उच्च राशि में सूर्य गोचर इन राशियों के लिए साबित होगा वरदान- प्रमोशन, वेतन वृद्धि के बनेंगे योग!

जय माई की! नमस्कार!! मैं हूं हनुमान मिश्र, आपका अपना ज्योतिषी व अंकशास्त्री। उपस्थित हूं एक नए ब्लॉग के साथ जिसमें हम जानेंगे कि 13 अप्रैल 2024 से लेकर 14 मई 2024 तक मेष राशि में गोचर करने वाले सूर्य ग्रह आपको कैसे परिणाम दे सकते हैं। ग्रहों के राजा सूर्य 13 अप्रैल 2024 को मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य देव 13 अप्रैल 2024 को मीन राशि को छोड़कर मंगल की पहली राशि मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं जो कि सूर्य के लिए उच्च राशि मानी जाएगी। 14 मई 2024 तक सूर्य मेष राशि में ही बने रहेंगे। 

सूर्य की यह स्थिति सूर्य को और मजबूती प्रदान करती है। अग्नि तत्व वाले ग्रह, अग्नि तत्व की राशि में पहुंचे हैं। साथ ही साथ यह उनके मित्र की राशि है और सूर्य के लिए उच्च की राशि मानी गई है। इन सभी कारणों से सूर्य अपनी पूरी शक्ति और पूरी ताकत के साथ जिनका फ़ेवर करना चाहेंगे उनका फेवर करेंगे वहीं जिनके लिए सूर्य विरोधी ग्रहों में आते हैं उनका विरोध भी कर सकते हैं। सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह जानने से पहले आइए जानते हैं कि सूर्य के इस गोचर का भारतवर्ष पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?

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सूर्य गोचर का भारत पर प्रभाव

सूर्य ग्रह भारतवर्ष की कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में रहने वाले हैं। यहां पर सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। अतः, 

  • भारतवर्ष के लोग इस समय अवधि में अपने राजा का चयन करने में कंफ्यूज रह सकते हैं। 
  • एक तरफ जहां सूर्य गुरु की युति उन्हें वर्तमान नेता या सरकार के अंदर के सद्गुणों के दर्शन करवाने का काम कर सकती है। वहीं शनि-मंगल की युति वर्तमान नेता या वर्तमान सरकार के प्रति मन में आक्रोश के भाव दे सकती है। इन सभी कारणों से नेता या सरकार के चयन में जनता जनार्दन कंफ्यूज रह सकती है। 
  • इसके बावजूद भी सत्तारूढ़ दल या सत्तारूढ़ नेता लोगों का एक बड़ा प्रतिशत सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकता है। अर्थात सत्तारूढ़ या विजेता दल या व्यक्ति तुलनात्मक रूप से फायदे में रह सकते हैं। 
  • इसके साथ ही साथ भारतवर्ष में आंतरिक कलह की स्थितियां भी देखने को मिल सकती हैं। पड़ोसी देश के द्वारा भारतवर्ष को नुकसान पहुंचाने का प्रयास भी किया जा सकता है। 

सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा? आइए जानते हैं और सबसे पहले चर्चा करते हैं मेष राशि की।  

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मेष राशि

मेष राशि वालों, सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव का स्वामी होते हैं और वर्तमान में ये आपके प्रथम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि प्रथम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। साथ ही साथ सूर्य ग्रह पर शनि की दृष्टि भी रहेगी। यह भी एक कमजोर बिंदु है लेकिन सूर्य उच्च के रहेंगे, यह एक सकारात्मक बिंदु है। अतः सूर्य से मिले जुड़े परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। 

प्रेम प्रसंग और शिक्षा से जुड़े मामलों में सूर्य कुछ अच्छे परिणाम भी दे सकता है। पिछले दिनों यदि विद्यार्थियों का फोकस उनके विषयवस्तु से हटा हुआ था तो अब उसमें बेहतरी आने की योग बनेंगे। स्वास्थ्य इत्यादि के दृष्टिकोण से भी सूर्य का यह गोचर अच्छा कहा जाएगा लेकिन खान-पान पर संयम भी भी जरुरी रहेगा।

उपाय: अगले एक महीने तक गुड़ नहीं खाना है। यह आपके लिए उपाय की तरह काम करेगा। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों, सूर्य आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होते हैं तथा वर्तमान में ये आपके द्वादश भाव में गोचर करने वाले हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को द्वादश भाव में अच्छा नहीं माना गया है। क्योंकि यहां पर सूर्य का गोचर बेकार के खर्चे करवाता है। साथ ही साथ आंखों और पैरों से संबंधित परेशानियां भी देता है। 

इसके अलावा शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में भी कुछ परेशानियां देने का काम कर सकता है लेकिन क्योंकि इस गोचर में सूर्य उच्च अवस्था में है। अतः लापरवाही न बरतने की स्थिति में कोर्ट कचहरी आदि से जुड़े मामलों में कुछ फेवर भी हो सकते हैं लेकिन शनि की दृष्टि को देखते हुए हम यह कहना चाहेंगे की नतीजे आने में थोड़ा सा विलंब हो सकता है या उम्मीद से अधिक समय भी लग सकता है लेकिन बृहस्पति की संगति में पहुंचे सूर्य आपका फेवर कर सकते हैं।

उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाना शुभ रहेगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों, सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होते हैं तथा ये गोचरवश आपके लाभ भाव में जा रहे हैं। तीसरे भाव के स्वामी का लाभ भाव में उच्च अवस्था में होना अच्छे आत्मविश्वास और अच्छे व्यवस्थापन के कारण अच्छा लाभ दिलाने का संकेतक है। ऊपर से कर्म स्थान के स्वामी के साथ युति सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाने में भी मददगार बन सकती है। इन सबके बावजूद भी शनि की दृष्टि को नजरअंदाज नहीं करना है। अर्थात कार्य व्यापार और सामाजिक मामलों में जागरूक भी बने रहना है। क्योंकि ऐसा करने की स्थिति में ही आपको शानदार परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: मांस, मदिरा और अंडे का त्याग करना उपाय की तरह काम करेगा। 

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कर्क राशि

कर्क राशि वालों, सूर्य आपकी कुंडली में धन भाव के स्वामी होकर आपके दशम भाव में गोचर करने वाले हैं। ऐसे में सूर्य आपको काफी हद तक अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। पिछले दिनो यदि परिजनों के साथ संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, तो सूर्य का यह गोचर उन संबंधों में अनुकूलता देने का काम कर सकता है। आर्थिक मामलों में भी सूर्य का यह गोचर आपको फायदे दिला सकता है। क्योंकि सूर्य कर्म स्थान पर उच्च अवस्था में पहुंचा है, लिहाजा आपके काम बनेंगे और आपके संबंध आपके वरिष्ठों के साथ और मजबूत होंगे। सामाजिक प्रति प्रतिष्ठा दिलाने में भी सूर्य का यह गोचर आपके लिए सहयोगी हो सकता है।

उपाय: शनिवार के दिन किसी गरीब को काले कपड़े का दान करना शुभ रहेगा। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों, सूर्य आपके लग्न या राशि के स्वामी होते हैं तथा वर्तमान में ये आपके भाग्य भाव में गोचर करने वाले हैं। हालांकि सूर्य के गोचर को नवम भाव में बहुत अच्छा नहीं माना गया है। या यूं कह सकते हैं कि मिले-जुले परिणाम देने वाला कहा गया है लेकिन लग्न या राशि के स्वामी का उच्च का होना अच्छी बात है। विशेषकर सूर्य का यह गोचर पिछले महीने से चली आ रही परेशानियों को दूर करने का काम कर सकता है। 

यदि पिछले दिनों आपका कोई काम बनते-बनते रुक गया था तो अब उस काम को गति मिल सकती है। यदि पिछले दिनों किसी तरह की कोई स्वास्थ्य समस्या आई थी तो अब वह स्वास्थ्य समस्या भी ठीक हो जानी चाहिए। प्रयत्न करने पर भाई बंधुओं के साथ आपके संबंध अच्छे बने रहेंगे। हालांकि अभी भी शनि की दृष्टि के प्रभाव को देखते हुए हर मामले में जागरूक रहना और अधिक फायदेमंद रहेगा।

उपाय: रविवार के दिन नमक का सेवन न करना शुभ रहेगा। 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों, सूर्य आपकी कुंडली में द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और द्वादश भाव के स्वामी होते हुए ये आपके अष्टम भाव में गोचर करने वाले हैं।  सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को अष्टम भाव में अच्छा नहीं माना गया है। अतः सूर्य के इस गोचर की अवधि में आपको अपने स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना है। साथ ही साथ दूर की यात्राओं के दौरान पूरी तरह से जागरूक और चौकन्ना भी रहना फायदेमंद रहेगा। यद्यपि इस गोचर को आर्थिक मामलों के लिए भी अच्छा नहीं माना गया है लेकिन बृहस्पति के साथ युति करते हुए खर्च के स्थान के स्वामी का अष्टम भाव में जाना, शायद कुछ खर्चों को रोकने में मददगार बने। 

इस तरह से खर्च रुकने से आप आर्थिक मामलों में कुछ बेहतरी का अनुभव कर सकते हैं। अर्थात इस गोचर की अवधि में कुछ सावधानियां अपनाकर आप नकारात्मकता को संतुलित रख सकेंगे।

उपाय: स्वयं को क्रोध और कलह से दूर रखना उपाय की तरह काम करेगा। 

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तुला राशि

तुला राशि वालों, सूर्य आपके लाभेश होकर सप्तम भाव में गोचर करने वाले हैं। सामान्य तौर पर सप्तम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है लेकिन लाभ भाव के स्वामी का उच्च का होना, अच्छा माना जाता है। ऊपर से धन के कारक बृहस्पति के साथ युति करना भी अच्छी बात है। इन सबके बीच लाभ भाव तथा लाभ भाव के स्वामी पर शनि की दृष्टि खराब मानी गई है लेकिन लाभ भाव पर बृहस्पति की दृष्टि अच्छी मानी गई है। 

इन सभी कारणों से सूर्य के गोचर से हम मिले-जुले परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। अर्थात आपकी मेहनत के अनुरूप आपको लाभ मिल सकता है। इसके बावजूद भी दांपत्य जीवन के मामले में किसी भी प्रकार के लापरवाही उचित नहीं रहेगी। स्वयं को अहंकारी होने से बचाना भी जरुरी रहेगा। कोई नया व्यापार या कोई नया सौदा इस अवधि में शुरू करना थोड़ा सा रिस्क भरा काम हो सकता है।

उपाय: इस गोचर की अवधि में नमक कम खाना है और रविवार के दिन नमक बिल्कुल नहीं खाना है। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों, छठे भाव के स्वामी होकर सूर्य आपके तीसरे भाव में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के छठे भाव में गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। ऊपर से कर्म स्थान के स्वामी का उच्च अवस्था में छठे भाव में गोचर करना कार्य क्षेत्र संबंधी मामलों में अनुकूल परिणाम देने का संकेत भी माना जाता है। अतः सूर्य का यह गोचर नौकरी करने वाले लोगों को प्रमोशन इत्यादि दिलाने का काम कर सकता है या नौकरी में पदोन्नति की संभावनाओं को मजबूत करवा सकता है। 

यद्यपि व्यापार व्यवसाय में भी अच्छे परिणाम मिलने की संभावनाएं हैं लेकिन तुलना करें तो नौकरीपेशा लोग ज्यादा बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। सामाजिक मान प्रतिष्ठा दिलाने में भी सूर्य का यह गोचर सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

उपाय: बंदरों को गेहूं और गुड़ खिलाना शुभ रहेगा।

धनु राशि

धनु राशि वालों, भाग्य भाव के स्वामी होकर सूर्य आपके पंचम भाव में गोचर करने वाले हैं। वैसे तो पंचम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। क्योंकि यहां पर सूर्य का गोचर भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता है। संतान से संबंधित मामलों में कुछ परेशानियां या कठिनाइयां दे सकता है। साथ ही साथ शिक्षा आदि के लिए भी पंचम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता लेकिन भाग्य भाव के स्वामी का उच्च का होना अनुकूल स्थिति मानी गई है। इस कारण से सूर्य का यह गोचर वरिष्ठों से आपको सपोर्ट दिलवाने का काम कर सकता है। 

यानी कि यदि आप विद्यार्थी हैं, तो अपने वरिष्ठों से सीखने की कोशिश करें; वो आपकी मदद करेंगे। आप अपने पिताजी से सहयोग और मार्गदर्शन लेने का प्रयास करें। वहां से आपको अच्छा सपोर्ट मिलेगा। साथ ही साथ मन में आध्यात्म के भाव भी और मजबूत होंगे। इस तरह से वरिष्ठों के मार्गदर्शन और ईश्वरीय अनुकंपा से आपके काम बनेंगे। अर्थात कुछ सावधानियां और नियमों का पालन करने की स्थिति में सूर्य के इस गोचर से अच्छे परिणाम की उम्मीद रखी जा सकेगी।

उपाय: सरसों के तेल की आठ बूंदे कच्ची मिट्टी में टपकना शुभ रहेगा। 

अपनी किसी भी समस्या का समाधान जानने के लिए आप पंडित हनुमान जी से कॉल/चैट पर जुड़कर जवाब जान सकते हैं।

मकर राशि

मकर राशि वालों, सूर्य आपके अष्टमेश होते हैं और वर्तमान में ये आपके चौथे भाव मैं गोचर कर रहे हैं। चौथे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। ऊपर से अष्टम भाव के स्वामी होकर सूर्य आपके चौथे भाव में गए हैं। साथ ही साथ शनि की दृष्टि भी चतुर्थ भाव तथा सूर्य पर रहेगी। इस कारण से सूर्य के इस गोचर से कोई विशेष लाभ मिलने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। 

सूर्य का यह गोचर घर गृहस्ती से संबंधित कुछ परेशानियां या तनाव देने का काम कर सकता है। अतः इस गोचर की अवधि में मानसिक शांति डेवलप करने की जरूरत रहने वाली है। यदि घर में रहने का मन न करे, तो आसपास किसी जलाशय, उद्यान या मंदिर में जाकर; वहां बैठकर अपने आराध्य का स्मरण करें। घर के सदस्यों के प्रति अपने व्यवहार को सभ्य और सौम्य बनाए रखें। माता-पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। विशेषकर माता के स्वास्थ्य और माता की भावनाओं का पूरा ख्याल रखें। इसके अलावा जमीन जायदाद से संबंधित मामलों में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करते रहें। ऐसा करने की स्थिति में आप नकारात्मकता को संतुलित रख सकेंगे।

उपाय: यथा सामर्थ्य गरीबों को भोजन करवाना शुभ रहेगा। 

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों, सप्तमेश सूर्य आपके तीसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। तीसरे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा माना गया है। ऊपर से सप्तम भाव के स्वामी का तीसरे भाव में जाना, दैनिक रोजगार से संबंधित मामलों में काफी अच्छे परिणाम दे सकता है। व्यापार व्यवसाय को लेकर की गई यात्राएं अच्छे परिणाम दे सकती हैं। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है। दांपत्य जीवन में अच्छी खासी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। विवाह से संबंधित बातें आगे बढ़ सकती हैं। 

भाई बंधुओं और मित्रों के साथ संबंध और मजबूत हो सकते हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपके प्रमोशन की संभावनाएं मजबूत होंगी। यदि पिछले दिनों किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या रही है तो वह समस्या अब दूर होगी। इन सबके बावजूद भी शनि की दृष्टि को हमें नजरअंदाज नहीं करना है। अर्थात इन सभी मामलों में अच्छा लाभ प्राप्त करने के लिए आपको निष्ठा पूर्वक प्रयास भी करना जरूरी रहेगा। ऐसा करने की स्थिति में परिणाम शानदार रह सकते हैं।

उपाय: पिता अथवा पिता तुल्य व्यक्ति की सेवा सत्कार करते हुए उन्हें दूध और चावल खिलाना शुभ रहेगा। 

मीन राशि

मीन राशि वालों, सूर्य आपके छठे भाव के स्वामी होकर आपके दूसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर दूसरे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता। ऊपर से छठे भाव के स्वामी का दूसरे भाव में आना, इसके अलावा सूर्य पर शनि की दृष्टि आदि लक्षण ठीक नहीं माने जाएंगे। अतः इस अवधि में अनावश्यक कर्ज के लेनदेन से बचाव जरूरी रहेगा। मीठी वाणी का प्रयोग भी जरुरी रहेगा। परिजनों के साथ संबंध बिगड़ने न पाएं, इस बात की लगातार कोशिश जरूरी रहेगी। 

परिजनों से किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं रखना है। यदि पैतृक संपत्ति को लेकर किसी भी तरीके का विवाद चल रहा है तो शांति के साथ अपना अपना पक्ष रखकर मामले को सुलझाने का प्रयास जरूरी रहेगा। मुख, नेत्र से संबंधित कोई परेशानी न होने पाए इस बात को लेकर जागरूकता भी जरूरी रहेगी। अर्थात इन कोशिशों को करने की स्थिति में आप नकारात्मकता को संतुलित रख पाएंगे।

उपाय: किसी मंदिर में नारियल और बादाम का दान करना शुभ रहेगा।

हम उम्मीद करते हैं कि सूर्य के इस गोचर के परिणामों को पहले से जानकर आप एक बेहतरीन योजना बनाएंगे और सूर्य गोचर का न केवल लाभ ले सकेंगे, बल्कि इससे होने वाले नुकसान को भी योजनाबद्ध तरीके से दूर कर सकेंगे। हम आशा करते हैं कि हमारा यह प्रयास आपके जीवन में बेहतरी लाने का काम करेगा। भगवती आप सब पर कृपा बनाए रखें। 

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