बुध सिंह राशि में वक्री: राशि सहित देश-दुनिया पर देखने को मिलेगा इसका प्रभाव

बुध सिंह राशि में वक्री: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध सिंह राशि में वक्री के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि बुध वक्री का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को बुध वक्री से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में बुध ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

बता दें कि बुध 05 अगस्त 2024 पर सिंह में वक्री होंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

ज्योतिष में बुध तेज़ गति से चलने वाला एक प्रमुख ग्रह है, जो बुद्धि, संचार और सीखने के कारक हैं। ग्रहों के राजकुमार बुध कन्या और मिथुन राशि के स्वामी हैं। यह ग्रह हमारी वाणी, लिखित और संचार अभिव्यक्ति के अन्य रूपों को नियंत्रित करता है। सामान्य शब्दों में कहें, तो बुध दर्शाता है कि कोई मनुष्य अपनी बातचीत, लिखने और संचार के अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करके विचारों को कैसे व्यक्त करता है। साथ ही, विभिन्न माध्यमों से मिलने वाली जानकारी के बारे में क्या सोचता है या उसका उपयोग कैसे करता है। इस ग्रह का संबंध बुद्धि, तर्क और मानसिक मज़बूती से है। जन्म कुंडली में बुध की स्थिति की सहायता से किसी व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता, सीखने, ताकत और जीवन में आने वाली समस्याओं को सुलझाने की क्षमताओं का पता किया जा सकता है।

बुध सिंह राशि में वक्री: तिथि व समय

बुद्धि, व्यापार, वाणी, त्वचा धन के कारक ग्रह बुध 05 अगस्त 2024 की सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर सूर्य के स्वामित्व वाली राशि सिंह में वक्री होंगे। इसके बाद 12 अगस्त को बुध सिंह राशि में ही अस्त हो जाएंगे। बता दें कि बुध और सूर्य मित्र ग्रह हैं।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध सिंह राशि में वक्री: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके पांचवें भाव यानी कि शिक्षा, प्रेम संबंधों, संतान के भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें इस दौरान कागजी कार्रवाई में कोई बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है या फिर परीक्षा की तारीख़ में देरी हो सकती है और इसके कारण आप निराश हो सकते हैं। वक्री बुध छात्रों की पढ़ाई में एकाग्रता की कमी लेकर आ सकता है।

तीसरे भाव के स्वामी के पांचवें भाव में वक्री होने के कारण, आपको आत्मविश्वास की कमी का सामना करना पड़ सकता है और आप इस दौरान थोड़े भ्रमित हो सकते हैं। ग्यारहवें भाव पर वक्री बुध की दृष्टि आपको धन संबंधी समस्या दे सकता है। किसी गलत जगह निवेश करने के काण आपका पैसा फंस सकता है। ऐसे में, इस दौरान किसी भी तरह के निवेश करने से बचें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके चौथे भाव यानी कि माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन, संपत्ति के भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने घरेलू जीवन में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आपकी मां के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं या उनके स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस दौरान घर में मौजूद बिजली के उपकरण को क्षति पहुंच सकती है। इसके अलावा आपके वाहन में खराबी आ सकती है जिसको लेकर आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। 

इस दौरान आपकी वाणी में कठोरता आ सकती है जिससे परिवार के करीबी सदस्यों के साथ आपके संबंध खराब हो सकते हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अपनी वाणी और शब्दों पर नियंत्रण रखें अन्यथा परिस्थितियां आपके प्रतिकूल हो सकती हैं। पांचवें भाव के स्वामी का वक्री होना भी आपके लिए अनुकूल साबित नहीं होने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप छात्रों की पढ़ाई में समस्या आ सकती है।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए बुध लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके तीसरे भाव में होगा। यह अवधि आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है। इस दौरान आपके स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है और साथ ही आपके घर का वातावरण अशांत हो सकता है। बुध वक्री होकर आपकी माता के साथ आपके संबंधों में तनाव बढ़ा सकता है। इसके अलावा, आपके घर के इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब हो सकते हैं और आपके वाहन में भी खराबी आ सकती है, इस कारण आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है।

यदि आप इस अवधि में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो उसे आगे के लिए स्थगित कर दें। इस दौरान आपके छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्तों में थोड़ी कड़वाहट भी आ सकता है। ऐसे में आप किसी भी तरह की बहस बाजी से बचें अन्यथा विवाद और बढ़ सकता है।यदि आप लेखन के क्षेत्र से जुड़े हैं तो इस दौरान आपको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव दोनों आर्थिक भावों के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके लग्न भाव में होगा। इस दौरान आपको धन से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हो सकता है कि आपके वेतन में देरी हो और एक ही चीज़ पर कई बार पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इसके अलावा निवेश में कुछ गलत फैसलों के चलते आपका पैसा फंस या अटक सकता है इसलिए फिलहाल इस अवधि में किसी भी तरह का निवेश करने से बचें। 

इस दौरान आपकी बातों गलत अर्थ निकाला जा सकता है जिससे विवाद होने की आशंका है इसलिए बातचीत करते वक्त शब्दों का ध्यान रखें और वाणी पर नियंत्रण रखें। ऐसे में जो लोग राजनेता, मोटिवेशनल स्पीकर, इन्वेस्टमेंट बैंकर या कोई मीडियाकर्मी हैं उन्हें इस दौरान अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस दौरान आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपको पाचन, त्वचा या गले से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती है।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके बारहवें भाव में होगा। हो सकता है कि आपको एक ही तरह की स्वास्थ्य समस्या को लेकर कई बार अस्पताल के चक्कर काटने पड़े इसलिए मेडिसिन का पूरा कोर्स करें क्योंकि जरा सी भी अनदेखी आपको परेशानी में डाल सकती है। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि अपनी सेहत का अच्छा से ध्यान दें और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें। बुध आपके दसवें भाव के स्वामी हैं और बारहवें भाव में वक्री हो रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके पेशेवर जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। 

आशंका है कि आपके पेशेवर जीवन में बार-बार बाधा आए, संचार में भ्रम की स्थिति पैदा हो या फिर किसी कागजी कार्रवाई में कोई बड़ी समस्या खड़ी हो जाए। ऐसे में, आपको इन सभी समस्याओं के प्रति सावधानी बरतते हुए खुद का बचाव करने की सलाह दी जाती है। बुध सिंह राशि में वक्री काल के दौरान आपको एक ही काम या डील के चलते कई बार बिज़नेस ट्रिप करनी पड़ सकती है। छठे भाव पर वक्री बुध की दृष्टि के परिणामस्वरूप कोर्ट कचहरी से जुड़े मामले परेशान कर सकते हैं और चाचा के साथ समस्या हो सकती है।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके ग्यारहवें भाव में होगा। बुध की वक्री अवस्था तुला राशि वालों के आर्थिक जीवन के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान किसी भी तरह का निवेश करने से बचें अन्यथा आपका पैसा फंस सकता है या नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा आप इच्छाओं को पूरा करने के लिए या चिकित्सा खर्चों के लिए धन खर्च कर सकते हैं।

बुध सिंह राशि में वक्री काल के दौरान आप अपने चाचा या बड़े भाई-बहनों के साथ विवाद में पड़ सकते हैं। इस अवधि में आपको अपने पिता के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी और डॉक्टर की परामर्श लेनी चाहिए।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए बुध आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में वक्री आपके सातवें भाव में होगा। इस दौरान यदि आप अपने रिश्ते को एक कदम आगे की ओर ले जाने के लिए प्रिय के साथ शादी करने की योजना बना रहे हैं तो आपको परिवार के सदस्यों से विरोध का सामना करना पड़ सकता है और यह आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। वहीं जो लोग पार्टनर को अपने परिवार से मिलवाने की योजना बना रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि इस योजना को आगे के लिए टाल दें क्योंकि यह आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है।

इस दौरान आपको अपनी व्यावसायिक साझेदारी में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, अपने शब्दों का चयन सावधानी से करें क्योंकि आपके द्वारा बोले गए शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है और इस कारण आपका विवाद हो सकता है। कुंभ राशि के जो छात्र शोध, पीएचडी या रहस्य विज्ञान की पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें इस दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको शेयर बाजार में निवेश न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें नुकसान होने की संभावना है।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

बुध सिंह राशि में वक्री: उपाय

  • भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास और देसी घी के लड्डू चढ़ाएं।
  • बुध ग्रह के लिए हवन करें।
  • अपने परिवार की महिलाओं को कपड़े और हरी चूड़ियां दान करें।
  • किन्नरों का आशीर्वाद लें।
  • प्रतिदिन गायों को चारा खिलाएं।
  • पक्षियों को, खास तौर पर कबूतरों और तोते को भिगोए हुए हरे चने खिलाएं।

बुध सिंह राशि में वक्री: विश्वव्यापी प्रभाव

राजनीतिक प्रभाव

  • भारत सरकार के प्रवक्ता और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे राजनेता अपने गलत बयानों और किसी विवादों को लेकर जांच के दायरे में आ सकते हैं।
  • सरकार के कामकाज के तरीके और नीतियां बेशक कितनी भी अच्छी हो लेकिन उनकी आलोचना की जा सकती है और संभावना है कि उन्हें जनता या विपक्ष से नकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिले।
  • सरकार को विदेशी देशों से खतरों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यहां राहत की बात यह है कि वे जल्द ही इस स्थिति पर नियंत्रण पा लेंगे।
  • देश के नेता तेजी से कड़ी कार्रवाई करते हुए नज़र आ सकते हैं लेकिन कुछ चीज़ों को करने के पीछे सोच की कमी नज़र आ सकती है।

रचनात्मकता और कला

  • बुध वक्री के दौरान कलाकार और रचनात्मक क्षेत्रों जैसे कि कला, आर्किटेक्चर, डिजाइनिंग आदि से जुड़े लोगों को उतार-चढ़ाव या देरी का सामना करना पड़ सकता है।
  • अब लोग विभिन्न तरह के कला और संगीत को लेकर जागरूक होंगे।
  • संचार कौशल और बुद्धि से संबंध रखने वाले क्षेत्रों जैसे कि मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, फैशन कम्युनिकेशन आदि में मंदी आने की आशंका है।
  • फिल्म जगत, म्यूजिक इंडस्ट्री को बुध वक्री के दौरान नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि बुध की यह स्थिति व्यापार को प्रभावित कर सकती है।
  • कपास, रेशम और कई अन्य कपड़ों, हथकरघा आदि की बिक्री में गिरावट देखी जा सकती है। फैशन या कला के छात्रों को इंटर्नशिप या नौकरी और अन्य अच्छे ऑफर पाने में संघर्ष करना पड़ सकता है।

बुध सिंह राशि में वक्री: शेयर बाजार रिपोर्ट

बुध देव उन महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक है जो शेयर मार्केट को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। यह अब सिंह राशि में वक्री होने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि शेयर बाजार भविष्यवाणी के माध्यम से बुध की वक्री अवस्था का स्टॉक मार्केट पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा।

  • बुध सिंह राशि में वक्री होने से शेयर बाजार पर भी कुछ हद तक नकारात्मक असर पड़ेगा। इस अवधि के दौरान शेयर बाजार में निवेश करते समय थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
  • बुध सिंह राशि में वक्री होने से रासायनिक उर्वरक उद्योग, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, इस्पात उद्योग, हिंडाल्को, ऊनी मिलों सहित अन्य क्षेत्रों में थोड़ी सुस्ती देखने को मिल सकती है।
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी आ सकती है, लेकिन निरंतरता की संभावना है।
  • वेब डिजाइनिंग कंपनियों और प्रकाशन फर्मों की प्रगति में गिरावट देखी जा सकती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. ग्रह का वक्री गति क्या है?

उत्तर. जब कोई ग्रह पृथ्वी और सूर्य के सापेक्ष निकटतम बिंदु तक पहुंच जाता है, तब पृथ्वी से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि मानो वह उल्टी दिशा में चलने लगा हो अर्थात उल्टा चलने लगा हो। इस प्रक्रिया को वक्री कहते हैं

प्रश्न 2. बुध किस राशि में नीच का है?

उत्तर. बुधमीन राशि में नीच का होता है।

प्रश्न 3. क्या बुध और बृहस्पति एक दूसरे के मित्र ग्रह हैं?

उत्तर. नहीं, वे एक दूसरे के प्रति तटस्थ हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.