Vijaya Ekadashi 2021: आज विजया एकादशी के दिन मनचाही नौकरी प्राप्त करने के लिए अवश्य करें ये काम

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बेहद महत्व बताया गया है। एकादशी तिथि का संबंध सीधे तौर पर भगवान विष्णु से होता है। ऐसे में यदि सही पूजन विधि, व्रत, उपवास से भगवान विष्णु के प्रसन्नता हासिल कर ली जाए तो व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि बनी रहती है और साथ ही जीवन में मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। आज यानी 09  मार्च 2021 को विजया एकादशी का व्रत किया जा रहा है। 

विजया एकादशी में विजया शब्द का अर्थ होता है किसी भी काम में सफलता (विजय) प्राप्त करना। ऐसे में मान्यता है कि, जो कोई भी व्यक्ति विजया एकादशी का व्रत और पूजन करता है उसे सभी कष्टों और पाप से छुटकारा मिलता है और साथ ही मृत्यु के बाद ऐसे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सिर्फ इतना ही नहीं जीते जी ऐसे व्यक्ति जो कोई भी काम करते हैं उसमें उन्हें सफलता हासिल होती है। 

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जानकार मानते और बताते हैं कि, विजया एकादशी इतनी फलदाई होती है कि इससे व्यक्ति को पूर्व जन्म के पापों से भी छुटकारा मिलता है और जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता हासिल होती है। तो आइए आज विजया एकादशी के मौके पर जानते हैं कुछ ऐसे सरल काम और उपाय जिन्हें कर के आप अपने जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं। यह उपाय वह लोग भी आजमा कर देख सकते हैं जिनके काम बनते बनते बिगड़ जाते हैं। 

विजया एकादशी उपाय (Vijaya Ekadashi Upay)

  • हर एक काम में सफलता प्राप्त करने के लिए आज अवश्य करें यह काम: इस दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद सूर्य देव को गंगाजल का अर्घ्य दें। आज भगवान विष्णु के साथ श्री राम परिवार की पूजा करें। पूजा में 11 केले, ग्यारह लड्डू और लाल रंग का सुगंधित फूल अवश्य शामिल करें। इसके अलावा इस दिन की पूजा में 11 खजूर और मेवे आदि चढ़ाएं और सुगंधित अगरबत्ती और दीपक जलाएं। इतना करने के बाद पूजा करें और ॐ सिया पतिये राम रामाय नमः मंत्र का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जप करें। 

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  • अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए करें ये काम: हर एक इंसान को जीवन में अच्छी और मनचाही नौकरी पाने की लालसा होती है। ऐसे में यदि आप ही लंबे समय से किसी अच्छी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं या अपनी मौजूदा नौकरी में तरक्की और सफलता के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं तो विजया एकादशी के दिन एक कलश में आम के पल्लव रखें। इसके बाद इस कलश पर जौ से भरा हुआ एक बर्तन रखे और इसके बाद एक दीपक प्रज्वलित करें। इस दिन की पूजा में 11 लाल रंग के सुगंधित फूल और फल, मेवे और मिठाइयां अर्पित करें। सच्ची श्रद्धा से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का ध्यान करें और उनसे अपनी मनोकामना कहें। इसके बाद ॐ नारायणाय लक्ष्म्यै नमः मंत्र का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करें। 

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विजया एकादशी व्रत विधि 

एकादशी तिथि का जो कोई भी व्रत करता है उसे इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि, एकादशी व्रत का नियम दशमी तिथि की रात से ही शुरु कर दिया जाता है। ऐसे में सूर्यास्त से पहले ही सात्विक भोजन कर लें और इसके बाद ब्रह्मचर्य का पालन करना शुरू कर दें और द्वादशी तक आपको ऐसे ही करते रहना है। द्वादशी पर पारण करने के बाद ही भोजन करें। एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। इस दिन की पूजा में भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। इसके बाद इस दिन से संबंधित व्रत कथा खुद पढ़ें, दूसरों को सुनाएं या किसी और से सुनें। एकादशी के दिन रात्रि जागरण का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसे में मुमकिन हो तो रात्रि जागरण करें। एकादशी का व्रत मुमकिन हो तो निर्जला रखें। निर्जला नहीं रख सकते हैं तो फलाहार खा कर रह सकते हैं।

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