आने का भी काम करती है। 

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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में पालकी पर सवार होकर आएंगी देवी दुर्गा, जानें तिथि, महत्व और घटस्थापना का मुहूर्त!

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में पालकी पर सवार होकर आएंगी देवी दुर्गा, जानें तिथि, महत्व और घटस्थापना का मुहूर्त!

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025: नवरात्रि को सनातन धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है जो लगातार नौ दिनों तक चलते हैं। हालांकि, एक वर्ष में कुल चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और इनमें से दो नवरात्रि यानी कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि सार्वजनिक होते हैं। वहीं, आषाढ़ और माघ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि माना गया है। यह देवी दुर्गा को समर्पित शक्ति और साधना का शक्तिशाली पर्व होता है और इस दौरान माँ के नौ स्वरूपों की पूजा गुप्त रूप से की जाती है। बता दें कि गुप्त नवरात्रि तंत्र साधना में लीन रहने वालों के लिए विशेष होती है। अब जल्द ही आषाढ़ नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है और इन नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ शक्तिशाली स्वरूपों की पूजा विधि विधान से की जाएगी। 

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

एस्ट्रोसेज एआई का यह ब्लॉग आपको “आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025” के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस वर्ष कब से शुरू होंगे आषाढ़ नवरात्रि और कौन सा मुहूर्त होगा घटस्थापना के लिए शुभ? किस पर सवार होकर पधारेंगी मां आपके द्वार? आषाढ़ नवरात्री में किन नियमों का पालन करने से मिलेगी देवी की कृपा? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे। तो आइए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और सबसे पहले जानते हैं आषाढ़ नवरात्रि की तिथि। 

कब से शुरू है आषाढ़ नवरात्रि 2025 में?

बात करें आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की, तो इस वर्ष आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ 26 जून 2025, गुरुवार से होगा और इसका समापन 04 जुलाई 2025, शुक्रवार के दिन होगा। इस बार आषाढ़ नवरात्रि पूरे 9 दिन मनाए जाएंगे और इस दौरान दस महाविधाओं की पूजा-अर्चना विधिपूर्वक की जाएगी। 

आषाढ़ नवरात्रि 2025 का आरंभ: 26 जून 2025, गुरुवार

आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि का आरंभ: 25 जून 2025 की शाम 04 बजकर 04 मिनट पर। 

आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा तिथि की समाप्ति: 26 जून 2025 की दोपहर 01 बजकर 27 मिनट पर। 

नोट: आषाढ़ प्रतिपदा तिथि 25 जून 2025 की शाम 04 बजे शुरू होगी इसलिए उदया तिथि के अनुसार, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून 2025 से होगी। 

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025: घटस्थापना पूजा मुहूर्त

कलश स्थापना का मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 33 मिनट से 06 बजकर 05 मिनट तक। 

अवधि: 01 घंटा 32 मिनट 

घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 58 मिनट से लेकर 11 बजकर 53 मिनट तक। 

 अवधि: 55 मिनट 

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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में माँ के किन स्वरूपों की होती है पूजा?

शक्ति साधना का पर्व आषाढ़ गुप्त नवरात्रि निरंतर 9 दिनों तक मनाया जाएगा। जैसे चैत्र और शारदीय नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, वैसे ही गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। बता दें कि गुप्त नवरात्रि विशेष रूप से शक्ति साधना और तंत्र-मंत्र से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण होती है। मान्यता है कि देवी भगवती की साधना करने वाले दस महाविद्याओं को प्रसन्न करने के लिए आषाढ़ नवरात्रि के नौ दिनों में कठोर नियमों का पालन करते हैं और व्रत करते हैं। 

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में मां काली, त्रिपुर सुंदरी, तारा देवी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, मां धूम्रवती, त्रिपुर भैरवी, मातंगी, कमला देवी और माता बगलामुखी की आराधना की जाती है। गुप्त नवरात्रि को मुख्य रूप से पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में भक्तिभाव से मनाया जाता है। 

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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 तिथियां

तारीख़दिनतिथि
26 जून 2025गुरुवारनवरात्रि प्रतिपदा,घटस्थापना
27 जून 2025शुक्रवारद्वितीया
28 जून 2025शनिवारतृतीया
29 जून 2025रविवारचतुर्थी
30 जून 2025सोमवारपंचमी
01 जुलाई 2025मंगलवारषष्ठी
02 जुलाई 2025बुधवारसप्तमी
03 जुलाई 2025गुरुवारअष्टमी
04 जुलाई 2025शुक्रवारनवमी

आषाढ़ नवरात्रि 2025 में पालकी होगी देवी दुर्गा की सवारी 

जब-जब नवरात्रि शुरू होते हैं, तो माता का वाहन विशेष रूप से देखा जाता है। इसी क्रम में, आषाढ़ गुप्त नवरात्रि गुरूवार के दिन से शुरू होंगे इसलिए माँ दुर्गा की सवारी पालकी (डोली) होगी। हालांकि, माँ का पालकी पर सवार होकर आना अशुभ माना जाता है। ऐसे में, इस गुप्त नवरात्रि के दौरान तेज़ बारिश होने की आशंका है। 

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धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माँ का पालकी पर सवार होकर आना इस बात की तरफ संकेत करता है कि देश को आने वाले समय में महामारी, अर्थव्यवस्था को नुकसान और मंदी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, प्राकृतिक आपदा और हिंसा जैसी घटनाएं भी देखने को मिल सकती हैं। 

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 पूजा विधि 

  • सर्वप्रथम जातक सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजन सामग्री को एक स्थान पर रखें। 
  • पूजा स्थान या चौकी पर देवी दुर्गा की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें और उन्हें लाल चुनरी अर्पित करें।
  • अब मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोएं और नवमी तिथि तक रोज़ाना उस पर पानी का छिड़काव करें। ध्यान रखें कि कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करें। 
  • इसके बाद, कलश में गंगाजल भरें और उसके मुख पर आम की पत्तियां रखें, फिर इस पर नारियल रख दें। इसके पश्चात, कलश पर लाल कपड़ा लपेटकर उसके मुख पर कलावा बांध दें। 
  • जौ के पास कलश को रख दें और इसकी पूजा फल, फूल, कपूर, दीपक और अगरबत्ती से करें। 
  • आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा से जुड़े मंत्रों का जाप करें। साथ ही, देवी का स्वागत करते हुए उनसे सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करें। 
  • अष्टमी या नवमी तिथि पर मां दुर्गा के पूजन के बाद नौ कन्याओं की पूजा करें और उन्हें हलवा और चने का प्रसाद ले रूप में भोग लगाएं। 
  • नवरात्रि के अंतिम दिन देवी दुर्गा की पूजा के बाद घाट विसर्जन करें और माँ की आरती करें। इसके बाद, माँ को फूल और चावल अर्पित करें तथा बेदी से कलश को उठाकर नवरात्रि को विदा करें। 

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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में जरूर करें इन नियमों का पालन

  • आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में अगर आपने देवी दुर्गा की मूर्ति और कलश स्थापना की है, तो अगले 9 दिन पूजा स्थल की साफ-सफाई नियमित रूप से करें। 
  • माँ दुर्गा को बासी फूल, फल और झूठा भोजन अर्पित करने से बचें ।
  • देवी की मूर्ति या प्रतिमा को बिना स्नान किए स्पर्श न करें और न ही मंदिर में प्रवेश करें।
  • घर में कलश स्थापना करने वाले जातक अपना घर कभी भी खाली न छोड़ें इसलिए घर में हर समय कोई न कोई अवश्य होना चाहिए। 
  • आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों में दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचें। 
  • नवरात्रि के नौ दिनों में लहसुन, प्याज, मांस और मदिरा से दूरी बनाकर रखें। 
  • जातक को गुप्त नवरात्रि के दौरान झूठ, क्रोध, मोह और लालच करने से बचना चाहिए। 

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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 के दौरान करें ये उपाय

  1. रात के समय किसी सुनसान स्थान या पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से मनोकामना पूरी होती है।
  2. देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए एक पीले रंग के कपड़े में गोमती चक्र, काली हल्दी और एक सिक्का लपेटकर तिजोरी या पर्स में रखें। 
  3. आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी भी रात्रि में कुबेर यंत्र स्थापित करके उसका पूजन करें। ऐसा करने से आपकी धन-समृद्धि में वृद्धि होती है।
  4. एक पान के पत्ते पर सिंदूर में लिपटा हुआ चांदी का सिक्का रखकर माँ को अर्पित करें और फिर अपने पर्स में रखें। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 में कब से है?

वर्ष 2025 में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 26 जून 2025 से शुरू होंगे। 

एक वर्ष में कितनी बार नवरात्रि आती है?

सनातन धर्म में एक साल में 4 बार नवरात्रि आते हैं।

आषाढ़ नवरात्रि में किसकी पूजा होती है?

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है।  

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: मेष सहित आठ राशि के जातकों को मिलेगा भाग्य का साथ!

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: मेष सहित आठ राशि के जातकों को मिलेगा भाग्य का साथ!

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि शुक्र के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को सूर्य के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। 

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बता दें कि शुक्र का वृषभ राशि में गोचर 29 जून 2025 को होगा। ज्योतिष में शुक्र ग्रह सुंदरता, प्रेम और आकर्षण का प्रतीक माना जाता है और जब तुला व वृषभ राशि में होते हैं तो यह बहुत मजबूत स्थिति मानी जाती है। इस स्थिति में शुक्र व्यक्ति में खूबसूरती, नजाकत और स्टाइल की गहरी समझ देता है। ऐसी राशियों के जातकों में अक्सर विशेष शारीरिक खूबियां देखने को मिलती हैं, जैसे-लंबी पलकों वाली बड़ी-बड़ी आंखें, भरे हुए होंठ, मुलायम त्वचा, चमकदार बाल और पतली कमर। ये सब शुक्र ग्रह की खूबियां मानी जाती है, जिन्हें महिलाएं अक्सर अलग-अलग तरीकों से उभारने की कोशिश करती हैं।

जब शुक्र मीन राशि में होते हैं, जो इसकी उच्च राशि मानी जाती है, तो यह जातक को सूक्ष्मता और आध्यात्मिकता जैसी विशेषताएं भी देता है। इस स्थिति में शुक्र केवल बाहरी सुंदरता ही नहीं, बल्कि भीतर की कोमलता और आत्मिक आकर्षण भी दर्शाता है।

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शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: समय

सुख, समृद्धि, प्रेम, सौंदर्य, विलासिता, और वैवाहिक जीवन के कारक ग्रह शुक्र 29 जून 2025 की दोपहर 01 बजकर 56 मिनट पर अपनी राशि वृषभ में गोचर करेंगे। शुक्र यहाँ सहज रहेंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा निश्चित रूप से अधिकांश राशियों के लिए सकारात्मक साबित होंगे। आइए देखें कि यह अवधि किन जातकों के लिए शुभ साबित होंगी और किन जातकों के लिए अशुभ।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: इन जातकों के लिए साबित होगा शुभ

मेष राशि

शुक्र ग्रह इस समय वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे, जो आपकी दूसरे भाव में स्थित होगा। शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। चूंकि शुक्र अपनी ही राशि वृषभ में हैं इसलिए इसका प्रभाव सकारात्मक और शुभ माना जाएगा। हालांकि शनि की तीसरी दृष्टि इस भाव पर पड़ रही है, जिलले थोड़ी मुश्किलें भी आ सकती हैं, लेकिन शुक्र इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने की पूरी कोशिश करेगा। इस गोचर के दौरान मेष राशि वालों को नए कपड़े, गहने खरीदने की इच्छा हो सकती है।

संगीत और कला के प्रति आपका रुझान बढ़ सकता है और आप अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का ज्यादा मौका पाएंगे। इस अवधि अच्छी कमाई के योग हैं और सरकारी कामों से फायदे भी होंगे।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं और शुक्र का गोचर आपके पहले भाव में होगा। यह अवधि आपके लिए शुभ व लाभकारी साबित होगी। साथ ही, यह शनि के नकारात्मक प्रभावों को भी कम करेगा। इस समय आपको सफलता, मान-सम्मान और आर्थिक लाभ मिलेगा। छात्रों के लिए यह समय विशेष रूप से साहित्य और कला की पढ़ाई में सफलता दिलाने वाला होगा। 

जिन लोगों की शादी में रुकावटें आ रही थी, उनके लिए शादी से जुड़ी बातों में प्रगति हो सकती है। रोमांटिक संबंधों में भी खुशियां बढ़ेंगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और व्यवसाय में भी लाभ मिलेगा।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा, जो कि लाभ का भाव माना जाता है। शुक्र की यह स्थिति आमतौर पर बहुत लाभकारी मानी जाती है और जब यह अपनी ही राशि में हो, तो फायदे और भी बढ़ जाते हैं। इस गोचर से आपको जमीन-जायदाद, वाहन और प्रॉपर्टी से जुड़ी चीजों में लाभ हो सकता है। 

यात्रा के योग भी बन सकते हैं और आप इन यात्राओं का आनंद लेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आय में बढ़ोतरी होगी। जो लोग प्रॉपर्टी, वाहन या रियल एस्टेट से जुड़े क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उन्हें अच्छे अवसर मिलेंगे। आपके भाई-बहनों और दोस्तों का पूरा सहयोग मिलेगा। साथ ही, मां से जुड़ी चिंताएं भी कम होंगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का गोचर आपके नौवें भाव में होगा। यह गोचर बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि शुक्र अपनी ही राशि में है और भाग्य के भाव में स्थित है। इस समय भाग्य आपका साथ देगा और आपकी मेहनत का अच्छा फल मिलेगा। आपको किसी भी काम में सफलता पाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी क्योंकि किस्मत भी आपका साथ देगी।

सरकारी या प्रशासनिक काम आसानी से पूरे होंगे। धार्मिक यात्राओं के योग बन सकते हैं।  परिवार और भाग्य के लिहाज से बहुत अच्छा रहेगा।

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तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके लग्न व आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके आठवें भाव में होगा। यह गोचर थोड़ा चुनौतीपूर्ण माना जा सकता है लेकिन शुक्र एक ऐसा ग्रह है, जो यां भी अच्छे परिणाम देगा, खासकर जब वह अपनी ही राशि में हो। यदि पिछले कुछ समय से किसी परेशानी या रुकावट का सामना कर रहे हैं, तो वह अब समाधान मिलने की संभावना है।

आर्थिक लाभ मिलने के संकेत हैं, लेकिन ध्यान रखें कि सफलता के लिए आपको धैर्य बनाए रखना होगा। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, खासकर यात्रा करते समय या वाहन चलाते हुए। यदि आप धैर्य और समझदारी से काम लेंगे तो ये गोचर आपके लिए अच्छा साबित होगा।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। छठा भाव शुक्र के लिए थोड़ा प्रतिकूल माना जाता है, लेकिन शुक्र अपनी ही राशि में होने के कारण नकारात्मक असर कम करेगा। इस दौरान आपको सलाह दी जाती है कि बेवजह के झगड़ों या विवादों से बचें। खासकर अगर किसी महिला से बहस की स्थिति बने तो शांति से पेश आएं।

स्वास्थ्य का ध्यान रखें, खानपान संतुलित हो और नियमित दिनचर्या बनाए रखें। यदि आप संयम से काम लेंगे तो यह समय संतुलित और लाभकारी साबित होगा।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके चौथे भाव में गोचर करेंगे। ज्योतिष में चौथे भाव में शुक्र का गोचर बहुत अच्छा माना गया है। इस समय आप अपने घर, वाहन या प्रॉपर्टी से जुड़े लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। परिवार के सदस्यों के साथ संबंध बेहतर होंगे और सामाजिक जीवन में भी सकारात्मकता रहेगी। मानसिक रूप से आप खुद को शांत, संतुष्ट और संतुलित महसूस करेंगे।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी है और यह आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। यह भाव पराक्रम, भाइयों, बहनों और प्रयासों से जुड़ा है और शुक्र यहां आमतौर पर सकारात्मक फल देता है। इस गोचर के दौरान भाई-बहनों और दोस्तों के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। आप नई दोस्तियां भी बनाएंगे। 

प्रतिद्वंद्वियों पर विजय पाने में भी आप सफल होंगे। यह गोचर आपके पहले भाव में स्थित शनि के नकारात्मक असर को भी कम करेगा। जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में आपको सकारात्मक समाचार मिल सकते हैं और समृद्धि और मानसिक संतोष महसूस होगा।

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शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का गोचर आपके बारहवें भाव में होगा। बारहवें भाव में शुक्र का गोचर कुछ मामलों में लाभकारी माना जाता है लेकिन इस बार क्योंकि पांचवें भाव के स्वामी बारहवें भाव में जा रहा है इसलिए कुछ परेशानियां आ सकती है। इस समय आप खुद को अपनों से दूर पा सकते हैं। हो सकता है कि आपको किसी दूर स्थान की यात्रा करनी पड़े, चाहे आप चाहें या नहीं।

हालांकि व्यवसाय से जुड़ी यात्राएं लाभदायक रहेंगे। जो लोग विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अच्छी खबर ला सकता है। इस दौरान मनोरंजन और खर्चों में बढ़ोतरी होगी। आप आराम, फैशन, मौज-मस्ती जैसी चीज़ों पर ज्यादा ध्यान देंगे। लेकिन इसी कारण से पढ़ाई या महत्वपूर्ण कामों पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है इसलिए संयम और संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: उपाय

  • ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • हर शुक्रवार को व्रत रखें, खीर बनाकर गरीबों में बांटें और खुद भी खाएं।
  • लक्ष्मी मां की पूजा करें और मंदिर में उन्हें पांच लाल फूल चढ़ाएं।
  • जरूरतमंदों की मदद करें।
  • सफेद और गुलाबी रंग के कपड़े दान करें।
  • अक्सर सफेद रंग पहनें।

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आषाढ़ अमावस्या 2025: कैसे करें तर्पण और कौन से मंत्र दिलाएंगे पितृ दोष से छुटकारा?

आषाढ़ अमावस्या 2025: कैसे करें तर्पण और कौन से मंत्र दिलाएंगे पितृ दोष से छुटकारा?

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह में आने वाली अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। यह तिथि हर वर्ष वर्षा ऋतु की शुरुआत से पहले यानी जून-जुलाई के महीने में आती है। इस दिन को धार्मिक, आध्यात्मिक और तांत्रिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण व शुभ माना जाता है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, श्राद्ध और जलदान जैसे कर्म इस दिन विशेष रूप से किए जाते हैं।

इसके साथ ही यह अमावस्या नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति, कालसर्प दोष निवारण और कष्टों से छुटकारा पाने के लिए भी बहुत प्रभावशाली मानी जाती है। इस दिन गंगा स्नान, व्रत, दान-पुण्य और हवन पूजन का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति आषाढ़ अमावस्या पर श्रद्धा भाव व विधि-विधान से पितृ तर्पण और दान करता है, उसे पितृ कृपा प्राप्त होती है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। एस्ट्रोसेज एआई के इस ब्लॉग में हम आपको आषाढ़ अमावस्या 2025 व्रत के बारे में विस्तार से बताएंगे, साथ ही इसके महत्व, व्रत कथा, पूजा विधि और कुछ ऐसे उपायों के बारे में भी जानकारी देंगे जिन्हें अपनाने से पितृ दोष से छुटकारा पाया जा सके। तो चलिए शुरू करते है ये ब्लॉग।

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आषाढ़ अमावस्या 2025: तिथि और समय

साल 2025 में आषाढ़ अमावस्या 25 जून को मनाई जाएगी।

अमावस्या आरम्भ: जून 24, 2025 की शाम 07 बजकर 02 मिनट से 

अमावस्या समाप्त: जून 25, 2025 की शाम 04 बजकर 04 मिनट तक

आषाढ़ अमावस्या का महत्व

धार्मिक दृष्टि से आषाढ़ अमावस्या को सनातन धर्म में बहुत अधिक पुण्यकारी माना जाता है। इसका संबंध पूर्वजों की तृप्ति, पितृ दोष निवारण और आत्मिक शुद्धि से होता है। इस दिन तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और पितृ कृपा प्राप्त होती है। साथ ही यह दिन प्रकृति पूजन, व्रत, और दान-पुण्य के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है।

लोग इस अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान कर अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं और विशेष रूप से भगवान विष्णु तथा शिव की पूजा करते हैं। पीपल के वृक्ष की पूजा, दीपदान और गरीबों को अन्न-वस्त्र का दान करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस दिन की गई पूजा और धार्मिक कर्म विशेष फलदायी मानी जाती है और साथ ही साधक को मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ तथा आर्थिक स्थिरता भी प्राप्त होती है।

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आषाढ़ अमावस्या पर करें इस विधि से पूजन

  • इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। यदि संभव हो तो किसी पवित्र नदी, सरोवर या घर में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
  • फिर साफ वस्त्र धारण करें और मन को शुद्ध रखें और अपने पितरों का स्मरण करें।
  • तांबे के पात्र में जल, तिल, कुश, फूल और थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर पितरों के लिए तर्पण करें। इस दौरान “ॐ पितृभ्यः स्वधा नमः” मंत्र का जप करें।
  • इसके बाद घर में भगवान विष्णु, शिवजी या पितृ देवताओं की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। दीपक जलाएं, गंध, फूल, धूप और नैवेद्य अर्पित करें।
  • पूजन के दौरान विष्णु सहस्त्रनाम या भगवान श्रीहरि के मंत्रों का पाठ करें। मंत्र है- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”। शिव पूजन के लिए- “ॐ नमः शिवाय”।
  • इस दिन पीपल के वृक्ष की कम से कम 7 या 11 बार परिक्रमा अवश्य करें।
  • इस विशेष दिन ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, तांबा, तिल, गौ-दक्षिणा आदि का दान करें।

आषाढ़ अमावस्या के दिन जरूर पढ़ें ये व्रत कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में विधिशील नगर में सुमति नाम का एक ब्राह्मण रहता था। वह बहुत ही विद्वान, तपस्वी और धर्मशील था। उसने अपना पूरा जीवन ब्रह्मचर्य, व्रत और यज्ञ-दान में व्यतीत किया, लेकिन उसमें एक दोष था। वह कभी भी पितरों का श्राद्ध नहीं करता था और न ही तर्पण करता था। उसे लगता था कि पितरों का कोई अस्तित्व नहीं होता और यह सब केवल मिथ्या है।

एक दिन रात को ब्राह्मण को स्वप्न आया, जिसमें उसने देखा कि उसके पितर बेहद दुखी है और किसी जलहीन, उजाड़ स्थान पर पड़े हैं और सहायता उससे सहायता मांग रहे हैं। वे बार-बार कह रहे थे- “हे सुमति! तू बहुत पुण्यात्मा है, परंतु तूने कभी हमारा तर्पण नहीं किया, जिसके कारण हम तृषित हैं, भूखे हैं और कष्ट झेल रहे हैं।”

सपने से जागकर सुमति बहुत घबरा गया। वह अगले ही दिन एक ज्ञानी ऋषि के पास गया और उन्हें स्वप्न के बारे में बताया। ऋषि ने कहा, “हे ब्राह्मण! यह कोई भ्रम नहीं है, बल्कि तुम्हारे पितरों की आत्मा वास्तव में पीड़ा में है। तुम्हारा यह जीवन तभी सफल होगा जब तुम उनका श्राद्ध और तर्पण करोगे। इसके लिए सबसे उत्तम दिन आषाढ़ अमावस्या है। इस दिन विधिपूर्वक पितरों का तर्पण, श्राद्ध और दान करने से वे प्रसन्न होते हैं और तुम्हें आशीर्वाद देते हैं।”

सुमति ने ऋषि की बात मानी और आषाढ़ अमावस्या के दिन गंगाजल से स्नान कर विधिपूर्वक पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया। उसने ब्राह्मणों को भोजन कराया, वस्त्र दान किए और गौ-सेवा भी की। उसी रात उसे पुनः स्वप्न आया, जिसमें उसके पितर दिव्य रूप में प्रकट हुए और बोले—”हे पुत्र! आज तूने हमें तृप्त किया। अब हम स्वर्ग में हैं और तुम्हें आशीर्वाद देते हैं कि तुम्हारी संतान दीर्घायु, सुखी और धर्मपरायण होगी।” उस दिन से सुमति ने हर अमावस्या को श्राद्ध करना शुरू कर दिया और अन्य लोगों को भी आषाढ़ अमावस्या पर तर्पण का महत्व समझाने लगा।

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आषाढ़ अमावस्या पर क्या करें और क्या न करें

क्या करें

  • सुबह सूर्योदय से पहले गंगाजल या किसी पवित्र नदी में स्नान करें। यदि संभव न हो, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
  • इस दिन अपने पितरों के लिए जल तर्पण और श्राद्ध कर्म करना बहुत फलदायी होता है। 
  • गरीबों, ब्राह्मणों, और गायों को अन्न, वस्त्र, तिल, घी, छाता, पंखा, फल आदि का दान करें।
  • “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या “ॐ पितृदेवताभ्यः नमः” का जप करें।
  • भगवान विष्णु का ध्यान करें।

क्या न करें

  • इस दिन पूर्ण रूप से सात्विक रहें। मांस, शराब, लहसुन, प्याज आदि का सेवन भूलकर भी न करें।
    पितरों का मजाक उड़ाना या उनके कार्यों की आलोचना नहीं करनी चाहिए। 
  • क्रोध, झूठ बोलना, लड़ाई-झगड़ा, किसी को अपशब्द कहना जैसे कामों से बचें।
  • यदि आप तर्पण या श्राद्ध कर रहे हैं तो विधिवत ब्राह्मण की सलाह लेकर करें। अधूरी या गलत विधि करने से लाभ की जगह हानि हो सकती है।
  • इस दिन जरूरतमंदों और गरीब को अनदेखा न करें।

आषाढ़ अमावस्या: इन उपायों से मिलेगा समस्याओं से छुटकारा

आषाढ़ अमावस्या में कुछ उपायों को अपनाकर आप बड़ी सी बड़ी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में:

कर्ज से छुटकारा पाने के लिए

इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सुबह बिना बोले सरसों के तेल का दीपक जलाएं और “ॐ ऋणमोचकाय नमः” मंत्र का 21 बार जप करें। इससे धीरे-धीरे कर्ज से छुटकारा मिलेगा।

घर से नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए

इस दिन एक लौंग और कपूर को साथ जलाकर पूरे घर में घुमाएं। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए

इस दिन काले तिल, चावल और सफेद मिठाई किसी गरीब या ब्राह्मण को दान करें। साथ ही घर के तिजोरी स्थान पर हल्दी और एक सिक्का रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।

बुरी नजर से बचने के लिए

इस विशेष दिन घर के सदस्यों पर 7 बार काले तिल और नमक उतारकर उसे बहते पानी में प्रवाहित करें। यह नज़र दोष और ऊपरी बाधाओं को दूर करता है।

पितृदोष से बचने के लिए

इस दिन गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं और पितरों के नाम से जल में तिल डालकर तर्पण करें। इससे पितृदोष कम होता है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए

आषाढ़ अमावस्या के दिन हनुमान मंदिर जाकर सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर हनुमान जी को चोला चढ़ाएं और “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।

नौकरी और प्रमोशन के लिए

सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं और उसमें केसर, लाल फूल और गुड़ डालें। साथ ही, सूर्य मंत्र का जाप करें। मंत्र- “ॐ सूर्याय नमः”।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

आषाढ़ अमावस्या 2025 कब है?

आषाढ़ अमावस्या 2025 में 25 जून, बुधवार को है।

आषाढ़ अमावस्या पर क्या करना चाहिए?

आषाढ़ अमावस्या के दिन घर के ईशानकोण में घी का दीपक जलाएं।

अमावस्या के दौरान हमें क्या नहीं करना चाहिए?

लोगों को विवाह, सगाई, मुंडन, नया वाहन खरीदना, नया व्यवसाय शुरू करना और गृह प्रवेश जैसे कोई भी शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।

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एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का वृषभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार पड़ेगा इस बारे में भी बताएंगे। बता दें कुछ राशियों को सूर्य के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा, तो वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। 

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जानकारी हो कि शुक्र 29 जून को अपनी ही राशि वृषभ में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किन जातकों के लिए यह अवधि शुभ व किन जातकों के लिए यह अवधि अशुभ साबित हो सकती है। लेकिन इससे पहले शुक्र ग्रह के बारे में जान लेते हैं।

ज्योतिष में शुक्र ग्रह का महत्व

ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सौंदर्य, प्रेम, आकर्षण, कला और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। जब शुक्र अपनी स्वग्रही राशियों वृषभ और तुला में होता है, तो यह व्यक्ति को स्वाभाविक रूप से आकर्षक, सुरुचिपूर्ण और स्टाइलिश बनाता है। ऐसे लोगों की आंखें बड़ी और चमकदार होती हैं। होंठ भरे हुए, त्वचा मुलायम व दमकती हुई, बाल घने और रेशमी होते हैं और शरीर की बनावट भी संतुलित व आकर्षक होती है। 

महिलाओं में यह विशेषताएं जैसे पतली कमर और सुंदर वक्ष, उन्हें और भी मोहक बनाती हैं। ये सभी सौंदर्य के वे गुण हैं, जिन्हें शुक्र का आशीर्वाद माना जाता है और आधुनिक समय में लोग इन्हें सर्जरी या मेकअप के जरिए उभारने की कोशिश करते हैं। वहीं शुक्र मीन राशि में होता है, जो उसकी उच्च राशि है, तब वह व्यक्ति को केवल बाहरी सुंदरता ही नहीं, बल्कि भीतरी कोमलता, भावनात्मक गहराई और आध्यात्मिक आकर्षण भी प्रदान करता है। ऐसे जातक आकर्षक होने के साथ-साथ संवेदनशील, प्रेमपूर्ण और कलात्मक भी होते हैं।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: समय व तिथि

शुक्र 29 जून, 2025 की दोपहर 01 बजकर 56 मिनट पर अपनी राशि वृषभ में गोचर करेंगे। शुक्र यहां सहज रहेगा और अच्छा प्रदर्शन करेगा तथा निश्चित रूप से अधिकांश राशियों के लिए सकारात्मक रहेगा। आइए देखें किस राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा और किसके लिए अशुभ।

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शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ

मेष राशि

शुक्र आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे और यह आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। यह शुक्र की अपनी ही राशि है इसलिए यह स्थिति आमतौर पर शुभ मानी जाती है। चूंकि शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी है, इसलिए यह गोचर आपके लिए खासतौर पर महत्वपूर्ण हो जाता है। इस दौरान आपके लिए धन लाभ के योग बनेंगे, खासकर यदि आप कला संगीत या रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े हैं।

 आप नए कपड़े, गहनें आदि खरीदने के मूड में रह सकते हैं और भौतिक सुख-सुविधाओं की ओर आपका रुझान बढ़ेगा। परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा और रिश्ते में मधुरता आएगी। हालांकि शनि की तीसरी दृष्टि आपके दूसरे भाव पर पड़ रही है, जो कुछ हद तक वित्तीय या पारिवारिक मामलों में तनाव ला सकती है, लेकिन शुक्र की मजबूत स्थिति उस नकारात्मकता को काफी हद तक संतुलित कर देगी।

कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद होगा और पारिवारिक सुख-सुविधाओं में भी वृद्धि होगी, बशर्ते आप व्यावहारिकता और धैर्य बनाए रखें।

वृषभ राशि

शुक्र आपके छठे भाव और लग्न भाव के स्वामी हैं। वृषभ राशि में गोचर के दौरान शुक्र आपके पहले भाव में गोचर करेंगे। शुक्र अपनी ही राशि में रहेंगे। शुक्र का पहले भाव में गोचर बेहतरीन परिणाम देने वाला माना जाता है। इसके साथ ही यह शनि के नकारात्मक प्रभावों को भी कम करने में सक्षम रहेगा। इस गोचर के दौरान आपके व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ेगा और आप अधिक आत्मविश्वासी महसूस करेंगे। यह समय धन लाभ, रोमांटिक जीवन में खुशी और व्यापार में प्रगति के लिए अनुकूल रहेगा।

विद्यार्थियों, विशेषकर कला, साहित्य और रचनात्मक विषयों से जुड़े छात्रों के लिए भी यह समय सफलता दिलाएगा। विवाह से संबंधित अटके हुए मामले में गति आएगी और प्रेम जीवन में मिठास बढ़ेगी। कुल मिलाकर यह गोचर वृषभ राशि वालों के लिए आत्म-विश्वास, आर्थिक स्थिरता, प्रेम, और सामाजिक आकर्षण में वृद्धि का समय होगा।

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कर्क राशि

कर्क के जातकों के लिए शुक्र आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके लाभ के ग्यारहवें भाव में होगा। यह स्थिति अत्यंत शुभ मानी जाती है क्योंकि शुक्र अपनी ही राशि वृषभ में है और लाभ भाव में स्थित है, जिससे यह गोचर आपके लिए कई तरह के लाभ और खुशियां लेकर आ रही है। इस समय आप संपत्ति, वाहन या रियल एस्टेट से जुड़ी खुशखबरियों की उम्मीद कर सकते हैं। यात्रा के योग भी बनेंगे और आप उन यात्राओं का भरपूर आनंद उठाएंगे।

आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और धन आगमन के नए स्रोत बन सकते हैं। जो लोग कला, डिजाइन, संगीत या सौंदर्य से जुड़ी फील्ड में काम करते हैं, उनके लिए यह समय बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। मित्रों और भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा और उनका साथ आपको मानसिक मजबूती देगा। माता से जुड़े किसी पुराने तनाव में भी रात मिल सकती है।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके भाग्य और नियति के नौवें भाव में होगा। शुक्र इस समय अपनी ही राशि वृषभ में स्थित है, इसलिए यह गोचर आपके लिए बहुत ही शुभ और लाभकारी सिद्ध होगा। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और आपके प्रयास अपेक्षा से बेहतर परिणाम देंगे। यह समय सरकारी और प्रशासनिक कार्यों में सफलता तथा उच्च अधिकारियों से सहयोग पाने के लिए उत्तम रहेगा।

धार्मिक यात्राओं या तीर्थ यात्रा के योग बनेंगे, जिससे आपको मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी मिलेगी। परिवार में कोई शुभ कार्य होगा या परिवारजनों के साथ संबंधों में सुधार होगा। वित्तीय स्थिति भी इस समय अच्छी रहेगी। निवेश या धन संबंधित योजनाओं में लाभ होगा। छात्रों को उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। यह शुक्र गोचर आपके लिए भाग्य, धन, परिवार और अध्यात्म से जुड़े क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम देने वाला साबित होगा।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपके लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके आठवें भाव में होगा। आठवें भाव में ग्रहों का गोचर शुभ नहीं माना जाता लेकिन शुक्र अपनी ही राशि में है इसलिए यह कुछ मामलों में सकारात्मक परिणाम भी देगा। इस गोचर के दौरान बीते समय में चली आ रही रुकावटों या समस्याओं के समाधान मिलने के योग बनेंगे। यदि आपने किसी बात को लेकर लंबे समय से परेशानियां झेलीं हैं, तो अब राहत मिलने की संभावना है। 

आर्थिक रूप से यह समय कुछ राहत देने वाला हो सकता है, लेकिन चूंकि लग्नेश शुक्र अष्टम भाव में स्थित है, इसलिए हर स्थिति में संयम और धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी होगा। जल्दबाजी से बचें और सोच-समझकर निर्णय लें। स्वास्थ्य के मामलों में विशेष सतर्कता बरतें, और यात्रा या वाहन चलाते समय सावधानी जरूरी है।

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए शुक्र, आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का गोचर आपके छठे भाव में होगा। आमतौर पर छठे भाव में शुक्र का गोचर उतना शुभ नहीं माना जाता, लेकिन चूंकि यह अपनी ही राशि में है, इसका नकारात्मक प्रभाव थोड़ा कम पड़ सकता है। फिर भी शुक्र से जुड़ी किसी भी बात में सावधानी बरतना जरूरी होगा।

इस दौरान बेवजह के झगड़े और विवाद से बचें, क्योंकि माना जाता है कि वृषभ राशि के शुक्र का गोचर विराध और टकराव को बढ़ा सकता है। खासकर अगर किसी महिला के साथ मतभेद हो जाएं, तो शांत रहना सबसे अच्छा रहेगा। साथ ही, अपनी सेहत का खास ध्यान रखें। संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें और वाहन चलते समय सावधानी बरतें।

यदि आप अपनी भावनाओं और स्वास्थ्य पर नियंत्रण बनाए रखेंगे, तो इस अवधि आपके लिए नकारात्मकता कम होगी और आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर पाएंगे।

कुंभ राशि

शुक्र आपके चौथे और नौवें दोनों भावों के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके चौथे भाव में होगा। ज्योतिषीय ग्रंथों  के अनुसार, चौथे भाव में शुक्र का गोचर शुभ फलदायक माना जाता है। इस दौरान आपको मानसिक शांति और संतुष्टि का अनुभव होता है। घर, वाहन या संपत्ति से जुड़ी कोई खुशी मिलेगी। पारिवारिक माहौल सौहार्दपूर्ण रहेगा और आपके सामाजिक संबंध भी मजबूत होंगे। धन से जुड़ी स्थिति में सुधार होगा और आप अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ने में सफल रहेंगे। यह समय निजी जीवन में संतुलन और संतोष लाने वाला साबित होगा।

मीन राशि

शुक्र आपके तीसरे और आठवें दोनों भावों के स्वामी हैं, शुक्र का वृषभ राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होगा। यह स्थिति सामान्यतः सकारात्मक परिणाम देने वाली मानी जाती है। इस दौरान भाई-बहनों और दोस्तों के साथ संबंध मजबूत होंगे। आप नए दोस्त बनाएंगे और सामाजिक गतिविधियों में अधिक सक्रिय रहेंगे। प्रतियोगिता के क्षेत्र में आप अपने विरोधियों पर पढ़ हासिल करेंगे। शुक्र का यह गोचर आपकी कुंडली में पहले भाव में स्थित शनि के नकारात्मक प्रभावों को भी कर करेगा, जिससे जीवन में थोड़ी सहजता और समृद्धि का अनुभव होगा। आपको कोई अच्छी खबर भी मिलेगी, जिससे मन प्रसन्न रहेगा।

यदि आपकी किस्मत साथ देती है, तो आप अपने जीवन के लगभग हर क्षेत्र में सुधार और लाभ महसूस करेंगे। चाहे वह पारिवारिक जीवन हो, करियर, स्वास्थ्य या आर्थिक स्थिति हो।

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शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मिथुन राशि

शुक्र, जो आपके पांचवें और बारहवें दोनों भावों के स्वामी हैं और यह आपके बारहवें भाव में गोचर होगा। बारहवें भाव में शुक्र का गोचर वैसे लाभकारी माना जाता है लेकिन इसमें कुछ मिले-जुले प्रभाव भी हो सकते हैं। इस समय आप अपने प्रियजनों से दूर रह सकते हैं। चाहे वह पढ़ाई, काम या यात्रा के कारण हो। किसी लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है, भले ही आप उसका मन न बना रहे हों। हालांकि, यह यात्रा व्यवसाय या करियर के लिहाज से लाभदायक हो सकती है।

जो छात्र विदेश में पढ़ाई के इच्छुक हैं, उनके लिए यह गोचर सकारात्मक समाचार लाएगा। वहीं यह समय विलासिता, मनोरंजन और भौतिक सुखों में बढ़ोतरी का भी है। आप महंगे शौक, फैशन या घूमने-फिरने में खर्च करेंगे। हालांकि, पढ़ाई या जरूर कार्यों में ध्यान केंद्रित करना इस दौरान थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए मन को नियंत्रित रखना और संतुलन बनाए रखना जरूरी होगा। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र, तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके करियर और कर्म के दसवें भाव में होगा। शुक्र का दसवें भाव में गोचर हमेशा अनुकूल नहीं माना जाता है। इससे कामकाज में मानसिक दबाव, विवाद और सरकारी या प्रशासनिक अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार या नौकरी में चुनौतियां आ सकती हैं, जिससे मन थोड़ा अशांत रह सकता है। हालांकि, शुक्र अपनी ही राशि वृषभ में स्थित है, इसलिए ये नकारात्मक प्रभाव बहुत तीर्व नहीं होंगे। इसका अर्थ है कि परिस्थितियां कठिन जरूर हो सकती हैं, लेकिन शुक्र आपको उन्हें सुलझाने की क्षमता भी देगा। आशंका है कि काम में रुकावटें आएं लेकिन समाधान भी जल्द मिल जाएगा। अधिकारियों से विवाद की संभावना है पर समय रहते हल निकल सकता है। बिज़नेस में हानि के बाद मुनाफा होने की संभावना है।

इस गोचर के दौरान आपको सलाह दी जाती है कि आप धैर्य और चतुराई से काम लें। चुनौतियां आएंगी लेकिन आपके सहज व्यवहार, कूटनीति और आकर्षण के चलते उनका समाधान भी संभव होगा। कुल मिलाकर यह समय संघर्षपूर्ण जरूर हो सकता लेकिन सही  दृष्टिकोण से कामयाबी भी दिला सकता है।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: उपाय

  • ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • हर शुक्रवार को व्रत रखें, खीर बनाकर गरीबों में बांटें और खुद भी खाएं।
  • लक्ष्मी मां की पूजा करें और मंदिर में उन्हें पांच लाल फूल चढ़ाएं।
  • जरूरतमंदों की मदद करें।
  • सफेद और गुलाबी रंग के कपड़े दान करें।
  • अक्सर सफेद रंग पहनें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

शुक्र के लिए मूल त्रिकोण राशि कौन सी है?

तुला

कौन से ग्रह शुक्र के मित्र हैं?

बुध और शनि

कौन सा पंच महापुरुष योग तब बनता है जब शुक्र केंद्र में अपनी स्वराशि या उच्च राशि में हो?

मालव्य योग