बुध के उदय होते ही इन राशियों को करियर, कारोबार और शिक्षा के क्षेत्र में मिलेगी तरक्की!

मिथुन राशि में बुध उदय: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि और संचार का ग्रह कहा जाता है। सभी 12 राशियों में से दो राशियों पर इसका आधिपत्य होता है और ये राशियाँ हैं मिथुन और कन्या राशि। बात करें मिथुन राशि में बुद्धि के ग्रह बुध के होने के प्रभाव की तो इससे जातकों के लिए एक लौकिक मार्ग प्रशस्त होने लगता है जो व्यक्ति को ज्यादा स्पष्टवादी, वस्तुनिष्ठ और मानसिक रूप से लचीला बनने में मददगार साबित होता है। 

मिथुन राशि में बुध का होना व्यक्ति को नएपन का एहसास दिलाता है और जीवन में कुछ अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। साथ ही ये व्यक्ति के अंदर जिज्ञासा को भी बढ़ाता है। बुध जून में अपनी ही राशि मिथुन में ही उदित होने वाले हैं।

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जहां एक तरफ बुध ग्रह तथ्यों और विचारों और उस जानकारी को संप्रेषित करने के तरीकों को दर्शाता है तो वहीं मिथुन एक वायु राशि है जो शांत, वैराग्य और कारण से जुड़ी मानी जाती है। ऐसे में बुध का मिथुन राशि में होना सूचना, प्रवाह के लिए अंतिम माध्यम बन जाता है। 

अपने इस खास ब्लॉग में आज हम इसी विषय पर बात करेंगे और जानेंगे मिथुन राशि में बुध के उदय होने का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। जिन राशियों पर उसके नकारात्मक प्रभाव पड़ेंगे उन्हें क्या कुछ उपाय करने चाहिए और ज्योतिष में बुध ग्रह का क्या महत्व होता है। आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले बात कर लेते हैं मिथुन राशि में बुध उदय के समय के बारे में।

मिथुन राशि में बुध का उदय- क्या रहेगा समय? 

सबसे पहले बात कर ले समय की तो, बुद्धि, विद्या और शिल्प कौशल का ग्रह बुध 27 जून 2024 को 4:22 मिनट पर उदय होने जा रहा है।

बुध के उदित होने से ये राशियाँ कमाएँगी लाभ 

ऐसी तीन राशियाँ हैं जिनका जीवन बुध के उदित होते ही 360 डिग्री बदलने वाला है। उदित होकर बुध इन राशियों का भाग्य चमकाएंगे। इन राशियों को इस अवधि में करियर, व्यवसाय में तरक्की मिलने की संभावना है। कौन सी हैं ये राशियाँ चलिये जान लेते हैं।

मिथुन राशि: सबसे पहली जिस राशि को बुध उदय से लाभ मिलेगा वो है मिथुन राशि। इस दौरान मिथुन जातकों की सभी योजनाएं सफल होगी, इच्छाएं पूरी होगी, प्रेम और वैवाहिक जीवन अच्छा बना रहेगा, घर परिवार में सदस्यों के बीच प्रेम और सौहार्द देखने को मिलेगा। इसके अलावा इस राशि की जो जातक पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें अपार लाभ मिलने की संभावना है और इस राशि के जो लोग अभी तक और अविवाहित हैं उनके जीवन में विवाह का कोई शानदार प्रस्ताव आ सकता है।

कन्या राशि: तीसरी जिस राशि के लिए उदित बुध बेहद शुभ रहने वाले हैं वह है कन्या राशि। काम और कारोबार में कन्या जातकों को तरक्की मिलेगी, धन लाभ के अवसर मिलेंगे, बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी होगी, आप जिस भी क्षेत्र में काम करते हैं उसमें आपको सफलता मिलेगी, नौकरी पेशा जातक जो नौकरी की तलाश में है उन्हें शुभ समाचार मिल सकता है और जो लोग पहले से ही नौकरी के क्षेत्र में जुड़े हुए हैं उनका प्रमोशन और इंक्रीमेंट मिलने के योग बनेंगे। इस राशि के व्यापारी जातकों को भी अच्छा धन लाभ होगा।

तुला राशि: तीसरी और आखिरी जिस राशि के बारे में हम बात करने जा रहे हैं वह है तुला राशि। बुध ग्रह का उदित होना तुला जातकों के जीवन में भी अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान तुला राशि के जातक धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, देश विदेश की यात्रा करेंगे, भाग्य आपके पक्ष में रहेगा जिससे आपके सभी अधूरे काम पूरे होंगे, धन लाभ होगा, नौकरी पेशा जातकों को किसी और कंपनी से अच्छा ऑफर मिल सकता है, वहीं इस राशि के जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें सफलता मिलने की संभावना बढ़ेगी।

बुध ग्रह से जुड़ी कुछ रोचक बातें 

  • बुध सौरमंडल का सबसे भीतरी और आकार में आठवां ग्रह माना जाता है। 
  • शास्त्रीय ग्रीस में बुध को अपोलो कहा जाता था। यह सूर्योदय से ठीक पहले सुबह के तारे के रूप में नजर आता था और रोमन देवता बुध के ग्रीक समक्ष हेर्मीज सूर्यास्त के ठीक बाय शाम के तारीख के रूप में नजर आते थे। 
  • यह पृथ्वी के बाद दूसरा सबसे घना ग्रह है, जिसका विशाल धातु कोर लगभग 2,200 से 2,400 मील (3,600 से 3,800 किलोमीटर) चौड़ा है, या ग्रह के व्यास का लगभग 75% है। क्योंकि ग्रह सूर्य के बहुत करीब है, बुध की सतह का तापमान 840 डिग्री फ़ारेनहाइट (450 डिग्री सेल्सियस) तक पहुँच सकता है। 
  • बुध सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह है – यह पृथ्वी के चंद्रमा से थोड़ा ही बड़ा है। चूंकि इसके पास प्रभावों को रोकने के लिए कोई महत्वपूर्ण वातावरण नहीं है, इसलिए यह ग्रह क्रेटरों से घिरा हुआ है। 
  • बुध जितना सूर्य के करीब है, 2012 में, नासा के मेसेंजर अंतरिक्ष यान ने इसके उत्तरी ध्रुव के आसपास के गड्ढों में पानी की बर्फ की खोज की, जहां क्षेत्र स्थायी रूप से सूर्य की गर्मी से छायांकित हो सकते हैं। 
  • दक्षिणी ध्रुव में बर्फीले क्षेत्र भी हो सकते हैं बुध को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 88 पृथ्वी दिन लगते हैं।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बात करें तो ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जब किसी व्यक्ति का बुध कमजोर होता है तो ऐसे लोग नौकरी में सफलता नहीं पाते, व्यवसाय में उन्हें परेशानियां उठानी पड़ती है, ऐसे लोगों को बाल झड़ने की समस्या हो जाती है, नाखून कमजोर होने लगते हैं, ऐसे लोगों को रोग हो जाता है जिसका पता उन्हें नहीं चल पाता और भविष्य में उन्हें परेशानियां उठानी पड़ती है। 

ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकार ऐसे व्यक्ति को बुध ग्रह से संबंधित उपाय करने की सलाह देते हैं। क्या कुछ हैं ये उपाय चलिए जान लेते हैं। 

बुध को मजबूत बनाएंगे ये उपाय 

  • हरी चूड़ियां और हरे वस्त्र अपने जीवन में शामिल करें। 
  • अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएँ। नियमित रूप से उसकी पूजा करें। 
  • अपने घर के मुख्य द्वार पर अशोक के पत्तों का नया तोरण बाँधें। 
  • सुहागिन महिला को हरे रंग की साड़ी दान करें। 
  • इसके अलावा आप चाहें तो पन्ना रत्न भी धारण कर सकते हैं। हालांकि कोई भी रत्न धारण करने से पहले आपको हम विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श लेने की सलाह देते हैं।

मिथुन राशि में बुध का उदय- राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और आपके तीसरे…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और आपके दूसरे ही…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे घर का स्वामी है और यह आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें घर का स्वामी है और यह आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और एकादश भाव का स्वामी है और आपके एकादश …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और इस दौरान आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और बारहवें भाव का स्वामी है और आपके नवम भाव…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और आपके छठे भाव …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और यह आपके पंचम …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और आपके चतुर्थ भाव में ही…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1: बुध ग्रह को किन नामों से जाना जाता है?

उत्तर: बुध ग्रह को अंग्रेजी में मरकरी कहते हैं और इसे ग्रहों का राजकुमार के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 2: बुध ग्रह पर तापमान कितना है?

उत्तर: चूंकि बुध ग्रह सूर्य के बहुत करीब है, बुध की सतह का तापमान 840 डिग्री फ़ारेनहाइट (450 डिग्री सेल्सियस) तक पहुँच सकता है।

प्रश्न 3: सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में बुध को कितना समय लगता है? 

उत्तर: बुध को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 88 पृथ्वी दिन लगते हैं।

प्रश्न 4: मिथुन राशि में बुध का उदय किन तीन राशियों के लिए शुभ साबित होगा? 

उत्तर: मिथुन राशि, कन्या राशि, तुला राशि

Dharma

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