धनतेरस 2023: इस दिन अनजाने में कहीं आप भी तो नहीं करने जा रहे हैं ये गलती? माँ लक्ष्मी हो जाएंगी रुष्ट!

सनातन धर्म में दिवाली के त्यौहार को सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना गया है। यह पांच दिनों का त्यौहार होता है जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है। धनतेरस या धन त्रयोदशी का यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को पड़ता है। अपने इस विशेष ब्लॉग में आज हम जानेंगे कि साल 2023 में धनतेरस किस दिन पड़ने वाला है, इससे जुड़ी मान्यता क्या है, इस दिन का महत्व क्या होता है, इस दिन क्या कुछ उपाय करने से आपके जीवन में हमेशा सुख संपत्ति बनी रहती है और क्या कुछ कार्य इस दिन भूल से भी नहीं किए जाते हैं। 

इसके अलावा इस वर्ष धनतेरस के दिन की शुभ मुहूर्त की जानकारी भी आपको इस ब्लॉग के माध्यम से हम प्रदान करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं और जान लेते हैं धनतेरस से जुड़ी कुछ बेहद ही दिलचस्प बातें।

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वर्ष 2023 में कब मनाया जाएगा धनतेरस का यह त्यौहार 

बात करें साल 2023 में धनतेरस की तिथि की तो इस वर्ष 10 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार मनाया जाएगा। इसके दो दिन बाद अर्थात 12 नवंबर को दिवाली पड़ेगी। 

धनतेरस के दिन आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि और धन के देवता कुबेर की पूजा का विधान बताया गया है। इसके अलावा कहा जाता है कि अगर धनतेरस के दिन कोई भी व्यक्ति अपने घर में सोने, चांदी जैसी चीज़ें खरीद कर लाता है तो उसके जीवन में धन संपदा हमेशा बनी रहती है।

धनतेरस 2023 की तिथि एवं मुहूर्त

10 नवंबर, 2023 (शुक्रवार)

धनतेरस मुहूर्त नई दिल्ली के लिए

धनतेरस मुहूर्त :17:48:50 से 19:44:43 तक

अवधि :1 घंटे 55 मिनट

प्रदोष काल :17:30:16 से 20:08:15 तक

वृषभ काल :17:48:50 से 19:44:43 तक

(जानकारी: अगर आप अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें। )  

धनतेरस पर 30 वर्षों बाद शुभ संयोग

इस वर्ष धनतेरस पर 30 वर्षों बाद शुभ संयोग बन रहा है। दरअसल धनतेरस के दिन शनि मार्गी होकर अपनी ही मूल त्रिकोण राशि कुंभ में स्थित रहने वाले हैं और यह संयोग कुल 30 वर्षों बाद बन रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं इस दौरान शुक्र और चंद्रमा भी कन्या राशि में होंगे। हस्त नक्षत्र का शुभ संयोग रहेगा। हस्त नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा हैं ऐसे में इस शुभ मुहूर्त में खरीदारी का विशेष महत्व माना गया है।

इसके अलावा इस धनतेरस पर खरीदारी के मुहूर्त दो दिन रहने वाले हैं। 

10 नवंबर को त्रयोदशी दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी जो दूसरे दिन अर्थात शनिवार को दिन में 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। यूं तो धनतेरस के दिन पूरे दिन ही खरीदारी शुभ मानी जाती है लेकिन अगर आप अति शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना चाहते हैं तो इसके लिए प्रदोष बेला शाम 5 बजकर 16 मिनट से 7 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। 

11 नवंबर को भी सुबह 7 बजकर 44 मिनट से 9 बजकर 06 मिनट तक और दिन में 11 बजकर 50 मिनट से 1 बजकर 57 मिनट तक खरीददारी की जा सकती है। 

हस्त नक्षत्र में धातु खरीदना बेहद ही शुभ माना गया है। धनतेरस के दिन यूं तो सोना खरीदना सबसे ज्यादा फलदाई होता है। हालांकि अगर आप सोना नहीं खरीद सकते हैं तो आप चांदी भी खरीद सकते हैं। इससे भी मां लक्ष्मी की कृपा बनती है।

धनतेरस की सही पूजन विधि 

  • धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा का विधान बताया गया है।  
  • इस दिन इसके लिए शुभ मुहूर्त में कुबेर देवता, भगवान धन्वंतरि और मां लक्ष्मी की पूजा प्रारम्भ करें और किसी पवित्र जगह पर इनकी तस्वीर या प्रतिमा को रखें। 
  • गणेश भगवान की मूर्ति भी पूजा में अवश्य शामिल करें। 
  • सभी देवी देवताओं को तिलक लगाएँ, उन्हें फल, फूल, मिठाई आदि अर्पित करें, दीपक जलाएं। 
  • इसके बाद अपनी मनोकामना देवताओं से कहें।
  • अंत में सबकी आरती उतारें और अनजाने में भी हुई किसी भी भूल की देवी-देवताओं से माफी मांगे। 

क्या यह जानते हैं आप? धन त्रयोदशी या धनतेरस पर तेरह अंक (13) का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन का अंक 13 से खास संबंध होता है। मान्यता के अनुसार इस दिन खरीदी गई चीज व्यक्ति को उनके जीवन में 13 गुना फल देती है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि अगर इस दिन कोई भी काम शुरू किया जाए तो इससे व्यक्ति को 13 गुना सफलता प्राप्त होती है।

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धनतेरस के दिन भूल से भी ना करें यह गलती 

धनतेरस के दिन कुछ काम विशेष तौर पर वर्जित माने गए हैं। ऐसे में इस दिन क्या कुछ ना करके आप अपने जीवन में सुख, शांति सुनिश्चित कर सकते हैं आइये जान लेते हैं: 

  • हिंदू धर्म में झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। ऐसे में इस दिन किसी भी झाड़ू पर पैर ना लगाएँ।  
  • तामसिक भोजन का सेवन न करें। इसे अशुभ माना जाता है। 
  • घर में नकारात्मकता ना फैलाएं, घर में लड़ाई झगड़ा ना करें।
  • बहुत से लोग धनतेरस के दिन बर्तन खरीदते हैं। हालांकि इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इस दिन आप गलती से भी कांच के बर्तन या डिनर सेट ना खरीदें। कांच का संबंध राहु से माना जाता है और धनतेरस के दिन राहु से जुड़ी चीज घर नहीं लानी चाहिए। 
  • इसके अलावा धनतेरस के दिन कैंची, चाकू, सूई जैसी कोई भी नुकीली या धारदार चीज भी नहीं खरीदनी चाहिए। 
  • चीनी मिट्टी के शोपीस और बर्तन भी धनतेरस के दिन नहीं खरीदने चाहिए। 
  • लोहे का संबंध चूंकि शनिदेव से माना गया है ऐसे में धनतेरस के दिन इसे भी खरीदने से बचना चाहिए। अन्यथा व्यक्ति को आर्थिक हानि होने लगती है।

धनतेरस के दिन अवश्य खरीदें यह चीज़ें- साल भर बनी रहेगी धन संपदा 

यह जानने के बाद कि हमें धनतेरस के दिन क्या नहीं खरीदना है चलिए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं धनतेरस के दिन किन वस्तुओं की खरीद करके आप अपने जीवन में सुख समृद्धि और आर्थिक संपन्नता प्राप्त कर सकते हैं। 

  • धनतेरस के दिन आप लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीद सकते हैं और दिवाली के दिन इनकी पूजा कर सकते हैं। 
  • इसके अलावा इस दिन सोना चांदी खरीदना बेहद ही शुभ माना गया है। 
  • बहुत से लोग इस दिन सोने चांदी के आभूषण खरीदते हैं। हालांकि अगर आप आभूषण नहीं खरीद सकते हैं तो आप सोने या चांदी के सिक्के भी लाकर घर रख सकते हैं। 
  • इसके अलावा धातु के बर्तन खरीदना बेहद ही शुभ होता है। विशेष तौर पर चांदी और पीतल को भगवान धन्वंतरि का मुख्य धातु मान जाता है। ऐसे में आप इस दिन चांदी या पीतल के बर्तन खरीद सकते हैं। 
  • इसके अलावा चूंकि भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान हाथ में कलश लेकर उत्पन्न हुए थे इसलिए आप धनतेरस के दिन पानी भरने वाला बर्तन भी खरीद सकते हैं। 
  • इस दिन झाड़ू खरीदना बेहद ही शुभ होता है। 
  • धनतेरस के दिन अगर आप अपने घर में दक्षिणावर्ती शंख, कमलगट्टे की माला, कोई धार्मिक पुस्तक या रुद्राक्ष खरीदते हैं तो इसे भी बेहद शुभ माना जाता है। 
  • धनतेरस के दिन श्री यंत्र घर में लेकर आयें। इससे आपके घर में मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा।

कौन है भगवान धन्वंतरि? कहा जाता है धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा होती है। अमृत मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि भगवान विष्णु (24 अवतारों में से 12वें अवतार) ही धनवंतरी हैं। अर्थात धनवंतरी के रूप में उन्होंने ही अवतार लिया था। मान्यताओं के अनुसार यह भी कहा जाता है कि भगवान धन्वंतरि देवताओं के वैद्य है। ऐसे में आरोग्य सुख के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा विशेष रूप से फलदाई मानी जाती है। क्योंकि भगवान धन्वंतरि अपने प्रकट होने के समय अपने हाथ में अमृत का कलश लिए हुए थे इसीलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है।

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धनतेरस के दिन खरीदारी का शुभ मुहूर्त

जैसे कि हमने पहले भी बताया कि धनतेरस के दिन लोग अपनी इच्छा शक्ति के अनुसार कुछ ना कुछ चीज अवश्य खरीदते हैं कोई बर्तन खरीदता है, कोई झाड़ू खरीद कर घर लाता है, तो कोई सोने चांदी के आभूषण, तो कोई सोने चांदी के सिक्के ही घर लेकर आता है लेकिन लोग खरीदारी अवश्य करते हैं।  ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि इस दिन खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला है तो हम आपको इसकी जानकारी भी यहां प्रदान करने जा रहे हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में की गई खरीददारी व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि लेकर आती है।

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार धनतेरस 2023 (Dhanteras 2023) के दौरान सोना और चांदी खरीदने का सबसे अनुकूल समय 10 नवंबर 2023 को दोपहर 2:35 बजे से 11 नवंबर 2023 को सुबह 6:40 बजे के बीच है। वहीं अगर आप इस समय से चूक जाते हैं, तब भी आप 11 नवंबर, 2023 को सुबह 06:40 बजे से दोपहर 1:57 बजे के बीच सोना और चांदी खरीद सकते हैं।

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धनतेरस की शाम भूल से भी ना करें यह गलती 

  • धनतेरस के दिन से मां लक्ष्मी की पूजा शुरू हो जाती है इसीलिए विशेष तौर पर शाम के समय भूल से भी घर को खाली अर्थात अकेला ना रखें। कई बार देखा गया है कि लोग खरीदारी के लिए घर से बाहर चले जाते हैं और इस दौरान घर एकदम खाली हो जाता है जो की बहुत बड़ी गलती मानी गई है। ऐसे में आप ऐसा करने से बचें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि धनतेरस के दिन से शाम के समय घर में कोई ना कोई सदस्य अवश्य मौजूद रहे और घर का मुख्य द्वार मुमकिन हो तो खुला रखें। 
  • धनतेरस के दिन ही दक्षिण दिशा की तरफ दीपक जलाया जाता है। दीपक में एक सिक्का और कौड़ी अवश्य डालें और फिर दक्षिण की तरफ मुख करके ही अपने पितरों का ध्यान करें। इस उपाय को करने से अकाल मृत्यु का भय व्यक्ति के जीवन से दूर होने लगता है। साथ ही व्यक्ति को रोग मुक्त जीवन का आशीर्वाद मिलता है। 
  • इसके अलावा कहते हैं कि इस दिन पितरों को याद करने से घर में हमेशा सुख समृद्धि का वास बना रहता है।

धनतेरस के दिन पांच दीपक अवश्य जलाएं: मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन पांच दीपक जलने का विधान बताया गया है इसमें से एक दीपक देवताओं के पास रख दें, इसके बाद एक घर के मुख्य द्वार पर रखें, अगला दीपका किसी जल के स्थान पर रखते हैं और इसी तरह से पांचो दीपक को कहीं ना कहीं रख दें। ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का हमेशा वास होता है।

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धनतेरस के दिन कहीं आप भी तो नहीं करने जा रहे हैं यह गलती? 

त्योहारों का समय होता है और कई बार पैसे खत्म हो जाते हैं तो लोग बिना सोचे समझे अपने सगे संबंधी, रिश्तेदारों या दोस्तों से पैसे उधार ले लेते हैं। हालांकि इस बात का विशेष ध्यान रखें कि धनतेरस के दिन कभी भी धन का लेनदेन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं इसीलिए धनतेरस के दिन ना ही किसी को धन दें और ना ही किसी से धन लें। 

इसके अलावा मुमकिन हो तो धनतेरस के दिन साबुत धनिया अवश्य खरीद लें। धनिया को संपन्नता का प्रतीक माना जाता है इसीलिए इसकी खरीद अवश्य करें और धनतेरस की पूजा में मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि को इसे अर्पित कर दें।

धनतेरस के चमत्कारी उपाय 

  • धनतेरस के दिन इस दिन की पूजा के बाद रात में केसर या हल्दी से रंगे हुए 21 चावल के साबुत दाने किसी लाल साफ कपड़े में बांध लें और इसे अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से घर में पैसों की किल्लत दूर होती है। 
  • धनतेरस की पूजा में दिशाओं का विशेष ध्यान रखें। इस दिन भगवान कुबेर की पूजा उत्तर दिशा में करें। 
  • धनतेरस के दिन उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके पूजा करें। ऐसा करने से भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 
  • मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए धनतेरस के दिन बाजार से नई झाड़ू खरीद के अवश्य लाएं। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख समृद्धि हमेशा बनी रहेगी। 
  • धनतेरस के दिन आप अपने घर में, दुकान पर या जहां पर भी आप काम करते हैं वहां पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर अवश्य लेकर आयें। इसके अलावा मुमकिन हो तो मां लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लेकर आयें जिसमें मां कमल पर धन वर्षा की मुद्रा में बैठी हों और दोनों हाथी की सूंड ऊपर की तरफ हो। इस तस्वीर को बेहद शुभ माना जाता है। 
  • इसके अलावा धनतेरस के दिन आप घर में श्री यंत्र स्थापित कर सकते हैं। इसे पहले पूजा में शामिल करें और उसके बाद आप इसे अपने घर या ऑफिस में उत्तर दिशा की तरफ रख दें। इस उपाय को करने से आपके जीवन में आर्थिक तंगी हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। 
  • धनतेरस के दिन 11 गोमती चक्र खरीद कर अपने घर ले आयें। इस पर चंदन लगाकर मां लक्ष्मी की पूजा करें और मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें। पूजा के बाद इन गोमती चक्र को अपने घर के पैसे रखने वाली जगह पर रख दें। इस उपाय को करने से आपके घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी।
  • अगर आपके जीवन में कर्ज़ की समस्या बनी हुई है, या लाख जतन के बावजूद आर्थिक तंगी आपके जीवन से नहीं जा रही है तो धनतेरस के दिन एक मुट्ठी चावल का किसी ज़रूरतमन्द को दान कर दें। आपको अपनी परेशानी से राहत अवश्य मिलेगी। 

धनतेरस के दिन राशि के अनुसार इस रंग का पर्स खरीदना रहेगा शुभ 

बटुआ या वॉलेट को मां लक्ष्मी का घर कहा जा सकता है क्योंकि हम अपने पैसे इसी में रखते हैं। ऐसे में धनतेरस के दिन अगर आप अपनी राशि के अनुसार पर्स खरीदते हैं तो मां लक्ष्मी की प्रसन्नता आपके जीवन पर हमेशा बनी रहती है और आपको इसके शुभ फल भी प्राप्त होते हैं। तो चलिये आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि आपको अपनी राशि के अनुसार कौन से रंग का पर्स खरीदना शुभ रहेगा। 

  • अगर आपकी मेष राशि है, सिंह राशि है, वृश्चिक राशि है, या धनु राशि है तो आप लाल, पीला, नारंगी या भूरे रंग का पर्स खरीद सकते हैं। 
  • अगर आप वृषभ राशि, तुला राशि, कर्क राशि के जातक हैं तो सफेद, सिल्वर, गोल्डन या आसमानी रंग का पर्स आपके लिए अनुकूल रहेगा। 
  • इसके अलावा अगर आपकी राशि मकर है या कुंभ है तो आपको नीले, काले या ग्रे कलर का पर्स खरीदना शुभ परिणाम दे सकता है। 
  • मिथुन और कन्या राशि के जातकों के लिए हरे रंग का पर्स खरीदना शुभता का प्रतीक माना गया है।

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