मंगल का धनु राशि में गोचर: जानें, देश-दुनिया व राशियों पर प्रभाव!

मंगल का धनु राशि में गोचर: जानें, देश-दुनिया व राशियों पर प्रभाव!

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको मंगल का धनु राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि मंगल गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा।

बता दें कुछ राशियों को मंगल के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में मंगल ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

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ज्योतिष में मंगल वो गर्म मिज़ाज वाला ग्रह है जो हमारी ऊर्जा, हिम्मत और काम करने की ताकत दिखाता है यानी हम कैसे मेहनत करते हैं, चुनौतियों से भिड़ते हैं और खुद को साबित करते हैं। मंगल को ग्रहों का योद्धा भी कहा जाता है क्योंकि यह जुनून, महत्वाकांक्षा, ताकत और दृढ़ता के कारक है। अगर इसकी ऊर्जा असंतुलित हो जाए तो यही मंगल गुस्सा, आक्रामकता और विवाद भी पैदा कर सकता है।

बता दें कि मंगल का धनु राशि में गोचर 07 दिसंबर 2025 को होगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

मंगल का धनु राशि में गोचर: समय व तिथि

वैदिक ज्योतिष में मंगल को योद्धा कहा जाता है जो साहस का प्रतीक माने जाते हैं। अब मंगल महाराज 07 दिसंबर 2025 की शाम 07 बजकर 26 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं।

मंगल का धनु राशि में गोचर: विशेषताएं

धनु राशि धनुष का प्रतीक है और मंगल एक योद्धा का ग्रह माना जाता है। इसलिए जब मंगल धनु में होता है , तो यह बताता है कि आप ऐसे योद्धा हैं, जिसके हाथ में धनुष है यानी आपने अपना लक्ष्य तय कर लिया है और अब उसे पूरा करने के लिए तैयार हैं। आपने अपने लिए कोई महत्वपूर्ण काम चुन लिया है और सफलता मिलने तक मेहनत करना नहीं छोड़ते। अगर आपकी कुंडली में मंगल धनु में है, तो आपको मनाना बेहद मुश्किल होता है। आपका उद्देश्य इतना मजबूत होता है कि विरोधी भी आपको रास्ते से भटका नहीं पाते। 

आप अपने शब्दों के पक्के होते हैं और अक्सर अपनी सोच को बदलते नहीं हैं। जो बात कह देते हैं, उसे करने की कोशिश जरूर करते हैं, चाहे नतीजा अच्छा आए या खराब। धनु में मंगल वैसे ही योद्धाओं की तरह है जैसे पुराने जमाने के सैनिक, जो कई राज्यों को जीतते थे, राजाओं को हराते थे, प्रदेशों पर अधिकार करके अपने नियम- कानून, विचार और धर्म स्थापित कर लेते थे। इसलिए अगर आप चाहें, तो आज की दुनिया में भी यह योग आपको हर प्रतियोगिता या काम में जीत दिला सकता है। 

इस योग से आपका व्यक्तित्व साहसी, तेजस्वी, दबंग और उद्देश्य पूर्ण बनता है। लेकिन एक कमी भी रहती है, आप दूसरों के अनुसार खुद को ढालना नहीं जानते। ना सुनना आपको पसंद नहीं इसलिए रिश्तों में समझौता करने में दिक्कत होती है। स्वास्थ्य की बात करें तो यह योग जांघों, रीढ़ की हड्डी, कमर, लिवर और पाचन से जुड़े समस्याएं दे सकता है। यह योग मणिपुर चक्र को प्रभावित करता है, जिससे शरीर में अम्लता और कभी-कभी पानी की कमी हो सकती है। 

अगर मंगल धनु में होने से परेशानी आ रही है, तो आपको खासकर मंगलवार को दक्षिण दिशा की यात्रा से बचना चाहिए। यह स्थिति पृथ्वी तत्व लग्न वालों (जैसे वृषभ, कन्या, मकर) को परेशानी देती है, लेकिन अग्नि तत्व लग्न वालों (मेष, सिंह, धनु) के लिए यह बहुत अच्छा फल देती है।

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मंगल का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर बुरा असर पड़ेगा

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब जब मंगल धनु राशि में गोचर करेंगे, तो यह आपके आठवें भाव को सक्रिय करेगा, जो परिवर्तन, गुप्त बातें, साझे संसाधन और अचानक होने वाली घटनाओं के भाव माने जाते हैं। यह गोचर शक्तिशाली तो है, लेकिन साथ ही थोड़ी तीव्र भी है। यह आपको आपके अंदर की गहरी भावनाओं और छिपे हुए सच का सामना करने में मजबूर करेगा।

आर्थिक रूप से, इस दौरान साझे धन, विरासत, बीमा या किसी संयुक्त निवेश में उतार-चढ़ाव आ सकता है। किसी भी जोखिम से दूरी बनाए रखना बेहतर होगा।  भावनात्मक रूप से, मंगल दबे हुए गुस्से या पुरानी भावनाओं को उभार सकता है। इससे रिश्तों में अचानक बहस, टकराव या कोई चौंकाने वाली बात सामने आ सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से, तनाव बढ़ सकता है, और जल्दबाजी या आवेश में किए गए काम चोट का कारण बन सकते हैं। इसलिए शांत रहें और अपने मानसिक संतुलन का ध्यान रखें।

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इनके धनु राशि से गोचर के दौरान आपका सातवां भाव सक्रिय होता है, जो साझेदारी, विवाह और बिज़नेस पार्टनरशिप से जुड़ा होता है। इस समय आपको रिश्तों, चाहे निजी हों या पेशेवर में स्वतंत्रता या नियंत्रण रखने की तीव्र इच्छा महसूस हो सकती है। इसी वजह से या तो रिश्तों में तेज तरक्की होगी या फिर बहस और टकराव बढ़ सकते हैं, यह इस बात निर्भर करेगा कि आप स्थिति को कैसे संभालते हैं।

इस दौरान ईमानदार बातचीत से गलतफहमियां दूर हो सकती हैं, लेकिन जल्दबाज़ी में प्रतिक्रिया देने से झगड़े बढ़ने का खतरा है। बिज़नेस में मंगल आपको साहस देगा कि आप नए कदम उठाएं और बिना डरे बातचीत व बातचीत करें, लेकिन रिश्ता संतुलित रखने के लिए आपको थोड़ी कूटनीति भी रखनी पड़ेगी। कानूनी मामले या कॉन्ट्रैक्ट्स तेज़ी से आगे बढ़ सकते हैं, इसलिए सोच-समझकर कदम उठाएँ और दस्तावेज़ों को ध्यान से पढ़ें।

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कर्क राशि

कर्क राशि  वालों के लिए मंगल पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और इनके धनु राशि में गोचर के दौरान आपका छठा भाव सक्रिय होता है, जो काम, सेवा, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और रोजमर्रा की जिम्मेदारियों से जुड़ा होता है। यह गोचर आपको चुनौतियों पर जीत पाने और अपने काम में अपनी क्षमता साबित करने के लिए मजबूत प्रेरणा देता है।

आप अपने रूटीन को बेहतर संगठित करने, अपने अधिकार को स्थापित करने और लंबित कामों को पूरा करने की ओर ज्यादा ध्यान देंगे। अगर कुछ समय से आप थकान या अनमना महसूस कर रहे थे, तो धनु में स्थित मंगल आपकी ऊर्जा और अनुशासन को दोबारा जागृत करेगा। लेकिन छठा भाव संघर्षों और प्रतिस्पर्धियों से भी जुड़ा होता है।

इस समय कार्यस्थल पर प्रतियोगिता बढ़ सकती है या सहकर्मियों से छोटी-छोटी तनातनी हो सकती है, इसलिए जरूरी है कि आप इस उग्र ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं और आवेश में आकर प्रतिक्रिया न दें। यहाँ बैठे मंगल आपको बाधाओं को पार करने की शक्ति देते हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब आप ध्यान केंद्रित रखें और बेकार के विवादों से दूरी बनाएं।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और इनके धनु राशि में गोचर से आपका चौथा भाव सक्रिय होता है, जो घर, परिवार,  भावनात्मक स्थिरता और प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों का प्रतिनिधित्व करता है। यह अग्नि तत्व वाला गोचर आपके अंदर घर-परिवार से जुड़े मामलों में बदलाव लाने की तीव्र इच्छा जगा सकता है। 

घर में तनाव बढ़ सकता है या माता-पिता/बुजुर्गों से मतभेद हो सकते हैं, खासकर यदि भावनाओं को ठीक से नियंत्रित नहीं किया गया। अंदरूनी स्तर पर यह गोचर आपको दबे हुए जज़्बातों या अनकही बेचैनियों का सामना करने के लिए प्रेरित करेगा। आप व्यक्तिगत जीवन और पेशेवर लक्ष्यों के बीच उलझन महसूस कर सकते हैं, इसलिए संतुलन बनाए रखना बहुत ज़रूरी होगा। 

प्रॉपर्टी या घर से जुड़े निर्णय इस समय तेज़ी से सामने आ सकते हैं, और मंगल आपको बड़े निर्णय लेने का साहस देगा, लेकिन जल्दबाज़ी से बचना होगा। घर को व्यवस्थित करने या किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से आप भीतर की तनाव ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं।

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मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए धनु राशि में मंगल का गोचर आपके बारहवें भाव को सक्रिय करता है, जो आध्यात्मिकता, खर्च, विदेश संबंध और छिपी हुई बातों से जुड़ा होता है। यह समय आपकी भीतर झांकने, आत्मचिंतन करने और पर्दे के पीछे चलने वाले कामों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है। 

आप किसी गुप्त समस्या को सुलझाने, आध्यात्मिक अभ्यास शुरू करने या लंबे समय से अधूरे चल रहे निजी प्रोजेक्ट्स पर काम करने की तीव्र इच्छा महसूस कर सकते हैं। विदेश यात्रा या विदेशी संपर्कों से जुड़े मामलों में भी इस दौरान तेजी आ सकती है। 

बारहवें भाव में मंगल मानसिक बेचैनी, छिपी चिंताएं और अचानक खर्च बढ़ा सकता है, इसलिए खर्चों पर नज़र रखना और किसी भी अनावश्यक जोखिम से बचना जरूरी है। तनाव, नींद या इम्युनिटी से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को भी सावधानी से संभालना चाहिए। यदि इस ऊर्जा को सही दिशा में लगाया जाए, तो मंगल आपको छिपे शत्रुओं से निपटने, मन की बाधाओं को तोड़ने और भविष्य की प्रगति के लिए मजबूत आधार तैयार करने की क्षमता देता है।

मंगल का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर होगा अच्छा असर

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए मंगल आपके लग्नेश है और इसका धनु राशि में गोचर आपके नौवें भाव को सक्रिय करता है, जो भाग्य, उच्च शिक्षा, ज्ञान और दूर की यात्राओं से जुड़ा होता है। इस समय आप नई सीख, नई सोच या किसी तरह की ऊंची पढ़ाई की ओर आकर्षित हो सकते हैं। विदेश यात्रा या विदेश से जुड़े अवसर भी सामने आ सकते हैं। इस दौरान आपका आत्मविश्वास और ऊर्जा बढ़ेगी, जिससे आप अपने लंबे समय के लक्ष्यों की दिशा में साहसिक कदम उठा पाएंगे।

लेकिन चूंकि मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है और धनु भी अग्नि राशि है इसलिए विचारों और मान्यताओं के मामले में आप कभी-कभी जरूरत से ज्यादा मुखर या जल्दबाज हो सकते हैं। ध्यान रखें कि आपकी बातें दूसरों को ज्यादा हावी होने वाली न लगे। गुरु, शिक्षकों या पिता जैसे मार्गदर्शकों के साथ संबंधों में तीव्रता आ सकती है, लेकिन यदि आप खुले मन से संवाद करेंगे तो इससे संबंधों में सुधार और सीख दोनों मिलेंगी।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए मंगल चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और धनु राशि में इनका गोचर आपके पांचवें भाव को सक्रिय करता है, जो रचनात्मकता, प्रेम, बुद्धि और आत्मा-अभिव्यक्ति से जुड़ा होता है। इस समय आप किसी शौक, कला,खेल या किसी रचनात्मक प्रोजेक्ट में नई ऊर्जा के साथ जुड़ सकते हैं।

प्रेम संबंधों में भी रोमांच और तीव्रता बढ़ सकती है, आकर्षण जल्दी पैदा हो सकता है, लेकिन जल्दबाजी या अधिकार जताने की प्रवृत्ति से अनचाहा ड्रामा भी हो सकता है। इसलिए जुनून के साथ धैर्य रखना जरूरी है। जिन लोगों के बच्चे हैं, उनके लिए यह समय बच्चों से जुड़े किसी सक्रिय या प्रतिस्पर्धात्मक दौर का संकेत देता है। आपको उनकी गतिविधियों में ज़्यादा शामिल होना पड़ सकता है।

करियर की बात करें तो कलाकारों, क्रिएटिव लोगों और उद्यमियों के लिए यह गोचर बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि यह आत्मविश्वास, प्रेरणा और जोखिम लेने का साहस बढ़ाता है। हालांकि, सट्टेबाज़ी या जोखिम भरे निवेश करते समय सावधानी ज़रूर बरतें। इस समय अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं, आपका आकर्षण और नेतृत्व क्षमता अपनी ऊंचाई पर होगी।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए धनु राशि में मंगल का गोचर आपके तीसरे भाव को सक्रिय करता है, जो संवाद, साहस, पहल और छोटी यात्राओं से जुड़ा होता है। यह एक ऊर्जावान और प्रेरणादायक समय है, जो आपके आत्मविश्वास और खुद को खुलकर व्यक्त करने की क्षमता को बढ़ाता है। आपकी बातचीत तेज, प्रभावशाली और  काम को आगे बढ़ाने वाली होगी, यह समय लेखकों, मार्केटिंग वालों, शिक्षकों और उद्यमियों के लिए खासतौर पर लाभदायक है।

यह गोचर आपके अंदर जोखिम लेने की हिम्मत भी बढ़ाता है। काम से जुड़ी यात्राएं बढ़ सकती हैं या आप किसी नए प्रोजेक्ट में कदम रख सकते हैं, जहां तेज़ फैसलों और रणनीतिक सोच की ज़रूरत होगी। 

भाई-बहनों, पड़ोसियों या सहकर्मियों के साथ रिश्तों में सक्रियता और उतार-चढ़ाव दोनों दिख सकते हैं, बस ध्यान रखें कि जल्दबाज़ी या गुस्से में बोले गए शब्द तनाव पैदा न करें। यह समय आपको साहसिक कदमों से तरक्की दिला सकता है, बशर्ते आप अपने स्वभाव में संयम और समय का सही उपयोग रखें। आपकी प्राकृतिक कूटनीति इस अवधि में आपके विचारों को वास्तविक उपलब्धियों में बदलने में मदद करेगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल आपका लग्नेश है और धनु राशि में इसका गोचर आपके दूसरे भाव को सक्रिय करता है, जो वित्त, वाणी, परिवार और मूल्यों से जुड़ा होता है। यह समय आपकी ऊर्जा को आर्थिक स्थिरता मजबूत करने और अपनी कीमत साबित करने की ओर मोड़ता है।

आप आय बढ़ाने, नए कमाई के अवसरों को तलाशने या आर्थिक प्रगति के लिए ठोस कदम उठाने की प्रेरणा महसूस कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें, जल्दबाजी में किए गए आर्थिक फैसले या जोखिम भरे निवेश नुकसान दे सकते हैं। मंगल सही इस्तेमाल पर लाभ देता है और गलत दिशा में अचानक खर्च भी करा सकता है। आपकी बोलने की शैली इस समय अधिक सीधी और प्रभावशाली हो सकती है। ईमानदारी अच्छी बात है, लेकिन कठोर या टकरावपूर्ण लहज़ा रिश्तों में तनाव ला सकता है, खासकर परिवार और कार्यस्थल पर। 

यह समय आपकी वाणी का उपयोग प्रेरणा और नेतृत्व दिखाने में करने के लिए अच्छा है, न कि आलोचना में। परिवार से जुड़े मामलों में भी तीव्रता बढ़ सकती है, आप ज़िम्मेदारियां उठाने या अपने प्रियजनों की सुरक्षा को लेकर अधिक सजग हो सकते हैं। भावनात्मक रूप से भी यह अवधि आपको अपने मूल्यों और आत्म-सम्मान पर गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे आप अपने कार्यों को उसी दिशा में ढाल सकें जो वास्तव में आपके लिए महत्वपूर्ण है।

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए धनु राशि में मंगल का गोचर आपके दसवें भाव को सक्रिय करता है, जो करियर, प्रतिष्ठा और उपब्धियों से जुड़ा होता है। यह समय आपके पेशेवर जीवन में तेजी, महत्वाकांक्षा और उन्नति लाने वाला है। आप अपने काम में खुद को साबित करने, नए प्रोजेक्ट शुरू करने या नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए बेहद प्रेरित महसूस करेंगे।

आत्मविश्वास और मेहनत बढ़ने से आपकी पहचान मजबूत होगी और आगे बढ़ने के नए मौके भी मिल सकते हैं। यह गोचर अनुशासन, लक्ष्य निर्धारण और प्रतिस्पर्धा का समर्थन करता है। सही फोकस के साथ मंगल आपको बाधाओं को पार करने, अपनी क्षमता दिखाने और बड़े करियर माइलस्टोन हासिल करने की शक्ति देता है। बस ध्यान रखें, महत्वाकांक्षा के साथ धैर्य और कूटनीति बनाए रखने से यह अवधि आपके लिए और भी ज़्यादा फलदायी साबित होगी।

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मंगल का धनु राशि में गोचर: उपाय

  • “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” लाल मूंगा या रुद्राक्ष की माला से श्रद्धा से 108 बार जाप करें।
  • भगवान हनुमान जी की पूजा करें, क्योंकि वे मंगल की शक्ति और साहस के प्रतीक हैं।
  • मंगल को शांत करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
  • नवग्रह शांति पूजा कराएं या उसमें हिस्सा लें, खासकर मंगल ग्रह को संतुलित करने के लिए।
  • लाल मूंगा सोने या तांबे की अंगूठी में दाएँ हाथ की अनामिका में मंगलवार को, मंगल की होरा में पहनें।
  • आदर्श वजन 5–7 कैरेट (पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें)।  रत्ती पहनने से पहले इसे गंगाजल और शहद से शुद्ध करें और मंत्र जपें“ॐ भौमाय नमः”।

मंगल का धनु राशि में गोचर: देश-दुनिया पर प्रभाव

मंगल, जो ऊर्जा, साहस और कार्रवाई का ग्रह है, जब धनु राशि में प्रवेश करता है, जो विस्तार, सोच-विचार और खोज का प्रतीक है, तो इसका तेज प्रभाव दिखाई देता है। व्यक्तिगत कुंडली में इसका असर अलग-अलग होता है, लेकिन दुनिया भर में यह गोचर आमतौर पर राजनीति, विदेश संबंध, खेल, तकनीक और सामूहिक गतिविधियों पर प्रभाव डालता है। आइए देखें कि यह गोचर किन-किन तरीकों से अपना असर दिखा सकता है।

राजनीति, सरकार और विचारात्मक बहस

  • मंगल के इस गोचर के दौरान देशों और समाजों में बड़े फैसले, नए साहसिक कदमों और विचारों की बहसों में बढ़ोतरी दिख सकती है।
  • सरकारें बड़े और महत्वाकांक्षी सुधार या नीतियां ला सकती हैं, लेकिन अगर फैसले जल्दी में लिए गए तो विवाद या टकराव भी बढ़ सकते हैं।
  • जिन देशों की कुंडली में धनु या अग्नि तत्व वाली राशियां मजबूत होती हैं, वे इस समय वैश्विक स्तर पर नेतृत्व कर सकते हैं और विस्तार, इनोवेशन या सांस्कृतिक आदान-प्रदान को आगे बढ़ा सकते हैं।

यात्रा, मीडिया और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियां

  • धनु राशि में मंगल का गोचर अंतरराष्ट्रीय सहयोग, यात्रा और शिक्षा से जुड़े कामों को बढ़ावा देता है। यह समय विदेशी प्रोजेक्ट्स, वैज्ञानिक शोध और नई तकनीक में बड़ी प्रगति के लिए अच्छा माना जाता है।
  • साथ ही, धर्म, मान्यताओं या राजनीतिक विचारधाराओं को लेकर गरमागरम बहसें और टकराव भी बढ़ सकते हैं।
  • मीडिया और जनचर्चा अधिक खुलकर बोलने वाली हो सकती है और जो घटनाएं साहस, हिम्मत या राजनीतिक कदमों की मांग करती हैं, वे खबरों में छाई रह सकती हैं।

सामाजिक बदलाव, बड़े निवेश और जोखिम लेने की प्रवृत्ति

  • इस गोचर के दौरान समाज में लोगों में एक्टिविज्म बढ़ेगा, नए काम करने और जोखिम उठाने का साहस मिलेगा। 
  • लोग अपने आरामदायक दायरे से बाहर निकलकर नए अनुभव लेने की कोशिश करेंगे। लेकिन सावधानी जरूरी है, जल्दबाजी में लिए गए फैसले या जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वास लड़ाई-झगड़े या आर्थिक परेशानी का कारण बन सकते हैं।
  • अगर मंगल की ऊर्जा को सही दिशा में लगाया जाए तो अंतरराष्ट्रीय सहयोग, बड़े प्रोजेक्ट, शिक्षा में सुधार और मानवता से जुड़े काम इस समय खूब आगे बढ़ सकते हैं।

कुल मिलाकर धनु राशि में मंगल दो तरीके से प्रभाव डाल सकते हैं या तो तेज प्रगति लाएंगे या फिर विवाद बढ़ा सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसकी तेज ऊर्जा को कैसे इस्तेमाल किया जाता है. देशों नेताओं और पूरी दुनिया को सलाह है कि इस शक्तिशाली ग्रह ऊर्जा का समझदारी से उपयोग करें, हिम्मत से कमद उठाएं, लेकिन साथ ही दूर की सोच भी रखें।

मंगल का धनु राशि में गोचर: शेयर बाजार पर असर

  • मंगल एक ऐसा ग्रह है, जो ऊर्जा, एक्शन, गुस्सा और अचानक होने वाले बदलावों का प्रतीक है। जब यह किसी राशि से गुजरता है, तो इसका असर शेयर बाजार पर तुरंत दिखाता है। धनु राशि खुद विस्तार, जोखिम लेने, उम्मीद और विदेशी संपर्कों से जुड़ी होती है, इसलिए इस गोचर का शेयर बाजार पर असर तेज़ और अस्थिर दोनों हो सकता है।
  • मंगल की अग्नि जैसी ऊर्जा शेयर बाजार में तेज हलचल ला सकती है, जिससे मार्केट में अचानक ऊपर नीचे होने वाले उतार-चढ़ाव देखे जा सकते हैं।
  • ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स में हिम्मत बढ़ सकती है, वे नए निवेश, हाई-रिस्क सेक्टर्स या सट्टेबाज़ी वाले ट्रेड्स करने की कोशिश कर सकते हैं। 
  • ये मौके कमाई भी दे सकते हैं, लेकिन जल्दबाजी के लिए गए फैसले या ज्यादा आत्मविश्वास नुकसान भी करा सकता है। जिन सेक्टर्स में ज्यादा उतार-चढ़ाव दिखेगा,  वे हो सकते हैं: टेक्नोलॉजी एविएशन इंटरनेशनल ट्रेड क्रिप्टोकरेंसी जैसे सट्टा बाज़ार।
  • धनु राशि की ऊर्जा लंबे समय के विकास और विस्तार में विश्वास बढ़ाती है इसलिए जो कंपनियां विदेशी बाजारों, एक्सपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय पार्टनरशिप, शिक्षा या ट्रैवल से जुड़ी हैं, उन्हें इस समय फायदा मिल सकता है। 

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. धनु राशि पर किस ग्रह का राज है?

बृहस्पति

2. बृहस्पति किन दो राशियों पर राज करता है?

धनु और मीन

3. मंगल किस राशि में नीच का हो जाता है?

कर्क