बुध कर्क राशि में अस्त: राशि सहित देश-दुनिया पर पड़ेगा शुभ व अशुभ प्रभाव

बुध कर्क राशि में अस्त: राशि सहित देश-दुनिया पर पड़ेगा शुभ व अशुभ प्रभाव

एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध कर्क राशि में अस्त के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि बुध अस्त का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कुछ राशियों को बुध अस्त से बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में बुध ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

बता दें कि बुध कर्क राशि में अस्त 29 अगस्त 2025 को होगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ परिणाम मिलेंगे और किन्हें अशुभ।

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बुध कर्क राशि में अस्त का प्रभाव

जब बुध अस्त होता है, तो वैदिक ज्योतिष के अनुसार, इसका मतलब होता है कि वह सूर्य के बहुत करीब स्थित होता है, आमतौर पर 14 डिग्री के अंदर ( या जब वह वक्री हो तो 12 डिग्री के अंदर)। सूर्य के इतना पास होने की वजह से बुध का असर कमजोर हो जाता है। इसका असर इंसान की बुद्धि, बातचीत करने की क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति पर पड़ता है।

बुध हमारे बोलने, बात समझाने और अपनी बात रखने की क्षमता को दर्शाता है। जब बुध सूर्य के साथ जुड़ता है, तो ऐसा माना जाता है कि उस व्यक्ति की जिंदगी में कोई ऐसा सख्त या दबाव डालने वाला बड़ा रहा होता है, जैसे माता-पिता शिक्षक या बड़ा भाई, जिसने उनकी बातों को नज़रअंदाज किया या उन्हें बोलने ही नहीं दिया।

बचपन में अक्सर ऐसा होता है कि हम अपने माता-पिता या बड़े भाई-बहन से कुछ कहना चाहते हैं, लेकिन हमें चुप करा दिया जाता है या कहा जाता है कि अपना काम करों या बड़ों की बातों में मत बोलों। यही अनुभव धीरे-धीरे अंदर बैठ जाता है और व्यक्ति को अपनी बात खुलकर कहने में दिक्कत होने लगती है।

बुध कर्क राशि में अस्त: समय व तिथि

बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, शिक्षा, और व्यापार के कारक ग्रह बुध 29 अगस्त, 2025 की दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर कर्क राशि में अस्त हो जाएंगे। सूर्य के बहुत निकट होने पर बुध अस्त हो जाता है, अर्थात अपनी शक्ति खो देता है। आइए देखें कि इसका राशियों, विश्वव्यापी घटनाओं और शेयर बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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बुध कर्क राशि में अस्त: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। जब बुध आपके चौथे भाव में अस्त होंगे। चूंकि बुध छठे भाव के स्वामी हैं और कर्क राशि में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में आपको प्रतियोगी माहौल जैसे नौकरी की दौड़, परीक्षा या बहस जैसी स्थितियों में थोड़ा असहज महसूस हो सकता है। साथ ही, आपके आत्मविश्वास में थोड़ी सी कमी भी महसूस हो सकती है।

इस दौरान विशेषकर शुरुआती कुछ दिनों में बुध का गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहता इसलिए आप भीतर से थोड़े चिंतित या घबराए हुए भी रह सकते हैं। छात्रों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि पढ़ाई या किसी काम पर मन लगाना मुश्किल हो सकता है।

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कर्क राशि

बुध आपकी कुंडली में तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पहले भाव में अस्त होंगे। ध्यान देने वाली बात ये है कि बुध जल्दी ही दूसरे भाव में प्रवेश कर जाएगा, लेकिन जब तक वह पहले भाव में अस्त है, तब तक इसका असर आपके बुद्धि और बोलचाल के तरीके पर पड़ेगा। बुध स्वाभाविक रूप से वाणी के कारक है और जब वह अस्त होता है तो इसका असर आपके तर्क देने की क्षमता और तथ्यों को सही तरीके से प्रस्तुत करने पर पड़ सकता है। 

आपको अपनी बात समझाने में मुश्किल आ सकती है या आपकी सोच में स्पष्टता की कमी महसूस हो सकती है। इस समय अवधि में आप में कुछ आलस्य भी आ सकता है या फिर आप मेहनत तो करेंगे लेकिन सही दिशा में प्रयास नहीं कर पाएंगे। बुध के पहले भाव में अस्त होने से व्यक्ति का स्वभाव थोड़ा चालाक या चतुराई भरा हो सकता है, यानी बातें घुमा फिराकर करने की प्रवृत्ति बन सकती है।

साथ ही, सेहत बिगड़ने की संभावना बनी हुई है या तो आपकी खुद की या फिर किसी परिवार के सदस्य की, जिससे खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

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सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध कर्क राशि में बारहवें भाव में अस्त हो रहे हैं और यह आपके कुंडली के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। यह भाव आपके लाभ और इच्छाओं से जुड़ा होता है। इस समय बुध के अस्त होने से लाभ में देरी हो सकती है। आपकी कमाई प्रभावित हो सकती है या फिर जो योजनाएं आपने काम के लिए बनाई थीं वे वैसी सफल न हों जैसी आपने सोची थी।

इसके साथ-साथ, खर्च भी ज्यादा हो सकते हैं। कभी इस समय आप थोड़े दुविधा में या उलझन में भी रह सकते हैं यानी कोई फैसला लेने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में सलाह है कि बुजुर्गों या सीनियर्स से सलाह लेकर ही कोई महत्वपूर्ण कदम उठाएं।

हालांकि, पैसे या परिवार से जुड़ी कोई बड़ी समस्या नहीं दिख रही, फिर भी सावधानी बरतना जरूरी है क्योंकि दूसरा भाव वाणी, पैसा और परिवार से जुड़ा होता है और उसका स्वामी अभी अस्त है। अच्छी खबर ये है कि स्थिति ज्यादा दिन नहीं चलेगी क्योंकि बुध जल्दी ही आपकी कुंडली के पहले भाव में जाएगा, जिससे परिस्थितियां धीरे-धीरे बेहतर होने लगेंगी।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

बुध आपकी कुंडली में आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह नौवें भाव में अस्त होंगे। वृश्चिक राशि वालों के लिए यह स्थिति अनुकूल नहीं मानी जाएगी क्योंकि बुझ और मंगल में आपसी शत्रुता होती है और साथ ही बुध जब आठवें भाव के स्वामी बनकर नौवें भाव में अस्त होते हैं, तो जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति में रुकावट आने लगती है।

बुध का ग्यारहवें भाव का स्वामी होकर नौवें भाव में अस्त होना आपके आर्थिक लाभ को भी प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, इस समय आपके पिता, गुरु या सीनियर लोगों में मनमुटाव या अहं टकराव हो सकते हैं। 

इस समय स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी हो सकती है इसलिए सतर्क रहें। अगर आप नौकरी में हैं, तो अनचाहा ट्रांसफर या नौकरी में बदलाव संभव है और अगर अभी कोई नई नौकरी मिलती है तो हो सकता है वह आपके योग्यता के अनुसार न हो। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपके प्रतिद्वंदी आपकी कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं।

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अभी वह आठवें भाव में अस्त हो रहे हैं। इसका अर्थ है कि इस समय बुध आपके पक्ष में नहीं है और इस दौरान किस्मत के भरोसे बैठना ठीक नहीं होगा। आपको इस समय खास मेहनत करनी होगी, तभी अच्छे नतीजे मिलेंगे। चूंकि सातवें भाव के स्वामी अस्त हो रहा है तो, वैवाहिक जीवन में सतर्कता जरूरी है किसी भी गलतफहमी या बहस से बचें।

व्यवसाय में इस समय कोई जोखिम लेना ठीक नहीं होगा। बुजुर्गों का सम्मान करें और अपने सहकर्मियों से तालमेल बनाकर चलें। जहां तक हो सके, कम बोलें और अगर कुछ बोलना ही पड़े तो सोच-समझकर बोलें। इन्हीं बातों का ध्यान रखकर आप बुध के नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि जब बुध अस्त का आखिरी चरण आएगा, तब आपको कुछ अच्छे और सकारात्मक परिणाम भी मिलेंगे।

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मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव में अस्त होंगे। पांचवां भाव आपके शिक्षा, प्रेम-संबंध, रचनात्मकता और बच्चों से जुड़ा है। अब क्योंकि बुध व्यापार, तर्क और बुद्धिमत्ता का प्रतिनिधि ग्रह है और वह इस समय अस्त हो रहा है, तो इसका असर खासकर उन लोगों पर ज्यादा पड़ेगा, जो व्यवसाय करते हैं या किसी क्रिएटिव फील्ड जैसे कला, लेखन, डिजाइन आदि से जुड़े हैं।

इस अवधि आपके प्रेम जीवन में थोड़े समय के लिए तनाव या बहस जैसी स्थिति बन सकती है और अगर ये बहस बढ़ती गई तो बात गंभीर झगड़े तक पहुंच सकती है। यदि आप अपने रिलेशनशिप को अपने परिवार के सामने लाने की सोच रहे हैं तो थोड़े दिन रुकें क्योंकि अभी समय अनुकूल नहीं है। इस समय गुस्से पर काबू रखना बहुत जरूरी है वरना इसका असर घर के माहौल पर भी पड़ सकता है और घर में तनाव बढ़ सकता है।

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बुध कर्क राशि में अस्त: विश्वव्यापी प्रभाव

व्यापार और वित्त

  • जो लोग निर्यात व्यापार करते हैं यानी जो अपना सामान विदेश भेजते हैं उनके लिए यह समय कुछ अच्छा हो सकता है लेकिन धन मिलने में देरी हो सकती है। 
  • भारत और विदेशों में रचनात्मक व्यवसायों और कलाकारों को भी निश्चित रूप से मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
  • बड़ी कंपनियों और संस्थाओं में गलतफहमियां, संचार की गड़बड़ी और गलत मैनेजमेंट के कारण कई मुश्किलें आ सकती है।

सरकारी नेता, मीडिया और वक्ता

  • सरकार कुछ बड़े नेता इस समय गलत बयान दे सकते हैं,जिसकी वजह से उन्हें मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है या माफी मांगनी पड़ सकती है। 
  • कुछ विदेशी देश भारत के लिए परेशानी खड़ी करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन भारत को इस समय कोई भी प्रतिक्रिया बहुत सोच-समझकर देनी पड़ सकती है क्योंकि बुध अस्त का समय संवेदनशील माना जाता है।
  • कई बार सरकारी अधिकारी या प्रतिनिधि इस दौरान जल्दबाजी में दिए गए बयान दे सकते हैं। जिसकी वजह से उन्हें विरोध या आलोचना झेलनी पड़ सकती है।
  • जो लोग पब्लिक फिगर हैं या उच्च पदों पर बैठे हैं, वे भी सवाल जवाब के दौरान चिड़चिड़े या अधीर हो सकते हैं और इससे उन्हें परेशानी हो सकती है।
  • जो लोग बोलचाल या संवाद से जुड़े प्रोफेशन में है जैसे पत्रकार, काउंसलर, प्रवक्ता, मोटिवेशनल स्पीकर उनके लिए यह समय थोड़ा संवेदनशील रहेगा। यदि शब्दों का चयन सही नहीं हुआ तो प्रशासन या शक्तिशाली लोगों से टकराव का सामना करना पड़ सकता है।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

बुध कर्क राशि में अस्त: शेयर बाजार रिपोर्ट

29 अगस्त 2025 को बुध ग्रह कर्क राशि में अस्त हो रहे हैं क्योंकि बुध अपने पूर्ण प्रभाव में नहीं होगा इसलिए इसका प्रभाव शेयर बाजार और उससे जुड़े क्षेत्रों पर भी साफ दिखाई देगा। आइए एक नज़र डालते हैं शेयर बाजार की रिपोर्ट पर।

  • जो रिसर्च कंपनियां किसी राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है, उनके लिए यह समय नकारात्मक रह सकता है। उनके कामों में देरी या अनचाहे अड़चनें आ सकते हैं।
  • इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर, बिजली सेक्टर, सीमेंट इंडस्ट्री, हीरा उद्योग, केमिकल सेक्टर, इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोग बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
  • कुछ कंपनियों जैसे रिलायंस, अदानी पॉवर्स, टाटा मोटर्स, जिंदल स्टील और कुछ अन्य उद्योग में शुरुआत में हल्की गिरावट हो सकती है लेकिन बाद में सुधार होगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

कर्क राशि का स्वामी कौन सा ग्रह है?

चंद्रमा

क्या चंद्रमा कर्क राशि के अलावा किसी और राशि का स्वामी है?

नहीं, यह केवल एक राशि का स्वामी है।

कौन सा अन्य ग्रह केवल एक राशि का स्वामी है?

सूर्य