May 2024: साल का सबसे लकी दिन- राशि अनुसार इस दिन क्या करें-क्या ना करें?

वैदिक ज्योतिष में सूर्य और गुरु की युति का विशेष महत्व माना गया है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जब भी सूर्य और गुरु की एक साथ युति होती है तो यह विशेष शुभ फलदाई होती है। मई के महीने में ऐसा हुआ भी है। दरअसल 14 मई को गुरु और सूर्य की युति हुई है जिससे मई का यह दिन साल का सबसे शुभ दिन माना जा रहा है। 

जहां एक तरफ सूर्य आत्मा, गरिमा और आत्मविश्वास का प्रतीक है वहीं गुरु को विस्तार, विकास, आध्यात्मिकता, भाग्य और अवसर का प्रतीक माना गया है। ऐसे में गुरु-सूर्य युति की ये अवधि व्यक्ति के सपनों और लक्ष्यों के लिहाज से बेहद ही शानदार मानी जा रही है। 

ये युति कब तक रहेगी? इस युति से आपको कैसे परिणाम मिलेंगे और इस युति को अपने लिए और भी शुभ और यादगार बनाने के लिए आप राशि अनुसार क्या कुछ कर सकते हैं? इन सभी बातों की जानकारी आपको हमारे इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम देने का प्रयत्न करेंगे। 

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साल का सबसे शुभ दिन 

बृहस्पति का वृषभ राशि में प्रवेश व्यक्ति के जीवन में शक्तिशाली ऊर्जा लेकर आएगा। इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब भी सूर्य (सूर्य का वृषभ राशि में गोचर 14 मई) और गुरु (गुरु का वृषभ राशि में गोचर 1 मई) की युति होती है तो इससे गुरु आदित्य योग का निर्माण होता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास की वृद्धि होती है, व्यक्ति को अच्छे ज्ञान की प्राप्ति होती है, हर काम में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं, करियर में तरक्की मिलती है, व्यक्तित्व में निखार आता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

अधिक जानकारी: सूर्य वृषभ राशि में 15 जून तक मौजूद रहेंगे। अर्थात सूर्य-गुरु की ये युति तकरीबन 1 महीने की अवधि तक चलेगी। इसके अलावा इसी अवधि में शुक्र और बुध भी वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यानि कि मई महीने में वृषभ राशि में एक दो नहीं पूरे 4 ग्रह एक साथ आने वाले हैं।

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि वैदिक ज्योतिष में गुरु और सूर्य की युति विशेष मायने रखती है तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं जान लेते हैं राशियों के ऊपर क्या प्रभाव पड़ने वाला है। साथ ही जानेंगे राशि अनुसार इस दौरान आपको क्या कुछ काम करना चाहिए और क्या कुछ काम भूल से भी नहीं करना चाहिए।

गुरु सूर्य युति- राशि अनुसार प्रभाव और क्या करें क्या ना करें की जानकारी

मेष राशि 

यह अवधि आपको वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में सफलता दिलाएगी। आपके व्यक्तित्व में आत्मनिर्भरता और निखार आएगा और आपके जीवन में सुख समृद्धि और सफलता बढ़ेगी। 

इस दौरान क्या करें: अपने तर्क और भावनाओं को संतुलित करके आशावादी दीर्घकालिक योजना बनाएं। 

क्या ना करें: अतीत की असफलताओं, गलतियों और चीजों में ज्यादा लिप्त होने की प्रवृत्ति को खुद को पीछे ना ले जानें दें।

वृषभ राशि 

आपके लिए यह अवधि भावनात्मक विस्तार और समस्या से उबरने के लिए सर्वश्रेष्ठ अवसर प्रदान करेगी। यह समय आपके जीवन में खामियों से उबर कर सुंदरता और सफलता लेकर आएगा। 

क्या करें: उदार, दयालु और क्षमाशील बनें।  

क्या ना करें: दूसरों की गलतियां नजरअंदाज करने की कोशिश करें और खुद को बेहतर बनाने का प्रयत्न करें।

मिथुन राशि 

यह समय आपको इस बात का एहसास दिलाएगा कि आपके जीवन में अब हर वह चीज आ चुकी है जिसकी आप कामना करते हैं। ऐसे में अपने व्यस्त जीवन से थोड़े पल चुरा कर इन चीजों के लिए धन्यवाद करें और इन चीजों का जश्न मनाएं। इसके अलावा ताजी हवा में सांस लें और खुद को प्रोत्साहित करें। 

इस दौरान क्या करें: देखें कि आप अपने जीवन में कितनी दूर आ गए हैं। 

क्या ना करें: बेवजह की जिद करने से परहेज करें।

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातक अपने जीवन से क्या चाहते हैं और बदले में क्या देना चाहते हैं यह जानने के लिए यह समय शानदार रहेगा। कृतज्ञता को अपने जीवन में शामिल करें। 

क्या करें: अपने जीवन में भौतिक, भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक संतुलन की खोज करें। 

क्या ना करें: अपनी भावनाओं पर हावी ना हों। 

सिंह राशि 

जीवन में पीछे मुड़कर देखने के बजाय आगे आने वाली जीत का जश्न मनाने के लिए यह दिन शानदार रहेगा। साथ ही आपने अपने जीवन में जिस भी लक्ष्य को बहुत अधिक महत्व दिया है उसे कड़ी मेहनत करके अपने जीवन में आगे बढ़ाने के लिए भी यह समय शानदार रहेगा। 

क्या करें: अपने लोगों और अपनेपन की भावना का जश्न मनाएँ। 

क्या ना करें: सूक्ष्म प्रबंधन परिणाम पर ध्यान केंद्रित करें। 

कन्या राशि 

आप लंबे समय से दुनिया से छिपकर और बचकर रहना चाह रहे थे लेकिन अब बस। अपने आप को प्यार, समर्थन और दया देने और खुद को अपनाकर स्वीकार करें। जब आप आत्म मूल्य में बदलाव महसूस करेंगे तो अपने आप आप जीवन में उन चीजों को अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब रहेंगे जो वास्तव में आपके योग्य हैं। 

क्या करें: जीवन की रफ्तार थोड़ी कम करें। 

क्या ना करें: खुद पर ज्यादा कठोर ना बनें।

तुला राशि 

एक लंबी कठिन सड़क पर चलने से आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलने वाली है। ग्रहों का यह संयोजन इस बात पर निश्चित रूप से प्रकाश डालने वाला है कि वास्तव में आपके लिए अपने जीवन में क्या चीज मायने रखती हैं। 

क्या करें: आप जो और जिससे प्यार करते हैं उसमें खुद को खो दें। 

क्या ना करें: लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान केंद्रित न करें। 

वृश्चिक राशि 

जैसे-जैसे आप अपने जीवन में फैसला लेते हैं और उन पर कायम रहते हैं अतीत की सारी भ्रांतियां धीरे-धीरे आपके जीवन से समाप्त होने लगेगी। ग्रहों का यह संयोजन आपके जीवन में सुरक्षा, स्थिरता और विकास लेकर आएगा। 

क्या करें: अपने जीवन के लिए एक ठोस नींव निर्धारित करें। 

क्या ना करें: अपने डर को बढ़ावा ना दें। 

धनु राशि 

बाधाओं से दूर होकर स्वतंत्र होने के लिए यह समय बेहद ही शानदार साबित होगा। आप इस समय अपने जीवन और अपने लक्ष्यों के बीच उचित तालमेल महसूस करेंगे। 

क्या करें: अपने व्यक्तिगत संरचना और अनुशासन को अपनाएँ। 

क्या ना करें: नियमों का उल्लंघन न करें। 

मकर राशि 

इस समय अवधि में आप मानसिक रूप से मजबूत महसूस करेंगे। आपको उन सवालों के जवाब मिलेंगे जिससे आप आगे बढ़ने में कामयाब होंगे। इसके अलावा इस समय अवधि में आपको अपने जीवन में प्रेरणा की एक ऐसी अलौकिक किरण मिलने वाली है जो आपको अपने जीवन में बहुत दूर ले जाएगी। 

क्या करें: अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने को प्राथमिकता दें। 

क्या ना करें: दूसरों से खुद की बराबरी ना करें। 

कुंभ राशि 

ग्रहों के संयोजन से आपको जीवन में सफलता और सुरक्षा प्राप्त होगी। आप जीवन में जहां पहुंच चुके हैं यहां पहुंचने के लिए अपने कड़ी मेहनत की है और अब समय है खुद को शाबाशी देने का और आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने का। 

क्या करें: इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि आपकी आंतरिक आवाज आपका ध्यान किसी और खींच रही है। 

क्या ना करें: किसी बात के संशय में ना रहें।  

मीन राशि 

यह समय आपके दिमाग को आपके जीवन में क्या बदलना है कैसे बदलना है या उन चीजों को कैसे स्वीकार करना है जो पहले से ही काफी अच्छी है के बारे में विचार करने के लिए शानदार समय साबित होगा। आप इन्हीं विचारों की जंजीरों में जकड़े नजर आ सकते हैं। इसके अलावा इस समय अवधि में आपके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा बढ़ेगी। 

क्या करें: आगे बढ़ते रहें। 

क्या ना करें: अपने आप को दूसरों से कंपेयर ना करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: सूर्य गुरु की युति कब होने वाली है?

उत्तर: सूर्य गुरु की युति 14 मई से 15 जून तक होगी।

प्रश्न 2: सूर्य-गुरु की युति से कौन सा योग बनता है?

उत्तर: सूर्य गुरु की युति से गुरु आदित्य योग का निर्माण होता है।

प्रश्न 3: मई महीने में ग्रहों की कौन सी बड़ी हलचल होने वाली है?

उत्तर: मई के महीने में वृषभ राशि में गुरु, सूर्य, शुक्र और बुध एक साथ आने वाले हैं। ज्योतिषीय दृष्टि से इसका विशेष महत्व माना जा रहा है। 

 

बुध के वृषभ राशि में गोचर करने पर इन राशियों को मिलेगा अपने प्रेमी का प्‍यार, मजबूत होगा पति-पत्‍नी का रिश्‍ता

जब कोई ग्रह गोचर करता है, तो इससे मानव जीवन के सभी पहलू प्रभावित होते हैं। ग्रह का असर सभी राशियों के लिए कभी भी एक जैसा नहीं रहता है। किसी को गोचर के कारण अनुकूल एवं सकारात्‍मक परिणाम मिलते हैं, तो वहीं कुछ लोगों को गोचर काल के समय नकारात्‍मक प्रभाव देखने पड़ते हैं।

गोचर का असर देश-दुनिया समेत सभी राशियों के प्रेम जीवन, स्‍वास्‍थ्‍य, बिज़नेस और करियर पर पड़ता है। इस बार मई के माह में बुध का एक महत्‍वपूर्ण गोचर होने जा रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि इस गोचर के प्रभाव से कुछ राशियों की लव लाइफ में खुशियां आ सकती हैं। इस ब्‍लॉग में हम आपको विस्‍तार से बता रहे हैं कि बुध का गोचर किस राशि में एवं किस ति‍थि पर हो रहा है और इस गोचर के प्रभाव से किन राशियों के प्रेम जीवन पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ेगा।

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कब हो रहा है बुध का गोचर

बुद्धि के कारक बुध 31 मई, 2024 को 12 बजकर 02 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। बुध के इस गोचर से सभी राशियों के जीवन का हर पहलू और क्षेत्र प्रभावित होगा लेकिन मेष राशि, कन्या राशि, मिथुन राशि, कुंभ राशि और तुला राशि के तहत पैदा होने वाले जातकों को विशेष रूप से बुध ग्रह के इस गोचर का प्रभाव महसूस होगा। आगे जानिए कि ज्‍योतिषशास्‍त्र में बुध ग्रह का क्‍या महत्‍व है।

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ज्‍योतिष में बुध ग्रह का महत्‍व

वैदिक ज्‍योतिष में बुध ग्रह को देवताओं का संदेशवाहक बताया गया है। मिथुन और कन्‍या राशि पर इस ग्रह का आधिपत्‍य होता है एवं बुध सूर्य के सबसे नज़दीक का ग्रह है। बुध ग्रह बुद्धि, वाक् पटुता और ह्यूमर का कारक हैं। वैसे तो बुध को लाभकारी एवं शुभ ग्रह माना जाता है लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह अशुभ ग्रह भी बन सकता है। जिन लोगों की कुंडली में बुध मज़बूत होता है, उनकी सोचने की क्षमता उच्‍च स्‍तर की होती है लेकिन इन्‍हें एंग्‍जायटी होने का खतरा भी रहता है।

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इन राशियों की लव लाइफ में आएंगी खुशियां

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों को इस समय अपनी लव लाइफ में खूब खुशियां मिलने वाली हैं। इस समय आपके और आपके पार्टनर के बीच तालमेल बहुत अच्‍छा रहने वाला है। आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्‍ते को मज़बूत करने का प्रयास करेंगे। आपको अपने पार्टनर के साथ कुछ अच्‍छा समय बिताने का भी मौका मिलेगा और इससे आपके रिश्‍ते में मज़बूती आएगी। आप और आपका पार्टनर भावनात्‍मक रूप से एक-दूसरे के करीब आएंगे। इस समय आप अपने परिवार और प्रियजनों के साथ कुछ यादगार पल बिताएंगे।

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कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों का प्रेम जीवन भी इस समय उत्तम रहने वाला है। आप अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने का प्रयास करेंगे और एक-दूसरे से अच्‍छे से बात करेंगे। इस दौरान आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी समझ बढ़ेगी और आप दोनों एक-दूसरे के साथ खुश रहेंगे। इस प्रकार बुध के गोचर का यह समय आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

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कन्‍या राशि

इस समय कन्‍या राशि के जातक अपने पार्टनर के साथ कुछ अच्‍छा समय बिता सकते हैं। इस दौरान आप दोनों के बीच आपसी तालमेल भी बहुत अच्‍छा रहने वाला है। आपका अपने जीवनसाथी के साथ रिश्‍ता मज़बूत होगा। आप दोनों एक-दूसरे पर खूब प्‍यार लुटाएंगे। आपका रिश्‍ता दूसरों के लिए मिसाल बन सकता है। इससे आप बहुत संतुष्‍ट और प्रसन्‍न महसूस करेंगे। आपका पारिवारिक जीवन भी सुखमय रहने वाला है। आपके रिश्‍तों में मधुरता और स्‍नेह बढ़ेगा।

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मकर राशि

यदि आपकी मकर राशि है, तो आपको बुध के गोचर करने पर अपनी लव लाइफ में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है। आप अपने रिश्‍ते में अपने पार्टनर के साथ सामंजस्‍य स्‍थापित करने में सफल होंगे। इससे आपको काफी संतुष्टि महसूस होगी। अगर किसी मकर राशि के जातक का प्रेम संबंध चल रहा है, वे विवाह के बंधन में बंधने की सोच सकते हैं। इससे आपका रिश्‍ता और ज्‍यादा मज़बूत होगा।

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अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 26 मई से 01 जून, 2024

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल 26 मई से 01 जून, 2024: यह सप्‍ताह अलग-अलग मूलांक के लोगों के लिए कई बेहतरीन अवसर लेकर आएगा। अगर आप अपने मूलां‍क के आधार पर अपने प्रेम जीवन, करियर, सेहत या आर्थिक स्थिति के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस ब्‍लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें। इस लेख में हमारे अनुभवी अंकज्योतिषी और ज्योतिषाचार्य हरिहरन जी ने मूलांक के आधार पर अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल 26 मई से 01 जून, 2024 के लिए सटीक भविष्‍यवाणी प्रदान की है।

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कैसे जानें अपना रूट नंबर या मूलांक? 

आप अपनी जन्‍म की तारीख को एकल संख्‍या में बदल कर अपनी रूट संख्‍या या मूलांक जान सकते हैं। रूट नंबर 1 से लेकर 9 के बीच होता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आपका जन्‍म महीने की 11 तारीख को हुआ है, तो आपका रूट नंबर 1+1, यानी कि 2 होगा। इस तरह अपना रूट नंबर जानकर अपना राशिफल जान सकते हैं।

जानें अपना मूलांक आधारित साप्ताहिक राशिफल (26 मई से 01 जून, 2024)

हमारे जीवन पर अंकज्‍योतिष का बहुत प्रभाव पड़ता है क्‍योंकि हमारी जन्‍म तिथि ही अंकों से बनी होती है। आपकी जन्‍म तिथि के आधार पर ही आपका मूलांक या रूट नंबर तय होता है। अपना रूट नंबर जानने के बाद आप अंकज्‍योतिष के अंतर्गत अपने बारे में काफी कुछ जान सकते हैं और अपने भविष्‍यफल की जानकारी भी ले सकते हैं।

1 अंक के स्‍वामी सूर्य हैं और 2 अंक का चंद्रमा, 3 का बृहस्‍पति, 4 का राहु, 5 का बुध, 6 का शुक्र, 7 का केतु, 8 का शनि और 9 अंक के स्‍वामी मंगल ग्रह हैं। इन ग्रहों के गोचर के कारण व्‍यक्‍ति के जीवन में कई बदलाव आते हैं और इनके द्वारा शासित अंकों का भी हमारे जीवन पर अहम प्रभाव पड़ता है।

तो चलिए जानते हैं कि मूलांक के अनुसार 26 मई से 01 जून, 2024 तक का समय आपके लिए कैसा रहेगा।

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मूलांक 1

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अधिक दृढ़ निश्‍चयी और आत्‍मविश्‍वास से भरपूर रहेंगे। इससे आपके विचारों में उन्‍नति होगी और इसका सकारात्‍मक असर आपके जीवन पर पड़ेगा। इस सप्‍ताह मूलांक 1 वाले जातकों के आत्‍मविश्‍वास में बहुत शानदार तरीके से इज़ाफा होगा। आपको अपने करियर में नए प्रोजेक्‍ट और अवसर मिलने की भी संभावना है। आप आसानी से अपने निर्णय ले पाएंगे और इससे आपको अपने उद्देश्‍यों की पूर्ति करने में आसानी होगी। इस समय आपके अंदर प्रशासनिक कौशल भी विकसित होंगे और इसकी मदद से आप बड़ी सरलता से अपने काम कर पाएंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपका अपने जीवनसाथी के साथ रिश्‍ता बहुत अच्‍छा रहने वाला है। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल और बातचीत बहुत अच्‍छी रहेगी। इससे आप काफी प्रसन्‍न महसूस करेंगे। आपको अपने पार्टनर के साथ कहीं बाहर घूमने जाने का मौका भी मिल सकता है और यह पल आपके लिए सबसे अधिक यादगार बन जाएंगे। आप अपने जीवनसाथी के प्रति अपने प्‍यार का इज़हार कर सकते हैं।

शिक्षा: इस समय छात्र अधिक पेशेवर तरीके से पढ़ाई करने के लिए कुछ सकारात्‍मक कदम उठा सकते हैं। मैनेजमेंट और फिजिक्‍स की पढ़ाई कर रहे छात्रों की एकाग्रता क्षमता इस समय बढ़ जाएगी और इस तरह आपको अच्‍छे परिणाम प्राप्‍त होंगे। आपने जो मुश्किल विषय चुने हैं, उसमें भी आप शानदार प्रदर्शन करेंगे।

पेशेवर जीवन: आप नौकरी में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन करेंगे। यदि आप पब्लिक सेक्‍टर में काम करते हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत ज्‍यादा अच्‍छा रहने वाला है। वहीं व्‍यापारियों को आउटसोर्स डील से अच्‍छा मुनाफा होने की संभावना है। आप नई पार्टनरशिप में भी काम शुरू कर सकते हैं और यह कदम आपके लिए फलदायी साबित होगा।

सेहत: इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य उत्‍तम रहने वाला है और आप जोश और ऊर्जा से भरे रहेंगे। इस समय नियमित व्‍यायाम की मदद से आप अधिक फिट महसूस करेंगे और उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य का आनंद लेंगे। आपकी ऊर्जा में वृद्धि होगी जिससे आपको अधिक प्रसन्‍नता का एहसास होगा।

उपाय: रोज़ 19 बार ‘ॐ  सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 2

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 2, 11, 20 या 29 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक के जातक निर्णय लेते समय भ्रमित हो सकते हैं और जिसके चलते आपकी प्रगति और विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है। आपको इस सप्‍ताह की योजना बनाकर चलने और आशावादी बने रहने की जरूरत है। आपको इस समय अपने दोस्‍तों से दूर रहने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इस समय आपको उनकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपको इस दौरान लंबी दूरी की यात्रा करने से भी बचना चाहिए क्‍योंकि हो सकता है कि इस समय आपकी यात्रा का उद्देश्‍य पूरा न हो पाए।

प्रेम जीवन: आपको इस समय अपने पार्टनर से बहस करने से बचना चाहिए। अपने रिश्‍ते में रोमांस और सुख-शांति को बनाए रखने के लिए आपको अपनी ओर से तालमेल बिठाने का प्रयास करना चाहिए। आप अपने पार्टनर से बातचीत करते रहें, इससे आप दोनों के बीच आपसी तालमेल अच्‍छा बना रहेगा।

शिक्षा: इस समय छात्रों का पढ़ाई पर से ध्‍यान भटक सकता है इसलिए आपको पढ़ाई पर अधिक ध्‍यान देने की सलाह दी जाती है। आपको इस सप्‍ताह पढ़ाई में पेशेवर तरीके से कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। आप पढ़ाई में तर्क लगाने और अपने साथी छात्रों के बीच अपनी अलग जगह बनाने का प्रयास करें। इस समय आपके लिए अपनी पढ़ाई को लेकर योजनाबद्ध तरीके से चलने की आवश्‍यकता है।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों से अपने काम में कुछ गलतियां होने की आशंका है और यह चीज़ कार्यक्षेत्र में आपके विकास में बाधा का काम कर सकती है। इससे बचने के लिए आपको इस सप्‍ताह अधिक मेहनत करने की जरूरत है ताकि आप अपने सहकर्मियों से आगे निकल सकें। वहीं व्‍यापारियों को अपने प्रतिद्वंदियों से मिल रहे दबाव के कारण नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: आपको इस समय खांसी होने की आशंका है इसलिए आपको अपने शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य पर अधिक ध्‍यान देना चाहिए। आपको रात में नींद आने में भी दिक्‍कत हो सकती है।

उपाय: सोमवार के दिन चंद्रमा को प्रसन्‍न करने के लिए यज्ञ-हवन करें।

मूलांक 3

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 3 वाले जातकों में महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने के लिए साहस बढ़ेगा। अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए यह अनुकूल समय है। इस समय अध्‍यात्‍म की ओर आपका रुझान बढ़ सकता है। आप खुद को प्रोत्‍साहित करेंगे जिससे आपकी प्रतिष्‍ठा में इज़ाफा होने की उम्‍मीद है। आप खुले विचारों वाले रहेंगे और इससे आपको अपने हितों को बढ़ावा देने में बहुत मदद मिलेगी। इसके अलावा आपके लिए अधिक यात्रा करने के योग भी बन रहे हैं और ये यात्राएं आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगी।

प्रेम जीवन: इस समय आप दोनों के बीच रोमांस बढ़ेगा। आप दोनों एक-दूसरे के समक्ष अपने विचारों को अच्‍छे से व्‍यक्‍त करेंगे जिससे आप आपसी तालमेल बेहतर होगा। आप दोनों एक-दूसरे से अपने परिवार में होने वाले किसी शुभ कार्यक्रम को लेकर चर्चा कर सकते हैं। इस पारिवारिक कार्यक्रम की वजह से आप काफी उत्‍साहित महसूस करेंगे और इससे आपके प्रेम जीवन में सकारात्‍मकता बढ़ेगी।

शिक्षा: छात्रों के लिए यह सप्‍ताह बहुत शानदार रहने वाला है। विद्यार्थी पेशेवर बनेंगे और उत्‍तम तरीके से पढ़ाई करेंगे। अर्थशास्‍त्र और बिज़नेस एडमिनिस्‍ट्रेशन जैसे विषय आपके लिए फलदायी साबित होंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह आपको नौकरी के नए अवसर मिलने के संकेत हैं और इन अवसरों को पाकर आप काफी प्रसन्‍न महसूस करेंगे। नौकरी के नए अवसरों में आप पूरी दक्षता के साथ काम करेंगे। वहीं व्‍यापारी कोई नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं जिसमें उन्‍हें उच्‍च मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।

सेहत: इस सप्‍ताह आप शारीरिक रूप से बहुत स्‍वस्‍थ रहने वाले हैं और इससे आपके अंदर जोश और ऊर्जा भी बढ़ जाएगी। इस तरह आपका स्‍वास्‍थ्‍य उत्‍तम रहेगा। आपके साहस में वृद्धि होने की वजह से भी आपकी सेहत अच्‍छी रहेगी।

उपाय: रोज़ 21 बार ‘ॐ  बृहस्‍पताये नम:’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 4

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक बुद्धिमान होते हैं। इन्‍हें अपने जुनून की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।  आप अपनी बुद्धिमानी से कोई नया काम शुरू कर सकते हैं और आसानी से अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करेंगे। योजना बनाकर चलने से आपके जीवन में सुख-शांति आएगी और आप इन चीज़ों को लेकर भविष्‍य में आगे बढ़ेंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह अपने पार्टनर के लिए आपके प्रेम में वृद्धि होगी। आप इस समय अपने पार्टनर को अच्‍छी तरह से समझ पाएंगे। आपको अपने जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा और आप अपने पार्टनर के साथ सुख-दुख बांटेंगे। इससे आपका रिश्‍ता मज़बूत होगा और आप दोनों के रिश्‍ते में मिठास आएगी।

शिक्षा: आप पढ़ाई में पेशेवर बनेंगे और शीर्ष तक पहुंचेंगे। विजुअल कम्‍युनिकेशन और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे विषय आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए आप अपने अनूठे स्किल्‍स को दिखाने में सक्षम होंगे। आप पढ़ाई में अधिक पेशेवर बनेंगे और अपनी छाप छोड़ेंगे।

पेशेवर जीवन: आपको नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है जिससे आपको संतुष्टि महसूस होगी। इसके अलावा आपको अपनी मौजूदा नौकरी में पदोन्‍नति मिलने के भी संकेत हैं। इस वजह से आप अपनी नौकरी को लेकर संतुष्ट  रहने वाले हैं। ये अवसर आपके लिए फलदायाी साबित होंगे। आप अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों के सामने अपने विशेष स्किल्‍स दिखा सकते हैं और आपके काम को भी पहचान मिलेगी। वहीं व्‍यापारियों को कई व्‍यावसायिक अवसर प्राप्‍त होंगे और ये डील आपको उच्‍च मुनाफा दे सकती हैं। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने वाले लोगों को अपने पार्टनर से सहयोग मिलेगा।

सेहत: इस सप्‍ताह आप शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ महसूस करेंगे। अपने आसपास अच्‍छी चीजें होने और आनंदमय महसूस करने की वजह से आप जोश और ऊर्जा से भरपूर रहने वाले हैं। इसके अलावा अपने उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य को बरकरार रखने के लिए आप डाइट की मदद भी ले सकते हैं।

उपाय: रोज़ 22 बार ‘ॐ  दुर्गाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 5

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 5, 14 या 23 तारीख को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 5 वाले जातक जो भी कदम उठाएंगे, उसमें तर्क ढूंढने का प्रयास करेंगे। इस समय इनकी शेयर मार्केट से मुनाफा कमाने में अधिक रुचि रहने वाली है और इन्‍हें शेयर बाज़ार से लाभ होने की प्रबल उम्‍मीद है। आपको लंबी दूरी की यात्रा पर जाने का मौका भी मिल सकता है। आपके अंदर किसी चीज़ को लेकर जुनून पैदा हो सकता है।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह प्रेम जीवन में अपने पार्टनर के साथ प्‍यार और मित्रता को बढ़ाना ही आपका लक्ष्‍य रहने वाला है। इससे आप दोनों के बीच आपसी तालमेल बढ़ेगा और आपके प्रेम जीवन में खुशियों का आगमन होगा। आप पारिवारिक समस्‍याओं को सुलझाने में भी दिलचस्‍पी दिखा सकते हैं। इस समय आप अपनी बुद्धिमानी से अपने पार्टनर को मनाने में सक्षम होंगे और उन्‍हें खुश रख पाएंगे।

शिक्षा: पढ़ाई के मामले में आपके अंदर बात करने, सुनने, समय को प्रबंधित करने और नेतृत्‍व करने जैसे कौशल विकसित होंगे। आप प्रतियोगी परीक्षा में उच्‍च अंक प्राप्‍त करेंगे और अपनी काबिलियत दिखाएंगे। आप मार्केटिंग और लॉजिस्टिक्‍स जैसे कोर्स में विशेषज्ञता और उच्‍च अंक हासिल करेंगे। इसके अलावा आपके अंदर कोई विशेष कौशल विकसित हो सकता है जिससे आपको अधिक सफलता पाने में मार्गदर्शन मिलेगा।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह नौकरीपेशा जातकों को शानदार परिणाम मिलने के संकेत हैं। आपको कार्यक्षेत्र में अपने प्रदर्शन के लिए अच्‍छी प्रतिक्रिया मिल सकती है। वहीं व्‍यापारी आउटसोर्सिंग बिज़नेस कर सकते हैं जिससे व्‍यापार के क्षेत्र में उनके प्रदर्शन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा आप बिज़नेस में नई रणनीतियां लागू करने के लिए खुद को तैयार करेंगे।

सेहत: सेहत के मामले में यह सप्‍ताह शानदार रहने वाला है। आपको कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या होने के संकेत नहीं हैं। हालांकि, समय पर भोजन न करने की वजह से आपको पाचन संबंधित समस्‍याएं हो सकती है इसलिए स्‍वास्‍थ्‍य को ठीक रखने के लिए आपको समय पर भोजन करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: रोज़ 41 बार ‘ॐ  नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 6

(यदि आपका जन्‍म महीने की किसी भी 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों का स्‍वभाव बहुत प्‍यारा होता है। इन्‍हें यात्रा करना और घूमना-फिरना बहुत पसंद होता है और इन्‍हें लंबी दूरी की यात्रा पर जाना अच्छा लगता है। इस समय आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे और इससे आपको अच्‍छे परिणाम मिलने की भी उम्‍मीद है। इस सप्‍ताह आप आराम करने और अपनी सुख-सुविधाओं को बढ़ाने पर अधिक ध्‍यान देंगे।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह अपने पार्टनर के साथ आपका सेंस ऑफ ह्यूमर काफी अच्‍छा रहने वाला है। इस तरह आपका मूड भी अच्‍छा रहेगा। आपका और आपके जीवनसाथी का रिश्‍ता भी मज़बूत होगा। इस समय आप अपने जीवनसाथी के साथ व्‍यवहारिक रवैया अपनाएंगे और आपको अपने परिवार में अच्‍छे मूल्‍य स्‍थापित करेंगे।

शिक्षा: आपके शिक्षक और परीक्षक आपके कौशल की प्रशंसा करेंगे। इससे आपको और अधिक प्रयास करने और उच्‍च अंक लाने के लिए प्रोत्‍साहन मिलेगा। आप कम्‍युनिकेशन इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर टेस्टिंग जैसे विषयों में शानदार प्रदर्शन करेंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह आपको अपने करियर के सिलसिले में विदेश जाने का मौका मिल सकता है और यह यादगार अवसर आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। आपके लिए विदेश में रूकने की स्थिति भी उत्‍पन्‍न हो सकती है। ये पल आपके लिए सुनहरे और यादगार रहने वाले हैं। वहीं व्‍यापारियों को नई डील मिलने की संभावाना है। ये डील आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगी।

सेहत: स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में यह सप्‍ताह अनुकूल रहने वाला है। आपके अंदर और अधिक मज़बूत बनने की इच्‍छा शक्‍ति और दृढ़ संकल्‍प हो सकता है। उत्‍साह के साथ-साथ आत्‍मविश्‍वास बढ़ने की वजह से आपका स्‍वास्‍थ्‍य भी अच्‍छा रहेगा। इस सप्‍ताह आप मजबूत बनकर उभरेंगे और आप खुद को सकारात्‍मक रखेंगे।

उपाय: रोज़ 33 बार ‘ॐ  भार्गवाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 7

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ है)

इस समय मूलांक 7 वाले जातकों की अध्‍यात्‍म में रुचि बढ़ेगी। आपको अध्‍यात्‍म से संबंधित यात्राओं पर भी जाना पड़ सकता है और इन यात्राओं से आपको अधिक लाभ मिलने के संकेत हैं। इस समय आपके अंदर कई कौशल देखने को मिलेंगे।

प्रेम जीवन: इस समय आपके और आपके पार्टनर के बीच आकर्षण में कमी आ सकती है और इसकी वजह से आपके प्रेम जीवन में सुख-शांति भंग होने की आशंका है। इसके अलावा आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी तालमेल में भी कमी आने के संकेत हैं। आपके परिवार में कुछ समस्‍याएं उत्‍पन्‍न हो सकती हैं जिससे आपको अपने पार्टनर के साथ अच्‍छे संबंध बनाए रखने में दिक्‍कत आने की आशंका है। आप दोनों के बीच अलगाव की स्थिति पैदा हो सकती है और आप आध्‍यात्मिक प्रवृत्ति के बन सकते हैं।

शिक्षा: पढ़ाई पर से छात्रों का ध्‍यान भटक सकता है और इस वजह से उनका प्रदर्शन खराब होने के संकेत हैं। इस सप्‍ताह आप प्रोफेशनल स्‍टडीज़ जैसे कि कानून और मैनेजमेंट की पढ़ाई कर सकते हैं। हो सकता है कि ध्‍यान भटकने के कारण आप इन विषयों में विशेषज्ञता हासिल न कर पाएं और आपके प्रयासों में भी कमी देखी जा सकती है।

पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातकों पर काम का दबाव बढ़ सकता है। इस बात की भी संभावना है कि आपने अपने कार्यक्षेत्र में जो कड़ी मेहनत की है, उसे पहचान न मिल पाए या उसे नज़रअंदाज़ कर दिया जाए। हो सकता है कि आपके वरिष्‍ठ अधिकारी आपके काम को ज्‍यादा महत्‍व न दें और यह बात आपको परेशान कर सकती है। वहीं व्‍यापारियों को अचानक से अपने प्रतिद्वंदियों की वजह से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य ज्‍यादा अच्‍छा नहीं रहने वाला है। संतुलित आहार न लेने और समय पर भोजन न करने की वजह से आपको पाचन संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। आपको पैरों और कमर में दर्द होने की भी आशंका है।

उपाय: रोज़ 41 बार ‘ॐ  केतवे नम:’ मंत्र का जाप करें।

मूलांक 8

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 8, 17 या 26 तारीख को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक बहुत प्रतिबद्ध होते हैं और इस सप्‍ताह ये इसी पर अधिक ध्‍यान देने वाले हैं। आप करियर के क्षेत्र में ऐसे नए अवसरों की तलाश कर सकते हैं जिससे आपको संतुष्टि मिल सके और आपकी इच्‍छाओं की पूर्ति हो सके। इसके अलावा आप जीवन में अपनी प्रगति और विकास के बार में भी सोच सकते हैं।

प्रेम जीवन: आपके और आपके जीवनसाथी के बीच प्‍यार में कमी आ सकती है। परिवार में चल रही समस्‍याओं और आपसी तालमेल में कमी आने की वजह से आप दोनों के बीच दूरियां आने की आशंका है। इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर का रिश्‍ता कमज़ोर हो सकता है और इसका आपके रिश्‍ते पर बुरा असर पड़ेगा। इसकी वजह से आपको अपनी ओर से थोड़ा सामंजस्‍य स्‍थापित करने की जरूरत है।

शिक्षा: अगर आप इंजीनियरिंग और एयरोनॉटिक्‍स जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, ताे इस समय आपके प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है और आप पढ़ाई में अपने स्किल्‍स का इस्‍तेमाल करने में पीछे रह सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शिखर तक पहुंचने और अच्‍छा प्रदर्शन करने के लिए आपको स्‍वयं का आंकलन करने की जरूरत है।

पेशेवर जीवन: इस समय आपको अपने कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों और वरिष्‍ठ अधिकारियों की वजह से समस्‍याएं देखनी पड़ सकती है। इसके कारण आपके हाथ से अपने स्किल्‍स को दिखाने का कीमती अवसर भी छूट सकता है। बिज़नेस में आपका प्रदर्शन खराब होने की संभावना है और आपको अपनी अपेक्षा के अनुसार मुनाफा होने की उम्‍मीद कम ही दिख रही है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपको तनाव के कारण पैरों और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है। आप खुद पर ज्‍यादा बोझ न डालें। स्‍वस्‍थ रहने के लिए आप योग और ध्‍यान की मदद ले सकते हैं।

उपाय: रोज़ 11 बार ‘ॐ  हनुमते नम:’ मंत्र का जाप करें।

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मूलांक 9

(यदि आपका जन्‍म किसी भी महीने की 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है)

इस समय मूलांक 9 वाले जातकों का ध्‍यान स्‍वयं के विकास एवं प्रगति पर रहने वाला है और आप इस सप्‍ताह इसी दिशा में काम करेंगे। आप प्रॉपर्टी में निवेश कर के अपनी संपत्ति को बढ़ाने पर ध्‍यान देंगे। आप अपने भाई-बहनों के साथ अपने रिश्‍ते को बेहतर करने का प्रयास करेंगे। इस समय आपकी रुचि खुद को शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ रखने में रहेगी।

प्रेम जीवन: आपके और आपके पार्टनर के बीच अहंकार की वजह से परेशानियां आने के संकेत हैं। इसकी वजह से आप दोनों के बीच प्‍यार कम हो सकता है। हो सकता है कि इसके कारण आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी समझ भी अच्‍छी न रहे और आपसी तालमेल में भी कमी आ सकती है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह छात्र शिक्षा के क्षेत्र में अपनी बुद्धिमानी दिखाने और प्रगति करने में असफल हो सकते हैं। हो सकता है कि आपने जो कुछ भी याद किया है, उसे भूल जाएं। आप सिविल इंजीनियरिंग या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं। हालांकि, आपको इन विषयों में प्रगति मिलने की संभावना बहुत कम है।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह काम का बोझ बढ़ने की वजह से आपसे अपने कार्यक्षेत्र में कुछ गलतियां हो सकती हैं। इससे बचने और अपने काम में निरंतरता बनाए रखने के लिए आपको योजना बनाकर चलने की जरूरत है। व्‍यापारियों को पेशेवर होकर काम न करने और योजना न बनाने की वजह से नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: इस समय आपको तनाव के कारण तेज सिरदर्द होने की आशंका है। आपको हाई बीपी की शिकायत भी हो सकती है। स्‍वस्‍थ रहने के लिए आप योग और ध्‍यान करें।

उपाय: मंगल ग्रह को प्रसन्‍न करने के लिए मंगलवार के दिन यज्ञ-हवन करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. अंक ज्योतिष से भविष्य कैसे जाने?

उत्तर 1. आप अपनी जन्‍म की तारीख को एकल संख्‍या में बदल कर अपनी रूट संख्‍या या मूलांक जान सकते हैं। रूट नंबर 1 से लेकर 9 के बीच होता है।

प्रश्न 2. कौन सा नंबर शुभ माना जाता है?

उत्तर 2. 7 नंबर को सबसे लकी माना जाता है।

प्रश्न 3. 9 अंक का स्वामी कौन है?

उत्तर 3. अंक शास्त्र के अनुसार मूलांक 9 का स्वामी ग्रह मंगल हैं।

प्रश्न 4. 9 नंबर की क्या खासियत है?

उत्तर 4.  मूलांक 9 वाले लोग बहुत उत्साही स्वभाव के होते हैं।

अगर आपकी कुंडली में भी है ऐसे राजयोग तो हो जाएं खुश, बहुत भाग्यशाली होने वाले हैं आप!

वैदिक ज्योतिष में किसी जातक की कुंडली के बारे में जानकारी प्राप्त कर उसके स्वभाव और भविष्य के बारे में बताया जा सकता है। किसी भी जातक की कुंडली में ग्रहों की युति से शुभ व अशुभ योग का निर्माण होता है। कुंडली में कुछ राजयोग ऐसे होते हैं जो किसी व्यक्ति को रंक से राजा बना सकते हैं। यही नहीं इन राजयोगों से जातक को कभी भी धन का अभाव नहीं होता है। राजयोग का अर्थ जातक के जीवन में उसे हर तरह की सुख-सुविधा प्रदान करना है। 

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राजयोग वो शुभ योग होता है, जिसमें व्यक्ति अपने अच्छे कर्मों के सबसे शुभ फल प्राप्त करता है और उसे राजा की तरह जीवन में सुख सुविधाएं प्राप्त होती है। जब कुंडली में राजयोग बनता है तो जातक जिस काम में हाथ डालता है, उसमें तरक्की प्राप्त करता है और उसके हर काम अपने आप बनने लगते हैं, हर तरह के सुख मिलते हैं और वह जीवन राजा के समान व्यतीत करता है। बता दें कि ग्रहों की विशेष परिस्थितियां ही किसी की कुंडली में राजयोग बनाता है। तो चलिए इसी क्रम में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कुंडली में राजयोग का पता कैसा लगाया जा सकता है। साथ ही, आपको कुंडली में बनने वाले उन प्रमुख राजयोग के बारे में बताएंगे, जिसके बनने से जातक को जीवन भर धन लाभ हो सकता है।

कुंडली के इन भावों में छिपा है राजयोग 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी जातक की कुंडली के नौवें और दसवें भाव को महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में, यदि इन दो भावों में बैठे ग्रह शुभ हैं तो कुंडली में राजयोग बनता है और व्यक्ति राजा के समान जीवन यापन करता है। ज्योतिष के अनुसार, जिस कुंडली में बुध और चंद्रमा की शुभ स्थिति राजयोग का निर्माण करती है, ऐसे जातक राजनीति में बहुत अधिक सफलता प्राप्त करते हैं, यही नहीं जीवन में उन्हें हर प्रकार की सुख-सुविधाएं प्राप्त होती है।

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इस तरह से कुंडली में राजयोग का पता लगाएं

कुंडली में राजयोग का पता लगाने के लिए एक बेहद आसान तरीके के बारे में बताया जा रहा है। इसके लिए आपको सबसे पहले अपना मूलांक निकालना होगा। मूलांक यानी आपकी जन्मतिथि का पता रखना होगा। यदि आपकी जन्मतिथि 13 है तो 1+3 यानी मूलांक 4 हुआ है। अगर आपकी जन्मतिथि 25 है तो मूलांक हुआ 2+5 यानी 7। इसके बाद आपको अपना भाग्यांक निकालना है। भाग्यांक पूरी जन्म तिथि का टोटल यानी संपूर्ण होता है। जैसे अगर किसी की जन्मतिथि है – 06.12.1976 तो उसका भाग्यांक हुआ 06+1+2+7+6+1+9 इसका जो जोड़ 5 होगा वो आपका भाग्यांक कहलाएगा। इसके बाद आपको अपना मूलांक और भाग्यांक एक साथ लिख लेना है। इस पूरे नंबर में यदि एक, छह और आठ अगर एक साथ दिख रहे हैं तो आपके जीवन में राजयोग जरूर होगा। 

आइए अब आगे जानते हैं कि कुंडली में बनने वाला कुछ प्रमुख राजयोग के बारे में।

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ये राजयोग दिलाते हैं जातक को बना देते हैं मालामाल

गजकेसरी राजयोग

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गजकेसरी राजयोग को बहुत ही शुभ योगों में एक माना जाता है। इस योग का निर्माण तब होता है जब किसी जातक की लग्न कुंडली में देव गुरु बृहस्पति और चंद्रमा केंद्र भाव में मौजूद होता है और किसी वह क्रूर ग्रह से संबंध न रखें। जिस भी जातक की कुंडली में गजकेसरी राजयोग बनता है उस व्यक्ति को जीवन में खूब मान-सम्मान प्राप्त होता है और वह सरकारी नौकरी व उच्च पद पर आसीन होता है। इसके अलावा, इस राजयोग के द्वारा जातक आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक झुकाव रखता है।

पाराशरी राजयोग

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब केंद्र भावों ( पहला,चौथा,सातवां व दसवें भाव) का संबंध कुंडली के त्रिकोण भावों ( लग्न, पांचवें, नौवें भाव) से हो पाराशरी राजयोग का निर्माण होता है। जिस भी जातक की कुंडली में पाराशरी राजयोग का निर्माण होता है वह अपने में खूब प्रगति करता है और उसे कभी भी सुख संपत्ति की कमी नहीं होती है। साथ ही, जातक ऐशोआराम का जीवन जीता है।

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नीच भंग राजयोग

नीच भंग राजयोग जातक की कुंडली में बनने वाला सबसे शानदार राजयोगों में एक होता है। नीच भंग जैसे की इसके नाम से ही स्पष्ट होती है कि यह योग नीचता का भंग करता है। कुंडली में अगर कोई ग्रह अपनी नीच राशि में बैठा है और उस राशि के स्वामी की दृष्टि उस पर पड़ रही है तो उसकी नीचता भंग हो जाती है। इसके अलावा, यदि जिस राशि में ग्रह नीच में बैठा है और उस राशि के स्वामी स्वग्रही होकर युति संबंध बना रहे हैं तो नीच भंग राजयोग का निर्माण होता है। जिन जातकों की कुंडली में नीच भंग राजयोग बनता है उसका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है और उसे कभी भी धन की कमी नहीं महसूस होती है। 

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धन योग 

वैदिक ज्योतिष में धन योग को बहुत प्रमुखता दी गई है। कुंडली में पहला, दूसरा, पांचवां, नौवां और ग्यारहवां भाव धन का भाव होता है। जिनकी कुंडली में धन योग होता है उनके जीवन में कभी धन का अभाव नहीं रहता है। बता दें कि इस योग का निर्माण तब होता है जब कुंडली में मंगल चौथे, सूर्य पांचवें और गुरु ग्यारहवें भाव में होते हैं तो ऐसी स्थिति में धन योग का निर्माण होता है। इस राजयोग से जातक बहुत बड़ा बिज़नेसमैन बनता है और उसे कभी भी धन की कमी नहीं होती है।

उभयचरी राजयोग

उभयचरी राजयोग का निर्माण तब होता है जब कुंडली में चंद्रमा के अलावा, राहु-केतु, सूर्य से दूसरे या बारहवें घर में स्थित हों तब यह योग बनता है। जिस भी जातक की कुंडली में यह योग बनता है वह जातक बहुत ही भाग्यशाली होती है और उसे कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं महसूस होती है। इसके अलावा, इस राजयोग वाले व्यक्ति का भाग्य बहुत अधिक प्रबल होता है। ऐसे जातक स्वभाव से हंसमुख और बुद्धिमान होते हैं व इन जातकों को हर क्षेत्र का ज्ञान होता है और उसमें बेहतर तरीके से आगे बढ़ते हैं। यही नहीं ये जातक बड़ी से बड़ी चुनौतियों को आसानी से पार कर जाते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. कुंडली में राजयोग होने से क्या होता है?

उत्तर 1. जिन जातकों की कुंडली में ये राजयोग मौजूद होता है उनके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।

प्रश्न 2. गजकेसरी राजयोग कैसे बनता है?

उत्तर 2. जब किसी जातक की लग्न कुंडली में गुरु और चंद्रमा केंद्र भाव में हो और किसी क्रूर ग्रह से संबंध न रखे तो गजकेसरी राजयोग बनता है।

प्रश्न 3. राज योग कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर 3. मूल रूप से राजयोग 5 प्रकार के होते हैं, लेकिन, एक राजयोग ऐसा भी है जो राजयोग न होकर भी राजयोग के समान व्यक्ति को फल देते हैं।

प्रश्न 4. नीचभंग राजयोग क्या है?

उत्तर 4.   नीच भंग जैसे की इसके नाम से ही स्पष्ट होती है कि यह योग नीचता का भंग करता है।

शनि के नक्षत्र में राहु लेंगे एंट्री, तुला सहित इन 4 राशियों को मिलने वाला है अथाह पैसा!

ज्योतिष में, नवग्रहों में राहु ग्रह का विशेष महत्व है। यह एक छाया ग्रह है, जो हर व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह बदलने की ताकत रखता है। राहु को धीमी गति से चलने वाला ग्रह कहा जाता है। यह एक राशि में करीब 18 माह तक विराजमान रहते हैं। ऐसे में, इन्हें राशि चक्र की सभी राशियों में गोचर करने के लिए कई साल लग जाते हैं। शनि और बृहस्पति के बाद राहु ही एक ऐसा ग्रह है जिसकी गोचर अवधि भी सबसे अधिक होती है। गोचर का राहु हर राशि के अलग-अलग भावों में स्थित होकर मनुष्य के जीवन को नकारात्मक और सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। राहु जिस तरह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते है। ऐसे ही एक समय के बाद नक्षत्र में भी परिवर्तन करते हैं। 

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बता दें कि इस समय राहु बुध के नक्षत्र रेवती में मौजूद है। वहीं 08 जुलाई 2024 को शनि के नक्षत्र उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं। राहु का शनि के नक्षत्र में प्रवेश करने से सभी 12 राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा लेकिन इन सभी राशियों में 4 राशियां ऐसी होंगी जिससे इस अवधि बेहद शुभ फल प्राप्त होंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन राशियों के बारे में लेकिन इससे पहले जान लेते हैं उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के बारे में।

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ज्योतिष में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का महत्व

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि है। इस नक्षत्र की आकृति एक कुर्सी के पिछले पाये की तरह दिखाई देता है। इस नक्षत्र के प्रतीक का मतलब ‘शुभ या सुंदर पैर’ होता हैं। इस नक्षत्र से ताल्लुक रखने वाले लोगों के व्यक्तित्व की बात करें तो ये दिखने में काफी आकर्षक होते हैं और इनके चेहरे पर सदैव एक मुस्कान छाई रहती है और इनकी मुस्कुराहट से हर कोई जल्दी आकर्षित हो जाता है। 

ये बहुत अधिक ज्ञानी, बुद्धिमान और समझदार होते हैं। सभी के साथ इनका व्यवहार एक जैसा रहता है यानी ये किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं और न ही ये भावना रखते हैं। ये लोग किसी को भी कष्ट में नहीं देख सकते हैं और उसकी मदद करने के लिए आगे आते हैं। इन जातकों को अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि कभी-कभी ये लोग अपना आपा खो देते हैं और सामने वाले से भिड़ जाते हैं। अब जानते हैं वह कौन सी राशियां हैं, जिन्हें राहु के नक्षत्र के दौरान शुभ परिणाम प्राप्त होने वाले हैं।

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राहु का उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में गोचर से इन जातकों को मिलेगा खूब धन

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों राहु के नक्षत्र गोचर बहुत अधिक लाभ प्रदान करेगा। आपके लिए विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। आपके लंबे समय से अटके हुए कार्य पूरे होंगे। सौभाग्य की प्राप्ति होगी। निवेश पर मुनाफा होगा। आप काम में की गई मेहनत की बदौलत अपार सफलता प्राप्त करते हुए नज़र आ सकते हैं। आप बेहतर संभावनाओं के लिए नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं जिससे आप संतुष्ट नज़र आ सकते हैं। आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस अवधि आप बचत करने में सक्षम होंगे। पैसों की बचत करने की गुंजाइश भी पहले से अधिक रहेगी। आपके लिए धन लाभ और सफलता के योग बन रहे हैं। आपके वरिष्ठ आपसे काफी अधिक प्रसन्न रहेंगे, जिसके चलते आपको नौकरी में पदोन्नति प्राप्त हो सकती है। 

इसके अलावा, नई नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं। आपका रिश्ते पार्टनर के साथ प्रेम से भरा रहेगा जिसका आनंद लेते हुए आप दिखाई देंगे। साथ ही, रिश्ते में उच्च मूल्यों की स्थापना भी कर सकेंगे। स्वास्थ्य की बात करें तो इस दौरान आपकी फिटनेस अच्छी बनी रहेगी जो कि आपके भीतर की मज़बूत इच्छा शक्ति और उत्साह का परिणाम होगा। हालांकि, आपको अपने खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत हो सकती है क्योंकि पाचन से संबंधित छोटी-मोटी समस्या परेशान कर सकती है। 

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तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए राहु का नक्षत्र गोचर बेहद शुभ साबित होगा। इस अवधि करियर के क्षेत्र में आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। आपके काम की सराहना की जाएगी और आप मान-सम्मान प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। यही नहीं आपको पदोन्नति प्राप्त हो सकती है या आपके वेतन में वृद्धि होगी। सफलता के प्रबल योग बनेंगे। परिवार में नैतिक मूल्यों की स्थापना भी होगी, जिससे घर का माहौल खुशनुमा होगा। जिन जातकों का खुद का व्यापार है वे इस अवधि अच्छा मुनाफा अर्जित करेंगे और अपने बिज़नेस में सफलता प्राप्त करेंगे। आपके द्वारा किए गए निवेश से आपको अच्छा रिटर्न प्राप्त होगा और यदि आपने हाल-फिलहाल में कोई निवेश किया है तो उससे भी आपको आगे चलकर अच्छा लाभ मिलने की संभावना है क्योंकि आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आर्थिक जीवन की बात करें तो आप बचत करने में सक्षम होंगे और आपको कई नए स्रोतों से धन कमाने का अवसर प्राप्त होगा। आशंका है कि आपको इस अवधि कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना न करना पड़े। हालांकि छोटी-मोटी समस्याएं हो सकती है, जिसके लिए घबराने की बात नहीं हैं।

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए भी उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में राहु का गोचर बेहद अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपके भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। काम को लेकर विदेश जाने के योग बन सकते हैं। आपको भाग्य का साथ मिलेगा आत्मविश्वास और साहस बढ़ेगा। आपको हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा जिसके चलते आप दिन-प्रतिदिन ताकतवर होते जाएंगे। करियर के क्षेत्र में आप भाग्यशाली साबित होंगे क्योंकि आपको नौकरी में प्रमोशन और अन्य लाभ मिलने के योग बनेंगे जो कि आपको प्रसन्न करने का काम करेंगे। इस अवधि प्रॉपर्टी आदि खरीदने और उसमें निवेश करने में आपकी रुचि अधिक हो सकती है और यह अवधि निवेश के लिए बिल्कुल शानदार साबित हो सकती है। रिश्ते के मोर्चे पर आपको अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिल सकता है। साथ ही, आप रिश्ते में उच्च मूल्य स्थापित करने में सक्षम होंगे। आर्थिक जीवन में आय का प्रवाह अच्छा रहेगा और ऐसे में, आप धन की बचत कर सकेंगे। पैसों की बचत करने की गुंजाइश भी पहले से अधिक रहेगी। 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों को राहु के गोचर से हर क्षेत्र में फायदा मिलेगा। करियर में आपको शानदार व सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही, काम में सुख व समृद्धि भी प्राप्त होगी। ए पदोन्नति और अन्य लाभ भी मिल सकते हैं। यदि आप व्यापार करते हैं तो इस दौरान आपको अपने बिज़नेस में अपार सफलता प्राप्त होगी। आर्थिक जीवन में इस दौरान आपको सट्टेबाजी और ट्रेड के माध्यम से धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे। 

आर्थिक जीवन की बात करें तो इस दौरान आपको किस्मत का साथ मिलेगा और आप अच्छी मात्रा में धन की बचत करने में सक्षम होंगे। प्रेम जीवन भी आपका शानदार रहेगा। पार्टनर के साथ आपके रिश्ते में मिठास आएगी। साथ ही, आप दोनों का रिश्ता भी मज़बूत होगा। आप अपने जीवन साथी के साथ अपने रिश्ते में ईमानदार रहेंगे और आप दोनों के बीच प्रेम-भाव बना रहेगा। आप इस पल का अच्छे से आनंद लेंगे। स्वास्थ्य के लिए यह समय काफी अच्छा रहेगा और आपकी अच्छी सेहत आपके साहस का परिणाम हो सकती है। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. राहु को शांत करने के लिए क्या उपाय करें?

उत्तर 1. राहु की शांति के लिए आप उसके बीज मंत्र या वैदिक मंत्र का जाप करें।

प्रश्न 2. राहु के कौन से नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं?

उत्तर 2. राहु शनि के नक्षत्र उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में 08 जुलाई में प्रवेश करेंगे।

प्रश्न 3. राहु का शत्रु कौन है?

उत्तर 3. वैदिक ज्योतिष में बुध, शुक्र और शनि राहु के मित्र होते हैं जबकि सूर्य और चंद्रमा राहु के शत्रु।

प्रश्न 4. राहु की महादशा कितने सालों तक होती है?

उत्तर 4. राहु की महादशा करीब 18 साल तक रहती है।

1 साल के बाद शुक्र बना रहे हैं मालव्‍य योग, तीन राशियों की लग जाएगी लॉटरी

ज्‍योतिषशास्‍त्र में शुक्र ग्रह को धन, ऐश्‍वर्य, वैभव और सुख का कारक माना गया है। शुक्र ग्रह के गोचर करने पर समय-समय पर कुछ खास राजयोगों का निर्माण होता रहता है। अभी 19 मई को शुक्र वृषभ राशि में 8:29 पर प्रवेश कर चुके हैं। शुक्र के इस गोचर से मालव्‍य योग बन रहा है जिसे ज्‍योतिष में अत्‍यंत शुभ माना जाता है।

इस योग का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा लेकिन तीन ऐसी राशियां हैं जिन्‍हें इस योग से सबसे ज्‍यादा लाभ मिलने की संभावना है। वैदिक ज्‍योतिष की मानें तो 19 मई को शुक्र के वृषभ राशि में प्रवेश करने पर जो मालव्‍य योग बन रहा है उससे तीन राशियों की धन-दौलत में वृद्धि होगी। इन राशियों के बारे में जानने से पहले आप मालव्‍य योग को समझ लीजिए।

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मालव्‍य योग कब बनता है

जब शुक्र लग्‍न, चौथे, सातवें या दसवें भाव में मज़बूत स्थिति में हो, तब मालव्‍य योग का निर्माण होता है। मालव्‍य योग के शुभ प्रभाव से जातक को सौंदर्य, संपन्‍नता, भौतिक सुख मिलता है। वह आकर्षक होता है और उसे अपने जीवन में लोकप्रियता हासिल होती है। ये बुद्धिमान और रचनात्‍मक होते हैं।

मालव्‍य योग के शुभ प्रभाव से व्‍यक्‍ति को अपने पेशे में सफलता मिलती है और वह ज्ञान अर्जित करने में सफल होता है। व्‍यक्‍ति को सुंदर और आकर्षक जीवनसाथी मिलता है।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मालव्‍य योग से किन तीन राशियों का भाग्‍य खुलने वाला है।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों के लिए मालव्‍य योग फायदेमंद साबित होगा। यह योग आपके लग्‍न भाव में बन रहा है जिससे आपकी संपन्‍नता और भाग्‍य में वृद्धि होने के संकेत हैं। समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ आपके संपर्क बनेंगे। आपको सभी प्रकार के भौतिक सुख मिलेंगे। नौकरीपेशा जातकों के प्रमोशन के योग बन रहे हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र में कोई बड़ा पद भी मिल सकता है। वैवाहिक जीवन के लिए भी यह समय शानदार रहेगा। पति-पत्‍नी के बीच खूब प्‍यार बढ़ेगा।

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मकर राशि

मकर राशि के लोगों के लिए मालव्‍य योग अच्‍छा रहने वाला है। मकर राशि के पंचम भाव में यह योग बनने जा रहा है जिससे आपके लिए यह समय अनुकूल साबित होगा। आपको अपनी संतान की ओर से कोई अच्‍छी खबर मिल सकती है। आपके अपने पिता के साथ रिश्‍ते मज़बूत होंगे। लव लाइफ के लिए भी अच्‍छा समय है। यदि आप अपने प्रेम संबंध को विवाह के बंधन में बदलने की सोच रहे हैं, तो इस समय आपका यह सपना पूरा हो सकता है। आप अपने लिए वाहन या प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं।

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कर्क राशि

कर्क राशि की आय और लाभ के भाव में यह योग बनने जा रहा है। आपकी आमदनी में बहुत ज्‍यादा बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा और आप अपने साथ-साथ अपने परिवार की भी ज़रूरतों को पूरा कर पाएंगे। निवेश करने के लिए अनुकूल समय है। इस समय निवेश किया गया पैसा दोगुना हो सकता है।

आपको अपनी संतान की ओर से कोई अच्‍छी खबर मिल सकती है। शेयर मार्केट और लॉटरी आदि में पैसा लगाने के लिए भी अच्‍छा समय है।

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इन सिलेब्रिटीज़ की कुंडली में है मालव्‍य योग

ऐसी कुछ नामचीन हस्तियां हैं जिनकी कुंडली में मालव्‍य योग है और शायद इसी योग की वजह से इन लोगों को अपनी जिंदगी में इतना ज्‍यादा नाम, पैसा और शोहरत मिल पाई है। ये हस्तियां हैं डॉक्‍टर एपीजे अब्‍दुल कलाम, एल्‍बर्ट आइंस्‍टीन, राज कपूर, डेविड बेकहम, सानिया मिर्जा और सोनिया गांधी हैं।

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सानिया मिर्जा की कुंडली में मालव्‍य योग

सानिया मिर्जा की कुंडली में लग्‍न भाव में स्‍वराशि तुला में शुक्र विराजमान हैं और इससे मालव्‍य योग बन रहा है। सानिया पूर्व टेनिस खिलाड़ी रह चुकी हैं। सानिया सबसे अधिक वेतन लेने वाली और सबसे ज्‍यादा प्रभावशाली एथलीटों में से एक हैं।

सोनिया गांधी की कुंडली में मालव्‍य योग

सोनिया गांधी की कुंडली की बात करें, तो उनके चौथे भाव में स्‍वराशि तुला में शुक्र मालव्‍य योग बना रहे हैं। सोनिया गांधी एक भारतीय राजनेता हैं और वह सबसे लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी की अध्‍यक्ष रही हैं। उन्‍होंने अपने पति और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्‍या के बाद 1998 में में पार्टी के नेता की कमान संभाली थी और 22 साल तक सेवा करने के बाद साल 2017 तक इस पद पर रहीं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न. मालव्‍य योग क्‍या होता है?

उत्तर. मालव्‍य योग पंच महापुरुष योगों में से एक है।

प्रश्‍न. मालव्‍य योग कैसे चेक करें?

उत्तर. शुक्र के पहले, चौथे, सातवें या दसवें घर में वृषभ, तुला या मीन राशि में होने पर बनता है।

प्रश्‍न. क्‍या मालव्‍य योग एक राजयोग है?

उत्तर. यह पंच महापुरुष योग या राजयोग में से एक है।

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नारद जयंती 2024 पर बन रहा है ये शुभ योग, शिव जी संग भगवान विष्णु का भी मिलेगा आशीर्वाद!

नारद जयंती 2024 की गिनती हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय और प्रमुख पर्वों में होती है जो प्राचीन काल से हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा मनाया जा रहा है। हालांकि, नारद जयंती को भगवान विष्णु के सबसे बड़े भक्त कहे जाने वाले ‘नारद’ जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको नारद जयंती 2024 के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, हम आपको इस तिथि के महत्व से भी अवगत करवाएंगे। आइए बिना देर किया शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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नारद जयंती 2024: तिथि व पूजा मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नारद जयंती के रूप में मनाया जाता है। वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह तिथि सामान्य तौर पर मई या जून के महीने में आती है। वर्ष 2024 में नारद जयंती 24 मई 2024, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस दिन का पूजा मुहूर्त। 

नारद जयंती 2024 का शुभ मुहूर्त 

तिथि: 24 मई 2024, शुक्रवार

प्रतिपदा तिथि का आरंभ: 23 मई 2024 की शाम 07 बजकर 24 मिनट से, 

प्रतिपदा तिथि की समाप्ति: 24 मई 2024 की शाम 07 बजकर 24 मिनट तक।

यह भी पढ़ें:  राशिफल 2024 

नारद जयंती के दिन बनेगा शिव योग 

नारद जयंती के दिन शिव योग बनने जा रहा है जिसे शुभ योग माना जाता है। शिव योग का संबंध भगवान शिव से होता है इसलिए इस दौरान शिव जी की आराधना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और जातक को हर काम में सफलता मिलती है। साथ ही, शिव योग में किये गए सभी कार्य बिना किसी विघ्न के पूर्ण होते हैं। नारद जयंती के दिन शिव योग 24 मई 2024 की सुबह 11 बजकर 20 मिनट तक रहेगा।   

आगे बढ़ने से पहले जानते हैं नारद मुनि के बारे में।

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कौन थे नारद मुनि?

धर्म ग्रंथों के अनुसार, नारद जी को संसार के रचयिता ब्रह्म देव का मानस पुत्र माना गया है। इसके विपरीत, पुराणों में भगवान नारद को ऋषि कश्यप का पुत्र बताया गया है। साथ ही, कुछ मान्यताएं इन्हें त्यागराज और पुरंदरदास जैसे महान संतों का अवतार कहती हैं। नारद जी को संसार के पालनहार भगवान विष्णु के परम भक्त का स्थान प्राप्त है जो ब्रह्मांड में प्रभु के नाम लेते हुए और ‘नारायण, नारायण’ करते हुए एक वीणा लेकर घूमते हैं। इन्हें एक देव ऋषि कहा जाता है जो दिवंगत आत्माओं को मोक्ष प्राप्ति की तरफ लेकर जाते हैं। इनके पास ऐसी शक्तियां मौजूद हैं जिसकी सहायता से यह तीन लोकों या विश्व में आकाश, पाताल और पृथ्वी में कहीं भी आना-जाना कर सकते हैं।

नारद जयंती 2024 का महत्व

नारद जयंती के महत्व के बारे में बात करने से पहले हम आपको बतांएगे कि क्या होता है इनके नाम नारद का अर्थ? नारद शब्द की उत्पत्ति दो शब्दों से हुई है जिसमें नार का अर्थ है मानव जाति और दा का अर्थ ‘दिया” से है’। पौराणिक कथाओं में वर्णित है कि नारद का अर्थ है कि एक ऐसे देवता जिसे ब्रह्मा जी ने सृजन की शक्ति के साथ बनाया है। 

जैसे कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि नारद जी को भगवान विष्णु का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है और वह श्री हरि का स्मरण करते हुए पूरे ब्रह्मांड में भ्रमण करते हैं। इन्हें बुद्धिजीवी होने के साथ-साथ शरारती और गंभीर परिस्थितियों को हल्का करने के लिए जाना जाता है। यह संसार में होने वाला किसी भी खबर या सूचनाओं का आदान-प्रदान देवताओं और दैत्यों को करने के लिए प्रसिद्ध है इसलिए नारद जी को पृथ्वी का प्रथम पत्रकार कहा गया है। यही वजह है कि नारद जयंती को ‘पत्रकार दिवस’ के रूप में भी देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है।

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नारद जयंती को कैसे मनाया जाता है?

नारद जयंती को देश भर में बहुत उत्साह और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाता है। इस तिथि पर विशेष रूप से उत्तर भारत के कई स्थानों पर सेमिनार और शैक्षणिक सत्रों का आयोजन किया जाता है। कर्नाटक में नारद जी के अनेक लोकप्रिय मंदिर स्थित हैं और इन मंदिरों में कई उत्सव किए जाते हैं। 

नारद जयंती पर कैसे करें नारद जी की पूजा?

हिंदू धर्म में हर पूजा को विधि-विधान से करना आवश्यक होता है ताकि पूजा का फल जातक को प्राप्त हो सके इसलिए हम आपको नारद जयंती की सही पूजा विधि बताने जा रहे हैं।   

  • इस दिन भक्त सर्वप्रथम जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर पूजा की तैयारी करें। 
  • नारद जयंती पर भगवान विष्णु की पूजा करें क्योंकि नारद जी श्रीहरि के भक्त हैं।
  • अब विष्णु जी की प्रतिमा को तुलसी के पत्ते, धूप और फूल अर्पित करें। 
  • साथ ही, उनके सामने अगरबत्ती और घी का दीपक जलाएं और इसके पश्चात, विष्णु जी की आरती करें। 
  • संभव हो, तो अपने सामर्थ्य अनुसार ब्राह्मणों को भोजन कराएं। 

ऐसी मान्यता है कि नारद जयंती पर काशी विश्वनाथ स्थित मंदिरों के दर्शन करने से और सच्चे हृदय पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि में वृद्धि होती है। 

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नारद जयंती व्रत के नियम 

  • जो भक्त नारद जयंती का व्रत करते हैं, उन्हें दाल या अनाज के सेवन करने से बचना चाहिए। 
  • इस दिन आप दूध से बने पदार्थों और फलों को ग्रहण कर सकते हैं। 
  • नारद जयंती की रात जागरण करना चाहिए। भक्त द्वारा विष्णु जी के मंत्रों का जाप और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना भी फलदायी रहता है। 
  • नारद जयंती की पूर्व संध्या पर भक्तों द्वारा किया गया दान शुभ साबित होता है।

नारद जयंती पर जरूर करें ये उपाय 

  1. नारद जयंती 2024 की तिथि पर विष्णु जी के अवतार भगवान कृष्ण के मंदिर में बांसुरी अर्पित करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भक्त को बुद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। 
  2. इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। 

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ज्येष्ठ माह में पड़ेंगे 10 सबसे बड़े व्रत व त्योहार; लाभ उठाने के लिए तुरंत करें राशि अनुसार उपाय!

हिंदी कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ का महीना होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह मई और जून में पड़ता है। ज्येष्ठ  मास को जेठ माह भी कहते हैं, जिसका अर्थ होता है बड़ा। इस महीने में गर्मी अपने  चरम पर होती है और सूरज की किरणें लोगों के पसीने छुड़ाती है। इस महीने सूर्यदेव अपने रौद्र रूप में होते हैं इसलिए ज्येष्ठ का महीना सबसे ज्यादा गर्म होने की वजह से यह सबसे ज्यादा मुश्किल भरा होता है। सनातन धर्म में ज्येष्ठ माह में जल के बचाव पर अधिक ध्यान दिया जाता है इसलिए इस महीने में जल का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। ज्येष्ठ महीने में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी जैसे व्रत रखे जाते हैं और यह व्रत प्रकृति में जल को बचाने का संदेश देते हैं। गंगा दशहरा में पवित्र नदियों की पूजा- अर्चना और निर्जला एकादशी में बिना पानी पिए रखा जाता है।

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शास्त्रों में ज्येष्ठ के महीने का खास धार्मिक महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ माह में हनुमान जी, सूर्य देव और वरुण देव की विशेष पूजा की जाती है। बता दें कि वरुण जल के देवता हैं, सूर्य देव अग्नि के और हनुमान जी कलयुग के देवता माने जाते हैं। इस पवित्र महीने में पूजा-पाठ और दान-धर्म करने से कई प्रकार के ग्रह दोष से मुक्ति प्राप्त हो जाती है। 

एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग में हम ज्येष्ठ मास से जुड़ी तमाम रोचक जानकारी आपको विस्तार से बताएंगे, जैसे कि इस माह के दौरान कौन-कौन से तीज व त्योहार आएंगे? इस माह में किस तरह के उपाय लाभकारी होंगे? इस माह का धार्मिक महत्व क्या है? और इस मास में जातकों को किन बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए और किन चीज़ों का दान करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए? आदि ऐसी ही कई जानकारियां यहां हम आपको प्रदान करेंगे इसलिए ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें।

ज्येष्ठ माह 2024: तिथि

ज्येष्ठ माह का आरंभ बुधवार 22 मई 2024 से होगी और इसकी समाप्ति 21 जून 2024 शुक्रवार को हो जाएगी। ज्येष्ठ मास भगवान विष्णु का सबसे प्रिय मास है। इसके बाद आषाढ़ महीना प्रारंभ हो जाएगा। इस मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस माह सभी देवी देवताओं की आराधना करने से हर समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है और व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

ज्येष्ठ माह का महत्व

सनातन धर्म में ज्येष्ठ का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण और अहम बताया गया है और इस माह कई सारे व्रत व त्योहार पड़ते हैं। इस महीने जल का विशेष महत्व होता है इसलिए इस पवित्र महीने में जल संरक्षण और पेड़-पौधों को जल देने से कई कष्टों का नाश होता है। साथ ही, पितर प्रसन्न होते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, ज्येष्ठ माह में भगवान विष्णु और उनके चरणों से निकलने वाली मां गंगा की पूजा की जाती है। इसके साथ ही ज्येष्ठ के महीने में जितने मंगलवार आते है, उन सभी का विशेष महत्व है और पड़ने वाले मंगलवार को हनुमान जी के नाम का व्रत करना चाहिए। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती है इसलिए हिंदू धर्म में ज्येष्ठ यानी जेठ के महीने को बहुत ही ख़ास माना गया है। कहते हैं कि इस माह में पड़ने वाले सभी व्रत व त्योहार से व्यक्ति को बहुत अधिक लाभ होता है।

इसके अलावा, कहा जाता है  कि ज्येष्ठ के महीने में ही मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था और इस दिन को गंगा दशहरे के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा, ज्येष्ठ माह में ही भगवान शनिदेव का भी जन्म हुआ था। इन्हीं सब वजहों के चलते हिंदू धर्म में ज्येष्ठ माह का विशेष महत्व बताया गया है। 

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ज्येष्ठ मास में आने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार

ज्येष्ठ मास यानी कि 23 मई 2024 से 21 जून 2024 के दौरान सनातन धर्म के कई प्रमुख व्रत-त्योहार आने वाले हैं, जो कि इस प्रकार हैं:

तिथिदिनव्रत व त्योहार
23 मई, 2024गुरुवारवैशाख पूर्णिमा व्रत
26 मई, 2024रविवारसंकष्टी चतुर्थी
02 जून, 2024रविवारअपरा एकादशी
04 जून, 2024मंगलवारमासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
06 जून, 2024गुरुवारज्येष्ठ अमावस्या
15 जून, 2024शनिवारमिथुन संक्रांति
18 जून, 2024मंगलवारनिर्जला एकादशी
19 जून, 2024बुधवारप्रदोष व्रत (शुक्ल)

ज्येष्ठ मास में जन्म लेने वाले लोगों के गुण

ज्येष्ठ के महीने में कई लोगों का जन्मदिन आता है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि ज्येष्ठ माह में जन्मे लोगों का स्वभाव कैसा होता है और उनके अंदर क्या खूबियां होती हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुछ खास तारीखों और महीनों में जन्मे लोगों की अलग-अलग खूबियां और विशेषताएं भी बताई गई हैं। व्यक्ति जिस महीने में जन्म लेता है उसके आधार पर भी उसके स्वभाव के बारे में बताया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो हमारे जन्म का महीना हमारे जीवन पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से प्रभाव डालता है। ज्येष्ठ मास में जिन लोगों का जन्म होता है, उनमें कुछ विशेष प्रकार की खूबियां और कमियां पाई जाती हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में।

ज्येष्ठ महीने में जन्म लेने वाले व्यक्ति काफी ज्ञानी होते हैं और इनका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक होता है, जिसके चलते ये धर्म-कर्म के कामों में बहुत अधिक लीन रहते हैं। इन जातकों को तीर्थ स्थलों पर घूमना पसंद होता है। ये जातक अपने जीवनसाथी का काफी ख्याल रखते हैं और बहुत अधिक प्रेम भी करते हैं। ज्येष्ठ माह में जन्में कुछ जातकों को विदेश में रहना पड़ता है। साथ ही, इन जातकों को विदेश से लाभ भी होता है। ये लोग ज्यादातर अपने घर से दूर रहने के लिए मजबूर रहते हैं। ये अपने मन में किसी के लिए किसी प्रकार का कोई बैर-भाव नहीं रहते हैं। इन व्यक्तियों के पास धन की कोई कमी नहीं होती है। इनकी आयु भी दीर्घ होती है और ये अपनी बुद्धि को अच्छे कार्यों में लगाना पसंद करते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा व्यक्ति व्यक्तिगत तौर पर बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। यह नौकरी करें या व्यवसाय दोनों ही क्षेत्र में ये सफलता हासिल करते हैं क्योंकि ये बहुत अधिक फुर्तीले होते हैं और हर कार्य को समय पर खत्म करने की प्रवृत्ति रखते हैं। इस माह में जन्म लेने वाली लड़कियां फैशन में आगे होती हैं और इन्हें फैशन का अच्छा ज्ञान होता है इसलिए ये फैशन से जुड़े उद्योगों में सफल होती हैं। इस माह में जन्म लेने वाले जातकों की कल्पना शक्ति बहुत अधिक मजबूत होती है। इनका स्वभाव जोशीला होता है और ये आकर्षण का केंद्र होते हैं। इस माह में जन्म लेने वाले लोगों की बुद्धि भी बहुत तेज होती है। ये कठिन से कठिन कार्यों को भी अपने बुद्धि-बल के द्वारा आसानी से हल कर लेते हैं। 

इन जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो ये लोग काफी रोमांटिक होते हैं और अपने पार्टनर के साथ मधुर संबंध स्थापित करने में सक्षम होते हैं। ये अपने रिश्ते को बहुत ही संभालकर रखते हैं और किसी अन्य की दखलअंदाजी पसंद नहीं करते हैं। ये छोटी छोटी बातों को नजरअंदाज करते हैं और बातों से अपना रिश्ता खराब नहीं करते। इनका स्वभाव मजाकिया होता है इसलिए इनका रिश्ता में खुशहाली से भरा रहता है। ये अपने पार्टनर के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ज्येष्ठ महीने में जन्म लेने वाले लोगों के कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं। जैसे कि यह बहुत जिद्दी होते हैं और बहुत जल्दी इनको गुस्सा आ जाता है, जिसके चलते इन्हें जीवन में कई प्रकार के उतार-चढ़ाव का सामना भी करना पड़ सकता है। ये जितने दयालु होते हैं उतनी जल्दी इन जातकों को बातों का बुरा भी लग जाता है। ये लोग जल्दी किसी पर भी भरोसा कर लेते हैं और जिस वजह से इन्हें जीवन में कई बार धोखा भी मिल सकता है।

ज्येष्ठ मास में जल दान करने का महत्व

ज्येष्ठ मास में जल दान का विशेष महत्व है। हम सब जल के बिना जीवन जीने की सोच भी नहीं कर सकते हैं इसलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है। जल का दान करना हमेशा ही अच्छा माना गया है लेकिन ज्येष्ठ मास में जल दान करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस महीने आप पक्षियों के लिए घर की छत पर या बगीचे में जल भर कर रख सकते हैं। पशु-पक्षी भी प्रकृति की अनमोल देन है और साथ-साथ ज्योतिष की दृष्टि से भी पशु-पक्षियों को जल देना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। दरअसल सनातन धर्म में हर देवी-देवता का कोई ना कोई वाहन होता है और यह वाहन पशु या पक्षी होते हैं। ऐसे में, ज्येष्ठ माह में पशु-पक्षियों को जल देना बहुत ही पुण्य का काम होता है, इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा, ज्येष्ठ मास में  जरूरतमंद लोगों को जल, गुड़, सत्तू, तिल आदि का दान करने से भी भगवान श्री हरि विष्णु प्रसन्न होते हैं। साथ ही, पितृ दोष और समस्त पाप से छुटकारा पाया जा सकता है।

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ज्येष्ठ माह में क्या करें 

  • ज्येष्ठ महीने में सूर्य की तेज किरणों से हर कोई परेशान रहता है और इस महीने से गर्मी भी बढ़ जाती है, जिसके चलते पानी का महत्व बढ़ जाता है। ऐसे में, पानी का दान करना चाहिए।
  • ज्येष्ठ माह में घर की किसी भी खुली जगह या छत पर चिड़ियों के लिए दाना और पानी रखना चाहिए। गर्मी के कारण नदी-तालाब सूखने लगते हैं, जिसके चलते पक्षियों को पानी नहीं मिल पाता, इसलिए घर के बाहर या छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी जरूर रखें। 
  • ज्येष्ठ के महीने में भगवान राम से पवन पुत्र हनुमान की मुलाकात हुई थी, जिसके चलते इस महीने हनुमान जी की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसी महीने बड़े मंगलवार का पर्व मनाया जाता है, जिसमें हनुमान जी की खास पूजा होती है।
  • इस महीने में सूर्य देव और वरुण देव की उपासना करना बेहद ही शुभ माना जाता है और सूर्यदेव को जल चढ़ाना भी फलदायी होता है।
  • इसके अलावा, यदि इस महीने रोज पौधों में जल देना, लोगों को जल पिलाना, पानी बर्बाद ना करना, जरूरतमंद लोगों को घड़े सहित जल और पंखा का दान करना आदि शुभ भी माना जाता है।
  • इस महीने तिल के ते का दान करना चाहिए। ऐसा करने से अकाल मृत्यु से बचा सकता है।

ज्येष्ठ मास में क्या नहीं करना चाहिए

  • ज्येष्ठ मास के दौरान दिन के समय बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। माना जाता है कि इससे व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हो सकता है। 
  • इस महीने में शरीर में तेल नहीं लगाना चाहिए। 
  • इस माह में परिवार के बड़े पुत्र या पुत्री का विवाह नहीं करना चाहिए।
  • इस मास में मसालेदार व गर्म खाने से बचना चाहिए।
  • ज्येष्ठ मास में घर में आए किसी भी व्यक्ति को बिना पानी पिलाए नहीं भेजना चाहिए।
  • कहा जाता है कि इस मास में बैंगन खाने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह संतान के लिए अच्छा नहीं होता है। 

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ज्येष्ठ मास में जरूर करें ये ख़ास उपाय

इस माह में कुछ खास उपाय है जरूर करना चाहिए। मान्यता है इससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और धन की कमी नहीं रहती है। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए 

ज्येष्ठ मास के दौरान हर सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि निवृत्त होकर हनुमान जी के मंदिर जाकर उन्हें तुलसी के पत्तों की माला पहनाएं। इसके साथ, हलवा-पूरी अथवा किसी अन्य मिष्ठान का भोग भी लगाएं। उनके स्वरूप के सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं, फिर श्री हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और श्री सुन्दरकाण्ड का विधि-विधान से पाठ करें।

मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए

जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उन्हें ज्येष्ठ के महीने में मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए इससे संबंधित चीजें जैसे- तांबा, गुड का दान करना चाहिए।

नौकरी में पदोन्नति के लिए

ज्येष्ठ के महीने में सूर्य देवता का प्रकाश काफी तेज रहता है। ऐसे में, इस पूरे महीने सूर्यदेव को अर्घ्य देने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और नौकरी में पदोन्नति भी प्राप्त होती है।

समस्त परेशानियों से छुटकारा के लिए

ग्रह दोषों से छुटकारा पाने के लिए ज्येष्ठ के महीने में पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था जरूर करें। इससे आपके जीवन में चल रहे उतार-चढ़ाव से छुटकारा पाया जा सकता है और आपको कभी भी धन की समस्या नहीं होगी।

सुख-समृद्धि के लिए

ज्येष्ठ महीने के दौरान प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर और स्नान के बाद तांबे के लोटे से सूर्य को जल देना चाहिए। इसके साथ, ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। ध्यान रखें जल चढ़ाते समय सूर्य को सीधे न देखें। लोटे से जो जल की धार गिरती है, उसमें से सूर्य देव के दर्शन करने चाहिए। ऐसा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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ज्येष्ठ मास 2024: ज्येष्ठ मास में राशि अनुसार इन चीजों का करें दान

इस खास महीने पर राशि अनुसार उपाय करने से साधक को दोगुना फल की प्राप्ति होती। साथ ही, धन-दौलत में वृद्धि के योग बनते हैं।

मेष राशि

मेष राशि वाले जातकों को ज्येष्ठ महीने के दौरान शुक्रवार के दिन लाल कपड़े में एक मुठ्ठी अलसी, हल्दी की गांठ के साथ बांधकर इसे तिजोरी में रख देना चाहिए। मान्यता है इससे धन प्राप्ति की राह आसान होती है। ध्यान रखें कि हर शुक्रवार को अलसी का बीज बदल दें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि वाले ज्येष्ठ महीने के दौरान शंखपुष्पी पौधे की जड़ को गंगाजल से धोकर इस पर केसर का तिलक करें। इसके बाद तिजोरी में या जहां पैसा रखते हैं वहां रख दें। ऐसा करने से व्यापार दोगुनी रफ्तार से बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति में स्थिरता देखने को मिलेगी।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों को ज्येष्ठ माह में जल में गन्ने का रस मिलाकर स्नान करना चाहिए। फिर पीपल के पेड़ में कच्चा दूध और जल चढ़ाना चाहिए। इससे सौभाग्य प्राप्ति होती है। इसके अलावा, बच्चे की बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है। यदि बच्चों को बोलने में दिक्कत है तो, उनकी वाणी में निखार आता है।

कर्क राशि

कर्क राशि के लोग ज्येष्ठ महीने में घर में सत्यनारायण की पूजा करानी चाहिए और फिर हवन करके परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। इससे बीमारियों से राहत मिलेगी और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।

सिंह राशि

सिंह राशि लोग ज्येष्ठ माह की रात जल में केसर मिलाकर मां लक्ष्मी का अभिषेक करें। मान्यता है इससे बिगड़े काम बन जाते हैं और शत्रु व विरोधी आप पर हावी नहीं होंगे।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों को इस दिन इलायची को पानी में डालकर स्नान करना चाहिए ये आपके लिए शुभ रहेगा। इसके अलावा, रात में देवी लक्ष्मी को सिंघाड़े और नारियल का भोग लगाएं। इससे कर्ज की समस्या दूर होती है।

तुला राशि

तुला राशि वाले जातकों को इस दिन घर में खीर का प्रसाद देवी लक्ष्मी को चढ़ाना चाहिए और फिर सात कन्याओं में इसे बांट देना चाहिए। ये उपाय नौकरी में चल रही परेशानियों को खत्म करने में कारगर होगा। साथ ही, इस उपाय से आय में वृद्धि के योग बनते हैं।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोगों को ज्येष्ठ मास के दौरान विष्णु सहस्त्रनाम या फिर रात में माता लक्ष्मी चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे यश, कीर्ति और ऐश्वर्य प्राप्ति होती है।

धनु राशि

धनु राशि के लोग इस महीने के दौरान कच्चे सूत के हल्दी में रंगकर बरगद के पेड़ पर लपेटें। 11 बार परिक्रमा करें और इस मंत्र का जाप करें- ब्रह्मणा सहिंतां देवीं सावित्रीं लोकमातरम्। सत्यव्रतं च सावित्रीं यमं चावाहयाम्यहम्।। इससे वैवाहिक जीवन में खुशियां आएंगी और सुयोग्य वर प्राप्त होगा।

मकर राशि

मकर राशि वालों को ग्रहों की पीड़ा से राहत पाने के लिए ज्येष्ठ मास के दौरान छाता, खड़ाऊ, लोहा, उड़द की दाल का दान करना चाहिए। साथ ही, काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। ऐसा करने से शनि की महादशा से बचा जा सकता है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लोगों को इस दिन काले तिल को पानी में डालकर स्नान करना चाहिए। बाद में तेल में सिकी पूड़ियां गरीबों में बांटना चाहिए। इससे  मानसिक, शारीरिक और आर्थिक संकट दूर होता है।

मीन राशि

मीन राशि वाले जातकों को ज्येष्ठ मास में आम के फल का दान करना चाहिए, साथ ही राहगीरों को पानी भी पिलाना चाहिए। इससे वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति व सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. जेठ का महीना कब से लगा है?

उत्तर 1.  जेठ माह की शुरुआत 22 मई 2024 से होगी और 21 जून 2024 को समाप्त होगा।

प्रश्न 2. ज्येष्ठ महीने में कौन कौन से त्योहार आते हैं?

उत्तर 2. अपरा एकादशी, प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि, ज्येष्ठ अमावस्या, निर्जला एकादशी, प्रदोष व्रत (शुक्ल), ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, संकष्टी चतुर्थी, मिथुन संक्रांति, योगिनी एकादशी।

प्रश्न 3. जेठ मास का क्या महत्व है?

उत्तर 3. इस महीने जल का विशेष महत्व होता है इसलिए इस पवित्र महीने में जल संरक्षण और पेड़-पौधों को जल देने से कई कष्टों का नाश होता है।

प्रश्न 4. ज्येष्ठ माह में क्या नहीं करना चाहिए?

उत्तर 4.  ज्येष्ठ मास के दौरान दिन के समय बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। माना जाता है कि इससे व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हो सकता है।

ये 5 राशियों की लड़कियां अपने पति और पिता के लिए होती है लकी, लाती है सुख-समृद्धि

ज्योतिष के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के जन्म स्थान, समय और नक्षत्र के अनुसार उसका नाम रखा जाता है। जिस अक्षर से नाम रखा जाता है उसी के अनुसार राशि तय होती है। इस तरह से कुल मिलाकर 12 राशियां के लोगों के नाम भिन्न-भिन्न अक्षरों से शुरू होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में कुछ ऐसे ग्रह होते हैं, जो बहुत अधिक शुभ स्थितियां बनाते है और व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें जन्मी महिलाएं अपने पति व पिता के लिए लक्ष्मी स्वरूप होती हैं। 

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हालांकि, लड़कियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है लेकिन पांच राशियों की महिलाएं अपने पिता व पति के लिए भाग्यशाली साबित होती है। साथ ही, इन महिलाओं का जीवन में आना जल्दी उन्नति और सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाती है। तो आइए इसी क्रम में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इन पांच राशि के महिलाओं के बारे में जो अपने पिता व पति के लिए लकी साबित होती हैं।

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ये पांच राशि की महिलाएं होती हैं भाग्यशाली 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। शुक्र लग्जरी, सुख और धन का कारक ग्रह है इसलिए इस राशि की महिलाएं धन के मामले में बहुत भाग्यशाली होती हैं। घर में इनके जन्म लेने से ही सुख-समृद्धि का वास होता है। ये पूरे घर के वातावरण को खुशमिजाज कर देती है। शादी से पहले तक अपने पिता के लिए काफी लकी साबित होती हैं और शादी के बाद अपने पति के लिए भी सौभाग्य लेकर आती है। ये राशि की महिलाएं दूसरों के लिए लकी चार्म तो होती है। साथ ही, इनके पास कभी भी धन की कमी नहीं होती है और अपने पिता व पति के पास भी धन की कमी नहीं होने देती है।

इसके अलावा, इस राशि के लोग एक अच्छे नेतृत्वकर्ता साबित होते हैं और अपनी नेतृत्व करने के गुण के कारण ही कार्य क्षेत्र में अन्य लोगों से ज्यादा मजबूत और ताकतवर होते हैं। परिश्रम और अपनी क्षमता के बल पर ये लोग अपने जीवन में सफल होते हैं। ये राशि भाग्यशाली भी होती है।

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कर्क राशि 

कर्क राशि के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं और ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को धन का कारक ग्रह माना गया है इसलिए इस राशि की महिला की कुंडली में यदि चंद्रमा सकारात्मक स्थिति में मौजूद है तो यह महिलाएं अपने पति के जीवन में आर्थिक और धन लाभ दिलाने वाली रहती हैं। यह महिलाएं अपने पति के जीवन में आय के अलग और मजबूत स्रोत बन जाते हैं। इसके अलावा अपने पिता के लिए भी आर्थिक मामलों में बहुत भाग्यशाली रहती हैं। जो भी व्यक्ति इस राशि की महिलाओं के संपर्क में आता है वह सुख-समृद्धि से भर जाता है।

इसके अलावा, इन जातकों की विशेषताओं के बारे में बात की जाए तो ये राशि के लोग एक अच्छे नेतृत्वकर्ता साबित होते हैं। अपनी नेतृत्व करने के गुण के कारण ही कार्य क्षेत्र में अन्य लोगों से ज्यादा मजबूत और ताकतवर होते हैं। परिश्रम और अपनी क्षमता के बल पर ये लोग अपने जीवन में सफल होते हैं।

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तुला राशि

ज्योतिष शास्त्र में तुला राशि को धन समृद्धि का प्रतीक माना गया है। इस राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और शुक्र ग्रह आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक हैं। ऐसे में, इस राशि की महिलाएं अपने पति व पिता के लिए सुख-समृद्धि, धन व सौभाग्य लेकर आती है। तुला राशि में जन्मी महिलाओं पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है इसलिए इस राशि की महिलाएं अपने पिता और पति दोनों के लिए बहुत ही भाग्यशाली रहती हैं। साथ ही, यह अपने मेहनत करने के तरीके से भी सभी का दिल जीतने में सफल होती हैं। इनकी विशेषताओं के बारे में बता करें तो, ये ईमानदारी के बल पर ही सफल होते हैं। ये लोग सोच-समझकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हैं। ये लोग दिमाग के तेज होते हैं, और परिस्थितियों के अनुसार कार्य करते हैं। अन्य राशि के जातकों के मुकाबले ज्यादा बलशाली होते हैं।

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धनु राशि 

धनु राशि के स्वामी ग्रह गुरु हैं। गुरु को भी धन का कारक ग्रह बताया गया है। यदि इस राशि की लड़कियों का लग्न धनु हो और गुरु बैठा हो तो ऐसा माना जाता है कि पूर्व जन्म में भी यह महिला इस परिवार में रही होगी। साथ ही पूर्व जन्म से भी ऐसी महिलाओं को पुण्य कार्यों का फल इस जन्म में मिलता है। साथ ही गुरु की राशि होने के कारण इन पर देवगुरु बृहस्पति की विशेष कृपा बनी रहती हैं। जिससे इनके जीवन में कभी सुख सुविधाओं और धन संपत्ति की कमी नहीं होती है।

इनकी विशेषताओं के बारे में चर्चा करें तो ये अपने जीवन में इतनी मेहनत करते हैं कि उन्हें कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। इनकी बुद्धि काफी प्रखर होती है। ये काफी सोच विचार कर निर्णय लेते हैं और उसमें सफल भी होते हैं। अपनी बात खुलकर दूसरे के सामने रख सकते हैं। दूसरे को अपनी ओर आसानी से आकर्षित करने में आगे होते हैं। जिसकी वजह से हर कोई इनसे दोस्ती करना पसंद करते हैं।

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मीन राशि

मीन राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं। गुरु की राशि होने के साथ-साथ इस राशि में जन्मी महिलाओं पर दैवीय शक्ति की विशेष कृपा होती है। इस राशि की महिलाएं न सिर्फ अपने पति व पिता के लिए ही नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए भी अच्छा भाग्य लेकर आती है और सुख-समृद्धि के द्वार खोलती हैं। साथ ही, इनकी कुंडली में गुरु यदि मजबूत स्थिति में विराजमान होते हैं तो समाज में मान-सम्मान भी खूब प्राप्त करती हैं।

इनकी विशेषताओं पर बात करें तो ये लोग पैसों के बारे में ज्यादा नहीं सोचते विचारते, फिर भी सामान्य जीवन व्यतीत करने के लिए पैसे जमा करते हैं। ये लोग नि:स्वार्थ स्वभाव के होते हैं और हर किसी की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। ये लोग हमेशा कुछ पाने की उम्मीद के बिना दूसरों की मदद करते हैं। उनके लिए प्यार किसी चमत्कार जैसा है। ये लोग प्यार में स्वार्थ बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं। उनका मानना होता है कि प्यार सिर्फ देने के नाम है।

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बुध आएंगे वृषभ राशि में, इन राशियों की सेहत पर आ सकती है आफत

मई माह में बुध ग्रह का एक महत्‍वपूर्ण गोचर होने जा रहा है। ज्‍योतिषशास्‍त्र की मानें तो इस गोचर का मानव जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ेगा। इस गोचर के कारण मनुष्‍य के जीवन के हर पहलू और क्षेत्र पर असर देखने को मिलेगा। स्‍वास्‍थ्‍य से लेकर करियर और आर्थिक जीवन से लेकर प्रेम जीवन तक पर इस गोचर का प्रभाव पड़ने वाला है।

बुध के इस गोचर के दौरान किसी राशि को सकारात्‍मक फल मिलेंगे, तो वहीं कुछ र‍ाशियों को नकारात्‍मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। इस गोचर का सभी राशियों के स्‍वास्‍थ्‍य पर भी प्रभाव पड़ेगा। कुछ राशियों के जातकों के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार आने की संभावना है, तो वहीं कुछ राशियों के लोगों की सेहत में गिरावट आने की आशंका है।

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इस ब्‍लॉग में आगे विस्‍तार से बताया गया है कि बुध का यह गोचर किस तिथि पर एवं किस रा‍शि में हो रहा है और इस गोचर से किन राशियों के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य में गिरावट आ सकती है।

कब हो रहा है बुध का गोचर

31 मई 2024 को बुध का एक महत्वपूर्ण गोचर होने जा रहा है। इस दौरान बुध वृषभ राशि में 12:02 पर प्रवेश कर जाएंगे। बुध के इस गोचर का प्रभाव देश-दुनिया और हर एक जातक पर देखने को मिलेगा लेकिन मेष राशि, कन्या राशि, मिथुन राशि, कुंभ राशि और तुला राशि के जातकों को विशेष रूप से बुध ग्रह के इस गोचर का प्रभाव महसूस होगा क्योंकि बुध की गति इन राशियों की ऊर्जा के साथ गहराई से प्रतिद्वनित होती है।

आगे जानिए कि ज्‍योतिष में बुध ग्रह का क्‍या महत्‍व होता है और मनुष्‍य के जीवन के किन क्षेत्रों पर बुध का प्रभाव पड़ता है।

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ज्‍योतिष में क्‍या है बुध ग्रह का महत्‍व

बुध ग्रह को बुद्धि का कारक माना गया है। आपके बातचीत के तरीके और दूसरों के सामने अपने  विचारों को व्‍यक्‍त करने के तरीके पर बुध ग्रह का ही प्रभाव होता है। बुध ग्रह कन्‍या और मिथुन राशि के स्‍वामी हैं और पन्‍ना रत्‍न पर इसी ग्रह का स्‍वामित्‍व है।

बुध वायु तत्‍व वाला ग्रह है और इसके प्रभाव से जातक बहुत बातूनी बन सकता है और वह कई भाषाएं सीखने में सक्षम होता है। वैदिक ज्‍योतिष में बुध को एक महत्‍वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह ग्रह आपके संचार कौशल को प्रभावित करता है।

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इन राशियों की बिगड़ सकती है सेहत

मेष राशि

मेष राशि के लोगों की सेहत की बात करें, तो इस समय आपको तटस्‍थ परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको तंत्रिका से जुड़ी परेशानियां होने का खतरा है। इसके अलावा आपको कमज़ोरी भी महसूस हो सकती है। बेहतर होगा कि आप इस समय अपनी सेहत को प्राथमिकता दें। अगर जरूरत लगे तो आप डॉक्‍टर के पास जाने में भी देरी न करें।

मेष साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों को इस गोचर के दौरान गले में संक्रमण और आंखों में जलन की शिकायत हो सकती है। आपको इस दौरान कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या होने का तो डर नहीं है लेकिन मामूली बीमारियां आपको जरूर परेशान कर सकती हैं। आपको इस समय किसी भी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

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सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों को बुध के गोचर के दौरान गले और त्‍वचा से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आपको लग रहा है कि आपकी सेहत ज्‍यादा बिगड़ रही है, तो आप डॉक्‍टर को जरूर दिखाएं और कुछ निवारक उपाय भी कर सकते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी छोटी-छोटी बातों का ध्‍यान रखकर ही आप इस समय स्‍वस्‍थ रह पाएंगे।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि

तुला राशि के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी इस गोचरकाल का समय अनुकूल नहीं रहने वाला है। आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। इसकी वजह से आपको तनाव या तंत्रिका से जुड़ी परेशानियां होने की आशंका है। इसके अलावा आपको अपनी आंखों का भी ख्‍याल रखने की सलाह दी जाती है। इस समय आपको आंखों से जुड़ी कोई समस्‍या होने का खतरा है।

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धनु रा‍शि

धनु राशि के लोगों को सेहत के मामले में इस दौरान सतर्क रहने की आवश्‍यकता है। आपको पैरों और जांघों में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसके साथ ही आपकी ऊर्जा में भी कमी आने के संकेत हैं। इसका एक कारण आपका तनाव हो सकता है। बेहतर होगा कि आप अपनी सेहत का ख्‍याल रखें और अपनी शारीरिक पीड़ा को दूर करने का प्रयास करें।

धनु साप्ताहिक राशिफल

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वृश्चिक राशि

इस गोचर के दौरान वृश्चिक राशि के लोगों को गले में इंफेक्‍शन और सिरदर्द होने की आशंका है। इस समय आप इन स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से परेशान रह सकते हैं। स्‍वस्‍थ रहने के लिए आपको सकारात्‍मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी जाती है। बुद्धिमानी और समझदारी से काम लेंगे, तो आप इस मुश्किल समय को आसानी से पार कर लेंगे।

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