बुध का तुला में गोचर 5 राशियों के जीवन में लाएगा स्थिरता और आर्थिक लाभ- विश्व पर भी पड़ेगा असर!

बुध गोचर 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि हम अपने रीडर्स को किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की जानकारी या ग्रहों के कोई भी अहम परिवर्तन से आपको समय से पूर्व अवगत करा सकें क्योंकि इन परिवर्तनों और ग्रहों से संबंधित हर एक चीज का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है।  

इसी कड़ी में आज हम आपके सामने लेकर आए हैं बुध गोचर से संबंधित हमारा यह विशेष लेख जिसमें हम जानेंगे जल्द तुला राशि में गोचर करने वाले बुध के बारे में और साथ ही जानेंगे कि इसका देश-दुनिया,  राशियों, शेयर बाजार, खेल जगत आदि महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर क्या कुछ असर पड़ेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें बुध का यह गोचर 10 अक्टूबर 2024 को होने वाला है।

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ज्योतिष में बुध ग्रह 

सौरमंडल में बुध 8 ग्रहों में सबसे छोटा माना जाता है। इसका व्यास लगभग 4880 किलोमिटर अर्थात (3032 मील) है। इसकी कक्षा ज्यादातर अंडाकार की है जिसका अर्थ हुआ कि सूर्य से इसकी दूरी पेरीहेलियन (निकटतम बिंदु) पर लगभग 46 मिलियन किलोमीटर (29 मिलियन मील) से लेकर अपहेलियन (सबसे दूर बिंदु) पर लगभग 70 मिलियन किलोमीटर (43 मिलियन मील) तक भिन्न होती है। सूर्य से इसकी निकटता और पर्याप्त वातावरण की कमी के चलते बुध ज्यादा तापमान भिन्नता का अनुभव करता है।

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बुध ज्योतिष में प्रमुख ग्रहों में से एक माना गया है जो संज्ञानात्मक कार्यों और संचार को प्रभावित करता है। इसे कन्या और मिथुन राशि पर शासन करने वाले ग्रह के रूप में देखा जाता है। बुध एक ऐसा सांकेतिक ग्रह है जो हमारी मौखिक, लिखित और संचार अभिव्यक्ति के अन्य रूपों को नियंत्रित करता है। बुध मानसिक निपुणता, सोच और बुद्धि से जुड़ा ग्रह है।

बुध का तुला राशि में गोचर- क्या रहेगा समय?

तुला राशि के स्वामी बुध और शुक्र दोनों मित्र ग्रह माने जाते हैं और अब बुध 10 अक्टूबर 2024 को 11:09 पर तुला राशि में गोचर करेगा। 22 अक्टूबर को बुध तुला राशि में उदय हो जाएगा।

बुध का तुला राशि में गोचर- विशेषताएं 

तुला राशि में बुध व्यापारिक सौदों के लिए अनुकूल संकेत देता है विशेष रूप से उन दो पक्षों से जुड़े लेनदेन के लिए जिन्हें आपसी लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए समझौता करने की आवश्यकता पड़ती है। जब पेशेवर जीवन या काम जीवन संतुलन स्थापित करने, ग्राहकों और कस्टमरों, वरिष्ठों और अधीनस्थों, भौतिक और आध्यात्मिक जीवन, घर और समाज, बुराई और अच्छाई और भावनाओं और कारण के बीच संबंधों को संतुलित करने की बात आती है तो बुध का तुला राशि में स्थान शुभ माना जाता है। 

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बुध बुद्धि का प्रतीक है। यह वर्तमान में मिथुन, तुला और कुंभ राशि की वायु राशि में मौजूद है। तुला राशि वाले संतुलन बनाने में बुद्धिमान होते हैं और उनकी बुद्धि बातचीत करने और व्यावसायिक कौशल में नजर आती है। तुला राशि में बुध के माध्यम से एक समृद्ध करियर व्यक्ति को प्राप्त होता है। उदाहरण के तौर पर बात करें तो तुला राशि में बुध वाले जातक एक व्यावसायिक वकील, गवर्नर विशेष कर बैंक का, विदेशी राजनयिक, न्यायाधीश, क्रिकेट अंपायर, चुनाव आयोग का प्रमुख, या कोई अन्य पद जहां आप मध्यस्थता स्थापित कर सकते हैं, बन सकते हैं। हालांकि बुध तुला राशि के लिए अनुकूल राशि मानी जाती है। यह सभी स्थितियों में फायदे और नुकसान दर्शाती है। अगर यह स्थान बुरी तरह से पीड़ित होता है तो यह किडनी, बालों का झड़ना, थायराइड, पक्षाघात और नपुंसकता से संबंधित जटिलताएं लेकर आ सकता है। अगर नोडल प्लेसमेंट में हस्तक्षेप का कारण बनते हैं तो चेतना की हानि या चक्कर आना भी समस्या हो सकती है।

बुध का तुला राशि में गोचर- इन राशियों को होगा लाभ

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव को नियंत्रित करता है और अब यह आपके पंचम भाव में स्थित होने जा रहा है। ऐसे में मिथुन राशि के जातक धन, बुद्धि और अपने लिए समग्र धन बनाने के लिए किए गए प्रयासों में सफलता हासिल करने में सक्षम होंगे। बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान आप अपने लिए सार्थक लक्ष्य और उच्च उम्मीदें स्थापित करने में भी कामयाब हो सकते हैं। 

आपके अंदर उच्च स्तर की सटीकता और आविष्कारशीलता नजर आएगी। इस दौरान आप अपने पेशे में कामकाज के संदर्भ में आशाजनक प्रगति हासिल करने में कामयाब होंगे। बुध गोचर की इस अवधि के दौरान आप अपने काम के संबंध में अपनी बुद्धिमता का प्रदर्शन करने में भी सफल होंगे और यह आपकी इसी रचनात्मकता की वजह से मुमकिन हो सकेगा। साथ ही आपको काम के नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं जो आपकी उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। अपने परिश्रमी काम से आप व्यावसायिक क्षेत्र में उच्च मानक स्थापित करेंगे और अपना राजस्व बढ़ाएंगे।

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले भाव और दशम भाव पर शासन करता है और अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहा है। इस दौरान तुला राशि के जातकों को पदोन्नति, वेतन वृद्धि जैसे शानदार लाभ प्राप्त होने की उच्च संभावना बन रही है और नई नौकरी की संभावनाएं पाकर आप अपने पेशे में अच्छी प्रगति हासिल करेंगे। सामान्य तौर पर यह गोचर आपको अधिक ऊर्जावान महसूस कराएगा और यह उत्साह आपके जीवन में प्रगति करने में मदद करेगा। 

अगर आप किसी कंपनी का प्रबंधन कर रहे हैं तो यह आपके लिए पर्याप्त मुनाफा कमाने का एक लाभप्रद समय भी हो सकता है। इस अनुकूल समय के दौरान आप नए व्यावसायिक अवसर के प्रति ज्यादा ग्रहणशील नजर आएंगे। इसके परिणाम स्वरुप आपकी कंपनी को अधिक सफलता और लाभ मिलेगा। इस दौरान आप सफलता के लिए आवश्यक वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।

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तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और 12वें घर का स्वामी है और तुला राशि में बुध गोचर के दौरान यह आपके पहले घर में स्थित हो जाएगा। बुध के इस गोचर के परिणाम स्वरुप आप इस समय आपके सामने आने वाले किसी भी और सभी उच्च लाभों के प्रति ज्यादा ग्रहणशील नजर आएंगे। मुमकिन है कि आध्यात्मिक विषयों में आपकी रुचि बढ़ेगी और परिणाम स्वरुप आप इस अवधि के दौरान उसके संबंध में ज्यादा यात्राएं करते नजर आने वाले हैं।

व्यापार के संबंध में अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित है तो आप अपने प्रयासों में सफलता के करीब पहुंचेगें और अगर आप विदेशी मुद्रा में रुचि रखते हैं तो आप इससे पर्याप्त लाभ प्राप्त करने में भी कामयाब होंगे। आर्थिक संबंध में बात करें तो आप अपने काम के बदले अधिक वेतन पाकर संतुष्ट नजर आएंगे। इस अवधि के दौरान प्रोत्साहन और अतिरिक्त आय आपके जीवन में आगे बढ़ते रहने और अपनी बचत बढ़ाने में मददगार साबित होगी।

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके दसवें घर में मौजूद रहेगा। बुध के गोचर के परिणाम स्वरुप आप ज्यादा सेवा उन्मुख व्यक्तित्व बनाए रखने और इससे लाभ प्राप्त करने में कामयाब हो सकते हैं। बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान आप सिद्धांतों वाले व्यक्ति के रूप में अपनी छवि बनाएंगे और आपके पास उच्च पदोन्नति के अवसर भी आ सकते हैं जो आपको खुशियां देंगे। इस समय आप ज्यादा यात्राएं करेंगे और यह यात्राएं आपके लिए जरूरी और लाभदायक साबित होगी। 

मुमकिन है कि आध्यात्मिक विषयों में आपकी रुचि बढ़ें। अपने काम के संबंध में अगर आप वर्तमान में कार्यरत हैं तो यह आपके लिए एक नई स्थिति की तलाश करने का शानदार समय साबित हो सकता है। इससे आपको पूरी तरह से संतुष्टि और सफलता मिलेगी। अपने काम के लिए आपको दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती है और इन यात्राओं से आपको लाभ मिलेगा। व्यवसाईयों की बात करें तो मकर राशि के व्यवसाई जातकों को अपनी कंपनी को उसके क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनाने और अपने प्रतिद्वंदियों को उचित टक्कर देने के लिए ज्यादा समर्पित रहना होगा। अगर आप नई व्यावसायिक रणनीतियों का उपयोग करते हैं तो आप अपनी कंपनी के लिए भारी लाभ भी कमाने में सफल हो पाएंगे।

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान नवम भाव में गोचर करने जा रहा है। बुध के इस गोचर के परिणाम स्वरुप आपको अपने जीवन स्तर को ऊंचा बनाए रखने के लिए अपने जीवन को व्यवस्थित करने की आवश्यकता हो सकती है। जैसे-जैसे आपकी रुचि आध्यात्मिक विषयों की तरफ बढ़ेगी उनके प्रति आपके समर्पण का स्तर बढ़ने की भी संभावना है। इसके अलावा इस अवधि में आप विरासत आदि से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। 

अपने काम के संबंध में आप बेहद ही भाग्यशाली नजर आएंगे और आपको कोई ऐसी नौकरी भी हासिल होगी जो आपके लिए शुभ साबित होगी। बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान आप करियर के नए अवसर पाकर खुश रहने वाले हैं। इस अवधि में आप अपने काम के प्रति ज्यादा प्रतिबद्ध और उत्साहित होंगे। आपके पास मौजूद संसाधनों से आप ज्यादा पैसा कमाने में कामयाब होने वाले हैं। मुमकिन है कि आप भविष्य के लिए ज्यादा पैसा बचाना भी शुरू कर दें। बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान आपको विरासत और सट्टेबाजी से अधिक वित्तीय लाभ प्राप्त होने की उच्च संभावना बन रही है।

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बुध का तुला राशि में गोचर- इन राशियों पर होगा नकारात्मक असर

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है। मेष राशि के जातकों के लिए बुध इस समय सातवें भाव में गोचर करने जा रहा है। बुध के इस गोचर के फल स्वरुप मेष राशि के जातकों को आर्थिक और व्यावसायिक तौर पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। अपने करियर के संबंध में आपको बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान अपना काम पूरा करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि संभावना है कि आपसे इस दौरान ज्यादा गलतियां हो क्योंकि आपको अपने पर्यवेक्षकों से अधिक बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको अपना काम समय पर पूरा करने के लिए अपने काम की योजना बनाने और एक उचित शेड्यूल बनाने की सलाह दी जा रही है। 

मुमकिन है कि आप पर इस दौरान काम का ज्यादा दबाव बढ़ें जो आपके लिए परेशानी की वजह बन सकता है। अगर आपको लगता है कि आप काम के बोझ को नहीं संभाल पा रहे हैं या आपसे यह काम नहीं संभाल रहा है तो आप करियर बदल कर बेहतर अवसर की तलाश भी कर सकते हैं। 

करियर बदलना आपको बहुत कुछ नया सिखाएगा और आपके लिए नए अवसर जीवन में लेकर आएगा। आपकी कंपनी के लिए बाजार में नए प्रतिस्पर्धी प्रवेश कर सकते हैं और इसके परिणाम स्वरुप आप उनसे अतिरिक्त दबाव महसूस करने वाले हैं क्योंकि वह अधिक कमाई का लक्ष्य रखेंगे। कम मुनाफे के परिणाम स्वरुप आपको अपनी कंपनी के लिए ज्यादा कर्ज लेने के लिए भी मजबूर होना पड़ सकता है।

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहा है। वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर बिल्कुल भी अनुकूल नहीं रहने वाला है क्योंकि इस दौरान आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नुकसान उठाना पड़ सकता है। मुमकिन है कि आप जो भी काम कर रहे हो वह आपके करियर के संदर्भ में आपको शुभ परिणाम न दे पाए। इस दौरान आप पदोन्नति या अन्य लाभ की उम्मीद भी कर सकते हैं लेकिन मुमकिन है कि वह आपको आसानी से नहीं मिलेगा। 

बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान समय पर पदोन्नति और अन्य प्रोत्साहन न मिलने से आप निराश हो सकते हैं। इसके अलावा आप स्वयं को एक ऐसी स्थिति में फंसा हुआ महसूस करेंगे जहां आप एक व्यवसाय स्वामी के रूप में पर्याप्त पैसा नहीं कमा पाएंगे। आपकी कंपनी को ज्यादा सोच समझ कर योजना बनानी होगी और अधिक सुचारू रूप से व्यवसाय चलना होगा। बाजार से खतरे और तीव्र प्रतिद्वंदी आपकी कंपनी को नुकसान कर सकते हैं। आप आर्थिक तंगी के साथ-साथ कर्ज में भी डूबने वाले हैं। ऐसे में आपको एक अच्छी वित्तीय योजना बनाने की सलाह दी जा रही है।

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध वर्तमान में अष्टम भाव में गोचर कर रहा है और यह आपके चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है। मीन राशि के जातक अगर पहले से ही आप नौकरी पेशा हैं तो मुमकिन है कि आप इस समय अपने करियर के लक्ष्यों को पूरा करने में कामयाब ना हो पाएँ। बुध के तुला राशि में गोचर से आपको करियर के बड़े फैसले लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है या फिर बॉस के दबाव के चलते आपसे काम में गलतियां होने का भी खतरा बना हुआ है। 

इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनको धन हानि उठानी पड़ सकती है। साथ ही आपको घाटे भी होने वाले हैं। संभावना है कि इस अवधि में आपके विरोधी प्रगति करेंगे और आप उनकी बराबरी नहीं कर पाएंगे। इससे बचने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सही दिशा में जा रहे हैं आपको अपने व्यवसाय ले आउट को समायोजित करने की आवश्यकता पड़ेगी। मुमकिन है कि आप वित्तीय घाटे का सामना कर रहे हो और वित्त का प्रबंध करने की कोशिश करते समय आपके जीवन में उतार-चढ़ाव आए। आपकी अतिरिक्त जिम्मेदारियां आपको बैंक से ऋण लेने के लिए भी मजबूर कर सकती है।

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बुध का तुला राशि में गोचर- उपाय 

  • बुधवार के दिन हरे रंग के कपड़े ज्यादा से ज्यादा पहनें। इससे बुध ग्रह मजबूत होता है। 
  • बुधवार का व्रत प्रारंभ कर दें। इससे भी बुधवार के दुष्प्रभाव कम होने लगेंगे। 
  • अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में पन्ना रत्न धारण करें। इससे बुध ग्रह को मजबूती मिलती है।
  • बुध से संबंधित मंत्रों का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करें। 
  • भगवान विष्णु की नियमित रूप से पूजा करें। 
  • जरूरतमंद लोगों को दान करें।

बुध का तुला राशि में गोचर- क्या पड़ेगा देश दुनिया पर असर?

मीडिया एवं पत्रकारिता 

  • मीडिया और पत्रकारिता जैसे क्षेत्र में भारत और दुनिया के अंत प्रमुख हिस्सों में लोकप्रियता और अवसरों में वृद्धि नजर आने वाली है। 
  • मीडिया, पत्रकारिता आदि इन सभी प्रोफाइल को गति मिलेगी और इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों को इस दौरान बड़े पैमाने पर लाभ होगा।

बैंकिंग और कानून 

  • संचार और बौद्धिक अभिव्यक्ति गणना आदि की मांग करने वाले क्षेत्र जैसे बैंकिंग और वित्त में वृद्धि और मांग होगी। 
  • वकीलों और न्यायाधीशों को लाभ मिलेगा क्योंकि तुला राशि में बुध की इस अवधि के लिए अनुकूल माना जाता है। 
  • बुध के तुला राशि में गोचर के दौरान बैंकिंग क्षेत्र में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है और इससे काफी लाभ मिलेगा। 
  • बुध के तुला राशि में होने वाले इस गोचर से गणितज्ञ और शोधकर्ताओं को भी लाभ मिलने की संभावना है।

प्रौद्योगिकी एवं अनुसंधान

  • तुला राशि में बुध प्रौद्योगिकी, आविष्कार और अनुसंधान का समर्थन करता है। इस अवधि में चिकित्सा अनुसंधान नई ऊंचाइयां छू सकते हैं। 
  • तुला राशि में बुध लंबे समय से संकट में चल रहे कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर उद्योग में कुछ गति लेकर आ सकता है। 
  • इंजीनियरिंग क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण आविष्कार या शोध देखने को मिल सकते हैं।

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बुध का तुला राशि में गोचर- स्टॉक मार्केट रिपोर्ट

बुध शेयर बाजार को नियंत्रित करता है क्योंकि यह व्यापार, शेयर और वित्त से जुड़ा ग्रह माना गया है और बुध का तुला राशि में गोचर हमेशा इस बात पर प्रभाव डालता है कि शेयर बाजार कितना अच्छा प्रदर्शन करता है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि 10 अक्टूबर 2024 से शुरू होने वाले बुध के तुला राशि में गोचर का शेयर बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा। आप स्टॉक मार्केट की पूरी रिपोर्ट आप यहां जान सकते हैं। 

  • समग्र शेयर बाजार में कभी कभार और अप्रत्याशित मामूली गिरावट के साथ तेजी ही रहने वाली है। 
  • बैंकिंग, सार्वजनिक क्षेत्र, भारी इंजीनियरिंग, कपड़ा उद्योग, हीरा व्यवसाय, चाय उद्योग, ऊनी उद्योग, सौंदर्य प्रसाधन, तंबाकू, रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस पावर, टाटा पावर और अदानी पावर सभी महत्वपूर्ण वृद्धि का अनुभव करेंगे। 
  • इसे हासिल करना संभव है लेकिन इस महीने की 18 तारीख के बाद गति थोड़ी कम हो जाएगी। 
  • मुनाफा वसूली से बाजार की हालत खराब हो सकती है और सार्वजनिक क्षेत्र के कारण यह विशेष रूप से कमजोर भी हो सकता है। 
  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, पेपर प्रिंटिंग, विज्ञापन, फार्मास्यूटिकल्स और शिपिंग में पर्याप्त खामियां नजर आ सकती है और अक्टूबर के अंत में मंदी भी संभव है।

बुध का तुला राशि में गोचर- खेल प्रतियोगिताएं और इसके प्रभाव

बुध का गोचर खेल और टूर्नामेंट को भी प्रभावित करने के लिए जाना जाता है। तो चलिए एक नजर डाल लेते हैं इस अवधि में होने वाली खेल प्रतियोगिताओंऔर उस पर इस गोचर का क्या कुछ प्रभाव पड़ेगा। 

टूर्नामेंटखेलतारीख
फीफा विश्व कप क्वालीफायरफ़ुटबॉल13 अक्टूबर- 18 अक्टूबर
आईसीसी महिला टी20 क्रिकेट विश्व कपक्रिकेट3 अक्टूबर- 20 अक्टूबर
शंघाई मास्टर्सटेनिस2- 13 अक्टूबर

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1: तुला राशि में कौन से नक्षत्र आते हैं?

चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र और विशाखा नक्षत्र तुला राशि में आते हैं।

2: तुला राशि का स्वामी कौन है? 

शुक्र ग्रह को तुला राशि का स्वामी माना गया है।  

3: कौन सा नक्षत्र बुध द्वारा शासित होता है? 

जेष्ठा नक्षत्र, अश्लेषा नक्षत्र और रेवती नक्षत्र पर बुध ग्रह का शासन होता है। 

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