अब इस वर्ष फिर से एक बार बोर्ड एग्जाम होगा या नहीं इस बात पर सवालिया चिन्ह नज़र आने लगा है। वजह है कोरोना महामारी, लेकिन छात्रों के भीतर तो बोर्ड एग्जाम का भय जस-का-तस बना हुआ है और हो भी क्यों न हमें बचपन से ही बोर्ड एग्जाम के लिए इतना डरा जो दिया गया है। खैर हम, जो पहले ही दो बोर्ड एग्जाम दे चुके हैं उनकी सलाह तो यही है कि, बोर्ड एग्जाम से डरे नहीं। अन्य एग्जाम की ही तरह इसकी भी तैयारी करें और अच्छे से परीक्षा दें।
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हमारी ऊपर कही गयी सभी बातों से भी यदि आपका ‘एग्जाम फीवर’ नहीं उतर है तो भी डरने की बात नहीं है। इस आर्टिकल में जानते हैं चाणक्य नीति के कुछ ऐसे मन्त्रों के बारे में जिसका अनुसरण करके या जिन्हें अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन में सफलता के मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
चाणक्य नीति में छात्रों के भविष्य को और भी बेहतर और सफल बनाने के लिए मुख्य रूप से कुछ ऐसी बातों का जिक्र किया गया है जिससे छात्रों को हमेशा दूरी बना कर रहनी चाहिए। अब जानते हैं कौन सी हैं वो बातें:
पहली बात क्रोध: क्रोध किसी भी इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। ऐसे में यदि आप अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं या कुछ हासिल करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको क्रोध से दूरी बनाकर रखी होगी क्योंकि, क्रोध में इंसान कोई भी सही निर्णय नहीं ले सकता है और ना ही अपना ध्यान एकाग्र कर सकता है।
दूसरी बात कामवासना: जिन लोगों को अपना भविष्य अच्छा और सफल बनाना है उन्हें कामवासना से दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जाती है। चाणक्य नीति के अनुसार जब लोगों का दिमाग कामवासना की तरफ आकर्षित हो जाता है तो फिर उन्हें पढ़ाई या किसी भी चीज में ध्यान एकाग्र करने में बहुत मुश्किलें होती हैं।
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तीसरी बात संतुलित आहार: जिन छात्रों को अपना ध्यान पढ़ाई में ज्यादा एकाग्र रखना हो उन्हें हमेशा संतुलित भोजन करने की सलाह दी जाती है। आपका आहार बेहतर रहेगा तो स्वाभाविक से स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहेगा जिससे आपकी शिक्षा में कोई विघ्न नहीं पड़ पायेगा।
चौथी बात श्रृंगार और फैशन: यह बात तो माननी पड़ेगी कि यदि हम पढ़ाई वाला समय फैशन और श्रृंगार में लगाएंगे तो इससे पढ़ाई में विघ्न पड़ने की पूरी पूरी आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में चाणक्य नीति के अनुसार छात्रों को हमेशा ऐसी चीजों से दूरी बना कर रहनी चाहिए और सादा जीवन जीना चाहिए।
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लालच: लालच करना आमतौर पर एक बेहद बुरी बला होती है। यह बात सिर्फ छात्र जातकों के लिए नहीं बल्कि सामान्य जीवन पर भी बेहद ही सटीक बैठती है। जिन लोगों का दिमाग लोभ या लालच के तरफ आकर्षित हो जाता है फिर उन्हें अपने काम को करने में ढेरों कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यदि आप भी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं तो आपको लोभ जैसी चीजों से दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जाती है।
पर्याप्त मात्रा में नींद: किसी भी व्यक्ति को ध्यानपूर्वक और एकाग्र होकर काम करने के लिए बेहद आवश्यक है कि वह अपने दिन में पर्याप्त मात्रा में नींद ले। ऐसे में विद्यार्थी जातकों को एक दिन में कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद अवश्य मिलनी चाहिए।
आशा करते हैं इस लेख में दी गई जानकारी आपको पसंद आयी होगी।
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