वास्तु शास्त्र : घर के पर्दों का रंग भी बदल सकता है आपका जीवन

वास्तु शास्त्र का मानना है कि आपके जीवन में घट रही घटनाओं के पीछे सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का हाथ होता है। चूंकि वास्तु शास्त्र यह कहता है कि प्रत्येक दिशा पर किसी न किसी देवता का आधिपत्य है, ऐसे में प्रत्येक दिशा में रखी गई वस्तु भी अपने रूप, रंग आकार के हिसाब से वहां रहने वाले जातकों के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। फिर चाहे वह घर का पर्दा ही क्यों न हो।

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जी हाँ! घर की सुंदरता को बढ़ाने व धूप और धूल से बचाने के लिए इस्तेमाल होने वाले पर्दे के रंग को लेकर भी वास्तु शास्त्र के कुछ नियम हैं। यदि आपने अपने घर में गलत दिशा में गलत रंग के पर्दे लगा दिये तो आपको इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की किस दिशा में कौन से रंग के पर्दे लगाने चाहिए, इस बात की जानकारी देने वाले हैं। 

आपको बता दें कि घर के पर्दों का रंग जगह के अनुसार और घर की परिस्थिति के अनुसार तय किया जाता है। ऐसे में सबसे पहले हम आपको जगह के अनुसार पर्दों का रंग क्या होना चाहिए, इसकी जानकारी दे देते हैं।

स्थान के अनुसार पर्दों का रंग

घर के मुखिया का कमरा : घर के मुखिया के कमरे में खिड़की और दरवाजे पर हमेशा नीले, भूरे या फिर नारंगी रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इससे जीवन में तरक्की होती है। घर के मुखिया का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है और पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

शादीशुदा जोड़े का कमरा : अगर आप दाम्पत्य जीवन जी रहे हैं या फिर आपने नयी नयी शादी की है तो आपको अपने कमरे में लाल, बैंगनी या फिर गुलाबी रंग के पर्दे लगाने चाहिए। इससे दाम्पत्य जीवन में एक नयी ऊर्जा का संचार होता है। पति पत्नी के बीच रोमांस बढ़ता है।

मेहमानों का कमरा : यदि आपके घर में मेहमानों के लिए एक अलग कमरा मौजूद है तो उस कमरे में बादामी या फिर क्रीम रंग के पर्दे लगाएं। इससे घर में सुख और समृद्धि का आगमन होगा। 

बच्चों का कमरा : घर में यदि छोटे बच्चे हों तो उनके कमरे में हरे, नीले या फिर गुलाबी रंग के पर्दे लगवाएं। ये रंग शांति और आरोग्यता के सूचक माने जाते हैं। खास कर के यदि कोई स्टडी रूम हो तो उसमें हरे रंग का पर्दा लगाएं। इससे बच्चे का ध्यान पढ़ाई पर लगने लगेगा।

पूजा घर : किसी भी घर का सबसे पवित्र कमरा उसका पूजा घर ही होता है। इस कमरे में पर्दे हमेशा नारंगी या फिर हल्के पीले रंग के लगाने चाहिए। ये दोनों ही रंग शुद्धता के प्रतीक माने जाते हैं।

आइये अब आपको घर की परिस्थिति के अनुसार पर्दों का रंग क्या होना चाहिए इसकी जानकारी दे देते हैं।

घर की परिस्थिति के अनुसार पर्दों का रंग

पहली परिस्थिति : यदि आपके घर में घर के सदस्यों के बीच हमेशा कलह होता रहता है या फिर उनकी आपस में नहीं बनती है तो आप अपने घर की दक्षिण दिशा में लाल रंग के पर्दे लगाएं। इससे आपके घर के सदस्यों के बीच प्रेम बढ़ेगा और आपसी रिश्ते भी मजबूत होंगे।

दूसरी परिस्थिति : यदि आपको कठिन मेहनत के बाद भी उचित फल न मिलने की शिकायत रहती है तो आप अपने घर के पश्चिम दिशा में सफ़ेद रंग के पर्दे लगाएं। स्थिति में सुधार होगा और भविष्य में रुके हुए काम भी निकाल पड़ेंगे।

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तीसरी परिस्थिति : यदि आपको बहुत कोशिशों के बावजूद भी नौकरी पाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है या फिर मनचाही नौकरी नहीं मिल पा रही। या फिर आपको व्यवसाय में मनचाही तरक्की नहीं मिल रही है तो आपको अपने घर की पूर्व दिशा में हरे रंग का पर्दा लगाना चाहिए। स्थिति में सुधार दिखने लगेगा।

चौथी परिस्थिति : यदि आप अपने आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित रहते हैं या फिर आप पर जरूरत से अधिक कर्ज़ है तो आपको अपने घर की उत्तर दिशा में नीले रंग का पर्दा लगाना चाहिए। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।

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