बुध वृश्चिक राशि में होंगे उदय, शेयर बाजार समेत इन राशियों के लिए रहेंगे बेहद शुभ!

एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध वृश्चिक राशि में उदय (11 दिसंबर 2024) से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय, प्रभाव आदि। हम अपने पिछले लेखों में आपको बताते आये हैं कि ग्रहों की राशि या अवस्था में होने वाला बदलाव सीधे तौर पर संसार समेत मनुष्य जीवन को प्रभावित करते हैं। अब बुध महाराज वृश्चिक राशि में उदित होने जा रहे हैं और ऐसे  में, जातकों को अपने जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के परिणामों की प्राप्ति होगी। अगर आप जानना चाहते हैं वृश्चिक राशि में बुध की उदित अवस्था के बारे में सब कुछ, तो इस ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025  

विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें बुध वृश्चिक राशि में मार्गी का अपने जीवन पर प्रभाव  

सिर्फ इतना ही नहीं, बुध महाराज को नवग्रहों में युवराज का दर्जा प्राप्त है और ऐसे में, जब यह अपनी अवस्था में बदलाव करते हुए उदय, अस्त, वक्री या मार्गी होते हैं, तो इसका प्रभाव पूरे विश्व पर नज़र आता है। हालांकि, बुध देव की उदित अवस्था को शुभ कहा जाता है, परंतु ऐसा जरूरी नहीं है कि यह सभी 12 राशियों को शुभ परिणाम देंगे क्योंकि इनके उदित होने से उन लोगों की समस्याएं बढ़ सकती हैं जिनकी कुंडली में यह अशुभ स्थिति में थे, परंतु घबराएं नहीं, यहां हम आपको बुध वृश्चिक राशि में उदित के दौरान किये जाने वाले उपाय भी प्रदान कर रहे हैं। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते है बुध उदित का समय। 

कब और किस समय अस्त अवस्था से बाहर आएंगे बुध देव?       

बुद्धि के कारक ग्रह बुध देव 11 दिसंबर 2024 की शाम 07 बजकर 44 मिनट पर वृश्चिक राशि में अपनी अस्त अवस्था से बाहर आते हुए उदित हो जाएंगे। बता दें कि बुध ग्रह 30 नवंबर 2024 को मंगल ग्रह की राशि वृश्चिक में अस्त हो गए थे और तक़रीबन 11 दिन अस्त अवस्था में शक्तिहीन रहने के बाद अब यह पुनः उदित होंगे। बुध उदय की तिथि एवं समय बताने के बाद हम आपको रूबरू करवाते हैं ज्योतिष में इनके महत्व से। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

ज्योतिषीय दृष्टि से बुध ग्रह 

हिंदू धर्म में जहाँ बुध ग्रह को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, तो वहीं वैदिक ज्योतिष में इन्हें देवताओं का दूत कहा गया है। यह मनुष्य के जीवन में संचार कौशल, बुद्धि, वाणी और अभिव्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं। बुध को नौ ग्रहों का “राजकुमार” कहा जाता है जो कि राशि चक्र की दो राशियों मिथुन और कन्या के अधिपति देव भी हैं। बता दें कि कन्या राशि में बुध उच्च के होते हैं जबकि मीन इनकी नीच राशि है। 

सप्ताह के सात दिनों में बुध महाराज को बुधवार का दिन समर्पित होता है। इनकी शुभ स्थिति जातक को बुद्धि और समृद्धि का आशीर्वाद देती है। बुध ग्रह की कृपा पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करना सर्वश्रेष्ठ होता है। हालांकि, यह तटस्थ स्वभाव वाले दोहरी प्रकृति के ग्रह हैं जिनकी गणना शुभ ग्रहों में होती है। बात करें मनुष्य के शरीर की, तो बुध ग्रह चेहरे, हाथ, बाल, नाक, तंत्रिका तंत्र, मांसपेशियों, नाभि और जीभ आदि को नियंत्रित करते हैं। शुक्र और शनि को इनका मित्र माना गया है जबकि बुध मंगल से शत्रुता का भाव रखते हैं।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट 

कुंडली में मज़बूत बुध का प्रभाव 

बुद्धि, वाणी, संचार कौशल और व्यापार के कारक ग्रह बुध व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करने की क्षमता रखते है इसलिए ऐसे जातक जिनकी कुंडली में बुध ग्रह शुभ तथा मजबूत स्थिति में होते हैं, उनका संचार कौशल बहुत शानदार होता है। साथ ही, यह हाज़िर जवाब होते हैं और ऐसे जातकों को व्यापार के साथ-साथ वकालत और वाणिज्य के क्षेत्र में सफलता मिलने की प्रबल संभावना होती हैं। 

इसके अलावा, इन लोगों का गणित काफ़ी मज़बूत होता है और यह अच्छे वक्ता होते हैं। मज़बूत बुध वाले राजनीति और कूटनीति पर अच्छी पकड़ रखते हैं। जिन जातकों के लिए बुध शुभ होते है, उन्हें व्यापार में बेहतरीन परिणाम मिलते हैं। ऐसे लोग व्यापार को सफलतापूर्वक करने और उसे आगे ले जाने में सक्षम होते हैं। बुध ग्रह का गुण या अवगुण यह भी है कि यह कुंडली में जिस ग्रह के साथ होते हैं, उसी के अनुसार परिणाम देते है। 

कमज़ोर बुध का कुंडली में प्रभाव

जहां बुध महाराज की शुभ स्थिति जातक के जीवन को सफलता से भर देती है। वहीं, इनकी कमज़ोर या अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन को समस्याओं से भरने का काम करती है। जिन जातकों की कुंडली में बुध दुर्बल स्थिति में होते हैं, उन्हें कई तरह के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। 

सरल शब्दों में कहें तो, किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध देव की स्थिति इस बात का निर्धारण करती है कि आपकी बात करने का तरीका कैसा होगा? आपका व्यवहार दूसरों के प्रति कैसा है? ऐसे में, जब बुध कमजोर होते हैं, तब आपके भीतर विवेक की कमी रहती है और वह सही निर्णय लेने में समर्थ नहीं होते हैं क्योंकि इसका सीधा असर निर्णय लेने की क्षमता पर पड़ता है। इसके अलावा, बुध व्यक्ति की सुंदरता को भी प्रभावित करते हैं।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

इन सरल ज्योतिषीय उपायों से करें बुध ग्रह को मज़बूत

  • बुध यंत्र की घर में स्थापना करें और रोज़ाना उसकी पूजा-अर्चना करें। 
  • प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। 
  • बुधवार के दिन व्रत करना भी फलदायी रहता है।
  • अगर कुंडली में बुध अशुभ स्थिति में होता है, तो प्रतिदिन स्नान के बाद बुध ग्रह के मंत्रो “ॐ बुं बुधाय नमः”, “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” आदि का जाप करना चाहिए। 
  • श्रीहरि विष्णु और बुध ग्रह की नियमित रूप से आराधना करें। 
  • संभव हो, तो ज्यादा से ज्यादा हरे रंग के वस्त्र धारण करें। 

फ्री ऑनलाइन जन्म कुंडली सॉफ्टवेयर से जानें अपनी कुंडली का पूरा लेखा-जोखा

बुध वृश्चिक राशि में उदय: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज दूसरे और पांचवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके… (विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके लग्न/पहले भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं और यह… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पांचवें… (विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके चौथे… (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए बुध देव आपके पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव… (विस्तार से पढ़ें)

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह अब आपके दूसरे… (विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बुध देव आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके… (विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके बारहवें… (विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके… (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके … (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब (विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. ज्योतिष में बुध का क्या महत्व है?

बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, तर्क, संचार कौशल और व्यापार का कारक माना जाता है।

2. बुध वृश्चिक राशि में कब उदय होंगे?

ज्योतिष के अनुसार, बुध देव 11 दिसंबर 2024 को वृश्चिक राशि में उदित हो जाएंगे। 

3. उदय होना किसे कहते हैं?

जब कोई ग्रह सूर्य के निकट जाकर अस्त हो जाता है और अपनी शक्तियां खो देता है। हालांकि, ग्रह के सूर्य से एक निश्चित दूरी पर आने से वह अपनी शक्तियां पुनः पा लेते है और इसे ही उदित होना कहा जाता है।

मोक्ष की प्राप्ति के लिए रखें मोक्षदा एकादशी का व्रत, इन उपायों से मिलेगा हर समस्या से छुटकारा !

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु को बेहद प्रिय होता है। इसलिए इस दिन श्रीहरि की पूजा विशेष रूप से की जाती है। बता दें कि सालभर में कुल 24 एकादशी आती है और हर एक एकादशी का अपना विशेष महत्व है। इसी क्रम में हर साल मार्गशीर्ष मास में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। ऐसे में, मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत करने और विधि-विधान से पूजा करने का अपना विशेष महत्व है।

तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं मोक्षदा एकादशी 2024 की तिथि, पूजा मुहूर्त, महत्व, प्रचलित पौराणिक कथा और आसान ज्योतिषीय उपाय के बारे में।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

मोक्षदा एकादशी 2024: तिथि और शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 11 दिसंबर 2024, दिन बुधवार की सुबह 03 बजकर 42 मिनट पर हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 12 दिसंबर 2024 गुरुवार की मध्यरात्रि 01 बजकर 09 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर को रखा जाएगा।

मोक्षदा एकादशी व्रत मुहूर्त

मोक्षदा एकादशी पारण मुहूर्त : 12 दिसंबर की सुबह 07 बजकर 04 मिनट से 09 बजकर 08 मिनट तक 

अवधि : 2 घंटे 4 मिनट

मोक्षदा एकादशी हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि इसका संबंध मोक्ष प्राप्ति और पितरों की आत्मा की शांति से है। यह एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष में आती है और धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत, पूजा-पाठ, और दान-पुण्य करने से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए अब जानते हैं इसके महत्व के बारे में विस्तार से।

मोक्षदा एकदशी पर बन रहे हैं दुर्लभ योग 

इस साल की मोक्षदा एकादशी बेहद खास होगी क्योंकि इस तिथि पर एक नहीं अनेक शुभ एवं दुर्लभ योग बनने जा रहे हैं। मोक्षदा एकादशी के दिन भद्रावास, रवि, वरीयान और वणिज जैसे दुर्लभ योग बनेंगे। इस दौरान सबसे पहला भद्रावास योग बनेगा जो कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने के लिए श्रेष्ठ होता है और इस योग में इनके पूजन से भक्त के मनोरथ पूर्ण होते हैं।

इसके अलावा, मोक्षदा एकादशी के दिन रवि योग भी बनने जा रहा है और यह योग 11 दिसंबर 2025 की सुबह 07 बजकर 04 मिनट से 11 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि इस अवधि में श्रीहरि विष्णु की पूजा से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, इस एकादशी पर वरीयान योग का भी निर्माण हो रहा है और इस योग को सगाई जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। इसके अलावा, वणिज योग और विष्टि योग भी बन रहा है। बता दें कि मोक्षदा एकदशी पर बनने वाले विष्टि योग को अशुभ माना जाता है।  

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मोक्षदा एकादशी का महत्व

सनातन धर्म में मोक्षदा एकादशी का विशेष महत्व है। इस एकादशी का मुख्य उद्देश्य आत्मा की मुक्ति या मोक्ष प्राप्ति है। इस दिन व्रत और भगवान विष्णु की पूजा आराधना करने से व्यक्ति को अपने जीवन के पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का मार्ग प्राप्त होता है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो मोक्ष की कामना करते हैं। इस एकादशी का व्रत करने से पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष होता है, जो अपने पितरों के मोक्ष के लिए प्रयासरत होते हैं। माना जाता है कि इस दिन किए गए पुण्य कार्य पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करते हैं।

इसके अलावा, इस एकादशी पर भगवान विष्णु और उनके अवतार श्रीकृष्ण की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और रात को जागरण कर भगवान विष्णु की आराधना करते हैं। श्रीकृष्ण की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि प्राप्त होती है। मोक्षदा एकादशी के बारे में एक कथा प्रसिद्ध है जिसमें धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से इस एकादशी का महत्व पूछा था। तब श्रीकृष्ण ने बताया कि मोक्षदा एकादशी व्रत करने से व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है और वह जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मोक्षदा एकादशी की पूजा विधि

मोक्षदा एकादशी का व्रत और पूजा विधि विशेष रूप से भगवान विष्णु की आराधना और मोक्ष प्राप्ति के उद्देश्य से की जाती है। आइए जानते हैं मोक्षदा एकादशी की पूजा विधि के बारे में:

  • इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और फिर स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए।
  • इसके बाद घर के मंदिर या पूजा स्थल को साफ करें और भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  • स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने व्रत का संकल्प लें और व्रत व पूजा के नियमों का पालन करने की प्रतिज्ञा करें।
  • हाथ में जल, अक्षत और फूल लेकर भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि आपका व्रत सफल हो।
  • भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं।
  • भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें क्योंकि विष्णु भगवान का यह पसंदीदा रंग है।
  • भगवान विष्णु को चंदन, फूल, धूप, दीप, फल, और मिठाई अर्पित करें।
  • विष्णु भगवान की आरती करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
  • भगवान विष्णु की पूजा के बाद तुलसी माता की पूजा करें। तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु को अर्पित करें, क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय है।
  • तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं और तुलसी माता की आरती करें।
  • इस दिन व्रत रखने वाले को पूरे दिन उपवास करना चाहिए। यदि आप पूर्ण उपवास नहीं रख सकते, तो फलाहार कर सकते हैं।
  • मोक्षदा एकादशी की रात को जागरण करने का विशेष महत्व है। इस दौरान भगवान विष्णु की कथा सुनें या श्रीमद् भगवद गीता का पाठ करें।
  • अगले दिन द्वादशी को व्रत का पारण करने से पहले जरूरतमंदों और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
  • अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करें। इससे व्रत का पुण्य फल और अधिक बढ़ता है।
  • पारण का समय एकादशी व्रत के अगले दिन सुबह होता है, जब द्वादशी तिथि आरंभ होती है। मुहूर्त देखकर व्रत पारण करें।

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

मोक्षदा एकादशी की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में गोकुल नामक का एक नगर था, जहां वैखानस नामक एक धर्मनिष्ठ राजा राज करते थे। राजा वैखानस अपनी प्रजा का अत्यंत ध्यान रखते थे और न्यायप्रिय, धर्मपरायण तथा परोपकारी राजा थे। उनके राज्य में लोग सुखी और संतुष्ट थे। राजा स्वयं भी धार्मिक कर्मों का पालन करते थे और वेदों में गहरी आस्था रखते थे।

एक दिन राजा वैखानस ने एक बुरा सपना देखा। सपने में उन्होंने अपने पिता को नरक में अत्यधिक कष्ट सहते हुए देखा। यह दृश्य देखकर राजा बहुत दुखी और व्याकुल हो गया। राजा ने अपने दरबार के सभी विद्वान पंडितों और ज्योतिषियों को बुलाया और स्वप्न के बारे में चर्चा की। उन्होंने सभी से पूछा कि उनके पिता नरक में क्यों कष्ट भोग रहे हैं और इस समस्या का समाधान कैसे हो सकता है। लेकिन कोई भी विद्वान इस प्रश्न का सटीक उत्तर नहीं दे सका। तब मंत्रियों ने राजा को सुझाव देते हुए बताया कि वे पर्वत मुनि के आश्रम जाकर उनसे सहायता मांगे। व उनकी जरूर मदद करेंगे। 

मंत्रियों की बात सुनकर राजा मुनि के आश्रम पहुंचे और उनसे अपने सपने के बारे में बताया। तब राजा पर्वत मुनि के पास गए और वहां उन्होंने पूरी बात बताई। पर्वत मुनि ने राजा को बताया कि ‘राजन! आपके पिता पूर्वजन्म के पापों के कारण नरक में कष्ट भोग रहे हैं। लेकिन उनके उद्धार और मोक्ष के लिए एक उपाय है। पर्वत मुनि ने कहा, “तुम मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी, जिसे मोक्षदा एकादशी कहा जाता है, का विधिपूर्वक व्रत और पूजन करो। इस व्रत से तुम्हारे पिता को नरक से मुक्ति मिल जाएगी और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी।” राजा वैखानस ने पर्वत मुनि के निर्देशानुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा। व्रत के प्रभाव से उनके पिता को नरक से मुक्ति मिली और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।

मोक्षदा एकादशी पर अपनाएं ये आसान उपाय

मोक्षदा एकादशी पर कुछ विशेष ज्योतिषीय उपाय करने से व्यक्ति को जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए भी इस दिन किए गए उपाय बेहद प्रभावशाली माने जाते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में:

सुख सौभाग्य के लिए

सुख-समृद्धि के लिए मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह पीपल के पेड़ के पास जाकर उसकी पूजा करें। पेड़ पर जल अर्पित करें और दीपक जलाएं। साथ ही, पीपल के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें और मन में भगवान विष्णु का स्मरण करें। 

मानसिक शांति के लिए

चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए मोक्षदा एकादशी पर चांदी का एक छोटा टुकड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें। इससे मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

सकारात्मक ऊर्जा के लिए

इस दिन अपने घर में श्री यंत्र की स्थापना करें और उसकी विधिवत पूजा करें। श्री यंत्र को शुभ माना जाता है और इसके पूजन से धन-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही, घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

आर्थिक समस्याओं के लिए

मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा के साथ माता लक्ष्मी की आराधना करें। विष्णु और लक्ष्मी का संयुक्त पूजन करने से धन की वृद्धि होती है और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

पितरों के आशीर्वाद के लिए

पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए इस दिन पिंडदान और तर्पण करें। यह उपाय करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और परिवार में सुख-शांति का वातावरण बनता है। इसके अलावा, तिल, कुशा और जल से तर्पण करना भी शुभ माना जाता है। 

राहु-केतु के दोषों से मुक्ति पाने के लिए

यदि आपकी कुंडली में राहु-केतु से जुड़े दोष या समस्याएं हैं, तो इस दिन भगवान शिव की पूजा करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। इसके साथ ही, राहु-केतु के दोषों से बचने के लिए शनिवार को काले तिल और सरसों का तेल दान करें। 

स्वस्थ जीवनशैली के लिए

इस दिन गाय को गुड़ और रोटी खिलाना बहुत शुभ माना जाता है। यह उपाय जीवन में सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक है। इसके अलावा, गाय को हरा चारा खिलाने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और व्यक्ति सभी समस्याओं से राहत पाता है।

नवग्रह शांति के उपाय

यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल है, तो इस दिन नवग्रह शांति के लिए उपाय करें। नवग्रह यंत्र की पूजा करें और हर ग्रह के लिए विशेष मंत्र का जाप करें।

पितरों की आत्मा की शांति के लिए

मोक्षदा एकादशी के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना बहुत शुभ माना जाता है। चावल, आटा, कपड़े, और धन का दान करें। इसके अलावा, दान-पुण्य जरूर करें। इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- मोक्षदा एकादशी कब है?

मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर को रखा जाएगा।

2- मोक्षदा एकादशी का महत्व क्या है?

इस एकादशी का मुख्य उद्देश्य आत्मा की मुक्ति या मोक्ष प्राप्ति है।

3- मोक्षदा एकादशी का पारण कैसे करें?

मोक्षदा एकादशी व्रत पारण करने के लिए सबसे पहले ब्राह्मणों को भोजन करवाए। उसके बाद मुहूर्त में व्रत पारण करें।

4- मोक्षदा एकादशी व्रत में क्या खाना चाहिए?

शकरकंद, कुट्टू, आलू, साबूदाना, नारियल, काली मिर्च, सेंधा नमक, दूध, बादाम, अदरक, चीनी आदि।

बुध होंगे वृश्चिक राशि में उदय- देश-दुनिया और शेयर बाज़ार के बिगड़ेंगे हाल?

बुध वृश्चिक राशि में उदय 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही उदित होने वाले बुध से संबंधित यह खास ब्लॉग।

इस ब्‍लॉग में हम आपको बुध के वृश्चिक राशि में उदित होने की जानकारी दे रहे हैं। बता दें कि 11 दिसंबर को बुध मंगल की राशि वृश्चिक में उदित होंगे। आगे जानिए कि इसका देश-दुनिया एवं शेयर मार्केट पर क्‍या असर पड़ेगा।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

बुध वृश्चिक राशि में उदय: तिथि और समय

11 दिसंबर, 2024 को शाम 07 बजकर 44 मिनट पर बुध ग्रह वृश्चिक राशि में उदित होंगे। इस ब्‍लॉग में हम आपको बता रहे हैं कि बुध के उदित होने का भारत और विदेशों के साथ-साथ स्‍टॉक मार्केट पर क्‍या प्रभाव पड़ने वाला है लेकिन उससे पहले वृश्चिक राशि में बुध की कुछ विशेषताओं के बारे में जान लें।

वृश्चिक राशि में बुध का होना

वृश्चिक राशि में बुध का होना संचार और विचारों को दर्शाता है एवं ये जातक कोई भी चीज़ बड़ी तेजी से सीख लेते हैं। इसके साथ ही यह स्थिति कार्यों में गहराई प्रदान करती है। वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार बुध ग्रह संचार कौशल, सोचने और मानसिक क्षमता का प्रतीक हैं जबकि वृश्चिक एक स्थिर जल तत्‍व की राशि है जिसे भावुकता, खोजी स्‍वभाव और परिवर्तनकारी शक्‍ति के रूप में जाना जाता है।

जब बुध वृश्चिक राशि में होते हैं, तब जातक का दिमाग तेज होता है और उसकी समझदारी में वृद्धि होती है। इसके साथ ही वह छिपे हुए सच को बाहर लाने और जीवन के रहस्‍यों का पता लगाने में सक्षम होता है। आगे विस्‍तार से बताया गया है कि वृश्चिक राशि में बुध की उपस्थिति का क्‍या प्रभाव पड़ता है।

वृश्चिक राशि में बुध के होने का प्रभाव

करियर: जिन जातकों की कुंडली में बुध वृश्चिक राशि में विराजमान होते हैं, वे ऐसे करियर क्षेत्र में सफलता प्रापत करते हैं, जहां वे अपने खोजबीन करने, रिसर्च या विश्‍लेष्‍णात्‍मक कौशल का प्रयोग कर सकें। इन्‍हें मनोविज्ञान, कानून, पत्रकारिता, जासूसी के काम, चिकित्‍सा या गूढ़ विज्ञान जैसे क्षेत्रों में सफलता मिल सकती है।

सीखने की क्षमता: ये लोग चुनौतीभरे माहौल में सीखना पसंद करते हैं। ये रटने के बजाय चीज़ों को गहराई से समझने में विश्‍वास करते हैं।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

जब बुध वृश्चिक राशि में होते हैं, तब व्‍यक्‍ति खोजबीन करने वाला बनता है और उसकी बातचीत में भी यह सब झलक सकता है। जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह इस स्थिति में होते हैं, उन जातकों के विचार काफी मज़बूत होते हैं और इनकी गहरी एवं परिवर्तनकारी अंतदृष्टि होती है। इसके साथ ही ये दूसरों की निजता को भी महत्‍व देते हैं और अपनी बातचीत को गुप्‍त रख सकते हैं। ये जीवन के रहस्‍यों को उजागर करने के लिए उत्‍साहित रहते हैं और इनका दिमाग मज़बूत और सहज होता है एवं इनके पास बहुत अनुभव भी होता है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध वृश्चिक राशि में उदित: वैश्विक स्तर पर प्रभाव

मीडिया और पत्रकारिता

  • मीडिया और पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों की लो‍कप्रियता में वृद्धि होगी। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में भारत समेत दुनिया के कुछ प्रमुख हिस्‍सों में नए अवसर भी पैदा होंगे।
  • मीडिया, पत्रकारिता और पीआर जैसे सभी क्षेत्रों में तेजी देखने को मिलेगी और इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को इस समयावधि में बड़ा लाभ होने की संभावना है।

तकनीक, कानून और रिसर्च

  • वृश्चिक राशि में बुध का उदित होना प्रौद्योगिकी के साथ-साथ नए आविष्‍कारों और अनुसंधानों का समर्थन करेगा।
  • इस दौरान लंबे समय से मंदी की मार झेल रही कंप्‍यूटर और सॉफ्टवेयर इंडस्‍ट्री में तेजी आ सकती है
  • इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इस समय कुछ महत्‍वपूर्ण आविष्‍कार या रिसर्च देखने को मिल सकती है।
  • बुध के वृश्चिक राशि में उदित होने का कोर्ट के कामकाज और कुछ महत्‍वपूर्ण लंबित मामलों पर निष्‍पक्ष फैसला सुनाने को लेकर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।
  • बुध के वृश्चिक राशि में उदित होने से वकीलों और न्‍यायाधीशों को लाभ होने की संभावना है।

मीडिया और गूढ़ विज्ञान

  • किसी नए शोध से चिकित्‍सा के क्षेत्र पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • बुध के वृश्चिक राशि में उदित होने से डॉक्‍टरों और फार्मासिस्‍टों को लाभ होने के आसार हैं।
  • गूढ़ विज्ञान की पढ़ाई कर रहे लोगों और ज्‍योतिषी, उपचारक और टैरो कार्ड रीडर्स को भी इस समय फायदा हो सकता है।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

बुध का वृश्चिक राशि में उदय: स्‍टॉक मार्केट पर असर

शेयर बाज़ार भविष्‍यवाणी के अनुसार महीने की शुरुआत में शेयर मार्केट के अंदर तेजी देखने को मिलेगी। बुध का स्‍टॉक मार्केट पर महत्‍वपूर्ण असर पड़ेगा। आगे जानिए कि बुध के वृश्चिक राशि में उदित होने का स्‍टॉक मार्केट पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

  • 16 तारीख तक हैवी इंजीनियरिंग, ऊन की मिलों, कोयला, पब्लिक सेक्‍टर ओएनजीसी, आईओसी, रिलायंस, पेट्रोलियम, तेल और खुदाई कंपनियों, चाय और कॉफी उद्योगों, डायमंड, लैदर, बैंक फाइनेंस कैपिटल कंपनियों आदि में तेजी देखने को मिलेगी।
  • इसके बाद 17 तारीख को मार्केट में थोड़ी सी गिरावट आ सकती है। 26 तारीख तक मार्केट में मंदी बनी रहेगी।
  • 16 तारीख तक बड़ी कपंनियों का प्रदर्शन अच्‍छा रहेगा और वे मुनाफे में रहेंगी। इस महीने की 16 तारीख से शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं इस‍लिए बहुत सोच-समझकर ही कोई सौदा करें।
  • इस महीने बड़ी कंपनियों को सस्‍ती लागत का फायदा होगा। इस महीने के दूसरे, पांचवे, छठे, नौवें, दसवें, बारहवें, तेरहवें और सोलहवें दिन मार्केट में कुछ तेजी आ सकती है जबकि तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे, अठारहवें और बीसवें दिन मंदी देखने को मिल सकती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि आपको यह ब्लॉग भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. ज्‍योतिष के अनुसार बुध के बुरे प्रभाव क्‍या हैं?

उत्तर. अशुभ स्‍थान में होने पर बुध बेचैनी और चिंता पैदा करता है।

प्रश्‍न 2. बुध ग्रह किन राशियों के स्‍वामी ग्रह हैं?

उत्तर. इस ग्रह का मिथुन और कन्‍या राशि पर स्‍वामित्‍व है।

प्रश्‍न 3. कालपुरुष की कुंडली में वृश्चिक राशि का कौन सा स्‍थान होता है?

उत्तर. इस राशि का आठवां स्‍थान होता है।

इस सप्ताह सूर्य व बुध बदलेंगे इन राशियों की किस्मत!

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको साल 2024 के आखिरी महीने दिसंबर के दूसरे सप्ताह से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। ऐसे में, आपके मन में आने वाले सप्ताह को लेकर कई सवाल उठ रहे होंगे कि यह अवधि किस तरह के परिणाम लेकर आएगी? व्यापार में मिलेगी तरक्की या धीमी रहेगी रफ़्तार? स्वास्थ्य में आएंगे उतार-चढ़ाव या फिर रहेंगे फिट? क्या आपके प्रेम जीवन में बढ़ेगा प्रेम या होंगे मतभेद? शादीशुदा जीवन बनेगा ख़ुशहाल या तनाव की रहेगी भरमार? इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे साप्ताहिक राशिफल के इस ख़ास ब्लॉग में मिलेंगे। तो आइए जानते हैं कैसा रहेगा यह सप्ताह आपकी राशि के लिए। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें कॉल/चैट पर बात और जानें अपने संतान के भविष्य से जुड़ी हर जानकारी

साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग हमारे अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों एवं नक्षत्रों की स्थिति की गणना करके तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आपको न सिर्फ दिसंबर के इस सप्ताह (09 दिसंबर से 15 दिसंबर, 2024) की जानकारी मिलेगी, बल्कि इस दौरान होने वाले ग्रहों के गोचर, व्रत एवं त्योहारों की तिथियों से भी हम आपको अवगत करवाएंगे। साथ ही, कौन से हैं वह मशहूर सितारें जिनका जन्मदिन इस हफ्ते में आता है, इससे भी आपको रूबरू करवाएंगे। तो चलिए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की। 

इस सप्ताह के ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना

दिसंबर के इस दूसरे सप्ताह यानी 09 दिसंबर से 15 दिसंबर की शुरुआत पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के अंतर्गत शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कि 09 दिसंबर 2024 को होगी जबकि इसका समापन मृगशिरा के तहत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि अर्थात 15 दिसंबर 2024, रविवार के दिन होगा। बता दें कि दिसंबर साल का बाहरवां महीना होता है और यह साल का आखिरी महीना होता है। इसके बाद नए साल की शुरुआत होती है, जिसका इंतजार हर किसी को बड़ी बेसब्री से होता है। इस सप्ताह कई ग्रहों को गोचर भी होगा और इसका प्रभाव राशियों पर भी दिखाई देगा, हम इसके बारे में भी बात करेंगे। लेकिन, सबसे पहले नज़र डालते हैं इस हफ़्ते में आने वाले व्रत-त्योहारों पर। 

इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार 

आजकल की व्यस्त ज़िन्दगी में लोग अक्सर महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार की तिथियां भूल जाते हैं और ऐसे में, आपके साथ ऐसा न हो इसलिए हम इस ब्लॉग में आपको 09 दिसंबर से 15 दिसंबर में पड़ने वाले व्रत-पर्वों की तिथियां प्रदान करने जा रहे हैं। तो चलिए जान लेते हैं 09 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच कौन-कौन से व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं।

मोक्षदा एकादशी (11 दिसंबर 2024, बुधवार) : मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इसका पालन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रत और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है और व्यक्ति को आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

प्रदोष व्रत (शुक्ल) (13 दिसंबर 2024, शुक्रवार) : प्रदोष व्रत (शुक्ल) हर महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की आराधना के लिए रखा जाता है। इसे करने से पापों का नाश, सुख-समृद्धि और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत में शिवलिंग पर जल चढ़ाकर शिव मंत्रों का जाप किया जाता है।

धनु संक्रांति (15 दिसंबर, 2024 रविवार) : धनु संक्रांति तब होती है जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है, और यह पौष माह में मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। धर्म-कर्म, दान-पुण्य और पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति को पुण्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

खरमास 2024 (15 दिसंबर 2024): हिंदू कैलेंडर में हर साल दो बार खरमास लगता है। जब-जब सूर्य धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास लग जाता है। इस दौरान सभी तरह के शुभ एवं मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती हैं इसलिए सनातन धर्म में खरमास को महत्वपूर्ण माना जाता है।  

मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत (15 दिसंबर, 2024 रविवार) : मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा की जाती है। व्रत और स्नान से पुण्य की प्राप्ति होती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है। धार्मिक अनुष्ठान और दान-पुण्य करने से पापों से मुक्ति मिलती है।

हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।

इस सप्ताह (09 नवंबर से 15 दिसंबर, 2024) पड़ने वाले ग्रहण और गोचर

वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन और ग्रहण को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इनका सीधा असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। ऐसे में, हम आपको बताने जा रहे हैं कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में कौन-कौन से ग्रहों के गोचर होने जा रहे हैं और इनका आपके जीवन पर कैसा असर होगा। बता दें कि इस सप्ताह में एक ग्रह का गोचर होने वाला है और एक महत्वपूर्ण ग्रह अपनी स्थिति में बदलाव करेंगे। बात करें ग्रहण की, तो इस सप्ताह में कोई भी ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।

बुध का वृश्चिक राशि में उदय (11 दिसंबर, 2024) : बुद्धि, वाणी एवं तर्क के कारक ग्रह बुध देव 11 दिसंबर, 2024 की शाम 07 बजकर 44 मिनट पर वृश्चिक राशि में उदय होंगे।

सूर्य का धनु राशि में गोचर (15 दिसंबर, 2024) : आत्मा के कारक ग्रह सूर्य 15 दिसंबर, 2024 की शाम 09 बजकर 56 मिनट पर धनु राशि में गोचर करेंगे।

इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश

ग्रहण एवं गोचर के बाद अब हम आपको रूबरू करवाते हैं दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों से। 

तिथिदिनपर्वराज्य
12 दिसंबर, 2024गुरुवारपा-तोगन नेंगमिनजा संगमामेघालय

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

09 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच विवाह मुहूर्त

तारीख व दिनमुहूर्त का समयनक्षत्रतिथि
09 दिसंबर, 2024दोपहर 2.56 बजे से 10 दिसंबर मध्य रात्रि 1.06 बजे तकउत्तराभाद्रपदनवमी
10 दिसंबर, 2024रात्रि 10.03 बजे से 11 दिसंबर सुबह 6.13 बजे तकरेवतीदशमी, एकादशी
14 दिसंबर, 2024सुबह 7.06 बजे से शाम 4.58 बजे तकमृगशिरापूर्णिमा
15 दिसंबर, 2024मध्य रात्रि 3.42 बजे से सुबह 7.06 बजे तकमृगशिरापूर्णिमा

इस सप्ताह जन्मे कुछ मशहूर सितारे

09 दिसंबर 2024: फरहा नाज़, पूनम महाजन, सोनिया गांधी, राहत फ़तेह अली खान

10 दिसंबर 2024: रति अग्निहोत्री, मनोज कुमार, बरिंदर सरन, मोस्द्देक हुसैन, कामना जेठमलानी

11 दिसंबर 2024: लुकमान मेरीवाला, बेस आर्मस्ट्रांग, हैली स्टैनफेल्ड, ओशो राजनीश, जिग्रेश मेवानी, देवदत्त पटनायक 

12 दिसंबर 2024: सिद्धार्थ शुक्ला, शाहबाज अहमद, टिम सेफ़र्ट, मैडचेन एमिक, एना एलिसिया, चेरन

13 दिसंबर 2024: यश दयाल, युधवीर चरक, अंबरदीप सिंह, रेजिना कैसेंद्रा, संबित पात्रा, अवेश खान

14 नवंबर 2024: कुलदीप यादव, रोहित सरदाना,श्वेता सिंह, कुलदीप यादव, जूही परमार, बी के एस अयंगर 

15 दिसंबर 2024: आशिका भाटिया, बाईचुंग भूटिया, गुस्ताव एफिल, मौली गांगुली, गीता फोगट 

एस्ट्रोसेज इन सभी सितारों को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं देता है। यदि आप अपने पसंदीदा सितारे की जन्म कुंडली देखना चाहते हैं तो आप यहां पर क्लिक कर सकते हैं। 

साप्ताहिक राशिफल 09 दिसंबर से 15 दिसंबर, 2024

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष साप्ताहिक राशिफल

यदि आप इस सप्ताह अपने दोस्तों या परिवार के साथ कहीं घूमने जा रहे हैं तो, आपको अपना धन सोच-समझकर खर्च करने…(विस्तार से पढ़ें)

मेष प्रेम राशिफल 

इस सप्ताह आप एक नव वैवाहिक जोड़े की भाँति, अपने जीवनसाथी से रोमांस और यौन-क्रिया की अपेक्षा करेंगे…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह वित्त के संबंध में, गति को बनाए रखने के लिए आपको कम मेहनत के बाद भी अच्छा मुनाफ़ा प्राप्त हो सकेगा…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ प्रेम राशिफल

ये सप्ताह और सप्ताह की अपेक्षा में बेहतर गुजरेगा। क्योंकि इस समय आप अपने साथी से सही संवाद…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

इसके लिए आप खुद को सुकून देने के लिए, कुछ अच्छे पल अपने क़रीबी दोस्तों या अपने परिवार के साथ बिता कर, खुद को…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन प्रेम राशिफल

इस समय आपके प्रेम में जीवन में अनुकूल बदलाव आने के पूरे आसार हैं। वैवाहिक जीवन के सुख का नशा, इस सप्ताह…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क साप्ताहिक राशिफल

इसके परिणामस्वरूप, आप खुद को कई अच्छे और लाभ वाले अवसरों से वंचित कर सकते है। इसलिए…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क प्रेम राशिफल

इस समय आपका प्रियतम आपसे घंटों फोन पर बात करने की अपेक्षा करेगा। जिसे पूरा करने…(विस्तार से पढ़ें)

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

ये बात सभी जानते हैं कि, क़ुदरत ने आपको आत्मविश्वास और तेज़ दिमाग़ से नवाज़ा है। ऐसे में आपको इस बात का सम्मान करते हुए…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह प्रेम राशिफल

स समय में आप अपने प्रियतम के साथ, प्रेम पूर्वक समय बिता पाएंगे। उनके साथ दूर घूमने जाने के योग भी बनेंगे…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या साप्ताहिक राशिफल

कार्यस्थल पर इस सप्ताह आपके खिलाफ, कई मज़बूत ताक़तें षडयंत्र कर रही हैं। इसलिए…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या प्रेम राशिफल

यदि आप किसी से भी एकतरफ़ा प्यार करते हैं तो, उसके बारे में किसी भी शख्स से कोई भी बात साझा न करें…(विस्तार से पढ़ें)

तुला साप्ताहिक राशिफल

आपको ये बात भली-भांति समझ लेनी चाहिए कि, दुख की घड़ी में आपका संचित धन ही आपके काम आएगा। इसलिए…(विस्तार से पढ़ें)

तुला प्रेम राशिफल

प्रेम संबंधों में आपको इस पूरे ही सप्ताह रोमांस और प्रेम की काफी कमी खलेगी। क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

ये सप्ताह वैसे तो स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा है, लेकिन आपका किसी भी बात पर अत्यधिक सोचना, आपको मानसिक तनाव दे सकता है। इसलिए…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक प्रेम राशिफल

सिंगल जातक इस समय काम में व्यस्तता के कारण, अपने प्रेमी से अपने दिल की बात कर पाने में सफल नहीं होंगे…(विस्तार से पढ़ें)

धनु साप्ताहिक राशिफल

इस हफ्ते घरेलू या परिवार के इलाज से जुड़े ख़र्चों में अच्छा खासा इज़ाफा देखा जाएगा…(विस्तार से पढ़ें)

धनु प्रेम राशिफल

इस सप्ताह संभव है कि आपको अपने ज़रूरी कार्य के चलते, किसी यात्रा पर जाना पड़े। ऐसे में आप प्रेमी से भी ज्यादा…(विस्तार से पढ़ें)

विद्वान ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं हर समस्या का समाधान

मकर साप्ताहिक राशिफल

इस सप्ताह आपको सलाह दी जाती है कि, अपने स्वास्थ्य को लेकर ज़्यादा चिंता न करें। अन्यथा ऐसा करने से आपकी बीमारी और बिगड़…(विस्तार से पढ़ें)

मकर प्रेम राशिफल

प्रेम राशिफल के अनुसार आपके बीच म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग, इस सप्ताह काफी बढ़िया बनेगी और आप एक दूसरे को अच्छे-अच्छे तोहफों की सौगात भी देंगे…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

इस बात का ध्यान रखना होगा कि, आपकी ओर आने वाले हर निवेश के बारे में तसल्ली से बैठकर, उनपर विस्तारपूर्वक विचार करें…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ प्रेम राशिफल

आप अपने लवमेट को जीवनसाथी बनाने का विचार बना सकते हैं…(विस्तार से पढ़ें)

मीन साप्ताहिक राशिफल

जिसके कारण आप अपने जीवन का आनंद उठाने से भी वंचित रह सकते हैं और मुमकिन है…(विस्तार से पढ़ें)

मीन प्रेम राशिफल

सिंगल जातकों के लिए ये सप्ताह, अपने में कुछ ख़ास लेकर आएगा। क्योंकि…(विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. दिसंबर में कौन-कौन से ग्रह गोचर करेंगे? 

दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में सूर्य ग्रह गोचर करेंगे। 

2. क्या दिसंबर को कितने बैंक हॉलिडे पड़ेंगे?

दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में एक बैंक हॉलिडे पड़ेगा। 

3. दिसंबर में कितने व्रत व त्योहार पड़ेंगे?

दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में चार त्योहार व व्रत पड़ेंगे।

टैरो साप्ताहिक राशिफल (08 दिसंबर से 14 दिसंबर, 2024): इस सप्ताह जानें किन राशि वालों को मिलेगा भाग्‍य का साथ!

टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 दिसंबर से 14 दिसंबर 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुंचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

दिसंबर 2024 का यह सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 दिसंबर से 14 दिसंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि दिसंबर का यह सप्ताह यानी कि 08 दिसंबर से 14 दिसंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?

टैरो साप्ताहिक राशिफल 08 दिसंबर से 14 दिसंबर 2024: राशि अनुसार राशिफल

मेष राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन: द हैंग्‍ड मैन (रिवर्स्‍ड)

करियर: ऐट ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: पेज ऑफ स्‍वॉर्ड्स

मेष राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन में नाइन ऑफ कप्‍स एक बेहरीन कार्ड है। जिन जातकों का प्रेम संबंध चल रहा है, उनके लिए नाइन ऑफ कप्‍स कार्ड सब कुछ ठीक होने का संकेत दे रहा है। आप अपने पार्टनर के साथ खुश और संतुष्‍ट महसूस करेंगे। चूंकि, यह कार्ड संतुष्टि और कामुकता को भी दर्शाता है इसलिए इस समय आपकी जिंदगी में रोमांस भी बढ़ेगा।

अगर आप कोई बड़ा निवेश या कुछ खरीदने करने की सोच रहे हैं, तो हिच‍किचाहट और फैसला न ले पाने की वजह से आप आगे बढ़ने से रूक सकते हैं। यह कार्ड कभी-कभी इस बात का भी संकेत देता है कि आपने बैंकिंग संस्‍थानों के अलावा जो निवेश किए हैं, उनसे आपको कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। मुमकिन है कि आपने अपने परिवार के किसी सदस्‍य को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए पैसे उधार दिए हों लेकिन उसने पढ़ाई छोड़ दी हो।

ऐट ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि आप अपने पेशेवर जीव में अटका हुआ या विवश महसूस कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको ऐसा भी लग सकता है जैसे इससे बाहर निकलने का कोई रास्‍ता नहीं है और आपके पास बहुत कम विकल्‍प बचे हैं। लेकिन ऐट ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड यह भी याद दिलाता है कि आप अपनी समस्‍याओं के बावजूद भी अपनी पेशेवर प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।

पेज ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड कह-ता है कि आपके पास जल्‍दी ठीक होने की क्षमता है और अब आप बीमारी या कंफ्यूजन से बाहर निकलकर अच्‍छे से सोच-विचार कर पाएंगे। इसका एक अर्थ यह भी हो सकता है कि आप जिन मानसिक परेशानियों और बाधाओं का सामना कर रहे हैं, उन पर विजय पाने या उनका सामना करने में आप पूरी तरह से सक्षम हैं। इस आ‍त्‍मविश्‍वास के साथ आप स्‍वस्‍थ होने की राह पर आगे बढ़ेंगे।

वृषभ राशि

प्रेम जीवन: टू- ऑफ कप्‍स

आर्थिक जीवन-: द चैरियट

करियर: सेवन ऑफ कप्‍स 

स्वास्थ्य: जस्टिस

टू ऑफ कप्‍स कार्ड दो लोगों के एकसाथ आने पर उभरने वाली शक्ति का प्रतिनिधित्‍व करता है। इसके अलावा जब दो ताकत या शक्‍ति एकसाथ आती हैं, तो उनके रिश्‍ते के मज़बूत होने की संभावना अधिक रहती है। अगर आप किसी को पसंद करते हैं, तो उनसे अपने दिल की बात कह सकते हैं या फिर अगर आप अकेले हैं, तो आपके लिए एक नए रिश्‍ते की शुरुआत हो सकती है।

धन के मामले में वृषभ राशि को द चैरियट कार्ड मिला है जो चुनौतियों पर काबू पाने और आर्थिक रूप से सफल होने का संकेत कर रहा है। यह कार्ड आत्‍म-नियंत्रण, स्‍पष्‍ट रहने और एकाग्रता को भी दर्शाता है। इससे आपको अपनी वित्तीय स्थिति पर वापस से नियंत्रण पाने में मदद मिल सकती है।

सेवन ऑफ कप्‍स कार्ड आपके लिए नौकरी के कई अवसरों के संकेत दे रहा है। आप ज्‍यादा से ज्‍यादा अवसरों का लाभ उठाने की कोशिश करें। हालांकि, इसका यह मतलब बिलकुल नहीं है कि आप ज़रूरत से ज्‍यादा काम करें या आप अपने समय की बर्बादी करें। ऐसा करना आपके और आपके करियर दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आप एक ही लक्ष्‍य पर फोकस करें और कोई भी कदम उठाने से पहले सावधानी से योजना बनाएं एवं विचलित न हों।

जस्टिस कार्ड सेहत के मामले में संतुलन बनाए रखने की सलाह दे रहा है। आप अपने मन और शरीर पर ध्‍यान दें। ज्‍यादा काम करने से बचें और अपनी सेहत का ख्‍याल रखें। अगर आपका संतुलन बिगड़ गया, तो आपको स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं घेर सकती हैं।

मिथुन राशि 

प्रेम जीवन: द वर्ल्‍ड

आर्थिक जीवन: ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स

करियर: टेंपरेंस

स्वास्थ्य: ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स

मिथुन राशि के लोगों के लिए यह कार्ड बहुत अच्‍छा साबित होगा। प्रेम जीवन में द वर्ल्‍ड कार्ड कहता है कि इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच भरपूर विश्‍वास और आपसी तालमेल रहने वाला है। आपका पार्टनर आपके साथ ऐसे पेश आएगा जैसे आप उनके लिए उनकी पूरी दुनिया हैं। आपको उनके साथ रहने पर शांति का एहसास होगा। आप दोनों रिश्‍ते में एक-दूसरे को आगे बढ़ने के लिए पर्याप्‍त स्‍पेस देते हुए नज़र आएंगे।

ऐस ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड वित्तीय जीवन में आपको संपन्‍नता और स्थिरता के संकेत दे रहा है। व्‍यापारियों के लिए यह बात एकदम सच साबित होगी। बाकी लोगों को इस सप्‍ताह एवं आने वाले दिनों में खूब पैसा कमाने का मौका मिलेगा।

करियर के लिए टेंपरेंस कार्ड दर्शाता है कि आप अपने लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के लिए कड़ी मेहनत और दृढ़ता से काम कर रहे हैं। इस सप्‍ताह आप काफी प्रेरित महसूस करेंगे और अपने सभी लक्ष्‍यों को पूरा करने में सक्षम होंगे।

सेहत के मामले में आपको ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है। यह कार्ड प्रेरणा और मानसिक रूप से स्‍पष्‍ट रहने को दर्शाता है। यह कार्ड आपको स्‍वस्‍थ जीवनशैली अपनाने और अपने स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान देने के लिए प्रेरित कर सकता है।

कर्क राशि

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्‍वॉर्ड्स

करियर: फाइव ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स

कर्क राशि के जातकों के लिए ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड अविवाहित जातकों के लिए एक नए रोमांटिक रिश्‍ते की शुरुआत का संकेत दे रहा है। यदि आप सिंगल हैं और किसी को पसंद करते हैं, तो उनसे अपने दिल की बात कर सकते हैं। आपके और आपके पार्टनर का रिश्‍ता मज़बूत होगा और आप दोनों एक-दूसरे के करीब आएंगे।

संभावना है कि इस सप्‍ताह आप किसी वित्तीय परेशानी या किसी बड़े नुकसान से गुज़र रहे हैं। आपके ब्रेकअप का असर आपकी आर्थिक और भावनात्‍मक, दोनों स्थितियों पर पड़ सकता है। आपको एहसास होगा कि आप अपने अपार्टमेंट का खर्चा अकेले नहीं उठा सकते हैं या तलाक के बाद आपको अपनी चीज़ों का बंटवारा करना पड़ सकता है।

आप जिस प्रोजेक्‍ट, बिज़नेस, सहयोग या नौकरी को चाहते हैं, वो आपके हाथ से जा सकती है। आपको करियर के क्षेत्र में अपने कदम पीछे खींचने पड़ सकते हैं। इस बात की भी संभावना है कि आप नौकरी छोड़ने का फैसला कर लें या आपका कोई सहकर्मी उस प्रोजेक्‍ट पर काम करना बंद कर सकता है जिस पर आप दोनों मिलकर काम कर रहे थे। आपके लिए यह बदलाव और डिप्रेशन का समय हो सकता है।

फोर ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड आपको कह रहा है कि आप अपने व्‍यस्‍त शेड्यूल से छुट्टी लें और एनर्जी से भर कर वापस आएं। यह कार्ड बताता है कि आपको इस समय अपनी सेहत का ख्‍याल रखने की ज़रूरत है। यह कार्ड हमें इस बात की याद दिलाता है कि लगातार तनाव और दबाव में रहने से शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा असर पड़ सकता है।

सिंह राशि  

प्रेम जीवन: टू ऑफ स्वॉर्ड्स 

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ वैंड्स

करियर: थ्री ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: सेवन ऑफ कप्‍स (रिवर्स)

सिंह राशि के जातक अपने रिश्‍ते में जो निर्णय लेना चाहते हैं, उस पर बाहरी लोगों को हावी होने न दें। प्रेम जीवन में आपको टू ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो कहता है कि अगर आप रिश्‍ते में हैं, तो हो सकता है कि कोई चीज़ है जो आपको और आपके पार्टनर को अपनी समस्‍याओं को सुलझाने से रोक रही है। यह कार्ड लव लाइफ में किसी तरह की रुकावट का भी संकेत दे रहा है। इस समय आपको समस्‍याओं को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इसके बजाय आपको अपने पार्टनर से बात करने और उनके साथ सुलह करने की ज़रूरत है।

आर्थिक जीवन में थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड अच्‍छे संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल मिलने वाला है और आपको असीम धन की प्राप्ति होगी। इस पैसे के साथ आप घूमने-फिरने, छुट्टी पर जाने, अपने दायरों का विस्‍तार करने या किसी लग्‍ज़री का आनंद उठाने के बारे में सोच सकते हैं।

थ्री ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड कहता है कि आप किसी बड़े समूह के साथ अपने कौशल और ज्ञान को जोड़कर किसी लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने का प्रयास करेंगे। इस समय आपसी सहयोग ही आपकी सफलता का आधार रहने वाला है। इस सप्‍ताह अपने लक्ष्‍यों को पूरा करने के लिए आपको अलग-अलग पृष्‍ठभूमि वाले लोगों, भिन्‍न स्किल्‍स, विचारों और अलग तरह से काम करने वाले लोगों के साथ सामंजस्‍य बिठाने की ज़रूरत होगी।

सेहत के मामले में आपको सेवन ऑफ कप्‍स रिवर्स कार्ड मिला है। इस कार्ड का कहना है कि आपको अपनी सेहत को प्राथमिकता देनी चाहिए। आपको उन लक्ष्‍यों को छोड़ देना चाहिए जिन्‍हें आप प्राप्‍त नहीं कर पाएं हैं। इसके साथ ही आपको अ‍धिक सुख-सुविधाओं को छोड़कर उन चीज़ों पर ध्‍यान देना चाहिए जो आपकी सेहत में सुधार ला सकती हैं।

कन्या राशि

प्रेम जीवन: किंग ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द एंप्रेस

करियर: द स्‍टार

स्वास्थ्य: फोर ऑफ पेंटाकल्‍स

कन्‍या राशि के जातकों के लिए किंग ऑफ वैंड्स कार्ड कहता है कि आपका पार्टनर न सिर्फ एक बहुत अच्‍छा जीवनसाथी होगा बल्कि एक बहुत अच्‍छा अभिभावक भी होगा। जब आप पहली बार उनसे मिले थे या मिलेंगे, तब आपको पता चलेगा कि वो प्‍यार को कितनी गंभीरता से लेते हैं और आगे बढ़ने से पहले आपको अच्‍छी तरह से समझना चाहते हैं।

द एंप्रेस कार्ड आपके लिए पेशेवर और आर्थिक जीवन में संपन्‍नता, सफलता और तरक्‍की को दर्शाता है। यह कार्ड करियर में सफलता, पैसा कमाने में सक्षम होने और आर्थिक रूप से समृद्ध होने का संकेत भी दे रहा है। यदि आप वेतन में वृद्धि या प्रमोशन का इंतज़ार कर रहे हैं, तो आपको इस दिशा में अनुकूल परिणाम मिलने के आसार हैं।

टैरो कार्ड साप्‍ताहिक राशिफल के अनुसार कन्‍या राशि के लोगों को सेहत के मामले में द स्‍टार कार्ड मिला है। इस कार्ड के अनुसार आपको कार्यक्षेत्र में कुछ शानदार अवसर मिलने की संभावना है। जॉब इंटरव्‍यू या प्रमोशन के लिहाज़ से यह कार्ड शुभ साबित हो सकता है। द स्‍टार कार्ड आपको ईश्‍वर की योजना पर विश्‍वास करने और अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

सेहत के मामले में आपको फोर ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आप अतीत की परेशानियों या अनुभवों से मिली नकारात्‍मक ऊर्जा को अब तक पकड़े हुए हैं और इसका नकारात्‍मक असर आपकी सेहत पर पड़ रहा है। इस नकारात्‍मक ऊर्जा को खत्‍म करने के लिए आप रेकी या किसी अन्‍य एनर्जी थेरेपी के बारे में सोच सकते हैं।

तुला राशि

प्रेम जीवन: द मैजिशियन

आर्थिक जीवन: द लवर्स

करियर: फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: टू ऑफ स्‍वॉर्ड्स

तुला राशि के जातकों को प्रेम जीवन में द मैजिशियन कार्ड मिला है जो आपको अपनी प्रेम की भावनाओं को सामने रखने के लिए कह रहा है। जिन्‍हें आप चाहते या पसंद करते हैं, उनसे मिलने की कोशिश करें। इससे आपके प्‍यार की तलाश खत्‍म हो सकती है। यह कार्ड सिंगल और कपल दोनों को ही नई चीज़ों को आज़माने के लिए प्रेरित करता है एवं जिज्ञासा पैदा करता है।

द लवर्स कार्ड धन से जुड़े फैसलों की ओर संकेत कर रहा है। आपको दो बड़े या महत्‍वपूर्ण खर्चों में से किसी एक को चुनना पड़ सकता है क्‍योंकि दोनों को संभाल पाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। आपके फैसले की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति लंबे समय तक प्रभावित रहने वाली है। आप अपने कार्यक्षेत्र में किसी सहकर्मी के साथ मिलकर सहयोग या पार्टनरशिप में काम कर सकते हैं।

पेशेवर जीवन में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि शुभ संकेत नहीं है। यह कार्ड आर्थिक नुकसान, नौकरी छूटने या बिज़नेस के डूबने के संकेत दे रहा है। दूसरों पर निर्भर रहने की वजह से आपकी नौकरी जाने या बिज़नेस के डूबने का खतरा है। इस वजह से आपके आत्‍मविश्‍वास में कमी आने या आपको तनाव होने की आशंका है।

अगर आप बीमार लोगों की मदद करने के लिए खुद बहुत ज्‍यादा त्‍याग करते हैं, तो इसकी वजह से आप खुद भी बीमार पड़ सकते हैं। 

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: द हर्मिट

आर्थिक जीवन: फोर ऑफ वैंड्स

करियर: सिक्‍स ऑफ कप्‍स

स्वास्थ्य:  ऐस ऑफ स्वॉर्ड्स

प्रेम जीवन के लिए द हर्मिट कार्ड कहता है कि आपको किसी रिश्‍ते की शुरुआत करने से पहले कुछ समय अकेले रहकर अपने विचारों और भावनाओं के बारे में जान लेना चाहिए। आपको इस सप्‍ताह थोड़ा अकेलापन महसूस हो सकता है लेकिन इससे आप अपने प्‍यार को पाने में सफल होने के लिए तैयार होंगे।

फोर ऑफ वैंड्स कार्ड बेहतरीन वित्तीय स्थिति के संकेत दे रहा है। यह कार्ड स्थिरता और संतुलन को दर्शाता है। यह कार्ड बता रहा है कि अब आपको अपनी योजनाओं और मेहनत का परिणाम मिलने वाला है। अपने करीबी लोगों को प्‍यार करने एवं उनके साथ अपनी संपत्ति या सुख को बांटने के लिए अच्‍छा समय है।

पेशेवर जीवन के मामले में सिक्‍स ऑफ कप्‍स कार्ड एक अच्‍छा संकेत है। यह कार्ड रचनात्‍मकता, सहयोग और दयालुता को दर्शाता है। इस समय आपको रचनात्‍मक या ऐसे काम करने चाहिए जिनमें सहयोग की आवश्‍यकता होती है। यह कार्ड युवा या बच्‍चों के साथ काम करने का संकेत भी दे रहा है।

ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड कह रहा है कि इस समय आप प्रोत्‍साहित और मानसिक रूप से मज़बूत रहेंगे। यह कार्ड आपको अपने जीवन में कुछ स्‍वस्‍थ बदलाव करने और अपनी सेहत पर नियंत्रण रखने के लिए प्रेरित कर सकता है। आप अपनी मानसिक स्‍पष्‍टता का उपयोग कर के अपने व्‍यवहार का आंकलन कर सही निर्णय ले सकते हैं।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

धनु राशि

प्रेम जीवन: ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: फोर ऑफ कप्‍स (रिवर्स्‍ड)

करियर: नाइट ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: द मून

धनु राशि के जातकों को प्रेम जीवन में ऐट ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि मेहनत, निपुणता और अपने पार्टनर के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह कार्ड आपको ऐसा संबंध बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है जो सफल हो और आपको संतुष्टि प्रदान कर सके। इतना समय एकसाथ बिताने के बाद भी आपको ऐसा लगेगा जैसे आपका पार्टनर आपको सरप्राइज़ करता रहता है। अगर आप बारीकी से देखें तो आपको हर दिन उनका एक नया पहलू नज़र आएगा।

फोर ऑफ कप्‍स (रिवर्स्‍ड) कार्ड कहता है कि पैसों के मामले में आप विचलित हो सकते हैं। ईर्ष्‍या रखने की वजह से आप उन चीज़ों का भी आनंद नहीं ले पाएंगे, जो आपके पास पहले से हैं। आपको अपने जीवन में जो चीज़ें मिली हैं, उनके प्रति कृतज्ञ रहकर आप जोखिम उठाने से भी डरेंगे नहीं। इससे आप अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के अवसर ढूंढ सकेंगे।

करियर में द नाइट ऑफ वैंड्स कार्ड बदलाव और नई संभावनाओं का संकेत दे रहा है। इस कार्ड के मुताबिक आप अपने करियर में बदलाव कर सकते हैं, कोई कंपनी शुरू कर सकते हैं या अपनी रुचि के किसी पेशे को चुन सकते हैं। इस समय आप अपना व्‍यवसाय शुरू कर सकते हैं या फिर करियर बदल सकते हैं। इस कार्ड के अनुसार आप इस सप्‍ताह उत्‍साह और जोश से भरे रहेंगे एवं कठिनाईयों का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।

द मून कार्ड आपको अपने मन की सुनने और अपने स्‍वास्‍थ्‍य का ख्‍याल रखने की सलाह दे रहा है। आप कोई नया वर्कआउट रूटीन अपना सकते हैं, किसी विशेषज्ञ या डॉक्‍टर से मिल सकते हैं या अपने काम और निजी जिंदगी के बीच संतुलन लाने का प्रयास कर सकते हैं।

मकर राशि         

प्रेम जीवन: सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स

आर्थिक जीवन: टेन ऑफ वैंड्स

करियर: टेन ऑफ पेंटाकल्‍स

स्वास्थ्य: सिक्‍स ऑफ पेंटाकल्‍स

प्रेम जीवन में आपको सेवन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जिसके अनुसार आपकी पार्टनरशिप मज़बूत हो रही है। इस कार्ड के अनुसार आपको एक मजबूत और संतोषजनक रिश्‍ते के लिए अपना समय और एनर्जी देने के लिए तैयार रहना चाहिए।

टेन ऑफ वैंड्स कार्ड के अनुसार आपको अपने आर्थिक जीवन में दबाव और बोझ महसूस हो सकता है। मुमकिन है कि चीज़ें उतनी अच्‍छे से न चल रही हों, जितनी आपने सोची या उम्‍मीद की थी। आपको इस समय कर्ज या अन्‍य आर्थिक समस्‍याओं से जूझना पड़ सकता है।

करियर में टेन ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड दर्शाता है कि आप अपने कार्यक्षेत्र में बहुत अच्‍छा कर रहे हैं और आगे चलकर आपको उन्‍नति ज़रूर मिलेगी। आप अपने लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने जा रहे हैं और आपको अपने करियर में नए अवसर भी मिलेंगे।

स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में आपको सिक्‍स ऑफ पेंटाकल्‍स कार्ड मिला है जो कि स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार आने के संकेत दे रहा है। अगर आप किसी बीमारी या चोट से ग्रस्‍त हैं, तो अब आपको उससे छुटकारा मिल सकता है। आने वाले दिन सेहत के मामले में अच्‍छे होंगे।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

कुंभ राशि 

प्रेम जीवन: किंग ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द हाई प्रिस्‍टेस

करियर: फोर ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य:  सिक्‍स ऑफ वैंड्स

किंग ऑफ वैंड्स कार्ड के अनुसार आप किसी ऐसे व्‍यक्‍ति के साथ रिश्‍ते में हैं जो प्‍यार और संबंध के मामले दूरदर्शिता रखता है। वह आकर्षक व्‍यक्‍तित्‍व का और मज़बूत एवं आत्‍मविश्‍वास से भरपूर है। यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो यह कार्ड आपके लिए बहुत अच्‍छा साबित होगा। आपका रिश्‍ता गहरा और भावनात्‍मक रूप से मज़बूत रहेगा। हालांकि, कभी-कभी आप दोनों के बीच बहस हो सकती है।

आर्थिक जीवन में द हाई प्रिस्‍टेस कार्ड आपको समझदारी से काम लेने की सलाह दे रहा है। यह कार्ड इस बात का भी संकेत दे रहा है कि इस समय आपको अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने के तरीकों पर ध्‍यान देना चाहिए लेकिन सावधानी से आगे बढ़ें और जल्‍दबाज़ी में आकर कोई निवेश न करें।

फोर ऑफ वैंड्स कार्ड आपके लिए पदोन्‍नति के संकेत दे रहा है। यह कार्ड कार्यक्षेत्र में आपसी सहयोग और शांति का प्रतीक है। आपके कार्यस्‍थल में उत्‍साहजनक और शांतिपूर्ण माहौल रहेगा जो कि आपको टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करेगा। यह कार्ड कहता है कि आप सही दिशा में जा रहे हैं और आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल ज़रूर मिलेगा।

टैरा कार्ड रीडिंग में सिक्‍स ऑफ वैंड्स कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में पूरी तरह से ठीक होने या अनुकूल परिणाम मिलने के संकेत कर रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपको अपने प्रयासों की वजह से अपनी खोई हुई ताकत वापस मिलेगी।

मीन राशि 

प्रेम जीवन: ऐस ऑफ स्‍वॉर्ड्स 

आर्थिक जीवन: नाइट ऑफ कप्‍स

करियर: नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स

स्वास्थ्य:  फाइव ऑफ वैंड्स

इस सप्‍ताह मीन राशि के जातकों को प्रेम जीवन में ऐस ऑफ स्वार्डस कार्ड मिला है। इस कार्ड के अनुसार आपको इस समय अपने रिश्‍तों और प्‍यार के मामले में सफलता मिलेगी और आपके संबंधों में स्‍पष्‍टता आएगी। यह कार्ड बताता है कि अगर आप रिश्‍ते में हैं, तो आप इस समय उन मुद्दों को सुलझा सकते हैं जिनमें खुलकर बात करने की ज़रूरत है।

नाइट ऑफ कप्‍स कार्ड वित्तीय जीवन के लिए अच्‍छा संकेत है। इस समय आपको धन के मामले में अच्‍छे ऑफर मिल सकते हैं और आपके लिए चीज़ें बेहतर हो सकती हैं। यह कार्ड कहता है कि आप रचनात्‍मक होकर अपनी वित्तीय समस्‍याओं का समाधान कर सकते हैं।

करियर में आपको नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि इस समय आप अपनी मौजूदा नौकरी में चल रही परिस्थितियों की वजह से बहुत ज्‍यादा बोझिल और परेशान महसूस कर रहे हैं। इस सप्‍ताह तनाव और चिंता से निपटने की आपकी क्षमता प्रभावित हो सकती है और इसके कारण आपके लिए चीज़ें और भी ज्‍यादा खराब हो सकती हैं। आप एक कदम पीछे लें और निष्‍पक्ष होकर स्थिति का मूल्‍यांकन करें।

फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड स्‍वास्‍थ्‍य और उपचार का प्रतीक है। किसी बीमारी या स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या से जूझने के बाद आप परेशानियों और दर्द से उबर पाएंगे। टैरो कार्ड आपको अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहने की भी चेतावनी दे रहा है। किसी परेशानी की वजह से आपको बहुत ज्‍यादा तनाव होने की आशंका है और इसके कारण आपकी फिटनेस खराब हो सकती है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. कुंभ राशि वालों का स्‍वास्‍थ्‍य कैसा रहेगा?

उत्तर. इनकी सेहत में सुधार आने की संभावना है।

प्रश्‍न 2. नाइन ऑफ स्‍वॉर्ड्स कार्ड किसका प्रतीक है?

उत्तर. यह कार्ड चिंता, भय और अवसाद को दर्शाता है।

प्रश्‍न 3. किंग ऑफ वैंड्स कार्ड क्‍या दर्शाता है?

उत्तर. यह कार्ड शक्‍ति और ज्ञान का प्रतीक है।

अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 08 दिसंबर से 14 दिसंबर, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

दुनियाभर के विद्वान अंक ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (08 दिसंबर से 14 दिसंबर, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

 बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अपने लक्ष्‍य के प्रति अधिक समर्पित होते हैं और उसे जल्‍द प्राप्‍त करने में सक्षम भी होते हैं। ये अपने आसपास की हर छोटी-बड़ी चीज़ पर ध्‍यान देते हैं और अपने इसी गुण को लेकर जीवन में आगे बढ़ते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच मनमुटाव और बहस बढ़ सकती है इसलिए बेहतर होगा कि आप इस दौरान अपने जीवनसाथी के साथ अधिक सावधान रहें। आपको उनके साथ स्‍नेहपूर्ण व्‍यवहार करना चाहिए।

शिक्षा: मूलांक 1 वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई में से रुचि कम हो सकती है और मुमकिन है कि आप पेशेवर तरीके से पढ़ाई न कर पाएं। इस वजह से आप पीछे रह सकते हैं और निराशा की भावनाओं से घिर सकते हैं। आपको इससे बचने का प्रयास करना चाहिए।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बहुत ज्‍यादा बढ़ सकता है और इसके कारण वे पीछे रह सकते हैं एवं उनकी प्रगति में भी कमी आने की आशंका है। वहीं व्‍यापारियों को भी अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपको तनाव लेने की वजह से आंखों से संबंधित समस्‍याएं होने की आशंका है। आपको तनाव से बचने की सलाह दी जाती है।

उपाय: आप रोज़ 19 बार ‘ॐ सूर्याय नम:’ का जाप करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों की यात्रा एवं घूमने-फिरने में अधिक दिलचस्‍पी होती है और ये इसे अपने पैशन के रूप में अपनाकर आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा इन जातकों का शोध या अध्‍ययन पर अधिक ध्‍यान रह सकता है।

प्रेम जीवन: आपके दिमाग में चल रही किसी कंफ्यूज़न की वजह से आपके और आपके पार्टनर के बीच का भावनात्‍मक रिश्‍ता कमज़ोर हो सकता है। आपको इससे बचने की ज़रूरत है।

शिक्षा: अगर आप प्रोफेशनल स्‍टडीज़ जैसे कि इंजीनियरिंग या मेडिसिन की पढ़ाई करने की सोच रहे हैं, तो इस सप्‍ताह आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। इस समय आपको इस मामले में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना बहुत कम है।

पेशेवर जीवन: मुश्किल शेड्यूल की वजह से आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्‍यादा बढ़ सकता है। वहीं व्‍यापारियों को नुकसान होने की आशंका है। इनके ऊपर प्रतिद्वंदियों की ओर से दबाव बढ़ सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आप जोश और उत्‍साह से भरे रहेंगे और इसका सकारात्‍मक असर आपकी सेहत पर भी देखने को मिलेगा। आपको मामूली सिरदर्द के अलावा कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान नहीं करेगी।

उपाय:  सोमवार के दिन चंद्रमा के लिए यज्ञ-हवन करवाएं।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह मूलांक 3 वाले जातक खुले विचारों वाले हो सकते हैं। मुमकिन है कि इनकी अध्‍यात्‍म में ज्‍यादा रुचि रहे और ये खुद को अधिक सकारात्‍मक बनाने पर काम कर सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप अपने जीवनसाथी के साथ ईमानदार रहेंगे और घुमा फिराकर बात करने के बजाय सीधी बात करना पसंद करेंगे। इसकी वजह से आप दोनों एक-दूसरे के लिए अधिक प्रतिबद्ध नज़र आएंगे।

शिक्षा: पढ़ाई के मामले में आपकी स्थिति अच्‍छी बनी हुई है। आप शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ने और सफलता पाने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों को काम के सिलसिले में विदेश जाने का मौका मिल सकता है और वहां आपको सफलता भी प्राप्‍त होगी। व्‍यापारियों को कई नेटवर्किंग बिज़नेस मिल सकते हैं और इन्‍हें मोटा मुनाफा होने की उम्‍मीद है। आप अपने व्‍यावसायिक क्षेत्र में एक अच्‍छे प्रतिद्वंदी के रूप में उभरकर सामने आएंगे।

सेहत: इस दौरान आपकी फिटनेस अच्‍छी रहने वाली है और आपको कोई बड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान नहीं करेगी। हालांकि, आपको जुकाम और सिरदर्द हो सकता है।

उपाय: बृहस्‍पतिवार के दिन बृहस्‍पति ग्रह के लिए यज्ञ–हवन करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक जुनून से भरे होते हैं और जीवन में इसी के साथ आगे बढ़ते हैं। हालांकि, ये लोग आशावादी होते हैं और जल्‍दी से निराश नहीं होते हैं।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने जीवनसाथी के साथ मधुर व्‍यवहार करते हुए नज़र आएंगे। आपके अंदर के जुनून के कारण ऐसा हो सकता है। आप दोनों को एक-दूसरे के साथ कुछ खुशी के पल बिताने का मौका मिलेगा।

शिक्षा: छात्र अपने पैशन के साथ पढ़ाई में सफलता और प्रतिष्‍ठा हासिल करेंगे। इस सप्‍ताह आप अपने प्रयासों से अपनी छाप छोड़ने में सफल हो सकते हैं।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह नौकरीपेशा जातकों को काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और ये यात्राएं आपके लिए सुखद रहेंगी। व्‍यापारी जिस कार्य पद्धति से काम कर रहे हैं, उसकी वजह से उन्‍हें अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।

सेहत: सकारात्‍मक रहने के लिए आपके पास पर्याप्‍त ऊर्जा और इम्‍युनिटी रहेगी। इसकी वजह से इस सप्‍ताह आपका स्‍वास्‍थ्‍य भी अच्‍छा रहने वाला है।

उपाय: आप रोज़ 22 बार ‘ॐ दुर्गाय नम:’ का जाप करें।

मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक ट्रेड और स्‍टॉक से जुड़े व्‍यवसाय करने में रुचि रखते हैं और इसी से मुनाफा कमाते हैं। इन लोगों का ध्‍यान तर्क पर रहता है। 

प्रेम जीवन: आपका अपने पार्टनर के प्रति आशावादी रवैया रहेगा। इस सप्‍ताह अपने पार्टनर के प्रति अच्‍छा सेंस ऑफ ह्यूमर दिखाना आपके रिश्‍ते को बेहतर बना सकता है।

शिक्षा: इस सप्‍ताह विद्यार्थी पढ़ाई में सफलता और आसानी से उच्‍च अंक प्राप्‍त करने में सक्षम होंगे। आप शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अमिट छाप छोड़ सकते हैं।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अधिक पेशेवर तरीके से सफलता प्राप्‍त करेंगे। ये आपके समर्पण और निष्‍ठा का परिणाम होगा। व्‍यापारीगण स्‍टॉक बिज़नेस में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे।

सेहत: आपके अंदर के साहस की वजह से आपकी सेहत भी दुरुस्‍त रहने वाली है। आपका आत्‍मविश्‍वास आपको फिट रखने का काम करेगा।

उपाय: रोज़ 41 बार ‘ॐ नमो भगवते वायुदेवाय’ का जाप करें।

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातकों को लंबी दूरी की यात्रा करने का मौका मिल सकता है और इसमें इनकी रुचि और ज्‍यादा बढ़ सकती है। इसके अलावा इन लोगों की रुचि रचनात्‍मक चीज़ों में भी अधिक हो सकती है।

प्रेम जीवन: इस समय आप अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार रहने पर ध्‍यान देंगे। अधिक सकारात्‍मक रवैया दिखाकर आप ऐसा कर सकते हैं।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आप वेब डिज़ाइनिंग, विजुअल कम्‍युनिकेशन और इंजीनियरिंग आदि जैसी प्रोफेशनल स्‍टडीज़ में अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे। सफलता आपके कदम चूमेगी।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों ने अपने कार्यक्षेत्र में जो अधिक प्रयास किए हैं, उसकी वजह से उन्‍हें प्रमोशन मिलने के योग हैं। व्‍यापारी इस समय अधिक लाभ कमाने के लिए एक सुचारू अभियान शुरू कर सकते हैं।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके दृढ़ संकल्‍प की वजह से आपका स्‍वास्‍थ्‍य भी अच्‍छा रहने वाला है। सेहत के मामले में आप खुद को शीर्ष स्‍थान पर लेकर जा सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ भार्गवाय नमः” का 33 बार जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह आपकी आध्‍यात्मिक कार्यों में अधिक रुचि होने की संभावना है और आप इसे बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इस समय आपको छोटी-छोटी चीज़ों को लेकर भी अच्‍छे से सोच-विचार कर के योजना बनाकर काम करने की ज़रूरत है।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आप दोनों के बीच बेवजह बहस हो सकती है और इसके कारण आपके रिश्‍ते की सुख-शांति के भंग होने की आशंका है। इससे बचने के लिए आपको इस समय अपने जीवनसाथी के साथ रिश्‍ते में तालमेल बिठाने की ज़रूरत है।

शिक्षा: आपकी समझने की क्षमता में कमी आने के कारण यह सप्‍ताह पढ़ाई के मामले में आपके लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है। इसकी वजह से आप पढ़ाई में अच्‍छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्‍ताह आपकी अपने वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ बहस या मतभेद होने के संकेत हैं। इसलिए बेहतर होगा कि उनसे बात करते समय आप अधिक सावधानी बरतें। व्‍यापारियों के लिए कभी-कभी स्थिति उनके कंट्रोल से बाहर जा सकती है इसलिए उन्‍हें अपने बिज़नेस के मुनाफे को लेकर सावधान रहने की आवश्‍यकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके लिए दुर्घटना के योग बन रहे हैं इसलिए आप गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ गणेशाय नमः” का 41 बार जाप करें।

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्‍ताह यात्रा के दौरान आपके किसी कीमती सामान के खोने की आशंका है। इसकी वजह से आप चिंता में आ सकते हैं।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह पारिवारिक चिंताओं के कारण आपके और आपके जीवनसाथी के बीच की दूरियां और ज्‍यादा बढ़ सकती हैं।

शिक्षा: इस सप्‍ताह आशावादी बने रहने से आपको ताकत मिलेगी और आप पढ़ाई के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अपनी मौजूदा नौकरी को लेकर असंतुष्‍ट महसूस कर सकते हैं और इस वजह से उनके मन में नौकरी बदलने का विचार आ सकता है। यह बात आपको थोड़ा परेशान भी कर सकती है। वहीं व्‍यापारियों के लिए मुनाफा कमाना आसान नहीं होगा।

सेहत: इस सप्‍ताह आपको तनाव की वजह से टांगों में दर्द और जोड़ों में अकड़न महसूस हो सकती है। खुद को फिट रखने के लिए आपको ध्‍यान या योग करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: आप रोज़ 11 बार ‘ॐ वायुपुत्राय नम:’ का जाप करें।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 वाले जातक अपने कुछ ऐसे निर्णय लेने का साहस दिखा सकते हैं जो उनके जीवन के लिए अनुकूल हो।

प्रेम जीवन: इस सप्‍ताह आपके अपने पार्टनर के साथ मधुर और स्‍नेहपूर्ण संबंध रहेंगे। यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो आप अपने पार्टनर के साथ खुश रहने वाले हैं। वहीं विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी के साथ अच्‍छा समय बिताने का मौका मिलेगा।

शिक्षा: आप पढ़ाई के मामले में अपनी एक अलग जगह बनाने में सफल होंगे। इस सप्‍ताह आप अपने साथी छात्रों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा आप उनके साथ प्रतिस्‍पर्धा करेंगे एवं शानदार प्रदर्शन देंगे।

पेशेवर जीवन: इस मूलांक वाले जातकों को करियर के क्षेत्र में नौकरी के नए अवसर मिलने की उम्‍मीद है। वहीं व्‍यापारियों को प्रतिस्‍पर्धा के बावजूद मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिल सकता है।

सेहत: इस सप्‍ताह आपके अंदर उच्‍च स्‍तर की ऊर्जा और आत्‍मविश्‍वास रहने के कारण आपकी सेहत बहुत अच्‍छी रहने वाली है।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का 27 बार जाप करें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. मूलांक 1 का स्‍वामी ग्रह कौन है?

उत्तर. इस अंक के स्‍वामी सूर्य ग्रह हैं।उत्तर. इस अंक के स्‍वामी सूर्य ग्रह हैं।

प्रश्‍न 2. मूलांक 7 वाले जातक कैसे होते हैं?

उत्तर. इनकी आध्‍यात्मिक कार्यों में रुचि हो सकती है।

प्रश्‍न 3. मूलांक 4 पर किसका आधिपत्‍य है?

उत्तर. इस मूलांक पर राहु ग्रह का शासन है।

चंद्रमा की राशि में मंगल चलेंगे वक्री चाल, इन राशियों को बनाएंगे धनवान और इन्हें करेंगे परेशान!

एस्ट्रोसेज अपने पाठकों के लिए “मंगल कर्क राशि में वक्री” का यह विशेष ब्लॉग लेकर आया है जिसके माध्यम से आपको मंगल की वक्री चाल के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त होगी। बता दें कि युद्ध के देवता के नाम से विख्यात मंगल महाराज जल्द ही अपनी चाल में परिवर्तन करते हुए वक्री होने जा रहे हैं। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि जब भी मंगल ग्रह अपनी चाल, स्थिति या राशि में बदलाव करते हैं, तो इसका असर राशियों समेत पूरे विश्व पर नज़र आता है। ऐसे में, हमारा यह ब्लॉग न सिर्फ आपको मंगल की वक्री चाल के बारे में बताएगा, बल्कि यह कब, किस समय और कौन सी राशि में वक्री होंगे आदि से भी आपको रूबरू करवाएंगे। इसके अलावा, मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से कैसे बचा जा सकता है? इसकी जानकारी भी आपको इस लेख में मिलेगी। तो आइए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और जानते हैं मंगल की वक्री चाल के बारे में सब कुछ। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

सिर्फ इतना ही नहीं, मंगल कर्क राशि में वक्री के साथ-साथ हम आपको यह भी बताने जा रहे हैं कि कुंडली के 12 भावों में मंगल महाराज की उपस्थिति जातक को किस तरह के परिणाम देती है। साथ ही, जब मंगल देव कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे, तब इनकी यह चाल किन राशियों के लिए शुभ और किन राशियों के लिए अशुभ परिणाम लेकर आएगी। अब हम आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं मंगल कर्क राशि में वक्री का समय। 

कब और किस समय होंगे मंगल कर्क राशि में वक्री

वैदिक ज्योतिष में मंगल को पराक्रम और साहस का ग्रह कहा जाता है जो कि शनि देव की राशि मकर में उच्च के होते है और चंद्रमा की राशि कर्क इनकी नीच राशि है। बात करें नक्षत्रों की तो, मंगल देव को 27 नक्षत्रों में से चित्रा, धनिष्ठा ओर मृगशिरा नक्षत्र पर आधिपत्य प्राप्त हैं। अब यह 07 दिसंबर 2024, सोमवार की सुबह 04 बजकर 56 मिनट पर कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे। मंगल देव की वक्री चाल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों के जीवन को प्रभावित करेगी। आइये अब आगे बढ़ते है और जानते हैं वक्री होने का अर्थ। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

किसे कहते हैं ग्रह की वक्री अवस्था?

हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि सूर्य के अलावा सभी ग्रह अपनी राशि के साथ-साथ चाल और स्थिति में भी बदलाव करते हैं जो कि अस्त, मार्गी, वक्री और उदय के नाम से जानी जाती है। हालांकि, इन सभी का अपना महत्व है, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं ग्रहों की वक्री चाल के बारे में। 

ज्योतिष के अनुसार, जब कोई ग्रह अपने पथ पर पीछे की तरफ यानी कि उल्टा चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इस घटना को ग्रह का वक्री होना कहा जाता है। कहते हैं कि ग्रह वक्री अवस्था में नकारात्मक परिणाम देने लगते हैं, लेकिन ऐसा सबके साथ हो, यह जरूरी नहीं होता है। हालांकि, विज्ञान ग्रहों के वक्री होने की बात को नहीं मानता है और उसके अनुसार, ग्रह कभी वक्री नहीं होते हैं। 

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

कुंडली के 12 भावों में मंगल का आपके जीवन पर प्रभाव  

ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में कुल 12 भाव होते हैं और प्रत्येक भाव में मंगल का अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलते हैं। यहां हम आपको हर भाव में मंगल महाराज की उपस्थिति के बारे में बताने जा रहे हैं।

प्रथम/लग्न भाव में मंगल

लग्न भाव में बैठे मंगल महाराज आपको साहस प्रदान करते हैं और ऐसे जातकों को किसी भी तरह के दबाव में रहना पसंद नहीं होता है। साथ ही, यह मुंहफट होते हैं। 

दूसरे भाव में मंगल

कुंडली के दूसरे भाव में मौजूद मंगल व्यक्ति से कड़ी मेहनत करवाने के बाद सफलता प्रदान करते हैं। इनकी वाणी कभी-कभी कड़वाहट भरी हो सकती है। 

तीसरे भाव में मंगल

जब मंगल देव तीसरे भाव में विराजमान होते हैं, तो यह व्यक्ति को साहसी, बहादुर और प्रसिद्ध बनाते हैं। यह लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं और एकदम तंदुरुस्त होते हैं। 

चौथे भाव में मंगल

मंगल ग्रह की चौथे भाव में स्थिति जातक को जीवन में वाहन और संतान सुख का आशीर्वाद देता है। हालांकि, इन्हें अपनी जन्मभूमि या घर से दूर जाना पड़ता है। 

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

पांचवें भाव में मंगल

कुंडली के पांचवे भाव में मंगल महाराज की मौजूदगी व्यक्ति को बुद्धिमान बनाने के साथ-साथ चंचल स्वभाव का बनाती है, परन्तु यह थोड़े गुस्सैल हो सकते हैं। 

छठे भाव में मंगल

मंगल देव छठे भाव में बैठे होने से आप अपनी मेहनत के बल पर अपार धन कमाने में सक्षम होते हैं। यह आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं। आप दुश्मनों को आसानी से परास्त कर देते हैं। 

सातवें भाव में मंगल

कुंडली का सातवां भाव विवाह एवं साझेदारी का होता है और इस भाव में मंगल ग्रह की उपस्थिति को अशुभ माना जाता है क्योंकि यह विवाह में देरी और जीवनसाथी के साथ समस्याओं का कारण बनते हैं। 

आठवें भाव में मंगल

मंगल महाराज जब आठवें भाव में होते हैं, तो इस स्थिति को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यहां बैठे मंगल आपके जीवन के लगभग हर कार्य में समस्याएं पैदा करते हैं। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

नौवें भाव में मंगल

कुंडली के नौवें भाव में विराजमान मंगल देव आपको अहंकारी और उग्र स्वभाव का बनाने का काम करते हैं। हालांकि, यह स्थिति आपको नेता या बड़ा अधिकारी भी बना सकती है। 

दसवें भाव में मंगल

दसवें भाव में मंगल ग्रह की स्थिति जातक को अमीर बनाने का काम करती है और आपको ऐसे विशिष्ट गुण का आशीर्वाद देती है कि आप लोकप्रिय हो जाते हैं। 

ग्यारहवें भाव में मंगल

अगर मंगल देव ग्यारहवें भाव में बैठे होते हैं, तो यह आपको धैर्यवान बनाते हैं और घूमने-फिरने के अवसर प्रदान करते हैं। यह जातक जीवन में ख़ूब लाभ कमाने में सक्षम होते हैं। 

बारहवें भाव में मंगल

कुंडली के बारहवें भाव में मंगल की उपस्थिति जातक को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नकारात्मक परिणाम देने का काम करती है। हालांकि, ऐसे लोग अस्त्र-शस्त्र चलाने में माहिर होते हैं। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान जरूर करें ये उपाय

  • कुंडली में मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए प्रत्येक मंगलवार के दिन व्रत करें।
  • मंगल महाराज से शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए मूंगा रत्न धारण करना शुभ साबित होता है, लेकिन ऐसा किसी अनुभवी एवं विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद ही करें। 
  • जिन जातकों की कुंडली में मंगल कमजोर या अशुभ होता है, उन्हें हर मंगलवार हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। 
  • मंगल ग्रह की कृपा प्राप्ति के लिए मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर संकटमोचन को सिंदूर का चोला चढ़ाएं। इसके पीछे मान्यता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन से सभी कष्ट दूर होते हैं। 

फ्री ऑनलाइन जन्म कुंडली सॉफ्टवेयर से जानें अपनी कुंडली का पूरा लेखा-जोखा

मंगल कर्क राशि में वक्री: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके …(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके सातवें और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके तीसरे ……(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि वालों की कुंडली के लिए मंगल ग्रह आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके … (विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों की कुंडली में मंगल देव आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके बारहवें … (विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि 

कन्या राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके तीसरे और आठवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों की कुंडली में मंगल देव आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके पहले/लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

धनु राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें …(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह आपके ग्यारहवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सातवें … (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी ग्रह हैं जो अब आपके छठे… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पांचवें… (विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मंगल किस राशि में स्थित है?

मंगल ग्रह वर्तमान समय में कर्क राशि में उपस्थित है। 

कर्क राशि का स्वामी कौन है?

राशि चक्र की चौथी राशि कर्क पर चंद्र देव का स्वामित्व है। 

मंगल ग्रह की उच्च राशि कौन सी है?

शनि देव की राशि मकर मंगल ग्रह की उच्च राशि है।

सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ रुक जाएंगे शुभ कार्य, जानें कैसा पड़ेगा 12 राशियों पर प्रभाव

एस्ट्रोसेज का यह ख़ास ब्लॉग आपको “सूर्य का धनु राशि में गोचर” के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। बता दें कि सूर्य देव 15 दिसंबर 2024 की रात 09 बजकर 56 मिनट पर धनु राशि में गोचर कर जाएंगे। ऐसे में, हम आपको बताएंगे कि सूर्य का यह गोचर सभी 12 राशियों को किस प्रकार से प्रभावित करेगा। हालांकि, सूर्य के इस परिवर्तन से कुछ राशियों को शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी जबकि कुछ राशि वालों को बेहद सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा क्योंकि उन्हें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के कुछ सरल एवं अचूक उपाय भी प्रदान किये जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि सूर्य गोचर के देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

ज्योतिष में सूर्य ग्रह का महत्व 

ज्योतिष के अनुसार, सूर्य देव आत्मा, व्यक्ति की पहचान और दुनिया के सामने खुद को व्यक्त करने के तरीके का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है जो कि हमारे जीवन में शक्ति, रचनात्मकता और उद्देश्यों के कारक माने गए हैं। साथ ही, सूर्य महाराज की कुंडली में स्थिति बता सकती है कि आप जीवन में किस समय अपनी चमक बिखेरेंगे। इसके अलावा, यह जीवन के लक्ष्यों को पाने और इच्छाओं को पूर्ण करने की दिशा में आपका मार्गदर्शन करते हैं।

जब सूर्य देव धनु राशि में मौजूद होते हैं जो कि सामान्य रूप से 15 नवंबर से 16 दिसंबर के बीच इस राशि में होते हैं, तब यह एक ऐसे व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कि साहसी, आशावादी, दार्शनिक होने के साथ-साथ आज़ाद रहना पसंद करते हैं। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य धनु राशि में: विशेषताएं 

धनु राशि दोहरे स्वभाव की उग्र राशि है और इस राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं। सूर्य ग्रह के साथ इनके रिश्ते मित्रवत हैं। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य धनु राशि में उपस्थित होता है, ऐसे जातक शांत स्वभाव के और भगवान से डरने वाले होते हैं। साथ ही, यह हाज़िर जवाब होते हैं और बातचीत में माहिर होते हैं। इस तरह के जातक अक्सर विद्वान, बुद्धिमान और मज़बूत अंतर्दृष्टि वाले होते हैं। यह दूसरों की देखभाल करते हैं और इस वजह से सब इनको सम्मान की नज़रों से देखते हैं। धनु राशि में सूर्य महाराज की मौजूदगी एक कभी न खत्म होने वाली जिज्ञासा को दर्शाती है। ऐसे लोग बैंकिंग, कानून और एडमिनिस्ट्रेशन आदि क्षेत्रों में महारत हासिल करते हैं। हालांकि, यह जातक भरोसेमंद और बिना भेदभाव किये सबको एक समान नज़रों से देखने वाले होते हैं। 

धनु राशि में सूर्य होने पर जातक सीधे-सादे और ईमानदार होते हैं। इन्हें जो बोलना होता है, वह घुमा-फिराकर बोलने की बजाय सीधे शब्दों में बोलना पसंद करते हैं। यह लोग वास्तविकता और सपने के बीच अंतर को भली-भांति जानते हैं। ऐसे जातक खुले विचारों वाले होते हैं और अक्सर घूमने-फिरने के शौक़ीन होते हैं। इनकी रुचि एक से ज्यादा खेलों में होती है। साथ ही, यह राजाओं के समान जीवन जीते हैं और आमतौर पर अमीर होते हैं जिसकी झलक इनकी शारीरिक बनावट से भी दिखाई देती है। यह बेहद आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक होते हैं। 

सूर्य का धनु राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव 

सरकार और राजनीति

  • सूर्य गोचर की अवधि में दुनिया भर के राजनेताओं और सरकार से जुड़े संगठनों को लाभ प्राप्त होगा। 
  • जब सूर्य धनु राशि में गोचर करेंगे, उस समय भारतीय सरकार की नीतियां जनता को प्रभावित करने में सफल रहेंगी और ऐसे में, सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को जनता सकारात्मक रूप से स्वीकार करेगी क्योंकि सूर्य धनु राशि में विराजमान होंगे जिसका संबंध विश्लेषण और ज्ञान से है। 
  • भारत के संबंध पड़ोसी देशों के साथ बेहतर होंगे और विदेशी देश भी हमारे देश के सहयोगी बन सकते हैं।
  • सूर्य गोचर के दौरान सरकार और बड़े पदों पर बैठे अधिकारी विपक्षियों या दूसरे देशों से पैदा होने वाले खतरों से देश की सुरक्षा करने के लिए कुछ ठोस कदम उठाते हुए दिखाई दे सकती है।
  • हमारे देश के नेता दृढ़ता और बुद्धिमानी के साथ काम करेंगे। 
  • सूर्य का धनु राशि में गोचर सेक्रेटेरिएट पद पर काम करने वाले जातकों के लिए फलदायी रहेगा। 

कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर

रिसर्च और डेवलपमेंट

  • कालपुरुष कुंडली में धनु राशि के अंतर्गत नौवां भाव आता है और इसके परिणामस्वरूप, रिसर्च, विकास और तकनीक से संबंधित क्षेत्र तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा, एआई तकनीक भी बुलंदियां हासिल करेगी।  
  • सूर्य गोचर का समय रिसर्चर, वैज्ञानिक या फिर इन क्षेत्रों में करियर बनाने के इच्छुक जातकों के लिए फलदायी साबित होगा। 
  • इस अवधि में आईटी सेक्टर का प्रदर्शन शानदार रहेगा और ऐसे में, लोगों को भी शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।

शिक्षा, पत्रकारिता एवं आध्यात्मिकता

  • धनु राशि में सूर्य का गोचर शिक्षकों और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को फायदा देगा।
  • मीडिया और एडवरटाइजिंग फर्म से संबंधित जातकों को लाभ की प्राप्ति होगी। 
  • आध्यात्मिक गुरुओं, ज्योतिषियों, योग गुरु, टैरो रीडर आदि को शुभ परिणाम मिलेंगे। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

सूर्य का धनु राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट

बात करें शेयर बाजार की तो, सूर्य का धनु राशि में गोचर 15 दिसंबर 2024 को होने जा रहा है।  ऐसे में, सूर्य देव का यह राशि परिवर्तन शेयर मार्केट में निश्चित रूप से कुछ बदलाव लेकर आ सकता है। एस्ट्रोसेज ने अपने पाठकों के लिए शेयर बाज़ार भविष्यवाणी तैयार की है जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार मार्केट का विस्तृत हाल जान सकते हैं। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं सूर्य का धनु राशि में गोचर शेयर बाजार को किस तरह प्रभावित करेगा।

  • शेयर बाजार भविष्यवाणी 2024 के अनुसार, स्टॉक मार्केट थोड़ी गिरावट के बाद स्थिरता और तेजी की तरफ आगे बढ़ेगा।
  • दोतरफा रुझान की वजह से आपको ऐसा लग सकता है जैसे कि शेयर बाजार नीचे जा रहा है। हालांकि, जब मांग बढ़ेगी, तब बिक्री के बढ़ने की भी संभावना है। 
  • 16 दिसंबर 2024 तक शेयर बाजार का यह हाल जारी रह सकता है। ऐसे में, कुछ लोग कम कीमत पर शेयर खरीदकर अच्छा ख़ासा लाभ कमा सकते हैं।
  • ट्रेड से जुड़े लोगों का झुकाव पब्लिक सेक्टर, स्टील, शिपिंग, ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और  टेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में निवेश करने में होगा। 

सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशियों को होगा अपार लाभ  

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए सूर्य देव आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली के नौवें भाव का संबंध पिता, धर्म, गुरु, लंबी दूर की यात्राओं, तीर्थस्थल और भाग्य आदि से होता है। इसके फलस्वरूप, सूर्य का धनु राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होना मेष राशि के जातकों के लिए अनुकूल रहेगा। 

इस दौरान आपका झुकाव अध्यात्म में होगा और आप धर्म-कर्म के कार्य बढ़-चढ़कर करते हुए दिखाई दे सकते हैं जो आपके भीतर सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएंगे। इसके अलावा, सूर्य गोचर की अवधि में आपको पिता और गुरु का प्रेम और सहयोग मिलेगा। हालांकि, इस अवधि को डर्मा, त्वचा रोग विशेषज्ञों, राजनेताओं, मोटिवेशनल स्पीकर, काउंसलर और शिक्षकों के लिए आदर्श कहा जाएगा। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपके लग्न/पहले भाव के स्वामी हैं और अब यह धनु राशि में गोचर करके आपके पांचवें भाव में जा रहे हैं। ऐसे में, इस राशि के जो जातक परिवार को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। 

वहीं, सूर्य का धनु राशि में गोचर सिंह राशि के जातकों को अपने बच्चों के साथ समय बिताने के कई मौके देगा। हालांकि, सूर्य एक उग्र ग्रह है और इनकी पांचवें भाव में उपस्थिति को आपके प्रेम जीवन के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, आपकी साथी के साथ बहस या मतभेद हो सकते हैं जिसकी वजह आप दोनों के बीच मौजूद अहंकार हो सकता है। 

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य महाराज आपके दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं जो कि परिवार, आय और वाणी का भाव है। ऐसे में, वृश्चिक राशि वालों को सूर्य गोचर से अपार लाभ की प्राप्ति होगी। 

इस अवधि में आपकी बातचीत का तरीका काफ़ी प्रभावशाली रहेगा और आपके शब्द दूसरों को प्रभावित कर सकेंगे। साथ ही, इन जातकों को परिवार से सहायता मिलने की वजह से आपका रिश्ता उनके साथ मजबूत होगा। इस राशि के जो जातक नौकरी की वजह से दूर रहते हैं, वह सूर्य गोचर के दौरान मिलने वाले अवसरों का फ़ायद उठाते हुए अपने परिवार के सदस्यों से मिल सकते हैं।

धनु राशि 

धनु राशि वालों की कुंडली में सूर्य देव आपके नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लग्न/पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य का धनु राशि में गोचर के दौरान आप समाज में सुधार लेकर आने की दिशा में काम करते हुए दिखाई दे सकते हैं और साथ ही, इस समय आपकी रुचि आध्यात्मिकता के प्रति बढ़ेगी। दूसरी तरफ, आपके  पिता, गुरु और मेंटर आपको आगे  बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। इस अवधि में आपको उच्च अधिकारियों और सरकार से जुड़े लोगों का भी साथ मिलेगा।

इस अवधि में आपकी नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता से दूसरे लोग जल्द ही प्रभावित हो जाएंगे। यह समय आपके पेशेवर जीवन के लिए शानदार रहेगा जिसका आप आनंद लेते हुए दिखाई देंगे, विशेषकर अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं या सरकारी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं या फिर राजनेता, मेंटर, धर्म, गुरु, इंस्ट्रक्टर, प्रोफेसर आदि हैं। 

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

सूर्य का धनु राशि में गोचर: इन राशियों को रहना होगा सावधान 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य महाराज आपके चौथे भाव के स्वामी हैं और अब इनका गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली में इस भाव का संबंध कार्यों की शुरुआत और दीर्घायु से होता है। ऐसे में, इन जातकों के पारिवारिक जीवन में सूर्य का धनु राशि में गोचर निश्चित रूप से समस्या लेकर आएगा। 

सूर्य गोचर के दौरान आपको माता के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, आपको उनकी सेहत का ध्यान रखते हुए इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि आपकी माता का हर टेस्ट समय पर हो और उसमें किसी प्रकार की देरी न हो। बता दें कि आपकी कार, घर और सभी तरह की भौतिक सुख-सुविधाओं का संबंध चौथे भाव से होता है। ऐसे में, अगर आप कार या घर खरीदने का मन बना रहे हैं, तो आपको इसके लिए थोड़ा इंतज़ार करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, इन जातकों को ऑफिस जाते समय वाहन सावधानी से चलाना होगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्रह आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि, मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य देव मित्र ग्रह हैं, लेकिन इसके बावजूद भी सातवें भाव में सूर्य के गोचर को वैवाहिक जीवन के लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि सूर्य एक कठोर एवं उग्र ग्रह है जो मनुष्य जीवन में अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है।

सरल शब्दों में कहें तो, सूर्य गोचर के दौरान आपके और पार्टनर के बीच अहंकार या किसी बात को लेकर असहमति की वजह से मतभेद होने की प्रबल संभावना है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस अवधि में पार्टनर के साथ आपको रिश्ते में कुछ उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह आप दोनों के बीच मौजूद घमंड और विवादों का होना हो सकता है इसलिए इन जातकों को अहंकार से बचने की सलाह दी जाती है। 

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य महाराज आपके दूसरे भाव के अधिपति देव हैं। अब यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं और कुंडली में यह भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा आदि को दर्शाता है। हालांकि, सूर्य देव आपके लिए एक अनुकूल ग्रह है, लेकिन फिर भी आपकी कुंडली के छठे भाव में सूर्य की उपस्थिति धन से जुड़े मामलों या फिर पैतृक संपत्ति को लेकर परिवार के सदस्यों के साथ विवाद या फिर कानूनी मामले में उलझा सकती है। यह अवधि माता की तरफ के परिवारजनों के साथ आपके रिश्तों को बिगाड़ने का काम भी कर सकती है। 

इसके अलावा, कर्क राशि के जातकों के छठे भाव में बैठकर सूर्य ग्रह की दृष्टि आपके बारहवें भाव पर होगी जिसका संबंध एकांत और विदेश से होता है। इसके परिणामस्वरूप, सूर्य गोचर के दौरान आपको परिवार से दूर जाना पड़ सकता है और ऐसे में, परिवार और आपके बीच भावनात्मक दूरी आ सकती है। 

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

सूर्य का धनु राशि में गोचर: सरल एवं प्रभावी उपाय 

  • रविवार के दिन गेहूं, गुड़ और तांबा दान करें।
  • रविवार को छोड़कर रोज़ाना तुलसी के पौधे को पानी दें।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • संभव हो, तो लाल और संतरी रंग के कपड़े धारण करें। 
  • प्रतिदिन तांबे के बर्तन में जल लेकर उसमें गुड़ मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
  • कार्यस्थल और घर में सूर्य यंत्र स्थापित करके नियमित रूप से उसकी पूजा करें। 

सूर्य का धनु राशि में गोचर: रिलीज होने वाली नई फिल्में और उनका भविष्य 

फिल्म का नामस्टार कास्टरिलीज़ की तारीख
बधाई हो आयुष्मान खुराना15 दिसंबर 2024 
वेलकम टू द जंगलअक्षय कुमार, सुनील शेट्टी20 दिसंबर 2024
चकदा एक्सप्रेस अनुष्का शर्मा22 दिसंबर 2024

15 दिसंबर 2024 को होने वाला सूर्य का धनु राशि में गोचर इस दौरान रिलीज होने वाली फिल्मों के कारोबार को भी प्रभावित करेगा क्योंकि धनु राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति देव हैं और यह विस्तार के कारक ग्रह भी हैं। ऐसे में, सूर्य का धनु राशि में गोचर रिलीज हो रही फिल्मों के बिज़नेस में वृद्धि करवाएगा और इसके परिणामस्वरूप, ऊपर बताई गई फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद है। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धनु राशि में सूर्य कैसे प्रभाव देता है? 

धनु राशि में सूर्य ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति विद्वान और बुद्धिमान बनाता है। 

कुंडली के किस भाव में सूर्य को दिग्बल प्राप्त होता है?

सूर्य देव को कुंडली के दसवें भाव में दिग्बल की प्राप्ति होती है। 

किस डिग्री पर सूर्य ग्रह उच्च होता है?

मेष राशि में 10 डिग्री पर सूर्य उच्च के होते हैं।

मंगल कर्क राशि में वक्री: इन 6 राशियों की जिंदगी में आ सकता है भूचाल!

मंगल कर्क राशि में वक्री: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही वक्री होने वाले मंगल से संबंधित यह खास ब्लॉग। मंगल ग्रह 07 दिसंबर, 2024 को कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं।

तो चलिए जानते हैं कि कर्क राशि में मंगल के वक्री होने से किन राशियों को नकारात्‍मक प्रभाव मिलने की संभावना है और मंगल के दुष्‍प्रभाव को कम करने के लिए क्‍या ज्‍योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं।

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार जब कोई ग्रह राशि में उल्‍टी चाल चलता हुआ प्रतीत होता है, तब उसे वक्री कहा जाता है। मंगल के वक्री होने का प्रभाव अक्सर जीवन के उन क्षेत्रों में चिंतन, पुनर्विचार और पुनर्मूल्यांकन की अवधि से जुड़ा होता है जो प्रेरणा, कार्य, महत्वाकांक्षा और संघर्ष से संबंधित होते हैं।

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

मंगल ग्रह ऊर्जा, दृढ़ता और आक्रामकता को दर्शाता है और जब ये ग्रह वक्री होता है, तब ये गुण व्‍यक्‍ति के अंदर आ सकते हैं, देरी करवा सकते हैं या गलत दिशा में जा सकते हैं। जब मंगल कर्क राशि में वक्री होता है, तब मंगल की ऊर्जा पर कर्क राशि का प्रभाव पड़ता है। कर्क राशि के स्‍वामी ग्रह चंद्रमा हैं जिनका संबंध घर, परिवार, भावनाओं और सुरक्षा से होता है। चंद्रमा और कर्क राशि का मेल वक्री मंगल की ऊर्जा को एक नया आयाम देता है।

कर्क राशि में मंगल का होना पहले से ही मंगल के अप्रत्‍यक्ष और भावनात्‍मक पहलू को दर्शाता है और वक्री होने पर यह व्‍यक्‍ति की घर-परिवार को लेकर भावनात्‍मक ज़रूरतों पर सवाल उठा सकता है। इस समय व्‍यक्‍ति अपने पुराने भावनात्‍मक घावों को याद कर सकता है या उसने दूसरों और अपनी कैसे देखभाल और सुरक्षा की थी, इस बारे में विचार कर सकता है। जिस तरह से आप अपनी या दूसरों की देखभाल करते हैं, आप उसमें बदलाव करने के लिए मजबूर हो सकते हैं।

  • घरेलू समस्‍याएं:  कर्क राशि में मंगल के वक्री होने पर परिवार के सदस्‍यों के बीच पुरानी बातों को लेकर विवाद हो सकता है। आप जहां रहते हैं या जो लोग आपके सबसे करीब हैं, यह समय उनके साथ अपने मसलों या समस्‍याओं को सुलझाने का है।
  • पुरानी यादों से जुड़ना: इस समय आपको अपने बचपन के घर या यादों से फिर से जुड़ने की ज़रूरत महसूस हो सकती है। यह समय अपने परिवार की पुरानी रीतियों का पता लगाने के लिए भी हो सकता है जो कहीं न कहीं आपका मार्गदर्शन कर रही हैं।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

मंगल के कर्क राशि में होने की विशेषताएं

वैदिक ज्‍योतिष में कर्क राशि में मंगल का होना उस स्थिति को दर्शाता है जहां मंगल की दृढ़ता और कुछ कर गुज़रने की ऊर्जा कर्क राशि की भावनात्‍मक, सहज और सुरक्षात्‍मक प्रवृत्ति के साथ मिल जाती है। इस स्थिति में व्‍यक्‍ति अनूठा दृष्टिकोण रखता है, अपनी भावनात्‍मक ज़रूरतों से प्रेरित होता है और अपने करीबी लोगों की सुरक्षा करने की इच्‍छा रखता है। लेकिन इसके साथ ही उसे भावनाओं और कुछ करने के संबंध में चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है।

मंगल के कर्क राशि में होने का प्रभाव

करियर: जिन लोगों की कुंडली में कर्क राशि में मंगल होता है, वे जातक ऐसे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं जहां पर भावनात्‍मक रूप से मज़बूत होने, दूसरों की देखभाल या सुरक्षा करने की जरूऱत होती है। इसमें शिक्षक, नर्स, समाजसवेक या घर से संबंधित व्‍यापार शामिल हैं। ये नकारात्‍मक और आक्रामक माहौल के प्रति आकर्षित नहीं होते हैं बल्कि ऐसे काम करना पसंद करते हैं जहां ये दूसरों की देखभाल या सुरक्षा कर सकें।

रिश्‍तों में: कर्क राशि में मंगल के होने पर व्‍यक्‍ति वफादार, दूसरों की रक्षा करने वाला और समर्पित होता है। इन्‍हें ऐसे पार्टनर की ज़रूरत होती है जो इन्‍हें भावनात्‍मक रूप से सहायता प्रदान कर सके और जो इनके पर्सनल स्‍पेस की ज़रूरत को समझ सके। अगर इन्‍हें असुरक्षित महसूस होता है, तो ये अपने पार्टनर को लेकर बहुत ज्‍यादा पोजे़सिव या चिपकू प्रवृत्ति के हो सकते हैं।

कर्क राशि में मंगल के होने पर भावनाओं और संवेदनाओं के मिश्रण से व्‍यक्‍ति सुरक्षित महसूस करता है। ये दूसरों की देखभाल और सुरक्षा करने वाले या जिम्‍मेदारी उठाने वाले होते हैं।

यदि आपकी कुंडली में मंगल कर्क राशि में है, तो भावनात्मक बुद्धिमत्ता को अपनाना और अपनी ऊर्जा को रचनात्मक और सहायक कार्यों में लगाकर आप इस स्थिति का सर्वश्रेष्ठ उपयोग कर सकते हैं। दूसरी ओर, भावनात्मक उतार-चढ़ाव को संभालना और हताशा या क्रोध को स्वस्थ तरीके से व्यक्त करने के उपाय खोजना आपके विकास के क्षेत्र हो सकते हैं।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

कर्क राशि में वक्री होने का समय

मंगल 07 दिसंबर, 2024 को सुबह 04 बजकर 56 मिनट पर कर्क राशि में वक्री हो रहे हैं। आगे जानिए कि मंगल वक्री होने पर किन राशियों को नकारात्‍मक रूप से प्रभावित करेंगे।

मंगल कर्क राशि में वक्री: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मंगल के कर्क राशि में वक्री होने के दौरान पहले और आठवें भाव के स्‍वामी मंगल आपके चौथे भाव में वक्री होंगे। इसके कारण आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है और आप कम संतुष्‍ट महसूस कर सकते हैं। परिवार में भी कुछ समस्‍याएं होने की आशंका है। आपको करियर में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं जैसे कि आपको कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों और सुपरवाइज़र के साथ कुछ समस्‍याएं आ सकती हैं।

व्‍यापारियों को प्रतिस्‍पर्धा बढ़ने की वजह से पैसों का नुकसान होने के संकेत हैं। मुमकिन है कि आपका बिज़नेस प्‍लान अब पुराना हो चुका है। पैसों के मामले में आपको उच्‍च लागत की समस्‍या और कुछ कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है।

मेष राशिफल 2025

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

वृषभ राशि

कर्क राशि में वक्री होने पर सातवें और बारहवें भाव के स्‍वामी मंगल आपके तीसरे भाव में रहेंगे। आपको यात्रा के दौरान मुश्किलें आ सकती हैं और आपमें साहस और दृढ़ संकल्‍प की कमी हो सकती है। बातचीत की कमी की वजह से आपके और आपके पार्टनर के बीच समस्‍याएं पैदा होने की आशंका है।

करियर के क्षेत्र में आपका किसी अज्ञात जगह पर ट्रांसफर हो सकता है। व्‍यापार के क्षेत्र व्‍यक्‍तिगत विकास की कमी के कारण आपकी मुनाफा कमाने की क्षमता में बाधा उत्‍पन्‍न हो सकती है। यात्रा के दौरान अगर आप ध्‍यान नहीं देते हैं, तो आपके पैसों का नुकसान हो सकता है।

वृषभ राशिफल 2025

मिथुन राशि

छठा और ग्‍यारहवां भाव मंगल का है। कर्क राशि में वक्री होने के दौरान मंगल आपके दूसरे भाव में रहेंगे। इसकी वजह से आपको परिवार में समस्‍याएं आ सकती हैं और आपको कर्ज का सामना करना पड़ सकता है। आपके लिए लंबी यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं। करियर के क्षेत्र में आपको अपने सहकर्मियों और वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ कुछ समस्‍या होने के संकेत हैं। इसका असर आपके काम और प्रदर्शन पर पड़ सकता है।

व्‍यापार के क्षेत्र में यदि व्‍यापारी नई रणनीति नहीं अपनाते हैं, तो उन्‍हें नुकसान होने की आशंका है। पैसों के मामले में योजना न बनाने और लापरवाही की वजह से आपको धन की हानि होने के संकेत हैं। निजी स्‍तर पर आप अपने जीवनसाथी की बातों से नाराज़ हो सकते हैं और इससे आप दोनों के रिश्‍ते के कमज़ोर होने का डर है।

मिथुन राशिफल 2025 

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

कर्क राशि

कर्क राशि में मंगल के वक्री होने के दौरान पंचम और दशम भाव के स्‍वामी मंगल आपके पहले भाव में वक्री होंगे। इस समय आप अपने बच्‍चों के विकास में अधिक रुचि रखेंगे और इस दिशा में अधिक मेहनत करते हुए नज़र आएंगे। करियर के मामले में आप उच्‍च मुनाफे और अधिक संतुष्टि पाने की चाहत में नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं।

व्‍यापारी अपने मौजूदा व्‍यवसाय में मुनाफा न मिल पाने की वजह से कोई नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। आर्थिक स्‍तर पर आपको ट्रेड से लाभ होने की उम्‍मीद है और आप इस समय अधिक पैसों की बचत कर पाएंगे। इस समय अपने पार्टनर को लेकर आपके मन में असुरक्षा की भावना है और इसकी वजह से आप उनके प्रति अपने प्‍यार को दिखाने में असमर्थ हो सकते हैं।

कर्क राशिफल 2025

कन्‍या राशि

कर्क राशि में वक्री होने पर तीसरे और आठवें भाव के स्‍वामी मंगल आपके ग्‍यारहवें भाव में रहेंगे। इस दौरान आप अपनी ज़रूरतों को पूरा कर पाने में असक्षम हो सकते हैं। बातचीत के ज़रिए आप जीत हासिल कर सकते हैं। वहीं पेशेवर जीवन में कड़ी मेहनत और दृढ़ता की मदद से आप सफलता प्राप्‍त कर सकते हैं।

इस समयावधि में व्‍यापारियों को पैतृक संपत्ति और सट्टेबाज़ी से लाभ होने के आसार हैं। वहीं आर्थिक स्‍तर पर आप अधिक पैसा कमाएंगे लेकिन उसे खर्च भी कर देंगे। निजी जीवन में आप अपने पार्टनर से अच्‍छे से बात करेंगे और उनके साथ प्‍यार से पेश आएंगे।

कन्या राशिफल 2025

तुला राशि

कर्क राशि में वक्री होने के दौरान दूसरे और सातवें भाव के स्‍वामी मंगल आपके दशम भाव में रहेंगे। आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है और अच्‍छी बात यह है कि आपकी ये यात्राएं सफल होंगी। करियर के मामले में आप इस समय संतुष्‍ट महसूस करेंगे और आपको काम के नए अवसर मिलने के संकेत हैं।

व्‍यापारी नए गठबंधन बना सकते हैं और ऐसा कर के आपको संतुष्टि महसूस होगी। इस समय नए रिश्‍ते बनाना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आर्थिक स्‍तर पर आप अधिक पैसा कमाएंगे और आपके पास प्रगति करने के कई अवसर मौजूद होंगे। वहीं निजी जीवन की बात करें, तो आप दूसरों के साथ प्‍यार से पेश आएंगे और इससे आपके दूसरों के साथ अच्‍छे संबंध बन पाएंगे।

तुला राशिफल 2025

मंगल के कर्क राशि में वक्री होने पर करें ये उपाय

  • आप हर मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • अपने घर में किसी शुभ स्‍थान पर मंगल यंत्र की स्‍थापना कर उसकी पूजा करें।
  • कुंडली का विश्‍लेषण करवाने के बाद आप लाल मूंगा धारण कर सकते हैं।
  • आप गरीब लोगों को लाल मूंग दाल, तांबे के बर्तन, सोना और कपड़े आदि का दान करें।
  • छोटे बच्‍चों को बेसन से बनी मिठाई या लड्डुओं का दान करें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. कर्क राशि में कौन सा ग्रह उच्‍च का होता है?

उत्तर. कर्क राशि में बृहस्‍पति उच्‍च का होता है।

प्रश्‍न 2. मंगल की उच्‍च राशि का स्‍वामी कौन है?

उत्तर. इसके स्‍वामी शनि देव हैं।

प्रश्‍न 3. मंगल की राशि मेष में कौन सा ग्रह नीच का होता है?

उत्तर. इसमें शनि ग्रह नीच का होता है

बुध वृश्चिक राशि में होंगे उदय, इन 4 राशियों के लिए रहेंगे बेहद शुभ; हर काम में मिलेगी सफलता!

एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध का वृश्चिक राशि में उदय के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, आपको इस बात से भी अवगत करवाएंगे कि बुध वृश्चिक राशि में उदित होने से सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेंगे। बता दें कि बुध महाराज 11 दिसंबर 2024 की शाम 07 बजकर 44 मिनट पर वृश्चिक राशि में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, इनकी यह अवस्था कुछ राशियों के लिए शुभ रहेगी जबकि कुछ राशियों के लिए परेशानियां उत्पन्न करेगी। लेकिन, हम आपको यहां बुध से शुभ फल प्राप्त करने के उपाय भी प्रदान कर रहे हैं। तो आइए बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं बुध उदित के बारे में। 

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

कुंडली में बुध की मज़बूत स्थिति होने से जातक को अच्छा स्वास्थ्य, तेज़ बुद्धि और जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। जिन जातकों की कुंडली में बुध देव शुभ होते हैं, उनको अपार ज्ञान प्रदान करते हैं जिसकी सहायता से वह अपने जीवन में खूब सफलता हासिल करते हैं। इस ज्ञान की मदद से वह व्यापार के क्षेत्र में सही निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। ऐसे लोग जिनकी कुंडली में बुध महाराज बलवान होते हैं, वह ट्रेडिंग और सट्टेबाज़ी में अच्छा करते हैं। साथ ही, यह जातक गूढ़ विज्ञान और ज्योतिष जैसे क्षेत्रों में महारत हासिल करते हैं। 

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

बुध का वृश्चिक राशि में उदय: इन राशियों को रहना होगा सावधान 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों की कुंडली में बुध महाराज आपके तीसरे और छठे भाव के स्‍वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में उदित हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को पारिवारिक समस्याओं और मतभेद का सामना करना पड़ सकता है या फिर असुरक्षा की भावना मन में जन्म ले सकती है। करियर के क्षेत्र में आपको सहकर्मियों के साथ परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। 

ऐसे में, इन सब परिस्थितियों का असर आपके  प्रदर्शन पर पड़ सकता है। व्यापार की बात करें तो, इन जातकों को बिज़नेस में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। साथ ही, आपको मिलने वाला लाभ भी कम रह सकता है। आर्थिक जीवन में आपके खर्चे बढ़ सकते हैं जिन्हें पूरा करना आपको मुश्किल लग सकता है।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके बारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, आपको कार्यों में किए जा रहे प्रयासों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, संतुष्टि की भी कमी रह सकती है। करियर के क्षेत्र में अगर आप नया पद पाना चाहते हैं या फिर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो नौकरी में बदलाव का मन बना सकते हैं।  

आर्थिक जीवन में योजनाओं की कमी की वजह से इन जातकों की पैसा कमाने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, इस दौरान आपको ध्यान और एकाग्रता की कमी के कारण हानि उठानी पड़ सकती है। वहीं, निजी जीवन में आप पार्टनर के साथ रिश्ते में तालमेल बिठाने में नाकाम रह सकते हैं जिसके चलते आप नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं। 

बुध का वृश्चिक राशि में उदय: इन राशियों को मिलेंगे शुभ परिणाम 

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवे भाव के अधिपति देव हैं और अब यह आपके सातवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, बुध वृश्चिक राशि में उदित होने से आपको आर्थिक मामलों के साथ-साथ करीबी दोस्तों एवं प्रियजनों के साथ रिश्तों को बहुत सावधानी से संभालना होगा। वहीं, करियर के क्षेत्र में आपको काम के सिलसिले में यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और ऐसे में, यह यात्राएं आपके लिए फलदायी साबित होंगी। 

व्यापार की बात करें तो, आप अच्छा खासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे और साथ ही, आप कुछ नए संपर्क स्थापित करेंगे। बात करें आर्थिक जीवन की तो, इस अवधि में आप आसानी से पैसा कमा सकेंगे। 

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में उदित हो रहे हैं। बुध ग्रह के आपके चौथे भाव में उदित होने से आप ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में सक्षम होंगे। यह जातक लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं और साथ ही, आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा। करियर के क्षेत्र में आप काम में सफलता हासिल करने में कामयाब रहेंगे जिसकी वजह आपकी सावधानीपूर्वक की गई तैयारी होगी। 

जब बुध वृश्चिक राशि में उदित होंगे, तब आप अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल व्यापार में नए आइडिया अपनाने और बिज़नेस को आगे ले जाने में कर सकते हैं। ऐसे में, आपको अच्छे मुनाफे की प्राप्ति होगी। आर्थिक मामलों में आप धन की बचत करने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में भी पैसा कमाने में सक्षम होंगे। 

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित  से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

कन्या राशि

कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके दसवें और लग्न/पहले भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, बुध उदिय के दौरान आप लंबी दूरी की यात्राएं करते हुए दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, आपका ध्यान व्यक्तिगत विकास पर केंद्रित हो सकता है। बुध की उदय अवस्था आपके लिए करियर के क्षेत्र में विदेश यात्रा के अवसर लेकर आ सकती है और यह आपके लिए बेहद लाभदायक  होंगे। इस समय आप मन लगाकर काम करते हुए दिखाई देंगे।

इस समय व्यापार में आपका मुनाफा बढ़ेगा और आप ज्यादा से ज्यादा बिज़नेस यात्राओं पर जा सकते हैं। बात करें धन की तो, बुध के उदित होने के दौरान यह जातक लंबी दूरी की यात्राओं के माध्यम से अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकेंगे और साथ ही, आप बचत भी करने में सफल रहेंगे। प्रेम जीवन में आप और साथी एक-दूसरे से खुलकर बात करेंगे जिसका असर आपके रिश्ते पर पड़ेगा।

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, इन जातकों का सारा ध्यान ज्यादा से ज्यादा धन कमाने पर केंद्रित होगा। साथ ही, आप अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना पसंद करेंगे। वहीं, पेशेवर जीवन में आपके काम करने का तरीका और आपकी क्षमताएं करियर में आपको सफल बनाने का काम करेगा। 

बुध वृश्चिक राशि में उदित के दौरान आपकी विशेषज्ञता और योजना बनाने का तरीका व्यापार में लाभ बढ़ाने में आपकी सहायता करेगा। आर्थिक जीवन में यह जातक अपनी आय को बढ़ाने में सक्षम होंगे और साथ ही बचत भी कर सकेंगे। प्रेम जीवन में आपका रिश्ता पार्टनर के साथ स्थिर और खुशियों से भरा रहेगा। ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा। 

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

बुध का वृश्चिक राशि में उदय: प्रभावी उपाय

  • भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (घास) एवं देसी घी से बने लड्डू का भोग लगाएं।
  • बुध ग्रह के लिए हवन करें। 
  • परिवार की महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां और कपड़े भेंट करें। 
  • किन्नरों का आशीर्वाद लें। 
  • प्रतिदिन गाय को रोटी खिलाएं। 
  • पक्षियों को विशेषकर तोते और कबूतरों को भीगे हुए हरे चने खिलाएं। 

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

1. वृश्चिक राशि के अंतर्गत कौन सा नक्षत्र आता है?

वृश्चिक राशि के तहत अनुराधा, ज्येष्ठा और विशाखा नक्षत्र आते हैं। 

2. किस राशि में बृहस्पति नीच के होते हैं जबकि मंगल उच्च के होते हैं?

मकर राशि में गुरु ग्रह नीच अवस्था में होते है और मंगल उच्च अवस्था में होते हैं।

3. भावनाओं को कौन सा ग्रह नियंत्रित करता है?

चंद्रमा मन और भावनाओं के कारक ग्रह हैं।