मंगल का तुला राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं। इस ब्लॉग में हम आपको मंगल का तुला राशि में गोचर के बारे में बताने जा रहे हैं।

13 सितंबर, 2025 को मंगल शुक्र की राशि तुला में प्रवेश करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि मंगल के तुला राशि में प्रवेश करने पर राशिचक्र की सभी राशियों समेत देश-दुनिया और स्टॉक मार्केट पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को आक्रामकता, कार्य करने और ऊर्जा का कारक माना जाता है। मंगल को अक्सर योद्धा के रूप में भी जाना जाता है। कोई व्यक्ति अड़चनों का सामना कैसे करता है, अपने लक्ष्यों को पाने के लिए किस तरह से काम करता है और बाहरी दुनिया के साथ किस तरह से जुड़ता है, इस सब पर मंगल का प्रभाव होता है। मंगल साहस, महत्वाकांक्षा और हिंसा का कारक है। जन्मकुंडली में मंगल की स्थिति से इन चीज़ों का पता चलता है और इसका प्रभाव व्यक्ति के रिश्तों, करियर और जीवन की दिशा पर पड़ता है।
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ज्योतिष में मंगल ग्रह को ऊर्जा, कार्य करने और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया गया है। इसे राशियों का योद्धा भी कहा जाता है। मंगल ग्रह साहस, महत्वाकांक्षा, पैशन और प्रयास करने की क्षमता को दर्शाता है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हम कितने प्रेरित हैं, चुनौतियों का किस तरह से सामना करते हैं और अपने विचारों को बिना डरे किस तरह से रखते हैं, यह सब मंगल ही दर्शाता है।
इस ग्रह का संबंध अग्नि, शक्ति और इच्छाशक्ति से है। हम अपनी ऊर्जा का उपयोग किस तरह से करते हैं, इस पर मंगल का प्रभाव रहता है। हम सोच समझकर या आवेग में आकर प्रतिक्रिया देते हैं, यह सब मंगल पर निर्भर करता है। वैदिक ज्योतिष में मंगल को कुजा भी कहा गया है और यह निडर, पुरुष तत्व का और अशुभ ग्रह है। मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह हैं।
जन्मकुंडली में शुभ स्थान में होने पर व्यक्ति साहसी, नेतृत्व करने में सक्षम और उत्साह वाला होता है लेकिन पीडित होने पर, यह व्यक्ति में आक्रामकता, संघर्ष और आतुरता लेकर आता है। वैदिक ज्योतिष में मंगल ऊर्जा, साहस, इच्छाशक्ति, आक्रामकता, कार्य करने और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। जब मंगल राहु, केतु या शनि आदि से पीडित या कमजोर स्थिति में हो या कुंडली में अशुभ स्थान में बैठा हो, तब व्यक्ति गुस्सैल, अधीर बन सकता है, उसके साथ दुर्घटना और मतभेद होने का डर रहता है, वह रक्त से संबंधित विकार या प्रॉपर्टी से जुड़े विवादों से परेशान हो सकता है।
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मंगल का तुला राशि में गोचर: समय
13 सितंबर, 2025 को रात को 08 बजकर 18 मिनट पर मंगल तुला राशि में गोचर करेंगे। मंगल के लिए तुला शत्रु राशि है इसलिए इस राशि में मंगल की उपस्थिति दिलचस्प रहने वाली है। तो चलिए जानते हैं कि मंगल के इस गोचर का राशियों, देश-दुनिया और स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मंगल का तुला राशि में गोचर: विशेषताएं
मंगल ग्रह कार्य करने और उत्साह का कारक है जबकि तुला राशि संतुलन, सामंजस्य और साझेदारी का प्रतीक है। मंगल के तुला राशि में प्रवेश करने पर मंगल का जोश से भरपूर दृढ़ संकल्प तुला राशि की कूटनीतिक शैली से जाकर मिलता है। इससे ऐसा समय बनता है जब अपने विचारों को सीधा व्यक्त करने के बजाय बातचीत और सहयोग का सहारा लिया जाता है। इस समय लोग रिश्तों, पार्टनरशिप और सामाजिक संबंधों को लेकर प्रयास करने के लिए प्रेरित रह सकते हैं और अक्सर न्याय एवं पारस्परिक लाभ की तलाश करते हैं।
रचनात्मक कार्य, कानूनी मामले और टीम के साथ प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि मंगज आकर्षण और रणनीतिक सोच को बढ़ावा देता है। हालांकि, यहां पर चुनौती यह है कि आक्रामकता और निर्णय न ले पाने की स्थिति से बचा जाए क्योंकि मंगल का तुला राशि में गोचर कभी-कभी दूसरों की राय को जरूरत से ज्यादा महत्व दिए जाने की वजह से साहसिक कदम उठाने में दिक्कत होती है।
तुला राशि में मंगल के गोचर के दौरान लोग अपने कार्यों और आत्मविश्वास के प्रति अधिक सामंजस्यपूर्ण और संतुलित दृष्टिकोण की ओर बदलाव महसूस कर सकते हैं। आमतौर पर मंगल सरलता और आक्रामकता से जुड़ा होता है लेकिन तुला राशि में यह न्याय और कूटनीति की इच्छा से संतुलित हो जाता है। इस दौरान रिश्तों, टीम के साथ मिलकर काम करने और सभी के लिए लाभकारी हल ढूंढने पर अधिक जोर दिया जा सकता है।
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मंगल का तुला राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
राजनीति और सरकार
- भारत सरकार के वक्ता और अन्य उच्च पदों पर बैठे राजनेता सोच-समझकर काम करते हुए और व्यवहारिक योजना बनाते हुए नज़र आएंगे।
- मंगल के तुला राशि में होने पर शुक्र से भी कुछ विशेषताएं मिलती हैं इसलिए सरकारी अधिकारी इस समय अंतिम निर्णय लेने से पहले अपनी योजनाओं और कार्यों की बारीकी से जांच करेंगे।
- इस समय भारतीय सरकार की नीतियां और कार्यक्रम बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करेंगे।
- अब सरकार मैकेनिकक्स, चिकित्सा आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाने वाले प्रयासों को जोर-शोर से लागू करेगी।
- इस समयावधि में देश के नेता आक्रामकता लेकिन विचारशील और बुद्धिमत्तापूर्ण तरीके से कार्य करते हुए दिखाई देंगे।
मेडिकल, मैकेनिकल और अन्य क्षेत्र
- इस समय मैकेनिक्स के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को फायदा होगा।
- नर्सिंग और मेडिकल के क्षेत्र में प्रगति होगी जिससे आम जनता को लाभ प्राप्त होगा।
- कुछ हद तक सॉफ्टवेयर, आईटी और मैकेनिकल इंडस्ट्री को फायदा होने की उम्मीद है।
- इस दौरान कवि और लेखक खूब तरक्की करेंगे। अलग-अलग विषयों के लेखकों को उन्नति मिलेगी।
- व्यापारियों और वार्ताकारों के लिए मंगल का तुला राशि में गोचर अनुकूल साबित होगा।
कला, फैशन और मनोरंजन
- मंगल का गोचर मनोरंजन के साथ-साथ फैशन इंडस्ट्री को भी फायदा पहुंचाएगा।
- आर्किटेक्चर डिज़ाइन या इंटीरियर डिज़ाइनिंग में काम करने वाले लोगों को इस गोचर से लाभ होने के आसार हैं।
- कपड़े की मिलों और फैशन इंडस्ट्री के लिए यह मुनाफे का समय होगा।
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मंगल का तुला राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट रिपोर्ट
13 सितंबर, 2025 को होने जा रहे मंगल के तुला राशि में गोचर का असर स्टॉक मार्केट पर भी देखने को मिलेगा। शेयर मार्केट भविष्यवाणी से जानते हैं कि इससे किसे फायदा होने के संकेत हैं।
- चूंकि मंगल का गोचर तुला राशि में हो रहा है इसलिए केमिकल फर्टिलाइज़र इंडस्ट्री, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, स्टील इंडस्ट्री, हिंडाल्को, ऊनी मिलों को उन्नति मिलेगी।
- मंगल के इस गोचर के दौरान फार्मास्यूटिकल कंपनियां भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं।
- सर्जरी के उपकरण बनाने वाले उद्योग और व्यापारी भी शानदार प्रदर्शन करते हुए नज़र आएंगे।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, आईटी और अन्य क्षेत्रों में मंदी का दौर जारी रहेगा।
- इस समय रियल एस्टेट कंपनिया फल-फूल सकती हैं।
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मंगल का तुला राशि में गोचर: इन राशि वालों को होगा लाभ
मेष राशि
मेष राशि के लग्न और छठे भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं जो कि अब आपके सातवें भाव में उपस्थित रहेगा। शत्रु राशि में होने के बावजूद लग्नेश के सप्तम भाव में होने से इस भाव के गुणों में वृद्धि होगी। मंगल का गोचर सातवें भाव में होने से आप अपने रिश्तों को लेकर जुनून और उत्साह से भर सकते हैं। इस समयावधि में सप्तम भाव से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें आपके जीवन का केंद्र बिंदु बन सकती हैं। हालांकि, ग्रहों की दृष्टि, स्थिति और युति के आधार पर हर किसी के लिए यह परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं।
वकीलों और लॉ या कॉर्पोरेट कंपनी में काम करने वाले लोगों के लिए यह गोचर अनुकूल साबित होगा क्योंकि मंगल का सातवें भाव में होने पर व्यक्ति के अंदर अपने कौशल को लेकर आत्मविश्वास आता है। वह परिस्थितियों से हार नहीं मानता है। आर्थिक स्थिति के लिए भी लग्नेश का सातवें भाव में होना अनुकूल माना जाता है।
कर्क राशि
कर्क राशि के लिए मंगल योग कारक है क्योंकि यह इसके केंद्र त्रिकोण यानी पहले भाव और अन्य त्रिकोण भाव यानी पांचवे भाव के स्वामी हैं। मंगल का गोचर होने के दौरान वह आपके चौथे भाव यानी सुख और सुवधिाओं के भाव में रहेंगे। इस समयावधि में आप अपने लिए नया वाहन खरीद सकते हैं।
करियर की बात करें, तो नौकरीपेशा जातक सफलता और सम्मानजनक पद पाने में समर्थ होंगे। वहीं व्यापारीगण अपने प्रयासों से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आप प्रतिस्पर्धा करने में भी सक्षम होंगे। वित्तीय स्तर पर आप अपने परिवार के सुख और सुविधाओं पर धन खर्च कर सकते हैं। इसके अलावा आपकी बचत में भी वृद्धि हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के चौथे और नौवें भाव का स्वामी मंगल ग्रह है जो कि अब आपके लाभ और इच्छाओं के भाव यानी ग्यारहवें घर में रहेगा। करियर की बात करें तो, नौकरीपेशा जातक अपनी नौकरी या काम की जगह बदल सकते हैं। मंगल के गोचर से होने वाले इस बदलाव से आप संतुष्ट महसूस कर सकते हैं।
एक्सपर्ट होने के नाते आप अपने व्यवसाय में खूब धन कमाने में सक्षम होंगे। आप बिज़नेस के क्षेत्र में बड़े स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। अधिक धन कमाने की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आप पैसों की बचत भी कर सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और अब मंगल का तुला राशि में गोचर होने के दौरान वह आपके धन और परिवार के दूसरे भाव में विराजमान रहेंगे। यदि आप नौकरी करते हैं, तो ॐचे पद और अधिक संतुष्टि पाने के लिए आप नौकरी बदल सकते हैं।
व्यवसाय के मामले में आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने के योग हैं। आप अपनी खुशी के लिए अधिक धन कमा सकते हैं। आपके लिए बिज़नेस ट्रिप पर जाने के योग भी बन रहे हैं। वित्त की बात करें, तो आप अधिक धन कमाने में सक्षम होंगे और पैसों की बचत भी कर पाएंगे। निजी जीवन में आपको अपने जीवनसाथी के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखने और नैतिक मूल्यों का पालन करने का प्रयास करना चाहिए।
मकर राशि
मकर राशि के लोगों के चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और अब वह आपके दसवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं जो कि करियर का भाव है। यहां पर मंगल को दिशात्मक बल मिल रहा है। ऐसे में आप अपने काम को लेकर अधिक जागरूक रह सकते हैं और कार्यक्षेत्र में अधिक उन्नति प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, परिवार में अच्छे अवसर आ सकते हैं।
करियर की बात करें, तो मंगल का तुला राशि में गोचर होने पर नौकरीपेशा जातकों को नए अवसर मिल सकते हैं जिससे उन्हें संतुष्टि महसूस होगी। आपको इस उद्देश्य से यात्रा भी करनी पड़ सकती है। व्यवसाय की बात करें, तो आप इस समय उच्च मुनाफा कमाने और अपने शत्रुओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे। आर्थिक स्तर पर आप खूब धन कमाएंगे और संतुष्ट महसूस करेंगे।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के नौवें भाव में मंगल का गोचर होने जा रहा है। मंगल इस राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी। आप अध्यात्म में रुचि रखने की वजह से अंदर से संतोष और शांति प्राप्त कर सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में नौकरीपेशा जातक अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रयास कर सकते हैं और इसके लिए उनकी प्रशंसा भी की जा सकती है। व्यवसाय की बात करें, तो आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है और इन यात्राओं से आपको अधिक धन मिलने की संभावना है। मंगल का तुला राशि में गोचर होने के दौरान आप अधिक धन कमाने और पैसों की बचत करने में सफल होंगे।
मंगल का तुला राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के छठे भाव में मंगल का गोचर होने जा रहा है और यह आपके सातवें एवं बारहवें भाव का स्वामी है। ऐसे में आपको अपने कार्यों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, आप ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।
कार्यक्षेत्र में आपको अपनी योजना तैयार करनी पड़ सकती है क्योंकि इस समयावधि में आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। व्यवसाय के क्षेत्र में आपको अपने प्रतिद्वंदियों से प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है जो कि नई कंपनी की योजनाएं पेश कर सकते हैं। वित्त की बात करें, तो आपके खर्चों में वृद्धि होने का डर है। ऐसे में आपकी बचत भी काफी कम हो सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और मंगल का गोचर होने के दौरान वह आपके पांचवे भाव में स्थित रहेंगे। आप अपनी संतान की प्रगति और विकास को लेकर चिंतित हो सकते हैं। वहीं आपको आध्यात्मिक तरीकों से लाभ होने के आसार हैं। करियर की बात करें, तो इस समयावधि में नौकरीपेशा जातकों को अपने उच्च अधिकारियों और सहकर्मियों से समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं।
इस वजह से आप अपने काम से असंतुष्ट हो सकते हैं। व्यवसाय के मामले में सट्टे से आप खूब पैसा कमा सकते हैं। अगर आप कोई सामान्य व्यवसाय करते हैं, तो आप अधिक धन कमाने में पीछे रह सकते हैं। मंगल का तुला राशि में गोचर के दौरान आपकी आमदनी औसत रहेगी और आप ज्यादा पैसों की बचत करने में असमर्थ रह सकते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के बारहवें भाव में मंगल का गोचर होने जा रहे हैं। मंगल छठे और पहले भाव के स्वामी हैं। आप लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं और लोन या पैतृक संपत्ति से अधिक धन कमा सकते हैं। आप सट्टे से भी धन अर्जित कर सकते हैं। करियर की बात करें, तो उन्नति प्राप्त करने के लिए आप नौकरी बदल सकते हैं। हालांकि, मंगल का तुला राशि में गोचर करने के दौरान आप अच्छा प्रदर्शन करने में असमर्थ रह सकते हैं।
व्यवसाय के क्षेत्र में आपको अपनी जगह बनाने और अधिक मुनाफा कमाने में दिक्कत हो सकती है। आप बहुत कम मात्रा में धन कमा पाएंगे। वहीं वित्तीय स्तर पर अधिक खर्चों के कारण आपको चिंता हो सकती है। आपके जीवन में बड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। निजी जीवन में परिवार में समस्याएं आने की आशंका है और ऐसे में आपको अपने जीवनसाथी से सहायता नहीं मिल पाएगी।
मंगल का तुला राशि में गोचर: उपाय
- आप दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में सोने या तांबे में लाल मूंगा धारण करें। मंगल के होरा में मूंगा को अभिमंत्रित करने के बाद मंगलवार के दिन ही इसे धारण करें। हमेशा अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद ही रत्न धारण करना चाहिए।
- मंगलवार के दिन लाल चंदन की माला से 108 या 1008 बार ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: मंत्र का जाप करें।
- मंगलवार को व्रत रखें। सूर्यास्त के बाद एक बार ही भोजन करें और गुड़ एवं गेहूं से बनी चीज़ें खाएं।
- हनुमान जी को या कार्तिकेय भगवान को लाल रंग के पुष्प, चंदन का पेस्ट और मिठाईयां अर्पित करें।
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. मकर राशि।
उत्तर. कर्क राशि।
उत्तर. दक्षिण दिशा।