दो शुभ ग्रह बृहस्पति और बुध की युति से होने जा रहा है चमत्कार, इन राशियों का साथ देगा भाग्य!

ज्योतिष में देवगुरु बृहस्पति और बुध ग्रह को बेहद शुभ माना गया है। अब यह दोनों ग्रह एक साथ नज़र आ रहे हैं। पूरे 12 साल के बाद वृषभ राशि में इन दोनों ग्रहों की युति बन रही है। जब यह दोनों ग्रह साथ आ जाते हैं तो इस दौरान कइयों की किस्मत पलट देते हैं और धन की वर्षा कर देते हैं। साथ ही, मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है और विरोधियों के चारों खाने चित हो जाते हैं। देवगुरु बृहस्पति इस समय वृषभ राशि में पहले से ही गोचर कर चुके हैं और बुध यहां 31 मई को गोचर कर चुके हैं।

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बुध ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। इन्हें व्यक्ति की तर्क शक्ति और सेंस ऑफ ह्यूमर का कारक माना जाता है। जिन जातकों की कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है ऐसे लोगों की कम्युनिकेशन स्किल बहुत गजब की होती है। ये लोग अच्छे अध्यापक, वक्ता, वकील, जज, बिजनेसमैन भी होते हैं क्योंकि बुद्ध को बिजनेस का कारक भी माना जाता है।

दूसरी तरफ देवगुरु बृहस्पति की यदि बात की जाए तो देव गुरु बृहस्पति हमारे इस ब्रह्मांड के सबसे बड़े ग्रह हैं। यह एक ऐसे ग्रह हैं जो हमारे जीवन को प्रगति की राह दिखाते हैं। इन्हें ज्ञान, कर्म, धन, पुत्र और विवाह का कारक माना जाता है। देव गुरु बृहस्पति हमारे आध्यात्मिक ज्ञान व हमारी बुद्धि को निर्देशित करते हैं और जिस जातक पर ये प्रसन्न होते हैं, उसे जिंदगी में किसी चीज की कमी नहीं रहती। साथ ही, समाज में खूब मान-सम्मान प्राप्त करते हैं। अब यह दोनों ग्रहों की युति कई राशियों के लिए शुभ साबित होगी। कुछ राशियों को इस दौरान भाग्य का साथ मिल सकता है और उन पर छप्पर फाड़ कर धन की वर्षा हो सकती है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किन जातकों को बृहस्पति और बुध की युति से लाभ होने वाला है।

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इन जातकों पर होगी बृहस्पति और बुध की कृपा 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध और बृहस्पति की युति बेहद शानदार साबित होगी। करियर के लिहाज़ से, यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपके लिए यह अवधि बहुत अधिक शानदार रहेगी। ऐसे में, आप करियर के क्षेत्र में प्रगति हासिल करने में सक्षम होंगे। व्यापार की बात करें, तो जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह इस अवधि में बहुत ही अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। मेष राशि के जातकों के आर्थिक जीवन के लिए यह अवधि बहुत अनुकूल रहेगी। इस दौरान आप लाभ कमाने के साथ-साथ धन की बचत भी कर सकेंगे। आपके रिश्ते में बहुत अधिक प्रेम देखने को मिलेगा। आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे के बेहद करीब आएंगे। साथ ही, मजबूत होगी।  

आपका स्वास्थ्य इस दौरान काफ़ी अच्छा रहेगा और ऐसे में, आप उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। आपने अपने ऊपर जो मेहनत की है वह रंग लाती हुई नज़र आएगी। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा और अपने भाग्य की वजह से आप कार्यक्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। यदि आप प्रमोशन या वेतन वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं, तो आपको सफलता मिलने की पूरी संभावना है।

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वृषभ राशि

बृहस्पति और बुध की युति वृषभ राशि के लिए धन लाभ लेकर आई है। इस अवधि आपको जीवन के हर पहलुओं पर सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। आपके करियर की बात करें, तो आपको नए अवसरों की प्राप्ति होगी और संभव है कि आपका ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा और इन यात्राओं से आपके उद्देश्यों की पूर्ति होगी। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें व्यापार की अच्छी समझ होने वजह से अच्छा ख़ासा लाभ मिलने की संभावना है। यदि आप पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे हैं तो आपको साक्षेदारी से बहुत अधिक लाभ होगा। आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, आप ज्यादा से ज्यादा धन कमाने के साथ-साथ बचत भी कर सकेंगे। 

यदि आपने कोई निवेश किया है तो आपको इस अवधि उसके अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं और यह अवधि शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए बेहतर साबित होगी। प्रेम जीवन की बात करें, तो इस दौरान आप और पार्टनर एक-दूसरे से अपने विचारों को शेयर करते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, एक दूसरे का साथ बेहतरीन समय व्यतीत करेंगे। स्वास्थ्य के लिहाज़ से आपकी सेहत इस अवधि उत्तम रहेगी और ऐसे में, आप ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करेंगे।

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तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए यह अवधि किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं साबित हो रही है। बृहस्पति और बुध की कृपा से आपको अधिक से अधिक यात्रा करने का अवसर प्राप्त होगा। यदि आप विदेश जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो उस अवधि आप उड़ान भरेंगे। इसके अलावा, आप आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक झुकाव रखेंगे और धर्म-कर्म के कामों में आगे बढ़ेंगे। आपके करियर की बात करें, तो इस राशि के नौकरीपेशा जातकों के लिए यह अवधि अनुकूल रहेगी और आपको नौकरी के नए अवसरों की प्राप्ति होगी। 

जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह इस अवधि में अच्छा लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। तुला राशि के जातकों के आर्थिक जीवन के लिए इस समय को अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि आप धन कमाने के साथ-साथ पैसों की बचत कर सकेंगे। प्रेम जीवन के लिहाज़ से, यह अवधि आपके और पार्टनर के रिश्ते को आगे बढ़ाने का काम करेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से, तुला राशि के जातक इस अवधि में अच्छी सेहत का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति और बुध की युति बहुत अधिक अनुकूल साबित हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, आपके जीवन में बिना किसी चुनौतियों के आगे बढ़ेंगे और आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। कुंभ राशि वालों के करियर के लिए यह अवधि अनुकूल साबित होगी। ऐसे में, आप अपने काम से संतुष्ट दिखाई देंगे। इस राशि के जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह काफी लाभ कमाने में सक्षम होंगे और फलस्वरूप, आपको संतुष्टि महसूस होगी। 

आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपको बाहरी स्रोतों के माध्यम से अप्रत्याशित धन की प्राप्ति होगी जिसके चलते आप बचत करने में भी सक्षम होंगे। प्रेम जीवन की बात करें तो आपके और पार्टनर के बीच आकर्षण बना रहेगा और इस वजह से आपके रिश्ते में मधुरता देखने को मिलेगी। साथ ही, आप इस अवधि का भरपूर आनंद लेने में सक्षम होंगे। स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आप उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। इसके फलस्वरूप, आप जोश और उत्साह से भरे रहेंगे। 

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. बृहस्पति और बुध एक साथ होने पर क्या होता है?

उत्तर 1. बुध और बृहस्पति की युति के तहत पैदा हुए व्यक्तियों में बुद्धि, जिज्ञासा और आशावाद का मिश्रण होता है।

प्रश्न 2. क्या बुध और बृहस्पति का शत्रु है?

उत्तर 2. बुध और बृहस्पति दोनों तटस्थ हैं।

प्रश्न 3. बुध ग्रह मजबूत होने से क्या होता है?

उत्तर 3. कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होने पर जातक को जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल होता है।

प्रश्न 4. बुध और गुरु की युति से कौन सा योग बनता है?

उत्तर 4. मान्यता है कि बुध और गुरु की युति से नवपंचम राजयोग का निर्माण होता है।

अगले साल तक बृहस्पति रहेंगे वृषभ में, इन राशियों पर बरसाएंगे अपनी कृपा; धन की नहीं होगी कमी!

बृहस्पति गोचर 2024: वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को शुभ एवं लाभकारी ग्रह माना जाता है जो कि लगभग एक वर्ष में अपना राशि परिवर्तन करते हैं इसलिए इनकी चाल, दशा या स्थिति में बदलाव देखने को मिलता है, तो इसका प्रभाव संसार के सभी प्राणिंयों को प्रभावित करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, जब देवगुरु बृहस्पति की शुभ दृष्टि किसी राशि या भाव पर पड़ती है, तब भी व्यक्ति को सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है। इसी प्रकार, एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको रूबरू करवाएगा कि बृहस्पति गोचर 2024 से किन राशियों को होगा फायदा। साथ ही तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस विशेष लेख की और सबसे पहले जानते हैं कि गुरु ग्रह के गोचर की तिथि और समय के बारे में। 

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बृहस्पति गोचर 2024: तिथि एवं समय 

जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि गुरु ग्रह का गोचर एक वर्ष के बाद होता है और यह पिछले महीने यानी कि 01 मई, की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर कर गए थे और अब यह इस राशि में अगले साल 14 मई 2025 तक विराजमान रहेंगे। बता दें कि वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और ऐसे में, बृहस्पति देव के पूरे एक साल तक शुक्र की राशि में रहने पर यह कुछ राशि के जातकों को सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। इस एक साल के दौरान गुरु देव वक्री, अस्त, उदय और मार्गी भी होंगे। ऐसे में, यह कुछ राशि वालों के जातकों के जीवन में परिवर्तन लेकर आ सकते हैं। आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं कि बृहस्पति किन राशियों के जीवन को खुशियों से भर देंगे।

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2025 तक गुरु ग्रह इन राशियों के जीवन को भर देंगे धन-धान्य, सुख एवं संपत्ति से  

मेष राशि 

मेष राशि वालों के लिए गुरु ग्रह का वृषभ राशि में गोचर फलदायी साबित होगा। इस अवधि में लंबे समय से रुके या अटके हुए काम बनने लगेंगे। साथ ही, धन-संपदा में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। बता दें कि मेष राशि के जातकों के लिए गुरु महाराज आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में नौवा भाव भाग्य का होता है और वृषभ राशि में गोचर करके 2025 तक यह आपकी राशि के दूसरे भाव में रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी। इन लोगों के बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी होगी जिसके चलते आप धन की बचत करने में भी सक्षम होंगे। 

इस राशि के लोगों का समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और पारिवारिक जीवन में भी परिवार के सदस्यों में प्रेम बना रहेगा। साथ ही, परिवार में आपको कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उनका बिज़नेस तेज़ी से आगे बढ़ेगा और आपके काफ़ी समय से रुके हुए प्रोजेक्ट अब पूरे हो सकते हैं। मेष राशि के दूसरे भाव में उपस्थित बृहस्पति की दृष्टि आपके  छठे, आठवें और दसवें भाव पर होगी। इसके फलस्वरूप, इन लोगों को पुराने कर्ज से आज़ादी मिलेगी। मेष राशि के छात्र शिक्षा में अपार सफलता हासिल करेंगे और नए-नए दोस्त बनाते हुए भी दिखाई देंगे। करियर में भी आप ऊंचाइयां छूएंगे, तो वहीं आप पार्टनर के साथ कीमती समय बिताएंगे।

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वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए बृहस्पति देव आपकी कुंडली में आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके पहले/लग्न भाव में मौजूद होंगे और इसके फलस्वरूप, इन जातकों के लिए गुरु देव शुभ फल लेकर आएंगे। अगर आपका संबंध रिसर्च, ज्योतिष या गुप्तचर से जुड़े क्षेत्रों से है, तो आप ख़ूब सफलता हासिल करेंगे। साथ ही, आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और इस समय को आपकी आर्थिक स्थिति के लिए भी अच्छा कहा जाएगा।

गुरु आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी होने की वजह से आपको अच्छा ख़ासा धन लाभ करवाएंगे। इन लोगों को आय में वृद्धि के नए स्रोत प्राप्त होंगे। लेकिन, आपको सेहत को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आपका प्रेम और वैवाहिक जीवन गुरु महाराज के आशीर्वाद से प्रेम से गुलज़ार रहेगा। जिन जातकों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं चल रही थी, अब वह दूर हो जाएंगी। इसके विपरीत, गुरु ग्रह की नौवीं दृष्टि भाग्य भाव पर पड़ने से आपके धार्मिक यात्राओं पर जाने के योग बनेंगे और ऐसे में, आप खुश एवं संतुष्ट दिखाई देंगे। 

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कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु महाराज आपके नौवें व छठे भाव के स्वामी हैं जो कि वृषभ राशि में गोचर करके आपके ग्यारहवें भाव में जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, इन जातकों की किस्मत का तारा बुलंदियों पर होगा और आपकी इच्छाओं के पूरे होने में जो समस्याएं आ रही थी, अब वह दूर हो जाएंगी। इस राशि के छात्र पढ़ाई में खूब प्रसिद्धि हासिल करेंगे और साथ ही, बृहस्पति देव जीवन के विभिन्न आयामों में कामयाबी दिलाने का काम करेंगे। समाज में आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। 

इन जातकों के अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रिश्ते मधुर बने रहेंगे। यह जातक करियर के क्षेत्र में ख़ूब सफलता प्राप्त करेंगे। साथ ही, बृहस्पति देव की ग्यारहवें भाव में दृष्टि आपके तीसरे, पांचवें और सातवें भाव पर पड़ रही होगी। इसके फलस्वरूप,  अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको कारोबार में अच्छा मुनाफा मिलेगा। इन लोगों के भाई-बहनों के साथ संबंधों में मिठास बनी रहेगी और आपके जीवन में जो परेशानियां चल रही थी, अब उनका अंत हो जाएगा। गुरु गोचर की अवधि में आप पर्याप्त मात्रा में पैसा कमाने में सक्षम होंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए देव गुरु आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, गुरु का यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि इस अवधि में व्यापार में नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, नौकरी में तरक्की और काम में की गई मेहनत के लिए सराहना मिलने के योग बनेंगे। यह जातक काम को पूरा करने में जितनी भी मेहनत करेंगे, उसे वरिष्ठों द्वारा सराहा जाएगा। 

आर्थिक जीवन के लिए यह समय निवेश के लिए बेहतरीन रहेगा और आपको ख़ूब लाभ की प्राप्ति होगी। आपको पैतृक संपत्ति मिलने या फिर अचानक से लाभ होने की संभावना है। साथ ही, आप आर्थिक रूप से स्थिर होंगे। गुरु आपके प्रेम जीवन में मिठास घोलने का काम करेंगे और ऐसे में, आप पार्टनर के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं जिससे आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. गुरु ग्रह किस राशि के स्वामी है?

उत्तर 1. बृहस्पति देव मीन और धनु राशि के स्वामी हैं। 

प्रश्न 2. वृषभ राशि में गुरु कब तक रहेंगे?

उत्तर 2. गुरु ग्रह01 मई 2024 से लेकर 14 मई 2025 तक वृषभ राशि में रहेंगे।

प्रश्न 3. बृहस्पति ग्रह को कैसे प्रसन्न करें?

उत्तर 3. गुरुवार को व्रत करने से और भगवान विष्णु जी की पूजा करने से गुरु ग्रह प्रसन्न होते हैं।

12 जून को शुक्र करेंगे बुध की राशि में परिवर्तन, मिथुन सहित इन 5 राशियों की होगी हर इच्छा पूरी!

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचर का बहुत अधिक महत्व है। प्रत्येक ग्रह एक निश्चित समय पर गोचर करते हैं। इसकी क्रम में आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक ग्रह शुक्र गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में शुक्र मजबूत होने पर जातक को कई शानदार परिणाम प्राप्त होते हैं। साथ ही, भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे जातक अपने जीवन में हमेशा शीर्ष पर पहुंचते हैं। शुक्र देव को वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त हैं। वहीं, राशि चक्र की अंतिम राशि मीन में शुक्र उच्च के होते हैं। इसके लिए मीन राशि के जातकों को जीवन में कभी सुखों का अभाव नहीं होता है।

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वर्तमान समय में शुक्र देव वृषभ राशि में विराजमान हैं और जल्द ही बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करेंगे। शुक्र के राशि परिवर्तन का प्रभाव वैसे तो सभी 12 राशियों पर पड़ेगा लेकिन पांच राशियों को इस दौरान बेहद शुभ फलों की प्राप्ति होगी। तो आइए, जानते हैं कौन सी है यह पांच राशियां, जिन्हें इस दौरान शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

शुक्र के गोचर की समय अवधि

शुक्र देव 12 जून की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इस दौरान 18 जून को आर्द्रा और 28 जून को पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर करेंगे। इस राशि में शुक्र देव 24 दिनों तक रहेंगे। इसके बाद 07 जुलाई को मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे।

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शुक्र के गोचर से इन पांच जातकों को होगा लाभ

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी है और यह आपके पहले भाव में गोचर करेंगे। शुक्र का गोचर आपके लिए बहुत अधिक शानदार साबित होगा। इस दौरान आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी और आपकी सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। आप इस दौरान ज्यादा यात्रा पर जाने की इच्छुक नजर आएंगे। करियर की बाद करें तो आपको अधिक मान-सम्मान प्राप्त होगा और आपके वरिष्ठ आपके काम की सराहना करते हुए नज़र आएंगे। यही नहीं आपके प्रयासों और मेहनत को देखते हुए आपको प्रमोशन या वेतन में वृद्धि के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। 

यदि आपका खुद का बिज़नेस हैं तो आप उच्च लाभ प्राप्त करेंगे और खुद को एक अच्छे व्यवसायी के रूप में स्थापित करने में कामयाब होंगे। इस अवधि में आप कई स्रोत से धन अर्जित कर सकते हैं जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही आपका कोई पुराना निवेश भी इस अवधि में आपको लाभ देकर आर्थिक तौर पर मजबूत कर सकता है। पैतृक संपत्ति से भी लाभ होने के योग बन रहे हैं। रिश्ते के संदर्भ में आप अपने जीवन साथी के साथ रिश्ते में सामंजस्य से बनाए रखने में कामयाब होंगे और एक-दूसरे के साथ बेहतर संबंध बनाएंगे। आपका स्वास्थ्य भी इस अवधि शानदार रहेगा।

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सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहा हैं। शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते आपके विकास में सफलता दिलाएगा। आपके करियर की बात करें तो, इस अवधि में आप बेहतर नौकरी की संभावना को स्वीकार करते हुए नौकरी बदल सकते हैं। जो नौकरी की तलाश में हैं उनके लिए भी यह समय अनुकूल रहने की संभावना है क्योंकि उन्हें इस अवधि के दौरान अच्छी नौकरियों के प्रस्ताव मिल सकते हैं। साथ ही, जो जातक किसी नए व्यवसाय को शुरू करने की योजना बना रहे हैं उन्हें इस अवधि में काम शुरू करने पड़ जल्दी सफलता मिल सकती है। इसके अलावा, आपको अच्छा इन्सेंटिव प्राप्त हो सकता है और साथ ही वह जातक जो नौकरीपेशा हैं उनके वेतन में वृद्धि भी हो सकती है। वह जातक जो स्वयं का व्यवसाय करते हैं उन्हें इस अवधि के दौरान अच्छा लाभ प्राप्त होने की संभावना है।

आर्थिक मोर्चे पर इस अवधि में बेहतर नतीजे प्राप्त हो सकते हैं। जो पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे हैं। इस दौरान आपको अपने भागीदार के मदद व मेहनत से अच्छा मुनाफा होने की संभावना है। आपकी कड़ी मेहनत का आपको फल मिल सकता है और आपकी आय में बढ़ोतरी होने की भी संभावना है जिसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आपके लिए जमीन या किसी प्रॉपर्टी में पैसा निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है। रिश्ते के मोर्चे पर आप अपने जीवन साथी के साथ अच्छा तालमेल बनाए रखने में कामयाब होंगे। साथ ही, आपका स्वास्थ्य भी शानदार रहेगा।

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दसवें भाव में स्थित होने जा रहा है। शुक्र का गोचर आपको अधिक धन प्राप्त करने और सौभाग्य दिलाने में सहायक साबित होगा। करियर की बात करें तो जो जातक अपने कारोबार के विस्तार की दिशा में किसी भी प्रकार की नई नीतियों को लागू या कारोबार में निवेश करने की सोच रहे हैं यदि इस अवधि में अपनी इस योजना को लागू करते हैं तो उन्हें अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। 

व्यावसायिक मोर्चे पर आप अपने व्यवसाय से ज्यादा मुनाफा कमाएंगे और इसमें आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। पैसों के मोर्चे पर आपके प्रोत्साहन और भत्तों से अधिक लाभ मिलने की संभावना है। कोशिश करेंगे तो आप धन संचित करने में भी सफल रहेंगे। रिश्ते के मोर्चे पर आप अपने साथी के साथ अधिक जुड़ाव बनाए रखने में कामयाब होंगे। स्वास्थ्य के संदर्भ में आप उत्साह के दम पर उत्तम स्वास्थ्य का लुफ्त उठाएंगे। वहीं जो जातक फ्रेशर्स हैं, उन्हें इस दौरान अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। आर्थिक मोर्चे पर, आप अपने सुख-सुविधाओं पर खर्च करते नजर आ सकते हैं। हालांकि आपकी मजबूत आर्थिक स्थिति की वजह से इन खर्चों का आपके आर्थिक जीवन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ने की संभावना है।

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धनु राशि

शुक्र के मिथुन राशि में गोचर के दौरान धनु राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा क्योंकि शुक्र आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। इसके परिणामस्वरूप आपको जीवन के हर पहलुओं पर बेहतरीन परिणाम प्राप्त होंगे। आप अपनी नौकरी या पेशे में बदलाव कर सकते हैं। इसकी वजह से आपके करियर में कुछ बड़े बदलाव आने की भी संभावना है।  आपके करियर में आने वाले इन बदलावों के सकारात्मक नतीजे आपको प्राप्त हो सकते हैं और आपके भाग्य में वृद्धि हो सकती है। इस अवधि के दौरान धनु राशि के जातकों की वेतन वृद्धि और पदोन्नति के योग बन रहे हैं। वह जातक जो स्वयं का व्यवसाय करते हैं उन्हें इस अवधि में कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं जो उन्हें व्यवसाय में सफलता दिलाएगी।

आर्थिक जीवन की बात करें तो, यदि आप इस दौरान जमीन या फिर विदेश से जुड़ा कोई निवेश करें तो यह आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इसके अलावा, धनु राशि के वे जातक जो पर्यटन से जुड़ा कोई व्यापार कर रहे हैं, इस अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। प्रेम जीन के लिहाज से, आपको पार्टनर से सच्चा प्यार मिलेगा। अगर प्रेम प्रसंग में कोई खटपट हो गई है, तो आने वाले समय में रिश्ता मधुर हो सकता है। दोनों विवाह के लिए सहमत हो सकते हैं। साथ ही रिश्ते को नया आयाम दे सकते हैं। माता-पिता की सहमति मिल सकती है। प्रेम प्रसंग के लिए समय बेहद अनुकूल है।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों को शुक्र के गोचर से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी क्योंकि कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहा है। इस अवधि आपको अधिक मेहनत करने और बेहतर पैसा कमाने के नए रास्ते मिल सकते हैं। नौकरी की तलाश कर रहे कुंभ के जातकों के लिए भी यह समय अनुकूल रहने की संभावना है क्योंकि इस दौरान आपको अपनी मनपसंद संस्था या संगठन में काम करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। आप अपने काम के प्रति समर्पित और ऊर्जावान रह सकते हैं। इस अवधि में कुंभ राशि के जातक अपने शत्रुओं और विरोधियों पर पूरी तरह से हावी रह सकते हैं। साथ ही, आप अपने कार्य कौशल और कड़ी मेहनत से अपने साथियों व सहकर्मियों पर गहरा छाप छोड़ने में कामयाब रह सकते हैं।

आर्थिक जीवन की बात करें तो आपको पुरखों की किसी संपत्ति से फायदा मिलने के भी योग बन रहे हैं। फ्रीलांस कार्य कर रहे जातक और व्यवसायियों को इस दौरान गुप्त स्रोतों से आमदनी हो सकती है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति बहुत अधिक मजबूत रहेगी। यह अवधि सट्टा बाजारों में अपनी किस्मत आजमाने और कई स्रोतों से पैसा कमाने के कई अवसर लेकर आ सकता है। प्रेम जीवन की बात करें तो आपको अपने पार्टनर का पूरा साथ मिलेगा और आप एक-दूसरे के साथ बेहतर समय व्यतीत करेंगे। साथ ही, कुंभ राशि के जातक अपने पार्टनर को कोई उपहार दे सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से आप बेहतर महसूस करेंगे और जो तकलीफों से आप पहले परेशान थे, उन सबसे आपको छुटकारा मिलेगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. शुक्र का गोचर कब हो रहा है?

उत्तर 1. शुक्र देव 12 जून की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

प्रश्न 2. शुक्र का गोचर कितने समय के लिए होता है?

उत्तर 2.  शुक्र के गोचर की अवधि लगभग 23 दिन की होती है यानी यह एक राशि में 23 दिनों तक स्थित रहता है और फिर दूसरी राशि में गोचर करता है।

प्रश्न 3. शुक्र ग्रह की पहचान कैसे करें?

उत्तर 3. शुक्र सबसे चमकीला ग्रह है और इसे आसानी से देखा जा सकता है जब सूर्य क्षितिज पर नीचा हो।

प्रश्न 4. शुक्र की मित्र राशि कौन सी है?

उत्तर 4. वृषभ और तुला राशि शुक्र की मित्र राशि है।

शुक्र के मिथुन में आने से इन राशियों का गोल्डन पीरियड होगा शुरू- सुख समृद्धि में होगा इजाफा!

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुखों, विलासिता, सुंदरता आदि का कारक ग्रह माना जाता है। यह ग्रह 12 जून को मिथुन राशि में प्रवेश करने वाला है। स्वाभाविक सी बात है शुक्र का यह गोचर सभी राशियों को प्रभावित अवश्य करेगा। 

आपकी राशि पर इसका क्या असर पड़ने वाला है और इस दौरान शुक्र के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए आप क्या कुछ उपाय कर सकते हैं इन्हीं सभी बातों की जानकारी आप तक पहुंचाने के लिए हमने यह विशेष ब्लॉग तैयार किया है। तो चलिए जान लेते हैं शुक्र के इस गोचर से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी।

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शुक्र का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?

सबसे पहले बात करें शुक्र के मिथुन राशि में इस गोचर के समय की तो शुक्र का यह गोचर 12 जून से 7 जुलाई तक रहेगा। अर्थात शुक्र इस गोचर के दौरान मिथुन राशि में 12 जून से 7 जुलाई तक रहने वाले हैं। समय की बात करें तो इस गोचर के दौरान शुक्र 18:15 बजे मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएगा।

शुक्र के गोचर से कैसे मिलेंगे परिणाम?

मिथुन राशि में शुक्र का गोचर आपको खुशियां प्राप्त करने, इच्छाओं की पूर्ति के लिहाज से अनुकूल रहेगा। इस अवधि में आध्यात्मिकता की ओर आपका झुकाव बढ़ेगा और आपके सामाजिक संबंधों में भी वृद्धि आएगी। इस गोचर के प्रभाव से आप जीवन में अच्छी चीज़ें हासिल करना चाहेंगे, आपके लिए किसी एक भावना या फिर कार्य पर टिके रहना कठिन साबित होगा क्योंकि शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके जुनून में उतार चढ़ाव लेकर आ सकता है। 

इस गोचर के दौरान आमतौर पर जातकों के अंदर लापरवाही भरा रवैया, मौज मस्ती, पसंद और चुलबुलाहट देखने को मिलेगी। नए दोस्त बनाना, नए लोगों से जुड़ना और एक गंभीर रिश्ते में प्रतिबद्धता के लिए यह एक आदर्श समय साबित होगा। आप अपने प्रेम जीवन, खूबसूरती और आर्थिक स्थिति पर ज्यादा ध्यान देंगे। संचार आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और आप इस अवधि में सामाजिक रहने वाले हैं। 

हालांकि कोई भी निर्णय लेते समय आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता पड़ेगी अन्यथा जल्दबाजी में गलती होने की उच्च संभावना है।

आज का गोचर

रिश्तों पर कैसा पड़ेगा शुक्र के गोचर का असर? 

चूंकि वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम संबंधों के लिए जिम्मेदार माना जाता है ऐसे में बात करें शुक्र के इस गोचर के रिश्ते पर पड़ने वाले प्रभाव की तो मौजूदा रिश्तों में मिथुन राशि में शुक्र के इस गोचर से बढ़ावा देखने को मिलेगा क्योंकि यह उज्जवल और वायु ऊर्जा पार्टनर्स को एक दूसरे के बारे में उन सभी चीजों को फिर से खोजने में मददगार साबित होगी जो आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगा। 

हालांकि गोचर के दौरान कुछ संघर्षपूर्ण रिश्ते समाप्त भी हो सकते हैं। अर्थात जिन रिश्तों में यह स्पष्ट हो चुका है कि उनका प्यार कहीं खो चुका है ऐसे में मिथुन राशि की ऊर्जा ऐसे रिश्तों को खत्म करने में सहायक साबित होगी। इसके अलावा इस अवधि में रिश्तों में बढ़ी हुई ईर्ष्या भी नजर आने वाली है।

कपल होरोस्कोप

आर्थिक पक्ष पर कैसा रहेगा शुक्र गोचर का प्रभाव 

आमतौर पर शुक्र के गोचर का असर आर्थिक पक्ष पर भी देखने को मिलता है। ऐसे में इस गोचर का हमारे आर्थिक जीवन पर क्या असर पड़ेगा इसकी बात करें तो, जब शुक्र मिथुन राशि में गोचर करता है तो पैसों के प्रति व्यक्ति के अंदर एक आसान रवैया नजर आता है। ऐसे में इस दौरान लोग अपने वित्त को लेकर थोड़ा लापरवाही भरा रवैया दिखा सकते हैं। 

धन संचित करने या एक उचित बजट बनाने का प्रयास करने के लिए यह समय अनुकूल नहीं रहने वाला है। हालांकि मिथुन राशि की चतुराई जातकों के अंदर नजर आ सकती है और इस दौरान वित्त से संबंधित कुछ ऐसे फैसले लेने में आपको मदद मिल सकती है जो आपके वित्त को बढ़ाएंगे।

नक्षत्र कैलकुलेटर

सारांश: शुक्र का यह गोचर मजेदार, लापरवाह और हल्के फुल्के संबंध बनाने के लिए बेहद ही यादगार रहने वाला है। यह यादें बनाने, नए दोस्तों से मिलने के लिए भी अनुकूल समय साबित होगा। मिथुन राशि में शुक्र के गोचर के दौरान डेटिंग करना रोमांचक साबित होगा फिर यह डेटिंग चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन। अगर आप सिंगल हैं तो इस अवधि में आपके जीवन में अप्रत्याशित बदलाव नज़र आ सकते  हैं और उच्च संभावना है कि आपकी कोई दोस्ती अचानक से रोमांस में बदल सकती है।

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर- राशिफल और उपाय 

शुक्र के मिथुन राशि में इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या और कैसा प्रभाव पड़ने वाला है। साथ ही जानेंगे के दौरान किए जाने वाले उपायों की भी जानकारी। 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें घर का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे घर का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवे और बारहवें घर का स्वामी है और आपके ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और अब आपके ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र चंद्र राशि के संबंध में तीसरे और दसवें घर का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और आठवें घर का स्वामी है और आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें और बारहवें घर का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और चंद्र राशि के संबंध में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव का स्वामी है और चंद्र राशि के संबंध में….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है और अब आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें घर का स्वामी है और चंद्र राशि के संबंध में ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1:  शुक्र का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर: शुक्र का यह गोचर 12 जून को 18:15 बजे होगा जब शुक्र मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएगा।

प्रश्न 2: ज्योतिष में शुक्र ग्रह का क्या महत्व होता है?

उत्तर:  ज्योतिष में शुक्र ग्रह की बात करें तो कुंडली में मजबूत शुक्र जीवन में सभी आवश्यक संतुष्टि, अच्छा स्वास्थ्य और व्यक्ति को मजबूत दिमाग प्रदान करता है। 

प्रश्न 3: शुक्र गोचर के दौरान मीन राशि के लोगों को क्या उपाय करने चाहिए?

उत्तर: मीन राशि के जातक गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए 6 महीने की पूजा करें।

गुरु करेंगे कृतिका नक्षत्र के चौथे पद में प्रवेश, इन राशियों के जीवन का स्वर्णिम दौर होगा शुरू!!

वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है जो कि देवताओं के गुरु भी कहे जाते हैं। इसकी चाल, दशा एवं स्थिति में होने वाला छोटे से छोटा बदलाव संसार को प्रभावित करता है। बता दें कि बीते 29 मई 2024 को बृहस्पति देव कृतिका नक्षत्र के चौथे पद में गोचर कर गए हैं और ऐसे में, इस गोचर का प्रभाव राशि चक्र की सभी राशियों पर पड़ेगा। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको गुरु के कृतिका नक्षत्र के चौथे पद में गोचर से होने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और जानते हैं सभी राशियों पर इसका प्रभाव।

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बृहस्पति का कृतिका नक्षत्र के चौथे पद में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और प्रभाव 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर धन-संपत्ति में वृद्धि लेकर आएगा, विशेष रूप से अगर आपका अपना व्यापार है। इस दौरान आपके नए संपत्ति या कोई महंगी वस्तु खरीदने के योग बनेंगे। आपका संचार कौशल मज़बूत होगा और आपकी बात करने की क्षमता प्रभावी रहेगी। ऐसे में, यह पब्लिक प्लेटफार्म में बोलने, मोलभाव करने आदि गतिविधियों के लिए फलदायी साबित होगी क्योंकि इसके माध्यम से आप लोगों को अपनी बात समझाने और उनका दिल जीतने में सक्षम होंगे। लेकिन, आपको अपने रिश्ते परिवार के सदस्यों या भाई-बहनों के साथ मधुर बनाने में समस्याएं आ सकती हैं। धन-संपत्ति की वजह से विवाद का सामना भी करना पड़ सकता है इसलिए आपको धैर्य बनाए रखना होगा।

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों को गुरु गोचर की अवधि स्वयं पर काम करने, अपनी कमियों को सुधारने और आत्मसम्मान को मज़बूत बनाने का अवसर देगी। इस दौरान आप ऊर्जावान और जोश से भरे रहेंगे जिसका इस्तेमाल आप नई-नई रुचियों को विकसित करने, नई चीज़ों को सीखने या नियमित रूप से व्यायाम करने में करेंगे। आपका व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा जिससे आपके जीवन में एक नए रोमांटिक सफर के शुरू होने की संभावना है। लेकिन, आपको किसी भी तरह के टकराव से बचना होगा। गुरु की दृष्टि आपको मुंहफट या फिर दूसरों को जज करने वाला बना सकती है जिससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं इसलिए इससे से बचें।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए यह अवधि आध्यात्मिक प्रगति और स्वयं को जानने-समझने की दृष्टि से अच्छी कही जाएगी, लेकिन आपको समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। सकारात्मक रूप से आप मानसिक शांति का अनुभव करेंगे जो कि आपको व्यक्तिगत एवं आध्यात्मिक प्रगति के मार्ग पर ले जाएगा। गुरु गोचर की अवधि आध्यात्मिक सफर की शुरुआत करने या सेमिनार में भाग लेने के लिए उत्तम रहेगी। हालांकि, इन लोगों को धन, कानून या अज्ञात शत्रुओं से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। बृहस्पति कभी-कभी आपको अति आत्मविश्वासी या फिर लापरवाह बनाने का काम कर सकते हैं इसलिए आपको सतर्क रहना होगा। 

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए गुरु गोचर आर्थिक रूप से अच्छा रहेगा और इसके परिणामस्वरूप, आप उन योजनाओं या सपनों को पूरा कर सकेंगे जो काफ़ी समय से आप करना चाहते थे। जो जातक व्यापार करते हैं या आपकी खुद की कंपनी है, तो आपको अच्छा ख़ासा लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे। लेकिन, जल्दबाज़ी में फैसला लेने से बचें और साथ ही, सावधान रहें। बेकार के कामों में पैसे न खर्च करें क्योंकि गुरु देव आपको लापरवाही से पैसा खर्च करने वाला बना सकते हैं। इस अवधि में आपको अपने लक्ष्य या अपने सपने पूरे करने के अवसर मिलेंगे, लेकिन जोश में आकर होश खोने से बचें।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए इस अवधि को करियर में प्रगति हासिल करने और बेहतरीन काम के बल पर अपनी एक अलग पहचान बनाने की दृष्टि से शानदार कहा जाएगा। लेकिन, फिर भी आपको सावधानी के साथ योजना बनाकर ही आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। इन जातकों को प्रमोशन, नौकरी में बदलाव या व्यापार के क्षेत्र में नए अवसर मिलने के संकेत हैं। आपके कड़ी मेहनत के बल पर सराहना या कोई रिवॉर्ड मिलने की संभावना है। हालांकि, आपको हर काम बहुत ध्यान से करना होगा और लापरवाही से बचना होगा, अन्यथा आपकी नौकरी जा सकती है। वही, जो व्यापार करते हैं, उनके रिश्ते खराब हो सकते हैं।  गुरु देव आपको घमंडी भी बना सकते है जिसके चलते आपका सहकर्मियों या बॉस के साथ विवाद हो सकता है।

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कन्या राशि

गुरु का कृतिका नक्षत्र के चौथे पद में गोचर कन्या राशि वालों के लिए प्रगति और आध्यात्मिक खोज का समय होगा। इस दौरान, आप उच्च शिक्षा हासिल करने, सेमिनार या वर्कशॉप में शामिल होने या फिर कोई नई स्किल सीखने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। यह अवधि पेशेवर और निजी जीवन में प्रगति के नए रास्ते खोलेगी। अगर आप किसी कोर्स में एडमिशन लेने के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं, तो आप इस समय ऐसा कर सकते हैं। गुरु के इस गोचर के दौरान आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और ऐसे में आप खुद को जानने-समझने का प्रयास करते हुए दिखाई देंगे। 

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए यह समय बड़ा बदलाव लेकर आ सकता है। हालांकि, यह अवधि आपके लिए कठिन भी रह सकती है जो आपकी परीक्षा लेने का काम करेगी। इस दौरान आप गूढ़ विज्ञानं जैसे ज्योतिष, अंकशास्त्र आदि विषयों के बारे में जानना पसंद करेंगे। जैसे कि हम बता चुके हैं कि यह गोचर कोई बड़ा परिवर्तन लेकर आएगा और ऐसे में, किसी करीबी से आपका रिश्ता टूटना, नौकरी जाना या फिर आर्थिक हानि आदि समस्याओं का आपको सामना करना पड़ सकता है। इन परिस्थितियों को आपके लिए मुश्किल कहा जाएगा, लेकिन यह विकास के अवसर भी साबित हो सकते हैं। साथ ही, गुरु गोचर पैतृक संपत्ति, निवेश और सट्टेबाजी के माध्यम से आपको धन लाभ करवा सकता है।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए गुरु गोचर की अवधि रिश्तों को मज़बूत बनाने या नए रिश्ते में आने के लिए श्रेष्ठ रहेगी। गुरु ग्रह की ऊर्जा आत्म सम्मान और सहयोग से संबंधित होने की वजह से आपकी दूसरों के साथ बात करने की क्षमता में सुधार आएगा। इस अवधि में आपको जीवनसाथी, बिज़नेस पार्टनर या करीबी दोस्तों के साथ रिश्ते को दोबारा बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा। लेकिन, आपको प्रियजनों पर बहुत ज्यादा निर्भर होने से बचना होगा। गुरु ग्रह आपको कभी-कभी ओवर कॉंफिडेंट बना सकते हैं या फिर आप में अनुशासन की कमी दिखाई दे सकती है जिसके चलते आप निराश या धोखे का शिकार हो सकते हैं।

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए गुरु गोचर की अवधि आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करेगी। ऐसे में, आप स्वयं को फिट बना सकते हों। हालांकि, आपको अपने खानपान से लेकर स्वास्थ्य पर बेहद ध्यान देने की सलाह दी जाती हैं, तभी आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हो सकेंगे। लेकिन, व्यायाम और खानपान सीमा में ही करें। इस दौरान आपको नौकरी में प्रमोशन या नौकरी में बदलाव भी देखने को मिल सकता है, विशेषकर उन्हें जिनका संबंध हेल्थ, सर्विस या केयरगिविंग से है। इसके विपरीत, गुरु की यह स्थिति आपके जीवन में समस्याओं को बढ़ाने का काम कर सकती हैं या पुरानी समस्या दोबारा सामने आ सकती है जो आपके धैर्य की परीक्षा ले सकती है। 

मकर राशि

मकर राशि के लिए गुरु का यह गोचर खुद को जानने-समझने का समय होगा। साथ ही, इस दौरान आप ख़ुश रहेंगे। इन जातकों की रचनात्मकता और खुद को व्यक्त करने की क्षमता में वृद्धि होगी जो कि आर्ट, लेखन या किसी अन्य तरीके से हो सकती है। इस अवधि में आपको अपनी रुचियों को आगे ले जाने का सुनहरा मौका मिलेगा। लेकिन, आपको ध्यान रखना होगा कि अपना सारा ध्यान इन पर ही केंद्रित करके जीवन के दूसरे महत्वपूर्ण पहलुओं को नज़रअंदाज़ न करें। प्रेम जीवन के लिए भी गुरु गोचर को अच्छा कहा जाएगा क्योंकि नए रिश्ते में आने के अवसर मिलेंगे और जो पहले से रिश्ते में हैं, उनके साथ आप रिश्ता मज़बूत कर सकेंगे। यह समय संतान पक्ष के लिए भी उत्तम रहेगा चाहे फिर वह शिशु का जन्म हो, शिक्षा में मिलने वाली सफलता हो या संतान के साथ रिश्ते में सुधार हो। 

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कुंभ राशि

गुरु गोचर की अवधि कुंभ राशि वालों के पारिवारिक जीवन के लिए शुभ रहेगी। इस दौरान सदस्यों के साथ रिश्ते बेहतर होंगे और आप परिवार का माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आपका सारा ध्यान एक सुखद और प्रेम से पूर्ण पारिवारिक माहौल का निर्माण करने पर केंद्रित होगा। यह समय मौजूदा घर को सुधारने, नए घर में प्रवेश करने या परिवारजनों के साथ रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए अच्छा रहेगा। हीलिंग और जीवन में कोई बड़ा बदलाव करने के लिए भी समय उपयुक्त रहेगा। लेकिन, इस दौरान आपको धैर्य रखना होगा क्योंकि कोई पुराना घाव दोबारा ताज़ा हो सकता है और ऐसे में, आप भावुक हो सकते हैं। 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए गुरु का गोचर व्यक्तिगत विकास, शैक्षिक जीवन और करीबियों के साथ रिश्ते बेहतर बनाने की दृष्टि से अनुकूल रहेगा। इस अवधि में आप अपनी स्किल्स को बढ़ाना चाहेंगे फिर चाहे वह क्लास, ट्रेनिंग या रीडिंग के माध्यम से हो। निजी और पेशेवर जीवन में प्रगति के नए मार्ग प्रशस्त होंगे। इस दौरान परिवार के सदस्यों या भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते मज़बूत होंगे। लेकिन, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि किसी भी तरह के विवाद या मतभेद में न पड़ें, क्योंकि गुरु ग्रह की ऊर्जा दुश्मनी या गलतफहमियों को बढ़ाने का काम कर सकती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. क्या कृतिका नक्षत्र शुभ है?

उत्तर 1. वैदिक ज्योतिष में कृतिका नक्षत्र को सबसे शुभ एवं शक्तिशाली माना जाता है। 

प्रश्न 2. कृतिका नक्षत्र के देवता कौन हैं?

उत्तर 2. अग्नि देव को कृतिका नक्षत्र के स्वामी माना गया है। 

प्रश्न 3. बृहस्पति किस राशि के स्वामी हैं?

उत्तर 3. गुरु ग्रह को धनु और मीन राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं। 

 

Rahu’s Presence In This House Can Maximize Your Wealth!

Rahu is a shadow planet in the north node of the Moon and this planet holds great importance in Vedic Astrology because it represents the work of our past lives and the unfulfilled goals as well. 

Rahu is considered to be the planet of expansion and passion. It inspires one to achieve or attain the things that one should not have morally but still, they wish to have those things near them. It is a kind of planet that creates a desire to achieve something that can’t be achieved. Apart from this, Rahu also excites a person to use shortcuts to get things done. 

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There are 12 houses in a birth chart and the effect of Rahu is unique in each house.  In this blog, we have laid an in-depth impact of this planet in all 12 houses. Along with this, we are also going to tell you some astrological remedies to please Rahu. 

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Impact Of Rahu In Each House Of The Birth Chart 

It’s time to uncover the impacts of Rahu in each house of the birth chart; 

First House 

The presence of Rahu in the first house infuses a strong desire in a person to achieve success and popularity. Their personality becomes attractive but they have to hustle or struggle hard to create an identity for themselves. 

Second House 

When Rahu is in the second house, the person runs after materialistic happiness and stability. They have to face certain challenges or uncertainties in their financial life and they always have a yearning to invest in the share market. 

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Third House 

If Rahu sits in this house, a person has a strong desire and ambition to achieve success and get recognition. Their communication skills and networking skills are excellent but they have to face hard times to set up good relations with their siblings. 

Fourth House 

This placement of Rahu makes one want emotional security and stability. They stay worried about the atmosphere at their home and get tense about their family situation. 

Fifth House 

When Rahu is in the fifth house, the interest of the natives is high in creative things. They want to express themselves and make a name for themselves. These natives like to indulge in the stock market and may have to witness uncertainties in their love life. 

Sixth House 

If Rahu is in the sixth house, then the natives may have to face challenges and hindrances in their day-to-day lives. They may have to face several health issues because they stay stressed and worried all the time. Apart from this, they work more than their ability. 

Seventh House 

Rahu in this house creates a strong desire for relationships and partnerships. There can be a significant change in their married life and some problems can arise as well. 

Eighth House 

The presence of Rahu in the eighth house may increase a person’s interest in magic or esoteric science. A sudden change can come into their life and they are mysterious in nature and like to take risks. 

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Ninth house 

Whenever Rahu is present in this house, the native desires to grow spiritually and gain knowledge. They can question traditional beliefs and can adopt unconventional paths for higher knowledge and philosophy. 

Tenth House

Rahu’s presence in the tenth house infuses a strong sense of achieving success and creating identity. These people are ambitious but they have to face challenges and controversies in their career. 

Eleventh House

When Rahu is in the eleventh house, it makes the person ambitious and they have a desire to make an identity for themselves or get success in the society. They make new friends all of a sudden while their old friends leave their side.

Twelfth House

Rahu in this house makes a native walk on the path of salvation and spirituality. These people feel confused and they stay attracted to hidden activities. 

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Rahu Have Made These People Successful 

When Rahu is placed in the third, sixth, and eleventh house, it provides great results to a native. Rahu was present in the third house of the birth chart of Dhirubhai Ambani and during Rahu Mahadasha, he became the biggest entrepreneur in the world. 

Mahatma Gandhi also had Rahu in his birth chart at 10th position and that’s why, he was honored as the “Father of the Nation.”

Rahu is in the twelfth house of the birth chart of legendary singer Aasha Bhosle.  The actor Sanjay Dutt and legendary singer, Lata Mangeshkar also share the same placement of Rahu in their birth chart. 

Baba Ramdeva and Osho Rajneesh also had Rahu in their birth chart in the eleventh house which as a result got them popularity. 

Remedies To Appease Rahu 

According to Vedic Astrology, if Rahu is in an inauspicious position or it is giving inauspicious results then the person may have to go through a lot of challenges and hindrances in their life. Nevertheless, there are still some astrological remedies that can lessen the negative impacts of Rahu. In this blog further, we have listed all those remedies down! 

  • You can take an astrological consultation for a gemstone based on the position of Rahu in your birth chart. 
  • Chant the Rahu mantra or get Rahu Shanti Pooja done. The mantra to pacify Rahu is ‘Om Bhraam Bhraam Bhraum Sah Rahave Namah’.
  • Donate coconut oil and mustard oil in the temple of Rahu on Saturday. It is believed that this remedy makes Rahu happy and its negative effects are reduced. 
  • Donate on Saturdays. Offer help to orphans or the needy and poor people.
  • To lessen the negative effects of Rahu or get his blessings, you can also chant its Beej Mantra. 
  • You should worship Sarasvati and recite Durga Chalisa. Rahu can also be pacified by these measures.
  • To wash away the negativity of Rahu and bring happiness to life, one can also chant “Gayatri Mantra”. 
  • Avoid wearing blue clothes. 
  • Rotate the coconut seven times over your head in the opposite direction and then float it in the flowing or running water. 
  • Take a bath by adding coffee powder to the bath water.

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Frequently Asked Questions 

What will happen if Rahu is in the 12th house? 

Rahu in the 12th house can indicate involvement in foreign affairs, spiritual pursuits, or hidden enemies. 

In which house is Rahu Powerful? 

Rahu is powerful in the 3rd, 5th, 6th, 7th, 9th, 10th, and 11th houses.

Which color is lucky for Rahu? 

Black is the color that represents Rahu and is considered lucky as well. 

ख़त्म हुआ मंगल-राहु की युति से बना अंगारक योग, यह राशियां अब लेंगी राहत की सांस!

ज्योतिष शास्त्र में सभी नौ ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। ऐसे में, ग्रहों के राशि परिवर्तन कई तरह के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है जो मनुष्य जीवन को अच्छे-बुरे दोनों तरह के फल प्रदान करने में सक्षम होते हैं। इसी क्रम में, युद्ध के देवता के नाम से विख्यात मंगल ग्रह ने मेष राशि में गोचर कर लिया है जिसकी वजह से अंगारक योग का प्रभाव समाप्त हो गया है। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको अंगारक योग के खत्म होने से किन राशियों को राहत मिलेगी, इस बारे में जानकारी प्रदान करेगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन राशियों के बारे में। 

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

कब बना था अंगारक योग?

बता दें कि साहस और पराक्रम के कारक ग्रह मंगल 01 जून 2024 को मीन राशि से निकलकर अपने स्वामित्व वाले मेष राशि में प्रवेश कर गए हैं। मेष राशि में मंगल के गोचर के साथ ही मीन राशि में बनने वाले अंगारक योग पिछले दिनों समाप्त हो चुका है। मंगल महाराज मेष राशि में 12 जुलाई 2024 तक रहेंगे और इसके बाद वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे। 

वहीं, जब मंगल ग्रह मीन राशि में विराजमान थे, उस समय राहु के साथ युति करने से अंगारक योग निर्मित हुआ था। जब किसी राशि में राहु-मंगल एक साथ आते हैं, तब अंगारक योग का निर्माण होता है जिसे ज्योतिष में शुभ नहीं माना जाता है। राहु मीन राशि में मौजूद हैं जिस कारण से मंगल के मीन राशि में रहते हुए अंगारक योग का निर्माण हुआ था। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

क्या होता है अंगारक योग के बनने से?

अंगारक योग को कुछ राशि के जातकों के लिए अशुभ रहा था। अब 01 जून को मंगल के मेष में प्रवेश से राहु-केतु की युति से बनने वाला अंगारक योग की समाप्ति हो गई है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, अगर किसी की कुंडली में एक साथ एक राशि में मंगल और राहु दोनों ग्रह मौजूद होते हैं, उस समय अंगारक योग बनता है। कुंडली में इस अशुभ योग के बनने से जातक को कई तरह की समस्याओं और हानि का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक को गुस्सा अधिक आता है और उसमें हिंसक प्रवृति देखने को मिलती है। लेकिन, इस योग के खत्म होने से कुछ राशियों का भाग्य चमक सकता है। अब झूम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किन राशियों की पलट सकती है किस्मत। 

कुंडली में राजयोग कबसे? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब

अंगारक योग के खत्म होने से इन राशियों की चमकेगी किस्मत 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर अपनी स्वयं की राशि मेष में हुआ है जो कि आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। मंगल महाराज अब मेष राशि में मौजूद रहेंगे और ऐसे में. आपके रास्ते में आने वाली समस्याओं में पहले की तुलना में कमी आएगी। करियर के क्षेत्र में आपको मनमुताबिक परिणामों की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपकी आर्थिक स्थिति में भी मजबूती देखने को मिलेगी और धन लाभ के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। अगर आपका व्यापार पार्टनरशिप में हैं, तो आपको बिज़नेस में सफलता मिलने के साथ-साथ लाभ भी प्राप्त होगा। इन जातकों को जीवनसाथी और परिवार के सदस्यों का हर कदम पर साथ मिलेगा।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए अंगारक योग की समाप्ति फलदायी रहेगी। मंगल के मेष में प्रवेश से अंगारक योग का प्रभाव खत्म हो गया है और ऐसे में, अब सिंह राशि के जातकों को अच्छा ख़ासा लाभ मिल सकेगा। मंगल देव गोचर करके आपके नौवे भाव में विराजमान होंगे और यह कुंडली में भाग्य का भाव होता है। ऐसे में, आपको इस समय अपने भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। इसके फलस्वरूप, इन जातकों के रुके हुए सभी काम बनने लगेंगे और आपको कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। सिंह राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आने की संभावना है। साथ ही, आपका पारिवारिक जीवन सुख-शांति से पूर्ण बना रहेगा।

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कर्क राशि

कर्क राशि वालों का नाम भी उन राशियों में शामिल हैं जिनके लिए अंगारक योग की समाप्ति शुभ रहेगी। इन जातकों को इस योग के खत्म होने से सबसे अधिक लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही, मंगल का मेष राशि में गोचर बेहद शुभ रहेगा। करियर हो या व्यापार, दोनों में ही आपको अपार सफलता मिलने के योग बनेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें अच्छे लाभ मिलने के आसार है। नौकरी करने वाले जातकों को नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, अगर आपने धन-संपत्ति से जुड़ी कुछ योजनाएं बनाई हैं, तो अब वह पूरी होंगी।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. अंगारक योग कैसे बनता है?

उत्तर 1. जब राहु और केतु एक साथ एक राशि में आते हैं, तब अंगारक योग बनता है।

प्रश्न 2.  किन राशियों को अंगारक योग खत्म होने से लाभ मिलेगा?

उत्तर 2. मेष, सिंह और कर्क राशि वालों को अंगारक योग खत्म होने से फायदा होगा।

प्रश्न 3. मंगल ग्रह का मेष राशि में गोचर कब हुआ है?

उत्तर 3. मेष राशि में मंगल का गोचर 01 जून 2024 को हुआ है।

सूर्य का गोचर मेष सहित इन 4 जातकों के लिए रहेगा शुभ; ये दो राशि के जातक हो जाए सावधान!

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का मिथुन राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रभाव से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को सूर्य के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस ब्लॉग में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे। बता दें कि सूर्य 15 जून 2024 को बुध के स्वामित्व वाली राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

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ज्योतिष में, सूर्य व्यक्ति के व्यक्तित्व, जीवन शक्ति और अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सबसे महत्वपूर्ण खगोलीय पिंडों में से एक माना जाता है, जो आत्मा , इच्छाशक्ति, अधिकार, नेतृत्व गुण, पिता या पिता के तुल्य, और सरकार या उच्च पदों के कारक होते हैं। किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य की स्थिति का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जीवन में कुछ ऐसे पहलू भी हैं जिस पर सूर्य की स्थिति का भी प्रभाव पड़ता है।

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: तिथि व समय

ज्योतिष में मान-सम्मान, उच्च पद और नेतृत्व क्षमता के कारक ग्रह व ग्रहों के राजा सूर्य 15 जून 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट पर बुध द्वारा शासित राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। बुध और सूर्य मित्र राशि हैं इसलिए मिथुन सूर्य की मित्र राशि है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि सूर्य का मिथुन राशि में गोचर से देश-दुनिया पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा। बता दें कि सूर्य 15 जुलाई 2024 तक मिथुन राशि में ही विराजमान रहेंगे।

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मिथुन राशि में सूर्य: विशेषताएं

जब किसी भी जातक की जन्म कुंडली में सूर्य मिथुन राशि में विराजमान होते हैं, तो यह व्यक्ति के व्यक्तित्व में कई बड़े बदलाव लेकर आता है। मिथुन राशि बुध द्वारा शासित एक वायु तत्व की राशि है, जो संचार, बुद्धि, बहुमुखी प्रतिभा और जिज्ञासा के कारक है। मिथुन राशि में सूर्य आमतौर पर बौद्धिक क्षमता का प्रतीक है, इसके परिणामस्वरूप मिथुन राशि में सूर्य की मौजूदगी से व्यक्ति जिज्ञासु प्रवृत्ति का होता है और मानसिक रूप से चुस्त होता है। ऐसे जातक विभिन्न विषयों को सीखने और उसका आनंद लेने में विश्वास करते हैं। इन लोगों एक से ज्यादा चीज़ों में रुचि रखते हैं। मिथुन एक परिवर्तनशील राशि है, जो अनुकूलनशीलता का संकेत देती है।

मिथुन राशि में सूर्य वाले लोग भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में भी घुल मिल जाते हैं। ये लोग ऐसे वातावरण में रहना पसंद करते हैं, जहां त्वरित सोच और बहुमुखी प्रतिभा की आवश्यकता होती है। मिथुन राशि में सूर्य के जातक आमतौर पर मिलनसार होते हैं और विभिन्न प्रकार के लोगों के साथ बातचीत करना और समय बिताना इन्हें पसंद होता है। वे अक्सर पार्टी में आकर्षण का केंद्र होते हैं और अपने ज्ञान और सेंस ऑफ ह्यूमर से दूसरों को अपनी ओर आकर्षित कर देते हैं। कुल मिलाकर, मिथुन राशि में सूर्य बुद्धि, अनुकूलनशीलता, संचार कौशल और विविधता और सीखने की क्षमता प्रदान करता है। 

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहे हैं। सूर्य के इस गोचर से आपकी यात्राओं के योग बनेंगे। छोटी दूरी की अनेक यात्राएं होने लगेंगी। साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन शासन और प्रशासन से आपको अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। आपके कार्यों में उनका समर्थन रहेगा और अच्छे लोगों से आपकी मेल मुलाकात होगी। आपकी प्रशासनिक और नेतृत्व क्षमता में बढ़ोतरी होगी। आर्थिक मोर्चे पर भी यह समय उन्नति दायक साबित होगा। हालांकि, भाई-बहनों के साथ तालमेल बिठाने के लिए आपको कुछ प्रयास जरूर करने होंगे लेकिन, वह आपकी सभी बातों को ध्यान पूर्वक समझेंगे और उन्हें महत्व देंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर कई मामलों में बहुत लाभदायक होगा। सूर्य का ग्यारहवें भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है। आपको सफलताएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। जिस काम को आप करना चाहेंगे, वह काम आपको प्रशंसा भी दिलाएगा, लोकप्रियता भी दिलाएगा, लोगों से आपको आगे रखेगा और आपकी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति कराएगा। इस दौरान प्रबल धन लाभ के योग बनेंगे। आपको समाज के प्रतिष्ठित और सम्मान प्राप्त लोगों से मेल मुलाकात का अवसर मिलेगा और आपके आपसी संबंध सुधरेंगे। प्रेम संबंधों में यह समय कई बदलाव लेकर आ सकता है।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहा है। यह गोचर आपके करियर के लिए बहुत अधिक अनुकूल रहेगा और आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते दिखेंगे। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वे लोगों से कम कराने में सक्षम होंगे और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में भी आपको सफलता मिलेगी। कुछ बड़े लोगों के साथ मिलकर काम करने का मौका मिलेगा जिससे व्यावसायिक बाधाएं दूर होंगी। व्यवसायिक यात्राओं के दौरान थोड़ी सावधानी बरतें और किसी से व्यर्थ में उलझने से बचें। इस गोचर के प्रभाव से आपको जीवन साथी के माध्यम से कोई लाभ प्राप्त हो सकता है।

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मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आठवें भाव के स्वामी है। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है। हालांकि मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य एक हानिकारक ग्रह है, लेकिन सूर्य का यह गोचर इन लोगों के लिए सकारात्मक साबित होगा। आपको आर्थिक लाभ होगा। यदि आपने पहले कोई कर्ज लिया है तो उससे आपको राहत मिलेगी। इस दौरान आप अपने पुराने कर्जों से मुक्ति पा सकेंगे और पूरी तरह कर्ज मुक्त हो जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपको राहत और संतुष्टि मिलेगी। सूर्य के गोचर से नौकरी में आपकी स्थिति मजबूत होगी। आपको वित्तीय स्थिरता प्राप्त होगी और आप जिन वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे, उन पर काबू पाने में सक्षम होंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए यह एक अच्छा समय है और यदि आप अपनी नौकरी बदलना चाहते हैं या नई नौकरियों के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होगा। सूर्य आपके लाभ, सामाजिक दायरे और समृद्धि के ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। इस दौरान लंबी यात्राओं के योग बनेंगे लेकिन यात्राओं के दौरान थोड़ी सावधानी भी बरतनी आवश्यक होगी अन्यथा शारीरिक और मानसिक समस्याएं सामने आ सकती हैं। तीर्थ यात्रा करने में आपको सफलता मिलेगी। ईश्वर की शरण में जाकर मानसिक शांति प्राप्त होगी। नौकरी करने वाले लोगों को स्थानांतरण के आदेश हो सकते हैं।

आपके कार्यों में कुछ विलंब हो सकता है। पारिवारिक सदस्यों, मित्रों और भाई बहनों से संबंध उतार-चढ़ाव के बीच सुधारते हुए नजर आएंगे। आपको जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए थोड़ा प्रयास अधिक करना होगा और थोड़ा संघर्ष करना होगा, तब जाकर आपको सफलता मिलेगी। सूर्य का यह गोचर चुनौतियों को दरकिनार कर निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके दसवें भाव के स्वामी हैं। सूर्य का मिथुन राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। दसवें भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता है, इसलिए इस अवधि में आपको बहुत अधिक सावधान बरतने की आवश्यकता होगी। अनैतिक कार्यों में आपका नाम शामिल हो सकता है और उसके कारण आपकी मानसिक शांति भंग हो सकती है। 

हालांकि, आप बाद में इस स्थिति से बाहर निकलने में सफल रहेंगे लेकिन वर्तमान समय में आपको मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और समाज में आपका नाम भी खराब हो सकता है। इसलिए इस दौरान आपको सावधान रहना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि अधिक पैसा कमाने के लालच में गलत रास्ता चुनने से बचें और धन अर्जित करने के लिए सही मार्ग पर चलें, भले ही आमदनी कम क्यों न हो। इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। सूर्य के गोचर के परिणामस्वरूप, पारिवारिक माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है इसलिए घर में सुख शांति बनाए रखने की कोशिश करें।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: सरल उपाय

  • रविवार को गुड़, गेहूं और तांबे का दान करें।
  • रविवार को छोड़कर प्रतिदिन तुलसी के पौधे को जल दें।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • अक्सर लाल और नारंगी रंग पहनें।
  • प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल दें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

प्रश्न 1. सूर्य मिथुन राशि में कब गोचर करेगा?

उत्तर. सूर्य 15 जून 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे।

प्रश्न 2. क्या मिथुन राशि सूर्य के लिए अच्छा स्थान है?

उत्तर. हां, मिथुन सूर्य के लिए मित्र राशि है।

प्रश्न 3. सूर्य को किस भाव में दिग्बल प्राप्त होता है?

उत्तर.  सूर्य कोदसवें भाव में दिग्बल प्राप्त है।

प्रश्न 4. सूर्य को मजबूत करने वाले रत्न कौन से हैं?

उत्तर. सूर्य को मजबूत करने के लिए माणिक्य रत्न धारण करें।

बुध की राशि में आएंगे शुक्र, इन राशियों की पलटेगी किस्‍मत, प्रमोशन के साथ बढ़ेगी सैलरी

वैदिक ज्‍योतिष में शुक्र को प्रेम और भौतिक सुखों का कारक माना गया है। यह स्‍त्री तत्‍व वाला ग्रह है जो प्रेम और आकर्षण का प्रतीक है। अब 12 जून को शाम 06 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं। इस राशि में शुक्र 07 जुलाई तक रहेंगे और इसके बाद वे कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे।

शुक्र के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है और यह जीवन के विभिन्‍न पहलुओं को प्रभावित करता है। इस बार जो शुक्र का राशि परिवर्तन हो रहा है, उससे कुछ राशियों के करियर में अपार उन्‍नति होने की संभावना है।

इस ब्‍लॉग में हम आपको आगे विस्‍तार से बता रहे हैं कि शुक्र के मिथुन राशि में आने पर किन राशियों के लोगों के करियर में प्रग‍ति आने के संकेत हैं।

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इन राशियों का करियर होगा बेहतर

मेष राशि 

मेष राशि के लिए शुक्र दूसरे और सातवें घर के स्वामी हैं और अब वह आपके तीसरे घर में गोचर करने जा रहे हैं। आप अपने करियर में बेहतर संभावनाओं की तलाश में नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं। ऐसा कर के आप अपने करियर को लेकर संतुष्‍ट महसूस करेंगे। व्‍यापारियों को अपनी रणनीतियों में कुछ बदलाव कर के मुनाफा होने की उम्‍मीद है।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लिए शुक्र पहले और छठे घर के स्वामी हैं और अब वह आपके दूसरे घर में गोचर करने जा रहे हैं। करियर के मामले में वृषभ राशि के लोगों को अपार सफलता मिलने की संभावना है। यह गोचर नौकरीपेशा लोगों के लिए बहुत शुभ और लाभकारी सिद्ध होगा।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन राशि 

मिथुन राशि के लिए शुक्र पांचवे और बारहवें घर के स्वामी हैं और अब वह आपके पहले घर में गोचर करने जा रहे हैं। आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी और आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। आपको अपने कार्यक्षेत्र में खूब नाम और शोहरत मिलेगी। आप इसका भरपूर लाभ उठाएंगे।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए शुक्र तीसरे और दसवें घर के स्वामी हैं और अब वह आपके ग्यारहवें घर में गोचर करने जा रहे हैं। आप अपने प्रयासों की मदद से सफलता प्राप्‍त करेंगे और विकास करेंगे। करियर में आपको कोई बड़ी सफलता मिलने के आसार हैं। इसके साथ ही आप अपने कार्यक्षेत्र में अपनी पहचान बना पाने में भी सफल होंगे।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके दसवें घर में गोचर करने जा रहे हैं। आपको अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिलेगा। इसके साथ ही आप खूब धन कमाएंगे। नौकरीपेशा जातक सिद्धांतों पर चलने वाले व्‍यक्‍ति के रूप में अपनी छवि बनाएंगे। आपको अपने कार्यक्षेत्र में नए और शानदार अवसर मिलने की भी संभावना है।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि 

तुला राशि के लिए शुक्र पहले और आठवें घर के स्वामी हैं और अब वह आपके नवम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आप अपने करियर में प्रगति पाने के लिए नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं। आपको ऑन साइट अवसर मिलने की भी संभावना है। इस प्रकार आप अपने करियर में तरक्‍की करेंगे।

तुला साप्ताहिक राशिफल

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कुंभ राशि 

कुंभ राशि के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके पंचम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आप अपनी बुद्धि का उपयोग करके विकास की ओर अग्रसर होंगे। करियर के क्षेत्र में आप अपने पराक्रम और काबिलियत के दम पर अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे। इससे आपको करियर में उन्‍नति प्राप्‍त करने में मदद मिलेगी।

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शुक्र का करियर से संबंध

यदि शुक्र दशम भाव का स्‍वामी हो या दशम भाव के स्‍वामी के साथ उच्‍च राशि में स्थित हो, तो व्‍यक्‍ति एक श्रेष्‍ठ कलाकार बन सकता है। वह संगीतकार बन सकता है और उसकी सिनेमा की ओर अधिक रुझान हो सकता है। शुक्र से प्रभावित लोग कवि, पेंटर, कपड़ों के व्‍यापारी और टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री, कपड़ा बनाने, परफ्यूम, वाहन बेचेने या बनाने आदि का काम कर सकते हैं।

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शुक्र को शांत करने के उपाय

शुक्र ग्रह को प्रसन्‍न एवं शांत करने के लिए आप निम्‍न उपाय कर सकते हैं:

  • मां लक्ष्‍मी और मां जगदम्‍बा की पूजा करें।
  • भगवान परशुराम की पूजा करने से भी लाभ होता है।
  • आप श्री सूक्‍त का पाठ करें।
  • सफेद और गुलाबी रंगों का प्रयोग करें।
  • अपने पार्टनर, जीवनसाथी और प्रत्‍येक महिला का आदर करें। किसी भी स्थिति में इनका अपमान न करें।
  • शुक्र से संबंधित चीज़ों जैसे कि योगर्ट, खीर, परफ्यूम, रंगीन कपड़ों, चांदी और अनाज आदि का दान करें।

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अक्‍सर पूछे जाने प्रश्‍न

प्रश्‍न. शुक्र के साथ कौन से करियर जुड़े हैं?

उत्तर. फैशन, सौंदर्य, कला, संगीत और मनोरंजन आदि।

प्रश्‍न. करियर के लिए शुक्र को मज़बूत कैसे बनाएं?

उत्तर. सफेद कपड़े पहनें और 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

प्रश्‍न. नौकरी कौन सा ग्रह दिलाता है?

उत्तर. शनि देव को नौकरी का कारक ग्रह माना गया है।

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साल 2025 की शुरुआत में ही इन राशियों को रहना होगा सतर्क, व्यापार-करियर में हो सकती है हानि!

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सभी ग्रह एक निश्चित समय पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। इसी क्रम में शनि ग्रह सबसे मंद गति से चलने वाला ग्रह है। शनि ढाई साल बाद अपनी राशि में परिवर्तन करते हैं और इसके राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ता है। ढाई साल के बाद गोचर करने के परिणामस्वरूप राशियों के ऊपर शनि का प्रभाव रहता है वह लंबे समय तक रहता है। 

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शनि ग्रह को न्याय का देवता भी कहा जाता है। यह व्यक्ति को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि एक राशि में दोबारा आने के लिए करीब 30 वर्ष का समय लेते हैं। मौजूदा समय में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान हैं और 2024 तक ये इसी राशि में रहेंगे। शनि 29 मार्च 2025 को अपनी स्वराशि और मूल त्रिकोण राशि कुंभ से निकलकर देव गुरु बृहस्पति के स्वामित्व वाली राशि मीन में गोचर करेंगे। शनि के गोचर करते है इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन कुछ राशियों को इस दौरान जीवन में काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कौन सी है वह राशियां।

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शनि के गोचर से इन राशियों को रहना होगा सावधान

मिथुन राशि

शनि के गोचर से मिथुन राशि के जातकों के साहस में कमी आ सकती है। करियर की बात करें तो इस अवधि आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ने के संकेत हैं जिसके चलते आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि इस दौरान आप में से कुछ लोग नौकरी से हाथ धो सकते हैं जबकि कुछ जातक अच्छे वेतन की चाह में नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं जो आपके लिए सफलता लेकर आएगी। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस अवधि में बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि आप लक्ष्यों के साथ-साथ मनचाहा मुनाफा पाने में नाकाम रह सकते हैं। 

आर्थिक दृष्टि से देखें तो आपके खर्चे बढ़ने के संकेत हैं। धन से जुड़ा कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले आपको अच्छे से सोच-विचार करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपको नुकसान होने की आशंका है। इस अवधि आपका व्यवहार साथी के प्रति अति संवेदनशील हो सकता है और इस वजह से आप उनके साथ रिश्ते को सुखद बनाने में असफल हो सकते हैं। आपको अपनी सेहत का बहुत अधिक ध्यान देना होगा क्योंकि सर्दी-खांसी की चपेट में आ सकते हैं जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों को इस अवधि करियर के क्षेत्र में कुछ अनचाही परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप, कार्यक्षेत्र में आप पर काम का बोझ बहुत ज्यादा हो सकता है और संभव है कि आपको वरिष्ठों का सहयोग भी न मिले। इस दौरान आपको नौकरी के नए अवसर मिलेंगे, लेकिन संभव है कि इनसे आप असंतुष्ट दिखाई दें। यदि आप खुद का व्यापार करते है, तो आर्थिक रूप से मज़बूत होने के लिए बिज़नेस में आपको सतर्क रहना होगा, अन्यथा आपके व्यापार में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। 

शनि गोचर के दौरान आपको अपने पार्टनर के साथ कुछ अप्रिय परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। आप दोनों के बीच पैदा हुई इन समस्याओं की वजह अहंकार हो सकता है। ऐसे में, इन जातकों को रिश्ते में प्रेम और सौहार्द बनाए रखने के लिए रिश्ते में चल रही परेशानियों को दूर करना होगा। अच्छी बात यह है कि इस दौरान आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं आएगी। लेकिन, आपको एलर्जी या सर्दी-खांसी आदि रोग परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको संतान की सेहत पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देने की सलाह दी जाती है। 

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के करियर की बात करें तो इस राशि के जो जातक नौकरी करते हैं, उनका बार-बार अलग-अलग जगहों पर स्थानांतरण हो सकता है या उनके मन में नौकरी बदलने का विचार प्रबल हो सकता है। ऐसे में, आप असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं। इस दौरान आपको हर काम की योजना बनाकर चलना होगा क्योंकि आप पर काम का बोझ अधिक हो सकता है।

आर्थिक जीवन की तो, आप औसत रफ़्तार से धन कमाएंगे। यदि आप अच्छा ख़ासा पैसा कमाने में सक्षम भी होंगे, तब भी आप धन की बचत नहीं कर पाएंगे। वहीं, आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आप पार्टनर के साथ रिश्ते में प्रेम बनाए रखने में असफल रह सकते हैं। आशंका है कि रिश्ते में कुछ समस्याएं बनी रह सकती हैं जिन्हें सुलझाने में आप नाकाम रहें। इन सब परिस्थितियों को दूर करने के लिए आपको रिश्ते में तालमेल बिठाना होगा। स्वास्थ्य को लेकर आपको थोड़ा सतर्क रहना होगा क्योंकि इस अवधि में आंखों, दांतों और कान आदि से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आंखों में जलन की शिकायत हो सकती है और इन जातकों को अपने पार्टनर की सेहत पर काफ़ी पैसा करना पड़ सकता है।

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वृश्चिक राशि

शनि गोचर के दौरान वृश्चिक राशि के जातकों को व्यक्तिगत विकास की राह में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, इसके चलते आपको विभिन्न क्षेत्रों में गिरावट देखने को मिल सकती है। संभव है कि इस दौरान आपको भाग्य का साथ भी न मिले इसलिए आप जीवन में दूसरों की तुलना में पीछे छूट सकते हैं जिसके चलते आप असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं। करियर के क्षेत्र में नौकरी करने वाले जातक स्वयं को मिलने वाले काम से ज्यादा संतुष्ट न दिखाई दें। आपके सामने ऐसी परिस्थितियां आ सकती हैं जहां आपको बेकार के कारणों की वजह से नौकरी बदलनी पड़ सकती हैं और यह आपके लिए चिंता का सबब बन सकती है। 

आपको आर्थिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आपके ऊपर ख़र्च बढ़ने की आशंका है। घर-परिवार की काफ़ी जिम्मेदारियां आपके कंधों पर होने की वजह से आपको पैसा उधार या फिर लोन लेना पड़ सकता है। संभव है कि इस दौरान आप धन की बचत न कर पाएं। जिन जातकों का अपना व्यापार है उनके लिए यह अवधि ज्यादा अनुकूल साबित होती नज़र नहीं आ रही है। इस अवधि में उन लोगों को हानि उठानी पड़ सकती है जिनका अपना बिज़नेस है। इसके अलावा, आपको पार्टनर के साथ तनाव या मतभेद का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह आप दोनों के बीच आपसी समझ की कमी हो सकती है। साथ ही, आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो सकती है और ऐसे में, आपको सर्दी-खांसी और त्वचा से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 

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मकर राशि

मकर राशि के जातक जीवन में चलने वाली चीज़ों को लेकर नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, आपको घर-परिवार के साथ भी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। करियर के लिहाज़ से, इस राशि के जो जातक नौकरी करते हैं, वह कार्यस्थल में अपनी योग्यता साबित करने में नाकाम रह सकते हैं। हो सकता है कि आप नौकरी में मिलने वाले लक्ष्यों को पूरा न कर पाएं और आप कोई बड़ी उपलब्धि भी हासिल न कर सकें। साथ ही, आप पर नौकरी में दबाव हो सकता है। जिन जातकों का खुद का व्यापार है आशंका है कि उन्हें इस अवधि प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटना पड़ सकता है। साथ ही, बिज़नेस पार्टनर के साथ आपको समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं। 

जब आर्थिक जीवन की बात करें, तो धन से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। हालांकि, इस दौरान आपके खर्चों के साथ-साथ आय भी बढ़ सकती हैं। आपको पार्टनर के साथ परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है जिसकी वजह रिश्ते में मौजूद अहंकार होने की आशंका है। इस अवधि तनाव की वजह से आपको पैरों में जोड़ों में दर्द की समस्या रह सकती है। साथ ही, खानपान भी सोच-समझकर करना होगा क्योंकि पाचन से जुड़े रोग भी जन्म ले सकते हैं। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. शनि का कौन सा गोचर अच्छा है?

उत्तर 1. तीसरे भाव में शनि का गोचर शुभ माना जाता है। इस समय परिस्थितियाँ जातक के अनुकूल होती नजर आ रही हैं।

प्रश्न 2. कौन सी राशि पर शनि चल रहा है?

उत्तर 2.  शनि मौजूदा समय में अपनी स्वराशि कुंभ में विराजमान हैं।

प्रश्न 3. शनि का गोचर कब होगा?

उत्तर 3. शनि मार्च 2025 में देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन में गोचर करेंगे।

प्रश्न 4. शनि का गोचर कितनी बार होता है?

उत्तर 4. शनि को संपूर्ण राशि चक्र में भ्रमण करने में 28 से 30 वर्ष लगते हैं।