बेहद शुभ योगों में मनाई जाएगी अक्षय तृतीया, जानें राशिनुसार क्या खरीदना होगा शुभ?

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया को स्वयं सिद्धि मुहूर्त कहा जाता है। अबूझ मुहूर्त का होने की वजह से इस दिन कोई भी शुभ काम करने के लिए हमें निश्चित शुभ मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होती है और मांगलिक कार्यों के लिए यह दिन सर्वश्रेष्ठ माना गया है। अक्षय तृतीया के दिन का हर पल बेहद शुभ होता है। अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जी (भगवान विष्णु के छठे अवतार) की जयंती भी मनाई जाती है। ऐसे में इस वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर कई महत्वपूर्ण और शुभ योगों का संयोग भी बन रहा है जो इस दिन के महत्व को कई गुना बढ़ाने का काम करेगा। अपने इस विशेष आर्टिकल में जानते हैं अक्षय तृतीया पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं और क्या है इस दिन का शुभ मुहूर्त?

अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं शुभ योग

इस वर्ष अक्षय तृतीया 14 मई के दिन है। इस मौके पर लक्ष्मी नारायण योग, सर्वार्थ सिद्धि योग गजकेसरी योग बन रहा है। कहा जाता है कि, अक्षय तृतीया के दिन यदि जप,तप, स्नान दान आदि किया जाए तो इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन यदि अपने पितरों को जल दान दिया जाए तो कहा जाता है कि, उनकी आत्मा अनंत काल के लिए तृप्त होती है।

  • क्या होता है लक्ष्मी नारायण योग? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि, लक्ष्मी नारायण योग एक बेहद ही शुभ योग होता है। इस योग में बुध को भगवान विष्णु और शुक्र को माता लक्ष्मी की श्रेणी दी गई है। लक्ष्मी नारायण योग व्यक्ति के सुख और सौभाग्य को बढ़ाने वाला योगा कहा जाता है।
  • क्या होता है सर्वार्थ सिद्धि योग? सर्वार्थ सिद्धि योग को बेहद शुभ योग माना जाता है। इस योग के बारे में ऐसा कहा जाता है कि, यदि कोई भी शुभ काम करना हो और उसके लिए शुभ मुहूर्त नही मिल रहा हो तो, उसे इस मुहूर्त में किया जा सकता है। ऐसे में जब इस वर्ष अक्षय तृतीया पर यह शुभ योग बन रहा है तो, आप विवाह, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, या कोई भी नया काम इस दौरान शुरू कर सकते हैं।
  • क्या होता है गजकेसरी योग? ज्योतिष के अनुसार गजकेसरी योग भी एक बेहद शुभ योग माना गया है। गज का अर्थ हाथी से जोड़कर देखा जाता है और केसरी को सोने या सिंह से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग होता है ऐसे व्यक्तियों को जीवन में हमेशा ऊंचाइयां हासिल होती हैं। इस वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर दृष्टिपात से गजकेसरी योग का निर्माण भी हो रहा है। क्योंकि बृहस्पति चंद्रमा को पूर्ण दृष्टिपात से देख रहा है जिसके चलते गजकेसरी योग का भी निर्माण हो रहा है।

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अक्षय तृतीया 2021 शुभ मुहूर्त

हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतिया को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस समय सूर्य और चंद्रमा उच्च भाव में होते हैं। 

अक्षय तृतीया- शुक्रवार 14 मई 2021 को मनाई जाएगी।

अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 17 मिनट तक रहेगा

अवधि- 06 घण्टे 37 मिनिट्स

तृतीया तिथि प्रारम्भ- मई 14, 2021 को (सुबह) 05 बजकर 41 मिनट से 

तृतीया तिथि समाप्त- मई 15, 2021 को (सुबह) 08 बजकर 01 मिनट पर 

अक्षय तृतीया के मौके पर गंगा स्नान का भी महत्व बताया गया है। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यदि गंगा स्नान नहीं भी किया जा सकता तो घर में ही है स्नान के जल में गंगा जल मिलाकर उस से नहाने से व्यक्ति के सभी तरह के पाप और कष्ट दूर होते हैं। इसके अलावा स्नान करने के बाद दान का संकल्प लें और परिस्थितियां सामान्य होने के बाद दान अवश्य करें। ऐसा करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा सुख पूर्वक व्यतीत होता है।

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अक्षय तृतीया पूजन विधि 

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा का संकल्प लें।
  • इसके बाद पूजा प्रारंभ करें और देवताओं को पीले रंग के वस्त्र समर्पित करें।
  • इसके बाद पूजा में धूप, दीप, नैवेद्य, चंदन, तुलसी के पत्ते और फूल शामिल करें।
  • इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम, विष्णु चालीसा का पाठ करें और भगवान विष्णु को भोग अर्पित करें।
  • इसके बाद आरती करें और सभी लोगों में प्रसाद वितरित करें।
  • पूजा समाप्त होने के बाद अपनी यथाशक्ति के अनुसार ज़रुरतमंदों को दान अवश्य दें।

अक्षय तृतीया से जुड़ी पौराणिक कथा 

अक्षय तृतीया के दिन से संबंधित भगवान कृष्ण और सुदामा की एक कथा बेहद प्रचलित है। इस कथा के अनुसार बताया जाता है कि, जब भगवान कृष्ण के परम मित्र सुदामा उनसे अपने परिवार के लिए आर्थिक सहायता मांगने गए थे। तब उन्होंने भगवान कृष्ण के लिए भेंट के रूप में एक मुट्ठी पोहा अपने साथ रखा था। हालांकि जब वह भगवान कृष्ण से मिले, उनके जीवन को देखा, उनके शानो शौकत को देखा तब सुदामा उन्हें मुट्ठी भर पोहा देने में संकोच करने लगे। 

हालांकि भगवान कृष्ण की दोस्ती और उनका दिल ऐसा था कि उन्होंने सुदामा से वो पोहा ले लिया और उसे बैठकर बड़े चाव से खाया। इतना ही नहीं उन्होंने अपने मित्र और अतिथि सुदामा का भव्य रूप से आदर सत्कार भी किया। भगवान कृष्ण का यह रूप देखकर सुदामा ने उनसे आर्थिक मदद नहीं मांगी और बिना कुछ कहे ही अपने घर वापस लौट गए। हालांकि जब अपने घर वापस पहुंचे तो वह नजारा देखकर दंग हो गए, क्योंकि…. 

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उनकी टूटी फूटी झोपड़ी की जगह पर अब एक भव्य महल मौजूद था, उनकी गरीब पत्नी और संतान नए और सुंदर कपड़ों और आभूषणों से सजे हुए थे। यह सब देखकर सुदामा को यह समझने में बिल्कुल भी देर नहीं लगेगी यह सब उनके मित्र और भगवान विष्णु के अवतार भगवान कृष्ण का ही आशीर्वाद है। कहा जाता है यह दिन अक्षय तृतीया का था और तब से ही अक्षय तृतीया के इस दिन को धन संपत्ति के लाभ से जोड़कर देखा जाने लगा है।

अक्षय तृतीया पर दान का महत्व

हिंदू धर्म में दान का वैसे भी विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में जो लोग अक्षय तृतीया के दिन दान करते हैं उन्हें अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है। सवाल उठता है कि, अक्षय तृतीया के दिन किन वस्तुओं का दान किया जा सकता है तो हम बता दें कि, अक्षय तृतीया के दिन आप चाहे तो घड़ी, कलश, पंखे, छाते, चावल, दाल, चीनी, यानी अन्न, वस्त्र या फल आदि का दान कर सकते हैं।

राशिनुसार अक्षय तृतीया पर करें इन चीज़ों की खरीददारी

मेष राशि के लोगों को इस दिन मसूर की दाल जरूर खरीदना चाहिए। इससे उनके घर में सुख शांति आएगी। वृषभ राशि के जातक अक्षय तृतीया के दिन बाजार से चावल या बाजरा खरीदें। इससे उनके घर में आर्थिक संपदा का विस्तार होगा। मिथुन राशि के जातक इस दिन मूंग, धनिया और कपड़े इत्यादि की खरीदारी करें। इससे उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होगी। कर्क राशि वाले जातक अक्षय तृतीया के दिन बाजार से चावल व दूध अवश्य खरीदें। पुण्य फल की प्राप्ति होगी। सिंह राशि के जातक अक्षय तृतीया के दिन लाल फल या फिर तांबे का कोई पात्र अवश्य खरीदें। इससे समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। कन्या राशि के जातकों को अक्षय तृतीया के शुभ दिन मूंग दाल अवश्य खरीदना चाहिए। इससे उन्हें पुण्य फल की प्राप्ति होगी। तुला राशि के जातकों को इस विशेष दिन चीनी व चावल अवश्य खरीदना चाहिए। इससे उनका वैवाहिक व पारिवारिक जीवन बेहद सुखद होगा। वृश्चिक राशि के जातक गुड़ व पानी बाजार से अवश्य खरीदें। शुभ फल प्राप्त होगा व शत्रु कमजोर होंगे। धनु राशि के जातक अक्षय तृतीया के दिन केले व पीले चावल की खरीदारी करें। बेहद शुभ फल प्राप्त होगा। मकर राशि के जातकों को अक्षय तृतीया के दिन काली दाल व दही की खरीदारी अवश्य करनी चाहिए। इससे उनके ग्रह दोष खत्म होंगे। अक्षय तृतीया के दिन कुंभ राशि के जातकों को काला तिल और काला वस्त्र खरीदना चाहिए। इससे उनके जीवन की समस्याएं दूर होंगी। मीन राशि के लोग अक्षय तृतीया के दिन हल्दी और चने की दाल खरीदें। इससे आपको स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।

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