गंगा दशहरा 2024: राशि अनुसार उपाय जो चमकाएंगे भाग्य और देंगे अक्षय पुण्य!

गंगा दशहरा 2024 (Ganga Dusshera 2024) का त्यौहार हिंदू धर्म में इतनी महत्व क्यों रखता है? इस दिन क्या कुछ अनुष्ठान किए जाते हैं? वर्ष 2024 में गंगा दशहरा का यह पर्व कब मनाया जाएगा? आपके इन्हीं सभी सवालों का जवाब लेकर एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपके सामने पेश है। 

आगे बढ़ने से पहले बात कर लेते हैं कि, इस वर्ष गंगा दशहरा कब मनाया जाएगा। तो दरअसल वर्ष 2024 में गंगा दशहरा का यह पावन पर ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अर्थात 16 जून को मनाया जाएगा।

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हिंदू धर्म में गंगा नदी को एक पवित्र नदी का स्थान दिया गया है। गंगा को मां गंगा का दर्जा दिया जाता है। कहते हैं की गंगा नदी में स्नान कर लेने मात्र से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। गंगा स्नान का सनातन धर्म में विशेष महत्व भी बनाया गया है। गंगा स्नान के लिए ही दरअसल गंगा दशहरा का यह पर्व मनाया जाता है। यह हर साल ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाते हैं। इस दिन देश भर के लोग गंगा में आस्था के डुबकी लगाते हैं। 

बात करें वर्ष 2024 की तो इस साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून की रात से शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन अर्थात 17 जून को होगा। सूर्योदय तिथि को महत्व दिया जाएगा और ऐसे में गंगा दशहरा 16 जून को मनाया जाएगा।

हस्त नक्षत्र प्रारम्भ – जून 15, 2024 को 08:14 ए एम बजे

हस्त नक्षत्र समाप्त – जून 16, 2024 को 11:13 ए एम बजे

व्यतीपात योग प्रारम्भ – जून 14, 2024 को 07:08 पी एम बजे

व्यतीपात योग समाप्त – जून 15, 2024 को 08:11 पी एम बजे

गंगा दशहरा के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त

प्रातः 5:30 बजे से 8:30 बजे तक

दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक

शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक

इस वर्ष गंगा दशहरा पर बना रहे हैं कई शुभ योग 

जैसा कि, हमने पहले भी बताया कि गंगा दशहरा का यह पर्व अपने आप में बेहद ही शुभ और पावन होता है। ऐसे में इस वर्ष इस पर्व को और भी खास बनाने के लिए इस दिन कई शुभ योगों का भी निर्माण हो रहा है। दरअसल गंगा दशहरा के दिन वारियान योग बन रहा है। वारियान योग सुबह से लेकर शाम को 9:03 तक रहने वाला है। 

यह योग जैसे ही खत्म होगा तुरंत ही परिघ योग का निर्माण हो जाएगा। गंगा दशहरा के दिन इन दोनों ही शुभ योग में अगर गंगा में स्नान किया जाए, दान पुण्य किया जाए, पूजा पाठ किया जाए तो इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है, साथ ही उनके सभी पाप और दुख, दोष भी खत्म होते हैं। इसके अलावा गंगा दशहरा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं। 

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गंगा दशहरा का महत्व 

हिंदू शास्त्रों में गंगा मां के कई वर्णन मिलते हैं। कहा जाता है कि भागीरथी की कठोर तपस्या के बाद गंगा मैया स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुईं थीं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन और श्रद्धा से गंगा में स्नान कर ले तो उसके सभी पाप धुल जाते हैं। यही वजह है की गंगा दशहरा का सनातन धर्म में विशेष महत्व होता है। 

इस दिन ब्रह्म बेला से ही गंगा में स्नान के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगती है। गंगा स्नान करने से व्यक्ति को अपने जीवन के सभी रोग, शोक और पापों से मुक्ति मिल जाती है। जो लोग गंगा स्नान करते हैं कहा जाता है उन्हें मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। इसके अलावा गंगा दशहरा के दिन अगर कोई व्यक्ति कोई शुभ काम शुरू करना चाहता है तो वह कर सकता है। इससे उन्हें शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।

गंगा दशहरा के दिन किसकी की जाती है पूजा? 

बात करें पूजा पाठ की तो, गंगा दशहरा के दिन मां गंगा के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि भगवान शिव और मां गंगा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। इस दिन गंगा में स्नान करते हैं, दान पुण्य करते हैं और बहुत सी जगहों पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।

भारत में हरिद्वार, प्रयागराज, ऋषिकेश और वाराणसी में विशेष तौर पर गंगा दशहरा का उत्सव मनाया जाता है।

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क्या यह जानते हैं आप? गंगा नदी को मोक्षदाई नदी माना गया है। अर्थात गंगा में स्नान करने भर से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और गंगा दशहरा को बहुत सी जगह पर गंगा जयंती के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है की गंगा दशहरा या फिर गंगा दशहरा पर जो कोई भी व्यक्ति गंगा स्नान करता है उसे अमोघ फल की प्राप्ति होती है। 

गंगा दशहरा से जुड़ी कथा 

गंगा दशहरा के दिन देवी गंगा का पुनर्जन्म हुआ था। कहा जाता है कि एक समय की बात है महर्षि जह्नु तपस्या कर रहे थे। तब गंगा नदी के पानी की कल-कल से उनका ध्यान भटकने लगा। तब उनको बहुत क्रोध आया और उन्होंने अपने तप से गंगा को पी लिया लेकिन बाद में देवताओं के कहने पर उन्होंने अपने दाएं कान से गंगा को बाहर निकाला। कहा जाता है कि इस तरह से गंगा को पुनर्जन्म मिला था। 

हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार कहा जाता है कि देवी गंगा का प्रवाह इतना तेज और शक्तिशाली था कि उसके कारण पूरे पृथ्वी का संतुलन बिगड़ सकता था। तब देवी गंगा के वेग को नियंत्रित करने के लिए भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटाओं में बांध लिया था। गंगा दशहरा के दिन ही देवी गंगा भोलेनाथ की जटाओं में समा गई थी। 

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गंगा दशहरा का दिन अबूझ मुहूर्त में भी गिना जाता है। इस दिन शादी विवाह जैसे कोई भी मांगलिक कार्य या शुभ काम जैसे व्यापार आदि की शुरुआत भी की जा सकती है। इसके लिए कोई विशेष मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

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  • अगर आप घर परिवार में सुख शांति की कामना करना चाहते हैं तो गंगा दशहरा वाले दिन पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। फिर एक नारियल पर काला धागा लपेटकर शिवलिंग के पास रख दें। 
  • गंगा दशहरा के दिन घर या फिर किसी मंदिर में अनार का पौधा लगाएँ। पौधा लगाने के बाद उसे मिट्टी को एक घड़े में भर दें और उसमें गंगाजल डाल दें। फिर उस घड़े को ढक कर दक्षिण दिशा में रख दें। कुछ समय के बाद इस घड़े को दान कर दें। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक उन्नति के योग बनने लगते हैं। 
  • अगर आपके जीवन में कष्ट और परेशानियां बहुत अधिक बढ़ गई है तो गंगा दशहरा के दिन दान अवश्य करें। दान के लिए आप चाहे तो जल से भरा हुआ घड़ा, फल, गुड, पंखा, छाता, सुपारी आदि दान कर सकते हैं। 
  • कार्य क्षेत्र में रुकावट मिल रही है या उन्नति नहीं प्राप्त हो रही है तो इसके लिए गंगा दशहरा वाले दिन गंगा स्नान अवश्य करें। हालांकि अगर ऐसा किसी भी कारणवश मुमकिन न हो पाए तो आप अपने स्नान के पानी में ही कुछ बूंद गंगा जल की मिला लें और इससे स्नान करें। स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
  • गंगा दशहरे के दिन अपनी यथाशक्ति अनुसार दान पुण्य करें। कहा जाता है कि इससे अक्षय पुण्य अर्थात कभी खत्म न होने वाले पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसे में इस दिन फल, पानी, छाता, सत्तू आदि चीजों का गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करें। इससे घर में धन समृद्धि भी बढ़ती है। 

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गंगा दशहरा के ये राशि अनुसार उपाय चमकाएंगे भाग्य और दोष करेंगे दूर 

मेष राशि: गंगा दशहरा वाले दिन गंगा मां का ध्यान करें। मुमकिन हो तो गंगा स्नान करें अन्यथा अगर आपके आसपास कोई नदी, तालाब हो तो वहां स्नान करें और बजरंग बाण का पाठ करें। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन नहाने के पानी में गंगाजल मिलकर इससे स्नान करें और मां भगवती का ध्यान करें और गंगा स्तोत्र का पाठ करें। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही पांच पुष्पांजलि अर्पित करें और विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

कर्क राशि: कर्क राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन नहाने के बाद पीपल के पेड़ पर 10 तरह के फूल, नेवेद्य, तांबूल, मां गंगा को ध्यान करते हुए अर्पित करें। 

सिंह राशि: सिंह राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन 10 ब्राह्मण को भोजन कराएं और उन्हें 16 मुट्ठी जौ और तिल दक्षिणा में दें।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातक स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करें और फिर श्री सूक्त का पाठ करें। मुमकिन हो तो ब्राह्मण और जरूरतमंद लोगों को मटका और हाथ पंखा अवश्य दान करें। 

तुला राशि: गंगा दशहरा के दिन तुला राशि के जातक सूर्य देव को अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें और मां गंगा की आराधना करें। 

वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातक गंगा दशहरे के दिन स्नान के बाद अपने पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें, हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

धनु राशि: धनु राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन शिवजी पर गंगाजल अर्पित करके ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। 

मकर राशि: मकर राशि के जातक गंगा दशहरे के दिन घर में गंगाजल को पीतल के लोटे में भर के रख लें। फिर उसे लाल कपड़े से बांधकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। 

कुंभ राशि: गंगा दशहरे के दिन कुंभ राशि के जातक गंगाजल मिले पानी से स्नान करें और अपनी यथाशक्ति के अनुसार किसी वृद्धि या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करें। 

मीन राशि: गंगा दशहरा के दिन मीन राशि के जातक मां गंगा का ध्यान करें। मुमकिन हो तो भगवान शिव का जलाभिषेक करें, उन पर चंदन, बेलपत्र, दूर्वा और नैवेद्य अर्पित करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न: गंगा दशहरा क्यों और कब मनाया जाएगा?

उत्तर: वर्ष 2024 में 16 जून को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। ये दिन माँ गंगा के पृथ्वी पर अवतरण दिवस के रूप में जाना और मनाया जाता है। 

प्रश्न: गंगा दशहरा पर क्या करें?

उत्तर: इस दिन गंगा में स्नान के साथ-साथ दान-पुण्य, पूजा-पाठ, धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन आदि किया जाता है।

प्रश्न: गंगा स्नान कब नहीं करना चाहिए?

उत्तर: सूतक काल में गंगा स्नान वर्जित होता है। 

प्रश्न: गंगा दशहरा के दिन क्या कोई शुभ योग बन रहा है?

उत्तर: गंगा दशहरा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं। साथ ही इस दिन वारियान योग और परिघ योग भी बन रहा है।

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अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 16 जून से 22 जून, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (16 जून से 22 जून, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 1 के जातकों की बात करें तो ये जातक बहुत अधिक सोच-समझकर फैसला लेते हैं और जो भी फैसला लेते हैं उसी पर कायम रहते हैं। ये हर कार्य को व्यवस्थित तरीके से करते हैं और कोई भी फैसला लेने में अधिक तेज़ी दिखाते हैं। ये जातक बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हैं और उसे अपने पक्ष में करने के लिए अधिक दृढ़ होते हैं। इनका स्वभाव अत्यंत सरल होता है और अपने इस स्वभाव की वजह से ये मुश्किल से मुश्किल से भरे कार्यों को आसानी से पूरा करने में सफल होते हैं। इन्हें जीवन में कई नए मौके मिलते हैं, जो इनके जीवन को एक नया आकार दे सकते हैं। इन अवसरों का आप लाभ उठाएंगे और आत्मविश्वास के साथ अपने उद्देश्य को पूरा करेंगे।

प्रेम संबंध: मूलांक 1 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो संकेत मिल रहे हैं कि आप अपने जीवन साथी के साथ प्यार भरी भावनाओं को व्यक्त करते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, रिश्ते में उच्च मूल्य बनाए रखेंगे और एक अच्छा उदाहरण स्थापित करेंगे। इस दौरान आपका रवैया साथी के साथ बहुत अच्छा और मिलनसार रहेगा, जिसके चलते आपका रिश्ता मजबूत होगा। आप अपने जीवन साथी के साथ पारिवारिक मामलों पर चर्चा करेंगे और यदि परिवार में कोई समस्या चल रही है तो  आप उसे सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन के लिहाज़ से मूलांक 1 के जातकों को इस सप्ताह नौकरी के कई अच्छे व शानदार अवसर प्राप्त होंगे और ये मौके आपकी हर इच्छाओं की पूर्ति करेंगे व आपके सपने आपको सच होते दिखेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको अपने प्रयासों व मेहनत के लिए अपने वरिष्ठों से सराहना प्राप्त होगी। इसके अलावा, आपके लिए पदोन्नति और वेतन वृद्धि के योग बनेंगे या बोनस के रूप में अतिरिक्त लाभ भी मिल सकता है। यदि आपका खुद का बिज़नेस हैं तो आप कुछ नए प्रशासनिक स्किल्स सीखेंगे और इस स्किल्स की वजह से आप अपने बिज़नेस को तेज़ी से आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।

शिक्षा: मूलांक 1 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो यह सप्ताह आपके लिए शानदार रहेगा। आप अपनी पढ़ाई बेहतर करने और उच्च गुणवत्ता स्थापित करने की स्थिति में होंगे और शिक्षा के क्षेत्र में उच्च उपलब्धियां हासिल करने की स्थिति में होंगे। इस अवधि आपके अंदर कुछ विशेष गुण आपके अंदर देखने को मिलेंगे। फिजिक्स, मेडिसिन और बायोकेमिस्ट्री जैसे विषयों में आप शानदार प्रदर्शन करने और उच्च अंक प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इस अवधि आप अपनी रुचि के मुताबिक प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस सप्ताह आप ऊर्जावान महसूस करेंगे और आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत बनी रहेगी, जिस वजह से आपकी सेहत अच्छी रहेगी। हालांकि छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान कर सकती है लेकिन कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या जून के इस सप्ताह में आपको परेशान नहीं करेगी।

उपाय: प्राचीन पाठ आदित्य हृदयम का प्रतिदिन जाप करें।

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मूलांक 2 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस अंक के तहत जन्मे जातक आमतौर पर स्वभाव से नरम और अत्यधिक भावुक होते हैं। इस भावनात्मक स्वभाव के कारण इन जातकों को उचित निर्णय लेने में समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिसके चलते इनके द्वारा लिए गए अधिकतर निर्णय कुशल साबित नहीं हो सकते हैं, जो इनके लिए बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं और इन्हें पीछे की ओर खींच सकते हैं। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, इन जातकों का सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत अच्छा होता है वे अपने इस कौशल के चलते जीवन में अधिक दक्षता प्राप्त करते हैं।

प्रेम संबंध: प्रेम संबंध के लिहाज़ से मूलांक 2 के जातकों के लिए यह जून का यह सप्ताह अच्छा साबित होगा आपकी गहरी समझ और सच्ची ईमानदारी के परिणामस्वरूप आपके जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा। इस दौरान आप खुलकर अपने पार्टनर के सामने अपनी भावनाओं को रखेंगे। इसके अलावा, आप पारिवारिक मामलों पर अपने सकारात्मक विचार रखेंगे, जिससे अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस अवधि के दौरान आपके परिवार में शुभ कार्य हो सकते हैं, जो आपको और आपके जीवन साथी को यादगार पल प्रदान करेंगी।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह नौकरी के सिलसिले से आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। हो सकता है कि कोई नया असाइनमेंट के लिए आपको बाहर जाना पड़े। इस कार्य के संबंध में आपको अपनी कड़ी मेहनत के लिए पुरस्कृत किया जा सकता है। यह भी संभव है कि इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपको काम के संबंध में लक्ष्य सौंपे जाए और आपके वरिष्ठ उन्हें एक या दो सप्ताह के भीतर पूरा करने का आदेश दे सकते हैं, जिस वजह से आप तनाव में आ सकते हैं। हालांकि आप अपने लक्ष्यों को आसानी से हासिल करने में सक्षम होंगे। यदि आपका डेयरी और दुग्ध उत्पादों का बिज़नेस है तो आप बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। साथ ही, अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सफल होंगे और शीर्ष पर पहुंचने का प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा, आप आगे नए व्यापार की शुरुआत करने को लेकर भी विचार कर सकते हैं और यह आपके भविष्य के लिए अच्छा साबित होगा और आपके लिए समृद्धि के द्वार खोल सकता है। साथ ही, अधिक मुनाफा भी प्रदान करेगा।

शिक्षा: शिक्षा की दृष्टिकोण से देखा जाए तो जून के इस सप्ताह आप केमेस्ट्री और और समुद्री इंजीनियरिंग जैसे विषयों में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे और आप इन विषयों में अच्छी तरक्की हासिल करेंगे। इसके अलावा बायोमेडिसिन जैसे विषयों में भी रुचि ले सकते हैं। ये आपके भविष्य के लिए अच्छे साबित होंगे। इस दौरान आप अपनी पढ़ाई के सिलसिले में यात्रा पर जा सकते हैं और आप डॉक्टरी की पढ़ाई की शुरुआत भी कर सकते हैं। इस सप्ताह आप कई प्रोजेक्ट पर काम करेंगे और आपके स्किल्स में सुधार देखने को मिलेगा।

स्वास्थ्य : स्वास्थ्य की बात करें तो इस सप्ताह मूलांक 2 के जातक ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करेंगे, जिसके चलते आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। हालांकि, फिर भी आपको अपने खानपान का विशेष ध्यान देने की जरूरत हो सकती है। अच्छा आहार आपके स्वास्थ्य को स्थिर बनाए रखेगा। अपने दिनचर्या में योग व व्यायाम शामिल करें क्योंकि यह आपके फिटनेस को वापस लाने में मार्गदर्शन करेगा और किसी भी प्रकार की समस्या आपको परेशान नहीं करेगी। ऊर्जा का उच्च स्तर आपको फिट रखने में पहले से कई ज्यादा मददगार साबित होगा।

उपाय: प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का जाप करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 3 अंक के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातक स्वभाव में अत्यधिक सीधे और सिद्धांत को मानने वाले होते हैं। ये लोग अधिक खुले विचारों वाले होते है और बड़े निर्णय लेने में व्यापक मानसिकता को अपनाते हैं। अहंकार भावना आपके कार्य को खराब कर सकती है और आपके मार्ग में बाधाएं ला सकती है इसलिए इस तरह की भावना से बचने का प्रयास करें। ये लोग कई भाषाएं सीखने में भी अत्यधिक रुचि रखते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह जीवनसाथी के साथ आपका रवैया बेहद सरल रहेगा और आप उनके साथ प्यार भरी बातें करते हुए नज़र आ सकते हैं, जिससे आपका रिश्ता और अधिक मजबूत होगा व आप अपने पार्टनर के करीब आ सकते हैं। आप एक-दूसरे के साथ अपनी भावनाओं को साझा करेंगे और एक बेहतरीन पल का आनंद लेंगे। इस तरह आपका प्यार परवान चढ़ेगा और उसी दिशा में आगे बढ़ेगा जिस दिशा में आप चाह रहें हैं। हालांकि इस सप्ताह आपको अहंकार से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आपका रिश्ता खराब हो सकता है।

शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो इस सप्ताह आप प्रोफेशनल स्टडीज जैसे मैनेजमेंट, बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन जैसे विषयों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यह विषय आपको भविष्य में भी लाभ देगी। आपकी याद रखने की क्षमता मजबूत होगी जिसके चलते आप अपनी स्किल्स को सुधारने में सक्षम होंगे और इस तरह आप शिक्षा के क्षेत्र में उच्च अंक प्राप्त करेंगे। शीर्ष पर पहुंचने के लिए आपके पास आवश्यक कौशल होगा। जिन छात्रों का विदेश जाकर पढ़ने करने की इच्छा है उनकी यह इच्छा इस सप्ताह पूरी होगी आपको विदेश में जाकर पढ़ाई करने के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। 

पेशेवर जीवन: यदि आप नौकरीपेशा हैं तो जून का यह सप्ताह आपके पेशेवर जीवन के लिए उम्मीद से ज्यादा शानदार साबित होगा। इस दौरान आप काम के सिलसिले में अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही, कार्यक्षेत्र में आपके लिए पदोन्नति के योग बनेंगे और आपको उच्च पद भी प्राप्त होगी जो आपके लिए आश्चर्य की बात हो सकती है। यदि आप व्यवसाय में हैं तो आप मल्टीलेवल नेटवर्किंग बिज़नेस में कदम रख सकते हैं और इस व्यापार में आपको बहुत अधिक मुनाफा होगा। आप मल्टीलेवल नेटवर्किंग बिज़नेस में विशेषज्ञता हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे। ये अवसर आपके लिए बेहतर साबित होंगे।

स्वास्थ्य: इस दौरान आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं जैसे- सिरदर्द, सर्दी और खांसी हो सकती है। ऐसे में, प्रतिदिन ध्यान और योग करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। इस दौरान तला-भुना व अधिक तेल वाला भोजन करने से आपको बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

उपाय: “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का प्रतिदिन 21 बार जाप करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 अंक में जन्मे जातक कुछ चीज़ों के प्रति उच्च जुनूनी होती है। ये लोग लंबी दूरी की यात्रा करने के शौकीन होते हैं और गहरी रुचि रखते हैं। इसके अलावा, आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर इनका अधिक सीमित रहता है। निर्णय लेने की क्षमता आपके व्यक्तित्व का गुण हो सकती है, लेकिन इस सप्ताह आपके द्वारा लिया गया कोई निर्णय आपको मुश्किल में डालने का काम कर सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि आप तनाव महसूस कर सकते हैं, जिस कारण आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन की बात करें, तो परिवार में चल रही स्थितियों के साथ अधिक तालमेल बिठाने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि आपके परिवार में लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों पर विवाद हो सकता है, जिसके चलते अपने जीवन साथी के प्रति आपका दृष्टिकोण ख़राब हो सकता है। आपसी समझ की कमी के कारण रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में समस्या आ सकती है। ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखने और रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता हो सकती है ताकि इस सप्ताह को और अधिक सुखद बनाया जा सके।

शिक्षा: मूलांक 4 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो 16 जून से 22 जून तक आपको पढ़ाई में एकाग्रता की कमी महसूस हो सकती है, जिसके चलते काम में गलतियां होने की संभावना है और आप अपने काम में पीछे रह जाए व अपने सहकर्मियों से पिछड़ सकते हैं। ऐसे में, आपको इस दौरान अपना ध्यान पढ़ाई पर ज्यादा से ज्यादा केंद्रित करने और अपनी एकाग्रता को बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है ताकि सफलता आपके कदम चूमती रहे।

पेशेवर जीवन: यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आप पर काम का भारी दबाव पड़ सकता है, जिसके चलते लक्ष्यों को प्राप्त करना आपको मुश्किल लग सकता है। आप काम में भी गलतियां कर सकते हैं जिसके बाद आपकी काबिलियत पर संदेह पैदा हो सकता है। ऐसे में, आपको कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने व अधिक से अधिक प्रयास करने की आवश्यकता हो सकती है। जिन लोगों का खुद का व्यवसाय हैं उन्हें इस दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है। ऐसे में, आपको सावधान रहने और अपने व्यापार पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है और अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

स्वास्थ्य : मूलांक 4 के जातकों के स्वास्थ्य की बात करें तो आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। आपको एलर्जी के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जो इस दौरान आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसी चीजें अधिक तला भुना व अधिक तेल वाले भोजन का सेवन करने की वजह से हो सकती है इसलिए अपने खानपान पर ध्यान दें। साथ ही, खाने का नियम और समय सही रखें अन्यथा स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।

उपाय : प्रतिदिन 22 बार “ऊँ दुर्गाय नमः” का जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 के जातक आमतौर पर अधिक बुद्धिमान और आत्मनिर्भर होते हैं। ये हर कार्य को योजना बनाकर करना पसंद करते हैं। ये जातक शेयर ट्रेडिंग से संबंधित व्यवसाय में अधिक रुचि रखते हैं और इस क्षेत्र में अधिक कमाई करने का प्रयास करते हैं। कुल मिलाकर मूलांक 5 के जातकों का झुकाव बिज़नेस की ओर अधिक होता है। ये लोग मल्टी लेवल बिज़नेस में भी तेज़ी से आगे बढ़ते है और खूब मुनाफा कमाने में सक्षम होते हैं।

प्रेम जीवन:  इस सप्ताह आपके प्रेम जीवन की बात करें तो आपका सेंस ऑफ ह्यूमर पार्टनर को आपके और भी ज्यादा करीब लाएगा। आपको ऐसा प्रतीत होगा कि आप एक-दूसरे के लिए बने हैं।  आप अपने जीवनसाथी के साथ हंसी-मज़ाक करते हुए काफ़ी अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आप अपनी भावनाएं अपने जीवनसाथी के समझ रखेंगे और आपके रिश्ते में अच्छी आपसी समझ और बेहतर तालमेल देखने को मिलेगा। मुश्किल से मुश्किल समय में भी आप अपने ज्ञान से अपने पार्टनर को समझाने में सझम होंगे।

शिक्षा: मूलांक 5 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो आप इस सप्ताह अपनी काबिलियत दिखाने में सक्षम होंगे। विशेष रूप से उन छात्रों के लिए फलदायी सिद्ध होगा, जो फाइनेंशियल अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट जैसे प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं। इस दौरान आप अपनी योग्यता और कौशल साबित करने में कामयाबी हासिल करेंगे। आप इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करेंगे और पढ़ाई में अच्छे मानक स्थापित करेंगे। आप फाइनेंशियल अकाउंटिंग जैसे विषयों में अधिक कुशल होंगे और इस दौरान अधिक अंक प्राप्त करने में सक्षम भी होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में इस सप्ताह आपने खुद के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं उसे पाने में आप सफल होंगे।

पेशेवर जीवन: यह सप्ताह आपके पेशेवर जीवन के लिए शानदार साबित होगा। चाहे आप नौकरीपेशा हो या बिज़नेस कर रहे हो। आपको बेहद लाभ मिलेगा और अपार सफलता अर्जित करेंगे। आप इन दोनों क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान हासिल करेंगे। यदि आप एक कंसल्टेंट के रूप में कार्यरत हैं तो इस सप्ताह आप अपनी स्किल के दम पर कुछ अच्छा कर सकते हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको कई नए व शानदार मौके प्राप्त होंगे और ये मौके आपके भविष्य के लिए भी अनुकूल साबित होंगे। हो सकता है कि इन अवसरों को पाकर आपकी खुशी का ठिकाना न रहे। यदि आप व्यवसाय में हैं तो आप अच्छी डील करेंगे जिससे आपको लाभ होगा। इसके अलावा, आप अपने व्यवसाय के लिए नई रणनीतियां बना सकते हैं और रणनीतियां आपको उच्च लाभ प्रदान करेगी।

स्वास्थ्य: आपकी सेहत की बात करें तो स्वास्थ्य के लिहाज़ से इस सप्ताह आपको बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त होगा और आप ऊर्जा व उत्साह से खुद को भरा हुआ महसूस करेंगे। इस वजह से आपकी सेहत भी फिट रहेगी। आशंका है कि इस अवधि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या न हो। लेकिन फिर भी आपको अपने खानपान पर अधिक ध्यान देना होगा। अपने स्वास्थ्य को फिट रखने के लिए आपको सकारात्मक सोच रखने और योग व व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन प्राचीन पाठ विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के जातक आमतौर पर स्वभाव से अधिक कलात्मक और रचनात्मक होते हैं और ये खुद को वर्तमान स्थिति के अनुसार बदलने की कोशिश करते है यानी जो ट्रेंड चल रहा है उसे अपनाने की कोशिश करते हैं। मूलांक 6 के जातक मीडिया और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं और इससे उनको लाभ भी मिलेगा। इस सप्ताह आप करियर के सिलसिले से लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा ये लोग अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स में और अधिक सुधार लाने और उस पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: मूलांक 6 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो इस सप्ताह आपको अपने जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है क्योंकि आप अपना धैर्य खो सकते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि अपने पार्टनर के साथ नरमी से पेश आए और खुद पर नियंत्रण रखें। साथ ही, आपसी समझ और सामंजस्य से रिश्ते को मजबूत बनाने की कोशिश करें। ऐसा करने से आपके रिश्ते में मधुरता देखने को मिलेगी और आपके व पार्टनर के बीच जो भी विवाद है वह दूर हो जाएगा। साथ ही, रिश्ते में सद्भाव बनाए रखने में सक्षम होंगे।

शिक्षा: शैक्षिक जीवन की बात करें तो आपके लिए यह सप्ताह अधिक अनुकूल प्रतीत नहीं हो है। आशंका है कि इस सप्ताह पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं क्योंकि आपका मन पढ़ाई से हट सकता है और याद रखने की क्षमता भी कमज़ोर हो सकती है, जो आपके लिए बहुत आवश्यक है। विजुअल कम्युनिकेशन, फैशन डिजाइन जैसे विषय आपके लिए फलदायी साबित होंगे। आप शिक्षा में अधिक अंकों से पीछे रह सकते हैं, जिससे आपको निराशा भी हो सकती है।

पेशेवर जीवन: आपके पेशेवर जीवन की बात करें तो इस सप्ताह आपको कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है, जिस वजह से आशंका है कि काम में गलतियां अधिक हो। पेशेवर जीवन में इस दौरान आपको अलग-अलग नई रणनीतियां और नए तरीकों को अपनाना होगा, जो आपको सफलता दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं। वहीं यदि आपका खुद का बिज़नेस हैं तो इस अवधि में आपको अधिक नुकसान होने की संभावना है क्योंकि इस दौरान आपको प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। आपके प्रतिद्वंदी अपने व्यवसाय के लिए एक अनूठी रणनीति अपना सकते हैं और अधिक मुनाफा कमाने में सक्षम हो सकते हैं। ऐसे में, आपको अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए और सफलता प्राप्त करने के लिए वर्तमान रणनीति में बदलाव करते हुए बिज़नेस ट्रेंड को अपनाने की आवश्यकता होगी।

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से जून महीने का यह सप्ताह आपके लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है क्योंकि इस दौरान आप त्वचा की एलर्जी, तेज़ सर्दी और किसी बड़ी बीमारी जैसे ट्यूमर की चपेट में आ सकते हैं, जो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। ये समस्या आपको अधिक तेल व मसालेदार भोजन का सेवन करने से हो सकता है। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि अपने खानपान पर अधिक ध्यान दें, बाहर का तला भुना खाने से बचें क्योंकि ये सभी चीजें आपकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, इस अवधि आपको अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने पर भी ध्यान देने की जरूरत पड़ सकती है। 

उपाय: प्रतिदिन 33 बार “ऊँ शुक्राय नमः” का जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 7 के जातकों के व्यक्तित्व में कई गुण मौजूद होते हैं और ये अपने अंदर मौजूद कौशल की वजह से महारत हासिल करते हैं। इसके अलावा, इनका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों के तरफ अधिक होता है और ये ईश्वर से डरने वाले होते हैं। ये अपना कौशल दिखाने और उससे लाभ उठाने में सक्षम होते हैं। साथ ही, इनके पास कुछ ऐसे स्किल्स भी होते हैं जो इन्हें सफल होने में मार्गदर्शन कर सकते हैं। इन जातकों की रहस्य विद्याओं में अधिक रुचि हो सकती है और ये इन विषयों में रिसर्च करते हैं व आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं। ये जातक रहस्य विद्याओं को एक जुनून के रूप में अपना सकते हैं।

प्रेम जीवन: मूलांक 7 के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें तो आपको अपने रिश्ते में प्रेम की कमी महसूस हो सकती है क्योंकि परिवार में कुछ ऐसे मुद्दे पैदा हो सकते हैं, जिससे आपको अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में समस्या आ सकती है। ऐसे में, चिंता करने के बजाय आपको अपनी पारिवारिक समस्‍याओं को सुलझाने के लिए परिवार में किसी बड़े व्‍यक्‍ति से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। इस तरह जीवनसाथी के साथ आपसी समझ और प्रेम बना रहेगा।

शिक्षा: मूलांक 7 के जातकों के शैक्षिक जीवन की बात करें तो यह अवधि गूढ़ विज्ञान, फिलॉसोफी और सोशियोलॉजी जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए यह सप्‍ताह ज्‍यादा लाभकारी नहीं रहने की आशंका है। आपको पढ़ाई करने और अच्‍छे अंक लाने में थोड़ी आपको काफी संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि आपकी याद करने की क्षमता थोड़ी कमज़ोर रह सकती है। इसकी वजह से आप इस हफ्ते अच्‍छे अंक लाने से पीछे रह सकते हैं। इस सप्ताह आप अपने अंदर छुपे स्किल्स को बनाए रखने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, इस समय की कमी के कारण अपने कौशल को दिखान में असमर्थ हो सकते हैं। पढ़ाई में अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए आपको योग करने की सलाह दी जाती है।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह आपमें अतिरिक्त कौशल भी विकसित हो सकता है और आप अपने काम के संबंध में सराहना पाने में सक्षम हो सकते हैं। लेकिन साथ ही, आप पर नौकरी का दबाव भी रहेगा जो असहनीय हो सकता है। यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो आपको नुकसान की संभावना हो सकती है और आपके लिए पूर्वानुमान रखना और अपने व्यवसाय की निगरानी करना आवश्यक होगा। साथ ही इस सप्ताह के दौरान आपको किसी भी साझेदारी या नए सौदे में शामिल होने से बचने की सलाह दी जाती है।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको एलर्जी की वजह से त्वचा में जलन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आपको पाचन संबंधी परेशानियां होने के भी संकेत हैं। स्वस्थ रहने के लिए आप समय पर खाना खाएं और तले-भुने खाने से बचें क्योंकि ये आपकी सेहत को खराब कर सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ऊँ गणेशाय नमः” का जाप करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

इस हफ्ते मूलांक 8 के जातकों का धैर्य टूट सकता है और ये सफलता पाने में पीछे रह सकते हैं। यात्रा के दौरान आपकी कोई मूल्यवान वस्तु या कोई कीमती सामान खो सकता है जिसे लेकर आपको चिंता हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको अधिक सावधान रहने और व्यवस्थित योजना बनाकर चलने की जरूरत है। इसके अलावा आप इस समय बड़े निवेश जैसा कोई फैसला न लें वरना आपको नुकसान हो सकता है।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह प्रॉपर्टी को लेकर परिवार में चल रही समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। वहीं आपको अपने दोस्तों की वजह से खड़ी की गई परेशानियों के कारण अपने प्रेमी या जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध बरकरार रखने में भी दिक्कत होने के संकेत हैं। इसकी वजह से आपका और आपके पार्टनर का रिश्ता कमज़ोर हो सकता है और उनसे नज़दीकियां बनाए रखने में आपको मुश्किल हो सकती है।

शिक्षा: प्रयास करने के बाद भी इस हफ्ते आप पढ़ाई रह सकते हैं। सफल होने और आगे बढ़ने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत होगी। आप धैर्य बनाए रखें और प्रतिबद्ध होकर पढ़ाई करें और दृढ़ संकल्पित होकर पढ़ाई करें तभी आपको उच्च अंक प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। यदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग या ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग से संबंधित पढ़ाई कर रहे हैं तो अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी।

पेशेवर जीवन: यदि आप एक नौकरीपेशा हैं तो संभावना है कि आपको कार्यक्षेत्र में सराहना प्राप्त न हो और इस बात से आप चिंतित हो सकते हैं। वहीं जो जातक खुद का बिज़नेस चला रहे हैं, उन्हें इस अवधि उच्च मूल्यों पर टिके रहने और मुनाफे की डील करने में दिक्कत आ सकती है।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको तनाव की वजह से पैरों और जोड़ों में दर्द होने की आशंका है। ऐसे में, इस समय तनाव आप पर भारी पड़ सकता है। असंतुलित आहार लेने की वजह से आपके साथ ऐसा हो सकता है। आपको इस अवधि ध्यान और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है, जिससे आप स्वस्थ महसूस कर सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का जाप करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 वाले बहुत साहसी और व्यवस्थित होते हैं। ये बड़े कामों को भी आसानी से करने में सक्षम होते हैं। ये जातक व्यवस्थित होने के साथ-साथ समय के पाबंद होते हैं यानी इन्हें हर कार्यों को समय पर पूरा करना पसंद होता है। इस अंक के लोग बड़े से बड़े काम को भी आसानी से पूरा करने में माहिर होते हैं।

प्रेम संबंध: आप अपने पार्टनर के साथ अधिक सैद्धांतिक रवैया अपनाएंगे और रिश्ते में उच्च मूल्य स्थापित करेंगे। इससे आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अच्‍छी आपसी समझ विकसित होगी और आपके रिश्ते मजबूत होंगे व आप दूसरों के लिए अच्छा उदाहरण पेश करेंगे। आप अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं और इस दौरान आप खूब आनंद लेंगे और प्रसन्न रहेंगे। इसके साथ ही जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल भी बढ़ेगा।

शिक्षा: इस सप्ताह के दौरान आप मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग आदि जैसे विषयों में पढ़ाई के संबंध में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ संकल्पित रहेंगे। आप जो भी पढ़ेंगे, उसे तेजी से याद कर लेंगे और परीक्षा में शानदार परिणाम पाने में सफल होंगे।

पेशेवर जीवन: मूलांक 9 के जातक इस सप्ताह अपने काम में बहुत अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे और आपके काम को इस अवधि पहचान मिलने की भी संभावना है। यह पहचान आपको पदोन्नति के रूप में भी मिल सकती है। वहीं व्यापारियों को शानदार मुनाफा कमाने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे और इस तरह इनकी अपने प्रतिद्वंदियों के सामने प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आप अपने बिज़नेस के लिए नई रणनीतियां बना सकते हैं।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आप अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने की स्थिति में हो सकते हैं और यह आपके उत्साह के कारण होगा। अच्छी बात यह है कि इस सप्ताह आपको स्वास्थ्य संबंधी बड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। खुश होने की वजह से आप ऊर्जावान बने रहेंगे और आपके उच्च ऊर्जा स्तर बनाए रखने में सक्षम होंगे।

उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. भाग्य अंक क्या होता है?

उत्तर 1. भाग्य अंक का उपयोग जातक की महत्वपूर्ण तारीख और घटनाओं को जानने के लिए किया जाता है। भाग्यंक की गणना मूलांक की गणना से थोड़ी अलग और बड़ी होती है।

प्रश्न 2. अंक ज्योतिष में 7 का क्या मतलब है?

उत्तर 2. अंक 7 के स्वामी ग्रह केतु होते हैं। 7 अंक वाले दार्शनिक और चिंतक स्वभाव के होते हैं।

प्रश्न 3. क्या सात नंबर लकी है?

उत्तर 3. अंक ज्योतिष में नंबर 7 को बहुत लकी माना गया है। मान्यता है कि जिन लोगों का मूलांक 7 होता है, ऐसे जातक बहुत भाग्यशाली होते हैं।

प्रश्न 3. मूलांक 3 के जातकों के लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा?

उत्तर 3. अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 3 के जातकों के लिए यह सप्ताह बहुत अधिक अनुकूल रहेगा।

मिथुन संक्रांति 2024 पर करें ये उपाय, वर्षभर मेहरबान रहेंगे सूर्य देव; मान-सम्मान में भी होगी वृद्धि!

मिथुन संक्रांति 2024: सूर्य देव संसार को अपनी रोशनी से रोशन करते हैं इसलिए इनके बिना मनुष्य जीवन से लेकर पेड़-पौधों तक की कल्पना नहीं की जा सकती है। हिंदू धर्म में जहां सूर्य देव की पूजा देवता के रूप में की जाती है, तो वहीं ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को “नवग्रहों का राजा” कहा जाता है क्योंकि यह सभी ग्रहों को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस प्रकार, सूर्य ग्रह का गोचर भी महत्वपूर्ण माना जाता है। सामान्य शब्दों में कहें,  तो जब यह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसे गोचर कहते हैं। अब सूर्य महाराज जल्द ही अपनी राशि में परिवर्तन करने जा रहे हैं। 

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एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको मिथुन संक्रांति 2024 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, महत्व आदि। सिर्फ इतना ही नहीं, हम आपको बताएंगे कि मिथुन संक्रांति के दिन कौन से आसान एवं प्रभावी उपायों को करने से मिलेगी भगवान सूर्य की कृपा? तो चलिए बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं मिथुन संक्रांति के बारे में। 

मिथुन संक्रांति 2024:तिथि एवं शुभ मुहूर्त  

सूर्य ग्रह की बात करें, तो सूर्य को हिंदू धर्म और ज्योतिष में विशेष स्थान प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में नवग्रहों के राजा सूर्य को एक ऐसा ग्रह माना गया हैं जो न ही कभी वक्री होता है और न ही कभी अस्त। हालांकि, सूर्य पर ग्रहण लग सकता है, लेकिन यह अस्त नहीं होता है। इस प्रकार, यह सदैव मार्गी चाल चलते हुए आगे बढ़ते हैं। अब यह मिथुन राशि में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वर्ष 2024 में मिथुन संक्रांति का पर्व 15 जून 2024, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। अब आगे बढ़ते हैं और आपको रूबरू करवाते हैं मिथुन संक्रांति के पूजा मुहूर्त से।

मिथुन संक्रांति की तिथि एवं पूजा मुहूर्त  

मिथुन संक्रांति की तिथि: 15 जून 2024, शनिवार

मिथुन संक्रांति पुण्य काल का मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 18 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक। 

मिथुन संक्रांति महापुण्य काल का मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 18 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक 

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क्या है मिथुन संक्रांति?

मिथुन संक्रांति के महत्व के बारे में जानने से पहले हम आपको बताना चाहते हैं कि आख़िर क्या होती है संक्रांति? जब सूर्य देव एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो इस घटना को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। बता दें कि सूर्य ग्रह प्रत्येक राशि में एक माह तक रहते हैं और राशि चक्र में 12 राशियां होती हैं और इसके फलस्वरूप,  एक वर्ष में कुल 12 संक्रांतियां आती हैं। सूर्य देव एक-एक करके राशि चक्र की सभी राशियों में गोचर करते हैं। ऐसे में, सूर्य देव के वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करने को  “मिथुन संक्रांति” कहा जाता है। 

मिथुन संक्रांति का महत्व

मिथुन संक्रांति को हिंदू धर्म के लोग बहुत ही आस्था और श्रद्धाभाव से मनाते हैं। यह पर्व सूर्य भगवान को समर्पित होता है इसलिए इस दिन इनकी पूजा करना विशेष रूप से फलदायी सिद्ध होता है। वर्ष भर में आने वाली सभी 12 संक्रांति तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह हिंदू वर्ष के तीसरे माह में आती है और इस तिथि पर सूर्य महाराज वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए यह दिन सभी तरह के शुभ एवं मांगलिक कार्यों को संपन्न करने के लिए श्रेष्ठ रहता है। 

इसके अलावा, सूर्य देव जब मिथुन राशि में गोचर करते हैं, तो उस समय संसार में अनेक प्रकार के परिवर्तन नज़र आते हैं जैसे कि सूर्य गोचर के साथ ही वर्षा ऋतु की शुरुआत हो जाती है। मिथुन संक्रांति के अवसर पर सूर्य भगवान के बुध की आधिपत्य वाली राशि मिथुन में प्रवेश के साथ ही सभी 12 राशियों में नक्षत्रों की दिशा बदल जाती है। साथ ही, सूर्य का गोचर मिथुन राशि में होने पर हर राशि पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालता है। यही वजह है कि इस दिन सूर्य पूजा को महत्वपूर्ण माना जाता है।

मिथुन संक्रांति 2024: धार्मिक दृष्टिकोण से

धार्मिक दृष्टि से देखें तो, मिथुन संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। भगवान विष्णु की पूजा के लिए भी यह तिथि श्रेष्ठ है। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से पुण्य कर्मों की प्राप्ति होती है। इस वजह से मिथुन संक्रांति पर अनेक प्रकार के धार्मिक कार्य करने की परंपरा है। यह संक्रांति “रज संक्रांति” भी कहलाती है और इस तिथि पर किसान अच्छी फसल के लिए सूर्य देव से प्रार्थना करते हैं। 

सूर्य देव की कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए भक्तजन मिथुन संक्रांति पर सच्चे मन से उपवास भी करते हैं। साथ ही, इस अवसर पर तीर्थ स्थानों और पवित्र नदियों में स्नान बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मिथुन संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा एवं व्रत करने से जातक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और उच्च पद की प्राप्ति होती है।   

देश के विभिन्न हिस्सों में कैसे मनाई जाती है मिथुन संक्रांति?

भारत को विविधताओं वाला देश कहा जाता है क्योंकि यहाँ कई धर्मों और संस्कृतियों के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। हमारे देश में हर त्योहार को बहुत ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसी तरह, देश के अलग-अलग हिस्सों और राज्यों में मिथुन संक्रांति को मनाने के तरीके में अंतर देखने को मिलता है। साथ ही, इस पर्व को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। 

मिथुन संक्रांति को दक्षिणी भारत में मिथुन संक्रमणम, पूर्वी हिस्से में आषाढ़, केरल में मिथुनम और उड़ीसा में राजा परब कहा जाता है। मिथुन संक्रांति को उड़ीसा में बहुत ही जोश के साथ मनाया जाता है क्योंकि यह वहां का प्रमुख त्योहार है जो कि लगातार चार दिनों तक चलता है। इस त्योहार के अंतर्गत धरती माता की पूजा का विधान है।   

राजा परब में कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना को मन में लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। इस पर्व का पहला दिन पहिली राजा, दूसरा दिन राजा या मिथुन संक्रांति, तीसरा दिन बासी राजा या भू दाहा और चौथा दिन को “वसुमती स्नान ” के नाम से जाना जाता है।  

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मिथुन संक्रांति पर कैसे करें सूर्य देव की पूजा? 

  • सर्वप्रथम प्रातःकाल उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। 
  • चंदन, धूप, दीप एवं लाल फूल अर्पित करें और इसके पश्चात सूर्य देव के निमित्त अपने स्थान पर रहते हुए 7 बार परिक्रमा करें।
  • भगवान सूर्य की पूजा के बाद बचे हुए जल को पौधों में डाल दें।
  • इसके बाद, भक्त सूर्य चालीसा और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।

मिथुन संक्रांति पर इन उपायों से मिलेगी भगवान सूर्य की कृपा

  1. मिथुन संक्रांति की तिथि पर भगवान सूर्य से संबंधित चीज़ों जैसे कि लाल वस्त्र, गुड़, लाल चंदन व लाल फूल आदि गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें। ऐसा करने से भक्त को सूर्य देव का आशीर्वाद मिलने के साथ-साथ कुंडली से सूर्य दोष भी समाप्त हो जाता है। 
  2. इस अवसर पर हरे रंग की वस्तुओं का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है। इस उपाय को करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं।
  3. मिथुन संक्रांति के दिन हर वस्त्र, पालक और मूंग का दान करना फलदायी होता है।
  4. जीवन में चल रही समस्याओं का अंत करने के लिए मिथुन संक्रांति के दिन उपवास करें और नमक का सेवन न करें।

मिथुन संक्रांति 2024 का सभी 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के लिए यह समय शुभ रहेगा। आप ख़ूब सफलता हासिल करेंगे और धन लाभ भी प्राप्त होगा। 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों का ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा। संचार कौशल अच्छा होगा, लेकिन अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा।

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों को सूर्य के मिथुन में प्रवेश से धन-संपत्ति और वाहन सुख की प्राप्ति के योग बनेंगे, परंतु अपने क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा, लेकिन आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।

सिंह राशि 

सिंह  राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आर्थिक लाभ और मान-सम्मान में वृद्धि लाएगा। हालांकि, आपके कार्यक्षेत्र में समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों को बेकार के खर्चों से बचना होगा। इस लोगों को पार्टनरशिप और रिश्ते में शुभ फल प्राप्त होंगे।

तुला राशि 

तुला राशि वालों की रुचि सेवा और आध्यात्मिकता के प्रति बढ़ेगी। लेकिन, आपके करियर की रफ़्तार धीमी रह सकती है।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों को इस समय वाद-विवाद से बचना होगा। हालांकि, प्रेम और रोमांस के लिए समय अच्छा रहेगा।

धनु राशि 

धनु राशि वालों के जीवन में सुख-सुविधाओं और संपत्ति में वृद्धि होगी। इन जातकों को यात्राओं के दौरान सावधानी बरतनी होगी।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों को सूर्य गोचर की अवधि में आर्थिक लाभ के साथ-साथ मेहनत का फल भी मिलेगा, लेकिन शत्रुओं से सावधान रहना होगा।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों का सामाजिक जीवन में मान-सम्मान बढ़ेगा, परंतु आपको गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा।

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों की माता का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अगर आप घर या वाहन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए यह समय अनुकूल रहेगा। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. मिथुन संक्रांति के दिन क्या व्रत करना चाहिए?

उत्तर 1. मान्यताओं के अनुसार, मिथुन संक्रांति पर व्रत करने से सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है। लेकिन व्रत आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।

प्रश्न 2. मिथुन संक्रांति 2024 पर क्या दान करें?

उत्तर 2. मिथुन संक्रांति पर अपने सामर्थ्य अनुसार अनाज, फल या वस्त्र आदि का दान कर सकते हैं।

प्रश्न 3. मिथुन संक्रांति पर किस देवता के मंत्रों का जाप करें?

उत्तर 3. मिथुन संक्रांति के दिन सूर्य भगवान के मंत्रों का जाप करना शुभ रहता है।

365 दिनों बाद मिथुन में सूर्य के आने से बनेगा बुधादित्य योग- ये राशियाँ होंगी मालामाल!

सूर्य गोचर मिथुन राशि, 15 जून से 16 जुलाई 2024 तक: जून के महीने में सूर्य का महत्वपूर्ण गोचर होने वाला है। इस दौरान सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य का गोचर आम तौर पर खास ही माना जाता है। हालांकि इस गोचर का विशेष महत्व माना जा रहा है क्योंकि इस गोचर से बुध की राशि में अर्थात मिथुन राशि में दो राशियों की महत्वपूर्ण युति भी होगी। 

क्या होगा इस युति का परिणाम, किन राशियों को इससे मिलेगा लाभ, सूर्य का गोचर कब और किस समय होने वाला है, सूर्य गोचर का सभी बारह राशियों पर क्या परिणाम देखने को मिलेगा, इन सभी बातों का जवाब जानने के लिए हमारा यह खास ब्लॉग अंत तक पढ़ें।

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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?

सबसे पहले बात करें सूर्य के मिथुन राशि में होने वाले इस गोचर की तो सूर्य का यह गोचर 15 जून को होगा और इसके बाद 16 जुलाई तक सूर्य मिथुन राशि में ही रहने वाले हैं। समय की बात करें तो सूर्य के इस गोचर का समय रहेगा 00:16 बजे।

अधिक जानकारी: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 14 जून को बुध ग्रह मिथुन राशि में गोचर करने वाले हैं और इसके कुछ ही देर बाद सूर्य ग्रह भी मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में बुध और सूर्य की युति होगी जिससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। ज्योतिष में बुधादित्य योग को एक बेहद ही शुभ राजयोग माना जाता है। मिथुन राशि में होने वाली सूर्य और बुध की इस अनोखी युति से तीन राशियों को विशेष लाभ मिलने वाला है। कौन सी हैं ये राशियाँ चलिये जान लेते हैं।

सूर्य गोचर से बनेगा राजयोग- 3 राशियाँ होंगी मालामाल

पहली जिस राशि को सूर्य बुध की युति से लाभ मिलने वाला है वह है वृषभ राशि। इस दौरान वृषभ राशि के जातक अपने सुख संसाधनों पर खर्च करते नजर आएंगे, आपके पास पर्याप्त मात्रा में धन मौजूद रहेगा, आपकी सभी इच्छाएं पूरी होगी, कोई शुभ समाचार मिलने की संभावना है। इसके अलावा अगर आप नौकरी पेशा हैं या फिर आप व्यापार के क्षेत्र से संबंधित हैं तो आपको अच्छा लाभ और तरक्की मिलेगी, आय के नए स्रोत बनेंगे और समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

दूसरी जिस राशि के लिए सूर्य बुध की युति खास रहने वाली है वह है मिथुन राशि। मिथुन राशि के जातकों को इस अवधि में अचानक से धन लाभ होगा, आपको हर काम में सफलता मिलेगी, भाग्य का साथ मिलेगा जिससे कहीं भी अटका हुआ धन आपको वापस मिलेगा, आपकी बातचीत करने की शैली में सुधार आएगा जिसका लाभ आपको अपने पेशेवर जीवन में देखने को मिलेगा। इसके अलावा इस राशि के जो लोग शादीशुदा हैं उनका वैवाहिक जीवन शानदार रहने वाला है, मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी और आपके नेतृत्व क्षमता में भी शानदार वृद्धि देखने को मिलेगी।

तीसरी और आखिरी जिस राशि के लिए सूर्य बुध की युति चमत्कारी साबित होगी वह है सिंह राशि। इस दौरान सिंह राशि के जातकों को धन प्राप्ति के नए रास्ते मिलेंगे, आपकी लाइफ स्टाइल में बदलाव नजर आएगा, इस दौरान आप वाहन या कोई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में निश्चित रूप से बदलाव देखने को मिलेगा। अगर आप नौकरी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो करियर में अच्छी तरक्की करेंगे और वेतन वृद्धि की भी संभावना है।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा प्रभाव

सामान्य तौर पर बात करें तो सूर्य का यह गोचर व्यक्ति को संचार कौशल में बेहतर बनाता है, कैरियर और व्यक्तित्व को निखारता है, इसके अलावा यह गोचर व्यक्ति को स्वभाव से बहिर्मुखी बनता है और इस अवधि में लोग अपने परिवार के लोगों के साथ समय व्यतीत करना ज्यादा पसंद करेंगे।

सूर्य ग्रह को पिता ग्रह माना जाता है। यह शक्ति, आत्मा, व्यक्तित्व, पिता और सरकार का कारक है। मिथुन प्राकृतिक कुंडली की तीसरी राशि होती है जिसका स्वामी है बुध जो संचार, छोटी यात्राएं, भाई बहनों के साथ रिश्ते, नई पहल करना और सार्वजनिक बोलने के कौशल को दर्शाता है। सूर्य और बुध एक तटस्थ रिश्ता साझा करते हैं और किसी भी कुंडली में उनकी स्थिति के आधार पर परिणाम प्रदान करते हैं।

सूर्य का मिथुन राशि में यह गोचर व्यक्ति के संचार कौशल में सुधार लेकर आएगा जिससे आपको व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में सभी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने में मदद मिलेगी। यह गोचर आपको स्वभाव से बहिर्मुखी बनाएगा। इस दौरान आप अपने प्रियजनों और दोस्तों के साथ ज्यादा वक्त व्यतीत करना पसंद करेंगे। 

हालांकि अगर आप अपने नियमित काम पर अड़े रहेंगे या अपने काम से ऊब जाएंगे तो सूर्य का यह गोचर आप पर प्रतिकूल प्रभाव पर डाल सकता है इसीलिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों ही मोर्चों पर आपको कुछ संशोधन करने की सलाह दी जाती है। 

यह गोचर आमतौर पर पेशेवर जीवन में अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। सूर्य का गोचर व्यक्ति को लाभकारी स्थान के साथ अधिकार शक्ति और एक महान नेतृत्व की गुणवत्ता प्रदान करता है। हालांकि सूर्य अगर पीड़ित स्थिति में हो तो ऐसे जातक अहंकारी भी हो सकते हैं और दूसरों के साथ बातचीत करते समय इनका रवैया रूखा भी हो सकता है। आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कैसी है यह जानने के लिए आप अभी विद्वान ज्योतिषियों से फोन या फिर चैट के माध्यम से संबंध संपर्क कर सकते हैं।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर- राशि अनुसार भविष्यवाणी 

मेष राशि 

सूर्य मेष राशि के जातकों के लिए पंचम भाव का स्वामी है और तृतीय भाव में स्थित है रहने…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी है और आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहा …(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे घर का स्वामी है और आपके लग्न भाव में अर्थात पहले घर में …(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे घर का स्वामी है और आपके बारहवें घर में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य प्रथम भाव का स्वामी है और आपके प्रथम भाव में ही स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें घर का स्वामी है और आपके दसवें घर में ही स्थित रहने …(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य एकादश भाव का स्वामी है और आपके नवम भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान अष्टम भाव में स्थित…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव का स्वामी है और सप्तम भाव में स्थित रहने वाला …(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य अष्टम भाव का स्वामी है और आपके छठे भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ राशि 

सूर्य कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव का स्वामी है और पंचम भाव में स्थित रहने वाला …(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे भाव का स्वामी है और आपके चतुर्थ भाव में स्थित रहने…(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: सूर्य का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर: 15 जून को सूर्य का मिथुन राशि में गोचर हो जाएगा। इसके बाद सूर्य यहां 16 जुलाई तक रहने वाले हैं।  

प्रश्न 2: मिथुन राशि में सूर्य होने का क्या मतलब होता है?

उत्तर: मिथुन राशि में सूर्य व्यक्ति को ज्यादा बुद्धिमान और जिज्ञासु बनाते हैं। इसके अलावा इस दौरान लोग ज्यादा मिलनसार और अभिव्यंजक स्वभाव के भी बनते हैं।  

प्रश्न 3: मिथुन राशि का स्वामी कौन है? 

उत्तर: मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह होता है।  

प्रश्न 4: सूर्य को मजबूत बनाने के लिए क्या करें? 

उत्तर: नियमित रूप से सूर्य को अर्घ्य दें, बड़ों का सम्मान करें, रविवार के दिन उपवास रखें और सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें।

प्रश्न 5: साल 2024 मिथुन राशि के जातकों के लिए कैसा रहने वाला है? 

उत्तर: साल 2024 मिथुन राशि के लिए अनुकूल साल साबित होगा। इस दौरान आपको धन और परिवार से संबंधित कई शुभ समाचार मिलने वाले हैं।

मेष सहित इन राशियों को रहना होगा सावधान, 2025 में शनि के गोचर से जीवन में आएगा उतार-चढ़ाव!

ज्योतिष शास्त्र में न्याय के देवता शनि को कर्मफल दाता भी कहा जाता है। वर्तमान समय में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान हैं। शनिदेव कुंभ और मकर राशि के स्वामी हैं। वहीं, तुला राशि में शनि उच्च के होते हैं। अतः तुला राशि के जातकों को शनि हमेशा ही शुभ फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं और ये ढाई साल बाद अपना राशि परिवर्तन करते हैं और अब ये 2025 में कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। जब भी शनि अपनी राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका प्रभाव सभी 12 राशि के जातकों पर देखने को मिलता है।

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शनि एक राशि में दोबारा आने के लिए करीब 30 वर्ष का समय लेते हैं। शनि ये पूरे साल कुंभ राशि में रहेंगे और 29 मार्च 2025 को अपनी स्वराशि और मूल त्रिकोण राशि कुंभ की यात्रा को समाप्त करके देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के राशि परिवर्तन करते ही कुछ राशियों से शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी तो वहीं कुछ पर शुरू भी जाएगी और उन जातकों की समस्याओं में वृद्धि हो सकती है। तो आइए इसी क्रम में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शनि के मीन राशि में गोचर करने से किन राशियों के जीवन में आ सकता है उतार-चढ़ाव।

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इन जातकों को शनि के गोचर से रहना होगा सावधान

मेष राशि

मेष राशि 29 मार्च 2025 को शनि के मीन राशि में गोचर करेंगे और इसके बाद मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती की शुरुआत हो जाएगी। ऐसे में शनि का मीन राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के लिए प्रतिकूल साबित हो सकती है। इस दौरान आपकी समस्याओं में वृद्धि होगी और आय में गिरावट देखने को मिलेगी। किसी भी काम में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको बहुत अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी। इस दौरान आप आय और व्यय के बीच संतुलन कायम नहीं कर पाएंगे। इस अवधि में आपको धन हानि का सामना करना पड़ सकता है या फिर कोई कीमती वस्तु आपसे खोने की आशंका है। इस समय आपके लिए यात्राओं से बचना भी फलदायी साबित होगा, अन्यथा कोई कीमती चीज़ आपसे खो सकती है।

आपके करियर की बात करें तो यह अवधि आपके करियर के लिए बहुत अधिक मुश्किल भरी साबित होगी। मेष राशि के कुछ जातक अपनी नौकरी में बदलाव या स्थानांतरण करने के लिए मजबूर हो सकते हैं। ऐसे में, आप थोड़े असंतुष्ट दिखाई दे सकते हैं। घर में कुछ सदस्यों के साथ आपकी नोकझोंक हो सकती है, जिसकी वजह से तनाव हो सकता है और आपकी सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है। आपके शत्रुओं की संख्या में इजाफा देखने को मिल सकता है। किसी भी कार्य को करने से पहले आपको कई बार सोच-विचार करना होगा।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर बहुत अधिक उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। इस दौरान आपको सुख-सुविधाओं में कमी का अनुभव हो सकता है। इन जातकों को मिलने वाले लाभ में भी देरी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, एक-दूसरे को न समझने की वजह से परिवार के सदस्यों में बहस या मतभेद होने की आशंका है जिसके चलते परिवार का माहौल ख़राब हो सकता है। यह जातक अपने जीवन में पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे होंगे जिनसे बचने के लिए आपको सामंजस्य बिठाना होगा। 

इस दौरान वृषभ राशि के जातकों को नौकरी में अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इस वजह से आप कार्यक्षेत्र में अपनी जगह बनाने में असफल रह सकते हैं। आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको खर्चों में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। परिवार में होने वाले खर्चे बढ़ सकते हैं और ऐसे में, आपकी जरूरतें भी बढ़ सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन जरूरतों को पूरा करने के लिए आपको लोन या फिर कर्ज़ लेना पड़ सकता है। साथ ही, बचत करने की गुंजाइश आपके लिए औसत रहने की संभावना है। इस अवधि व्यापार करने वाले जातक ज्यादा लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि व्यापार के क्षेत्र में आने वाले नए प्रतिद्वंदी बाज़ार में अपने पैर जमा सकते हैं। आपके स्वास्थ्य की बात करें तो छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं जैसे नाक बंद होना, गले से जुड़े संक्रमण आदि का सामना करना पड़ सकता है।

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मिथुन राशि

शनि का गोचर आपके करियर के लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जाएगा। इस अवधि में आप पर काम का अधिक दबाव पड़ सकता है। आशंका है कि आपके काम में कुछ गलतियां निकलत सकती हैं जिसके चलते आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आप चिंतित नज़र आ सकते हैं। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो इस गोचर के दौरान आप अच्छा लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं। आर्थिक जीवन में इस समय आपके सामने अधिक खर्च आ सकते हैं। ऐसे में, बचत की संभावना बेहद कम रहने की संभावना है। साथ ही, इन जातकों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर भी पैसा खर्च करना पड़ सकता है।

प्रेम जीवन की बात करें, तो आपके रिश्ते के लिए यह समय थोड़ा मुश्किल भरा रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपकी पार्टनर के साथ बहस होने की आशंका है जिसकी वजह आपसी समझ की कमी हो सकती है। ऐसे में, अपने रिश्ते को बनाए रखना तालमेल बिठाना आपके लिए जरूरी होगा सेहत की दृष्टि से, आपको पैरों में दर्द की समस्या परेशान कर सकती है जो कि आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम होने की आशंका है। 

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कर्क राशि

कर्क राशि साल 2025 में शनि का राशि परिवर्तन कर्क राशि के जातकों लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको दबाव का सामना करना पड़ सकता है, जिस वजह से आशंका है कि आपका काम में मन न लगे। आपको इस दौरान धन हानि भी हो सकती है इसी के साथ आपकी आर्थिक स्थिति कमज़ोर भी हो सकती है। जीवन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको नौकरी में कुछ चुनौतियों से दो-चार होना पड़ सकता हैं जिनका सामना आपको डटकर करना होगा। आपको अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़ सकता है। 

इस अवधि आपको धन लाभ और खर्चे दोनों लेकर आ सकते हैं इसलिए इन खर्चों को पूरा करने के लिए आपको लोन लेने के लिए मज़बूर होना पड़ सकता है जो कि आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इस दौरान आप ज्यादा धन की बचत नहीं कर सकेंगे क्योंकि आपके लिए ज्यादा पैसा  कमाना आसान काम नहीं होने की आशंका है।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. शनि मीन राशि में कब गोचर करेंगे?

उत्तर 1. शनि 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

प्रश्न 2. मीन राशि पर साढ़ेसाती कब तक चलेगा?

उत्तर 2. साढ़ेसाती में एक चरण ढाई साल का माना जाता है। अभी वर्तमान में मीन राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है और 29 मार्च 2025 तक रहेगा।

प्रश्न 3. शनि का मीन राशि में गोचर कब तक है?

उत्तर 3. शनि मीन राशि में 3 जून 2027 तक रहेंगे।

प्रश्न 4. मीन राशि के स्वामी कौन हैं?

उत्तर 4. मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं।

सूर्य और शुक्र की होगी मिथुन राशि में युति, पलटेगी तीन लोगों की किस्‍मत

ज्‍योतिष के अनुसार एक निश्चित अंतराल के बाद सभी ग्रह गोचर करते हैं। ग्रहों के राशि परिवर्तन करने पर देश-दुनिया समेत मानव जीवन पर इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। गोचर के दौरान कई बार ग्रहों की युति भी होती है। इस बार जून के महीने में सूर्य और शुक्र ग्रह की युति होने जा रही है।

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शुक्र 12 जून 2024 को 18:15 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं 15 जून को 12 बजकर 16 मिनट पर सूर्य मिथुन राशि में गोचर करेंगे। शुक्र मिथुन राशि में 07 जुलाई तक रहने वाले हैं और सूर्य मिथुन राशि में 16 जुलाई तक रहेंगे। इस प्रकार मिथुन राशि में सूर्य और शुक्र की युति से शुक्रादित्‍य योग बन रहा है।

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार जून के महीने में बन रहे शुक्रादित्‍य योग से कुछ राशियों के लोगों की किस्‍मत पलटने वाली है। इस ब्‍लॉग में आगे विस्‍तार से उन्‍हीं राशियों के बारे में बताया गया है जिन्‍हें इस योग से सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है।

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इन राशियों की चमकेगी किस्‍मत

मिथुन राशि

इस राशि के लग्‍न भाव में यह युति होने जा रही है। यह युति आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। इस समय आपके व्‍यक्‍तित्‍व में निखार आएगा। जो जातक लंबे समय से नौकरी बदलने का विचार कर रहे थे, उन्‍हें अब नौकरी के शानदार अवसर मिल सकते हैं। इस दौरान आपको अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिलने वाला है। वहीं आपकी नए लोगों से भी मुलाकात होगी। ये लोग आगे चलकर आपको कोई लाभ करवा सकते हैं।

मिथुन राशि के लोगों का वैवाहिक जीवन मधुर रहेगा। पति-पत्‍नी के बीच प्‍यार और स्‍नेह रहेगा। व्‍यापारियों को मुनाफा कमाने के लिए थोड़ी बुद्धिमानी से काम लेने की सलाह दी जाती है। वहीं पार्टनरशिप में काम करने वाले लोगों को भी मुनाफा होने की उम्‍मीद है।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के लोगों को भी शुक्र और सूर्य की युति से लाभ मिलने के संकेत हैं। आपके पंचम भाव में यह योग बनने जा रहा है जिससे आपके बिगड़ते हुए काम भी बनने लगेंगे। आपको अपनी संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आपके जीवन के स्‍तर में सुधार आने की संभावना है।

आप पैसों की बचत करने में सक्षम हो पाएंगे और आपकी योजनाओं के सफल होने की संभावना है। यदि आपका कोई प्रेम संबंध चल रहा है, तो आपके और आपके पार्टनर के बीच सब कुछ अच्‍छा रहने वाला है। समाज में आपका मान-सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा बढ़ेगी। नौकरीपेशा जातकों के लिए प्रमोशन के योग बन रहे हैं।

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कन्‍या राशि

कन्‍या राशि के कर्म भाव में यह युति होने जा रही है इसलिए यह समय इस राशि के लोगों के लिए भी बहुत अनुकूल रहने वाला है। व्‍यापारियों के लिए उच्‍च सफलता के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी अच्‍छा समय है। जो लोग नौकरी बदलने के बारे में सोच रहे हैं, उन्‍हें इस समय अच्‍छे और बेहतर अवसर मिल सकते हैं। आपका भाग्‍य इस समय आपका साथ देगा। आपका अपने पिता के साथ संबंध मज़बूत होगा। इससे आपका मन प्रसन्‍न एवं संतुष्‍ट रहेगा।

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शुक्रादित्‍य योग क्‍या है

ज्‍योतिष के अनुसार सूर्य और शुक्र की युति होने पर शुक्रादित्‍य राजयोग बनता है। चूंकि, सूर्य को आदित्‍य के नाम से भी जाना जाता है इसलिए शुक्र और सूर्य की युति होने पर बनने वाले योग को शुक्रादित्‍य योग कहते हैं।

ज्‍योतिषशास्‍त्र का मानना है कि यह योग बहुत ज्‍यादा शुभ होता है। इस योग का मानव जीवन पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ता है। उनके जीवन की सभी समस्‍याएं दूर हो सकती हैं।

शुक्र हर 28 दिन में गोचर करता है और सूर्य भी लगभग एक माह के अंतराल में राशि परिवर्तन करता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. शुक्रादित्‍य योग क्‍या है?

उत्तर. शुक्र और सूर्य की युति पर यह योग बनता है।

प्रश्‍न. शुक्र और सूर्य की युति पर कौन सा योग बनता है?

उत्तर. इन दो ग्रहों की युति से शुक्रादित्‍य योग का निर्माण होता है।

प्रश्‍न. क्‍या सूर्य और शुक्र की युति फलदायी है?

उत्तर. इस युति से प्रेम और आकर्षण में वृद्धि होगी।

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बुद्धि के दाता बुध का मिथुन में प्रवेश, इन राशियों को व्यापार में कराएगा तरक्की!

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, विद्या, व्यापार आदि का कारक ग्रह माना जाता है। कुंडली में अगर बुध की स्थिति मजबूत होती है तो ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में उच्च ज्ञान प्राप्त करते हैं, अपने जीवन में सफल होते हैं, सट्टेबाजी और व्यापार में सफलता पाते हैं। 

वहीं इसके विपरीत अगर बुध अनुकूल नहीं होता है या अशुभ ग्रहों के साथ कुंडली में मौजूद होता है तो ऐसे जातकों को जीवन में तमाम संघर्षों और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही ऐसे जातकों को बुद्धि में कमी, आवेग और आक्रामकता में वृद्धि उठानी पड़ती है।

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तमाम विशेषताओं वाला यह बुध ग्रह 14 जून को मिथुन राशि में गोचर करने के लिए तैयार है। आज अपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे बुध का मिथुन राशि में गोचर किन राशियों के लिए अनुकूल रहेगा और किन राशियों को इसके प्रतिकूल परिणाम झेलने पड़ेंगे। साथ ही जानेंगे बुध के इस गोचर से मिलने वाले प्रतिकूल परिणाम को कम करने के उपायों की जानकारी।

बुध का मिथुन राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?

सबसे पहले समय की बात करें तो बुध का मिथुन राशि में गोचर 14 जून 2024 को होने वाला है। इस दौरान बुद्धि और विद्या का कारक ग्रह 22:55 पर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद बुध यहां 29 जून तक रहने वाले हैं और इसके बाद वह चंद्रमा द्वारा शासित कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

जून में मिथुन राशि में होगी ग्रहों की युति: गोचर के साथ-साथ युति पर नजर डालें तो जून के महीने में जहां एक तरफ बुध का मिथुन राशि में गोचर होने वाला है वहीं इसके कुछ ही देर बाद सूर्य भी मिथुन राशि में आ जाएंगे। ज्योतिष के अनुसार जब भी सूर्य और बुध ग्रह की युति होती है तो इससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। 

स्वाभाविक सी बात है दो महत्वपूर्ण ग्रहों की युति से बनने वाला यह राजयोग कुछ राशियों के लिए अनुकूल रहेगा तो कुछ राशियों को उसके प्रतिकूल परिणाम भी उठाने पड़ सकते हैं। बात करें कि मिथुन राशि में सूर्य बुध की युति किन राशियों को लाभ दिलाएगी तो वृषभ राशि, मिथुन राशि, सिंह राशि और कुम्भ राशि के जातकों को बुध सूर्य की युति से विशेष लाभ मिलने की संभावना है।

आज का गोचर

मिथुन राशि में बुध-सूर्य की युति से वृषभ राशि को लाभ 

सबसे पहले जिस राशि को इन महत्वपूर्ण ग्रहों की युति से लाभ मिलने वाला है वह है वृषभ राशि। वृषभ राशि के जातकों को जीवन के कई क्षेत्रों में अनुकूल फल प्राप्त होंगे। आप अपने सुख संसाधनों पर खर्च करेंगे और धन संचित करने में भी कामयाब रहेंगे। आप अपने परिवार के लोगों और प्रियजनों के साथ कहीं दूर छुट्टियां मनाने में जा सकते हैं। नौकरी पेशा जातकों को और इस राशि के व्यापारी जातकों को अच्छा लाभ मिलेगा, करियर में तरक्की होगी और आपके सामाजिक दायरे में बढ़ोतरी होगी। साथ ही इस अवधि में अपने दोस्त बनाने में भी कामयाब रहेंगे।

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मिथुन राशि में बुध-सूर्य की युति से मिथुन राशि को लाभ 

दूसरी जिस राशि को सूर्य बुध की युति से लाभ होने वाला है वह है मिथुन राशि। जून का महीना मिथुन राशि के जातकों के लिए भी बेहद खास रहने वाला है। आपको हर काम में सफलता मिलेगी और भाग्य का साथ मिलेगा। कहीं धन अटका हुआ था तो वह वापस मिलने के आसार हैं। बुध ग्रह के प्रभाव से आपकी वाक्पटुता और संवाद शैली में सुधार देखने को मिलेगा और सूर्य आपके मान सम्मान को बढ़ाएगा। साथ ही इस दौरान आपकी नेतृत्व क्षमता भी शानदार रहने वाली है। पारिवारिक जीवन में चल रही अनबन दूर होगी और सेहत में भी सुधार आएगा।

मिथुन राशि में बुध-सूर्य की युति से सिंह राशि को लाभ 

तीसरी जिस राशि को बुध सूर्य की युति का लाभ मिलने वाला है वह है सिंह राशि। इस दौरान सिंह राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आप अपने जीवन में सभी जिम्मेदारियां को बखूबी निभाएंगे और अपने आसपास के लोगों को अपनी बातचीत से प्रभावित करने में कामयाब रहेंगे। धन प्राप्ति के नए स्रोत आपके जीवन में आएंगे, आपकी लाइफ स्टाइल में बदलाव दिखेगा, जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते अच्छे रहेंगे और आप एक दूसरे का सहारा बनते हुए सभी कार्य पूरा करेंगे। सिंह राशि के कुछ जातक नया वाहन या जमीन भी खरीद सकते हैं।

मिथुन राशि में बुध-सूर्य की युति से कुंभ राशि को लाभ 

आखिरी जिस राशि को इस युति से अपार लाभ मिलेगा वह है कुंभ राशि। इस युति से आपके जीवन में नई ऊर्जा नजर आएगी, बुद्धि और बल का विकास होगा, आप कई प्रभावशाली लोगों के साथ रिश्ते बनाएँगे और आपकी मित्र मंडली में भी इजाफा होगा। करियर और व्यापार में अच्छी तरह के अवसर प्राप्त होंगे और आमदनी के नए स्रोत आपके जीवन में खुलेंगे। बुध ग्रह के शुभ प्रभाव से आपके व्यापार में सफलता मिलेगी और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। इस राशि के जो ज्यादा नौकरीपेशा हैं उनके अधिकारियों के साथ रिश्ते अच्छे होंगे और आपको प्रमोशन भी मिलने की उच्च संभावना बन रही है। 

आइये अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं बुध का मिथुन राशि में गोचर सभी बारह राशियों कों किस तरह से प्रभावित करने वाला है।  

इष्ट देवता

बुध का मिथुन राशि में गोचर: राशि अनुसार भविष्यवाणी और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान …(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें घर का स्वामी है और इस दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और बारहवें घर का स्वामी है और …(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और आपके…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और…(विस्तार से पढ़ें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: बुध का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर: बुध का मिथुन राशि में गोचर 14 जून को 22:55 पर हो जाएगा। 

प्रश्न 2: बुध के मिथुन राशि में गोचर से कौन सा योग बनेगा?

उत्तर: बुध के मिथुन राशि में गोचर से मिथुन राशि में बुध और सूर्य की युति होगी और इससे बुधादित्य योग का निर्माण होगा।

प्रश्न 3: बुध का मिथुन राशि में गोचर किन राशियों के लिए शुभ रहेगा?

उत्तर: मुख्यरूप से वृषभ राशि, मिथुन राशि, सिंह राशि और कुम्भ राशि के जातकों को इस गोचर के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। 

प्रश्न 4: बुध सूर्य की युति से कौन सा योग बनता है?

उत्तर: बुध सूर्य की युति से बुधादित्य योग बनता है और ज्योतिष में इसे बेहद ही शुभ योग माना गया है।

शुक्र-बुध की युति से बनेगा लक्ष्मी नारायण योग, 15 दिन तक इन राशि पर होगी धन-दौलत की बरसात!

शुक्र-बुध युति 2024: हम सब यह भली-भांति जानते हैं कि ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह एक निश्चित समय और अंतराल के बाद अपना राशि परिवर्तन करता है। जब ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो ग्रहों की युति होती हैं जिससे कई तरह के शुभ-अशुभ योगों का निर्माण होता है। इसी क्रम में, अब जल्द ही शुक्र और बुध की युति से एक बेहद शुभ का निर्माण होने जा रहा है। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको शुक्र-बुध की युति और इससे बनने वाले शुभ योग के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस योग से किन राशियों के लिए होगी सुनहरे दौर की शुरुआत? इसका जवाब भी आपको इस ब्लॉग में मिलेगा। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और सबसे पहले जानते हैं शुक्र एवं बुध की युति के बारे में।

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मिथुन राशि में शुक्र-बुध की युति

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों की युति को महत्वपूर्ण माना जाता है जो कि सभी राशियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखती है। अब कुछ दिनों बाद दो बड़े ग्रह शुक्र और बुध एक राशि में एक साथ आने जा रहे हैं और ऐसे में, यह दोनों ग्रह आपस में युति करेंगे। बता दें कि जहाँ 12 जून 2024 की शाम 06 बजकर 15 मिनट पर प्रेम के कारक ग्रह शुक्र मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे, तो वहीं बुद्धि के दाता बुध 14 जून 2024की रात 10 बजकर 55 मिनट पर अपनी ही राशि मिथुन में गोचर करेंगे। इस प्रकार, यह दोनों ग्रह मिथुन राशि में एक साथ मौजूद होंगे। लेकिन, बुध-शुक्र की युति का अंत 29 जून 2024 को बुध के कर्क राशि में गोचर करने के साथ हो जाएगा। 

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शुक्र-बुध की युति से बनेगा लक्ष्मी नारायण योग

शुक्र देव और बुध महाराज की युति को बहुत शुभ माना जाता है तथा जब-जब यह दोनों ग्रह किसी राशि में एक साथ आते हैं, तो लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है। अब यह दोनों ग्रह मिथुन राशि में एक साथ आएंगे और ऐसे में, लक्ष्मी नारायण योग बनने जा रहे हैं। इस योग को बेहद शुभ  माना गया है और मिथुन राशि में लक्ष्मी नारायण योग बनने से कुछ राशियों को देवी लक्ष्मी समेत भगवान विष्णु के आशीर्वाद की प्राप्ति होगी। बता दें कि यह योग जातक को अचानक से धन लाभ करवाता है और मनुष्य को कभी भी धन की कमी नहीं होने देता है। चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि किन राशियों को लक्ष्मी नारायण योग से सबसे ज्यादा लाभ की प्राप्ति होगी।

शुक्र-बुध की युति से बनने वाला लक्ष्मी नारायण योग, इन राशियों को बनाएगा मालामाल      

मिथुन राशि 

मिथुन राशि का नाम भी उन राशियों में शामिल हैं जिनके लिए बुध-शुक्र की युति से निर्मित होने वाला लक्ष्मी नारायण योग लाभदायक रहने वाला है। यह योग मिथुन राशि के कुछ लोगों को अमीर बनाने का काम करेगा और वहीं, उद्योगपतियों के लिए बुध-शुक्र की युति की अवधि को उत्तम कहा जाएगा। इस राशि के लोगों को भिन्न-भिन्न स्रोतों से धन की प्राप्ति होगी और ऐसे में, आपको कर्ज से छुटकारा मिलेगा। पारिवारिक जीवन की बात करें, तो यह जातक अपने परिवार के साथ कहीं घूमने जाने की योजना बना सकते हैं। साथ ही, यह अवधि धन निवेश के लिए भी अच्छी रहेगी और आपको पर्याप्त मात्रा में रिटर्न की प्राप्ति हो सकेगी।

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सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए मिथुन राशि में बुध और शुक्र की युति से बनने वाला लक्ष्मी नारायण योग बहुत फलदायी साबित होगा। इस राशि के जो जातक सरकारी नौकरी करते हैं, उन्हें इस अवधि में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। वहीं, जो लोग बिज़नेस करते हैं, तो उनके लिए यह समय व्यापार में सुधार लेकर आएगा। अगर आप आर्थिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे थे, तो अब आपकी आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में बेहतर होती दिखाई देगी। लेकिन, आपको अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना होगा और साथ ही, धार्मिक कार्यों या पूजा-पाठ में अपने मन को लगाए रखना आपके लिए बेहतर रहेगा।

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध और शुक्र की युति से बन रहा लक्ष्मी नारायण योग अत्यंत शुभ रहेगा। यह अवधि आपको अपार लाभ देने का काम करेगी और इसके परिणामस्वरूप, जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें ग्रहों के शुभ प्रभाव की वजह से बिज़नेस में अच्छा मुनाफा मिलने के योग बनेंगे। आपके जीवन में चल रही समस्याएं अब धीरे-धीरे दूर होने लग जाएंगी। इसके विपरीत, घर-परिवार में हंसी-ख़ुशी का वातावरण बना रहेगा। इस अवधि में स्वयं को तनाव मुक्त और प्रसन्न करने के लिए प्रकृति के साथ समय बिताना अच्छा रहेगा। साथ ही, इन जातकों को अपनी सेहत का ध्यान रखें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. कुंडली में लक्ष्मी नारायण योग कब बनता है?

उत्तर 1. जब शुक्र और बुध एक राशि में एक साथ आते हैं, तब लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होता है।

प्रश्न 2. बुध और शुक्र की युति कब होगी?

उत्तर 2. मिथुन राशि में बुध और शुक्र ग्रह 14 जून से 29 जून 2024 तक एक साथ रहेंगे।

प्रश्न 3. बुध कौन सी राशि में गोचर करेंगे?

उत्तर 3. बुध 14 जून को अपनी राशि मिथुन में प्रवेश कर जाएंगे।

 

12 साल बाद बन रहा है गजकेसरी योग, इन लोगों पर बरसेगा खूब पैसा

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार एक समयावधि के बाद सभी ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं लेकिन इन ग्रहों के गोचर करने का समय अलग-अलग होता है। सभी ग्रहों में शनि एक ऐसा ग्रह है जो सबसे अधिक समय के बाद राशि परिवर्तन करता है और इसके बाद नाम आता है बृहस्‍पति ग्रह का।

इस समय बृहस्‍पति वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं और गुरु के गोचर काल में कई ग्रहों के साथ इसकी युति होने वाली है। वहीं गुरु अधिक समय तक एक राशि में रहते हैं इसलिए इनका प्रभाव लोगों के जीवन पर लंबे समय तक रहता है।

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अब गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग बनने जा रहा है। यह एक अत्‍यंत ही शुभ योग है और ज्‍योतिष के अनुसार इस योग के प्रभाव से लोगों की जिंदगी में कई तरह की खुशियां आ सकती हैं। हालांकि, इस बार गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग नहीं बन रहा है बल्कि जब चंद्रमा किसी राशि में प्रवेश करता है और गुरु की उस पर शुभ दृष्टि पड़ रही हो, तब भी इस राजयोग का निर्माण होता है।

इस बार 14 जून को गजकेसरी योग बन रहा है और इस योग से कुछ खास राशियों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है। आपको बता दें कि 14 जून को चंद्रमा सुबह 11 बजकर 54 मिनट पर कन्‍या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। चंद्रमा 16 जून तक इसी राशि में रहने वाले हैं। गुरु की पंचम दृष्टि चंद्रमा पर पड़ रही है जिससे गजकेसरी योग बन रहा है।

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जानिए क्‍या होता है गजकेसरी योग

जब गुरु चंद्रमा से केंद्र स्‍थान यानी पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में हो, तो इस स्थिति में गजकेसरी योग बनता है। कुंडली में केंद्र को सबसे शक्‍तिशाली स्थिति माना जाता है। यह भाव आपके जीवन का एक प्रमुख स्‍तंभ होता है। अगर केंद्र मज़बूत हो, तो जातक अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्‍त करता है और सभी अड़चनों को पार करने में सफल होता है।

अगर गुरु और चंद्रमा की कर्क राशि में युति हो और कोई अशुभ दृष्टि न पड़ रही हो, तो इसे सबसे शक्‍तिशाली गजकेसरी योग माना जाता है क्‍योंकि कर्क स्‍वयं चंद्रमा की राशि है और गुरु की उच्‍च राशि है। इस योग के बनने पर व्‍यक्‍ति को सुख-सम‍ृद्धि प्राप्‍त होती है।

वहीं अगर चंद्रमा और गुरु केंद्र भाव में हों और इनकी एक-दूसरे पर दृष्टि पड़ रही हो, तो इस स्थिति में शुभ गजकेसरी योग बनता है। यदि गुरु की चंद्रमा पर पंचम, सप्‍तम और नवम भाव से दृष्टि पड़ रही हो, तो जातक को अपार संपत्ति मिलती है।

तो चलिए अब जानते हैं कि जून में बन रहे गजकेसरी योग से किन राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है।

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कर्क राशि

कर्क राशि में गुरु की पंचम दृष्टि तीसरे भाव पर पड़ रही है। आपको इस समय भाग्‍य का पूरा साथ मिलने वाला है। आप नए कार्यों को पूरे जोश और उत्‍साह के साथ करेंगे। आप पूरे मन से काम करेंगे और आपको अपने कार्यों में सफलता भी प्राप्‍त होगी। आपके अपने भाई-बहन के साथ रिश्‍ते मज़बूत होंगे। 

करियर को लेकर आप सही निर्णय ले पाएंगे और आपके मन में चल रही उलझनें अब खत्‍म होंगी। ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करने से आपको सफलता मिल सकती है। उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त करने की इच्‍छा है, तो आपको इसके लिए विदेश जाने का मौका मिल सकता है। आपके लिए तीर्थयात्रा के योग भी बन रहे हैं।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि से चंद्रमा चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। यह समय आपके लिए बहुत ज्‍यादा शुभ और फलदायी साबित होगा। आपकी सुख-सुविधाओं में इज़ाफा होगा और अब आपका मानसिक तनाव भी कम हो सकता है। परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा। यदि प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद चल रहा है, तो अब वह भी समाप्‍त हो जाएगा।

आप अपने लिए घर या वाहन आदि खरीद सकते हैं। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपके उच्‍च अधिकारी आपसे प्रसन्‍न होंगे।

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धनु राशि

धनु राशि के दसवें भाव में गजकेसरी योग बनने जा रहा है। आपको सभी प्रकार के भौतिक सुख प्राप्‍त होंगे। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी अच्‍छा समय है। करियर में उन्‍नति पाने के लिए आप जो भी प्रयास कर रहे हैं, उसमें आपको सफलता मिलेगी। आप कोई नया काम शुरू कर सकते हैं।

समाज में आपका मान-सम्‍मान और प्र‍तिष्‍ठा बढ़ेगी। आपके अपने कार्यक्षेत्र में उच्‍च अधिकारियों से अच्‍छे संबंध बनेंगे। आपको सरकार की तरफ से धन लाभ के योग बन रहे हैं। व्‍यापारियों के लिए भी लाभ का समय है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न. गजकेसरी योग बनने से क्‍या होता है?

उत्तर. व्‍यक्‍ति को हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त होती है।

प्रश्‍न. 2024 में किस राशि में गजकेसरी योग बन रहा है?

उत्तर. मई में वृषभ राशि में यह योग बना था।

प्रश्‍न. चंद्रमा का गोचर कब होगा?

उत्तर. 14 जून को चंद्रमा राशि परिवर्तन करेंगे।

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मिथुन राशि में एक साथ होंगे शुक्र-सूर्य-बुध, जानें 12 राशियों पर शुभ व अशुभ प्रभाव

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य, शुक्र और बुध की मिथुन राशि में युति के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि इस युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रभाव से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को इस युति से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि सूर्य, शुक्र व बुध की युति 15 जून 2024 को मिथुन राशि में होने जा रही है। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

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शुक्र-सूर्य-बुध की युति के शुभ व अशुभ परिणाम

किसी भी व्यक्ति में सूर्य-बुध-शुक्र की युति एक आकर्षक व्यक्तित्व को दर्शाती है। जिन जातकों की कुंडली में यह युति बनती है वे सभी प्रकार के विषयों में अपनी राय रखना पसंद करते हैं। ऐसे जातकों को रचनात्मक कार्यों को करने में शांति व संतुष्टि प्राप्त होती है। ये जातक जब किसी से संवाद करते हैं तो लोग इनके ऊंचे स्वरों से इनकी ओर जल्द आकर्षित हो जाते हैं। सूर्य, शुक्र व बुध की यह युति मिथुन राशि में हो रही है और मिथुन राशि संचार का प्रतीक है इसलिए इस अवधि के दौरान जातक में ये गुण देखने को मिलेंगे। बुध और शुक्र एक मित्र राशि है लेकिन सूर्य दोनों के प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं और इसके चलते दोनों ग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा कम हो जाती है। जिन लोगों के एक ही भाव में ये तीन ग्रह होते हैं, वे बहुत अधिक क्रोधी और फिजूल की बातें करने वाले होते हैं।

इसके अलावा, नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, ये जातक दूसरों के प्रति ईर्ष्या का भाव रखते हैं। ये लोग बेवजह की यात्रा करने में अपना समय व्यतीत कर सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये जातक आकर्षक, संचारी और मधुर वाणी बोलने में चतुर होते हैं, लेकिन ये घर से भागने, गैर-धार्मिक प्रवृत्ति, अवैध संबंध जैसी बुराइयों और असामाजिक गतिविधियों में भी लिप्त हो सकते हैं। इन जातकों को कई बार लोगों के बुराइयां और दुखों का सामना करना पड़ता है और यह इसलिए क्योंकि ये अपने ज्ञान और संबंधों का दुरुपयोग करने की आदत और सिर्फ अपनी परवाह करने की प्रवृत्ति रखते हैं।

हालांकि यह युति अत्यंत शानदार और सृजनात्मक युति है। बुध और शुक्र कुशल और रचनात्मक ग्रह हैं। सूर्य आत्मा के कारक हैं इसलिए इन व्यक्तियों को रचनात्मक गतिविधियों में शांति मिलती है। ये अक्सर रचनात्मक से जुड़े क्षेत्र में करियर बनाना पसंद करते हैं या अपने शौक को करियर में बदलते हैं। यह युति अक्सर संगीतकारों, कलाकारों, डिजाइनरों आदि की कुंडली में होती है।

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जानें शुभ ग्रहों की युति से कौन से राजयोगों का होता है निर्माण

यह युति अक्सर कई कलाकारों, अभिनेताओं और गायकों की कुंडली में मौजूद होती है। यह युति अमिताभ बच्चन, रवीना टंडन आदि की कुंडलियों में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। आइए हम 90 के दशक की प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन की कुंडली का उदाहरण लेकर जानते हैं।

यदि हम रवीना टंडन की कुंडली देखें तो यह धनु लग्न की हैं और शुक्र-सूर्य-बुध एक साथ इनके ग्यारहवें भाव में मंगल के साथ युति कर रहे हैं। उनकी कुंडली में कई राजयोग मौजूद हैं जैसे कि तीसरे भाव में गजकेसरी राजयोग, दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी शुक्र और बुध की युति एक राजयोग बनाती है, जिसे लक्ष्मी योग के रूप में जाना जाता है। सूर्य और बुध बुधादित्य योग का निर्माण करते हैं। वहीं सूर्य और शुक्र ग्रह से नीच भंग राजयोग बनता है। इन ग्रहों के साथ मंगल की युति भी कालाकार योग को जन्म देती है और यह तो सभी जानते हैं कि रवीना टंडन अपने समय की काफी मशहूर अभिनेत्री रह चुकी हैं।

बता दें कि इस बार शुक्र-बुध-सूर्य की युति मिथुन राशि में होने जा रही है और इसके चलते त्रिग्रही योग सहित दो अन्य राजयोगों का निर्माण होगा। सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य राजयोग। शुक्र-बुध की युति से लक्ष्मी नारायण राजयोग। यदि बुध केंद्र भाव (पहले, चौथे, सातवें, और दसवें) में स्वराशि में मौजूद हो तो भद्र राजयोग का निर्माण होता है।

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मिथुन राशि में शुक्र-सूर्य-बुध: सभी राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

सूर्य आपके पांचवें भाव पर, शुक्र दूसरे और सातवें भाव पर और बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। यह युति मेष राशि के जातकों के तीसरे भाव में बनेगी। तीसरे भाव में बुध और शुक्र की युति के अनुकूल प्रभाव के कारण मेष राशि के जातकों के लिए कई लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे। मेष राशि के जातकों की कुंडली में इस युति के बनने के परिणामस्वरूप, ये बहुत उत्कृष्ट संचारक होते हैं। स्वभाव में सामाजिक और आकर्षक होने के चलते आपके भाई-बहनों, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। यह युति आपको बुद्धिमान, चतुर और कूटनीतिक बनाकर आपके स्किल्स को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

मेष राशि के जो जातक लेखन, शिक्षा, सार्वजनिक रूप से बोलना और पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, उनके लिए यह युति बहुत अधिक लाभकारी साबित होगी। वे अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे। यह युति एक आकर्षक और शक्तिशाली व्यक्तित्व का निर्माण करता है।

वृषभ राशि

शुक्र-बुध-सूर्य इन तीन सकारात्मक ग्रहों की युति वृषभ राशि के जातकों के लिए कमाई के दूसरे भाव में होगी। इस युति के परिणामस्वरूप आपकी वाणी में मधुरता और सकारात्मकता देखने को मिलेगी, जिससे आप व्यक्तिगत और व्यावसायिक रूप से तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। पारिवारिक झगड़े भी सुलझ सकते हैं। आर्थिक जीवन में आपको स्थिरता देखने को मिलेगी। आशंका है कि आपके वेतन में भी वृद्धि हो। व्यापार में लाभ के अवसर मिलेंगे और कार्यक्षेत्र का माहौल शानदार रहेगा। जीवनसाथी के साथ भी आपके रिश्ते बेहतर होंगे। यदि आप अविवाहित हैं तो विवाह के योग बन सकते हैं।

मिथुन राशि

मिथुन राशि में पहले भाव में सूर्य, बुध और शुक्र की युति बहुत लाभकारी प्रभाव डाल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सूर्य, बुध और शुक्र सभी शुभ ग्रह हैं, और पहला भाव स्वयं का भाव होता है। बुध आपकी कुंडली के पहले और चौथे भाव के स्वामी होने के कारण आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा, समाज में सम्मान मिलेगा और आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा। आप समाज में अपना अलग स्थान बनाने में सफल रहेंगे।

शुक्र और सूर्य पांचवें और तीसरे भाव के स्वामी होने के कारण आपके व्यक्तित्व में और अधिक आकर्षक देखने को मिलेगा। यदि आप मीडिया, साहित्य या किसी अन्य कलात्मक क्षेत्र में काम करते हैं, तो इस अवधि के दौरान आपके स्किल्स में बहुत अधिक सुधार देखने को मिलेगा। यह अवधि खुद का व्यापार करने वाले जातकों के लिए शानदार साबित होगी। आपका कारोबार तेज़ी से बढ़ेगा। हालांकि, नौकरीपेशा जातकों को बहुत अधिक मेहनत करने पर ध्यान देना होगा। इस अवधि आपको अपनी संतान पर कड़ी नज़र रखने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि उसकी संगति खराब होने की संभावना है।

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कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शुक्र-सूर्य-बुध की युति बारहवें भाव में होगी। यह आपके लिए बहुत सकारात्मक संयोग नहीं कहा जा सकता है। इस अवधि के दौरान आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं लेकिन आपको विदेश से सकारात्मक परिणाम प्राप्त न होने की संभावना है। इसके अलावा, आपकी यात्रा में कुछ देरी हो सकती है। यह युति आपके बारहवें में होगी और इसके परिणामस्वरूप, कन्या राशि के जातकों को आर्थिक जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है या आपको वित्तीय नुकसान हो सकता है। आप कुछ मामलों में झूठ बोल सकते हैं या लोगों से कोई बड़ी सच्चाई छिपा सकते हैं। यह युति कर्क राशि के कुछ जातकों के लिए सामाजिक अपमान ला सकती है।

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य लग्न के स्वामी हैं। मिथुन राशि में ग्यारहवें भाव में शुक्र-बुध-सूर्य की युति हो रही है। इसके परिणामस्वरूप, आपकी वाणी में मधुरता देखने को मिलेगी और तार्किक होकर विचार करेंगे। इसके साथ ही, दूसरों के साथ व्यवहार करते समय आपके अंदर विनम्रता देखने को मिलेगी और इस तरह आपके व्यक्तित्व में आकर्षण देखने को मिलेगा। 

कुल मिलाकर सिंह राशि के जातकों के कुंडली में यह युति बेहतर संचार का आशीर्वाद प्रदान करेगी, जिसके चलते आपको प्रेम जीवन में भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। आप सबसे प्रतिभाशाली लेखकों, संगीतकारों और अभिनेताओं में से एक हो सकते हैं। यह एक अत्यंत शुभ संयोग है। इसके अलावा, सिंह राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान पदोन्नति के साथ-साथ नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं, जिससे आपकी वित्तीय में स्थिरता आएगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र-बुध-सूर्य की युति यह दर्शाती है कि बुध बुद्धि का ग्रह है और शुक्र सौंदर्य और रिश्तों का ग्रह है जबकि सूर्य हमारे अहंकार और आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है। जब शुक्र, बुध और सूर्य एक साथ युति में होते हैं तो यह बहुत शुभ और लाभकारी परिणाम प्रदान करते हैं क्योंकि सभी ग्रह एक-दूसरे की जीवंत ऊर्जा और रचनात्मकता को बढ़ाने की क्षमता रखते हैं। साथ ही, कला, स्किल्स, संगीत और रोमांस जैसे गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस युति के फलस्वरूप कन्या राशि के जातक व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में अपनी रचनात्मकता, बुद्धिमत्ता और संचार के बल पर अच्छा धन अर्जित करने में सक्षम होंगे और साथ ही, उन्हें सफलता  भी प्राप्त होगी। 

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तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र-सूर्य-बुध की युति नौवें भाव में होगी। ये जातक इस अवधि आमतौर पर महंगे खेल या खेल खेलने के इच्छुक होंगे। शुक्र और बुध पहले और नौवें भाव के स्वामी हैं, सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। यह युति आपके नौवें भाव में होगी। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति संगीत, ब्यूटी पार्लर, फिल्म, चार्टर्ड अकाउंटेंसी, लेखन आदि के माध्यम से अच्छी कमाई करने में सक्षम होंगे। इन क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों को करियर में तरक्की देखने को मिलेगी और आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा। जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें दोगुना मुनाफा होगा।

चूंकि यह युति आपके नौवें भाव में बन रही है इसलिए आपको निश्चित रूप से लंबी और छोटी दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती है और इस बात की भी प्रबल संभावना है कि आपको विदेश जाने का भी मौका मिले। तुला राशि के जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की इच्छा रख रहे हैं, उनकी यह इच्छा पूरी होगी। आप व्यावसायिक या घूमने के लिए विदेश यात्रा पर जा सकते हैं क्योंकि बुध बारहवें भाव के स्वामी भी हैं।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के आठवें भाव में बुध, शुक्र और सूर्य की युति होने से इस दौरान आप रिसर्च के क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यह युति आपको अद्भुत संचार क्षमता प्रदान कर सकती है और यदि आप एक स्टैंड अप कॉमेडियन हैं तो यह अवधि आपके करियर को समर्थन दे सकती है। इस गोचर के दौरान आपको अपने कार्यस्थल पर सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त होगा। हालांकि, आपको याद रखना चाहिए कि मजाक में भी किसी का मज़ाक न उड़ाएं, क्योंकि किसी के दिल को ठेस पहुंच सकती है और वह आपसे नाराज़ हो सकता है और आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

तीन ग्रहों की यह युति आपके पारिवारिक जीवन में सौहार्द्र प्रदान करेगी क्योंकि ये सभी ग्रह दूसरे भाव पर सीधी दृष्टि डालेंगे। व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह समय बेहद उत्तम समय रहेगा। 

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए वाणी और संचार का ग्रह बुध, चौथे भाव के स्वामी शुक्र और नौवें भाव के स्वामी सूर्य सातवें भाव में स्थित होंगे। व्यापार, सौंदर्य और स्वयं के कारक ये तीन ग्रह जैसे ही सातवें भाव में प्रवेश करेंगे, आपका व्यापार दिन दूना रात चौगुना फलेगा-फूलेगा। आपका परिचय नए-नए लोगों से होगा जो आपके बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे।

यदि आप खुद का व्यवसाय करते हैं, तो आपको बहुत अधिक मुनाफा होगा और यदि आप पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे हैं, तो कोई नया पार्टनर आपके साथ जुड़ सकता है और उनके साथ आपके संबंध भी काफी अच्छे बने रहेंगे। हालांकि, सावधान रहें क्योंकि ऐसा समय भी आ सकता है जिससे आपके रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं और इसका बुरा असर आपके व्यवसाय पर पड़ सकता है। इस युति से उन लोगों को भी लाभ होगा जो नौकरीपेशा हैं।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य-बुध-शुक्र की युति प्रतियोगिता के छठे भाव में होगी। ग्रहों का यह संयोग आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा, समाज में मान-सम्मान बढ़ाएगा और आपके सामाजिक दायरे का विस्तार करेगा। आप समाज में अपना अलग स्थान बनाने में सफल रहेंगे। यदि आप मीडिया, साहित्य या किसी अन्य कलात्मक क्षेत्र से जुड़े है, तो इस अवधि में आपके स्किल्स में शानदार सुधार देखने को मिलेगा। खुद का व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए एक उत्कृष्ट अवधि साबित होगी। आपका कारोबार तेज़ी से बढ़ेगा। हालांकि, नौकरीपेशा लोगों को अधिक मेहनत करने पर ध्यान देना होगा।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए बुध-शुक्र-सूर्य की युति आपके पांचवें भाव में होगी। तीनों ग्रह आपके ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। इसके परिणामस्वरूप, कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों के साथ आपके संबंध मधुर होंगे और आपको इससे लाभ होगा। इसके चलते आपको पदोन्नति प्राप्त हो सकती है। इस दौरान आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और आप सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहेंगे।

कुंभ राशि के छात्र इस अवधि एक चित्त होकर अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसके चलते आप पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे और आपको अच्छे परिणाम भी प्राप्त होंगे। इस युति के फलस्वरूप, अपने बच्चों के साथ आपका रिश्ता बेहतर होगा। हालांकि, कोशिश करें कि आपके बच्चे के अंदर अहंकार की भावना न आए क्योंकि सूर्य की उपस्थिति से ऐसा होने की संभावना है।

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र-सूर्य-बुध की युति चौथे भाव में होगी और इसके परिणामस्वरूप, आपको जीवन में अचानक वृद्धि प्राप्त होगी। ये सभी ग्रह करियर के दसवें भाव पर सीधी दृष्टि डालेंगे और कार्यस्थल पर आपकी प्रतिष्ठा बढ़ाएं और आप उच्च मूल्य स्थापित करने में सक्षम होंगे। आपकी नेतृत्व करने की क्षमता बेहतरीन होगी। कार्यक्षेत्र में आप महत्वूपर्ण भूमिका निभाएंगे।

जैसे ही यह युति विलासिता के चौथे भाव में होगी, आपकी सामाजिक स्थिति में वृद्धि होगी। इस बात की अच्छी संभावना है कि आप इस अवधि ज़मीन, संपत्ति या वाहन खरीदें। आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। यदि आप रचनात्मक क्षेत्रों में अपना करियर बनाने वाले व्यक्ति हैं तो यह आपके करियर के लिए बहुत अच्छा समय होगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

प्रश्न 1. सूर्य-बुध-शुक्र की युति व्यक्ति को क्या गुण देती है?

उत्तर. यह युति व्यक्ति को आकर्षक और रचनात्मक बनाती है।

प्रश्न 2. क्या यह युति व्यक्तियों को प्रसिद्धि दिलाती है?

उत्तर. जी हां, कई मशहूर हस्तियों की कुंडली में यह योग मौजूद होता है।

प्रश्न 3. क्या सूर्य और शुक्र एक दूसरे के मित्र हैं?

उत्तर. नहीं, सूर्य और शुक्र शत्रु ग्रह हैं लेकिन फिर भी सकारात्मक परिणाम देते हैं।

प्रश्न 4. शुक्र का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?

उत्तर. शुक्र का मिथुन राशि में गोचर 12 जून 2024 को होगा।