हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बेहद महत्व बताया जाता है। एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। ऐसे में जो कोई भी व्यक्ति एकादशी के दिन सच्ची भक्ति और श्रद्धा के साथ इस दिन का व्रत उपवास आदि करता है भगवान विष्णु प्रसन्न होने पर ऐसे व्यक्तियों की सभी मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी यानी कल 09 मार्च मंगलवार के दिन विजया एकादशी का व्रत किया जा रहा है।
साल में आने वाली सभी एकादशी का विशेष महत्व बताया जाता है। ऐसे में विजया एकादशी के बारे में प्रचलित मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि, किसी भी काम में सफलता के लिए विजया एकादशी बेहद उपयुक्त होती है। सिर्फ इतना ही नहीं कहा जाता है कि, लंका पर विजय हासिल करने से पहले स्वयं प्रभु श्री राम ने भी विजया एकादशी व्रत और पूजा की थी।
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आइए जानते हैं विजया एकादशी से संबंधित कथा और इस व्रत का महत्व।
विजया एकादशी व्रत कथा (Vijaya Ekadashi Vrat Katha)
जब रावण ने माता सीता का हरण कर लिया था तब प्रभु श्री राम अपने भाई के साथ पहले तो बेहद ही चिंतित हुए और उसके बाद माता सीता को ढूंढने निकल पड़े। इस दौरान भगवान हनुमान जी की मदद से उनकी मुलाकात सुग्रीव और वानर सेना के साथ हुई। जिनके साथ मिलकर उन्होंने रावण की लंका पर चढ़ाई करने की योजना बनाई।
हालांकि तभी उन्हें लंका की चढ़ाई के रास्ते में समुद्र नजर आया जो कि उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन गई। काफी जतन करने के बाद भी जब उन्हें कोई हल नहीं मिला तो उन्होंने विद्वान ऋषि-मुनियों से इसका उपाय पूछा। तब ऋषि-मुनियों ने प्रभु श्री राम को वानर सेना के साथ विजया एकादशी का व्रत करने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि, विजया एकादशी का व्रत (Vijaya Ekadashi Vrat) करने से हर काम में सफलता अवश्य हासिल होती है और साथ ही यह व्रत शुभ कार्य की सिद्धि के लिए बेहद उपयुक्त होता है। बताया जाता है इसके बाद ही फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन प्रभु श्री राम ने वानर सेना के साथ मिलकर विजया एकादशी का व्रत किया।
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कहा जाता है कि, इस व्रत के प्रभाव से ही उन्होंने समुद्र पार करके लंका पर चढ़ाई की और माता सीता को रावण के चंगुल से छुड़ाया और रावण की लंका और उसके अहंकार को भस्म कर दिया। कहा जाता है कि, तभी से विजया एकादशी का व्रत लोगों के बीच बेहद ही खास और प्रसिद्ध हो गया। ऐसे में किसी भी कार्य की सफलता के लिए विजया एकादशी का व्रत (Vijaya Ekadashi Vrat Mahatva) सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है।
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विजया एकादशी व्रत महत्व (Vijaya Ekadashi Vrat Mahatva)
विजया एकादशी में विजया शब्द का अर्थ होता है विजय की प्राप्ति। ऐसे में किसी भी अभिष्ट कार्य को करने और उसमे सफलता प्राप्त करने के लिए एकादशी विजया एकादशी का व्रत बेहद ही उपयुक्त माना जाता है।
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