सितंबर 2025: ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार सितंबर साल का नौवां महीना होता है और इस दौरान दुनियाभर के कई हिस्सों में मौसमी बदलाव देखा जाता है। सितंबर महीने का नाम लैटिन शब्द ‘सेप्टम’ से आया है जिसका मतलब सात होता है। प्राचीन रोमन कैलेंडर में सितंबर सातवां महीना हुआ करता था।

सितंबर के महीने में मौसम की बात करें, तो उत्तरी गोलार्ध में इस समय गर्मियां खत्म होती हैं और शरद ऋतु की शुरुआत होती है। इस समय दिन छोटे होने लगते हैं और तापमान भी धीरे-धीरे ठंडा होना शुरू हो जाता है। पत्तियां अपना रंग बदलना शुरू कर देती हैं। वहीं दूसरी ओर दक्षिणी गोलार्ध में सितंबर में वसंत की शुरुआत होती है। इस दौरान मौसम गर्म रहता है।
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एस्ट्रोसेज एआई के इस खास ब्लॉग में सितंबर के व्रत एवं त्योहारों के साथ-साथ बैंक अवकाश, विवाह मुहूर्त और मुंडन मुहूर्त आदि के बारे में भी बताया गया है। तो चलिए अब बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सितंबर 2025 में आपके लिए क्या खास है।
सितंबर 2025 का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू पंचांग की गणना
हिंदू पंचांग के अनुसार सितंबर 2025 की शुरुआत 01 सितंबर, 2025 को ज्येष्ठा नक्षत्र में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को होगी। वहीं सितंबर 2025 का समापन 30 सितंबर को पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र में शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को होगा।
आगे जानिए सितंबर माह के प्रमुख त्योहारों और व्रतों के बारे में।
सितंबर 2025 के हिंदू व्रत एवं त्योहार
| तिथि | पर्व व व्रत |
| 03 सितंबर 2025 | परिवर्तिनी एकादशी |
| 05 सितंबर 2025 | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
| 05 सितंबर 2025 | ओणम/थिरुवोणम |
| 06 सितंबर 2025 | अनंत चतुर्दशी |
| 07 सितंबर 2025 | भाद्रपद पूर्णिमा व्रत |
| 10 सितंबर 2025 | संकष्टी चतुर्थी |
| 17 सितंबर 2025 | इंदिरा एकादशी |
| 17 सितंबर 2025 | कन्या संक्रांति |
| 19 सितंबर 2025 | मासिक शिवरात्रि |
| 19 सितंबर 2025 | प्रदोष व्रत (कृष्ण) |
| 21 सितंबर 2025 | अश्विन अमावस्या |
| 22 सितंबर 2025 | शरद नवरात्रि |
| 22 सितंबर 2025 | घटस्थापना |
| 28 सितंबर 2025 | कल्परम्भ |
| 29 सितंबर 2025 | नवपत्रिका पूजा |
| 30 सितंबर 2025 | दुर्गा महा अष्टमी पूजा |
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2025 सितंबर में आने वाले बैंक अवकाशों की सूची
| तिथि | अवकाश | राज्य |
| 02 सितंबर | रामदेव जयंती | राजस्थान |
| 02 सितंबर | तेजा दशमी | राजस्थान |
| 04 सितंबर | प्रथम ओणम | केरल |
| 05 सितंबर | थिरुवोणम | केरल |
| 05 सितंबर | ईद-ए-मिलाद | अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, पंजाब , सिक्किम, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों को छोड़कर राष्ट्रीय अवकाश |
| 07 सितंबर | इंद्र जात्रा | सिक्किम |
| 07 सितंबर | श्री नारायण गुरु जयंती | केरल |
| 12 सितंबर | ईद-ए-मिलाद के बाद का शुक्रवार | जम्मू-कश्मीर |
| 21 सितंबर | महालय अमावस्या | कर्नाटक, उड़ीसा, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल |
| 21 सितंबर | श्री नारायण गुरु समाधि | केरल |
| 22 सितंबर | बथुकम्मा का पहला दिन | तेलंगाना |
| 22 सितंबर | महाराजा अग्रसेन जयंती | हरियाणा |
| 22 सितंबर | घटस्थापना | राजस्थान |
| 23 सितंबर | हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस | हरियाणा |
| 29 सितंबर | महा सप्तमी | उड़ीसा, सिक्किम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, मेघालय |
| 30 सितंबर | महाअष्टमी | अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, मेघालय, झारखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, मणिपुर, उड़ीसा, राजस्थान, त्रिपुरा |
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2025 में सितंबर के अन्नप्राशन मुहूर्त की सूची
| तिथि | समय |
| 5 सितंबर 2025 | 07:27-09:43 12:03-18:07 19:35-22:35 |
| 24 सितंबर 2025 | 06:41-10:48 13:06-18:20 19:45-23:16 |
सितंबर किसका प्रतीक है
मौसम को ध्यान में रखते हुए सितंबर के महीने को बदलाव, चिंतन और त्योहारों की तैयारी करने का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा सितंबर शाब्दिक और रूपक प्रकार से परिपक्वता, फसल और संतुलन का प्रतीक माना गया है।
कई देशों में सितंबर के महीने से शैक्षिक वर्ष की शुरुआत होती है, जहां स्कूली छात्र गर्मी की छुट्टियों के बाद वापस स्कूल लौटते हैं। वहीं ईस्टर्न ऑर्थोडॉक्स चर्च में इससे चर्च ईयर की शुरुआत होती है।
आमतौर पर सितंबर इक्विनॉक्स 22 या 23 सितंबर को पड़ता है और उत्तरी गोलार्ध में इससे पतझड़ या शरद ऋतु की शुरुआत होती है।
सितंबर में जन्मे लोगों की राशियां एवं रत्न
जिन लोगों का जन्म सितंबर के महीने में होता है, उनके लिए नीलम को शुभ रत्न माना जाता है। यह बुद्धि, शुद्धता और विश्वास का प्रतीक है। राशि की बात करें, तो 23 अगस्त से 22 सितंबर के बीच जन्म लेने वाले जातकों की कन्या राशि होती है और 23 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच पैदा होने वाले लोगों की तुला राशि होती है।
कन्या राशि वाले हर चीज़ को बड़ी बारीकी से देखते हैं। ये व्यावहारिक और विश्लेष्णात्मक स्वभाव के होते हैं। वहीं तुला राशि वाले संतुलित और मिलनसार स्वभाव के होते हैं।
नौवां महीना क्यों है सितंबर
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि सितंबर शब्द का अर्थ सात होता है लेकिन यह ग्रेगोरियन कैलेंडर में नौवां महीना है। ऐसे में कई लोग सोच रहे होंगे कि आखिर सितंबर महीने का नाम उस शब्द पर क्यों रखा गया है जिसका अर्थ नौ नहीं बल्कि सात है।
बता दें कि प्राचीन रोमन कैलेंडर मार्च से शुरू होता था जिसके अनुसार सितंबर सातवां महीना हुआ करता था। जब 153 ईसा पूर्व में रोमन सीनेट ने कैलेंडर में जनवरी और फरवरी को जोड़ा, तब सितंबर नौवां महीना बन गया।
भारत में सितंबर के महीने का महत्व
भारत में सितंबर का महीना कई सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सवों से सजा हुआ है। गणेश चतुर्थी से सितंबर के महीने की शुरुआत होती है जिसमें भगवान गणेश का बड़ी धूमधाम से पूजन किया जाता है। कभी-कभी सितंबर के आखिर में नवरात्रि का पर्व भी शुरू होता है। इसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा, व्रत, डांडिया आदि का आयोजन किया जाता है।
वहीं केरल में इस दौरान ओणम का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व राजा बली के घर वापसी का प्रतीक है। इस दौरान नावों की रेस लगती है जो कि आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
सितंबर में आता है टीचर्स डे
हर साल 05 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में टीचर्स डे यानी शिक्षक दिवस मनाया जाता है। स्कूल और कॉलेजों में इस दिवस को बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
सितंबर 2025 में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहार
आगे जानिए कि सितंबर के महीने में कौन से खास व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं:
परिवर्तनी एकादशी: यह एकादशी 03 सितंबर को पड़ रही है और इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की उपासना होती है।
अनंत चतुर्दशी: 06 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन भी मनाया जाएगा।
पूर्णिमा श्राद्ध: 07 सितंबर को पूर्णिमा श्राद्ध भी पड़ता है। पितरों का तर्पण करने के लिए यह दिन उत्तम रहता है।
पितृ पक्ष: 08 सितंबर से पितृ पक्ष यानी श्राद्ध आरंभ हो रहे हैं। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का बहुत महत्व है। अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।
संकष्टी चतुर्थी: यह 10 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश का विशेष पूजन किया जाता है। गणेश भगवान अपने भक्तों की सभी कठिनाईयों और अड़चनों को दूर करते हैं।
इंदिरा एकादशी: 17 सितंबर को इंदिरा एकादशी का व्रत है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत एवं पूजन करने का विधान है।
नवरात्रि: इस बार 22 सितंबर से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है। इसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
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सितंबर 2025 में पड़ने वाले ग्रहों के गोचर
आगे बताया गया है कि सितंबर में किस तिथि पर किस ग्रह का गोचर होने जा रहा है।
मंगल का तुला राशि में गोचर: मंगल महाराज 13 सितंबर 2025 की रात 08 बजकर 18 मिनट पर तुला राशि में गोचर कर जाएंगे।
शुक्र का सिंह राशि में गोचर: शुक्र 15 सितंबर 2025 की मध्यरात्रि 12 बजकर 06 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करेंगे।
बुध का कन्या राशि में गोचर: बुध महाराज 15 सितंबर 2025 की सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
सूर्य का कन्या राशि में गोचर: सूर्य महाराज 17 सितंबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 38 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
सितंबर 2025 में लगेगा सूर्य ग्रहण
21 सितंबर, 2025 को खण्डग्रास सूर्य ग्रहण लगेगा। यह साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा और इससे पहले 29 मार्च, 2025 को सूर्य पर ग्रहण लगा था। 21 सितंबर को रविवार के दिन आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को रात को 10 बजकर 59 मिनट पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा और मध्य रात्रि के उपरांत 03 बजकर 23 मिनट पर यह खत्म होगा। यह ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा लेकिन न्यूज़ीलैंड, फिजी, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी भाग में नज़र आएगा।
सितंबर 2025 में लगेगा चंद्र ग्रहण
सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि अर्थात 7/8 सितंबर 2025 की रात लगेगा जो 08 सितंबर की देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा इसलिए सूतक मान्य होगा।
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सितंबर मासिक भविष्यवाणी: राशि अनुसार 12 राशियों का भविष्यफल
मेष राशि
सितंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना मेष राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से फलदायी साबित होने वाला है। इस महीने……(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
यह महीना वृषभ राशि के जातकों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की प्रबल संभावना है। महीने की शुरुआत……(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
यह महीना आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहने वाला है। जहां तक आपके करियर का प्रश्न है, तो……(विस्तार से पढ़ें)
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यह महीना कर्क राशि के जातकों के लिए कई मामलों में अनुकूल रहेगा, लेकिन कुछ मामलों में आपको सतर्कता बरतनी होगी। पूरे महीने ……(विस्तार से पढ़ें)
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यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की प्रबल संभावना है। महीने की शुरुआत में सूर्य, बुध व केतु आपकी राशि में होंगे। मंगल……(विस्तार से पढ़ें)
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कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर
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तुला राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना औसत रूप से फलदायी रहने की संभावना है। आर्थिक रूप से देखें, तो महीने की शुरुआत अनुकूल रहेगी, खर्चे तो रहेंगे, लेकिन……(विस्तार से पढ़ें)
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यह महीना वृश्चिक राशि के जातकों के लिए कुछ मामलों में अनुकूल और कुछ मामलों में सावधानी बरतने वाला महीना साबित हो सकता है। महीने की शुरुआत……(विस्तार से पढ़ें)
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यह महीना धनु राशि के जातकों के लिए काफी हद तक अनुकूल रहने की संभावना है। हालांकि, पारिवारिक मामलों में थोड़ी सावधानी रखनी होगी। शनि ……(विस्तार से पढ़ें)
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यह महीना मकर राशि के जातकों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में ही सूर्य और बुध, केतु एक साथ आपके……(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
कुंभ राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना औसत रूप से फलदायी रह सकता है। आपकी राशि में पूरे महीने राहु महाराज विराजमान रहेंगे। महीने की शुरुआत में ……(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
यह महीना मीन राशि के जातकों के लिए औसत रूप से फलदायी रहने की संभावना है। आपकी राशि में पूरे महीने शनि महाराज विराजमान रहेंगे और महीने की शुरुआत में……(विस्तार से पढ़ें)
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. ज्येष्ठा नक्षत्र में।
उत्तर. 10 सितंबर, 2025 को।
उत्तर. 05 सितंबर, 2025 को।