संकटों से घिरे हैं तो उत्पन्ना एकादशी पर जरूर कर लें ये उपाय, पहले जान लें शुभ मुहूर्त व तिथि!
सनातन धर्म में प्रत्येक एकादशी का अपना विशेष महत्व है। पूरे साल में कुल 24 एकादशी की तिथियां पड़ती हैं। हर एकादशी की तिथि भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होती है। इसी क्रम में अगहन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी तिथि सारी एकादशी तिथियों में बेहद ख़ास होती है। पौराणिक मान्यता है कि इस एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने से साधक के जीवन से सभी दुख दूर हो जाते हैं और सभी पापों का नाश होता है। इसके अलावा, मोक्ष प्राप्ति के लिए भी ये एकादशी बहुत अधिक लाभकारी मानी जाती है। .
तो आइए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम जानते हैं साल 2024 में उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, किस दिन कौन से उपाय करने चाहिए व इस दिन पढ़ी जाने वाली कथा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, अगहन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है और इस साल यह व्रत 26 नवंबर 2024, मंगलवार के दिन किया जाएगा।
एकादशी तिथि प्रारम्भ: नवम्बर 26, 2024 की मध्यरात्रि 01 बजकर 04 मिनट से
सनातन धर्म में उत्पन्ना एकादशी के व्रत को बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। उत्पन्ना एकादशी को ‘व्रतों की जननी’ भी कहा जाता है। इस व्रत के पीछे मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत करता है, उसे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसे करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन के कष्टों का निवारण होता है। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति का मन और शरीर दोनों शुद्ध होते हैं और वह आध्यात्मिक उन्नति की ओर आगे बढ़ता है।
उत्पन्ना एकादशी का व्रत व्यक्ति को पवित्रता और साधना का मार्ग दिखाता है। इस दिन साधक उपवास रखते हैं, भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करते हैं, जिससे आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है।
उत्पन्ना एकादशी की पूजा विधि
उत्पन्ना एकादशी की पूजा विधि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधिपूर्वक करने से सभी पापों का नाश होता है और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं, इस दिन की जाने वाली पूजा विधि के बारे में।
उत्पन्ना एकादशी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। इसके बाद घर को स्वच्छ करें और पूजा स्थान को पवित्र करें।
फिर व्रत का संकल्प लें, भगवान विष्णु के समक्ष बैठकर ध्यान करें।
भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, पीले फूल, तुलसी के पत्ते, धूप, दीप, अगरबत्ती, अक्षत (चावल), फल, मिठाई, पंचामृत, जल, और नैवेद्य चढ़ाएं।
जल, रोली, चंदन और अक्षत चढ़ाकर भगवान का अभिषेक करें।
तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु को अर्पित करें, क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय हैं।
दीपक और धूप जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करें।
भगवान विष्णु की आरती करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
यदि आप व्रत रख रहे हैं तो पूरे दिन उपवास रखें। फलाहार कर सकते हैं लेकिन अनाज और तामसिक भोजन से परहेज करें।
रात्रि में भगवान विष्णु के भजन-कीर्तन करें और उनकी कहानियां सुनें।
द्वादशी के दिन सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा कर व्रत पारण करें।
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उत्पन्ना एकादशी की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में, एक अत्यंत शक्तिशाली और क्रूर राक्षस था, जिसका नाम मुर हुआ करता था, जिसने देवलोक और पृथ्वीलोक दोनों में आतंक मचाया था। मुर इतना शक्तिशाली था कि उसे पराजित करना देवताओं के लिए भी असंभव हो गया था। उसके अत्याचारों से देवता त्रस्त होकर थे और उन्हें उस राक्षस से छुटकारा पाने के लिए भगवान विष्णु की शरण ली और उनसे सहायता की प्रार्थना की। भगवान विष्णु ने मुर का अंत करने का वचन दिया और उससे युद्ध करने के लिए तैयार हो गए।
भगवान विष्णु और मुर के बीच एक भयंकर युद्ध हुआ, जो कई दिनों तक चला। मुर को पराजित करना आसान नहीं था। युद्ध के दौरान भगवान विष्णु थक गए और बद्रिकाश्रम में एक गुफा के भीतर विश्राम करने चले गए। मुर ने सोचा कि यह सही अवसर है और उसने भगवान विष्णु पर अचानक हमला करने की योजना बनाई।
जब मुर ने भगवान विष्णु पर वार करना चाहा, तभी भगवान विष्णु की शक्ति से एक अद्भुत देवी प्रकट हुईं। देवी ने मुर के आक्रमण को विफल कर दिया और तुरंत उसका वध कर दिया। देवी का नाम उत्पन्ना देवी रखा गया, क्योंकि वे भगवान विष्णु की शक्ति से उत्पन्न हुई थीं। इस घटना के बाद भगवान विष्णु जागे और देवी की वीरता को देखकर अत्यंत प्रसन्न हुए। उन्होंने देवी उत्पन्ना को वरदान दिया कि उनकी पूजा उत्पन्ना एकादशी के दिन की जाएगी और जो भी इस दिन व्रत करेगा, उसे सभी पापों से मुक्ति मिलेगी और वह मोक्ष प्राप्त करेगा।
उत्पन्ना एकादशी के दिन किए गए उपाय विशेष फलदायी माने जाते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से जीवन के कष्टों का निवारण होता है। आइए जानते हैं, इस दिन किए जाने वाले कुछ शानदार उपाय।
तुलसी का पूजन करें
भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसलिए उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी के पौधे का पूजन करें, घी का दीपक जलाएं और उसके पत्ते भगवान विष्णु को अर्पित करें। इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
पीले वस्त्र धारण करें
इस दिन पीले वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय रंग है। ऐसा करने से आर्थिक जीवन में स्थिरता प्राप्त होती है और सुख-समृद्धि का वास होता है।
घी का दीपक जलाएं
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और घर से दरिद्रता दूर जाती है।
उत्पन्ना एकादशी के दिन शंख बजाएं
उत्पन्ना एकादशी के दिन शंख बजाना अत्यंत शुभ माना जाता है। शंख की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और घर में सुख-शांति लाती है।
भगवान विष्णु के मंत्र का जाप
इस दिन “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। यह उपाय मानसिक शांति बहुत अधिक लाभकारी होता है।
दान-पुण्य करें
एकादशी के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करें। इससे जीवन में समृद्धि और पुण्य की प्राप्ति होती है।
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व्रत का पालन करें
इस दिन व्रत रखना विशेष लाभकारी होता है। यदि संभव हो, तो पूरे दिन निराहार व्रत रखें, अन्यथा फलाहार कर सकते हैं। इससे शारीरिक और मानसिक शुद्धि होती है।
जल में तिल मिलाकर स्नान
उत्पन्ना एकादशी के दिन स्नान के जल में तिल डालकर स्नान करें। यह उपाय आपके सभी पापों के नाश करती है और पुण्य की प्राप्ति करवाती है।
भगवान विष्णु की कथा सुनें
इस दिन भगवान विष्णु की कथा अवश्य सुननी और पढ़नी चाहिए। माना जाता है कि इसके बिना व्रत अधूरा होता है। इस दिन कथा सुनने से भक्तों को भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1- उत्पन्ना एकादशी व्रत में क्या खाना चाहिए?
शकरकंद, कुट्टू, आलू, साबूदाना, नारियल, काली मिर्च, सेंधा नमक, दूध, बादाम, अदरक, चीनी आदि पदार्थ खाने में शामिल कर सकते हैं।
2- उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब करना चाहिए?
उत्पन्ना एकादशी का व्रत हर साल मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। इस उत्पन्ना एकादशी का व्रत 26 नवंबर 2024 को रखा जाएगा।
3- उत्पन्ना एकादशी का मतलब क्या होता है?
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी व्रत मनाने की अनूठी परम्परा है। इसी दिन एकादशी माता की उत्पत्ति हुई थी।
4- एकादशी का व्रत क्या खाकर तोड़ना चाहिए?
विशेष रूप से ध्यान रखें कि व्रत का पारण अन्न खाकर नहीं करना चाहिए। इसके बाद आप अन्य चीजें जैसे मेवे या फल आदि खा सकते हैं।
वृश्चिक राशि में बुध ने चली वक्री चाल, अब इन राशियों का होगा बुरा हाल!
ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि का कारक माना गया है। बुध सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रहों में से एक हैं। अब बुध 26 नवंबर 2024 की सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर वृश्चिक राशि में वक्री होने जा रहे हैं। बुध के वक्री होने के दौरान प्रीति योग बन रहा है। यह योग 25 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगा और 26 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर खत्म होगा।
आज इस खास ब्लॉग के ज़रिए हम जानेंगे कि वृश्चिक राशि में वक्री होने पर बुध किन राशियों को सकारात्मक परिणाम देंगे और किन राशियों के जातकों को अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही बुध के ज्योतिषीय उपायों के बारे में भी जानेंगे।
बुध वृश्चिक राशि में 26 नवंबर 2024 की सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर वक्री होने जा रहे हैं।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार प्रीति योग एक शुभ संयोग है जो व्यक्ति के जीवन में प्रेम, स्नेह और सद्भाव को बढ़ाता है। कुल योगों में प्रीति योग दूसरे स्थान पर आता है। इस योग के प्रभाव से संपत्ति और सुखी वैवाहिक जीवन की प्राप्ति होती है। जातक को समाज में सम्मान मिलता है और उसका संचार कौशल भी बेहतर होता है।
प्रीति योग के स्वामी भगवान विष्णु हैं और इस योग को अत्यंत शुभ एवं मंगलकारी माना जाता है। बुध इस योग के स्वामी ग्रह हैं।
बुध ग्रह को ग्रहों के राजकुमार का दर्जा प्राप्त है। इस ग्रह का प्रभाव मनुष्य के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर पड़ता है। बुध सूर्य के सबसे नज़दीक स्थित ग्रह है। इसका मिथुन एवं कन्या राशि पर आधिपत्य है। बुध को बुद्धि एवं वाणी का कारक माना गया है। कुंडली में अशुभ स्थान में बैठने पर बुध के कारण व्यक्ति को कान, तंत्रिका तंत्र और फेफड़ों से संबंधित बीमारियां होने का खतरा रहता है।
वहीं दूसरी ओर, जब बुध अपनी राशि मिथुन या कन्या में विराजमान होते हैं, तो व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम एवं सफलता मिलती है।
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बुध के वक्री होने का वृश्चिक राशि पर प्रभाव
वृश्चिक राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव स्वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके लग्न भाव में वक्री होने जा रहे हैं। आपको अपने कार्यों को पूर्ण करने में कभी-कभी समस्याओं एवं अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, अंत में आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलने की संभावना अधिक है। करियर के क्षेत्र में आप अपनी नौकरी को लेकर असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं। आपके मन में नौकरी बदलने का विचार आ सकता है।
व्यापारियों को बुध के वक्री होने पर मनचाहा मुनाफा कमाने का मौका नहीं मिल पाएगा। बहुत सोच-समझकर चलने के बावजूद भी आपको अपने व्यवसाय में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। यह समय व्यापारियों के लिए अनुकूल नहीं है।
आपकी आय के मार्ग में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसकी वजह से आपकी आमदनी में गिरावट आने की आशंका है। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है। वैवाहिक जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी समझ थोड़ी कम रहने वाली है। इसकी वजह से आपके रिश्ते में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। आपको मैच्योर होकर व्यवहार करने की आवश्यकता है, तभी आपके रिश्ते में सुख-शांति बनी रह पाएगी।
बुध के वक्री होने पर आपको अचानक से सिरदर्द और कपकपी की शिकायत हो सकती है। इस वजह से आपको परेशानी होने के आसार हैं। आप रोज़ “ॐ हनुमते नमः” का 11 बार जाप करें।
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बुध ग्रह कौन है
ज्योतिषशास्त्र में बुध ग्रह को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह ग्रह हमारी संचार क्षमता को प्रभावित करता है और संदेशवाहक के रूप में कार्य करता है। बुध को ग्रहों का राजकुमार भी कहा जाता है। बुध की स्थिति पर ही निर्भर करता है कि कोई व्यक्ति अपने विचारों को किस तरह से व्यक्त करता है। यह एक द्वैतवादी ग्रह है और सूर्य के काफी नज़दीक स्थित है।
इसकी कक्षा सूर्य और पृथ्वी के बीच में स्थित है। सूर्य का एक चक्कर लगाने में बुध को 88 दिन लगते हैं जबकि पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर 365 दिनों में पूरा करती है।
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बुध की पौराणिक कथा
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार बुध की चंद्रमा के साथ शत्रुता है जबकि यह सत्य नहीं है। चंद्रमा बुध के साथ शत्रु संबंध नहीं रखता है लेकिन बुध चंद्रमा को अपना शत्रु मानता है। बुध अन्य सभी ग्रहों में श्रेष्ठ है क्योंकि यह जातक को बुद्धि प्रदान करता है। ज्योतिष में इसे भगवान विष्णु का अवतार भी माना गया है। बुध के शुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और उसे संतान की प्राप्ति होती है। बुध एक राशि में लगभग एक माह तक रहते हैं और इसके बाद राशि परिवर्तन कर लेते हैं।
पश्चिमी ज्योतषि में बुध को थॉथ या हर्मीस के नाम से जाना जाता था। मान्यता है कि बुध बृहस्पति और एटलस की पुत्री मैया के पुत्र हैं। सूर्य के सबसे निकट होने के कारण इनकी अपोलो के साथ मित्रता है।
बुध का प्रभाव छाती, तंत्रिका तंत्र, त्वचा, नाक, पित्ताशय, नाक, नाभि, जीभ, फेफड़ों, चेहरे, हाथ और बालों पर होता है। बुध के अशुभ स्थान में होने पर या किसी पाप ग्रह से पीड़ित होने पर व्यक्ति को छाती और मांसपेशियों से जुड़ी कोई बीमारी होने की आशंका रहती है। इन्हें टाइफाइड, पागलपन, लकवा, अल्सर, हैजा या चक्कर आने की शिकायत भी हो सकती है।
जिन लोगों का जन्म बुध के प्रबल प्रभाव में होता है, वे लंबे और सुगठित शरीर वाले होते हैं। ये ज्यादातर मोटापे से ग्रस्त रहते हैं और इनकी लंबाई औसत होती है। इनके हाथ लंबे और पतले होते हैं। इनकी आंखे भावपूर्ण और बाल काले एवं भौहों पर अधिक बाल होते हैं। इनकी आवाज़ पतली और तीक्ष्ण होती है। ये तेजी से चलते हैं और अपनी उम्र से कम यानी युवा दिखाई पड़ते हैं।
वस्त्रों से कैसे करें बुध को शांत
सौरमंडल का प्रत्येक ग्रह एक खास रंग से जुड़ा है और किसी ग्रह को प्रसन्न करने के लिए उससे संबंधित रंग का अधिक उपयोग किए जाने का बहुत महत्व है। बुध को प्रसन्न करने के लिए आप हरे रंग के कपड़े अधिक पहनें। आप अपने जीवन में हरे रंग के सभी शेड्स का अधिक से अधिक उपयोग करें।
इसके अलावा बुध को खुश करने के लिए अपनी मौसी, बुआ और बहन का सम्मान करें एवं बेटी और छोटी कन्याओं की देखभाल करें। अपनी बहन को उपहार देने से भी बुध मज़बूत होता है।
बुध शांति के लिए किससे प्रार्थना करनी चाहिए
हर ग्रह के एक विशिष्ट देवता हैं जिनकी उपासना करने से उस ग्रह के अशुभ प्रभावों को शांत किया जा सकता है। बुध ग्रह को खुश करने के लिए भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। आप श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करके विष्णु जी की पूजा करें। आप बुद्ध अवतार की पूजा भी कर सकते हैं।
बुध के लिए किस दिन उपवास रखें
वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह के लिए सप्ताह का एक दिन निर्धारित किया गया है। इसी दिन इनकी पूजा एवं व्रत का विधान है। ग्रहों को खुश करने के लिए आप उन्हें समर्पित दिन पर उपवास एवं पूजन कर सकते हैं।
बुध ग्रह को सप्ताह में बुधवार का दिन समर्पित है। इस दिन व्रत रखने से बुध ग्रह प्रसन्न होते हैं। बुधवार को बुध ग्रह की पूजा करने का विशेष महत्व है।
बुध वृश्चिक राशि में वक्री – राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. बुध किस तिथि पर वक्री हो रहे हैं?
उत्तर. बुध 26 नवंबर को वक्री अवस्था में आएंगे।
प्रश्न 2. बुध किस राशि में वक्री हो रहे हैं?
उत्तर. बुध वृश्चिक राशि में वक्री होंगे।
प्रश्न 3. बुध का किन राशियों पर आधिपत्य है?
उत्तर. बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं।
प्रश्न 4. बुध को खुश करने का क्या उपाय है?
उत्तर. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
इस सप्ताह होंगे ग्रहों के राजकुमार अस्त और वक्री, इन राशियों पर टूटेगा मुसीबत का पहाड़!
एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको नवंबर के अंतिम सप्ताह से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। ऐसे में, आपके मन में आने वाले सप्ताह को लेकर कई सवाल उठ रहे होंगे कि यह अवधि किस तरह के परिणाम लेकर आएगी? व्यापार में मिलेगी तरक्की या धीमी रहेगी रफ़्तार? स्वास्थ्य में आएंगे उतार-चढ़ाव या फिर रहेंगे फिट? क्या आपके प्रेम जीवन में बढ़ेगा प्रेम या होंगे मतभेद? शादीशुदा जीवन बनेगा ख़ुशहाल या तनाव की रहेगी भरमार? इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे साप्ताहिक राशिफल के इस ख़ास ब्लॉग में मिलेंगे। तो आइए जानते हैं कैसा रहेगा यह सप्ताह आपकी राशि के लिए।
साप्ताहिक राशिफल का यह ब्लॉग हमारे अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों एवं नक्षत्रों की स्थिति की गणना करके तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आपको न सिर्फ नवंबर के इस सप्ताह (25 नवंबर से 01 दिसंबर, 2024) की जानकारी मिलेगी, बल्कि इस दौरान होने वाले ग्रहों के गोचर, व्रत एवं त्योहारों की तिथियों से भी हम आपको अवगत करवाएंगे। साथ ही, कौन से हैं वह मशहूर सितारें जिनका जन्मदिन इस हफ्ते में आता है, इससे भी आपको रूबरू करवाएंगे। तो चलिए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की।
इस सप्ताह का ज्योतिषीय तथ्य और हिंदू कैलेंडर की गणना
नवंबर के इस अंतिम सप्ताह की शुरुआत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के अंतर्गत कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि यानी कि 25 नवंबर 2024 को होगी जबकि इसका समापन ज्येष्ठा नक्षत्र के तहत शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि अर्थात 01 दिसंबर 2024, रविवार के दिन होगा। बता दें कि नवंबर साल का ग्यारहवां महीना होता है और इस सप्ताह की समाप्ति के साथ ही हम साल के अंत की तरफ एक कदम और बढ़ा देंगे। इस दौरान होने वाले ग्रह गोचर का प्रभाव राशियों पर भी दिखाई देगा, हम इसके बारे में भी बात करेंगे। लेकिन, सबसे पहले नज़र डालते हैं इस हफ़्ते में आने वाले व्रत-त्योहारों पर।
इस सप्ताह में पड़ने वाले व्रत और त्योहार
आजकल की व्यस्त ज़िन्दगी में लोग अक्सर महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार की तिथियां भूल जाते हैं और ऐसे में, आपके साथ ऐसा न हो इसलिए हम इस ब्लॉग में आपको 25 नवंबर से 01 दिसंबर में पड़ने वाले व्रत-पर्वों की तिथियां प्रदान करने जा रहे हैं। तो चलिए जान लेते हैं 25 नवंबर से 01 दिसंबर के बीच कौन-कौन से व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं।
उत्पन्ना एकादशी (26 नवंबर 2024, मंगलवार): साल भर में आने वाली 24 एकादशी तिथियों में से एक है उत्पन्ना एकादशी। कहते हैं कि इस दिन एकादशी माता ने जन्म लिया था इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना गया।
प्रदोष व्रत (कृष्ण) (28 नवंबर 2024, गुरुवार): प्रदोष व्रत में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा का विधान है और यह व्रत हर माह में दो बार आता है।
मासिक शिवरात्रि (29 नवंबर 2024,शुक्रवार): मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और इस व्रत में शिव जी की पूजा-अर्चना की जाती है।
मार्गशीर्ष अमावस्या (01 दिसंबर 2024, रविवार): मार्गशीर्ष माह में आने वाले अमावस्या को मार्गशीर्ष अमावस्या के नाम से जाना जाता है और इस दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा को शुभ माना जाता है।
हम आशा करते हैं कि यह व्रत-त्योहार आपके जीवन में खुशियाँ और आशा की नई किरण लेकर आयेंगे।
इस सप्ताह (25 नवंबर से 01 दिसंबर, 2024) पड़ने वाले ग्रहण और गोचर
वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन और ग्रहण को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इनका सीधा असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। ऐसे में, हम आपको बताने जा रहे हैं कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में कौन-कौन से ग्रहों के गोचर होने जा रहे हैं और इनका आपके जीवन पर कैसा असर होगा। बता दें कि इस सप्ताह में किसी ग्रह का गोचर नहीं होने वाला है, केवल एक महत्वपूर्ण ग्रह अपनी स्थिति में दो बार बदलाव करेगा। बात करें ग्रहण की, तो इस सप्ताह में कोई भी ग्रहण नहीं लगने जा रहा है।
बुध वृश्चिक राशि में वक्री (26 नवंबर 2024): ग्रहों के राजकुमार के नाम से विख्यात बुध महाराज 26 नवंबर 2024 की सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर वृश्चिक राशि में वक्री होने जा रहे हैं।
बुध वृश्चिक राशि में अस्त (30 नवंबर 2024): बुद्धि, वाणी एवं तर्क के कारक ग्रह बुध देव वृश्चिक राशि में 30 नवंबर 2024 की रात 08 बजकर 19 मिनट पर अस्त हो जाएंगे।
इस सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाश
ग्रहण एवं गोचर के बाद अब हम आपको रूबरू करवाते हैं नवंबर के अंतिम सप्ताह में पड़ने वाले बैंक अवकाशों से।
बात करें विवाह मुहूर्त की, तो नवंबर के इस सप्ताह में विवाह के लिए कुल 3 मुहूर्त उपलब्ध हैं और इन तिथियों पर आप विवाह बंधन में बंधने के लिए विचार कर सकते हैं। आइए नज़र डालते हैं विवाह के इन शुभ मुहूर्तों पर।
तारीख़ एवं दिन
मुहूर्त
नक्षत्र
तिथि
25 नवंबर 2024, सोमवार
मध्यरात्रि 01 बजकर 01 मिनट से 26 नवंबर की सुबह 06 बजकर 53 मिनट तक
हस्त
एकादशी
26 नवंबर 2024, मंगलवार
सुबह 06 बजकर 53 मिनट से 27 नवंबर की सुबह 04 बजकर 35 मिनट तक
हस्त
एकादशी
28 नवंबर 2024, गुरुवार
सुबह 07 बजकर 36 मिनट से 26 नवंबर की सुबह 06 बजकर 55 मिनट तक
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साप्ताहिक राशिफल 25 नवंबर से 01 दिसंबर, 2024
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यदि आप अभी तक सिंगल हैं और सच्चे प्रेमी की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो, इस सप्ताह आपको अपने…..(विस्तार से पढ़ें)
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
नवंबर में बुध कब अस्त होंगे?
बुध देव वृश्चिक राशि में 30 नवंबर 2024 को अस्त हो जाएंगे।
क्या 30 नवंबर को बैंक हॉलिडे हैं?
नहीं, इस दिन कोई बैंक अवकाश नहीं है।
नवंबर में मासिक शिवरात्रि कब है?
मासिक शिवरात्रि 29 नवंबर 2024, शुक्रवार को है।
अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 24 नवंबर से 30 नवंबर, 2024
कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा।
इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।
अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (24 नवंबर से 30 नवंबर, 2024)
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
मूलांक 1
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 1 के जातक व्यवस्थित होते हैं। यह अपने काम को पेशेवर तरीके से करते हैं जो इन्हें जीवन में सफलता पाने में सहायता करता है। हालांकि, इन जातकों को इस सप्ताह महत्वपूर्ण फैसले लेने से बचना होगा क्योंकि आपको ज्यादा अच्छे परिणाम नहीं मिलने का अनुमान है। साथ ही, आपका आत्मविश्वास कमज़ोर रह सकता है।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें, तो यह सप्ताह पार्टनर के साथ सुगमता से आगे बढ़ेगा और ऐसे में, आपसी तालमेल और संचार कौशल ज्यादा अच्छा रहेगा जिससे आपके चेहरे पर मुस्कान आ सकती है।
शिक्षा: इस सप्ताह मूलांक 1 के जातक पढ़ाई में प्रगति हासिल करने के लिए सकारात्मक कदम उठाएंगे जो आपके लिए फलदायी साबित होंगे।
पेशेवर जीवन: इस मूलांक के जातक नौकरी में अपने काम में उत्कृष्टता हासिल करेंगे। अगर आप पब्लिक सेक्टर में जॉब करते हैं, तो आपके लिए यह दौर सुनहरा रहेगा। वहीं, जिनका खुद का व्यापार है, उन्हें आउटसोर्सिंग डील के माध्यम से लाभ की प्राप्ति होगी।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें तो, नियमित रूप से व्यायाम करने से आप फिट बने रहेंगे और ऐसे में, आप अच्छी सेहत का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
उपाय: रविवार को सूर्य देव को अर्घ्य दें।
मूलांक 2
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 2 के जातकों को इस सप्ताह सकारात्मक परिणाम पाने के लिए योजना बनाकर चलने की आवश्यकता होगी। ऐसे में, आपके लिए बेहतर रहेगा कि इस दौरान आप दोस्तों से दूरी बनाकर रखें, अन्यथा आपको उनके कारण समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह मूलांक 2 वालों की अपने साथी के साथ बहस होने की आशंका है जिससे आपको बचने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में इस मूलांक के छात्रों को मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि आपका ध्यान पढ़ाई से भटक सकता है।
पेशेवर जीवन: अगर आप नौकरी करते हैं, तो आपको कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, जिन लोगों का खुद का व्यापार है, उन्हें प्रतिद्वंदियों की वजह से हानि उठानी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज़ से, यह सप्ताह नाज़ुक रह सकता है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा क्योंकि आशंका है कि इस हफ़्ते आपको सर्दी-खांसी से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 3 के तहत पैदा होने वाले जातक सामान्य रूप से खुले विचारों के होते हैं और इनकी रुचि अध्यात्म में होती है। हालांकि, यह लोग अपने जीवन में रिश्तों को विशेष महत्व देते हैं और उन्हें मज़बूत बनाने में विश्वास करते हैं।
प्रेम जीवन: आपकेप्रेम जीवन के लिए यह सप्ताह अनुकूल रहेगा और आपका रिश्ता साथी के साथ प्रेम एवं सौहार्द से पूर्ण रहेगा जो कि आप दोनों के बीच मौजूद आपसे तालमेल का परिणाम होगा।
शिक्षा: शिक्षा की दृष्टि से, मूलांक 3 के जातकों के लिए यह सप्ताह शानदार रहेगा क्योंकि इस दौरान आपको अच्छी सफलता मिलने के साथ-साथ अच्छे अंकों की प्राप्ति होगी।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस मूलांक के नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने की संभावना। है। जो जातक व्यापार करते हैं, उनके एक सफल बिज़नेसमैन बनने के योग बनेंगे और व्यापार का पूरा नियंत्रण आपके हाथ में रहेगा।
स्वास्थ्य: मूलांक 3 के जातक इस सप्ताह ऊर्जा और उत्साह से भरे रहेंगे। ऐसे में, आप सकारात्मक बने रहेंगे।
उपाय: गुरुवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन का दान करें।
मूलांक 4
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 4 के अंतर्गत पैदा होने वाले जातक स्वभाव से दृढ़ निश्चयी रहेंगे और ऐसे में, आपके द्वारा किया गया काम लोगों को हैरान कर सकता है।
प्रेम जीवन: मूलांक 4 वालों के रिश्ते में प्रेम में वृद्धि होगी और ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा। साथ ही, पार्टनर के साथ आपसी समझ भी पहले से बेहतर होगी।
शिक्षा: इस मूलांक वाले पेशेवर कोर्स जैसे कि ग्राफ़िक्स और वेब डेवलपमेंट आदि में विशेषज्ञता हासिल करेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो यह सप्ताह मूलांक 4 के जातकों के लिए नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता हैं जिससे आप ख़ुश दिखाई दे सकते हैं। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह नए व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं।
स्वास्थ्य: मूलांक 4 के जातक इस सप्ताह अपनी सेहत को लेकर बेहद सजग रहेंगे और ऐसे में, आप ऊर्जावान रहेंगे जिसके चलते आप फिट दिखाई देंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ राहवे नमः” का 41 बार जाप करें।
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मूलांक 5
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 5 के जातक बेहद बुद्धिमान होते हैं और वह अपने हर काम में तर्क ढूंढ ही लेते हैं।
प्रेम जीवन: अगर हम बात करें आपके प्रेम जीवन की, तो इस अवधि में आप दोनों के बीच आपसी समझ काफ़ी मज़बूत होगी।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 5 के छात्र पढ़ाई में अपनी योग्यताओं और क्षमताओं का प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आप तरक्की हासिल करेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस सप्ताह आप कार्यक्षेत्र में अपनी चमक बिखेरने में सक्षम होंगे और ऐसे में, काम में आपका प्रदर्शन भी शानदार रहेगा। साथ ही, आप अपनी स्किल्स को भी साबित कर सकेंगे। जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें अच्छे लाभ की प्राप्ति हो सकती है।
स्वास्थ्य: मूलांक 5 वाले इस अवधि में उत्साह से भरे रहेंगे और साथ ही, आप दृढ़ रहेंगे। ऐसे में, आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और आप एकदम फिट रहेंगे।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 6 के जातकों की रुचि रचनात्मक कार्यों में होती हैं और वह इसमें महारत भी हासिल करते हैं। हालांकि, यह लोग बेहद दयालु स्वभाव के होते हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन के लिहाज़ से, यह जातक पार्टनर के साथ रिश्ते को मधुर बनाए रखेंगे और ऐसे में, आप संतुष्ट दिखाई देंगे। आप दोनों के बीच आकर्षण बना रहेगा।
शिक्षा: मूलांक 6 के छात्रों का प्रदर्शन इस सप्ताह शिक्षा में शानदार रहेगा, विशेष रूप से विज़ुअल कम्युनिकेशन, सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन और टेस्टिंग टूल्स जैसे विषयों में आप अपनी चमक बिखेरते हुए दिखाई देंगे।
पेशेवर जीवन: इस मूलांक के जो जातक नौकरी करते हैं, वह कार्यस्थल में कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर अच्छा नाम कमाएंगे। जिन लोगों का खुद का व्यापार है, वह एक सफल व्यापारी के रूप में उभरेंगे और लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। साथ ही, आप ऊर्जा से भरे रहेंगे जिसके चलते आप तंदुरुस्त रहेंगे।
उपाय: शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
मूलांक 7
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 7 वाले जातक सर्वगुण संपन्न होते हैं और यह अपने इन गुणों का इस्तेमाल जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में करते हुए दिखाई देते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह के दौरान आप पार्टनर के साथ रिश्ते का आनंद लेने में नाकाम रह सकते हैं और इसकी वजह आपके परिवार में चल रहे विवाद हो सकते हैं जिनका असर आपके रिश्ते पर पड़ सकता है।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें, तो यह सप्ताह उन छात्रों के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है जिनका संबंध गूढ़ विज्ञानं, फिलॉसॉफी और सोशियोलॉजी आदि से है। इस दौरान मन लगाकर पढ़ाई करना और अच्छे अंक हासिल करना आपको मुश्किल लग सकता है।
पेशेवर जीवन: मूलांक 7 के जातक नई-नई चीज़ें सीखेंगे और अपने बेहतरीन काम के बल पर सराहना प्राप्त करेंगे। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उन्हें इस अवधि में हानि का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको किसी एलर्जी की वजह से त्वचा में जलन हो सकती है और साथ ही, पाचन से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। ऐसे में, आपके लिए समय पर भोजन करना जरूरी होगा क्योंकि तब ही आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी।
उपाय: मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 8 के जातकों से इस सप्ताह कोई कीमती या महंगी वस्तु गुम हो सकती है जो कि आपके लिए चिंता का विषय बन सकती है।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह के दौरान आप घर-परिवार में चल रहे संपत्ति विवादों की वजह से तनाव में नज़र आ सकते हैं।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 8 के छात्रों को पढ़ाई में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आपको टॉप पर पहुँचने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी।
पेशेवर जीवन: मूलांक 8 केनौकरीपेशा जातकों को काम में की गई मेहनत के लिए सराहना न मिलने की आशंका है और ऐसे में, आप निराश नज़र आ सकते है। वहीं, इस मूलांक के व्यापार करने वाले जातक बिज़नेस चलाने में नाकाम रह सकते हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें, तो मूलांक 8 वालों को तनाव की वजह से पैरों और जोड़ों में दर्द रह सकता है जो आप पर हावी हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ वायुपुत्राय नमः” का 11 बार जाप करें।
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 9 के तहत जन्म लेने वाले लोग साहस से भरे होते हैं और यह अपने काम को व्यवस्थित तरीके से करना पसंद करते हैं। ऐसे जातक अपने जीवन में कठिन लक्ष्यों को भी दृढ़ता के बल पर आसानी से पूरा कर लेते हैं।
प्रेम जीवन: प्रेम जीवन को देखें, तो इन लोगों का रवैया पार्टनर के प्रति ईमानदार रहेगा और ऐसे में, आप रिश्ते में उच्च मूल्य स्थापित करने में सक्षम होंगे।
शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग आदि विषयों की पढ़ाई करने वाले जातक पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति दृढ़ रहेंगे।
पेशेवर जीवन: पेशेवर जीवन की बात करें, तो आप कार्यक्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने की स्थिति में होंगे। अगर आप व्यापार करते हैं, तो आपके पास पर्याप्त मात्रा में लाभ कमाने के कई अवसर होंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य को देखें तो, इस सप्ताह इन लोगों की सेहत मज़बूत बनी रहेगी जो कि आपके भीतर के उत्साह का परिणाम होगी।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. भाग्यांक कैसे निकालते हैं?
भाग्यांक निकालने के लिए व्यक्ति की जन्म तिथि, माह और वर्ष का जोड़ किया जाता है और जो अंक आता है वह भाग्यांक होता है।
2. 7 अंक वालों का व्यक्तित्व कैसा होता है?
अंक 7 के जातक स्वभाव से दार्शनिक और चिंतक प्रवृत्ति के होते हैं।
3. किस अंक से हनुमान जी प्रसन्न रहते हैं?
अंक ज्योतिष में अंक 9 से भगवान हनुमान मेहरबान रहते हैं।
टैरो साप्ताहिक राशिफल (24 नवंबर से 30 नवंबर, 2024): इस सप्ताह जानें किन राशियों की चमकेगी किस्मत!
टैरो साप्ताहिक राशिफल 24 नवंबर से 30 नवंबर 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुंचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं।
नवंबर 2024 का यह सप्ताह यानी कि टैरो साप्ताहिक राशिफल 24 नवंबर से 30 नवंबर 2024 अपने साथ क्या कुछ लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा।
लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। तो आइए अब इस साप्ताहिक राशिफल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि नवंबर का यह आखिरी सप्ताह यानी कि 24 नवंबर से 30 नवंबर 2024 तक का समय सभी 12 राशियों के लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?
टैरो साप्ताहिक राशिफल 24 नवंबर से 30 नवंबर 2024: राशि अनुसार राशिफल
मेष राशि
प्रेम जीवन: द हर्मिट
आर्थिक जीवन: द वर्ल्ड
करियर: किंग ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: सिक्स ऑफ वैंड्स
द हर्मिट कार्ड आपको किसी भी रिश्ते की शुरुआत करने से पहले अपने आप को जानने, समझने और रिश्ते में आप क्या चाहते हैं, यह जानने के लिए प्रेरित कर रहा है। आपको खुद को प्राथमिकता देनी चाहिए और इसके बाद ही किसी रिश्ते को शुरू करने के बारे में सोचना चाहिए।
द वर्ल्ड कार्ड बताता है कि इस पूरे सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी और स्थिर रहने वाली है। मेष राशि के जातकों के लिए द वर्ल्ड कार्ड कहता है कि इस आर्थिक संपन्नता को पाने के लिए आपने कड़ी मेहनत की है और अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी है। अब आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा।
किंग ऑफ वैंड्स कार्ड के अनुसार यह सप्ताह आपके करियर के लिए अच्छा साबित होगा। करियर के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए आपको कई बेहतरीन अवसर प्राप्त होने की उम्मीद है। कार्यक्षेत्र में आपकी पद-प्रतिष्ठा में भी इज़ाफा देखने को मिलेगा। आपको पता होगा कि आपको अपने करियर में क्या करना है।
सेहत के मामले में सिक्स ऑफ वैंड्स कार्ड बहुत अच्छा साबित होगा। आप स्वस्थ जीवन जिएंगे और इस पूरे सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।
शुभ दिन: मंगलवार
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
वृषभ राशि
प्रेम जीवन: टू ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ कप्स
करियर: फाइव ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: द हीरोफैंट
वृषभ राशि के जातकों के लिए टैरो कार्ड रीडिंग में टू ऑफ वैंड्स कार्ड यह दर्शाता है कि आप इस समय थोड़े बेचैन रह सकते हैं। यह भी मुमकिन है कि आप अपने रिश्ते को लेकर संतुष्ट महसूस न करें। इस कार्ड का एक संकेत यह भी हो सकता है कि आपको इस बात का निर्णय लेना पड़े कि आपको अपने मौजूदा रिश्ते को जारी रखना है या फिर आपको प्रेम की अन्य संभावनाओं पर विचार करना चाहिए।
आर्थिक जीवन में आपको थ्री ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो बताता है कि इस सप्ताह आपको आय के शानदार अवसर मिलने वाले हैं। आप जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, उसमें आपके प्रयास सफल होंगे और इसमें आप दूसरों की मदद भी ले सकते हैं। इस सप्ताह आपको धन को लेकर चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है। आपकी धन से संबंधित सभी समस्याओं का हल हो जाएगा।
करियर के मामले में आपको फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि कार्यक्षेत्र में संघर्ष ओर प्रतिद्वंदिता की ओर संकेत कर रहा है। संभावना है कि आप ऐसे माहौल में काम करते हैं जहां अहंकार और अलग-अलग व्यक्तित्व के बीच मतभेद होने से प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है। आप दूसरों के अहंकार या नकारात्मक ऊर्जा या कार्यों को पीछे छोड़ते हुए लोगों के साथ मिलकर अच्छा काम करने का प्रयास करें।
स्वास्थ्य के संबंध में द हीरोफैंट कार्ड दर्शाता है कि आपको पारंपरिक चिकित्सा से संबंधित उपचार और सलाह का पालन करना चाहिए। नियमित व्यायाम करने और अपने डॉक्टर की सलाह मानने से आप स्वस्थ रह सकते हैं। जिस तरह खेल में जीतने के लिए नियमों का पालन करना होता है, उसी तरह स्वस्थ रहने के लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा।
शुभ दिन: शुक्रवार
मिथुन राशि
प्रेम जीवन: द फूल
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवस्र्ड)
करियर: किंग ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: थ्रीट ऑफ वैंड्स
मिथुन राशि वाले प्यार में आवेगी, अस्थिर और मौज-मस्ती पसंद करने वाले होते हैं।द फूल कार्ड दर्शाता है कि आप प्यार में इतने ज्यादा डूब चुके हैं कि आपके लिए अपने पार्टनर के प्रति अपने जोश को नियंत्रित कर पाना मुश्किल हो रहा है। वहीं दूसरी ओर, यह कार्ड प्रतिबद्धता के मामले में आपकी ओर से अपने पार्टनर को लेकर प्रतिबद्ध न होने या आपके कमिटमेंट के लिए तैयार न होने को भी दर्शा रहा है।
थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड का कहना है कि यदि आपको अपने आर्थिक जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, तो अब स्थिति जल्द ही बेहतर हो जाएगी। आप अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार लाने में सक्षम होंगे। आप पाएंगे कि आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर और अधिक सुरक्षित हो गई है।
करियर के क्षेत्र में आपको किंग ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि आपको पेशेवर या कॉर्पोरेट क्षेत्र में सफल होने के लिए अपने नेतृत्व करने की क्षमता पर महारत हासिल करने की ज़रूरत है।आपमें प्रेरणा, पहल करने और रणनीति बनाने की क्षमता है। इस सप्ताह आपकी सफलता धन से संबंधित फैसलों और पैसों को संभालने की आपकी क्षमता पर निर्भर करती है।
टैरो कार्ड का थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड विकास, विस्तार और सही दिशा की समझ होने का संकेत दे रहा है। इस कार्ड का यह अर्थ भी हो सकता है कि आप आशावादी होकर प्रतीक्षा करें एवं दूसरों को अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलने और अड़चनों को दूर करने के लिए प्रेरित करेंगे।
शुभ दिन: बुधवार
कर्क राशि
प्रेम जीवन: द हाई प्रिस्टेस
आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ कप्स (रिवर्स्ड)
करियर: नाइन ऑफ वैंड्स (रिवर्स्ड)
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ वैंड्स
कर्क राशि के जातकों के लिए द हाई प्रिस्टेस कार्ड दर्शाता है कि आपका अपने पार्टनर के साथ काफी गहरा रिश्ता है और आप दोनों एक-दूसरे से आध्यात्मिक रूप से जुड़े हुए हैं। यह कार्ड प्रेमियों के बीच एक मज़बूत रिश्ते का प्रतीक है जिसका आधार विश्वास है और जिसमें दोनों पार्टनर अपनी भावनओं को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं। एक मज़बूत रिश्ते का निर्माण तब होता है, जब दोनों पार्टनर को लगता है कि सामने वाला उनके महत्व को जानता या समझता है।
आर्थिक जीवन में फाइव ऑफ कप्स इन रिवर्स कार्ड कहता है कि अब आप सुधार करने, खुद को माफ करने और निजी विकास के मार्ग पर हैं। इस कार्ड का यह मतलब भी हो सकता है कि अब आप निराशा से ऊपर उठ रहे हैं और अतीत को भूलने के लिए तैयार हैं।
करियर में नाइन ऑफ वैंड्स इन रिवर्स कार्ड मिला है। यह कार्ड व्यक्तिगत अड़चनों को पार करने, प्रगति करने और अतीत की जिन चीज़ों पर आपको पछतावा है, उन्हें भुलाने की ओर संकेत कर रहा है। यह कार्ड आपको याद दिला रहा है कि आपको अपने अतीत के बजाय वर्तमान पर और आगे मिलने वाले अवसरों पर ध्यान देना चाहिए।
जैसे-जैसे आप अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर आएंगे और नई चीज़ों को ग्रहण करेंगे, थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड आपको प्रगति करने के लिए प्रेरित करेगा। यह कार्ड सेहत के मामले में आपको आत्मविश्वास और लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।
सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अच्छी नहीं रहने वाली है। आपका मन अपराधबोध और पछतावे की भावना से घिरा रह सकता है। यह कार्ड संकेत देता है कि इस समय आप भावनात्मक रूप से काफी कमज़ोर महसूस करने वाले हैं। झूठ, धोखे या कोई रहस्य रखने की वजह से आपके रिश्ते को परेशानियों से गुज़रना पड़ सकता है।
व्हील ऑफ फॉर्च्यून कार्ड बताता है कि अब तक आपकी आर्थिक स्थिति काफी ठीक चल रही थी लेकिन अब इस सप्ताह आपके सामने अप्रत्याशित खर्चें आ सकते हैं। इस कार्ड के अनुसार आपको आर्थिक परेशानियों से राहत मिलेगी और आपके आर्थिक जीवन में स्थिरता आएगी।
आप अपने पेशेवर जीवन में सफल होंगे और इस सप्ताह आप अपने करियर में अधिक उन्नति करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको मान-सम्मान मिलेगा और यह आपके अंदर सकारात्मक रूप से अहंकार को बढ़ाने का काम करेगा। इस सप्ताह आप जहां हैं, वहां से और आगे जाएंगे एवं प्रगति हासिल करेंगे।
सेहत के मामले में द एंप्रेस कार्ड अच्छी खबर लेकर आया है। यह कार्ड कहता है कि इस सप्ताह आपको अपनी सेहत को लेकर बहुत ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आपका अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रहेगा।
शुभ दिन: रविवार
कन्या राशि
प्रेम जीवन: फोर ऑफ कप्स
आर्थिक जीवन: द एंपेरर
करियर: फोर ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स
कन्या राशि के जातकों को प्रेम जीवन में फोर ऑफ कप्स कार्ड मिला है जो दर्शाता है कि इस सप्ताह आपका सारा ध्यान उस चीज़ पर रहने वाला है, जो बीत चुका है। आप अपने हाथ से निकल चुके अवसरों के बारे में बहुत ज्यादा सोच रहे हैं और उदास होकर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। इसकी वजह से आप अपने आसपास के संभावित अवसरों पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं।
आर्थिक जीवन में द एंपेरर कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि इस सप्ताह आपका अपनी वित्तीय स्थिति पर काफी अच्छा नियंत्रण रहने वाला है। आप पैसों की बचत करने में सक्षम होंगे और इस पूरे सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर एवं सुरक्षित रहेगी।
फोर ऑफ वैंड्स कार्ड बताता है कि इस सप्ताह करियर में आप व्यवस्थित रहेंगे और एक कर्मचारी, टीम के सदस्य या बॉस के रूप में सम्मानित और मूल्यवान महसूस करेंगे। इस सप्ताह आप कई उपलब्धियां हासिल करेंगे और सफलता के परचम लहराएंगे।
ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड कहता है कि इस सप्ताह आप खुद पर संदेह करने की वजह से बोझिल महसूस कर सकते हैं। आपको इस सप्ताह डिप्रेशन होने की भी आशंका है। बेहतर होगा कि आप किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जिस पर आप विश्वास करते हों और अपना ध्यान रखें।
शुभ दिन: बुधवार
तुला राशि
प्रेम जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ कप्स
करियर: टेंपरेंस
स्वास्थ्य: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
तुला राशि के जातकों को फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि आपको कोई पसंद आ गया है और आप उनके साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि, वह व्यक्ति आपके अंदर दिलचस्पी नहीं रखता है। अगर आप उनके साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको खुद प्रयास करने होंगे।
इस सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आपने पूर्व में जो निवेश किया है या भविष्य में जो निवेश करने वाले हैं, उससे आपको अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। यह कार्ड एक अच्छा संकेत दे रहा है और इस सप्ताह आपकी वित्तीय स्थिति सकारात्मक एवं बेहतर होगी।
टेंपरेंस कार्ड बताता है कि आप जो चाहते हैं, उसे प्राप्त करने के लिए आपके अंदर पर्याप्त धैर्य और दृढ़ता है इसलिए अपने लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए यह सप्ताह अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में लोग आपकी कड़ी मेहनत और निष्ठा पर ध्यान देंगे एवं आपके उच्च अधिकारी आपका सहयोग करते हुए नज़र आएंगे।
थ्री ऑफ पेंटाकल्स कार्ड एक बहुत ही सकारात्मक कार्ड है। यह दर्शाता है कि इस सप्ताह आपकी सेहत काफी अच्छी रहने वाली है। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो अब आपको उसके लिए सही उपचार मिल पाएगा और आप इस समस्या से उबर पाएंगे।
शुभ दिन: शुक्रवार
वृश्चिक राशि
प्रेम जीवन: ऐस ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स
करियर: फाइव ऑफ कप्स
स्वास्थ्य: फोर ऑफ स्वॉर्ड्स
प्रेम और रिश्तों के मामले में ऐस ऑफ वैंड्स कार्ड एक शुभ संकेत है। सिंगल और अकेले रहने के बाद इस सप्ताह आप एक नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं। यह एक ऐसे रिश्ते की शुरुआत हो सकती है जो काफी लंबा चलेगा और मौज-मस्ती एवं जोश से परिपूर्ण होगा।
वृश्चिक राशि के लोगों को थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जिसका मतलब है कि इस सप्ताह आपको आर्थिक स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस सप्ताह आपके सामने धन के मामले में बड़ी परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। आप अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर चिंतित हो सकते हैं लेकिन अगर आप धन से संबंधित मामलों में समझदारी से निर्णय लेते हैं और फिजूलखर्च से बचते हैं, तो आपकी स्थिति के बेहतर होने की उम्मीद है।
फाइव ऑफ कप्स कार्ड बताता है कि आप इस समय अपने करियर से असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं। आपका करियर जिस मुकाम पर है, उससे आप खुश नहीं हैं। कार्यक्षेत्र में चीज़ें आपके हिसाब से नहीं चल रही हैं। इस समय आपको आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और अच्छे से विचार करने के बाद अपने करियर को एक नई देशा देनी चाहिए।
सेहत के मामले में आपको फोर ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड मिला है जो बताता है कि आपको अब ब्रेक लेने की ज़रूरत है। आप कुछ समय अकेले बिताएं और सोचें कि आपका जीवन किस दिशा में जा रहा है और आप जिंदगी से क्या चाहते हैं। आप जिन भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनका आपकी सेहत पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।
धनु राशि के जातकों की जिंदगी में अतीत एक बार फिर से दस्तक देने वाला है। इस सप्ताह आप अतीत और उससे जुड़ी यादों में लौट सकते हैं। आप पुरानी यादों को याद करेंगे, अपने पार्टनर की तारीफ करेंगे या किसी पुराने साथी से आपकी मुलाकात होने की संभावना है।
आर्थिक जीवन में आपको टेन ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि एक शुभ संकेत दे रहा है। इस कार्ड के अनुसार आपके मार्ग में सकारात्मक चीज़ें आएंगी और आप समृद्ध बनेंगे। आपको इस सप्ताह कोई बड़ा लाभ होने और भौतिक सुख की प्राप्ति होने के भी आसार हैं।
संभावना है कि आप अपने निर्वाह के लिए दो नौकरियों या कई करियर के बीच तालमेल बिठाने और अपने जीवन में स्थिरता लाने के लिए अधिक कोशिश कर रहे हैं। टू ऑफ पेंटाकल्स कार्ड कहता है कि आपको अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए थोड़ा और अधिक प्रयास करना चाहिए।
सेहत में आपको द चैरियट कार्ड मिला है जो किसी बीमारी या चोट लगने के बाद ठीक होने के संकेत दे रहा है। यह एक सकारात्मक कार्ड है और मुश्किल समय के बाद आरोग्यता को दर्शाता है।
शुभ दिन: बृहस्पतिवार
मकर राशि
प्रेम जीवन: फाइव ऑफ वैंड्स
आर्थिक जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स (रिवर्स्ड)
करियर: ऐट ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स
फाइव ऑफ वैंड्स कार्ड बताता है कि इस सप्ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच झगड़ा, किसी बात को लेकर असहमति और समस्याएं आने की आशंका है। आप दोनों के बीच मनमुटाव होने के संकेत हैं और आप दोनों की किसी महत्वपूर्ण मसले को लेकर असहमति हो सकती है। गुस्से, हताशा और हिंसा के कारण आप दोनों के बीच का झगड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है।
मकर राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। संभावना है कि आपने अपना पैसा किसी ऐसी जगह पर निवेश किया है जिसका भुगतान नहीं हो पाया है और इस वजह से आपको इस समय घाटे का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इस समय आपके लिए आर्थिक संकट की स्थिति बनी हुई है लेकिन आप इससे बचने में कामयाब होंगे। आर्थिक स्तर पर तलाक या दिवालियापन जैसी परेशानियों को झेलने के बाद आपकी स्थिति में सुधार आने की संभावना है।
करियर में आपको ऐट ऑफ वैंड्स कार्ड मिला है जो कि अनुकूल परिणाम मिलने, रोमांच से भरपूर संभावनाओं और किसी कार्य में तेजी से उन्नति करने के संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि आप अपने करियर के उद्देश्यों को पूरा करने की ओर आगे बढ़ेंगे और आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी। आपके लिए पदोन्नति या नौकरी का कोई अच्छा ऑफर मिलने के योग भी बन रहे हैं।
ऐट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड बताता है कि इस सप्ताह आप मानसिक परेशानियों या नकारात्मक विचारों से जूझ सकते हैं। यह कार्ड आपको खुद को रोकने वाले विचारों को छोड़ने और अपनी मान्यताओं का मूल्यांकन करने की याद दिला सकता है।
शुभ दिन: शनिवार
कुंभ राशि
प्रेम जीवन: ऐट ऑफ कप्स (रिवर्स्ड)
आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ पेंटाकल्स
करियर: थ्री ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: द लवर्स
ऐट ऑफ कप्स इन रिवर्स कार्ड के अनुसार इस सप्ताह कुंभ राशि के जातकों का मन कह रहा है कि उन्हें अपने रिश्ते को खत्म कर देना चाहिए लेकिन कुछ है जो उन्हें रोक रहा है। हालांकि, जो रिश्ता विकसित हो चुका है और आपने सामने वाले पर जो समय, भावनाएं और ऊर्जा लगाई हैं, उसे छोड़ना आपके लिए बहुत मुश्किल हो रहा है। कभी-कभी जो चीजें आपके लिए काम नहीं कर पा रही हों, तो उन्हें छोड़ देने में ही समझदारी होती है।
आर्थिक जीवन में आपको थ्री ऑफ पेंटाकल्स कार्ड मिला है जो कि शुभ संकेत दे रहा है। इस कार्ड का कहना है कि अब आपको अपनी कड़ी मेहनत का फल मिलने वाला है। आपकी दृढ़ता और मेहनत की वजह से कोई भी वित्तीय समस्या नहीं टिक पाएगी।
थ्री ऑफ वैंड्स कार्ड आपको बदलाव को स्वीकार करने और अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। यह कार्ड आपको खुले विचार रखने और दीर्घकालिक लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित करेगा। ऐसा करने से आप अपने नज़रिए को और बढ़ा सकते हैं एवं और भी ज्यादा सफलता हासिल कर सकते हैं।
द लवर्स कार्ड कहता है कि आपको अपनी स्वास्थ्य संबधित समस्याओं के लिए उचित सहायता प्राप्त होगी। कोई दोस्त या परिवार का सदस्य आपका सहयोग कर सकता है। आप अपने स्वास्थ्य के लिए कोई निर्णय ले सकते हैं। आपको अपने शरीर की ज़रूरतों पर ध्यान देना चाहिए और अपने हृदय का ख्याल रखें।
शुभ दिन: शनिवार
मीन राशि
प्रेम जीवन: सेवन ऑफ स्वॉर्ड्स
आर्थिक जीवन: द सन
करियर: पेज ऑफ वैंड्स
स्वास्थ्य: द मैजिशियन
इस सप्ताह मीन राशि के जातकों को अपने पार्टनर से धोखा मिलने की आशंका है। आपका पार्टनर से आपसे झूठ बोल सकता है, आपके साथ बेईमानी और धोखा कर सकता है। अगर आप अब भी उनके साथ रहना चाहते हैं, तो आपको अपने फैसले पर पुन: विचार करने की ज़रूरत है। इस रिश्ते को जल्दी खत्म कर के आप अपने आपको परेशानी से बचा लें। आगे आपको और बेहतर विकल्प मिल जाएंगे।
द सन कार्ड आर्थिक जीवन में समृद्धि से जुड़ा है। इसका मतलब है कि इस सप्ताह आपकी आर्थिक स्थिति उत्तम रहने वाली है। आपको अपने सभी व्यावसायिक कार्यों, निवेश और धन कमाने के प्रयासों में सफलता मिलने के योग हैं। आपकी सैलरी में भी वृद्धि होने के आसार हैं।
करियर में पेज ऑफ वैंड्स कार्ड बताता है कि आपको नए और रोमांचक प्रोजेक्ट मिल सकते हैं और ये आपके करियर को प्रगति की ओर ले जाने का काम करेंगे। यह कार्ड करियर में नए चरण की शुरुआत जैसे कि नई कंपनी में जाने या किसी नए पद के मिलने की ओर संकेत कर रहा है।
सेहत में आपको द मैजिशियन कार्ड मिला है जिसके अनुसार यह सप्ताह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए ही काफी शानदार रहने वाला है। इस सप्ताह आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. तीन माइनर अर्काना कार्ड्स के नाम बताएं?
उत्तर. थ्री ऑफ वैंड्स, फाइव ऑफ पेंटाकल्स और फोर ऑफ कप्स।
प्रश्न 2. टैरो डेक में कितने सूट कार्ड्स होते हैं?
उत्तर. टैरो डेक में 14 सूट कार्ड्स होते हैं।
प्रश्न 3. टैरो डेक में कोर्ट कार्ड्स कितने होते हैं?
उत्तर. इसमें 12 कोर्ट कार्ड्स होते हैं।
जानें काल भैरव जयंती की तिथि एवं शुभ मुहूर्त, इन उपायों से मिलेगी समृद्धि
सनातन धर्म में कालाष्टमी 2024 का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान शिव के काल भैरव रूप की पूजा की जाती है। कालाष्टमी हर महीने पड़ती है और इस बार नवंबर के महीने में आने वाली कालाष्टमी को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। 22 नवंबर को शुक्रवार के दिन काल भैरव जयंती है। जो भी व्यक्ति इस दिन पूजा अर्चना एवं व्रत करता है, उस पर काल भैरव का आशीर्वाद सदा के लिए रहता है।
इस ब्लॉग में आगे हम आपको बता रहे हैं कि हिंदू धर्म में काल भैरव जयंती का क्या महत्व है और इस दिन भगवान शिव के काल भैरव रूप को प्रसन्न करने के लिए क्या कार्य करने चाहिए।
22 नवंबर को शुक्रवार की शाम 06 बजकर 10 मिनट पर अष्टमी तिथि आरंभ हो रही है और इसका समापन अगले दिन 23 नवंबर को रात्रि 08 बजे होगा। 22 नवंबर को सुबह 11 बजकर 33 मिनट से लेकर 23 नवंबर को सुबह 11 बजकर 40 मिनट तक इंद्र योग रहेगा।
कालाष्टमी क्या है
कालाष्टमी हर महीने आती है जबकि कार्तिक और मार्गशीर्ष के महीने में पड़ने वाली कालाष्टमी को श्रद्धालु काल भैरव जयंती के रूप में मनाते हैं। उत्तर भारत में मार्गशीर्ष के महीने में पड़ने वाली कालाष्टमी पर काल भैरव जयंती मनाई जाती है जबकि दक्षिण भारत में कार्तिक के महीने में यह पर्व मनाया जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस दिन भगवान शिव ने काल भैरव का अवतार लिया था।
पूर्णिमा के बाद अष्टमी तिथि को काल भैरव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है। एक साल में कुल 12 कालाष्टमी आती हैं और रविवार या मंगलवार के दिन पड़ने वाली कालाष्टमी को सबसे अच्छा माना जाता है।
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बन रहा है शुभ योग
कालाष्टमी एवं काल भैरव जयंती के दिन इंद्र योग बन रहा है। वैदिक ज्योतिष में इस योग को बहुत शुभ और मंगलकारी माना गया है। इस योग के दौरान किए गए कार्यों में सफलता ज़रूर मिलती है। जिन जातकों की कुंडली में यह योग होता है, उनमें नेतृत्व करने की क्षमता कूट-कूट कर भरी होती है। इन्हें अपने परिवार के सदस्यों से असीम प्रेम मिलता है। ये अपने प्रयासों से अपने जीवन में जबरदस्त सफलता हासिल करते हैं।
इस दिन काल भैरव का श्रृंगार चमेली के तेल और सिंदूर से किया जाता है। भगवान शिव के इस रूप की पूजा भी प्रदोष काल अर्थात् सूर्यास्त के बाद ही संपन्न की जाती है। प्रदोष काल में पूजन करने से पूर्व स्नान करने और स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।
इसके पश्चात् काल भैरव की मूर्ति या शिवलिंग पर बेल पत्र पर सफेद चंदन से ‘ऊं’ लिखें और ‘ऊं काल भैरवाय नम:’ का जाप करें। मंत्र जाप करते हुए ही बेल पत्र अर्पित करें और इस दौरान आपका मुख उत्तर की ओर होना चाहिए।
अब आप काल भैरव का श्रृंगार करें और उन्हें अक्षत, फूल, सुपारी, जनेऊ, लाल चंदन, नारियल, दक्षिणा और पुष्प माला आदि अर्पित करें। फिर भगवान को इमरती या गुड़-चने का भोग लगाएं। काल भैरव की पूजा में सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है। पूजन के बाद काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलानी चाहिए।
भगवान शिव के भक्तों के लिए काल भैरव जयंती एवं कालाष्टमी का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दिन सूयोर्दय से पहले उठकर स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद काल भैरव का आशीर्वाद पाने के लिए विशेष पूजन का विधान है।
इस दिन श्रद्धालु शाम को काल भैरव मंदिर जाकर भी पूजा-अर्चना कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि काल भैरव भगवान शिव का रौद्र रूप हैं। ब्रह्मा जी के अहंकार और क्रोध को भस्म करने के लिए काल भैरव का जन्म हुआ था।
कालाष्टमी पर प्रात: काल पूर्वजों के लिए भी विशेष पूजा की जा सकती है। इस दिन श्रद्धालु पूरा दिन उपवास रखते हैं। कुछ भक्त पूरी रात्रि जागरण करते हैं और महाकालेश्वर की कथाएं सुनकर अपना समय व्यतीत करते हैं। मान्यता है कि कालाष्टमी का व्रत करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
भगवान शिव को समर्पित काल भैरव कथा और मंत्र जाप के लिए भी इस दिन को काफी शुभ माना गया है। कालाष्टमी पर काले कुत्ते को भोजन खिलाने की भी रीति है। ऐसा माना जाता है कि काला कुत्ता काल भैरव का वाहन है। कुत्तों को इस दिन दूध, दही और मिठाई खिला सकते हैं।
इस दिन हिंदू तीर्थस्थलों जैसे कि काशी में ब्राह्ममणों को भोजन करवाने से अत्यधिक पुण्य की प्राप्ति होती है।
जो भी व्यक्ति काल भैरव जयंती या कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव की पूजा करता है, उसे नकारात्मक ऊर्जा, बीमारियों और रोगों से सुरक्षा मिलती है। इन लोगों पर हमेशा काल भैरव का आशीर्वाद रहता है। इनकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है।
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काल भैरव जयंती पर करें ये उपाय
यदि आप काल भैरव जयंती या कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस दिन उपवास रख सकते हैं। इस दिन व्रत रखने से हर प्रकार के भय से मुक्ति मिल जाती है।
काल भैरव को गुड़, खिचड़ी और तेल का भोग लगाएं। इसके अलावा इस शुभ अवसर पर अकौन के फूल, नींबू, धप, सरसों के तेल, काले तिल, पुए और उड़द की दाल का दान करने का बहुत महत्व है। यदि आप कालाष्टमी पर इन चीज़ों का दान करते हैं, तो आपको अपने जीवन की हर समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार काल भैरव का वाहन काला कुत्ता है इसलिए कालाष्टमी या काल भैरव जयंती पर काले कुत्ते को मीठी रोटी या गुड़े से बने पुए खिलाने चाहिए। ऐसा करने से भगवान काल भैरव की कृपा मिलती है और भक्त की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
अगर आप अपने जीवन से नकारात्मक ऊर्जा एवं शक्ति को दूर करना चाहते हैं, तो इस दिन ‘ऊं काल भैरवाय नम:’ मंत्र का जाप करते रहें। आप कालभैरवाष्टकम् का पाठ भी कर सकते हैं। इससे आप अपने जीवन में प्रगति की ओर आगे बढ़ेंगे।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. कालाष्टमी को क्या करना चाहिए?
उत्तर. कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा करने का विधान है।
प्रश्न 2. नवंबर के महीने में कालाष्टमी कब है?
उत्तर. 22 नवंबर को कालाष्टमी एवं काल भैरव जयंती है।
प्रश्न 3. काल भैरव जयंती पर क्या उपाय करना चाहिए?
उत्तर. इस दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलानी चाहिए।
दिसंबर 2024: किन राशियों को मिलेगा सफलता का वरदान किन्हे उठाना होगा नुकसान?
दिसंबर का महीना यानी अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का आखिरी और बारहवाँ महीना शुरू ही होने वाला है। साल का आखिरी महीना दिसंबर का महीना बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है क्योंकि इस दौरान कई महत्वपूर्ण और खास व्रत और त्योहार किए जाएंगे। ऐसे में अगर दिसंबर के महीने से संबंधित ज्योतिषीय तथ्य आप जानना चाहते हैं या ये जानना चाहते हैं कि इस महीने कब-कब कौन से व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे, इस महीने बैंक अवकाश कब-कब होने वाले हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि एस्ट्रोसेज के हमारे इस खास ब्लॉग में हम आपको आपके इन्हीं सभी सवालों का जवाब देने का प्रयत्न करेंगे।
सिर्फ इतना ही नहीं, इस महीने कौन-कौन से ग्रहण और गोचर होने वाले हैं और इस महीने से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ, इस महीने जन्मे लोगों के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ खास बातें और सभी 12 राशियों के राशिफल की एक झलक भी हम आपको यहां प्रदान करेंगे। तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं हमारा यह खास ब्लॉग और जान लेते हैं दिसंबर का महीना आपकी राशि के लिए कितना खास अनुकूल और यादगार रहने वाला है।
दिसंबर महीने की बात करें तो धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। दिसंबर के महीने को मार्गशीर्ष का महीना भी कहते हैं। यह भगवान कृष्ण का सबसे प्रिय महीना होता है। इस महीने कई बड़े ग्रहों का गोचर होने वाला है जिसका प्रभाव सीधे तौर पर 12 राशियों पर पड़ेगा। इसके अलावा इस महीने से संबंधित महत्वपूर्ण भविष्यवाणी की बात करें तो भारत की कुंडली के अनुसार इस महीने में पांच रविवार, पाँच सोमवार, पाँच मंगलवार पड़ेंगे। सूर्य शनि के मध्य दृष्टि संबंध रहने से विश्व के प्रभावशाली लोगों के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिलेगी। इस दौरान लोगों में विरोध या विग्रह रहेगा। प्रजा में कृष्ट रोगों का प्रसार और कुछ लोगों की अकाल मृत्यु के योग भी बनते नजर आ रहे हैं।
दिसंबर के महीने में पड़ेंगे यह दो महीने
हिंदी कैलेंडर के अनुसार बात करें तो दिसंबर के महीने में मार्गशीर्ष का महीना और पौष का महीना पड़ने वाला है। अब इन दोनों महीनो के बारे में बात करें तो, मार्गशीर्ष का महीना अगहन माह के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और भगवान शंकर की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इसके अलावा अगर इस महीने कोई व्यक्ति पूजा-पाठ, स्नान-दान करता है तो उस परम पुण्य की प्राप्ति होती है और ऐसे व्यक्तियों को जो पुण्य मिलता है उनका कभी भी नाश नहीं होता है। मृगशिरा नक्षत्र होने के चलते इस महीने को मार्गशीर्ष नाम से जाना जाता है।
इस महीने की पूर्णिमा मृगशिरा नक्षत्र में होती है। ज्योतिषियों के अनुसार माना जाता है कि जिन लोगों का जन्म मार्गशीर्ष माह में हुआ होता है उनकी वाणी बहुत मधुर होती है। ऐसे लोग जीवन में धनी बनते हैं, उनकी धर्म कर्म में आस्था होती है, ऐसे लोगों के जीवन में बहुत सारे दोस्त होते हैं। हालांकि उनके घरेलू जीवन में संघर्ष रहता है लेकिन जीवन में आने वाली बाधाओं और अव्यवस्था से बचने के लिए यह जातक भगवान दामोदर की पूजा करें तो इन्हें शुभ फल की प्राप्ति होती है।
मार्गशीर्ष माह के समय भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा करना बेहद उत्तम रहता है। इस महीने भागवत पढ़ने से जीवन में सुख आता है। मार्गशीर्ष के महीने में नदी में स्नान और धनीपुर करने से विशेष फल प्राप्त होता है। इस महीने अगर यमुना नदी में स्नान किया जाए तो विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। मार्गशीर्ष के महीने में तुलसी के पत्तों को जल मिलाकर इससे स्नान करना चाहिए। इस महीने प्रातः काल ‘ॐ नमो नारायण’ और गायत्री मंत्र का जाप करना बेहद शुभ रहता है। इस महीने में भोजन में जीरे का प्रयोग वर्जित माना गया है।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मार्गशीर्ष के महीने में अवश्य करें ये उपाय
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि यह महीना बेहद ही खास और पवित्र होता है ऐसे में इस महीने में एकादशी या द्वादशी का उपवास अवश्य रखें। ऐसा करने से सभी पाप दूर होने लगते हैं और ऐसे व्यक्तियों के लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं। इसके अलावा इस महीने की पूर्णिमा को चंद्र देव की पूजा अवश्य करें। मार्गशीर्ष के महीने में मोक्षदा एकादशी आती है। इस एकादशी को मोक्ष देने वाली कहा गया है। ऐसे में मुमकिन हो तो इस दिन का व्रत अवश्य करें। इस महीने की शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को चार धाम तीर्थ स्थलों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
इस महीने दूसरा जो माह पड़ेगा वह है पौष मास। इसके महत्व की बात करें तो, पौष माह में गाय की पूजा करने की परंपरा बताई गई है। जो लोग भगवान कृष्ण की प्रिय गाय की पूजा इस महीने में करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दौरान भारत में अलग-अलग जगह पर कलश यात्रा निकाली जाती है। पौष के महीने में भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। अगर इस दौरान आप प्रत्येक रविवार को तांबे के बर्तन में शुद्ध जल, लाल चंदन, लाल फूल मिलाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं तो आपके जीवन में सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा सूर्य को तिल का भोग, चावल की खिचड़ी अवश्य अर्पित करें। पौष के महीने में मार्तंड सप्तमी के दिन भगवान सूर्य के लिए व्रत किया जाता है। यह व्रत संतान प्राप्ति के लिए बेहद उत्तम माना गया है। बात करें इस महीने में जन्म लेने वाले लोगों की तो कहा जाता है की पौष के महीने जन्म लेने वाले लोग महान योद्धा होते हैं। हालांकि उनके व्यवहार में कटुता हो सकती है। इसके अलावा वे साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने कुल का नाम ऊंचा करते हैं, अपने पूर्वजों और देवी देवताओं की पूजा में अटूट विश्वास नहीं रखते हैं और अपने परिश्रम के चलते अपने जीवन में पर्याप्त धन कमाते हैं।
पौष के महीने में अवश्य करें ये उपाय
बात करें इस माह में किए जाने वाले उपायों की तो, इस महीने दान पूर्ण क्या विशेष महत्व होता है। आप चाहें तो गरीबों को कंबल, गर्म कपड़े और गुड़ आदि चीजों का दान करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और घर में सुख शांति आती है। पौष के महीने में पीपल के पेड़ की पूजा करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है। इस महीने भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से घर में भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी का भी आगमन होने लगता है। पौष माह के हर रविवार को व्रत अवश्य करें। ऐसा करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अगर आप पौष के महीने में नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं तो ऐसे व्यक्तियों को धन, यश विद्या की प्राप्ति होती है।
किसी व्यक्ति के जन्म के महीने से उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। ज्योतिष के अनुसार हर एक महीना एक अलग पर्सनालिटी दर्शाता है। ऐसे में बात करें दिसंबर के महीने में जन्मे लोगों की तो, इस महीने में सूर्य और मंगल को सबसे शक्तिशाली माना जाता है। इस महीने में जन्म लेने वाले लोगों को इन दोनों ग्रहों से काफी हद तक प्रभावित देखा जाता है। इन लोगों का स्वभाव बहुत ही महत्वाकांक्षी और क्रोधी, उग्र भी होता है। प्रबल सूर्य के चलते ऐसे लोगों में अलग ही आकर्षण होता है जिससे लोग उनकी तरफ अपने आप ही खिंचें चले आते हैं।
हालांकि इन लोगों का अहंकार भी बहुत उच्च का होता है। दिसंबर के महीने में जन्म लेने वाले लोग बेहद ही चपल चालू स्वभाव के होते हैं। यह अपनी बातों से अपने दुश्मन को भी दोस्त बनाने की क्षमता रखते हैं। इनका दिमाग बहुत तेज होता है। हालांकि यह दिल से बेहद दयालु होते हैं।
करियर की बात करें तो कार्य क्षेत्र में ऐसे लोगों का स्वभाव बहुत ही दार्शनिक, गहन अध्ययन करने वाला होता है। यह अपने जीवन में ऐसे ही करियर की तलाश में होते हैं जहां उनकी दिमागी कसरत होती रहे। शारीरिक श्रम वाला काम उनके लिए कठिन होता है। स्वास्थ्य की बात करें तो यह अपने स्वास्थ्य को लेकर बेहद जागरूक होते हैं। हालांकि ज्यादा दिमागी काम करने या अनावश्यक की चिंता की वजह से स्ट्रेस का शिकार हो सकते हैं। छोटी-मोटी बीमारियों को अगर छोड़ दिया जाए तो आम तौर पर इनका स्वास्थ्य शानदार ही रहता है।
क्या आप यह जानते हैं कि ब्रिटनी स्पीयर्स, अमांडा सेफ़्रेड, जूलियन मूर, निकी मिनाज, टेलर स्विफ्ट, ब्रैड पिट, स्टीवन स्पीलबर्ग, क्रिस्टीना एगुइलेरा, आदि का जन्म दिसंबर के महीने में ही हुआ है।
दिसंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली अंक:1 और 3
दिसंबरमें जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग: नीला, पीला, ब्राउन, लाल
दिसंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन: रविवार, शनिवार, बुधवार
दिसंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रत्न: दिसंबर महीने के लिए जन्म रत्न टैनज़नाइट, फ़िरोज़ा और ज़िक्रोन हैं। इन तीन शानदार रत्नों में से प्रत्येक का एक अद्वितीय सौंदर्य और अर्थ है। इन पत्थरों के चमकीले रंग अनमोल हैं, जैसे वे विशेष गुण हैं जो वे दिसंबर के बच्चों को प्रदान करते हैं। फ़िरोज़ा अपने खूबसूरत नीले-हरे रंग के लिए प्रसिद्ध हो गया है।
टैनज़नाइट अपने गहरे नीले-बैंगनी रंगों के लिए और जिरकोन अपनी शानदार शुद्धता के लिए जाना जाता है। दिसंबर बर्थस्टोन आभूषणों को ढूंढने और उनकी देखभाल करने में आपकी सहायता के लिए। निम्नलिखित भाग इन गहनों की अनूठी विशेषताओं और गुणों की जांच करेगा। इसमें इन गहनों के इतिहास को भी शामिल किया जाएगा। ये पत्थर आपके लिए उपहार या खरीदारी के लिए समृद्धि और उद्देश्य की भावना प्रदान करते हैं।।
उपाय/सुझाव:
अगर आपका भी जन्म दिसंबर के महीने में हुआ है तो कोशिश करें और रविवार या फिर मंगलवार के दिन व्रत अवश्य करें।
नहाने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य अवश्य अर्पित करें। ऐसा करने से आपको अपने करियर में सफलता प्राप्त होगी।
उपाय के तौर पर आपको अपने क्रोध और अहंकार पर काबू रखने की भी सलाह दी जाती है अन्यथा आप अपने जीवन से कई शुभ अवसर गंवा सकते हैं।
दिसंबर के महीने में जन्म लेने वाले लोग बेहद ही दयालु स्वभाव के होते हैं लेकिन कभी-कभी आपकी यह खासियत आपके लिए नुकसान की वजह बन सकती है। ऐसे में हमेशा गहन विश्लेषण करके ही लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाएं।
15 दिसंबर 2024 रविवार श्री सत्यनारायण व्रत, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, मार्गशीर्ष पूर्णिमा, धनु संक्रांति, पूर्णिमा
18 दिसंबर 2024 बुधवार संकष्टी चतुर्थी
22 दिसंबर 2024 रविवार कालाष्टमी
24 दिसंबर 2024 मंगलवार भारतीय ग्राहक दिवस, क्रिसमस की पूर्व संध्या
25 दिसंबर 2024 बुधवार मालवीय जयंती, क्रिसमस
26 दिसंबर 2024 गुरुवार सफला एकादशी
28 दिसंबर 2024 शनिवार प्रदोष व्रत
29 दिसंबर 2024 रविवार मासिक शिवरात्रि
30 दिसंबर 2024 सोमवार अमावस्या, सोमवार व्रत
दिसंबर2024 ग्रहों का परिवर्तन
ग्रहों का व्यक्ति के जीवन पर काफी गहरा असर पड़ता है। ऐसे में जब भी ग्रहों की चाल या स्थिति में कोई भी परिवर्तन होता है तो इसका भी व्यक्ति के जीवन पर असर अवश्य पड़ता है। यही वजह है कि ग्रहों के हर एक परिवर्तन की जानकारी होना अनिवार्य हो जाता है।
ऐसे में बात करें दिसंबर के महीने में होने वाले ग्रहों की गोचर की तो, 2 सितंबर को शुक्र का मकर राशि में 11:46 पर गोचर हो जाएगा। इसके बाद 7 दिसंबर को 4:56 पर कर्क राशि में मंगल वक्री होने वाले हैं। 11 दिसंबर को वृश्चिक राशि में बुध का उदय होगा इसका समय रहेगा 19: 44। इसके बाद 15 दिसंबर को सूर्य का धनु राशि में गोचर होगा 21:56 पर। 16 दिसंबर को वृश्चिक राशि में ही बुध मार्गी होने वाले हैं इसका समय होगा 1:52। अंत में 28 दिसंबर को शुक्र कुंभ राशि में गोचर कर जाएंगे और इसका समय रहेगा 23:28।
करियर: दिसंबर के महीने में मेष राशि के जातकों को करियर के संबंध में ज्यादा लाभ प्राप्त करने में कामयाबी मिलेगी।
शिक्षा: शिक्षा के लिहाज से यह महीना बेहद ही शानदार रहेगा, प्रतियोगी परीक्षा में बैठना चाहते हैं तो इस महीने अवश्य प्रयास करें।
पारिवारिक जीवन: इस महीने बारहवें घर में राहु मौजूद रहने वाला है जिसकी वजह से पारिवारिक जीवन में थोड़ी बहुत उठापटक देखने को मिल सकती है।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन दिसंबर के महीने में ज्यादा फलदाई परिणाम नहीं प्राप्त करेंगे क्योंकि बृहस्पति इस दौरान आपकी 12वें घर में स्थित रहेगा जिससे आपको प्यार में ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं मिलने के संकेत मिल रहे हैं।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष की बात करें तो दिसंबर के महीने में ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा क्योंकि बृहस्पति बारहवें घर में मौजूद है। ऐसे में आपकी कमाई में कुछ गिरावट आ सकती है। साथ ही आप जो भी कमाएंगे उसे बचाने में भी ना कामयाब रहेंगे।
स्वास्थ्य: मेष राशि के जातकों का स्वास्थ्य भी दिसंबर के महीने में ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा क्योंकि मंगल वक्री गति में इस दौरान रहेगा। ऐसे में आपको कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
उपाय: शनिवार के दिन 17 बार ‘ॐ मांडाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
करियर: वृषभ राशि के जातकों के लिए करियर के लिहाज से दिसंबर का महीना शानदार साबित होगा। आप अपनी वर्तमान नौकरी में टिके रहेंगे साथ ही कड़ी मेहनत से आपको सफलता मिलेगी।
शिक्षा: शिक्षा के लिए भी यह महीना बेहतरीन रहने वाला है। पढ़ाई के लिए आपके विदेश जाने के भी योग बन सकते हैं।
पारिवारिक जीवन: बात करें पारिवारिक जीवन की तो चूंकि बृहस्पति प्रथम भाव में रहेंगे ऐसे में आपको कुछ पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और रिश्ते में तनाव आने की आशंका है।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिए यह महीना औसत रहेगा। आपको इस महीने अपने प्रेम में सामंजस्य की कमी नजर आ सकती है।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष के लिहाज से यह महीना औसत रहेगा। आपको अधिक खर्च और धन संचित ना कर पाने के संदर्भ में कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य: दिसंबर के महीने में वृषभ राशि के जातकों का स्वास्थ्य अनुकूल नहीं रहेगा। इस महीने आपको पीठ दर्द और जांघों में दर्द रहने वाली है।
उपाय: नियमित रूप से गणेश चालीसा का जाप करें।
मिथुन राशि
करियर: करियर के लिहाज से मिथुन राशि के जातकों को इस महीने अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आप अपने करियर में समृद्ध होंगे और कठिन प्रयास के पास अनुकूल परिणाम में प्राप्त करेंगे।
शिक्षा: दिसंबर मासिक राशिफल के अनुसार बृहस्पति बारहवें घर में रहेगा जिससे आपको पढ़ाई में अच्छी सफलता नहीं प्राप्त हो सकेगी।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन की बात करें तो रिश्ते में सामंजस्य की कमी नजर आएगी। साथ ही रिश्तों के लिए समय ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होगा।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के संदर्भ में भी इस महीने ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त होंगे। आपको अपने पार्टनर के साथ बात करते वक्त सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात करें तो आपका आर्थिक पक्ष भी ज्यादा उत्साह जनक नहीं रहने वाला है। आपकी कमाई इस महीने काफी कम रहेगी।
स्वास्थ्य: दिसंबर के महीने में मिथुन जातकों का स्वास्थ्य भी ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा क्योंकि मंगल बकरी गति में रहने वाला है। इस दौरान पाचन संबंधित दिक्कतें और गले का संक्रमण आपको परेशान कर सकता है।
उपाय: रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
कर्क राशि
करियर: करियर के मोर्चे पर क्योंकि शनि अष्टम भाव में मौजूद रहेंगे ऐसे में इस महीने आपको ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त होंगे। आप नौकरी बदलने का भी विचार कर सकते हैं।
शिक्षा: इस महीने बृहस्पति 11वें घर में मौजूद रहेंगे। ऐसे में पढ़ाई में अच्छी प्रगति हासिल करेंगे और अपने साथी छात्रों के लिए उदाहरण बनेंगे।
पारिवारिक जीवन: परिवार में सामंजस्य की कमी नजर आ सकती है। साथ ही परिवार में कुछ छोटे-छोटे विवाद भी खड़े हो सकते हैं।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम वैवाहिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपको फलदाई परिणाम प्राप्त होंगे, प्यार और आकर्षण बढ़ेगा, प्यार में सफलता मिलेगी और वैवाहिक जीवन सुखमय और सफल बनेगा।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष की बात करें तो दिसंबर के महीने में आप अच्छा कमाएंगे। साथ ही धन संचित करने में भी कामयाब होंगे।
स्वास्थ्य: अंत में स्वास्थ्य की बात करें तो आपका स्वास्थ्य इस महीने उत्तम रहने वाला है। कोई बड़ी परेशानी आपको नहीं होगी।
उपाय: सोमवार के दिन चंद्रमा ग्रह की पूजा करें।
सिंह राशि
करियर: करियर के संदर्भ में बात करें तो नवम भाव का स्वामी मंगल वक्री गति में रहेगा ऐसे में आपको काम का दबाव ज्यादा और कुछ रूकावटों का सामना इस महीने करना पड़ सकता है।
शिक्षा: पढ़ाई में इस महीने आपको ज्यादा अनुकूल परिणाम नहीं प्राप्त होंगे। आपकी एकाग्रता इस महीने काफी कम रहने वाली है।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन की बात करें तो परिवार में सामंजस्य की कमी नजर आएगा। साथ ही बात-बात पर परेशानियां और वाद विवाद खड़े हो सकते हैं।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से भी यह महीना ज्यादा अनुकूल संकेत नहीं दे रहा है। आपको अपने पार्टनर के साथ आकर्षण की कमी महसूस हो सकती है।
आर्थिक जीवन: आर्थिक पक्ष की बात करें तो बढ़ी हुई प्रतिबद्धता के चलते आपको ऋण लेना पड़ सकता है। साथ ही अगर आप नौकरी में लाभ या पदोन्नति की उम्मीद कर रहे हैं तो अभी निराशा ही हाथ लगने वाली है।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें तो इस महीने पैरों में दर्द, पाचन संबंधित समस्याएं, आपको उठानी पड़ सकती है। साथ ही मोटापा और अधिक वजन भी आपको परेशान करने वाला है।
उपाय: रविवार के दिन सूर्य देव की फूलों से पूजा करें।
कन्या राशि
करियर: कन्या राशि के जातकों को दिसंबर में करियर के संदर्भ में शानदार परिणाम प्राप्त होंगे। आप अपने करियर को सकारात्मक दिशा देने में सफल रहने वाले हैं।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो पढ़ाई में बहुत अच्छा प्रदर्शन करने की स्थिति में आप नजर आएंगे। अगर आप शोध अध्ययन की तैयारी कर रहे हैं तो इससे भी आपका प्रदर्शन शानदार रहेगा।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन की भविष्यवाणी के अनुसार लोगों से रिश्ते अच्छे बनेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख, सौभाग्य और संतुष्टि नजर आएगी।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के संदर्भ में बात करें तो आपको अपने पार्टनर के साथ अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही जो लोग विवाह करना चाहते हैं उनके लिए भी दिसंबर का महीना अनुकूल रहेगा।
आर्थिक जीवन: बात करें आर्थिक जीवन की तो कमाई में बढ़ोतरी के साथ आप इस महीने बचत करने में भी कामयाब रहेंगे। कुल मिलाकर आर्थिक पक्ष के लिहाज से यह महीना मजबूत रहेगा।
स्वास्थ्य: इस महीने आपका स्वास्थ्य बेहतर रहने वाला है। आपके अंदर शानदार ऊर्जा और दृढ़ संकल्प नजर आएगा।
उपाय: प्राचीन पाठ विष्णु सहस्त्रनाम का रोजाना जाप करें।
तुला राशि
करियर: करियर की बात करें तो इस महीने आपको औसत परिणाम मिलेंगे, काम में दबाव और चुनौतियां दोनों उठानी पड़ सकती है।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में बात करें तो तुला राशि के जातकों को दिसंबर के महीने में पढ़ाई आगे बढ़ा पाना मुश्किलों भरा साबित होगा। साथ ही कुछ रूकावटें भी आपके जीवन में आने वाली हैं।
पारिवारिक जीवन: बात करें पारिवारिक जीवन की तो सामंजस्य की कमी इस महीने आपके पारिवारिक जीवन में परेशानी की वजह बनेगी।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो आपको ज्यादा फलदाई परिणाम नहीं प्राप्त होंगे। आपके और आपके पार्टनर के बीच से आकर्षण कम हो सकता है और बार-बार विवाद होने की आशंका है।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात करें तो धन का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं रहेगा। खर्च ज़्यादा होगा साथ ही नुकसान की आशंका है। इसके अलावा धन संचित ना कर पाना भी आपके लिए तनाव की वजह बनेगा।
स्वास्थ्य: इस महीने स्वास्थ्य अनुकूल नहीं रहने वाला है। गले में संक्रमण, आंखों से संबंधित परेशानियां आपको उठानी पड़ सकती है।
उपाय: रोजाना हनुमान चालीसा का जाप करें।
वृश्चिक राशि
करियर: शनि ग्रह इस महीने चतुर्थ भाव में मौजूद रहेंगे जिससे करियर में आपको मध्यम परिणाम की प्राप्ति होगी। हालांकि कड़ी मेहनत के बावजूद काम को पहचान नहीं मिल पाएगी।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो सप्तम भाव में बृहस्पति अच्छी सफलता दिलाने के योग बना रहे हैं। आप अच्छे अंक प्राप्त करेंगे और अपने साथी छात्रों से आगे निकल पाएंगे।
पारिवारिक जीवन: बात करें पारिवारिक जीवन की तो आपके जीवन में खुशियां आएंगी। परिवार के सदस्यों के साथ तालमेल और संतुष्टि बनी रहेगी।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो बृहस्पति सप्तम भाव में स्थित रहेंगे जिससे आपके और आपके पार्टनर के बीच प्यार बढ़ेगा। जीवन आनंदमय रहेगा और आप दोनों को खुशियां प्राप्त होंगी।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात करें तो आपके जीवन में धन का प्रवाह सुचारू रूप से बना रहेगा जिससे आप धन लाभ में वृद्धि भी कमाएंगे। संतुष्टि भी होगी और आप धन संचित करने में भी कामयाबी हासिल करेंगे।
स्वास्थ्य: अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस महीने कोई बड़ी स्वास्थ्य परेशानी नहीं होने वाली है। आपकी फिटनेस इस महीने शानदार रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन 27 बार ‘ॐ हनुमते नमः’ मंत्र का जाप करें।
धनु राशि
करियर: करियर की बात करें तो धनु राशि के जातक दिसंबर के महीने में अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। आप विदेश जाने में भी सफल हो सकते हैं।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में आपको कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपकी एकाग्रता में भी कमी नजर आएगी।
पारिवारिक जीवन: बात करें पारिवारिक जीवन की तो खुशियों में कमी देखने को मिलेगी। परिवार के लोगों के साथ रिश्ते अच्छी नहीं होंगे और परिवार में खुशहाली भी कम रहेगी।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से यह महीना कमजोर नजर आ रहा है। आपके और आपके पार्टनर के बीच आकर्षण की कमी रहेगी और आप दोनों के जीवन में तमाम विवाद भी सिर उठा सकते हैं।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात करें तो आप जितना पैसा कमाएंगे उसे संचित करने में नाकामयाब होंगे। ऐसे में आर्थिक मोर्चे पर तनाव आपके जीवन में आ सकता है।
स्वास्थ्य: बात करें स्वास्थ्य की तो इस महीने गले में संक्रमण और आंखों से संबंधित परेशानियां आपको दिक्कत में डाल सकती हैं।
उपाय: गुरुवार के दिन मुमकिन हो तो गरीब लोगों को भोजन अवश्य कराएं।
मकर राशि
करियर: करियर के संदर्भ में मकर राशि के जातकों को मध्यम परिणाम प्राप्त होंगे। कड़ी मेहनत के बाद भी आपके काम को मान्यता नहीं मिलेगी जिससे आपकी चिंता बढ़ सकती है।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो पढ़ाई में आप अच्छी प्रगति हासिल करेंगे। साथ ही विदेश जाने का मौका भी इस महीने मकर जातकों को मिल सकता है।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपके जीवन में खुशियां आएंगी। आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ खुशी, सुख, सौभाग्य का अनुभव करेंगे।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो आपका प्रेम जीवन आनंदमय बना रहेगा। आप अपने पार्टनर के साथ अनुकूल पल व्यतीत करने में कामयाब रहेंगे और आपका रिश्ता मजबूत बनेगा।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन की बात करें तो इस महीने धन लाभ होगा जिससे आप बचत करने में भी कामयाब रहेंगे और अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने की स्थिति में नजर आएंगे।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें तो इस महीने आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, आपके अंदर अच्छी ऊर्जा और उत्साह रहेगा जिसका असर समग्र स्वास्थ्य पर नजर आने वाला है।
उपाय: शनिवार के दिन विकलांग लोगों को दही चावल खिलाएं।
कुम्भ राशि
करियर: करियर के मोर्चे पर कुंभ राशि के जातकों को दिसंबर के महीने में मध्यम परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही काम में दबाव और चुनौतियां भी आने वाली है।
शिक्षा: शिक्षा की बात करें तो इस महीने आप आगे बढ़ने की स्थिति में नजर नहीं आएंगे। पढ़ाई में तमाम रुकावटें आने वाली है साथ ही आप अपनी एकाग्रता भी खो सकते हैं।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन के संदर्भ में आपके रिश्ते लोगों से अच्छे नहीं रहेंगे। परिवार में खुशियां लाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो आपके और आपके पार्टनर के बीच आकर्षण की कमी रहने वाली है। बात-बात पर बात विवाद हो सकता है और रिश्ते में बेवजह का तनाव उत्पन्न होगा।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन के संदर्भ में इस महीने धन का प्रवाह सुचारू रूप से नजर नहीं आएगा। आप जो भी पैसा कमाएंगे उसे बचाने में नाकामयाब रहेंगे साथ ही धन हानि के भी योग बन सकते हैं।
स्वास्थ्य: अंत में स्वास्थ्य की बात करें तो इस महीने गले में संक्रमण, आंखों में जलन जैसी दिक्कतें आपको उठानी पड़ेगी। साथ ही मोटापा भी आपको परेशान करने वाला है।
उपाय: शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि
करियर: करियर की बात करें तो यहां आपको मध्यम परिणाम प्राप्त होंगे। जीवन में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं। आपको धैर्य के साथ काम लेने की सलाह दी जा रही है।
शिक्षा: शिक्षा के संदर्भ में आपके जीवन में रुकावटें आने की आशंका है। आपकी प्रति धारण कौशल और एकाग्रता में गिरावट भी आने की आशंका है।
पारिवारिक जीवन: पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस महीने आपके रिश्ते ज्यादा अनुकूल नहीं रहेंगे क्योंकि बृहस्पति तीसरे घर में मौजूद रहने वाला है। ऐसे में लोगों के साथ आपके रिश्ते प्रतिकूल हो सकते हैं।
प्रेम और वैवाहिक जीवन: प्रेम और वैवाहिक जीवन की बात करें तो दिसंबर की महीने में आपके और आपके पार्टनर के बीच आकर्षण की कमी नजर आएगी। आप दोनों वाद-विवाद में भी फंस सकते हैं।
आर्थिक जीवन: आर्थिक जीवन के संदर्भ में यह महीना अनुकूल नहीं रहेगा। आप जितना पैसा कमाएंगे उसे बचाने में नाकामयाब रहेंगे। साथ ही धन हानि के भी योग बन रहे हैं।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की बात करें तो गले में संक्रमण और आंखों में जलन जैसी दिक्कतें आपको उठानी पड़ सकती हैं। साथ ही पैर दर्द की भी शिकायत रहने वाली है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1: दिसंबर के महीने में कौन से हिन्दू माह आएंगे?
मार्गशीर्ष और पौष।
2: दिसंबर में कोई ग्रहण लगेगा?
नहीं। दिसंबर 2024 के महीने में कोई भी ग्रहण नहीं लगने वाला है।
3: दिसंबर का महीना किस राशि के लिए बेहद शुभ है?
मकर राशि
बुध वृश्चिक में वक्री: जानें देश-दुनिया में क्या आएंगे बदलाव?
बुध वक्री 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही वक्री होने वाले बुध से संबंधित यह खास ब्लॉग। इस ब्लॉग में हम आपको 26 नवंबर, 2024 को वृश्चिक राशि में वक्री हो रहे बुध से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि बुध के वक्री होने पर देश-दुनिया पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
बुध के वक्री होने से कंफ्यूज़न और अशांति पैदा होती है। बुध वक्री अवस्था में अक्सर गलतफहमियां पैदा करता है, तकनीकी क्षेत्र में समस्याएं उत्पन्न करता है और इसकी वजह से यात्रा के दौरान दुर्घटना होने का खतरा अधिक रहता है।
ज्योतिष में वक्री बुध का संबंध बदलाव और बाधाओं से है। इस दौरान बुध ग्रह आकाश में पीछे की ओर चलते हुए प्रतीत होता है। ऐसा माना जाता है कि वक्री अवस्था में आने पर बुध तकनीक, यात्रा, संचार एवं जीवन के कई अन्य पहलुओं को प्रभावित करता है। बुध ग्रह एक साल में लगभग तीन से चार बार वक्री चाल चलता है और हर बार लगभग तीन सप्ताह के लिए वक्री अवस्था में रहता है।
संचार के हर तरीके जैसे कि बोलना, सुनना, सीखना, पढ़ना, संपादन का काम करना, रिसर्च करना, मोलभाव करना, खरीद-फरोख्त आदि पर बुध का प्रभाव होता है। बुध का असर सभी तरह के आधिकारिक अनुबंधों और समझौतों पर भी देखने को मिलता है। इसके साथ ही टर्म पेपर या किताबों की पांडुलिपियों, पट्टों और वसीयत आदि पर भी बुध का शासन है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
बुध वृश्चिक राशि में वक्री: समय
26 नवंबर, 2024 को शाम 07 बजकर 39 मिनट पर बुध अपने शत्रु मंगल की राशि वृश्चिक में वक्री होंगे। बुध के वक्री होने से देश-दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, यह जानने से पहले आप बुध के वृश्चिक राशि में होने से जुड़ी कुछ विशेष बातों के बारे में जान लें।
बुध ग्रह के वृश्चिक राशि में वक्री होने पर अंतरंगता और ईमानदारी से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आप उन रहस्यों या झूठ को उजागर कर सकते हैं जिन्हें आप अब तक छिपाने की कोशिश कर रहे थे। आपको अतीत में मिले किसी धोखे या विश्वासघात का परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
बुध के वक्री अवस्था में आने का एक प्रमुख लाभ यह है कि ये हमें सुधार करने, लोगों के साथ फिर से बातचीत करने और उन चीज़ों को सीखने का अवसर देता है जिन्हें हम पहले नहीं सीख पाए थे। हालांकि, इन चीज़ों के लिए आपको धैर्य बनाए रखना होगा। यह विचारों और वास्तवकिता के बीच के फर्क को समझने का समय होता है। हम जो देख रहे हैं और सुन रहे हैं, उससे निकले तथ्यों और निष्कर्षों पर इस दौरान सवाल उठाया जा सकता है जो कि सही भी है।
जिन जातकों की कुंडली में जन्म के समय बुध वृश्चिक राशि में होते हैं, वे जातक बहुत गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। दुनिया के बारे में गहरी समझ रखने की वजह से इनके लिए ऐसे प्रश्नों और संदेहों को टालना मुश्किल हो सकता है जिनका अब तक जवाब न दिया गया हो। आपको पता है कि आपके पास जो जानकारी है वो सिर्फ एक शुरआत है और आपको सही उत्तर पाने के लिए और अधिक गहराई तक जाना होगा।
बुध वृश्चिक राशि में वक्री: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
व्यवसाय और वित्तीय स्थिति
निर्यात करने वाली कंपनियों के मालिकों को सफलता मिलने के आसार हैं लेकिन इन्हें विदेशों से पेमेंट मिलने में देरी हो सकती है।
व्यवसाय के क्षेत्र में मंदी का असर भारत समेत अन्य जगहों के कलाकारों और रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों पर भी देखने को मिलेगा।
मैनेजमेंट की कमी, गलत संचार एवं गलतफहमियों की वजह से बड़ी कंपनियों और उनके संचालन के कार्य पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
नेता, मीडिया और स्पीकर
इस दौरान सरकारी पद पर बैठे अधिकारियों को अपने अनुचित बयानों को लेकर मांफी मांगनी पड़ सकती है या फिर उन्हें इसका परिणाम भुगनता पड़ सकता है।
कुछ देश भारत के लिए मुश्किलें पैदा करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन चूंकि बुध के अस्त होने का समय अनुकूल नहीं है इसलिए भारत को बहुत सोच-विचार करने के बाद ही इसके जवाब में कोई कदम उठाना चाहिए।
सरकारी प्रतिनिधि और अधिकारी इस दौरान ऐसे बयान देते हुए नज़र आ सकते हैं जिससे समस्याएं या असहमति पैदा हो सकती है।
ऊंचे पदों पर बैठे और नामचीन लोग कई तरह के सवाल पूछे जाने पर क्रोधित और अधीर दिखाई दे सकते हैं। इसकी वजह से समस्याएं उत्पन्न होने की आशंका है।
पत्रकारिता और चिकित्सा जैसे संचार से संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की बातों से अधिकारी और प्रभावशाली लोग नाराज़ हो सकते हैं।
इस दौरान काउंसलर और मोटिवेशनल स्पीकरों के काम में बाधाएं एवं अड़चनें आने के संकेत हैं।
अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!
बुध वृश्चिक राशि में वक्री: स्टॉक मार्केट पर असर
बुध वृश्चिक राशि में रहते हुए ही 26 नवंबर को इसी राशि में वक्री हो रहे हैं। चूंकि, बुध वक्री अवस्था में हैं इसलिए इस दौरान उनकी क्षमता और ताकत क्षीण हो जाएगी। आगे जानिए कि बुध के वृश्चिक राशि में वक्री होने का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सीमेंट, बिजली, दवा बनाने वाली कंपनियां, पब्लिक सेक्टर और केमिकल उद्योग अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इसके अलावा बिजली उत्पादों, बिजली, चाय, कॉफी, सीमेंट, डायमंड, केमिकल और हैवी इंजीनियरिंग के उद्योग भी अच्छा काम करते हुए नज़र आएंगे।
हालांकि, कुछ उद्योग विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. बुध ग्रह के लिए कौन सा रंग होता है?
उत्तर. बुध के लिए हरा रंग है।
प्रश्न 2. बुध ग्रह का दिन कौन सा है?
उत्तर. बुध के लिए बुधवार का दिन होता है।
प्रश्न3. ज्योतिष में बुध के लिए कौन सा धातु होता है?
उत्तर. बुध ग्रह के लिए चांदी का धातु होता है।
क्या एआई मानव ज्योतिषियों की जगह ले सकता है? एस्ट्रोसेज के संस्थापक ने किया खुलासा
नई तकनीक और प्राचीन ज्ञान का मेल आज जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बारे में दुनिया भर में चर्चाएं हो रही हैं, भारत के प्राचीन ज्ञान और आधुनिक तकनीक के इस संगम को एक नई पहचान देने का काम किया है एस्ट्रोसेज के संस्थापक पुनीत पांडे ने। हाल ही में न्यूज़ एंकर मीनाक्षी कंडवाल के साथ एक विशेष बातचीत में पुनीत पांडे ने अपनी यात्रा और एस्ट्रोलॉजी में एआई के योगदान पर विस्तार से चर्चा की।
100 करोड़ कुंडलियों का डेटाबेस और एआई का भविष्य
पुनीत पांडे ने बताया कि, एस्ट्रोसेज की यात्रा 2001 में एक साधारण मोबाइल एप्लिकेशन से शुरू हुई थी। आज, उनके पास 100 करोड़ बर्थ चार्ट्स का विशाल डेटाबेस है। इस डाटा का इस्तेमाल एआई मॉडल को ट्रेन करने में किया गया, जिससे एस्ट्रोलॉजिकल कंसल्टेशन को नए स्तर पर ले जाया गया।
“एआई एस्ट्रोलॉजर्स ने अब तक 1 करोड़ प्रश्नों का उत्तर दिया है,” उन्होंने कहा। इस उल्लेखनीय उपलब्धि ने एस्ट्रोलॉजी को स्केलेबिलिटी और सटीकता के मामले में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।
ग्रीन कार्ड छोड़ भारत लौटने की कहानी
पुनीत जी ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अमेरिका में एक आरामदायक नौकरी और ग्रीन कार्ड छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया, “मेरा सपना था कि भारत से एक ग्लोबल प्रोडक्ट बने, जो न केवल तकनीकी रूप से मजबूत हो, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी आगे ले जाए।”
एआई और एस्ट्रोलॉजी का संगम
जब एआई और एस्ट्रोलॉजी के मेल की बात होती है, तो सवाल उठता है: क्या एआई एस्ट्रोलॉजर एक ह्यूमन एस्ट्रोलॉजर की तरह समस्याओं की गहराई समझ सकता है? पुनीत पांडे का जवाब स्पष्ट था। उन्होंने कहा कि, “एआई, अपने विशाल “ब्रेन” यानी पैमानों (पैरामीटर्स) के जरिए, समस्याओं को गहराई से समझ सकता है और सटीक समाधान दे सकता है।”
ज्योतिष के प्रति बढ़ता विश्वास और उपयोगिता
मीनाक्षी ने पूछा कि लोग एआई एस्ट्रोलॉजर पर कितना विश्वास कर रहे हैं। इस पर पुनीत जी ने बताया कि उनकी एआई कंसल्टेशन का रिव्यू और रेटिंग ह्यूमन एस्ट्रोलॉजर्स के बराबर है। यह इस बात का प्रमाण है कि एआई का इस्तेमाल पारंपरिक एस्ट्रोलॉजी को नुकसान पहुंचाने के बजाय उसे और आगे बढ़ा रहा है।
ज्योतिष के प्रति गलतफहमियों को दूर करना
पुनीत पांडे ने इस बात पर भी जोर दिया कि ज्योतिष के क्षेत्र में शिक्षा और जागरूकता बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “अगर लोग कुंडली बनाना और उसे समझना सीख जाएं, तो वे गलतफहमियों और धोखाधड़ी से बच सकते हैं।” इसके लिए एस्ट्रोसेज ने कुंडली मिलान और अन्य एस्ट्रोलॉजिकल सेवाओं को मुफ्त रखा है।
एआई का भविष्य: एक वरदान या खतरा?
इंटरव्यू के दौरान एआई से जुड़े खतरों पर भी चर्चा हुई। पुनीत पांडे ने बताया कि एआई का इस्तेमाल समाज को बेहतर बनाने के लिए होना चाहिए। “हमने अपनी एआई टेक्नोलॉजी को सुरक्षित और समाजोपयोगी बनाने के लिए विशेष सावधानियां बरती हैं,” उन्होंने कहा।
दिवाली जैसे त्योहारों की तिथियों पर विवाद
त्योहारों की अलग-अलग तिथियों को लेकर उन्होंने कहा कि तकनीक के माध्यम से हर स्थान के लिए सटीक समय निर्धारित करना संभव हो गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि हर व्यक्ति अपने क्षेत्र के अनुसार तिथियों का पालन करे, जिससे यह समस्या कम हो सकती है।
अंत में, भारत का सपना
पुनीत पांडे ने इंटरव्यू का अंत एक प्रेरणादायक संदेश के साथ किया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए एस्ट्रोलॉजी सिर्फ एक विज्ञान नहीं है; यह मानवता को सुखी और समृद्ध बनाने का साधन है।”
उनकी कहानी और दृष्टिकोण एक बात स्पष्ट करते हैं: प्राचीन भारतीय ज्ञान और आधुनिक तकनीक का संगम भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान देने की क्षमता रखता है।
ज्योतिष और तकनीक के इस सफर में पुनीत पांडे जैसे विजनरी लीडर्स का योगदान हमेशा सराहा जाएगा।
वृश्चिक में बुध होंगे अस्त: इन पांच राशियों की जिंदगी में आ सकता है तूफान, रहें सावधान
एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही अस्त होने वाले बुध से संबंधित यह खास ब्लॉग। यह विशेष ब्लॉग आपको “वृश्चिक राशि में बुध के अस्त” होने से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि तिथि, समय और प्रभाव आदि।
साथ ही, यह भी बताएंगे कि बुध ग्रह के अस्त होने पर किन राशियों के जातकों को नकारात्मक प्रभाव मिलने के संकेत हैं। बता दें कि बुध 30 नवंबर 2024 को वृश्चिक राशि में अस्त होने जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि किस राशि के जातकों को इस दौरान अशुभ परिणाम मिलने के संकेत हैं।
बुध सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है और इसका व्यास लगभग 4,880 किलोमीटर है। इस ग्रह की संचरना चट्टानी है और बुध की कक्षा अंडाकार है एवं इसे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 88 दिन लगते हैं। बुध अपनी धुरी पर धीरे-धीरे घूमता है और इसे एक चक्कर पूरा करने में 59 दिन लगते हैं।
वैदिक ज्योतिष में बुध का संबंध व्यक्ति के संचार कौशल, ज्ञान और बौद्धिक प्रक्रियाओं से है। इस ब्लॉग में बुध के ज्योतिषीय महत्व से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया गया है। चूंकि, बुध संचार का कारक हैं इसलिए इस ग्रह की स्थिति पर निर्भर करता है कि हम अपने विचारों को किस तरह से व्यक्त करते हैं या अपनी बात कैसे रखते हैं, कैसे सोचते हैं और दूसरों से किस तरह से बात करते हैं। इस ग्रह का प्रभाव हमारी लेखन शैली, बोलने और बात करने के तरीके पर पड़ता है।
बृहत् कुंडलीमें छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरालेखा-जोखा
बुध वृश्चिक राशि में अस्त: समय
बुध ग्रह अपने शत्रु मंगल की राशि वृश्चिक में 30 नवंबर, 2024 को शाम 08 बजकर 19 मिनट पर अस्त होंगे। बुध के अस्त होने से राशियों और देश-दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, यह जानने से पहले आप बुध के वृश्चिक राशि में होने से जुड़ी कुछ विशेष बातों के बारे में जान लें।
बुध वृश्चिक राशि में अस्त
अस्त होने पर बुध ग्रह अंधकारमय हो जाता है और गलत संचार के कारण यह व्यक्ति को संकोची और गुप्त शत्रु बना देता है। यदि बुध के वृश्चिक राशि में होने पर शुभ ग्रहों की इस पर दृष्टि पड़ रही हो, तो व्यक्ति की अध्यात्म की ओर रुचि होती है और वह विशेष रूप से तंत्र-मंत्र में लिप्त रहता है। अगर इस पर शुभ और अशुभ दोनों तरह के ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो, तो इस स्थिति में जातक जादू टोने या काले जादू के प्रति आकर्षित हो सकता है। वहीं अगर सिर्फ अशुभ प्रभाव पड़ रहा हो, तो व्यक्ति चोर या हत्या करने वाला भी बन सकता है।
बुध वृश्चिक राशि में अस्त : इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने पर आपके नौवें भाव में रहेंगे। इसकी वजह से आपको त्वचा से संबंधित परेशानियां, कोई बीमारी, मूत्र मार्ग में संक्रमण और मच्छर के काटने जैसी स्वास्थ्य समस्याएं होने की आशंका है।
छात्रों के लिए यह समयावधि थोड़ी मुश्किल रहने वाली है। इन्हें बातचीत करने और अपने विचारों को व्यक्त करने में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा पढ़ाई के दबाव के कारण इनकी सेहत में भी गिरावट आने के संकेत हैं। चूंकि, छठे भाव के स्वामी की दूसरे भाव पर दृष्टि पड़ रही है इसलिए आपको बहुत सोच-समझकर बोलना चाहिए। इसके साथ ही आपको अपने खानपान को लेकर भी सतर्क रहने की ज़रूरत है। छोटे भाई-बहनों के साथ मतभेद या बहस से बचें और अपने पैसे को अच्छी तरह से संभालकर रखें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह उनके दूसरे और पांचवे भाव के स्वामी हैं और अब बुध आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। अहंकार और मतभेद की वजह से आपके जीवनसाथी या बिज़नेस पार्टनर के साथ संचार से संबंधित कोई समस्या उत्पन्न होने की आशंका है। आपको अपने पार्टनर के साथ आपसी समझ को बेहतर करने के लिए अपने अहंकार को छोड़ देने की सलाह दी जाती है।
आपकी मां के आपके वैवाहिक जीवन में दखल देने की वजह से आपके रिश्ते को नुकसान पहुंच सकता है। इस समय आपका सारा ध्यान घर के कामों पर रहेगा और इस चक्कर में आप अपने पार्टनर और बच्चों की भावनात्मक ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं। इसके कारण आपके परिवार में समस्याएं हो सकती हैं। अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा समय बिताकर और बातचीत करके आप इन समस्याओं को सुलझा सकते हैं। आपको कड़वी बातें करने या अपमानजनक भाषा का प्रयोग न करने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध उनके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध आपके पांचवे भाव में अस्त होने जा रहे हैं जिससे आपकी जिंदगी में कई घटनाओं के घटित होने की संभावना है। बारहवें भाव के स्वामी और अस्त होने के कारण इस समय आपकी आर्थिक स्थिति नियंत्रण में रहेगी। आपके पैसों की बचत करने या परिवार के खर्चों पर नियंत्रण रखने की वजह से ऐसा हो सकता है।
इस दौरान आप अपने बच्चों से पूरे जोश के साथ बात करें और उनकी सहायता करें। आपको कई बार अपनी संतान के साथ चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन बता दें कि बातचीत के ज़रिए आप किसी भी परेशानी को हल कर सकते हैं। वहीं कर्क राशि के जातकों को अपने प्रेम जीवन में भी कुछ परेशानियां देखनी पड़ सकती हैं। इनके और इनके जीवनसाथी के बीच कुछ समस्याएं होने के संकेत हैं।
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कन्या राशि
कन्या राशि के दसवें और लग्न भाव पर बुध ग्रह का आधिपत्य है। वृश्चिक राशि में अस्त होने पर बुध आपके तीसरे भाव में रहेंगे। इस समय आपको स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और इनका असर आपके पेशेवर जीवन पर भी देखने को मिलेगा।
ज्यादा तनाव लेने की वजह से आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और इसके कारण आपके लिए अपने निजी एवं पेशेवर कर्त्तव्यों को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस समय आपको यह समझना होगा कि आपको सिर्फ अपने अहंकार को संतुष्ट करने के लिए उन लक्ष्यों को प्राप्त करने पर अपनी ऊर्जा बर्बाद नहीं करनी है जो आपकी पहुंच से बाहर हैं। आप खुद को गहराई से जानने की कोशिश करेंगे।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध उनके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वृश्चिक राशि में अस्त होने पर बुध आपके पहले भाव में रहेंगे। वृश्चिक राशि के लोगों के लिए अष्टम भाव के स्वामी का अस्त होना सकारात्मक साबित होगा। बुध के आपके लग्न भाव में होने की वजह से आप जिन परेशानियों और अनिश्चितताओं का सामना कर रहे हैं, वो सभी समाप्त हो जाएंगी।
आपने अपने पेशेवर जीवन में जो कड़ी मेहनत की है, उसके लिए आपको आर्थिक लाभ न मिल पाने के संकेत हैं। आपको इस समय किसी भी तरह का निवेश करने से बचना चाहिए। इसके अलावा आप इस समय अपनी सेहत और फिटनेस को महत्व दें, अपनी एनर्जी को बढ़ाने और अपने नर्वस सिस्टम को आराम देने पर काम करें। इससे आपको लंबे समय तक स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।