गुरु-शुक्र युति: 360 डिग्री बदल जाएगा 3 राशियों का जीवन, आर्थिक संपन्नता मिलेगी बेशुमार!

जब भी दो ग्रहों की युति होती है तो ज्योतिष में इसे बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ऐसी स्थिति में दोनों ग्रहों का सामूहिक प्रभाव जातक के जीवन पर देखने को मिलता है। ऐसे में जल्द ही एक और महत्वपूर्ण युति होने वाली है जिसे ज्योतिष के जानकर बेहद ही महत्वपूर्ण मान रहे हैं। 

दरअसल 12 वर्षों के बाद दैत्यों के गुरु शुक्र और देवताओं के गुरु बृहस्पति की मेष राशि में युति होने वाली है। जैसा कि हमने पहले भी बताया जहां शुक्र को दैत्यों का गुरु कहा जाता है वहीं गुरु को देवताओं का गुरु कहा जाता है। ऐसे में यह युति कई मायनों में खास रहेगी। अपने इस खास ब्लॉग में आज हम जानेंगे इस महत्वपूर्ण युति से किन राशियों को लाभ मिलने वाला है, गुरु शुक्र की युति का अर्थ क्या होता है, साथ ही जानेंगे इस महत्वपूर्ण युति से संबंधित कुछ बेहद ही जरूरी और जानने वाली बातें।

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कब होने वाली है यह युति? 

ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते रहते हैं। बात करें गुरु की तो वह एक राशि में तकरीबन 1 वर्ष तक रहते हैं। ऐसे में उन्हें वापस एक राशि में आने के लिए तकरीबन 12 वर्षों का समय लग जाता है। इस वक्त गुरु अपनी राशि मेष में स्थित हैं।

यहीं 24 अप्रैल को शुक्र भी आने वाले हैं। ऐसे में 24 अप्रैल से शुक्र और गुरु की मेष राशि में युति प्रारंभ हो जाएगी। इस महत्वपूर्ण युति का जहां कुछ राशियों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है तो कुछ राशियों को इसके सकारात्मक प्रभाव भी मिलेंगे। अपने खास ब्लॉग में आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं उन राशियों के बारे में जिन्हें इस युति का बेहद ही शुभ परिणाम प्राप्त होगा।

गुरु शुक्र युति अर्थ

बात करें गुरु शुक्र युति की तो, शुक्र और गुरु की युति किसी भी कुंडली में सबसे शुभ और शांतिपूर्ण युतियों में से एक मानी जाती है। गुरु को जहां एक तरफ भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है वहीं शुक्र ग्रह लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि, गुरु और शुक्र की युति में जन्मे जातकों में बेहद ही शानदार चुंबकीय शक्ति देखने को मिलती है। इन लोगों की तरफ लोग अपने आप ही आकर्षित हो उठते हैं।

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गुरु शुक्र युति से इन राशियों को मिलेगा बंपर लाभ 

मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए यह महत्वपूर्ण युति उनके लग्न भाव में होने जा रही है। ऐसे में मेष राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद ही शानदार रहेगा। इस दौरान आपके जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है। आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो व्यवसाय में मुनाफा मिलेगा। करियर की बात करें तो आपके काम की प्रशंसा की जाएगी। साथ ही आपके काम की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। आपके उच्च अधिकारी आपके शानदार काम को देखते हुए आपकी पदोन्नति या फिर वेतन वृद्धि का कोई बड़ा फैसला भी ले सकते हैं। इसके अलावा आपको आकस्मिक धन लाभ के भी योग बन रहे हैं। अगर आप शादीशुदा हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में अपार खुशियाँ आएंगी।

मिथुन राशि: दूसरी जिस राशि को इस युति से लाभ होगा वह है मिथुन राशि। मिथुन राशि की जातकों की कुंडली में एकादश भाव में गुरु और शुक्र की युति होने वाली है। ऐसे में आपको भी इसके बेहद ही शुभ परिणाम मिलेंगे। मिथुन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति इस युति से बेहद ही मजबूत बनेगी। बात करें करियर की तो आपको अपार सफलता मिलेगी। मिथुन राशि के जातकों का अगर कोई काम लंबे समय से रुका हुआ था तो वह भी इस अवधि के दौरान पूरा होने की उच्च संभावना बन रही है। कार्य क्षेत्र में आपके काम के प्रति आपकी लगन और उत्साह को देखते हुए आपके वरिष्ठ अधिकारी या आपके बॉस आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। इस अवधि में आपका प्रेम जीवन शानदार रहेगा। साथ ही आप अपने परिवार के लोगों के साथ अनुकूल व्यक्त व्यतीत करते नजर आएंगे।

कर्क राशि: तीसरी जिस राशि के लिए शुक्र गुरु की यह युति शानदार साबित होगी वह है कर्क राशि। कर्क राशि के जातकों की लिए यह युति उनके दशम भाव में होने जा रही है। ऐसे में आपको भी जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस अवधि में आप कुछ नया प्रारंभ कर सकते हैं आपको उसमें भी अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। आने वाले समय में आपको इसका भी काफी लाभ मिलेगा। प्रेम जीवन की बात करें तो आपका प्रेम जीवन शानदार रहेगा। आप अपने पार्टनर के साथ अनुकूल व्यक्त व्यतीत करते नजर आएंगे। आप अपनी बुद्धि के दम पर लोगों के चहेते बनेंगे। इसके अलावा समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा।

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