बुध गोचर: बुध के राशि बदलते ही बदलेगा इन राशियों का भविष्य- अच्छे दिन हो जाएंगे शुरू!

बुध का मेष राशि में गोचर: ज्योतिष की दुनिया में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क आदि से संबंधित ग्रह माना जाता है।  तमाम विशेषताओं वाला यह बुध ग्रह 10 मई को मेष राशि में गोचर कर जाएगा।  अपने इस खास ब्लॉग में इसी विषय पर जानकारी हासिल करेंगे और जानेंगे सभी 12 राशियों पर इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा।  साथ ही बुध ग्रह से संबंधित कुछ दिलचस्प बातों की जानकारी भी हम आपको यहां पर प्रदान करेंगे।

सिर्फ इतना ही नहीं बुध के इस गोचर के दौरान आप अपनी राशि के अनुसार क्या कुछ उपाय करके इस गोचर से मिलने वाले शुभ प्रभाव को बढ़ा सकते हैं और नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं इसकी जानकारी भी आपको यहां प्रदान की जाएगी आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जान लेते हैं बुध के इस गोचर का समय क्या रहने वाला है।  

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बुध का मेष राशि में गोचर: क्या रहेगा समय? 

सबसे पहले बात करें समय की तो 10 मई 2024 को होने वाला यह गोचर शाम 6:39 पर होगा। 

बुध ग्रह की बात करें तो कहा जाता है कि जिस भी जातक की कुंडली में बुध मजबूत स्थिति में होते हैं ऐसे जातकों को सभी तरह की सुख सुविधा प्राप्त होती है, तेज बुद्धि, अच्छा स्वास्थ्य मिलता है, साथ ही ऐसे जातक गणित के विषय में बेहद ही शानदार प्रदर्शन करते हैं। इसके अलावा मजबूत बुध सफल व्यापार के भी संकेत देता है। 

वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह राहु, केतु या फिर मंगल जैसे अशुभ ग्रहों के साथ हो, पीड़ित अवस्था में हो या कमजोर अवस्था में हो तो ऐसे जातकों को जीवन के तमाम क्षेत्रों में परेशानियां और चुनौतियां उठानी पड़ती हैं। ऐसे लोगों का स्वास्थ्य उनके लिए परेशानी की वजह बनता है। ऐसे जातकों की बुद्धि में कमी देखने को मिलती है, एकाग्रता में कमी होती है, इन्हें चीज़ें याद रखने में परेशानी उठानी पड़ती है। साथ ही इनका स्वभाव आवेगी और आक्रामक होता है, आदि। 

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अब सवाल उठता है कि आखिर हम कैसे जानें की हमारी कुंडली में बुध किस स्थिति में है तो इसका जवाब बेहद ही साफ है। आप इसके लिए चाहें तो विद्वान ज्योतिषियों से अपनी कुंडली दिखाकर इस बात की जानकारी हासिल कर सकते हैं या फिर आप कुंडली में मजबूत या पीड़ित बुध के संकेत द्वारा भी यह जान सकते हैं कि आपकी कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कैसी है। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं क्या है कुंडली के ये संकेत जो बताते हैं कि व्यक्ति की कुंडली में बुध की स्थिति कैसी है। 

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पीड़ित और मजबूत बुध के संकेत 

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को देवताओं का संदेश वाहक माना जाता है। यह सूर्य के सबसे निकटतम मौजूद ग्रह है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जिस भी जातक की कुंडली में बुध मजबूत स्थिति में होता है ऐसे जातकों की तर्क शक्ति शानदार होती है, वह समझदार होते हैं, तर्क वितर्क करने में कुशल होते हैं और उनकी विश्लेषणात्मक क्षमता शानदार होती है।

वहीं इसके विपरीत जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर या फिर नीच अवस्था में होता है उन्हें अपने जीवन में बुध दोष का सामना करना पड़ता है जिससे उनके जीवन में परेशानी आने लगती है। बात करें बुध दोष के लक्षण की तो, 

  • ऐसे जातकों को अपनी क्षमता पर विश्वास नहीं रहता है और वह खुद को ही औरों कम मापने लगते हैं। ऐसे जातकों की बुद्धि उनका साथ छोड़ देती है। 
  • ऐसे जातकों को त्वचा रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। 
  • इसके अलावा बुध दोष के प्रभाव से जातक अपने व्यवसाय, नौकरी, बातचीत, शिक्षा में परेशानियां उठाने लगता है। 

हालांकि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ज्योतिष में इसके उपाय भी बताए गए हैं। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में भी बुध दोष है यह बुध दोष के लक्षण आपको अपने जीवन में नजर आ रहे हैं तो आप नीचे दिए गए कुछ सरल उपाय से अपनी कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत कर सकते हैं। क्या कुछ हैं ये उपाय चलिए जान लेते हैं।

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बुध ग्रह को मजबूत बनाएंगे ये ज्योतिषीय उपाय  

  • सबसे पहले आप बुध दोष से राहत पाने के लिए या फिर अपनी कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए अपने घर में चौड़े पत्ते वाले पौधे लगा सकते हैं। इसके अलावा आप अपने घर के मुख्य द्वार पर पंच पल्लव का तोरण (अर्थात पीपल, गूलर, अशोक, आम, और वट का तोरण) अवश्य लगाएँ। इससे भी बुध दोष से राहत मिलेगी। 
  • रत्नों में अगर आपको दिलचस्पी है तो आप बुध दोष से छुटकारा पाने के लिए पन्ना या फिर मरगज रत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि हम हमेशा सलाह यही देते हैं कि कोई भी रत्न विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श करने के बाद ही धारण करें। 
  • इसके अलावा कहा जाता है कि बुधवार का संबंध भगवान गणेश से होता है। ऐसे में बुध दोष से अगर आपको छुटकारा पाना है तो बुधवार के दिन व्रत प्रारंभ कर दें और भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें। इस दौरान अगर आप चाहें तो बुध के चमत्कारी बीज मंत्र का भी जप कर सकते हैं: ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ इससे भी आपको फायदा मिलेगा। 
  • बुध दोष से छुटकारा पाने के लिए बुधवार के दिन अगर आप व्रत नहीं भी कर सकते हैं तो पूजा अवश्य करें और पूजा करने के बाद किसी गरीब व्यक्ति या जरूरतमंद या ब्राह्मण को हरे रंग की चीजों का दान करें। 
  • अगर आपकी कुंडली में बुध दोष के लक्षण हैं तो आप बुधवार के दिन ज्यादा से ज्यादा हरे रंग के वस्त्र धारण करें इसे बेहद शुभ माना जाता है और इससे बुध दोष में राहत भी मिलती है।

हम उम्मीद करते हैं कि इन उपायों से आप अपनी कुंडली में मौजूद बुध दोष के नकारात्मक प्रभाव कम कर सकते हैं। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि बुध का मेष राशि में गोचर आपकी राशि को किस हद तक प्रभावित करने वाला है और इस दौरान आप क्या कुछ उपाय कर सकते हैं। 

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बुध का मेष राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के लिए बुध आपके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं जो कि आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध आपके पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं तथा अब यह आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए बुध आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आपके आठवें भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं तथा अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं तथा अब बुध …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए बुध आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। बुध महाराज अब…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. बुध मेष राशि गोचर कब करेंगे?

उत्तर 1. 10 मई 2024 को बुध मेष राशि में गोचर करेंगे।

प्रश्न 2. मेष राशि का बुध होने का क्या मतलब है?

उत्तर 2. बुध शासित व्यक्तियों में हास्य की बहुत अच्छी समझ होती है।

प्रश्न 3. ज्योतिष में बुध को मजबूत कैसे करें?

उत्तर 3.  बुध यंत्र की पूजा करें और इसे अपने घर पर स्थापित करें

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