ज्योतिष में जिस प्रकार प्रत्येक ग्रह अपना चक्र पूरा करते हुए सभी 12 राशि में एक-एक कर स्थान परिवर्तन करते

ज्योतिष में जिस प्रकार प्रत्येक ग्रह अपना चक्र पूरा करते हुए सभी 12 राशि में एक-एक कर स्थान परिवर्तन करते
वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह का गोचर और वक्री समस्त जातकों के लिए जितना महत्वपूर्ण होता है, उतना ही ग्रहों
वैदिक ज्योतिष में किसी भी ग्रह का स्थान परिवर्तन हर जातक के जीवन पर विशेष प्रभाव डालता है। फिर चाहे
वैदिक ज्योतिष में यूँ तो आपको बहुत से योगों का उल्लेख मिल जाएगा, जिसमें से जहां कुछ योगों को शुभ
हर इंसान को सोने के वक्त सपने आते हैं। हर सपने का अपना एक अलग अर्थ होता है। स्वयं स्वप्न
आज भाड़दौड़ भरे इस दौर में ज्यादातर लोग सफलता पाने के लिए दिन-रात एक करते हैं। क्योंकि हर कोई चाहता
भौतिक सुखों के देवता शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है, जिनका ज्योतिष में अपना एक विशेष महत्व होता
वैदिक ज्योतिष में सौरमंडल के समस्त 9 ग्रहों में से मंगल ग्रह का स्थान विशेष है। इन्हें ग्रहों के सेनापति
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को भूमि, सेना, पराक्रम, ऊर्जा, आदि का कारक प्राप्त है। राशि चक्र की समस्त राशियों
सनातन धर्म में जहाँ सूर्य को देवता के रूप में पूजा जाने का विधान है। वहीं वैदिक ज्योतिष में समस्त